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मुंबई. स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा और मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स में 595 अंक का उछाल आया। निफ्टी भी 19,400 अंक के ऊपर पहुंच गया। वैश्विक बाजारों में अनुकूल रुख के बीच आईटी, निजी क्षेत्र के बैंक और पूंजीगत सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी के साथ बाजार मजबूत हुआ है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 594.91 अंक यानी 0.92 प्रतिशत उछलकर 64,958.69 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 181.15 अंक यानी 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,411.75 अंक पर बंद हुआ। तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,367 अंक और निफ्टी 422 अंक चढ़ा है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फिनसर्व सबसे अधिक लाभ में रहे। दूसरी तरफ भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स और टाइटन में गिरावट रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में नौकरियों में कम वृद्धि तथा फेडरल रिजर्व (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) की मौद्रिक नीति के आक्रामक रुख में नरमी आने की संभावना से बाजार में उम्मीदें बनी हुई हैं। चूंकि ज्यादातर चुनौतियां वैश्विक हैं, ऐसे में निवेशकों की धारणा अब घरेलू कंपनियों की ओर है। घरेलू बाजार में त्योहारों को लेकर मांग अच्छी है।'' बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में एक प्रतिशत तथा मिडकैप में 0.90 प्रतिशत की तेजी रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘सप्ताह की शुरुआत बाजार में मजबूती के साथ हुई और दोनों मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में करीब एक प्रतिशत की तेजी रही। अमेरिकी बाजार में तेजी का असर घरेलू बाजार पर देखने को मिल रहा है।'' एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को सकारात्मक दायरे में रहे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.35 प्रतिशत चढ़कर 86.04 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 12.43 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। -
नयी दिल्ली. जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी बाटा इंडिया अपनी खुदरा दुकानों पर अमेरिका के लाइफस्टाइल ब्रांड ‘नाइन वेस्ट' के जूते और अन्य सामान बेचेगी। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसके निदेशक मंडल ने ऑथेंटिक ब्रांड्स ग्रुप के विश्व-प्रसिद्ध ब्रांड ‘नाइन वेस्ट' के लिए उसके साथ लाइसेंसिंग और विनिर्माण करार को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने कहा, “इस व्यवस्था के तहत बाटा इंडिया के पास पूरे भारत में अपनी दुकानों के माध्यम से नाइन वेस्ट के जूते और अन्य सामान के विनिर्माण, विपणन और वितरण का अधिकार होगा।” नाइन वेस्ट ने 2018 में दिवाला कार्यवाही के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद ऑथेंटिक ब्रांड्स ग्रुप ने इसका अधिग्रहण कर लिया था। इस समय बाटा इंडिया पावर, नॉर्थ स्टार, वीनब्रेनर, बाटा, बाटा रेड लेबल, बाटा 3डी, हश पपीज, नेचुरलाइजर और ब्रीज जैसे वैश्विक ब्रांड के उत्पादों की भारतीय बाजार में बिक्री करती है। बीते वित्त वर्ष 2022-23 में बाटा इंडिया की परिचालन आय 3,451.56 करोड़ रुपये रही थी।
- नयी दिल्ली। इजराइल और चरमपंथी संगठन हमास के बीच जारी संघर्ष के बीच एयरलाइन एयर इंडिया ने भारत से तेल अवीव के लिए अपनी निर्धारित उड़ानें 30 नवंबर तक निलंबित कर दी हैं। कंपनी ने सात अक्टूबर से इजराइल के तेल अवीव जाने वाली या वहां से आने वालीं उड़ानें संचालित नहीं की हैं। कंपनी के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि तेल अवीव के लिए उड़ानें 30 नवंबर तक निलंबित कर दी गई हैं।एयर इंडिया सामान्य तौर पर दिल्ली से तेल अवीव के लिए सप्ताह में पांच उड़ानें संचालित करती है। यें उड़ानें सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार और रविवार को हैं। एयरलाइन ने पिछले महीने इजराइल-हमास के बीच बढ़ते संघर्ष के मद्देनजर वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार के ‘ऑपरेशन अजय' के तहत दिल्ली से तेल अवीव के बीच कुछ उड़ानें संचालित की थीं।
