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- किलकेनी (आयरलैंड)। भारतीय गोल्फर शुभंकर शर्मा ने होरिजॉन आयरिश ओपन के दूसरे दौर में बर्डी-बर्डी से शुरूआत की लेकिन कई बोगी करने से कट हासिल करने से चूक गये। दसवें होल में बर्डी से शुरूआत करने के बाद वह 13वें और 18वें होल में डबल बोगी कर बैठे जिसके बाद 14वें और 18वें होल में बोगी ने उनकी उम्मीद तोड़ दी। इस कारण उनका स्कोर तीन ओवर रहा जिससे वह संयुक्त 89वें स्थान से कट से चूक गये। वह लगातार तीसरे टूर्नामेंट में कट से चुके हैं।
- स्टॉकहो,। ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने गुरूवार को प्रतिष्ठित डायमंड लीग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए रजत पदक जीता, वह काफी करीब से 90 मीटर दूर भाला फेंकने से चूक गये लेकिन उन्हें भरोसा है कि वह इस साल इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। नीरज पहली बार डायमंड लीग शीर्ष तीन में जगह बनाने में सफल रहे। 24 साल के एथलीट ने पहले ही प्रयास में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर से चूक गये। इस दौरान उन्होंने अपने 89.30 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर किया जो उन्होंने 14 जून को फिनलैंड के तुर्कु में पावो नुर्मी खेलों में दूसरे स्थान पर रहकर हासिल किया था।नीरज के अन्य थ्रो 84.37 मीटर, 87.46 मीटर, 84.77 मीटर, 86.67 मीटर और 86.84 मीटर के रहे।चोपड़ा ने रजत पदक जीतने के बाद ‘जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘पहला थ्रो काफी अच्छा था, मुझे अच्छा लग रहा है। ऐसा नहीं था कि पहले थ्रो में ही करना है। 90 मीटर के काफी करीब था, और लग रहा था कि कर दूंगा, पर अपना सर्वश्रेष्ठ किया तो अच्छा लग रहा है। ’’विश्व चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 90.31 मीटर की दूरी से स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने यह दूरी तीसरे प्रयास में हासिल की।चोपड़ा ने कहा, ‘‘मैं अब 90 मीटर के करीब हूं और इस साल मैं ऐसा कर सकता हूं। आज नहीं जीता लेकिन मुझे अच्छा लग रहा है क्योंकि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया। ’’चोपड़ा अगस्त 2018 में ज्यूरिख में डायमंड लीग मीट में चौथे स्थान पर रहे थे। वह चार साल में पहली बार डायमंड लीग में खेल रहे थे। वह सात बार डायमंड लीग मीट - 2017 में तीन बार और 2018 में चार बार - में हिस्सा ले चुके हैं।उन्होंने कहा, ‘‘जब एंडरसन पीटर्स ने 90 मीटर की दूरी तय की तो मुझे भी लगा कि मुझे भी ऐसा करना होगा। मेरे दिमाग में था कि सब कुछ परफेक्ट होना चाहिए, भाला एक ही लाइन में जाना चाहिए और तकनीक परफेक्ट होनी चाहिए। जब सबकुछ परफेक्ट होगा तभी आप इतनी लंबी दूरी तक थ्रो कर सकते हो। ’’चोपड़ा ने कहा, ‘‘प्रतिस्पर्धा थी लेकिन मैं खुश हूं कि मेरे सभी थ्रो काफी अच्छे थे। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। मैं लंबे समय बाद खेल रहा हूं और अगली प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा। ’’चोपड़ा की निगाहें 15 से 24 जुलाई तक अमेरिका के यूजीन में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर लगी हुई हैं। विश्व चैम्पियनशिप में भारत का सिर्फ एक ही पदक है जो लंबी कूद की महान एथलीट अंजू बॉबी जार्ज ने 2003 में कांस्य पदक से हासिल किया था, तो क्या इससे उन पर दबाव होगा।इस पर उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, विश्व चैम्पियनशिप में एक ही पदक है, इसका कोई दबाव नहीं है। बस पूरी कोशिश करेंगे। वैसे ओरेगोन में जाकर ही पता चलेगा। हर प्रतियोगिता, प्रत्येक दिन अलग होता है। जब मैं ओरेगोन में खेलना शुरू करूंगा तो ही पता चलेगा कि मैं ओलंपिक चैम्पियन का दबाव महसूस कर रहा हूं या नहीं। ’’चोपड़ा ने कहा, ‘‘वैसे मैं बिना दबाव के खेलता हूं। मैं कड़ी ट्रेनिंग करता हूं और प्रतियोगिता में अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं। ’’हरियाणा के इस स्टार एथलीट ने कहा कि वह विश्व चैम्पियनशिप के लिये अपनी ट्रेनिंग में कोई बदलाव नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी अगली प्रतियोगिता ओरेगोन में विश्व चैम्पियनशिप है। यह ज्यादा दूर नहीं है, इसलिये ट्रेनिंग में कुछ बदलाव नहीं करूंगा। लेकिन अपनी ट्रेनिंग में सुधार करना जारी रखूंगा। ’’
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बर्मिंघम. भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि वह विराट कोहली से मैच जिताने वाला प्रदर्शन चाहते हैं, भले ही वह शतक नहीं हो । कोहली नवंबर 2019 के बाद से शतक नहीं लगा सके हैं लेकिन द्रविड़ ने इस धारणा को खारिज किया कि 27 टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज में प्रेरणा का अभाव है । इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे पांचवें टेस्ट से पहले उन्होंने कहा ,‘‘ खिलाड़ी विभिन्न दौर से गुजरते हैं और मुझे नहीं लगता कि विराट में प्रेरणा या ललक की कमी है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ हमेशा जोर शतक पर नहीं रहना चाहिये । केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन हालात में बनाये गए 79 रन भी उम्दा थे । वह तिहरे अंक तक नहीं पहुंचे लेकिन वह बढिया पारी थी । उसने इतने ऊंचे मानदंड बनाये हैं कि लोग शतक को ही कामयाबी मानते हैं लेकिन एक कोच के नजरिये से मैं उससे मैच जिताने वाला योगदान चाहता हूं, भले ही वह 50 या 60 रन क्यो ना हो ।
