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- जिनेवा/नयी दिल्ली। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के एक नये अध्ययन में बुधवार को खुलासा किया गया कि दुनिया में पर्यावरण की दृष्टि से जागरुक उपभोक्ताओं की संख्या काफी कम हो गयी है और भारत में इस साल इस संख्या में 2020 की तुलना में 12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है। ‘डब्ल्यूईएफ-इप्सस जलवायु परिवर्तन और उपभोक्ता व्यवहार सर्वेक्षण' इस साल सितंबर और अक्टूबर के बीच 29 देशों में कराया गया। इसमें पता चला कि दुनियाभर में उपभोक्ताओं ने कोविड-19 महामारी के दौरान अनुकूल व्यवहारों को अपनाया है, वहीं वे अपनी खरीदी गयी या इस्तेमाल में लाई जाने वाली सेवाओं और उत्पादों के संबंध में अपनी पसंदीदा चीजों के पर्यावरण संबंधी प्रभावों को लेकर कम चिंतित हो गये हैं। सर्वेक्षण के अनुसार इस अध्ययन में 23,055 वयस्कों का साक्षात्कार किया गया जिनमें से औसतन आधे से अधिक ने (56 प्रतिशत ने) पिछले कुछ सालों में जलवायु परिवर्तन को लेकर अपनी चिंता के संदर्भ में व्यवहार बदल दिया है। जनवरी 2020 में यह संख्या 69 प्रतिशत थी और इसमें कमी आई है। सर्वे के अनुसार, ‘‘जिन देशों में अब भी उपभोक्ता अपेक्षाकृत रूप से जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए अपने व्यवहार को अपनाने की बात दर्ज कराना चाहते हैं, वहां भी पर्यावरण के लिहाज से सतर्क उपभोक्ताओं का अनुपात पिछले सर्वेक्षण की तुलना में काफी कम हो गया है। इनमें भारत (76 प्रतिशत, 2020 से 12 प्रतिशत कमी), मेक्सिको (74 प्रतिशत, 12 गिरावट), चिली (73 प्रतिशत, 13 प्रतिशत नीचे) और चीन (72 प्रतिशत, 13 प्रतिशत कमी) शामिल हैं।'' जिन देशों में पर्यावरण की दृष्टि से जागरुक उपभोक्ताओं के अनुपात में 2020 से सर्वाधिक कमी दर्ज की गयी है, उनमें मलेशिया (62 प्रतिशत, 23 प्रतिशत नीचे), स्पेन (53 प्रतिशत, 23 प्रतिशत कमी), पोलैंड (49 प्रतिशत, 23 प्रतिशत कमी) और फ्रांस (52 प्रतिशत, 21 प्रतिशत कमी) हैं।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को अधिकारियों को सरकारी खरीद पोर्टल गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) में किसी भी तरह की साठगांठ और मिलीभगत के खिलाफ सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि कारोबारियों को अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए इस व्यवस्था को अधिक किफायती एवं सरल बनाना होगा। गोयल ने जीईएम पोर्टल के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए कहा कि इस व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके परिचालन की नियमित समीक्षा की जानी चाहिए ताकि सभी तकनीकी एवं वित्तीय पहलू हमेशा दुरूस्त बने रहें। वाणिज्य एवं उद्योग के अलावा कपड़ा, उपभोक्ता मामलों और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालयों का भी दायित्व संभाल रहे गोयल ने जीईएम पोर्टल पर लागू लेनदेन शुल्क घटाने और इसकी एक सीमा तय करने की जरूरत बताते हुए कहा कि कारोबार बढ़ाने के लिए अधिक संख्या में कारोबारियों को आकर्षित करना होगा। हालांकि उन्होंने अधिकारियों को सजग करते हुए कहा, "इस दौरान जीईएम में किसी भी तरह की साठगांठ और मिलीभगत को लेकर सावधान रहना होगा।" उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस पोर्टल को उपयोगकर्ताओं एवं कारोबार के अधिक अनुकूल बनाना होगा ताकि कारोबारी सुगमता को भी बढ़ाया जा सके। इसके लिए उन्होंने पोर्टल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का भी इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि एआई कारोबारियों की मिलीभगत और साठगांठ पर निगरानी रखने का भी काम करेगा। मंत्री ने इस व्यवस्था की पारदर्शिता बढ़ाने पर भी जोर देते हुए कहा कि जीईएम प्लेटफॉर्म को लेकर संदेह जताने का मौका किसी को भी नहीं मिलना चाहिए। जीईएम पोर्टल को रेलवे की ई-खरीद प्रणाली आईआरईपीएस के साथ एकीकृत करने की दिशा में एक पायलट प्रोजेक्ट भी अगले महीने शुरू होने वाला है। इंडिया पोस्ट और पंचायती राज मंत्रालय के साथ जीईएम पोर्टल को जोड़ने की प्रक्रिया पहले से ही जारी है।
- नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने डेंगू के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए उन नौ राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए उच्चस्तरीय टीमें रवाना की हैं, जहां डेंगू के मामलों में बढोतरी हुई है। ये राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं- हरियाणा, केरल, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर। इन टीमों में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के विशेषज्ञ शामिल हैं।स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में अब तक एक लाख 16 हजार से अधिक डेंगू के मामले सामने आए हैं।
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नोएडा । लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) ने आज उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को 50 लाख रुपए का चेक देकर सम्मानित किया। एलआईसी ने टोक्यो पैरालंपिक्स में सुहास के शानदार प्रदर्शन करते हुये रजत पदक जीतने की खुशी में यह पुरस्कार राशि दी। नोएडा सेक्टर 27 में स्थित कैंप कार्यालय में आज सुबह एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें एलआईसी मेरठ मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी पहुंचे और उन्होंने जिलाधिकारी को सम्मान राशि दी। इसी साल हुए टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। देश के खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 19 मेडल जीते। -
जमशेदपुर। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जनजाति (एसटी) इकाई के नेता पर मंगलवार को जमशेदपुर शहर के बाहर सोपोडेरा में बाइक सवार बदमाशों ने हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि राज्य भाजपा के एसटी मोर्चा के मीडिया प्रभारी राम सिंह मुंडा शहर के दौरे पर आए केन्द्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा से मिलने जा रहे थे, तभी यह घटना हुई। परसुडीह थाने के प्रभारी विमल किंडो ने बताया, ‘‘जांच की जा रही है। हम सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।'' किंडो ने बताया कि हमले की वजह अभी साफ नहीं है, लेकिन शुरुआती जांच में पता चला है कि राम सिंह मुंडा आदिवासियों की जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ आंदोलन में शामिल थे। मुंडा ने बताया कि बाइक सवार दो बदमाशों ने लोहे के सरिया और लाठी से उनपर हमला किया, जिसमें वह घायल हो गये। अस्पताल में भर्ती मुंडा ने दावा किया कि हमला योजनाबद्ध और राजनीति से प्रेरित था। -
मेदिनीनगर। झारखंड के पलामू जिले के लेस्लीगंज थानान्तर्गत चपरना गांव में एक कुयें से आज पुलिस ने नवविवाहिता का शव बरामद किया जिसकी हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस सूत्रों ने महिला की पहचान रूपा देवी (20) के रूप में की गयी है और उसका शादी एक वर्ष पूर्व 2020 में हुई थी। उन्होंने बताया कि शव को अंत्य परीक्षण के लिए मेदिनीराय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भेजा गया है और जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा है की जा रही है। -
नयी दिल्ली। देश में मंगलवार तक कोविड-19 रोधी टीकों की 107 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को शाम तक लगभग 37,38,574 खुराक दी गईं। अंतिम रिपोर्ट के संकलन के बाद देर रात तक दैनिक टीकाकरण संख्या बढ़ने की उम्मीद है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा था कि भारत की 78 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक जबकि 38 प्रतिशत को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। मंत्रालय ने रेखांकित किया कि देश में सबसे कमजोर जनसंख्या समूहों को कोविड-19 से बचाने के उपकरण के रूप में टीकाकरण कवायद की नियमित रूप से समीक्षा और उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है।
