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- पॉवर कंपनी में ‘सात्विक पद्धति द्वारा मधुमेह प्रबंधन” पर प्रशिक्षण संपन्नरायपुर/ सात्विक जीवन पद्धति न केवल रोगों को दूर रखकर शरीरिक समस्या से बचाता है बल्कि मानसिक परेशानियों को भी हमसे दूर रखता है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी में सात्विक पद्धति से मधुमेह प्रबंधन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रभारी मुख्य अभियंता ( प्रशिक्षण) डॉ सीताराम साहू ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मधुमेह आधुनिक जीवन शैली से उपजी वैश्विक बीमारी है। भारत में विशेषकर इसके मरीज बड़ी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। यह न केवल व्यक्ति को शारीरिक रूप से कमजोर बनाता है बल्कि मानसिक रूप से निर्बल कर देता है। केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान,गुढ़ियारी में विगत दिवस आयोजित कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक ( मानव संसाधन) श्री अशोक वर्मा, मुख्य अभियंता श्री शैलेन्द्र तंवरधारी, श्री हर्ष मेश्राम, वरिष्ठ कल्याण अधिकारी श्री के बी एल चौकसे सहित पॉवर कंपनी के विभिन्न कार्यालयों के 50 अधिकारी- कर्मचारी शामिल हुए।प्राकृतिक चिकित्सक एवं विपश्यना ध्यान के आचार्य डॉ सीताराम साहू ने प्रशिक्षणार्थियों को स्वस्थ जीवन के लिए तन और मन के पोषण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रकृति के नियम अचूक एवं अटूट हैं। यदि तन एवं मन में विकार होता है तो प्रकृति दण्ड देती है जो कि रोग, दुःख एवं बेचैनी के रूप में सामने आता है। उन्होंने कहा कि सात्विक जीवन में आहार तथा विचारों की सात्विकता शामिल है। उन्होंने कहा कि आहार औषधि की तरह लेनी चाहिए अन्यथा औषधि को आहार की तरह लेने की जरूरत पड़ जाती है। उन्होंने कहा कि कोई शारीरिक रोग हो जाए तो ऐसे विकार को दूर करने के लिये प्राकृतिक चिकित्सा एवं मन के विकार को दूर करने के लिये विपश्यना ध्यान कारगर उपाय है। श्री साहू ने बताया कि पैर गरम, पेट नरम और सिर ठंडा होना एक स्वस्थ व्यक्ति की प्राथमिक पहचान है।
श्री सीताराम साहू ने प्रतिभागियों को मन को शांत रखने के लिए सहज स्वाभाविक श्वांस के आधार पर आनापान ध्यान का अभ्यास करवाया तथा जानकारी दी कि थोड़ी देर के आनापान के अभ्यास से बेचैनी दूर होती है, मन मजबूत होता है तथा याददाश्त तेज होता है।
- -प्रदेश के प्रत्येक नाचा दल को 10 हजार रुपये की आर्थिक प्रोत्साहन देने की घोषणा के प्रति व्यक्त किया आभाररायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ नाचा संघ के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की । उन्होंने मुख्यमंत्री के द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रत्येक नाचा दल को 10 हजार रुपए की आर्थिक प्रोत्साहन देने की घोषणा के लिए पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर नाचा संघ के अध्यक्ष श्री रजित चक्रधारी, श्री वैभव इब्राहिम एवँ श्री हेमसिंग नाग भी उपस्थित थे ।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दाऊ रामचंद्र देशमुख की स्मृति में ग्राम निकुम में आयोजित 'निकुम नाचा गम्मत महोत्सव' के अवसर पर प्रदेश के प्रत्येक नाचा समिति को आर्थिक प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की थी।श्री चक्रधारी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने हमारी नाचा समितियों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन की घोषणा कर विलुप्त हो रही नाचा गम्मत जैसी सांस्कृतिक धरोहर को संजीवनी दी है । ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश स्तरीय नाचा गम्मत लोक कलाकार कल्याण संघ में 455 नाचा गम्मत संस्था के 18 हजार लोक कलाकार जुड़े हुए हैं । इस राशि का उपयोग नाचा दल के सदस्य वाद्य यंत्रों की मरम्मत और वेशभूषा में करेंगे । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हमारे नाचा गम्मत संस्था का संरक्षण एवँ संवर्धन हो रहा है ।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ राज्य मुख्य आयुक्त एवं संसदीय सचिव श्री विनोद सेवनलाल चन्द्राकर के नेतृत्व में आए स्काउट गाइड के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल ने वर्ल्ड स्कार्फ डे की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री को स्कार्फ भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ से स्काउट गाइड की टीम को विश्व स्काउट जंबूरी दक्षिण कोरिया में सम्मलित होने के लिए राज्य आयुक्त स्काउट एवं अटास इण्डिया छत्तीसगढ़ अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा एवं उपाध्यक्ष जितेन्द्र साखरे को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी।स्काउट गाइड के पदाधिकारियों ने बताया कि विश्व स्काउट जंबूरी में विश्व भर के 43000 स्काउट गाइड तथा 15000 स्वयंसेवी शामिल हो रहे है। एसोसियेशन ऑफ टॉप एचीवर स्काउट्स अपने देश में स्काउटिंग में सर्वाेच्च पुरस्कार प्राप्त करने वालों का अनौपचारिक वैश्विक संगठन है। अटास, विश्व के 40 देशों में 15000 सदस्यों के साथ सक्रिय है। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष 1 अगस्त को वर्ष 2007 से स्काउट गाइड के द्वारा पूरे विश्व भर में मनाया जाता है। वर्ल्ड स्कार्फ डे, स्काउटिंग के संस्थापक लार्ड बेवन पॉवेल के द्वारा वर्ष 1907 में 1 अगस्त से इंग्लैंड के ब्राउन-सी द्वीप में आयोजित प्रथम कैंप के तिथि को चिरस्थायी बनाने के लिए मनाया जाता है।प्रतिनिधि मंडल में राज्य सचिव श्री कैलाश सोनी, टी.के एस.परिहार राज्य प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट, सरिता पाण्डेय राज्य प्रशिक्षण आयुक्त गाइड, कमल लूनिया सहायक राज्य संगठन आयुक्त रायपुर संभाग, सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
