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चेन्नई। तनिष्का जैन ने गुरूवार को यहां 78वीं राष्ट्रीय स्क्वाश चैम्पियनशिप की महिला एकल स्पर्धा के पांच गेम तक चले क्वार्टरफाइनल में उर्वशी जोशी को हराकर उलटफेर किया। तनिष्का ने तीन-चार ब्रैकेट की वरीय उर्वशी को 11-9, 5-11, 12-10, 5-11, 11-4 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। पुरूष और महिला वर्गों में शीर्ष वरीय खिलाड़ियों - अभय सिंह और जोशना चिनप्पा - ने आसान जीत से अंतिम चार में जगह बनायी। अनुभवी हरिंदरपाल संधू और वेलावन सेंथिलकुमार भी सेमीफाइनल में पहुंच गये। -
दोहा । अर्जेंटीना शुक्रवार को यहां जब विश्वकप फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड का सामना करने के लिए उतरेगा तो सभी की निगाहें स्टार स्ट्राइकर लियोनेल मेस्सी पर टिकी होंगी जो विश्व चैंपियन बनने का अपना सपना साकार करने की कवायद को बरकरार रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। क्वार्टर फाइनल के इस मुकाबले को मेस्सी बनाम वर्जिल वान डिक, विश्वकप के सबसे युवा कोच बनाम सबसे उम्रदराज कोच और दक्षिण अमेरिका बनाम यूरोप के रूप में देखा जा रहा है। इस मुकाबले में यह संभावना नए आयाम जोड़ती है कि आगे का कोई भी मैच मेस्सी का विश्व कप में आखिरी मैच हो सकता है। सात बार विश्व के वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए मेस्सी विश्व कप जीतने के अपने सपने को साकार करने से केवल तीन जीत दूर हैं लेकिन दो लोग उनकी राह में रोड़ा बन सकते हैं। इनमें पहला व्यक्ति वान डिक हैं जिन्हें पिछले पांच वर्षों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रक्षकों में से एक माना जाता है। मेस्सी को अगर उनके ट्रेडमार्क ड्रिबल से कोई रोक सकता है तो वह लिवरपूल के सेंटर बैक वान डिक हैं जो खेल की बहुत अच्छी समझ भी रखते हैं। दूसरे व्यक्ति लुई वान गाल हैं। इस 71 वर्षीय कोच को बेहद चतुर रणनीतिकार माना जाता है और वह मेस्सी के खिलाफ नीदरलैंड के खिलाड़ियों को उचित रणनीति के साथ मैदान पर उतारेंगे। अर्जेंटीना के एंजेल डी मारिया ने हालांकि यह कह कर शाब्दिक जंग शुरू करने की कोशिश की कि वह जितने भी कोच के तहत खेले हैं उनमें वान गाल सबसे बेकार कोच रहे हैं। डी मारिया और वान गाल 2014-15 में मैनचेस्टर यूनाइटेड में एक साथ थे। दूसरी तरफ अर्जेंटीना के कोच लियोनेल स्कालोनी 44 साल के हैं और उन्हें कोचिंग का कम अनुभव है।
उन्होंने 2018 में पहली बार अपने देश की सीनियर टीम की कमान संभाली थी। इसके विपरीत वान गाल को कोचिंग का 26 साल का अनुभव है। स्कोलोनी के कोच रहते हुए अर्जेंटीना ने हालांकि पिछले साल कोपा अमेरिका का खिताब जीता था जो 1993 के बाद उसकी किसी बड़े टूर्नामेंट में पहली खिताबी जीत थी। यही नहीं वर्तमान विश्वकप में सऊदी अरब से पहले मैच में उलटफेर का शिकार बनने के बाद उन्होंने अपनी टीम को नॉकआउट में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। अर्जेंटीना और नीदरलैंड इससे पहले भी विश्व कप में बड़े मैचों में एक दूसरे का आमना सामना कर चुके हैं। इनमें 1978 का फाइनल भी शामिल है जिसमें अर्जेंटीना ने जीत दर्ज की थी। नीदरलैंड ने 1998 में अंतिम 16 के मैच में अर्जेंटीना को हराया था लेकिन दक्षिण अमेरिकी टीम 2014 के सेमीफाइनल में अपने इस प्रतिद्वंदी को पेनल्टी शूटआउट में हराने में सफल रही थी। मेस्सी भी उस मैच में खेले थे और तब भी नीदरलैंड के कोच वान गाल ही थे। नीदरलैंड ने तब मेस्सी को अच्छी तरह से घेर कर रखा था लेकिन अर्जेंटीना का यह स्टार खिलाड़ी आठ साल बाद सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। उन्होंने अंतिम 16 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाकर स्पष्ट कर दिया था कि वह विश्वकप जीतने का अपना सपना साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। -
नई दिल्ली। . भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड ने श्रीलंका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्रिकेट श्रृंखला के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला जनवरी-फरवरी 2023 में भारत में खेली जाएंगी। सबसे पहले श्रीलंका और भारत के बीच तीन एकदिवसीय और तीन ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी। इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम भारत के दौरे पर तीन-एकदिवसीय और तीन ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों की श्रृंखला खेलेगी। इसके बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के मैच खेले जाएंगे। इसमें पहले चार टेस्ट मैचों की सीरीज 9 फरवरी से 13 मार्च तक होगी। इसके बाद 17 से 22 मार्च तक तीन वनडे मैचों की सीरीज भी खेली जाएगी। मुम्बई में तीन जनवरी को पहला ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेला जाएगा। इस श्रृंखला का समापन तिरूवनन्तपुरम में 15 जनवरी को एकदिवसीय मैच के साथ होगा। ये मैच पुणे, राजकोट, गुवाहाटी और कोलकाता में खेले जाएंगे।
भारतीय टीम इस समय बांग्लादेश के दौरे पर है। तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के बाद टीम को दो टेस्ट मैच भी खेलने हैं। 26 दिसंबर को इस दौरे का समापन होगा। फिर अगले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम चार टेस्ट खेलेगी। यानी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 से पहले यह 6 टेस्ट भारत के लिए काफी अहम होने वाले हैं। साथ ही अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के मद्देनजर अगले साल की शुरुआत में टीम इंडिया को जो 9 वनडे मार्च तक खेलने हैं उससे भी टीम इंडिया की तैयारियों का आंकलन किया जा सकता है। - मीरपुर । चोटिल रोहित शर्मा की पराक्रमी पारी के बावजूद मेहदी हसन मिराज का लगातार दूसरे मैच में दिखाया गया कमाल आखिर में भारत पर भारी पड़ा जिससे बांग्लादेश ने बुधवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पांच रन से रोमांचक जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल की।बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए सात विकेट पर 271 रन का मजबूत स्कोर बनाया। उसने 19वें ओवर में 69 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे जिसके बाद मेहदी हसन ने 83 गेंद में आठ चौकों और चार छक्कों से नाबाद 100 रन की पारी खेलने के अलावा महमूदुल्लाह (96 गेंद में 77 रन, सात चौके) के साथ सातवें विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी करके पारी को संवारा। यह भारत के खिलाफ सातवें विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। चुनौतीपूर्ण लक्ष्य के सामने रोहित के चोटिल होने के कारण पंगु बना भारतीय शीर्ष क्रम फिर से लड़खड़ा गया। भारत का स्कोर एक समय चार विकेट पर 65 रन था जिसके बाद श्रेयस अय्यर (102 गेंदों पर 82 रन, छह चौके, तीन छक्के) और अक्षर पटेल (56 गेंदों पर 56 रन, दो चौके, तीन छक्के) ने पांचवें विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी की। रोहित नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और उन्होंने 28 गेंदों पर तीन चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 51 रन बनाए लेकिन आखिर में भारत नौ विकेट पर 266 रन ही बना पाया।भारत को आखिरी ओवर में 20 रन चाहिए थे लेकिन रोहित मुस्तफिजुर रहमान पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 14 रन ही जुटा पाए। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। रोहित के चोटिल होने के कारण पारी का आगाज करने के लिए उतरे विराट कोहली (पांच) ने दूसरे ओवर में ही इबादत हुसैन (45 रन देकर तीन) की तेजी से उठती गेंद को पुल करने के प्रयास में अपने विकेटों पर खेल दिया। शिखर धवन (आठ) की खराब फॉर्म जारी रही। उन्होंने मुस्तफिजुर की गेंद पर प्वाइंट पर आसान कैच दिया। वाशिंगटन सुंदर (11) को चौथे नंबर पर भेजने का प्रयोग नहीं चला और शाकिब अल हसन ने उन्हें अपने पहले ओवर में ही मिडविकेट पर कैच करवा दिया। केएल राहुल (14) को स्पिनरों के सामने संघर्ष करना पड़ा और मेहदी हसन (46 रन देकर दो) ने उन्हें पगबाधा आउट करके भारत को चौथा झटका दिया। अक्षर ने आते ही आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने नासुम अहमद और शाकिब पर छक्के लगाए। दूसरी तरफ अय्यर ने 69 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया और फिर मेहदी हसन पर लांग ऑन पर खूबसूरत छक्का जड़ा। उन्होंने इसी गेंदबाज पर छक्का लगाकर अक्षर के साथ साझेदारी को 100 रन के पार पहुंचाया। अय्यर ने हालांकि इसी ओवर में गेंद हवा में लहरा कर डीप मिडविकेट पर कैच दे दिया। अक्षर ने नासुम पर छक्का लगाया और फिर अपने वनडे करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इबादत हुसैन ने उन्हें आउट करके भारत को करारा झटका दिया। रोहित हाथ में पट्टियां बंधे होने के बावजूद नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। उनके साथ दूसरे छोर पर दीपक चाहर (11) खेल रहे थे जो कि हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण बांग्लादेश की पारी में केवल तीन ओवर कर पाए थे। रोहित ने इबादत हुसैन और महमुदुल्लाह पर दो-दो छक्के जड़कर मैच को रोमांचक बनाया। इससे पहले बांग्लादेश की पारी पिछले मैच के नायक मेहदी हसन के इर्द गिर्द घूमती रही। उन्होंने महमुदुल्लाह साथ महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने के अलावा नासुम अहमद (11 गेंद में नाबाद 18) के साथ भी आठवें विकेट के लिए 23 गेंद में 54 रन की अटूट साझेदारी की। बांग्लादेश की टीम अंतिम 10 ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेाबजी करते हुए 102 रन जोड़ने में सफल रही। भारत की ओर से वाशिंगटन सुंदर सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 37 रन देकर तीन विकेट चटकाए। उमरान मलिक और मोहम्मद सिराज ने भी क्रमश: 58 और 73 रन देकर दो-दो विकेट हासिल किए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले बांग्लादेश ने दूसरे ओवर में ही अनामुल हक (11) का विकेट गंवा दिया जिन्हें सिराज ने पगबाधा किया। रोहित ने इससे एक गेंद पहले अनामुल का कैच टपकाया और उनके अंगूठे पर चोट लगने के कारण खून निकलने लगा जिससे वह पारी में आगे क्षेत्ररक्षण नहीं कर पाए। कप्तान लिटन दास (07) और नजमुल हुसैन शंटो (21) ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। सिराज ने पारी के 10वें ओवर में लिटन को बोल्ड करके उनकी पारी का अंत किया जब टीम का स्कोर 39 रन था। उमरान ने शाकिब अल हसन को अपने पहले ओवर में काफी परेशान किया और फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर नजमुल को बोल्ड कर दिया। वाशिंगटन ने इसके बाद बांग्लादेश को जल्दी-जल्दी तीन झटके देकर उसके मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी। शाकिब (08) उन गेंद को हवा में लहरा गई और धवन ने स्लिप से फाइन लेग की ओर भागते हुए कैच लपका। वाशिंगटन ने मुशफिकुर रहीम (12) और अफीफ हुसैन (00) को लगातार गेंदों पर आउट करके बांग्लादेश का स्कोर छह विकेट पर 69 रन किया। मेहदी हसन और महमूदुल्लाह ने इसके बाद 27 ओवर से अधिक समय तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा और इस दौरान विकेट के चारों तरफ शॉट लगाए। उमरान ने 47वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह को विकेटकीपर लोकेश राहुल के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। मिराज ने शारदुल ठाकुर के पारी के अंतिम ओवर में दो छक्कों सहित 16 रन जोड़े और अंतिम गेंद पर एक रन के साथ अपने करियर का पहला शतक पूरा किया। वह आठवें नंबर या इससे निचले क्रम पर आकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं। तीसरा वनडे शनिवार को चटगांव में खेला जाएगा।
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मनु भाकर और सरबजीत ने मिश्रित टीम पिस्टल खिताब जीता
भोपाल. मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने रविवार का यहां 65वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम खिताब अपने नाम किया। हरियाणा की इस जोड़ी ने स्वर्ण पदक मुकाबले में कर्नाटक की दिव्या टीएस और इमरोज को 16-4 से पराजित किया। मनु और सरबजोत क्वालीफिकेशन दौर में भी 575 अंक से शीर्ष पर रहे थे जबकि कर्नाटक की जोड़ी ने 573 अंक जुटाये थे। पंजाब और ओएनजीसी ने कांस्य पदक साझा किये।जूनियर मिश्रित टीम पिस्टल स्पर्धा में उत्तर प्रदेश की अंजलि और सागर ने स्वर्ण पदक मैच में उत्तराखंड की यशस्वी और अभिनव को 18-16 से पछाड़कर स्वर्ण पदक जीता। महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश ने कांस्य पदक जीते।भारतीय नौसेना के नीरज कुमार ने 625.8 अंक से पुरूषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा जीती।ओलंपियन ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, उन्होंने 624.8 अंक से रजत जबकि दिल्ली के तरूण यादव ने 623.4 अंक से कांस्य पदक जीता। नीरज ने दो स्वर्ण पदक जीते, उन्होंने पुरूषों की प्रोन स्पर्धा में जी पुरूषोत्म और अजय ठाकुर के साथ टीम खिताब भी जीता। -
पंत को बांग्लादेश में भारतीय एकदिवसीय टीम से रिलीज किया गया
मीरपुर. विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बांग्लादेश के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैच की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम से रिलीज (टीम से हटा देना) कर दिया गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने रविवार को यह जानकारी दी।बीसीसीआई की मेडिकल टीम से सलाह मशविरे के बाद पंत को रिलीज किया गया है और उनके विकल्प की मांग नहीं की गई है। बीसीसीआई ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘बीसीसीआई की मेडिकल टीम से सलाह मशविरे के बाद ऋषभ पंत को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम से रिलीज कर दिया गया है। वह टेस्ट श्रृंखला से पहले टीम से जुड़ेंगे। उनके विकल्प की मांग नहीं की गई है।'' बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर अक्षर पटेल भी बांग्लादेश के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे। सूत्रों के अनुसार नेट में बल्लेबाजी करते हुए अक्षर की पसलियों में चोट लगी थी और वह उससे उबर रहे हैं। पंत को टीम से रिलीज करने का कोई कारण नहीं बताया गया है लेकिन वह सभी प्रारूपों में खेलने वाले टीम के एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्हें पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के बाद ब्रेक नहीं दिया गया था। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों को टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद आराम दिया गया था। पंत हालांकि टीम के साथ छह सीमित ओंवरों के मुकाबलों के लिए न्यूजीलैंड रवाना हुए थे। भारत और बांग्लादेश को तीन एकदिवसीय के बाद दो टेस्ट भी खेलने हैं। -