- दुबई। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की टी20 बल्लेबाजी सूची में शीर्ष पर बरकरार रहने के साथ भारत के विराट कोहली को पछाड़कर सबसे लंबे समय तक टी20 अंतरराष्ट्रीय विश्व रैंकिंग में नंबर एक पर रहने वाले बल्लेबाज बन गए। कोहली पिछले दशक में 1,013 दिन तक दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज रहे थे लेकिन बाबर ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है। अन्य बल्लेबाजों में भारत के इशान किशन को दो स्थान का नुकसान उठाना पड़ा है लेकिन आयरलैंड के खिलाफ दूसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में शानदार प्रदर्शन की बदौलत दीपक हुड्डा और संजू सैमसन ने रैंकिंग में लंबी छलांग लगाई है। आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 में 26 और तीन रन की पारी खेलने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज किशन सातवें स्थान पर खिसक गए हैं। पहले मैच में 47 और दूसरे मैच में करियर का पहला शतक जड़कर भारत को चार रन की जीत दिलाने वाले हुड्डा 414 रन की लंबी छलांग के साथ 104वें स्थान पर पहुंच गए हैं। दूसरे टी20 में 77 रन बनाने वाले सैमसन भी 144वें पायदान पर पहुंच गए हैं।भारत के खिलाफ 39 और नाबाद 64 रन बनाने वाले आयरलैंड के हैरी टेक्टर भी 55 स्थान के फायदे से 66वें स्थान पर हैं। रैंकिंग को भारत और आयरलैंड के बीच दो टी20 की श्रृंखला के बाद अपडेट किया गया है। गेंदबाजों की सूची में भारत के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल 37वें से 33वें स्थान पर पहुंच गए जबकि पहले 45वें स्थान पर मौजूद आयरलैंड के मार्क एडेयर अब 43वें स्थान पर हैं। टेस्ट रैंकिंग में जो रूट दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज बने हुए हैं लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की घरेलू श्रृंखला खत्म होने के बाद अन्य खिलाडिय़ों की रैंकिंग में काफी बदलाव हुआ है। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज डेरिल मिशेल और टॉम ब्लंडेल के अलावा इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच ने लीड्स में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की है। श्रृंखला के तीनों टेस्ट में शतकीय साझेदारी करने वाले मिशेल और ब्लंडेल अब शीर्ष 20 बल्लेबाजों में शामिल हैं। 109 और 56 रन की पारी खेलने वाले मिशेल चार स्थान के फायदे से 12वें जबकि 55 और नाबाद 88 रन बनाने वाले ब्लंडेल 11 स्थान के फायदे से 20वें स्थान पर हैं। तीसरे टेस्ट में 162 और नाबाद 71 रन बनाने वाले इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो 20 स्थान चढ़कर 21वें स्थान पर हैं। दूसरी पारी में 82 रन बनाने वाले ओली पोप तीसरे स्थान के फायदे से 49वें पायदान पर हैं। इंग्लैंड ने तीसरा टेस्ट सात विकेट से जीतकर श्रृंखला 3-0 से जीती।न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नील वैगनर गेंदबाजों की नवीनतम रैंकिंग में एक स्थान के नुकसान से 10वें स्थान पर हैं जबकि इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड (एक स्थान के फायदे से 13वें) और जैक लीच (13 स्थान के फायदे से 25वें) की रैंकिंग में सुधार हुआ है। बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद आलराउंडर की सूची में एक स्थान के नुकसान से तीसरे स्थान पर है। उनकी जगह भारत के अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने ली है। वेस्टइंडीज के काइल मायर्स आलराउंडर की सूची में तीन स्थान के फायदे से आठवें स्थान पर हैं। वह बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए। आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड नवीनतम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में दो स्थान के फायदे से पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में पहले ही नंबर एक गेंदबाज हेजलवुड ने श्रीलंका के खिलाफ अंतिम एकदिवसीय में 22 रन देकर दो विकेट चटकाए थे। न्यूजीलैंड के मैट हेनरी दूसरे जबकि पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी का नंबर शीर्ष रैंकिंग वाले ट्रेंट बोल्ट के बाद आता है। एकदिवसीय बल्लेबाजों की रैंकिंग में आस्ट्रेलिया के कप्तान जो रूट दो स्थान के नुकसान से 12वें स्थान के साथ शीर्ष 10 से बाहर हो गए हैं। रूट और शाई होप संयुक्त 10वें स्थान पर हैं।
- नई दिल्ली। भारत को ओलंपिक सहित कई बड़े टूर्नामेंट में मेडल दिलाने वाले हॉकी खिलाड़ी विरेंदर सिंह का निधन को गया। वरिंदर सिंह 75 साल के थे। मंगलवार सुबह जालंधर में उनका निधन हुआ।साल 1970 के दशक में भारत की कई यादगार जीत का हिस्सा रहे वरिंदर सिंह 1975 में कुआलालंपुर में पुरुष हॉकी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। यह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत का अब तक का एकमात्र स्वर्ण पदक है। भारत ने तब फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 2-1 से हराया था।वरिंदर 1972 म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक और एम्सटरडम में 1973 विश्व कप में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। वरिंदर की मौजूदगी वाली टीम ने 1974 और 1978 एशियाई खेलों में भी रजत पदक जीता। वह 1975 मांट्रियल ओलंपिक में भी भारतीय टीम में शामिल थे। वरिंदर को 2007 में प्रतिष्ठित ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी नवाजा गया था। हॉकी इंडिया ने वरिंदर के निधन पर शोक जताया है। हॉकी इंडिया ने विज्ञप्ति में कहा, वरिंदर सिंह की उपलब्धि को दुनिया भर का हॉकी समुदाय याद रखेगा।
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सितसिपास ने आगुत को हराकर मालोर्का चैंपियनशिप जीती
पाल्मा (स्पेन) .स्टीफन सितसिपास ने विंबलडन की अच्छी तैयारी करते हुए शनिवार को यहां फाइनल में रॉबर्टो बतिस्ता आगुत को हराकर मालोर्का टेनिस चैंपियनशिप का खिताब जीता। सोमवार को आल इंग्लैंड क्लब पर शुरू हो रहे विंबलडन से पहले सितसिपास का एटीपी टूर पर यह पहला ग्रास कोर्ट खिताब है। यूनान के दूसरे वरीय सितसिपास ने निर्णायक सेट के टाईब्रेकर में आगुत को हराकर 6-4 3-6 7-6(2) से जीत दर्ज की। सितसिपास की यह सत्र की 40वीं जीत है। यह सितसिपास के करियर का नौवां और सत्र का दूसरा खिताब है। उन्होंने अप्रैल में मोंटे कार्लो टूर्नामेंट का खिताब भी बरकरार रखा था। विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज सितसिपास को विंबलडन के पहले दौर में एलेक्जेंडर रिचार्ड से भिड़ना है। -
