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- विदिशा (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में गुरुवार की रात को कुएं में फिसलकर गिरी एक बच्ची को बचाने के लिए इसकी मेड़ पर खड़े कई लोग अचानक मिट्टी धंसने से कुएं में गिर गये और मलबे में दब गये। इनमें से 16 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है।घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गये हैं। हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुल कितने लोग इस मलबे में दबे हैं। यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि अब तक 16 लोगों को बचा लिया गया है। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भेज दिया गया है।वहीं, इस हादसे में कुएं में गिरने के बाद बचाये गये दो लोगों ने मीडिया से कहा कि कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ। उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गये, जबकि करीब 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गये। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गये। उन्होंने कहा कि उन दोनों सहित करीब 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए। दोनों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात करीब 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इस कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गये। इनमें से तीन पुलिसकर्मियों एवं कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिये। चौहान ने घटनास्थल पर मौजूद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली और बचाव अभियान को तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिये।
- पुणे। महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी के कारण बंद कम से कम 5,947 स्कूल गुरुवार को कक्षा 8वीं से 12वीं के छात्रों के लिए कोरोनो वायरस सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ फिर से खुल गए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षाओं को फिर से शुरू करने के बारे में एक अधिसूचना जारी की थी जहां से कोविड-19 के नए मामले नहीं आ रहे हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के उप निदेशक विकास गराड ने बताया कि राज्य में कुल 19 हजार 997 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल हैं, जहां कक्षा 8वीं से 12वीं तक 45 लाख 7 हजार 445 छात्र पढ़ते हैं। इन 19 हजार 997 स्कूलों में से ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार 947 स्कूल गुरुवार को को फिर से खुल गए। उन्होंने कहा कि पहले दिन कुल 4 लाख 16 जार 599 छात्र स्कूलों में आए।
- शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला में बृहस्पतिवार शाम को 3.6 की तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जानमाल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। विभाग ने कहा कि भूकंप का केंद्र शिमला जिले में धरती के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। जिले में और आसपास के इलाकों में शाम सात बजकर 47 मिनट पर झटका महसूस किया गया।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बृहस्पतिवार को अपने संबद्ध स्कूलों को निर्देश दिया कि वे 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए समयबद्ध तरीके से अंकों का सारणीयन और मूल्यांकन कार्य पूरा करें जिससे कि 31 जुलाई तक परिणाम घोषित किया जा सके। कोविड-19 की दूसरी लहर के मद्देनजर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। परिणाम सीबीएसई द्वारा घोषित वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर घोषित किया जाएगा जिसके लिए आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट सहित दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के अंकों पर विचार किया जाएगा। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने स्कूल प्रधानाचार्यों को लिखे पत्र में कहा है कि क्योंकि बोर्ड को 31 जुलाई तक परिणाम घोषित करना है, इसलिए स्कूलों से आग्रह किया जाता है कि वे कार्यक्रम का कड़ाई से पालन करें और समयबद्ध तरीके से अंकों का सारणीयन और मूल्यांकन कार्य पूरा करें। पत्र में कहा गया है कि यदि कोई स्कूल मूल्यांकन निर्धारित समयसीमा में पूरा नहीं कर पाता है तो उसका परिणाम 31 जुलाई के बाद अलग से घोषित किया जाएगा। बोर्ड ने कहा कि संबंधित प्रक्रिया के लिए पोर्टल 16 से 22 जुलाई तक खुलेगा।
