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महासमुन्द / केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989, साथ ही सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 06 दिसम्बर 2018 को जारी अधिसूचना तथा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में छत्तीसगढ़ राज्य में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत प्रत्येक मोटर वाहन पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में यह कार्य परिवहन विभाग द्वारा अधिकृत एजेंसी M/s Real Mazon India Ltd & Rosmerta Safety Systems Ltd के माध्यम से किया जा रहा है, जो राज्य के सभी परिवहन कार्यालयों में एचएसआरपी प्लेट लगाने का कार्य कर रही है।
इसी क्रम में, कलेक्टर महासमुन्द के निर्देश पर जिले में आमजन को जागरूक करने एवं सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से जिला परिवहन अधिकारी महासमुन्द द्वारा 29 एवं 30 मई 2025 को प्रातः 10ः00 बजे से सायं 5ः00 बजे तक जनपद कार्यालय पिथौरा में दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक वाहन स्वामी इस शिविर में उपस्थित होकर ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने सभी वाहन मालिकों से आग्रह किया है कि वे समय पर अपने वाहन पर एचएसआरपी प्लेट लगवाकर नियमों का पालन करें एवं कानूनी कार्रवाई से बचें। - दुर्ग, / सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा भारतीय थल सेना में अग्निवीर भर्ती हेतु 12 मार्च से 25 अप्रैल 2025 तक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किया गया था। सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा माह जून में उक्त अभ्यर्थियों के लिए ऑनलाइन परीक्षा (सीईई) लिया जाना संभावित है। उक्त वेबसाइट पर आवेदन करने वाले दुर्ग जिले के अभ्यर्थियों को जिला प्रशासन / जिला रोजगार कार्यालय दुर्ग द्वारा निःशुल्क कोचिंग प्रदान किया जायेगा। जो आवेदक निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग प्राप्त करना चाहते है वे 03 जून 2025 तक गुगल लिंक https://forms.gle/unLYSxK7VdKWTp4N9 के माध्यम से अथवा निम्न क्यूआर कोड स्केन कर आवेदन कर सकते है। आवेदक को सेना भर्ती कार्यालय द्वारा जारी पंजीयन क्रमांक उल्लेखित करना अनिवार्य होगा।
- -सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री-विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता की दी जानकारीबिलासपुर. । उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव आज "शक्ति संवाद - स्वच्छता से सशक्तीकरण की ओर" विषय पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर श्री पीयूष कांत भी कार्यशाला में शामिल हुए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को मास्टर ट्रेनर के रूप में यहां मिली जानकारी को राज्य के 10 हजार स्वच्छता दीदियों के साथ ही लाखों बहन-बेटियों तक पहुँचाना है, ताकि मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर जो झिझक बहनों में है, उसे दूर किया जा सके। उन्होंने सेनेटरी नेपकिन के उपयोग के बाद उसके सही निपटान की प्रक्रिया को भी ध्यान में रखने को कहा। श्री साव ने कहा कि 28 मई को पूरी दुनिया में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह न केवल महिलाओं के माहवारी स्वच्छता के अधिकार को उजागर करता है, बल्कि इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों, चुप्पियों और पर्यावरणीय चुनौतियों पर विचार करने का अवसर भी प्रदान करता है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा महिलाओं एवं लड़कियों को स्वच्छ व सुरक्षित माहौल प्रदान कर उनके अधिकारों की रक्षा करना है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालयों में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि ने महिलाओं और बालिकाओं के बेहतर मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं में योगदान दिया है। इस अभियान ने मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय ने कार्यशाला में कहा कि आज हम यहाँ एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर बात कर रहे हैं। आज का दिन न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा है, बल्कि समाज की सोच, जागरूकता और संवेदनशीलता से भी जुड़ा हुआ है। हर साल 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है, ताकि इस विषय पर खुलकर चर्चा हो और जागरूकता बढ़ाकर इससे जुड़ी भ्रांतियों, असहजता और चुप्पी को समाप्त किया जा सके। हमारे समाज में आज भी इस पर खुलकर बात नहीं की जाती।श्री पाण्डेय ने बताया कि आज सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर विभाग द्वारा प्रथम कार्यशाला आयोजित की गई है। आगे सभी नगरीय निकायों में भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता दीदियों को उनके स्वास्थ्य के विषय में जागरूक किया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित वातावरण में कार्य करते हुए प्रदेश की 10 हजार स्वच्छता दीदियों को मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें प्रशिक्षित कर सके।एम्स (AIIMS) के पूर्व निर्देशक पद्मश्री से सम्मानित डॉ. रणदीप गुलेरिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यशाला में मौजूद स्वच्छता दीदियों को माहवारी स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी की डॉ. आकांक्षा सिंह ने मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से स्वच्छता दीदियों को सेनेटरी पैड के निपटान और मासिक धर्म के दौरान जरूरी सावधानियों से अवगत कराया। यूनिसेफ के वॉश (Wash) विशेषज्ञ श्री आशीष कुमार ने निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतिकरण दिया।कार्यशाला में राज्य के एसएलआरएम सेंटर में कार्यरत स्वच्छता दीदियों को घरेलू हानिकारक अपशिष्टों के व्यवस्थित निपटान एवं एसएलआरएम सेंटर के जोखिम रहित संचालन के लिए प्रस्तुतिकरण दिया गया। डॉ. सबापथी एस. ने मासिक धर्म स्वच्छता संबंधित स्टार्ट-अप, 'समर्थन' संस्था की श्रीमती ऋतु वर्मा और श्री देवीदास ने मासिक धर्म स्वच्छता एवं निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतीकरण दिया। सूडा के अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी श्री दुष्यंत कुमार रायस्त सहित नगरीय प्रशासन विभाग एवं सूडा के अधिकारी भी कार्यशाला में मौजूद थे।
