- Home
- छत्तीसगढ़
- -बहतराई स्टेडियम में 500 खिलाड़ी दिखाएंगे दमखमबिलासपुर / संभाग स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन बिलासपुर के बहतराई स्टेडियम में 19 व 21सितंबर को होगा। संभाग के सभी 8 जिलों के लगभग 500 विजेता खिलाड़ी एवं निर्णायक इस प्रतियोगिता में शामिल होंगे। कमिश्नर श्री केडी कुंजाम ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। संपूर्ण आयोजन के लिए बिलासपुर जिला पंचायत सीईओ श्री अजय अग्रवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
- दुर्ग / जिले के विभिन्न क्षेत्रों मे जिनमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र व दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के अमले द्वारा डेंगू से संबधित नियत रोकथाम का कार्य निरंतर किया जा रहा है। 16 सितम्बर 2023 को कुल 7 नये प्रकरण डेंगू एलिजा पॉजिटिव के मिले, जिसमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र सेक्टर 4 से 02, शारत्री नगर से 02, रिसाली नगर निगम से 02 एवं चरोदा नगर निगम से 01 के रहवासी है। वर्तमान में 16 मरीज भर्ती है एवं कोई भी मरीज की गंभीर स्थिति नहीं है। मरीजों के निवास क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा Mosquito source reduction का कार्य दैनिक रूप से किया गया है । जनस्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र, नगर निगम भिलाई चरोदा, रिसाली एवं दुर्ग का टीम के द्वारा लगातार डैंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण के लिए टेमीफॉस एवं एडिस मच्छर का नष्ट करने के लिए मेलाथियॉन से फागिंग का कार्य किया जा रहा है। डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेत् दुर्ग, भिलाई, चरोदा, रिसाली नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कुल 95593 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है, जांच किये कुलर पानी टंकी व अन्य कंटेनर की संख्या-137261 जिनमें से 43814 खाली कराये गये। सभी कटेनरों में 80176 स्थानो में टेमीफास डालकर लार्वा का नष्टीकरण किया गया, 98329 पाम्पलेट के माध्यम से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, सभी नगर निगम एवं मीडिया के द्वारा लोंगों से यह अपील की जा रही है कि सप्ताह में एक दिन शुष्क दिवस के रूप में मनाया जाना डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए उचित होगा उस दिन घर के सारे कन्टेंनर जैसे कुलर, पानी टंकी व अन्य जिसमें बारिश का पानी एकत्रित हो उसको समतल जगह में उस पानी की निकासी की जाये। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कारगर होगा। बुखार आने पर मलेरिया एवं डेंगू की जॉच की जाये और डॉक्टर के परामर्श से ही दवाईयों का सेवन करना उचित होगा। डेंगू एवं मलेरिया की जॉच जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वा. केन्द्र/ प्राथ. रवा. के. शहरी प्राथ.स्वा. केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र, हेत्थ एवं वेलनेस सेंटर में निःशुल्क जांच किया जाता है।
- -शहर से गांव तक लगाए गए 52 हजार 950 पौधे-धमधा, अहिवारा और जामुल में लक्ष्य से अधिक पौधारोपणदुर्ग / जहां प्रकृति है, वहां जीवन है और जब इस प्रकृति को क्षति पहुंचती है तो जीवन पर भी असर पड़ता है। इस वाक्यांश को साकार करने के लिए कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर नगर निगमों द्वारा शहर व गांवों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया है। वृक्षारोपण के साथ ही साथ पौधों की नियमित देखरेख भी की जा रही है और लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।इस अभियान के तहत शहरभर में 90729 से भी अधिक पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इस वृक्षारोपण अभियान के तहत 52950 पौधे लगाए गए हैं। नगर निगमों द्वारा कॉलोनी, परिसर, घर और चौक चौराहों में विभिन्न स्थानों पर पौधा रोपण किया गया। पर्यावरण को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए पौधारोपण किया जा रहा है। पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है। पर्यावरण हमेशा हम सभी को बहुत कुछ देता है, जो हमारे जीने के लिए जरूरी होता है। हमारा भी दायित्व है कि हम पर्यावरण की सुरक्षा करें। साथ ही इस कार्य के लिए दूसरों को भी प्रेरित करें।नगर निगम भिलाई द्वारा 16671 पौधे लगाने का लक्ष्य है, जिसमें अब तक 6447 पौधे लगाये गए हैं। मेन रोड में 4698 पौधे गुलमोहर, कचनार, पेट्राफार्म के लगाए गए हैं और मार्केट में टिकोमा, मधुकामिनी, गुढ़हर पाम, चांदनी एवं बादाम के 4154 पौधे लगाए गए हैं। 4 कॉलोनी में 880 पौधे गुलमोहर, कचनार, पेट्राफार्म के लगाए गए हैं। 150 पार्काे में 2035 पौधे गुलमोहर, बादाम, टिकोमा, अमलतास पाम के लगाए गए हैं। सौंदर्यीकरण के लिए डिवाईडरों में कोनोकारपस, बोगेनविलिया के 2669 पौधे लगाए गए हैं।नगर निगम दुर्ग द्वारा 23595 पौधे लगाने का लक्ष्य है, जिसमें 16550 पौधे लगाये गए हैं। मेन रोड में 2350 पौधे कदम, बादाम, बोगनविलिया, कनेर, यूफोरबिया, मौलश्री, कोनोकारपस, टिकोमा, जामून आंवला, नीम, गुलमोहर लगाए जा रहे हैं। इसी प्रकार मार्केट में 900 पौधे कोनोकारपस, यूफोरबिया, एलोवेरा, साईकस, क्रोटोन, बोगनविलिया, मौलश्री, नीम, कदम, बादाम, गुलमोहर लगाए गए हैं। कॉलोनियों में 250 पौधे मौलश्री, कोनोकारपस, नीम, बोगनविलिया, आंवला, कनेर के लगाए जा रहे हैं। 9 पार्काे में 100 पौधे मौलश्री, कोनोकारपस, यूफोरबिया, कनेर, बोगनविलिया, टिकोमा लगाए जा रहे हैं। सौंदर्यीकरण के लिए डिवाईडरों में कोनोकारपस, चम्पा, कनेर, पाम, बोगेनविलिया, निकोडिया, लीली, जेटरोफा के 9150 पौधे लगाए गए हैं।नगर निगम रिसाली द्वारा 10050 पौधे लगाने का लक्ष्य है, जिसमें अब तक 5320 पौधे लगाये गए हैं। मेन रोड में 1055 पौधे गुलमोहर, अमलतास, जामून, कटहल, बादाम, नीम, आंवला, अमरूद, करंज, अर्जुन, कोनोकारपस, टिकोमा, यूफोरबिया इत्यादि। उसी प्रकार मार्केट में 60 पौधे जामून, बादाम, गुलमोहर, आंवला, अमरूद, कोनोकारपस, टिकोमा के लगाए गए हैं। कॉलोनी में 2145 पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है, जिसमें 650 पौधे लगाए जा चुके हैं। 29 पार्काे मं 2675 पौधे का लक्ष्य है, जिसमें 1350 पौधे कटहल, जामून, बादाम, गुलमोहर, नीम, आंवला, अमरूद, करंज, अर्जुन, कोनोकारपस, टिकोमा, यूफोरबिया लगाए गए हैं। सौंदर्यीकरण के लिए डिवाईडरों में कोनोकारपस के 3100 पौधे लगाए गए हैं। नगर निगम चरौदा द्वारा 16005 पौधे लगने हैं, जिसमें 2670 पौधे लगाए जा चुके हैं। मेन रोड में 1345 पौधे, मार्केट में 340 पौधे एवं सौंदर्यीकरण के लिए डिवाईडरों में 2280 पौधे बोगनविलिया, कनेर और चम्पा के लगाए गए हैं।धमधा, अहिवारा और जामुल में टारगेट के मुकाबले अधिक पौधारोपणशहर के साथ ही गांवों में पौधारोपण का कार्य तेजी से किया गया है। नगर पालिका धमधा में 1400 पौधे का लक्ष्य रखा गया था, लक्ष्य से अधिक 3910 पौधे रोपे गए हैं। अहिवारा में 2500 का लक्ष्य था जिसमें लक्ष्य से अधिक 2750 पौधे रोपे, जामुल में 1370 पौधे का लक्ष्य जिसमें लक्ष्य से अधिक 2070 पौधे रोपे, जिले के नगर पालिका पाटन में 1860 का लक्ष्य जिसमें 1535 पौधे रोपे गए हैं। इसी प्रकार अमलेश्वर में 1870 पौधे और उतई में 1800 पौधे, कुम्हारी में 10000 का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 8028 पौधे लगाए गए।
