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कोलंबो. श्रीलंका में रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों को शामिल किया। मंत्रिमंडल में जी एल पीरिस को विदेश मंत्री के रूप में शामिल किया गया है। एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल ‘डेली मिरर' की खबर के अनुसार दिनेश गुणवर्धने को लोक प्रशासन मंत्री, पीरिस को विदेश मंत्री, प्रसन्ना रणतुंगा को शहरी विकास एवं आवास मंत्री और कंचना विजेसेकारा को बिजली एवं ऊर्जा मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। पीरिस महिंदा राजपक्षे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में भी विदेश मंत्री थे।
खबर के अनुसार, सरकारी सूत्रों ने कहा कि विक्रमसिंघे के मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या 20 तक रहने की उम्मीद है। इस बीच श्रीलंका में सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) ने नये प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को समर्थन देने का फैसला किया है ताकि उन्हें सदन में बहुमत साबित करने में मदद मिल सके। विक्रमसिंघे के पास संसद में केवल एक सीट है।
ज्यादातर विपक्षी दलों ने कहा है कि वे विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में पद नहीं लेंगे, लेकिन आर्थिक संकट से निपटने के लिए उनके कदमों का समर्थन करेंगे। यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के 73 वर्षीय नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को स्थिरता प्रदान करने के लिए बृहस्पतिवार को देश के 26वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी थी। कुछ दिन पहले ही महिंदा राजपक्षे को देश के बिगड़ते आर्थिक हालात के मद्देनजर हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। विक्रमसिंघे ने मुख्य विपक्षी दल समगी जन बालावेगाया (एसजेबी) के नेता से दलगत राजनीति को छोड़कर ज्वलंत मुद्दों को हल करने और देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के वास्ते एक गैर-पक्षपातपूर्ण सरकार बनाने में उनका साथ देने का आग्रह किया है। विक्रमसिंघे ने एसजेबी के नेता साजिथ प्रेमदासा को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने ज्वलंत मुद्दों का तुरन्त समाधान करने और विदेशी सहायता प्राप्त करके देश को आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से स्थिर करने के लिए प्रेमदासा का समर्थन मांगा। गौरतलब है कि श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।
- - बीजिंग. चीन के दक्षिण-पश्चिम चोंगकिंग शहर में बृहस्पतिवार को ‘तिब्बत एयरलाइन्स' के एक विमान के रनवे से उतरने के कारण उसमें आग लग गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' ने बताया कि तिब्बत जा रहे विमान में 113 यात्री और चालक दल के नौ सदस्य सवार थे। विमान से सभी लोगों को निकाल लिया गया है और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि हादसे में कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं। सरकारी ‘चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क' (सीजीटीएन) की खबर के अनुसार, हताहत हुए लोगों की सटीक संख्या अभी पता नहीं चल पाई है। हांगकांग के ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' की खबर के अनुसार, ‘चाइना सेंट्रल टेलीविजन' (सीसीटीवी) द्वारा जारी किए गए वीडियो में चोंगकिंग जियांगबेई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तिब्बत एयरलाइन्स के विमान के आगे के हिस्से से आग की लपटें और काला धुआं निकलता दिखाई दे रहा है। लोग अफरा-तफरी में पिछले दरवाजे से विमान से निकलते नजर आ रहे हैं। सीसीटीवी ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और रनवे फिलहाल बंद है। विमान तिब्बत के न्यिंगची के लिए रवाना होने वाला था और तभी उसमें आग लग गई। घटना की जांच की जा रही है।हालिया हफ्तों में चीन में दुर्घटनाग्रस्त हुआ यह दूसरा विमान है। बोइंग 737 विमान 12 मार्च को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 132 लोग मारे गए थे।
- पायलट की तबीयत अचानक खराब होने के बाद एक यात्री ने विमान को सुरक्षित उतारावेस्ट पाम बीच (अमेरिका). अमेरिका में फ्लोरिडा के अटलांटिक तट से दूर एक छोटे विमान में पायलट की तबीयत अचानक खराब होने के बाद एक यात्री ने ‘कॉकपिट रेडियो' के जरिए मदद की गुहार लगाई और हवाई नियंत्रकों के निर्देशों का पालन करते हुए विमान को सुरक्षित उतारा। यात्री ने मंगलवार को बताया, ‘‘ स्थिति काफी गंभीर थी। पायलट को तबीयत खराब होने की वजह से कुछ समझ नहीं आ रहा था। मुझे विमान उड़ाने का कोई अनुभव नहीं था।'' ‘कॉकपिट रेडियो' के जरिए मदद की गुहार लगाने के बाद फोर्ट पियर्स में एक हवाई यातायात नियंत्रक ने जवाब दिया और यात्री से पूछा कि क्या वह सिंगल-इंजन सेसना 280 के बारे में कुछ भी जानते हैं। यात्री ने कहा, ‘‘ मुझे कोई अंदाजा नहीं था। मुझे मेरे सामने फ्लोरिडा का तट नजर आ रहा था और मुझे कुछ नहीं पता था।'' इसके बाद, नियंत्रक ने बेहद शांत रहते हुए उनसे बात की और उन्हें विमान के पंखों को संतुलित रखने और तट की ओर बढ़ने को कहा। इसके कुछ मिनट बाद ही नियंत्रकों ने विमान के स्थान का पता लगा लिया और उन्हें पता चला कि विमान बोका रैटोन के ऊपर उत्तर की ओर बढ़ रहा है। यात्री की आवाज धीमी होने पर नियंत्रक ने उनसे उनका फोन नंबर मांगा, ताकि पाम बीच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नियंत्रकों के साथ वह आराम से बात कर पाएं। हवाई यातायात नियंत्रक रॉबर्ट मॉर्गन ने इसके बाद व्यवस्था अपने हाथ में ली और विमान को सुरक्षित तरीके से उतरवाया। यात्री के विमान को सुरक्षित ‘टरमैक' पर उतारने पर एक अन्य नियंत्रक ने कहा, ‘‘ नए पायलट को बधाई।''मॉर्गन ने कहा कि ऐसा लगता है कि वह यात्री सही समय पर, सही जगह पर था।‘फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन' के प्रवक्ता रिक ब्रेटेनफेल्ड ने पुष्टि की है कि विमान में केवल पायलट और एक यात्री ही सवार था। एजेंसी मामले की जांच कर रही है। पायलट की हालत अब कैसी है, इस संबंध में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी गई है और अधिकारियों ने उसकी पहचान भी उजागर नहीं की है।file photo
