उपराष्ट्रपति ने पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये
नई दिल्ली। आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है। इस अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मीडिया के दुरूपयोग पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि आजकल व्यापारिक समूह और राजनीतिक पार्टियां भी अपने समाचार पत्र और चैनल शुरू कर रही हैं। इनके माध्यम से वह अपने निहित स्वार्थों को और पत्रकारिता के सिद्धांतों के साथ समझौता कर रही हैं।
श्री नायडू ने कहा कि समाचारों को सनसनीखेज बनाना, समाचारों का पक्षपात पूर्ण कवरेज और पेड न्यूज़ आज मीडिया के सामने बड़ी चुनौती है।
गैर संचारी बीमारियों के खतरों की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि पत्रकारों को इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी बीमारियां हमारी पीढ़ी को खत्म कर रही हैं। उन्होंने कहा कि खराब जीवन शैली और खान-पान की गलत आदतें ऐसी बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि फेक न्यूज़ , पेड न्यूज़ से भी ज्यादा खतरनाक है और इससे कुशलतापूर्वक निपटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रेस की आजादी सशक्त लोकतंत्र के लिए आवश्यक है और सरकार प्रेस की पूरी स्वतंत्रता सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि मीडिया को आलोचना का अधिकार है, लेकिन इसे फेक न्यूज़ और झूठी तथा भ्रामक खबरें देने से बचना चाहिए।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि 1975 में आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने मीडिया की आज़ादी पर अंकुश लगा दिया था। श्री जावड़ेकर ने कहा कि मीडिया को जवाबदेह बनाए जाने की जरूरत है।
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