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नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेंगू के प्रकोप से निपटने में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों सहित तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए मंगलवार को नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेषज्ञों के केंद्रीय दलों को भेजा। हरियाणा, पंजाब, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू कश्मीर में डेंगू के काफी संख्या में मामले आने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। विशेषज्ञ दलों में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अधिकारी शामिल हैं। नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक और प्रमुख सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा डेंगू के प्रकोप से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों सहित तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करके राज्य सरकारों की सहायता के लिए केंद्रीय दलों की तैनाती करने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को डेंगू के ज्यादा मामले वाले राज्यों की पहचान करने और विशेषज्ञों की टीम को भेजने का निर्देश दिया था। स्वास्थ्य मंत्री ने बीमारी के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए दिल्ली में डेंगू की स्थिति की समीक्षा की थी। इस साल अब तक दिल्ली में डेंगू के 1,530 से अधिक मामले सामने आए हैं। इनमें से लगभग 1,200 मामले अक्टूबर में सामने आए, जो पिछले चार वर्षों में इस महीने की सबसे अधिक संख्या है।
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नोएडा। उत्तर प्रदेश के जनपद गातमबुध नगर में विभिन्न जगहों पर हुए सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि थाना सूरजपुर क्षेत्र के एक सड़क हादसे में मनीराम नामक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि फेस-2 क्षेत्र के नोएडा एक्सप्रेस-वे पर हुए एक सड़क हादसे में दिल्ली जल बोर्ड में तैनात विजेंद्र सिंह (46 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के लिए उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि विजेंद्र अपनी मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी एक अज्ञात बस चालक ने उन्हें टक्कर मार दिया। मीडिया प्रभारी ने बताया कि थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के मोरना गांव के पास बीती रात को एक अज्ञात बस चालक ने तेजी व लापरवाही से बस चलाते हुए सतवीर सिंह(51) को कुचल दिया। उन्होंने बताया कि उपचार के लिए उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के रहने वाले शशि कुमार दीक्षित नामक व्यक्ति की एक सड़क हादसे मे मौत हो गई । अधिकारी ने बताया कि सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
- नयी दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 10 प्रतिशत या उससे अधिक रहेगी। जबकि अगले वित्त वर्ष 2022-23 में इसके 8 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है। एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के मौके पर कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल के दौरान कंपनियों के फलने-फूलने के लिये मजबूत आर्थिक नींव रखी गयी है। कोविड-19 महामारी के कारण दो साल आर्थिक वृद्धि के मोर्चे पर समस्या आयी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने 2021 में 9.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया है। कुमार ने कहा, ‘‘मुद्रा कोष के अनुसार भारत अगले पांच साल में तीव्र वृद्धि हासिल करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा...। '' उन्होंने कहा, ‘‘भारत की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2020-21 में 10 प्रतिशत रहेगी। और कोविड-महामारी से निकलने के बाद हमारी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2022-23 में 8 प्रतिशत से अधिक रहेगी।'' उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है। वहीं मुद्रा कोष ने 2021 में वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत और अगले साल 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। कुमार ने कहा, ‘‘चीजें बदल रही हैं और लोग भारत में निवेश के लिये तैयार हैं।'' नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत की मध्यम अवधि में संभावित सतत वृद्धि दर 8 प्रतिशत तक होगी।पिछले महीने आईएमएफ ने महामारी का हवाला देते हुए भारत की मध्यम अवधि में सतत वृद्धि संभावना अनुमान को कम कर 6 प्रतिशत कर दिया था।
- वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे यौगिक की पहचान की है जो प्रयोगशाला और जानवरों में कोविड-19 संक्रमण के लक्षणों को कम करने की क्षमता दिखाता है। ‘यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जीज पैसिफिक नॉर्थवेस्ट नेशनल लेबोरेटरी (पीएनएनएल) और यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना (यूएनसी) की एक टीम ने उस वायरस का अध्ययन किया जो मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) का कारण बनता है, जो कोरोना वायरस के कारण होता है। एमईआरएस के मामले कम सामने आते हैं लेकिन यह कोविड-19 ये बहुत अधिक घातक है।पत्रिका ‘एमबायो' में प्रकाशित अध्ययन ने प्रोटीन, आणविक संदेशवाहक और संक्रमण के बाद होने वाले अन्य संकेतों की प्रयोगशाला में हजारों मापों का विश्लेषण किया। शोधकर्ताओं ने एक आणविक प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया जो शरीर की गुणवत्ता-नियंत्रण मशीनरी का हिस्सा है और जो कोरोना वायरस संक्रमण से नुकसान पहुंचाने में केंद्रीय भूमिका निभाता है। इसके बाद उन्होंने यौगिकों के एक विशाल डेटाबेस की खोज की और एक की पहचान एएमजी पीईआरके 44 के रूप में की जिसने प्रयोगशाला में मानव ऊतक में वायरस की बढ़त को रोक दिया। शोधकर्ताओं के अनुसार, टीम ने यह भी पाया कि वायरस से संक्रमित चूहों में यौगिक का मजबूत प्रभाव पड़ता है। उनके अनुसार यौगिक ने फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा दिया और चूहों में फेफड़ों की क्षति और वजन कम होने को कम किया, विशेष रूप से नर चूहों में।
- नयी दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि देश में इस साल सितंबर और अक्टूबर के दौरान अत्यंत भारी वर्षा की 125 घटनाएं दर्ज की गईं, जो पांच वर्षों में सबसे अधिक है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की देर से वापसी और सामान्य से अधिक निम्न दबाव प्रणाली इसके प्रमुख कारण है। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक देश में सितंबर में अत्यधिक भारी बारिश की 89 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल इसी महीने में 61, वर्ष 2019 में 59, वर्ष 2018 में 44 और 2017 में 29 घटनाएं हुई। इस साल अक्टूबर में 36 ऐसी घटनाएं हुई, जबकि 2020 में इसी अवधि में 10 की तुलना में 2019 में 16, वर्ष 2018 में 17 और 2017 में 12 घटनाएं हुई। मौसम विभाग ने कहा कि प्रचंड मौसम की घटनाओं के कारणों में मॉनसून की देर से वापसी, इस अवधि के दौरान सामान्य से ज्यादा कम दबाव प्रणाली और अक्टूबर में कम दबाव प्रणाली के साथ सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति शामिल है। इस अवधि के दौरान देश में दो चक्रवात, एक गहरे दबाव और छह निम्न दबाव सहित नौ कम दबाव वाली प्रणालियों ने प्रभावित किया। उत्तराखंड में 18 और 19 अक्टूबर को हुई अत्यंत भारी बारिश के दौरान अलग-अलग घटनाओं में 79 लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड में अक्टूबर में सामान्य तौर पर 35.3 मिमी के मुकाबले 203.2 मिमी बारिश हुई। कम दबाव वाले क्षेत्र बनने और एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के साथ 17-19 अक्टूबर के दौरान भारी से अत्यधिक भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में अचानक बाढ़ आ गई और भूस्खलन हुआ तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नदी में बाढ़ आ गई। आंकडों में 15 मिलीमीटर से नीचे दर्ज की गई वर्षा को हल्की, 15 से 64.5 मिमी मध्यम, 64.5 मिमी से 115.5 मिमी भारी और 115.6 और 204.4 के बीच बहुत भारी माना जाता है। वहीं 204.4 मिमी से ज्यादा बारिश को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की 15 अक्टूबर की सामान्य तारीख के मुकाबले 25 अक्टूबर को पूरे देश से वापसी हुई, जिससे यह 1975 के बाद से सातवां सबसे लंबी अवधि की वापसी वाला मॉनसून बन गया। जून से सितंबर तक चार महीने के दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम के दौरान देश में ‘‘सामान्य'' वर्षा हुई। यह लगातार तीसरा वर्ष है जब देश में सामान्य या सामान्य से ऊपर की श्रेणी में बारिश दर्ज की गई। वर्ष 2019 और 2020 में सामान्य से अधिक हुई बारिश हुई थी।