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कोलंबो। श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने आज एक बार फिर देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। श्री विक्रमसिंघे श्रीलंका के पांच बार प्रधानमंत्री रह चुके है। कोलंबो में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्ष ने यूनाइटेड नेशनल पार्टी के नेता विक्रमसिंघे को शपथ दिलाई। शांतिपूर्ण सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर समर्थकों के हिंसक हमलों के बाद राष्ट्रपति के भाई महिंदा राजपक्ष ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।73 वर्षीय विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री बनाने को देश में संकट समाप्त करने और अंतर्राष्ट्रीय विश्वास बहाल करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ सहायता पैकेज पर बातचीत भी कर रही है।बुधवार को प्रदर्शनकारियों पर हमले के बाद अधिकारियों ने राजधानी की सड़कों पर बख्तरबंद वाहनों और सैनिकों को तैनात किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान नौ लोगों की जान चली गई और 200 से अधिक घायल हुए थे।प्रदर्शनकारी संकट के लिए जिम्मेदार राष्ट्रपति औऱ प्रधानमंत्री दोनों से त्याग पत्र की मांग कर रहे थे। इस बीच, राष्ट्रपति गोटबया राजपक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर 17 मई को चर्चा होगी।
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काठमांडू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले हफ्ते होने वाली नेपाल की यात्रा के दौरान नेपाल की सरकार लुंबिनी में अपने सबसे बड़े ‘कन्वेंशन सेंटर' (सम्मेलन केंद्र) का उद्घाटन करेगी, जिसकी क्षमता पांच हजार से अधिक लोगों की है। यह जानकारी अधिकारियों ने यहां दी। प्रधानमंत्री मोदी 16 मई को भगवान बुद्ध की जयंती- बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर गौतम बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी जाने के लिए नेपाल की यात्रा करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा का अपने भारतीय समकक्ष की उपस्थिति में विश्व धरोहर स्थल लुंबिनी में ‘कन्वेंशन सेंटर' सह ध्यान केंद्र का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है। देउबा के निमंत्रण पर मोदी हिमालयी राष्ट्र की यात्रा करेंगे। 2019 में फिर से प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद यह मोदी की पहली नेपाल यात्रा होगी। देउबा जुलाई 2021 में पांचवीं बार नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा पर पिछले महीने दिल्ली आए थे। यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को नयी गति प्रदान करना था। इस दौरान देउबा ने मोदी के साथ सीमा से जुड़े मसले सहित कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत की थी।
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बॉन (जर्मनी)। संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में आगाह किया कि मानव जनित जलवायु परिवर्तन के कारण सूखे की आवृत्ति और अवधि में वृद्धि होती रहेगी जबकि दुनिया भर में अरबों लोग पहले से ही पानी की कमी से प्रभावित हैं। मरुस्थलीकरण संबंधी संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी अभी आइवरी कोस्ट के आबिदजान में विभिन्न पक्षों के एक सम्मेलन की मेजबानी कर रही है। एजेंसी का अनुमान है कि दुनिया की कुल आबादी का लगभग एक तिहाई हिस्सा (2.3 अरब लोग) पहले से ही पानी की कमी का सामना कर रहे हैं और इस संख्या के 2050 तक दोगुनी हो जाने की आशंका है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि कोई भी क्षेत्र सूखा से नहीं बचा है लेकिन अफ्रीका सबसे प्रभावित महाद्वीप है और अमेरिकी महाद्वीप, भारत तथा ऑस्ट्रेलिया में भी भविष्य में स्थिति चिंताजनक हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार पिछली शताब्दी में अफ्रीका महाद्वीप में 134 बार सूखा पड़ा जिसमें से आधे से अधिक सूखे पूर्वी अफ्रीका में दर्ज किए गए। एजेंसी के प्रमुख वैज्ञानिक बैरोन ऑर ने ‘एपी' से कहा कि सूखे से संबंधित आपदाओं से निपटने के लिए दुनिया को अधिक सक्रिय होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका को संकट से उबारने के लिए प्रत्यक्ष निवेश की जरूरत है ताकि उसे सूखे से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि 1998 से 2017 के बीच भारत के सकल घरेलू उत्पाद में सूखे के कारण पांच प्रतिशत की कमी देखी गयी, वहीं सूखे के कारण 2002 से 2010 के बीच ऑस्ट्रेलिया की कृषि उत्पादकता में 18 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
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लंदन | फाइजर या मॉडर्ना कोविड-19 रोधी टीके की चौथी खुराक सुरक्षित है और तीसरी खुराक के मुकाबले एंटीबॉडी के स्तर को कहीं अधिक बढ़ाती है। ब्रिटेन में हुए एक राष्ट्रव्यापी अध्ययन के हालिया नतीजों में यह बात सामने आई। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ब्रिटेन में बीमारी के लिहाज से बेहद संवेदनशील लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की चौधी खुराक ‘स्प्रिंग बूस्टर' के तौर पर दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अध्ययन के आंकड़े उपलब्ध होने से पहले प्रतिरक्षा के उच्च स्तर को बनाए रखने के लिए यह एक एहतियाती रणनीति रही है। ‘द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज जर्नल' में प्रकाशित नतीजे बताते हैं कि कोविड-19 के लिए चौथी खुराक एमआरएनए बूस्टर टीके उन लोगों में अच्छे नतीजे दिखाते हैं जिन्हें फाइजर टीका तीसरी खुराक के रूप में दिया गया था। शोधकर्ताओं के अनुसार, ये एंटीबॉडी और कोशिकीय प्रतिरक्षा, दोनों को आधाररेखा और उससे ऊपर के स्तर तक तथा तीसरी बूस्टर खुराक के बाद देखे गए अधिकतम स्तर से आगे लेकर जाते हैं। एनआईएचआर साउथैम्पटन क्लीनिकल रिसर्च फेसिलिटी के निदेशक और परीक्षण प्रमुख प्रोफेसर साउल फाउस्ट ने कहा, “यह नतीजे मौजूदा स्प्रिंग खुराक प्राप्त कर रहे अत्यधिक संवेदनशील लोगों को होने वाले फायदे रेखांकित करते हैं और ब्रिटेन में शरद ऋतु में किसी भी संभावित टीकाकरण कार्यक्रम के लिये भरोसा देते हैं, अगर टीकाकरण और प्रतिरक्षीकरण पर संयुक्त समिति उस समय इसकी आवश्यकता समझती है।” अध्ययन में जून 2021 में फाइजर या एस्ट्राजेनेका की शुरुआती खुराक लेने के बाद 166 ऐसे लोगों को चुना गया जिन्होंने तीसरी खुराक के तौर पर फाइजर का टीका लिया था। इन लोगों को बिना किसी निर्धारित क्रम के चौथी खुराक के तौर पर फाइजर की पूर्ण खुराक या मॉडर्ना की आधी खुराक लगवाने के लिये चुना गया। तीसरी खुराक के करीब सात महीने बाद चौथी खुराक दी गई।
शोधकर्ताओं ने कहा कि टीकाकरण स्थल पर दर्द और थकान सबसे आम दुष्प्रभाव थे, लेकिन टीके से संबंधित कोई गंभीर प्रतिकूल घटना नहीं थी और चौथी खुराक सुरक्षित और सुगमता पूर्वक लग गई थी। कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिये एनआईएचआर के क्लीनिकल प्रमुख प्रो. एंड्र्यू उस्तीयानोव्स्की ने कहा, “हम जानते थे कि वर्ष की शुरुआत में सबसे संवेदनशील (बीमारी के लिहाज से) लोगों को चौथी खुराक देना महत्वपूर्ण था। - कोलंबो। संकट में घिरे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने बुधवार को कहा कि वह इसी हफ्ते नये प्रधानमंत्री एवं मंत्रिमंडल की नियुक्ति करेंगे जो संवैधानिक सुधार पेश करेगा। देश में गंभीर आर्थिक संकट के चलते सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं। संकट के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले महिंदा राजपक्षे अपने करीबियों पर हमले के मद्देनजर एक नौसेना अड्डे पर सुरक्षा घेरे में हैं। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में गोटबाया ने यह भी कहा कि नये प्रधानमंत्री एवं सरकार को नियुक्त करने के बाद संविधान में 19वें संशोधन की सामग्री तैयार करने के लिए एक संवैधानिक संशोधन पेश किया जाएगा जो संसद को और शक्तियां प्रदान करेगा। गोटबाया ने कहा, ‘‘मैं युवा मंत्रिमंडल नियुक्त करूंगा जिसमें राजपक्षे परिवार का कोई सदस्य नहीं होगा।'' उन्होंने देश को अराजक स्थिति में पहुंचने से रोकने के लिए राजनीतिक दलों के साथ चर्चा शुरू कर दी है। अपने संबोधन से कुछ मिनट पहले गोटबाया ने पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के साथ बातचीत की। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘नयी सरकार के प्रधानमंत्री को नया कार्यक्रम पेश करने एवं देश को आगे ले जाने का मौका दिया जाएगा।'' राष्ट्रपति के बड़े भाई और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद पिछले दो दिनों से देश में कोई सरकार नहीं है। उनके इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का मार्ग प्रशस्त हो गया है। संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति बिना मंत्रिमंडल के ही देश को चलाने के लिए अधिकार प्राप्त हैं। इस सप्ताह के प्रारंभ में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए गोटबाया ने कहा कि नौ मई को जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने कहा, ‘‘हत्याओं, हमले, धौंसपट्टी, संपत्ति को नष्ट करना और उसके बाद के जघन्य कृत्यों को बिल्कुल ही सही नहीं ठहराया जा सकता। '' उन्होंने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक को जांच करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका पुलिस एवं सैन्यबल को हिंसा फैलाने वालों के विरूद्ध कड़ाई से कानून लागू करने का आदेश दिया गया है। रक्षा मंत्रालय के सचिव कमल गुणरत्ने ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को त्रिंकोमाली स्थित नौसेना अड्डे पर ले जाया गया है जहां वह सुरक्षा घेरे में हैं। राजधानी में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सैनिकों और सैन्य वाहनों को सड़कों पर तैनात कर दिया गया। कोलंबो और उपनगरों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना के विशेष बलों को भी तैनात किया गया है। श्रीलंका अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इससे निपटने में सरकार की विफलता को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बीच महिंदा को सुरक्षा मुहैया करायी गई है। विपक्षी दल भी उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) नेता महिंदा 2005 से 2015 तक देश के राष्ट्रपति थे और उस दौरान उन्होंने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के खिलाफ क्रूर सैन्य अभियान चलाया था।
- सिएटल (अमेरिका)। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने मंगलवार को कहा कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। बिल गेट्स ने ट्विटर पर यह जानकारी दी और कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ होने तक पृथक-वास में रहेंगे। गेट्स ने लिखा, ‘‘मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने कोविड-19 रोधी टीके की ‘बूस्टर' खुराक भी ले ली है और बेहतर चिकित्सकीय सेवा का लाभ उठा सकता हूं।'' सिएटल स्थित ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन' दुनिया का सबसे प्रभावशाली निजी फाउंडेशन है, जिसके पास लगभग 65 अरब डॉलर की निधि है। मेलिंडा गेट्स, बिल की पूर्व पत्नी हैं। बिल गेट्स वैश्विक महामारी से निपटने के उपायों, खासकर गरीब देशों तक टीकों और दवाओं की पहुंच के मुखर समर्थक रहे हैं। गेट्स फाउंडेशन ने अक्टूबर में कहा था कि वह दवा कम्पनी ‘मर्क' की एंटीवायरल कोविड-19 गोली की जेनेरिक दवाओं को कम आय वाले देशों तक पहुंचाने के लिए 12 करोड़ डॉलर खर्च करेंगे।
