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- -नक्सल प्रभावित गांव की महिलाओं ने नक्सलियो के डर से छोड़ा गांव, पांच सालों से होली के मौके पर गुलाब बनाकर कमा रही हजारों रूपए-स्व सहायता समूह की महिलाएं बना रही होली के लिए फूलों और सब्जियों से हर्बल गुलालरायपुर / बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित पंचायत भैरमगढ़ के शिविर में रहने वाली कई महिलाओं की जिंदगी को जहां नक्सलियों ने बेरंग कर दिया था। अपनी जान बचाने के लिए इन महिलाओं ने अपना गांव छोड़ दिया और अब हर्बल गुलाल बनाकर लोगों की जिंदगी में रंग घोल रही हैं। यह काम ये महिलाएं पिछले पांच सालों से बिना किसी परेशानी के कर रही हैं और आने वाले सालों में इसे करने की बात कह रही हैं।बीजापुर जिले के भैरमगढ़़ में बिहान कार्यक्रम के अंतर्गत माँ दुर्गा महिला स्व सहायता समूह की महिलएं पिछले पांच सालों से हर्बल गुलाल बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। इस बार बीजापुर के लोग इनके बनाए हर्बल रंगों और गुलाल से होली खेलेंगे। इन महिलाओं के बनाए हर्बल गुलाल की डिमांड भी काफी अधिक है। कई लोग इनको गुलाल का ऑर्डर भी दे रहे हैं। इधर जनपद पंचायत सीईओ पुनीत राम साहू ने बताया कि महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसका फायदा उठाते ये महिलाएं पिछले पांच सालों से गुलाल बनाकर बाजार में बेचकर इसका फायदा उठा रही हैं। हर साल करीब 50 किलो से ज्यादा गुलाल बेचकर अपने परिवार का भरण भोषण कर रही हैं। इस समय इस समूह में 10 महिलाएं हैं।अलग-अलग फूलों से तैयार हो रहा हर्बल गुलालइस स्वसहायता समूह की महिलाएं होली के लिए अलग-अलग फूलों और सब्जियों से रंग तैयार कर रही हैं। ये महिलाओं पालक भाजी, लाल भाजी, टेसू के फूल, गेंदा फूलों से हर्बल गुलाल तैयार कर रहीं है। इन महिलाओं को पहले से ही प्रशासन की ओर से ट्रेनिंग दी गई है। पिछले पांच सालों में अब तक ये महिलाएं तकरीबन 150 किलो गुलाल बेच चुकी हैं.। खास बात यह है कि ये हर्बल गुलाल लोगों के चेहरे पर नुकसान नहीं पहुंचाता। यही कारण है कि लोग पहले से ही इसका ऑर्डर दे कर हर्बल गुलाल मंगवा रहे हैं। विकास खंड परियोजना प्रबंधक रोहित सोरी ने बताया कि समूह की महिलाएं इतामपार गांव जो इंद्रावती नदी के उस पार वहां की रहने वाली है। नक्सल हिंसा के चलते इन महिलाओं ने गांव को छोड़ दिया है और इस समय भैरमगढ़ के शिविर कैँप में रह रही हैं। इन महिलाओं को जिला प्रशासन के द्वारा रहने की सुविधा दी गई है। सोरी ने बताया कि इसके अलावा ये महिलाएं अलग- अलग व्यसाय कर जीवन यापन कर रही हैं।हर्बल गुलाल की मांग ज्यादास्व सहायता समूह की अध्यक्ष फगनी कवासी और सचिव अनीता कर्मा ने बताया कि पहले हर्बल गुलाल बनाने की ट्रेनिंग जिला प्रशासन द्वारा दी गई थी। यहां बनाया गए रंग पूरी तरह से प्राकृतिक हैं। हम फूल की पंखुड़ियां, पालक भाजी, लाल भाजी,हल्दी, बेसन पलाश के फूलों से अलग-अलग रंग तैयार कर रहे हैं। हमारे बनाए हर्बल गुलाल की डिमांड भी काफी ज्यादा है। इसके चलते हम पिछले पांच सालों से यह काम कर रहे हैं। महिलाओं ने बताया कि जिला पंचायत के साथ ही मार्केट में भी जगह-जगह स्टॉल लगाकर इनका गुलाल बेचा जा रहा है। इससे अच्छी आमदनी भी हो रही है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत भी उपस्थित रहीं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी न केवल प्रखर राष्ट्रवादी थे, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान के दृढ़ रक्षक भी थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन धर्म, संस्कृति और समाज सेवा के लिए समर्पित किया। उनके नेतृत्व में प्रारंभ हुआ ‘घर वापसी’ अभियान एक ऐतिहासिक सामाजिक आंदोलन बना, जिसने हजारों लोगों को उनकी मूल सनातन परंपरा से पुनः जोड़ने का कार्य किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्री जूदेव जी जल, जंगल, जमीन और जनजातीय अस्मिता के सशक्त प्रहरी थे। छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में आदिवासी समाज को उनका गौरव और पहचान लौटाने के लिए उन्होंने अनवरत संघर्ष किया। उनके प्रयासों से समाज में राष्ट्रवादी चेतना का प्रसार हुआ और छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से और अधिक जुड़ने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विचारधारा के प्रतीक थे। उन्होंने अपने जीवन में राष्ट्रवादी मूल्यों को आत्मसात कर समाजहित में कार्य किया। उनकी दृढ़ता, निडरता और ओजस्वी नेतृत्व आज भी हम सभी को प्रेरित करता है। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
- कमिश्नर एवं आईजी ने सभास्थल का लिया जायजाबिलासपुर/प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के बिलासपुर 30 मार्च को आगमन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। बिल्हा के ग्राम मोहभट्ठा में प्रधानमंत्री जी की विशाल आमसभा होगी। आमसभा के लिए स्थल चयन के साथ ही वहां तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। संभागायुक्त श्री महादेव कावरे एवं आईजी श्री संजीव शुक्ला ने अधिकारियों की टीम साथ लेकर दोपहर में स्थल निरीक्षण किया। कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह सहित जिला प्रशासन एवं पुलिस के आला अफसर मौजूद थे। मोहभठ्ठा गांव में लगभग 55 एकड़ खुले मैदान में प्रधानमंत्री जी की सभा होगी। अधिकारियों ने इस मैदान के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए स्थल चिन्हांकित कर तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिए। अफसरों के निर्देश पर तीन-चार बुलडोजर ने मैदान समतलीकरण का कार्य तुरंत शुरू कर दिया। अधिकारियों ने लगभग दो घण्टे तक मैदान के हर कोने कोने तक भ्रमण कर मैदान का सूक्ष्म निरीक्षण किया। हेलीपेड, मंच, बैठक व्यवस्था, बैरिकेडिंग, प्रदर्शनी स्थल, पार्किंग,सुरक्षा व्यवस्था आदि छोटी-छोटी जरूरतों पर विचार-विमर्श किया और निर्देश दिए गये। नगर निगम आयुक्त एवं आयोजन के नोडल अधिकारी अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ एवं सहायक नोडल अधिकारी संदीप अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा, एसडीएम बजरंग वर्मा सहित आयोजन की तैयारी से जुड़े विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