- दुर्ग / राज्य स्तरीय बीज विक्रय दर निर्धारण समिति द्वारा अनुमोदित रबी 2023-24 हेतु अनाज दलहन एवं तिलहन प्रमाणित बीजों के विक्रय दर निर्धारित की गई है। जिसके अनुसार गेहूं 10 वर्ष के अंदर की किस्में 3,900 रूपया प्रति क्विंटल, गेहूं 10 वर्ष के ऊपर की किस्में 3,750 रूपया प्रति क्विंटल, चना 10 वर्ष के अंदर की किस्में व 10 वर्ष के ऊपर की किस्में 8,000 रूपया प्रति क्विंटल, मटर समस्त किस्में 8,900 रूपया प्रति क्विंटल, मसूर समस्त किस्में 10,000 रूपया प्रति क्विंटल, मूंग समस्त किस्में 11,000 रूपया प्रति क्विंटल, तिवरा समस्त किस्में 5,328 रूपया प्रति क्विंटल, सरसों समस्त किस्में 7,500 रूपया प्रति क्विंटल, अलसी समस्त किस्में 6,500 रूपया प्रति क्विंटल, कुसुम समस्त किस्में 6,284 रूपया प्रति क्विंटल, मूंगफली समस्त किस्में 8,500 रूपया प्रति क्विंटल एवं उड़द समस्त किस्में 10,250 रूपया प्रति क्विंटल। बीज प्रबंधक रूआंबांधा श्री एस के बेहरा से प्राप्त जानकारी अनुसार आधार बीजों की विक्रय दरें प्रमाणित बीजों की विक्रय दरों से प्रति क्विंटर अधिक हई। भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में प्रावधान अनुसार उत्पादन एवं वितरण अनुदान की राशि को घटाकर बीज विक्रय दर निर्धारित किया गया है। कृषि विभाग द्वारा उत्पादन एवं वितरण अनुदान की राशि प्रावधान अनुसार छ.ग. राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लि. को देय होगी। रबी 2023-24 के लिये विक्रय दरें (कालम न0 3 के अनुसार) कृषकों को विक्रय हेतु होगी। कृषि विभाग द्वारा मिनीकिट/ विभिन्न योजनान्तर्गत वितरित किये जाने वाले बीजों की विक्रय दरें योजनाओं में प्रावधान अनुसार देय वितरण अनुदान जोड़कर देयक जारी किये जावेंगे। सेवा सहकारी समितियांे को नियमानुसार देय 4 प्रतिशत कमीशन राशि को घटाकर देयक जारी किये जावेेंगे।
- -कलेक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक-विभागवार अधिकारियों को सौंपे गए कार्य दायित्व- 19 सितंबर तक संपूर्ण तैयारियां पूर्ण करने दिये निर्देशदुर्ग / जिले के भिलाई नगर स्थित जयंती स्टेडियम के पास 21 सितंबर 2023 को राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आयोजन की तैयारियों की संबंध में आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने आवश्यक तैयारियां हेतु विभागवार अधिकारियों को कार्य दायित्व सौंपे हैं। कलेक्टर ने कहा की विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों को मंच एवं स्टाल पर राशि का चेक एवं समाग्री वितरण किया जायेगा। विभागवार हितग्राहियों की पृथक-पृथक सूचि तैयार कर ली जाये। लाभान्वित हितग्राही संभाग व राज्यस्तर का हो यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होनंे स्पष्ट किया की लाभान्वित हितग्राही महिला ही होना चाहिए। विभागीय स्टालों में उपलब्धियों का डेटा राज्य स्तरीय हो। कलेक्टर ने कहा कि विभाग द्वारा लोकार्पण/भूमि पूजन की जानकारी नोडल अधिकारी को शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। विभागीय स्टाल में गोधन समृध्दी, गौठान का मॉडल, गौठानो में अजिविका का उत्पाद, बाड़ी योजना, नरवा का मॉडल, रीपा एवं उत्पाद का प्रदर्शन, सी-मार्ट, संजिवनी, मिलेट कैफे, हमर लैब, हाट बाजार क्लीनिक, मितान, धनवंतरी दवाई दुकान, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक आदि की प्रदर्शन पर भी चर्चा की गई । कलेक्टर ने अधिकारियों को आयोजन की सम्पूर्ण तैयारियां हर हालात में 19 सितंबर तक पूर्ण कर लेने कहा है। बैठक में एडीएम श्री अरविंद एक्का, नगर निगम भिलाई के आयुक्त अपर कलेक्टर श्री रोहित व्यास, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त श्री लोकेश चंद्राकर, नगर निगम रिसाली के आयुक्त श्री आशीष देवांगन, अपर कलेक्टर श्रीमती योगिता देवांगन एवं गोकुलराम रावटे, एसडीएम श्री मुकेश रावटे एवं श्री जागेश्वर कौशल सहित समस्त विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
- -जी-20 समिट की राजधानी में होने वाली बैठक के स्वागत के लिए की गई है तैयारियांरायपुर /कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने राजधानी में होने वाले आज स्वर्गीय राजीव गांधी मार्ग में की गई वॉलपेंटिग और सौंदयीकरण का अवलोकन किया। साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए। जी-20 के चौथे फ्रेमवर्क के वर्किंग ग्रुप की बैठक के लिए स्वागत के लिए राजधानी के उक्त मार्ग सहित अन्य मार्गोेे पर वॉलपेंटिग और सौंदयीकरण की गई है। उल्लेखनीय है कि 18 और 19 सितंबर को जी-20 समिट की बैठक होनी है, जिसमें जी-20 के सदस्यों के प्रतिनिधिगण आएंगे। इसी परिपेक्ष्य में उनके स्वागत के लिए विभिन्न सड़कों में सौदर्यींकरण किया है। साथ ही डॉ भुरे ने डिवाइडर पर किए गए पौधरोपण का भी निरीक्षण किया और उनके देख-रेख संबंधी निर्देश दिए। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- -कलेक्टर ने लीे राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठकरायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। डॉ भुरे ने कहा कि राजस्व विभाग के सारे अधिकारी आम जनता की संवेदनशीलता से व्यवहार करें। राजस्व कार्यालयों में गांव-दूरस्त क्षेत्रों से जरूरतमंद के साथ निर्धन वर्ग के लोग आते हैं। वे नामांतरण, सीमांकन, जमीन से जुड़े मामले सहित अन्य दैनन्दिनी विषयों को लेकर आते हैं। इनके कार्यालय आने पर स्वयं पहल करें और उनके प्रकरणों की जानकारी लें। और समय सीमा के भीतर अवश्य समाधान करें। साथ ही यह ध्यान दें कि उन्हे अपने कार्याें के लिए बार-बार कार्यालय ना आना पड़े। राजस्व अधिकारी उनके प्रकरणों का फॉलोअप करते रहें और संबंधित को उनकी सटीक जानकारी दें।कलेक्टर ने कहा कि अविवादित नामांतरण जैसे प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण करें। सभी तहसीलों मंे ऐसे प्रकरणों की संख्या कम से कम हो। डॉ भुरे ने कहा कि सामान्यतः आमजन जमीन खरीदनें के पश्चात की प्रक्रियाओं की जानकारी से अनभिज्ञ होते है, ऐसे स्थिति में उन्हें परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों को इसके लिए उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करें ताकि बाद की अन्य शासकीय प्रक्रियाओं का निपटारा आसानी से हो सके। डॉ भुरे ने कहा कि सभी एडीएम उनके अंतर्गत आने वाले तहसील कार्यालयों का निरंतर निरीक्षण करें और उस दौरान स्वयं कार्यालयों में आए नागरिकों से चर्चा कर उनकी समस्या का समाधान करें।मतदाता सूची का शुद्धिकरण का कार्य प्राथमिकता से करें: डॉ भुरेकलेक्टर डॉ भुरे ने आगामी विधानसभा चुनाव के तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिले के सभी विधानसभा में मतदाता सूची में नए नाम जोड़ने सहित अन्य संशोधन के (फॉर्म-6,7 और 8) के लिए आए आवेदनों की जानकारी ली और कहा कि 22 सितंबर तक निराकरण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि जिले में फॉर्म-6,7 और 8 से संबंधित करीब 1 लाख 37 हजार आवेदन आए हैं। जिसमें से करीब 80 हजार आवेदनों का निराकरण हो चुका है।उन्होंने कहा कि शहरी ईलाको में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करें। शहर की बडी आवासीय कालोनियों में अतिरिक्त मतदान केन्द्र बनाएं, इसे प्राथमिकता से करें। जहां पर कोई परेशानी हो वरिष्ठ राजस्व अधिकारी स्वंय जाए और उस कॉलोनी के पदाधिकारियों से चर्चा कर समाधान करें।
