कनाडा में सड़क हादसे में पांच भारतीय छात्रों की मौत
टोरंटो। कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच भारतीय छात्रों की मौत हो गई। यह इस देश में गत जनवरी से भारतीयों से संबंधित दूसरा बड़ा हादसा है। ‘द कैनेडियन प्रेस' की खबर के अनुसार, यह हादसा सदर्न ओंटारियो के क्विंटे वेस्ट शहर में राजमार्ग 401 पर एक यात्री वैन और ट्रैक्टर-ट्रेलर के बीच शनिवार को टक्कर होने के कारण हुआ। क्विंटे वेस्ट में ओंटारियो प्रांतीय पुलिस ने एक बयान में बताया कि हरप्रीत सिंह (24), जसपिंदर सिंह (21), करणपाल सिंह (21), मोहित चौहान (23) और पवन कुमार (23) को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि ये सभी ग्रेटर टोरंटो और मॉन्ट्रियल इलाके में छात्र थे। कनाडा में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने इस घटना को ‘‘हृदयविदारक त्रासदी'' करार दिया और कहा कि टोरंटो में भारतीय मिशन आवश्यक सहायता के लिए पीड़ितों के मित्रों के संपर्क में है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कनाडा में दिल दहला देने वाली त्रासदी। टोरंटो के पास शनिवार को एक वाहन दुर्घटना में पांच भारतीय छात्रों की मौत हो गई। दो अन्य अस्पताल में हैं। पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। हर प्रकार की सहायता मुहैया कराने के लिए हम पीड़ितों के दोस्तों के संपर्क में हैं।'' प्राप्त खबरों के अनुसार, छात्र शनिवार तड़के राजमार्ग 401 पर यात्री वैन से पश्चिम की ओर जा रहे थे, तभी तड़के करीब पौने चार बजे (स्थानीय समयानुसार) उनका वाहन एक ट्रैक्टर-ट्रेलर से टकरा गया। पुलिस ने बताया कि गंभीर रूप से घायल दो अन्य यात्रियों को एक निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि हादसे की जांच जारी है, बहरहाल अभी तक कोई आरोप नहीं लगाये गए हैं। ‘सीटीवी न्यूज' के अनुसार इस दुर्घटना में ट्रैक्टर-ट्रेलर का चालक घायल नहीं हुआ है।
खबर में कहा गया है कि दुर्घटना के बाद, राजमार्ग के पश्चिम की ओर जाने वाली सड़कों को वॉलब्रिज लॉयलिस्ट रोड और ग्लेन मिलर रोड के बीच जांच के लिए लगभग 10 घंटे तक बंद कर दिया गया था। इस बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को पांच भारतीय छात्रों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘कनाडा में 5 भारतीय छात्रों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं। उनके परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के ठीक होने के लिए प्रार्थना करता हूं। टोरंटो स्थित भारतीय मिशन सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा।'' कनाडा में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए हर साल हजारों भारतीय छात्र यहां आते हैं।
‘कैनेडियन ब्यूरो फॉर इंटरनेशनल एजुकेशन' के हवाले से पिछले साल प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया था कि कनाडा के विश्वविद्यालयों में 2016 में 76,075 भारतीय छात्र पढ़ रहे थे और यह संख्या 2018 में बढ़कर 1,72,625 हो गई। पिछले तीन महीने में कनाडा में भारतीय नागरिकों के त्रासदीपूर्ण घटना का शिकार होने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले, जनवरी में कनाडा-अमेरिका सीमा के पास मैनिटोबा में एक शिशु सहित चार भारतीय मृत पाए गए थे। कनाडा के अधिकारियों के अनुसार, गुजरात के परिवार की अत्यधिक ठंड के कारण मौत हो गई थी।
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