- वूमन कॉमन रूम और झूलाघर "वात्सल्य" की मिली सौगातकार्यालयीन दायित्वों के साथ मां होने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा पाएंगी महिलाएंकलेक्टर ने किया शुभारंभ, महिला कर्मचारियों ने जताया आभारबिलासपुर/जिला कार्यालय में कार्यरत महिला कर्मचारियों के लिए यह अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस यादगार साबित हुआ। बरसो पुरानी उनकी मांग आज पूरी हुई। उन्हें कॉमन रूम और झूलाघर "वात्सल्य"की सौगात मिली। जिला कार्यालय के मंथन हॉल के ऊपर कक्ष के एक हिस्से में कॉमन रूम और झूलाघर बनाया गया है। इसे वात्सल्य नाम दिया गया है। कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने आज इसका शुभारंभ किया। कलेक्टर ने इस अवसर पर सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं भी दी। कॉमन रूम और झूलाघर की आवश्यकता काफी समय से महसूस की जा रही थी। आज पूरी होने पर महिला कर्मचारियों की खुशी देखते बन रही थी। उन्होंने इसके लिए कलेक्टर और जिला प्रशासन का आभार जताया। नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, डिप्टी कलेक्टर सुश्री रजनी भगत सहित बड़ी संख्या में जिला कार्यालय की महिला कर्मचारी मौजूद थी।गौरतलब है कि सितंबर माह में कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने महिला कर्मचारियों की समस्याएं जानने एवं समझने के लिए उनकी बैठक ली थी। बैठक में उनकी समस्याएं सुनकर निदान का भरोसा दिलाया था। इस सिलसिले में यह कॉमन रूम और झूलाघर तैयार करवाया गया है।पूरी सुविधाओं से सुसज्जित है वात्सल्य-कॉमन रूम में सोफा, टेबल, एसी, महिलाओं के लिए टॉयलेट की पूरी व्यवस्था की गई है। झूलाघर को बच्चों के अनुकूल बनाया गया है। यहां बच्चों के मन बहलाने के लिए खिलौने एवं बाल सुलभ सुविधाएं मौजूद हैं। यहां एक आंगनबाड़ी सहायिका भी बच्चों की देखभाल के लिए मौजूद रहेगी। कामकाजी महिलाएं यहां अपने शिशुवती माताएं शिशुओं को फीड भी करा सकती है।महिला कर्मचारियों ने जताया आभार-इस अवसर पर मौजूद महिला कर्मचारी श्रीमती अनिता तन्तुवार, श्रीमती चांदनी धु्रव, सुप्रिया कौशिक, पुष्पा सहारे एवं वर्षा चरण सहित अन्य महिलाओं ने इस सुविधा के लिए कलेक्टर का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पिछले 8-10 बरस से इसके लिए हम प्रयास करते आ रहे थे। कामकाजी महिलाओं के लिए काम के साथ-साथ बच्चों की जिम्मेदारी निभाना चुनौतीपूर्ण होता है। कई बार घर में किसी के ना होने पर हमें बच्चों की देखभाल के लिए अवकाश लेना पड़ता था। अब हमारी यह समस्या दूर हो गई है। अब हम निश्चिंत होकर कार्यालयीन दायित्वों का निर्वहन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि कॉमन रूम की आवश्यकता भी काफी समय से महसूस कर रहे थें। यह हमारा अपना कोना होगा।
- कलेक्टर-एसपी ने किया शुभारंभबिलासपुर/पुलिस परिवार कल्याण अस्पताल, रक्षित केन्द्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार करते हुए डेंटल चिकित्सा सुविधा शुरू की गई है। जिसका शुभारंभ कलेक्टर श्री अवनीश शरण एवं एसपी रजनेश सिंह द्वारा किया गया। कलेक्टर एवं एसपी ने दंत इकाई का अवलोकन किया। उन्होंने सभी को बेहतर डेंटल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। यह सुविधा अस्पताल में सवेरे 9 बजे से 1 बजे तक मिलेगी। पुलिस एवं उनके परिवार जनों को इसकी सुविधा मिलेगी। दंत ईकाई की स्थापना जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से की गई है। इसमें डेंटल सर्जन एवं दंत सहायक की सविदा पर पदस्थ किया गया साथ ही डेंटल चेयर, डेंटल एक्स-रे भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्रय कर उपलब्ध कराया गया है। इस अस्पताल में मिलने वाली सभी सुविधा प्रतिदिन निःशुल्क उपलब्ध रहेगी।
- सभी सौहार्द्र पूर्ण ढंग से और भाईचारे के भाव के साथ त्यौहार मनाएं : एडीएमडीजे व मुखौटे पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध, तेज रफ्तार वाहन चलाने पर होगी कार्यवाहीसभी समाज प्रमुख हुए शामिल, शांतिपूर्ण त्यौहार मनाने का आग्रहरायपुर । कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में आज जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक ली। इस बैठक में सभी समाज के प्रमुख नागरिक शामिल हुए और उन्हें होली व अन्य त्यौहारों के मद्देनजर शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के निर्देश दिए गए। एडीएम श्री देवेन्द्र पटेल ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में होली का त्योहार आने वाला है और इस समय रमजान का महीना भी चल रहा है। नागरिकों से आग्रह है कि सौहार्द्र पूर्ण वातावरण में और भाईचारे के साथ इसे मनाएं। साथ ही प्रशासन से समन्वय बनाएं रखें। इस दौरान समाज प्रमुखों ने भी अपने-अपने सुझाव रखें। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर सुश्री अनुपमा आनंद, परिवीक्षाधीन आईपीएस श्री अमन झा एवं एडिशनल एसपी श्री दौलतराम पोर्ते, अपर कलेक्टर श्रीमती अभिलाषा पैकरा तथा डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम रजक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थिति थे।इस अवसर पर एडीएम श्री देवेन्द्र पटेल ने कहा कि होली का त्यौहार रंगों का त्यौहार है, जो हम सबके जीवन में खुशियां बिखेरते हुए रंगमय बनाता है। होलिका दहन के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर मुरूम की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जोन आयुक्तों को निर्देशित किया गया है। सार्वजनिक स्थानों पर विद्युत व्यवस्था एवं साफ-सफाई किए जाएंगे। साथ ही पर्याप्त पानी की व्यवस्था की जाएगी।एडीएम श्री देवेंद्र पटेल ने कहा कि अस्त्र-शस्त्र के उपयोग एवं प्रदर्शन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। परीक्षाओं को ध्यान रखते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग धीमी स्वर में रात्रि 10 बजे तक ही किया जा सकेगा। मुखौटे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। जबरदस्ती चंदा वसूलने पर कार्यवाही की जाएगी, होलिका दहन सड़क किनारे किया जाएं और होलिका दहन के बाद रेत डलवाने का कार्य किया जाएगा। शराब दुकाने शासन के नीति अनुसार होली के दौरान बंद रहेगी। नगर सेना द्वारा होली त्योहार को देखते हुए फायर ब्रिगेड़ की व्यवस्था सुनिश्चित करें। होली गुलाल एवं रंग से खेली जावेगी। पेंट, कीचड़, वार्निश एवं ऐसे तत्व का उपयोग नहीं किया जाएगा जो शरीर के लिए हानिकारक हो। धार्मिक स्थान पर आने-जाने वालों पर रंग, गुलाल नही डाले जाएंगे। होलिका दहन का कार्य निर्धारित समय से किया जाएगा। खुली जीप अथवा अन्य चार पहिया वाहनों में समूह में एवं दो पहिया वाहनों में तीन सवारी बैठकर हुडदंग न करें और न ही लोंगो के घरों पर रंग डाले। तेज रफ्तार चलाने वाले वाहनों का चिंहाकन किया जाएगा और उन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मुखौटा लगाकर घूमने वालों पर भी सख्त कार्यवाही होगी। शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी। हुडदंग करने वालों पर भी निगरानी रखी जाएगी, किसी भी तरह का अशांति फैलाने पर भी कार्यवाही होगी। इस बैठक में जिला प्रशासन और पुलिस के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