- -स्कूल एवं आंगनबाड़ी के सभी बच्चों का हो स्वास्थ्य परीक्षण-कॉल आते ही तुरंत पहुंचने चाहिए संजीवनी वाहन-मौसमी बीमारियों से निपटने कलेक्टर ने किया अलर्टबिलासपुर, /कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आंगनबाड़ी एवं स्कूल के सभी बच्चों का चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा इस योजना के तहत मेडिकल चेक-अप से छूटने नहीं चाहिए। पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 20 प्रतिशत बच्चे स्वास्थ्य परीक्षण से बच गये थे। कलेक्टर श्री अग्रवाल आज मंथन सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के काम-काज की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिरायु योजना के तहत रिफर किये गये बच्चों को राज्य सरकार द्वारा मुफ्त में आगे का इलाज किया जाता है। गत वर्ष लगभग साढ़े 3 हजार बच्चों की गंभीर बीमारी का इलाज किया गया है। बैठक में सीएमएचओ डॉ0 प्रमोद तिवारी, सिविल सर्जन डॉ0 अनिल गुप्ता, डीईओ डॉ0 अनिल तिवारी, डीपीओ सुरेश सिंह सहित सभी बीएमओ, डीपीएम एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी इस अवसर उपस्थित थे।कलेक्टर ने लगभग 4 घण्टे तक बैठक लेकर अस्पतालों के संचालन एवं विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। उन्होंने जानना चाहा कि कॉल आने के कितने समय बाद संजीवनी एवं महतारी एक्सप्रेस वाहने मरीजों तक पहुंचती है। उन्होंने कहा कि इसमें विलम्ब स्वीकार नहीं किया जायेगा। अभी दोनों योजना के तहत जिले में 18 वाहनें चल रहे हैं। विलम्ब अथवा कॉल अटेण्ड नहीं किये जाने पर निजी कम्पनी के लाईसेंस निरस्त कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजित पालक सम्मेलन में एनीमिया जांच भी किया जाये। उन्होंने आयुष्मान कार्ड की पहुंच बढ़ाने की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज के युवाओं को कार्ड बनाने में सहभागी बनाया जाये। जिले के सभी 42 कॉलेजों में इसके लिए शिविर लगाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवा टेक्नों फ्रेण्डली होते हैं। एक युवा अपना कार्ड बनाने के साथ-साथ माहौल बनाने में मददगार होते हैं। प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गो के कार्ड निर्माण की प्रगति पर भी असंतोष जाहिर किया।कलेक्टर ने कहा कि आयुष्मान कार्ड से सरकारी अस्पताल में इलाज किये जाने से अस्पताल सहित डॉक्टरों और स्टाफ को भी फायदा है। इसलिए विनम्र व्यवहार एवं सेवाभाव से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव की भी समीक्षा की। कोटा, मस्तुरी एवं तखतपुर सामुदायिक अस्पताल में भी जन औषधि केन्द्र खोलने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने नशाखोरी एवं मानसिक रोगियों के इलाज व्यवस्था की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि बरसात के साथ ही मौसमी बीमारियों के प्रति अलर्ट रहें। जिला प्रशासन को इस तरह के किसी बीमारी की सूचना सरकारी तंत्र से तुरंत प्राप्त होने चाहिए। इसके लिए ग्रामीण सरपंच एवं सचिवों के साथ व्हॉट्स एप्प ग्रुप बनाकर लगातार निगरानी करते रहें। सिविल सर्जन डॉ. गुप्ता ने बताया कि जीवनधारा योजना के क्रियान्वयन में जिला अस्पताल अव्वल स्थान पर है। प्रतिदिन 13 मशीनों से लगभग 50 मरीजों का डायलिसीस किया जाता है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य डॉक्टरों और कर्मचारियों की समस्याएं भी सुनी और निराकरण का भरोसा दिलाया।
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-कलेक्टर ने ली उद्योगपतियों, अधिकारियों और समूह की दीदियों की बैठक
-भू-जल संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा और जनभागीदारी पर कलेक्टर का जोरबिलासपुर /जिले में गिरते भू-जल स्तर और बढ़ते तापमान जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जिले वृक्षारोपण अभियान शुरू करने की घोषणा की है। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिले में हरियाली के लिए सघन पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में औद्योगिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, एडीएम श्री शिव कुमार बनर्जी, लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री हरीश केड़िया, प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री इरशाद अली सहित उद्योगपति, एनटीपीसी के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा, “उद्योगों का विकास जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है पर्यावरण की सुरक्षा और सरंक्षण। हमें विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाना होगा।” उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं। कलेक्टर ने सभी औद्योगिक इकाइयों को कम से कम 10,000 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्थान की सूचना दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ संख्या का लक्ष्य नहीं है। बल्कि पौधों की सुरक्षा और देखभाल भी जरूरी है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सुझाव दिया कि फलदार वृक्षों को प्राथमिकता दी जाए, जिससे स्व-सहायता समूहों को देखरेख की जिम्मेदारी दी जा सके। इससे न केवल पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आजीविका का नया माध्यम भी प्राप्त होगा।कलेक्टर ने गौठानों को वृक्षारोपण और वाटर रीचार्जिंग के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्थलों का उपयोग जल संरक्षण, सोखता गड्ढों और वर्षा जल संचयन के लिए किया जाए, जिससे भू-जल स्तर में सुधार संभव हो सके।