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- नयी दिल्ली। प्रबल दावेदार निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने बुधवार को यहां उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन करते हुए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए पदक पक्के किये। इन दोनों के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू गंघास (48 किलो) और अनुभवी स्वीटी बूरा (81 किग्रा) भी अंतिम चार में पहुंच गयीं। नये वजन वर्ग में खेलते हुए मौजूदा चैम्पियन निकहत (50 किग्रा) ने थाईलैंड की चुथामाट रकसात को 5-2 से हराकर अपना दूसरा विश्व चैम्पियनशिप पदक पक्का किया जबकि लवलीना (75 किग्रा) ने मोजाम्बिक की एडोसिंडा राडी ग्रामाने पर 5-0 से जीत हासिल की। हालांकि भारत के लिए साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और पिछले चरण की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) हालांकि अंतिम चार चरण तक पहुंचने में विफल रही। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लम्बोरिया (60 किग्रा) और नुपूर श्योराण (+81) को भी हार सामना करना पड़ा। निकहत का सामना अब सेमीफाइनल में कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से होगा जो रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता हैं। हरियाणा की 22 वर्ष की नीतू रिंग में उतरने वाली पहली भारतीय रहीं, उन्होंने दूसरे राउंड में आरएससी (रैफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाना) के आधार पर जापान की माडोका वाडा को हराया। इस तरह उन्होंने अपने और भारत के लिये कम से कम एक कांस्य पदक पक्का किया। वहीं टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला खेल रही स्वीटी ने अपनी शीर्ष वरीयता के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए 2018 कांस्य पदक विजेता बेलारूस की विक्टोरिया केबिकावा पर 5-0 से जीत हासिल कर विश्व चैम्पियनशिप का अपना दूसरा पदक पक्का किया। उन्होंने 2014 में रजत पदक जीता था। नीतू ने पूरी आक्रामकता के साथ खेलते हुए विरोधी पर जमकर घूंसे बरसाये । रैफरी ने मुकाबला रोककर नीतू के पक्ष में फैसला दिया । नीतू ने तीनों मुकाबले आरएससी फैसले पर जीते हैं। उन्होंने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘मुझे सतर्क रहना था और आक्रामक नहीं हो सकती थी। लेकिन मुकाबले के अंत में मैंने सोचा कि मैं ऐसा कर सकती हूं। '' उन्होंने कहा, ‘‘अपने तीनों मुकाबले ‘आरएससी' से जीतने का यही फायदा है कि मेरी प्रतिद्वंद्वी अब दबाव में होंगी। '' वहीं कई बार की राष्ट्रीय चैम्पियन स्वीटी को पहले दौर में बाई मिली थी, वह पदक से महज एक जीत दूर थीं और इस 30 साल की मुक्केबाज ने आसान जीत से पदक पक्का कर दिया। दोनों ‘लाइट हेवीवेट' मुक्केबाजों के बीच मुकाबला शरीर पर हमले करने वाला ज्यादा रहा। स्वीटी ने अच्छा बचाव करते हुए हमला किया और आसानी से मुक्के जड़े। साक्षी को चीन की यु वु से 0-5 से हारी जबकि मनीषा को फ्रांस की अमीना जिदानी से 1-4 से शिकस्त मिली। जैसमीन फिर क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं पहुंच सकी और कोलंबिया की पाओला वाल्डेज से 0-5 से जबकि नुपुर कजाखस्तान की लज्जात कुगेबाएवा से रिव्यू में 3-4 से हार गयीं।
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इम्फाल. अनिरूद्ध थापा के पहले हाफ के इंजुरी समय में किये गये गोल की मदद से भारत ने बुधवार को यहां तीन देशों के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में म्यामां पर 1-0 से जीत दर्ज की। भारत ने पूरे मैच में दबदबा बनाया जिसे देखते हुए जीत का अंतर थोड़ा बड़ा होना चाहिए था लेकिन मौके चूकने के साथ भाग्य का साथ नहीं देने से मेजबान टीम ज्यादा गोल नहीं दाग सकी। भारतीय विंगर बिपिन सिंह और लालियानजुआला चांगटे शुरू से ही फुर्तीले रहे और उन्होंने प्रतिद्वंद्वी के खेम में लगातार सेंध लगायी। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के प्रयास भी विफल रहे। मैच के आधे घंटे बाद छेत्री को स्वर्णिम मौका मिला जब चांगटे ने उन्हें पास दिया लेकिन भारतीय कप्तान का शॉट सीधे विकेटकीपर के हाथों में चला गया। पर भारत ने आखिरकार पहले हाफ के इंजुरी टाइम में बढ़त बनाने में सफलता हासिल की जब थापा ने बॉक्स के अंदर से ‘रिबाउंड' पर काफी करीब से इसे गोलपोस्ट में पहुंच दिया।
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लंदन। महान टेनिस खिलाड़ी मार्तिना नवरातिलोवा ने कहा है कि वह गले और स्तन के कैंसर से उबर चुकी हैं और मियामी ओपन के जरिये टीवी चैनल के लिये अपने काम पर लौट आई हैं । 18 बार की ग्रैंड स्लैम एकल चैम्पियन ने कहा ,‘‘ वापसी करके अच्छा लग रहा है । यहां आकर रोमांचित हूं । काम करके खुश हूं ।'' उन्होंने कहा कि कैंसर के उपचार के दौरान उनका स्वाद चला गया और 15 पाउंड वजन भी कम हो गया ।
वह आस्ट्रेलियाई ओपन और बीएनपी परीबस ओपन में टीवी पर नजर नहीं आई । उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा ,‘‘ जहां तक मुझे डॉक्टरों ने बताया है कि अब मुझे कैंसर नहीं है । मैं चेकअप कराती रहूंगी । '' नवरातिलोवा को 2010 में स्तर के कैंसर का पता चला था । -