- -पैता में सामाजिक भवन ‘‘श्रीकृष्ण धाम‘‘ के निर्माण हेतु सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभाररायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में अखिल भारतीय अघरिया समाज के प्रतिनिधि मण्डल के पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात के दौरान पैता में अघरिया समाज के सामाजिक भवन ‘‘श्रीकृष्ण धाम‘‘ के निर्माण हेतु मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा विगत दिवस 01 करोड़ रूपए की सहयोग राशि प्रदाय करने की घोषणा पर उनका आभार जताया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रतिनिधि मण्डल से चर्चा के दौरान कहा कि अघरिया समाज कृषि व्यवसाय से जुड़ा हुआ और मेहनतकश समाज है। हमारी सरकार कृषक हितैषी है और हमने कृषकों के हित में अनेक कदम उठाए गए है। राज्य में हमारी सरकार के बनते ही धान उत्पादन में वृद्धि और कृषकों की आय में बढ़ोत्तरी के लिए किसानों की ऋण माफी, सिंचाई कर की माफी, शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण सहित जैसे-कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके परिणाम स्वरूप आज राज्य में किसान खेती-किसानी के लिए प्रोत्साहित होने लगे है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल यह भी अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में पर्याप्त निवेश, कास्त लागत में किसानों को राहत देने तथा फसल उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना‘ खरीफ 2019 से लागू है।इस मौके पर प्रतिनिधि मण्डल में महासमुन्द जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, केन्द्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती गेसमोती पटेल, श्री संतकुमार पटेल, श्री नेहरू लाल पटेल, श्री होरीलाल पटेल, अघरिया समाज के केन्द्रीय पर्यावरण सचिव श्री कमल पटेल, श्री गोपाल नायक, श्री भेष कुमार पटेल, श्री डंकाधर चौधरी, श्री हरप्रसाद चौधरी, श्री जयनारायण पटेल, श्री देवा पटेल, श्री जयराम पटेल, श्री फगुलाल पटेल, श्री गुणसागर पटेल, श्री अभिषेक नायक आदि शामिल थे।
- -सात दिन की नवजात को बचाने श्रमिक पिता पहुंच गये हैदराबाद-मुख्यमंत्री को पता चला तो इलाज के लिए तत्काल पांच लाख की घोषणा कीरायपुर / बालोद जिले के ग्राम झलमला के निवासी श्री राजीव नेताम मजदूरी करते थे। उनकी नवजात बिटिया को डॉक्टरों ने हृदय रोग होना बताया और कहा कि वे इसे हैदराबाद ले जाएं, वहीं पर इस बीमारी का इलाज हो पाएगा। राजीव ने कर्ज लेकर, इधर-उधर संपत्ति बेचकर कुछ पैसे जुटाये और बिटिया को हैदराबाद ले गया। वहां बिटिया की सर्जरी हुई।स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जब इसकी सूचना मिली और उन्होंने राजीव की कहानी सुनी कि किस तरह अपनी बिटिया के लिए उसने अपना सब कुछ बेच दिया और यथासंभव कर्ज ले लिया। वे राजीव की माँ को लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने फोन से इसकी जानकारी होते ही स्वयं श्रमिक श्री राजीव नेताम को मिलने अपने निवास कार्यालय बुलाया और उसकी बिटिया की बीमारी के उपचार के बारे में जानकारी ली।मुख्यमंत्री श्री बघेल इसे सुनकर काफी भावुक हुए और उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए बिटिया के इलाज के लिए तुरंत पांच लाख रुपए की घोषणा की। नवजात की दादी श्रीमती शारदा मंडावी को इससे बड़ी राहत मिली और भावुक होकर बताया कि कका के बारे में बहुत सुने रहेन। मिल के बहुत अच्छा लगिस। कका हमर मन के सब चिंता ल दूर कर दिस।मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य हमारे लिए सबसे जरूरी है, इसलिए हमने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत दी जाने वाली राशि की सीमा बढ़ाकर 25 लाख कर दी है।
- बालोद । ’करबो मतदान’ कार्यक्रम अंतर्गत बालोद जिले के मतदाताओं को विधानसभा निर्वाचन 2023 में अपने मताधिकार का अनिवार्य रूप से उपयोग करने के लिए पे्ररित करने के लिए 02 अगस्त को दोपहर 12 बजे जिला मुख्यालय बालोद सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में मानव श्रृखंला के निर्माण एवं सायकल रैली का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर बालोद जिले के मतदान आईकाॅन पद्म श्री डोमार सिंह कोसरिया भी उपस्थित रहेंगे। सायकल रैली सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न चैक-चैराहों में भ्रमण करते हुए वापस सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में पहुँचेगी।
- बालोद । भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के निर्देशानुसार एकीकृत मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन दिनांक 02 अगस्त 2023 को किया जाना है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा की अध्यक्षता में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अर्हता तिथि 01 अक्टूबर 2023 कार्यक्रम के संबंध में 02 अगस्त 2023 दिन बुधवार को सुबह 11.30 बजे संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष मे राजनैतिक दलों की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में सभी संबंधितो को निर्धारित तिथि व समय पर उपस्थित होने को कहा गया है।
- -मनोज मरकाम एसडीएम गुण्डरदेही एवं सुरेश साहू एसडीएम डौण्डी बनाए गएबालोद । कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने पूर्व में जारी किए गए जिले में पदस्थ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के कार्य विभाजन आदेश में आंशिक संसोधन करते हुए प्रशासनिक दृष्टिकोण से 02 अधिकारियों के मध्य नया कार्य विभाजन आदेश जारी किया गया। इसके अंतर्गत डिप्टी कलेक्टर श्री मनोज मरकाम एसडीएम गुण्डरदेही एवं डिप्टी कलेक्टर श्री सुरेश कुमार साहू एसडीएम डौण्डी बनाए गए हैं। जारी किए गए आदेश के तहत डिप्टी कलेक्टर श्री मनोज मरकाम को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गुण्डरदेही के अलावा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गये अन्य प्रशासकीय कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह डिप्टी कलेक्टर श्री सुरेश कुमार साहू को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी डौण्डी के अलावा प्रभारी परियोजना प्रशासक एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना डौण्डीलोहारा, प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास तथा कलेक्टर प्रस्तुतकार शाखा, पेंशन प्रकरण, अधीक्षक/ सहायक अधीक्षक शाखा, ऑडिट निरीक्षण, सूचना का अधिकार शाखा एवं जन सूचना अधिकारी, परिवर्तित भूमि, शासकीय आवास आबंटन के अलावा कलेक्टर महोदय के वाहन/अन्य कार्य हेतु पी.ओ.एल. पर्ची हस्ताक्षर करने तथा कलेक्टर जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौपें गये अन्य प्रशासकीय कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है।
- बालोद । जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित बालोद के हितग्राहियों के चयन हेतु जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक विधायक संजारी बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा की अध्यक्षता में 28 जुलाई को संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में सांसद प्रतिनिधि श्री अशवन बारले, कार्यपालन अभियंता जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित बालोद द्वारा वर्ष 2023-24 में राष्ट्रीय निगम की योजना अनुसूचित जनजाति टर्म लोन योजना (उद्योग क्षेत्र) में 01 आवेदक का चयन एवं अनुमोदन किया गया। जिसमें “प्रथम आए, प्रथम पाए‘‘ के आधार पर गुड्स कैरियर योजना के आधार पर 01 आवेदक का चयन एवं अनुमोदन किया गया। इसके अलावा स्मॉल बिजनेस योजना में कुल 09 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें लाटरी के माध्यम से 01 आवेदक का चयन एवं अनुमोदन किया गया एवं 03 आवेदकों को प्रतिक्षा सूची में रखा गया। इसके साथ ही 13 करोड़ 26 लाख रुपये की ऋण प्रदान हेतु 03 आवेदकों का चयन एवं अनुमोदन तथा 03 आवेदकों को प्रतिक्षा सूची में सम्मिलित करने हेतु चयन समिति के समक्ष रखा गया। जिन्हें समिति द्वारा चयन एवं अनुमोदन किया गया।
