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- -बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं शिक्षक – श्री अरुण साव-उप मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में हुए शामिल-कबीर भवन की मरम्मत और सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा कीरायपुर । उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के लोरमी में नगर पालिका द्वारा किए जाने वाले चार करोड़ 70 लाख रुपए लागत के 80 से अधिक कार्यों का भूमिपूजन किया। अधोसंरचना मद से किए जाने वाले इन कार्यों में शहर के विभिन्न वार्डों में सीसी रोड, आरसीसी नाली व कव्हर निर्माण तथा इंटर-लॉकिंग कांक्रीट ब्लॉक कार्य शामिल हैं। उन्होंने लोरमी के कबीर भवन में आयोजित कार्यक्रम में शहर को साफ-सुथरा बनाने 14वें और 15वें वित्त आयोग के तहत वाहन एवं अन्य सामाग्रियां भी प्रदान की। इनमें पांच ई-रिक्शा, ट्रेक्टर ट्राली व इंजन, जेसीबी, मिनी टिप्पर, व्हील बैरो इत्यादि शामिल हैं।उप मुख्यमंत्री श्री साव कबीर भवन में आयोजित शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भी शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में कबीर भवन की मरम्मत और सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। श्री साव ने आज शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में 293 विद्यार्थियों, खिलाड़ियों और सेवारत शिक्षकों के साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी सम्मानित किया। उन्होंने शासकीय व अशासकीय हाईस्कूलों, राज्यपाल द्वारा सम्मानित स्काउट-गाइड तथा शिक्षकों, राज्य स्तरीय व राष्ट्रीय खिलाड़यों को श्रीरामचरित मानस और स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित पुस्तकों के साथ ही स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। श्री साव ने बच्चों की रंगारंग प्रस्तुति पर पांच हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में आदर्श शिक्षक एवं देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर नमन किया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी प्राचीन परंपरा में गुरूजनों का बड़ा सम्मान रहा है और उन्हें सर्वोपरि स्थान पर रखा गया है। माता-पिता के बाद शिक्षक ही बच्चों को अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा देकर आगे बढ़ाने का काम करते हैं। मैं सभी गुरूजनों को प्रणाम कर उनका अभिनंदन करता हूं। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कार्यक्रम में शिक्षकों से आग्रह किया कि पौराणिक काल से समाज में शिक्षकों का जो मान-सम्मान और गौरव रहा है, उसे और आगे बढ़ाने का काम करें। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने उज्जवल भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करने और आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया। लोरमी नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती अंकिता रवि शुक्ला और मुंगेली जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
- -नियद नेल्लानार योजना के कार्यों को गंभीरता पूर्वक पूर्ण करें-शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं विकास कार्यों की ली समीक्षारायपुर / राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने नारायणपुर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों की समीक्षा की। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से कोई भी महिला हितग्राही वंचित न रहे। यह योजना सतत् प्रक्रियाधीन है। किसी कन्या की विवाह होने पर उनके आवेदन को प्राथमिकता से लेते हुए ऑनलाईन पंजीयन कराएं। इसी तरह अप्रारंभ प्रधानमंत्री आवास को शीघ्र प्रारंभ कराएं ताकि लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग कर सड़क पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार सिंचाई, विद्युत, लोक निर्माण विभाग और जनपद पंचायत विभाग के कार्यों का समीक्षा कर हितग्राही मूलक कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने कहा। राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के मंशानुसार अबूझमाड़ क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन के अनुरूप हितग्रहियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, नलजल, प्रधानमंत्री आवास मिल सके। जिससे क्षेत्र के विकास में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र के लोगों के हाथों में बंदूक नहीं बल्कि कलम होना चाहिए, जिससे उनका भविष्य संवरेगा और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकें। राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि त्रुटि सुधार और सीमांकन के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। नियद नेल्लानार के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के दुर्गम क्षेत्र मोहंदी, इरकभट्टी, मसपुर और कस्तूरमेटा में कार्य प्राथमिकता से किया जाए।बैठक में कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार, डीएफओ श्री सच्चिकानंदन के., अपर कलेक्टर श्री बीरेंद्र बहादुर पंचभाई, सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
- -शासन की जनहितकारी योजनाओं का जमीनी स्तर बेहतर क्रियान्वयन के दिए निर्देशरायपुर / महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग मंत्री और जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय सभाकक्ष में जिले के विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने जिले में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनहितकारी योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन करते हुए आमजन को ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित कराने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सक्ती जिले के सभी विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक के साथ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए प्रशासनिक कार्यों में कसावट लाने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक में सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विद्या सिदार, जिला पंचायत सदस्य श्री टिकेश्वर गबेल, कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अमृत विकास तोपनो सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने समीक्षा बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी प्रमुख योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने महतारी वंदन योजना अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा महिलाओं का फॉर्म भरवाकर उन्हें लाभान्वित कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित अन्य विभागों के योजनाओं की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी जरूरतमंद को मिले।मंत्री श्री राजवाड़े ने समीक्षा बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ईई से जल जीवन मिशन के कार्यों की जानकारी लेते हुए फील्ड में जाकर जल जीवन मिशन के कार्यों का निरीक्षण करते हुए निर्धारित ग्राम पंचायतों में गुणवत्तापूर्ण ढंग से नल-जल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ऐसे कार्य जिनका प्रथम किस्त स्वीकृत हो चुके हैं उनका निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। मंत्री ने राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए नामांतरण, बंटवारा जैसे कार्यों के लिए आमजन को भटकना न पड़े इसका ध्यान रखते हुए सुव्यस्थित और तेजी से कार्य कराए जाने के निर्देश दिए गए।
