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- 0- विश्वकर्मा जयंती पर महाराष्ट्र मंडल के ‘कर्मवीरों’ का सम्मान0- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और सहकारिता के जनक स्व. वामनराव लाखे का भी जयंती पर विशेष स्मरणरायपुऱ। महाराष्ट्र मंडल सिर्फ एक अध्यक्ष, सचिव, कार्यकारिणी सदस्यों, पदाधिकारियों और कर्मचारियों से नहीं चल रहा। इसकी निरंतर प्रगति के पीछे यहां के कर्मचारियों का समर्पण भी शामिल है। अध्यक्ष और सचिव तो कार्य संचालन के लिए एक व्यवस्था है, लेकिन मंडल के समाजसेवी कार्यों को मूर्त रूप देने में यहां के कर्मचारियों की अपनी अलग भूमिका है। उक्ताशय के विचार महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित कर्मचारी सम्मान समारोह में कही।उन्होंने आगे कहा कि मैं हमेशा एक बात सभी से कहता हूं, आप जो कर रहे हैं, वह बहुत अच्छा है, लेकिन आगे इससे और अच्छा करना है, यह लक्ष्य होना चाहिए। अच्छे कार्यों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। अभी सफलतापूर्वक आयोजित भागवत कथा में हमारे स्टाफ की जीवटता देखकर कथावाचक आचार्य धनंजय शास्त्री भी प्रसन्न हुए। आगे भी आप सभी से ऐसे ही कार्य की अपेक्षा हम रखते हैं।विशेष अतिथि प्रशांत देशपांडे ने भगवान विश्वकर्मा और स्व. वामन राव लाखे को नमन करते हुए कहा कि कर्मचारियों के अच्छे कार्य के लिए अच्छे टीम लीडर का होना जरूरी है। इस बात में कोई संदेह नहीं कि मंडल अध्यक्ष और सचिव दोनों का व्यक्तित्व इतना प्रभावी है कि हर एक आयोजन भरपूर प्रतिसाद के साथ सफल होता ही है। आज सभी कर्मचारियों का सम्मान करते हुए ऐसा लग रहा कि मानो मेरा सम्मान हो रहा हो।कार्यक्रम का संचालन करते हुए मंडल सचिव आचार्य चेतन दंडवते ने कहा कि मैंनेजमेंट की चार आंखें होती हैं। आपका कार्य आपकी प्रगति के लिए रास्ते बनाता है और यह साबित भी करता है कि आप मैनेजमेंट की तरह ही महाराष्ट्र मंडल को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। कार्यों के प्रति आपका समर्पण ऐसा ही बना रहे। बीते दिनों भागवत कथा में भोजन व्यवस्था की कमान संभालने वाले मेस के सभी कर्मचारियों का तालियों की गूंज के साथ विशेष अभिवादन किया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्र मंडल के समूचे स्टाफ का उपहार देकर अभिनंदन किया गया
- 0- महाराष्ट्र मंडल के 90वें सालगिरह में केंद्र की ओर से की जाने वाली प्रस्तुति पर भी की गई चर्चारायपुर। महाराष्ट्र मंडल के रोहिणीपुरम महिला केंद्र की बैठक में तीन अक्टूबर से शुरू हो रहे तीन दिवसीय मराठी सोहला (मेला) में केंद्र की ओर से प्रस्तुत किए जाने वाले डांसिंग आयटम पर चर्चा की गई। इसके अलावा रोचक गेम्स ने बैठक को और भी मजेदार बना दिया। प्राची गनोदवाले के घर पर श्री हनुमान चालीसा से बैठक की शुरुआत हुई। सभी महिला सभासद आरेंज कलर की साड़ी वाले ड्रेसकोड पर बैठक में शामिल हुईं। चर्चा के बाद चूड़ी वाले गेम में सभी प्रतिभागियों की आंखों में पट्टी बांधकर चूड़ी में सिक्के डालने कहा गया था। सभी ने इस खेल को खूब एंजाय किया। इसमें मंगला पुराणकर विजेता, सुनिता रामटेके उप विजेता और जयश्री भूरे तीसरे स्थान पर रहीं।बैठक समापन से पहले सभी महिलाओं ने तंबोला गेम खेला। मीरा कुपटकर, अलका कुलकर्णी और प्राची गनोदवाले की मेजबानी में हुई बैठक में संध्या खंगन, सौ. रामटेके, सौ. भूरे, सौ. विभूते, सौ. श्यामल जोशी, अपर्णा वराडपांडे, अनिता लांगे, अचला मोहरीकर, स्मिता बल्की, अनुभा साड़ेगांवकर, प्राची जोशी, अपर्णा जोशी, सौ. पुराणकर, सौ. कुलकर्णी, नीता तनखीवाले, सौ. कुंबलकर, सौ. वंडलकर, रचना ठेंगड़ी, वनिता गनोदवाले सहित अनेक महिलाएं उपस्थिति रहीं।
- 0- सैटरडे क्लब की बैठक में शामिल हुए मराठी उद्यमीO- देशभर में 140 से अधिक चैप्टर के बाद अब रायपुर में आगाजO- छह हजार से अधिक उद्यमी अपने व्यापार दो रहे विस्ताररायपुर। महाराष्ट्रीयन लोग ज्यादातर नौकरी पर ध्यान केंद्रित करते हैं। वहीं व्यापार की ओर जाने वालों की संख्या कम है। अगर कुछ लोग व्यापार की ओर चले भी जाएं, तो उन्हें उचित मार्गदर्शन का अभाव बना रहा है। ऐसे युवा मराठी उद्यमियों को मार्गदर्शन देने और उनके उद्यम का गांव-घर से निकालकर देश के कोने कोने तक पहुंचाने का कार्य ‘सैटरडे क्लब ग्लोबल ट्रस्ट’ कर रहा है। महाराष्ट्र से शुरू हुआ यह क्लब देश के कई राज्यों में 140 से अधिक चैप्टर बना चुका है। अब राजधानी रायपुर के मराठी उद्यमियों के व्यापार के विस्तार देने पहुंच चुका है।महाराष्ट्र मंडल रायपुर के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में हुई सैटरडे क्लब की इंट्रोडक्टरी मीटिंग में पहुंचे डिप्टी जनरल सेक्रेटरी सुभाष गोरे ने संस्था के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मराठी व्यापारियों और उनके उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य क्लब कर रहा है। रायपुर चैप्टर के लिए राजधानी के सुबोध टोले ने सदस्यता ली है। जल्द ही कम से 30 मराठी उद्यमियों को इससे जोड़कर कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।इस अवसर पर नागपुर चैप्टर के चेयरपर्सन भागेश महाजन ने कहा कि सैटरडे क्लब ग्लोबल ट्रस्ट से जुड़े उद्यमियों की हर 15 दिन में एक बार बिज़नेस नेटवर्किंग बैठक होती है। एक दूसरे के साथ व्यवसाय पर चर्चा होती है। इसका लाभ उद्यमियों को मिलता है। इस अवसर पर नागपुर चैप्टर मेंबर अंकुश हारकरे, मंडल सचिव चेतन दंडवते, व्यवसायी शशि वरवंडकर, अभिषेक बक्षी, वैशाख कुसरे, अरविंद जोशी, परितोष डोनगांवकर, अजय पोतदार, नवीन देशमुख, प्रवीण क्षीरसागर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
- 0- महाराष्ट्र मंडल और रास डांस स्टूडियो के दो दिवसीय कार्यशाला में दूसरे दिन प्रतिभागियों ने सीखा डांडिया के साथ रासरायपुर। रास डांस स्टूडियो के अनुभवी ट्रेनर गुलशन प्रधान ने दो दिवसीय रास गरबा प्रशिक्षण में महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर सभागृह में पहुंचे प्रतिभागियों को ट्रेंडी म्यूजिक के साथ एनर्जेटिक स्टेप्स सिखाकर एनर्जेटिक कर दिया। वर्कशाप में शामिल प्रतिभागी अब नवरात्र में गरबा करने को लेकर तैयार हैं और उत्साहित भी। प्रतिभागियों ने दूसरे दिन डांडिया और रास गरबा के स्टेप्स बड़ी गंभीरता से सीखे।बताते चले कि महाराष्ट्र मंडल और रास डांस स्टूडियो की ओर से दिव्यांग बालिकाओं के सहायतार्थ दो दिवसीय वर्कशाप का रविवार, 21 सितंबर को नवरात्र के गरबा में मिलने के वादे के साथ समापन हुआ। शाम छह बजे शुरू हुए वर्कशाप में विभिन्न स्टेप्स सीखते- सीखते प्रतिभागियों में जोश बढ़ता रहा।महाराष्ट्र मंडल की युवा समिति की सह प्रमुख रीना बाबर ने बताया कि दो दिवसीय वर्कशाप के पहले दिन 67 से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया। दूसरे दिन रविवार होने के कारण प्रतिभागियों की संख्या काफी बढ़ गई। गरबा और रास के बीच मुख्य अंतर यह है कि गरबा में हाथ और पैर के विभिन्न मुद्राएं व स्टेप्स के होते हैं, जबकि रास रंगीन सजाये डांडिया जोड़ी के साथ खेला जाता है।ट्रेनर ऋतुषा बाबर ने बताया कि वर्कशाप के दूसरे दिन प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करने के बाद उनका वीडियो शूट कराया गया। इसमें चौबे कालोनी निवासी आस्था जुमनानी, दिशा, कशिश, पायल, नेहर, महक और रीत की टीम के वीडियो शूट और रील्स बनाए गए। इसके लिए प्रोफेशनल वीडियोग्राफर बुलाए गए थे। दो दिवसीय वर्कशाप में ऋतु शर्मा, दिव्या पात्रीकर, सोनल पेडे सहित अनेक वरिष्ठ प्रतिभागी भी उपस्थित रहे।
