IFFI का 56वां संस्करण 20 से 28 नवंबर तक गोवा में किया जाएगा आयोजित
नई दिल्ली। 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (56th International Film Festival of India), गोवा के लिए संचालन समिति की पहली बैठक शुक्रवार को मुंबई स्थित राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) मुख्यालय में आयोजित की गई। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में IFFI 2025 के लिए कार्यनीतिक योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें प्रोग्रामिंग, आउटरीच, प्रतिभाओं को जोड़ने और महोत्सव की समावेशिता, वैश्विक स्थिति और जन सहभागिता को बढ़ाने के उद्देश्य से नवोन्मेषी पहलों पर विस्तृत चर्चा हुई। आईएफएफआई का 56वां संस्करण 20 से 28 नवंबर, 2025 तक गोवा में आयोजित किया जाएगा।
ह महोत्सव क्यूरेटेड मास्टरक्लास, उद्योग कार्यशालाओं और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र फिल्म निर्माताओं और युवा कंटेंट क्रिएटर्स के लिए नए अवसर सामने लाएगा, जो नई प्रतिभाओं को वैश्विक मार्गदर्शकों से जोड़ेंगे। बैठक में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, महोत्सव निदेशक शेखर कपूर, एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक प्रकाश मगदुम, गोवा सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और एनएफडीसी के वरिष्ठ अधिकारी तथा भारतीय एवं वैश्विक फिल्म उद्योग से जुड़े संचालन समिति के सदस्यों के एक प्रतिष्ठित पैनल ने भाग लिया।
आईएफएफआई के साथ-साथ हाल ही में फिर से ब्रांड किए गए दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाज़ार और भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म पहुंच के एक महत्वपूर्ण घटक- वेव्स फिल्म बाज़ार का भी आयोजन हो रहा है। फिल्म बाज़ार के वेव्स फिल्म बाज़ार के रूप में पुनः ब्रांडिंग पर संचालन समिति द्वारा चर्चा की गई और उसे अनुमोदित किया गया। यह भारत को कंटेंट, सृजनशीलता और सह-निर्माण के एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की एक व्यापक रणनीतिक दृष्टि का हिस्सा है।
आपको बता दें, महोत्सव के डिज़ाइन में अधिक समावेशिता और रचनात्मक अंतर्दृष्टि को बढ़ावा देने के लिए, संचालन समिति का उल्लेखनीय रूप से विस्तार किया गया है—सदस्यों की संख्या 16 से बढ़ाकर 31 कर दी गई है, जो इसे अधिक विविध और उद्योग का एक प्रतिनिधि निकाय बनाता है। समिति में अनुपम खेर, गुनीत मोंगा कपूर, सुहासिनी मणिरत्नम, खुशबू सुंदर, पंकज पाराशर और प्रसून जोशी जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जो सिनेमा, प्रोडक्शन, मीडिया और सांस्कृतिक क्षेत्रों के विख्यात विशेषज्ञ हैं
IFFI 2025 रचनात्मक अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में स्टार्टअप्स की सहायता करने और एकल-खिड़की सुविधा एवं प्रोत्साहन-आधारित नीतियों के माध्यम से ग्लोबल प्रोडक्शनों को भारत में शूटिंग के लिए प्रोत्साहित करने के भारत के व्यापक विजन के अनुरूप है। अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों, समावेशी दृष्टिकोण और सिनेमाई उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, आईएफएफआई का 56 वां संस्करण एक ऐतिहासिक महोत्सव- एक ऐसा उत्सव जो एक जुड़ी हुई, रचनात्मक और सहयोगात्मक विश्व में सिनेमा के उभरते अर्थ को दर्शाता है-
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