- -कलेक्टर ने ली ज़िला स्वास्थ्य समिति की बैठकरायपुर / जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,-उपस्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले प्रसव के प्रकरणों का संबंधित स्वास्थ्य केन्द्र में ही समाधान करें। यह प्रयास करें कि उस केन्द्र मे ही प्रसव कराएं, यदि सिजेरियन या रेफर करने की स्थिति आए तो मातृ-शिशु स्वास्थ्य केन्द्र जिला अस्पताल कालीबाड़ी मे ही भेजंे। यदि प्रसव-सिजेरियन के प्रकरण रात्रि के समय भी आए तो उस स्थिति में भी प्रसव कराएं। गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करने पड़े। यह बात कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने रेडक्रास सभाकक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कही।डॉ भुरे ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंन्द्रो और अस्पतालों में आने वाले मरीजों की उचित एवं गंभीरता पूर्वक जांच और ईलाज करें। वहां आने वाले मरीजों के साथ सदव्यवहार करें। जो दवाईयॉ उपलब्ध हो उन्हे मरीजो को तत्काल प्रदान करें। गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों की सोनोग्राफी की सुविधा जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों-अस्पतालों में उपलब्ध कराएं। साथ ही आवश्यकता होने पर स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण जिला अस्पताल कालीबाड़ी में प्रदान करंे। उन्होंनेे समय सीमा में भर्ती पूर्ण करने और लंबित आयुष्मान कार्ड के पंजीयन को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत गड़बड़ी करने वाले सेंटरों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए ।डॉ भुरे ने कहा कि टीकाकरण का कार्य प्राथमिकता से करें। साथ ही टीकाकरण की चरणबद्ध और समयबद्ध रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर द्वारा समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा भी की गई विशेष रूप से डेंगू, टीबी, लेप्रोसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नियमित रूप से स्वास्थ्य की गतिविधियों को आयोजित करने एवं लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहे, इस पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया।
- रायपुर । छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी में असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियरों की 429 पदों पर भर्ती की जाएगी। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं माननीय उपमुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश के युवाओं के लिए रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती के निर्देश दिए थे, जिसके पालनार्थ पॉवर कंपनी ने एई और जेई के भर्ती विज्ञापन जारी कर दिये हैं। इसके लिए चयन परीक्षा का आयोजन छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) करेगा।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी ने बीते पिछले साल 307 इंजीनियरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की है। अब इस साल फिर से 429 पदों पर भर्ती की जा रही है। इस तरह पॉवर कंपनी में अब तक 706 रिक्त पदों के लिए युवाओं को सीधे नौकरी मिल रही है।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि जेई और एई की सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। इसमें जूनियर इंजीनियर के 377 और असिस्टेंट इंजीनियर के 52 पदों पर भर्ती की जानी है, जिसमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल एवं इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच पर भर्ती होगी। भर्ती प्रक्रिया के साथ वांछित अहर्ता, आयुसीमा, शैक्षणिक योग्यता, चयन प्रक्रिया आदि शर्तों की विस्तृत जानकारी छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी की वेबसाइट www.cspc.co.in तथा छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की वेबसाइट www.cgvyapam.choice.gov.in से प्राप्त की जा सकती है। भर्ती परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन व्यापमं की वेबसाइट पर आमंत्रित किये गए हैं।श्री वर्मा ने बताया कि सीधी भर्ती में ट्रांसमिशन कंपनी में 52 असिस्टेंट इंजीनियरों की भर्ती इलेक्ट्रिकल ब्रांच में होगी। इसके साथ ही जूनियर इंजीनियर के 377 पदों पर ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और जनरेशन कंपनी में भर्ती होगी। इसमें जेई इलेक्ट्रिकल के 346 पद हैं। साथ ही जेई मेकेनिकल के दो, जेई सिविल के 24 और जेई इलेक्ट्रानिक्स के 5 पद हैं।
- बालोद । संभाग मुख्यालय दुर्ग के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरई में आयोजित संभाग स्तरीय छत्तीगढिया ओलंपिक में पुरूष वर्ग के अंतर्गत 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के संखली, कबड्डी, बांटी, रस्साकस्सी, फुगडी, लंबीकूद, कुश्ती, आदि विभिन्न प्रतियोगिताआंे में बालोद जिले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है । महिला वर्ग के अंतर्गत 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के संखली, खो - खो, रस्सा कस्सी, गेडी दौड, भंवरा, लंबीकुद एवं रस्सी कुद प्रतियोगिता में बालोद जिले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसी तरह पुरूष वर्ग के अंतर्गत 40 वर्ष के अधिक आयु वर्ग के गिल्ली डंडा, गेडी दौड, एवं खो - खो में द्वितीय स्थान तथा लगडी दौड 100 मीटर दौड, एवं रस्सी कुद प्रतियोगिता में बालोद जिले को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। इसके आलावा महिला वर्ग के अंतर्गत 40 वर्ष के अधिक आयु वर्ग के गिल्ली डंडा में द्वितीय एवं लगडी दौड, कबड्डी, फुगडी, प्रतियोगिता में बालोद जिले को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। कलेक्टर श्री कुलदीप शार्मा ने संभाग स्तरी छत्तीसगढिया ओलंपिक में बालोद जिले की उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सराहना व्यक्त करते हुए विजेता प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामना दी है।
- बालोद। जिला अस्पताल बालोद के सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि बालोद जिले में गणेश चतुर्थी के स्थानीय अवकाश होने पर 19 सितबंर को जिला मेडिकल बोर्ड से संबंधित कार्य स्थगित रहेगा।
- बालोद । कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी तथा मुख्य अस्पताल अधीक्षक के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय बालोद मंेे 17 से 2 अक्टूबर तक स्वैच्छिक रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर आम जनता, सामाजिक संस्थाओं, एवं जनप्रतिनिधीयों से जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रक्त दान करनें अपील की गई है।
- -सभी जीवों की रक्षा के लिए ओजोन परत महत्वपूर्ण: महानिदेशक श्री बजाजरायपुर / छत्तीसगढ़ रीजनल र्साइंस सेन्टर के महानिदेशक श्री एस. एस. बजाज ने कहा है कि पृथ्वी में जीवों की सुरक्षा के लिए ओजोन परत की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ओजोन परत की अनुपस्थिति में सभी जीव-जंतुओं का धरती में जीवन विभिन्न संकटों से घिर जाएगा और उनका अस्तित्व खतरे में आ जाएगा। श्री एस. एस. बजाज आज विश्व ओजोन दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ ही ओजोन परत के महत्व और उसके संरक्षण पर विषय-विशेषज्ञों ने भी व्याख्यान दिया।छत्तीसगढ़ रीजनल र्साइंस सेन्टर के महानिदेशक श्री बजाज ने ओजोन परत की सुरक्षा और संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में उन्होंने ओजोन परत के महत्व और पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए इसकी महत्ता के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी दी। इस अवसर पर विशेष अतिथि व्याख्याता मनीष कुमार अहीर ने ओजोन परत की महत्ता के साथ ही उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर व्याख्यान दिया और स्कूली बच्चों को अपने जन्मदिन के अवसर पर एक वृक्ष अनिवार्य रूप से लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पेंटिंग प्रतियोगिता में छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों से पता चला कि छात्र हमारे पर्यावरणीय मुद्दों को कितनी अच्छी तरह से समझते हैं।कार्यक्रम में सावित्री बाई फूले एजूकेशनल एकेडमी शिवोम विद्यापीठ, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला दलदल सिवनी एवं जोरा के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और पर्यावरण के प्रति अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। पेन्टिग प्रतियोगिता में छात्रों की रचनात्मक कौशल उभर कर सामने आयी। छात्रों ने ओजोन परत के संरक्षण पर आधारित कलाकृति के माध्यम से अपने अभिनव कौशल का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में उपस्थित परियोजना संचालक डॉ. शिरीष कुमार सिंह, वैज्ञानिक - डी., इंजी. अमित कुमार मेश्राम, वैज्ञानिक अधिकारी प्रज्ञा कदम एवं जेआरएफ श्रेया मिश्रा और तारणी वर्मा ने ओजोन परत से संबंधित विभिन्न जानकारियों को साझा किए।