पटियाला. भारतीय स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू राष्टमंडल खेलों में प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेंगी और उनका कहना है कि इनमें उनकी प्रतिस्पर्धा किसी और से नहीं बल्कि खुद से होगी। चानू का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 207 किग्रा (88 किग्रा +119 किग्रा) का है जो नाइजीरिया की स्टेला किंग्सले से बेहतर है जो उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी हैं और वह अब तक 168 किग्रा (72 किग्रा + 96 किग्रा) का ही वजन उठा सकी हैं। चानू ने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने ओलंपिक में रजत पदक, एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य और एक विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। उनका कहना है कि बर्मिंघम में उनकी असली प्रतिस्पर्धा अपनी प्रतिद्वंद्वियों से नहीं बल्कि खुद से होगी। राष्टमंडल खेलों के 2014 चरण में रजत और 2018 चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेल मेरे लिये आसान होंगे। मैं खुद से ही लडूंगी। '' उन्होंने एनआईएस पटियाला में बात करते हुए कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों में इतनी प्रतिस्पर्धा नहीं होगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसमें कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होगी। भविष्य के टूर्नामेंट को देखते हुए मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। '' प्रतिस्पर्धा ज्यादा नहीं होगी तो चानू के दिमाग में बड़ा लक्ष्य तय है। वह 119 किग्रा के अपने ही क्लीन एवं जर्क विश्व रिकॉर्ड को सुधारना चाहेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रमंडल खेलों में 120 किग्रा का प्रयास करने का विचार कर रही हूं। यह पूर्व विश्व चैम्पियन स्नैच में 90 किग्रा में भी सुधार करना चाहती है और वह मानती हैं कि यह मानसिक रूप से थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हां, यह मानसिक चुनौती है। हमने राष्ट्रमंडल खेलों में 91 किग्रा या 92 किग्रा उठाने की योजना बनायी है। उम्मीद है कि ऐसा होगा। '' लेकिन अपने शरीर से दुगना वजन उठाना आसान नहीं है विशेषकर जब चानू कंधे के संतुलन को लेकर अब भी जूझती हैं। इस महीने के शुरू में वह अपने स्नैच वजन को सुधारने में असफल रही, वह अपनी पीठ के कारण घरेलू प्रतियोगिता में दो बार 89 किग्रा का वजन उठाने में असफल रहीं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पीठ इससे दो तीन दिन पहले जकड़ गयी थी। नागरोटा की यात्रा भी पांच घंटे की थी। हम टूर्नामेंट से एक दिन पहले ही पटियाला से चंडीगढ़ गये थे, फिर चंडीगढ़ से उड़ान ली थी जो लेट थी। इसलिये पीठ और जकड़ गयी थी। '' स्नैच में अपनी कमजोरी से वाकिफ चानू ने अपनी तकनीक में थोड़े बदलाव पर काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं 88 किग्रा से ऊपर नहीं गयी हूं। मैंने इतना ही वजन तय किया है। लेकिन ट्रेनिंग के हिसाब से देखूं तो मैं ओलंपिक की तुलना में अब काफी बेहतर हूं। '' उन्होंने कहा, ‘‘एक प्रतियोगिता में 90 किग्रा का वजन उठाने के लिये हमने 80 से 90 किग्रा का वजन तय किया है जिसे हम प्रत्येक दिन निरंतर उठाते हैं। पर ऐसा नहीं है कि हम रोज 90 किग्रा उठाते हैं। - पेरिस। भारत के कम्पाउंड तीरंदाजों ने विश्व कप के तीसरे चरण में शनिवार को स्वर्ण सहित दो पदक जीतकर इतिहास रच दिया। अभिषेक वर्मा और ज्योति सुरेखा वेन्नम की जोड़ी ने फाइनल में फ्रांस के अनुभवी प्रतिद्वंद्वियों को हराकर कम्पाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। इसके बाद विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज ज्योति को व्यक्तिगत वर्ग के बेहद करीबी फाइनल मुकाबले के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।एला गिब्सन के खिलाफ फाइनल मुकाबला 148-148 की बराबरी पर छूटने के बाद शूट आउट में दोनों निशानेबाजों ने 10-10 अंक का निशाना साधा लेकिन प्रतिद्वंद्वी निशानेबाज का तीर लक्ष्य के केन्द्र के ज्यादा करीब था। मिश्रित वर्ग में भारतीय जोड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए फ्रांस की जोड़ी जीन बौल्च और 48 वर्षीय ओलंपिक पदक विजेता सोफी डोडेमोंट करे करीबी मुकाबले में 152-149 से हराकर पीला तमगा हासिल किया। इस स्वर्ण पदक के साथ ही भारत ने विश्व कप के इस चरण में अपने पदक का खाता खोला।महिला रिकर्व टीम ने स्पर्धा में तीसरा पदक पक्का किया है, जहां दीपिका कुमारी, अंकिता भगत और सिमरनजीत कौर की तिकड़ी रविवार को शीर्ष स्थान के लिए चुनौती पेश करेगी। ज्योति को एशियाई खेलों के ट्रायल में नजरअंदाज कर दिया गया था। उन्होंने सात महीने से अधिक समय के बाद टीम में वापसी कर जश्न इन पदकाों के साथ मनाया। अभिषेक और ज्योति की सबसे सफल भारतीय कम्पाउंड जोड़ी का विश्व कप में इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले साल यांकटन में विश्व कप फाइनल में रजत पदक के रूप में आया था। इस जोड़ी ने अतीत में विश्व कप में कांस्य भी जीता है। तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने 10 अंक के चार निशाने के साथ शानदार शुरुआत की। उन्होंने इसमें दो एक्स (बिल्कुल बीच में) लगाकर तीन अंकों की बढ़त बनायी और फ्रांस की जोड़ी को दबाव में ला दिया। भारतीयों ने दूसरे दौर में 10 अंक का सिर्फ एक निशाना साधा और फ्रांस की जोड़ी को वापसी का मौका मिल गया। फ्रांस ने भारत की बढ़त को कम कर के एक अंक का कर दिया। तीसरा दौर बराबरी पर छूटा जबकि निर्णायक चौथे दौर में अभिषेक और ज्योति ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को दो अंकों से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। ज्योति ने व्यक्तिगत स्पर्धा के सेमीफाइनल में फ्रांस की दिग्गज सोफी को मात दी।फाइनल में 22 साल की गिब्सन से उन्हें कड़ी टक्कर मिली। दोनों तीरंदाजों ने दो दौर के बाद 'परफेक्ट' दौर से 60-60 का स्कोर किया था। तीसरे दौर में गिब्सन ने एक अंक की बढ़त कायम कर ली लेकिन ज्योति ने पांचवें दौर में स्कोर को 148-148 कर दिया। शूट ऑफ में दोनों ने 10-10 अंक बनाए, लेकिन गिब्सन का तीर उसके दूसरे विश्व कप स्वर्ण की पुष्टि करने के लिए केंद्र के करीब था।
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लीसेस्टर. लंबे समय से लय की तलाश कर रहे पूर्व कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से पहले लीसेस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच के तीसरे दिन और आखिरी दिन शनिवार में 67 रन की आकर्षक पारी खेली। दिन की शुरुआत एक विकेट पर 80 रन से करने के बाद भारत ने खेल खत्म होने तक 92 ओवर में सात विकेट पर 364 रन बनाये। भारतीय टीम ने पहली पारी आठ विकेट पर 246 रन पर घोषित की थी जिसके जवाब में लीसेस्टशर ने 244 रन बनाये थे। कोहली ने 98 गेंद की पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाये।