- नयी दिल्ली। गेम बनाने वाली कंपनी क्राफ्टन के भारतीय कारोबार प्रमुख शॉन ह्यूनिल सोहन का कहना है कि भले ही भारत के कुल उपयोगकर्ता-आधार का 10 प्रतिशत से भी कम गेम के लिए भुगतान करता है लेकिन यह कंपनी द्वारा तैयार पबजी और बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के शीर्ष पांच बाजारों में शामिल है। क्राफ्टन इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोहन ने कहा कि उपयोगकर्ता आधार के मामले में भारत कंपनी के लिए शीर्ष तीन बाजारों में से एक है और गेमर्स के बीच भुगतान करने की इच्छा बढ़ रही है। उन्होंने कहा, “भारत हमारे लिए दीर्घकालिक बाजार है। इसका बाजार प्रति वर्ष कम से कम 10 या 15 प्रतिशत बढ़ता है। हम अपनी स्थिति बनाए रखना चाहते हैं और बाजार के साथ बढ़ना चाहते हैं। भारत हमारे लिए शीर्ष पांच बाजारों में से एक है और उपयोगकर्ता आधार के मामले में यह शीर्ष तीन में है।” वर्तमान में, कंपनी भारत में पबजी के समान बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (बीजीएमआई) शूटिंग गेम चलाती है, जिसे सरकार ने सितंबर 2020 में प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, सरकार ने इसी साल मई में इसे दोबारा बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी थी। सोहन ने कहा कि भारत में क्राफ्टन का भुगतान किया गया उपयोगकर्ता-आधार और प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व विकसित गेमिंग बाजारों की तुलना में कम है। उन्होंने कहा, “हमारे पास इन-ऐप खरीदारी है, जहां लोग सौंदर्य प्रसाधन और अतिरिक्त कौशल जैसे अपने उपभोग के लिए भुगतान करते हैं। यह आरएमजी (रियल मनी गेमिंग) नहीं है जहां कैश आउट की अनुमति है।” यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनियों की आरएमजी खंड में प्रवेश करने की योजना है, सोहन ने कहा कि कंपनी कोरिया सहित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में सख्त विनियमन के कारण इसमें विशेषज्ञ नहीं है, जहां यह खंड है।
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नयी दिल्ली. केंद्र ने शनिवार को कहा कि दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी के सफल बिक्री केंद्र पर 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज मिलेगा। प्याज की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए यह कदम उठाया गया है। हैदराबाद कृषि सहकारी संघ तेलंगाना और अन्य दक्षिणी राज्यों में ऐसी ही पहल संचालित कर रहा है।
सहकारी निकाय एनसीसीएफ और नेफेड पहले ही केंद्र सरकार की ओर से रियायती दर पर बफर प्याज की खुदरा बिक्री कर रहे हैं। नेफेड ने अब तक 21 राज्यों के 55 शहरों में मोबाइल वैन और स्टेशन आउटलेट सहित 329 खुदरा केंद्र स्थापित किए हैं। दूसरी ओर एनसीसीएफ ने 20 राज्यों के 54 शहरों में 457 खुदरा केंद्र स्थापित किए हैं। केंद्रीय भंडार ने भी तीन नवंबर से दिल्ली-एनसीआर में अपने आउटलेट से प्याज की खुदरा आपूर्ति शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''सफल मदर डेयरी में इस सप्ताहांत से बफर प्याज की बिक्री शुरू होगी। तेलंगाना और अन्य दक्षिणी राज्यों में उपभोक्ताओं को प्याज की खुदरा बिक्री हैदराबाद कृषि सहकारी संघ (एचएसीए) कर रही है।'' मंत्रालय ने खरीफ फसल की आवक में देरी के कारण प्याज की कीमतों में हालिया वृद्धि से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बफर स्टॉक से प्याज की खुदरा बिक्री शुरू की है। सरकार ने चालू वर्ष के लिए पांच लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाए रखा है और अतिरिक्त दो लाख टन का बफर बनाने की योजना है। सरकार के इन कदमों से प्याज की थोक कीमतों में गिरावट का रुख दिख रहा है, लेकिन खुदरा बाजारों में इसका असर दिखने में समय लग रहा है। मंत्रालय ने कहा, ''खुदरा कीमतों में आने वाले सप्ताह में इसी तरह की गिरावट की उम्मीद है।
इसके अलावा सरकार ने आम घरों में दाल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 60 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती कीमत पर 'भारत दाल' पेश की है। भारत दाल को नेफेड, एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार, सफल और तेलंगाना तथा महाराष्ट्र में राज्य नियंत्रित सहकारी समितियों के जरिए उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जा रहा है। -
चंडीगढ़. हरियाणा के पंचकुला में एक दवा कंपनी ने दिवाली के अवसर पर अपने कर्मचारियों को 12 कारें उपहार में दी हैं। कंपनी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस दिवाली में 38 अन्य लोगों को उनकी ''कड़ी मेहनत और वफादारी'' के लिए इसी तरह का पुरस्कार देने की योजना है। मिट्स हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड ने एक बयान में कहा कि उसने अपने कर्मचारियों को दिवाली उपहार के रूप में कारें दी हैं। कंपनी के निदेशक एम के भाटिया, जो अपने कर्मचारियों को ''सेलिब्रिटी'' कहते हैं, ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 12 कर्मचारियों को कारें भेंट कीं। कंपनी निकट भविष्य में 38 और कर्मचारियों को कार देने वाली है।