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित वामनराव लाखे की 17 सितम्बर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लाखे जी छत्तीसगढ़ में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं। उनके प्रयासों से ही रायपुर में प्रथम सहकारी बैंक की स्थापना हुई। सहकारिता के क्षेत्र में किये गये उनके प्रयासों का लाभ आज प्रदेश में लाखों किसानों को मिल रहा है। लाखे जी किसानों की आर्थिक सुदृढ़ता और सहकारी संगठनों की मजबूती के लिए जीवन पर्यन्त कार्य करते रहे। श्री बघेल ने कहा कि लाखे जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान छत्तीसगढ़ में जनजागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। श्री बघेल ने कहा कि लाखे जी का निःस्वार्थ सेवा भाव और कर्मठ व्यक्तित्व सदा प्रेरणा देता रहेगा।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भगवान विश्वकर्मा की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। विश्वकर्मा पूजा की पूर्व संध्या पर राज्य के सभी श्रमवीरों को हार्दिक बधाई देते हुए श्री बघेल ने कहा है कि श्रमवीर नये छत्तीसगढ़ को गढ़ने में सार्थक भागीदारी निभा रहे हैं। भगवान विश्वकर्मा निर्माण और सृजन के देवता हैं। संसार के प्रथम वास्तुकार की संज्ञा भी उन्हें दी गई है। श्रम से सृजन की सार्थकता को विश्वकर्मा जी ने ही समाज में स्थापित किया। विश्वकर्मा जयंती का दिन हमें श्रम के लिए संकल्पित होने की प्रेरणा देता है। विश्वकर्मा जी की कुशल तकनीकी, कौशल और श्रमशीलता प्रेरणादायी है।
- रायपुर। आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारी में सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की दृष्टि से निर्वाचन आयोग के निर्देशन में प्रदेश के सभी 16 टोल पोस्ट पर एवं 7 उड़नदस्तों के माध्यम से परिवहन विभाग द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए सभी चेकिंग प्वाइंट्स पर मुस्तैदी पूर्वक चारपहिया तथा माल वाहक वाहनों एवं संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग के साथ ही निर्धारित मात्रा से अधिक नगद रकम, शराब, बिना वैध दस्तावेज के परिवहन किए जा रहे सोना-चांदी व अन्य मूल्यवान सामग्री सहित चुनाव को प्रभावित करने वाले अन्य सामग्रियों की अवैध रूप से परिवहन को रोकने एवं कार्यवाही करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा आवश्यक प्रयास किया जा रहा है।निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश सभी विभागों को दिये गये थे जिसके तारतम्य में परिवहन आयुक्त श्री दीपांशु काबरा द्वारा परिवहन विभाग के सभी प्रवर्तन प्रभारियों को वाहनों की सघन जांच तथा अवांछित सामग्रियों के परिवहन के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। परिवहन विभाग के राज्य के अपने सभी सीमाओं पर स्थित 16 परिवहन चेकपोस्ट तथा राज्य के भीतर संचालित 7 परिवहन उड़नदस्तों के माध्यम से सतत रूप से वाहनों की गहन चेकिंग की जा रही है।
- -तिरुमला तेलुगु समाज की महिलाओं ने 18 वीं वर्षगांठ पर जमाया रंगटी सहदेवभिलाई नगर। तिरुमला तेलुगु महिला समाज की 18 वीं वर्षगांठ पर शुक्रवार को सेक्टर 4 स्थित जगन्नाथ मंदिर के भवन में फैशन शो आयोजित किया गया। जिसमें समाज की युवतियों और महिलाओं ने कैटवॉक कर खूब रंग जमाया। प्रतिभागियों को कैटवॉकिंग के साथ-साथ टैलेंट राउंड में गायन, नृत्य, संवाद अदायगी और अभिनय की कसौटी पर खरा उतरना था। फैशन शो में जज के रूप में एम विजयालक्ष्मी, के यशस्विनी रेड्डी तथा बी उषा उपस्थित थीं। इस मौके पर अध्यक्ष टी जयारेड्डी ने समाज के गठन की शुरुआती चुनौतियों पर रोशनी डाली और सबसे अधिक सदस्यों को जोड़ने वाली महिलाओं को चांदी के गिलास भेंट कर सम्मानित भी किया।फैशन शो को मिस, जूनियर एवं सीनियर की तीन कैटगरियों में बांटा गया था। मिस कैटगरी में बी दिशा, जूनियर में के उमा और सीनियर में ईशा सुब्रह्मण्यम के सर फैशन क्वीन के ताज सजाए गए। जबकि, मिस कैटगरी में एन मोनिका फर्स्ट रनरअप, टी नंदिनी सेकंड रनरअप, जूनियर में रेखा राव फर्स्ट रनरअप एवं श्वेता ऊपरवल्ली सेकंड रनरअप तथा सीनियर में एल मीनाक्षी फर्स्ट रनरअप एवं बी सुशीला सेकंड रनरअप रहीं। शो में कलाकारों ने अपने नृत्य से दर्शकों को इतना रोमांचित किया कि कार्यक्रम की संचालक रमा गोर्ती सहित अन्य महिलाएं खुद को डान्स करने से रोक नहीं पाईं।एकल और समूह नृत्य देख झूम उठे दर्शककार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसमें ईशा, गुना राव तथा मीनाक्षी ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। उसके बाद प्रतिभागियों ने मंच पर कैटवॉक कर अपना जलवा दिखाया। टैलेंट राउंड में युवतियों और महिलाओं ने तेलुगु फिल्मों के नए और पुराने तरानों पर ऐसा नृत्य पेश किया कि दर्शक झूमने को विवश हो गए। इस अवसर पर समूह और एकल नृत्य भी हुआ। समूह नृत्य में सेक्टर दो ग्रुप की रेखा, पूजा, सरिता, पी लक्ष्मी, गायत्री, मानस, सेक्टर एक की पद्मा, सौरा, मंगा, उषा, सावित्री, सेक्टर चार की शारदा, अनीता और तालपुरी ग्रुप की बी सुशीला, बी तुलसी, टी वीणा, उमा महेश्वरी, जे दीपिका तथा रानी राव ने दमदार प्रस्तुति दी। ग्रुप परफॉरमेंस में एम श्रुति, एम इंदु और पी नंदिनी ने भी भाग लिया। समूह नृत्य में सेक्टर 2 ग्रुप को पहला स्थान हासिल हुआ। एकल नृत्य में जहां बी दिशा ने भरतनाट्यम प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी, तो वहीं दूसरी ओर एन मोनिका तथा नंदिनी ने नृत्यकला का प्रदर्शन करते हुए लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गायन में माधुरी आनंद, पी लक्ष्मी और पूजा रात्रे की जमकर तारीफ हुई।
- रायपुर /राज्य की शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में छात्रावास अधीक्षक एवं छात्रावास अधीक्षिका के पदों पर प्रथम चरण के दस्तावेज सत्यापन हेतु अभ्यर्थियों को दिनांक 15 सितम्बर 2023 को शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, सेजबहार, रायपुर में तक आयोजित किया गया है। जो अभ्यर्थी उक्त तिथि में दस्तावेज सत्यापन हेतु उपस्थित नहीं हो सके हैं, वे दिनांक 16 सितम्बर 2023 को उपस्थित होकर दस्तावेज सत्यापन करवा सकते हैं। सभी अभ्यर्थी अद्यतन जानकारी हेतु निरंतर संचालनालय की वेबसाइट http://cgiti.cgstate.gov.in/ तथा अपने लॉगिन आईडी का नियमित अवलोकन करते रहें। दस्तावेज सत्यापन उपरांत संबंधित अभ्यर्थी उसी दिवस सायं 5.00 बजे तक उसी स्थल पर पंजीयन प्रभारी के पास अपना दावा/आपत्ति भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