- गुमला। गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र में कोचागानी के जंगलों में बृहस्पतिवार की सुबह नक्सलियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 15 लाख रुपये के ईनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव को मार गिराया। गुमला के पुलिस अधीक्षक एच पी जनार्दन ने बताया कि गुमला सदर थाना क्षेत्र के कोचागानी जंगल में आज सुबह लगभग साढ़े आठ बजे पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने इस खूंखार नक्सली को मार गिराया। उन्होंने कहा कि पूरी कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की गयी। उन्होंने कहा कि गुमला पुलिस नक्सलियों के खात्मे तक अपना नक्सल विरोधी अभियान जारी रखेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें अन्यथा इसी तरह पुलिस के साथ मुठभेड़ में वे मारे जायेंगे अथवा गिरफ्तार कर जेल भेजे जायेंगे। जनार्दन ने कहा कि मारा गया नक्सली बुद्धेश्वर उरांव है जिस पर सरकार ने 15 लाख रुपये का ईनाम रखा था। यह पुलिस के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इसी के संरक्षण में क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियां चल रही थीं। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सली के पास से एक एके-47, एक इंसास राइफल, बड़ी संख्या में गोलियां और काफी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान जारी है।
- नयी दिल्ली। मैसेजिंग सेवा कंपनी व्हाट्सऐप ने इस साल 15 मई से 15 जून के बीच 20 लाख भारतीय खातों पर रोक लगायी जबकि इस दौरान उसे शिकायत की 345 रिपोर्ट मिली। कंपनी ने अपनी पहली मासिक अनुपालन रिपोर्ट में यह जानकारी दी। नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत यह रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य कर दिया गया है। नये नियमों के तहत 50 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ताओं वाले प्रमुख डिजिटल मंचों के लिए हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना जरूरी है। इस रिपोर्ट में इन मंचों के लिए उन्हें मिलने वाली शिकायतों और उनपर की जाने वाली कार्रवाई का उल्लेख करना जरूरी है। व्हाट्सऐप ने बृहस्पतिवार को कहा, "हमारा मुख्य ध्यान खातों को बड़े पैमाने पर हानिकारक या अवांछित संदेश भेजने से रोकना है। हम ऊंची या असामान्य दर से मैसेज भेजने वाले इन खातों की पहचान करने के लिए उन्नत क्षमताओं को बनाए हुए हैं और अकेले भारत में 15 मई से 15 जून तक इस तरह के दुरुपयोग की कोशिश करने वाले 20 लाख खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है।" कंपनी ने स्पष्ट किया कि 95 प्रतिशत से अधिक ऐसे प्रतिबंध स्वचालित या बल्क मैसेजिंग (स्पैम) के अनधिकृत उपयोग के कारण लगाए गए हैं। फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने बताया कि रोक लगाए जाने वाले खातों की संख्या 2019 के बाद से बढ़ी है क्योंकि उसकी प्रणाली ज्यादा उन्नत हो गयी और इस तरह के ज्यादा खातों का पता लगाने में मदद मिलती है। व्हाट्सऐप दुनिया भर में हर महीने औसतन करीब 80 लाख खातों पर रोक लगा रही है या उन्हें निष्क्रिय कर रही है। गूगल, कू, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम दूसरे सोशल मीडिया मंचों ने भी अपनी अनुपालन रिपोर्ट सौंपी है।