- नयी दिल्ली. लक्जरी कार बनाने वाली कंपनी मर्सिडीज बेंज इस साल भी बिक्री का नया रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है। कंपनी की भारतीय इकाई के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने बृहस्पतिवार को कहा कि आपूर्ति संबंधी चिंताओं के बावजूद कंपनी 2024 में भी इसी गति को कायम रखने के प्रति आश्वस्त है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को दो नए उत्पाद- स्पोर्ट्स यूटीलिटी व्हीकल (एसयूवी) जीएलई और एएमजी सी 43 पेश किए। एसयूवी जीएलई की कीमत 96.4 लाख रुपये से 1.15 करोड़ रुपये तक है तो एएमजी सी 43 की कीमत 98 लाख रुपये से शुरू होती है। इसके साथ ही कंपनी ने 2023 में बाजार में 10 उत्पाद उतारने की योजना को पूरा कर लिया है। अय्यर ने यहां इन मॉडल को पेश किए जाने के मौके पर कहा, “कुल मिलाकर हां, हमारे लिए उपलब्धि वाला एक और साल। हमारे पास अब भी दो महीने हैं लेकिन इस स्तर पर मांग के नजरिये से (यह) मजबूत है। आपूर्ति के मामले में हमें यहां से सुधार करना होगा और इसके साथ ही हमें वर्ष का समापन उच्चस्तर पर करना चाहिए।” वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या कंपनी 2022 में 15,822 इकाइयों की नई ऊंचाई देखने के बाद 2023 में एक और रिकॉर्ड बिक्री के लिए तैयार है। जनवरी-सितंबर, 2023 के दौरान कंपनी ने सालाना आधार पर 11 प्रतिशत वृद्धि के साथ 12,768 इकाइयां बेची हैं।
- चेन्नई. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड डेयरी सर्विसेज, विशेषकर देश के दक्षिणी हिस्सों में अलामधी सीमन स्टेशन में दुधारू गायों और बैलों की अनूठी नस्लों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में काम कर रही है। एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अलामाधी सीमन स्टेशन के प्रमुख गुणसेकरन एम ने कहा कि यहां के पास रेडहिल्स में एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज के इस सीमन स्टेशन में गोजातीय की लगभग 25 नस्लें हैं और यहां पिछले वित्त वर्ष में 95.61 लाख जमे हुए वीर्य की खुराक बेची गईं। अलामाधी सीमेन स्टेशन उन पांच स्टेशनों में से एक है जो देशभर में एनडीडीबी डेयरी सेवाओं के तहत स्थापित किया गया है। चेन्नई के अलावा यह गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र और हरियाणा में स्थित है। उनके अनुसार, 'कंगयम' बैल विशेष रूप से तमिलनाडु में लोकप्रिय बैल वश में करने वाले खेल 'जल्लीकट्टू' में अपनी मजबूत क्षमता के लिए जाने जाते हैं। चित्तूर जिले की 'पुंगनूर' नस्ल आंध्र प्रदेश से देवी 'लक्ष्मी' और केरल से 'वेचूर' को दर्शाती है। उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे छोटी नस्ल जिसे गिनीज रिकॉर्ड्स में जगह मिली है, वह 'संबंधित क्षेत्र का गौरव' है। उन्होंने बताया कि 'पुंगनूर' और 'वेक्टर' नस्लें विलुप्त होने के कगार पर थीं, जिनमें क्रमशः लगभग 500 और 200 जानवर शामिल थे। उन्होंने कहा, 'कंगायम' नस्ल की उत्पत्ति तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में कोंगु क्षेत्र से हुई है, जबकि 'पुंगनूर' मवेशियों की संख्या केवल 500 से 600 है, जो विलुप्त होने के कगार पर हैं। 'पुंगनूर' नस्ल के दूध में वसा की मात्रा अधिक होती है। सामान्य गाय में वसा की मात्रा लगभग तीन से 3.5 प्रतिशत होती है, इसकी तुलना में पुंगनूर नस्ल की गाय में वसा की मात्रा लगभग आठ प्रतिशत होती है। उन्होंने कहा, “इस गाय का दूध प्रतिदिन औसतन तीन से पांच लीटर होता है और दैनिक आहार का सेवन पांच किलोग्राम होता है। 'वेचूर' नस्ल केरल के कोट्टायम जिले के वेचूर गांव में पाई जाने वाली सबसे छोटी मवेशी नस्ल है। उन्होंने कहा, '..गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अनुसार यह दुनिया की सबसे छोटी मवेशी नस्ल है और इसे आवश्यक भोजन की मात्रा की तुलना में बड़ी मात्रा में दूध पैदा करने के लिए महत्व दिया जाता है।'' उन्होंने कहा, आज लगभग 200 'वेचूर' गायें हैं, जिनमें से लगभग 100 सरकार द्वारा संचालित पशु चिकित्सा महाविद्यालय में हैं।
- नयी दिल्ली. सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि समर्थन मूल्य पर अबतक किसानों से सीधे 161.47 लाख टन धान की खरीद की जा चुकी है और खरीद कार्य सुचारू तरीके से चल रहा है। धान की खरीद राज्य एजेंसियों के साथ सरकारी उपक्रम भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा की जाती है।विभिन्न एजेंसियां खरीफ (ग्रीष्म) मौसम में उगाए गए धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद रही हैं। खाद्य मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘एक नवंबर तक 161.47 लाख टन धान की खरीद की गई है, जिससे लगभग 9.33 लाख किसानों को 35,571.14 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य का लाभ हुआ है।'' इसमें कहा गया है कि वर्ष 2023-24 के अक्टूबर से सितंबर तक चलने वाले खरीफ विपणन सत्र में खरीद कार्य ‘‘सुचारू रूप'' से आगे बढ़ रहा है। एजेंसियां किसानों से धान खरीदती हैं और बाद में उसकी मिलिंग करके उसे चावल के रूप में प्राप्त करती हैं। मंत्रालय का लक्ष्य खरीफ विपणन सत्र में 521.27 लाख टन चावल खरीदने का है, जिसमें से 20.76 प्रतिशत (108.23 लाख टन) पहले ही पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु से खरीदा जा चुका है। इसमें कहा गया है कि पंजाब से लगभग 66.42 लाख टन, हरियाणा से 36.11 लाख टन और तमिलनाडु से 3.26 लाख टन खरीदा गया है। धान की खेती ख़रीफ़ और रबी दोनों मौसमों में की जाती है। देश के कुल चावल उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा ख़रीफ़ मौसम से आता है।
- मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से खराब कर्ज को लेकर चिंता जताने के बीच एक रिपोर्ट में छोटे मूल्य के व्यक्तिगत कर्ज (पर्सनल लोन) पर नजर रखने की जरूरत पर बल दिया गया है। यह रिपोर्ट एक कर्ज सूचना कंपनी ने बृहस्पतिवार को जारी की। ट्रांसयूनियन सिबिल ने कहा कि जनवरी, 2022 से जून, 2023 के बीच मात्रा के हिसाब से कुल खुदरा ऋण में एक-चौथाई 50,000 रुपये से कम के छोटे व्यक्तिगत ऋण रहे हैं, जबकि जून, 2023 तिमाही में इस खंड में नया कर्ज लेने वाले आधे से अधिक ग्राहकों के पास पहले से ही चार ऋण उत्पाद थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले महीने वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिमों का उल्लेख करते हुए बैंकों को असुरक्षित कर्ज खंड पर ज्यादा ध्यान देने के लिए कहा था। दास ने कहा था, “अपने आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करें ताकि बाद में परेशानी में पड़ने के बजाय किसी भी संभावित जोखिम को पहले ही नियंत्रित किया जा सके।”
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नोएडा. गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने बृहस्पतिवार को आतिथ्य प्रौद्योगिकी कंपनी ओयो से यह सुनिश्चित करने को कहा कि निजी कंपनी से संबद्ध होटलों में कोई "अनैतिक गतिविधियां" न हों। कंपनी के अनुसार, ओयो ब्रांड के तहत वर्तमान में दिल्ली से सटे गौतम बुद्ध नगर जिले के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 365 संपत्तियां क्रियाशील हैं। अधिकारी ने कहा कि इस पहल के तहत ओयो के ब्रांड का अवैध रूप से उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक होगी, जबकि होटलों को अपने परिसरों में सुरक्षा उपाय बढ़ाने का सुझाव दिया गया है। जिले की पुलिस और कंपनी के अधिकारियों एवं फ्रेंचाइजी भागीदारों के बीच आयोजित एक बैठक में, पुलिस उपायुक्त (नोएडा) हरीश चंद्र ने कहा, "ओयो ने कई होटल व्यवसायियों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करके सशक्त बनाया है, जिससे उन्हें व्यवसाय का विस्तार करने में मदद मिली है... हालांकि, बहुत सारे होटल व्यवसायी अवैध रूप से आयो ब्रांड का उपयोग कर रहे हैं। हम ओयो को नोएडा में ऐसे होटल व्यवसायियों के खिलाफ पूर्ण सहयोग और त्वरित एवं सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हैं।'' सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश वर्मा ने कहा कि आतिथ्य उद्योग नोएडा में अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और कहा कि होटल कर्मचारी अक्सर सुरक्षा की पहली पंक्ति होते हैं, जिनमें संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और रिपोर्ट करने की क्षमता होती है। ओयो के चीफ मर्चेंट ऑफिसर अनुज तेजपाल ने कहा, “हम इस सेमिनार के माध्यम से अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने के लिए सक्रिय कदम उठा रहे हैं। होटल उद्योग और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर, इसका उद्देश्य एक मजबूत, अधिक सतर्क समुदाय का निर्माण करना है, जो नोएडा को व्यवसाय और यहां रहने वाले मेहमानों के लिए एक सुरक्षित स्थान बना सके।''
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नयी दिल्ली. वैश्विक बाजारों से मजबूती के संकेतों के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 150 रुपये बढ़कर 61,850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का भाव पिछले कारोबारी सत्र में 61,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच बृहस्पतिवार को सोने की कीमत में 150 रुपये की तेजी आई।'' चांदी की कीमत भी 600 रुपये मजबूत होकर 74,900 प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत मजबूती के साथ 1,984 डॉलर प्रति औंस तथा चांदी बढ़त के साथ 23 डॉलर प्रति औंस हो गई। गांधी ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की नीतिगत बैठक के बाद डॉलर में कमजोरी के कारण सोने में तेजी आई। एफओएमसी ने ब्याज दरें अपरिवर्तित रखी हैं।
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नयी दिल्ली. लोग अब अपने 2,000 रुपये के नोट अपने बैंक खातों में जमा कराने के लिए उन्हें बीमाकृत डाक के जरिए रिजर्व बैंक के निर्दिष्ट क्षेत्रीय कार्यालयों में भेज सकते हैं। यह उन लोगों के लिए एक आसान विकल्प है जो रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालयों से दूर रहते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के क्षेत्रीय निदेशक रोहित पी. ने कहा, ‘‘ हम ग्राहकों को सबसे सहज व सुरक्षित तरीके से उनके खाते में सीधे राशि जमा कराने के वास्ते बीमाकृत डाक के जरिए 2,000 रुपये के नोट आरबीआई को भेजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह उन्हें निर्दिष्ट शाखाओं तक यात्रा करने और कतार