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- नयी दिल्ली । इलेक्ट्रिक फ्लीट स्टार्टअप मूविंग ने सस्ते इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल बढ़ाने के उद्देश्य से हीरो इलेक्ट्रिक के साथ साझेदारी की है। कंपनी की योजना एक लाख इंटरनल कमब्शन इंजन (आईसीई) संचालित दो पहिये वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलना है। हीरो इलेक्ट्रिक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दिल्ली आधारित मूविंग बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) ई-वाणिज्य कंपनियों, खुदरा, थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स (थ्रीपीएल) और एफएमसीजी कंपनियों के लिए अपने प्रौद्योगिकी मंच के जरिए वित्तीय वर्ष 2021-22 तक 1,000 हीरो इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती करेगी। इसमें कहा गया कि दोनों साझेदार नयी मांग के जरिए इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने की दिशा में मिलकर काम करेंगे और साथ ही मौजूदा आईसीई वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने पर ध्यान देंगे। विज्ञप्ति के अनुसार आने वाले पांच वर्षों में दोनों साझेदारों का लक्ष्य आखिरी मील डिलीवरी में इस्तेमाल किए जाने वाले 1,00,000 दो पहिया आईसीई वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलना है।
- नयी दिल्ली। देश में घरेलू मांग बढ़ने से सोने का आयात अप्रैल में उछलकर 6.3 अरब डॉलर पहुंच गया। सोने के आयात का असर देश के चालू खाते के घाटे पर पड़ता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार हालांकि आलोच्य महीने में चांदी का आयात 88.53 प्रतिशत घटकर 1.19 करोड़ डॉलर रहा। आंकड़े के अनुसार सोने का आयात पिछले साल अप्रैल में 28.3 लाख डॉलर (21.61 करोड़ रुपये) का है।स्वर्ण आयात बढ़ने से देश का व्यापार घाटा अप्रैल 2021 में 15.1 अरब डॉलर रहा जो पिछले साल इसी महीने में 6.76 अरब डॉलर था। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार घरेलू मांग बढ़ने से सोने का आयात बढ़ा है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से आने वाले महीनों में मांग प्रभावित हो सकती है। सोने की खरीदारी के लिहाज से शुभ माने जाने वाले अक्षय तृतीय के दिन कोविड पूर्व स्थिति के मुकाबले बिक्री हल्की रही। महामारी के फैलने और उसपर अंकुश लगाने के लिये विभिन्न राज्यों में ‘लॉकडाउन' और अन्य पाबंदियों से उपभोक्ता धारणा प्रभावित हुई है। अक्षय तृतीय के मौके पर सामान्य तौर पर 30-40 टन सोने की बिक्री होती है। लेकिन इस बार बिक्री एक टन से भी संभवत: कम रही है। देश का चालू खाते का घाटा दिसंबर तिमाही में 1.7 अरब डॉलर यानी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 0.2 प्रतिशत रहा। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है। मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिये सोने का आयात किया जाता है। रत्न एवं आभूषण का निर्यात इस साल अप्रैल में उछलकर 3.4 अरब डॉलर रहा जो अप्रैल 2020 में 3.6 करोड़ डॉलर था। पिछले साल देशव्यापी ‘लॉकडाउन' के कारण निर्यात पर प्रतिकूल असर पड़ा था। मात्रा के हिसाब से देश में सोने का आयात 800 से 900 टन सालाना रहता है। सरकार ने बजट में सोने पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत (7.5 प्रतिशत सीमा शुल्क और 2.5 प्रतिशत कृषि बुनियादी ढांचा और विकास उपकर) कर दिया।
- नयी दिल्ली। ईंधन में दाम में वृद्धि का सिलसिला जारी है। पेट्रोल के मूल्य में रविवार को 24 पैसे लीटर जबकि डीजल में 27 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी। इस वृद्धि के साथ देश के विभिन्न भागों में पेट्रोल रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है जबकि मुंबई में यह 99 रुपये लीटर के लगभग चला गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार इस वृद्धि के साथ दिल्ली में पेट्रोल 92.58 रुपये लीटर और डीजल की कीमत 83.22 रुपये लीटर हो गयी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में दर पहले ही 100 रुपये के ऊपर निकल गयी थी। ताजा वृद्धि के बाद मुंबई में भी ईंधन की कीमत उसी ओर बढ़ी है। मुंबई में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 98.88 रुपये लीटर और डीजल 90.40 रुपये प्रति लीटर हो गयी है।ईंधन के दाम विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होते हैं। इसका कारण वैट (मूल्य वर्द्धित कर) जैसे स्थानीय कर और माल ढुलाई शुल्क में अंतर है। चार मई से ईंधन के दाम में यह लगातार नौंवी बार वृद्धि है। इससे पहले, पश्चिम बंगाल और दूसरे राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण लगातार 18 दिनों तक ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था। राजस्थान के श्री गंगानर जिले में पेट्रोल सबसे महंगी 103.52 रुपये लीटर जबकि डीजल 95.99 रुपये प्रति लीटर है। नौ बार की वृद्धि में पेट्रोल जहां 2.19 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है, वहीं डीजल के दाम 2.49 रुपये प्रति लीटर बढ़े है। तेल कंपनियों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय तेल बाजारों में वृद्धि की प्रवृत्ति से घरेलू बाजार में दाम बढ़े हैं। पेट्रोल के खुदरा बिक्री मूल्य में केंद्रीय और राज्य करों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत जबकि डीजल के मामले में 54 प्रतिशत से अधिक है। केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32.90 रुपये लीटर और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क वसूलती है।
