-माई री मैं का से कहूं पीर अपने जिया की........72 साल की हुई अभिनेत्री रेहाना सुल्तान... गुमनाम हो गई जिदंगी
-बालोद से प्रकाश उपाध्याय
फिल्म इंडस्ट्री में रोज नए-नए कलाकार आते हैं, कुछ ही सफलता के शिखर पर पहुंच पाते हैं और कुछ दो- चार फिल्में करने के बाद गुमनामी के अंधेरों में खो जाते हैं। रेहाना सुल्तान एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें पहली ही फिल्म से जबरदस्त लोकप्रियता मिली, लेकिन आज वे गुमनामी की जिंदगी जी रही हैं। डायरेक्टर बीआर इशारा की फिल्म 'चेतना' (1970) में छोटी उम्र की बोल्ड रोल कर चर्चा में आर्ईं एक्ट्रेस रेहाना सुल्तान आज 72 साल की हो गई हैं।
आज भी जब संगीतकार मदन मोहन का वो गीत सुनाई देता है- माई री मैं का से कहूं पीर.. तो इस गीत को परदे पर साकार करने वाली अभिनेत्री रेहाना सुल्तान की भी याद ताजा हो जाती है। फिल्म दस्तक के इस गीत ने रेहाना सुल्तान को भी अमर बना दिया।
फिल्मों में कई बोल्ड सीन्स देकर चमकी रेहाना सुल्तान ने अपनी इमेज को लेकर कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि उस वक्त मैं फिल्मों में महज एक 'टाइप्ड' एक्ट्रेस बनकर रह गई थी। डायरेक्टर मुझे बोल्ड सीन वाले रोल ही देते थे। मुझे इनसे चिढ़ होने लगी थी।
रेहाना ने 34 साल की उम्र में खुद से 16 साल बड़े फिल्म डायरेक्टर बीआर इशारा से 1984 में शादी की। रेहाना के पति बी.आर. इशारा 2012 में इस दुनिया से चले गए थे। आखिरी दिनों में इशारा ने फिल्में बनाना भी छोड़ दिया था। फिल्म डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने रेहाना को फिल्म 'इनकार'(2013) में एक रोल दिया था। फिल्म में लीड रोल में अर्जुन रामपाल और चित्रांगदा सिंह थे। उसके बाद से रेहाना परदे से गायब ही हो गईं और आज उनकी खोज खबर लेने वाला भी कोई नहीं है।
19 नवंबर, 1950 को इलाहाबाद में जन्मीं रेहाना को एक्टिंग डिग्री मिलने के बाद विश्वनाथ अयंगर की डिप्लोमा फिल्म 'शादी की पहली सालगिरह' में काम करने का मौका मिला। इसके बाद डायरेक्टर राजिंदर सिंह बेदी ने 1970 में उन्हें फिल्म 'दस्तक' में रोल दिया। रेहाना को फिल्म 'दस्तक' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस कैटेगरी में नेशनल अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद रेहाना ने कुछ और फिल्में कीं, जिनमें 'हार-जीत' (1972), 'प्रेम पर्वत' (1973) और 'किस्सा कुर्सी का' (1977) जैसी फिल्में शामिल हैं।
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