में खड़े होने की परेशानियों से बचाएगा।'' उन्होंने कहा कि टीएलआर तथा बीमित पोस्ट, दोनों विकल्प अत्यधिक सुरक्षित हैं और जनता के मन में इन विकल्पों को लेकर कोई डर नहीं होना चाहिए। अकेले दिल्ली कार्यालय को अब तक करीब 700 टीएलआर फॉर्म मिले हैं। उन्होंने कहा कि आरबीआई अपने संचार में अपने कार्यालयों में विनिमय सुविधा के अलावा इन दो विकल्पों को फिर शामिल कर रहा है। आरबीआई ने 19 मई को 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंकों में जमा करने के साथ अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदलने की सुविधा लोगों को दी गई थी। आरबीआई के मुताबिक, इस तरह 19 मई 2023 तक चलन में मौजूद 2,000 रुपये मूल्य के कुल नोट में से 97 प्रतिशत से अधिक नोट अब वापस आ चुके हैं। इन नोटों को बदलने या बैंक खातों में जमा कराने की समय सीमा पहले 30 सितंबर थी। बाद में यह समयसीमा सात अक्टूबर तक बढ़ा दी गई। बैंक शाखाओं में जमा और विनिमय दोनों सेवाएं सात अक्टूबर को बंद कर दी गई थीं। -
नयी दिल्ली. देश में त्योहारी सीजन की मांग को पूरा करने के लिए वाहन कंपनियों ने अक्टूबर में वितरकों को वाहनों की आपूर्ति बढ़ाई है। इससे अक्टूबर में यात्री वाहनों की बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। अक्टूबर में यात्री वाहनों की कुल थोक बिक्री सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 3,91,472 इकाई पर पहुंच गई, जो पिछले साल के इसी महीने में 3,36,679 इकाई थी। पिछले महीने मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) द्वारा घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की अबतक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की गई। एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, “अक्टूबर में यह न केवल बिक्री के मामले में सर्वाधिक आंकड़ा है, बल्कि भारतीय यात्री वाहन उद्योग के लिए यह किसी भी साल और किसी भी महीने में बिक्री का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।'' उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की समस्या दूर होने से उद्योग को उत्पादन बढ़ाने और बाजार में बढ़ी हुई मांग को पूरा करने में मदद मिली है। अक्टूबर में घरेलू बाजार में एमएसआई की वाहन बिक्री 1,77,266 इकाई रही, जो उसका अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पिछले साल के समान महीने में कंपनी की घरेलू बिक्री 1,47,072 इकाई रही थी। इस तरह घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 21 प्रतिशत अधिक रही है। अक्टूबर, 2023 में घरेलू बाजार में कंपनी की यात्री वाहन बिक्री बढ़कर 1,68,047 इकाई हो गई, जो एक साल पहले समान महीने में 1,40,337 इकाई रही थी। ऑल्टो और एस-प्रेसो सहित छोटी कारों की बिक्री अक्टूबर, 2022 में 24,936 इकाइयों के मुकाबले घटकर 14,568 इकाई रह गई। बलेनो, सेलेरियो, डिजायर, इग्निस, स्विफ्ट, टूर एस और वैगनआर जैसी इसकी कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री अक्टूबर, 2022 में 73,685 इकाइयों से बढ़कर अक्टूबर, 2023 में 80,662 इकाई हो गई। मारुति की प्रतिद्वंद्वी हुंदै मोटर कंपनी ने कहा कि अक्टूबर में उसकी घरेलू बिक्री 15 प्रतिशत बढ़कर 55,128 इकाई हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 48,001 इकाई थी। हुंदै मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा, “त्योहारी सीजन ने फिर साबित कर दिया है कि ग्राहक वाकई कार खरीदना चाह रहे हैं।'' महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि अक्टूबर में उसके बहुपयोगी (यूटीलिटी) वाहन खंड में थोक बिक्री सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़कर 43,708 इकाई हो गए, जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 32,226 इकाई थी। टाटा मोटर्स ने कहा कि घरेलू बाजार में उसकी यात्री वाहन खंड की थोक बिक्री (इलेक्ट्रिक वाहन समेत) सात प्रतिशत बढ़कर 48,337 इकाई रही, जो पिछले साल अक्टूबर में 45,217 इकाई थी। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की थोक बिक्री अक्टूबर में सालाना आधार पर 66 प्रतिशत बढ़कर 21,879 इकाई रही है। किआ इंडिया ने कहा कि अक्टूबर में उसकी वाहन बिक्री 4.4 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 24,351 इकाई हो गई। दोपहिया खंड में हीरो मोटोकॉर्प ने अक्टूबर में सालाना आधार पर 26.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज करते हुए 5,74,930 वाहन बेचे, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 4,54,582 इकाई था। उसकी प्रतिद्वंद्वी होंडा मोटरसाइकिल और स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने कहा कि उसकी कुल बिक्री अक्टूबर में 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ 4,92,884 इकाई रही है। सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की अक्टूबर में बिक्री 14.4 प्रतिशत बढ़कर 1,00,507 इकाई रही है। कंपनी ने बयान में कहा कि उसने इस दौरान 84,302 इकाई के साथ सर्वाधिक घरेलू बिक्री दर्ज करते हुए 16,205 वाहनों का निर्यात भी किया। रॉयल एनफील्ड की अक्टूबर में बिक्री 2.68 प्रतिशत बढ़कर 84,435 इकाई हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 82,235 इकाई थी। कंपनी ने बताया कि इस दौरान घरेलू बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 80,958 इकाई हो गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 76,528 इकाई थी। अक्टूबर में कंपनी के वाहनों का निर्यात हालांकि 39 प्रतिशत घटकर 3,477 इकाई रहा, जो पिछले साल अक्टूबर में 5,707 इकाई रहा था।