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कोंडागांव. कोंडागांव जिले में कबड्डी मैच के दौरान दर्शकों के लिए लगाए गए एक टेंट के हाईटेंशन बिजली के तार के संपर्क में आने से तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई जबकि कई अन्य झुलस गए। यह जानकारी पुलिस ने रविवार को दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार रात को बड़ेराजपुर विकास खंड के रावसवाही गांव में कबड्डी मैच के दौरान हुई। अधिकारी ने बताया कि अचानक आए तूफान के कारण 11 केवी की बिजली की लाइन मैदान पर लगाए गए टेंट के लोहे के खंभे से छू गई, जिसके कारण कई दर्शकों को बिजली का झटका लगा। स्थानीय ग्रामीणों ने छह घायलों को विश्रामपुरी के एक अस्पताल पहुंचाया, जहां तीन को मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि तीन घायलों में से दो की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आधुनिक चिकित्सा केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान सतीश नेताम, श्यामलाल नेताम और सुनील शोरी के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
- -लखनपुर के पीएम श्री स्कूल में पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल ने प्रशिक्षण का किया शुभारंभरायपुर ।छत्तीसगढ़ के सरगुजा जैसे दूरस्थ अंचल के विद्यार्थियों को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने आज लखनपुर के पीएम श्री स्कूल में आज प्रशिक्षण की शुरूआत की। इस प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को एडवांस्ड ड्रोन टेक्नोलॉजी पर 30 घंटे का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान से जोड़ना है।पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री अग्रवाल ने प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शिक्षा, संस्कृति और युवाओं के कौशल विकास से जुड़ी नई योजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिससे प्रदेश का आने वाला भविष्य और अधिक उज्ज्वल होगा। उन्होंने कहा कि ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को नई दिशा देकर रोजगार और नवाचार के अवसरों से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर व प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने कार्यक्रम में सरस्वती साइकिल योजना अंतर्गत 53 बालिकाओं को निःशुल्क साइकिल प्रदान की। इस मौके पर उन्होंने उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया और विद्यालय में नए वाटर कूलर का भी लोकार्पण किया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
- -10 हज़ार से अधिक शिविरों के माध्यम से अब तक 2.80 लाख से अधिक महिलाएं हुई लाभान्वित-जांच और उपचार के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जागरूकता पर भी विशेष जोर-75 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के 6869 हितग्राहियों को वितरित किये गए आयुष्मान वय वंदना कार्डरायपुर । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की महत्वाकांक्षी पहल “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” छत्तीसगढ़ में लगातार नई सफलताएँ अर्जित कर रहा है। बीते तीन दिनों में प्रदेशभर में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लगभग 3,98,542 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया, जिनमें से 2,80,204 महिलाएँ शामिल हैं। यह आँकड़ा महिला स्वास्थ्य भागीदारी और विश्वास को रेखांकित करता है।अभियान के दौरान लगाए गए 10,000 से अधिक शिविरों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर और सिकल सेल जैसी गंभीर बीमारियों की जांच के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच और बच्चों का टीकाकरण प्राथमिकता में रखा गया। इनमें सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि रही अनीमिया परीक्षण, जिसके अंतर्गत 1,10,065 लोगों की जांच की गई। महिलाओं में अनीमिया की अधिकता को देखते हुए यह प्रयास न केवल उपचार बल्कि समय रहते पहचान सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ी उपलब्धि साबित हो रहा है।अभियान के दौरान उपचार और स्क्रीनिंग के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जागरूकता पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। शिविरों में महिला स्वास्थ्यकर्मियों और विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं को संतुलित आहार, आयरन एवं फोलिक एसिड की खुराक, स्वच्छता एवं जीवनशैली सुधार के संबंध में परामर्श प्रदान किया जा रहा है। इससे यह सुनिश्चित हो रहा है कि महिलाएँ केवल जांच तक सीमित न रहकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित हों।इसी अवधि में 33,773 गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, 72,610 लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग, 71,985 लोगों की टीबी जांच तथा 13,884 बच्चों का टीकाकरण किया गया। इसके अलावा 2,24,974 लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित परामर्श दिया गया, जिससे समुदाय में व्यापक स्वास्थ्य जागरूकता का संचार हुआ है।छत्तीसगढ़ में चल रहा यह अभियान केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नारी स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता के माध्यम से सशक्त परिवार और अंततः सशक्त समाज की दिशा में ठोस कदम सिद्ध हो रहा है।
