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- नाननिंग (चीन)। एक व्यक्ति की 240 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी लेकिन उसने यह खबर अपनी पत्नी को नहीं बताई। इसकी वजह लोगों को हंसने पर मजबूर कर रही है। दरअसल यह अजीब मामला चीन का है। यहां एक व्यक्ति ने हाल ही में 29.9 मिलियन अमरीकी डालर (219 मिलियन युआन) का लॉटरी जैकपॉट जीता। लेकिन उसने अपनी पत्नी और बच्चे को इस खबर से अनजान रखा। क्योंकि उसे लगा कि पैसा उन्हें "आलसी" बना सकता है! यह राशि 240 करोड़ रुपये से अधिक के बराबर है!द न्यूज ऑस्ट्रेलिया के अनुसार, लॉटरी विजेता को मिस्टर ली के रूप में पहचाना गया है। उसने अपनी पहचान उजागर करने से मना किया है। यही नहीं, व्यक्ति एक मजाकिया पीले रंग की पोशाक पहनकर अपनी पहचान छुपाते हुए लॉटरी के पैसे लेने लॉटरी दफ्तर गया था। न्यूज पोर्टल के मुताबिक, व्यक्ति ने एक नेक काम भी किया। उसने अपनी लॉटरी की रकम से करीब 5 मिलियन युआन का दान एक चैरिटी को दिया। व्यक्ति ने कहा, "मैंने अपनी पत्नी और बच्चे को इस डर से नहीं बताया कि वे पैसे देखकर खुश तो बहुत होंगे , लेकिन वे फिर भविष्य में काम या कड़ी मेहनत नहीं करेंगे। वे आलसी हो जाएंगे।"समाचार पोर्टल के अनुसार, उस व्यक्ति ने क्षेत्रीय राजधानी नाननिंग के पूर्व में स्थित एक शहर लितांग से एक व्यापारी से लॉटरी टिकट खरीदा था। अगले दिन वह खुद गाड़ी से गुआंग्शी वेलफेयर लॉटरी सेंटर गया। टिकट खरीदने के बाद उसे लगा कि उसने शायद कुछ बड़ी चीज जीत ली है। उसका शक सही साबित हुआ। उसने कहा कि उसके नंबर वही थे जिनके चलते वह वर्षों से फेल होता आया , लेकिन इस बार उन्हीं नंबरों से जैकपॉट लग गया।
- काठमांडू। भारत ने नेपाल सरकार को 20 नवंबर के आम चुनावों के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न नेपाली संस्थानों को साजोसामान सहायता के वास्ते 200 वाहन मंगलवार को उपहार में दिए। भारतीय दूतावास की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नेपाल में संघीय संसद के साथ-साथ प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। नेपाल ने भारत सरकार से वाहनों के लिए अनुरोध किया था। वित्त मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में, नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने चुनाव के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न नेपाली संस्थानों को साजोसामान समर्थन के लिए भारत सरकार की ओर से उपहार के तौर पर नेपाल के वित्त मंत्री जनार्दन शर्मा को 200 वाहन सौंपे। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 200 वाहनों में से 120 सुरक्षा बलों के लिए हैं जबकि 80 वाहन नेपाल चुनाव आयोग के लिए हैं। वाहन चुनाव कराने के लिए देशभर में नेपाल के विभिन्न संस्थानों के साजोसामान व्यवस्था को और बढ़ाने में उपयोगी साबित होंगे। राजदूत ने मंत्री को वाहनों की चाबियां सौंपते हुए कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि ये वाहन नेपाल सरकार द्वारा चुनाव कार्यक्रमों की व्यवस्था करने में मदद करेंगे।'' उन्होंने नेपाल में चुनाव के प्रभावी और सफल संचालन की भी कामना की। वित्त मंत्री ने इन वाहनों को उपहार में देने सहित नेपाल के साथ विकास साझेदारी के रूप में निरंतर समर्थन के लिए भारत सरकार और भारत के लोगों का आभार जताया। नेपाल के लिए 20 नवंबर का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने और हिमालयी देश में स्थिरता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा। भारत ने पिछले चुनावों के दौरान भी हिमालयी राष्ट्र की सरकार के अनुरोध पर नेपाल को वाहन उपलब्ध कराए थे। विज्ञप्ति के अनुसार, चुनाव में सहयोग के लिए विभिन्न नेपाली संस्थानों को 2,400 से अधिक वाहन उपहार में दिए गए हैं, जिसमें नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बलों को लगभग 2,000 वाहन और नेपाली सेना और चुनाव आयोग को लगभग 400 वाहन शामिल हैं।
- फ्रैंकफर्ट। यूरो मुद्रा का इस्तेमाल करने वाले 19 यूरोपीय देशों में मुद्रास्फीति अक्टूबर में रिकॉर्ड 10.7 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। प्राकृतिक गैस एवं बिजली की आसमान छूती कीमतों ने अर्थव्यवस्था की रफ्तार को भी धीमा कर दिया है। यूरोपीय संघ (ईयू) के सांख्यिकी संगठन 'यूरोस्टैट' ने सोमवार को अक्टूबर महीने के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले की तुलना में इस महीने मुद्रास्फीति 10.7 प्रतिशत पर पहुंच गई। इसके पहले सितंबर में मुद्रास्फीति 9.9 प्रतिशत रही थी। यह यूरोजोन के लिए 1997 में आंकड़ों का संकलन शुरू होने के बाद मुद्रास्फीति का उच्चतम स्तर है। यूरोपीय संघ के कुल 28 में से 19 देशों में यूरो मुद्रा का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें सामूहिक तौर पर यूरोजोन कहा जाता है। यूरोस्टैट ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण प्राकृतिक गैस की कीमतों में आए उछाल और बिजली के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति में यह तेजी आई है। ऊर्जा संसाधनों पर व्यय बढ़ने से उपभोक्ताओं का अन्य जरूरी चीजों पर व्यय घट गया है। यूरोस्टैट