नयी दिल्ली. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कंधे में चोट के कारण बांग्लादेश के खिलाफ रविवार से शुरू होने वाली एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में नहीं खेल पाएंगे और उनकी जगह उमरान मलिक को टीम में शामिल किया गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को यह जानकारी दी। शमी ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद अभ्यास सत्र के दौरान चोटिल हो गए थे। उनका 14 दिसंबर से चटगांव में शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में खेलना भी संदिग्ध है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा,‘‘ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी बांग्लादेश के खिलाफ वनडे श्रृंखला से पहले अभ्यास सत्र के दौरान चोटिल हो गए थे। उनके कंधे में चोट लगी है और अभी वह बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में बीसीसीआई की चिकित्सा टीम की निगरानी में हैं। वह तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में नहीं खेल पाएंगे। अखिल भारतीय चयन समिति ने शमी की जगह उमरान मलिक को टीम में शामिल किया है।'' शमी की चोट की गंभीरता का पता नहीं चला। बंगाल का यह तेज गेंदबाज अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप को देखते हुए इस प्रारूप में भारतीय टीम का अहम अंग है। शमी ने स्वयं ट्विटर पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की जिसमें वहां कंधे की चोट का उपचार करा रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, चोट आपको यह सीख देती हैं कि प्रत्येक पल का आनंद लो। अपने करियर के दौरान मैं चोटिल होता रहा। इससे आपको सीख मिलती है। कोई मायने नहीं रखता कि मैं कितनी बार चोटिल हुआ। मैंने इन चोटों से सीख ली और अधिक मजबूत होकर वापसी की।‘‘ बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला में अब तेज गेंदबाजी का जिम्मा मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर, उमरान मलिक और कुलदीप सेन के कंधों पर होगा। शमी अगर टेस्ट श्रृंखला में नहीं खेल पाते हैं तो यह कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए चिंता का विषय होगा क्योंकि भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखने के लिए प्रत्येक मैच जीतना होगा। बीसीसीआई के सूत्रों ने कहा,‘‘ शमी का वनडे श्रृंखला से बाहर होना चिंता का विषय है लेकिन अगर वह टेस्ट श्रृंखला से बाहर होते हैं तो यह बड़ी चिंता होगी क्योंकि जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में उन्हें टेस्ट मैचों में भारतीय गेंदबाजी की अगुवाई करनी है।'' शमी ने अब तक 60 टेस्ट मैचों में 216 विकेट लिए हैं।
- - नयी दिल्ली,। भारत की उभरती हुई बैडमिंटन खिलाड़ी उन्नति हुड्डा ने बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप के अंडर-17 एकल महिला स्पर्धा के सेमीफाइनल में शनिवार को जापान की मियोन योकूची को सीधे गेम में शिकस्त दी। थाईलैंड के नोथाबुरी में खेली जा रही प्रतियोगिता के फाइनल में रविवार को उनका सामना स्थानीय खिलाड़ी सरुनरक विटिडसन से होगा। उन्नति जापान की खिलाड़ी के खिलाफ 21-8 21-17 की जीत के साथ प्रतियोगिता के अंडर-17 एकल महिला वर्ग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बन गयी। ओडिशा ओपन चैंपियन ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अब तक एक भी गेम नहीं गंवाया है। उन्नति के अलावा अंडर-15 एकल खिलाड़ी अनीश थोप्पानी और अर्श मोहम्मद एवं संस्कार सारस्वत की अंडर-17 पुरुष युगल जोड़ी ने भी प्रभावशाली जीत के साथ फाइनल में जगह पक्की की। शानदार लय में चल रही अर्श और संस्कार की जोड़ी ने अंतिम चार मुकाबले में ची-रुई चिउ और शाओ हुआ चिउ की चीनी ताइपे की जोड़ी के खिलाफ 21-15, 21-19 से जीत दर्ज की। फाइनल में उनका सामना लाई पो यू और यी-हाओ लिन की एक और चीनी ताइपे जोड़ी से होगा। पुरुषों के अंडर-15 सेमीफाइनल में अनीश ने एक गेम पिछड़ने के बाद दमदार वापसी करते हुए चीनी ताइपे के दूसरे वरीय ली यू-जुई को 18-21 21-12 21-12 से हराया। फाइनल में अनीश का सामना चीनी ताइपे के चुंग-सियांग यिह से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में भारत के ज्ञान दत्तू को 21-16, 19-21, 21-13 से हराया। दत्तू का अभियान कांस्य पदक के साथ खत्म हुआ।ब्योर्न जैसन और आतिश श्रीनिवास पीवी की अंडर-15 पुरुष युगल जोड़ी ने भी सेमीफाइनल मुकाबला गवां कर कांस्य पदक हासिल किया। इस भारतीय जोड़ी को मोहम्मद मुबारक और रेहान प्रामोनो की शीर्ष वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया की जोड़ी ने 21-18 21-14 से हराया।
- ढाका। बांग्लादेश के वनडे कप्तान तमीम इकबाल भारत के खिलाफ रविवार से शुरू हो रही तीन मैचों की श्रृंखला से चोट के कारण बाहर हो गए हैं।टेस्ट टीम के उपकप्तान लिटन दास टीम की अगुवाई करने की दौड़ में सबसे आगे है। टीम में हालांकि देश के शीर्ष क्रिकेटर शाकिब अल हसन भी मौजूद हैं। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज तमीम को बुधवार को अभ्यास के दौरान कमर में खिंचाव का सामना करना पड़ा। बोर्ड की ओर से जारी विज्ञप्ति में राष्ट्रीय टीम के फिजियो इस्लाम खान ने कहा, ‘‘तमीम के दाएं ग्रोइन में ग्रेड एक का खिंचाव है, जिसकी पुष्टि एमआरआई के बाद हुई है। हम दो सप्ताह उपचार प्रोटोकॉल बनाए रखेंगे, जिसके बाद उसका रिहैबिलिटेशन शुरू होगा। इसका मतलब है कि वह एकदिवसीय में उपलब्ध नहीं होगा और टेस्ट श्रृंखला के लिए भी वापसी की संभावना कम है। ’’
- दोहा। ह्वांग ही चान के अंतिम क्षणों में किए गए गोल की मदद से दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को यहां पुर्तगाल को 2-1 से हराकर ग्रुप एच से विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के अंतिम 16 में जगह बनाई।ही चान ने दूसरे हाफ के इंजरी टाइम में यह महत्वपूर्ण गोल किया जिससे उरुग्वे की नॉकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीदें भी समाप्त हो गई। उरूग्वे ने ग्रुप एच के एक अन्य मैच में घाना को 2-0 से हराया लेकिन इसके बावजूद उसे बाहर का रास्ता देखना पड़ा। पुर्तगाल अपने पहले दोनों मैच जीतकर नॉकआउट चरण में जगह बना चुका था लेकिन कोरिया ने उसकी जीत की हैट्रिक पूरी नहीं होने दी। ही चान ने सोन ह्यूंग मिन के पास पर निर्णायक गोल किया जिससे कोरिया ने ग्रुप एच से दूसरी टीम के रूप में नॉकआउट चरण में प्रवेश किया।दक्षिण कोरिया और घाना के समान चार चार अंक रहे लेकिन एशियाई टीम बेहतर गोल अंतर के कारण आगे बढ़ने में सफल रही। ही चान के गोल से पहले दक्षिण कोरिया को किम यंग ग्वोन (27वें) ने बराबरी दिलाई थी। पुर्तगाल के लिए रिकार्डो होर्ता (पांचवें मिनट) ने गोल किया था।कोरिया की जीत से जियोर्जियन डी अर्रास्केटा (26वें और 32वें मिनट) के प्रयासों पर भी पानी फिर गया जिन्होंने अपनी टीम को इस विश्वकप में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।अल रेयान में खेले गए मैच में पुर्तगाल ने पांचवें मिनट में ही गोल करके दक्षिण कोरिया को दबाव में ला दिया था। उसके लिए यह गोल रिकार्डो होर्ता ने डिएगो डलोट के पास पर किया। डलोट ने दक्षिण कोरिया के रक्षकों को बड़ी कुशलता से छकाकर छह गज के बॉक्स के किनारे पर खड़े होर्ता की तरफ सरकाई जिन्होंने उतनी ही खूबसूरती से शॉट जमाकर उसे गोल में पहुंचाया।दक्षिण कोरिया के लिए इस मैच में जीतना जरूरी था और इसलिए उसने अग्रिम पंक्ति में अधिक खिलाड़ियों को रखा।दक्षिण कोरिया ने हालांकि जल्द ही बराबरी का गोल दाग दिया। क्रिस्टियानो रोनाल्डो कॉर्नर किक को सही तरह से बाहर नहीं कर पाए और दक्षिण कोरिया के डिफेंडर किम यंग ग्वोन के पास चली गई जिन्होंने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की। यह विश्वकप में पिछले 10 मैचों में पहला अवसर था जबकि दक्षिण कोरिया ने पहले हाफ में गोल किया।पुर्तगाल ने जवाबी हमला किया लेकिन किम सियोंग ग्यू ने रोनाल्डो के शॉट पर शानदार बचाव किया। पुर्तगाल ने इसके बाद भी हमलावर तेवर बनाए रखें और किम सियोंग ग्यू ने पहले हाफ में कुल पांच बचाव किए और अपनी टीम को मध्यांतर तक 1-1 से बराबरी पर रखा।उधर अल वकराह स्टेडियम में उरूग्वे ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वह घाना जिसे गोल करने का पहला सुनहरा अवसर मिला। उरूग्वे के गोलकीपर सर्जियो रोचेट की गलती से घाना को पेनल्टी मिली। रोचेट ने हालांकि बाद में अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई तथा घाना के कप्तान आंद्रे अयु के ढीले शॉट को आसानी से रोककर टीम का संकट टाला।