- - स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव शामिल हुए नुआखाई महोत्सव मेंदुर्ग / अखिल भारतीय उड़िसा समाज द्वारा नुआखाई महोत्सव का गरिमामय आयोजन भिलाई महिला महाविद्यालय, सेक्टर-9 के ऑडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव शामिल हुए।स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि उड़िसा विद्यवानों की भूमि है, वहीं छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कृषि उन्नति में उड़िसा की भी अहम भूमिका रही है। बच्चे पढ़ेंगे तभी समाज आगे बढ़ेगा और भविष्य उज्ज्वल बनेगा। शिक्षा ही किसी भी समाज की असली शक्ति है। उन्होंने कहा कि चाहे उड़िसा की सरकार हो या केंद्र व राज्य सरकार, सभी की प्राथमिकता है कि हर बच्चा पढ़े और आगे बढ़े। उन्होंने समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की शिक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें। इस दौरान मंत्री श्री यादव ने प्रधानमंत्री आवास योजना का उल्लेख करते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि हर परिवार के पास पक्का मकान हो और इसके लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने उपस्थित आम जनता से कहा कि वे आगे आकर इन योजनाओं से जुड़ें। महोत्सव के अवसर पर लोकनृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई। इस अवसर पर इस अवसर पर विधायक वैशाली नगर श्री रिकेश सेन, उड़िसा समाज महासचिव श्री तरूण निहाल, भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्री इन्द्रजीत सिंह छोटू सहित समाज के जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- - मंत्री श्री यादव शामिल हुए केंद्रीय विद्यालय प्रगतिशील शिक्षक संघ के वार्षिक अधिवेशन मेंदुर्ग, / स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव की मुख्य आतिथ्य में आज केंद्रीय विद्यालय प्रगतिशील शिक्षक संघ रायपुर संभाग का वार्षिक अधिवेशन पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय दुर्ग में आयोजित किया गया। इस वार्षिक अधिवेशन में रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले 35 से अधिक केंद्रीय विद्यालयों के शिक्षक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। अधिवेशन में अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र कुमार मिरी, महासचिव डॉ. अजय आर्य, जगदलपुर, धमतरी, बिलासपुर, महासमुंद, रायपुर, दुर्ग और भिलाई सहित विभिन्न जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए।स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने कहा कि यदि समाज में शिक्षा, विद्यालय और विद्यालय परिसर, पढ़ने वाले बच्चे, अभिभावक और स्कूल का माहौल सही हो जाए, तो किसी भी प्रकार के सुधार की आवश्यकता ही नहीं रह जाती। उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ रोजगार प्राप्त करने का माध्यम नहीं है, बल्कि समाज को दिशा देने वाला सबसे मजबूत आधार है। उन्होंने कहा कि समाज के निर्माण में एक शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एक शिक्षक न सिर्फ ज्ञान देता है, बल्कि एक बेहतर समाज भी बनाता है। शिक्षक अगर बच्चों को अच्छा परोसते हैं, तो बच्चे भी वही ग्रहण करते हैं। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ पैसो के लिए नहीं, बल्कि समाज को संवारने के लिए कार्य करें।मंत्री श्री यादव ने कहा कि बच्चों को प्राथमिक स्तर से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए। राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त हो। इसके लिए आने वाले शिक्षा सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को ई-क्लास से जोड़ा जाएगा, ताकि वे तकनीकी रूप से भी सक्षम बन सकें। आने वाले समय में स्कूल शिक्षा विभाग हाई स्कूल स्तर पर भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिससे बच्चों को भारतीय संस्कृति, नैतिक शिक्षा प्राप्त होगी। शिक्षकों को नई शिक्षण पद्धतियों की जानकारी देने के लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम्स का आयोजन किया जाएगा। इन प्रशिक्षणों के माध्यम से शिक्षकों को यह बताया जाएगा कि कैसे बच्चों को प्रभावी और रुचिकर तरीके से पढ़ाया जाए।
- - पत्रकारिता में विश्वनीयता पर जोर देने की आवश्यकता है: मंत्री श्री यादव- बहुमत पत्रिका के 148वें अंक और वसुन्धरा के 123वें अंक का किया गया लोकार्पणदुर्ग / हिन्दी पत्रकारिता की 200 वर्ष पूरे होने पर आज महात्मा गांधी कला मंदिर सिविक सेंटर भिलाई में ’’भारत बोध, भारतीयता और हिन्दी पत्रकारिता’’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। प्रदेश के स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस संगोष्ठी में प्रतिष्ठित पत्रकार, लेखक एवं स्तंभकार नई बिन्दी श्री अनंत विजय और आचार्य एवं अध्यक्ष माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल डॉ. संजय द्विवेदी, मुख्य वक्ता तथा छत्तीसगढ़ साहित्य अकॉदमी के अध्यक्ष श्री शशांक शर्मा, अतिथि वक्ता के रूप में संगोष्ठी में शिरकत किये।संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि आधुनिक पत्रकारिता में विश्वनीयता पर जोर देने की आवश्यकता है। उन्होंने झीरम घाटी की घटना तथा डीमरापाल (जगदलपुर) में आयोजित स्काउट्स एवं गाईड जम्बुरी का जिक्र करते हुए कहा कि पत्रकारिता में नेगेटिव खबर का स्थान कम होना चाहिए। पॉजीटिव खबर पर विशेष फोकस होना चाहिए। उन्होंने रायपुर-दुर्ग फोरलेन सड़क निर्माण व तत्कालीन कलेक्टर द्वारा मीडिया से की गई अपील का जिक्र करते हुए कहा कि एक नेगेटिव समाचार समाज को विचलित करती है। वहीं पॉजीटिव समाचार से समाज प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथे स्तंभ होने के नाते समाज को दिशा देने अनुकूलता का समावेश करें। मंत्री श्री यादव ने कहा कि देश में अमृतकाल चल रहा है, वह सही मायने में भारत, भारतीय और हिन्दु संस्कृति का अमृतकाल है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव और अन्य अतिथियों ने हिन्दी पत्रकारिता पर केन्द्रित बहुमत के 148वें विशेष अंक तथा छत्तीसगढ़ की हिन्दी पत्रकारिता नींव के पत्थर विषय पर आधारित वसुन्धरा के 123वें अंक का लोकार्पण किये। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता श्री अनंत विजय और डॉ. संजय द्विवेदी तथा अतिथि वक्ता श्री शशांक शर्मा ने भारत बोध, भारतीयता और हिन्दी पत्रकारिता पर विस्तारपूर्वक अपने-अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के संयोजक श्री विनोद मिश्र ने आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार डॉ. विश्वेश ठाकरे और लेखिका श्वेता उपाध्याय ने की। इस अवसर पर हेमचंद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय तिवारी, विधायक दुर्ग ग्रामीण श्री ललित चन्द्राकर, पूर्व मंत्री श्रीमती रमशीला साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