ब्यूनस आयर्स। यहां पालेरमो में हजारों फुटबॉलप्रेमियों ने एक रेस्त्रां को घेर लिया जब उन्हें पता लगा कि स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी उसमें डिनर कर रहे हैं । मेस्सी की एक झलक पाने के लिये लोग डॉन जूलियो रेस्त्रां के पास पहुंच गए । मेस्सी को बाहर निकलने के लिये पुलिस की मदद लेनी पड़ी ।
सड़क पर खड़े प्रशंसक ‘ मेस्सी मेस्सी' चिल्ला रहे थे । कतर में हुए विश्व कप में मेस्सी ने अर्जेंटीना को तीसरा खिताब दिलाया । विश्व कप जीतने से मेस्सी का अर्जेंटीना में वह दर्जा मिल गया जो सिर्फ माराडोना को हासिल था । लेकिन विश्व कप से पहले हालात दीगर थे और टीम की नाकामी के लिये उन्हें ही कसूरवार ठहराया जा रहा था । वह 2016 में लगभग संन्यास ले चुके थे लेकिन फिर अपना फैसला बदला । अब आलम यह है कि मेस्सी का खुमार अर्जेंटीना के फुटबॉलप्रेमियों के सर चढकर बोल रहा है । वह जहां भी जाते हैं, भीड़ उनके पीछे खिची चली आती है । -
पुणे. ओलंपियन सीए भवानी देवी यहां 25 से 28 मार्च तक चलने वाली 33 वीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी चैम्पियनशिप में भाग लेने वाले देश भर के 700 से अधिक खिलाड़ियों में मुख्य आकर्षण होगी। इस स्पर्धा का आयोजन भारतीय तलवारबाजी संघ कर रहा है। इसमें महाराष्ट्र तलवारबाजी संघ और डीवाई पाटिल अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में सहयोग कर रहे है। चैंपियनशिप का आयोजन महालुंगे-बालेवाड़ी में श्री शिव छत्रपति खेल परिसर में किया जाएगा। चैंपियनशिप का आयोजन तीन श्रेणियों फॉइल, एपी और साबरे में होगा जिसमें व्यक्तिगत और टीम मुकाबले खेले जायेंगे। भवानी देवी महिला व्यक्तिगत साबरे स्पर्धा में भाग लेंगी। एफएआई के अध्यक्ष सतेज पाटिल ने कहा, हम तलवारबाज़ों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। टूर्नामेंट के दौरान आहार विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन मुहैया कराया जायेगा।
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नयी दिल्ली. पिछले साल फिनलैंड में विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 94 वर्ष की उम्र में फर्रांटा दौड़ जीतने वाली भगवानी देवी डागर अब पोलैंड में होने वाली विश्व मास्टर्स इंडोर चैम्पियनशिप में भाग लेंगी और उन्हें पिछले प्रदर्शन को दोहराने की पूरी उम्मीद है । फिनलैंड में एक स्वर्ण और चक्काफेंक तथा गोलाफेंक में कांस्य पदक जीतने वाली एथलीट दादी के नाम से मशहूर भगवानी देवी पोलैंड के तोरून में विश्व इंडोर चैम्पियनशिप खेलेंगी । नजफगढ के मालिकपुर गांव की रहने वाली भगवानी ने अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद जताते हुए कहा ,‘‘ मुझे इस उम्र में ट्रैक पर उतरने में डर नहीं लगता । मैने भरपूर जिंदगी जी ली है और अब देश का नाम रोशन करने में पीछे नहीं हटना चाहती । खेल के लिये उत्साह चाहिये, उम्र बाधा नहीं होती ।'' कभी स्कूल नहीं गई भगवानी देवी की खेलों में रूचि थी और बचपन में वह कबड्डी खेलती थी लेकिन पारिवारिक हालात के कारण अपने शौक को परवान नहीं चढा सकी । उनके पोते और कोच विकास ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और 2022 में पहली बार उन्होंने दिल्ली प्रदेश मास्टर्स एथलेटिक्स में तीन स्वर्ण पदक जीते । इसके बाद चेन्नई में 42वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स में तीन और स्वर्ण जीतकर फिनलैंड मास्टर्स में 90 से 94 आयुवर्ग के लिये क्वालीफाई किया । उनके जोश को देखते हुए पोलैंड में 25 से 31 मार्च तक होने वाले टूर्नामेंट के लिये दैनिक सन्मार्ग की पहल अपराजिता ने उनका प्रायोजन करने का फैसला किया है । अपराजिता की कार्यकारी निदेशक रूचिका गुप्ता ने इस मौके पर भगवानी देवी के लिये तैयार की गई विशेष जर्सी का भी अनावरण किया । भगवानी देवी के साथ उनके कोच विकास डागर भी पोलैंड जायेंगे ।
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नयी दिल्ली. भारत की स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने रविवार को यहां अल्जीरिया की बोआलम रोमायसा को हराकर महिला विश्व चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। पिछली बार की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किलो) ने भी आस्ट्रेलिया की राहिमी टीना को 5 . 0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बनाई । 