के मुताबिक, खाद्य उत्पाद, शराब एवं तंबाकू उत्पादों के दाम 13.1 प्रतिशत बढ़े हैं जबकि ऊर्जा संसाधनों की कीमतों में 41.9 प्रतिशत का उछाल आया है। इस बीच कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों से उबरने की कोशिश में लगी यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 0.2 प्रतिशत की ही वृद्धि दर हासिल की है। इसके पहले अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि दर 0.8 प्रतिशत रही थी। यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने पिछले हफ्ते एक अनुमान में कहा था कि अगले साल मुद्रास्फीति 5.8 प्रतिशत रह सकती है। तीन महीने पहले लगाए गए अनुमान में इसके 3.6 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी। यूरोप समेत दुनिया के तमाम हिस्सों में इस साल मुद्रास्फीति का उच्च स्तर देखा जा रहा है। अमेरिका और ब्रिटेन में भी मुद्रास्फीति ने पिछले 40 वर्षों के सर्वोच्च स्तर को छू लिया है।
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बीजिंग। चीन की कठोर कोविड नीति और उसके कारण लागू पाबंदियों से परेशान देश की जनता लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शनों में 1982 की फिल्म ‘डिस्को डांसर' के संगीतकार बप्पी लाहिड़ी के लोकप्रिय गाने ‘जिम्मी जिम्मी आजा आजा' का जमकर उपयोग कर रहे हैं। चीन के सोशल मीडिया साइट ‘दोयूयिन' (टिकटॉक का चीनी नाम) पर लाहिड़ी की संगीत से सजे पार्वर्ती खान के गाये हुए इस गीत को मंडारीन भाषा में गाया जा रहा है ‘जि मी, जि मी'। अगर हम ‘जि मी, जि मी' का अनुवाद करें तो इसका अर्थ होता है ‘मुझे चावल दो, मुझे चावल दो'। इस वीडियो में लोग खाली बर्तन दिखाकर यह बताना चाह रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न की कमी की कितनी बुरी स्थिति है। मजे की बात यह है कि वीडियो अभी तक सोशल मीडिया पर मौजूद है, जबकि सामान्य तौर पर देश की सरकार की आलोचना करने वाले वीडियो को तत्काल हटा दिया जाता है। गौरतलब है कि चीन में भारतीय सिनेमा हमेशा से लोकप्रिय रहा है और 1950-60 के दशक में राजकपूर की फिल्मों से लेकर ‘3 इडियट', ‘सीक्रेट सुपरस्टार', ‘हिन्दी मीडियम', ‘दंगल' और ‘अंधाधुंध' को भी यहां के दर्शकों ने पसंद किया है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि चीन के लोगों ने ‘जि मी, जि मी'का उपयोग करके प्रदर्शन करने का कमाल का तरीका सोचा है। वे इसके माध्यम से जीरो-कोविड नीति के कारण जनता को हो रही दिक्कतों के बारे में बता रहे हैं। चीन में जीरो-कोविड नीति के तहत शंघाई सहित दर्जनों शहरों में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था जिसके कारण लोग कई सप्ताह तक अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए थे।
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इम्फाल. गरीबी ने काकचिंग के रहने वाले मुकुटमोनी मोइरंगथेम को अपनी बेटी के लिए जूते बनाने के लिए मजबूर किया था, लेकिन अब तीन दशक बाद उनकी इस कला ने देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी पैठ बना ली है। मुकुटमोनी को उनकी उद्यमशीलता और गरीब महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों ने एक अलग पहचान दिलाई है। उन्हें उनकी इस कला के लिए 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
मोइरंगथेम ने कहा कि उन्होंने तीन दशक पहले जूते के ऊपरी हिस्से की बुनाई शुरू की थी, चूंकि वे अपनी स्कूल जाने वाली बेटी के लिए नए जूते नहीं खरीद सकती थीं। राजधानी से करीब 45 किलोमीटर दूर काकचिंग निवासी मुकुटमोनी (64) ने कहा, ‘‘जब भी मुझे दिन में धान के खेतों में काम करने के बाद थोड़ा समय मिलता था, तो इस क्षेत्र की अन्य महिलाओं की तरह मैं भी अपने तीन बच्चों के लिए घर पर ऊनी मोजे और मफलर बुनती थी।'' मोइरंगथेम ने कहा, ‘‘मैं अपनी स्कूल जाने वाली बेटी के लिए जूते नहीं खरीद सकती थी और उन्हें लगातार ठीक करना पड़ता था। इसलिए मैंने ऊपरी हिस्से को हटाकर उसे ऊन के बने जूते से बदल दिया।'' मोइरंगथेम ने कहा, ‘‘मेरी इस कला पर स्कूल की एक शिक्षिका की नज़र पड़ी और उन्होंने अपनी बेटी के लिए एक जोड़ी का ऑर्डर दिया। इस तरह यह सब शुरू हुआ।'' शुरुआती दौर में वह जूतों के तलवों को काटने के लिए साधारण हाथ से चलने वाले औजारों से काम करती थीं और काकचिंग शहर में एक गैर-मणिपुरी व्यक्ति की मदद लेती थीं। उन्होंने कहा, ‘‘एक दिन गश्त के दौरान वहां तैनात सेना के जवानों ने मेरे हाथ से बुने हुए जूते देखे और उनमें से कुछ का ऑर्डर भी दिया। इस तरह से मेरे हाथ से बुने हुए जूते सबसे पहले मणिपुर के बाहर गए थे।'' उन्होंने 1990 में ‘‘मुक्ता शूज़ इंडस्ट्री'' के नाम से अपनी कंपनी शुरू की। इम्फाल शहर में एक व्यापार मेले में अपने हाथ से बुने हुए उत्पादों का प्रदर्शन किया। अब उनके हाथ से बने जूते बड़े-बड़े मेलों में बेचे जाते हैं। दिल्ली, राजस्थान और बंगाल के अलावा, राष्ट्रीय राजधानी में बिचौलियों के माध्यम से जापान, रूस, सिंगापुर और दुबई जैसे देशों से भी ऑर्डर प्राप्त होते हैं। वह एक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित करना चाहती हैं जहां युवाओं को शिल्प सिखाया जाएगा और स्वरोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। मोइरंगथेम ने कहा, ‘‘एक दिन ऐसा आएगा जब मैं ये जूते नहीं बना पाऊंगी। जब तक एक उचित तंत्र नहीं बनाया गया तो मेरा यह शिल्प अंततः खो जाएगा। यह विचार मेरा दिल तोड़ देता है। -