- - रजत जयंती के अवसर पर समाज कल्याण विभाग का आयोजनदुर्ग, / रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक जिले में सेवा पखवाड़ा दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत आज नशामुक्त भारत अभियान अंतर्गत नशामुक्ति थीम पर मैराथन कार्यक्रम का आयोजन महात्मा गांधी चौक हिन्दी भवन के सामने दुर्ग में जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग दुर्ग के द्वारा किया गया। जिसमें लगभग 200 छात्र/छात्राएं सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का प्रारंभ महात्मा गांधी जी की पूजा अर्चना, दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। उसके पश्चात् मैराथन दौड़ में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को उपस्थित जनप्रतिधियों एवं अधिकारियों द्वारा हरी झण्डी दिखाकर मैराथन दौड़ को रवाना किया गया। यह मैराथन दौड़ महात्मा गांधी चौक से नगर पालिक निगम दुर्ग होते हुए पुनः वापिस महात्मा गांधी चौक में समाप्त हुआ। उक्त अवसर पर सम्मिलित छात्र/छात्राओं को नशामुक्ति पर आधारित स्लोगन मय टी-शर्ट वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रुप से श्री वेदनारायण चन्द्राकर, पार्षद, श्री लीलाधर पाल, पार्षद एवं मेयर इन कॉउंसिलिंग मेंबर, श्री सुमीत अग्रवाल, आयुक्त, नगर पालिक निगम दुर्ग, उपसंचालक, समाज कल्याण विभाग दुर्ग के अधिकारी, श्री ए.पी. गौतम, श्रीमती शुक्ला मेम, जिला शिक्षा विभाग दुर्ग, श्री तरुण साहू, साइंस कॉलेज दुर्ग तथा समाज कल्याण विभाग दुर्ग के अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण एवं छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम में नशीले पदार्थों एवं मादक द्रव्यों के दुष्प्रभाव की जानकारी प्रदाय करते हुए ड्रग डिमांड की रोकथाम एवं इसमें कमी लाने संबंधी जानकारी प्रदाय करते हुए समस्त प्रकार के नशीली वस्तुओं एवं मादक द्रव्यों से दूर रहते हुए लोगों में जनजागरुकता प्रचारित-प्रसारित कर स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज निर्माण करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के अन्त में नशामुक्ति हेतु शपथ दिलायी गई।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की रजत जयंती समारोह श्रृंखला के अंतर्गत 20 एवं 21 सितम्बर को स्टाफ क्लब हाउस में कर्मचारियों हेतु खेल महोत्सव का आयोजन किया गया।इसका शुभारंभ मुख्य न्यायाधीश श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने किया। महोत्सव में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, कैरम एवं शतरंज प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं, जिनमें महिला और पुरुष वर्ग के सिंगल्स एवं डबल्स मुकाबले शामिल रहे।प्रतियोगिता में बैडमिंटन (पुरुष सिंगल्स) में योगेश कुमार यादव विजेता एवं प्रकाश कुमार उपविजेता बने। महिला सिंगल्स में यामिनी पाटनवार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि लिलि सिंह राजपूत उपविजेता रहीं। टेबल टेनिस (पुरुष) में उमेश कुमार साहू और (महिला) में अंजना सेन विजेता रहे। शतरंज (पुरुष) में किशन कुमार मरकाम तथा (महिला) में रितू सिंह ठाकुर प्रथम स्थान पर रहे। कैरम (पुरुष) में विक्रम सिंह चौहान और (महिला) में ज्योति साहू विजेता बने।समापन अवसर पर मुख्य न्यायाधीश ने विजेताओं एवं उपविजेताओं को पदक और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि खेल जीवन में हंसी, उल्लास एवं आपसी सौहार्द बढ़ाने के साथ ही तनाव मुक्ति और मानसिक ताजगी का महत्वपूर्ण साधन हैं।उल्लेखनीय है कि रजत जयंती समारोह की श्रृंखला में पूर्व में अधिवक्ताओं एवं न्यायिक अधिकारियों हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता और न्यायाधीशगण एवं अधिवक्ताओं के बीच मैत्री क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया जा चुका है। इस अवसर पर न्यायाधीशगण श्रीमती रजनी दूबे, श्री नरेन्द्र कुमार व्यास, श्री नरेश कुमार चन्द्रवंशी, श्री राकेश मोहन पाण्डेय, श्री रविन्द्र कुमार अग्रवाल, श्री अरविन्द वर्मा एवं श्री विभू दत्त गुरू सहित रजिस्ट्रार जनरल, अधिकारीगण, कर्मचारी एवं उनके परिजन उपस्थित थे।
- रायपुर / धुरवा समाज के नुआखाई मिलन समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आत्मीय और वात्सल्यपूर्ण रूप सभी ने देखा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने धुरवा समाज की नन्हीं बच्ची भूमिका बघेल को स्नेहपूर्वक अपने गोद में बिठाकर दुलार किया और उसे महुआ लड्डू खिलाया।जगदलपुर विकासखंड के उलनार निवासी भूमिका बघेल अपने दादा सोनसारी बघेल के साथ कार्यक्रम में पहुंची थी। पारंपरिक पोशाक में सजी-धजी भूमिका ने सभी का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्नेहपूर्वक उसका नाम पूछते हुए कहा—"बिटिया, किस कक्षा में पढ़ाई कर रही हो?" मासूम मुस्कान के साथ भूमिका ने उत्तर दिया—"मैं दीप्ति कान्वेंट स्कूल में एलकेजी में पढ़ती हूँ।"यह स्नेहिल दृश्य समारोह में उपस्थित सभी लोगों के मन को गहराई तक छू गया। एलकेजी में पढ़ रही भूमिका की निश्छल मुस्कान, पारंपरिक परिधान और मासूम नज़रों की चमक में बस्तर की संस्कृति और उसकी खुशियाँ झलक रही थी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि समाज ने पिछले वर्ष ही अपने बच्चों के लिए कक्षा 12वीं तक की शिक्षा अनिवार्य करने का सराहनीय निर्णय लिया। यही शिक्षा और संस्कार हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य संवारेंगे। उन्होंने कहा कि मैं यही कामना करता हूँ कि भूमिका और छत्तीसगढ़ की हर बेटी खूब पढ़े, आगे बढ़े, उड़ान भरे और अपनी संस्कृति से यूँ ही जुड़ी रहे।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जिस आत्मीयता और वात्सल्य से नन्हीं भूमिका बघेल से स्नेहपूर्ण वार्तालाप किया, उसने पूरे समारोह का वातावरण स्नेह और आत्मीयता से परिपूर्ण कर दिया।मुख्यमंत्री श्री साय का आत्मीय व्यवहार जनजातीय समाज के साथ उनके गहरे जुड़ाव और बच्चों के प्रति स्नेहपूर्ण हृदय का प्रमाण है। उनकी यह सरलता और अपनापन न केवल लोगों को विश्वास से भरता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि सरकार का नेतृत्व समाज के हर वर्ग और हर बच्चे के सुख-दुख में सहभागी है।
- रायपुर, / सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत नशामुक्त भारत अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से रायपुर के माधवराव सप्रे शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय, बूढ़ापारा में बीते दिन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 260 विद्यार्थियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।रैली का मुख्य उद्देश्य युवाओं और आम नागरिकों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराना तथा नशा त्यागने के लिए सकारात्मक सोच और सामाजिक समर्थन की आवश्यकता के प्रति जागरूक करना था।कार्यक्रम में विभागीय के कलाकारों द्वारा प्रेरणादायक गीतों और जनसंचार के अन्य माध्यमों से नशामुक्ति का संदेश दिया गया। वक्ताओं ने नशे को एक मानसिक, शारीरिक और सामाजिक बीमारी बताते हुए कहा कि इससे निजात पाने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति और परिवार व समाज का सहयोग आवश्यक है।इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र, टाटीबंध द्वारा संचालित सेवाओं की भी जानकारी दी गई। बताया गया कि वहाँ परामर्श, औषधीय उपचार और मनोचिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जिससे नशे के शिकार व्यक्तियों को पुनः सामान्य जीवन में लौटने में सहायता मिलती है।कार्यक्रम के दौरान महिला उत्पीड़न, मानसिक स्वास्थ्य और परिवारों पर नशे के दुष्प्रभावों जैसे विषयों पर भी चर्चा की गई, जिससे उपस्थित लोगों को समस्या के विभिन्न पहलुओं को समझने का अवसर मिला। अंत में, सभी विद्यार्थियों और उपस्थितजनों ने "नशामुक्त भारत के निर्माण" का संकल्प लिया।