बैठक में सिरगिट्टी, तिफरा और सिलपहरी औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष रूप से सघन वृक्षारोपण की आवश्यकता बताई गई। उन्होंने निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में न केवल वृक्षारोपण हो, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा और निरंतर देखरेख की भी समुचित व्यवस्था की जाए।कलेक्टर ने बड़े उद्योगों को नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि वृक्षारोपण के लिए स्थानीय स्तर पर पर्याप्त पौध सामग्री उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा जब इसमें सामूहिक भागीदारी, जनचेतना और सामाजिक सरोकार जुड़े हों।बैठक में उद्योगपतियों ने अब तक वृक्षारोपण किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं पर सुझाव भी प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने सभी संगठनों से विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और कहा कि जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन की दिशा में औद्योगिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है, उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उद्योगों और सामाजिक संगठनों की सराहना की। - -वैज्ञानिक तौर तरीकों से किसानों को कराया जाएगा अवगत-हर दिन 2 ग्राम पंचायतों में होगा किसानों से संवादबिलासपुर । जिले में किसानों से वैज्ञानिक परिचर्चा, संवाद, सलाह और प्रचार-प्रसार के लिए 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने शासन से प्राप्त निर्देशो के अनुरूप खरीफ वर्ष 2025 में कृषि कार्य की पूर्व तैयारी के लिए यह अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जिले के सभी ब्लॉक बिल्हा, तखतपुर, कोटा, मस्तूरी में आयोजित किए जाएंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रम के लिए रूट चार्ट एवं टीम गठित किया गया है। कलेक्टर द्वारा गठित टीम के नोडल अधिकारी सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती स्मिता खोटे मो.नं. 9575830245, सहायक संचालक कृषि श्री अनिल कुमार शुक्ला मो.नं. 9575953704 एवं सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती कल्पेश्वरी मांझी मो.नं. 7140340015 हैं। गठित टीम द्वारा प्रतिदिन 2 चिन्हांकित ग्राम पंचायतों में किसानों के साथ वैज्ञानिक परिचर्चा, संवाद, सलाह, प्रचार-प्रसार के साथ ही जागरूक किया जाएगा।विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत बिल्हा विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत बिल्हा एवं दगौरी, 30 मई को भोजपुरी एवं धौराभाठाा, 31 मई को सल्खा एवं बेलतरा, 2 जून को सेलर एवं खैरा(ड), 3 जून को करमा एवं गढ़वट, 4 जून को सेमरताल एवं लखराम, 5 जून को सेंदरी एवं पौंसरा, 6 जून को नगोई एवं मटियारी, 7 जून को धूमा एवं हरदीकला, 9 जून को सरवानी एवं झाल, 10 जून को पासीद एवं बरतारी, 11 जून को मुरकटा एवं सारधा, 12 जून को बिटकुली एवं चकरभाठा के किसान शामिल होंगे। इसी प्रकार मस्तूरी विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत बकरकुदा एवं वेदपरसदा, 30 मई को चिल्हाटी एवं मानिकचौरी, 31 मई को भरारी एवं मल्हार, 2 जून को जोंधरा एवं लोहर्सी, 3 जून को किरारी एवं गतौरी, 4 जून को जयरामनगर एवं रिस्दा, 5 जून को जांजी एवं देवरी, 6 जून को धनिया एवं नरगोड़ा, 7 जून को निरतू एवं सोंठी के किसान शामिल होंगे।इसी प्रकार कोटा विकासखंड में 4 जून को ग्राम पंचायत पीपरतराई एवं पटैता, 5 जून को करगीकला एवं धूमा, 9 जून को जाली एवं भैंसाझार, 10 जून को चपोरा एवं मंझवानी, 11 जून को केंदा एवं कोनचरा, 12 जून को बेलगहना, डांड़बछाली, सल्का नवागांव एवं रानीगांव के किसान होंगे शामिल हैं। इसी प्रकार तखतपुर विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत काठाकोनी एवं गिरधौनी, 30 मई को सकर्रा एवं छतौना, 31 मई को सैदा एवं घुटकु, 2 जून को भरनी एवं गनियारी, 3 जून को नेवरा एवं भरानी, 6 जून को जूनापारा एवं सिंघनपुरी, 7 जून को निगारबंद एवं बेलपान, 9 जून को खम्हरिया एवं खपरी, 10 जून को कुंवा एवं नगोई, 11 जून को दैजा एवं बीजा में किसानों के लिए कार्यक्रम आयोजित होंगे।
- रायपुर / शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिले के स्कूलो का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इसके अनुसार रायपुर जिले में कुल 389 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इनमें एक ही परिसर के विद्यालय जिनमें शिक्षा विभाग के 384 आदिवासी विकास विभाग के 1 स्कूल और ग्रामीण क्षेत्र के 1 किमी के भीतर विद्यालय जिनमें एजुकेशन विभाग के 1 स्कूल और शहरी क्षेत्र में 500 मीटर के भीतर के विद्यालय में शिक्षा विभाग के 3 विद्यालय शामिल है, जिनका युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि युक्तियुक्तकरण का उदद्ेश्य मानव भौतिक संसाधन का सही उपयोग करना और संतुलन बनाए रखना है। इससे सभी स्कूलों में विद्यार्थियों और शिक्षकों का अनुपात सही होगा और गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा प्रदान करने में सहयोग मिलेगा।
- -11 जून तक किए जा सकते है आवेदनदंतेवाड़ा । एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर से प्राप्त जानकारी अनुसार एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर अन्तर्गत के ग्राम पंचायत कोरकोटी के आंगनबाड़ी केन्द्र कोरकोटी केशकूटपारा, तथा ग्राम पंचायत तुमरीगुण्डा के तुमरीगुण्डा दबिनगुण्डा में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों हेतु संबंधित पंचायत से इच्छुक सभी आवेदनकर्ताओं से 28 मई से 11 जून 2025 तक कार्यालयीन समय 10 बजे से संध्या 5.30 बजे तक कार्यालय में सीधे अथवा डाक द्वारा आवेदन निश्चित प्रारूप में आमंत्रित किये गए है। किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप प्राप्त किये जाने हेतु सभी इच्छुक आवेदनकर्ता कार्यालयीन दिवसों में कार्यालयीन समय पर एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर में सम्पर्क कर सकते है।