लॉस एंजिलिस। निर्माता शोंडा राइम्स ने कहा है कि ट्विटर पर अरबपति एलन मस्क के अधिग्रहण के मद्देनजर वह इस माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट का इस्तेमाल बंद कर देंगी। “ग्रेज एनाटॉमी”, “स्कैंडल” और “ब्रिजर्टन” जैसे प्रसिद्ध कार्यक्रमों की निर्माता राइम्स ने शनिवार को एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें कहा गया था कि मस्क द्वारा ट्विटर का 44 अरब अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहण किए जाने के बाद वह इस मंच का उपयोग नहीं करेंगी। नवंबर 2008 में ट्विटर से जुड़ने वाली राइम्स के साइट पर लगभग 19 लाख फॉलोअर हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “एलन की जो भी योजना है, मुझे उसके बारे में नहीं बोलना-सोचना। अलविदा।” राइम्स से पहले “दिस इज अस” के कार्यकारी निर्माता केन ओलिन और “बिलियन्स” के मेजबान ब्रायन कोप्पेलमैन भी ट्विटर का इस्तेमाल बंद करने की घोषणा कर चुके हैं। बृहस्पतिवार को ट्विटर के अधिग्रहण के बाद एलन मस्क ने ट्वीट किया था, “पंछी आजाद हो गया है। -
मोगादिशु (सोमालिया) .सोमालिया के राष्ट्रपति ने रविवार को कहा कि शनिवार को राजधानी मोगादिशु में हुए दो कार बम धमाकों में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने रविवार तड़के एक घटनास्थल पर पत्रकारों से कहा कि धमाकों में लगभग 300 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने इन हमलों को ‘बेहद क्रूर और कायरतापूर्ण' कृत्य करार दिया। फिलहाल किसी समूह ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। मोगादिशु में ये हमले उस दिन हुए, जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी अल-शबाब सहित अन्य आतंकवादी समूहों से निपटने के विस्तारित प्रयासों पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि पहला धमाका शिक्षा मंत्रालय की चारदीवारी के बाहर हुआ, जबकि दूसरे विस्फोट में एक व्यस्त रेस्तरां को निशाना बनाया गया। एम्बुलेंस सेवा के निदेशक अब्दुलकादिर अदन ने एक ट्वीट में कहा, “पहले हमले में घायल लोगों की मदद करने वाली एक एम्बुलेंस भी दूसरे विस्फोट से नष्ट हो गई।” एक प्रत्यक्षदर्शी अब्दिरजाक हसन ने कहा, “जब दूसरा धमाका हुआ, तब मैं 100 मीटर दूर था। मैं जमीन पर पड़े शवों की गिनती नहीं कर सका।” अक्टूबर 2017 में इसी जगह हुए ट्रक बम धमाके में 500 लोगों की मौत हो गई थी। उस हमले के बाद से यह क्षेत्र में सबसे घातक हमला है।
- सोल दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में कल रात मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या एक सौ 51 हो गई है। एक सौ 80 लोग इस हादसे में घायल हुए हैं। सोल के इतावॉन में हैलोइन मनाने के लिए एकत्र हुई भारी भीड़ में भगदड़ मच जाने से यह हादसा हुआ। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। कई घायलों की हालत काफी गंभीर है।घटना के कारणों के बारे में प्रामाणिक ब्यौरा अभी नहीं मिला है। स्थानीय मीडिया का अनुमान है कि हैलोइन मनाने के लिये लगभग एक लाख लोग इतावॉन में एकत्र थे।दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल ने भगदड में एक सौ 51 लोगों की मृत्यु पर राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है और आधा झंडा झुकाने का निर्देश दिया है। भगदड के एक दिन बाद यून ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए इसे भयावह दुर्घटना बताया है। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात दुर्घटना के कारण का पता लगाना और ऐसी दुर्घटना दोबारा होने से रोकना है। कोविड प्रतिबंध हटने के बाद दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन उत्सव चल रहा था। उत्सव में एक लाख से अधिक लोग हिस्सा ले रहे थे। हताहतों की संख्या बढने की संभावना है। FILE PIC
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सियोल। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन के दौरान भीड़ के एक संकरी गली में घुसने के प्रयास के दौरान उसमें कुचलकर कम से कम 120 लोगों की मौत हो गई जबकि 100 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सियोल के योंगसेन दमकल विभाग के प्रमुख चोई सेओन-बिओम ने बताया कि मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर बतायी जा रही है। उन्होंने बताया कि 74 शवों को अस्पताल ले जाया गया है । अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि सियोल के प्रमुख पार्टी स्पॉट हैमिल्टन होटल की ओर जा रहे लोगों की भीड़ एक संकरी गली में घुस गई और इसी दौरान भीड़ बढ़ने से स्थिति बिगड़ गई और भीड़ में कुचलकर लोग हताहत हो गए।