कोहली के अलावा हरफमौला जडेजा (56) और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (62) ने अर्धशतकों के साथ बल्लेबाजी अभ्यास किया। इन दोनों बल्लेबाजों ने हालांकि आउट होने के बाद दोबारा बल्लेबाजी की। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर कैच आउट होने से पहले कोहली ने 98 गेंद की पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े । पहली पारी में लीसेस्टरशर के लिए बल्लेबाजी करने वाले टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा ने 53 गेंद की पारी में 22 बनाये तो वही श्रीकर भरत (43) हनुमा विहारी (20) और शारदुल ठाकुर (28) को भी बल्लेबाजी में अच्छा अभ्यास मिला। लीसेस्टरशर के लिए खेल रहे गेंदबाजों में नवदीप सैनी ने तीन विकेट लिये तो वही जसप्रीत बुमराह, साइ किशोर ने एक-एक विकेट लिये। कमलेश नागरकोटी को दो सफलता मिली। -
नयी दिल्ली. भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवानों ने किर्गिस्तान के बिशकेक में चार स्वर्ण पदक सहित आठ पदक जीतकर अंडर-17 एशियाई चैंपियनशिप का टीम खिताब जीता। भारतीय पहलवानों ने चार स्वर्ण पदक के अलावा दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीते।
भारतीय पहलवानों ने बुधवार को फ्रीस्टाइल वर्ग में तीन स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते।
भारतीय फ्रीस्टाइल टीम ने 188 अंक के साथ एशियाई चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती जबकि कजाखस्तान की टीम 150 अंक के साथ उप विजेता रही। उज्बेकिस्तान ने 145 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। भारत के लिए बुधवार को निंगप्पा (45 किग्रा), शुभम (48 किग्रा) और वैभव पाटिल (55 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते जबकि प्रतीक देशमुख (110 किग्रा) ने रजत और नरसिंह पाटिल (51 किग्रा) तथा सौरभ (60 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। अंडर-23 वर्ग में स्पर्धा गुरुवार को ग्रीकोरोमन शैली की प्रतियोगिताओं के साथ शुरू होगी। - नई दिल्ली। टीम इंडिया के खिलाडिय़ों की फैन फोलोइंग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में देखी जाती है। फैंस हमेशा अपने पसंदीदा खिलाड़ी की पर्सनल लाइफ के बारे में भी जानने के किए बेताब रहते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक भारतीय खिलाड़ी के बार में बताएंगे जिसे अपनी ही टीचर से प्यार हो गया था। आज के समय में इन दोनों की जोड़ी को सबसे सुपरहिट जोडिय़ों में से एक माना जाता है।कोरोना के कारण पहले लॉकडाउन के दौरान सभी खिलाड़ी अपने आप को व्यस्त रखने के लिए कुछ ना कुछ नया कर रहे थे। उसी दौरान टीम इंडिया के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल को अपनी टीचर से प्यार हो गया था। ये टीचर और कोई नहीं बल्कि धनश्री वर्मा ही हैं। दरअसल, एक बार धनश्री ने ही बताया था कि पहले लॉकडाउन के दौरान चहल ने उनकी ऑनलाइन क्लास ज्वॉइन की थी, यहीं से ही इन दोनों की लव स्टोरी शुरू हुई थी।युजवेंद्र चहल और उनकी वाइफ धनश्री वर्मा काफी चर्चित कपल हैं। इन दोनों ने रिलेशनशिप में के 3 महीने बाद यानी अगस्त 2020 में सगाई कर ली थी, वहीं दिसंबर 2020 में शादी के अटूट बंधन में बंध गए। धनश्री वर्मा डांस कोरियोग्राफर और एक डेंटिस्ट भी हैं। धनश्री वर्मा का डांस से रिलेटेड एक यूट्यूब चैनल (धनश्री वर्मा यूट्यूब चैनल) है, इस चैनल पर 26 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। धनश्री बॉलीवुड गानों को रिक्रिएट करती हैं।आईपीएल 2022 में युजवेंद्र चहल राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए इस सीजन के सबसे सफल गेंदबाज रहे। युजवेंद्र चहल ने इस सीजन में कुल 27 विकेट हासिल किए। आईपीएल के इतिहास में इससे पहले किया भी स्पिनर ने एक सीजन में इतने विकेट हासिल नहीं किए थे। युजवेंद्र चहल आईपीएल में पर्पल कैप वाले तीसरे गेंदबाज भी बने।
- पेरिस। सात महीने से अधिक समय बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रही स्टार कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेनाम मंगलवार को यहां विश्व कप चरण तीन के क्वालीफिकेशन दौर में दूसरे स्थान पर रहते हुए भारतीय तीरंदाजों के बीच शीर्ष पर रहीं। एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रही विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 712 अंक जुटाए और ग्रेट ब्रिटेन की इला गिब्सन के बाद दूसरे स्थान पर रहीं। ज्योति के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय महिला टीम तीसरे स्थान पर रही। मिश्रित टीम भी तीसरे स्थान पर रहीं जहां ज्योति पुरुष कंपाउंड तीरंदाज अभिषेक वर्मा के साथ जोड़ी बनाएंगी। एशियाई खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता वर्मा भारतीय पुरुष तीरंदाजों के बीच शीर्ष पर रहे। उन्होंने क्वालीफिकेशन में छठा स्थान हासिल किया जबकि भारतीय पुरुष टीम को चौथी वरीयता मिली। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी ज्योति को इस साल मार्च में राष्ट्रीय ट्रायल के बाद एशियाई खेलों की टीम और विश्व कप के पहले तीन चरण की टीम में जगह नहीं मिली थी। एशियाई खेलों के स्थगित होने के बाद भारतीय तीरंदाजी संघ ने विश्व कप चरण तीन के लिए दोबारा ट्रायल कराने का फैसला किया जिसके बाद ज्योति ने टीम में वापसी की। अब सभी की नजरें दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी दीपिका कुमारी पर टिकी हैं जो बुधवार को रिकर्व क्वालीफिकेशन दौर में हिस्सा लेंगी। दीपिका भी पिछले साल हुए तोक्यो ओलंपिक के बाद भारतीय टीम में वापसी कर रही हैं।