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नयी दिल्ली. लक्जरी आवासीय संपत्तियों की कीमत वृद्धि के मामले में दुनियाभर के 46 शहरों में मुंबई चौथे स्थान पर रहा है। रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। नाइट फ्रैंक इंडिया ने बुधवार को ‘2023 की तीसरी तिमाही के लिए प्रमुख वैश्विक शहर सूचकांक' जारी करते हुए कहा कि मुंबई, बेंगलुरु और नयी दिल्ली में प्रमुख आवासीय या लक्जरी घरों की औसत कीमत में जुलाई-सितंबर तिमाही में वृद्धि हुई है। नाइट फ्रैंक ने कहा, “मुंबई ने 2023 की तीसरी तिमाही में प्रमुख आवासीय संपत्तियों की कीमतों में चौथी सबसे अधिक सालाना वृद्धि दर्ज की। इससे मुंबई ने 6.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पिछले साल की समान तिमाही में 22वें स्थान से 18 स्थान की छलांग लगाई है।” सूचकांक में नयी दिल्ली और बेंगलुरु ने भी वृद्धि की है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) 4.1 प्रतिशत वृद्धि के साथ सूचकांक में 10वें स्थान पर पहुंच गया जबकि पिछले साल समान तिमाही में यह 36वें स्थान पर था। बेंगलुरु 2.2 प्रतिशत वृद्धि करते हुए सूचकांक में 17वें स्थान पर आ गया। यह पिछले साल समान तिमाही में 27वें स्थान पर था।
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नयी दिल्ली. भारत में कंपनियों द्वारा अगले साल यानी 2024 में 9.8 प्रतिशत की वेतनवृद्धि किए जाने की उम्मीद की जा रही है क्योंकि सभी उद्योगों की कंपनियां अब भी अपने लागत ढांचे की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। हालांकि, यह 2023 में 10 प्रतिशत की वास्तविक वेतनवृद्धि से थोड़ा कम है।
विलिस टावर वाटसन (डब्ल्यूटीडब्ल्यू) की हाल ही में जारी ‘सैलरी बजट प्लानिंग इंडिया रिपोर्ट' के अनुसार, भारत में औसत वेतनवृद्धि 2024 में 9.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो 2023 में 10 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि के करीब है। सर्वेक्षण अप्रैल और मई 2023 में किया गया था। इसमें 150 देशों की कंपनियों से लगभग 32,512 प्रतिक्रियाएं मिली थीं। भारत में वेत वृद्धि पूरे एशिया प्रशांत (एपीएसी) में सबसे अधिक बनी हुई है। वियतनाम के लिए 2024 में वेतनवृद्धि आठ प्रतिशत अनुमानित है, इसके बाद चीन में छह प्रतिशत, फिलिपीन में 5.7 प्रतिशत और थाइलैंड में पांच प्रतिशत की वृद्धि होगी। -
नयी दिल्ली. खान मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसने कबाड़ के निपटान से 10.9 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। मंत्रालय ने कहा कि एक विशेष अभियान में उसने पिछले दो अभियान के दौरान स्कैन की गई कागजी भौतिक फाइलों को ई-फाइलों में बदल दिया। खान मंत्रालय ने बयान में कहा, अभियान के दौरान अबतक लगभग 11,033 स्कैन की गई फाइलें, ई-ऑफिस में ई-फाइलों के रूप में अपलोड की गई हैं। मंत्रालय ने कहा कि उसने 89,482 वर्ग फुट जगह खाली कर दी है, जिसे कर्मचारियों के लिए वॉलीबॉल मैदान और बैडमिंटन कोर्ट में बदल दिया गया है।
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नयी दिल्ली. एनएमडीसी ने बुधवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में उसके लौह अयस्क उत्पादन में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एनएमडीसी ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 1.97 करोड़ टन लौह अयस्क का उत्पादन किया था। बिक्री भी एक साल पहले की समान अवधि के एक करोड़ 94.4 लाख टन से 23.40 प्रतिशत बढ़कर दो करोड़ 39.9 लाख टन हो गई। अकेले अक्टूबर में, कंपनी ने 39.2 लाख टन लौह अयस्क का उत्पादन किया, जो पिछले साल के इसी महीने के 35.3 लाख टन से अधिक है। अक्टूबर में लौह अयस्क की बिक्री 34.4 लाख टन की हुई, जो एक साल पहले 30.9 लाख टन थी। इस्पात मंत्रालय के तहत, हैदराबाद स्थित एनएमडीसी भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक इकाई है, जो देश की मांग में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान देती है।