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लंदन। वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के बाद खून के थक्के बनने के बेहद दुर्लभ मामले संबंधी खतरे के बारे में जानकारी साझा की है। एक अध्ययन में यह कहा गया है। पांच यूरोपीय देशों और अमेरिका के स्वास्थ्य डेटा पर आधारित अध्ययन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टीके की पहली खुराक लेने के बाद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस के बढ़े खतरे का जिक्र किया गया है। द ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित अध्ययन में फाइजर-बायोएनटेक टीके की तुलना में जैनसेन/जॉनसन एंड जॉनसन टीके के बाद बढ़े हुए जोखिम की ओर भी ध्यान दिलाया गया है। शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया कि सिंड्रोम बहुत दुर्लभ है, लेकिन कहा कि देखे गए जोखिमों पर ‘‘आगे टीकाकरण अभियानों और भविष्य के टीके के विकास की योजना बनाते समय विचार किया जाना चाहिए।'' टीटीएस तब होता है जब किसी व्यक्ति में रक्त के थक्के के साथ-साथ कम रक्त प्लेटलेट काउंट (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) होता है। अध्ययन के अनुसार, यह बहुत दुर्लभ है और खून के थक्के बनने की सामान्य स्थितियों जैसे डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (डीवीटी) या फेफड़ों के थक्के से अलग है। टीटीएस को वर्तमान में एडेनोवायरस-आधारित कोविड टीकों के दुर्लभ दुष्प्रभाव के रूप में जांचा जा रहा है, जो कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए एक कमजोर वायरस का उपयोग करते हैं, लेकिन अध्ययन के अनुसार विभिन्न प्रकार के टीकों की तुलनात्मक सुरक्षा पर कोई स्पष्ट सबूत मौजूद नहीं है। इस बारे में जानकारी के लिए शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एमआरएनए-आधारित कोविड टीकों के साथ एडेनोवायरस-आधारित कोविड टीकों के उपयोग से जुड़े टीटीएस या थ्रोम्बोम्बोलिक के मामले के जोखिम की तुलना करने के लिए निर्धारित किया। अध्ययन के लेखकों ने कहा ‘‘हमारे ज्ञान के लिए, यह एमआरएनए आधारित कोविड-19 टीकों की तुलना में एडेनोवायरस की तुलनात्मक सुरक्षा का पहला बहुराष्ट्रीय विश्लेषण है।'' उन्होंने चेताया कि हालांकि ये घटनाएं बहुत दुर्लभ हैं, लेकिन दुनिया भर में बड़ी संख्या में टीके की खुराक के कारण प्रभावित रोगियों की संख्या काफी हो सकती है। -
बर्लिन. संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी ने बुधवार को कहा कि तीन प्रमुख ग्रीनहाउस गैस पिछले साल वातावरण में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर रहीं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने अपने ताजा वार्षिक ग्रीनहाउस गैस बुलेटिन के साथ कहा, ‘‘दुनिया के लिए और बुरी खबर है।'' मिस्र के शर्म-अल-शेख में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के जलवायु सम्मेलन से पहले जलवायु परिवर्तन के साथ मानव जाति के संघर्ष के अनेक पहलुओं पर विचार करते हुए हाल के दिनों में जारी अनेक रिपोर्ट में उक्त रिपोर्ट भी शामिल है। डब्ल्यूएमओ ने कहा कि गर्मी बढ़ाने वाली तीन मुख्य ग्रीनहाउस गैसों-कार्बन डाईऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड में से 2020 से 2021 तक मीथेन के स्तर में सर्वाधिक वृद्धि हुई। चार दशक पहले शुरू हुए नियमित मापन के बाद से यह दो सालों के बीच सबसे बड़ी वृद्धि है। डब्ल्यूएमओ महासचिव पेटैरी तालस ने कहा, ‘‘मीथेन के स्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी समेत गर्मी बढ़ाने वाली मुख्य गैसों की सांद्रता में लगातार वृद्धि दिखाती है कि हम गलत दिशा में बढ़ रहे हैं।'' मीथेन गर्मी बढ़ाने के मामले में कार्बन डाईऑक्साइड से अधिक असर डालती है लेकिन वातावरण में उसके बराबर समय तक नहीं रह पाती। वातावरण में मीथेन से 200 गुना अधिक कार्बन डाईऑक्साइड है। संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्यालय ने बुधवार को इससे पहले कहा था कि 193 देशों के उत्सर्जन के आधार पर ताजा आकलन बताते हैं कि सदी के अंत तक तापमान में पूर्व-औद्योगिक कालखंड के औसत तापमान से 2.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। यह वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए पेरिस समझौते में निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्य से पूरा एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार 2010 तक उत्सर्जन भी 2010 के स्तर से 10.6 प्रतिशत बढ़ जाएगा जो पिछले साल के 13.7 प्रतिशत के आकलन से थोड़ा कम है। वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती का तापमान बढ़ाने वाली गैसों के उत्सर्जन में वास्तव में इस दशक के अंत तक 45 प्रतिशत तक की कटौती की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्यालय के प्रमुख सिमोन स्टील ने एक बयान में कहा, ‘‘वैश्विक तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस तक कम करने पर अमल के लिए जरूरी उत्सर्जन कटौती की जो रफ्तार और पैमाना होना चाहिए, हम अभी उसके करीब भी नहीं हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस लक्ष्य को जीवंत रखने के लिए राष्ट्रीय सरकारों को अब अपनी जलवायु कार्रवाई योजनाओं को मजबूत करने तथा अगले आठ साल में उन्हें लागू करने की जरूरत है।'' अगले महीने शर्म-अल-शेख, मिस्र में होने वाली संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर वार्ता से पहले रिपोर्ट जारी की गयी है।