- भुवनेश्वर । ओडिशा सरकार ने मंगलवार को कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर पटाखे फोड़ना निषेध है और लोगों को दीपावाली पर केवल अपने-अपने घरों के परिसर में ''ग्रीन'' पटाखों का इस्तेमाल करना चाहिये। मुख्य सचिव सुरेश चंद्र मोहपात्रा ने दीपावली से पहले डिजिटल माध्यम से तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और उत्सव के बीच पर्याप्त संतुलन होना चाहिये। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि किसी को भी सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर पटाखों के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जाएगी। लोगों को केवल अपने-अपने घरों के परिसरों में ग्रीन पटाखे फोड़ने चाहिये।
- नयी दिल्ली। बढ़ते प्रदूषण और सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण बाजार में पटाखे नहीं मिलने सहित कई कारणों से इस दिवाली पर प्रत्येक तीन में से दो परिवारों की पटाखे फोड़ने की कोई योजना नहीं है। एक सामुदायिक सोशल मीडिया मंच द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकला है। लोकलसर्किल्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि लगभग 42 प्रतिशत परिवार दिवाली पर पटाखा फोड़ने पर किसी ना किसी तरह के प्रतिबंध के पक्ष में हैं, जबकि 53 प्रतिशत परिवारों ने कहा कि वे किसी भी प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते। कई परिवार पटाखे नहीं फोड़ना चाहते क्योंकि उनका मानना है कि पटाखे प्रदूषण का कारण बनते हैं और कई लोग इसे फिजूलखर्ची मानते हैं। सर्वेक्षण भारत के 371 जिलों के 28,000 नागरिकों की प्रतिक्रियाओं पर आधारित है।इसके अलावा, कई परिवारों ने इस साल कोविड की वजह से परिवार के किसी सदस्य को खो दिया है या परिवार का कोई सदस्य अभी भी कोविड-19 महामारी या अन्य बीमारियों से जूझ रहा है। ऐसे में ये परिवार भी जश्न नहीं मनाएंगे। इसके अलावा, ऐसे दूसरे लोग भी हैं जो अपनी आजीविका खोने के कारण वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं, जिनकी संख्या लगभग दो से तीन प्रतिशत है। सर्वेक्षण के अनुसार, "पटाखों की बात करें तो कुल मिलाकर तीन में से दो परिवार इस दिवाली पर पटाखे नहीं फोड़ेंगे।
- नयी दिल्ली। उद्योगपति विजयपत सिंघानिया का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में जो सबसे बड़े सबक सीखे उनमें से एक यह है कि किसी को जीवित रहते अपनी संपत्ति अपने बच्चों को देते समय सावधान रहना चाहिए। रेमंड समूह के पूर्व ‘चेयरमैन एमेरिटस' ने अपनी आत्मकथा “ऐन इन्कम्प्लीट लाइफ” में अपने बचपन से लेकर रेमंड में बिताये कई दशकों और उसके बाद के जीवन का वृत्तांत लिखा है। परिवार के सदस्यों के बीच संपत्ति को लेकर हुए विवाद में फरवरी 2015 में सिंघानिया को अपना काम और पैतृक घर छोड़ना पड़ा था। उन्होंने जो खोया था उसे पाने के लिए वह आज भी संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अनुभव से मैंने सबसे बड़ा सबक सीखा वह ये कि अपने जीवित रहते अपनी संपत्ति को अपनी संतानों को देते समय सावधानी बरतनी चाहिए। आपकी संपत्ति आपके बच्चों को मिलनी चाहिए लेकिन यह आपकी मौत के बाद ही होना चाहिए। मैं नहीं चाहता कि किसी माता पिता को वह झेलना पड़े जो जिससे मैं हर दिन गुजरता हूं।” सिंघानिया के अनुसार, अब सब कुछ उनके ऊपर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, “मुझे मेरे कार्यालय जाने से रोक दिया गया जहां महत्वपूर्ण दस्तावेज पड़े हैं और अन्य सामान जो कि मेरा है।” पैन मैकमिलन इंडिया द्वारा प्रकाशित पुस्तक में सिंघानिया ने लिखा, “मुंबई और लंदन में मुझे अपनी कार छोड़नी पड़ी और मैं अपने सचिव से भी संपर्क नही कर सकता । ऐसा लगता है कि रेमंड के कर्मचारियों को कड़े आदेश दिए गए हैं कि वे मुझसे बात नहीं करें और मेरे कार्यालय में न आएं।” प्रसिद्ध सिंघानिया परिवार में जन्मे विजयपत सिंघानिया से यही उम्मीद की जाती थी कि वह अपना पारिवारिक व्यवसाय संभालेंगे लेकिन कोई उन्हें उनकी रुचि का काम करने से रोक नहीं सका और उन्होंने पायलट के तौर पर आकाश में दो विश्व कीर्तिमान स्थापित किये, कुछ समय के लिए प्रोफेसर रहे और एक बार मुंबई के शेरिफ भी बने।