- -राज्य सरकार जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध - मुख्यमंत्री श्री साय-धुरवा समाज के लिए 5 स्थानों पर डोम निर्माण हेतु 75 लाख रुपए की घोषणारायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी बहुल गांवों के विकास में किसी प्रकार की कमी न हो, धन की कोई समस्या न हो—इस दृष्टि से धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना शुरू की है। इस योजना के लिए 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना प्रारंभ की गई है, जिससे इन विशेष पिछड़ी जनजातियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सकारात्मक प्रयास हो रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इन सभी सार्थक प्रयासों से जनजातीय क्षेत्रों में विकास की गंगा बहेगी और हमारे जनजातीय समुदाय निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने यह बात जगदलपुर के वन विद्यालय परिसर में धुरवा समाज के संभाग स्तरीय नुआखाई मिलन समारोह और नवनिर्मित सामाजिक भवन "ओलेख" के लोकार्पण कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर उन्होंने धुरवा समाज हेतु 05 स्थानों पर पंद्रह-पंद्रह लाख रुपए की लागत से डोम निर्माण के लिए कुल 75 लाख रुपए की घोषणा की। साथ ही, धुरवा समाज के 36 सरपंचों द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास हेतु प्रस्तुत प्रस्तावों को भी स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रतीकात्मक गुड़ी में बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना की और धुरवा समाज के नवनिर्मित सामाजिक भवन "ओलेख" का लोकार्पण किया।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने धुरवा समाज के वीर नायक शहीद गुंडाधुर को नमन करते हुए कहा कि आज का यह ऐतिहासिक नुआखाई मिलन समारोह हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का संवाहक है। यह हमारे जनजातीय समाज की महान परंपरा है कि हम किसी भी अनाज या फल को ग्रहण करने से पूर्व अपने देवी-देवताओं की पूजा कर उन्हें अर्पित करते हैं और फिर ग्रहण करते हैं। यह परंपरा आज भी कायम है और आने वाली पीढ़ियों तक इसे बनाए रखा जाएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने धुरवा समाज को सामाजिक भवन "ओलेख" के लोकार्पण की बधाई देते हुए कहा कि यह नवीन भवन समाज के विकास की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा और समाज के सभा-सम्मेलनों के लिए काम आएगा।उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि अटलजी ने जनजातीय समुदाय के कल्याण को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार में पृथक से जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष की बधाई देते हुए कहा कि अटलजी का जन्मशताब्दी वर्ष अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने आदिवासी बहुल बस्तर और सरगुजा संभाग के विकास के लिए विशेष आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इन क्षेत्रों के विकास की चिंता करते हुए दोनों विशेष आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरणों का गठन किया था, जिससे योजनाओं के अतिरिक्त भी इन इलाकों में आवश्यक विकास कार्य सुनिश्चित किए जा सकें।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बस्तर संभाग के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से सड़कों, पुल-पुलियों, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही आवास और राशन जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान कर रही है। हर पात्र व्यक्ति को जनहितकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में हम पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने धुरवा समाज के सदस्यों को नुआखाई मिलन समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज का यह समन्वित प्रयास नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि जब हम अपने पूर्वजों की परंपराओं का निर्वहन करते हुए उन्हें निरंतर संजोए रखते हैं, तो समाज की एकता और संस्कृति मजबूत होती है।कार्यक्रम को वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद बस्तर श्री महेश कश्यप और विधायक जगदलपुर श्री किरण देव ने भी संबोधित करते हुए धुरवा समाज को नुआखाई मिलन समारोह की शुभकामनाएं दीं।आरंभ में धुरवा समाज के संभागीय अध्यक्ष श्री पप्पू नाग ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया और समाज की गतिविधियों से अवगत कराया। समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक छतड़ी, धुरवा तुवाल एवं कोटी सहित तीर-धनुष भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। अन्य अतिथियों का भी पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया।इस अवसर पर चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम आटामी, छत्तीसगढ़ ब्रेवरेज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री श्रीनिवास राव मद्दी, जगदलपुर के महापौर श्री संजय पांडेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा तथा समूचे बस्तर संभाग से आए धुरवा समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
- रायपुर। यूको बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी और हनुमान मंदिर तात्यापारा के कोषाध्यक्ष श्री सुधीर कुमार मिश्रा का 67 वर्ष की आयु में रविवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे मालती मिश्रा के पति, मालविका के पिता व अजय भगत के ससुर थे। उनकी अंतिम यात्रा तात्यापारा स्थित निवास स्थान से सोमवार, सुबह 10.30 बजे मारवाड़ी श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।
