छत्तीसगढ़ में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में संभावनाएं, विषय पर पी एच डी चैम्बर का वेबिनार संपन्न
रायपुर। पी एच डी चेम्बर छत्तीसगढ़ चैप्टर तथा सी एस आई डी सी, के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ राज्य में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में संभावनाएं विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।
छत्तीसगढ़ शासन की ओर से पी अरुण प्रसाद, प्रबंध संचालक, सीएसआईडीसी द्वारा राज्य सरकार खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों तथा योजनाओं को पॉवर पॉइन्ट प्रेजेंटेशन द्वारा विस्तृत रूप से साझा किया। श्री प्रसाद में अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य है जहां गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने तथा राज्य में पूरी तरह ऑर्गनिक उत्पादन की दिशा में कार्य कर रही है।
वहीं गोविंदराम चौधरी, उपाध्यक्ष एग्री बिजनेस एवं फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसी भी उद्योग को स्थापित होने जो सहायता चाहिए वह सभी सुविधाएं छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दी जा रही हैं, अत: सभी निवेशकों के लिए जो कि छत्तीसगढ़ में निवेश करना चाहते हैं यह एक सुनहरा अवसर है। श्री चौधरी ने पी एच चेम्बर और छत्तीसगढ़ शासन विशेषकर छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
वेबिनार में एस एस बजाज, अतिरिक्त प्रबंध संचालक लघु वनोपज की ओर से बताया गया कि राज्य में लॉक डाउन अवधि में भी 5 हजार स्वसहायता समूहों के माध्यम से रिकॉर्ड खरीदी की गई। उन्होंने राज्य में काजू , तेन्दु, जाम, आम तथा विभिन्न वनोपजों के प्रसंस्करण तथा मूल्य संवर्धन की संभावनाओं तथा अवसरों को विस्तार से बताया। श्री बजाज ने बताया कि राज्य में हर्बल तथा प्रसंस्कृत वनोपजों की बिक्री संजीवनी विक्रय केंद्र के माध्यम से हो रही है तथा महुआ बीज से स्व सहायता समूहों द्वारा हर्बल उत्पाद निर्माण किया जा रहा है।
वेबिनार में कोरिया के उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि सेनचेंग हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि बहुत सी कोरियन कम्पनियां हैं जो उचित योजना और मार्केटिंग सपोर्ट मिलने पर छत्तीसगढ़ में निवेश करना चाहेंगे, उन्होंने आयोजन के लिए पी एच डी चैम्बर तथा छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद दिया।
वहीं मनोज कुमार पिंगुआ, प्रिंसिपल सेक्रेटरी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री छत्तीसगढ़ शासन ने अपने उद्बोधन में सबसे पहले कहा कि पी एच डी चैम्बर तथा छत्तीसगढ़ सरकार का बहुत पुराना साथ है, उन्होंने लम्बे समय बाद हुए इस आयोजन के लिए पी एच डी चैम्बर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला तथा बताया कि राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है। उन्होंने राज्य में हार्टिकल्चर के अंतर्गत फलों, सब्जियों तथा मसालों के उत्पादन तथा उनके प्रसंस्करण की अपार संभावनाओं का जिक्र करते हुए सभी निवेशकों से राज्य की संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम के अंत में अरुण प्रसाद ने प्रतिभागियों के सवाल का जवाब दिया तथा सभी के प्रश्नों का ईमेल के माध्यम से विस्तारपूर्वक जवाब भेजने हेतु आश्वस्त किया। पी एच डी चैम्बर छत्तीसगढ़ चेप्टर के अध्यक्ष शशांक रस्तोगी ने आज के विशिष्ट अतिथियों, मनोज कुमार पिंगुआ, पी अरुण प्रसाद एवं एस एस बजाज का परिचय सभी प्रतिभागियों के मध्य कराया।
वेबिनार के अंत में पी एच डी चैम्बर के रंजीत मेहता तथा योगेश श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन गुंजन गोयला द्वारा किया गया।
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