50 किग्रा स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही निकहत ने मौजूदा अफ्रीकी चैम्पियन को 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हराकर टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज की। दोनों मुक्केबाजों ने सतर्क शुरुआत करते हुए सुरक्षित दूरी बनाये रखी। पिछले चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत ने पहला अंक जुटाया। अल्जीरियाई मुक्केबाज को इसके बाद अंक मिला जिसके बाद दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को पछाड़ने का प्रयास किया। निकहत ने जहां ‘कॉम्बिनेशन' (सभी तरीकों के मुक्के) मुक्के जड़कर अंक जुटाये, वहीं रोमायसा ने भारतीय मुक्केबाज के ‘ओपन गार्ड' (गार्ड नीचे करके खेलना) से फायदा उठाकर कई मुक्के जड़े। पहला राउंड निकहत के पक्ष में रहा और दूसरे में भी उन्होंने रोमायसा को कोई मौका नहीं दिया जो आक्रामक होने की कोशिश कर रही थीं। फिर दोनों आक्रामक होने के बाद एक दूसरे को जकड़े रहीं लेकिन अंत में केडी जाधव स्टेडियम में निकहत जीतीं। निकहत ने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘आज मेरी रणनीति दबदबा बनाने की थी क्योंकि रोमायसा शीर्ष वरीय मुक्केबाज थीं। वरीयता का फायदा होता है। मुझे भी वरीयता मिली। अगर मैं शीर्ष वरीय को हराती हूं तो इससे ‘जजों' पर प्रभाव पड़ता है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके मुकाबले देखे हैं। अगर आप उसके करीब से खेलो तो वह काफी हावी हो जाती है। इसलिये मेरा लक्ष्य दूर से ही मुक्के जड़ने का था, हालांकि ‘क्लिंचिंग' (एक दूसरे को जकड़ना) हुई।
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नई दिल्ली। भारत की स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने रविवार को यहां अल्जीरिया की बोआलम रोमायसा को हराकर महिला विश्व चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। 50 किग्रा स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही निकहत ने मौजूदा अफ्रीकी चैम्पियन को 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हराकर टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज की। दोनों मुक्केबाजों ने सतर्क शुरुआत करते हुए सुरक्षित दूरी बनाये रखी। पिछले चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत ने पहला अंक जुटाया। अल्जीरियाई मुक्केबाज को इसके बाद अंक मिला जिसके बाद दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को पछाड़ने का प्रयास किया। निकहत ने जहां ‘कॉम्बिनेशन' (सभी तरीकों के मुक्के) मुक्के जड़कर अंक जुटाये, वहीं रोमायसा ने भारतीय मुक्केबाज के ‘ओपन गार्ड' (गार्ड नीचे करके खेलना) से फायदा उठाकर कई मुक्के जड़े। पहला राउंड निकहत के पक्ष में रहा और दूसरे में भी उन्होंने रोमायसा को कोई मौका नहीं दिया जो आक्रामक होने की कोशिश कर रही थीं। फिर दोनों आक्रामक होने के बाद एक दूसरे को जकड़े रहीं लेकिन अंत में केडी जाधव स्टेडियम में विजेता बनी निकहत। निकहत ने मुकाबले के बाद कहा, ‘‘आज मेरी रणनीति दबदबा बनाने की थी क्योंकि रोमायसा शीर्ष वरीय मुक्केबाज थीं। वरीयता का फायदा होता है। मुझे भी वरीयता मिली। अगर मैं शीर्ष वरीय को हराती हूं तो इससे ‘जजों' पर प्रभाव पड़ता है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके मुकाबले देखे हैं। अगर आप उसके करीब से खेलो तो वह काफी हावी हो जाती है। इसलिये मेरा लक्ष्य दूर से ही मुक्के जड़ने का था, हालांकि ‘क्लिंचिंग' (एक दूसरे को जकड़ना) हुई। '' दिन में एक अन्य मुकाबले में 2022 विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) अपने अभियान की शुरूआत आस्ट्रेलिया की रहीमी टीना के खिलाफ करेंगी।
- इंडियन वेल्स (अमेरिका)। भारत के रोहन बोपन्ना यहां बीएनपी परिबास ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैट एबडेन के साथ पुरुष युगल का खिताब जीतकर एटीपी मास्टर्स 1000 प्रतियोगिता जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। बोपन्ना अभी 43 वर्ष के हैं। उन्होंने और 35 वर्षीय एबडेन ने शनिवार को फाइनल में वेस्ले कूलहोफ और ब्रिटेन के नील स्कूपस्की की नीदरलैंड की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-3, 2-6, 10-8 से हराया।अपने 10वें एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल में खेल रहे बोपन्ना ने कहा,‘‘वास्तव में विशेष। इसलिए इसे टेनिस का स्वर्ग कहा जाता है। मैं बरसों से यहां आ रहा हूं और लोगों को यहां खिताब जीतते हुए देख रहा हूं। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि मैं और मैट यहां खिताब जीतने में सफल रहे।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हमने कड़े और करीबी मैच खेले। आज हमारा सामना यहां मौजूद सर्वश्रेष्ठ टीम से था। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि हम ट्रॉफी जीतने में सफल रहे।’’ बोपन्ना ने इस तरह कनाडा के डेनियल नेस्टर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2015 में सिनसिनाटी मास्टर्स में 42 साल की उम्र में खिताब जीता था।उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा,‘‘मैंने डैनी नेस्टर से बात की और मैंने उनसे कहा कि मुझे खेद है कि मैं उनका रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा हूं। यह खिताब हमेशा मेरे साथ रहेगा और मैं वास्तव में इससे बहुत खुश हूं।’’बोपन्ना का का यह कुल पांचवा और 2017 में मोंटेकार्लो ओपन के बाद पहला मास्टर्स 1000 युगल खिताब है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी का यह इस साल तीसरा फाइनल था। बोपन्ना अब तक टूर स्तर पर कुल 24 खिताब जीत चुके हैं।बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने सेमीफाइनल में गत चैंपियन और दो बार के खिताब विजेता जॉन इस्नर और जैक सॉक को हराया। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने कनाडा के फेलिक्स ऑगर अलीसिमे और डेनिस शापोवालोव को पराजित किया था।भारत और ऑस्ट्रेलिया की इस जोड़ी ने अपने शुरुआती मैच में राफेल माटोस और डेविड वेगा हर्नांडेज़ को हराया था। विश्व में पूर्व नंबर तीन खिलाड़ी बोपन्ना इस जीत से एटीपी युगल रैंकिंग में चार पायदान चढ़कर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
