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- 0 कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने समय-सीमा की बैठक में दिए निर्देश, घंटे भर में हुई कार्रवाई
रायपुर । आरंग तहसील के बैहार गांव के गौठान परिसर में अवैध रूप से संचालित ढ़ाबा पर कार्रवाई की गई है। ढ़ाबा संचालित करने वाले पर जुर्माना भी लगाया गया है। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने समय-सीमा की बैठक के दौरान अवैध ढाबे पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर नगर पालिक की राजस्व टीम महज घंटेभर के भीतर पहुंची और अवैध ढ़ाबे को खाली कराया। साथ ही संचालक दिनेश्वर तंबोली पर 10 हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार श्रीमती सीता शुक्ला, सीएमओ श्री खेल कुमार पटेल समेत कई अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। - 0 डायरिया, मलेरिया व मौसमी बीमारियों पर रखें नजर, इलाज का तुरंत करें इंतजाम0 कलेक्टर ने राजस्व विभाग को आरबीसी 6-4 के प्रकरणों का हल्केवार समीक्षा करने के दिए निर्देश
रायपुर । शासन ने तहसीलदारों को जमीन संबंधी त्रुटी सुधार करने की जिम्मेदारी दी है, वे इससे जुड़े प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण करें, इससे आम नागरिकों को राहत मिलेगी। आरबीसी 6-4 के प्रकरण किसी भी स्थिति में लंबित न रहें। प्रत्येक तहसीलदार हल्के स्तर पर इसकी मीटिंग लेकर समीक्षा करें और समय पर हितग्राही को इसका लाभ दें। यह बात कलेक्टर डाॅ गौरव सिंह ने समय-सीमा की बैठक में कही।उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम यह सुनिश्चित करें बिजली विभाग खुले हुए बाॅक्स को बन्द करे और शहर के जिन स्थानों में झाडियां इत्यादि से तारों के टूटने का खतरा है उन्हें जल्द हटाएं। बिजली से जुड़ी शिकायतों का त्वरित निराकरण करें। डाॅ गौरव सिंह ने कहा सभी नगरीय निकाय में 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण शिविर आयोजित किए जाएंगे। विभागों के अधिकारी शामिल होना सुनिश्चित करें और यह प्रयास करें कि जो समस्याएं का मौके पर निराकरण हो सकता है उसे वहीं पर निराकृत किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि सड़कों पर जहां कहीं भी निर्माण सामग्री फैली हुई हो जिससे यातायात बाधित हो रही हो उसको तत्काल हटवाया जाए और कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने गौठानों में किए गए अवैध कब्जे को हटाने के निर्देश दिए।डाॅ सिंह ने कहा कि डायरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों के फैलाव के नियंत्रण के उपाय किए जाएं जहां भी इससे जुड़ी सूचना मिलती है उस पर नजर रखंे और तत्काल इलाज की व्यवस्था कर दवाईयां वितरित की जाए। खाद बीज इत्यादि की उपलब्धता बनाएं रखे और इसका वितरण भी करें। इस बैठक मंे नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत की सीईओ श्री विश्वदीप, सभी एडीएम-एसडीएम उपस्थित थे। - 0 त्वरित निराकरण के दिए निर्देशरायपुर। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने जनदर्शन के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने रेडक्राॅस सभाकक्ष में आम नागरिकों की समस्याएं सुनते हुए तत्काल अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए। राजातालाब निवासी श्री अब्दुल सलिम ने आवारा मवेशी के विचरण करने की शिकायतें की। इस पर तत्काल कलेक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए और तत्काल मवेशियों को हटाने को कहा। कैलाशपुरी निवासी श्री प्रमोद देवांगन ने पेड़ कटवाने के लिए, बंजारी रोड निवासी श्री नरेंद्र गिरेपुंजे ने उचित न्याय दिलाने, पंडरी निवासी चितरंजन ने अपराधिक घटना के संबंध में शिकायतें की। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
- 0 बोरसी वार्डवासियों ने विद्युत पोल को हटाने दिया आवेदन0 जनदर्शन में प्राप्त हुए 105 आवेदन
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर एडीएम श्री अरविंद एक्का एवं अपर कलेक्टर श्री बजरंग दुबे ने जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन में आज 105 आवेदन प्राप्त हुए।जनदर्शन में आवेदन लेकर पहुंचे नगपुरा के किसानों ने बताया कि नगपुरा में जालबांधा मुख्य मार्ग में बोरझरा नाला है, जिसे कुछ किसानों ने नाले को बंद कर दिया है। नाला बंद होने के कारण कृषि भूमि में पानी भर गया है, जिससे फसलों को नुकसान होने की संभावना है। नाले को खोलने से फसलों के होने वाले नुकसान को बचाया जा सकता है। इस पर अपर कलेक्टर ने संबंधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।ग्राम भरदा दुर्ग निवासी ने स्वयं की भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा बुआई किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि निजी भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा अरहर की खेती की जा रही है, जिसके कारण स्वयं के भूखंड पर मेरे द्वारा फसल नही लिया जा सका, इसके द्वारा पिछले वर्ष भी यह कृत्य किया गया था। जिस पर सरपंच, कोटवार और ग्रामीणों की मौजूदगी में अन्य व्यक्ति द्वारा कृत्य की पुर्नवृत्ति नही करने का कथन किया गया था, परंतु उसका अवैधानिक कृत्य आज भी जारी है, जिसके कारण उनको आर्थिक एवं मानसिक प्रताड़ना हो रही है। इस पर अपर कलेक्टर ने तहसीलदार दुर्ग को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।बोरसी वार्डवासियों ने विद्युत पोल को हटाने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि विद्युत पोल से बोरसी वार्डवासियों का घर लगा हुआ। पोल के पास ही मोहल्ले के बच्चों का खेलना-कूदना लगा रहता है एवं घर के बड़े बुजुर्गो का भी बैठना और आमजनता का भी आना जाना लगा रहता है। बरसात के दिनों में विद्युत पोल में कंरट होने के कारण दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। इस संबंध में विद्युत मंडल में भी आवेदन दिया गया था। इस पर अपर कलेक्टर ने बिजली विभाग के अधिकारी को निरीक्षण कर तत्काल कार्यवाही करने को कहा।