इसके बाद डी अर्रास्केटा ने छह मिनट के अंदर दो गोल करके घाना को बैकफुट पर भेज दिया। फेसुंडो पेलिस्ट्री ने दायीं तरफ से लुई सुआरेज को क्रास दिया जिनका नीचा रहता शॉट बचा लिया लेकिन गेंद डी अर्रास्केटा को मिली जिस पर उन्होंने उरूग्वे को 1-0 से आगे किया। उरूग्वे का इस विश्व कप में यह पहला गोल था।उसने अपना दूसरा गोल करने में देर नहीं लगाई और इस बार भी डी अर्रास्केटा को ही गोल करने का श्रेय मिला। यह दर्शनीय गोल था जिसे उन्होंने सुआरेज के पास पर किया। उरूग्वे ने मध्यांतर तक 2-0 की अपनी बढ़त बनाए रखी।घाना को दूसरे हाफ के शुरू में ही अच्छा अब्दुल रहमान बाबा ने अच्छा मूव बनाया लेकिन मोहम्मद कुदूस उस पर गोल करने में नाकाम रहे।घाना की गोल करने की बेताबी साफ नजर आ रही थी जबकि उरूग्वे ने अपनी पूरी ताकत गोल बचाने पर लगा रखी थी। कुदूस खेल 71वें मिनट में तीन रक्षकों को छका कर आगे बढ़े लेकिन उनका शॉट क्रॉसबार के ऊपर से बाहर चला गया।जब भी गेंद सुआरेज के पास जाती तो घाना के समर्थक उनकी हूटिंग करते। उरूग्वे के इस तुनक मिजाज खिलाड़ी ने कुछ अवसरों पर अपने तेवर भी दिखाएं और उन्हें पीला कार्ड भी मिला।
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क्राइस्टचर्च। भारत के कार्यवाहक कप्तान शिखर धवन ने बुधवार को कहा कि ऋषभ पंत ने खुद को ‘मैच विजेता' के तौर पर साबित किया है और जब वह मुश्किल परिस्थितियों से गुजर रहे है तब टीम प्रबंधन के पूर्ण समर्थन के हकदार हैं। धवन ने सीमित मौके पर खुद को साबित कर चुके संजू सैमसन को टीम में जगह मिलने के लिए इंतजार करने की सलाह दी। आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले बाएं हाथ के पंत सीमित ओवरों के मैच में एक बार फिर विफल रहे। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय में 16 गेंद में 10 रन बनाये। बारिश के कारण रद्द हुई इस मैच में भारतीय टीम 219 रन पर आउट हो गयी। धवन ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ कुल मिलाकर आपको बड़ी तस्वीर देखनी होगी कि आपका मैच विजेता कौन होगा। आप विश्लेषण करते हैं और आपके फैसले उसी पर आधारित होते हैं।'' पंत ने सीमित ओवरों (टी20 अंतरराष्ट्रीय और एकदिवसीय) के प्रारूपों में अपनी पिछली नौ पारियों में 10, 15, 11, छह, छह तीन, नौ, नौ और 27 रन बनाये है। सैमसन ने इस दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के बाद इस दौरे पर ऑकलैंड में खेले गए पहले एकदिवसीय में 36 रन का योगदान दिया। धवन ने कहा कि सैमसन की तुलना में पंत को टीम में शामिल करने जैसे पेचीदा मामलों में कप्तान की जगह पर होना ‘मुश्किल नहीं' है। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ निश्चित रूप से, संजू सैमसन को जो भी अवसर मिला है, वह वास्तव में अच्छा कर रहा है। लेकिन कभी-कभी आपको अपने मौके का इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि दूसरे खिलाड़ी ने अच्छा किया है और हम उसे (पंत को) कौशल के आधार पर जानते हैं कि वह मैच विजेता है। इसलिए जब वह अच्छा नहीं कर रहा होता है तो आपको उसका समर्थन करने की जरूरत होती है।'' धवन के साथ इस मौके पर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन भी मौजूद थे और उन्होंने कहा कि कौशल से भरी भारतीय टीम के खिलाफ जीत दर्ज करना हमेशा चुनौती भरा रहा है। विलियमसन ने कहा, ‘‘ भारतीय टीम के पास इतनी प्रतिभा है कि कभी-कभी आपके सामने चुनौतियां होती हैं कि किस विकल्प को आजमाये।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह (अंतिम एकादश का चयन) कभी-कभी कठिन होता है, यह एक चुनौती है, लेकिन यह उन चीजों में से एक है जो कप्तान के तौर पर आपको फैसला करना होता है। आप एक सामूहिक इकाई के रूप में आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं।'' भारतीय टीम के इस दौरे के छह में से चार मैचों का नतीजा बारिश के कारण नहीं निकला और विलियमसन ने इसे परेशान करने वाला करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ यह परेशान करने वाला है। हम बारिश को नियंत्रित नहीं कर सकते। लेकिन हां, हमें मौके मिले, अपनी खामियों पर चर्चा करने का मौका मिला, जहां हम सुधार कर सकते हैं। हम उस सब पर चर्चा करते हैं और विश्लेषण करते हैं।''
- नयी दिल्ली,। अर्जुन बबूता और विवान कपूर ने तिरुवनंतपुरम और नयी दिल्ली में एक साथ खेली जा रही 65वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में मंगलवार को यहां क्रमश: पुरुष 10 मीटर एयर राइफल और पुरुष ट्रैप स्पर्धा के खिताब जीते। पंजाब के अर्जुन ने तिरुवनंतपुरम की वाट्टियूरकावू निशानेबाजी रेंज में स्वर्ण पदक के मुकाबले में असम के हृदय हजारिका को 16-8 से हराया। राइफल स्पर्धाएं तिरुवनंतपुरम में हो रही हैं।राजस्थान के विवान ने शॉटगन स्पर्धाओं की मेजबानी कर रहे दिल्ली की डॉ. कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में तमिलनाडु के पृथ्वीराज तोंडईमान को 31-27 से हराकर खिताब अपने नाम किया।अर्जुन ने शीर्ष आठ निशानेबाजों के रैंकिंग दौर में 263.4 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए स्वर्ण पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी। हृदय 262.9 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में पहुंचे थे।पुरुष ट्रैप में विवान के राज्य के साथी और 2024 पेरिस ओलंपिक के कोटा विजेता भवनीश मेंदिरत्ता ने कांस्य पदक जीता।ओलंपियन दिव्यांश सिंह पंवार ने रणवीर काटकर को 16-8 से हराकर जूनियर पुरुष 10 मीटर एयर राइफल का खिताब जीता। पश्चिम बंगाल के अभिनव साव युवा पुरुष एयर राइफल में रणवीर को 16-14 से हराकर शीर्ष पर रहे।
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नयी दिल्ली. महान एथलीट पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का अध्यक्ष बनना लगभग तय है क्योंकि 10 दिसंबर को होने वाले चुनावों में शीर्ष पद के लिए वह अकेली उम्मीदवार हैं। वह आईओए की पहली महिला अध्यक्ष होंगी। कई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 58 साल की उषा 1984 के ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थी। उन्होंने रविवार को शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ उनकी टीम के 14 अन्य लोगों ने विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। आईओए चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा रविवार को समाप्त हो गयी। आईओए के चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा को शुक्रवार और शनिवार को कोई नामांकन नहीं मिला लेकिन रविवार को विभिन्न पदों के लिए 24 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किये। खेल के अपने सुनहरे दिनों की शीर्ष धाविका उषा को आईओए के एथलीट आयोग द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ी (एसओएम) के तौर पर आठ में एक सदस्य में रूप में भी चुना गया है, जिससे वह निर्वाचक मंडल की सदस्य बनी। वह आईओए के 95 साल के इतिहास में इसका नेतृत्व करने वाली पहली ओलंपियन और पहली अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता भी बनेंगी। एशियाई एथलेटिक्स में दबदबा बनाने के बाद उन्होंने 2000 में खेलों को अलविदा कहा था। महाराजा यादविंदर सिंह के बाद खिलाड़ी के तौर पर देश का प्रतिनिधित्व करने के बाद आईओए का नेतृत्व करने वाली उषा पहली व्यक्ति है। यादविंदर ने 1934 में एक टेस्ट मैच खेला था और फिर 1938 में आईओए प्रमुख भी बने। वह आईओए के तीसरे अध्यक्ष थे। उनका कार्यकाल 1960 तक चला था। मौजूदा चुनावों में उपाध्यक्ष (महिला), संयुक्त सचिव (महिला) के पद के लिए मुकाबला होगा। कार्यकारिणी परिषद के चार सदस्यों के लिए 12 प्रत्याशी मैदान में है। आईओए में एक अध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष (एक पुरुष और एक महिला), एक कोषाध्यक्ष, दो संयुक्त सचिव (एक पुरुष और एक महिला), छह अन्य कार्यकारी परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए होंगे। जिनमें से दो (एक पुरुष और एक महिला) निर्वाचित ‘एसओएम' से होंगे। कार्यकारी परिषद के दो सदस्य (एक पुरुष और एक महिला) एथलीट आयोग के प्रतिनिधि होंगे।