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नयी दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजों का महिला विश्व चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी है और शनिवार को तीन मुक्केबाजों ने अपने अपने मुकाबले जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई । राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किलो) ने कोरिया की डोयोन कांग को आरएससी फैसले पर हराया जबकि प्रीति ने 54 किलोवर्ग में रोमानिया की लाकरामियोआरा पेरिजोक को बंटे हुए फैसले के आधार पर 4 . 3 से शिकस्त दी । मंजू बाम्बोरिया (66 किलो) ने न्यूजीलैंड की सारा वेरेयू को 5 . 0 से हराया ।
नीतू पिछले चरण में क्वार्टरफाइनल में हार गयी थीं, उन्होंने इस बार पहले राउंड में ही मुकाबला जीत लिया। पहले मिनट में उन्होंने अपने ‘हुक' और ‘क्रास' का बखूबी इस्तेमाल किया लेकिन अंक जुटाने वाले मुक्के नहीं जड़ सकीं। फिर दोनों मुक्केबाजों ने दोनों हाथों से एक दूसरे को मुक्के जड़ना शुरू कर दिया। तुरंत ही कोरियाई मुक्केबाज कांग को पहला ‘स्टैंडिंग काउंट' मिला। नीतू ने फिर दबदबा जारी रखा और कांग को दूसरा ‘स्टैंडिंग काउंट' 20 सेकेंड बाद मिला जिससे रैफरी ने मुकाबला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में कर दिया। पहले दौर में आरएसी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत दर्ज करने वाली प्रीति को हालांकि दूसरी जीत के दौरान मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस मुकाबले की तैयारी की थी, वह पिछली बार रजत पदक जीती थी। मैं भी साबित करना चाहती थी कि मैं किसी से कम नहीं हूं। '' 2022 एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता प्रीति ने कहा, ‘‘मैं शुरू में उसकी रणनीति समझने की कोशिश कर रही थी। अंतिम राउंड में मैंने रणनीति बदली। वह आक्रामक थी और संतुलन खो रही थी।प्रीति ने रोमानियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले राउंड में 3-2 से बढ़त बनायी। फिर हरियाणा की इस मुक्केबाज ने अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए रोमानियाई मुक्केबाज पर मुक्के जड़े। हालांकि दूसरे राउंड को वह 2-3 से गंवा बैठी। पर अंतिम तीन मिनट में प्रीति ने जवाबी हमले किये। इसमें दोनों मुक्केबाजों के अंक बराबर रहे जिससे मुकाबले का फैसला ‘रिव्यू' से किया गया। अंत में फैसला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में रहा।
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मुंबई। इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सत्र शुरू होने से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और चैम्पियन बल्लेबाज विराट कोहली समेत इसके नामी गिरामी सितारे स्टार स्पोटर्स के शो ‘स्टार्स आन स्टार' पर पहली बार अपने प्रशंसकों के साथ रोचक अनुभव साझा करेंगे । टाटा आईपीएल के आधिकारिक टीवी प्रसारक स्टार स्पोटर्स के इस कार्यक्रम का लक्ष्य क्रिकेट के बड़े सितारों को उनके प्रशंसकों से जोड़ना है।
इसमें वे अपने निजी जीवन से लेकर कैरियर तक के कई अनछुए पहलुओं पर बात करेंगे जिसमें उनकी कामयाबी, नाकामी, मुस्कान से लेकर निराशा तक शामिल होगी । चैनल द्वारा जारी विज्ञप्ति में ‘प्रिव्यू शो' की बानगी दी गई जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के हरफनमौला रविंद्र जडेजा ने कहा ,‘‘ मैने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो मैं तेज गेंदबाज बनना चाहता था।
मुझे दूसरे तेज गेंदबाजों को बाउंसर डालते देखने में मजा आता था। लेकिन मेरे पास वह रफ्तार नहीं थी ।'' उन्होंने आगे कहा ,‘‘ मैने माही भाई (महेंद्र सिंह धोनी) को बताया कि मेरा क्रिकेट का सफर दो महेंद्र के बीच का है । महेंद्र सिंह चौहान जो जामनगर में मेरे कोच थे और चेन्नई में मेरे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी।'' वहीं मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने ‘प्रिव्यू शो' में आईपीएल की पहली नीलामी के अपने अनुभव के बारे में कहा ,‘‘ पहले मुझे पता भी नहीं था कि साढे सात लाख डॉलर कितने होते हैं।