- -आई.टी.एम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल-3 मानद उपाधि, 13 गोल्ड मेडल सहित 377 उपाधियां वितरितरायपुर /शिक्षा एक आजीवन यात्रा है और सीखने की प्रक्रिया कभी नहीं रुकनी चाहिए। विद्यार्थियों में नवाचार, रचनात्मकता और आजीवन सीखने की भावना होनी चाहिए। विद्यार्थी अपने कौशल को लगातार बढ़ाने, अपने क्षितिज को व्यापक बनाने और अपने संबंधित क्षेत्रों में नवीनतम प्रगति से अवगत रहने के अवसरों की तलाश करें। राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने आज आई.टी.एम. विश्वविद्यालय रायपुर के दीक्षांत समारोह में यह उद्गार व्यक्त किए।पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित आई.टी.एम. विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को 13 गोल्ड मेडल सहित 377 उपाधियां वितरित की गई। केन्द्रीय भंडार के सीईओ और एमडी श्री मुकेश कुमार, आई.टी.एम के प्रोफेसर आर.एस.एस मनी और कर्नाटक संगीत विशेषज्ञ श्रीमती जी. शारदा सुब्रमण्यम को विश्वविद्यालय की मानद उपाधि प्रदान की गई ।कार्यक्रम में राज्यपाल श्री हरिचंदन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि यह दीक्षांत समारोह न केवल विद्यार्थियों की सफलता का उत्सव है, बल्कि प्रत्येक के अंदर मौजूद अपार संभावनाओं का भी परिचायक है। शिक्षा सदैव सामाजिक प्रगति के लिए प्रेरक शक्ति रही है। इसमे बाधाओं को तोड़ने, मानदंडों को चुनौती देने और अवसर पैदा करने की शक्ति है। विश्वविद्यालय की शिक्षा यात्रा आपके भविष्य को आकार देगा, आपके द्वारा अर्जित ज्ञान का उपयोग राष्ट्र निर्माण के लिए होगा।श्री हरिचंदन ने कहा कि हम एक तेज और गतिशील दुनिया में रह रहे हैं, जहां तकनीकी प्रगति और वैश्वीकरण, उद्योगों और व्यवसायों को नया आकार दे रहा है। अपने चुने हुए क्षेत्रों में प्रासंगिक बने रहने और आगे बढ़ने के लिए इन परिवर्तनों को अपनाना आवश्यक है। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि अपनी शिक्षा और ज्ञान का उपयोग व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ अपने आस-पास के लोगों के उत्थान के लिए भी करें। जिम्मेदार नागरिक बनें और हमारे महान राष्ट्र के विकास में सक्रिय रूप से योगदान दें।राज्यपाल श्री हरिचंदन ने विद्यार्थियों से कहा कि वे देश के गर्व को न भूलें। हमारा देश आज विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है और प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। बहादुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीरों जिन्हांेने देश के लिए अपना जीवन बलिदान दिया है ,उनके सम्मान में श्री मोदी जी की पहल पर मेरा माटी मेरा देश अभियान चलाया गया। हाल ही में भारत में जी-20 देशों के सम्मेलन के सफल आयोजन ने दुनिया में भारत की साख बढ़ाई।समारोह में दीक्षांत भाषण भाभा परमाणु रिसर्च इंस्टीट्यूट अंतर्गत स्कूल ऑफ एडवांस स्टडीज इन न्यूक्लियर एण्ड टेक्नोलॉजी के चेयरमेन (मानद) एवं पद्मविभूषण से सम्मानित डॉ. आर. चिदम्बरम ने दिया। कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन आई.टी.एम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर डॉ. पी. वी. रमन्ना ने किया। कुलपति डॉ. सुमेन सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया।इस अवसर पर राज्यपाल के उप सचिव श्री दीपकअग्रवाल, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के चेयरमेन ड़ॉ उमेश कुमार मिश्रा, विश्वविद्यालय की डायरेक्टर जनरल सुश्री लक्ष्मी मूर्ति, विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसर, फैकल्टी मेंबर, विद्यार्थी एवं उनके पालकगण उपस्थित थे।
-
-योजनाओं की इवैल्युवेशन रिपोर्ट का विमोचन भी किया
रायपुर ।छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आयोग के पदाधिकारियों और अधिकारियों की बैठक लेकर आयोग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नवा रायपुर स्थित योजना भवन में आज आयोजित बैठक में आयोग द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों की राज्य में नियमित निगरानी में सहायता के लिए विकसित किए गए फ्रेमवर्क और एसडीजी (Sustainable Development Goals) डैशबोर्ड की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान तथा गोधन न्याय योजना की इवैल्युवेशन रिपोर्ट का विमोचन भी किया।
राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बैठक में बताया कि एसडीजी के लक्ष्यों को हासिल करने में शासकीय विभागों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों की सहायता के लिए आयोग द्वारा प्रभावी फ्रेमवर्क व डैशबोर्ड का निर्माण किया गया है। राज्य स्तर पर इन लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रगति के मूल्यांकन के लिए ’’एसडीजी स्टेट इंडिकेटर फ्रेमवर्क’’ तथा जिला स्तर पर मूल्यांकन के लिए ’’एसडीजी डिस्ट्रिक्ट इंडिकेटर फ्रेमवर्क’’ एवं उन पर आधारित प्रगति रिपोर्ट तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि आज जारी की गई इवैल्युवेशन रिपोर्ट में दी गई अनुशंसाओं के अनुसार संबंधित विभाग अपनी योजना के और बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक कदम उठा सकेंगे।
राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. टेकाम ने बताया कि ’’एसडीजी डैशबोर्ड’’ में सतत विकास लक्ष्य में वर्षवार लक्ष्य आधारित एवं जिला आधारित विश्लेषण है। यह सभी जिलों एवं संबंधित विभागों को आत्मावलोकन कर संपूर्ण लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ने में सहायता करेगा। आयोग की यह रिपोर्ट और डैशबोर्ड सभी कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं विभाग प्रमुखों को विकास की बाधाओं की पहचान कर आंकड़े आधारित साक्ष्य के आधार पर उनकी रणनीतियों को लागू करने में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। डैशबोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित प्रगति को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभाग तथा जिला अधिकारी विभिन्न योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग कर सकेंगे। राज्य योजना आयोग द्वारा संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर ये रिपोर्ट एवं डैशबोर्ड तैयार किए गए हैं। डॉ. टेकाम ने उम्मीद जताई कि सभी विभाग एवं जिला अधिकारी इस फ्रेमवर्क के आधार पर अपनी प्रगति की नियमित समीक्षा करेंगे और सतत् विकास लक्ष्यों के अनुसार निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करेंगे। राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह, सदस्य-सचिव श्री अनूप कुमार श्रीवास्तव और आयोग के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। -
रायपुर /मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कान्ॅफ्रेंस के जरिए राज्य के संभागायुक्तों और कलेक्टर्स से खरीफ वर्ष 2023-24 मंे धान खरीदी की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। मुख्य सचिव ने बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणाओं के क्रियान्वयन और माननीय उच्च न्यायालय के एक प्रकरण में पारित आदेश के अनुपालन के तहत अवैध उत्खनन एवं परिवहन की रोकथाम हेतु जारी दिशा निर्देशों पर की गई कार्यवाही की जिलेवार समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को किसानों के खेतों में पहुंचकर गिरदावरी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी की शुद्धि धान खरीदी के लिए महत्वपूर्ण है। मुख्य सचिव ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में किसानों के पंजीयन के कार्य की प्रगति के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों को एकीकृत किसान पोर्टल पर कृषक केरी फार्वड के कार्य में और प्रगति लाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने किसानों का समितिवार पंजीयन कराने के लिए अभी से समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्र्देश दिए हैं। इस विपणन वर्ष में बायोमेट्रिक एथेन्टीकेशन आधारित धान खरीदी व्यवस्था की जा रही है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को प्रत्येक समिति स्तर पर किसानों के समक्ष इस व्यवस्था के प्रदर्शन करने के निर्देश दिए है, जिससे किसान बायोमेट्रिक एथेन्टीकेशन के संबंध में अच्छी तरह से समझ जाए।