- बच्चों से बातचीत कर पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था का जाना हालबालोद/ कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने आज बालोद विकासखण्ड के पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला जगतरा का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर श्री चन्द्रवाल ने पीएमश्री स्कूल जगतरा के नन्हें-मुन्हें बच्चों से बातचीत कर पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। श्री चन्द्रवाल ने 5वीं कक्षा के बच्चों से उन्हें कराए जाने वाले माॅक टेस्ट के संबंध में जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने बच्चों से सामान्य ज्ञान संबंधी प्रश्न भी पूछा। इस दौरान श्री चन्द्रवाल ने कक्षा तीसरी के विद्यार्थी गुलाब कुमार को उनके जन्म दिन के अवसर पर उपहार भेंटकर उन्हें जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री चन्द्रवाल के मधुर एवं स्नेहिल व्यवहार से पीएमश्री शाला जगतरा के बच्चे बहुत प्रसन्नचित नजर आ रहे थे। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं को पूरे लगन एवं प्रतिबद्धता के साथ विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने को कहा। इस मौके पर कलेक्टर श्री चन्द्रवाल ने स्कूल परिसर में वृक्षारोपण कर स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं बच्चों को पौधों की समुचित देखभाल करने की समझाईश भी दी। इस अवसर पर अतिरिक्त तहसीलदार संध्या नामदेव सहित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
- प्रतिदिन के कुल उत्पादन एवं इस कार्य से होने वाले आमदनी के संबंध में जानकारी लीबालोद/ कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने आज बालोद विकासखण्ड के ग्राम जगतरा में गांव के महिला स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित किए जा रहे रूई बत्ती निर्माण कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान श्री चन्द्रवाल ने मौके पर उपस्थित महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों से प्रतिदिन रूई बत्ती के कुल उत्पादन एवं इससे होने वाले आमदनी के संबंध में जानकारी ली। इस कार्य में लगे स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया ने की एक महिला के द्वारा प्रतिदिन लगभग आधा किलो गोल रूई बत्ती का निर्माण कर लेने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन स्व सहायता समूह के 10 महिलाओं के द्वारा इस कार्य का संपादन किया जाता है। इस कार्य के लिए उनके पास वर्तमान में 10 मशीन उपलब्ध है। इस मौके पर अतिरिक्त तहसीलदार संध्या नामदेव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
- रायपुर, । खेल और युवा मामलों के संबंध में देशभर के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खेल मंत्रियों का राष्ट्रीय "चिंतन शिविर" 7 और 8 मार्च 2025 को कान्हा शांति वनम, हैदराबाद में आयोजित किया जा रहा है। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (MYAS) के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय मंथन सत्र में केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री मनसुख मांडविया, विभिन्न राज्यों के खेल मंत्री, खेल विशेषज्ञ और अन्य प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए।छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने चिंतन शिविर में सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री से छत्तीसगढ़ के लक्ष्मीबाई खेल संस्थान एवं बस्तर ओलंपिक के लिए केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का विशेष आग्रह किया। खेल मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने कहा कि यह चिंतन शिविर राज्य में खेलों के विकास के लिए नई नीतियों, संसाधनों और संभावनाओं के द्वार खोलने का महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। राज्य सरकार खेलो इंडिया और अन्य योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ को एक उभरते हुए खेल हब के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह चिंतन शिविर राष्ट्रीय स्तर पर खेल नीति को और अधिक समृद्ध एवं प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।खेलो इंडिया और राज्यों की भूमिका पर गहन समीक्षाचिंतन शिविर में "खेलो इंडिया योजना" की विस्तार से समीक्षा की गई। चर्चा के दौरान खेलो इंडिया और राज्यों के बीच प्रभावी समन्वय को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया। शिविर में खेल अधोसंरचना को बेहतर बनाने और इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। शिविर में खेल प्रतिभाओं की पहचान और उनके प्रशिक्षण के सम्बन्ध में राज्य के सफल प्रयासों का प्रस्तुतिकरण किया गया। शिविर में बताया गया कि राज्यों ने अपनी उत्कृष्ट रणनीतियों के माध्यम से खेल प्रतिभाओं को निखारने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चिंतन शिविर के अंतिम सत्र में राष्ट्रीय खेल भंडार प्रणाली (NSRS) पर गहन चर्चा हुई। खेल संगठनों की कार्यक्षमता बढ़ाने और खेल नीतियों को और प्रभावी बनाने की दिशा में चिंतन शिविर में विस्तार से चर्चा की गई।
- जल संचय एवं जल संरक्षण को बढ़ावा देने के संबंध में पखवाड़ा चलाने के दिए निर्देशबालोद/ कलेक्टर श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के निर्देशानुसार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे की अध्यक्षता में जल जतन अभियान के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डाॅ. कन्नौजे ने भू-जल स्तर में वृद्धि किए जाने हेतु जल जतन अभियान पखवाड़ा आयोजित करने के निर्देश दिए। सीईओ डाॅ. कन्नौजे ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल संरक्षण हेतु जन जागरूकता अभियान के लिए जल वाहिनी का गठन, महिला कमाण्डो, मितानिन एवं स्व-सहायता समूह की सक्रिय महिलाओं को शामिल करने को कहा है। इसके साथ ही एनसीसी, स्काउट-गाइड के स्कूली छात्र-छात्राएं एवं अन्य युवाओं का जल मित्र तथा प्रत्येक ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधि, ग्राम के वरिष्ठ नागरिक एवं किसान को शामिल कर जल जतन समिति का गठन करने को कहा। बैठक में डाॅ. कन्नौजे ने कहा कि जल जतन पखवाड़ा के तहत विशाल जन समुदाय के माध्यम से विभिन्न रूपों, रैली, वॉल-पेंटिंग, सोकपिट निर्माण, बच्चों की निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं जन भागीदारी के तहत बोरी बंधान को बढ़ावा देना है। जिससे निकट भविष्य में भूमिगत जल की सुरक्षा एवं ग्रीष्म ऋतु में पेय जल की कमी को रोका जा सके। बैठक में उप संचालक पंचायत श्री आकाश सोनी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- बालोद/ कार्यालय आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने आदेश जारी कर जिले में 14 मार्च 2025 को होली (जिस दिन रंग खेला जाए) के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया है। जारी आदेश के अनुसार 14 मार्च को जिला बालोद मंे संचालित समस्त देशी, विदेशी, कम्पोजिट मदिरा दुकानों एवं मद्य भण्डागार को पूर्णत बंद रखने के निर्देश दिए हैं। उक्त अवधि में मदिरा का संव्यवहार पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
- बालोद/ छत्तीसगढ शासन सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल की अध्यक्षता में जिला सहकारी विकास समिति की चतुर्थ बैठक 10 मार्च 2025 को आयोजित की गई है। उप पंजीयक एवं संयोजक सदस्य जिला सहकारी विकास समिति ने बताया कि सहकारी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने एवं उसकी जमीनी स्तर पर पहुँच बनाने हेतु ’जिला सहकारी विकास समिति’ का गठन किया गया है। जिसकी चतुर्थ बैठक संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में 10 मार्च को शाम 04 बजे आयोजित की गई है। बैठक में सर्व संबंधितों को उपस्थित होने को कहा है।