- रायपुर, / महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े दो दिवसीय सक्ती जिले के प्रवास के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में चल रहे राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने अन्य संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए विविध कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश दिए। श्रीमती राजवाड़े ने विशेष रूप से एनीमिया जांच, वजन त्यौहार एवं पोषण के संबंध में किशोरी, बालिकाओं एवं स्कूली छात्राओं के लिए कार्यशाला आयोजित करने के संबंध में महिला एवं बाल विकास अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सभी गतिविधियों का प्रतिदिन डैशबोर्ड में एंट्री कराना सुनिश्चित कराएं।
- रायपुर / महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े और जांजगीर सांसद श्रीमती कमलेश जागड़े ने सक्ती जिले के कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर में ‘‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’’ के तहत बादाम का पौधा भी लगाया। उन्होंने जिले में संचालित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई किया और स्वच्छता का भी संदेश दिया।
- -शिक्षक दिवस पर उत्कृष्ट सेवाओं हेतु मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण से नवाजे गए 24 शिक्षक-शिक्षिकाएं-सेवानिवृत्त शिक्षकों को शॉल-श्रीफल भेंटकर किया गया सम्मानितरायपुर, / भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के जन्म दिवस के अवसर पर बस्तर जिले के सहयोग से शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी टाऊन हाल में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह विधायक जगदलपुर श्री किरणदेव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। समारोह में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 24 शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल-श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं नगद राशि प्रदान कर नवाजा गया। वहीं जिले में इस वर्ष सेवानिवृत्त हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक श्री किरणदेव सहित महापौर श्रीमती सफीरा साहू तथा अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सर्वे एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।इस मौके पर मुख्य अतिथि विधायक श्री किरणदेव ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक की भूमिका कुम्हार की तरह है जो गीली मिट्टी को घड़े का आकार देता है। इसीलिए गुरुजनों का सम्मान सदैव ही यथावत रहेगा। अपनी इस महत्ती योगदान शिक्षा के दीप को जीवन पर्यन्त प्रज्वलित कर दुनिया में प्रकाशवान बने रहें। उन्होंने बच्चों और देश के भविष्य निर्माण में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी लगन और निष्ठा से करने का आग्रह किया।शिक्षक सम्मान समारोह में महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने कहा कि आज का दिन शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सम्मान का दिन है, यदि विद्यार्थी अपने जीवन में उपलब्धि हासिल करता है तो उसका श्रेय शिक्षकों को जाता है और वे गर्व महसूस करते हैं। इस दौरान भारत स्काउट एवं गाईड के जिला मुख्य आयुक्त श्री संजय पाण्डे तथा वरिष्ठ पार्षद श्री योगेन्द्र पाण्डे ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए देश, समाज और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका और उनके नैतिक दायित्वों पर प्रकाश डाला। वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना वर्ष 2047 तक विकसित भारत का संकल्प को पूरा करने में शिक्षकों से अनवरत समर्पित रहने की अपेक्षा की। आरंभ में जिला शिक्षा अधिकारी श्री बीआर बघेल ने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए शिक्षा के उजियारा फैलाने की दिशा में सेवानिवृति के बाद भी सेवा देने का आग्रह सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं से किया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
- -बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने और सही राह दिखाने में शिक्षकों का होता है महत्वपूर्ण योगदान-प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े-गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता-सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़ेरायपुर /शिक्षक दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री और सक्ती जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य और सांसद लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े की अध्यक्षता में आज सक्ती जिले के हटरी धर्मशाला में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह 2024 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले में सेवानिवृत्त शिक्षकों, शत-प्रतिशत वार्षिक परीक्षा परिणाम दिलाने वाले प्राचार्यों तथा जिले में शिक्षा प्रदान करने वाले विभिन्न शिक्षकों को बेहतर कार्य करने के लिए शिक्षादूत पुरुस्कार और ज्ञानदीप पुरुस्कार से मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा शाल, श्रीफल और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने और सही राह दिखाने में शिक्षकों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही वे मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही दिशा दिखाते हैं और हमारे ज्ञान को बढ़ाने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जो शिक्षक छात्र-छात्राओं को बेहतर ढंग से आगे बढ़ाने का काम करते है। ऐसे शिक्षकों सम्मानित करने के लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा ज्ञान देंगे तो एक अच्छे समाज का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यार्थी किसी अच्छे मुकाम पर अपने शिक्षक के बदौलत ही पहुँच पाते हैं। इसलिए शिक्षकों का जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी क्रम में सांसद लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता। एक शिक्षक के पढ़ाने के बाद ही कोई विद्यार्थी ही कलेक्टर, एसपी, मंत्री, सांसद, जनप्रतिनिधि, अधिकारी कर्मचारी, बिजनेसमैन सहित अन्य मुकाम पर पहुँचता है। उन्होंने सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विद्या सिदार, जिला पंचायत सदस्य श्री टिकेश्वर गबेल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन के चंद्रा, जिला सांख्यिकी अधिकारी श्री राकेश अग्रवाल सहित श्री कृष्ण कांत चंद्रा, श्री रामनरेश यादव, श्री अभिषेक शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिधि, अधिकारी कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, विभिन्न शिक्षक-शिक्षिकाएं, सेवानिवृत्त शिक्षक, मीडिया प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