ग्राम पंचायत नगपुरा के सरपंच ने शिक्षक की मांग की। बच्चों के भविष्य को देखते हुए उन्होंने ग्राम नगपुरा में स्थित दो प्राथमिक शालों में शिक्षक के लिए आवेदन दिया, ताकि पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित हो सके। इस पर अपर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। - दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी के मार्गदर्शन में सिकल संगवारी पहल कार्यकम के अन्तर्गत सिकल सेल प्रबंधन टैब हाइड्रोक्सीयूरिया का उपयोग एवं मॉनिटरिंग विषय पर मास्टर ट्रेनर डॉ. योगेश्वर कालकोन्डे एम.डी. मेडिसिन संगवारी पीपलस एसोसेसियन फारइक्यूवीटी एंड हेल्थ द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला चिकित्सालय दुर्ग में आयोजित किया गया। आईबी ग्रुप के द्वारा वित्त पोषित संस्था के माध्यम से सिकल सेल संगवारी संस्था के द्वारा जिला चिकित्सालय दुर्ग में सिकल सेल संगवारी कक्ष का संचालन किया जा रहा है। जिसमें सिकल सेल के मरीजों को शासकीय चिकित्सालय में शासकीय योजनाओं के अन्तर्गत निःशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रदान किया जाता है। संस्था के द्वारा अब पूरे जिले में विस्तार करने के लिए समस्त विकासखण्ड अधिकारी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारियांे को जिला चिकित्सालय दुर्ग में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें जिला चिकित्सालय के 05 चिकित्सक एवं ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों से 07 चिकित्सकों को सिकल सेल पीड़ितों के उपचार एवं सिकल सेल मरीजों के योजना की लाभ दिलाने हेतु प्रशिक्षित किया गया।सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक के द्वारा जिला चिकित्सालय दुर्ग में सभी सिकल सेल मरीजों का उपचार एवं परामर्श की सुविधा निःशुल्क प्रदाय की जा रही है। सिकल संगवारी पहल टीम सिकल सेल मरीजों की काउंसलिंग, टैब हाइड्रोक्सीयूरिया के बारे में जानकारी, उनके संदेह को दूर करने एवं कन्फामेंट्री टेस्ट, जिला चिकित्सालय में करवाने तथा डॉक्टरी सलाह में मदद, वार्ड में भर्ती सिकल मरीजों को काउंसलिंग व दवाईयां एवं सही मार्गदर्शन प्रदाय करने का कार्य कर रही हैं। संगवारी पहल को एनजीओ संगवारी पीपलस एसोसेसियन फारइक्यूवीटी एंड हेल्थ अम्बिकापुर द्वारा चलाया जा रहा है। यह एनजीओ निःशुल्क ओपीडी सुविधा प्रदान कर रही है जिसमें 08 डॉक्टर की टीम निरन्तर कार्यरत हैं। एनजीओ सूरजपूर, अम्बिकापुर, जशपुर आदि अन्य जिलों में सिकल सेल मरीजों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर रही है, साथ ही साथ अन्य बिमारियां जैसे हृदय संबंधित, शुगर, मिर्गी इत्यादि रोगांे के क्षेत्र में भी योगदान दे रही है।इस प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी के द्वारा जिले में सिकल सेल की जांच शत्-प्रतिशत् किये जाने एवं सिकल सेल पॉजिटीव मरीजों को टैब हाइड्रोक्सीयूरिया की डोज नियमित देने, समय-समय पर फालोअप करने के निर्देश दिया गया। सिकल सेल के मरीजों, दिव्याग प्रमाण पत्र जारी करने के लिए शासन द्वारा प्रकाशित गजट के दिशा निर्देशांे के अनुसार कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिये गये। टैब हाइड्रोक्सीयूरिया एक सुरक्षित दवाई है। टैब हाइड्रोक्सीयूरिया में सिकल सेल एनिमिया के लिए एक आदर्श दवा की विशेषता है कि यह कई क्रियाविधि के माध्यम से चिकित्सकीय लाभ प्रदान करता है, इसके उपयोग से अस्पताल में भर्ती सिकल सेल मरीजों में 50 प्रतिशत कमी लाई जा सकती हैं। उक्त प्रशिक्षण में डॉ. हेमन्त साहू सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पाल अधीक्षक जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सदीप ताम्रकार, अस्पताल सलाहकार डॉ. ओम प्रकाश वर्मा, श्रीमती प्रितिका पवार, डीपीएचएनओ जिला चिकित्सालय दुर्ग से डॉ. सीमा जैन शिशुरोग विशेषज्ञ, डॉ. देवेन्द्र साहू मेडिसिन विशेषज्ञ, डॉ. बी.आर. साहू, स्त्रीरोग विशेषज्ञ एवं विकासखण्ड पाटन, धमधा, निकुम से चिकित्सा अधिकारी एवं जिला की सिकल संगवारी पहल की टीम उक्त प्रशिक्षण में उपस्थित रहें।जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने जानकारी दी की सिकल सेल संगवारी पहल के कारण अब मरीजों को भर्ती हेतु भटकना नही पड़ता है, सिकल सेल संगवारी कार्यकर्ता द्वारा सिकल सेल के मरीजों के साथ सतत् सम्पर्क करते हुये निरन्तर उपचार के सहयोग करने के लिए सिकल सेल संगवारी के कार्यकर्ता को साधुवाद दिया गया।
- 0 गांव में रैली के जरिए ग्रामीणों को कर रहे जागरूकबिलासपुर। जिले में मलेरिया और डायरिया से निपटने जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। लोगों को इन बीमारियों सहित मौसमी बीमारियों से सचेत करने जनजागरूकता अभियान और गांवों में जनचौपाल भी लगया जा रहा है। इसी कड़ी में स्कूल बच्चे भी अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। शिक्षकों के मार्गदर्शन में स्कूली बच्चे हाथों में बैनर पोस्टर लेकर रैली के जरिए बीमारियों से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं।कोटा ब्लॉक के ग्राम मझगॉंव के स्कूल के बच्चों ने रैली निकालकर नारे लगाकर ’हम सबने ठाना है डायरिया को भगाना है’ करके ग्रामीणों एवं आमजनों को जागरूक किया। पहले प्रार्थना सभा में छात्र रितेश यादव ने डायरिया के फैलाव और इसके बचाव के तरीके बताए। रितेश ने बताया कि डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए ओआर एस का घोल तथा जिंक की गोली लाभप्रद होती है। पश्चात तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर चिकित्सक को दिखाना चाहिए। पानी उबाल कर पीएं, आसपास साफ सफाई रखें, खुले में शौच न करें, भोजन ताजा करें, सड़े गले फलों को ना खाएं, यात्रा के दौरान बोतल का पानी ही पीएं। घर में भोज्य पदार्थों को ढक कर रखें जिससे उनमें मक्खी ना झूमें। खाने और पकाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से पानी से धोएं। पानी टंकी की नियमित सफाई करें तथा उसमें क्लोरीन टैबलेट डालें। जागरूकता रैली में प्राचार्य शैलेश कुमार पांडे, शिक्षक शोभाराम पालके, हेमंत अनंत, लीलाराम खूंटे, संतोष कुमार पात्रे माधव प्रसाद कौशिक, रंजीत खूंटे, सुशील ओटी, गीता पांडे पूनम सिंह रावत तथा शाला नायक प्रशांत जायसवाल आदि शामिल रहे।