- बालोद/ भारत सरकार के प्रधानमंत्री इंटर्नशिप स्किम 2.0 में 01 वर्षीय इन्टर्नशिप हेतु पंजीकरण एवं आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च 2025 तक निर्धारित की गई है। प्रधानमंत्री इन्टर्नशिप स्किम के नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य शासकीय पाॅलीटेक्निक बालोद ने बताया कि इन्टर्नशिप स्किम हेतु आवेदक की आयु 21 से 24 वर्ष निर्धारित की गई है। आवेदक 10वीं, 12वी, आई.टी.आई., पॉलीटेक्निक अथवा किसी महाविद्यालय से स्नातक होना अनिवार्य है। आवेदक वर्तमान में किसी काॅलेज या संस्था में नियमित अध्ययनरत् नही होना चाहिए। इसके साथ ही आवेदक कोई पूर्णकालिक रोजगार में संलग्न न हो। उन्होंने बताया कि पात्र आवेदक12 मार्च 2025 तक वेब साइट http://pminternship.mca.gov.in/ पर अपना ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन कर सकते हैं।
- बालोद/ शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही एवं गुरूर मंे प्रधानमंत्री इंटर्नशिप 2.0 अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 10 मार्च 2025 को किया गया है। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही के प्राचार्य ने बताया कि भारत सरकार के द्वारा 1.25 करोड़ युवाओं को देश के 500 शीर्ष कम्पनियों में इंटर्नशीप के अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री इंटर्नशिप 2.0 शुरू की गई है। जिसमें आईटीआई उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों के पंजीयन हेतु संस्था में 10 मार्च 2025 को कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 21 से 24 वर्ष के आईटीआई उत्तीर्ण सभी व्यवसाय के प्रशिक्षणार्थी उक्त दिवस को संपूर्ण दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर पंजीयन कर सकते है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को दसवीं एवं आईटीआई उत्तीर्ण की अंकसूची, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी, आधार कार्ड, एवं राशन कार्ड की छायाप्रति एवं दो पासपोर्ट फोटो के साथ उपस्थित होने कोेे कहा है।
- कृषकों से बातचीत कर उद्यानिकी फसलों के उत्पादन एवं इस व्यवसाय से होने वाले लाभ के संबंध में ली जानकारीबालोद/अपर कलेक्टर श्री चन्द्रकांत कौशिक ने जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम भोथली तथा ओरमा में कृषक उद्यानिकी परिक्षेत्र का भ्रमण कर जिले में उद्यानिकी फसलों की स्थिति के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान श्री कौशिक ने कृषकों से बातचीत कर उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में लगने वाली कुल लागत, आमदनी एवं इसकी बिक्री की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। बालोद विकासखण्ड के ग्राम ओरमा के कृषक उद्यानिकी परिक्षेत्र में कृषक श्री गिरधारी लाल निषाद ने बताया कि वे 01 एकड़ में टमाटर तथा 01 एकड़ भूमि में करेले की खेती कर रहे हैं। उनके द्वारा ड्रीप एवं माल्चिंग पद्धति से इन फसलों की खेती की जा रही है। कृषक गिरधारी लाल ने बताया कि वर्तमान में करेले की खेती में 35 से 40 क्विंटल का उत्पादन हो रहा है। इसके साथ-साथ उन्होंने प्रति एकड़ 40 टन टमाटर उत्पादन होने की संभावना व्यक्त की। उन्होंने बताया कि करेले की खेती की लागत प्रति एकड़ 80 हजार से 01 लाख तक फसल चक्र में आ जाता है। उन्होंने करेले की खेती से 02 से सवा 02 लाख तक आमदनी होने की जानकारी दी। कृषक ने बताया कि टमाटर एवं करेले की फसल में स्टीकी ट्रेप तथा फेरोमोन टेªप का उपयोग किया जाता है। जिससे कीटों का प्रबंधन होता है और फसल उत्पादन में लागत भी कम आती है। इस दौरान सहायक संचालक उद्यानिकी श्री कंवर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के संडे मार्केट के सामने सुपेला में बड़े नवीन पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। इससे गर्मी के दिनो में वहां के निवासियो को पानी की सप्लाई और बेहतर ढंग से होने लगेगी। अभी वहां पर पानी का प्रेशर कम होने के कारण कुछ जगहो पर पानी ठीक से चढ़ नहीं रहा था। प्रेशर का दबाव कम होने के कारण पानी सप्लाई होने में समस्या आ रही थी। गर्मी के दिनो में पानी का मांग बड़ जाने के कारण टेंकरो से भी पानी की सप्लाई करना पड़ता है। नागरिको की सुविधा के लिए जल्द ही पानी टंकी का निर्माण पूर्ण कर लिया जायेगा।नगर निगम भिलाई द्वारा 1.75 करोड़ की लागत से 1500 किलो लीटर की पानी की टंकी का निर्माण किया जा रहा है। इससे लगभग 2200 परिवारो को लाभ मिलेगा। इस पानी टंकी के निर्माण से सुपेला राजेन्द्र प्रसाद चैंक से लेकर घड़ी चैंक तक के निवासियों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। जिसमें प्रमुख रूप से पांच रास्ता कान्ट्रेक्टर कालोनी, रामनगर, अम्बेडकर नगर, चिंगरी पारा, गौतम नगर, रावणभाठा, चुड़ी लाईन मार्केट, उड़िया बस्ती, देवांगन पारा आदि क्षेत्रों में पानी का प्रतिपूर्ति किया जा सकेगा। महापौर नीरज पाल ने अधिकारियो को निर्देशित किया कि पानी टंकी का निर्माण समय अवधि में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण हो जाये। जिससे गर्मी के दिनो में क्षेत्र के नागरिको को पानी की प्रतिपूर्ति आवश्यकता के अनुसार किया जा सके।निरीक्षण के दौरान जलकार्य प्रभारी अध्यक्ष केशव चैबे, एमआईसी सदस्य चंद्रशेखर गंवई, जिला कांग्रेश अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत, सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव, उपभियंता अर्पित बंजारे, आदि उपस्थित रहे।
- भिलाई। नगर निगम भिलाई में 77 एवं 66 एम.एल.डी. फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई पुरे नगर निगम क्षेत्र में की जाती है। पानी के शुद्विकरण के दौरान 4 mld वेस्ट राॅ वाटर भी निकलता है। उसके शुद्विकरण के लिए भी प्लांट लगाये गये है, उसके बाद भी 1mld पानी बच जाता है। जिसका उपयोग तालाबों को भरने के लिए किया जाएगा। अभी वर्तमान में वहां से निकलने वाले वेस्ट वाटर नेहरू नगर भेलवा तालाब में डाला जाता है। वहां से ओवर फ्लो होने के बाद नालियों में प्रवाहित हो जाता है, यह प्रक्रिया प्रतिदिन चलती जाती है। इस प्रकार से उस पानी का दुरूपयोग हो जाता है।आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत, अभियंतागणों को लेकर किस प्रकार से पानी का दुरूपयोग कैसे रोका जाये उसका सदुपयोग होने लगे। उसके लिए निरीक्षण करने गये। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि पानी तो बराबर निकल रहा है। गर्मी के दिनो में तालाब सूख जाते है, नेहरू नगर के भेलवा तालाब में हमेशा पानी भरा रहता है। क्योकि उसमे पानी प्रतिदिन भरते रहता है। उसका अतिरिक्त पानी नाली में प्रवाहित होकर बर्बाद हो जाता है। इसका निदान हेतु आर.सी.सी. पाईप के माध्यम से कातुलबोड़ बोगदा पुलिया नहर में प्रवाहित करने का योजना चल रही है। जिसके माध्यम से स्मृति नगर, जुनवानी, खम्हरिया के तालाबों को भरा जावेगा। इसके लिए प्रपोजल बनाया गया है, इसमें लगभग 1.5 से 2.0 करोड़ रूपये की व्यय होने की संभावना है। यह पानी कई दिनो से बह रहा था, इसका संज्ञान आयुक्त पाण्डेय ने लिया।अक्सर देखने में आता कि गर्मी के दिनों में तालाबो को भरने के लिए डेम से पानी छोड़ा जाता है। नहरो के माध्यम से तालाबो को भरा जाता है। फिर भी कुछ तालाब छूट जाते है, जहां तक पानी नहीं पहुचं पाता। यह पानी बोगदा पुलिया के नहर के माध्यम से तालाबो तक जायेगा, इससे पानी का शुद्विकरण भी हो जायेगा। तालाबो के साथ-साथ आस-पास का भूमि के अंदर का जल स्तर भी बढ़ जायेगा। गर्मी के दिनों में हैण्ड पम्प में पानी आने लगेगा।निरीक्षण के दौरान उपअभियंता बसंत साहू, चंदन निर्मलकर, पुरूषोत्तम सिन्हा, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जनसम्पर्क अधिकारी अजय शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