- नयी दिल्ली। टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि इस्पात के दाम में वृद्धि से घरेलू बाजार में मांग पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ महीनों की तुलना में निश्चित रूप से स्टील के दाम बढ़े हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुकाबले दर अभी भी कम हैं। स्टील का उपयोग निर्माण, वाहन, उपभोक्ता सामान आदि क्षेत्रों में होता है। ऐसे में दाम बढ़ने पर इन क्षेत्रों पर असर पड़ सकता है। नरेंद्रन ने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीनों के मुकाबले निश्चित रूप से दाम तेज है लेकिन दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यह अभी भी कम है। मुझे नहीं लगता कि इससे मांग पर असर पड़ना चाहिए।'' यह पूछे जाने पर कि क्या स्टील के दाम में वृद्धि का असर देश के ग्राहकों की मांग पर पड़ेगा, उन्होंने उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि अमेरिका में अगर ‘हॉट रोल्ड कॉयल' (फ्लैट स्टील उत्पाद) के दाम अमेरिका में 1,500 डॉलर प्रति टन, यूरोप में 1,000 यूरो प्रति टन है। ‘‘अत: मुझे लगता है कि भारत में इस्पात उपयोगकर्ताओं के लिये दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर मूल्य उपलब्ध है।'' टाटा स्टील के सीईओ ने कहा कि इस्पात के अधिक उपयोग वाले उत्पादों के निर्यातक बेहतर स्थिति में है क्योंकि भारत में जो दाम है, वह उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी होने का मौका देता है। भारत में स्टील के दाम इस सबसे उच्चतम स्तर पर हैं। मई 2021 में स्टील बनाने वाली कंपनियों ने हॉट रोल्ड कॉयल (एचआरसी) के दाम 4,000 रुपये बढ़ाकर 67,000 रुपये प्रति टन कर दिये। जबकि कोल्ड रोल्ड कॉयल (सीआरसी) की कीमत 4,500 रुपये बढ़ाकर 80,000 रुपये प्रति टन कर दी गयी है। एचआरसी और सीआरसी दोनों स्टील की चादरें हैं। इनका उपयोग वाहन, उपकरण और निर्माण क्षेत्रों में होता है। बहरहाल, विशेषज्ञों का कहना है कि स्टील के दाम बढ़ने से वाहन, उपभोक्ता सामान और निर्माण लागत पर असर पड़ेगा क्योंकि इन क्षेत्रों में कच्चे माल के रूप में इस्पात का उपयोग होता है।
- नई दिल्ली। देश के दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में मैकडोनाल्ड्स रेस्तरां चलाने वाली वेस्टलाइफ डेवलपमेंट की चालू वित्त वर्ष में 100 करोड़ रुपये के निवेश से इसी ब्रांड के तहत 30 दुकान और खोलने की योजना है। कंपनी की कुल बिक्री में करीब 50 प्रतिशत से अधिक योगदान डिलिवरी, पैक कराकर ले जाने जैसे माध्यमों का है। इन सबको देखते हुए वह चालू वित्त वर्ष में शुरूआती दो-तीन महीनों को छोड़कर वृद्धि को लेकर उत्साहित है। वेस्टलाइफ डेवलपमेंट के उपाध्यक्ष अमित जाटिया ने कहा, हमारी चालू वित्त वर्ष में 20 से 30 मैंकडोनाल्ड्स रेस्तरां खोलने की योजना है। इसके लिये हम 100 करोड़ रुपये निवेश करेंगे। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने मैकडोनाल्ड्स के पांच रेस्तरां खोले थे।
- नई दिल्ली। स्कोडा ऑटो इंडिया भारत में अपनी स्कोडा कुशक को लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी अपनी आने वाली इस नई एसयूवी को इस साल जून महीने में भारतीय बाजार में लॉन्च कर सकती है। हालांकि, कोरोना की दूसरी लहर के देखते हुए इसकी लॉन्चिंग आगे-पीछे हो सकती है। दरअसल, कंपनी के सर्विस और मार्केटिंग हेड जैक हॉलिस ने ट्विटर पर एक सवाल के जवाब में इस बात की पुष्टि की है कि स्कोडा कुशक की डिलीवरी इस साल जुलाई महीने में शुरू हो जाएगी। बता दें कि कुशक का 95 फीसदी हिस्सा भारत में बनेगा। इस एसयूवी में कुशक शब्द संस्कृत से लिया गया है। यह एक राजा या सम्राट को दर्शाता है।स्कोडा कुशक भारतीय बाजार में पांच कलर ऑप्शन्स में उपलब्ध होगी। इनमें कैंडी व्हाइट, ब्रिलियंट सिल्वर, कार्बन स्टील, हनी ऑरेंज और टोमेटो रेड शामिल हैं। इसका प्रोडक्शन मॉडल बहुत हद तक विजन इन कॉन्सेप्ट जैसा ही है। इसमें 17 इंच के स्पोर्टी डुअल टोन अलॉय व्हील्स और डुअल-टोन बंपर्स दिए गए हैं। हालांकि, इसके लोवर और मिड वेरिएंट में ग्राहकों को 16-इंच के स्टील रिम्स और 16-इंच के अलॉय ही मिलेंगे। इसमें स्कोडा सिग्नेचर स्टाइल क्रोम- फिनिश्ड ग्रिल दिया गया है। इसमें एलईडी ललाइट्स दी गई हैं।स्कोडा एसयूवी कुशक का व्हीलबेस 2,651 मिलीमीटर और ग्राउंड क्लीयरेंस 188 मिलीमीटर है। इसकी लंबाई 4,221 मिलीमीटर, चौड़ाई 1,760 मिलीमीटर और ऊंचाई 1,612 मिलीमीटर है। इस सेगमेंट में यह एकलौती ऐसी कार है, जिसमें सबसे ज्यादा व्हीलबेस मिलेगा।भारतीय बाजार में स्कोडा एसयूवी कुशक दो पेट्रोल इंजन के साथ लॉन्च होगी। इनमें, 1.0 लीटर,3-सिलिंडर टीएसआई और 1.5-लीटर, 4-सिलिंडर टीएसआई इंजन शामिल हैं। इसका 1.0 लीटर का 3-सिलिंडर वाला टीएसआई इंजन 113 बीएचपी की मैक्सिमम पावर जेनरेट करेगा। वहीं, इसका 1.5-लीटर का 4-सिलिंडर वाला टीएसआई इंजन 147 बीएचपी की मैक्सिमम पावर जेनरेट करेगा। स्कोडा कुशक के दोनों ही इंजन में ग्राहकों को 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स बतौर स्टैंडर्ड मिलेगा।इसमें 6 एयरबैग्स, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग, श्वस्ष्ट, ढ्ढस्ह्रस्नढ्ढङ्ग चाइल्ड सीट माउंट्स, हिल-होल्ड कंट्रोल, ऑटो हेडलैंप्स और वाइपर्स, मल्टी-कोलिजन ब्रेकिंग सिस्टम जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं।इसके कैबिन में ग्राहकों को डुअल-टोन पेंट स्कीम मिलेगा। इसके फीचर्स की बात करें, तो इसमें 10-इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है, जो एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो को सपोर्ट करता है। इसकी अनुमानित कीमत 9 से 17 लाख रुपए बताई जा रही है।----
- मुंबई । बेंगलुरु आधारित इलेक्ट्रिन वाहन स्टार्टअप सिंपल एनर्जी 15 अगस्त को अपना पहला ई-स्कूटर लांच करेंगी। सिंपल एनर्जी ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि ई-स्कूटर पहले चरण में बेंगलुरु में बेचा जाएगा और बाद में चेन्नई और हैदराबाद में भी इसकी बिक्री की जाएगी। वाहन की कीमत 1.10-1.20 लाख रुपए के बीच रखी गयी है। इसमें कहा गया कि कंपनी की आगे दूसरे शहरों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना है। बेंगलुरु में कंपनी के विनिर्माण संयंत्र के अलावा उसकी अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) इकाई भी है।--
- नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टेक महिंद्रा ने शनिवार को कहा कि उसने मेघना हरेंद्रन को तत्काल प्रभाव से 'वेलनेस ऑफिसर' बनाया है। टेक महिंद्रा एक बयान में कहा, ‘‘यह नियुक्ति इसलिए की गई है ताकि कोरोना संक्रमण महामारी के बीच सभी सहयोगियों का ध्यान रखा जा सके और उनमें जरूरत मंद लोंगों को दवा, अस्पतालों और अन्य चिकित्सा आपूर्ति की सुविधा सुनिश्चित की जा सके।'' उसने कहा कि सहयोगियों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का ध्यान रखने के लिए हरेंद्रन एक केंद्रीय कार्यक्रम प्रबंधक के रूप में काम करेंगी। वह टेक महिंद्रा के भागीदारों और विक्रेताओं के साथ संबंधों के प्रबंधन की जिम्मेदार भी संभालेंगी। टेक महिंद्रा ग्लोबल के मार्केटिंग प्रमुख हर्षवेंद्र सोइन ने कहा, ‘‘मेघना हमारी प्रतिभावान युवा मानव संसाधन अधिकारियों में से एक हैं। वह भावुक हैं और पहले से कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।
- - एनटीपीसी ने कई राज्यों में ऑक्सीजन और आइसोलेशन युक्त बिस्तरों की व्यवस्था कीनई दिल्ली। बिजली मंत्रालय ने बताया है कि राष्ट्रीय ताप विद्युत कम्पनी लिमिटेड (एनटीपीसी) ने देशभर में कोविड देखभाल सुविधाओं को बढ़ाया है। एनटीपीसी ने कई राज्यों में ऑक्सीजन युक्त 5 सौ से अधिक बिस्तर और अपने विभिन्न संयंत्रों में 11 सौ से अधिक आइसोलेशन युक्त बिस्तरों की व्यवस्था की है। कम्पनी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बदरपुर, नोएडा और दादरी में ऑक्सीजन युक्त 2 सौ बिस्तर और 140 आइसोलेशन बिस्तरों की सुविधा की गई है। कम्पनी ने ओडिशा में सुन्दरगढ़ में 5 सौ बिस्तरों का कोविड स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किया है, जिसमें बीस वेंटिलेटरों की सुविधा उपलब्ध कराई है।एनटीपीसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 11 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करेगी। ऑक्सीजन भरने की सुविधा युक्त दो बड़े ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी लगाये जा रहे हैं। अन्य राज्यों में आठ स्थानों पर ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी लगाये जा रहे हैं। एनटीपीसी विभिन्न सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने में भी मदद कर रही है। कम्पनी ने अपने 70 हजार से अधिक कर्मचारियों को टीका लगवाया है। विभिन्न संयंत्र स्थलों पर 18 से 44 आयुवर्ग के पात्र लोगों का टीकाकरण भी शुरू किया है।
- नई दिल्ली। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में सुधार के बीच राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को सोने की कीमत 146 रुपये बढ़कर 47 हजार 110 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार इससे पिछले सत्र में सोने का भाव 46 हजार 964 रुपये पर था। चांदी भी 513 रुपये बढ़कर 70 हजार 191 रुपये प्रति किलो हो गई। इससे पिछले दिन चांदी 69 हजार 678 रुपये पर बंद हुई थी।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, यूयॉर्क जिंस बाजार में सोने में सुधार दर्ज होने के साथ दिल्ली में 24 कैरेट सोने में 146 रुपये की तेजी आई। देश में अक्षय तृतीया त्यौहार के मौके पर सोने की खरीद को शुभ माना जाता है।शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ प्रति औंस 1,834 डॉलर पर बंद हुआ। वहीं चांदी 27.20 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर स्थिर रही। तपन पटेल का कहना है कि डॉलर के कमजोर होने की वजह से शुक्रवार को पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर ब्रेक लग गया। सोने और चांदी की वैश्विक कीमतों में उतार चढ़ाव का असर घरेलू बाजार में इन बहुमूल्य धातुओं की कीमतों पर भी दिखता है।मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की, जिससे स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 104 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 542 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलीवरी के लिए सोने की कीमत 104 रुपये यानी 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 47 हजार 542 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 7,560 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई।मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया, जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को चांदी की कीमत 377 रुपये की तेजी के साथ 70 हजार 850 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 377 रुपये यानी 0.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 70 हजार 850 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 10,124 लॉट के लिए सौदे किए गए। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू बाजार में तेजी के रुख के कारण कारोबारियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे चांदी वायदा कीमतों में तेजी आई।
- नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम शुक्रवार को देशभर में नई ऊंचाईयों पर पहुंच गये। सप्ताह के दौरान चौथी बार इन ईंधनों के दाम बढ़ाये गये हैं। तेल कंपनियों की नई अधिसूचना के मुताबिक शुक्रवार को पेट्रोल का दाम 29 पैसे प्रति लीटर और डीजल का दाम 34 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया।इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 92.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 82.95 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। देश के कुछ राज्यों के शहरों में पहले ही पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर चुके हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर पहुंच चुके हैं। वहीं मुंबई में भी पेट्रोल के दाम इस स्तर के करीब पहुंच चुके हैं।मुंबई में एक लीटर पेट्रोल का दाम 98.65 रुपये और डीजल का दाम 90.11 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुका है। देश के विभिन्न शहरों में ईंधन के दाम में वहां वैट की दर अलग होने और माल पहुंचने का भाड़ा के मुताबिक पेट्रोल, डीजल के दाम अलग अलग होते हैं। राजस्थान में पेट्रोल, डीजल पर सबसे ऊंची दर से मूल्य वर्धित कर (वैट) लगाया जाता है, उसके बाद मध्य प्रदेश में यह सबसे ज्यादा है। राजस्थान के श्री गंगानगर जिले में पेट्रोल का दाम सबसे ज्यादा 103.27 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 95.70 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुका है।पेट्रोल, डीजल के दाम में ताजा वृद्धि इस सप्ताह में चौथी है जबकि चार मई के बाद से आठवीं बार इनके दाम बढ़ाये गये हैं। हालांकि, पिछले महीने पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान दाम स्थिर रहे। आठ बार की वृद्धि में पेट्रोल का दाम 1.95 रुपये और डीजल का दाम 2.22 रुपये लीटर बढ़ चुका है। पिछले साल मार्च में जब सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क की दर को अब तक के सबसे ऊंचे स्तर तक बढ़ा दिया था उसके बाद से लेकर अब तक पेट्रोल का दाम 22.75 रुपये और डीजल का दाम 20.66 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुका है। इसमें बीच में आई गिरावट को भी गणना में शामिल किया गया है।केन्द्र और राज्य सरकारें दोनों कुल मिलाकर पेट्रोल के खुदरा दाम में 60 प्रतिशत और डीजल के दाम में 54 प्रतिशत तक कर के रूप में प्राप्त करती हैं। इसमें से पेट्रोल पर 32.90 रुपये और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क के रूप में केन्द्र द्वारा लगाया जाता है।
- विलामार्टिन (स्पेन)। हीरो मोटोस्पोर्ट्स के चालक सेबास्टियन बुहलेर और फ्रैको कैमी एंडालुसिया रैली के पहले चरण के रेस के बाद गुरूवार को क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। टीम के तीसरे चालक जोकिम रोड्रिग्ज रैली के दौरान रास्ता भटक गये लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए रेस के पहले चरण को नौवें स्थान पर खत्म किया। रेस का पहला चरण 177 किलोमीटर का था जिसमें सुबह के समय खराब दृष्यता और रास्ते में लंबी घास के कारण चालको को चुनौती का सामना करना पड़ा। शुरुआती चरण में शेरको फैक्ट्री रैली टीम के लोरेंजो सैटोलिनो एक घंटे 47 मिनट 28 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष पर रहे। बुहलेर ने उनसे एक मिनट अधिक जबकि कैमी ने एक मिनट 40 सेकेंड अधिक का समय लिया। रोड्रिगेज ने शीर्ष पर रहे खिलाड़ी से सात मिनट 14 सेकेंड अधिक समय लिया।
- नयी दिल्ली। देश में सोने की खरीद के लिए अक्षय तृतीय को शुभ अवसर माने जाने की परंपरा के बावजूद इस बार कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए बाजार में मूल्यवान धातु की खरीद प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में विशेषज्ञों ने इच्छुक निवेशकों को पीली धातु की खरीद करने की जगह डिजिटल तरीके से या स्वर्ण आधारित प्रतिभूतियों में निवेश करने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि महामारी के संकट के बीच केंद्रीय बैंकों द्वारा बाजार में लगातार नकदी का प्रवाह बढ़ाए जाने के उपायसें (बांड खरीद कार्यक्रम), पश्चिम एशिया में तनाव, अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार युद्ध जैसे कुछ कारकों को देखते हुए आने वाले वाले समय में सोने के दाम ऊंचे बने रहने की संभावना है। निवेश परामर्श कंपनी मिलवुड के सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) और संस्थापक निश भट्ट ने कहा, ‘‘देश में लोग सोना रखने को पसंद करते हैं और यह कोई छिपी हुई बात नहीं है और अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की खरीद को शुभ माना जाता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन देश में इस बार कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए सोने की खरीद प्रभावित हो सकती है। ऐसे में निवेशकों और स्वर्ण खरीदारों को यह सलाह है कि वे इस कठिन समय बाहर नहीं निकले और भौतिक रूप से सोना खरीदने के बजाए डिजिटल या स्वर्ण आधारित प्रतिभूतियों के रूप में सोने में निवेश करें।'' डिजिटल संपत्ति प्रबंधन मंच फिसडॉम के शोध प्रमुख नीरव कारकेरा ने कहा, ‘‘सोना एक रणनीतिक संपत्ति है और अक्षय तृतीया इस पर गौर करने का अवसर प्रदान करता है। प्रत्येक निवेशक को इक्विटी और बांड के अलावा निवेश को विविध रूप देने के लिये सोने में निवेश करना चाहिए। यह न केवल मुद्रास्फीति से उत्पन्न जोखिम से बचाता है बल्कि मुद्रा की विनिमय दर में गिरावट के साथ प्रणालीगत बाजार जोखिम से भी रक्षा करता है।'' हालांकि उन्होंने यह भी सलाह दी कि अगर बहुत जरूरत न हो तो सोने को आभूषण के रूप में खरीदने से बचना चाहिए। इससे आभूषण बनाने का शुल्क बचता है। डिजिटल सोने में निवेश बेहतर विकल्प है क्योंकि यह शुद्धता और रखने के झंझट से मुक्ति देता है। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख (मुद्रा) राहुल गुप्ता ने कहा, ‘‘...