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अजय पटेल का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनना तय है क्योंकि वे इस पद के अकेले उम्मीदवार भी हैं। ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग भी एक पुरुष उपाध्यक्ष पद के एकमात्र उम्मीदवार हैं। हालांकि महिला उपाध्यक्ष के लिए राजलक्ष्मी सिंह देव और अलकनंदा अशोक ने नामांकन दाखिल किया है। भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव को कोषाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना जाएगा।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे पुरुष संयुक्त सचिव होंगे, जबकि तीन उम्मीदवार अलकनंदा अशोक, शालिनी ठाकुर चावला और सुमन कौशिक महिला संयुक्त सचिव के एक पद के लिए चुनाव लड़ेंगी। ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और तीरंदाज डोला बनर्जी कार्यकारी परिषद में आठ एसओएम के पुरुष और महिला प्रतिनिधि होंगे। शेष चार कार्यकारी परिषद सदस्यों के लिए हालांकि 12 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। इनमें शीतकालीन ओलंपियन शिवा केशवन, साइरस पोंचा, लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह बाजवा, रोहित राजपाल, अमिताभ शर्मा, शालिनी ठाकुर चावला, प्रशांत कुशवाहा, विठ्ठल शिरगांवकर, परमिंदर सिंह ढींडसा, दिग्विजय चौटाला और हरजिंदर सिंह शामिल हैं। नामांकन पत्रों की जांच मंगलवार को की जाएगी और अगले दिन वैध सूची की घोषणा की जाएगी। उम्मीदवार एक से तीन दिसंबर तक अपना नाम वापस ले सकते है। उम्मीदवारों की अंतिम सूची चार दिसंबर को प्रकाशित होगी। उषा को ‘पय्योली एक्सप्रेस' के नाम से जाना जाता है। उन्हें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा ने उन्हें जुलाई में राज्यसभा सदस्य के रूप में नामांकित किया था। हाल ही में एआईएफएफ में भी ऐसी ही स्थिति पैदा हुई थी, जब पश्चिम बंगाल के एक भाजपा नेता और पूर्व गोलकीपर चौबे ने उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हुए चुनावों में अचानक उम्मीदवार के रूप में उतरे और शीर्ष पद के लिए चुने गये। उषा देश की सबसे सफल एथलीट में से एक हैं। उन्होंने 1982 से 1994 तक एशियाई खेलों में चार स्वर्ण सहित 11 पदक जीते हैं। उन्होंने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में सभी चार स्वर्ण (200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर रिले) पदक के साथ 100 मीटर में रजत भी जीता। उषा ने 1982 नयी दिल्ली एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर में पदक जीते। उन्होंने 1983 से 1998 तक एशियाई चैंपियनशिप में कुल 23 पदक जीते। उषा को लॉस एंजिल्स ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में पदक से चूकने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है, जहां वह रोमानिया की क्रिस्टियाना कोजोकारू ने सेकंड के सौवें हिस्से से पिछड़ गयी थी। आईओए के चुनाव उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त सेवानिवृत्त न्यायाधीश एल नागेश्वर राव की देखरेख में उनके द्वारा तैयार किए गए नये संविधान के तहत हो रहे हैं। आईओए ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मंजूरी मिलने के बाद 10 नवंबर को नया संविधान अपनाया। आईओए के 77 सदस्यीय निर्वाचन मंडल में लगभग 25 प्रतिशत पूर्व एथलीट हैं जिनमें ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू, गगन नारंग, साक्षी मलिक, योगेश्वर दत्त और एम एम सौम्या सहित वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं। -
कोलकाता. एटीके मोहन आगान ने पहले हाफ में हुजो बाउमूस के किये गोल की मदद से गत चैम्पियन हैदराबाद एफसी को 1 . 0 से हराकर इंडियन सुपर लीग फुटबॉल में जीत की राह पर वापसी की। गोवा में 0 . 3 से हारने के बाद एटीके मोहन बागान ने अपनी गलतियों से सबक लेकर खेला। बाउमूस ने 11वें मिनट में उसके लिये गोल किया। हैदराबाद की यह लगातार दूसरी हार थी जिससे वह शीर्ष स्थान से हट गया है। अब उसका सामना चेन्नई से जबकि एटीके का सामना बेंगलुरू एफसी से होगा।
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दोहा. विश्व कप में सर्बिया पर ब्राजील की 2-0 की जीत के दौरान मैच के आखिरी क्षणों में नेमार के दाहिने टखने में चोट लग गई और वह दूसरा मैच नहीं खेल सकेंगे । ब्राजील टीम के चिकित्सक रोड्रिगो लैसमर ने कहा कि उनके दाहिने टखने के टेस्ट कराये गए हैं और चोट की वजह से वह सोमवार को स्विटजरलैंड के खिलाफ नहीं खेल सकेंगे । उन्होंने कहा ,‘‘ संयम से काम लेने की जरूरत है । उसकी चोट पर रोज नजर रखी जायेगी ताकि सही फैसला लिया जा सके । वह टूर्नामेंट में आगे खेल सके, इसके लिये उसका पूरी तरह ठीक होना जरूरी है ।'' डिफेंडर डानिलो के बायें टखने में चोट है और वह भी दूसरा मैच नहीं खेल सकेंगे ।
टेस्ट के बाद टीम होटल में नेमार का इलाज चल रहा है ।सर्बिया के खिलाफ मैच के दौरान दूसरे हाफ में उन्हें चोट लगी । उन्हें बेंच पर रोते हुए देखा गया और बाद में वह लॉकर रूम में चले गए । बाद में नेमार ने सोशल मीडिया पर लिखा ,‘‘ कठिन मैच लेकिन जीत महत्वपूर्ण थी । टीम को बधाई । पहला कदम उठा लिया है । छह और बाकी है ।'' उन्होंने मैच के बाद इंस्टाग्राम पर लिखा ,‘‘ विश्वास रखें । विश्वास रखना जरूरी है कि सब ठीक होगा । अभी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाकी है ।'' ब्राजील के कोच टिटे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि नेमार विश्व कप में खेलना जारी रखेंगे । उन्होंने कहा ,‘‘ नेमार इस विश्व कप में आगे और खेलेगा । मुझे यकीन है ।'' मार 2014 विश्व कप में भी चोटिल हुए थे। ब्राजील में खेले गये इस विश्व कप में कोलंबिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में पीठ की चोट दर्द के कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हुए थे। इसके बाद ब्राजील को सेमीफाइनल में जर्मनी ने 7-1 से हराया था। सर्बिया के खिलाफ मैच में नौ बार फाउल करने वाले नेमार दूसरे हाफ में चोटिल हो गए और 79वें मिनट में उनकी जगह दूसरे खिलाड़ी को मैदान पर उतारा गया। टिटे ने कहा कि चोटिल होने के बाद भी नेमार 11 मिनट तक मैदान पर डटे रहे। टिटे ने कहा, ‘‘ वह दर्द के साथ खेलता रहा क्योंकि टीम को उनकी जरूरत थी। मुझे उस समय उसके चोटिल होने का पता भी नहीं चला।'' लुसैल स्टेडियम में खेल के अंतिम मिनटों में जब चिकित्सकों ने नेमार का इलाज शुरू किया तो उनकी आंखों में आंसू थे। जब डॉक्टरों ने उसके पैर के चारों ओर बर्फ लपेट दी तब उन्होंने अपनी कमीज सिर की ओर खींच ली। वह लंगड़ाते हुए लॉकर रूम गये। वह स्टेडियम से बाहर निकलते समय भी लंगड़ा कर चल रहे थे। इस मैच में ब्राजील के लिए दोनों गोल करने वाले रिचर्लिसन कहा, ‘‘हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगले मैच के लिए वह शत प्रतिशत फिट हो। मैं होटल पहुंचकर देखूंगा कि वह कैसा है।'' तीस साल के नेमार ने ब्राजील को 2013 में कन्फेडरेशन कप का खिताब और 2016 रियो डी जनेरियो खेलों में ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। अपना पहला विश्व कप खिताब का इंतजार कर रहे इस दिग्गज के नाम ब्राजील के लिए 75 गोल है जो इस खेल के महानतम खिलाड़ियों में शामिल पेले के रिकॉर्ड से दो कम है। -