- भिलाईनगर। राष्ट्रीय जन औषधी दिवस के अवसर पर नगर निगम भिलाई के नेहरू नगर स्थित भेलवा तालाब में शिविर लगाया गया। जिसमें सुबह टहलने, योग, खेलने, जीम पर प्रेक्टीस करने वालो के लिए शिविर का आयोजन किया गया। उददेश्य यही था शासन द्वारा जनेटिक दवाईयां लोगो के सुविधा के लिए वितरित की जा रही है। जो उत्तम क्वालिटी की कम दाम में उपलब्ध है। कोई भी नागरिक जाकर प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र से दवा ले सकता है। औसतन मेडिकल स्टोर में जो जनेटिक दवा मिल रही है, वह जन औषधी केन्द्र में 60 से 70 प्रतिशम कम दाम पर मिल जाती है। दवाई बनाने का फारमुला वही रहता है, केवल कंपनी का नाम बदल जाता है। दवाई की फायदा उतना ही रहता है।आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय स्वयं शिविर स्थल पर पहुच कर अपना बीपी, शुगर, अस्थमा आदि की जांच कराये। लोगो से अधिक से अधिक संख्या में उपयोग करने के लिए कहे। वहां पर सैकड़ो लोगो ने अपना जांच कराया, जो जांच बाहर में करवाने पर 400 से 500 रूपये खर्चा आता, वहीं जांच वहां पर निःशुल्क में किया जा रहा था। शासन की योजना है कि महंगी दवाओं के कारण गरीब लोग अपना ईलाज नहीं करवा पाते है। उनके लिए यह बहुत ही सुविधा जनक है। आज कल प्रत्येक जिले, शहर, कसबे में कई प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र खुले है, वहां जाकर दवाई ले सकते है।समाज कल्याण अधिकारी अजय शुक्ला ने बताया कि हम अपनी माता जी के लिए पहले मेडिकल स्टोर से दवा लेता था। वह 800 रूपये की पड़ती थी, अब जन औषधी केन्द्र से लेता हुॅ, तो 345 रूपये की मिलती है। फायदा भी वही कर रहा है, कुछ दवा बेचने वाले दुकानदार यह भ्रम फैलाते है, कि जन औषधी केन्द्र की दवा के क्वालिटी में अंतर रहता है। यह सब मन का भ्रम है। शिविर का लाभ लेने वाले भारत विकास परिषद के सचिव जितेन्द्र सिंह, लाफिंग क्लब के डाॅ. ललित पोपट, प्रदीप डालमिया, संजय भाटिया, तुलसी भंमभवानी, सुधीर अग्रवाल, पी. एम. राजू, हरदयाल सिंग, बसंत चैबे, विश्व हिन्दु परिषद के शैलेन्द्र सिंह परिहार, के राजू इत्यादि लोगो ने परीक्षण करवाया।
- किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने कार्यवाही करने किया आग्रहरायपुर । कोल्हान नाला पर आरंग विधानसभा क्षेत्र के अधीन क्रमशः ग्राम नारा , खम्हरिया , टेकारी व संकरी में निस्तारी व भूगर्भीय जल संवर्धन हेतु बनाये गये 4 स्टाप डेमो में लबालब भरे पानी की बीते दिनों चोरी हो गयी है । आशंका है कि यह कारस्तानी कोल्हान नाला के किनारे ग्रीष्मकालीन धान बोने वाले चुनींदा किसानों की हो सकती है । यह जानकारी जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप सहित विभागीय अधिकारियों को मेल से ज्ञापन भेज देते हुये किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने इस संबंध में संबंधित थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ - साथ पतासाजी करवा कड़ी विभागीय कार्यवाही करने व आगामी कृषि वर्ष से स्टाप डेमो के किनारे रबी धान की फसल बोने पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है ।श्री कश्यप सहित जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता , एम जी बेसिन के मुख्य अभियंता, जल संसाधन संभाग के अधीक्षण अभियंता व संबंधित कार्यपालन अभियंता व अनुविभागीय अधिकारी को प्रदत्त ज्ञापन में जानकारी दी गयी है कि क्षेत्र में भूगर्भीय जल की कमी को देखते हुये इसके संवर्धन व खासकर ग्रीष्मकाल में ग्रामीणों के निस्तारी हेतु जनता की मांग पर इन स्टाप डेमो का निर्माण कराया गया है । स्टाप डेमो से लगे ग्रामों के ग्रामीणों द्वारा संचित इस पानी का उपयोग न कर पाने व पानी की रातोंरात डुप्लीकेट चाबी बनवा चोरी कर ले जाने पर संबंधित ग्रामों के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त होने की जानकारी देते हुये बतलाया गया है कि इन स्टाप डेमो के आगे धरसीवां विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मोहदी में बने स्टाप डेम के गेटों के चोरी हो जाने के बाद ग्रामीणों द्वारा बोरियों से बनाये गये अस्थायी अवरोधक को भी हटा पानी चोरी कर ले जाने की जानकारी मिली है जबकि यहां पर बहोरन पाट का मेला भी प्रतिवर्ष भरता है । श्री शर्मा ने इस संबंध में अधीक्षण अभियंता श्री सिद्दीकी व कार्यपालन अभियंता श्री धवन से चर्चा कर संवेदनशीलता से कार्यवाही करने का आग्रह करने की भी जानकारी दी है ।
- -लोक निर्माण विभाग के बजट में वर्ष 2030 तक के लिए सड़कों के व्यवस्थित विकास की कार्ययोजना - श्री अरूण साव-‘‘गांवों और सुदूर वनांचलों में हर परिवार तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता‘‘-मुख्यमंत्री नगरोत्थान और मुख्यमंत्री गृह प्रवेश सम्मान योजना शुरू होगी, दोनों योजनाओं के लिए क्रमशः 500 करोड़ और 100 करोड़ रूपए का प्रावधान-भू-जल को रिचार्ज करने जल संवर्धन कार्याें के लिए 2 करोड़ रूपए, न्यायालयों के आधुनिकीकरण/कम्प्यूटरीकरण के लिए 36 करोड़ 90 लाख रूपए प्रावधानितरायपुर, / छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के विभागों के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 15,386 करोड़ 42 लाख 47 हजार रूपए की अनुदान मांगे पारित की र्गइं। इसमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लिए 2,793 करोड़ 60 लाख 73 हजार रूपए, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग-नगरीय निकाय के लिए 24 करोड़ 38 लाख 13 हजार रूपए, लोक निर्माण कार्य-सड़कें और पुल के लिए 4,664 करोड़ 8 लाख 56 हजार रूपए, न्याय प्रशासन एवं निर्वाचन के लिए 894 करोड़ 45 लाख 20 हजार रूपए, लोक निर्माण कार्य-भवन के लिए 2,101 करोड़ 99 लाख 36 हजार रूपए, नगरीय प्रशासन एवं नगरीय विकास-नगरीय कल्याण के लिए 1,715 करोड़ 44 लाख 46 हजार रूपए, लोक निर्माण विभाग से संबंधित विदेशों से सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए 69 करोड़ 20 हजार रूपए तथा नगरीय निकायों को वित्तीय सहायता हेतु 3,123 करोड़ 45 लाख 83 हजार रूपए शामिल हैं।