अक्षय तृतीय के मौके पर सोने की खरीद को लेकर मांग सामान्य तौर पर देखने को मिलती है। कुल मिलाकर अमेरिका में नौकरी के कमजोर आंकड़ें के साथ एमसीएक्स सोने की कीमत में तेजी देखी जा रही है।'' सोने के परिदृश्य के बारे में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक बाजार रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि, अर्थव्यवस्था में लगातार नकदी डाले जाने के उपाय (बांड खरीद कार्यक्रम), मुद्रास्फीति दबाव पश्चिम एशिया में तनाव, अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार युद्ध, जैसे कुछ कारकों को देखते हुए आने वाले वाले समय में सोने को लेकर धारणा मजबूत होगी और उसके दाम ऊंचे बने रहने की संभावना है। इस बारे में भट्ट ने कहा कि इस समय अमेरिकी डॉलर में नरमी और अमेरिका में ब्याज दर के लंबे समय तक नीचे रहने की संभावना से सोने का भाव ऊंचा बना हुआ है। सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में तीन महीने के उच्च स्तर पर है जबकि घरेलू बाजार में करीब 48,000 रुपये प्रति 10 ग्राम स्तर पर बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘टीकाकरण अभियान, संक्रमितों की संख्या में कमी, दुनिया के विभिन्न देशों में लॉकडाउन के साथ अमेरिकी डॉलर के मूल्य में गिरावट के साथ सोने के दाम में तेजी रहने की उम्मीद है।
- हैदराबाद । दवा कंपनी ग्रेन्यूल्स इंडिया ने कहा है कि वह कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए तेलंगाना सरकार को पैरासिटामॉल 500 एमजी की 16 करोड़ टैबलेट मुफ्त देगी। दवा कंपनी ने बुधवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि वह हर सप्ताह एक करोड़ टैबलेट मुहैया कराएगी। ये आपूर्ति 12 मई से शुरू होकर अगले चार महीनों तक जारी रहेगी। इन 16 करोड़ टैबलेट की कीमत करीब आठ करोड़ रुपये है। ग्रेन्यूल्स इंडिया के कार्यकारी निदेशक उमा देवी चिगुरुपति ने कहा, हमारा मानना है कि इस योगदान से कोविड-19 महामारी से लड़ने में तेलंगाना सरकार के प्रयासों में मदद मिलेगी।
- चेन्नई। वेदांत लिमिटेड के स्वामित्व वाली स्टरलाइट कॉपर ने तमिलनाडु स्थित अपने संयंत्र में मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया है, और अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन की पहली खेप गुरुवार को रवाना कर दी गई। तत्कालीन एआईएडीएमके सरकार ने 26 अप्रैल को एक बैठक में स्टरलाइट को अपने तूतीकोरिन संयंत्र में ऑक्सीजन निर्माण की इजाजत दी थी। कुछ दिन पहले वेदांता ने इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का रुख कर ऑक्सीजन निर्माण की इच्छा जतायी थी।राज्य सरकार ने मई 2018 में दक्षिणी जिले में स्टरलाइट के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 13 प्रदर्शनकारियों के मारे जाने के बाद संयंत्र बंद कर दिया था। कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा, हमारे एक ऑक्सीजन संयंत्र ने 12 मई से उत्पादन शुरू कर दिया है। 4.8 टन तरल ऑक्सीजन ले जाने वाला पहला टैंकर तिरुनेलवेली - तूतीकोरिन जा रहा है। कंपनी ने बताया कि शुरुआत में प्रतिदिन दो टैंकर के जरिए ऑक्सीजन भेजी जाएगी और आगे चलकर उत्पादन बढ़ाया जाएगा।स्टरलाइट ने कहा कि आपूर्ति की जा रही ऑक्जीसन 98.6 प्रतिशत शुद्ध है और इसके उपयोग के लिए जरूरी प्रमाणपत्र हासिल कर लिए गए हैं। बयान में कहा गया, हम विशेषज्ञों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि हमारे संयंत्र में उत्पादित ऑक्सीजन को जरूरत के मुताबिक भारत के अन्य भागों में भेजी जाए और इस संबंध में अधिकृत नोडल एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा सके। स्टरलाइट कॉपर के सीईओ पंकज कुमार ने कहा, ''मैं और मेरी टीम के सदस्य सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि हमारे संयंत्र और हमारे प्रयासों से लोगों के जीवन को बचाने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, हम इस संकट को कम करने के लिए अपने संयंत्र से ऑक्सीजन का लगातार उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा करते हैं।
- -जेएसपीएल और फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशासन और लोगों ने की सराहना-जेएसपीएल परिसर में प्रारंभ किए गए कोविड सेंटर में 40 ऑक्सीजन और 40 सामान्य बिस्तरों की सुविधारायपुर। रायगढ़ के जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड परिसर में नवनिर्मित कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया है। इसका उद्घाटन कलेक्टर भीम सिंह, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय, सीएमएचओ डॉ. एस.एन. केसरी, जेएसपीएल के सीओओ छत्तीसगढ़ दिनेश कुमार सरावगी एवं जेएसपीएल के सीएचआरओ पंकज लोचन ने बुधवार को किया।40 ऑक्सीजन और 40 सामान्य बिस्तरों की क्षमता वाले इस कोविड केयर सेंटर के शुरू होने से मरीजों को काफी मदद मिलेगी। उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में अतिथियों ने जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड और फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल द्वारा कोरोना महामारी से लड़ाई में किए जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए विश्वास जताया कि इस कोविड केयर सेंटर से लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।जेएसपीएल परिसर में स्थित न्यू इंजीनियरिंग हॉस्टल के टॉवर क्रमांक-7 को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन बुधवार की शाम किया गया। इसमें कलेक्टर भीम सिंह, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी ने हिस्सा लिया।समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर भीम सिंह ने कोविड केयर सेंटर की शुरूआत करने पर जेएसपीएल और फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारी उम्मीद से आगे बढ़ते हुए जेएसपीएल प्रबंधन ने यह नया कोविड केयर सेंटर शुरू किया है। केंद्र के रख-रखाव की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों के मन में जिंदल अस्पताल के इलाज के प्रति विश्वास है। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना के खिलाफ हमें लंबी लड़ाई लडऩी है। तीसरी लहर के लिए भी तैयारी अभी से ही शुरू करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने इसके लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर जिले में ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता बढ़ाई है। पिछले वर्ष रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 25 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध थे। आज वहां 250 ऑक्सीजन बेड की सुविधा है। 100 बिस्तर और बढ़ाने की तैयारी है। केआईटी में 350 ऑक्सीजन बिस्तर की सुविधा शुरू की गई है। जिले में आज 900 ऑक्सीजन बेड और 150 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। जल्द ही जिले को 50 नए वेंटीलेटर भी मिल जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति में जेएसपीएल का बेहद महत्वपूर्ण योगदान है। जेएसपीएल की वजह से हम निश्चिंत हैं कि रायगढ़ में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। जिले के साथ ही प्रदेश के दूसरे जिलों और देश के कई राज्यों में भी यहां से ऑक्सीजन भेजकर लोगों की जान बचाई जा रही है। इसके लिए उन्होंने जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल एवं पूरी टीम का आभार जताया। श्री सिंह ने कहा कि शासन और प्रशासन इस त्रासदी में गरीबों और जरूरतमंदों तक सभी जरूरी सुविधाएं पहुंचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड एवं फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल द्वारा इस नए कोविड केयर सेंटर को मिलाकर कोरोना मरीजों के लिए कुल 350 से अधिक बिस्तरों की सुविधा तैयार की गई है, जो काफी बड़ा योगदान है। इससे प्रशासन को भी इस आपातकालीन स्थिति में मरीजों के लिए व्यवस्था में बड़ी मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र से रायगढ़ और छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में ऑक्सीजन पहुंचाकर जेएसपीएल ने बहुत बड़ा काम किया है, जिसकी हर स्तर पर प्रशंसा हो रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोविड केयर सेंटर में भी मरीजों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने कहा कि जेएसपीएल, नगर निगम का सबसे विकसित हिस्सा है। कंपनी द्वारा नगर निगम को हमेशा ही पूरा सहयोग मिलता रहा है। शहर के विकास में किसी भी तरह के सहयोग की आवश्यकता होने पर जेएसपीएल ने हमेशा अपनी अहम भूिमका निभाई है। निगम क्षेत्र के कई वार्डों और आसपास के गांवों में कंपनी द्वारा जरूरतमंदों को राशन का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस कोविड केयर सेंटर से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी ने कहा कि जेएसपीएल एवं फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल द्वारा कोरोना के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। इस नए केंद्र के शुरू होने से इसमें और मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस केंद्र में अच्छी साफ-सफाई के साथ मरीजों के खान-पान की भी बेहतर व्यवस्था होगी।जेएसपीएल के सीओओ-छत्तीसगढ़ दिनेश कुमार सरावगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस कठिन दौर में जिस तरह रायगढ़ जिला प्रशासन इस महामारी के प्रसार को रोकने के अभियान में निरंतर जुटा हुआ है, वह बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की प्रेरणा से ही जेएसपीएल ने इस कोविड केयर सेंटर की शुरूआत की। श्री सरावगी ने फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल की टीम की सराहना करते हुए कहा कि अस्पताल की पूरी टीम लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जुटी हुई हैं। उन्होंने दोहराया कि जेएसपीएल अपनी ओर से हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और प्रशासन के हर कदम पर कंपनी साथ खड़ी है। श्री सरावगी ने कहा कि कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल के Óनेशन फस्र्टÓ के ध्येय वाक्य को ध्यान में रखकर हम दिन-रात रायगढ़ और छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति में जुटे हुए हैं। हमारा संकल्प है कि रायगढ़ जिले में एक भी मरीज की जान ऑक्सीजन की कमी से नहीं जाने देंगे। उन्होंने संयंत्र और कॉलोनी परिसर में कोविड से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल के सीओओ मेजर राजेश्वर भाटी (रि.) ने बताया कि इस कोविड केयर सेंटर में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार सभी व्यवस्थाएं रखी गई हैं। इसके शुरू होने के बाद फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल के पास कुल 378 बिस्तर की क्षमता हो गई है। इनमें से सिर्फ 30 बिस्तर सामान्य मरीजों के लिए छोड़े गए हैं, बाकी 348 बिस्तर कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित हैं। हाल ही में 3 पोर्टेबल वेंटीलेटर और 4 आईसीयू वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई है। अब यहां 10 आईसीयू बेड और 116 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं।