- नयी दिल्ली। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेंस के चौथे संस्करण को स्थगित कर दिया गया है और अब यह परीक्षा 26 अगस्त से दो सितंबर के बीच होगी। केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह फैसला इस अहम परीक्षा के बीच विद्यार्थियों को चार सप्ताह का समय देने के लिए किया गया है। इससे पहले जेईई-मेंस परीक्षा के चौथे सत्र को 27 जुलाई से दो अगस्त के बीच आयोजित करने का प्रस्ताव था। प्रधान ने ट्वीट किया, विद्यार्थी समुदाय की भारी मांग और उम्मीदवारों को अधिकतम प्रदर्शन करने में मदद के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जेईई (मेंस) परीक्षा 2021 के दो सत्रों के बीच चार हफ्ते का अंतर रखने की सलाह दी थी। इसी के तहत जेईई (मेंस)-2021 परीक्षा का चौथा सत्र अब 26,27, 31 अगस्त और एक व दो सितंबर को आयोजित किया जाएगा। जेईई (मेंस)-2021 परीक्षा के चौथे सत्र के लिए अबतक 7.32 लाख उम्मीदवार अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।'' मंत्री ने कहा कि जेईई-मेंस चौथे सत्र के लिए पंजीकरण जारी है और पंजीकरण की तारीख 20 जुलाई तक बढ़ाई जाएगी।
- नयी दिल्ली। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि निजी स्कूलों से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (टीसी) उपलब्ध नहीं होने पर प्रवेश देने से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ निजी विद्यालय विद्यार्थियों का स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) रोक रहे हैं और अभिभावकों से पहले पूरी फीस जमा करने के लिए कह रहे हैं। सिसोदिया ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''इस वजह से कई अभिभावक बच्चों को निजी विद्यालय से निकालने और सरकारी विद्यालयों में दाखिला करवाने से असमर्थ हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ कई अभिभावकों से यह शिकायत मिलने के बाद इसका संज्ञान लेते हुए शिक्षा निदेशालय को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि आवंटित विद्यालयों में बच्चों का तत्कालिक दाखिला दिया जाए और डीओई के अधिकारियों को सीधे संबंधित निजी विद्यालयों से टीसी हासिल करनी चाहिए।'' सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के इस फैसले से हज़ारों अभिभावकों को राहत मिलेगी।उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली का कोई बच्चा निजी विद्यालय छोड़ सरकारी विद्यालय में दाखिला लेना चाहता/चाहती है तो उसे टीसी के अभाव में दाखिला देने से इनकार नहीं किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार के इस फैसले से उन हजारों अभिभावकों को राहत मिलेगी जो निजी विद्यालयों से अपने बच्चों को निकालकर सरकारी विद्यालय भेजना चाहते हैं।'' सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार के सर्वोदय विद्यालयों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा में दाखिले के लिए अब तक 28,000 आवेदन मिले हैं। दाखिला सूची 20 जुलाई को जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि छठवीं से 12वीं कक्षा (11वीं को छोड़कर) के लिए क़रीब 90,000 आवेदन मिले हैं। विद्यालय आवंटित करने की प्रक्रिया अभी चल रही है।
- नयी दिल्ली। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन ने यहां बृहस्पतिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की और चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। प्रधान ने सुब्रमण्यन को बताया कि तमिलनाडु के छात्रों की सुविधा के लिए चार शहरों- चेंगलपेट, विरुधुनगर, डिंडीगुल और तिरुप्पुर को नीट परीक्षा आयोजित कराने के लिए सूची में जोड़ा गया है। प्रधान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “तमिलनाडु सरकार के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन ने नीट (यूजी) 2021 परीक्षा समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए मुझसे मुलाकात की। मैंने उन्हें इस संबंध में उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की पृष्ठभूमि के बारे में विस्तार से बताया।” उन्होंने कहा, “इसके अलावा मैंने कहा कि क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए इस साल जिन भाषाओं में परीक्षा आयोजित की जानी है उनकी संख्या बढ़ा दी गई है। मलयाली और पंजाबी को जोड़ा गया है। परीक्षा पहले ही तमिल में आयोजित हो रही थी।” प्रधान ने कहा कि पिछले साल परीक्षा के आयोजन वाले शहरों की संख्या 14 से बढ़ाकर 18 कर दी गई थी। परीक्षा केंद्र भी बढ़ाए गए थे। इस मुलाकात से एक दिन पहले मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश ए के राजन के नेतृत्व वाली एक उच्च स्तरीय समिति ने, राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) का तमिलनाडु के छात्रों पर पड़ने वाले प्रभाव पर मुख्यमंत्री को एक रिपोर्ट सौंपी थी।