- बिलासपुर। कलेक्टर श्री अवनीश शरण के निर्देश पर संयुक्त कलेेक्टर श्री एस.एस. दुबे ने आज साप्ताहिक जनदर्शन में लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को जल्द निराकरण के निर्देश दिए।साप्ताहिक जनदर्शन में कोटा ब्लॉक के ग्राम नवागांव (मोहदा) निवासी श्री ओमकार जायसवाल ने आवेदन देकर बताया कि नवागांव (मोहदा) से पोड़ी मोहदा मुख्य मार्ग से अंदर 1 किलोमीटर की सड़क में बरसात के दिनों में स्कूली छात्र-छात्राओं, कामकाजी मजदूरों एवं राहगीरों को काफी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने पक्की सड़क बनवाने की मांग की। इस मामले को पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता देखेंगे। मस्तूरी निवासी श्री गजानंद प्रसाद राठौर ने बताया कि आरटीई के तहत उनकी पुत्री अर्पिता राठौर का एडमिशन होने के बावजूद स्कूल प्रबंधन द्वारा पूरी फीस वसूली गई। आवेदन डीईओ बिलासपुर को भेजते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंधी की सरपंच श्रीमती कलिन्द्री वर्मा ने बताया कि उनके गांव में जल जीवन मिशन का कार्य कर रहे ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने पर ग्रामवासियों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है और पाइप लाईन बिछाने के नाम पर जगह-जगह गड्ढे खोदकर खुला छोड़ दिए जाने की उन्होंने शिकायत की। मामले को पीएचई विभाग को सौंपते हुए तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।बिल्हा ब्लॉक के ग्राम पंचायत लिमतरी की सरपंच श्री शहन गेंदले ने ग्राम लिमतरी के आश्रित गांव फदहा में ट्रांसफार्मर लगवाने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों और किसानों को पावर पम्प बार-बार बंद होने से फसलों को पानी नहीं मिलने जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले को बिजली विभाग को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही करने कहा गया है। ग्राम एरमसाही के ग्रामीणों ने बाजार से डबरीपारा तक रोड बनाने की गुहार कलेक्टर से लगाई। इस मामले को सीईओ जिला पंचायत देखेंगे। खमतराई निवासी श्री लक्ष्मण साहू ने मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि स्वीकृत कराने की गुहार लगाई। आवेदन समाज कल्याण विभाग को भेजते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
- रायपुर। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित नाक कान गला रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. (प्रो.) हंसा बंजारा ने ईएनटी विभाग के अंतर्गत सफलतापूर्वक किए गए कॉक्लियर इम्प्लांट के पश्चात् शैक्षणिक क्षेत्र में सफल एवं शानदार प्रदर्शन के लिए दो मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। इनमें से भावना पटेल ने कक्षा 10 वीं में 70 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है एवं आदित्य तिवारी ने बी. एस. सी. (गणित) की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की है। डॉ. हंसा बंजारा एवं टीम ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन तथा अभूतपूर्व प्रयासों के लिए उन्हें भेंट देकर प्रोत्साहित किया।डॉ. हंसा ने बताया कि चूंकि ये बच्चे कॉक्लियर इम्प्लांट श्रवण यंत्र का इस्तेमाल करते हैं और इसकी सहायता से इन्हें सुनने में मदद मिलती है। अतः इन बच्चों की श्रवण दिव्यांगता के बावजूद इनका प्रदर्शन सामान्य छात्र-छात्राओं की तुलना में बहुत ही सराहनीय रहा है। इन बच्चों ने समाज को यह साबित कर दिखाया है कि सही समय रहते इम्प्लांट का इस्तेमाल कर समावेशी शिक्षा द्वारा आगे बढ़ा जाये तो ऐसे बच्चे समाज में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। ईएनटी विभाग की पूरी टीम ने दोनों छात्रों की इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी हैं तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
- बिलासपुर। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अवनीश शरण एवं एसपी रजनेश सिंह ने अधिकारियों की बैठक लेकर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने आने वाले दिनों में कानून एवं व्यवस्था के लिए चुनौती हो सकने वाले विषयों पर विचार-विमर्श किया और अधिकारियों को इससे निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर निगम आयुक्त अमित कुमार, एडीएम आरए कुरूवंशी, शिवकुमार बनर्जी, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना, एडिशनल एसपी उमेश कश्यप, अर्चना झा सहित जिले के सभी एसडीएम, एसडीओपी एवं सीएसपी उपस्थित थे।
- 0 मुख्यमंत्री जनदर्शन के आवेदनों का प्राथमिकता से करें निराकरण0 कलेक्टर ने टीएल बैठक में की लंबित प्रकरणों की समीक्षाबिलासपुर। वन अधिकार पत्र के तहत धारित वनभूमि का भी नामांतरण एवं बंटवारा राजस्व भूमि की तरह हो सकेगा। अब तक इस तरह की व्यवस्था नहीं थीं। राज्य सरकार ने वनवासियों के हित में इस आशय का निर्णय लिया है। कलेक्टर अवनीश शरण ने साप्ताहिक टीएल बैठक में इस आशय की जानकारी दी। इस कार्य के लिए रेंज अफसर को राजस्व तहसीलदार की तरह अधिकार रहेगा। कलेक्टर ने बैठक में विभिन्न विभागों में लंबित शिकायतों एवं समस्याओं की जानकारी लेते हुए इनकी तेजी से निराकरण के निर्देश दिए।कलेक्टर ने मुख्यमंत्री जनदर्शन से प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए। पिछले दो जनदर्शन से विभिन्न प्रकार के 81 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने इन आवेदनों का सार्थक निराकरण कर सूचित करने को कहा है। उन्होंने बैठक में खेती किसानी के काम-काज की प्रगति की जानकारी ली। उप संचालक कृषि ने बताया कि लगभग 90 प्रतिशत बोआई एवं 50 प्रतिशत रोपाई का काम पूर्ण हो चुका है। खाद-बीज और कृषि दवाई की कोई कमी नहीं है। कलेक्टर ने अनिश्चितता को देखते हुए किसानों को फसल बीमा करा लेने की अपील की है। कलेक्टर ने बैठक में मौसमी बीमारियों के ताजा हालात की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने कहा कि स्कूल आंगनबाड़ी में यदि किसी बच्चें को बुखार अथवा कोई बीमारी की जानकारी मिलती है। तो उनके पालकों को बुलाकर पहले उनका इलाज कराएं, उसके बाद घर भेंजे। उन्हें बिना इलाज कराए घर नहीं भेजना है। कलेक्टर की अपील पर बिलासपुर के डॉ. सिहारे ने मलेरिया एवं डायरिया पीड़ित बच्चों के मुफ्त इलाज की पेशकश की है। कलेक्टर ने उन्हें धन्यवाद दिया। श्री शरण ने जागरूकता चौपाल लगातार जारी रखने के निर्देश दिए। सर्विलेंस भी जारी रहेगा। क्योंकि मच्छर के काटने के 10 से 14 दिन बाद इसके लक्षण प्रकट होते हैं। डीएफओ श्री सत्यदेव शर्मा ने स्थानीय वन उत्पादों के बारे में प्रस्तुतिकरण देकर सरकारी विभागों से इसे क्रय करने का अनुरोध किया। बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान, डीएफओ श्री सत्यदेव शर्मा, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