- नई दिल्ली। जिंदल स्टील एंड पावर लि. (जेएसपीएल) ने बुधवार को बताया कि मार्च 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा कई गुना बढ़कर 1,900.51 करोड़ रुपये हो गया। इसका मुख्य कारण आय में बढ़ोतरी है।जेएसपीएल ने एक नियामकीय सूचना में बीएसई को बताया कि कंपनी ने पिछले साल जनवरी-मार्च तिमाही में 82.13 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च 2021 के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 11,903.59 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 6,819.73 करोड़ रुपये थी। मार्च 2021 तिमाही में जेएसपीएल का कुल खर्च 8,082.92 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 6,603.65 करोड़ रुपये था। एकल आधार पर जेएसपीएल ने मार्च 2021 तिमाही में 3,425.98 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया जो एक साल पहले की इसी अवधि में 281.74 करोड़ रुपये था। वही जनवरी-मार्च 2021 के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 11,083 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 5,930.31 करोड़ रुपये थी। जेएसपीएल ने एक बयान में कहा कि 2020-21 की चौथी तिमाही में इस्पात, बिजली और विदेशी खनन परिचालन में शानदार प्रदर्शन के दम पर उसने 13,190 करोड़ रुपये की सर्वाधिक समेकित सकल आय अर्जित की। कंपनी ने कहा, ''वित्त वर्ष 2019-20 में 574 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले वित्त वर्ष 2020-21 में 5,527 करोड़ रुपये का समेकित लाभ हुआ। बैलेंस शीट को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने से चौथी तिमाही में शुद्ध ऋण में 3,475 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 में 13,773 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। मार्च 2021 की समाप्ति पर 22,146 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध ऋण है।'' उसने कहा, ''देश के भीतर निर्माण गतिविधियों में मंदी और ऑक्सीजन आपूर्ति में परिवर्तन से हाल ही में उत्पादन और बिक्री कम हुई है।'' जेएसपीएल ओपी जिंदल समूह की कंपनी है जो इस्पात, बिजली, खनन और बुनियादी ढांचा क्षेत्र से जुडी हुई है।
- नयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी ने बुधवार को कहा कि उनसे अपने 70 हजार से अधिक कर्मचारियों, श्रमिकों और उनके पारिवारिक सदस्यों को कोविड-19 की वैक्सीन लगवाई है। एक बयान के मुताबिक देश भर के सभी संयंत्रों में बड़े पैमाने पर कोविड टीकाकरण अभियान चल रहा है, जिसमें एनटीपीसी के सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित कंपनी के सभी सहयोगी और उनके आश्रित भी शामिल हैं। बयान के मुताबिक, ‘‘भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने अपने 70,000 से अधिक कर्मचारियों, श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को टीके लगवाएं हैं।'' बयान में आगे कहा गया कि संबंधित राज्य प्रशासन के साथ मिलकर एनटीपीसी केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। कंपनी ने सुनिश्चित किया है कि उसके अग्रिम पंक्ति में रहकर काम करने वाले कर्मचारियों, मौजूदा और सेवानिवृत सभी को टीका लगाया जाये। इसमें 60 वर्ष से ऊपर की आयु का सेवानिवृत स्टाफ और 45 वर्ष की उम्र से ऊपर के वर्तमान में काम कर रहा स्टाफ भी शामिल है। कंपनी ने 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में भी पात्र कर्मचारियों को टीका लगाने का काम शुरू किया हे। वक्तव्य के मुताबिक कंपनी के देशभर में फैले 72 स्थानों पर टीकारण अभियान चलाया जा रहा है। इसमें संयुकत उद्यम और अनुषंगी कंपनियां भी शामिल हैं। टीकारण अभियान के साथ ही एनटीपीसी ने कोविड- 19 से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के लिये एक कार्यबल का भी गठन किया है जो कि सातों दिन चौबीसों घंटे काम कर रहा है और कोविड मरीजों के लिये समन्वय का काम कर रहा है।
- मुंबई। विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने कहा कि वह अपने सभी कर्मचारियों के लिए 17 मई से कंपनी प्रायोजित टीकाकरण अभियान शुरू करेगी। कंपनी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि अभियान की शुरुआत दिल्ली और गुरुग्राम से होगी, जो स्पाइसजेट का मुख्यालय है और इसके साथ ही उसके नेटवर्क के सभी स्टेशनों पर विमानन कंपनी के कर्मचारियों को इसमें शामिल किया जाएगा। स्पाइसजेट ने कहा कि उसके लगभग 15,000 कर्मचारी हैं।एयर इंडिया, विस्तारा, इंडिगो, गोएयर और एयरएशिया इंडिया जैसी अन्य विमानन कंपनियां पहले ही अपने कर्मचारियों के लिए टीकाकरण अभियान की घोषणा कर चुके हैं।
- कोलकाता। स्वच्छता प्रौद्योगिकी मंच, लिविनगार्ड एजी ने कोरोना योद्धाओं के लिए 15 करोड़ रुपये कीमत के मास्क दान किए हैं। सिवट्जरलैंड स्थित कंपनी ने बुधवार को कहा कि इन मास्कों का वितरण एनजीओ, सरकारी संगठनों, नागरिक समाज, अस्पतालों और कई स्वास्थ्य लाभ केंद्रों के जरिए किया जाना है। कंपनी ने दावा किया कि कपड़ों पर उसकी पेटेंट विषाणु एवं जीवाणु रोधी प्रौद्योगिकी जो लिविनगार्ड प्रौद्योगिकी से उपचारित है वह सांस के जरिए वायरस को अंदर आने से रोकने की बजाय 99.9 प्रतिशत जीवाणु और विषाणु को मारने में वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है। इसने बताया कि लिविनगार्ड एजी ने कई गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) जैसे चाइल्ड रिलीफ एंड यू (क्राई), मैजिक बस, अपनालय के अलावा मुंबई और पंजाब पुलिस, टाटा मेमोरियल, आईएसबी विद्यार्थियों और श्मशान घाटों के कर्मियों समेत अन्य को मास्क दान किया है। लिविनगार्ड के संस्थापक एवं सीईओ संजीव स्वामी ने कहा, “पूरी दुनिया घातक वायरस के खिलाफ भारत की जंग को देख रही है जिसने उसकी दूसरी लहर में और तेजी से प्रहार किया है।
- नयी दिल्ली। दवा कंपनी एस्ट्राजेनका ने मंगलवार को कहा कि वह भारत को कोविड-19 महामारी के बीच राहत उपायों के कार्यों में समर्थन देने के लिये 2.5 लाख डॉलर (1.8 करोड़ रुपये से अधिक) की मानवीय सहायता उपलब्ध कराएगी। भारत के लिये यह सहायता ब्रिटिश-स्वीडिश बहुराष्ट्रीय कंपनी द्वारा राहत कार्यों के लिये निर्धारित 10 लाख डॉलर की मदद का हिस्सा है। एस्ट्राजेनका ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘आज कंपनी ने महामारी से प्रभावित भारत समेत दुनिया में विभिन्न समुदाय के बीच राहत कार्यों में मदद के लिये 10 लाख डॉलर की मानवीय सहायता का संकल्प जताया।'' कंपनी के अनुसार इसमें से 250,000 डॉलर की सीधी सहायता भारत को दी जाएगी। इसके तहत ऑक्सीजन कनसेन्ट्रेटर, दवा और अन्य जरूरी सामान तथा पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) किट उपलब्ध कराये जाएंगे।