- -पारदर्शिता व नागरिक सशक्तिकरण के दिशा में एक नया अध्याय : न्यायमूर्ति रमेश सिन्हारायपुर / पारदर्शिता व नागरिकों तथा वादकारियों को सुविधा प्रदान करने व सशक्त बनाने की दिशा में एक नए अध्याय की शुरूवात करते हुए छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री रमेश सिन्हा ने गुरूवार को उच्च न्यायालय तथा राज्य के समस्त जिला न्यायालयों के लिए ‘ ऑनलाइन आर.टी.आई वेब पोर्टल’ का शुभारंभ किया। इस पोर्टल के माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत् आवेदनों को प्रस्तुत किया जा सकता है और उन्हें रियल टाईम ट्रैक किया जा सकता है और इसके माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत् लगने वाले शुल्क का भुगतान भी किया जा सकता है। इस आर.टी.आई. वेबपोर्टल के माध्यम से दुनिया के किसी भी स्थान से सूचना प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया जा सकेगा ।इस वेब पोर्टल के शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री रमेश सिन्हा ने व्यवत किया कि यह आनलाईन पोर्टल पारदर्शिता, जवाबदेही व नागरिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्य न्यायाधिपति ने यह भी व्यवत किया कि इस वेबपोर्टल का उद्देश्य है कि नागरिकों को सूचना प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी, पारदर्शी व सुलभ बनाना है। यह वेबपोर्टल एक केन्द्रीय प्लेटफार्म की तरह कार्य करेगा जहां नागरिक सूचना के अधिकार के तहत् आवेदन को प्रस्तुत कर सकेंगे और उसके प्रगति को ट्रैक कर सकेंगे और सूचना प्रदान करने वाले अधिकारी की प्रतिक्रियाओं को तत्काल जान सकेंगे और यदि असंतुष्ट हैं तो अपील कर सकेंगे।मुख्य न्यायाधिपति ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह वेब पोर्टल नागरिकों को सूचना प्रदाता अधिकारियों से सूचना प्राप्त करने के संबंध में आमूलचूल परिवर्तन लाने वाला होगा और यह नागरिकों को सूचना प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाएगा और लोक प्राधिकारियों को और अधिक जवाबदेह बनाते हुए एक पारदर्शी व उत्तरदायी प्रशासन को सुनिश्चित करेगा।मुख्य न्यायाधिपति द्वारा न्यायालयीन कर्मचारियों को उचित कार्य वातावरण प्रदान करने तथा उन्हें सुविधाएं प्रदान करने व उनके कल्याण के लिए किए जाने वाले कार्यों की श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कड़ी जोड़ते हुए एक साथ 300 से अधिक न्यायिक कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया जिसमें जिला न्यायालयों में पदस्थ 11 डिप्टी क्लर्क आफ कोर्ट को प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया गया और 2008 से बहुप्रतीक्षित स्टेनोग्राफरों की पदोन्नती हुई जिसमें 168 स्टेनोग्राफर को स्टेनोग्राफर वर्ग-1, 98 स्टेनोग्राफर को स्टेनोग्राफर वर्ग-2 तथा 23 स्टेनो टायपिस्ट को स्टेनोग्राफर के रूप में पदोन्नत किया गया। बहुप्रतीक्षित कर्मचारियों की पदोन्नति किए जाने को मुख्य न्यायाधिपति द्वारा संवेदनशीलता के साथ लिया गया और एक साथ इतने कर्मचारियों को उनके जायज हक को प्रदान किया गया जिससे सभी कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है। यह पदोन्नति निश्चित तौर पर कर्मचारियों के मनोबल को बढाने वाला है और यह उन्हें पूरे मनोयोग से अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित वाला साबित होगा साथ-ही-साथ एक उचित कार्य वातावरण निर्मित होगा।
- - नगरीय निकायों की गतिविधियों की निकायवार समीक्षादुर्ग / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नगरीय निकायों में संचालित विभिन्न योजनाओं व गतिविधियों की निकायवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने चुनाव के पहले नगरीय निकायों से संबंधित लंबित कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी निकायों के अधिकारियों को विशेष अभियान चलाकर व्यावसायिक, औद्योगिक, गृह सम्पत्ति एवं जल कर की वसूली का कार्य युद्ध स्तर पर किए जाने के निर्देश दिए। उन्हांेने अमृत मिशन योजना के अंतर्गत अभियान चलाकर नल कनेक्शन दिया जाना सुनिश्चित करें, ताकि हितग्राहियों को पेयजल उपलब्ध हो सके।उन्होंने नगर निगम आयुक्तों को वार्ड चिन्हांकित कर उद्यान विकसित करने एवं सौन्दर्यीकरण के साथ रंग-रोगन करने को कहा। इसी तरह ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कार्य हेतु एसएलआरएम सेंटर की उपलब्धता की जानकारी ली। इसके साथ ही शहरी बेघरों के लिए आश्रय स्थल योजना एवं पीएम स्वनिधि, शहरी पथ विक्रेताओं को सहयोग घटक की प्रगति की समीक्षा की।बैठक में नगर निगम भिलाई के आयुक्त श्री देवेश ध्रुव, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त श्री लोकेश चन्द्राकर, नगर निगम रिसाली के आयुक्त श्रीमती मोनिका वर्मा, नगर निगम भिलाई चरोदा के आयुक्त श्री दशरथ राजपूत, सभी जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
- दुर्ग / कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ) द्वारा बदलती जलवायु के परिवेश में परम्परागत खेती में समय पर वर्षा न होना, अचानक अति वर्षा का होना जैसी परिस्थितियों में तकनीकी रूप से परिवर्तन कर खेती में सुधार की नई-नई तकनीकों का कृषकों के प्रक्षेत्र पर परीक्षण किया जा रहा है। धान की खेती में परम्परागत रोपा को और विशेषकर हाईब्रिड धान को कतार बोनी के माध्यम से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन कैसे लिया जाए, इस दिशा में कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा द्वारा जिले के विकासखण्ड पाटन अंतर्गत ग्राम अमेरी में कृषकों के प्रक्षेत्र पर परीक्षण लिया गया है। कृषि विज्ञान केन्द पाहंदा के वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार नायक द्वारा इनक्लाईन्ट प्लेट प्लान्टर जिसमें कतार-से-कतार एवं पौधे-से-पौधे की दूरी नियंत्रित की जा सकती है, से बायर कम्पनी के एराइज 8455 डीटी किस्म का प्रदर्शन 8 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से ग्राम अमेरी में किया गया है। इस प्रदर्शन पर किसानों की प्रतिक्रिया की चर्चा हेतु एक प्रारम्भिक प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन में ग्राम अमेरी, करगा, बटंग, औरी आदि गांवों के 50 से अधिक किसानों ने अवलोकन किया। चर्चा के दौरान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री ईश्वरी साहू ने तकनीक पर किसानों को अवगत कराया। डॉ. विजय जैन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा ने किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि दुर्ग जिले के जलवायु में हाईब्रिड धान व कतार बोनी के संयोजन में दोनों प्रकार की भूमि जैसे सिंचित व असिंचित अवस्था में प्रदर्शन कर लागत में कमी कैसे हो सकती है, बिमारियों व कीड़ों के प्रकोप में होने वाले व्यय में कमी के लिए चर्चा की। बायर कम्पनी के श्री विवेकानन्द गुप्ता ने इस धान की गुणवत्ता से समस्त कृषकों को अवगत कराया। इस अवसर पर ग्राम-अमेरी के सरपंच श्री बलराम चन्द्रवंशी ने भी अपने विचार व्यक्त कियें। परिचर्चा के बाद समस्त किसानों ने प्रक्षेत्र का भ्रमण कर प्रदर्शन का अवलोकन किया। डॉ. कमल नारायण, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
- दुर्ग/ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र परिसर में 13 सितम्बर 2024 को प्रातः 10.30 बजे से प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया गया है। प्लेसमेंट केम्प में निजी नियोजक रिलायंस निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस द्वारा 15 पदों पर भर्ती की जाएगी। समस्त पद केवल विवाहित महिलाओं के लिए है। शैक्षणिक योग्यता स्नातक निर्धारित है। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग के उप संचालक श्री आर.के.कुर्रे के अनुसार इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण एवं अंकसूची, पहचान पत्र (मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, राशन कार्ड) रोजगार कार्यालय का पंजीयन पत्रक, छ.ग. निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र के साथ जिला रोजगार कार्यालय मालवीय नगर चौक दुर्ग में उपस्थित हो सकते हैं।