- -जिले के शिक्षित बेरोजगारों ने की योजना की सराहनाबालोद। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बेरोजगारी भत्ता योजना के चैथी किश्त के रूप में बेरोजगारी भत्ता योजना से लाभान्वित बालोद जिले के 10,607 हितग्राहियों के खाते में 02 करोड़ 65 लाख 17 हजार 500 रुपये की राशि का अंतरण किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित समारोह में बेरोजगारी भत्ता योजना के अंतर्गत चैथीं किश्त की राशि का अंतरण किया। इस दौरान गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रवीन्द्र चैबे उपस्थित थे। उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंह देव एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा, कौशल विकास विभाग के सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री अवनिश शरण भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।इसी तरह संयुक्त जिला कार्यालय बालोद के एनआईसी कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मिथलेश निरोटी, कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा, सीईओ जिला पंचायत डाॅ. रेणुका श्रीवास्वत, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बसंती बाला भेडिया, उप संचालक पंचायत श्री आकाश सोनी, सहायक संचालक कौशल विकास श्री विकास देशमुख सहित अन्य अधिकारियों के अलावा बेरोजगारी भत्ता योजना से लाभान्वित हितग्राही उपस्थित थे।बालोद जिले के बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों ने राज्य शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना की सराहना करते हुए इस योजना से उन्हें प्रतिमाह मिलने वाली राशि को अपने लिए मुश्किल वक्त का सहारा बताया। इस योजना की सराहना करते हुए बालोद जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम सुन्दरा निवासी बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत लाभान्वित हितग्राही कुमारी रीना देशमुख ने राज्य शासन की इस योजना को निम्न मध्यम वर्ग के शिक्षित बेरोेजगारों के लिए अत्यंत मददगार बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रतिमाह राशि मिलने से अब उसे समय-समय पर शासकीय नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए जिला मुख्यालय बालोद एवं अन्य स्थानों तक आवागमन करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होती। इसके अलावा अब वे प्रतिमाह मिलने वाली राशि से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु समय पर पाठ्य पुस्तक भी खरीद पा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता इस योजना से प्रतिमाह नियमित रूप से राशि मिलने से मेरे जैसे अनेक शिक्षित बेरोजगारों का आत्मविश्वास में भी वृद्धि हुई है। रीना देशमुख ने कहा कि राज्य शासन के द्वारा बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को प्रतिमाह 2500 रुपये की राशि प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार उपलब्ध कराने की कारगर व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। जिसके अंतर्गत बालोद जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय बालोद में 15 जुलाई को आयोजित ’गढ़बो भविष्य’ प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से उनका चयन लाइफ केयर हाॅस्पिटल रायपुर में नर्सिंग स्टाफ के लिए हुआ है।कुमारी रीना देशमुख ने राज्य में युवाओं के कल्याण एवं इस बेरोजगार हितैषी योजना को लागू कर राज्य के युवाओं को संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति विनम्र आभार व्यक्त करते हुए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है। इसी तरह इस योजना की सराहना बालोद विकासखण्ड के ग्राम पड़कीभाट निवासी वामन डहरिया एवं जितेन्द्र मण्डल ने भी किया है। वामन ने कहा कि वे अत्यंत साधारण कृषक परिवार से संबंध रखते हैं। इसके कारण राज्य में यह योजना लागू होने के पूर्व वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पुस्तक आदि खरीदी के लिए समय पर पैसों की प्रबंध करने में बहुत ही कठिनाई होती थी। इसके अलावा समय पर पैसों के अभाव में शासकीय नौकरी के लिए आयोजित चयन परीक्षा आदि में भी शामिल होने में भी मुश्किल होता था। लेकिन 01 अपै्रल 2023 से राज्य में इस महत्वाकांक्षी योजना के लागू होने से उनके खाते में प्रतिमाह राशि आने लगी है। जिससे वे समय पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु पाठ्य पुस्तकों की खरीदी एवं अन्य जरूरी कार्यों को कर पा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप उसे अब सुखद भविष्य की आस भी जगने लगी हैै। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बालोद जिला प्रशासन द्वारा बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को स्वरोजगार प्रदान करने के लिए भी कारगर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। जिसके फलस्वरूप वे आजीविका महाविद्यालय बालोद में सुरक्षा गाॅर्ड का ट्रेनिंग भी ले रहे हैं।
- -जनचौपाल में प्राप्त हुए लगभग 50 आवेदन-अवैध कब्जे की शिकायत, योजनाओं का लाभ दिलाने आमजनों ने दिया आवेदनरायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में जिले के नागरिकों से उनकी समस्याएं सुनी। डॉ भुरे ने जन चौपाल में पहुंचे आमजनों से उनकी समस्याओं से संबंधित आवेदन प्राप्त किए एवं नियमानुसार त्वरित निराकरण के लिए आधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सभी शासकीय योजनाओं का उचित क्रियान्वयन करने और आम लोगों को समय पर योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जन चौपाल में आज लगभग 50 आवेदन प्राप्त हुए।जन चौपाल में आज वार्ड 14 निवासी अमर दास टंडन ने अपने वार्ड में नल जल योजना के कार्यों को जल्द पूरा कर क्षेत्र के निवासियों को लाभ दिलाने और अपने मजदूर कार्ड में सुधार करवाने आवेदन दिया। इस पर कलेक्टर डॉ भुरे ने संबंधित विभागों को समस्या का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार वार्ड 65 की पार्षद श्रीमती सरिता वर्मा ने वार्डवासियों द्वारा नियमितिकरण करवाने में आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु आवेदन दिया।इसी तरह अभनपुर तहसील के टेकारी गांव के निवासी के.पी. मंडल ने अपने गांव की भूमि पर कब्जे की शिकायत संबंधी आवेदन दिया। रमन मंदिर वार्ड 14 की निवासी दुर्गा साहू ने ई-रिक्शा की सब्सिडी का लाभ दिलाने, ग्राम कलियारी निवासी कुसुम बाई साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, मंदिर हसौद तहसील के कुहेरा निवासी मोहम्मद नईम ने अपनी स्वामित्व की भूमि से कब्जा हटाने, ग्राम खमतराई निवासी प्रेम लाल ने अपने आधिपत्य की भूमि का हक दिलाने कलेक्टर को आवेदन दिया।कलेक्टर डॉ भुरे ने जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों का समय-सीमा के भीतर निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