- नयी दिल्ली । देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलांयस जियो के ग्राहकों की संख्या फरवरी में बढ़कर 41.49 करोड़ हो गयी। कंपनी ने माह के दौरान 42 लाख नये ग्राहक जोड़े। दूरसंचार नियामक ट्राई ने यह जानकारी दी। माह के दौरान रिलांय जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया तीनों निजी दूरसंचार कंपनियों ने नये ग्राहक जोड़े। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार भारती एयरटेल ने फरवरी महीने में 37 लाख ग्राहक जोड़े और उसके ग्राहकों की संख्या 34.83 करोड़ पर पहुंच गयी। वहीं वोडाफोन आइडिया ने कई महीनों बाद आलोच्य माह में 6.5 लाख नये ग्राहक जोड़े। इसके साथ कंपनी के ग्राहकों की संख्या बढ़कर 28.26 करोड़ पर पहुंच गयी। ट्राई के आंकड़ों के अनुसार निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी 89.57 प्रतिशत रही जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल और एमटीएनल की हिस्सेदरी 10.43 प्रतिशत रही। बीएसएनएल और एमटीएनएल दोनों के फरवरी में ग्राहकों की संख्या कम हुई। इनके ग्राहकों की संख्या (वायरलेस) 82 लाख रही।
- मुंबई। शेयर बाजार में बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई जिससे सेंसेक्स 471 अंक लुढ़क कर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में मिश्रित रुख और सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल और रिलायंस जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से बाजार नीचे आया। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 471.01 अंक यानी 0.96 प्रतिशत लुढ़कर 49 हजार अंक से नीचे 48,690.80 अंक पर बंद हुआ।इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 154.25 अंक यानी 1.04 प्रतिशत की गिरावट लेकर 14,696.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक 3 प्रतिशत का नुकसान इंडसइंड बैंक को हुआ। इसके अलावा एचयूएल, ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टेक महिंद्रा के शेयरों में गिरावट रही। दूसरी तरफ, टाइटन, मारुती, पावरग्रिड, एसबीआई और एनटीपीसी लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं।जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर के अनुसार उपभोक्ता जिंसों की बढ़ती कीमतों के कारण वैश्विक बाजार में ब्याज दरें और बांड प्रतिफल बढ़ने की चिंता में सूचकांक नीचे आये। उन्होंने कहा, ‘‘सभी प्रमुख सूचकांक समेत कीमती धातु गिरावट लेकर बंद हुए जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और मीडिया शेयरों में तेजी बनी रही।'' एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग लाभ में रहे जबकि टोक्यो और सोल में गिरावट दर्ज की गई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में मध्य कारोबार में मिश्रित रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी लेकर 68.88 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
- नयी दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बुधवार को 25 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई, जिसके साथ ही भोपाल और इंदौर सहित कई और शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गए। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वार जारी मूल्य अधिसूचना के मुताबिक देश में पेट्रोल और डीजल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। दिल्ली में अब पेट्रोल 92.05 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.61 रुपये प्रति लीटर में मिल रहा है।इस सप्ताह कीमतों में यह तीसरी और चार मई के बाद से सातवीं बढ़ोतरी है। इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान 18 दिनों तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया था। मूल्य वृद्धि के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया। वैट और मालभाड़े जैसे स्थानीय करों के आधार पर विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमत अलग-अलग होती हैं। देश में राजस्थान पेट्रोल पर सबसे अधिक मूल्य वर्धित कर (वैट) वसूलता है, इसके बाद मध्य प्रदेश का स्थान है। इस महीने हुई सात बार बढ़ोतरी में पेट्रोल कुल 1.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 1.88 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
- नयी दिल्ली । रूचि सोया इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को पतंजलि नेचुरल बिस्कुट प्राइवेट लि. (पीएनबीपीएल) के कारोबार को 60.02 करोड़ रुपये में खरीदने की घोषणा की। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 10 मई को पतंजलि बिस्कुट के साथ व्यापार हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी। यह अधिग्रहण अगले दो महीने में पूरा होगा। रूचि सोया ने कहा, ‘‘व्यापर हस्तांतरण समझौते के तहत अधिग्रहण की रकम 60.02 करोड़ रुपये तय की गई है। अधिग्रहण की यह रकम घटती बिक्री के आधार पर की गई हैं।'' उसने कहा कि अधिग्रहण की रकम दो किश्तों में दी जायेगी। जिसमे 15 करोड़ रुपये समझौता होने की तिथि या उससे पहले दिए जाऐंगे, जबकि शेष 45.01 करोड़ रुपये का भुगतान समझौता होने के 90 दिनों में होगा। कंपनी ने कहा कि वह और पतंजलि बिस्कुट एक गैर-प्रतिस्पर्धी समझौते पर भी सहमत हुए हैं। जिसके तहत पीएनबीपीएल और उसके संबंधित सहयोगी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत में बिस्कुट के किसी भी प्रतिस्पर्धी व्यवसाय में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। गौरतलब है कि रुचि सोया कर्ज के बोझ तले दबी कंपनी थी जिसे 2019 में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने खरीद लिया था। पीनीबीएल ने वित्त वर्ष 2019-20 में 448 करोड़ रुपये का कारोबार किया।