- लंदन। संन्यास ले चुके टेनिस खिलाड़ी डेविड फेरर को मंगलवार को डेविस कप फाइनल्स का टूर्नामेंट निदेशक नियुक्त किया गया। स्पेन की तीन बार डेविस कप खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे 40 साल के फेरर ने पुरुष एकल में करियर की सर्वश्रेष्ठ तीसरी रैंकिंग हासिल की। वह अल्बर्ट कोस्टा की जगह लेंगे जो 2019 से इस पद पर थे। सितंबर में इटली के बोलोगना, स्कॉटलैंड के ग्लास्गो, जर्मनी के हैम्बर्ग और स्पेन के वेलेंसिया में फाइनल्स ग्रुप चरण में 16 टीम खेलेंगी। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीम अंतिम आठ टीम में जगह बनाएंगी जिनके बीच स्पेन के मलागा में 22 से 27 नवंबर तक मुकाबला होगा।
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नयी दिल्ली. भारत ने एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैम्पियनशिप के तीसरे दिन सोमवार को दो कांस्य पदक हासिल किये जिससे देश के नाम अब तक कुल 20 पदक हो गये। रोनाल्डो सिंह एक किलोमीटर टाइम ट्रायल स्पर्धा में अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। विश्व जूनियर चैम्पियन और एशियाई रिकॉर्ड धारक रोनाल्डो ने 58.254 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से साइकिल चलाते हुए एक मिनट 01:798 सेकंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। इस स्पर्धा में जापान के युता ओबारा एक मिनट 01:118 सेकंड (59.902 किलोमीटर प्रति घंटा) ने पहला और मलेशिया के मोहम्मद फादहिल ने एक मिनट 01:639 सेकंड के समय के दूसरा स्थान हासिल किया। भारत के लिए दिन का दूसरा पदक बिरजीत युमनाम ने 10 किलोमीटर के 40 लैप के पुरुष जूनियर वर्ग में जीता । उन्होंने 35वें लैप के बाद लिया करबुतोव (कजाकिस्तान) और अमीर अली (ईरान) को पछाड़ते हुए यह पदक हासिल किया। इस स्पर्धा में कोरिया के हवारंग किम ने स्वर्ण , जबकि मलेशिया के जुल्फहमी ऐमान ने रजत पदक हासिल किया।
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नयी दिल्ली। मेजबान भारत ने रविवार को यहां एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप के दूसरे दिन एक स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य पदक सहित कुल आठ पदक जीते। भारत ने 41वीं सीनियर, 28वीं जूनियर एशियाई ट्रैक एवं 10वीं पैरा ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में अब तक 18 पदक जीते हैं। प्रतियोगिता के दूसरे दिन 12 वर्ग में अंतिम दौर के मुकाबले हुए जिसमें चार मुकाबले पैरा साइकिलिंग स्पर्धा में हुए। भारत ने पैरा साइकिलिंग में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता जबकि सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों ने क्रमश: दो रजत और तीन कांस्य पदक जीते। ट्रैक साइकिलिस्ट मयूर लुटे ने 500 मीटर टाइम ट्रायल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
यह मयूरी का दो दिन में दूसरा कांस्य पदक और सीनियर वर्ग की स्पर्धा में पहला व्यक्तिगत पदक है। मूयरी ने टाइम ट्रायल में 36.481 सेकेंड का समय लिया और 49.340 किमी प्रतिघंटा की गति हासिल की। भारत ने दिन का पहला पदक महिला जूनियर वर्ग में व्यक्तिगत परसुइट में पूजा डेनोल के कांस्य पदक के रूप में जीता। पूजा ने दो मिनट 31.277 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने इस दौरान दो मिनट 37.410 सेकेंड का अपना पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। महिला जूनियर वर्ग में नीरज कुमार 2000 मीटर रेस स्पर्धा में स्वर्ण पदक की दौड़ में कजाखस्तान के मैक्सिम ट्रास्किन से पिछड़ गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सीनियर पुरुष व्यक्तिगत परसुइट वर्ग विश्वजीत सिंह ने चार किमी रेस में नौ मिनट के समय के साथ कांस्य पदक जीता। विश्वजीत ने मलेशिया के कियात चुन लिम को पछाड़ा जिन्होंने 10 मिनट का समय लिया। इक्कीस के भारतीय ट्रैक साइकिलिस्ट इसो एल्बेन ने हालांकि दिल तोड़ दिया और वह पुरुष एलीट स्पर्धा में पदक जीतने में नाकाम रहे। भारत की एक अन्य स्टार मीनाक्षी ने भी निराश किया और महिला एलीट वर्ग के व्यक्तिगत परसुइट वर्ग में तीन मिनट 50.223 सेकेंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। -
नयी दिल्ली। ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में कुओर्टेन खेलों में वर्ष का पहला खिताब जीतकर चोट की आशंका को दूर करते हुए कहा कि वह 30 जून से स्टॉकहोम में अपने डायमंड लीग सत्र को शुरू करने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। कुओर्टेन खेलों के दौरान शनिवार को 24 वर्षीय चोपड़ा अपने तीसरे प्रयास के बाद फिसल गये थे। बारिश के कारण गीले और फिसलन भरे रन अप में आयोजित की गयी भाला फेंक स्पर्धा के लिये परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी। चोपड़ा अपने तीसरे प्रयास में भाला फेंकने के बाद संतुलन खोकर नीचे गिर गये थे। चोपड़ा ने अपने पहले प्रयास में ही 86.69 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले त्रिनिदाद और टोबैगो के 2012 के ओलंपिक चैंपियन केशोर्न वालकॉट (86.64 मीटर) और ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (84.75 मीटर) की तरह केवल तीन प्रयास ही किये। चोपड़ा ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘‘मौसम के कारण परिस्थितियां मुश्किल थी लेकिन यहां कुओर्टेन में सत्र की अपनी पहली जीत से खुश हूं।'' उन्होंने कहा, "मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं और 30 जून को बौहौसगलान (स्टॉकहोम डायमंड लीग) में अपना डायमंड लीग सत्र शुरू करने के लिये तैयार हूं।'' चोपड़ा ने इससे पहले फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर के प्रयास के साथ रजत जीता था। कुओर्टेन में उनका थ्रो इससे कम था लेकिन स्वर्ण पदक जीतने से निश्चित रूप से उनका मनोबल बढ़ा होगा। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने भी कहा कि चोपड़ा पूरी तरह से फिट हैं।
एएफआई ने ट्वीट किया, ‘‘कुओर्टेन से खबर: तीसरे प्रयास में फिसलने के कारण गिरने के बावजूद नीरज चोपड़ा फिट हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। नीरज चोपड़ा को एक और शानदार प्रदर्शन के लिये बधाई।'' चोपड़ा ने तोक्यो ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के 10 महीने से भी अधिक समय बाद पावो नूरमी खेलों रजत पदक जीतकर शानदार वापसी की थी। -