- भोपाल। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से हाल के वर्षो में 30 से अधिक बाघ नए क्षेत्रों की तलाश में निकल गए हैं। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यह एक नियमित और प्राकृतिक प्रक्रिया है। साल 2018 में किये गये बाघ जनगणना के अनुसार मध्यप्रदेश में सबसे अधिक बाघ रहते हैं और प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई बाघ अभयारण्य हैं। एक अधिकारी ने बताया कि पीटीआर से बाहर चले गए एक बाघ का सड़ा हुआ शव रविवार को सतना जिले के जंगल में मिला था और प्रारंभिक जांच के पता चला कि कथित तौर पर शिकारियों ने बाघ को मार डाला। पीटीआर के क्षेत्रीय निदेशक उत्तर कुमार ने बताया, हाल के सालों में लगभग 30 से 35 बाघ पीटीआर से बाहर चले गए। वर्तमान में पीटीआर में 45 से 50 वयस्क बाघ और 20 से 25 शावक (एक वर्ष के कम उम्र के) है। इस प्रकार पीटीआर में कुल 70 बाघ हैं।'' उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विस्तार करना बाघों का एक स्वाभाविक व्यवहार है।अधिकारी ने कहा , जैसे जैसे बाघें की संख्या बढ़ती है वे एक नया इलाका तलाश करने के लिए बाहर जाते हैं। पीटीआर से बाघ चित्रकूट और बांधवगढ़ भी गए हैं। सतना के जंगल और नौरादेही अभ्यारण के सभी बाघ पीटीआर से गए हैं। इन क्षेत्रों के साथ गलियारों के माध्यम से पीटीआर के जंगल जुड़े हुए हैं। यह एक नियमित और प्राकृतिक प्रक्रिया है।'' शर्मा ने रविवार को पड़ोसी जिले में मृत पाए गए रेडियो कॉलर से बाघ की पहचान पी-234-31 के तौर पर की गयी, इसे हीरा भी कहा जाता है। बाघ का जन्म दो साल पहले हुआ था।'' उन्होंने कहा कि हीरा इस साल जुलाई में पीटीआर से बाहर चला गया था, चूंकि बाघ रेडियो कॉलर वाला था, इसलिए हमें पता चल गया था कि यह जुलाई में पीटीआर से बाहर चला गया और सतना जिले में घूम रहा है। इस बीच, वन विभाग ने एक बयान में कहा कि सतना में बाघ हीरा के शिकार के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अखिल भारतीय बाघ अनुमान की 2018 की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा 526 बाघ रहते हैं।
- मुंबई। प्रौद्योगिकी पेशेवरों की मजबूत मांग के कारण अक्टूबर में नियुक्ति गतिविधियों में सालाना आधार पर 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 'नौकरी जॉबस्पीक' की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2021 में 2,523 नौकरियों के विज्ञापन के साथ सालाना आधार पर 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। हालांकि, इससे पिछले महीने से तुलना करें तो क्रमिक रूप से 8.35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। सितंबर में पोर्टल पर कुल 2,753 नौकरियों के लिए विज्ञापन दिए गए थे। नौकरी जॉबस्पीक एक मासिक इंडेक्स (सूचकांक) है जो माह दर माह नौकरीडॉटकॉम वेबसाइट पर नौकरी के विज्ञापन के आधार पर भर्ती गतिविधि की गणना करता है और उसे दर्ज करता है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रौद्योगिकी पेशेवरों की मांग लगातार बढ़ रही है और इस क्षेत्र में अक्टूबर में सालाना आधार पर 85 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की गयी है। छुट्टियों के मौजूदा सीजन, प्रमुख ऑफलाइन दुकानों के खुलने और ई-कॉमर्स खुदरा कंपनियों का व्यस्त सेल सीजन शुरू होने के साथ खुदरा (51 प्रतिशत) और आतिथ्य/यात्रा (48 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों में भी भर्ती गतिविधियों में तेजी आई है। अन्य क्षेत्रों जैसे शिक्षा/शिक्षण (41 प्रतिशत) और बैंकिंग/वित्तीय सेवाओं (39 प्रतिशत) में भी अक्टूबर, 2020 की तुलना में वृद्धि हुई है।