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नयी दिल्ली. भारतीय रेल ने चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) में 88.72 करोड़ टन माल की ढुलाई की है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3.16 करोड़ टन अधिक है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, रेलवे ने इस अवधि में माल ढुलाई से 95,929.30 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 92,345.27 करोड़ रुपये से 3,584.03 करोड़ रुपये अधिक है। अक्टूबर में भारतीय रेल का माल ढुलाई राजस्व 6.57 प्रतिशत बढ़कर 14,231.05 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल के समान महीने में 13,353.81 करोड़ रुपये था।
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नयी दिल्ली. त्योहारी सीजन की शुरुआत से अक्टूबर में वाहन ईंधन पेट्रोल और डीजल की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के शुरुआती आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। हालांकि, अक्टूबर के पहले पखवाड़े में मांग घटी थी। दूसरे पखवाड़े में मांग सालाना आधार पर तेजी से बढ़ी, जिससे कंपनियों को महीने के लिए एक निश्चित वृद्धि दर्ज करने में मदद मिली। सार्वजनिक क्षेत्र के तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं की पेट्रोल की बिक्री अक्टूबर में तीन प्रतिशत बढ़कर 28.7 लाख टन हो गई, जबकि डीजल की खपत पांच प्रतिशत बढ़कर 69.1 लाख टन रही। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की खपत सालाना आधार पर नौ प्रतिशत और डीजल की बिक्री 3.2 प्रतिशत घटी थी। हालांकि दुर्गा पूजा/दशहरा जैसे त्योहारों के कारण मांग में सुधार हुआ। पिछले साल दुर्गा पूजा/दशहरा के साथ-साथ दिवाली भी अक्टूबर में थी।
अक्टूबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री 11.7 लाख टन थी, जो दूसरे पखवाड़े में 44 प्रतिशत अधिक रही। देश में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले ईंधन डीजल की खपत एक से 15 अक्टूबर के बीच 29.9 लाख टन थी और दूसरे पखवाड़े में यह 39.1 लाख टन रही। मासिक आधार पर इसमें 18.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सितंबर में यह 58.2 लाख टन थी। डीजल की बिक्री आमतौर पर मानसून के महीनों में गिर जाती है क्योंकि बारिश के कारण कृषि क्षेत्र की मांग घट जाती है। अप्रैल और मई में डीजल की खपत क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत बढ़ी थी। इसकी वजह यह है कि उस समय खेती के लिए डीजल की मांग में उछाल आया था। इसके अलावा गर्मी से बचने के लिए वाहनों में एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ा था। हालांकि, मानसून के आगमन के बाद जून के दूसरे पखवाड़े से डीजल की मांग घटने लगी थी। अक्टूबर में पेट्रोल की खपत कोविड-प्रभावित अक्टूबर, 2021 की तुलना में 15.6 प्रतिशत अधिक रही और महामारी-पूर्व की अवधि यानी अक्टूबर, 2019 की तुलना में 25.2 प्रतिशत अधिक रही। डीजल की खपत अक्टूबर, 2021 की तुलना में 17.7 प्रतिशत और अक्टूबर, 2019 की तुलना में 19.4 प्रतिशत अधिक रही। हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने के बीच विमान ईंधन एटीएफ की मांग अक्टूबर में 6.9 प्रतिशत बढ़कर 6,21,200 टन पर पहुंच गई। अक्टूबर, 2021 की तुलना में यह 38.3 प्रतिशत अधिक रही। वहीं कोविड-पूर्व यानी अक्टूबर, 2019 की तुलना में यह 5.9 प्रतिशत कम रही। मासिक आधार पर जेट ईंधन की मांग अक्टूबर में करीब तीन प्रतिशत अधिक रही। सितंबर, 2023 में विमान ईंधन की मांग 6,03,600 टन रही थी। रसोई गैस यानी एलपीजी की बिक्री अक्टूबर में सालाना आधार पर 5.3 प्रतिशत बढ़कर 24.9 लाख टन पर पहुंच गई। अक्टूबर, 2021 की तुलना में एलपीजी की खपत 2.8 प्रतिशत और कोविड-पूर्व की अवधि यानी अक्टूबर, 2019 की तुलना में 11.7 प्रतिशत अधिक रही। मासिक आधार पर एलपीजी की मांग 1.9 प्रतिशत बढ़ी। सितंबर में एलपीजी की मांग 26.7 लाख टन रही थी। -
नई दिल्ली। इस वर्ष अक्टूबर माह में माल एंव सेवा कर -जीएसटी संग्रह एक लाख 72 हजार करोड़ रुपये से अधिक रहा। वित्त मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर माह में जीएसटी संग्रह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। कुल राजस्व में से केंद्रीय माल एवं सेवा कर 30 हजार 62 करोड़ रुपये, राज्य माल एवं सेवा कर की हिस्सेदारी 38 हजार एक सौ 71 करोड़ रुपये, एकीकृत माल एवं सेवा कर 91 हजार तीन सौ 15 करोड़ रुपये और उपकर 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक रहा है। मंत्रालय ने बताया कि नियमित निपटान के बाद अक्टूबर में केंद्र का कुल जीएसटी संग्रह 72 हजार नौ सौ 34 करोड़ रुपये और राज्यों का 74 हजार सात सौ 85 करोड़ रुपये रहा ।
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नयी दिल्ली. औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर, 2023 में घटकर 4.72 प्रतिशत पर आ गई, जो अगस्त में 6.91 प्रतिशत थी। कुछ खाद्य पदार्थों एवं रसोई गैस के सस्ता होने से यह गिरावट आई। श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि औद्योगिक श्रमिकों के लिए मुद्रास्फीति पिछले महीने 4.72 प्रतिशत रही। यह अगस्त 2023 में 6.91 प्रतिशत और सितंबर 2022 में 6.49 प्रतिशत थी। बयान के मुताबिक, औद्योगिक श्रमिकों के लिए खाद्य मुद्रास्फीति भी इस साल सितंबर में घटकर 6.52 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने 10.06 प्रतिशत और एक साल पहले इसी अवधि में 7.76 प्रतिशत थी। बयान के मुताबिक सितंबर 2023 में अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-औद्योगिक श्रमिक) 1.7 अंक घटकर 137.5 पर रहा। इससे पहले अगस्त में यह 139.2 अंक था।