- -सेक्टर अधिकारियों का हुआ पहला प्रशिक्षण कार्यक्रमरायपुर / विधानसभा निर्वाचन की तैयारी के लिए आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में सेक्टर अधिकारियो के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसे कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव करीब है। यह अनिवार्य सेवाओं में शामिल है। सेक्टर अधिकारियों के कार्य महत्वपूर्ण होते हैं। सभी अधिकारी मतदान का कार्य गम्भीरता से करे। उन्होंने चुनावी साक्षरता को बढ़ाने के लिए मतदाता जागरूकता फोरम (VAF) का गठन करने और सभी सरकारी विभागों में VAF के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया के बारे में चर्चा करने के निर्देश दिए ।उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारी पीठासीन अधिकारी और निर्वाचन अधिकारी के मध्य कड़ी होता है। यह भारत निर्वाचन आयोग जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी की ऑख और कान है। सेक्टर अधिकारी अपने प्रभार क्षेत्र के मतदाताओं विशेषकर अति संवेदनशील मतदान केन्द्र के मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग की भूमिका निभाता है। कलेक्टर ने कहा कि 1 सेक्टर में 10 से 12 बूथ है उसमें चुनाव शान्ति पूर्ण ढंग से करवाना सुनिश्चित करे। सेक्टर अधिकारी के अधीन सेक्टर का कम से कम तीन बार भ्रमण करें। साथ ही एक रूट चार्ट बना ले। वलनेरेबिलिटि बूथ की पहचान करे और आकलन कर प्रतिवेदन दे। इसके लिए पूर्व में संबंधित क्षेत्र में घटनाओं, मतदान केंद्र की स्थिति आदि का अध्ययन करलें। उन्होंने कहा कि सभी सम्बंधित अधिकारियों का नम्बर रखें, निरन्तर सम्पर्क रखें।कलेक्टर ने कहा मतदान का शुरुआत के और अंत के समय महत्वपूर्ण होते है, उस समय सावधानी भी रखें। उन्होंने कहा कि विभागीय बैठकों या फिल्ड में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम के दौरान भी सभी विभाग मतदाता जागरूकता फोरम के माध्यम से शत प्रतिशत मतदान करने हेतु लोगों को प्रेरित करने के लिए निर्देश दिए गए। इसके साथ-साथ विभाग के सभी कर्मचारी व उनके परिवारों को अपने मताधिकार का प्रयोग सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गजेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा, कम मतदान वाले क्षेत्रों की पहचान कर इन क्षेत्रों में टीम बनाकर सघन प्रचार अभियान चलाने हेतु प्रेरित किया गया, ताकि इन क्षेत्रों में मतदान के प्रतिशत में वृद्धि सुनिश्चित की जा सके। बैठक में एडीएम (ADM) अर्थात जोड़ना (addition), हटाना (deletion), संशोधित (modified) करने के लिए फार्म 6,7, 8 भरवाने एवं लोगों में अधिक से अधिक मतदाता जागरुकता लाने को कहा गया। उल्लेखनीय है कि जिले मे कुल मतदान केन्द्र 1 हजार 869 है, जिनमें 147 सेक्टर हैं। इसके अलावा 9 सेक्टर रिजर्व हैं। बैठक में विभिन्न सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।
- - तालपुरी के कॉलोनीवासियों ने आवारा कुत्तों को हटाने दिया आवेदन-कॉलोनी में पहुंचा गंदा पानी जनदर्शन में पहुंचे निवासी- जनदर्शन में प्राप्त हुए 150 आवेदनदुर्ग, / कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रति सोमवार को आयोजित होने वाले कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम में कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिले के विभिन्न स्थानों से पहंुचें लोगों से मुलाकात कर उनकी मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी लेते हुए प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक पहल करने को कहा। आज जनदर्शन में 150 आवेदन प्राप्त हुए।कलेक्टर जनदर्शन में उरला निवासी विनिता शर्मा मंद बुद्धि व दोनों पैरों से दिव्यांग की समस्या लेकर अपनी माता के साथ जनदर्शन में आवेदन लेकर पहुंची। उनकी माता ने बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी के अभाव में विनिता का दिव्यांगता प्रमाण पत्र नही बन पाया था, किन्तु अब दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन चुका है। चूंकि वह अत्यंत गरीब व असहाय है, जिसके चलते उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कलेक्टर ने त्वरित कार्यवाही करते हुए विनिता शर्मा को समाज कल्याण विभाग के द्वारा तत्काल व्हीलचेयर प्रदान किया। व्हीलचेयर मिलने पर विनिता और उनकी माता ने खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।इसी प्रकार घर बनाने के लिए अनुदान राशि की मांग लेकर पहुंची जामुल निवासी श्रीमती केवरा यादव ने बताया कि सुभाष नगर जामुल में उनका कच्चा घर बना हुआ था। अधिक बारिश होने की वजह से घर टूट गया, चूंकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही होने की वजह से पुनः घर बनाने में असमर्थ है। इस पर कलेक्टर ने तहसीलदार दुर्ग को आपदा प्रकरण बनाने एवं नगर पालिका जामुल को नियमानुसार आवास प्रदान करने को कहा।ग्राम चंदखुरी के वार्ड 13 के निवासियों ने नाली निर्माण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। निवासियों ने बताया कि गंदे पानी की निकासी हेतु नाली न होने के कारण घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क एवं कॉलोनी में बहता है, जिससे कॉलोनी में कीचड़ एवं बदबू हमेशा फैला रहता है। बदबू के कारण स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ रहा है। इस पर कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।तालपुरी के कालोनीवासियों ने आवारा कुत्तों को हटाने आवेदन दिया। उन्होंनेे बताया कि तालपुरी कॉलोनी में आवारा कुत्तों की तादाद बढ़ती जा रही है। रास्ते में चलना कठिन हो गया है। चाहे आप पैदल हो या गाड़ी में ये कुत्ते झुण्ड में दौड़ाते हैं। कुत्तों के कारण बुजुर्गों एवं बच्चों का घर से बाहर जाना मुश्किल हो गया है। कलेक्टर ने संज्ञान में लेते हुए आयुक्त नगर निगम रिसाली को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।इसी प्रकार शहीद वीर नारायण स्कूल के द्वारा अवैध बाउन्ड्रीवॉल निर्माण करने, आवासीय क्षेत्र में ट्रक बाडी दुकान स्थायी रूप से बंद कराने, नल कनेक्शन, गांव के खाली जगह में नाली का कचरा डंप करने, अवैध मुरूम उत्खनन पर रोक लगाने, केमिकल स्टोर कंपनी बंद करवाने, स्कूल के सामने स्पीड ब्रेकर बनाने, पट्टा प्रदान करने, कृषि भूमि पर पानी निकासी अवरोध को हटाने, अवैध कब्जा, बटंवारा, आर्थिक सहायता, सीमांकन, स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश, प्रधानमंत्री आवास योजना, राशन कार्ड सहित अन्य आवेदन जनदर्शन में प्राप्त हुए। इन सभी आवेदनों पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया है।