नयी दिल्ली। महान लंबी कूद की खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज ने शनिवार को कहा कि सुपरस्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के तोक्यो खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक से भारत का खाता खोलने के बाद एथलेटिक्स में और ओलंपिक पदक जीतने के लिये देश में काफी प्रतिभायें हैं। विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की एकमात्र पदक विजेता भारतीय अंजू ने कहा कि एथलीट को सफलता हासिल करने के लिये उचित मार्गदर्शन की जरूरत है। 2003 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कांसा जीतने वाले इस भारतीय ने कहा, ‘‘भारतीय एथलीट ओलंपिक में तकनीकी स्पर्धाओं में अच्छे हैं लेकिन फर्राटा दौड़ और लंबी दूरी की दौड़ में पदक जीतने के लिये उन्हें उस स्तर तक पहुंचना बाकी है। '' अंजू ने टीवी9 के ‘वाट इंडिया थिंक्स टुडे' वैश्विक सम्मेलन में कहा, ‘‘हम एथलेटिक्स में और पदक जीत सकते हैं। हमें जमीनीं स्तर पर अच्छे कोचों और सुविधाओं की जरूरत है। खेलो इंडिया खेलों के जरिये हम प्रयास कर रहे हैं लेकिन इसमें समय लगेगा। '' उन्होंने कहा, ‘‘धीरे धीरे, हम बदलाव देखेंगे। चीजें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही हैं। ''
भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि भारत आगामी चार से आठ वर्षों में सभी वर्गों में स्वर्ण पदक के लिये चुनौती दे सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे हासिल करने के लिये अच्छी योजना और इसमें अमल में लाने की जरूरत है। पिछले आठ वर्षों में भारतीय खेलों ने काफी विकास किया है। सरकार ने जो ढांचे बनाये, उनसे नतीजा मिलना शुरू हो गया है। लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है। '' पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा कि देश को और अधिक पदक जीतने के लिये चीन की तरह व्यक्तिगत खेलों पर ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक में निशानेबाजी में सबसे ज्यादा पदक की संभावनायें हैं। बैडमिंटन, कुश्ती और तीरंदाजी में भी अपार संभावनायें हैं। -
लंदन,। चार बार की मेजर चैम्पियन नाओमी ओसाका ने शनिवार को पैर की समस्या के कारण विम्बलडन से हटने का फैसला किया। वह इस तरह लगातार दूसरे साल ग्रास कोर्ट ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में नहीं खेल पायेंगी।
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ने ग्रासकोर्ट पर ली हुई एक फोटो पोस्ट करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘मेरा पैर अब भी ठीक नहीं है इसलिये मैं आपसे अगले साल यहां मिलूंगी। '' -
नयी दिल्ली। ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने चार दिनों में दूसरी बार ग्रेनाडा के मौजूदा विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स को पछाड़कर फिनलैंड के कुओर्ताने खेलों में भालाफेंक स्पर्धा में शनिवार को सत्र का पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। चौबीस साल के नीरज ने 86.69 मीटर के प्रयास से यह पदक हासिल किया। उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यह दूरी हासिल की जबकि उनका दूसरा और तीसरा प्रयास फाउल हो गया। उन्होंने इसके बाद और थ्रो नहीं किया। त्रिनिदाद एवं टोबैगो के 2012 के ओलंपिक चैंपियन केशोर्न वालकॉट 86.64 मीटर के दूसरे स्थान पर रहे जबकि पीटर्स 84.75 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे। नीरज ने इससे पहले फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर के प्रयास के साथ रजत जीता था। इस जीत से 30 जून को स्टॉकहोम में होने वाली डायमंड लीग से पहले उनका आत्मविश्वास जरूर बढ़ेगा।
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बेंगलुरु। अनुभवी मिताली राज और झूलन गोस्वामी की गैरमौजूदगी में श्रीलंका दौरे पर जा रही भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का मानना है कि यह ‘टीम गठन' के लिए शानदार मौका होगा। भारत की सबसे सफल महिला बल्लेबाज मिताली ने हाल ही संन्यास की घोषणा की है जबकि तेज गेंदबाज झूलन का टीम में चयन नहीं हुआ है। हरमनप्रीत ने यहां ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम अपनी टीम पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं, हमारे पास बेहतरीन संयोजन हैं। हम पहली बार सीनियर खिलाड़ियों के बिना जा रहे है, ऐसे में यह हमारे लिए नयी शुरुआत करने के नजरिये से एक अच्छा दौरा है। हम सभी के लिए टीम के गठन का यह एक बड़ा मौका है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिए यह एक अच्छा मौका है जहां आप एक अच्छी टीम बना सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि श्रीलंका हमारे लिए आसान दौरा होगा।'‘ पिछले काफी समय से टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम का नेतृत्व कर रही हरमनप्रीत को एकदिवसीय टीम की जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने टीम में युवा खिलाड़ियों को अवसर देने पर जोर दिया।
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ हम युवा खिलाड़ियों को मौका देंगे जो अच्छा क्षेत्ररक्षण कर सकें और 10 ओवर की गेंदबाजी में लगातार विकेट निकालने की कोशिश में रहे। हम छोटी-छोटी चीजें करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में इन चीजों पर काम किया है और हमारे पास एक दृष्टिकोण है, हम उसे मैदान पर उतारने की कोशिश करेंगे।'' भारत 23 जून से शुरू होने वाले इस दौरे पर तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 मैच खेलेगा।