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मुंबई. ‘रिलायंस इंडस्ट्रीज' के चेयरमैन मुकेश अंबानी को एक अज्ञात व्यक्ति का धमकी भरा ईमेल मिला है, जिसमें 400 करोड़ रुपये मांगे गए हैं। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि अंबानी की कंपनी को सोमवार को यह ईमेल मिला।एक अधिकारी ने बताया कि यह चार दिन में अंबानी को भेजा गया धमकी भरा तीसरा ईमेल है। इससे पहले, शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा पहला ईमेल भेजे जाने के बाद उद्योगपति के सुरक्षा प्रभारी की शिकायत के आधार पर यहां गामदेवी पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इस ईमेल में 20 करोड़ रुपये मांगे गए थे। शनिवार को कंपनी को 200 करोड़ रुपये मांगने वाला एक और ईमेल मिला।
अधिकारी ने बताया कि कंपनी को सोमवार को तीसरा ईमेल भेजा गया जिसमें ईमेल भेजने वाले व्यक्ति ने यह रकम दोगुनी कर दी। उन्होंने बताया कि मुंबई पुलिस, अपराध शाखा और साइबर दल ईमेल भेजने वाले व्यक्ति का पता लगाने पर काम कर रहे हैं। मुंबई पुलिस ने मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी देने वाला कॉल करने के आरोप में पिछले साल बिहार के दरभंगा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने मुंबई के ‘सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल' को भी बम से उड़ाने की धमकी दी थी। -
नयी दिल्ली. घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स ने सोमवार को कहा कि सिंगूर संयंत्र में हुए नुकसान की भरपाई के लिए उसे 766 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। एक मध्यस्थता न्यायाधिकरण ने सोमवार को यह मुआवजा देने का निर्देश पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम को दिया। टाटा मोटर्स को भूमि विवाद होने से अक्टूबर, 2008 में अपने संयंत्र को पश्चिम बंगाल के सिंगूर से स्थानांतरित कर गुजरात के साणंद ले जाना पड़ा था। उस समय तक टाटा मोटर्स सिंगूर में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश कर चुकी थी। इस संयंत्र में उसकी छोटी कार नैनो का उत्पादन होना था। टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि तीन-सदस्यीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया है। इसके मुताबिक, कंपनी प्रतिवादी पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीआईडीसी) से 765.78 करोड़ रुपये की राशि 11 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ वसूलने की हकदार है। ब्याज की गणना एक सितंबर, 2016 से मुआवजा चुकाने की तारीख तक होगी। टाटा मोटर्स ने सिंगूर संयंत्र बंद होने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए डब्ल्यूबीआईडीसी से मुआवजा मांगा था। इसमें पूंजी निवेश पर हुई नुकसान समेत अन्य मदों में दावा किया गया था। कंपनी ने कहा, ''तीन-सदस्यीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण ने 30 अक्टूबर, 2023 को आम सहमति से दिए अपने फैसले में यह मामला टाटा मोटर्स के पक्ष में निपटा दिया है।'' कंपनी ने यह भी कहा कि फैसले के तहत टाटा मोटर्स डब्ल्यूबीआईडीसी से कानूनी कार्रवाई में खर्च हुए एक करोड़ रुपये पाने की भी हकदार है। टाटा मोटर्स ने सिंगूर परियोजना बंद होने के बाद जून, 2010 में अपनी छोटी कार नैनो के विनिर्माण के लिए साणंद में एक नया संयंत्र चालू किया था। हालांकि कुछ साल पहले कंपनी नैनो का निर्माण बंद कर चुकी है। साणंद संयंत्र का उद्घाटन गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने किया था।
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मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (डीसीसीबी) केंद्रीय बैंक की पूर्व अनुमति के बगैर अपनी गैर-लाभकारी शाखाएं बंद कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें संबंधित राज्य के सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से मंजूरी लेनी होगी। आरबीआई ने एक परिपत्र में कहा कि गैर-लाभकारी शाखाओं को बंद करने का फैसला उचित कारकों को ध्यान में रखकर करना चाहिए और इस संबंध में डीसीसीबी के निदेशक मंडल की बैठक का विवरण ठीक से दर्ज किया जाना चाहिए। परिपत्र के मुताबिक, ''बैंक को शाखा बंद करने से पहले स्थानीय प्रमुख समाचार पत्रों में प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दो महीने पहले सभी मौजूदा जमाकर्ताओं/ ग्राहकों को सूचित करना चाहिए।'' हालांकि आरबीआई ने कहा कि किसी बैंक पर प्रतिबंध लगाया गया है तो उस डीसीसीबी को शाखाएं बंद करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।