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-कलेक्टर ने कृषि सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक ली
रायपुर /कलेक्टर ने आज कृषि, उद्यानिकी और मत्स्य की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट के अधिक से अधिक उठाव करवाने कहा। साथ ही अधिक से अधिक किसान फसल बीमा योजना के दायरे में लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का अधिक से अधिक लाभ देने को कहा। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के प्रकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए।बैठक में बताया गया कि बीज में 134 नमूनें लिए गए, जिसमें से 2 नमूने, कीटनाशक में 62 सैंपल लिए गए जिनमें केवल 2 नमूने फेल हुए। इसी प्रकार उर्वरक में 170 सैंपल दिए गए जिनमें 59 की रिपोर्ट आई है, इसमें अभी तक कोई भी अमानक नही पाया गया है। इसी तरह 170 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। जिन केन्द्रों में कमी पाई गई उनको नोटिस जारी दिया गया है। उद्यानिकि विभाग की समीक्षा के उपरान्त कलेक्टर ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद के अर्न्तगत पपीता को जिले में बढावा दें और अन्य उत्पाद बनाकर मार्केटिंग की व्यवस्था करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अबिनाश मिश्रा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। - भिलाई नगर/ शासन की योजना रोका छेका के अंतर्गत सड़क पर आवारा घुमने वाले तथा सड़क में बैठने से यातायात को प्रभावित करने वाले पशुओं की धड़पकड़ की कार्यवाही निगम के अमला द्वारा आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर की जा रही है। सड़को पर पशुओं के कारण होने वाले दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रोका छेका अभियान चलाये जाने के निर्देश है, निगम आयुक्त श्री रोहित व्यास ने निगम की टीम गठित कर सड़कों पर आवारा घुमने वाले तथा झुण्ड बनाकर सड़क के बीचो बीच बैठकर यातायात को प्रभावित करने वालो मवेशियों को पकड़कर गौठान में रखने को कहा है। इसी कड़ी में निगम का राजस्व अमला नेहरू नगर चौक से डबरापारा खुर्सीपार चौक तक जी.ई.रोड के दोनो तरफ सड़क पर घुमने वाले तथा समुह में बैठे पशुओं को पकड़कर काउ कैचर के माध्यम से गौठान में छोड़ रहे है। ताकि यातायात में कोई बाधा न आये टीम द्वारा शहर के भीड़ भरी सड़क, बाजार व व्यवसायिक क्षेत्रों से भी पशुओं की धड़कपड़ कर रही है। विगत एक माह में 134 गाय और 129 सांड को पकड़कर गौठान में रखा जा चुका है। आयुक्त ने नगर के पशुपालकों से अपील करते हुए कहा है, कि सघन बस्ती के बीच संचालित खटालों को बंद कर रखें। पशुपालक अपने मवेशियों को सड़को पर आवारा न छोड़े ऐसा पाये जाने पर निगम में दण्ड अधिरोपित किये जाने के प्रावधान है। निगम ने गौ सेवा क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्थाओं से कहा है कि पशुओं से होने वाली दुर्घटना से बचने के लिए रेडियम पट्टी पशुओं को लगाने हेतु निगम को सहयोग प्रदान करें ताकि अंधेरे में वाहन चालक दुर से पशुओं की पहचान कर सुरक्षित यात्रा कर सके।
- भिलाई नगर । 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नगर पालिक निगम के 07 कर्मचारियों को ससम्मान विदाई दी गई। निगम प्रशासन की ओर से कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह, शाॅल और श्रीफल भेंट करते हुए सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना किए।अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी ने कहा कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों ने निगम के हर कठिन परिस्थितियों में काम करते हुए कई उपलब्धियां हासिल किए है जिसके लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किए और सेवानिवृत्त के बाद आप समाज के अच्छे कार्यों में सहभागी बने।सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के साथ कार्य करने वाले अन्य कर्मचारियों ने उनके साथ बिताए समय को याद करते हुए उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना किए और उनके उज्जवल भविष्य कि कामना की62 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नगर पालिक निगम भिलाई के श्री रविशंकर महलवार आ0 श्री घासीराम महलवार राजस्व निरीक्षक जोन 05, श्रीमती कौशिल्या बाई आ0 श्री गणेश स्वच्छता पर्यवेक्षक जोन 03, श्री सुरेन्द्र कुमार वैष्णव आ0 स्व0 शंकरलाल वैष्णव पम्प सहायक जोन 04, श्री ध्रुवनारायण तिवारी आ0 श्री सोहन लाल तिवारी चेनमेन राजस्व विभाग, श्री रिखीराम आ0 स्व0 अघनू सफाई कामगार जोन 05, श्री थान सिंह आ0 श्री कलवा राम सफाई कामगार वाहन शाखा एवं श्री किशन बहादुर आ0 श्री हरक बहादुर चैकीदार प्रथम अपीलीय कक्ष सहित 07 कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने पर बिदाई दी गई। बिदाई समारोह में बसंत देवांगन, संजय शर्मा, राज सच्चर, रोहित बंजारे, दिनेश बेलचंदन मोहन्ति, सहित निगम के अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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-गाजे-बाजे के साथ बीएसपी के मैन गेट से उनके निवास स्थान तक विदाई जुलूस भी निकाला गया,*टी सहदेवभिलाई नगर। तेलुगु कम्युनिटी वेलफेयर एसोसिएशन से संबद्ध अखिल भारतीय तेलुगु सेना के बैनर तले सोमवार को स्टील एंप्लॉइज यूनियन, इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पीवी राव को सेवानिवृत्ति पर समारोहपूर्वक विदाई दी गई। इस दौरान गाजे-बाजे के साथ बीएसपी के मैन गेट से उनके निवास स्थान तक विदाई जुलूस भी निकाला गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के अलावा यूनियन के पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।