हमने पहले कभी नीलामी में भाग नहीं लिया था और न ही इसके बारे में सुना था । '' उन्होंने कहा ,‘‘ नीलामी में मेरा नंबर काफी बाद में आया । शायद डेढ घंटे बाद । मुझे बताया गया कि मेरी कीमत साढे सात लाख डॉलर है जो तीन या साढे तीन करोड़ रूपये था । मैं बहुत खुश था और सोचने लगा कि कौन सी कार खरीदूंगा , वगैरह । उस समय मैं बीस साल का ही था ।' - कोलकाता। एटीके मोहन बागान ने हैदराबाद एफसी को रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में पेनल्टी शूट आउट में 4-3 से हराकर इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना बेंगलुरू एफसी से होगा। पहले चरण का मुकाबला गोल रहित बराबर रहने के बाद दूसरे चरण में भी नियमित और अतिरिक्त समय के 120 मिनट के बाद दोनों टीम गोल करने में नाकाम रही जिसके बाद नतीजे के लिए पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया। एटीके मोहन बागान के कप्तान प्रीतम कोटल ने सफल प्रयास के साथ पेनल्टी शूटआउट में अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। जेवियर सिवेरियो के प्रयास को विफल करने का श्रेय एटीके मोहन बागान के गोलकीपर विशाल कैथ जाता है।विजेता टीम के लिए दिमित्री पेट्राटोस, फेडेरिको गैलेगो और मनवीर सिंह अन्य स्कोरर रहे।हैदराबाद एफसी ने एक और मौका गंवाया जब बार्थोलोमेव ओगबेचे का शॉट पोस्ट से टकराया और दो मौके चूकने से टीम को हार झेलनी पड़ी। हैदराबाद की टीम के लिए जोआओ विक्टर, दानू और रीगन ने गोल किए लेकिन यह पर्याप्त नहीं थे। फाइनल शनिवार को गोवा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगा।
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बेंगलुरू. शीर्ष वरीय ब्रेंडा फ्रुहविर्तोवा ने रविवार को यहां भारतीय खिलाड़ी अंकिता रैना को 0-6, 6-4, 6-0 से हराकर आईटीएफ महिला ओपन एकल खिताब अपने नाम किया। चेक गणराज्य की ब्रेंडा (163 रैंकिंग) ने 40,000 डॉलर की पुरस्कार राशि के टूर्नामेंट के फाइनल में चौथी वरीय अंकिता को दो घंटे 19 मिनट में शिकस्त दी। पहले सेट में ब्रेंडा ने चार डबल फॉल्ट किये और कई सहज गलतियां कीं। लेकिन फिर वापसी करते हुए अगले दो सेट अपने नाम किये।
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अहमदाबाद. ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स केरी ने रविवार को कहा कि विराट कोहली उनमें से नहीं हैं जो बल्लेबाजी के लिए अच्छी पिच पर ‘बड़ा शतक' बनाने का मौका गंवाएंगे और चौथे टेस्ट मैच में उन्होंने दिखाया कि इस काम को कैसे करना है। कोहली ने भारतीय टीम की पहली पारी में 571 में 186 रन बनाए। बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला की इस आखिरी टेस्ट को ड्रा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को सोमवार को दो सत्र तक अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। कैरी ने चौथे दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘ उनकी पारी देख कर कोई आश्चर्य नहीं हुआ। उन्हें बल्लेबाजी के लिए आसन पिच मिली और उन्होंने बड़ा स्कोर बनाया। उन्होंने वास्तव में दिखाया कि इस तरह की परिस्थितियों में कैसे खेलना है। उन्होंने हमें आउट करने का कोई मौका नहीं दिया।'' उन्होंने कहा, ‘‘ हमें पता था कि विराट को गेंदबाजी करना आसान नहीं होगा। हम जितना संभव था उतना उन्हें रन बनाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। कैरी ने हालांकि घुमा-फिराकर यह मान लिया कि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावना लगभग ना के बराबर है। उन्होंने कहा,‘‘निश्चित रूप से यह (जीत दर्ज करना) एक बड़ी चुनौती होने जा रही है, हम दिन के पहले घंटे पर काफी ध्यान देंगे और फिर देखेंगे कि यह संभावना बन रही है।
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अहमदाबाद। हरफनमौला अक्षर पटेल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन शनिवार को अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाने के बाद कहा कि इस श्रृंखला के लिए स्पिनरों के खिलाफ योजना बनाकर बल्लेबाजी करना उनके लिए कारगर रहा। बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला में अक्षर अब तक भारत के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे। उन्होंने श्रृंखला में तीन अर्धशतकीय पारियों के साथ कुल 264 रन बनाये।
उन्होंने नागपुर में 84, दिल्ली में 74 और मौजूदा मैच में 79 रन की पारी खेली। वह इस दौरान अपने पहले टेस्ट शतक के सपने को पूरा नहीं कर सके लेकिन इन तीनों मैचों में उन्होंने शानदार साझेदारियां बनाकर टीम की जीत की नींव रखी। अक्षर ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ जब हमने नागपुर में शिविर शुरू किया था तो हमें पता था कि हम स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर खेलेंगे। मैंने ज्यादा तैयारी नहीं की थी लेकिन स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी की बारीकियों पर काम किया।
'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने पगबाधा होने से बचने के लिए लेग स्टंप के बाहर से बल्लेबाजी करने के साथ क्रीज से ज्यादा बाहर नहीं निकलने का फैसला किया था। स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर आपके पगबाधा या स्टंप होने की संभावना अधिक होती है।'' अक्षर से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि उन्होंने शतक पूरा करने का तीन मौका गंवा दिया। उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘‘ आप जले पर नमक झिड़क रहे है।