- कोलंबो |श्रीलंका में अभूतपूर्व आर्थिक संकट के बीच रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को थल सेना, वायुसेना और नौसेना कर्मियों को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या आम लोगों को चोट पहुंचाने वाले किसी भी दंगाई को गोली मारने का आदेश दिया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे द्वारा लोगों से ''हिंसा और बदले की भावना वाले कृत्य'' रोकने की अपील के बाद मंत्रालय का यह आदेश सामने आया है। श्रीलंका के रक्षा सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुनारत्न ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और हिंसा नहीं करने का आग्रह किया। उन्होंने चेताया कि अगर सार्वजनिक संपत्ति की लूटपाट और नुकसान पहुंचाना जारी रहा, तो रक्षा मंत्रालय कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने को मजबूर होगा। रक्षा सचिव ने कहा, ''मैं सभी युवाओं से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील करता हूं। सार्वजनिक और निजी संपत्ति में आगजनी नहीं करें। आप अपना संघर्ष लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्वक तरीके से करें।'' श्रीलंका में तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा, देश में घोर आर्थिक संकट पर उन्हें हटाने की मांग कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद सोमवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई। वहीं, कोलंबो और अन्य शहरों में हुई हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। देश में आर्थिक संकट के बीच सोमवार को महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद राजधानी कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात किया गया था और राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया गया था। 'डेली मिरर' अखबार ने रक्षा प्रवक्ता के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा, रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं को सार्वजनिक संपत्ति लूटने या आम लोगों को चोट पहुंचाने वाले दंगाइयों को गोली मारने का आदेश दिया है।
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कोलंबो | श्रीलंका में घोर आर्थिक संकट के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद राजधानी कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात किया गया। इस हमले में कम से कम 174 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है।देश में सरकार समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़प में राजपक्षे बंधुओं की सत्तारूढ़ पार्टी के एक सांसद और दो अन्य लोगों की मौत हो गई। महिंदा राजपक्षे (76) ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा पत्र भेजा।
महिंदा ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।''
प्रधानमंत्री महिंदा ने अपने त्याग पत्र में कहा कि वह सर्वदलीय अंतरिम सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा, ‘‘मैं (आपको) सूचित करना चाहता हूं कि मैंने तत्काल प्रभाव से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। यह छह मई को हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में आपके अनुरोध के अनुरूप है, जिसमें आपने कहा था कि आप एक सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा कि वह जनता के लिए ‘‘कोई भी बलिदान'' देने को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री के इस्तीफे के साथ ही कैबिनेट भी भंग कर दी गई। महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के नेतृत्व वाली सरकार पर देश में जारी घोर आर्थिक संकट से निपटने के लिए अंतरिम प्रशासन बनाने का दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन किये जा रहे थे। एक पुलिस प्रवक्ता के हवाले से स्थानीय मीडिया ने अपनी खबर में कहा कि अगले नोटिस तक तत्काल प्रभाव से पूरे श्रीलंका में कर्फ्यू लगा दिया गया है। कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने में सहायता के लिए सैन्य दल को विरोध स्थल पर तैनात किया गया है।
रक्षा सचिव ने देश में शांति बनाए रखने के लिए जनता से समर्थन दिये जाने आग्रह किया है, जबकि जन सुरक्षा के लिए पुलिस की सहायता के लिए तीन सशस्त्र बलों को बुलाया गया है। सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी अगले आदेश तक रद्द कर दी गई है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला किए जाने के बाद पूरे देश में हिंसा भड़क गई है। लोगों ने राजधानी से लौट रहे राजपक्षे समर्थकों पर गुस्सा उतारा। उन्होंने उनके वाहनों को रोक लिया और कई शहरों में उन पर हमला किया। पुलिस ने बताया कि पोलोन्नारुआ जिले से श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (एसएलपीपी) के सांसद अमरकीर्ति अतुकोराला (57) को सरकार विरोधी समूह ने पश्चिमी शहर नित्तम्बुआ में घेर लिया था। पुलिस ने बताया कि सांसद की कार से गोली चली थी और जब आक्रोशित भीड़ ने उन्हें कार से उतारा तो उन्होंने भागकर एक इमारत में शरण ली। पुलिस ने बताया कि बाद में सांसद और उनका निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मृत पाये गये। आक्रोशित भीड़ ने पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो के कुरुनेगाला और कोलंबों स्थित कार्यालयों पर हमला किया है। उनके बार में भी आग लगाये जाने की खबर है। पूर्व मंत्री नीमल लांजा के आवास पर भी हमला किया गया है जबकि महापौर समन लाल फर्नांडो के आवास में आग लगा दी गई। सत्तारूढ़ पार्टी के मजदूर नेता महिंदा कहानदागमागे के कोलंबो स्थित आवास पर भी हमला हुआ है।
