ब्रिटेन में प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी का किया स्वागत, उन्हें वैश्विक और आध्यात्मिक अपील वाला दूरदर्शी व्यक्ति बताया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बुधवार को लंदन में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने स्वागत और अभिवादन किया। यहां के प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी की यात्रा पर गर्व और उत्साह व्यक्त किया है। उन्हें वैश्विक और आध्यात्मिक दोनों ही रूपों में प्रभावशाली दूरदर्शी नेता बताया है। कई लोगों को उम्मीद है कि यह यात्रा भारत-ब्रिटेन संबंधों को और मज़बूत करेगी, खासकर व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में।
पीएम मोदी यूनाइटेड किंगडम (यूके) की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए बुधवार को लंदन पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद, भारतीय प्रवासी समुदाय की सदस्य श्रेया पारीक ने कहा, “मैं यहां प्रधानमंत्री मोदी से मिलने आई थी। मुझे खुशी है कि मुझे यह अवसर मिला। मैं उन्हें ऑपरेशन सिंदूर और भारत के लिए उनके द्वारा किए जा रहे अन्य सभी कार्यों के लिए बधाई देना चाहती हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी से मिलने लंदन पहुंची प्रवासी सदस्य गायत्री लोखंडे ने कहा, “हम उनसे मिलने के लिए बहुत उत्साहित हैं। मैं उनसे ओडिशा में प्रवासी भारतीय कार्यक्रम के दौरान मिली थी। यह मेरा दूसरा मौका होगा। मैं ‘भारत को जानिए’ क्विज़ की विजेता के रूप में यहां आई हूं। हम प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ होने वाले व्यापार समझौते का इंतज़ार कर रहे हैं।”
कई लोगों के लिए, भारत से जुड़ाव पीढ़ियों से मज़बूत बना हुआ है। ब्रिटेन में जन्मी और पली-बढ़ी एक युवा प्रवासी सदस्य, अनघा ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार पर उनके प्रभाव के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म और पालन-पोषण यूके में हुआ है। मेरे माता-पिता महाराष्ट्र से हैं। मैं अपने दादा-दादी और गाँवों और शहरों में रहने वाले अपने बड़े परिवार से प्रधानमंत्री मोदी के बारे में सकारात्मक बातें सुनती रही हूं। मैं उनसे मिलने के लिए बहुत उत्साहित हूं। भारत विश्व स्तर पर अग्रणी है। प्रधानमंत्री मोदी को व्यक्तिगत रूप से देखने से बेहतर कोई समय नहीं हो सकता।”
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद, भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य भव्य ने कहा, “प्रधानमंत्री ने मुझसे हाथ मिलाया और मुझे ‘आशीर्वाद’ दिया। यह अब तक का सबसे अच्छा एहसास था।”ब्रिटेन में लगभग 1.8 मिलियन प्रवासी भारतीय हैं। इन लोगों ने ना केवल दोनों देशों के बीच मैत्री के बंधन को मजबूत करने में योगदान दिया है, बल्कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था और समाज में भी अत्यंत मूल्यवान योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा का न केवल भारतीय समुदाय द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है, बल्कि इसका कूटनीतिक महत्व भी है। पीएम मोदी की दो देशों की यात्रा का यह पहला चरण है। दोनों देश एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करके द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर हो रही है और यह ब्रिटेन की उनकी चौथी यात्रा होगी। वह ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय से भी मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि लंदन पहुंच गया हूं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हमारे लोगों की समृद्धि, विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना होगा। वैश्विक प्रगति के लिए भारत-ब्रिटिश मैत्री एक मजबूत मित्रता है।
इससे पहले, यात्रा से पहले जारी अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जिसने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है। हमारा सहयोग व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, नवाचार, रक्षा, शिक्षा, अनुसंधान, सतत विकास, स्वास्थ्य और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे कई क्षेत्रों में फैला हुआ है।” इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे और व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। वह क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
इसके बाद, दो देशों की राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी 25 और 26 जुलाई को मालदीव में रहेंगे। वह मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर इस दौरे पर जाएंगे। पीएम मोदी 26 जुलाई, 2025 को मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के समारोह में ‘मुख्य अतिथि’ होंगे।
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