- -इंद्रावती नदी में स्वयं नाव चलाकर गाँव पहुँचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच और परामर्श-नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँचरायपुर। छत्तीसगढ़ में जब बस्तर के दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने की बात होती है तो सबसे पहले दुर्गम जंगलों और उफनती इंद्रावती नदी का ख्याल आता है। बरसात के मौसम में दुर्गम गाँवों तक पहुँचना बेहद जोखिमपूर्ण माना जाता है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में प्रदेश का प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखते हुए लोगों की जान बचाने की प्राथमिकता के साथ कार्य कर रहा है।नक्सल प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। कांकेर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ अब आमजन तक पहुँच रहा है। यह मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन का परिणाम है, जिसने बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया है।स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया और आयुक्त-सह-संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु प्रतिबद्ध हैं। इसी क्रम में प्रदेशव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान ने बीजापुर जिले के सबसे दुर्गम क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित की है। बीते शनिवार को स्वास्थ्य दल ने स्वयं नाव चलाकर उफनती इंद्रावती नदी पार की और अबूझमाड़ से लगे ग्राम कोंडे में शिविर लगाया। इस शिविर में कुल 132 मरीजों की जांच की गई, जिनमें मलेरिया, सर्दी-खाँसी और त्वचा रोग से पीड़ित रोगी प्रमुख रहे। विशेष रूप से 10 गर्भवती महिलाओं की संपूर्ण स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और परामर्श प्रदान किया गया। मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत महिलाओं को पोषण, एनीमिया से बचाव और सुरक्षित मातृत्व संबंधी विस्तृत जानकारी भी दी गई। बीजापुर जिले में बीते तीन दिनों के दौरान अभियान की गति उल्लेखनीय रही है। इस अवधि में हजारों लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई, जिनमें उच्च रक्तचाप के 3,177 मामले सामने आए। इसके अतिरिक्त, महिलाओं में मुख, स्तन और सर्वाइकल कैंसर की 2,823 स्क्रीनिंग की गई तथा उन्हें आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराया गया। साथ ही 314 गर्भवती महिलाओं को जांच, टीकाकरण और परामर्श का लाभ मिला। अभियान के अंतर्गत दूरस्थ अंचलों में आयोजित शिविरों के माध्यम से अब तक 1,200 से अधिक लोगों की टीबी स्क्रीनिंग और 800 से अधिक व्यक्तियों की सिकल सेल जांच भी की जा चुकी है।ये आँकड़े केवल संख्याएँ नहीं, बल्कि उस संकल्प का प्रमाण हैं जिसके तहत प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि बीजापुर जिले के दूरस्थ और दुर्गम अंचलों में भी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बाधित न हो। यही कारण है कि स्वास्थ्य कर्मी नदी, पहाड़ और जंगल पार करके महिलाओं और बच्चों तक जीवन रक्षक सेवाएँ पहुँचा रहे हैं। प्रदेश सरकार का यह प्रयास इस विचार को सशक्त करता है कि “स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार की आधारशिला है।” इसी दिशा में स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतर पहुँच इस अभियान की सबसे बड़ी सफलता है।बस्तर संभाग में स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रहे ये सुधार न केवल स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर को ऊँचा उठा रहे हैं, बल्कि यह भी प्रमाणित कर रहे हैं कि सुशासन और समर्पित प्रयासों से सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव संभव है।
- रायपुर- छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के निर्देशानुसार नगर निगम रायपुर स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छ भारत मिशन शाखा द्वारा सभी 10 जोनो के समस्त 70 वार्डो में दिनांक 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चन्द्राकर, आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश अनुसार चलाये जा रहे स्वच्छता ही सेवा अभियान पखवाडा के अंतर्गत रायपुर नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 8 स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जोन क्षेत्र अतर्गत संत रविदास वार्ड कमांक 70 अंतर्गत सरोना में तालाब की सफाई श्रमदान कर संत रविदास वार्ड क्रमांक 70 के पार्षद श्री अर्जुन यादव के नेतृत्व और नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री गोपीचंद देवांगन एवं स्वच्छत्ता निरीक्षक श्री रितेश झा की उपस्थिति में रहवासी नागरिकों सहित करते हुए स्वच्छता को लेकर जागरूक अभियान चलाकर और विशेष सफाई अभियान चलाकर कचरा उठवाकर स्वच्छता कायम करते हुए स्वच्छता दीदियों और सफाई मित्रों की सहभागिता से रहवासी नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाया और जन- जन को स्वच्छ सरोवर का सकारात्मक स्वच्छता सन्देश दिया।
- -सभी नागरिकों से स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान में सक्रिय सहभागिता दर्ज करवाकर रायपुर को स्वच्छ राजधानी शहर बनाने की विनम्र अपीलरायपुर - राजधानी शहर की प्रथम नागरिक रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, नगर निगम सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़, नगर निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी ने समस्त नगरवासियों को दिनांक 22 सितम्बर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक होने जा रहे शारदीय नवरात्रि पर्व की अग्रिम हार्दिक शुभकामनायें देते हुए आदिशक्ति जगदम्बा माता से सभी नागरिकों को जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और शान्ति प्रदान करने राजधानी शहर रायपुर सहित सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य में समृद्धि और खुशहाली लाने कार्य करने सकारात्मक ऊर्जा शक्ति प्रदान करने हेतु जगतमाता के दिव्य श्रीचरणों में विनम्र प्रार्थना की है. उल्लेखनीय है कि शारदीय नवरात्रि पर्व में आदिशक्ति जगतमाता जगदम्बा की विशेष पूजा- आराधना की जाती है. यह पर्व सभी नागरिकों को जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का एक श्रेष्ठ सुअवसर प्रदान करता है.महापौर श्रीमती मीनल चौबे, सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़, संस्कृति विभाग अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी ने सभी नगरवासियों से छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के निर्देश पर रायपुर नगर पालिक निगम के सभी 10 जोनों के अंतर्गत समस्त 70 वार्डों में दिनांक 17 सितम्बर 2025 से दिनांक 2 अक्टूबर 2025 तक चलाये जा रहे स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान की सकारात्मक स्वच्छता गतिविधियों में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर रायपुर शहर को स्वच्छ राजधानी शहर बनाने में अपनी सक्रिय सहभागिता दर्ज करवाने की विनम्र अपील की है.