जिंबाब्वे दौरे में कप्तानी छीने जाने से आहत नहीं हुआ था: धवन
ऑकलैंड. शिखर धवन को भगवान पर बहुत भरोसा है और यही वजह है कि जब जिंबाब्वे दौरे के दौरान उनकी जगह केएल राहुल को कप्तानी सौंपी गई तो वह आहत नहीं हुए थे। नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में अमूमन वनडे टीम की अगुवाई करने वाले धवन को इस साल अगस्त में जिंबाब्वे दौरे में होने वाले तीन वनडे मैचों के लिए कप्तान नियुक्त किया गया था लेकिन केएल राहुल के फिट होने के बाद पूर्व राष्ट्रीय चयन समिति ने उनसे कप्तानी छीन ली थी। धवन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा,‘‘मैं आहत नहीं हुआ था क्योंकि कुछ चीजें पहले से ही निर्धारित होती हैं और जो कुछ भी होता है वह हमारे भले के लिए होता है।'' उन्होंने कहा,‘‘ और अगर आप जिंबाब्वे दौरे के बाद देखेंगे तो मुझे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के लिए फिर से कप्तान बनाया गया और उसी चयन समिति ने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी। इसलिए जिंबाब्वे में जो कुछ हुआ उससे मुझे थोड़ा भी दुख नहीं हुआ था। भगवान जो कुछ करता है अच्छे के लिए करता है।'' धवन ने कहा,‘‘ मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि करियर के इस पड़ाव में मुझे भारत की कप्तानी करने का मौका मिला है।'' उन्होंने जिंबाब्वे दौरे में राहुल को कप्तानी सौंपने के कारणों पर भी बात की।धवन ने कहा,‘‘ जिंबाब्वे में राहुल को इसलिए कप्तान बनाया गया क्योंकि वह मुख्य टीम का उपकप्तान है। उसे उस श्रृंखला के बाद एशिया कप में खेलना था और यदि रोहित चोटिल हो जाता तो राहुल को कप्तानी करनी थी। इसलिए बेहतर यही था कि वह जिंबाब्वे में कप्तानी करे। इसलिए इस परिप्रेक्ष्य में यह सही फैसला था।'' धवन ने अभी तक 161 वनडे खेले हैं जिनमें उन्होंने 6672 रन बनाए हैं। वह पांच दिसंबर को 37 साल के हो जाएंगे और जानते हैं कि जहां तक उनका सवाल है तो गलती के लिए बहुत कम गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि केवल एक प्रारूप में खेलने से वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘ यह पूरी तरह से व्यक्ति पर निर्भर करता है। मैं इसे भगवान की कृपा मानता हूं कि मैं केवल एक प्रारूप में खेल रहा हूं। इससे मुझे अपने अन्य काम पूरे करने में मदद मिलती है। जब मैं तीनों प्रारूप में खेलता था उसकी तुलना में मैं अधिक तरोताजा और मजबूत रहता हूं।'' धवन जानते हैं एक बार रोहित और राहुल की वापसी के बाद शीर्ष क्रम में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी तथा उनके अलावा शुभमन गिल भी सलामी बल्लेबाज के दावेदार होंगे। उन्होंने कहा,‘‘ अब तीनों प्रारूप में कई खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और यह अच्छी बात है। एक प्रारूप में खेलने की अपनी चुनौतियां है लेकिन मैं खुद को तैयार रखता हूं। ' -
दुबई. भारत के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने बुधवार को यहां जारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) पुरुष टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा जबकि हरफनमौला हार्दिक पंड्या संयुक्त 50वें स्थान पर पहुंच गए। सूर्यकुमार ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में नाबाद 111 रन बनाकर रैंकिंग में शीर्ष पर अपनी स्थिति और मजबूत की। उन्होंने तीन मैचों की श्रृंखला से 31 रेटिंग अंक प्राप्त किए हैं। वह 890 रेटिंग अंक के साथ दूसरे स्थान पर काबिज पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान से 54 रेटिंग अंक आगे है। न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में भारत का नेतृत्व करने वाले हार्दिक श्रृंखला के आखिरी मैच में नाबाद 30 रन बनाकर बल्लेबाजों के बीच संयुक्त 50वें स्थान पर पहुंच गए। गेंदबाजों की सूची में अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार दो पायदान चढ़कर 11वें जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह एक पायदान ऊपर 21वें स्थान पर पहुंच गए हैं। स्पिनर युजवेंद्र चहल आठ पायदान की छलांग लगाकर 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
भारतीय दिग्गज विराट कोहली एकदिवसीय में बल्लेबाजों की रैंकिंग में छठे स्थान के साथ शीर्ष भारतीय है। कप्तान रोहित शर्मा आठवें पायदान पर बरकरार है। चोटिल जसप्रीत बुमराह गेंदबाजों की सूची में 11वें स्थान पर है।
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर और ट्रेविस हेड ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर 269 रन की शानदार साझेदारी के बाद बल्लेबाजों की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में दमदार प्रदर्शन करने वाले स्टीव स्मिथ भी अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग सातवें स्थान की बराबरी करने में सफल रहे। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय में 106 रन की पारी खेलने वाले वार्नर एक स्थान के सुधार के साथ पांचवें जबकि इसमें 152 रन बनाने वाले हेड 12 स्थानों के सुधार के साथ 30 वें पायदान पर पहुंच गये। गेंदबाजों की सूची में मिशेल स्टार्क चौथे जबकि एडम जम्पा सातवें स्थान पर पहुंच गये हैं। - यरूसलम । भारत ने टाईब्रेकर तक चले मुकाबले में फ्रांस को पराजित करके फिडे विश्व टीम शतरंज चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।पहले दोनों मुकाबलों में दोनों टीम बराबरी पर रही जिसके बाद ब्लिट्ज टाईब्रेकर का सहारा लिया गया जिसमें भारत ने 2.5- 1.5 के अंतर से जीत दर्ज की। भारत की जीत के नायक निहाल सरीन और एस एल नारायणन रहे जिन्होंने क्रमश: जूल्स मौसर्ड और लॉरेंट फ्रेसिनेट को हराया। भारत के शीर्ष खिलाड़ी विदित गुजराती ने फ्रांसीसी स्टार मैक्सिम वाचियर लाग्रेव को 45 चाल में बराबरी पर रोका जबकि के शशिकिरण को मैक्सिमे लेगार्ड ने 55 चाल में पराजित किया। ऐसे में सरीन और नारायणन की जीत से भारत आगे बढ़ने में सफल रहा।सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला उज़्बेकिस्तान से होगा। उज्बेकिस्तान ने यूक्रेन को हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। इससे पहले शुरुआती मुकाबले में गुजराती ने लाग्रेव को जबकि नारायणन ने फ्रेसिनेट को हराया। सरीन और शशिकिरण ने अपनी बाजियां ड्रा खेली जिससे भारत ने यह मुकाबला 3-1 से जीता।फ्रांस ने हालांकि दूसरे मुकाबले में इसी अंतर से जीत दर्ज करके मैच को टाईब्रेकर तक खींचा।दूसरे मुकाबले में लाग्रेव ने गुजराती को जबकि फ्रेसिनेट ने नारायणन को हराया। सरीन और शशिकिरण ने फिर से अपनी बाजियां ड्रा खेली। अन्य मुकाबलों में स्पेन ने अज़रबैजान और चीन ने पोलैंड को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां यह दोनों टीम आमने-सामने होंगी।
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विज्क आन जी (नीदरलैंड) . भारत के तीन युवा ग्रैंडमास्टर जनवरी 2023 में यहां टाटा स्टील मास्टर्स टूर्नामेंट में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन सहित शतरंज के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का सामना करेंगे। जनवरी 2023 में 13 से 29 तारीख तक होने वाले टूर्नामेंट में भाग लेने वाले 14 खिलाड़ियों की घोषणा मंगलवार को की गयी, जिसमें 19 वर्षीय अर्जुन एरिगैसी, 17 वर्षीय आर प्रज्ञानानंदा और 16 वर्षीय डी गुकेश की प्रभावशाली भारतीय तिकड़ी शामिल है। तीनों भारतीय खिलाड़ी इस साल शानदार लय में हैं और कई मौकों पर उन्होंने कार्लसन पर जीत दर्ज की है। इस साल की शुरुआत में टाटा स्टील टूर्नामेंट में चैलेंजर्स वर्ग का खिताब जीतने वाले एरिगैसी ने अपने शानदार प्रदर्शन से मास्टर्स वर्ग में जगह पक्की की। अनीश गिरी और जॉर्डन वैन फॉरेस्ट मेजबान देश के प्रतिनिधि होंगे।