इस मौके पर हरमनप्रीत से जब पूछा गया कि टीम में मिताली की जगह कौन लेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी जानते हैं, उसने (मिताली) महिला क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा किया है और मुझे नहीं लगता कि कोई भी इस जगह को भर सकता है। अगर आप मिताली दी के बारे में बात करते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी है जो उनकी जगह ले सकता है।'' उन्होंने कहा कि टीम इस दौरे पर एकदिवसीय मैचों में 300 रन बनाने की कोशिश करेगी।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमने विश्व कप में ऐसा करने की योजना बनायी थी लेकिन हम वहां 270, 280 के स्कोर तक पहुंच सके थे। लेकिन इस दौरे पर हमारी कोशिश 300 से अधिक रन बनाने की होगी। - नयी दिल्ली. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने गुरुवार को राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारत की 37 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम की घोषणा की जिसकी अगुआई ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा करेंगे। चयन समिति ने उम्मीद के मुताबिक खिलाड़ियों का चयन किया है और किसी भी हैरान करने वाले नाम को टीम में जगह नहीं मिली है। एएफआई की चयन समिति द्वारा चुनी गई 37 सदस्यीय टीम में 18 महिला खिलाड़ी हैं जिसमें स्टार धाविकाएं हिमा दास और दुती चंद भी शामिल हैं जिन्हें महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम में जगह दी गई है। चयनकर्ताओं ने पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम का भी चयन किया है।एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने कहा कि विदेश में प्रतिस्पर्धा पेश कर रहे खिलाड़ियों और जिन खिलाड़ियों को फॉर्म और फिटनेस साबित करने को कहा गया है उनके अलावा टीम में चुने गए सभी खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों से पहले अमेरिका के चुला विस्टा में ट्रेनिंग करेंगे और उनके वीजा का इंतजार है। सुमारिवाला ने कहा, ‘‘उम्मीद करते हैं कि हम पिछली बार से अधिक पदक जीत पाएंगे।''भारत के ट्रैंक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण (नीरज चोपड़ा), एक रजत (सीमा पूनिया) और एक कांस्य पदक (नवजीत कौर ढिल्लों) जीता था। हाल में आठवीं बार अपना 3000 मीटर स्टीपलचेज राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाले अविनाश साब्ले और पिछले महीने दो बार 100 मीटर का अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाली ज्योति याराजी को भी टीम में जगह मिली है। चेन्नई में हाल में राष्ट्रीय अंतर राज्यीय चैंपियनशिप में 14.14 मीटर के प्रयास के साथ त्रिकूद में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाली ऐश्वर्या बाबू भी टीम का हिस्सा हैं। दो सौ मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अमलान बोरगोहेन टीम में जगह नहीं बना पाए क्योंकि वह एएफआई द्वारा तय राष्ट्रमंडल खेलों का क्वालीफाइंग स्तर हासिल नहीं कर पाए। चुने गए कुछ खिलाड़ियों को हालांकि बर्मिंघम खेलों से पहले अपनी फॉर्म और फिटनेस हासिल करनी होगी।चक्का फेंक की अनुभवी खिलाड़ी सीमा पूनिया को अतीत में उनके प्रदर्शन को देखते हुए पांचवीं बार राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने का मौका दिया गया है। उन्हें हालांकि अमेरिका में प्रतियोगिता के दौरान एएफआई द्वारा तय क्वालीफाइंग स्तर हासिल करना होगा। पूनिया ने अब तक चारों बार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीते हैं।सुमारिवाला ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों में सीमा पूनिया का प्रतिनिधित्व पूरी तरह से अमेरिका के उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘अतीत में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में उसके प्रदर्शन को देखते हुए हमने उन्हें अमेरिका में ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा पेश करने की स्वीकृति दी है।'' पूनिया ने 10 से 14 जून तक राष्ट्रीय अंतर राज्यीय सीनियर चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लिया था जो राष्ट्रमंडल खेलों में चयन के लिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता थी। बर्मिंघम खेलों के लिए पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में तीन भारतीय हिस्सा लेंगे। इस स्पर्धा में चोपड़ा के साथ डीपी मनु और रोहित यादव भारत की ओर से चुनौती पेश करेंगे। पुरुष त्रिकूद के लिए अब्दुल्ला अबुबाकर, प्रवीण चित्रावेल और एल्दोसे पॉल को टीम में जगह मिली है। सुमारिवाला ने कहा, ‘‘हम भारतीय ओलंपिक संघ से आग्रह कर रहे हैं कि हमारे कोटा में एक का इजाफा किया जाए और कुछ एथलीट को मान्यता कार्ड दिलाने में मदद की जाए। हमने कुछ ऐसे खिलाड़ियों को भी शामिल किया है जिन्हें खेलों से पहले अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करनी होगी।'' एएफआई को 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले खेलों के लिए भारतीय टीम में 36 कोटा स्थान दिए गए हैं।गोला फेंक के खिलाड़ी तेजिंदरपाल सिंह तूर को कजाखस्तान में अच्छा प्रदर्शन करना होगा जबकि चार गुणा 400 मीटर रिले टीम में अमोज जैकब को अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित करनी होगी। अंतर राज्यीय चैंपियनशिप में भारत ए टीम की ओर से अंतिम चरण में दौड़ते हुए जैकब की पैर की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। सुमारिवाला ने बताया कि चक्का फेंक की नवजीत कौर ढिल्लों और सीमा अंतिल पूनिया के अलावा तार गोला फेंक की सरिता सिंह को कजाखस्तान या कैलीफोर्निया में अच्छा प्रदर्शन करना होगा जबकि पैदल चाल की खिलाड़ी भावना जाट को अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। राष्ट्रीय अंतर राज्यीय चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेने और इसमें हिस्सा लेने से छूट नहीं मांगने के कारण ऊंची कूद में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक तेजस्विन शंकर को टीम में जगह नहीं मिली है। सुमारिवाला ने कहा, ‘‘सिर्फ तीन खिलाड़ियों नीरज चोपड़ा, अविनाश साब्ले और सीमा पूनिया ने राष्ट्रीय अंतर राज्यीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से छूट मांगी थी। शंकर राष्ट्रीय अंतर राज्यीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने नहीं आए और ना ही उन्होंने इसमें हिस्सा लेने से छूट मांगी।'' सुमारिवाला ने कहा कि निरंतरता की कमी के कारण लंबी कूद के जेस्विन एल्ड्रिन को टीम में जगह नहीं दी गई। एल्ड्रिन ने अप्रैल में फेडरेशन कप में हवा की मदद के बीच 8.37 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था। टीम इस प्रकार है:पुरुष: अविनाश साब्ले (3000 मीटर स्टीपलचेज), नितेंदर रावत (मैराथन), एम श्रीशंकर और मोहम्मद अनीस याहिया (लंबी कूद), अब्दुल्ला अबुबाकर, प्रवीण चित्रावेल और एल्दोसे पॉल (त्रिकूद), तेजिंदरपाल सिंह तूर (गोला फेंक); नीरज चोपड़ा, डीपी मनु और रोहित यादव (भाला फेंक), संदीप कुमार और अमित खत्री (पैदल चाल); अमोज जैकब, नोह निर्मल टॉम, अरोकिया राजीव, मोहम्मद अजमल, नागनाथन पांडी और राजेश रमेश (चार गुणा 400 मीटर रिले)। महिला: एस धनलक्ष्मी (100 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले), ज्योति याराजी (100 मीटर बाधा दौड़), ऐश्वर्या बी (लंबी कूद और त्रिकूद) और एंसी सोजन (लंबी कूद), मनप्रीत कौर (गोला फेंक), नवजीत कौर ढिल्लों और सीमा अंतिल पूनिया (चक्का फेंक), अन्नु रानी और शिल्पा रानी (भाला फेंक), मंजू बाला सिंह और सरिता रोमित सिंह (तार गोला फेंक), भावना जाट और प्रियंका गोस्वामी (पैदल चाल), हिमा दास, दुती चंद, श्रावणी नंदा, एमवी जिलाना और एनएस सिमी (चार गुणा 100 मीटर रिले)।