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागउप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने अपने विभागों से संबंधित अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए सदन में कहा कि आजादी के 60 वर्षाें के बाद भी गांवों में घरों तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया था। ग्रामीण महिलाओं को पेयजल की व्यवस्था में लगने वाले अथक परिश्रम से राहत दिलाने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन की परिकल्पना की है। हर घर तक पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम देने वर्ष 2019 से जल जीवन मिशन का काम शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने जल जीवन मिशन को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए पिछली सरकार की त्रुटियों और खामियों को दूर करते हुए कार्याें की गुणवत्ता, गतिशीलता और पूर्णता के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इसके लिए लापरवाह और कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है।उप मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री साव ने सदन में बताया कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 22 हजार 389 करोड़ 99 लाख रूपए लागत की 29 हजार 173 सिंगल विलेज एवं रेट्रोफिटिंग योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। साथ ही 3,212 गांवों के लिए 4166 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से 70 समूह जल प्रदाय योजनाएं भी मंजूर की गई हैं। इन योजनाओं से राज्य के 50 लाख 4 हजार ग्रामीण परिवार लाभान्वित होंगे। जल जीवन मिशन में अब तक 40 लाख 10 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके तहत 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन के मान से हर घर नल से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। मिशन के कार्याें के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में 4500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के आगामी वर्ष के बजट में हैण्डपम्पों के संधारण के लिए 28 करोड़ 51 लाख रूपए, ग्रामीण नल जल प्रदाय योजनाओं के संधारण के लिए 28 करोड़ 51 लाख रूपए, समूह जल प्रदाय योजनाओं के संचालन/संधारण के लिए 8 करोड़ रूपए और नाबार्ड पोषित सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं के लिए 3 करोड़ 50 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। भू-जल को रिचार्ज करने जल संवर्धन कार्य के लिए 2 करोड़ रूपए, शहरी क्षेत्रों में नलकूपों के खनन के लिए 2 करोड़ 60 लाख रूपए, प्रगतिरत नगरीय पेयजल योजनाओं में अनुदान के लिए 56 करोड़ 37 लाख 6 हजार रूपए एवं 41 करोड़ 99 लाख 46 हजार रूपए ऋण का भी प्रावधान इस बजट में किया गया है। भिलाई आईआईटी में पेयजल आपूर्ति के लिए शिवनाथ नदी पर आधारित निर्माणाधीन योजना के लिए भी 01 करोड़ रूपए का प्रावधान इस बजट में है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने सदन में बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुदृढ़ पेयजल व्यवस्था के लिए आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में नवीन मद में कई प्रावधान किए गए हैं। इनमें जल जीवन मिशन के कार्याें की निगरानी हेतु डेशबोर्ड निर्माण के लिए 3 करोड़ रूपए, मानव संसाधन के लिए 01 करोड़ 19 लाख रूपए, राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए 01 करोड़ 60 लाख रूपए, नल जल योजनाओं के अनुरक्षण कार्य के लिए 5 करोड़ रूपए, विभागीय कार्यालयों के निर्माण के लिए 01 करोड़ 65 लाख रूपए तथा समूह जल प्रदाय योजनाओं के लिए 250 करोड़ रूपए के प्रावधान शामिल हैं।लोक निर्माण विभागउप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरूण साव ने सदन में विभागीय अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि सड़कें केवल आवागमन के साधन नहीं हैं। ये विकास की दिशा भी तय करते हैं। राज्य के तीव्र विकास के लिए नई सड़कों का निर्माण तेजी से किए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 में राज्यमार्गाें के उन्नयन के लिए सीआरआईएफ योजना के तहत 8 सड़क खण्डों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए 892 करोड़ 36 लाख रूपए मंजूर किए गए हैं। इससे राज्य के विभिन्न जिलों में 323 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों का मजबूतीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग के आगामी वर्ष के बजट में राज्य में विद्यमान रेल्वे लाईन्स पर लेबल क्रॉसिंग, रेल्वे ओव्हर ब्रिज, व्यस्ततम तथा अधिक घनत्व वाले चौक पर ग्रेड सेपरेटर के निर्माण तथा राष्ट्रीय राजमार्गाें एवं मुख्य जिला मार्गाें के संकीर्ण एवं कमजोर पुलों के पुनर्निर्माण के कार्य को प्राथमिकता से शामिल किया गया है। भारत सरकार ने राज्य में सात रेल्वे क्रॉसिंग पर आरओबी निर्माण के लिए 356 करोड़ 71 लाख रूपए स्वीकृत किए हैं। केन्द्र सरकार राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एनएचएआई के माध्यम से विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गाें के निर्माण एवं उन्नयन के कार्य प्राथमिकता से कर रही है।श्री साव ने सदन में बताया कि वर्ष 2001 में लोक निर्माण विभाग का बजट मात्र 103 करोड़ 85 लाख रूपए का था, जो 2025-26 के बजट में बढ़कर अब 9,451 करोड़ रूपए पहुंच गया है। यह नये छत्तीसगढ़ के निर्माण की कल्पना को सुदृढ़ करने की पहल है। इस बजट को वर्ष 2030 तक के लिए सड़कों के व्यवस्थित विकास की कार्ययोजना को ध्यान में रखकर बनाया गया है। अत्यधिक यातायात वाले शहरी भागों में 4 लेन का निर्माण तथा घनी आबादी वाले शहरों की नजदीकी बसाहटों को 4 लेन मार्गाें से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। इससे शहरों का व्यवस्थित विस्तार होगा और विकास बढ़ेगा। अत्यधिक यातायात तथा खनन क्षेत्रों में भारी यातायात को ध्यान में रखते हुए सड़कों के मजबूतीकरण और आवश्यकतानुसार 4 लेन निर्माण को प्राथमिकता दी गई है। अंतराज्यीय सीमा की सड़कों के सुदृढ़ीकरण तथा सुगम यातायात के लिए उन्हें 4 लेन करने की योजना बनाई गई है।श्री साव ने सदन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में भारतमाला योजना संचालित है। छत्तीसगढ़ में रायपुर से विशाखापटनम को जोड़ने वाली भारतमाला 4 लेन एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन है, जिसके शीघ्र ही पूरा होने की संभावना है। बस्तर क्षेत्र को इस एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए नये बजट में कई सर्वेक्षण, सड़क निर्माण और सुदृढ़ीकरण के कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 2025-26 के बजट में 1909 नई सड़कों एवं पुल-पुलियों के लिए 1902 करोड़ रूपए, 168 सड़कों की डामरीकृत सतह के उन्नयन एवं मजबूतीकरण के लिए 917 करोड़ रूपए, दुर्घटनाओं को रोकने महत्वपूर्ण मार्गाें के पुलों के चौड़ीकरण एवं सुरक्षा उपाय, मरम्मत कार्य एवं ब्लैक-स्पॉट सुधार कार्याे के लिए 120 करोड़ रूपए, निजी भूमि के मुआवजा भुगतान के लिए 420 करोड़ रूपए तथा 339 पुलों के निर्माण के लिए 1351 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। बिलासपुर और रायगढ़ में विभागीय कार्यालयों के निर्माण के साथ ही मनेन्द्रगढ़ और सारंगढ़ में नये सर्किट हाउस के निर्माण का भी प्रावधान इस बजट में किया गया है।