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लंदन |ब्रिटेन के नवनियुक्त प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को कुछ "बहुत कठिन निर्णय" लेने होंगे, लेकिन लोगों को आश्वासन दिया कि वह देश के "गहन आर्थिक संकट" से निपटने के दौरान करुणा भाव से कार्य करेंगे। ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने मंगलवार को अपनी पूर्ववर्ती लिज़ ट्रस की "गलतियों" को ठीक करने के संकल्प के साथ पदभार ग्रहण किया। सात सप्ताह में तीसरे प्रधानमंत्री सुनक ने "आर्थिक स्थिरता और राजकोषीय स्थिरता दिल में होगी" कहकर कैबिनेट बैठक की शुरुआत की। सुनक ने ट्वीट किया, "आज सुबह मैंने कैबिनेट को उस बड़े कार्य के बारे में बताया, जिसका हम सामना कर रहे हैं, और मुझे विश्वास है कि यह सरकार चुनौती का सामना कर सकती है तथा पूरे ब्रिटेन के लिए काम कर सकती है।" पहली कैबिनेट बैठक के बाद उन्होंने लिखा, "अब काम करने और ब्रिटिश लोगों का विश्वास अर्जित करने का समय है।" पहली कैबिनेट बैठक से जारी रीड-आउट के अनुसार, 42 वर्षीय सुनक ने जोर देकर कहा कि सरकार को कुछ "बहुत कठिन निर्णय लेने की आवश्यकता होगी, लेकिन सरकार करुणा भाव से काम करेगी, सबसे कमजोर लोगों की रक्षा करेगी, और दीर्घकालिक वृद्धि के लिए लगातार प्रयास करेगी।" इसमें कहा गया कि वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने जोर देकर कहा कि आर्थिक स्थिरता और विश्वसनीयता अन्य सभी नीतियों के लिए आवश्यक आधार हैं। इसके बाद विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने अंतरराष्ट्रीय स्थिति और रूस द्वारा यूक्रेन में युद्ध का दायरा बढ़ाए जाने से उत्पन्न निरंतर खतरे पर कैबिनेट को अद्यतन किया। बीबीसी ने रीड-आउट के हवाले से कहा कि गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने अवैध आव्रजन से निपटने के लिए चल रहे काम के बारे में बात की। प्रधान मंत्री सुनक ने कहा कि यह एक जटिल और चुनौतीपूर्ण मुद्दा है, लेकिन जनता को सरकार से "दीर्घकालिक समाधान" खोजने की उम्मीद है। इस बीच, ब्रिटेन सरकार ने अपने बजट में दो सप्ताह से अधिक की देरी की है और देश के आर्थिक संकट से निपटने के तरीके के बारे में कठिन विकल्प बनाने के लिए सुनक को कुछ समय मिल गया है। वित्त विभाग के एक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री हंट द्वारा अब 17 नवंबर को सरकार की मध्यम अवधि की वित्तीय योजना पेश की जाएगी।
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पेरिस. प्रसिद्ध फ्रांसीसी चित्रकार पियरे सोलेजेस का निधन हो गया है। वह 102 वर्ष के थे। उनके गृहनगर रोदेज में स्थित सोलेज संग्रहालय ने यह जानकारी दी। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के दौर में काले रंग के उपयोग के साथ एक अलग पहचान बनाई थी। वह 1919 में दक्षिणी फ्रांस के रोदेज में पैदा हुए थे। वर्ष 2019 में उनके 100वें जन्मदिन पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और उनकी कृतियों का प्रदर्शन किया गया था। -
लंदन |भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना। उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने नाम वापस ले लिया। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस ले लिया था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा।भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को नेता चुना। उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने नाम वापस ले लिया। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस ले लिया था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा।
सुनक ने प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पार्टी सांसदों से प्राईवेट मीटिंग की। इसमें मीडिया की एंट्री नहीं थी। ‘द गार्डियन’ के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने कहा- अब हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा। संसद आते और जाते वक्त मीडिया ने सुनक से बातचीत की कोशिश की। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बनने वाले ऋषि सुनक ने हाल ही में कहा था कि वह ब्रिटेन-भारत संबंधों को बदलना चाहते हैं ताकि दोतरफा आदान-प्रदान किया जा सके जिससे भारत में यूके के छात्रों और कंपनियों तक आसानी से पहुंच बन सके। अगस्त में ब्रिटिश इंडियन कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों की एक सभा को संबोधित करते हुए यॉर्कशायर ब्रिटेन में जन्मे 42 वर्षीय भारतीय मूल के टोरी सांसद ने देश को मुद्रास्फीति के कठिन समय से निकालने और एक बेहतर सुरक्षित ब्रिटेन बनाने की कसम खाई। -
नई दिल्ली। ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के ऋषि सुनक एक सौ सांसदों का समर्थन मिलने के बाद पार्टी के अगले नेता और देश के प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हो गए हैं। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी अपनी छुट्टियां खत्म कर प्रधानमंत्री चुनाव के लिए लंदन वापस आ गये हैं।