उल्लेखनीय है कि उन्होंने बीएसपी में पैंतीस वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के दौरान ट्रेड यूनियन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर तेलुगु सेना के प्रदेशाध्यक्ष नीलम चन्ना केशवुलु ने उनका शॉल, श्रीफल और पुष्पमाला से अभिनंदन किया तथा यूनियन तथा सामाजिक स्तर पर दिए गए उनके योगदान का स्मरण कर सराहना भी की। पीवी राव एक ओर जहां आंध्र साहित्य समिति के अध्यक्ष और तेलुगु सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं, तो दूसरी तरफ वे राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेड यूनियन के विशेष आमंत्रित सदस्य तथा प्रदेश में इंटक के वरिष्ठ सचिव भी हैं। विदाई समारोह में तेलुगु सेना के सह सचिव लक्ष्मी नारायण, जिलाध्यक्ष डी मोहन राव, उपाध्यक्ष पद्म किशोर एवं नागेश्वर राव, मीडिया प्रभारी टी सहदेव, इंटक के प्रदेश महासचिव संजय साहू, वरिष्ठ सचिव गुरुदेव साहू, कार्यकारिणी सदस्य अनिल पारखे, बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता, कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।पीवी राव आंध्र साहित्य समिति के अध्यक्ष के तौर पर बालाजी के सोने से बने वरद हस्त तथा अभय हस्त, भगवान की सवारी के लिए हनुमंत वाहन एवं शेषनाग वाहन, बालाजी मंदिर परिसर में सांस्कृतिक मंच और डोम शेड की व्यवस्था कराने में सक्रिय भूमिका रही। इसके साथ ही उन्होंने तेलुगु सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में समाज के विभिन्न संगठनों को एक छतरी के नीचे लाने और आंध्र प्रदेश की संस्कृति को भिलाई में विशिष्ट पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। - -अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 16 अगस्त की गई- एचडीएफसी इरगो कंपनी कर रही है बिलासपुर जिले में फसल बीमाबिलासपुर, /छत्तीसगढ़ में खरीफ फसलों को होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की क्रियान्वयन संबंधी अधिसूचना कृषि विभाग द्वारा जारी कर दी गई है। खरीफ वर्ष 2023 में फसल बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई को आगे बढ़ाते हुए 16 अगस्त निर्धारित की गई है। सूखा और अल्प वृष्टि को देखते हुए भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई है। फसल बीमा के लिए भारत सरकार द्वारा सूचीबद्ध बीमा कंपनियों में से एचडीएफसी इरगो कंपनी लिमिटेड का चयन जिला बिलासपुर हेतु खरीफ तथा रबी वर्ष 2023-24, 2024-25 व वर्ष 2025-26 के लिए किया गया है।कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में बिलासपुर जिला के किसान मुख्य फसल धान सिंचित धान असिंचित व अन्य फसल-जैसे मक्का, सोयाबीन, अरहर, मूंग उड़द, कोदो, कुटकी एवं रागी का बीमा करा सकते हैं। ऋणी व अऋणी कृषक जो भू-धारक व बटाईदार हों, योजना में ऐच्छिक रूप से शामिल हो सकते है। कृषकों द्वारा प्रदाय की जाने वाली प्रीमियम दर खरीफ वर्ष 2023 के लिए बीमित राशि का 2 प्रतिशत धान सिंचित में 1160) व धान असिंचित में 820रू प्रति हेक्टेयर निर्धारित की गई है। जो अऋणी कृषक योजना में सम्मिलित होने के इच्छुक हों, वे स्वयं प्रमाणित बुआई प्रमाण पत्र, आधारकार्ड, बैंक पासबुक व भूमि के दस्तावेज के साथ बैंक/वित्तीय संस्थान, लोकसेवा केन्द्र क्रियान्वयन बीमा कंपनी में 16 अगस्त तक आवेदन कर योजना में शामिल हो सकते हैं। अधिसूचित बीमा में अधिसूचित फसल के प्रतिकूल मौसम से होने वाले नुकसान से राहत दिलाने के लिए बोआई से कटाई तक जोखिम, स्थानीय आपदाएं एवं फसल कटाई के उपरांत सूखने के लिए खेत में रखे करपा को होने वाले नुकसान तथा फसल पैदावार के आधार पर व्यापक क्षति को योजना में शामिल किया गया है। अतः कृषक बंधुओं से अपील की जाती है कि अधिक से अधिक संख्या में फसल बीमा कराकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लें। अधिक जानकारी के लिए अपने ग्राम सर्किल के ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी अथवा कृषि विकास अधिकारी या कार्या वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी में संपर्क कर सकते हैं।
- रायपुर। राज्य शासन ने भारतीय वन सेवा के 1990 बैच के अधिकारी वी. श्रीनिवास राव को प्रधान मुख्य वन संरक्षक के पद पर नियुक्त किया है। इस संबंध में वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। श्री राव अभी प्रभारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक का दायित्व निभा रहे थे।

- रायपुर। राज्य शासन ने आज भारतीय वन सेवा के 23 अधिकारियों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए हैं।देखें पूरी सूची--



- समूह की 501 महिलाएं उत्पादित धागे से 1 करोड़ 95 लाख 40 हजार रुपए का लाभ अर्जित कियारायपुर /स्व-सहायता समूह की महिलाएं अब कोसा से धागा निकालने की कला सीखकर अपने जीवन के ताने-बाने बुन रही हैं। इसी कड़ी में जशपुर जिले के कुनकुरी, फरसाबहार, पत्थलगांव और कांसाबेल विकासखण्ड में 07 महिला स्व-सहायता समूह गठन किया गया। महिला समूह के द्वारा टसर धागाकरण कार्य कर धागा उत्पादन किया जा रहा हैं। उत्पादित धागे का समूह के द्वारा बेचकर 1 करोड़ 95 लाख 40 हजार 383 रूपए का लाभ अर्जित किया गया। स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपनी आमदनी को बढ़ाते हुए जीवन स्तर को बेहतर बना रही हैं। पूर्व में आय के स्रोत के रूप में सिर्फ खेती, घर के बाड़ी व वन उत्पादों से जीविकोपार्जन कर रही थीं।स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने शासकीय कोसा बीज केन्द्र कुनकुरी में चल रहे टसर धागाकरण योजनान्तर्गत संचालित टसर मशीनों को देखने आई एवं धागाकरण कार्य को देखकर स्व-प्रेरित होकर स्वयं भी इस कार्य को करने के लिए इच्छा प्रकट की। विभाग द्वारा इन महिलाओं को समूह बनाकर टसर धागाकरण प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण के उपरांत स्व-सहायता समूह की महिलाएं कोसा से धागा निकालने की कला को निखारते हुए निरंतर इस कार्य को कर रही हैं। वर्ष-2022-23 में टसर धागाकरण 7 समूह की 501 महिलाओं के द्वारा 33,55,279 किलोग्राम रिलींग धागा, 2315.273 किलोग्राम घींचा धागा एवं वेस्ट सामग्री से 547.148 किलाग्राम धागा का उत्पादन किया गया हैं। उपरोक्त टसर धागारकण कार्य में महिलाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने हेतु डीएमएफ एंव आईटीडीपी तथा विभागीय योजना से महिलाओं को मशीन प्रदाय किया गया। समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण हेतु राशि जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराया गया, जिसके द्वारा 501 महिलाएं टसर धागाकरण कार्य कर स्वावंलम्बी हो चुकी हैं।छत्तीसगढ़ में कोसा से धागा निकालने का कार्य कुछ चुनिंदा जगहों पर ही किया जाता है। एक बार धागा निकालने की कला सीखने के बाद कमाई का जरिया पारंपरिक रूप से यह कला पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होती जाती है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं कोसा खरीदी से लेकर धागा बनाने और बेचने तक का काम सीख चुकी हैं। कोसा से धागा निकालने की प्रक्रिया में सबसे पहले महिलाएं कोसे की ग्रेडिंग करती हैं। ग्रेडिंग के उपरांत प्रतिदिन के हिसाब से कोसा उबाला जाता है और उबले हुए कोसे से धागा बनाया जाता है। धागा पैकिंग कर व्यापारियों को बेच दिया जाता है। प्राप्त पैसे से कोसे फल का पैसा रेशम विभाग को दिया जाता है और बचे हुए पैसे से महिलाएं अपना घरेलू व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं और स्वावलंबन की राह में आगे बढ़ते हुए महिलाओं की किस्मत भी कोसे की तरह चमकने लगी है।