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बिलासपुर /कृषि तथा आदिम जाति एवं अजा विकास मंत्री श्री राम विचार नेताम के मुख्य आतिथ्य में जस्टिस तनखा मेमोरियल रोटरी स्कूल फार स्पेशल चिल्ड्रन में शिक्षक दिवस मनाया गया। श्री नेताम ने इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों कों शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक श्री अमर अग्रवाल ने की। मंत्री श्री नेताम ने स्कूल को 1 लाख रूपये की मदद की घोषणा की। उन्होंने स्वेच्छानुदान मद से 11 हजार रूपये भी दिए।
मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री नेताम ने कहा कि आज शिक्षा सहित हर क्षेत्र में क्रांति हो रही है। शिक्षा में क्रांति लाने में शिक्षकों का अहम योगदान है। शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका बदल गया है। लेकिन इस बदलाव के साथ-साथ हमें इसकी गुणवत्ता को बनाये रखना होगा। बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों की है। माता-पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं लेकिन उसके व्यक्तित्व को गढ़ने की जवाबदारी शिक्षकों की होती है। स्कूल पहुंचने पर विशेष बच्चों द्वारा अतिथियों को तिलक लगाकर एवं स्वयं के द्वारा निर्मित पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। विशेष स्कूल के अध्यक्ष एसपी चतुर्वेदी ने अतिथियों को शाला का भ्रमण कराकर बच्चों के प्रशिक्षण की जानकारी दी गई। विशेष बच्चों ने मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। अध्यक्ष चतुर्वेदी ने शाला के विस्तार के लिए शासकीय भवन अथवा शासकीय भूमि की मांग करते हुए मंत्री को ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम का संचालन सचिव श्री आरके सक्सेना एवं आभार ज्ञापन संजय दुबे ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बिलासपुर इनरव्हील क्लब के अध्यक्ष श्रीमती जीके पिल्ले, सचिव संगीता पानफर, रोटरी क्लब अध्यक्ष पवन नालोटिया, रोटरी क्लब सचिव श्रीमती शैलजा शुक्ला, श्री प्रणव शर्मा आदि बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में शाला के कोषाध्यक्ष नवनीत अग्रवाल, ट्रस्टी डॉ. आरपी मिश्रा, एनके वर्मा, प्रभारी प्राचार्य श्रीमती कांति दुबे का सराहनीय योगदान रहा। - -एक ही दिन में 172 यूनिट रक्त का हुआ संग्रहणबिलासपुर /शिक्षक दिवस के अवसर पर रेड क्रॉस सोसायटी बिलासपुर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिक्षकों ने बढ़चढकर शिविर में भाग लिया एक ही दिन में 172 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने शिक्षकों को शॉल श्रीफल से सम्मानित किया।कलेक्टर श्री अवनीश शरण के मार्गदर्शन में रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन प्रार्थना सभा भवन में किया गया । शिविर में शिक्षकों ने बड़ी संख्या में रक्तदान किया और लोगो को रक्तदान कर अमूल्य जीवन बचाने का संदेश दिया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों पर देश का भविष्य है वे भावी पीढ़ी के निर्माता हैं। शिक्षकों से उन्होंने आह्वान किया कि वे ऐसी पीढ़ी का निर्माण करें जो जीवन के हर क्षेत्र में सफल हों ,उन्हें अच्छा इंसान बनाएं। बच्चों को कैरियर काउंसलिंग के साथ ही मेंटल काउंसलिंग भी दें ताकि बच्चे जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकें और अपने जीवन के सभी क्षेत्र में संतुलन बना सकें। कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने अपने उद्बोधन में अपने स्कूल और कोचिंग के दिनों को याद किया, उन्होंने कहा कि वे अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञ हैं जिनके योगदान से आज वे यहां हैं। सभी के जीवन में शिक्षकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है।शिविर में सीएमएचओ डॉ. प्रभात श्रीवास्तव, रेड क्रॉस सोसायटी के नोडल अधिकारी डॉ. एम ए जीवानी, रेड क्रॉस के जिला समन्वयक श्री सौरभ सक्सेना, रेड क्रॉस सोसायटी के सदस्य श्री अनिल तिवारी, एनएस गौतम, वी एल गौतम,श्रीमती अर्चना पांडे मौजूद रहे जिनकी भूमिका कार्यक्रम के। आयोजन में महत्वपूर्ण रही। समग्र शिक्षा के कार्यक्रम समन्वय डॉ. अखिलेश तिवारी शिक्षक श्री वासुदेव पांडे ,प्रमोद शुक्ला, श्री देवी चंद्राकर के साथ बड़ी संख्या में शिक्षकगण,एनएसएस ,स्काउट व एनसीसी के स्वयं सेवक इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद रहे।रेहाना/39/1463
- -प्राथमिकता से करें अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरणों का निपटारा-समय-सीमा पार कर चुके मामलों में बताएं विलंब का कारण-गोठानों एवं कांजी हाऊसों में रखें चारे-पानी का इंतजामबिलासपुर, /संभागायुक्त श्री महादेव कावरे ने आज वीसी के जरिए कलेक्टरों की बैठक लेकर राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की। संभाग के सभी आठ जिलों - बिलासपुर, मुंगेली, जीपीएम, कोरबा, जांजगीर, सक्ती, रायगढ़ एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कलेक्टर वीसी के जरिए बैठक में शामिल हुए।उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित सभी प्रकरणों का निराकरण तत्परता से करने को कहा है। चतुर्थ वर्ग में अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कोई लिमिट नहीं हैं। इसलिए उनकी सहमति लेकर नियुक्ति आदेश जारी किया जाना सुनिश्चित किया जाये। संभाग में फिलहाल अनुकम्पा नियुक्ति के 240 प्रकरण लंबित हैं।लोक सेवा गारण्टी के अंतर्गत 1104 मामले समय-सीमा को पूर्ण कर चुके हैं। कारणों की जानकारी लेकर इनका प्राथमिकता के साथ निराकरण करने के निर्देश दिए। राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि समय-सीमा में यदि कोई प्रकरण निबटारा नहीं हो रहा है तो उसका उचित कारण भी दर्ज किया जाये। उन्होंने भू-अर्जन के मामलों में अवार्ड पारित करने की कार्यवाही जल्द करने और मुआवजा राशि किसानों को अविलंब देने को कहा है। संभाग में विभिन्न प्रकरणों में 563 करोड़ की मुआवजा राशि को जल्द बांटने के निर्देश दिए हैं। जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि केवल संरचना निर्माण हमारा लक्ष्य नहीं है। इन नलों में पानी आने चाहिए। इसके लिए तेजी से कार्य किया जाये। यदि ठेकेदार इसमें बाधा बन रहे हैं तो उनके विरूद्ध भी कठोर कार्रवाई किया जाये। रकम जमा करने के बाद भी सौर ऊर्जा चालित पम्पों की स्थापना में विलंब किये जाने पर क्रेडा के प्रति नाराजगी जाहिर की। गौरतलब है कि संभाग में 617 पम्पों के सौर ऊर्जीकरण के लिए राशि जारी की जा चुकी है।कमिश्नर ने कहा कि सड़क से मवेशियों को हटाने के अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन गोठानों एवं कांजी हाऊसों में मवेशियों को रखा जाता हैं, वहां पर्याप्त मात्रा में चारा एवं पानी सुनिश्चित किया जाए। उनका नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाये। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए। श्री कावरे ने मौसमी बीमारियों एवं उनकी रोकथाम के उपायों पर भी चर्चा की। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने बताया कि संभाग में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने सरकारी दफ्तरों में अधिकारी-कर्मचारियों के आने-जाने के समय का पालन करने के निर्देश दिए। यदि कोई कर्मचारी आदतन विलंब से आता हो तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाये। अधिकारी कर्मचारियों की टेबल पर उनका नाम पट्टिका भी रखने के निर्देश दिए।
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-दो सेल्समैन गिरफ्तार, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कलेक्टर व एसपी को निर्देश