- गाजीपुर (उत्तर प्रदेश)। गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद क्षेत्र में मंगलवार को एक ट्रक के चाय की दुकान में घुस जाने से उसकी चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि अहिरौली गांव में सुबह चाय की एक दुकान पर कुछ लोग चाय पी रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रक दुकान में जा घुसा। उसकी चपेट में आने से उमाशंकर यादव (50), गोलू यादव (15), वीरेंद्र राम (45), सत्येंद्र ठाकुर (28), चंद्रमोहन राय (45) तथा बिहारी कुशवाहा (35) की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि घटना से आक्रोशित लोगों ने ट्रक चालक की पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। उसके बाद स्थानीय लोगों तथा मृतकों के परिजनों ने सड़क जाम कर यातायात रोक दिया। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह तथा पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह घटनास्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को पीड़ितों के परिवार की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है।
- जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जालौर इकाई ने मंगलवार को जिले के आहोर के उपखंड अधिकारी (आरएएस) के रीडर गजेन्द्र कुमार को मंगलवार को रिश्वत प्रकरण में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। ब्यूरो ने इसकी जानकारी दी ।उल्लेखनीय है कि आहोर के उपखंड अधिकारी (आरएएस) मासिंगाराम को ब्यूरो के दल ने सोमवार शाम को परिवादी से 40 हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। आरोपी अधिकारी ने परिवादी से उसकी कृषि भूमि के संबंध में पक्ष में फैसला करने की एवज में यह रिश्वत की राशि ली थी। ब्यूरो के महानिदेशक बी एल सोनी ने बताया कि रिश्वत मामले में गिरफ्तार उपखंड अधिकारी के रीडर आरोपी गजेन्द्र कुमार को रिश्वत प्रकरण में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है।
- नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली के परिवार को धमकियां मिलने की मीडिया रपटों का स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली महिला आयोग ने मंगलवार को शहर पुलिस को नोटिस भेजा है। दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस उपायुक्त (साइबर) को नोटिस भेजा है ।नोटिस में कहा गया कि टी20 विश्व कप में भारत की पाकिस्तान के हाथों हार के बाद विराट कोहली की नौ महीने की बेटी को बलात्कार की आनलाइन धमकियां मिल रही है । आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा , मोहम्मद शमी की मजहब के आधार पर ट्रोलिंग पर उनके समर्थन में कोहली के बयान के बाद भी कोहली पर आनलाइन हमले होने की खबरें हैं । यह गंभीर मसला है और तुरंत कार्रवाई की जरूरत है । महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस से इस संबंध में दर्ज एफआईआर की प्रति जमा करने के लिये कहा है और आरोपियों का ब्यौरा मांगा है । आयोग ने पुलिस से आरोपियों को पकड़ने के लिये किये गए प्रयासों का भी छह नवंबर तक ब्यौरा देने को कहा है।
- नयी दिल्ली। दीवाली से पहले दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग जगह से दो लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 40 किलोग्राम से ज्यादा अवैध पटाखे बरामद किये। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त (बाहरी) परविंदर सिंह ने बताया कि पहली घटना में पुलिस ने पवन कुमार नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया जो पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके के त्रिनगर का निवासी है। उसके पास से 16.160 किलोग्राम अवैध पटाखा बरामद किया गया। रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को पुलिस गश्त लगा रही थी और जब घेवरा मोड़ पर पहुंची तो स्कूटर से नांगलोई की ओर जा रहे एक आरोपी को पकड़ा जिसके पास प्लास्टिक का थैला था। प्लास्टिक के इस बैग से पटाखे बरामद करने का दावा पुलिस ने किया है। दूसरी घटना में सुल्तानपुरी से आरोपी महिला के पास से 25.5 किलोग्राम अवैध पटाखे बरामद किये गए। पुलिस ने कहा कि आरोपी का नाम रानी है और वह ब्लॉक पी-4 की निवासी है।