इस चुनाव में यदि ऋषि सुनक के प्रतिद्वंद्वी को टोरी के सौ सदस्यों का समर्थन नहीं मिलता है तो वे पार्टी के अगले नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाएंगे। नामांकन ब्रिटिश समय के अनुसार सोमवार को दोपहर दो बजे तक ही किये जा सकते हैं। परिणाम की घोषणा 28 अक्तूबर शुक्रवार को होगी। - इस्लामाबाद । पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशखाना मामले में दोषी पाए जाने पर पांच साल तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। उन पर विदेशी नेताओं से मिले उपहारों की बिक्री से हुई आमदनी छिपाने का आरोप था। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सिकन्दर खान की अध्यक्षता में चार सदस्यों की पीठ ने आम सहमति से फैसला देते हुए इमरान खान को भ्रष्ट कार्यों में लिप्त पाया और संसद सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया। आयोग ने यह भी घोषणा की कि भ्रष्टाचार कानून के अंतर्गत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के महासचिव असद उमर ने घोषणा की है कि निर्वाचन आयोग के इस फैसले को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी।
- लंदन। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कंजरवेटिव पार्टी में अपने नेतृत्व के खिलाफ खुली बगावत के बाद गुरुवार को पार्टी नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। ट्रस ने कहा कि वह पिछले महीने उन्हें मिले जनादेश का पालन नहीं कर पा रहीं और इस तरह केवल 45 दिन में लंदन स्थित 10 डाउनिंग स्ट्रीट में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। निवर्तमान प्रधानमंत्री ट्रस (47) टोरी पार्टी द्वारा उनके उत्तराधिकारी का चुनाव होने तक कामकाज देखती रहेंगी। कंजरवेटिव पार्टी के नेता का चुनाव अगले सप्ताह तक पूरा किया जा सकता है। ट्रस के साथ चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी रहे रिषी सुनक को अब प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है लेकिन आपस में बंटी हुई टोरी पार्टी में अभी तक इस लिहाज से आम सहमति नहीं बनी है। विपक्षी लेबर पार्टी ने तत्काल आम चुनाव कराने की अपनी मांग दोहराई है। बताया जाता है कि पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी दौड़ में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। इस मुकाबले में पिछली बार उम्मीदवार रहे पेनी मॉरडॉंट और सुएला ब्रेवरमैन तथा रक्षा मंत्री बेन बालेस के भी नाम माने जा रहे हैं। 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने संक्षिप्त बयान में ट्रस ने कहा, ‘‘मैं मानती हूं कि मैं हालात को देखते हुए उस जनादेश का पालन नहीं कर सकी जिस पर कंजरवेटिव पार्टी ने मुझे चुना था।'' ट्रस ने कहा कि उन्होंने महाराजा चार्ल्स तृतीय को अपने इस्तीफे के बारे में बताया है और टोरी नेतृत्व चुनाव के प्रभारी 1922 समिति के अध्यक्ष सर ग्राहम ब्रेडी से भी मुलाकात की है। ब्रेडी ने कहा है कि अगले शुक्रवार तक टोरी पार्टी के नये नेता का चुनाव हो जाना चाहिए। ट्रस ने कहा, ‘‘हम इस बात के लिए सहमत हो गये हैं कि अगले सप्ताह तक नेतृत्व का चुनाव पूरा किया जाना है। इससे सुनिश्चित होगा कि हम अपनी वित्तीय योजनाओं को पूरा करने के मार्ग पर चलें और अपने देश की आर्थिक स्थिरता एवं राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाकर रखें।
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वाशिंगटन. अमेरिका के होमलैंड सुरक्षा विभाग ने सिख महिला किरन कौर गिल को आस्था आधारित सुरक्षा सलाहकार परिषद में नियुक्त किया है। इसी के साथ गिल इस प्रतिष्ठित संस्था का हिस्सा बनने वाली भारतीय मूल की दूसरी नागरिक बन गयी हैं। गिल 2019 से सिख ‘अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड' की कार्यकारी निदेशक रही हैं। वह पहले न्यू जर्सी में एक पर्यावरण संबंधी परामर्श प्रदाता कंपनी ‘पार्स एनवॉयरमेंटल इंक' की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रह चुकी हैं। आस्था आधारित सुरक्षा सलाहकार परिषद (एफबीएसएसी) ने मिशिगन में रहने वाले चंदरू आचार्य को हाल में परिषद का सदस्य नामित किया था। एफबीएसएसी प्रार्थना स्थलों की रक्षा, आस्था वाले समुदायों के बीच समन्वय बढ़ाने से जुड़े मामलों पर मंत्री तथा अन्य वरिष्ठ नेतृत्व को सलाह एवं सिफारिश प्रदान करता है।
- कीव । रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर फिर बड़ा हमला बोला है। ईरानी में बने कामिकेज ड्रोन से ये हमले किए। कई धमाकों से कीव शहर दहल उठा।कीव में रूस के हवाई हमले के बाद सायरन और विस्फोटों की आवाज सुनी गई। ड्रोन हमलों से मेयर विटाली क्लिट्स्को के अनुसार शेवचेनकिव्स्की इलाके में आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचा है। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक ने कहा कि ये हमले कामिकेज ड्रोन से किए गए। पिछले सप्ताह भी कीव व यूक्रेन के अन्य शहरों में रूसी मिसाइलों से हमला किया गया था। इसमें अनेक लोग मारे गए थे। कीव में ताजा धमाके बीती रात किए गए। क्लिट्स्को ने कहा कि वे उस वक्त शेवचेनकिव्स्की जिले में थे, जहां पिछले सप्ताह कई हमले किए गए थे। कीव में बचाव दल मौके पर मौजूद थे। दल ने कीव के लोगों को हवाई हमले से बचने के लिए बनाए गए ठिकानों में रहने को कहा। दरअसल, बीते दिनों क्रीमिया से यूक्रेन को जोड़ने वाले पुल पर बमबारी की गई थी। इसका मकसद रूस से यूक्रेन में सैन्य सामग्री व रसद आपूर्ति रोकना था। हालांकि, पुल को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा और कुछ घंटों बाद ही इसे फिर खोल दिया गया। लेकिन पुल पर हमले से रूस के राष्प्ट्रति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से और चिढ़ गए। इसके बाद रूसी सेना ने हमले और तेज कर दिए। यूक्रेन-रूस जंग के बीच पहली बार कीव के मध्य क्षेत्र को सीधे निशाना बनाया गया। हालांकि, बीते दिनों पुतिन ने कहा था यूक्रेन पर बड़े हमलों की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे यूक्रेन को नष्ट नहीं करना चाहते हैं।
- ग्युरेरो । मैक्सिको के गुआनाजुआतो स्थित इरापुआटो के एक बार में हथियारबंद शख्स ने रविवार को ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में 18 लोगों की मौत हो गई । यह जानकारी स्थानीय प्रशासन ने ट्विटर के माध्यम से दी। उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।जानकारी के मुताबिक, बीएनओ न्यूज ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि बंदूकधारियों ने ग्युरेरो राज्य के सिटी हॉल में ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें 7 पुलिस कर्मियों और शहर के मेयर सहित 18 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हमलावर ने कई राउंड गोलियां चलाईं, जिससे बचने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आए।इस घटना को लेकर मैक्सिको के एक पत्रकार जैकब मोराल्स ने भी ट्वीट किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका है, जिनमें 12 साल के बच्चे की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बता दें कि ग्युरेरो वायोलेंसिया का भीतरी इलाका है, जहां इस वक्त मेले की तैयारियां चल रही हैं। ग्युरेरो के गवर्नर इवेलिन पिनेडिया ने मेयर कॉनराडो मेनडोजा अलमेडा की हत्या और इस घटना पर दुख जताया।
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अंकारा. उत्तरी तुर्किये में एक कोयला खदान में विस्फोट से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि बचावकर्ता वहां फंसे अन्य लोगों को बाहर निकालने के लिए रातभर काम में जुटे रहे। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह विस्फोट शुक्रवार शाम छह बजकर 45 मिनट पर काला सागर के तटीय प्रांत बार्टिन के अमासरा शहर में सरकारी ‘टीटीके अमासरा म्यूस्सेसे मुदुर्लुगु' खदान में हुआ। ऊर्जा मंत्री फातेह डोनमेज ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि विस्फोट कोयला खदानों में पाई जाने वाले ज्वलनशील गैसों के कारण हुआ। वहीं, गृह मंत्री सुलेमान सोयलु ने पत्रकारों को बताया कि विस्फोट के वक्त खदान में 110 लोग मौजूद थे। सोयलु बचाव अभियान के साथ समन्वय करने के लिए अमासरा गए। उन्होंने बताया कि विस्फोट के बाद ज्यादातर श्रमिकों को बचा लिया गया, लेकिन 49 मजदूर खदान के उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में फंस गए। हालांकि, सोयलु ने अभी यह नहीं स्पष्ट किया कि खदान में कुल कितने लोग फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 49 श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बार्टिन के गवर्नर कार्यालय ने बताया कि विस्फोट में 25 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री फहरेत्तिन कोका ने कम से कम 17 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है, जिनमें से आठ का गहन चिकित्सा इकाइयों (आईसीयू) में इलाज चल रहा है। तुर्किये की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि घटनास्थल पर कई बचाव दलों को भेजा गया है। राष्ट्रपति रज्जब तैय्यब एर्दोआन ने दक्षिण-पूर्वी शहर दियाबाकिर की अपनी नियोजित यात्रा रद्द कर दी है। उन्होंने कहा कि वह बचाव अभियान का जायजा लेने अमासरा जाएंगे और तीन अभियोजकों को घटना की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
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वाशिंगटन. भारत मजबूत स्थिति के साथ जी20 देशों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है और अगले साल जी20 अध्यक्ष के रूप में वह दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। भारत एक दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान भारत द्वारा देश भर में जी20 की 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। राष्ट्राध्यक्षों या शासनाध्यक्षों के स्तर पर जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नयी दिल्ली में आयोजित होगा। आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के मौके पर यहां पत्रकारों से जॉर्जिवा ने कहा, ‘‘भारत इस निराशाजनक माहौल में एक उम्मीद का केंद्र कहलाने का हकदार है। वह एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, यहां तक कि इस कठिन समय में भी। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यह वृद्धि संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है।'' उन्होंने आगे कहा कि भारत संरचनात्मक सुधारों में आगे हैं और उसने डिजिटलीकरण में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। जॉर्जिवा ने कहा, ‘‘इसलिए, देश अब मजबूत स्थिति के साथ जी20 में आगे बढ़ने की ओर कदम बढ़ा रहा है। ऐसे में मुझे पूरा भरोसा है कि भारत अगले साल अध्यक्षता (जी20 की) के दौरान दुनिया पर अपनी गहरी छाप छोड़ेगा।'' उन्होंने कहा कि यह छाप डिजिटल मनी सहित डिजिटलीकरण के क्षेत्र में हो सकती है। यह संस्थानों में अधिक निष्पक्षता लाने के क्षेत्र में हो सकता है।