- नयी दिल्ली। टी20 विश्व कप 2024 अलग प्रारूप में खेला जायेगा जिसमें भाग लेने वाले 20 देशों को पांच-पांच टीमों के चार ग्रुप में विभाजित किया जायेगा जबकि पहले दौर के बाद सुपर आठ चरण होगा। वहीं 2021 और 2022 टी20 विश्व कप में पहले दौर के बाद सुपर 12 चरण आयोजित किया गया था लेकिन अगले टूर्नामेंट में प्रत्येक चार ग्रुप से शीर्ष दो दो टीमें सुपर आठ चरण में जगह बनायेंगी जिसमें इन्हें फिर चार चार के दो ग्रुप में विभाजित किया जायेगा। फिर सुपर आठ के दो ग्रुप में से प्रत्येक से शीर्ष दो दो टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी जिसके बाद फाइनल खेला जायेगा। वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेले जाने वाले अगले चरण के टूर्नामेंट के लिये 12 टीमें पहले ही अपना स्थान पक्का कर चुकी हैं। मेजबान वेस्टइंडीज और अमेरिका ने पहले दो स्थान हासिल किये।हाल में आस्ट्रेलिया में समाप्त हुए टी20 विश्व कप की शीर्ष आठ टीमें (सुपर 12 ग्रुप में प्रत्येक से शीर्ष चार टीमें) 2024 टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई कर चुकी हैं जिसमें मौजूदा चैम्पियन और उप विजेता पाकिस्तान शामिल हैं। अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी अपना स्थान पक्का कर चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2024 टूर्नामेंट के अंतिम आठ स्थान क्षेत्रीय क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट से तय होंगे। आईसीसी ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका ने शीर्ष आठ में रहने से 2024 क्वालीफिकेशन स्थान हासिल किया। जिम्बाब्वे की टीम अभियान में मजबूत शुरूआत का फायदा नहीं उठा सकी और सुपर 12 ग्रुप में अंतिम स्थान पर रही जिससे उसे क्षेत्रीय क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट खेलना होगा। '' अफ्रीका, एशिया और यूरोप के दो दो क्वालीफिकेशन स्थान होंगे जबकि अमेरिका और पूर्व एशिया प्रशांत क्षेत्र दोनों से एक एक स्थान होंगे।
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तूरिन. सर्बियाई टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच सत्र के अंतिम प्रतिष्ठित एटीपी फाइनल्स में खिताब के लिये तीसरे वरीय कैस्पर रूड के सामने होंगे। जोकोविच की निगाहें अपना छठा एटीपी फाइनल्स खिताब जीतकर रोजर फेडरर के रिकॉर्ड की बराबरी करने पर लगी हैं। उन्होंने अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज को 7-6 (5), 7-6 (6) से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
वहीं रूड ने आंद्रे रूबलेव को 6-2, 6-4 से हराकर फाइनल में जगह बनायी। -
माउंट मोनगानुई. विविधता पूर्ण स्ट्रोक लगाने में माहिर और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अनहोनी को होनी करने में विश्वास रखने वाले सूर्यकुमार यादव की निगाहें अब टेस्ट टीम में जगह बनाने पर टिकी हैं और उन्होंने कहा कि जल्द ही उन्हें लंबे प्रारूप में खेलने का बुलावा आ सकता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 51 गेंदों पर नाबाद 111 रन बनाकर भारत की 65 रन से जीत के नायक रहे सूर्यकुमार से जब टेस्ट टीम में जगह बनाने के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा,‘‘ आ रहा है, वह (टेस्ट टीम में चयन) भी आ रहा है।'' क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार ने मुंबई की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पिछले कई वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है। सूर्यकुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ जब हमने क्रिकेट खेलना शुरू की थी तो लाल गेंद से की थी और मैं मुंबई की अपनी टीम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलता रहा हूं। मैं टेस्ट प्रारूप के बारे में अच्छी तरह से जानता हूं और मैंने लंबे प्रारूप में खेलने का भी आनंद उठाया है। उम्मीद है मुझे जल्द ही टेस्ट कैप मिल जाएगी।'' सूर्यकुमार इस मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए थे और इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को अपने इशारों पर नचाया। सूर्यकुमार के खेल को देखते हुए लगता है कि उन्हें दो-तीन साल पहले ही राष्ट्रीय टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। इस विस्फोटक बल्लेबाज ने भी स्वीकार किया पूर्व में उन्हें नजरअंदाज किए जाने से उन्हें निराशा हुई। उन्होंने कहा,‘‘ मैं अक्सर अपने अतीत की बातें करता हूं। जब मैं अपने कमरे में होता हूं या अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहा होता हूं तो हम दो-तीन साल पहले की स्थिति के बारे में बातें करते हैं। आज की परिस्थिति कैसी है और तब में और आज में क्या बदलाव हुआ, हम इस बारे में अक्सर बातें करते रहते हैं।'' सूर्यकुमार ने कहा,‘‘ निश्चित तौर पर उस समय थोड़ा निराशा हुई थी लेकिन हम हमेशा इस पर ध्यान देते रहे कि अगर कुछ सकारात्मक है तो हमें उस तरफ ध्यान देना चाहिए। मैं कैसे बेहतर क्रिकेटर बन सकता हूं और कैसे आगे बढ़ सकता हूं।'' उन्होंने कहा,‘‘ उस समय के बाद मैंने अलग-अलग चीजों को आजमाया जैसे कि अच्छा भोजन करना, अभ्यास सत्र में पर्याप्त समय बिताना, सही समय पर सोना, जिसका आज मुझे फायदा मिल रहा है।'' सूर्यकुमार ने स्वीकार किया कि उनके कुछ स्ट्रोक उन्हें भी अचंभित कर देते हैं लेकिन उन्होंने कभी क्रिकेट से आगे निकलने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा,‘‘ मैं जब वापस अपने कमरे में जाता हूं और मैच के मुख्य अंश देखता हूं तो कुछ शॉट को देखकर मैं भी अचंभित हो जाता हूं। मैं अच्छा प्रदर्शन करूं या ना करूं, मैं मैच के मुख्य अंश जरूर देखता हूं, लेकिन हां यह सच है कि मैं कुछ स्ट्रोक देख कर हैरान हो जाता हूं।'' सूर्य कुमार ने कहा,‘‘ मैंने कभी खेल से आगे निकलने का प्रयास नहीं किया। मैंने कभी यह नहीं सोचा कि मैं अच्छा खेल रहा हूं तो मुझे इतने रन बनाने चाहिए क्योंकि वर्तमान में बने रहना महत्वपूर्ण होता है।'' उन्होंने कहा,‘‘ अगर आप एक मिनट के लिए भी यह सोचते हो कि मैं खेल से बड़ा हूं या मैं गेंदबाजों पर हावी हो रखा हूं तो आपकी रणनीति गलत जा सकती है। इसलिए वर्तमान में बने रहना और उस क्षण के बारे में ही सोचना महत्वपूर्ण होता है।'' सूर्यकुमार से पूछा गया कि वह इतना आत्मविश्वास कहां से हासिल करते हैं, उन्होंने‘ कहा,‘‘आत्मविश्वास हमेशा बने रहता है। जब आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे होते हैं तो तब भी आपको उन्हीं प्रक्रियाओं से गुजरना होता है। '' उन्होंने कहा,‘‘ मैच के दिन भी मैं 99 प्रतिशत वही चीजें करने की कोशिश करता हूं जो आम दिन करता हूं। जैसे अगर मुझे जिम जाना है तो मुझे सही समय पर दिन का भोजन करना होता है। बस इसी तरह की छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देना होता है और इसलिए जब मैं मैदान पर उतरता हूं तो अच्छा महसूस करता हूं।'' सूर्य कुमार ने कहा,‘‘ खाली समय में मैं अपनी पत्नी के साथ समय बताता हूं और अपने माता-पिता से बहुत बात करता हूं। वे काम को लेकर बात नहीं करते। हमारे बीच खेल को लेकर कोई चर्चा नहीं होती। यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है और मुझे वास्तव में इस तरह की जिंदगी जीने में मजा आता है।'' विराट कोहली के स्थान तीसरे नंबर पर आने के बारे में सूर्यकुमार ने कहा,‘‘ हाल में हम कुछ मैचों में एक साथ खेले और अच्छी साझेदारियां निभाई। मैं उनके साथ बल्लेबाजी का पूरा आनंद लेता हूं। सबसे बड़ी बात है कि मुझे काफी दौड़ लगानी होती है क्योंकि वह बेहद फिट खिलाड़ी हैं लेकिन जब हम मैदान से बाहर होते हैं तो खेल के बारे में बहुत ज्यादा बात नहीं करते। हम जानते हैं कि हम एक दूसरे के खेल का सम्मान करते हैं।