खरीफ विपणन 2023-24 में धान उपार्जन के लिए बारदाने की व्यवस्था के संबंध में मुख्य सचिव ने जिलेवार कलेक्टरों से जानकारी ली। बारदाने की व्यवस्था के संबंध में खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि इस वर्ष लगभग 130 मेट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है और इसके लिए करीब साढे़ छह लाख गठान बारदाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पंजीकृत किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की जाएगी। मुख्य सचिव ने धान खरीदी से पूर्व बारदाने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में राईस मिलर्स द्वारा धान उठाव के विरूद्ध नान में चावल जमा करने की समीक्षा की गई। जिन जिलों का अभी तक चावल जमा करना शेष है उन्हें तत्काल जमा करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। इसी तरह से पीडीएस बचत स्टाक की वसूली के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश खाद्य विभाग के अधिकारियों को दिए गए।
बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न अवसरों पर जिलों में की गई घोषणाआंे के अनुसार निर्माण कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण के लिए शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करें। मुख्य सचिव ने जिला अधिकारियों को 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छ भारत अभियान के तहत चलाए जा रहे स्वच्छता सेवा अभियान के तहत सभी जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए है। बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा एक प्रकरण पर पारित आदेश के अनुपालन के संबंध में राज्य शासन द्वारा अवैध उत्खनन एवं परिवहन की रोकथाम हेतु सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए है। इस संबंध में मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री डी.डी.सिंह, राजस्व विभाग के सचिव श्री एन.एन.एक्का, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. अयाज तम्बोली, खनिज विभाग के विशेष सचिव श्री जयप्रकाश मौर्य, संचालक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री जितेन्द्र शुक्ला, संचालक भू-अभिलेख श्री रमेश शर्मा और सभी संभागायुक्त, कलेक्टर एवं अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए। -
*18 और 19 सितंबर को होनी है जी 20 के चौथे फ्रेमवर्क की वर्किंग ग्रुप की मीटिंग*
रायपुर। जी 20 के चौथे फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप मीटिंग में 18 सितंबर और 19 सितंबर को भाग लेने दुनिया भर से आये प्रतिनिधि अपने साथ छत्तीसगढ़ की सुंदर स्मृतियों के साथ छत्तीसगढ़ी संस्कृति की चिन्हारी भी साथ लेकर जाएंगे। छत्तीसगढ़ की चिन्हारी इस गिफ्ट पैक में वनोपजों से बनाये गये खास प्रोडक्ट होंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस वर्ष को मिलेट ईयर घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में मिलेट को प्रोत्साहित करने मिशन मोड पर काम किया गया है। न केवल यहां मिलेट्स उत्पादकों को समर्थन मूल्य पर अपने उपज का दाम मिल रहा है अपितु सरकार द्वारा इनके प्रसंस्करण को प्रोत्साहित किये जाने तथा मिलेट्स कैफे स्थापित किये जाने से छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ी है। विदेशों से आने वाले प्रतिनिधियों को गिफ्ट पैक में प्रदेश में होने वाले मिलेट्स से बने कूकीज दिये जाएंगे।छत्तीसगढ़ के जंगलों में पाई जाने वाला शहद देश के सबसे शुद्ध और स्वादिष्ट शहद में से माना जाता है। यह न केवल शुद्ध होता है अपितु बस्तर और सरगुजा जैसे वनवासी अंचलों के विशिष्ट प्राकृतिक माहौल में मधुमक्खियों के द्वारा एकत्रित किया जाता है जिससे इसमें औषधिय गुण भी रहते हैं। छत्तीसगढ़ में उत्पादित किये जाने वाले एलोवीरा जेल, अश्वगंधा चूर्ण की लोकप्रियता भी देश भर में है। डेलीगेट्स को गिफ्ट में यह भी प्रदान किये जाएंगे।इसके साथ ही चिन्हारी के रूप उन्हें बस्तर आर्ट का उपहार भी दिया जाएगा। यहां ढोकरा कला से बनाई गई एक प्रतिमा फ्रेम में आबद्ध कर उन्हें प्रदान की जाएगी। इस कला का थीम चार आदिवासी युवतियों को लेकर है। वे नृत्यरत हैं और एक दूसरे का हाथ थामे हुए है। इस प्रतिमा से बस्तर की सुंदरता और लोकजीवन की समृद्धि की झलक डेलीगेट्स को मिल सकेगी। साथ ही हजारों वर्ष पुराने छत्तीसगढ़ के लोककलाकारों की प्रतिभा से भी वे वाकिफ हो सकेंगे।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में बीते पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने का कार्य छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया जा रहा है। इसमें लोककलाकारों को प्रोत्साहित किये जाने के साथ ही स्थानीय खानपान की परंपराओं को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोदो-कुटकी हमेशा से छत्तीसगढ़ के लोगों की थाली में शामिल रहा है। इसकी आधुनिक तरीके से ब्रांडिंग की गई है। नये कलेवर में, आधुनिक तरीके से प्रसंस्करण के बाद ये उत्पाद बाजार में भी उतारे गये हैं और हर तरफ इनकी प्रशंसा हो रही है। जी 20 के माध्यम से इस अनुपम छत्तीसगढ़ी संस्कृति का और भी व्यापक प्रचार-प्रसार हो सकेगा। - छत्तीसगढ़ के 114 और राज्य के बाहर के 41 अस्पताल शामिलरायपुर । छत्तीसगढ़ शासन ने शासकीय सेवकों और उनके आश्रित परिजनों के इलाज के लिए कुल 155 अस्पतालों को मान्यता दी है। इनमें राज्य में स्थित 114 और राज्य के बाहर के 41 अस्पताल शामिल हैं। शासकीय कर्मियों के इलाज के लिए चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए इन अस्पतालों को मान्यता मिली है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राज्य शासन के सभी विभागों, राजस्व मंडल बिलासपुर के अध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को मान्यता प्राप्त अस्पतालों की सूची प्रेषित की है।राज्य में स्थित इन अस्पतालों को मिली है मान्यताबी.एम. शाह हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर शास्त्री नगर सुपेला, भिलाई. आर.एस. पॉलिक्लीनिक एंड डायग्नोस्टिक सेंटर टाटीबंध, रायपुर. चांदरानी सरदारी लाल स्पेशियालिटी आई एंड ईएनटी हॉस्पिटल शांति नगर, रायपुर. श्री कृष्णा नेत्रालय लिंक रोड बिलासपुर. उपाध्याय हॉस्पिटल महोबा बाजार, रायपुर. विवेकानंद आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ब्रह्मपुरी रोड रायपुर. एसआरएस हॉस्पिटल पचपेड़ी नाका, रायपुर. वी केयर सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल तेलीबांधा, रायपुर. कंवर नर्सिंग होम अनुपम नगर, रायपुर. नमन हॉस्पिटल शंकर नगर, रायपुर. सोनी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड मेटरनिटी होम बड़े उरला, अभनपुर, रायपुर. श्री नारायणा हॉस्पिटल देवेंद्र नगर, रायपुर. श्री मेडिशाइन हॉस्पिटल न्यू राजेंद्र नगर, रायपुर. गुप्ता हॉस्पिटल मल्टीस्पेशलिटी रिसर्च एंड मेटरनिटी सेंटर रत्नाबांधा रोड, धमतरी. श्री राम हॉस्पिटल बसंतपुर, राजनांदगांव. आशीर्वाद लेजर फेको आई हॉस्पिटल नेहरू चौक, बिलासपुर. फरिश्ता नर्सिंग होम कटोरा तालाब, रायपुर. सर्व ट्रामा हॉस्पिटल तात्यापारा, रायपुर. संजीवनी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर वेयर हाउस रोड, बिलासपुर. आरबी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज स्वर्ण जयंती नगर, बिलासपुर. श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज जुनवानी, भिलाई. पेटल्स न्यू बोर्न एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल समता कॉलोनी, रायपुर. जुनेजा आई हॉस्पिटल सीएमडी चौक, बिलासपुर. श्री अनंत साई हॉस्पिटल तेलीबांधा, रायपुर. प्रथम हॉस्पिटल बहतराई रोड, बिलासपुर. श्री कृष्णा हॉस्पिटल न्यू राजेंद्र नगर, रायपुर. कालड़ा बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी सेंटर पचपेड़ी नाका, रायपुर. देवी विमेन एंड चाइल्ड हॉस्पिटल चंगोराभाठा, रायपुर. श्री अरबिंदो नेत्रालय लालपुर, रायपुर. श्री मां शारदा आरोग्यधाम अग्रसेन नगर, रायपुर. हाइटेक सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल स्मृति नगर, भिलाई. स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल अग्रसेन