- -राजस्व प्रकरणों के निराकरण कार्य में आएगी तेजीदुर्ग, / राज्य शासन राजपत्र (असाधारण) 4 मई 2022 के द्वारा छ.ग.भू.रा.सं. की धारा 115 में संशोधन करते हुए भू-अभिलेख में गलत या अशुद्ध प्रविष्टि का शुद्धिकरण किए जाने हेतु उपखंड अधिकारी (अनुविभागीय अधिकारी) को अधिकृत करने हेतु अधिसूचना जारी की गई थी। अनुविभागीय अधिकारियों के पास एक से अधिक तहसीलों का प्रभाव होता है। त्रुटि सुधार के कार्य को करने हेतु अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा आवेदन प्राप्त होने पर संबंधित तहसील के तहसीलदारों से प्रतिवेदन प्राप्त किया जाता था। तहसीलदार इश्तिहार प्रकाशित कर राजस्व निरीक्षक पटवारी से जानकारी लेकर अपना प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी को प्रस्तुत करते थे। उक्त प्रक्रियाओं का पालन करने में अनावश्यक विलंब होने से आम जनता का कार्य समय पर पूर्ण नहीं हो पा रहा था।अपर कलेक्टर श्री अरविंद एक्का से मिली जानकारी अनुसार आम जनता को होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 19 जुलाई 2024 को राजपत्र (असाधारण) में यह अधिसूचना प्रकाशित की गई कि छत्तीसगढ़ भू राजस्व संहिता, 1959 (क्र. 20 सन 1959) की धारा 24 की उपधारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए राज्य सरकार द्वारा उक्त संहिता की धारा 115 के अधीन तहसीलदार को शक्तियां प्रदत्त की गई है। जिसके अंतर्गत भू स्वामी/उसके पिता/पति के नाम/उपनाम, जाति, पते में लिपिकीय त्रुटि सुधार करना, कैफियत कॉलम में की गई त्रुटिपूर्ण प्रविष्टि में सुधार करना, त्रुटिवाश जोड़े गए खसरों को पृथक करना, भूमि के सिंचित/असिंचित होने संबंधी प्रविष्टि में सुधार करना तथा भूमि के एक फसली/बहु फसली की प्रविष्टि में त्रुटि सुधार करना शामिल है। इस प्रकार राजस्व अभिलेखों में लिपिकीय त्रुटियों को सुधार करने हेतु अनुविभागीय अधिकारियों के स्थान पर तहसीलदारों को अधिकृत किया गया है। जिससे राज्य शासन के मंशानुरूप लिपिकीय त्रुटियों के सुधार कार्य में तेजी आएगी एवं आमजनता को अतिशीघ्र लाभ प्राप्त होगा।
- --15 अगस्त को सम्पूर्ण जिले को ओ.डी.एफ. मॉडल घोषित किये जाने का है लक्ष्य-- ग्रामों को ओ.डी.एफ. मॉडल बनाने किए जाएंगे स्वच्छता संबंधी विभिन्न कार्यदुर्ग / स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत जिले में कुल 381 ग्रामों में से 373 ग्राम ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल, 05 ग्राम रायसिंग एवं 02 ग्राम एस्पायरिंग श्रेणी में हैै। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में 30 जुलाई 2024 तक समस्त ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस श्रेणी में लाकर ओ.डी.एफ. सत्यापन का कार्य पूर्ण कराया जाना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 अगस्त 2024 को सम्पूर्ण जिले को ओ.डी.एफ. मॉडल घोषित किये जाने का लक्ष्य लिया गया है। इस हेतु विभिन्न कार्यों के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है। जिसके अंतर्गत ग्रामों में सभी स्वीकृत निर्माण कार्य जैसे सेग्रीगेशन वर्कशेड, डीप-बिरियल, नॉडेप, वर्मी, सोख्ता गड्ढा, रिचार्ज पिट, त्रिस्तरीय जल शुद्धिकरण इकाई आदि पूर्ण कराना, सेग्रीगेशन वर्कशेड में कचरा पृथक्कीकरण करने हेतु अलग-अलग खण्ड तैयार करना, सभी ग्रामों में घर-घर कचरा एकत्रीकरण का कार्य प्रारंभ करना, स्वच्छाग्राहियों का प्रतिमाह नियमित मानदेय प्रदाय करना, ग्राम में स्वच्छता बनाए रखने के लिये यूजर चार्ज प्रारंभ कर वसूल करना, ग्राम को प्रथम दृष्टया स्वच्छ ग्राम बनाना, ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाना, ऑन लाईन एम.आई.एस. ने एस्पायरिंग व रायजिंग श्रेणी के ग्रामों को मॉडल श्रेणी में लाये जाने हेतु आवश्यक जियो टैगिंग, एम.आई.एस. प्रतिष्टि, निर्धारित प्रमाण-पत्र एवं ग्राम सभी का प्रस्ताव व वीडियो अपलोड करना, ग्राम प्रवेश मार्ग पर ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल ग्राम शिलालेख कराना, शाला में बालक बालिका हेतु पृथक-पृथक शौचालय, हैंडवॉश, डस्टबिन, बाल केबिनेट का गठन, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समूचित व्यवस्था, साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय, हैंडवॉश, डस्टबिन, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समूचित व्यवस्था तथा समस्त शासकीय भवनों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में शौचालय, हैण्डवाश, दृष्टिगोचर स्वच्छता एवं ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समूचित व्यवस्था इत्यादि कार्यो की समय सीमा 31 जुलाई 2024 निर्धारित की गई है। इसी प्रकार 03 अगस्त 2024 तक विकासखंड स्तर पर सरपंच, सचिव, स्वच्छाग्राहियों की बैठक आयोजित किया जाना है। 05 अगस्त 2024 तक ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल श्रेणी प्राप्त कर चुके ग्रामों का ओडीएफ प्लस सत्यापन पूर्ण कर ओडीएफ प्लस सर्टिफिकेट अपलोड किया जाना है। 10 अगस्त 2024 तक ओडीएफ प्लस मॉडल जनपद पंचायत की घोषणा कर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के संयुक्त हस्ताक्षर से प्रमाण-पत्र कार्यालय कलेक्टर को प्रेषित किया जाना, ग्राम में स्वच्छता संबंधित नारा लेखन, चित्रकारी, आई.ई.सी. पेंटिंग कराना, ग्रामों में स्वच्छता अभियान चलाकर सार्वजनिक स्थल, सोख्ता गड्ढा, नाली, नाडेप, वर्मी, जल स्त्रोत के समीप, तालाब आदि की साफ-सफाई कराने का कार्य किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का शुभारंभ 15 अगस्त 2024 को किया जाएगा।
