कभी पतली आवाज के कारण रिजेक्ट हो जाती थीं लता मंगेशकर, आज भी रिलीज नहीं हुआ उनका पहला गाना
मुंबई। अपनी आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का 6 फरवरी, 2022 को निधन हो गया है। उनके तमाम चाहने वालों को गहरा सदमा लगा है। लता मंगेशकर ने दुनिया को अलविदा जरूर कह दिया है लकिन उनके गाए गए गाने हमेशा अमर रहेंगे। अपनी सुरीली आवाज से लोगों का ध्यान खींचने वालीं लता मंगेशकर को फिल्म इंडस्ट्री ने रिजेक्ट भी किया था।
बताया जाता है कि लता मंगेशकर ने जब फिल्म इंडस्ट्री में प्लेबैक सिंगर के तौर पर एंट्री की तो वह रिजेक्ट हो गई थीं क्योंकि उस समय नूरजहां और शमशाद बेगम जैसे गायकों का युग चल रहा था। इन लोगों की भारी आवाज के सामने लता मंगेशकर की पतली आवाज की नहीं चली। लता मंगेशकर को कहा गया था कि उनकी पतली आवाज हिरोइन पर शूट नहीं करेगी।
लता मंगेशकर ने साल 1938 में 9 साल की उम्र में शोलापुर के नूतन थिएटर में पहली बार पब्लिक के सामने गाया था। साल 1942 में 13 साल की उम्र में पिता के निधन से उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। इसके बाद उन्होंने साल 1942-1948 तक आठ से अधिक फिल्मों में एक्टिंग की। लता मंगेशकर ने अपना पहला गाना साल 1942 में मराठी फिल्म 'किटी हसाल' के लिए रिकॉर्ड किया था, लेकिन वह कभी रिलीज नहीं हुआ। दरअसल, इस गाने को फाइनल कट में हटा दिया गया था। इसके बाद उन्होंने साल 1949 में फिल्म 'महल' के लिए 'आनेवाला आएगा' गाया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
गौरलतब है कि लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर थिएटर में एक्टर और क्लासिकल सिंगर थे। इस तरह से उन्हें संगीत विरासत में मिला है। लता मंगेशकर का रूझान संगीत की तरफ हुआ और उन्होंने 5 साल की उम्र से गाना शुरू कर दिया था। लता मंगेशकर ने अपनी 70 साल से ज्यादा गायकी में 36 भाषाओं की फिल्मों में गाने गाए हैं।
---
Leave A Comment