- दंतेवाड़ा । विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर दंतेवाड़ा जिले में जिला प्रशासन और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से आज पूरे जिले में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई। मुख्य जिला स्तरीय कार्यक्रम ग्राम फरसपाल (ब्लॉक गीदम) में संपन्न हुआ, जिसमें समुदाय की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। जागरूकता कार्यक्रमों में जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए रैलियां संवाद सत्र, वीडियो प्रदर्शन और खुली चर्चा जैसी गतिविधियां आयोजित की गईं। कार्यक्रम में जिला समन्वयक वॉश कार्यक्रम श्री सुरेश कुमार अनंत ने माहवारी से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारी, स्वच्छता के महत्व और सामाजिक मिथकों पर चर्चा की। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से जिला सलाहकार सुश्री ममता राणा माहवारी स्वच्छता के व्यवहारिक पहलुओं तथा समुदाय आधारित प्रबंधन के महत्व पर प्रतिभागियों को जागरूक किया। यूनिसेफ द्वारा इस पूरे आयोजन में न केवल सामग्री सहयोग प्रदान किया, बल्कि माहवारी से जुड़े प्रशिक्षण मॉड्यूल, ऑडियो-विजुअल कंटेंट, और स्वच्छता प्रबंधन की दिशा में तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया गया। इस दौरान फरसपाल में आयोजित कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती दीपमाला कर्मा, उपसरपंच, पंचगण, किशोरी बालिकाएं, महिला समूहों की सदस्याएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ग्रामीण महिलाएं एवं युवोदय वॉलंटियर्स बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
- बलौदाबाजार /कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिले में अवैध शराब निर्माण,भंडारण एवं परिवहन पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी तारतम्य में गस्त के दौरान कसडोल क्षेत्र के कोट रोड पुल से आरोपी मोहित साहू पुत्र कौशल प्रसाद साहू निवासी कसडोल वार्ड-8 के कब्जे से 7.200 बल्क लीटर अंग्रेजी शराब जम्मू सपेशल विहस्की सहित 1 वाहन होण्डा ड्रीम योगा जप्त किया गया है। आरोपीे के विरूद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2) के तहत अपराध पंजीबध्द किया गया है। कार्रवाई के दौरान सहायक जिला आबकारी जलेश कुमार सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
- -ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ किया संवाद, हितग्राहियों से की चर्चा-मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 3.90 करोड़ की घोषणारायपुर / सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हेलीकॉप्टर कांकेर (उत्तर बस्तर) जिले के ग्राम मांदरी में उतरा। उन्होंने पंचायत शेड के नीचे अपनी चौपाल लगाई और ग्रामीणों से संवाद कर योजनाओं पर फीडबैक लिया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ग्रामीणों की मांग पर मांदरी में हाई स्कूल बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु 20 लाख की स्वीकृति, मांदरी आंगनबाड़ी केंद्र भवन में बाउंड्रीवाल के लिए 5 लाख की स्वीकृति, साल्हेभांट मुख्य मार्ग से टीरउ सलाम के घर तक सीसी सड़क निर्माण 600 मीटर हेतु 15 लाख की स्वीकृति, झुरा नाला से खेतों में सिंचाई के लिए लाइन विस्तार हेतु 3.50 करोड़ की स्वीकृति की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि हमने बीते डेढ़ वर्षों में जनता के हित में कार्य किया है। सुशासन तिहार हमारा रिपोर्ट कार्ड भी है और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करने का अवसर भी। इसके माध्यम से हम जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति जान रहे हैं। हमारे अलावा मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुशासन तिहार में शामिल हो रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 70 लाख से अधिक महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि सीधे उनके खातों में देकर आर्थिक समृद्धि और महिला सशक्तिकरण का द्वार खोला गया है। जो लाभार्थी अभी वंचित हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा।मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग व अन्य सेवाओं की सुविधा मिलेगी। अभी यह सेवा 1460 पंचायतों में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है। पंजीयन की नई प्रक्रिया से रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है।जानी योजनाओं की हकीकतग्राम मांदरी में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था, राशन वितरण और महतारी वंदन योजना की राशि के संबंध में हितग्राहियों से जानकारी ली। इस अवसर पर हितग्राही इतवारिन आचला ने बताया कि महतारी वंदन योजना की प्राप्त राशि का बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाकर राशि जमा कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है, और जनकल्याण ही सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।इस अवसर पर विधायक कांकेर श्री आशा राम नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नूरेटी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ बसव राजु एस., कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, डीआईजी श्री अमित कामले, कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक श्री इंद्र कल्याण एलेसेला सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवाओं प्रतियोगिता परीक्षा के तैयारी हेतु जिला प्रशासन द्वारा तैयार की पुस्तक “नई दिशा” का विमोचन कर युवाओं को वितरित किया। साथ ही विभिन्न विभागों के जन कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री, आवास की चाबी, ट्राई साइकिल आदि वितरित की ।