मैं जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा था ... और मैं जानता हूं कि मैंने जो मौके गंवाए वे बार-बार नहीं आते। इन पारियों को बड़े स्कोर में बदलना चाहिये था।'' भारतीय टीम अब अपना अगला टेस्ट संभवत: विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल (लंदन) में खेलेगी। इंग्लैंड की परिस्थितियों में भारतीय टीम शायद एक स्पिनर के साथ उतरे और वह रविन्द्र जडेजा हो सकते है। अक्षर ने कहा, ‘‘ अंतिम एकादश (डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए) में जगह हासिल करना मेरे हाथ में नहीं है और मैं इस बारे में कुछ नहीं कर सकता।
मुझे जो मौके मिल रहे हैं मैं उसमें प्रदर्शन कर रहा हूं और जो मेरे हाथ में है उस पर ध्यान लगा रहा हूं। कोच और कप्तान अंतिम एकादश तय करते हैं और मेरा काम लगातार अच्छा प्रदर्शन करना और एकादश में जगह बनाना है।'' शनिवार की अर्धशतकीय पारी के बारे में अक्षर ने कहा कि टीम की ओर से उन्हें कोई विशेष संदेश नहीं मिला था और सिर्फ सकारात्मक बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा, ‘‘ जब मैं विराट भाई (कोहली) के साथ बल्लेबाजी कर रहा था तो टीम की तरफ से कोई खास संदेश नहीं था।
विराट भाई ने मुझसे कहा कि मैं अपनी तरह सकारात्मक होकर खेलना जारी रखूं। जब हमने क्रीज पर समय बिता लिया तब गेंदबाजों को पिच से भी ज्यादा मदद नहीं मिल रही थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा अर्धशतक पूरा होने के बाद विराट भाई भी कह रहे थे कि मैं बड़ा स्कोर करने की सोच सकता हूं क्योंकि दिन के खेल में 22 ओवर बाकी थे। उस समय तक पारी घोषित करने की कोई योजना नहीं थी। '' -
अहमदाबाद। भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में सात महीने से भी कम समय रह गया है और देश की क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि इस टूर्नामेंट को नयापन देने के लिये आईसीसी टूर्नामेंट के भविष्य के चरणों को 40-40 ओवर का कर देना चाहिए। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट के चौथे दिन रविवार को पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘वनडे क्रिकेट को बचे रहने के लिए इसे भविष्य में घटाकर 40-40 ओवर का कर देना चाहिए।
'' शास्त्री ने कहा कि वनडे में दर्शकों की घटती संख्या का निवारण किया जाना चाहिए और उन्होंने कहा कि जब कपिल देव की अगुआई वाली भारतीय टीम ने 1983 में वनडे विश्व कप जीता था तो यह 60-60 ओवर का टूर्नामेंट हुआ करता था लेकिन बाद में इसे घटाकर 50-50 ओवर का कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह इसलिये कह रहा हूं क्योंकि जब हमने 1983 में विश्व कप जीता था तो यह 60 ओवर का मैच हुआ करता था।
फिर लोगों का आकर्षण इसके प्रति कम होता गया तो यह 50 ओवर का बन गया। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है जब इसे 40-40 ओवर का कर देना चाहिए। समय के साथ बदलना जरूरी है, प्रारूप को घटाना चाहिए। '' शास्त्री की दर्शकों की दिलचस्पी कम होने की बात सही है लेकिन जब 1987 में विश्व कप उप महाद्वीप में कराया गया था तो 120 ओवर के दौरान दो ब्रेक (लंच और चाय) करना संभव नहीं था जैसा कि इंग्लैंड में पिछले तीन चरण के दौरान हुआ था।
शास्त्री ने कहा कि टी20 प्रारूप खेल में बड़ी कमाई करता रहेगा, लेकिन वह द्विपक्षीय टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला को पसंद नहीं करते और उनका कहना है कि इन्हें कम कर देना चाहिए। यह महान क्रिकेटर द्विपक्षीय श्रृंखला को कम करने की वकालत करता रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि टी20 प्रारूप महत्वपूर्ण है। इसे विकसित करने की जरूरत है। लेकिन मुझे लगता है कि द्विपक्षीय श्रृंखला को कम किया जाना चाहिए। '' पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट अपने शीर्ष अहम स्थान का लुत्फ उठाना जारी रखेगा क्योंकि यही महत्वपूर्ण प्रारूप है।
उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट हमेशा टेस्ट क्रिकेट बना रहेगा और इसे सबसे ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि भारत में सभी प्रारूपों के लिए जगह है। विशेष रूप से उपमहाद्वीप में। विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया जैसी जगहों पर। '' भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने भी कहा कि एकदिवसीय प्रारूप अपना आकर्षण खो रहा है और इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाला विश्व कप आखिरी संस्करण हो सकता है।
कार्तिक ने कहा, ‘‘वनडे प्रारूप ने अपना आकर्षण खो दिया है। हम इस साल के अंत में या उसके बाद एक और विश्व कप देख सकते हैं। लोग टेस्ट क्रिकेट देखना चाहते हैं, जो क्रिकेट का सही मायने में प्रारूप है और टी20 मनोरंजन के लिए है। ' -