रायपुर, / वन मंत्री एवं जिला के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप के दिशा-निर्देश पर सुकमा जिले में राशन माफियाओ के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। स्थानीय लोगों से शिकायत मिल रही थी कि चिंतलनार इलाके के ग्रामीणों को केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा दी जाने वाली फ्री राशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राशन माफिया गरीबों के हक का चावल डकार रहे हैं। शिकायत मिलने के पश्चात प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप के निर्देश पर सुकमा कलेक्टर ने टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिस पर छापेमारी कार्रवाई की गई और भारी मात्रा में अमानक खाद्यान्न जब्त किए गए।प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुशासन वाली सरकार है जो गरीब कल्याण के कृत संकल्पित सरकार है। उन्होंने कहा कि गरीबों के पेट का निवाला छिनने वाले, गरीबों का राशन लूटने वाले लुटेरों को बक्शा नही जायेगा। सभी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस मामले में संलिप्त दो सेल्स मैन विजय हेमला और भीमसेन वेट्टी को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया हैं वहीं अन्य फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए कलेक्टर और एसपी को निर्देशित किया गया है। - भिलाईनगर। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग दिये जाने निरंतर अपील की जा रही है। इसके जागरूकता हेतु स्व सहायता समूह की महिलाओ द्वारा डोर-टू-डोर जाकर जागरूक किया जा रहा है। गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले मेे वर्षो से मुनादी पर भी कराई जा रही है। प्रत्येक परिवार व दुकान को नगर निगम भिलाई द्वारा गीला कचरे के लिए हरा डस्ट बिन एवं सूखे कचरे के लिए नीला डस्ट बिन दो बार वितरित किया गया। कई स्तरो से समझाइस भी दी गई, लेकिन सामान्यतः लोगो के व्यवहार में परिवर्तन नहीं होने के कारण नगर निगम भिलाई द्वारा अब अर्थदण्ड वसूलने की कार्यवाही की जा रही है। विगत 2 माह से स्व सहायता समूह की बहनो द्वारा घर-घर जाकर परिवार की महिलाओ से मिलकर उन्हे समझाइस भी दी जाती रही है। फिर भी एक ही डब्बे मे डालकर कचरा सफाई मित्र को देते है। घरो व दुकानो में एक ही डब्बे मे दोनो प्रकार के कचरे को डालकर रखते है कभी-कभी तो सामने के नाली में भी फेंक देते है। जो स्वच्छता के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण बन रहा है।इसी कड़ी में नेहरू नगर जोन 01 के 22 मकान एवं दुकानो से 2980 रूपये, जोन 02 के 38 मकान एवं दुकानो से 7630 रूपये, जोन 03 के 33 मकान एवं दुकान से 900 रूपये, जोन 04 से 38 मकान एवं दुकान से 760 रूपया कुल 131 मकान से 12270 रूपये अर्थदण्ड से दण्डित करने की कार्यवाही की गई। आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किया है कि आदतन जो परिवार या दुकानदार निरंतर एक ही डब्बे में कचरा डालकर देते हुए या नाली में फेकते हुए पाये जाते है, उनसे अर्थदण्ड वसूला जाये। पहले 50 रूपये से शुरू करे नहीं सुधरे तो बढ़ाते जावे। सब तरह के समझाइस दिये जाने के बाद भी नहीं मानने वालो से नगर निगम भिलाई के स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अर्थदण्ड वसूला जा रहा है।महापौर नीरज पाल ने सभी नागरिको से अनुरोध किया है कि नगर निगम भिलाई के संसाधन सीमित है। शहर के सफाई में सबका हाथ और साथ होना चाहिए। तभी हमारा भिलाई स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रणी बन पायेगा। कचरा सब लोग देते है बस आदत सुधार लें। गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग डब्बे में डालकर ही देवें।
- भिलाईनगर/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत वृक्षारोपण कार्य निरंतर जारी है। पर्यावरण को हरा-भरा रखने के उददेश्य को लेकर वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। साथ ही पौधो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्री-गार्ड भी लगाया जा रहा है। जिससे पौधे आसानी से बड़ा हो जाये और वृक्ष का रूप ले सके।आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने उद्यान अधिकारी तिलेश्वर कुमार साहू को निर्देश दिये है। निगम भिलाई क्षेत्र में जहां भी वृक्षारोपण किया गया है। उसका माॅनिटरिंग करे साथ ही जो पौधे बड़े हो गये है या जिनके डाल इधर-उधर बिखर गये है। उनकी कटाई-छटाई, ट्रिमिंग का कार्य करते रहे। जिससे पौधे सुन्दर एवं स्थल के आकार में बड़े हो। निर्देश का पालन करते हुए उद्यान विभाग के श्रमिको को पेड़ो की कटाई, छटाई कार्य पर लगाया गया है। जिनके द्वारा गौरवपथ डिवाइडर, सेक्टर 01 के उद्यानों में ट्रिमिंग का कार्य किया जा रहा है। जहां भी खाली स्थान दिख रहा है वहां पौधे भी रोपित किया जा रहा है।महापौर नीरज पाल ने नागरिको से अपील किये है कि पर्यावरण हम सब के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसका पुरी तरह से खयाल रखना हमारी जिम्मेदारी है। पौधे लगाये और उसकी सुरक्षा करे। हम सब के प्रयास से ही भिलाई शहर को हरा-भरा एवं सुन्दर बना सकते है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से कल रात यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने प्रांताध्यक्ष श्री शिशुपाल शोरी के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के रायपुर में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम में आने की सहमति दी। प्रतिनिधि मंडल में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के सर्वश्री बी.पी. एस नेताम, भारत सिंह, पूर्व विधायक श्री राजेंद्र कुमार राय, श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव और श्री श्यामलाल कंवर, सर्वश्री एम आर ठाकुर, देवरतन सिंह, आर बी सिंह, फूल सिंह नेताम, मोहिंदर कंवर, गणेश ध्रुव, कुंदन सिंह ठाकुर, शिव प्रसाद ध्रुव, सनम सिंह, श्रीमती हेमलता परते, श्रीमती उमा शर्मा, सुश्री अलका परते, श्री उपेंद्र ठाकुर डॉ शंकर उईके सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य शामिल थे।
- रायपुर / मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरिया की भौगोलिक स्थिति वनांचल जैसी है। लेकिन यहां किसानों को सिंचाई के लिए पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है। वंचित वर्ग में आने वाले ऐसे ही एक आदिवासी परिवार के लिए खेती योग्य भूमि होने के बाद भी पानी का संसाधन ना होना एक बड़ी समस्या थी। ऐसे में मनरेगा के तहत बनी एक डबरी में सिंचाई की कमी पूरी कर खुशहाली का माध्यम बन गई। पहले केवल मानसूनी बारिश पर आधारित धान की खेती करने वाले आदिवासी किसान रामप्यारे के खेत में अक्सर सिंचाई के लिए पानी की कमी हो जाती थी। ऐसे में मेहनत करने के बाद भी उन्हें अपनी फसल से कोई लाभ नहीं मिल पाता था। परंतु इस बार सिंचाई की सुविधा पाकर रामप्यारे के परिवार ने समय पर अपने खेतों में रोपाई का कार्य पूरा कर लिया है और उनकी धान की फसल भी लहलहा रही है। इस खुशहाली के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बनी एक डबरी इस किसान परिवार के लिए वरदान साबित हो रही है।पहले श्री रामप्यारे की समस्या का निराकरण ग्राम सभा की बैठक में हुआ, जहां उन्होंने अपने खेतों में महात्मा गांधी नरेगा के तहत एक डबरी बनाए जाने का आवेदन प्रस्तुत किया। उनके आवेदन के आधार पर ग्राम सभा ने डबरी बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया और ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया और डबरी का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया। इसमें अकुशल मजदूरी करके इस परिवार को सौ दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ। डबरी बन जाने के बाद रामप्यारे बताते हैं कि सब्जी लगाकर वह लगभग 20 हजार रुपए की आमदनी ले चुके हैं और इस बार उनके खेतों में समय पर धान की रोपाई का काम पूरा हुआ है। डबरी में पर्याप्त पानी होने के कारण वह इसमें अगले साल से मछली पालन करने की योजना बना रहे हैं। रामप्यारे के अनुसार लगभग तीन एकड़ खेतों में इस बार धान की अच्छी फसल होने से उन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा। मनरेगा से बना एक संसाधन इस परिवार के लिए आजीविका की नई राहें बना रहा है। इसके लिए रामप्यारे ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