- -बच्चों से आत्मीयता से मिले, आंगनबाड़ी की व्यवस्थाओं का लिया जायजा-बच्चों ने मुख्यमंत्री को भेंट किया फूलों का गुलदस्ता, सुनाई कविता, बच्चों को उपहार में मिली चॉकलेटरायपुर / सुशासन तिहार के तहत् मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय हेलीकॉप्टर से आज अचानक कांकेर जिले के मांदरी गांव पहुंचे। हेलीपेड से गांव के रास्ते पर आँगनबाड़ी भवन देखकर मुख्यमंत्री केंद्र के बच्चों से मिलने और वहां की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों ने मुख्यमंत्री का स्थानीय फूलों से तैयार किया गया गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बड़ी आत्मीयता के साथ बच्चों से घुल-मिल कर बातचीत की और उनसे आंगनबाड़ी और उनके अक्षर ज्ञान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के पूछने पर बच्चों ने धारा-प्रवाह कविता सुनाई। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से बच्चों को चॉकलेट वितरित कर उन्हें दुलार किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं और भोजन व्यवस्था की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसव राजु एस, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, कलेक्टर श्री निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक श्री आई के एलेसेला, सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
- रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका जिला कांकेर में संचालित योजनाओं की ली समीक्षा बैठक राज्यपाल श्री रमेन डेका उत्तर बस्तर कांकेर जिला प्रवास के दौरान अधिकारियों की बैठक लेकर शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि योजनाओं का वास्तविक क्रियान्वयन तभी संभव होगा जब उसकी मॉनिटरिंग और फॉलोअप जमीनी स्तर पर हो। राज्यपाल इसके लिए अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग तथा मूल्यांकन करने के लिए निर्देशित किया।राज्यपाल ने कहा कि निचले स्तर की वास्तविकता से अवगत होने हितग्राहियों से अवश्य मिले और कमियों की जानकारी लें, साथ ही योजना अथवा गतिविधि के क्रियान्वयन की तुलनात्मक जानकारी प्राप्त करें। बैठक के दौरान श्री डेका ने विशेष रूप से जल संरक्षण पर फोकस करते हुए कहा कि जिले के शासकीय भवनों के साथ-साथ निजी भवनों में भी वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की अनिवार्यता हो। डबरी, तालाब, चेक डैम में जल संचयन के अलावा बड़े स्तर के जलाशयों में भी जल स्तर बना रहे, इस पर पहल करने की जरूरत है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पहल किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम‘ कोई योजना नहीं, बल्कि मिशन है। पौधे लगाने के साथ ही उसके जीवित रहने पर भी उतना ही ध्यान दें और लोगों को पर्यावरण की मानव जीवन में महत्ता के लिए पेड़ों की आवश्यकता व उसके महत्व की जानकारी दें। उन्होंने सड़कों के किनारे, खाली जगहों पर पौधे लगाने के साथ-साथ शासकीय कार्यालयों में भी अधिक से अधिक पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित व सुरक्षित करने की बात जिला स्तरीय अधिकारियों से कही। इसके अलावा बारिश के पानी को संरक्षित करने ठोस कार्ययोजना बना कर, उसे अमल में लाने पर जोर दिया।राज्यपाल ने योग को बढ़ावा देने के प्रयासों की जानकारी लेते हुए कहा कि योग में निरंतरता बहुत जरूरी है। इसी तरह टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर कहा कि जिले में प्रत्येक मरीज की नियमित स्क्रीनिंग व उपचार का सतत् फॉलोअप लें और पूरी निष्ठा से स्वास्थ्य विभाग का अमला अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करे। इसके अलावा उन्होंने ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को पुनः स्कूलों में लाने, नशा मुक्ति भारत अभियान के तहत नशे पर ठोस लगाम लगाने हेतु सतत् निगरानी और आदिवासी बाहुल्य कांकेर जिले में शिक्षा व चिकित्सा सेवाओं को समाज के निचले स्तर पर विद्यमान लोगों तक पहुंचाने पर विशेष रूप से फोकस करने की बात कही। इसके अलावा रेडक्रॉस के माध्यम से स्वास्थ्य शिविरों में महिलाओं की स्क्रीनिंग कर सेहत व खानपान संबंधी जागरूक करने तथा सड़क सुरक्षा को कारगर बनाने यातायात नियमों के पालन के लिए स्कूलों व कॉलेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ-साथ आमजनता को जागरूक करने पर जोर दिया। इसी तरह महिला समूहों को स्वावलम्बी बनाने और आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिए ।
- लाईवलीहुड कॉलेज में आयोजित कुकिंग-बेकिंग ट्रेनिंग में 34 युवा तराश रहे अपना हुनररायपुर/ खाना पकाने का शौक वैसे तो महिलाओं को होता है, किन्तु आज के दौर में पाककला के क्षेत्र में पुरूष भी आगे बढ़कर रूचि दिखा रहे हैं। जिले के ऐसे ही युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने, उन्हें रोजगार और स्व रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की पहल पर प्रोजेक्ट युवा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत युवाओं को उनकी रूचि के अनुसार व्यवसाय में प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बन सकें। जिले के लाईवलीहुड कॉलेज में भी युवाओं को पाककला में दक्ष किया जा रहा है। कुकिंग-बेकिंग की ट्रेनिक मे न केवल युवतियां बल्कि युवक भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। यहां 30 युवतियां और 4 युवक खाना बनाने का प्रशिक्षण लेकर अपना हुनर को तराश रहे हैं। एक माह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में फास्टफूड, चायनीज, स्वीटस्, मेनकोर्स और बेकिंग से बनने वाली लगभग 150 पकवानों को बनाने के तरीके को बारिकी से समझाया जा रहा है। इस कुकिंग-बेकिंग क्लास में युवाओं से प्रेक्टिकल भी कराया जा रहा है। युवाओं को जगदलपुर की श्रीमती ज्योति सुराना और धमतरी के सिमरन कौर तथा प्रतीमा साहू बतौर ट्रेनर कुकिंग-बेकिंग की ट्रेनिंग दे रहे हैं।यहां ट्रेनिंग लेने वाली हिना चंद्राकर ने बताया कि वैसे तो महिलाओं को खाना बनाना आता ही है, लेकिन पाककला की बारीकियों को समझने, इसे रोजगार के तौर पर स्थापित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा दी जाए रही ट्रेनिंग सराहनीय है। इसकी मदद से अपने हुनर को निखारकर स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने बताया कि वे ट्रेनिंग में फास्टफूड, चायनिज जैसे लोकप्रिय व्यंजन बनाना सीखा है और भी पकवान और खाना बनाने के तौर-तरीके सीख रहीं हैं। इसकी ट्रेनिंग के बाद वे रेस्टोरेंट या होटल में शेफ की नौकरी भी कर सकेंगी अथवा स्वयं का व्यावसाय प्रारंभ कर सकतीं हैं। पाककला का प्रशिक्षण ले रहे दीपक दास ने बताया कि उनका फुड स्टाल है, लेकिन ज्यादा आईडिया न होने के कारण वे अपने स्टाल में सीमित सामग्री बनाकर रखतें हैं। वे इस प्रशिक्षण में अपने व्यंजन बनाने की कला को बढ़ाने के लिए दक्ष हो रहे हैं। यहां उन्होंने पावभाजी, सेंडविच, चाउमीन आदि बनाना सीखा है। अब वे अपने स्टॉल में ज्यादा स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर अपनी आय को आसानी से बढ़ा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद किया है।