गुवाहाटी। पुरुष और महिला वर्ग की एशियाई खो-खो चैंपियनशिप के चौथे सत्र का आयोजन 20 से 23 मार्च तक असम में होगाा। बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीइआर) के तामुलपुर में आयोजित होने वाले चार दिवसीय कार्यक्रम में 12 देशों के 800 से अधिक खिलाड़ी और अधिकारी भाग लेंगे। बीटीइआर के प्रमुख एवं असम खो-खो संघ (एकेकेए) के अध्यक्ष प्रमोद बोरो ने रविवार को यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी।
इसका आयोजन भारतीय खो-खो संघ (केकेएफआई) के द्वारा किया जा रहा है जबकि बीटीआर परिषद और असम राज्य सरकार के समर्थन से एकेकेए इसकी मेजबानी कर रहा है। भारत के अलावा इस प्रतियोगिता में बांग्लादेश, भूटान, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, मलेशिया, नेपाल, पाकिस्तान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका की टीमें भाग लेंगी। बोरो ने कहा, ‘‘ हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आयोजन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। हम यह मौका देने के लिए केकेएफआई के शुक्रगुजार हैं। -
नैरोबी,। भारतीय गोल्फर मनु गंडास यहां कीनिया ओपन में संयुक्त 53वें स्थान पर चल रहे हैं। डीपी वर्ल्ड टूर की इस प्रतियोगिता में गंडास ने पहले, छठे, 10वें और 17वें होल में बर्डी की लेकिन वह 14वें, 15वें और 16वें होल में बोगी कर गए जिससे उनका स्कोर एक अंडर 70 रहा। भारत के शुभंकर शर्मा हालांकि कट हासिल करने में नाकाम रहे।
जॉर्ज केम्पिलो ने टूर्नामेंट के किसी दौर में संयुक्त रूप से सबसे कम स्कोर बनाया और वह अंतिम दौर से पूर्व एक शॉट की बढ़त बनाए हुए हैं। - लंदन। चेल्सी ने शनिवार को यहां लीसेस्टर को 3-1 से हराकर इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) फुटबॉल टूर्नामेंट में लगातार तीसरी जीत दर्ज की जबकि उतार-चढ़ाव वाले सत्र में लीवरपूल को एक और हार का सामना करना पड़ा। चिर प्रतिद्वंद्वी मैनचेस्टर यूनाईटेड को रिकॉर्ड 7-0 से हराने के बाद लीवरपूल को निचली लीग में खिसकने का खतरा झेल रहे बोर्नेमाउथ के खिलाफ 0-1 से हार का सामना करना पड़ा। लीवरपूल ने अगस्त में अपने मैदान पर बोर्नेमाउथ को 9-0 से हराया था। मैनचेस्टर सिटी की टीम एक बार फिर पूरी तरह से लय में नजर नहीं आई लेकिन क्रिस्टल पैलेस को 1-0 से हराकर शीर्ष पर चल रहे आर्सेनल पर दबाव बनाए रखने में सफल रही। आर्सेनल की टीम 26 मैच में 63 अंक के साथ शीर्ष पर है। दूसरे स्थान पर मौजूद मैनचेस्टर सिटी के 61 अंक हैं लेकिन उसने आर्सेनल से एक मैच अधिक खेला है।
- केपटाउन। वाणी कपूर और प्रणवी उर्स 2023 इनवेस्टेक दक्षिण अफ्रीका वुमेन ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में शीर्ष 20 में रहे। तीन दौर के बाद शीर्ष 10 में शामिल वाणी ने अंतिम दौर में एक अंडर 71 का स्कोर बनाया लेकिन वह संयुक्त आठवें से संयुक्त 12वें स्थान पर खिसक गईं। उनका कुल स्कोर आठ अंडर रहा। प्रणवी ने हफ्ते का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीन अंडर 69 का स्कोर बनाया और सात अंडर के कुल स्कोर के साथ संयुक्त 16वें स्थान पर रहीं। एशलेग बुहाई ने अंतिम दौर में चार अंडर 68 के स्कोर से चार शॉट की बढ़त के साथ खिताब जीता। उन्होंने कुल 22 अंडर के स्कोर से चौथी बार यह खिताब अपने नाम किया।
- बार्सीलोना। रीयाल मैड्रिड ने एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए शनिवार को यहां स्पेनिश फुटबॉल लीग में एस्पानयोल को 3-1 से हराया। एस्पानयोल को आठवें मिनट में ही जोसेलु माटो ने बढ़त दिला दी।विनिसियस जूनियर ने 22वें मिनट में स्कोर 1-1 किया जबकि इडेर मिलिटाओ ने 39वें मिनट में मैड्रिड को 2-1 से आगे कर दिया। स्थानापन्न खिलाड़ी मार्को एसेंसियो ने दूसरे हाफ के इंजरी टाइम के तीसरे मिनट में एक और गोल दागकर रीयाल मैड्रिड की 3-1 से जीत सुनिश्चित की। इस जीत से रीयाल मैड्रिड के 25 मैच में 56 अंक हो गए हैं और टीम दूसरे स्थान पर है। टीम के शीर्ष पर मौजूद बार्सीलोना से छह अंक कम है। बार्सीलोना ने हालांकि अभी 24 मुकाबले ही खेले हैं। मैड्रिड ने इस मैच में करीम बेनजेमा को आराम दिया जो टखने की समस्या से उबर रहे हैं। कोच कार्लो एंकेलोटी के अनुसार बेनजेमा के बुधवार को लीवरपूल के खिलाफ चैंपियन्स लीग मुकाबले के लिए उपलब्ध रहने की उम्मीद है। मैड्रिड की टीम अंतिम 16 मुकाबले का पहला चरण 5-2 से जीत चुकी है। रीयाल मैड्रिड को 19 मार्च को बार्सीलोना से भी भिड़ना है।अंतिम स्थान पर चल रहे एल्शे ने टेटे मोरेंटे के इंजरी टाइम में दागे गोल की बदौलत वेलाडोलिड को 1-1 से बराबरी पर रोका। वेलाडोलिड के अंत में सिर्फ आठ खिलाड़ी मैदान पर बचे थे। टीम की ओर से काइल लेरिन ने गोल दागा। अन्य मुकाबलों में सेल्टा विगो ने रेयो वालेकानो को 3-0 से हराया जबकि वेलेंसिया ने ओसासुना को 1-0 से शिकस्त दी।