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वेटलिफ्टिंग के राष्ट्रीय क्षतिज पर छत्तीसगढ़ हुआ गौरवान्वित
जूनियर वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर बनी देश की नंबर वन वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री पटेल ने दी बधाई
रायपुर/हिमाचल प्रदेश में चल रहे वेटलिफ्टिंग रैंकिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजनांदगांव की वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ने फिर से सोना और चांदी जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री श्री उमेश पटेल, राजनांदगांव कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए ज्ञानेश्वरी यादव को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। गौरतलब है कि वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग 49 किलोग्राम में ज्ञानेश्वरी ने गोल्ड मेडल जीतकर देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गई हैं। ज्ञानेश्वरी ने सीनियर वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया है। इस वर्ग में उन्होंने देश की नंबर वन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू से मुकाबला किया था और सिल्वर मेडल पदक प्राप्त किया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किलोग्राम वजन उठाकर अपने पुराने रिकार्ड को ब्रेक करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था। ज्ञानेश्वरी ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में 01-10 मई तक आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चौंपियनशिप में 49 किलो वर्ग के स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में 156 किलोग्राम वजन उठाकर तीन सिल्वर मेडल जीतकर छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गई हैं, जिन्होंने विदेशी धरती पर जूनियर वर्ल्ड चौंपियनशिप में सिल्वर मेडल का खिताब हासिल किया है। -
नयी दिल्ली | भारतीय पैरालिफ्टर परमजीत कुमार और मनप्रीत कौर ने दक्षिण कोरिया में चल रही 2022 एशिया ओशियाना ओपन चैम्पियनशिप में अपने अपने वर्ग में कांस्य पदक जीते । कुमार ने अपने तीसरे प्रयास में 163 किलो वजन उठाकर पुरूषों के 49 किलो ओपन फाइनल में कांस्य पदक हासिल किया । वह जोर्डन के उमर करादा और वियतनाम के ली वान कोंग से पीछे रहे । मनप्रीत ने महिलाओं के 41 किलोवर्ग में 88 किलो वजन उठाकर कांस्य पदक जीता । तोक्यो पैरालम्पिक की चैम्पियन गुओ लिंगलिंग और रजत पदक विजेता नि एन विडियासिह ने पहला और दूसरा स्थान हासिल किया ।
- जकार्ता,। ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू मंगलवार को यहां चीन की ही बिंग जियाओ से सीधे गेम में हारकर इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन प्रतियोगिता के पहले दौर से बाहर हो गईं।सातवीं वरीयता प्राप्त सिंधू को महिला एकल में बिंग जियाओ से 14-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत से बिंग जियाओ का सिंधू के खिलाफ रिकॉर्ड 10-8 हो गया है।पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू इस सत्र में केवल दो खिताब ही जीत पायी है। इस हार से उनकी अगले महीने होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों पर असर पड़ेगा।बी साई प्रणीत भी पुरुष एकल में डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगस से 16-21, 19-21 से हार गए।ईशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो की मिश्रित युगल जोड़ी को भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा। यह भारतीय जोड़ी हांगकांग की चांग टाक चिंग और एनजी विंग युंग होंग की जोड़ी से केवल 32 मिनट में 14-21, 11-21 से हारकर बाहर हो गई।सिंधू ने बिंग जियाओ के खिलाफ धीमी शुरुआत की। चीनी खिलाड़ी ने जल्द ही 9-2 से बढ़त हासिल कर ली और ब्रेक तक वह 11-4 से आगे थी। सिंधू ने इसके बाद लगातार चार अंक बनाये लेकिन बिंग जियाओ ने आगे उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया।बिंग जियाओ ने दूसरे गेम में भी 5-1 की बढ़त हासिल की। सिंधू ने मुकाबला करीबी बनाने की कोशिश की लेकिन वह चीनी खिलाड़ी को जीत से नहीं रोक पाई।
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दुबई। श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज और पाकिस्तान की स्पिनर तुबा हसन को मई महीने के लिये आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना गया । मैथ्यूज ने बांग्लादेश के खिलाफ आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन करते हुए 344 रन बनाये । जनवरी 2021 में इन पुरस्कारों की शुरूआत के बाद मैथ्यूज इसे पाने वाले पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं । उन्होंने श्रीलंका के असित फर्नांडो और बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम को पछाड़ा । मैथ्यूज ने कहा ,‘‘यह पुरस्कार पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं । मैं असिथ फर्नांडो और मुशफिकुर रहीम को बधाई देन चाहता हूं जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया ।'' वहीं हसन ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में शानदार गेंदबाजी की । उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में ‘प्लेयर ऑफ द सीरिज' का पुरस्कार जीता । कराची में अपने पहले मैच में उन्होंने आठ रन देकर तीन विकेट लिये । पुरस्कार की दौड़ में उन्होंने पाकिस्तान की बिसमाह मारूफ और जर्सी की ट्रिनिटी स्मिथ को पछाड़ा ।