- रायपुर/ छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा कांकेर जिले के विकासखण्ड-कोयलीबेड़ा के लघु जलाशय पी.व्ही. 92 के नहरों की मरम्मत एवं लाईनिंग कार्य के लिए तीन करोड़ 60 लाख 19 हजार रूपए स्वीकृत किए है। योजना के कार्य होने पर क्षेत्र के किसानों को कुल 198 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग जगदलपुर को योजना के कार्यों को पूर्ण कराने प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।
- रायपुर/जल जीवन मिशन योजना से मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के ग्राम पंचायत सिरियाखोह के ग्राम सिरियाखोह की बस्ती में एक नई रोशनी की किरण जगाई है। इस योजना के अंतर्गत हर घर तक स्वच्छ और सुरक्षित नल जल पहुंचाने का सपना अब साकार हो चुका है। इसका सबसे जीवंत उदाहरण है। सेमबती जो इस बदलाव की साक्षात प्रतीक बन चुकी हैं। सेमबती, जो पहले पानी के लिए कई किलोमीटर दूर पैदल चलने को मजबूर थीं, अब उनके आंगन में नल से स्वच्छ जल प्राप्त हो रहा है। इससे न केवल उनका समय बचा, बल्कि परिवार की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ा है। पहले जहां पानी की कमी से उन्हें खेती-बाड़ी और घरेलू कामों में कठिनाई होती थी, वहीं स्वच्छ जल की उपलब्धता उसके व उसके परिवार के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है, एक ओर जहां शुद्ध पेय जल उन्हें डायरिया, हैजा से बचाती है। वहीं उन्हें इन बीमारियों से होने वाली आर्थिक हानि से भी बचने में मदद करती हैं। अब वे अपने परिवार को अधिक समय भी दे पा रही है उनकी दिनचर्या सुचारू और संतुलित हो गई है।सेमबती की यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि योजनाएं जब ज़मीनी स्तर पर ईमानदारी से लागू होती हैं, तो वे आम जीवन को असाधारण रूप से बदल सकती है। जल जीवन मिशन ने न केवल पानी पहुंचाया, बल्कि गांव की उम्मीदों की नई किरण है।
- रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका ने जिले के दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन आज कांकेर के सिंगारभाट स्थित ’काउंटर टेरेरिज्म एंड जंगलवार फेयर’ महाविद्यालय में पहुंचकर प्रशिक्षण की बारीकियों की जानकारी ली। इस दौरान जवानों के अभ्यास का लाइव डेमो देखा और उनका उत्साहवर्धन किया।जंगलवार फेयर कॉलेज में पीपीटी के माध्यम से जवानों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण एवं अन्य गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। राज्यपाल ने इसके बाद महाविद्यालय में स्थित म्यूजियम में छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख माओवादी घटनाक्रम से अवगत हुए। इसके अलावा राज्यपाल ने जंगलवार कॉलेज का भ्रमण कर विभिन्न प्रशिक्षण स्थलों में प्रशिक्षार्थियों के द्वारा अभ्यास का डेमो देखा।राज्यपाल को जंगलवार महाविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भी प्रदाय किया गया। इस अवसर पर कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, राज्यपाल के सचिव डॉ. सीआर प्रसन्ना, एडीसी श्री निशांत कुमार, कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आई. के. एलेसेला सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारीगण उपस्थित थे।
- महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों से की चर्चारायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज कांकेर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में गौशाला का लोकार्पण किया तत्पश्चात उन्होंने महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं से संवाद किया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांवों से आए स्व-सहायता समूह के महिलाओं ने अपने समूह के कार्यों और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। राज्यपाल ने महिला समूहों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में महिलाएं अच्छा कार्य कर रही हैं। इसी तरह मेहनत से कार्य करें और आगे बढ़ें। उन्होंने बकरी पालन को लाभकारी बताते हुए इस कार्य को बढ़ावा देने की बात कही। इस अवसर पर कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, राज्यपाल के सचिव डॉ. सीआर प्रसन्ना, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।