वर्ष 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है। नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं, क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। इससे पहले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को जनता से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संकट के आर्थिक समाधान की जरूरत है जिसके लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। राष्ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैं आम जनता से संयम बरतने और यह याद रखने की अपील करता हूं कि हिंसा से केवल हिंसा फैलेगी। आर्थिक संकट में हमें आर्थिक समाधान की जरूरत है जिसे यह प्रशासन हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।'' महिंदा राजपक्षे ने लोगों से संयम बरतने का भी आग्रह किया। -
हवाना. क्यूबा की राजधानी हवाना में एक आलीशान होटल में हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या रविवार शाम बढ़कर 31 हो गई। श्वान दस्ता अब भी लापता लोगों की तलाश में जुटा है। हवाना के 96 कमरों वाले पांच सितारा ‘होटल साराटोगा' में गत शुक्रवार को विस्फोट हुआ था। 19वीं सदी का यह होटल ओल्ड हवाना में स्थित है। विस्फोट के समय वहां मरम्मत का काम चल रहा था। होटल को मंगलवार को खोले जाने की योजना थी। होटल के आसपास की कई इमारतें भी विस्फोट में क्षतिग्रस्त हुई हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया कि मृतकों में चार नाबालिग, एक गर्भवती महिला और एक स्पेन का नागरिक शामिल है। हादसे में 54 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 24 अस्पताल में भर्ती हैं। शनिवार शाम तक 19 परिवारों ने अपने प्रियजनों के लापता होने के बारे में सूचना दी थी, लेकिन अधिकारियों ने रविवार को इनमें से किसी का पता चलने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। यह होटल ‘ग्रुपो डी टूरिज्मो गेविओटा एसए' का है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा रहा है, ऐसा माना जा रहा है कि विस्फोट गैस रिसाव के कारण हुआ। - काठमांडू. नेपाल के 52 वर्षीय एक शेरपा ने 26वीं बार माउंट एवरेसट पर चढ़ाई करने का अनूठा रिकॉर्ड बनाया है। उसने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी सर्वाधिक बार फतह करने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। पर्वतारोहण अभियान से जुड़े लोगों ने रविवार को यह जानकारी दी। सेवन समिट ट्रेक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक डी शेरपा ने कहा कि रीता और उनके 11 शेरपा सहयोगियों के समूह ने 8,848.86 मीटर की ऊंचाई वाली चोटी पर स्थानीय समयानुसार शाम करीब सात बजे फतह हासिल की। मई से शुरू होने वाले पर्वतारोहण से पहले पर्वतारोहियों की मदद करने के लिए शेरपाओं ने ट्रेकिंग मार्ग के साथ रस्सियों को ठीक करने के लिए भी अभियान चलाया। इस साल नेपाल के पर्यटन विभाग ने एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने के लिए 316 लोगों को परमिट जारी किया है। रीता ने पहली बार 13 मई, 1994 को एवरेस्ट फतह की थी। एवरेस्ट के अलावा, रीता गॉडविन-ऑस्टेन (के2), ल्होत्से, मानसलु और चो ओयू पर्वत चोटियों पर भी सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुके हैं।
- काठमांडू। नेपाल के सरकारी बिजली प्राधिकरण ने शनिवार को भारतीय कंपनियों से बारिश के मौसम में देश की जलविद्युत परियोजनाओं से उत्पन्न 200 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की बिक्री के लिए प्रस्ताव मांगा है।नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के प्रबंध निदेशक कुलमन गीसिंग ने कहा कि उपभोक्ता कंपनियां, विनियमित कंपनियां, वितरण कंपनियां, केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीईआरसी) और भारत सरकार द्वारा जारी वैध व्यापार लाइसेंस रखने वाले व्यापारी इस बोली में भाग लेने के लिए पात्र हैं।गीसिंग ने संवाददाताओं से कहा कि एनईए प्रतिस्पर्धा के जरिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को 364 मेगावाट में से 200 मेगावाट बिजली का निर्यात करना चाहती है। उन्होंने कहा, “शेष बिजली इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईएक्स) के जरिये बेची जाएगी। चयनित पात्र कंपनियों को निविदा प्रक्रिया पूरी करने के बाद एक जुलाई से बिजली मुहैया कराई जाएगी।'
- हवाना. क्यूबा की राजधानी हवाना के मध्य में एक आलीशान होटल में प्राकृतिक गैस के रिसाव के कारण हुए शक्तिशाली विस्फोट में एक बच्चे सहित कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए। हवाना के गवर्नर रेनाल्डो गार्सिया जापाटा ने कम्युनिस्ट पार्टी के समाचार पत्र ‘ग्रैनमा' को बताया कि विस्फोट के समय 96 कमरों वाले साराटोगा होटल में कोई पर्यटक नहीं था, क्योंकि वहां मरम्मत का काम चल रहा था। घटनास्थल का दौरा करने वाले राष्ट्रपति मिगुएल डिआज-कैनेल ने ट्वीट किया, ‘‘यह कोई बम विस्फोट या हमला नहीं है। यह एक दुखद हादसा है।'' स्वास्थ्य मंत्रालय में अस्पताल सेवाओं के प्रमुख डॉ. जूलियो गुएरा इजक्विएर्डो ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार को हुए इस हादसे में कम से कम 74 लोग घायल हुए हैं। राष्ट्रपति कार्यालय के एक ट्वीट के अनुसार, घायलों में 14 बच्चे शामिल हैं। डिआज-कैनेल ने बताया कि विस्फोट से प्रभावित होटल के पास की इमारतों में रह रहे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। क्यूबा के सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक, विस्फोट एक ट्रक के कारण हुआ, जो होटल को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति कर रहा था। हालांकि, चैनल ने यह नहीं बताया कि गैस कैसे प्रज्वलित हुई। हादसे से जुड़े वीडियो में अग्निशमन कर्मियों को एक सफेद टैंकर ट्रक पर पानी का छिड़काव करते और उसे घटनास्थल से हटाते देखा जा सकता है। वीडियो में यह भी नजर आ रहा है कि विस्फोट से होटल के चारों तरफ धुएं का गुबार फैल गया। इसमें घबराए-सहमे लोग सड़क पर भागते दिखाई दे रहे हैं। यह दुर्घटना ऐसे समय में हुई है, जब क्यूबा कोरोना वायरस महामारी से तबाह हो चुके अपने पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। क्यूबा के स्वास्थ्य मंत्री जोस एंजेल पोर्टल ने द एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि घायलों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि ओल्ड हवाना स्थित 19वीं सदी के इस होटल के मलबे में फंसे लोगों की तलाश जारी है। दमकल विभाग के लेफ्टिनेंट कर्नल नोएल सिल्वा ने कहा, ‘‘हम अब भी मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।'' होटल के बगल में स्थित 300 छात्रों वाले एक स्कूल को खाली करा लिया गया। गार्सिया ने कहा कि हादसे में पांच छात्रों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। होटल को पहली बार 2005 में क्यूबा सरकार के ओल्ड हवाना के पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत पुनर्निर्मित किया गया था। इसका स्वामित्व क्यूबा की सेना की पर्यटन व्यवसाय शाखा ‘ग्रुपो डी टूरिज्मो गेविओटा एसए' के पास है। कंपनी ने कहा कि वह विस्फोट के कारणों की जांच कर रही है। साराटोगा होटल का इस्तेमाल अक्सर अति विशिष्ट लोगों और राजनीतिक हस्तियों द्वारा किया जाता रहा है, जिसमें अमेरिकी सरकार के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हैं। 2013 में क्यूबा की यात्रा के दौरान गायिका बेयोंसे और जे-जेड वहां रुके थे। फोटोग्राफर माइकल फिगुएरोआ के अनुसार, वह होटल के पास से गुजर रहे थे, तभी विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘विस्फोट ने मुझे जमीन पर गिरा दिया और मेरे सिर में अब भी दर्द हो रहा है... सब कुछ बहुत त्वरित था।'' दोपहर में होटल में काम कर रहे लोगों के चिंतित रिश्तेदार उनकी तलाश के लिए एक अस्पताल पहुंचे। होटल के पास रहने वाली यजीरा डे ला कैरिडैड ने कहा, ‘‘विस्फोट से पूरी इमारत हिल गई।
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लंदन. प्रमुख प्रवासी भारतीय (एनआरआई) उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल की पत्नी अरुणा पॉल का मंगलवार रात यहां स्थित उनके घर पर निधन हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। परिवार के एक करीबी सदस्य ने उनकी मौत की खबर की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘वह जिंदादिल इंसान थीं और हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती थीं।'' अरुणा पॉल के परिवार में उनके पति और तीन बच्चे-दो बेटे आकाश तथा अंबर और बेटी अंजलि हैं। लॉर्ड पॉल ब्रिटेन स्थित ‘कैपरो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज' के संस्थापक हैं, जिसका काम अमेरिका, भारत, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तक फैला है।
- वाशिंगटन। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि भारत ने बीते कुछ वर्षों में बालश्रम की समस्या से निपटने के लिए काफी सराहनीय कदम उठाए हैं और उन्हें विश्वास है कि 2047 तक देश का हरेक बच्चा सुरक्षित और शिक्षित होगा।भारत 2047 में स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा।सत्यार्थी ने कहा कि भारत में बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सामाजिक एवं राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है, और इसके लिए सरकार को समाज और निजी क्षेत्र के समर्थन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में हरेक बच्चे को स्वतंत्रता, सुरक्षा, शिक्षा और सभी तरह के अवसर दिए जाने चाहिए। मुझे यकीन है कि यह (2047 से पहले) होगा। सत्यार्थी, शांति कार्यक्रमों में भाग लेने और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के सदस्यों, थिंक टैंक के सदस्यों और सांसदों से मिलने अमेरिका आये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ एक तरह से, जब मैं समाज के अंतिम व्यक्ति के बारे में बात करता हूं तो मेरा दृष्टिकोण महात्मा गांधी से प्रेरित है। मुझे उम्मीद है कि भारत इसे पूरा करने में सक्षम होगा और 2047 तक का इंतजार नहीं करेगा। यह उससे पहले होना चाहिए।’’उन्होंने कहा कि जिस दिन उत्तर प्रदेश या बिहार या दक्षिण में एक सुदूर गांव के सबसे निचले सामाजिक एवं आर्थिक तबके की लड़की स्कूल जाने के लिए स्वतंत्र होगी और उसे अपने सपनों को पूरा करने का अवसर मिलेगा, तब भारत सही मायने में पूर्ण रूप से स्वतंत्रता होगा।सत्यार्थी से पूछा गया था कि भारत के लिए उनका दृष्टिकोण उस समय के लिए क्या है, जब वह 2047 में अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा।भारत इस वर्ष अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, जिसे भारतीय मूल के लोग और विदेशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा दुनिया भर में ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के रूप में मनाया जा रहा है।सत्यार्थी ने कहा कि जहां तक बालश्रम की समस्या से निपटने की बात है भारत ने बीते वर्षों की तुलना में काफी सराहनीय कदम उठाए हैं।उन्होंने कहा, ‘‘ जैसे कि वे कानून.... जो 14 वर्ष की आयु तक सभी प्रकार के बालश्रम को प्रतिबंधित करता है और खतरनाक कामों के लिए 18 वर्ष की आयु तक बालश्रम को प्रतिबंधित करता है। यकीनन कानून को लागू करना हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है, लेकिन हमारे पास एक कारगर कानून है।’’ सत्यार्थी ने यह भी कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी केवल स्वास्थ्य या आर्थिक संकट नहीं है, बल्कि इससे पूरा समाज और सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हुए हैं।
- विचिटा (अमेरिका) .अमेरिका के कंसास के कुछ हिस्सों में आए बवंडर ने सैकड़ों मकानों और इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया। कई लोग घायल हो गए, जबकि 15,000 से अधिक लोगों के घरों की बिजली गुल हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बवंडर के बीच कंसास लौट रहे ओकलाहोमा मौसम विज्ञान विश्वविद्यालय के तीन छात्र शुक्रवार शाम एक हादसे में मारे गए। ओक्लाहोमा हाईवे पेट्रोल रिपोर्ट के अनुसार, टेक्सास निवासी निकोलस नायर (20), इलिनॉइस निवासी गेविन शॉर्ट (19) और इंडियाना के रहने वाले ड्रेक ब्रूक्स (22) की शुक्रवार रात 11.30 बजे के करीब एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। एंडोवर के डिप्टी फायर चीफ माइक रूजवेल्ट ने एक बयान जारी कर बताया कि बवंडर से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 30 एजेंसियों के 200 से अधिक आपातकालीन कर्मचारियों के साथ शनिवार को खोज एवं बचाव अभियान जारी रहा। कंसास की गवर्नर लॉरा केली ने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया है।