- नयी दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा संचालित लेडी हार्डिंग (एलएचएमसी) अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां अधिकारियों से मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कहा। सूत्रों ने बताया कि अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों के साथ बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने जमीनी स्तर पर सुधार की जरूरत पर जोर दिया ताकि सेवाएं सुव्यवस्थित हो सकें और इससे मरीजों को लाभ मिले। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौरान डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हुए मांडविया ने आने वाले दिनों में इसी तरह सेवाएं देने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। सूत्रों ने बताया कि मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न विभागों का दौरा किया और अधिकारियों से मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कहा।
- नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कोविड-19 उल्लंघन करने के संबंध में इस साल 19 अप्रैल से एक नवंबर के बीच तीन लाख से ज्यादा चालान जारी किए। इनमें से ज्यादातर चालान मास्क नहीं पहनने के लिए काटे गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस की ओर से जारी ताजा आंकड़े के अनुसार कुल 3,14,556 चालान में से 2,78,121 चालान मास्क नहीं पहनने की वजह से जारी किए गए। वहीं 30,364 चालान सामाजिक दूरी संबंधी नियम के उल्लंघन, 2,923 चालान शराब, पान, गुटखा, तंबाकू समेत अन्य के सेवन के संबंध में जारी किए गए। वहीं 1,684 चालान सड़क पर थूकने और 1,464 चालान बड़ी सार्वजनिक सभा या जमावड़ा लगाने के मामले में जारी किए गए। पुलिस ने बताया कि उसने सोमवार को 279 चालान जारी किए। इनमें से 266 मास्क नहीं पहनने और 13 चालान शराब, पान, गुटखा और तंबाकू सेवन के संबंध में जारी किए गए हैं।
- ठाणे। जिले में 35 वर्षीय एक व्यक्ति को विवाद के बाद गर्भवती पत्नी को कथित रूप से जिंदा जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शहर पुलिस ने कलवा के मफतलाल कालोनी निवासी आरोपी अनिल बहादुर चौरसिया को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और अन्य के तहत सोमवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने एक अन्य महिला से विवाह कर लिया है और इसे लेकर उसका पीड़िता से बार-बार झगड़ा होता था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30 अक्टूबर की शाम आरोपी ने छह महिने की गर्भवती पीड़िता को कथित रूप से जिंदा जला दिया। उन्होंने बताया कि महिला को पड़ोसियों ने तत्काल अस्पताल पहुंचाया। अधिकारी ने बताया कि घटना में पीड़िता बुरी तरह झुलस गयी है । फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
- बदायूं । उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं के थाना उझानी क्षेत्र के गांव बुर्रा फरीदपुर में मंगलवार सुबह शौच के लिए गए युवक की बाजरे के खेत में गोली मारकर हत्या कर दी गई । पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस को दी गई तहरीर में मृतक के पिता चरण सिंह ने बताया कि उनका पुत्र रोहतास यादव (28) अपने घर से रोज़ की तरह सुबह शौच के लिए घर से निकला था। काफी देर बाद तक जब वह वापस लौट कर नहीं आया तो उसके पिता उसको तलाशने अपने घर से निकले तो गांव के निकट कच्ची रोड पर चादर से ढका हुआ शव पड़ा था । उन्होंने बताया कि रोहतास के पिता ने जब चादर उठाकर देखा वह जमीन पर पड़ा हुआ था और उसके शरीर पर गोली लगने के निशान थे, जिससे उसकी मौत हो गई थी । उन्होंने बताया कि चरण सिंह की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने रोहतास का शव मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल और शव को देखने से पता चला है कि गोली मारकर हत्या की गई है ।