- भिलाईनगर। वैशाली नगर जोन क्रं. 02 क्षेत्र में बरसात के समय जल भराव की स्थिति निर्मित न हो, इसको रोकने के लिए आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, वार्ड पार्षद, जोन आयुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी को लेकर ऐसे जगहो पर जाकर निरीक्षण किए। जहां से जल भराव की स्थिति निर्मित होती है। इसकी शुरूवात सुपेला गदा चौंक पर स्थित बड़े नाले का निरीक्षण करने से ज्ञात हुआ कि उस पर अवैध कब्जा करके उसे रोक दिया गया है। पानी निकासी का रास्ता आगे जाकर बंद हो गया है। थोड़ा भी बरसात होता है, तो गदा चौंक से वैशाली नगर, अवंती बाई चौंक, सुपेला बाजार इंदिरा नगर क्षेत्र में जल भराव हो जाता है। वहां पर गैंग लगाकर सफाई अभियान चलाया जा रहा है।एम.आई.सी सदस्य केशव चौबे, पार्षद महेश वर्मा, अभिषेक मिश्रा संयुक्त रूप से गदा चौंक से मुरम खदान बस्ती क्षेत्र में निरीक्षण करने पर पता चला कि बड़े नाले के उपर अबदुल कलाम खान, नूर पोल्ट्री फार्म के द्वारा अवैध निर्माण कर लिया गया है। जिसके कारण पानी का निकासी आगे नहीं हो पा रहा है। उन्हे स्वयं से अवैध कब्जा हटाने के लिए 3 दिवस का नोटिस दिया गया है। नहीं हटाने पर निगम द्वारा नियमानुसार तोड़फोड़ की कार्यवाही की जावेगी। कुछ लोगो के अवैध कब्जे से नाले का पुरा पानी जाम हो जाता है। इसी प्रकार वार्ड 14 शांति नगर के निचली बस्ती इंदू आई.टी.आई का निरीक्षण भीगते पानी में किया गया। नाले के उपर गिरकर फस जाने के कारण पानी में रूकावट हो गया था, उसे तत्काल हटवाया गया। जो भी नाले के उपर अवैध कब्जे है, जहां से पानी जमा होने की संभावना है, उन सभी जगहो को साफ कराने के लिए आयुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किया। यह बात का भी ध्यान रखा जाए, जो भी मलवा निकले उसे तुरंत वहां से हटाया जाए। नहीं तो वहीं मलवा बरसात होते ही नाली में जाकर जाम कर देता है।निरीक्षण के दौरान जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत, भवन अनुज्ञा अधिकारी अरविंद शर्मा, अभियंता अर्पित बंजारे, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना, अनिल मिश्रा अपने क्षेत्र के सफाई दल के साथ उपस्थित रहे।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर परिषद की बैठक महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता में बुलाई गई। जिसमें ग्राम सेमरिया में निगम के 74 एकड़ भूमि के खसरा नबंर 312/1 आनग्रीड सोलर प्लांट की स्थापना के्रडा विभाग के सहयोग से 1000 किलो वाट का आनग्रीड सिस्टम के 2 प्लांट की स्थापना होगी। जिसकी लागत 12.76 करोड़ आएगी। उत्पादित बिजली छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड को दी जाएगी। उसके बदले में उसी मूल्य की राशि की बिजली से निगम भिलाई अपने विद्युत व्यय की प्रतिपूर्ति करेगा। एमआईसी के अनुशंसा के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। स्वीकृति पश्चात आगे की कार्यवाही की जावेगी।निगम क्षेत्र में स्थित भवन अनुज्ञा प्राप्त आवास एवं व्यवसायिक परिसर में रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाये जाने हेतु निविदा आमंत्रित की जाएगी। जिसके माध्यम से लगभग 1660 बचे हुए आवासीय एवं व्यवसायिक मकान है, जिनका निगम कोष में 15 हजार रूपया जमा है। उसी पैसे से उन मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाएगा। एमआईसी सदस्यगणो ने इस प्रस्ताव की सराहना की। महापौर नीरज पाल ने कहा इसे शीध्रता से पूरा किया जाए। इसके निविदा में यह शर्त रखा जाए कि कई एजेंसियों के माध्यम से काम कराया जाए। जिससे अधिक से अधिक संपादन कार्यो को बरसात आने से पूर्व कर लिया जाए। जोन 03 क्षेत्रांतर्गत सेक्टर 02 तालाब के पास निर्मित उद्यान में वीर शहीद राम आशीष यादव अमर बलिदानी स्मारक 3डी स्टेचू पेडस्टल प्रतिमा स्थापना एवं उद्यान का नामकरण करने के प्रस्ताव को महापौर परिषद ने अनुशंसा करके सामान्य सभा के समक्ष विचारार्थ रखने हेतु स्वीकृति प्रदान की।जोन 03 अंतर्गत वार्ड 56 सड़क 15 एवं 15ए के मध्य बैंडमिंटन कोर्ट निर्माण कार्य का स्थल परिवर्तन कर वार्ड 66 सेक्टर 02 सड़क 16 त्रिमूर्ति उद्यान में बैंडमिंटन कोर्ट निर्माण करने का सहमति प्रदान की गई। वार्ड पार्षद द्वारा स्वयं स्थल परिवर्तन का मांग किया गया था। निगम क्षेत्र में स्थित 500 सीट शहरी अजीविका केन्द्र निर्माण कार्य संशोधित प्राक्कलन अनुसार कार्य कराये जाने की अनुमति हेतु कुल राशि 800 लाख मात्र की स्वीकृति प्रदान की गई थी। उक्त कार्य में विद्युत कार्य एवं आधुनिक पार्किंग व्यवस्था कार्य शेष था। उक्त कार्य पूर्ण कराये जाने हेतु 49.96 लाख की अतिरिक्त बजट की आवश्यकता थी। भिलाईनगर विधायक देवेन्द्र यादव द्वारा विधायक निधि से शेष कार्य कराये जाने हेतु अतिरिक्त राशि 49.96 लाख अनुशंसा उपरांत दिनांक 23.03.2025 अनुसार प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के बाद उपरोक्त कार्य कराये जाने की अनुशंसा एमआईसी द्वारा प्रदान की गई।महापौर परिषद की बैठक में प्रभारी सदस्य लक्ष्मी पति राजू, एकांश बंछोर, सीजू एन्थोनी, केशव चौबे, संदीप निरंकारी, साकेत चंद्राकर, आदित्य सिंह, लालचंद वर्मा, चंद्रशेखर गंवई, नेहा साहू, रीता सिंह गेरा, मालती ठाकुर सहित आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, सचिव नरेन्द्र कुमार बंजारे, जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत, येशा लहरे, सतीश यादव, कुलदीप गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली आदि उपस्थित रहे।
- दावा-आपत्ति 29 मई तकबिलासपुर/मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत बाल संरक्षण इकाई में जिला बाल संरक्षण अधिकारी, लेखापाल, डेटा एनालिस्ट, आउटरीच वर्कर, बाल कल्याण समिति अंतर्गत सहायक सह डाटा एन्ट्री ऑपरेटर, शासकीय बाल देखरेख संस्थाओं अंतर्गत परामर्शदाता, स्टोर कीपर सही लेखापाल, हाउसफादर, पैरा मेडिकल स्टॉफ, पी.टी इन्स्ट्रक्चर सह योग प्रशिक्षक, एजुकेटर, कला एवं क्राफ्ट सह संगीत शिक्षक, ससोईया, रात्रि चौकीदार, चाइल्ड हेल्प लाईन अंतर्गत चाईल्ड हेल्पलाईन डेस्क में संविदा नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदनों की प्रारंभिक जांच उपरांत सूची पर दावा-आपत्ति आमंत्रित किए गए हैं। पात्र एवं अपात्र आवेदकों की सूची जिला प्रशासन की सरकारी वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट बिलासपुर डॉट जीओव्ही डॉट इन में अपलोड कर दी गई है। इस संबंध में आवेदनकर्ता दावा-आपत्ति 29 मई 2025 तक जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग के पीछे स्थित कार्यालय में कार्यालयीन समय में स्वयं उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते हैं। किसी अन्य माध्यम से और निर्धारित समय अवधि के बाद दावा-आपत्ति स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- कलेक्टर ने ली उद्योगपतियों, अधिकारियों और समूह की दीदियों की बैठक*भू-जल संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा और जनभागीदारी पर कलेक्टर का जोरबिलासपुर/जिले में गिरते भू-जल स्तर और बढ़ते तापमान जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जिले वृक्षारोपण अभियान शुरू करने की घोषणा की है। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिले में हरियाली के लिए सघन पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में औद्योगिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, एडीएम श्री शिव कुमार बनर्जी, लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री हरीश केड़िया, प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री इरशाद अली सहित उद्योगपति, एनटीपीसी के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा, “उद्योगों का विकास जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है पर्यावरण की सुरक्षा और सरंक्षण। हमें विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाना होगा।” उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं। कलेक्टर ने सभी औद्योगिक इकाइयों को कम से कम 10,000 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्थान की सूचना दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ संख्या का लक्ष्य नहीं है। बल्कि पौधों की सुरक्षा और देखभाल भी जरूरी है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सुझाव दिया कि फलदार वृक्षों को प्राथमिकता दी जाए, जिससे स्व-सहायता समूहों को देखरेख की जिम्मेदारी दी जा सके। इससे न केवल पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आजीविका का नया माध्यम भी प्राप्त होगा।कलेक्टर ने गौठानों को वृक्षारोपण और वाटर रीचार्जिंग के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्थलों का उपयोग जल संरक्षण, सोखता गड्ढों और वर्षा जल संचयन के लिए किया जाए, जिससे भू-जल स्तर में सुधार संभव हो सके।बैठक में सिरगिट्टी, तिफरा और सिलपहरी औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष रूप से सघन वृक्षारोपण की आवश्यकता बताई गई। उन्होंने निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में न केवल वृक्षारोपण हो, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा और निरंतर देखरेख की भी समुचित व्यवस्था की जाए।कलेक्टर ने बड़े उद्योगों को नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि वृक्षारोपण के लिए स्थानीय स्तर पर पर्याप्त पौध सामग्री उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा जब इसमें सामूहिक भागीदारी, जनचेतना और सामाजिक सरोकार जुड़े हों।बैठक में उद्योगपतियों ने अब तक वृक्षारोपण किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं पर सुझाव भी प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने सभी संगठनों से विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और कहा कि जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन की दिशा में औद्योगिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है, उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उद्योगों और सामाजिक संगठनों की सराहना की।
- रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में शहीद राजीव पाण्डेय के शहादत दिवस दिनांक 29 मई 2025 को प्रातः 11 बजे राजधानी शहर रायपुर के संजय नगर टिकरापारा में स्थित शहीद राजीव पाण्डेय की मूर्ति के समक्ष उनका सादर नमन करने नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 6 के सहयोग से पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है।
- महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने जागरूक करने की अपील कीरायपुर। नगर निगम मुख्यालय में तृतीय तल सभाकक्ष में अंतर्राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रेड डॉट कैंपेन को लेकर महिलाओं की जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्याशाला में महापौर श्रीमती मीनल चौबे, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोनिका पाठक, एमआईसी सदस्य श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, श्रीमती सरिता आकाश दुबे, डॉक्टर अनामिका सिंह, श्रीमती सुमन अशोक पाण्डेय, डॉक्टर अनामिका सिंह, पार्षद श्रीमती प्रमिला बल्लाराम साहू, अपर आयुक्त श्रीमती कृष्णा खटीक, जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल, स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर तृप्ति पाणीग्रही पहुंची। 100 से अधिक स्वच्छता दीदियां, स्वच्छ भारत मिशन शाखा की टीम स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में सेनेटरी पेड उपयोग सहित स्वच्छता दीदियों को दे रही हैं। महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने स्वच्छता दीदियों से नगर की महिलाओं को सेनेटरी पेड के उपयोग को लेकर जागरूक बनाने की अपील की। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर रेड डॉट केम्पेन पोस्टर का विमोचन किया गया। डॉक्टर मोनिका पाठक ने सेनेटरी पेड का सही उपयोग कर शहर, राज्य, समाज, राष्ट्र को स्वच्छ, स्वस्थ, सुन्दर बनाने स्वच्छता दीदियों से की अपील. आयोजन हेतु महापौर श्रीमती मीनल चौबे और नगर निगम रायपुर की टीम को सराहा।
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रायपुर। नगर निगम मुख्यालय में तृतीय तल सभाकक्ष में अंतर्राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रेड डॉट कैंपेन को लेकर महिलाओं की जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोनिका पाठक, एमआईसी सदस्य श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, श्रीमती सरिता आकाश दुबे, डॉक्टर अनामिका सिंह, श्रीमती सुमन अशोक पाण्डेय, डॉक्टर अनामिका सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर तृप्ति पाणीग्रही पहुंची। कार्यशाला में सेनेटरी पेड उपयोग की जानकारी दी गई।