- -तीर्थ यात्रियों को लेकर दुर्ग रेल्वे स्टेशन से दोपहर 12 बजे रवाना होगी स्पेशल ट्रेनदुर्ग, / श्री रामलला दर्शन योजना के तहत दुर्ग संभाग और बस्तर संभाग के 850 श्रद्धालुओं को निःशुल्क यात्रा कराई जाएगी। तीर्थयात्रियों का दल 23 जुलाई 2024 को दुर्ग रेल्वे स्टेशन से दोपहर 12 बजे स्पेशल ट्रेन से श्री रामलला दर्शन अयोध्या धाम की यात्रा के लिए रवाना होगा। समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक श्री अमित सिंह परिहार ने बताया कि रामलला दर्शन पश्चात् तीर्थयात्रियों का दल 26 जुलाई 2024 को मध्य रात्रि स्पेशल ट्रेन से ही दुर्ग वापस पहुंचेगी। तीर्थ यात्रा में दुर्ग जिले के 185 श्रद्धालु जिसमें 139 ग्रामीण एवं 46 श्रद्धालु शहरी क्षेत्र से शामिल किए गए है। दुर्ग रेल्वे स्टेशन में 23 जुलाई को दोपहर 12 बजे जन प्रतिनिधियों द्वारा स्पेशल ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
- रायपुर /छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अविभाजित मध्यप्रदेश तथा वर्तमान छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य स्वर्गीय श्री मकसूदन चंद्राकर, श्री अमीन साय, श्री लक्ष्मी प्रसाद पटेल, श्री अग्नि चंद्राकर और श्री अन्तुराम कश्यप को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने निधन उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमने ऐसे अपनों को खोया, जिन्होंने अपने योगदान से संसदीय परंपरा का गौरव को बढ़ाया है। सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में सभी सदस्यों का योगदान अतुलनीय था। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री अमीन साय जी के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि जनजातीय समाज ने अपना बड़ा नेता खोया है। यह अपूरणीय क्षति है। श्री साय ने कहा कि स्वर्गीय श्री अग्नि चंद्राकर के रूप में छत्तीसगढ़ ने एक वरिष्ठ राजनेता खो दिया हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वर्गीय श्री मकसूदन चंद्राकार, श्री अंतु राम कश्यप और श्री लक्ष्मी प्रसाद पटेल का भी स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप सहित अन्य सदस्यों ने भी स्वर्गीय पूर्व सदस्य गणों के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और उनके कार्यों के बारे में बताया। सदन में दो मिनट का मौनधारण कर स्वर्गीय श्री मकसूदन चंद्राकर, श्री अमीन साय, श्री लक्ष्मी प्रसाद पटेल, श्री अग्नि चंद्राकर और श्री अन्तुराम कश्यप को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में दुर्ग विधायक श्री ललित चन्द्राकर के नेतृत्व में आये शास्त्री नवयुवक मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय को पारम्परिक खुमरी पहना कर उनका अभिवादन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को दुर्ग जिले के मड़ियापार में आगामी 2 सितम्बर को आयोजित होने वाले पोला महोत्सव के 65वें आयोजन में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शास्त्री नवयुवक मंडल को आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और महोत्सव के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विधायक श्री गजेन्द्र यादव, शास्त्री नवयुवक मंडल से श्री सुनील साहू, श्री मनीष साहू, श्री सुदामा निषाद और श्री हेमलाल साहू सहित मंडल के सदस्य उपस्थित थे।
- -अब आम नागरिक 24 घंटे ऑनलाइन दर्ज करा सकेंगे-बेहतर और पारदर्शी प्रशासन के मद्देनजर शुरू किया है कॉल सेंटर : कलेक्टर डॉ. गौरव सिंहरायपुर । आम नागरिकों की समस्याओं के अब त्वरित निराकरण होगा। जिला प्रशासन द्वारा लोगों की समस्याएं सुनने और इसे दर्ज करने के लिए कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर शुरू किया गया है। कामकाज के सिलसिले में सरकारी दफ्तर में आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।कलेक्टोरेट में बनाए गए कॉल सेंटर में दूरभाष की चार लाईनों में लोगों की शिकायतें और समस्याएं दर्ज की जाएंगी। इसके लिए 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। समस्या दर्ज होेने के साथ ही लोगों के पास आएगा एसएमएस। कॉल सेंटर में दर्ज होने वाली समस्याओं के निराकरण की निगरानी के लिए एक विशेष पोर्टल भी बनाया गया है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य में पारदर्शी और बेहतर प्रशासन के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे लोगों को अपने कामकाज के सिलसिले में सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटना पड़े। इसी सिलसिले में जिला प्रशासन द्वारा यह कॉल सेंटर शुरू किया गया है।कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पारदर्शी और बेहतर प्रशासन के मद्देनजर कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर शुरू किया गया है। आम नागरिक राजस्व व अन्य विभागों के मामलों की जानकारी फोन कॉल के माध्यम से दे सकते हैं। जानकारी प्राप्त होने के तत्पश्चात जल्द से जल्द निराकरण किया जाएगा।टेलीफोन पर दर्ज होगी समस्याएंजिला प्रशासन द्वारा कॉल सेंटर में मोबाइल नंबर 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 पर कॉल कर शिकायत दर्ज की जाएगी। दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा दी गई है। इस कॉल सेंटर में दिव्यांग भी अपनी समस्याओं से जिला प्रशासन को अवगत करा सकते है। दिव्यांगों की समस्याएं वीडियो कॉल में सांकेतिक माध्यम से सुने जाएंगे।ऐसे होगा शिकायतों का निवारण- हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से आवेदक कॉल कर अपनी समस्या शिकायत दर्ज कराएंगे।- कॉल सेंटर की टीम शिकायतकर्ता व आवेदक से बात करती है, उनकी समस्या सुनती है और उसे कॉल सेंटर के पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे।- केस दर्ज करने के बाद व्हाट्सएप के द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारी को मामले की जानकारी भेजी जाएगी।- प्रकरण का त्वरित निराकरण किया जाएगा- जब तक शिकायत का निराकरण नहीं होता, तब तक कॉल सेंटर समस्याओं पर संबंधित विभाग एवं अधिकारी से फॉलोअप करेगा।- समस्या के निराकरण हो जाने पर आवेदक को कॉल करके सूचित किया जाएगा और पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा।