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभागउप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री साव ने विभाग की अनुदान मांगों पर हुई चर्चा के उत्तर में कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के शहर विकास के नित नये आयाम स्थापित कर रहे हैं। राज्य के नागरिकों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दी गई गारंटी को हमारी सरकार एक-एक कर पूरा करते हुए आगे कदम बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाओं के अनुरूप राज्य के नये उभरते कस्बों के सुव्यवस्थित और सुनियोजित विकास के लिए हमने नगरीय निकायों की संख्या 179 से बढ़ाकर 192 की है। हमने विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने तथा विकसित छत्तीसगढ़ निर्माण की ओर तेजी से कदम बढ़ाने अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन कहे जाने वाले शहरों के विकास के लिए 2025-26 में ऐतिहासिक 6,044 करोड़ 12 लाख रूपए का बजट प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के प्रथम चरण में हमने कुल स्वीकृत 02 लाख 49 हजार 166 आवासों में से 2 लाख 5 हजार 360 आवास पूर्ण कर लिए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत दूसरे चरण में सभी शहरों में ऑनलाईन हितग्राही सर्वेक्षण कार्य प्रगति पर हैं। अब तक 42 हजार हितग्राहियों की जानकारी भारत सरकार के पोर्टल पर दर्ज की जा चुकी है। केन्द्र सरकार द्वारा दिसम्बर-2024 में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत छत्तीसगढ़ के लिए 15 हजार आवासों की स्वीकृति दी गई है।श्री साव ने बताया कि नये बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 875 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। योजना के लाभार्थियों द्वारा निर्धारित समयावधि में आवास निर्माण कर गृह प्रवेश करने पर अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने के लिए मुख्यमंत्री गृह प्रवेश सम्मान योजना प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए 100 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के नये बजट में स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 के लिए 380 करोड़ रूपए, अमृत मिशन 2.0 के लिए 744 करोड़ रूपए, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लिए 25 करोड़ रूपए, प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के लिए 30 करोड़ रूपए, रायपुर स्मार्ट सिटी के लिए 100 करोड़ रूपए, बिलासपुर स्मार्ट सिटी के लिए 100 करोड़ रूपए, मोर संगवारी सेवा के लिए 10 करोड़ रूपए, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के लिए 100 करोड़ रूपए, शहरों में मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए अधोसंरचना मद में 750 करोड़ रूपए तथा 14वें एवं 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत 680 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है।श्री साव ने सदन में बताया कि राज्य के 17 नगरीय निकायों में नालंदा परिसरों के निर्माण के लिए 100 करोड़ रूपए तथा संचालन के लिए 02 करोड़ रूपए प्रावधानित हैं। इस साल शुरू होने वाली नई योजना मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना के लिए 500 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान रखा गया है।विधि एवं विधायी कार्य विभागउप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधायी कार्य मंत्री श्री साव ने अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले एक वर्ष में न्यायिक व्यवस्था एवं न्यायिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। अधीनस्थ न्यायालयों में 321 नये पदों पर भर्ती की अनुमति के साथ ही उच्च न्यायालय एवं जिला न्यायालयों में 1259 नये पद सृजित किए गए हैं। नागरिकों के सुविधा के लिए वर्ष 2024 में 49 नये नोटरी नियुक्त किए गए हैं। न्यायालय भवनों, आवासीय भवनों और अन्य विकास कार्याें के लिए 240 करोड़ रूपए भी मंजूर किए गए हैं। राज्य की न्यायिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए 2025-26 के बजट में हमने 1265 करोड़ 46 लाख 78 हजार रूपए का प्रावधान किया है। इसमें न्यायालय भवन, न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आवास निर्माण के लिए 45 करोड़ रूपए, बिलासपुर उच्च न्यायालय परिसर में ऑडिटोरियम निर्माण के लिए 10 करोड़ रूपए, न्यायालयों के आधुनिकीकरण/कम्प्यूटरीकरण के लिए 36 करोड़ 90 लाख 67 हजार रूपए, जरूरतमंद तबकों तक न्याय पहुंचाने के लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय सेवा समिति, जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों तथा तालुका विधिक सेवा समितियों के लिए 3 करोड़ 50 लाख रूपए तथा एडीआर सेंटर के निर्माण के लिए 11 करोड़ रूपए के प्रावधान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर उच्च न्यायालय में रजिस्ट्रार जिला न्यायाधीश के नये पदों के लिए 01 करोड़ रूपए तथा विभिन्न न्यायालयों में मानव संसाधन बढ़ाने 2 करोड़ 43 लाख 12 हजार रूपए, राज्य के 22 परिवार न्यायालयों में, तथा बिलासपुर में परिवार न्यायालय की स्थापना के लिए नये पदों के सृजन के लिए 01 करोड़ रूपए और विभिन्न विधिक सेवा प्राधिकरणों में नये पदों के लिए 01 करोड़ रूपए के साथ ही महाधिवक्ता कार्यालय में शासकीय अधिवक्ता एवं उप शासकीय अधिवक्ता के नये पदों के लिए 02 करोड़ रूपए प्रावधानित हैं। आगामी वर्ष के बजट में न्यायिक अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए स्थापित छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी के ऑडिटोरियम में विभिन्न निर्माण कार्याें के लिए 03 करोड़ 20 लाख रूपए, हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के अंतरराष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 01 करोड़ रूपए और वहां स्थापना व्यय के लिए 13 करोड़ 50 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है।लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग तथा विधि एवं विधायी कार्य विभाग से संबंधित अनुदान मांगों पर चर्चा में विधायकगण सर्वश्री दलेश्वर साहू, अजय चंद्राकर, उमेश पटेल, धर्मजीत सिंह, धरमलाल कौशिक, दिलीप लहरिया, सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, व्यास कश्यप, रिकेश सेन, सुशांत शुक्ला, कुंवर सिंह निषाद, पुन्नूलाल मोहले, श्रीमती हर्षिता बघेल, श्रीमती शेषराज हरवंश, सुश्री लता उसेंडी और श्रीमती यशोदा वर्मा ने भाग लिया।
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*-नागरिकों को डिजिटल लेन-देन, साइबर सुरक्षा व वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव संबंधी दी गयी जानकारी*