- नयी दिल्ली,। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को अर्जुन पुरस्कार के लिये सिफारिश किये जाने के पांच साल बाद इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया गया। पुजारा अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं के कारण 2017 में पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हो सके थे। शनिवार को आखिरकार यहां ‘हैंड ओवर' (पुरस्कार सुपुर्द) समारोह में उन्हें ट्रॉफी उठाने का मौका मिला। खेल मंत्री से अनुराग ठाकुर से पुरस्कार प्राप्त करने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ बीसीसीआई और अनुराग ठाकुर को बाद में अर्जुन पुरस्कार सौंपने के लिये यह सम्मान आयोजित करने के लिये धन्यवाद। इसे मैं अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं के कारण उस साल ले नहीं पाया था। इसे लेकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और आभारी हूं। '' पुजारा सौराष्ट्र के लिये घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, वह विजय हजारे ट्राफी के लिये राजधानी दिल्ली में हैं। वह भारत ए टीम का हिस्सा होंगे जो अगले महीने दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये बांग्लादेश का दौरा करेगी। पुजारा ने काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में वापसी की, वह 96 टेस्ट खेल चुके हैं।
- माउंट मोनगानुई। सूर्यकुमार यादव खेल के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में अपनी शानदार लय को जारी रखते हुए एक कैलेंडर वर्ष में दो शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने । कप्तान रोहित शर्मा (चार) 2018 में एक कैलेंडर वर्ष में दो टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को 111 रन की नाबाद पारी के साथ सूर्यकुमार उन भारतीय बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गये जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो या उससे अधिक शतक लगाये है। इस सूची में सूर्यकुमार से पहले रोहित और सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (दो) शामिल है। सूर्यकुमार ने इस प्रारूप में अपना पहला शतक इसी साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ लगाया था।रविवार को भारत की पारी के बाद सूर्यकुमार ने प्रसारकों से कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट में शतक हमेशा खास होता है। मैं इस तरह से बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं, मैं अभ्यास के दौरान नेट सत्र में भी ऐसा ही करता हूं। मैं इससे बहुत खुश हूं।'' सूर्यकुमार 19वें ओवर में लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद पर लगातार चौके जड़कर तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंचे। पिछले साल मार्च में टी20 प्रारूप में पदार्पण करने के बाद से सूर्यकुमार शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने 41 मैचों में 45.00 की औसत से 1300 से अधिक रन बनाए हैं। इस दौरान उनका 181.64 का स्ट्राइक रेट टी20 प्रारूप में किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा है। उन्होंने भारतीय मध्य-क्रम में अपनी जगह पक्की कर ली है और पिछले एक साल से अपने सर्वश्रेष्ठ लय में है। मैदान के हर क्षेत्र में शॉट खेलने की क्षमता के कारण सूर्यकुमार यादव को ‘मिस्टर 360' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने इस साल (2022) टी20 प्रारूप में 1151 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 67 छक्के लगाये और उनका स्ट्राइक रेट 188.37 का रहा है।
- माउंट मोनगानुई। शानदार फॉर्म में चल रहे सूर्यकुमार यादव (51 गेंद, नाबाद 111 रन) के तूफानी शतक से भारत ने रविवार को यहां दूसरे टी20 मैच में न्यूजीलैंड को 65 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त हासिल की। सूर्यकुमार (11 चौके और सात छक्के) ने एक बार फिर तेजतर्रार बल्लेबाजी कौशल का नजारा पेश किया और उनके दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक की मदद से भारत ने छह विकेट पर 191 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाये जिससे टीम 18.5 ओवर में 126 रन पर सिमट गयी। उसके लिये कप्तान केन विलियमसन (61 रन) के अर्धशतक के अलावा कोई बड़ा योगदान नहीं कर सका। भारतीय गेंदबाजों में कामचलाऊ ऑफ स्पिनर दीपक हुड्डा सबसे सफल रहे जिन्होंने 19वें ओवर में तीन विकेट से 2.5 ओवर में 10 रन देकर चार विकेट झटके। युजवेंद्र चहल (26 रन देकर दो विकेट) के लिये यह अच्छी वापसी रही, जिन्हें हालिया टी20 विश्व कप में एक भी मैच में नहीं खिलाया गया था। उन्हें और मोहम्मद सिराज को दो विकेट मिले जबकि भुवनेश्वर कुमार और वाशिंगटन सुंदर के खाते में एक एक विकेट आये। कप्तान हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजी नहीं की।पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। श्रृंखला का तीसरा टी20 22 नवंबर को नेपियर में खेला जायेगा।न्यूजीलैंड को पहले ही ओवर की दूसरी गेंद पर करारा झटका लगा जब फिन एलेन खाता भी नहीं खोल सके और भुवनेश्वर कुमार की आउटस्विंग लेती गेंद पर थर्ड मैन में कैच दे बैठे। सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे (22 गेंद में 25 रन) और विलियमसन (52 गेंद) ने 56 रन की साझेदारी निभायी लेकिन जरूरी रन गति को बनाये रखने के लिये बड़े शॉट नहीं लगा सके। कॉनवे फिर सुंदर पर स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर लपके गये। बिग हिटर ग्लेन फिलिप्स ने चहल की गेंद पर स्वीप शॉट लगाकर इरादे जाहिर किये लेकिन दो गेंद के बाद यही शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे। न्यूजीलैंड का स्कोर 14वें ओवर में पांच विकेट पर 89 रन था और मैच लगभग खत्म ही हो गया था।इससे पहले न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। भारत का ऋषभ पंत के साथ पारी आगाज करने का प्रयोग कारगर नहीं हुआ, वह 13 गेंद खेलने के बाद छह रन बनाकर आउट हुए। भारत ने पॉवरप्ले में एक विकेट पर 42 रन बनाये। बारिश के कारण 26 मिनट का खेल खराब हुआ लेकिन कोई ओवर नहीं घटाया गया। सूर्यकुमार ने गेंदबाजों के खिलाफ मन मुताबिक रन बनाकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में मदद की। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज ईशान किशन (31 गेंद में 36 रन) और चौथे नंबर पर उतरे श्रेयस अय्यर (नौ गेंद में 13 रन) ने अच्छी शुरूआत की लेकिन इसे बड़ी पारी में नहीं बदल सके। विराट कोहली की अनुपस्थिति में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे सूर्यकुमार ने इच्छानुसार चौके-छक्के जड़े और उन्होंने अपनी पारी के अंतिम 64 रन के लिये महज 18 गेंद खेलीं। देखने में भले ही उनकी पारी सरल नहीं दिख रही थी लेकिन सूर्यकुमार का कहना है कि उन्होंने इसे ‘सरल' बनाये रखा और मैदान पर क्षेत्ररक्षकों के हिसाब से ही इतनी ‘रेंज' के शॉट्स लगाये। स्पिनर ने जब ऑफ स्टंप की ओर गेंद पिच की तो उन्होंने कवर पर इनसाइड आउट शॉट खेला जब तेज गेंदबाजों ने गुडलेंथ पर उनके स्टंप को निशाना बनाया तो उन्होंने फाइन लेग पर इसे छक्के तक पहुंचाया। इस तरह उन्होंने अपना दूसरा शतक महज 49 गेंद में चौका लगाकर पूरा किया।लॉकी फर्ग्यूसन द्वारा डाले गये 19वें ओवर में सूर्यकुमार ने चार चौके और डीप प्वाइंट में एक गगनचुंबी छक्का जड़ा। भारतीय बल्लेबाज की शानदार लय के सामने इस गेंदबाज की सारी रणनीति विफल हो गयी। भारत ने अंतिम पांच ओवर में 72 रन बनाये। टिम साउदी (34 रन देकर तीन विकेट) का 20वां ओवर शानदार रहा जिसमें उन्होंने हैट्रिक कर रन गति पर लगाम कसी। उन्होंने वाशिंगटन सुंदर, दीपक हुड्डा और हार्दिक पंड्या को आउट कर हैट्रिक ली। उनके अलावा लॉकी फर्ग्यूसन ने दो और ईश सोढ़ी ने एक विकेट प्राप्त किया।