- -छत्तीसगढ़ की पबिया, पविया, पवीया जाति को अनुसूचित जनजातियों की सूची में पाव जाति के साथ शामिल करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा-वर्षों से अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की बाट जोह रही जाति के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मिल कर आभार जताया-छत्तीसगढ़ के आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इन जातियों को लक्षणों के आधार पर अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अनुशंसा की हैरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वर्षों से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र प्राप्त करने की बाट जोह रही छत्तीसगढ़ की पबिया, पविया, पवीया जाति को अनुसूचित जनजातियों की सूची में पाव जाति के साथ शामिल करने के लिए संवेदनशील पहल की है। मुख्यमंत्री ने इन जातियों का नृजातीय अध्ययन प्रतिवेदन अनुशंसा सहित भारत सरकार के जनजाति कार्य मंत्रालय को आगे की कार्यवाही के लिए भेजा है।प्रदेश भर से आए पाव, पबिया, पविया, पवीया जाति के प्रतिनिधि मंडल ने विधायक श्री रामकुमार यादव के नेतृत्व में आज विधानसभा के समिति कक्ष में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर उनकी इस संवेदनशील पहल के लिए आभार प्रकट किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों की लंबे समय से अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल होने की मांग थी। राज्य शासन द्वारा अनुशंसा सहित प्रतिवेदन भारत सरकार को भेजा गया है। उम्मीद है इसका सकारात्मक परिणाम आएगा। उन्होंने बारिश के मौसम में प्रदेश भर से रायपुर आने के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद दिया।प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मध्य प्रदेश के समय उन लोगों के अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र बन रहे थे, लेकिन मात्रात्मक त्रुटि के कारण पिछले 22 वर्षों से प्रमाण पत्र बनना बंद हो गया है, इसकी वजह से हमारे बच्चों को अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाले लाभ नहीं मिल पा रहे हैं। हमारे बच्चे पढ़ाई-लिखाई में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा भारत सरकार के जनजाति कार्य मंत्रालय को अनुशंसा सहित प्रतिवेदन भेजने के लिए धन्यवाद दिया।प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि पूरे प्रदेश में इन जातियों की जनसंख्या लगभग 22 हजार है। यूं तो ये लोग पूरे प्रदेश में पाए जाते हैं लेकिन प्रमुख रूप से चंद्रपुर, रायगढ़, लैलूंगा, खरसिया, पेंड्रा, मरवाही और जशपुर में रहते हैं।छत्तीसगढ़ के आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा पाव, पबिया, पविया, पवीया जाति का नृजातीय अध्ययन करने के बाद प्रतिवेदन तैयार किया है, जिसमें इन जातियों को लक्षणों के आधार पर अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अनुशंसा की गई है।विधायक श्री रामकुमार यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं। आज उपस्थित जाति के लोग वास्तव में आदिवासी हैं, लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। इनके हित में मुख्यमंत्री जी ने अच्छी पहल की है। उन्होंने समाज के सामाजिक भवन के लिए रायपुर में जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया।मुख्यमंत्री ने नजदीक से महसूस किया है जनजातियों का दर्दगौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वयं भी अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। उन्होंने बिरहोर, पहाड़ी कोरवा सहित अनुसूचित जनजातियों के लिए अपने सार्वजनिक जीवन के प्रारंभ से काम किया है, इसलिए वे जनजातियों का दर्द अच्छे से जानते हैं।
- रायपुर / सूरजपुर जिले के अंतर्गत ग्राम रमेशपुर के ग्रामीणों में खुशी की लहर छाई है, क्योंकि नए ट्रांसफार्मर लगने से पूरा रमेशपुर जगमगा उठा है। वहां के ग्रामीण लगातार लो वोल्टेज और अघोषित बिजली कटौती, बार-बार ट्रांसफार्मर का खराब हो जाने जैसी समस्या से लंबे समय से परेशान थे। यहां के किसानों द्वारा धान की बुवाई हेतु लगाए गए थरहा पर्याप्त वर्षा न होने के कारण सुख जा रहा था, किसानों का कहना था कि यदि बिजली रहेगी तो हम मोटर पंप के जरिए धान के थरहा को सूखने से बचा सकते हैं। इन सभी समस्याओं से ग्रामवासियों ने महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को अवगत कराया।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने किसानों और ग्रामवासियों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को नया ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश के 24 घंटे के अंदर ही तत्काल नया ट्रांसफार्मर लगाया गया। नए ट्रांसफार्मर के लगने से गांव में खुशी व्याप्त है और समस्त ग्रामवासियों ने मंत्री श्रीमती राजवाड़े का आभार व्यक्त किया है।
- -कोरबा के छह दूरस्थ गांव के ग्रामीणों का सहारा बना पीडीएसरायपुर / बेहतर वितरण प्रणाली से देश-विदेश में अपनी पहचान साबित कर चुकी छत्तीसगढ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस ) सही मायने में ग्रामीणों के लिये वरदान साबित हो रही है। दूरस्थ अंचल तक शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित होनें से पहाडी व सरहदी इलाकों में बसने वाले ग्रामीणों को सहूलियते बढ गई है साथ ही सैकड़ों गरीब परिवारों को समय पर खाद्यान्न मिलने की गारंटी भी हो गई है। राज्य में ऐसे कई ग्राम पंचायत है जो दूरस्थ क्षेत्र में होने के साथ ही मजरा टोले एवं पारा से जुड़े है और इन ग्रामों की आबादी न तो घनी है है और न ही अधिकांश घर आस पास है। विषम परिस्थितियों के बीच बसर करने वाले ग्रामीणों का शासकीय उचित मूल्य की दुकान खाद्यान्न सहायता योजना अंतर्गत मिल रही खाद्यान्न ही एकमात्र सहारा है, जहां इन्हें प्रत्येक माह चावल समेत दूसरी सामग्री मिलने की गारंटी होती है। कोरबा जिले के सुदूर वनांचल लामपहाड़ सहित बगदरीडांड, परसाखोला, बहेरा, खोरी भावना,सरडीह के कार्डधारियों को पहले अपने ग्राम पंचायत में 12 से 17 किलोमीटर तक की दूरी तय कर खाद्यान्न लाना पड़ता था। इस दौरान उन्हें खाद्यान्न लाने के लिए किराए का वाहन तक भी लेना पड़ता था। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुशार कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग ने राशन दुकान से बहुत दूर आश्रित ग्रामों के कार्डधारियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न लेने की व्यवस्था की है। इस व्यवस्था से सबसे ज्यादा दूरस्थ क्षेत्र लाम पहाड, सरडीह, बगदरीडांड में रहने वाले पहाड़ी कोरवा लाभन्वित हुए हैं।