- -अधिकारियों को निर्देश, योजनाओं के सरलीकरण पर करें काम, योजनाओं का प्रचार-प्रसार हो सुनिश्चित-कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देशरायपुर । छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में कृषि विभाग के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। कृषि मंत्री का पदभार मिलने के बाद श्री साहू ने पहली बार अधिकारियों की बैठक ली और उनसे कहा कि राज्य सरकार का मुख्य फोकस किसान और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर है। श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप मैदानी अमले कृषि और उससे जुड़े विभागों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें तथा किसानों से जुड़ी समस्याओं और उनके निराकरण के लिए पहल करें। श्री साहू ने कहा कि किसानों को समय पर खाद-बीज आदान सहायता के साथ ही अन्य जरूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।श्री साहू ने कहा कि किसान समृद्धि योजना और शाकम्भरी योजना से किसानों को सिंचाई का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने के लिए विभाग कार्य करे। उन्होंने कहा कि जैविक खेती का रकबा अधिक से अधिक बढ़ाए और साथ ही इसका प्रमाणीकरण भी करें। श्री साहू ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानो को खाद और बीज की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही अधिकारियों को बेहतर काम करने और योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए।समीक्षा बैठक के दौरान श्री साहू ने गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि विभाग के साथ ही मंडी बोर्ड, बीज एवं कृषि विकास निगम तथा उद्यानिकी विभाग के योजनाओं की भी गहन समीक्षा की। श्री साहू ने अधिकारियों को उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के निर्देश भी दिए।कृषि मंत्री ने फसलों के बीमा के संबंध में अधिकारियों के चर्चा करते हुए कहा है कि ब्लाक स्तर के कृषि अधिकारियों की ये जिम्मेदारी है कि वो किसानों को योजनाओं की बेहतर तरीके से जानकारी दें और फसल बीमा के बारे में किसानों को अवश्य जागरूक करें।समीक्षा बैठक के दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कृषि मंत्री को विभाग की सभी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी। बैठक में इंदिरा गाधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल, गोधन न्याय योजना के प्रबंध संचालक डॉ. अयाज तम्बोली, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन व्ही. एवं मंडी बोर्ड के महाप्रबंधक श्री महेन्द्र सिंह सवन्नी समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
- -सड़कोें पर घुमंतू पशुओं को रोकने किए जा रहे विशेष प्रयासरायपुर /प्रदेश की सड़कोें पर घुमंतू पशुओं के विचरण को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। पशु धन विकास विभाग द्वारा पशुओं को टैग लगाया जा रहा है। पशुओं को रेडियम बेल्ट बांधे जा रहे है। पशु मालिको को समझाईश दी जा रही है कि वे अपने पशुओं को सड़कों पर नही छोड़े। यदि ऐसा पाया जाता है तो ऐसे पशु मालिकों पर अर्थदण्ड की कार्यवाही की जाएगी। सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने और पशुओें के कारण सड़कांे पर होने वाले दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के परिपालन में गठित समिति की बैठक मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में सम्पन्न हुई। बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही की विस्तार से समीक्षा की गई।मुख्य सचिव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर आने वाले पशुओं के केचमंेट ऐरिया को चिन्हित करें एवं आस-पास के कांजी हाउस, गौशाला और गौठानों में घुमंतू पशुओं को रखने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं करें। मुख्य सचिव ने कहा है जहां भी पशुओं को रखा जाए वहां साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो तथा वह स्थान सूखा हो, गीले जगह पर पशुओं को नही रखा जाए। मुख्य सचिव ने कहा है कि पशुओं के सड़कों पर आने के कारण जो नुकसान हो रहा है इसके लिए व्यापक जन-जागरूकता लाने को कार्य किए जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग लिया जाए। यह एक सार्वजनिक हित का कार्य है। जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। बैठक में अंतर्विभागीय लीड ऐजेंसी सड़क सुरक्षा के अध्यक्ष श्री संजय शर्मा ने सड़कों पर जानवरों से टकराकर होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी दी। मुख्य सचिव ने पुलिस परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहा कि देश के अन्य राज्यों में सड़कों पर मवेशी रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों का अध्ययन कर जानकारी हासिल करें।बैठक में सड़कों पर पशुओं को छोड़ने वाले पशु मालिकों की सी.सी.टी.व्ही. कैमरे से निगरानी करने और ऐसे पशु मालिकों पर अर्थदंड लगाने के संबंध में भी चर्चा हुई। बैठक में सड़कों के किनारे पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के प्रचार-प्रसार हेतु साइन बोर्ड लगाने सहित अन्य विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ। बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव डॉ. अयाज तम्बोली, संचालक पंचायत श्री कार्तिकेय गोयल, संचालक नगरीय प्रशासन श्री सारांश मित्तर सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, लोक निर्माण, पशुपालन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, परिवहन, विधि एवं विधायी कार्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