चौक, बिलासपुर. सनशाइन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल वसुंधरा नगर, भिलाई-3. किम्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल अग्रसेन चौक, बिलासपुर. श्रेयांश मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल अवंति विहार, रायपुर. अपेक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड आईवीएफ सेंटर अटल चौक, रायगढ़. जैन डेंटल हॉस्पिटल न्यू राजेंद्र नगर, रायपुर. सद्भावना हॉस्पिटल सेक्टर-30, नवा रायपुर. माता लक्ष्मी नर्सिंग होम एंड इन्वेस्टिगेशन सेंटर अनुपम नगर, रायपुर. एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लालपुर, रायपुर. रायपुर स्टोन क्लिनिक कचहरी चौक, रायपुर, साईं बाबा आई हॉस्पिटल फाफाडीह, रायपुर. भवानी डायग्नोस्टिक सेंटर फाफाडीह चौक, रायपुर. सर्वोदय हॉस्पिटल एंड प्रसूति केंद्र मोवा, रायपुर. अपोलो हॉस्पिटल सीपत रोड, बिलासपुर. तिवारी नर्सिंग होम सिविल लाइन, रायपुर. एएसजी आई हॉस्पिटल शक्ति नगर, रायपुर. जीवन ज्योति हॉस्पिटल दर्रीपारा, अंबिकापुर. महादेव सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल व्यापार विहार रोड, बिलासपुर. वी वाय हॉस्पिटल कमल विहार, रायपुर. स्पाइन एंड स्किन क्लिनिक शंकर नगर, रायपुर. श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल परशुराम चौक, जांजगीर-चांपा. श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल पचपेड़ी नाका, रायपुर. श्री संकल्प हॉस्पिटल सरोना, रायपुर. श्री रेटीना केयर सुपरस्पेशलिटी आई हॉस्पिटल शंकर नगर, रायपुर. माखीजा हॉस्पिटल अग्रसेन चौक, बिलासपुर. विनायक नेत्रालय लिंक रोड, बिलासपुर. धमतरी क्रिश्चियन हॉस्पिटल धमतरी. गावरी आईवीएफ सेंटर एंड नर्सिंग होम फाफाडीह, रायपुर. डॉ. आरएल हॉस्पिटल गौशाला रोड, रायगढ़, शुभकामना हॉस्पिटल मोवा, रायपुर. दानी आई हॉस्पिटल एमपी नगर, कोरबा. बाल गोपाल चिल्ड्रन हॉस्पिटल बैरन बाजार, रायपुर. गायत्री हॉस्पिटल रोहिणीपुरम, रायपुर. आशादीप हॉस्पिटल न्यू राजेंद्र नगर, रायपुर. बाल्को मेडिकल सेंटर सेक्टर-36, नवा रायपुर. श्री बालाजी मेट्रो केयर हॉस्पिटल ग्राम कौहाकुंदा, रायगढ़, संजीवनी सीबीसीसी यूएसए कैंसर हॉस्पिटल पचपेड़ी नाका, रायपुर. अपोलो डायग्नोस्टिक सेंटर देवेन्द्र नगर, रायपुर. स्पर्श मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल रामनगर, भिलाई. एएसआईएम सुपरस्पेशलिटी डेंटल हॉस्पिटल संतोषी नगर चौक, रायपुर. एसएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट एंड आईव्हीएफ रिसर्च सेंटर व्हीआईपी इस्टेट, रायपुर. श्रीराम केयर हॉस्पिटल नेहरू नगर, बिलासपुर. मित्तल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अंवति बाई चौक, रायपुर. लाइफवर्थ सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल समता कॉलोनी, रायपुर. मार्क हॉस्पिटल सरकंडा, बिलासपुर. ओम हॉस्पिटल मल्टीस्पेशलिटी सेंटर रायपुरा चौक, रायपुर. सुयश हॉस्पिटल कोटा-गुढ़ियारी रोड, रायपुर. डॉ. जाऊलकर ईएनटी हॉस्पिटल चौबे कॉलोनी, रायपुर. श्री शिशु भवन मध्यनगरी चौक, बिलासपुर. विद्या हॉस्पिटल एंड किडनी सेंटर शंकर नगर, रायपुर. सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर गीतानगर, रायपुर. के. गुरूनाथ कॉर्डियक सेंटर सुपेला, भिलाई. श्री कृष्णा हॉस्पिटल खरोरा, रायपुर. चंदूलाल चन्द्राकर स्मृति हॉस्पिटल नेगरू नगर चौक, भिलाई. विशारद हॉस्पिटल मोतीबाग रोड, रायपुर. अग्रसेन हॉस्पिटल समता कॉलोनी, रायपुर. मुंदड़ा हॉस्पिटल मंगला चौक, बिलासपुर. होरिजन हॉस्पिटल जल विहार कॉलोनी, रायपुर. फोर्टिस ओ.पी. जिंदल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रायगढ़, अरपा मेडसिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट व्यापार विहार, बिलासपुर. चंदादेवी तिवारी हॉस्पिटल भाटापारा रोड, बलौदाबाजार, मित्तल भिलाई हॉस्पिटल स्मृति नगर, भिलाई. स्वर्गीय कार्तिकराम साव स्मृति सर्जिकल एंड एंडोस्कोपी रिसर्च सेंटर सरकंडा, बिलासपुर. आरोग्यधाम सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर कादम्बरी नगर, दुर्ग. ममता सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल मोवा, रायपुर. वंदना मल्टीस्पेशियालिटी हॉस्पिटल मंगला चौक, बिलासपुर. सिद्धी विनायक हॉस्पिटल कोसाबाड़ी, कोरबा. श्रीराम हॉस्पिटल रायपुर रोड लिमाही, बलौदाबाजार. आदित्य हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी होम गंजपारा, महासमुंद. आरोग्य हॉस्पिटल शांति नगर, बिलासपुर. संकल्प हॉस्पिटल अंबिकापुर. संजीवनी नर्सिंग होम राजनांदगांव, श्री राधा कृष्ण मल्टीस्पेशियालिटी हॉस्पिटल सारंगढ़, लक्ष्मी नारायण हेल्थ केयर अंबिकापुर. संकल्प आई हॉस्पिटल वैशाली नगर, बिलासपुर. श्री अकल पुराख हॉस्पिटल महासमुंद, चन्द्रायन हेल्थ केयर कवर्धा. पारख नर्सिंग होम लालबाग, राजनांदगांव. अग्रवाल हॉस्पिटल जीई रोड, रायपुर. गुडविल्स हॉस्पिटल टिकरापारा, रायपुर. रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल पचपेड़ी नाका, रायपुर. न्यू कोरबा हॉस्पिटल कोसाबाड़ी, कोरबा. एस.आर. हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर चिखली, दुर्ग.राज्य के बाहर के ये अस्पताल हैं शामिलनीति क्लिनिक्स प्राइवेट लिमिटेड रामदासपेठ, नागपुर. सर गंगाराम हॉस्पिटल राजेन्द्र नगर, नई दिल्ली. स्पंदन हार्ट इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर धनतोली, नागपुर. प्लेटिना हार्ट हॉस्पिटल सीताबुल्दी, नागपुर. शेल्बी मल्टीस्पेशियालिटी हॉस्पिटल विजय नगर, जबलपुर. मेदांता द मेडिसिटी, सेक्टर-28, गुड़गांव. जसलोक हॉस्पिटल, मुंबई. सी.एम.सी. वेल्लोर, शंकर नेत्रालय, चेन्नई. अपोलो हॉस्पिटल, चेन्नई. एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली. बत्रा हॉस्पिटल, नई दिल्ली. लीलावती हॉस्पिटल, मुंबई. मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा, दिल्ली. चोईथराम हॉस्पिटल, इंदौर. यशोदा हॉस्पिटल, हैदराबाद. फोर्टिस एंड लाफ्रेस फोर्टिस हॉस्पिटल – दिल्ली तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित हॉस्पिटल की सभी शाखाएं. मैक्स देवकी हार्ट एंड वास्कुलर इंस्टीट्यूट, सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल - दिल्ली तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित हॉस्पिटल की सभी शाखाएं. प्राईमस सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल चाणक्यपुरी, नई दिल्ली. मैक्स सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल साकेत, नई दिल्ली. अपोलो हॉस्पिटल्स चिनगाधिली, विशाखापटनम. मेदांता सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल एबी रोड, इंदौर. शेल्बी हॉस्पिटल सुपरस्पेशियालिटी केयर आर.एस. भंडारी मार्ग, इंदौर. शेल्बी मल्टीस्पेशियालिटी हॉस्पिटल एस.जी. रोड, अहमदाबाद. बासवाताराकम इंडो-अमेरिकन कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट बंजारा हिल्स, हैदराबाद. कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, मुंबई. बॉम्बे हॉस्पिटल, मुंबई. नानावटी हॉस्पिटल, मुंबई. इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली. पंडालिया कॉर्डियो-थोरेसिक फाउंडेशन, चेन्नई. एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, हैदराबाद. मेडविन हॉस्पिटल, हैदराबाद. सेवन हिल्स हॉस्पिटल, विशाखापटनम. केयर हॉस्पिटल, विशाखापटनम. स्योरटेक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नागपुर. एच.सी.एम.सी.टी. मनिपाल हॉस्पिटल्स ओखला इंडस्ट्रियल इस्टेट, नई दिल्ली. ओमनी आरके सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल रामनगर, विशाखापटनम. ग्लेनीग्ल्स ग्लोबल हॉस्पिटल्स, हैदराबाद. अपोलो हॉस्पिटल जुबली हिल्स, हैदराबाद. मेडिट्रिना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रामदासपेठ, नागपुर.