कोरबा विकासखंड से लगभग 80 किलोमीटर दूर ग्राम लामपहाड में बड़ी संख्या में पहाड़ी कोरवा निवास करते हैं। लामपहाड़ ग्राम पंचायत बड़गांव का आश्रित ग्राम है। जो कि बड़गांव से 12 किलोमीटर दूर है। लामपहाड़ से लगभग 4 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अरसेना के शासकीय उचित मूल्य के दुकान में 78 राशनकार्डधारियों को खाद्यान्न प्रदान करने की सुविधा प्रदान की गई है। इसी तरह ग्राम पंचायत बेला से 6 किलोमीटर दूर परसाखोला के 66 राशनकार्डधारियों को दो किलोमीटर दूर चुईया के राशन दुकान में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है। ग्राम सोनगुड़ा के आश्रित ग्राम तराईडांड की दूरी 5 किलोमीटर दूर होने पर नजदीक के ग्राम 1.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित सोनपुरी में, गढ़उपरोड़ा के आश्रित ग्राम बहेरा की दूरी 10 किमी होने पर तीन किलोमीटर दूर सतरेंगा में और ग्राम पंचायत केराकछार के आश्रित ग्राम बगदरीडांड, खोरीभावना, सरडीह की दूरी लगभग 17 किलोमीटर थी। जिसे 5 किलोमीटर दूर मदनपुर के शासकीय उचित मूल्य के दुकानों में स्थानान्तरित कर में हितग्राहियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। शासकीय उचित मूल्य की दूकान से कार्डधारी ग्रामीणों को अनाज एवं अन्य सामग्री, शक्कर, नमक तथा चना प्राप्त होता है। अलग-अलग गांव के ग्रामीणों की जरूरतों की पूर्ति महीने के निर्धारित दिनों में होती है। ग्रामीणों की माने तो पहले लंबी दूरी तय कर चावल लाना बड़ी चुनौती थी।महीने भर की चिंता से मिलती है मुक्ति-ग्राम लामपहाड का पहाड़ी कोरवा संतोष कुमार और उनकी पत्नी दिलेश्वरी बाई, रघुवीर कोरवा और उनकी पत्नी सुखमती बाई, मंगलू कोरवा, धनसिंह मजदूरी का काम करता है। पहाड़ी कोरवा बताते हैं कि सरहदी पहाड़ी इलाका होने की वजह से खेती कार्य आसान नही है, ऐसी स्थिति में राशन कार्ड उनके परिवार का प्रमुख सहारा है। पहाड़ी कोरवा संतोष बताता है कि महीने में एक बार 12 किलोमीटर दूर बड़गांव के राशन दुकान में जाने में बहुत समय लगता था। वहां से अनाज को उठाकर इतनी दूरी तय करना भी मुश्किल था, इसलिए किराए में वाहन करना पड़ जाता था। अब पास के ही दुकान में खाद्यान्न उपलब्ध होने से उनका समय और किराए के वाहन का पैसे भी बचेंगे।
- रायपुर, / प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर एक वृक्ष माँ के नाम अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में लगातार वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग में भी एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किया गया। नवा रायपुर स्थित आयोग कार्यालय के परिसर में आयोग के सचिव गोपाल वर्मा सहित उप सचिव श्रीमती आभा तिवारी, अवर सचिव गीता दीवान, अतुल वर्मा, प्रदीप गौर, श्रीमती रजनी सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने वृक्षारोपण किया। वृक्षारोपण में आम, अमरूद, जामुन, करौंदा, अनार, पीपल, बड़, नीम, सीताफल, सन्तरा, आँवला, चीकू, नीबू आदि फलदार पौधों के साथ ही पारिजात, मोंगरा, कचनार, मधुमालती गुलमोहर आदि फूलों के पौधे लगाए गए। इस दौरान सूचना आयोग के कर्मचारियों ने पौधों को अपनी माँ को समर्पित कर पौधों की सुरक्षा करने का भी संकल्प लिया।
- -विप्र समाज ने दी विनम्र श्रद्धांजलिरायपुर। अश्वनी नगर, रायपुर निवासी श्री राजीव शुक्ला का सोमवार 22 जुलाई को 56 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन हो गया। वे श्रीमती अनुपमा शुक्ला के पति , वंशिका व आयुषी के पिता तथा विद्युत मंडल से सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता भगवती प्रसाद शुक्ला (आरंग वाले) के ज्येष्ठ पुत्र तथा संजय, आशा शर्मा व संगीता पांडेय के भाई थे। उनकी अंतिम यात्रा 23 जुलाई को सुबह 9.30 बजेे अश्विनी नगर स्थित निवास से महादेव घाट मुक्तिधाम के लिए निकलेगी।विप्र समाज ने दी विनम्र श्रद्धांजलिश्री राजीव शुक्ला के निधन पर विप्र समाज के भूपेन्द्र शर्मा, प्रशांत शर्मा, अमित कुमार शुक्ला, अजय शर्मा, प्रदीप कुमार शुक्ला,संतोष उपाध्याय (दुर्ग), वीणा शर्मा, ज्योति पांडे, कल्पना दुबे, सीमा उपाध्याय, नीलिमा शर्मा, डॉ. अनुभा शर्मा, सुयश शुक्ला, अनिल तिवारी (सेमरा वाले), सुरेन्द्र कुमार दीवान, विनय कुमार शर्मा, डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, अनिता शर्मा, वसुधा पांडेय, ब्रजेश शर्मा, ज्योति पांडे, प्रीति, सरिता शर्मा, संदीप तिवारी सहित अन्य सदस्यों ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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*मेडिकल एवं फिजिकल फिटनेस और मेरिट के आधार पर हुआ चयन*
*अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को विशेष सत्र के लिए आमंत्रित किया जाएगा*रायपुर/ खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा रायपुर में संचालित आवासीय तीरंदाजी अकादमी के लिए 20 बालक तथा 20 बालिकाओं का चयन किया गया है। राज्य स्तरीय चयन ट्रायल का आयोजन दिनांक 25 एवं 26 जून को रायपुर के स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम एवं खेल संचालनालय परिसर तीरंदाजी एरिना में सम्पन्न हुआ।खेल संचालक श्रीमती तनुजा सलाम के निर्देश पर चयन ट्रायल के नोडल अधिकारी चेतन कुमार श्रीवास प्रशासक खेल अकादमी रायपुर के द्वारा चयन ट्रायल सुव्यवस्थित तरीके से कराया गया। चयन समिति में भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र रायपुर तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के (एन.आई.एस.) प्रशिक्षक शामिल रहे। चयनकर्ताओं के द्वारा खिलाड़ियों के फिटनेस से संबंधित मोटर एबिलिटी टेस्ट, मेडिकल टेस्ट, स्पोर्ट्स स्कील टेस्ट एवं मेंटल एबिलिटी टेस्ट लिये गए। निर्धारित मानकों को पूरा करने वाले खिलाड़ियों को ही प्रदर्शन के आधार पर मेरिट क्रमानुसार 13 से 17 वर्ष आयुवर्ग के खिलाड़ियों का चयन किया गया है।प्रदेश भर से आए खिलाड़ियों ने चयन ट्रायल में भाग लिया, इसमें राज्य के जिले रायपुर से 05 बालिका और 09 बालक, सरगुजा से 07 बालिका, धमतरी से 02 बालक और 04 बालिका, महासमुंद से 05 बालिका और 02 बालक, नारायणपुर से 03 बालक, बिलासपुर से 01 बालक, कोण्डागांव से 01 बालक एवं गरियाबंद जिले से 01 बालिका का चयन किया गया है। इन चयनित खिलाड़ियों को 10 दिवस के भीतर अकादमी में प्रवेश दिया जाएगा। यदि चयनित खिलाड़ी में से कोई प्रवेश लेने में असमर्थ रहता है, तो प्रतीक्षा सूची में से मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की कार्यवाही की जाएगी।