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वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि 55 से अधिक देशों ने इंटरनेट के भविष्य के लिए एक घोषणा की शुरुआत की है और भारत जैसे देशों के लिए इसके दरवाजे अब भी खुले हैं जो इसमें शामिल नहीं हुए हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि इंटरनेट के भविष्य के लिए घोषणा उस डिजिटल निरंकुशता की बढ़ती प्रवृत्ति के संबंध में प्रतिक्रिया है, जिसमें विश्वसनीय समाचार साइट को अवरुद्ध करने और यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान दुष्प्रचार को बढ़ावा देने के लिए रूस की कार्रवाई शामिल है। उसने कहा, ''यह घोषणा इंटरनेट और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लिए एक सकारात्मक दृष्टि को आगे बढ़ाने की खातिर भागीदारों के बीच राजनीतिक प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है। यह 21 वीं शताब्दी द्वारा प्रस्तुत वैश्विक अवसरों और चुनौतियों के सामने इंटरनेट के वादे पर पुन: जोर देती है।''
व्हाइट हाउस ने कहा, ''यह एक ऐसे वैश्विक इंटरनेट के लिए भागीदारों की पुन: पुष्टि और प्रतिबद्धता भी जताती है - जो वास्तव में खुला है और प्रतिस्पर्धा, गोपनीयता और मानवाधिकारों के सम्मान को बढ़ावा देता है।'' इसने इस घोषणा का समर्थन करने वाले देशों की सूची भी जारी की। घोषणा का समर्थन करने वालों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, कनाडा, डेनमार्क, यूरोपीय आयोग, फ्रांस, जर्मनी, यूनान, हंगरी, आयरलैंड, इजऱाइल, इटली, जापान, केन्या, मालदीव, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, सेनेगल, सर्बिया, स्पेन, स्वीडन, ताइवान, त्रिनिदाद और टोबैगो, ब्रिटेन, यूक्रेन और उरुग्वे शामिल हैं। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की कि भारत अभी तक इस घोषणा का हिस्सा नहीं है। भारत के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, ''उम्मीद कायम है और भारत के शामिल होने के लिए समय अभी बीता नहीं है। हालांकि हम इन सभी देशों को शामिल करने के लिए बहुत गहन प्रयास कर रहे हैं।'' -
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस की सैन्य कार्रवाई का सामना कर रहे यूक्रेन की मदद करने के लिए गुरुवार को कांग्रेस से अतिरिक्त 33 अरब डॉलर मंजूर करने को कहा। यह संकेत है कि अमेरिका यूक्रेन की मदद करने और रूस को कमजोर करने के लिए दीर्घकालिक योजना पर काम कर रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच दो माह से अधिक समय से जारी युद्ध के फिलहाल खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। बाइडेन के नवीनतम प्रस्ताव पर व्हाइट हाउस ने कहा कि यह पांच महीने मदद के लिए होने की उम्मीद है जिसमें 20 अरब डॉलर से अधिक राशि यूक्रेन की सैन्य सहायता और पड़ोसी देशों के रक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए, जबकि 8.5 अरब डॉलर राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की सरकार के कार्य करने के लिए और तीन अरब डॉलर की राशि आम नागरिकों की खाद्य और मानवीय सहायता के लिए होगी जिनमें युद्ध की वजह से विस्थापित 50 लाख शरणार्थी शामिल हैं। अब इस सहायता पैकेज को कांग्रेस के पास विचार के लिए भेजा जाएगा। यह मदद यूक्रेन और पश्चिमी साझेदारों के लिए रक्षा और आर्थिक मदद के लिए कांग्रेस द्वारा पिछले महीने मंजूर की गई 13.6 अरब डॉलर की राशि से दोगुना हो सकती है, जो अब लगभग खत्म हो चुकी है। यह मदद इस मायने में अहम है कि अमेरिका, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अपने देश के पड़ोसी ही नहीं बल्कि उससे आगे भी नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश को रोकने के लिए मदद करने से थक नहीं रहा है। बाइडन ने कहा, ‘‘इस लड़ाई की कीमत कम नहीं है लेकिन आक्रमकता के आगे झुकना और महंगा होने वाला है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ यह बात अहम है कि इस वित्तपोषण को यथाशीघ्र मंजूरी मिले।'' अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से यह अनुरोध युद्ध के नौवें हफ्ते आया है जब यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिण इलाकों में लड़ाई तेज हो रही है और रूस द्वारा नाटो के दो साझेदारों पोलैंड और बुल्गारिया की गैस आपूर्ति रोके जाने से अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन को मदद देने के मुद्दे पर कांग्रेस के दो प्रमुख दलों का समर्थन प्राप्त है और माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी। हालांकि, कांग्रेस और डेमोक्रेट सांसद महामारी से लड़ने के लिए भी अतिरिक्त अरबों डॉलर की मंजूरी चाहते हैं जिस पर अब भी स्थिति अस्पष्ट है।
- वाशिंगटन. भारतीय-अमेरिकी उद्यमियों के एक समूह ने एक वीडियो प्लेटफॉर्म पेश किया है, जिसकी मदद से ऑनलाइन फिल्मों के प्रदर्शन से लेकर राजनीतिक रैलियों, टाउन हॉल और संगीत कार्यक्रमों को आयोजित किया जा सकता है। यह वीडियो प्लेटफॉर्म आम वीडियो कॉन्फ्रेंस से बढ़कर है, जिससे एक साथ 30,000 लोग जुड़ सकते हैं।‘वी मस्ट मीट' नाम से शुरू किए गए इस प्लेटफॉर्म के संस्थापकों में निवेशक, रियल एस्टेट कारोबारी, डॉक्टर, शिक्षाविद और युवा फैशन डिजाइनर शामिल हैं। इसकी प्रौद्योगिकी पूरी तरह अमेरिका में विकसित की गई है।वी मस्ट मीट के संस्थापक अल मेसन ने बुधवार को कहा कि यह एक समुदाय-आधारित तकनीक है। यह प्लेटफॉर्म व्यावसायिक बैठकों, राजनीतिक रैलियों, टाउन हॉल, संगीत कार्यक्रमों, ऑनलाइन फिल्मों के प्रदर्शन, शिक्षा और चिकित्सा अनुसंधान के तरीके को बदल देगा।
