मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा-दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद अनुमान से अधिक, कृषि क्षेत्र में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज
नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार के.वी.सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को कहा कि भारत का 2020-21 की दूसरी तिमाही का सकल घरेलू उत्पाद पहली तिमाही के मुकाबले काफी उत्साहवर्धक रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में 0.6 प्रतिशत की विकास दर दर्ज की गई है। उपयोगिता क्षेत्र में 4.4. प्रतिशत और कृषि क्षेत्र में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। श्री सुब्रहमण्यन ने कहा कि अर्थव्यवस्था कुल मिलाकर सुधार की ओर अग्रसर है।
भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 2020-21 की दूसरी तिमाही के दौरान जुलाई से सितम्बर की अवधि के दौरान साढ़े 7 प्रतिशत की कमी आई। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सकल मूल्य सम्वर्धन ऋणात्मक स्तर पर 7 प्रतिशत गिर गया था। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि नियत मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद 2020-21 की दूसरी तिमाही में 33.14 लाख करोड़ होने का अनुमान लगाया गया, जबकि 2019-20 की दूसरी तिमाही में यह 35 लाख 84 करोड़ रुपये था।
मंत्रालय के अनुसार आर्थिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने से कुछ क्षेत्रों में तेजी आई है। बिजली, गैस, जल आपूर्ति और उपयोगिता क्षेत्र की अन्य सेवाओं में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। कृषि, वानिकी और मछली पकडऩे जैसे क्षेत्रों में 3.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि विनिर्माण क्षेत्र में 0.6 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
2020-21 में अप्रैल से जून तक की तिमाही में कृषि क्षेत्र ने तीन दशमलव चार प्रतिशत की विकास दर हासिल कर सकल घरेलू उत्पाद की दर को पीछे छोड़ दिया। छह वर्षों बाद देश में मॉनसून की वर्षा के अनुकूल रहने से खरीफ की भरपूर फसल हुई, जिससे कोविड महामारी के प्रकोप के बावजूद कृषि क्षेत्र ने बेहतर प्रदर्शन किया।
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