वाशिंगटन. भारत मजबूत स्थिति के साथ जी20 देशों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है और अगले साल जी20 अध्यक्ष के रूप में वह दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। भारत एक दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान भारत द्वारा देश भर में जी20 की 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। राष्ट्राध्यक्षों या शासनाध्यक्षों के स्तर पर जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नयी दिल्ली में आयोजित होगा। आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के मौके पर यहां पत्रकारों से जॉर्जिवा ने कहा, ‘‘भारत इस निराशाजनक माहौल में एक उम्मीद का केंद्र कहलाने का हकदार है। वह एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, यहां तक कि इस कठिन समय में भी। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यह वृद्धि संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है।'' उन्होंने आगे कहा कि भारत संरचनात्मक सुधारों में आगे हैं और उसने डिजिटलीकरण में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। जॉर्जिवा ने कहा, ‘‘इसलिए, देश अब मजबूत स्थिति के साथ जी20 में आगे बढ़ने की ओर कदम बढ़ा रहा है। ऐसे में मुझे पूरा भरोसा है कि भारत अगले साल अध्यक्षता (जी20 की) के दौरान दुनिया पर अपनी गहरी छाप छोड़ेगा।'' उन्होंने कहा कि यह छाप डिजिटल मनी सहित डिजिटलीकरण के क्षेत्र में हो सकती है। यह संस्थानों में अधिक निष्पक्षता लाने के क्षेत्र में हो सकता है। -
वाशिंगटन. अमेरिका में न्यूजर्सी के अटलांटिक शहर में महात्मा गांधी के जीवन और उनके संदेशों को समर्पित एक संग्रहालय का उद्घाटन किया गया। इस संग्रहालय का उद्घाटन पिछले सप्ताहांत किया गया, जिसमें न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल सहित भारतीय अमेरिकी समुदाय के कई प्रभावशाली सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस संग्रहालय को न्यू जर्सी स्थित ‘गांधियन सोसाइटी' ने आदित्य बिड़ला समूह के साथ मिलकर बनाया है। यह ‘राष्ट्रपिता' को समर्पित अमेरिका में पहला संग्रहालय है। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह संग्रहालय मार्टिन लूथर किंग फाउंडेशन के साथ संभवत: भागीदारी करेगा, जिसमें आधुनिक युग के दो सबसे महान लोगों के जीवन और उनके संदेशों को प्रदर्शित किया जाएगा। जायसवाल ने यह संग्रहालय खोलने के लिए ‘गांधियन सोसाइटी' और बिड़ला समूह की सराहना की। - लंदन। ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक अगले साल छह मई को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होगा। बकिंघम पैलेस ने मंगलवार को यह घोषणा की। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिछले महीने निधन के बाद उनके पुत्र 73 वर्षीय चार्ल्स को ब्रिटेन का महाराजा घोषित किया गया था। बकिंघम पैलेस के मुताबिक चार्ल्स तृतीय को आधिकारिक तौर पर कैंटरबरी के आर्चबिशप द्वारा आयोजित राज्याभिषेक समारोह में उनके ताज और शाही सामग्री से विभूषित किया जाएगा। महाराजा को उनकी पत्नी महारानी कैमिला के साथ ताज पहनाया जाएगा। बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, ‘‘राज्याभिषेक लंबे समय से चली आ रही परंपराओं और शाही शानो-शौकत को प्रदर्शित करने के अलावा सम्राट की मौजूदा और भविष्य की भूमिकाओं को दर्शाएगा।'' परंपरागत रूप से, राज्याभिषेक विशुद्ध रूप से एक धार्मिक सेवा है, जिसे एक उत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है। पिछले 900 वर्षों से राज्याभिषेक समारोह वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित होता आया है। महारानी का अंतिम संस्कार भी यहीं किया गया था। 1066 के बाद से, राज्याभिषेक सेवा लगभग हमेशा कैंटरबरी के आर्चबिशप द्वारा संचालित की गई है।
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नई दिल्ली। चीन में कोविड संक्रमण के बढते मामलों को देखते हुए फिर से लॉकडाउन लगा दिया है और यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिये हैं। ओमिक्रॉन के दो नये स्वरूपों का पता चला है, ये दोनों वैरियंट अधिक संक्रामक और तेजी से फैलने वाले हैं। बीएफ-7 का चार अक्तूबर को शोगुआन शहर और यन्ताई में पता चला था। कोविड का दूसरा वेरियंट बी.ए.-5.1.7 पहली बार चीन में मिला। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अत्यधिक संक्रामक बीएफ-7 के प्रति अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
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