खेल अकादमी में प्रवेश लेने वाले खिलाड़ियों को खेल अकादमी संचालन नियम-2014 के अंतर्गत निःशुल्क आवास, भोजन, शैक्षणिक सुविधा, परिधान, प्लेइंग किट, दुर्घटना बीमा एवं प्रतियोगिताओं में सहभागिता आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। आवासीय खेल अकादमी के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन के द्वारा एन.आई.एस. प्रशिक्षकों की भर्ती की गई है। समय समय पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को खेल अकादमी में आमंत्रित कर विशिष्ट प्रशिक्षण का आयोजन भी कराया जाएगा। - रायपुर, / राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 378.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 22 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 936.9 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 147.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 211.6 मिमी, बलरामपुर में 346.6 मिमी, जशपुर में 257.7 मिमी, कोरिया में 254.2 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 212.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।इसी प्रकार, रायपुर जिले में 312.5 मिमी, बलौदाबाजार में 347.0 मिमी, गरियाबंद में 458.5 मिमी, महासमुंद में 261.8 मिमी, धमतरी में 444.5 मिमी, बिलासपुर में 353.2 मिमी, मुंगेली में 354.9 मिमी, रायगढ़ में 337.3 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 206.0 मिमी, जांजगीर-चांपा में 337.9 मिमी, सक्ती में 283.7 कोरबा में 401.9 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 347.5 मिमी, दुर्ग में 247.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 311.7 मिमी, राजनांदगांव में 429.9 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 438.1 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 287.7 मिमी, बालोद में 510.8 मिमी, बेमेतरा में 229.0 मिमी, बस्तर में 526.9 मिमी, कोण्डागांव में 431.0 मिमी, कांकेर में 515.2 मिमी, नारायणपुर में 519.7 मिमी, दंतेवाड़ा में 505.1 मिमी और सुकमा जिले में 709.8 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
- 0 आधा दर्जन झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक सीलबिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्वास्थ्य , निगम , पंचायत की संयुक्त बैठक लेकर डायरिया , मलेरिया , डेंगू के रोकथाम हेतु एस डी एम पीयूष तिवारी की अगुवाई में समन्वय करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।एस डी एम बिलासपुर पीयूष तिवारी के नेतृत्व में बिलासपुर अनुविभाग अंतर्गत बिलासपुर व बेलतरा तहसील क्षेत्र अंतर्गत झोलाछाप डॉक्टर्स पर कार्रवाई करते हुए डीएचओ डॉ प्रमोद तिवारी,डॉ सौरभ शर्मा के साथ किसान पारा चांटीडीह स्थित शिव कुमार धुरी क्लीनिक का निरीक्षण किया गया। क्लीनिक संचालक शिव कुमार धुरी द्वारा एलोपैथी दवाईयां , इंजेक्शन रखने और इलाज करने संबंधी कोई भी सुसंगत दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जाने के कारण क्लीनिक को सील किया गया । सेंदरी में पलाश कुमार राय के क्लिनिक में जांच की गई। चिकित्सा किए जाने संबंधी कोई भी प्रमाणित वैध अनुमति के दस्तावेज नहीं पाए जाने पर क्लिनिक सील किए जाने की कार्रवाई की गई।ग्राम सेमरताल में श्री प्रसंजीत मलिक एवं ग्राम सेमरा में दरसराम साहू व पुष्पा साहू के क्लीनिक में जांच की गई।चिकित्सा किए जाने संबंधी कोई भी प्रमाणित दस्तावेज नहीं पाए जाने पर क्लिनिक सील किए जाने की कार्रवाई की गई। ग्राम देवरीखुर्द में बंगाली क्लीनिक का अवैध रूप से संचालित पाए जाने पर क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की गई । सरकंडा इमलीभाटा में अवैध क्लिनिक सील किया गया। वहीं एस डी एम बिलासपुर द्वारा डायरिया प्रभावित ग्राम नेवसा व मदनपुर का निरीक्षण किया गया। गांव में पाइपलाइन को दुरुस्त कर नया पाइपलाइन बिछाने व सतत सर्वे कर डायरिया के रोकथाम हेतु निर्देशित किया गया। एसडीएम के साथ तहसीलदार अतुल वैष्णव , मुकेश देवांगन , शशिभूषण सोनी, शशांक शेखर शुक्ला एवं नायब तहसीलदार राहुल साहू , नेहा विश्वकर्मा द्वारा स्वास्थ्य विभाग की अलग अलग टीम लेकर कार्रवाई पूर्ण किया गया।
- राजनांदगांव। शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त एवं निजी विद्यालयों में शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा सप्ताह में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मूल भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। जिले के सभी विद्यालयों में दिवसवार विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा। सप्ताह के पहले दिन सोमवार 22 जुलाई 2024 को टीएलएम दिवस में शिक्षकों को स्थानीय सामग्री के प्रदर्शन एवं कक्षा में इनके उपयोग हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार 23 जुलाई 2024 को एफएलएन दिवस में एफएलएन के क्रियान्वयन हेतु सभी हितधारकों के मध्य जागरूकता विकसित की जाएगी। सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार 24 जुलाई 2024 को खेल दिवस में खेल और फिटनेस के महत्व हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। सप्ताह के चौथे दिन गुरूवार 25 जुलाई 2024 को सांस्कृतिक दिवस में विद्यार्थियों में विविधता में एकता की भावना विकसित करने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सप्ताह के पांचवें दिन शुक्रवार 26 जुलाई 2024 को कौशल एवं डिजिटल पहल दिवस में विभिन्न कौशलों को बढ़ावा देने व सीखने में डिजिटल पहल को प्रोत्साहित किया जाएगा। सप्ताह के छठवें दिन शनिवार 27 जुलाई 2024 को मिशन लाइफ व इको क्लब दिवस में स्कूलों में इको क्लब का गठन, एक पेड़ माँ के नाम का आयोजन, स्कूलों में पौधरोपण किया जाएगा। सप्ताह के सातवें दिन रविवार 28 जुलाई 2024 को सामुदायिक भागीदारी दिवस में स्थानीय समुदाय, जनप्रतिनिधि, पालक, एसएमसी, पीटीए, पंचायती राज संस्थाओं से मिलकर अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। शिक्षा सप्ताह के अंतिम दिन सभी शालाओं में न्यौता भोज का आयोजन किया जाएगा और उल्लास कार्यक्रम से जुडऩे संबंधी शपथ भी दिलाई जाएगी।