दुर्ग,/ भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिकों हेतु 6 मार्च 2025 को भिलाई में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को बैंकिंग सुविधाओं, डिजिटल लेन-देन, साइबर सुरक्षा, वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव और शिकायत निवारण प्रणाली की जानकारी प्रदान करना था। कार्यक्रम में महाप्रबंधक आरबीआई श्री मोहन रावत, उपमहाप्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा श्री भरत कुमार चावड़ा, सहायक महाप्रबंधक एसबीआई (सीपीपीसी) श्री सरोज कुमार सिंह और बैंकों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान भारतीय रिज़र्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री दीपेश तिवारी और प्रबंधक श्री दिग्विजय राऊत ने प्रतिभागियों हेतु आधारभूत बैंकिंग, फ्रॉड से बचाव, डिजिटल साइबर हायजीन शिकायत निवारण प्रणाली की जानकारी पर सत्र लिया। प्रतिभागियों हेतु प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया। -
दुर्ग,/ कलेक्टर द्वारा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए विकास कार्याे के लिए दुर्ग ग्रामीण विधानसभा हेतु 01 लाख तथा विधानसभा क्षेत्र वैशाली नगर हेतु 3 लाख 49 हजार 707 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के लिए विधायक श्री ललित चन्द्राकर द्वारा अनुशंसित कार्य का संपादन क्रियान्वयन एजेंसी आयुक्त नगर पालिका निगम रिसाली द्वारा तथा विधानसभा क्षेत्र वैशाली नगर के लिए विधायक श्री रिकेश सेन द्वारा अनुशंसित कार्य का संपादन क्रियान्वयन एजेंसी आयुक्त नगर पालिका निगम भिलाई द्वारा किया जाएगा।
जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम डुण्डेरा के सतनाम पारा में जैतखाम चौक के पास सार्वजनिक भवन में स्टील रेलींग सीढ़ी निर्माण के लिए 1 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी प्रकार वैशालीनगर में लोकांगन परिसर के पास पेवर ब्लॉक लगवाने के लिए 3 लाख 49 हजार 707 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। -
*-अवैध निर्माण/अतिक्रमण में नगर पालिका का चला बुलडोज़र*
दुर्ग/ नगर पालिका अहिवारा द्वारा अतिक्रमण हटाने आज बड़ी कार्यवाही की गई। शासकीय जमीन में अतिक्रमण कर बनाये गये मकान व दुकानों पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाया गया। ज्ञात हो कि नगर पालिका अहिवारा द्वारा नोटिस उपरान्त असंतोषजनक जवाब एवं वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर व नगर पालिका की भूमि मे कब्जा करने पर वार्ड क्र. 07 मेन रोड के समीप रहने वाले दावनेन्द्र सेन पिता घनश्याम सेन, वार्ड क्र. 08 निवासी ओमप्रकाश पटेल बिसेलाल राउत पिता समारू एवं वार्ड कं. 06 के अन्य (अज्ञात) व्यक्तियों के विरूद्ध अवैध निर्माण/कब्जा हटाने की कार्यवाही की गई। इसके साथ ही समझाईश दी गई की अवैध निर्माण से नगर पालिका को राजस्व की हानि होती है, इसलिए बिना अनुमति के अवैध निर्माण/अवैध कब्जा न करें। -
*-परीक्षा के लिए जिले में बने 39 परीक्षा केन्द्र*
दुर्ग,/ छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा 09 मार्च 2025 दिन रविवार को सुबह 10.00 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक प्रयोगशाला सहायक भर्ती (केएएसएल23) परीक्षा आयोजित की गयी है। उक्त परीक्षा हेतु जिले में डिप्टी कलेक्टर श्री हितेश पिस्दा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में प्रयोगशाला सहायक भर्ती (केएएसएल23) परीक्षा के लिए 39 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। समस्त परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र में उल्लेखित परीक्षा केन्द्रों सें परीक्षा दिवस से एक दिन पूर्व ही अपने परीक्षा केन्द्र की भौगोलिक स्थिति से भलीभाँति परिचित होने कहा गया है। परीक्षार्थियों को प्रवेश-पत्र एवं मूल पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, ई-आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट एवं महाविद्यालय द्वारा फोटो युक्त परिचय पत्र के साथ ही प्रवेश मान्य होगा। पहचान पत्र की छायाप्रति मान्य नहीं होगी। परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात् किसी को भी परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जायेग -
*केन्द्रीय राज्य मंत्री जन औषधि सप्ताह के समापन समारोह में हुए शामिल*
*लोगों ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री का जताया आभार*बिलासपुर,/केन्द्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू आज भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आयोजित जन औषधि सप्ताह के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्रीमती पूजा विधानी ने की। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि 25000 तक जन औषधि केंद्र और खोले जाएंगे जिससे आमजन को कम से कम दाम में उच्च गुणवत्ता की दवाइयां मिल सके। जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है उनके लिए जन औषधि केंद्र वरदान साबित हुआ है। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा जन औषधि केंद्र का अवलोकन किया गया और उपलब्ध दवाईयों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही जन औषधि के नोडल अधिकारी को निर्देश दिए की यथासंभव जन औषधि की सभी दवाएं सभी जन औषधि केंद्रों में उपलब्ध कराई जाए। इस अवसर पर सचिव रेडक्रॉस डॉ प्रमोद तिवारी ने स्वागत उद्बोधन तथा जन औषधि केन्द्र की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की।मुख्य अतिथि की आसंदी से केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने सरकार के इस दिशा में उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री की इस योजना को देश की सबसे बड़ी योजना बताया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जन औषधि केंद्रों से दवाई खरीदने करने वाले ग्राहक भी उपस्थित थे जिन्होंने अपने अनुभव साझा किये। सभी ने माननीय प्रधानमंत्री महोदय को धन्यवाद दिया कि उनकी इस योजना से उन्हें सस्ती और उत्तम दवाईयां भी मिली और उनके पैसे भी कम खर्च हुए। महापौर श्रीमती विधानी ने इस अवसर पर सभी को बधाई दी एवं आमजन से अपील की की अधिक से अधिक संख्या में लोग जन औषधि से दवाई खरीदें। उन्होंने बताया की उनके घर में काम करने वाली बाई जिसको बाजार में दवाईयां 6000 रूपए की मिल रही थी वही सब दवाईयां जन औषधि में सिर्फ 350 रूपए में मिल गई।सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल गुप्ता ने जन औषधि दवाइयों की उपलब्धता के बारे में एवं गुणवत्ता के विषय में जानकारी दी। जिला समन्वयक श्री सौरभ सक्सेना ने जन औषधि एवं ब्रांडेड दवाईयां के मूल्य का तुलनात्मक विवरण सभी के समक्ष प्रस्तुत किया जिससे लोगों को यह जानकारी मिली की कम मूल्य की उत्तम दवाइयां ब्रांडेड दवाइयाों से 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक सस्ती है। कार्यक्रम के अंत में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष श्री अमरजीत सिंह दुआ ने सभी अतिथियों एवं उपस्थित आमजन के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी चेयरमैन डॉ. बी. एल. गोयल डॉ रेडक्रॉस नोडल अधिकारी श्री एम. ए. जीवनी, श्री प्रणय मजुमदार, पूर्व महापौर श्री किशोर राय, श्री जुगल, श्री आदित्य पांडे, श्री लक्ष्मी नारायण मिश्रा, श्री मनीष मिश्रा, श्री सुशील राजपूत, श्री आशीष गोविंद मिश्रा, श्रीमती अंजू ठाकुर, श्री मोहन वैष्णव, सुश्री गीतेश्वरी चंद्रा, सुश्री नेहा राय, सुश्री रचना राय, श्रीमती सरिता साहू, सुश्री नॉरिस सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।