- -26 लाख 42 हज़ार रुपए से होगा आहाता एवं अतिरिक्त कक्ष का निर्माणरायपुर ।बलौदाबाजार जिले के ग्राम मोहतरा के शाला प्रांगण में आज 26 लाख 42 हज़ार रुपए से बनने वाले आहाता निर्माण एवं अतिरिक्त कक्ष निर्माण का भूमिपूजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, पुनर्वास एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आकांक्षा जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र की प्रगति का वास्तविक आधार है। विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए आवश्यक है कि बच्चों को बेहतर शैक्षिक वातावरण मिले। अतिरिक्त कक्षों और आहाता निर्माण से विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए सुविधाजनक माहौल मिलेगा और गांव के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत, जनपद पंचायत से जुड़े अनेक जनप्रतिनिधि शामिल हुए। स्थानीय ग्रामीणों ने इस निर्माण कार्य की शुरुआत पर हर्ष व्यक्त किया और कहा कि अब बच्चों को पढ़ाई के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध होगी।
- -कलेक्टर की समीक्षा बैठक में सख्त निर्देश दिए , जनमन व आवास योजनाओं में लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं-प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना में गुणवत्ता पर जोर, समय पर कार्य पूर्ण के निर्देश – कलेक्टर गोपाल वर्माकवर्धा ।प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने, समय पर आवास को पूरा नहीं कराने तथा प्रस्तावित आवास निर्माण को प्रारंभ नहीं करने बैठक में अनुपस्थित रहने के लिए ग्राम पंचायत मुड़वाही सचिव श्री प्रदीप धुर्वे को कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत के सभा कक्ष में कलेक्टर ने प्रधानमंत्री जनमन योजना अंतर्गत बनाए जा रहे हैं आवास से संबंधित 95 ग्राम पंचायतो की गहन समीक्षा की। इस दौरान विकासखंड बोड़ला के ग्राम पंचायत शीतलपानी कुकरापानी, राजाढार, दुर्जनपुर, केसमार्दों लूप, मुडघुसरी, बेंदा मुड़वाही जैसे अनेक ग्राम पंचायत में निर्माणधीन आवास लंबे समय से पूरा नहीं होने पर संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव ग्राम रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायको को सख्त निर्देश देते हुए कहा की आगामी एक सप्ताह के भीतर सभी आवास को प्रारंभ करते हुए छत स्तर तक निर्मित आवास को पूरा नहीं कराने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम श्री अजय कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित थे। जनपद पंचायत पंडरिया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कांदावानी, तेलियापानी, लेदरा, अमनिया, बिरूहलडीह, बदना, भेलकी, सेंदुरखार, डालामौहा, आगरपानी, महीडबरा जैसे ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर श्री वर्मा ने कड़ी नाराजगी व्यक्ति की।कलेक्टर श्री वर्मा ने समीक्षा के दौरान पाया कि जिले में कुल 9625 प्रधानमंत्री जनमन आवास का निर्माण किए जाने के लिए स्वीकृत है। जिनमें से अभी तक 3163 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। 2396 आवास का निर्माण कार्य किन्ही कारणों से प्रारंभ नही होना पाया गया। इसी तरह कुल 3532 आवास का निर्माण प्रगतिरत होने की जानकारी दी गई। जिला पंचायत सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 9091 हितग्राहियों को प्रथम किस्त की राशि 6379 हितग्राहियों को द्वितीय किस्त की राशि, 4084 हितग्राहियों को तृतीय किस्त की राशि एवं 1386 हितग्राहियों को चतुर्थ किस्त की राशि उनके बैंक खातों में जा चुकी है। विकासखंड पंडरिया बोड़ला एवं सहसपुर लोहारा में निर्माणाधीन जनमन आवास के लिए तकनीकी सहायक एवं ग्राम पंचायत वॉर गहन समीक्षा की गई। सभी मैदानी कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिन हितग्राहियों को राशि जारी की जा चुकी है उनके आवास निर्माण में प्रगति लाये। ऐसे हितग्राही जिन्हें बार-बार बोलने के बाद भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया जा रहा है उनके आवास स्वीकृत को निरस्त करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। कलेक्टर ने आगे कहा कि शासन की मंशा अनुरूप सभी आवास का निर्माण गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरा किया जाना है और निर्माण कार्य के किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में सभी मैदानी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि महा अक्टूबर तक जिले में 8000 प्रधानमंत्री आवास निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दौरान प्लीथ स्तर चौखट स्तर छत स्तर एवं प्लास्टर स्तर पर लंबित आवास की गहन समीक्षा की गई।सभी सीईओ जनपद पंचायत को निर्देशित करते हुए कहा गया कि अक्टूबर माह तक लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति करने कर्मचारी लगातार क्षेत्र का भ्रमण करें एवं निर्माण कार्य में प्रगति लाये। प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना की समीक्षा बैठक के दौरान उप संचालक पंचायत सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कार्यक्रम अधिकारी विकासखंड समन्वयक तकनीकी सहायक ग्राम रोजगार सहायक सचिव एवं जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- महासमुंद ।/ कलेक्टर श्री विनय लंगेह के निर्देशानुसार एवं उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप के मार्गदर्शन में जिले में उर्वरकों की कालाबाजारी को रोकने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ग्राम लाफिनखुर्द के मेसर्स आर.के. ट्रेडर्स में जिला स्तरीय निरीक्षण दल द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर 72 बोरी यूरिया पाया गया, जिसे कृषकों को शासकीय दर 266 रुपये प्रति बोरी पर वितरित किया गया। वितरण के समय सहायक संचालक कृषि डॉ. परमजीत सिंह, उर्वरक निरीक्षक श्री उमेश चन्द्राकर, श्री ओमप्रकाश चन्द्राकर, श्री भूषण साहू एवं श्रीमती उषा मरावी उपस्थित रहे। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसानों को उर्वरक की उपलब्धता शासकीय दर पर ही सुनिश्चित की जाएगी और कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- -प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना से अब उपभोक्ता बन रहे बिजली के विक्रेतारायपुर। बदलते समय के साथ अब बिजली उपभोक्ता केवल बिजली खर्च करने वाले नहीं रह गए हैं, बल्कि स्मार्ट बिजली उपभोक्ता बनकर ऊर्जा उत्पादन और बचत में भी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और आधुनिक तकनीक के जरिए लोग सस्ती, सहज और स्वच्छ बिजली का लाभ उठा रहे हैं और अतिरिक्त बिजली बेचकर आमदनी भी कमा रहे हैं।सरगुजा जिले के गंगापुर निवासी श्री सुरेंद्र शुक्ला इस योजना के सफल लाभार्थी हैं। पहले उनके घर का मासिक बिजली बिल 4 से 5 हजार रुपये तक आता था। प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना की जानकारी मिलने पर उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से 6 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण लेकर आसान किस्तों में 6 किलोवाट का सोलर रूफटॉप पैनल लगवाया।श्री शुक्ला ने बताया कि पैनल लगने के बाद उनका बिजली बिल शून्य हो गया। अब उनके घर की सारी दिनचर्या सूर्य की ऊर्जा से चलती है। घर में लगाए गए स्मार्ट मीटर और ‘मोर बिजली’ एप से उन्हें वास्तविक समय में पता चलता है कि कितनी बिजली उत्पन्न हुई और कितनी खपत हुई। साथ ही, अतिरिक्त बिजली वे विद्युत विभाग को बेचकर आमदनी भी कमा रहे हैं।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के तहत उपभोक्ताओं को डबल सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। इसमें 1 किलोवाट सोलर पैनल पर केंद्र सरकार 30,000 रुपए एवं राज्य सरकार 15,000 रुपए कुल 45,000 रुपए, 2 किलोवाट सोलर पैनल पर केंद्र सरकार 60,000 रुपए एवं राज्य सरकार 30,000 रुपए कुल 90,000 रुपए और 3 किलोवाट सोलर पैनल पर केंद्र सरकार 78,000 रुपए एवं राज्य सरकार 30,000 रुपए कुल 1,08,000 रुपए मिल रहा है।श्री सुरेंद्र शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना वास्तव में स्वच्छ सौर ऊर्जा की ओर क्रांतिकारी बदलाव है। योजना के तहत उन्हें कुल 1,08,000 रुपए की सब्सिडी प्रदाय होगी। बैंक ऋण की आसान किस्तों ने इसे अपनाना और भी सरल बना दिया है। सब्सिडी और योजना पूरी तरह पारदर्शी हैं और बिजली उपभोक्ता अब बिजली विक्रेता बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं l
- रायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की विशेष पहल पर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत सुदूर गाँवों में बसे जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को अब सुरक्षित छत और सम्मानजनक जीवन मिल रहा है। इस योजना ने न केवल आवासहीन परिवारों के सपनों को साकार किया है, बल्कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा और आत्मसम्मान का नया आधार भी प्रदान किया है।जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम पंचायत बुमतेल निवासी श्री लखन उरांव इस योजना से लाभान्वित होकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले एक सशक्त उदाहरण बने हैं। वर्षों तक कच्चे मकान में रहने के कारण उन्हें और उनके परिवार को बारिश और ठंड में असुविधाओं का सामना करना पड़ता था। छत से पानी टपकना, बार-बार घर की मरम्मत करना और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण का अभाव, इनके जीवन की सबसे बड़ी समस्या रही।प्रधानमंत्री आवास योजना से स्वीकृत आवास ने श्री लखन के इन सभी कष्टों को दूर कर दिया। उन्होंने समय पर मकान निर्माण पूरा किया और अब उनके परिवार के पास स्थायी व सुरक्षित घर है। हितग्राही श्री लखन ने भावुक होकर बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ने हमें सुरक्षित छत दिया है। बरसात के दिनों में अब हमें पानी टपकने की चिंता नहीं होती और बार-बार मरम्मत के झंझट से भी मुक्ति मिल गई है। उन्होंने आगे बताया कि उन्हें शासन से आयुष्मान भारत कार्ड और राशन कार्ड की सुविधा भी प्राप्त हुई है, जिससे उनके जीवन में और अधिक सहजता और सुरक्षा आई है। अब वे न केवल सुरक्षित घर में रह रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी लाभान्वित हो रहे हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना केवल एक आवास निर्माण की योजना नहीं, बल्कि यह सम्मान और नई उम्मीद की आधारशिला है। इस योजना के माध्यम से जरूरतमंद परिवार भयमुक्त होकर सुरक्षित भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में जशपुर जिले में यह योजना ग्रामीण जीवन में स्थायी परिवर्तन ला रही है और हर गरीब परिवार के सपनों को साकार करने का माध्यम बन रही है।
- रायपुर ।जशपुर जिले के ग्रामीण अंचलों को लंबे समय से अंधेरे से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कांसाबेल ब्लॉक के 13 गांवों और उनसे जुड़ी आश्रित बस्तियों में अधूरे पड़े विद्युतीकरण कार्य को पूरा कराने के लिए 58 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।इस राशि से ग्राम पूसरा, पोंगरो, कांसाबेल, बाँसबहार, चोगरीबहार, देवरी, दोकड़ा, सारूकछार, बटईकेला, नरियलडांड, फरसाजुड़वाईन, खूंटीटोली और बेलटोली सहित कई मजरा-टोलियों में विद्युत केबल बिछाने और अन्य अधूरे कार्य पूरे किए जाएंगे। इसके बाद इन बस्तियों में सुशासन की रौशनी पहुँचेगी और ग्रामीणों को अंधेरे से मुक्ति मिलेगी।मुख्यमंत्री साय को जैसे ही अधूरे विद्युतीकरण कार्य की जानकारी मिली, उन्होंने तत्परता दिखाते हुए विभाग को इसे पूरा कराने के निर्देश दिए। अब स्वीकृति के बाद कार्य प्रारंभ हो गया है।ग्रामीणों ने वर्षों पुरानी इस समस्या के समाधान पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया है। उनका कहना है कि रोशनी पहुँचने से न केवल जीवन में बदलाव आएगा, बल्कि बच्चों की पढ़ाई और ग्रामीण क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को भी नई दिशा मिलेगी।



















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