- -सीएसआईडीसी के औद्योगिक क्षेत्र में लगने वाले स्थानीय कर से मुक्त करने पर जताया आभार-बैठक में उद्योग जगत के 200 से अधिक प्रतिनिधि हुए शामिलरायपुर / सीएसआईडीसी के अध्यक्ष डॉ. डॉ नंद कुमार साय ने आज औद्योगिक संगठनों के विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में बैठक की। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए डॉ. नंदकुमार साय ने सभी औद्योगिक संगठनों को औद्योगिक अधोसंरचना को उत्कृष्ट श्रेणी पर लाने सभी उद्योगों को एक अच्छी सुविधा प्रदान करने और भविष्य में उन्हें अपने उद्योग चलाने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई न आए, इस संबंध में चर्चा की गई। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अश्विन गर्ग एवं विभिन्न उद्योग संघ के प्रतिनिधियों ने सीएसआईडीसी के औद्योगिक क्षेत्र में लगने वाले स्थानीय कर से उद्योगों को मुक्त करने पर छत्तीसगढ़ शासन का आभार व्यक्त किया। आयोजित कार्यक्रम में उद्योग जगत के लगभग 200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए । इस अवसर पर सीएसआईडीसी के कार्यपालक संचालक श्री अनिल श्रीवास्तव, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव आलोक त्रिवेदी तथा उद्योग संचालनालय के श्री संजय गजघाटे मौजूद रहे।बैठक में प्रमुख रूप से कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स, उरला इंडस्ट्री एसोसिएशन, प्लास्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, छत्तीसगढ़ रि-रोलिंग मिल एसोसिएशन, छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं व्यापार उद्योग संगठन, दलित चेंबर ऑफ कॉमर्स, लघु उद्योग व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री अमर परवानी शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में सीएसआईडीसी के महाप्रबंधक श्री ओ पी बंजारे द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
- -सीताफल के मूल्य संवर्धन हेतु दानीकुण्डी में प्रसंस्करण केन्द्र स्थापितरायपुर /मरवाही वनमण्डल के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्रों में नैसर्गिक रूप से सीताफल की उपज भारी मात्रा में प्रतिवर्ष प्राप्त होती है। एक सर्वेक्षण के अनुसार उक्त वन मण्डल में लगभग 1500 टन सीताफल का उत्पादन होता है।इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विगत दो वर्षों से वन विभाग द्वारा प्रभावी पहल की गई है। इसके तहत सीताफल को संग्राहकों से विभाग एवं वन प्रबंधन समितियों द्वारा अधिकतम दर 12 से 15 रूपए प्रति कि.ग्रा. की दर से क्रय किया जा रहा है। साथ ही सीताफल के मूल्य संवर्धन हेतु यहां सीताफल के प्रसंस्करण केन्द्र की स्थापना की गई है। जहां पर पके हुए सीताफल के पल्प को निकालकर उसे हार्डनर मशीन द्वारा माईनस 52 डिग्री सेल्सियस तक लेजाकर हार्ड करने के पश्चात् डीप फ्रीजर एवं शीत गृह में माईनस 25 डिग्री सेल्सियस में स्टोर किया जाता है। जिसे क्रेताओं की मांग पर आपूर्ति एवं सीताफल आईसक्रीम बनाने में की जाती है।प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि इस योजना में जहां संग्राहको को सीताफल का उचित मूल्य मिल रहा है, वहीं सीताफल से पल्प निकालने में 2 माह तक 50 महिलाओं तथा नवयुवकों को सतत् रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसी तरह वन मंडलाधिकारी मरवाही श्री शशि कुमार ने बताया कि पहले इसे ग्रामीणों द्वारा तोड़कर बिचौलियों को सस्ते कीमत पर लगभग 5 से 7 रूपए प्रति किलोग्राम में बेच दिया जाता था। जिसे बिचौलिये ग्रेडिंग करके निकटस्थ शहरी बाजारों में अच्छा लाभ लेकर बेच देते थे। खुदरे व्यापारी इसको 60 से 80 रूपए प्रति कि.ग्रा. तक विकय करते थे। इस प्रकार मरवाही क्षेत्र के गांवों से 6-7 रूपए प्रति कि.ग्रा. निकलने वाला सीताफल लगभग दस गुनी दर पर उपभोक्ता तक पहुंचती है किंतु इसका लाभ ग्रामीणों को प्राप्त नहीं होता था।सीताफल मरवाही के दानीकुण्डी, धनपुर, सेमरदरी, कोटमी, चुकतीपानी आदि क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है, यहां के सीताफल विशिष्ट गुणवत्ता के हैं, यहां की मिट्टी एवं पर्यावरण इसके अनुकुल है। यहां के सीताफल सीधे ही सड़क एवं रेलमार्ग द्वारा रांची, कलकत्ता, भोपाल, ग्वालियर, इलाहाबाद, दिल्ली, पुणे, मुम्बई, बैंगलोर जैसे महानगरों में जाते थे।दानीकुण्डी में फल उत्पादन एवं प्रसंस्करण हेतु मरवाही अरण्य फल प्रसंस्करण उद्योग के नाम से समिति का गठन किया गया है। जिसमें सीताफल एवं जामुन, जो इस जिले की पहचान है, इनके संग्रहण प्रसंस्करण एवं विपणन का कार्य कर रही है। संस्था द्वारा स्वयं का 08 टन का कोल्ड स्टोरेज एवं अन्य आवश्यक उपकरणो की स्थापना मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त द्वारा चक्रीय निधि से प्रदत्त 60 लाख ऋण की राशि से की गयी है। यहां ग्रेडिंग, सफाई, पल्पिंग, पैकेजिंग कार्य में लगभग 150 ग्रामीण सीधे रोजगार प्राप्त कर आर्थिक आय अर्जित करते हैं। सीताफल संग्रहण कर समिति को विक्रय करने से लगभग 1000 संग्राहकों को उनके संग्रहित सीताफल का उचित मूल्य प्राप्त हो रहा है।वर्तमान में समिति द्वारा लघु स्तर पर सीताफल एवं जामुन की पल्पिंग कर आईसक्रीम निर्माण एवं पल्प का विक्रय किया जा रहा है। प्रसंस्करण केन्द्र एवं इससे जुड़े ग्रामीणों को लाभ की ओर अग्रसर करने हेतु सीताफल एवं जामुन की संग्रहण से लेकर प्रसंस्करण एवं उससे निर्मित उत्पाद की पैकेजिंग एवं विक्रय सभी घटक महत्वपूर्ण कारक है, इसमें चरणबद्ध ढंग से कार्य प्रगति पर है।