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काठमांडू। नेपाल ने शराब और तंबाकू समेत कारों और अन्य मंहगे सामानों के आयात पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर्वतीय देश ने श्रीलंका जैसे हालात नहीं होने का भरोसा दिलाते हुए नकदी संकट और घटते विदेशी मुद्रा भंडार का हवाला देते हुए दो सार्वजनिक अवकाशों की भी घोषणा की है। नेपाल ने जुलाई 2021 के बाद से ही बढ़ते आयात, निवेश के प्रवाह में गिरावट और पर्यटन तथा निर्यात से कम आय के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखी है। देश के केंद्रीय बैंक ‘नेपाल राष्ट्र बैंक' के डिप्टी गवर्नर बम बहादुर मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रतिबंध मंगलवार से प्रभावी हो गया है और जुलाई, 2022 के मध्य तक लागू रहेगा। इस आशय का एक नोटिस नेपाल के राजपत्र में भी प्रकाशित किया गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘तेजी से घट रही विदेशी मुद्रा को रोकने के लिए कार, 250 सीसी से ऊपर की बाइक, 32 इंच से ऊपर के रंगीन टीवी, तंबाकू और शराब जैसी लग्जरी वस्तुओं का आयात फिलहाल रोक दिया गया है।
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लंदन। इंग्लैंड और वेल्स में विवाह के लिए न्यूनतम उम्र 16 वर्ष से बढ़ा कर 18 वर्ष कर दी गई है। इस संबंध में ब्रिटिश संसद ने मंगलवार को एक कानून को मंजूरी दी। नये कानून को इस हफ्ते के अंत में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मंजूरी मिलने की संभावना है। बाल विवाह और जबरन विवाह के मामलों को रोकने की कवायद के तहत विवाह और दीवानी साझेदारी अधिनियम पिछले साल जून में संसद में पेश किया गया था। कंजरवेटिव पार्टी की सांसद पालिन लाथम ने कहा, ‘‘काफी खुश हूं कि विवाह अधिनियम को हाउस ऑफ कॉमंस की मंजूरी मिल गई और यह अब कानून बनने जा रहा। '
- मनीला. सऊदी अरब ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है और वह भारत को एक प्रमुख बाजार मानता है। सऊदी अरब के पर्यटन बोर्ड के सीईओ फाहद हमीदाद्दीन ने यह जानकारी दी। सऊदी अरब के पर्यटन मंत्रालय के लिए निवेश, रणनीति और पर्यटन के प्रमुख रहे हमीदाद्दीन ने मनीला में वैश्विक यात्रा और पर्यटन परिषद के इतर एक न्यूज़ एजेंसी से यह बात कही। हमीदाद्दीन ने कहा, ‘‘हम भारत की यात्रा पर गए थे, वहां कई यात्रा एजेंटों से मुलाकात की और कुछ आशाजनक साझेदारियां कीं। अब हमारा ध्यान हवाई परिवाहकों पर है। हम भारत से मार्गों को विकसित करना चाहते हैं और इन मार्गों को बढ़ाना चाहते हैं। हम भारत से अपने व्यापार साझेदारों के साथ स्थलों को बढ़ावा देना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस साल हस्ताक्षर होने वाले द्विपक्षीय समझौतों से काफी उम्मीद कर रहा हूं क्योंकि हम मानते है कि भारत सऊदी अरब के लिए निश्चित तौर पर एक अहम बाजार है। सरकार आराम, व्यापार और धार्मिक यात्रा के लिए वीजा और हवाई संपर्क के मुद्दे पर भी काम कर रही है।'' उन्होंने उमरा को आसान और मुस्लिम दुनिया के यात्रियों के लिए कम महंगी बनाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। हमीदाद्दीन ने कहा कि भारतीय यात्री पश्चिम एशिया से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुसलमान ऐतिहासिक रूप से सऊदी अरब आते हैं। जहां तक पहुंच का सवाल है तो हम इसे काफी आसान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। संदेश यह है कि हम हर किसी का स्वागत करते हैं।'' देश में विदेशी पर्यटकों के लिए पाबंदियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमने कई पाबंदियां हटानी शुरू कर दी है। पहले महिलाओं (पर्यटकों) को अबाया (सिर से पैर तक की ढीली-ढाली पोशाक) पहनने के लिए कहा जाता था। अब हम उनसे ऐसा नहीं कहते हैं। वे शालीन कपड़े पहनती हैं तो यह ठीक है। पहले होटल में ठहरने वाले जोड़ों (विदेशी पर्यटकों) को यह साबित करने की आवश्यकता होती थी कि वे विवाहित हैं। प्रवेश के वक्त विवाह प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती थी। अब हम यह नहीं मांगते हैं।'' हमीदाद्दीन ने कहा, ‘‘हमने दुनियाभर के 49 देशों के लिए ई-वीजा शुरू किए हैं, साथ ही वैध अमेरिकी, ब्रिटेन और शेनगेन का वीजा रखने वाले किसी भी देश के नागरिकों को आगमन पर वीजा पाने की अनुमति दे रहे हैं। दुनियाभर के सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास पर पर्यटक वीजा उपलब्ध हैं।
- वाशिंगटन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिलिकॉन वैली में वित्तीय सेवाओं और उभरती प्रौद्योगिकियों में अमेरिका के साथ सहयोग पर जोर देते हुए निवेशकों को देश की विकास गाथा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और ‘यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स' की ‘यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल' (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में सीतारमण ने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) सतत और समावेशी विकास के लिए एक अद्वितीय अवसर का प्रतिनिधित्व करती है। सीतारमण ने सिलिकॉन वैली में प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट अधिकारियों से कहा, ‘‘ वित्त वर्ष 2023 में लगभग आठ प्रतिशत की वृद्धि के पूर्वानुमान के साथ, भारत के अगले कुछ वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है, जिसमें इसकी प्रौद्योगिकी और ‘स्टार्ट-अप' पारिस्थितिकी तंत्र के निरंतर विस्तार की बड़ी भूमिका है।'' वित्त मंत्री ने प्रमुख निवेशकों को भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, ‘‘ वित्तीय सेवाओं और उभरती प्रौद्योगिकियों में अमेरिका और भारत के सहयोग से निवेश एवं नवाचार में मदद मिलेगी और फिनटेक टिकाऊ एवं समावेशी विकास के लिए एक अद्वितीय अवसर का प्रतिनिधित्व करता है।'' इस समारोह का संचालन यूएसआईबीसी के अध्यक्ष अतुल कश्यप ने किया।