- -घर जाकर एक शिक्षक की तरह पढ़ाया ऐसा पाठ कि अब विद्यार्थियों को पढ़ा रही किताब-कलेक्टर पी दयानंद की प्रेरणा ने बदल दी पहाड़ी कोरवा ममता की जिंदगीरायपुर / तब गांव आंछीमार के पहाड़ी कोरवा मंगल सिंह घर पर नहीं थे। उनकी बेटी ममता कोरवा शायद स्कूल जाने के लिए झटपट तैयार हो रही थी। अचानक से ममता तक खबर आई कि उनके घर के बाहर कोरबा के कलेक्टर आए हैं। वह अपनी जूती भी नहीं पहन पाई थी और सफेद मोजे पहने हुए स्कूल ड्रेस में भागती हुई बाहर आई। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि पहाड़ी कोरवाओं की इस छोटी सी बस्ती और तंग गली में कभी मोटर सायकल भी नहीं आता-जाता, उस गली से होकर उनके द्वार तक कलेक्टर की गाड़ी और स्वयं कलेक्टर आए हैं। ममता की खुशी का ठिकाना नहीं था। कलेक्टर ने जब उनसे पूछा...कौन से क्लास में हो...नाम क्या है ? मैं कोरबा कलेक्टर पी दयानंद हूं...तो सबसे पहले ममता ने मुस्कुराते हुए हाथ मिलाया और नाम बताते हुए कहा...तो सर आप ही कलेक्टर..है.! कलेक्टर से हाथ मिलाते ही उलझनों के मोड़ में उलझी ममता को कलेक्टर पी दयानंद से ऐसा ज्ञान और प्रोत्साहन मिला कि एक दिन उसकी जिंदगी बदल गई।आठ साल पहले स्कूल खुलने के दिन यानी एक जुलाई को ग्राम आंछीमार की पहाड़ी कोरवा ममता तब कक्षा दसवीं पास करके कक्षा 11वीं में ही पहुंची थीं। तब वह बहुत असमंजस में थी कि 11 वीं में कौन सा विषय लिया जाए, जो विषय ली है, वह ठीक है या नहीं..? उसके समाज में कोई ऐसा परिचित भी उन्हें नहीं मिल रहा था कि वह उससे पूछ सकें...। विषय चयन सहित आगे की पढ़ाई को लेकर एक मोड़ पर उलझी ममता के लिए अचानक से कलेक्टर का घर आना उनके भविष्य के लिए एक नया रास्ता था। कलेक्टर पी दयानंद ने तब उन्हें एक शिक्षक की तरह समझाते हुए बायोलॉजी सब्जेक्ट चयन करने और इससे बनने वाले कैरियर के विषय में बताते हुए एकाग्रता के साथ मन लगाकर पढ़ाई करने तथा पहाड़ी कोरवा समाज की अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनने की बात कही। पहाड़ी कोरवा ममता के लिए यहीं एक ऐसा मोड़ था जिससे उनकी उलझने दूर हुई और ममता की जिंदगी बदल गई। कलेक्टर की बातों को गांठ बांधकर पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाया और बायोलॉजी से पहले 11वीं और 12वीं पास करने के बाद बीएससी, डीसीए, एमए की पढ़ाई पूरी की। किसी शिक्षक के रूप में एक कलेक्टर से मिले ज्ञान और अपनी पढ़ाई की बदौलत ममता ने आखिरकार कामयाबी हासिल की। अब वह शिक्षिका बन गई है और प्रभारी प्रधानपाठक का दायित्व सम्हालने के साथ ही ग्रामीण विद्यार्थियों को ज्ञान की किताब पढ़ा रही है।कोरबा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम आंछीमार की पहाड़ी कोरवा ममता शिक्षिका के रूप में प्राथमिक शाला चीतापाली में पढ़ाती है। उसने बताया कि वह जिस समाज से आती है, उसमें बहुत ही कम लोग 10वीं, बारहवीं तक की पढ़ाई किए हुए हैं। कॉलेज की पढ़ाई करने वाले गिनती के ही लोग है। उसे भी लगता था कि वह बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी कर पायेगी या नहीं। 10वीं कक्षा पास करने के बाद कलेक्टर श्री पी दयानंद के घर आने और उनसे मिली प्रेरणा के विषय में बताती हुई ममता कहती है कि वह दिन सचमुच मेरी जिंदगी में एक नया मोड़ के समान था। कलेक्टर सर का चेहरा, उनकी बातें मुझे पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित करती रही। ममता ने बताया कि उनके दादा-दादी, माता-पिता की जिंदगी संघर्षों के बीच बीती है। समाज में लड़कियां 5वीं, 8वीं पढ़ लेती थीं, वहीं उनकी उपलब्धि थी और इसके बाद शादी के बंधन में बंध जाती थी। ऐसे में उन्हें भी लगता था कि 10वीं के बाद पता नहीं कब उनका भी रिश्ता तय कर दिया जाए और पढ़ाई वहीं बंद हो जाए। ममता कहती है कि कलेक्टर के घर आकर उनसे मिलने से घर का पूरा माहौल बदला। उनके निर्देश पर हास्टल में जगह मिली। माता-पिता ने उन्हें आगे पढ़ाई पूरी करने में पूरा सहयोग दिया और नौकरी मिलते तक शादी भी नहीं की। समाज के अन्य लोगों को भी यह जानकार खुशी हुई कि कलेक्टर साहब उनके घर आए थे और उन्होंने भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने का काम किया। ममता ने बताया कि कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद वह एनआरएलएम से जुड़ी और सक्रिय महिला सदस्य के रूप में दिल्ली में कार्यक्रम में सम्मिलित भी हुई। उन्होंने बताया कि कलेक्टर के घर आने के बाद वह भी अधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन शिक्षिका के रूप में नौकरी लगने के बाद अहसास हुआ कि यह फील्ड उनके लिए बहुत अच्छा है और इस नौकरी की बदौलत अपने समाज के बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर सकती है।अपने से अधिक पढ़ाई वाला या बड़ा नौकरी वाला पति नहीं ढूंढी-ममता बताती है कि अधिक पढ़ाई करने के बाद भले ही कुछ लड़कियों का सपना होता है कि वह उनके जैसा या उनसे अधिक पढ़ाई करने वाला लड़के से शादी करेगी। ममता ने बताया कि वह भी ऐसा कर सकती थी, लेकिन उन्होंने 12वीं पास लड़के से विवाह किया है। पति मुकेश कुमार को हाल ही में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने अतिथि शिक्षक के रूप में स्कूल में नौकरी प्रदान की है। ममता कहती है कि हमारी किस्मत बदल रही है। आने वाले समय में हमारा भविष्य बेहतर होगा। हम शासन-प्रशासन से मिले सहयोग से अपना ही भविष्य नहीं संवार रहे है, अपितु आने वाले पीढ़ियों का भी भविष्य संवारने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।शिक्षा और शिक्षक के भूमिका को बताया महत्वपूर्णपहाड़ी कोरवा ममता कहती है कि मैं जो कुछ हूं अपनी शिक्षा और स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षा से लेकर कलेक्टर द्वारा शिक्षक के रूप में घर आकर दिए गए प्रेरणा से ही हूं। मैं पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी होती तो आज मेरा भविष्य जंगलों में गुम हो जाता। बकरी चरा रही होती। आर्थिक रूप से भी मजबूत नहीं होती। मेरे आने वाले बच्चों का भविष्य भी गरीबी से गुजरता। अब ऐसा नहीं है। हर महीने वेतन मिलती है और यह राशि मेरी जरूरतों को पूरा करने में मददगार बनती है। ममता ने बताया कि वेतन के पैसे से उन्होंने अपने स्कूल आने के लिए स्कूटी ली है और घर का कुछ सामान, आभूषण ली है तथा बचत भी कर रही है। उन्होंने समाज के बच्चों को स्कूल जाने वाले मन लगाकर पढ़ाई करने तथा शिक्षकों को भी बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने की अपील की।
- - छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री ने नई दिल्ली में 'उद्योग समागम' में की भागीदारीरायपुर। छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने आज नई दिल्ली में आयोजित 'उद्योग समागम' सम्मेलन में भाग लिया। यह कार्यक्रम केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें सभी राज्यों के उद्योग मंत्री और प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। इस सम्मेलन में देश भर के उद्योगपतियों, उद्यमियों और निवेशकों ने भाग लिया, जिसमें व्यापार, उद्योग और आर्थिक विकास से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।श्री देवांगन ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में निवेश की विशाल संभावनाओं और राज्य सरकार द्वारा व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने निवेशकों को राज्य में आकर्षित करने के लिए बेहतर नीतियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए कई विशेष योजनाएं और सुविधाएं प्रदान कर रही है, जिससे न केवल राज्य का आर्थिक विकास होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। मंत्री श्री देवांगन ने कहा छत्तीसगढ़ निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थल के रूप में उभर रहा है। प्रदेश खनिज उत्पादन वाले प्रमुख राज्यों में शामिल है। यहां उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल है। प्रदेश में नए उद्योगों को सर्वसुविधा उपलब्ध कराने के नई रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा राज्य में निवेश बढ़ाने व उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए वित्तीय प्रोत्साहन व छूट भी दी जा रही है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 की लांचिंग किया गया है, इससे नए उद्योग शुरू करने वाले व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा 1 नवंबर 2024 से प्रदेश की नई उद्योग नीति भी लागू हो जाएगी। नई नीति उद्यमियों के सहूलियत को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में तैयार किया जा रहा है। सम्मेलन के दौरान उपस्थित उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश के प्रति गहरी रुचि दिखाई और राज्य में भविष्य में निवेश करने की संभावनाओं पर विचार किया। कार्यक्रम में उद्योग विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, इन्वेस्टमेंट कमिश्नर सुश्री रितु सेन, सीएसआईडीसी के कार्यपालन संचालक आलोक त्रिवेदी भी उपस्थित रहे।
- -महिलाएं जता रही है विष्णु भईया के स्नेह भरे तोहफे के लिए आभाररायपुर, /छत्तीसगढ़ में गांव-गांव मनाए जा रहे तीजा त्यौहार की खुशी महतारी वंदन योजना ने बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने पोला त्योहार के अवसर पर महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त की राशि महिलाओं के खातों में जमा की। इस योजना के तहत मिली सहायता राशि ने महिलाओं के लिए तीजा की तैयारियों को और भी खास बना दिया।बलौदाबाजार के ग्राम सकरी में निवास करने वाली श्रीमती धारणा साहू और श्रीमती रांति साहू ने खुशी-खुशी बताया, “तीजा का यह त्यौहार हमारे लिए बेहद खास हो गया है। मुख्यमंत्री जी ने हमें महतारी वंदन योजना के माध्यम से जो राशि दी है उससे हम साड़ी और तीज के लिए श्रृंगार का सामान खरीदेंगी। यह भाई के स्नेह जैसा तोहफा है जिसके लिए हम मुख्यमंत्री जी का दिल से धन्यवाद करते हैं।छत्तीसगढ़ में तीजा का त्यौहार महिलाओं के जीवन में एक विशेष स्थान रखता है। यह त्यौहार न केवल पारिवारिक प्यार और बंधनों को मजबूत करता है, अपितु पति के दीर्घायु के साथ ही पति और पत्नी में आपसी प्रेम व स्नेह को भी बढ़ाता है। इस बार तीजा के मौके पर बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम सकरी की दो महिलाएं श्रीमती धारणा साहू (भतीजी) और श्रीमती रांति साहू (बुआ) अपने मायके में त्यौहार की खुशियों को साझा करने आईं।श्रीमती धारणा साहू की शादी दो साल पहले नंद किशोर साहू से हुई थी। उनके पति ग्राम जारा विकासखंड पलारी में किराना दुकान चलाते हैं। परिवार में ससुर, सास और एक देवर के साथ कुल पांच सदस्य हैं। वहीं, श्रीमती रांति साहू अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रही हैं। उनके पति महेंद्र साहू, का सात साल पहले बीमारी के कारण निधन हो गया था। रांति साहू खरोरा के एक निजी स्कूल में स्वीपर का काम करती हैं।श्रीमती रांती अपनी बेटी के साथ ससुराल, ग्राम मोहरेंगा (रायपुर जिला) में रहती हैं। उनकी बेटी कक्षा 5 वीं में पढ़ती है, जबकि बेटा अपने नाना के घर रहकर कक्षा 4थीं की पढ़ाई कर रहा है। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को अतिरिक्त आर्थिक सहायता मिलने से उनके चेहरे पर सुकून और खुशी साफ झलक रही थी। त्यौहार की रौनक के बीच,यह मदद उनके लिए एक नया उत्साह लेकर आई, जिससे वे अपने परिवार के साथ तीजा का पर्व और भी आनंद से मना सकेंगी।
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-प्रतिभाओं के विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण
-देश उत्तम शिक्षा के मामले में हमेशा से समृद्ध - श्री विष्णुदेव साय-राजभवन में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह सम्पन्नरायपुर /राज्यपाल श्री रमेन डेका और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन गरिमामयी समारोह में वर्ष 2023-24 के उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया। राज्यपाल श्री डेका ने कहा शिक्षक विद्यार्थियों को बड़ा सपना देखने प्रेरित और पूरा करने प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की भी शिक्षा देना सुनिश्चित करें।राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-2024 के लिए सभी सम्मानित शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रदेश के तीन महान साहित्यकारों के नाम पर 03 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार तथा 52 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य शिक्षक सम्मान वर्ष 2024-25 के लिए चयनित 64 शिक्षकों के नामों की घोषणा की।राजभवन के दरबार हॉल में आज आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में तीन उत्कृष्ट शिक्षकों बिलासपुर जिले की डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम जिले के श्री राजर्षि पाण्डेय को डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार और दुर्ग जिले की डॉ. श्रीमती सरिता साहू को डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस तरह प्रधान पाठक, व्याख्याता, व्याख्याता एल.बी., शिक्षक एल.बी., सहायक शिक्षक, सहायक शिक्षक एल.बी वर्ग के 52 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।इस गरिमामय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण प्रतिभाआंे के विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिक्षक समाज के प्रमुख नागरिक हैं। राज्यपाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति में बड़ा परिवर्तन हो रहा हैै, जिसका परिणाम भी अच्छा होगा।राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि आज हर क्षेत्र में क्रांति हो रही है और शिक्षा के क्षेत्र में भी क्रांति हो रही है। शिक्षक इस क्रांति का एक हिस्सा है। शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका बदल गया है, लेकिन इस बदलाव के साथ-साथ शिक्षा के गुणवत्ता पर भी ध्यान देना होगा। बच्चों में नैतिक मूल्यांे का विकास करने की जवाबदारी भी शिक्षकों की है।श्री डेका ने कहा कि माता-पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं जबकि शिक्षक उस बच्चे के व्यक्तित्व को गढ़ते हैं और उसे उज्ज्वल भविष्य प्रदान करते हैं। शिक्षा के अलावा, शिक्षक बेहतर इंसान बनने के लिए मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और प्रेरणा देने के लिए हर कदम पर हमारे साथ खड़े रहते हैं। शिक्षक ज्ञान और बुद्धि का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक देश उतना ही अच्छा होता है जितने उसके लोग, उसी प्रकार उसके नागरिक भी उतने ही अच्छे होते हैं जितने उसके शिक्षक। इसलिए बहुत कुछ शिक्षकों पर निर्भर करता है कि बच्चों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। मैं सभी शिक्षकों को उनके जुनून, समर्पण, प्रतिबद्धता और योगदान के लिए सलाम करता हूं।राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि शिक्षण सभी व्यवसायों की जननी है। शिक्षक दिवस हमें भविष्य की पीढ़ियों को और भी अधिक चुनौतियों का सामना करने और हमारे देश को मानव कल्याण के प्रति उच्च संवेदनशीलता के साथ एक उन्नत और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जिम्मेदारियों और प्रतिबद्धताओं की याद दिलाता है।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि भारत में शिक्षक दिवस का जितना उत्साह और महत्व है वैसा शायद ही कहीं और देखने को नहीं मिलता। भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की जयंती को हम सब शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। श्री साय ने कहा कि भारत देश उत्तम शिक्षा के मामले में हमेशा से समृद्ध रहा है। गणित के क्षेत्र में शून्य भारत ने ही विश्व को दिया, आर्यभट्ट जैसे वैज्ञानिक और भाष्कराचार्य जैसे गणितज्ञ भारत में ही पैदा हुए। नागार्जुन जैसे रसायनज्ञ यहाँ हुए। शिक्षकों ने देश को हमेशा नई दिशा दिखाई है। भले ही आज इंटरनेट की दुनिया में ज्ञान एक क्लिक पर उपलब्ध है लेकिन अनुभव भरा ज्ञान, संस्कारपूर्ण शिक्षा, जीवन जीने की कला, कौशल, उत्तम शैली की सीख केवल विद्यालयों में शिक्षकों के जरिए ही संभव है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसकी जरूरत को समझा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लेकर आए। इस नीति के माध्यम से हमारी शिक्षा में आमूलचूल बदलाव की संभावना तैयार हुई है, जिसमें लोकल से वोकल तक के ज्ञान, सीख व समझ का समावेश किया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हमने प्रदेश में भी लागू कर दिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हमने प्रदेश में 9438 बालवाड़ियाँ आरंभ की हैं। हमने 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई की शुरुआत की है। इसके लिए किताबें बनाई हैं और शिक्षक इसे पढ़ा रहे हैं। यह बच्चों की नींव तैयार करने में काफी महत्वपूर्ण है। शिक्षा से नक्सलवाद का अँधियारा छँटने से बस्तर में अब शिक्षा की रोशनी भी तेजी से फैल रही है। बस्तर में वर्षों से बंद 29 स्कूलों को पुनः शुरू किया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आधुनिक समय एआई तथा रोबोटिक्स का है। हमारे बच्चे भी इसमें पीछे नहीं रहेंगे। हमने आदिवासी क्षेत्र के बच्चों के लिए भी स्कूलों में रोबोटिक्स तथा एआई की शिक्षा आरंभ कर दी है। नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए हम बिना ब्याज के शिक्षा ऋण दे रहे हैं। हमारा सबसे ज्यादा ध्यान कौशल विकास पर है। छोटे-छोटे ट्रेड में बच्चों को थोड़ा भी प्रशिक्षित कर दें, तो उनके लिए बेहतर भविष्य की राह खुल जाती है। हम हाइटेक स्कूल तैयार कर रहे हैं। प्रदेश में पीएम श्री योजना के अंतर्गत 211 स्कूलों का शुभारंभ किया गया है। इसके अलावा 52 स्कूलों की और स्वीकृति मिल गई है। यहाँ गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही है। हमारी सरकार ने 13 नगरीय निकायों में नालंदा की तरह हाइटेक लाइब्रेरी की स्थापना का निर्णय लिया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूलों में न्योता भोज की भी पहल की है, इससे सामुदायिक सहयोग से स्कूलों में बच्चों को रूचिकर पोषण आहार मिल रहा।इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने स्वागत उद्बोधन के साथ प्रतिवेदन का वाचन किया। आभार प्रदर्शन संचालक लोक शिक्षण श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने किया। स्कूल शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने राज्यपाल श्री डेका और मुख्यमंत्री श्री साय को स्मृति चिन्ह स्वरूप पुस्तक भेंट की।कार्यक्रम में आयुक्त जनसंपर्क श्री मयंक श्रीवास्तव, राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री भीष्म प्रसाद पाण्डेय, समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक श्री संजीव झा, राज्यपाल की संयुक्त सचिव श्रीमती हिना अनिमेष नेताम सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, पत्रकारगण उपस्थित थे। - बिलासपुर /खनि अमला बिलासपुर द्वारा 4 और 5 सितम्बर की दरमियानी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लोधीपारा, कोनी,सेंदरी, कछार, लोफंदी, मंगला,धुरीपारा,लोखंडी, निरतू, घुटकू , लावर ,मस्तूरी, सिरगिट्टी- चकरभाठा क्षेत्र मे रेत खदान एवं खनिज परिवहन कर रहे वाहनों की सघन जांच किया गया।मस्तूरी क्षेत्र में 4 हाईवा को खनिज रेत का अवैध परिवहन करते पाये जाने पर जप्तकर खनिज जांच चौकी लावर (मस्तूरी) अभिरक्षा में रखा गया है।सिरगिट्टी- चकरभाठा- तेलसरा क्षेत्र में शासकीय भूमि से खनिज मिट्टी और मुरूम का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते पाये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिलासपुर एवं चकरभाठा पुलिस थाना की मदद से 4 जेसीबी एवं 3 हाईवा को जप्त कर पुलिस थाना चकरभाठा में अभिरक्षा मे रखा गया है।रात्रि की कार्रवाई में ही 7 हाईवा एवं 4 जेसीबी सहित कुल 11 वाहनों के विरूद्घ खनिज नियमों के तहत कार्रवाई की गई है।विगत एक सप्ताह में खनि अमला द्वारा खनिज रेत,भसुवा मिट्टी,मुरूम,ईंट-मिट्टी के अवैध उत्खनन व परिवहन करने पर 12 हाईवा 1ट्रेक्टर एव़ 4 जेसीबी सहित कुल 17 वाहनों के विरूध्द खनिज नियमों के तहत प्रकरण दर्ज जप्ती की कार्रवाई की गयी है।वैध अभिवहन पास एवं अनुमति के बिना खनिजों का उत्खनन व परिवहन किये जाने के कारण सभी 17 वाहन चालकों,मालिकों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 के नियम 71खान एवं खनिज(विकास एवं विनियमन) अधिनियम की धारा 21 के तहत खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन का प्रकरण दर्ज किया गया हैl खनि विभाग द्वारा कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
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रायपुर, /राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 934.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 05 सितम्बर सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1988.6 मिमी और बेमेतरा जिले में सबसे कम 501.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा जिले में 515.6 सूरजपुर जिले में 923.0 मिमी, बलरामपुर में 1336.9 मिमी, जशपुर में 796.6 मिमी, कोरिया में 936.2 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 936.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।इसी प्रकार, रायपुर जिले में 752.6 मिमी, बलौदाबाजार में 951.3 मिमी, गरियाबंद में 903.4 मिमी, महासमुंद में 728.0 मिमी, धमतरी में 810.1 मिमी, बिलासपुर में 847.5 मिमी, मुंगेली में 957.0 मिमी, रायगढ़ में 893.5 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 540.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 1002.7 मिमी, सक्ती 858.2 मिमी, कोरबा में 1228.4 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 984.0 मिमी, दुर्ग में 548.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 748.2 मिमी, राजनांदगांव में 897.3 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1022.8 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 653.6 मिमी, बालोद में 948.4 मिमी, बस्तर में 1012.9 मिमी, कोण्डागांव में 899.7 मिमी, कांकेर में 1103.4 मिमी, नारायणपुर में 1050.0 मिमी, दंतेवाड़ा में 1227.2 मिमी और सुकमा जिले में 1348.8 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।