- -युवाओं ने मुख्यमंत्री का जताया आभार, कहा-भविष्य संवारने के लिए बड़ा कदमरायपुर /मुख्यमंत्री निवास रायपुर में बेरोजगारी भत्ता योजना के राशि अंतरण कार्यक्रम में पहुंचे युवा हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री के सामने दिल खोल के बात रखी। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए युवाओं ने कहा कि इस योजना से उन्हें बड़ा सहारा मिला है। परीक्षा की तैयारी और इससे जुड़े अन्य खर्चों के लिए भी परिवार पर उनकी निर्भरता कम हुई है। युवाओं ने कहा कि आप ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सदैव युवाओं को आगे बढ़ाने और उन्हें नेतृत्व देने की बात करते हैं। युवाओं को कौशल विकास व उद्यमिता से जोड़ा और रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर जिन युवाओं को नौकरियां मिली है, उन्होंने ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने भी युवाओं को नए रोजगार के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में बेरोजगारी भत्ता योजना के हितग्राहियों के राशि अंतरण कार्यक्रम के दौरान युवाओं से बात की। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के जनप्रतिनिधि और हितग्राही शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री के युवाओं से बातचीत के दौरान कई रोचक सवाल-जवाब भी हुए।दुर्ग के सुमन को मिल रहा है प्रशिक्षण, बैंगलोर में मिलेगी नौकरीदुर्ग जिले के डुण्डेरा के रहने वाले सुमन क्षत्री को पिछले 4 महीने से बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और बेरोजगारी भत्ते के साथ ही कौशल प्रशिक्षण मिल रहा है। सुमन ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें बैंगलोर स्थित कंपनी में कार्य करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल के पूछने पर सुमन ने बताया कि शुरूआत में उसे 15 हजार रूपए प्रतिमाह मिलेंगे। इसके बाद 30 प्रतिशत इन्क्रीमेंट के साथ सैलरी बढ़ेगी।दंतेवाड़ा की अनिता, गरियाबंद के दलेश्वरी को मिला है रोजगारवीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़ी दंतेवाड़ा की अनिता ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसे लाईवलीहुड कॉलेज में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण मिल रहा है। प्रशिक्षण अगस्त में पूरा हो जाएगा, उसके बाद उसे नौकरी मिल जाएगी। वहीं गरियाबंद की दलेश्वरी निषाद ने बताया कि उसे लगातार बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और जिला प्रशासन के सहयोग से डाटा ऑपरेटर की ट्रेनिंग मिली है। अब दलेश्वरी को नौकरी मिल चुकी है।इसके साथ ही कई अन्य जिलों के हितग्राहियों ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल से बात कर युवाओं के हित में शुरू की गई योजनाओं के लिए आभार जताया।
- -निकरा परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्रों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजितरायपुर / छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के जिले में जलवायु सहनशील कृषि हेतु नवाचार (निकरा) परियोजना संचालित करने वाले 11 कृषि विज्ञान केन्द्रों की दो दिवसीय वार्षिक समीक्षा कार्यशाला का आयोजन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशालय विस्तार सेवाएं में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन श्री मोहन मण्डावी, सदस्य, कृषि संसदीय समिति, भारत सरकार एवं सांसद, कांकेर के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. व्ही.के. सिंह, निदेशक, केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने की।कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री मोहन मण्डावी ने इस अवसर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं रसायनों के उपयोग को कम करने हेतु जोर दिया, साथ ही कृषि के क्षेत्र में पारंपरिक ज्ञान का उपयोग अधिक से अधिक करने की आवश्यकता बतलाई। श्री मण्डावी ने कहा कि पहले कृषक अपने पारंपरिक ज्ञान के आधार पर मौसम आधारित खेती करते थे, जिससे सभी कार्य समय पर एवं मौसम की प्रतिकूलता से बचाव के साथ होता था। उन्होंने कृषि एवं संबंधित विषयों पर स्थानीय भाषा में कृषकों को सलाह देने हेतु वैज्ञानिकों को निर्देशित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. व्ही.के. सिंह ने अपने उद्बोधन में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के निकरा परियोजनान्तर्गत अंगीकृत ग्रामों में चल रही गतिविधियों तथा बदलती जलवायु, बढ़ते तापमान एवं अनियमित वर्षा के कारण फसलोत्पादन में कमी, पालतू पशुओं की उत्पादकता में कमी तथा जलवायु परिवर्तन के अन्य दुष्प्रभावों से निपटने की रणनीति की जानकारी दी। अटारी, जबलपुर के निदेशक डॉ. एस.आर.के. सिंह द्वारा निकरा परियोजना की शुरूआत एवं इसके लाभकारी परिणामों के बारे में जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ राज्य में इस परियोजना के अन्तर्गत 3 कृषि विज्ञान केन्द्र दन्तेवाड़ा, भाटापारा एवं बिलासपुर को चिन्हित किये गये हैं। उन्होंने जलवायु सहनशील वैज्ञानिक तकनीकों के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया। डॉ. जे.व्ही.एन.एस. प्रसाद ने निकरा परियोजना के सभी अनुशंसित अवयवों में से जिले की जलवायु के अनुरूप तकनीक का चयन कर कृषकों के खेतों में प्रदर्शन तथा प्रशिक्षण आयोजित करने का आग्रह किया। वर्षा आधारित खेती में दोफसली रकबा बढ़ाने हेतु उतेरा, जीरो टिलेज कृषि को प्रसारित करने का सुझाव दिया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक विस्तार डॉ. अजय वर्मा ने समय- समय पर एवं कम लागत में कृषि कार्य सम्पन्न करने हेतु मौसम आधारित कृषि यंत्रीकरण का समुचित उपयोग करने हेतु सुझाव दिये तथा बदलते मौसम के अनुरूप कृषि की तकनीकी का प्रसार करने का आग्रह किया।डॉ. विजय जैन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहन्दा, दुर्ग ने दुर्ग जिले में निकरा परियोजनान्तर्गत जिले में किये गये विभिन्न कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र दतिया, झाबुआ, टीकमगढ़, भिण्ड, डिण्डौरी, रतलाम, मुरैना एवं छतरपुर तथा छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केन्द्र दुर्ग, महासमुन्द एवं रायगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुखों तथा नोडल अधिकारी ने विगत वर्षों के कार्यों तथा आगामी कार्ययोजना की प्रस्तुतिकरण दिये, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा आवश्यकतानुसार सुझाव एवं निर्देश दिये गये। इस अवसर पर डॉ. व्ही.के. पाण्डे, अधिष्ठाता, कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर, डॉ. जी.के. दास, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, रायपुर, डॉ. रेड्डी, प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ. जी.पी. अयाम, डॉ. डी.पी. पटेल, डॉ. ज्योति भट्ट एवं निकरा कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, नोडल अधिकारी, वैज्ञानिक एवं अंगीकृत गांव के कृषक प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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