अगले वित्त वर्ष में टीकाकरण पर 5 हजार करोड़ रुपये खर्च करेंगे, जरूरत होने पर और आवंटन : वित्त सचिव
नयी दिल्ली। सरकार अगले वित्त वर्ष (2022-23) में टीकाकरण पर 5,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह राशि 15 से 17 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड रोधी टीका लगाने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एहतियाती खुराक पर खर्च की जाएगी। वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने यह जानकारी दी है। सोमनाथन ने गुरुवार को कहा कि जरूरत होने पर टीकाकरण के लिए और राशि आवंटित की जाएगी।
सरकार ने पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में कोविड-रोधी टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। संशोधित अनुमानों में इस राशि को बढ़ाकर 39 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है। वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में टीकाकरण के लिए खर्च कम करने की वजह के बारे में सोमनाथ ने कहा कि पिछले बजट में खर्च पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण के लिए था। वही अगले वित्त वर्ष के लिए यह आवंटन 15 से 17 आयु वर्ग और वरिष्ठों को एहतियाती टीका लगाने के लिए है। उन्होंने कहा, ''पिछले वर्ष 100 प्रतिशत वयस्क आबादी के लिए टीकाकरण की दो खुराक का प्रावधान था। बजट में आवंटन राशि को स्वास्थ्य नीति के आधार पर किया जाता है।'' उन्होंने कहा, ''वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में यह आवंटन अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले कर्मचारियों, 60 वर्ष से ऊपर के लोगों और 15 से 17 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए है।'' सोमनाथन ने कहा, ''जैसे-जैसे नीतियां विकसित होंगी, बजट उसके अनुरूप होगा। लेकिन बजट नीति से पहले नहीं होगा।'' सचिव ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए स्वास्थ्य खर्च को बढ़ाकर 83 हजार करोड़ रुपये किया गया है। चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमान में स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च 82 हजार 931 करोड़ रुपये तय किया गया है। पहले इसके 71 हजार 269 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था।
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