- अहमदाबाद। भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन शनिवार को कमर में दर्द की शिकायत के बाद स्कैन के लिए ले जाया गया। सुबह के सत्र में रविंद्र जडेजा (28) के आउट होने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज श्रीकर भरत के बल्लेबाजी के लिए उतरने पर अय्यर की चोट का पता चला। कमर में तकलीफ के कारण अय्यर नागपुर में श्रृंखला के पहले टेस्ट में नहीं खेल पाए थे जिसके बाद उन्होंने दिल्ली में दूसरे मैच के लिए टीम में वापसी की थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने चिकित्सा अपडेट में कहा, ‘‘तीसरे दिन के खेल के बाद श्रेयस अय्यर ने कमर में दर्द की शिकायत की थी। उसे स्कैन के लिए ले जाया गया और बीसीसीआई की मेडिकल टीम उस पर नजर रखे हुए है।''
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नयी दिल्ली. युवा निशानेबाज गनेमत सेखोन कतर के दोहा में आईएसएसएफ (अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ) विश्व कप शॉटगन में मंगलवार को क्वालीफिकेशन में महिला राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के बाद पांच खिलाड़ियों के बीच हुए शूट ऑफ के बाद नौवें स्थान पर रही। चंडीगढ़ की 22 साल की इस निशानेबाज ने दो दिनों के क्वालीफिकेश के दौरान 125 में से 120 सटीक निशाने लगाये। फाइनल में जगह बनाने वाले आठ निशानेबाजों में शामिल होने के लिए उन्हें चार अन्य खिलाड़ियों के साथ शूट ऑफ में भाग लेना पड़ा। शूट ऑफ के बाद वह नौवें स्थान पर रही।
महिलाओं की स्कीट में अन्य भारतीयों में दर्शना राठौड़ 117 के स्कोर के साथ 25वें स्थान पर रहीं, जबकि माहेश्वरी चौहान 116 के स्कोर के साथ 28वें स्थान पर रहीं। रैंकिंग अंक के लिए खेल रही संजना सूद ने 114 सटीक निशाने लगाये। पुरुषों की स्कीट में अनंतजीत सिंह नरूका और गुरजोत खंगुरा ने 120 का स्कोर किया लेकिन वे क्रमश: 31वें और 35वें स्थान पर रहे। अनुभवी मेराज अहमद खान शुरुआती दिन के अपने लय को बरकरार नहीं रख सके। वह 119 के स्कोर के साथ 55वें स्थान पर खिसक गये। शीराज शेख ने इन तीनों से अच्छा प्रदर्शन करते हुए 121 सटीक निशाने लगाये लेकिन वह सिर्फ रैंकिंग अंक के लिए खेल रहे थे। - बेंगलुरु. अंकिता रैना और प्रार्थना थोम्बरे की भारतीय जोड़ी ने मंगलवार को यहां आईटीएफ महिला ओपन के युगल मुकाबले में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी कर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। दूसरी वरीयता प्राप्त इस जोड़ी ने करीब दो घंटे तक चले रोमांचक प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में भारत की शर्मदा बालू और जर्मनी की साराह रेबेका सेकुलिक की जोड़ी को 5-7 6-3 10-6 से हराया। भारत की रुतुजा भोसले और जैकलीन अवद की जोड़ी ने जी ही चोई (दक्षिण कोरिया) और ली या-ह्सुआन (चीनी ताइपै) की जोड़ी को 6-4 6-4 से शिकस्त दी। प्रगति नारायण एवं प्रतिभा नारायण के अलावा वैदेही चौधरी एवं श्रीवल्ली रश्मिका की भारतीय जोड़ियों को अपने-अपने मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। शर्मदा को युगल के साथ एकल वर्ग में भी हार का सामना करना पड़ा। इस वाइल्ड कार्ड धारक खिलाड़ी को आठवीं वरीयता प्राप्त ब्रिटेन की ईडन सिल्वा ने 2-6, 4-6 से शिकस्त दी।
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द्रविड़ ने टर्निंग विकेट पर कहा, हर कोई डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करना चाहता है
अहमदाबाद. भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला के मैच स्पिनरों के लिए अनुकूल पिचों पर खेले जाने का कोई मलाल नहीं है क्योंकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के अंक महत्वपूर्ण है और अधिकतर देश ऐसे विकेट तैयार कर रहे हैं जिनमें परिणाम निकलता है। भारत अभी चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 2-1 से आगे है। इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के विकेट को आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने खराब करार दिया था जिसके बाद टर्न लेते विकेट तैयार करने को लेकर चर्चा छिड़ गई है। इस तरह के विकेट पर मैच तीन दिन के अंदर समाप्त हो रहा है। द्रविड़ ने नागपुर, दिल्ली और इंदौर के विकेटों का बचाव करते हुए कहा,‘‘ मैं इस मामले में बहुत विस्तार में नहीं जाऊंगा। मैच रेफरी अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं। यह वास्तव में मायने नहीं रखता कि मैं उनके विचारों से सहमत हूं या नहीं। मेरी क्या राय है यह मायने नहीं रखती। लेकिन जब डब्ल्यूटीसी के अंक दांव पर लगे हों तो आपको ऐसे विकेट पर खेलना होगा जिससे परिणाम निकले।'' उन्होंने हालांकि इसके साथ ही यह भी उल्लेख किया कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू टीमों ने जो विकेट तैयार किए हैं उनमें खेलना चुनौतीपूर्ण रहा है। द्रविड़ ने कहा,‘‘ ऐसा हो सकता है और ऐसा केवल भारत ही नहीं विश्व भर में हो रहा है। कभी-कभी हर किसी के लिए सही संतुलन तैयार करना मुश्किल होता है और यह केवल यहीं नहीं अन्य स्थानों पर भी हो सकता है।'' उन्होंने कहा,‘‘ जब हम विदेशी दौरों पर जाते हैं तो हमें चुनौतीपूर्ण विकेटों पर खेलना पड़ता है। हम हाल में (2022) दक्षिण अफ्रीका में खेले जहां स्पिनरों की एक नहीं चली थी। हर कोई ऐसे विकेट तैयार करना चाहता है जहां परिणाम निकले।''

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