- कोल्लम । केरल के कोल्लम जिले में कुएं की सफाई करने गए चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीड़ितों को बचाने गए दमकल एवं बचाव विभाग का अधिकारी भी दम घुटने से बेहोश हो गया था लेकिन उसकी जान बच गई है। घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया, ‘‘चार लोगों में से एक व्यक्ति कुंए में सफाई करने के लिए उतरा लेकिन उसका दम घुटने लगा। इसे देख तीन अन्य भी कुंए में गए और उनका भी दम घुटने लगा। चारों की मौत कुएं में हो गई।'' उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान सोमराजन (56), राजन (36), मनोज (34) और शिवप्रसाद (25) के तौर पर की गई है।
- मुजफ्फरनगर। ऋषिकेश में गंगा नदी में स्नान के दौरान डूबे दो युवकों के शव बृहस्पतिवार को बरामद किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तारिक और शाहवेज दोनों थाना भवन के निवासी थे। ये तीन अन्य लोगों के साथ ऋषिकेश गए थे और नौ जुलाई को गंगा में स्नान के दौरान डूब गए। इनके शव करीब 100 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश में बैराज से मिले।- file photo
- नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने बैंकों से कहा है कि बैंक खाते में रकम आने पर वे एसएमएस और ईमेल के अलावा व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया एप्लीकेशन का भी इस्तेमाल कर पेंशनधारकों को उनकी पेंशन पर्ची भेज सकते हैं। एक आधिकारिक आदेश में यह बात कही गई है। आदेश के अनुसार पेंशनधारकों की सुविधा के लिए यह निर्णय लिया गया है।पेंशन एवं पेंशन कल्याण विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया, “बैंक, एसएमएस और ईमेल के अलावा व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।” पिछले महीने पेंशन देने वाले बैंकों के केंद्रीय पेंशन वितरण केंद्रों (सीपीपीसी) की एक बैठक हुई जिसमें पेंशनधारकों की मासिक पेंशन पर चर्चा हुई। आदेश के अनुसार, बैंकों को यह कल्याणकारी कदम उठाने को कहा गया जिसे बैंकों ने स्वीकार किया।
- नयी दिल्ली। नागर विमानन मंत्रालय ने ‘‘विश्वास, स्वप्रमाणन एवं बिना किसी हस्तक्षेप के निगरानी'' के आधार पर भारत में ड्रोन का आसानी से इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए मसौदा नियम जारी किए हैं। एक आधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को कहा गया कि देश में ड्रोन संचालित करने के लिए भरे जाने वाले प्रपत्रों की संख्या को मानव रहित विमान प्रणाली (यूएएस) नियम, 2021 में वर्णित 25 प्रपत्रों की तुलना में 'ड्रोन नियम, 2021' के मसौदे में घटाकर छह कर दिया गया है। यूएएस नियम, 2021 इस साल 12 मार्च को लागू हुआ था। अधिसूचित होने के बाद ड्रोन नियम, 2021, यूएएस नियम, 2021 का स्थान लेगा। बयान में कहा गया है कि मसौदा नियमों में शुल्क को नाममात्र कर दिया गया है और अब इसका ड्रोन के आकार से कोई संबंध नहीं होगा। बयान में कहा गया है कि मसौदा नियमों ने विभिन्न स्वीकृतियों की आवश्यकता को भी समाप्त कर दिया है, जिनमें अनुरूपता का प्रमाण पत्र, रखरखाव का प्रमाण पत्र, आयात मंजूरी, मौजूदा ड्रोन की स्वीकृति, ऑपरेटर परमिट, अनुसंधान एवं विकास संगठन का प्राधिकार और छात्र दूरस्थ पायलट लाइसेंस शामिल हैं। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मसौदे के नियम यूएएस नियम, 2021 से ‘‘पूर्ण बदलाव'' को चिह्नित करते हैं। सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘‘ड्रोन कम लागत, कम संसाधनों और संचालन में लगने वाले कम समय के साथ दुनिया भर में अगली बड़ी तकनीकी क्रांति ला रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस नई लहर के साथ चलें और विशेष रूप से हमारे स्टार्टअप के बीच इसका इस्तेमाल बढ़ाने में मदद करें।'' मसौदा नियमों में कहा गया है कि ग्रीन जोन में 400 फुट तक और हवाई अड्डे की परिधि से आठ से 12 किमी के बीच के क्षेत्र में 200 फुट तक उड़ान के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। मंत्रालय ने कहा, ‘‘मसौदा नियम विश्वास, स्व-प्रमाणन और बिना दखल के निगरानी के आधार पर बनाए गए हैं।'' मसौदा नियमों में कहा गया है कि माइक्रो ड्रोन (गैर-व्यावसायिक उपयोग के लिए), नैनो ड्रोन और आरएंडडी (अनुसंधान और विकास) संगठनों के लिए किसी पायलट लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होगी। मसौदा नियमों के अनुसार, माल पहुंचाने के लिए ड्रोन गलियारे विकसित किए जाएंगे और देश में ड्रोन के अनुकूल नियामक व्यवस्था की सुविधा के लिए एक परिषद की स्थापना की जाएगी। लोग इन मसौदा नियमों पर अपने टिप्पणियां पांच अगस्त तक जमा करा सकते हैं। मसौदा नियमों में यह भी कहा गया है कि भारत में पंजीकृत विदेशी स्वामित्व वाली कंपनियों के ड्रोन संचालन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
- वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भारत और जापान की साझा सोच का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘‘हमारा विकास हमारे उल्लास के साथ जुड़ा होना चाहिए'' तथा यह विकास सभी के लिए और सभी को जोड़ने वाला होना चाहिए । प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के सहयोग से वाराणसी में बने अन्तरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र "रुद्राक्ष " का आज उदघाटन किया । इस अवसर पर उनके साथ जापान के प्रतिनिधि भी मौजूद थे । कार्यक्रम की शुरूआत में जापान के प्रधानमंत्री शुगा योशीहिदे का वीडियो संदेश भी दिखाया गया। जापानी प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का प्रारंभ ‘‘नमस्ते'' कहकर किया और अंत ''धन्यवाद'' से किया । इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ''चाहे सामरिक (स्ट्रेटजिक) क्षेत्र हो या आर्थिक (इकोनामिक) क्षेत्र, जापान आज भारत के सबसे विश्वसनीय दोस्तों में से एक हैं । हमारी दोस्ती को इस पूरे क्षेत्र की सबसे नैसर्गिक साझेदारी :नेचुरल पार्टनरशिप: में से एक माना जाता हैं ।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक आधारभूत क्षेत्र और विकास को लेकर कही अहम और बड़ी परियोजनाओं में भी जापान भारत का साझीदार हैं । उन्होंने कहा कि मुबंई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल हो, दिल्ली मुंबई औद्योगिक परिपथ हो या डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडॉर हो, जापान के सहयोग से बन रहे यह प्रोजेक्ट नये भाारत की ताकत बनने वाले हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ भारत और जापान की सोच है कि हमारा विकास हमारे उल्लास के साथ जुड़ा होना चाहिए। यह विकास सर्वोमुखी होना चाहिए। सबके लिए होना चाहिए और सबको जोड़ने वाला होना चाहिए।'' मोदी ने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया ठहर सी गई, तब काशी संयमित तो हुई, अनुशासित भी हुई, लेकिन सृजन और विकास की अविरल धारा बहती रही । उन्होंने कहा, ‘‘काशी के विकास के ये आयाम, ये 'इन्टरनेशनल को आपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर-‘रूद्राक्ष'' आज इसी रचनात्मकता का, इसी गतिशीलता का परिणाम हैं ।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस इमारत :रूद्राक्ष: में आधुनिकता की चमक भी है और सांस्कृतिक आभा भी है। इसमें भारत जापान रिश्तों का जुड़ाव भी है और यह भविष्य के लिये अनेक संभावनाओं का स्रोत भी हैं । जापान यात्रा के समय मैने दोनो देशों के रिश्तों में इसी अपनेपन की बात कही थी । मुझे खुशी है कि आज दोनो देशों के प्रयासों से विकास के साथ साथ रिश्तों में मिठास का नया अध्याय लिखा जा रहा हैं ।'' उन्होंने कहा कि काशी के रूद्राक्ष की तरह ही अभी कुछ सप्ताह पहले गुजरात में जापानी जेन गार्डन और काइजेन अकादमी का भी लोकार्पण हुआ था । उन्होंने कहा कि जैसे ये रुद्राक्ष जापान की ओर से भारत को दी गई प्रेम की माला की तरह है, वैसे ही ज़ेन गार्डन भी दोनों देशों के आपसी प्रेम की सुगंध फैला रहा है । प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ ये इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर-रुद्राक्ष भी पूरी दुनिया को आपसी प्रेम, कला और संस्कृति के जरिए जोड़ने का एक माध्यम बनेगा। और काशीकी बात ही क्या? काशी तो वैसे भी दुनिया का सबसे प्राचीन जीवंत शहर है। शिव से लेकर सारनाथ में भगवान बुद्ध तक, काशी ने अध्यात्म के साथ साथ कला और संस्कृति को सदियों से सँजोकर रखा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बनारस के तो रोम रोम से गीत संगीत और कला झरती है। यहाँ गंगा के घाटों पर कितनी ही कलाएं विकसित हुई हैं। ज्ञान शिखर तक पहुंचा है और मानवता से जुड़े कितने गंभीर चिंतन इस मिट्टी में हुए हैं। और इसीलिए, बनारस गीत-संगीत का, धर्म-आध्यात्म का, और ज्ञान-विज्ञान का एक बहुत बड़ा ग्लोबल सेंटर बन सकता है।'' मोदी ने जापानी नेता शिजो आबे का उल्लेखते हुए कहा,'' जापान के ही मेरे एक और मित्र शिंजो आबे जी । मुझे याद हैं, शिंजो आबे जी जब प्रधानमंत्री के रूप में काशी आए थे, तो रूद्राक्ष के आइडिया पर उनसे मेरी लंबी चर्चा हुई थी । उन्होंने तुरंत ही अपने अधिकारियों से इस पर काम करने को कहा ।'' उन्होंने कहा कि समय के मुख्य सचिव और वर्तमान जापानी प्रधानमंत्री शुगा योशीहिदे इस परियोजना पर तब से लगे रहे जिसके लिए भारत के देशवासी उनके प्रति आभारी हैं। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर परिसर में प्रधानमंत्री ने पौधारोपण भी किया । इस अवसर पर भारत में जापान के राजदूत सुजुकी सातोशी भी मौजूद थे । कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे । इस अवसर पर "रुद्राक्ष" पर बनी एक वीडियो फिल्म भी दिखायी गयी ।
- नयी दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रतिरक्षा का घटना, प्रतिरक्षा कवच को चकमा देने में सक्षम कोरोना वायरस के कहीं अधिक संचारी स्वरूप के उभरने और लॉकडाउन में छूट दिया जाना महामारी की संभावित तीसरी लहर के कारण हो सकते हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन, मास्क पहनना और टीका लेने जैसे कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन कर तीसरी लहर की गंभीरता को घटाया जा सकता है। गुलेरिया ने कहा , ‘‘एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के एक इसी तरह के मॉडल से यह प्रदर्शित होता है कि यदि सारी पाबंदियां हटा दी जाती हैं और यदि वायरस (का स्वरूप) भी प्रतिरक्षा को चकमा देने वाला हो, तो अगली लहर दूसरी लहर से कहीं अधिक बड़ी हो सकती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यदि कुछ पाबंदियां बनाए रखी जाती है और वायरस भी स्थिर रहता है तो मामले ज्यादा नहीं होंगे और यदि हम अधिक पाबंदियां लगाएंगे तो मामले और भी कम होंगे। '' गुलेरिया ने कहा कि यदि नये स्वरूप उभरते भी हैं तो मौजूदा टीकों में कुछ बदलाव किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर अन्य देशों में देखी जा रही है लेकिन मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या घटी है, जिससे संकेत मिलता है कि टीके काम कर रहे हैं। एम्स, नयी दिल्ली के निदेशक ने महामारी की तीसरी लहर के संभावित कारणों को गिनाते हुए कहा कि प्रतिरक्षा का घटना, प्रतिरक्षा कवच को चकमा देने में सक्षम कोरोना वायरस के कहीं अधिक संचारी स्वरूप के उभरने और लॉकडाउन में छूट दिया जाना महामारी की संभावित तीसरी लहर के कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी के अलावा कई अन्य टीकों पर देश में काम चल रहा है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश में अब तक कोविड-19 टीकों की 39.49 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। शाम सात बजे की एक अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार, बृहस्पतिवार को टीकों की 35.15 लाख से अधिक खुराकें दी गयी। मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार को 18-44 साल के आयु वर्ग में 16,59,977 लोगों को टीकों की पहली खुराक दी गयी जबकि 1,61,950 लोगों को दूसरी खुराक दी गयी। टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से अब तक 18-44 साल के आयु वर्ग के कुल 11,97,36,449 लोगों को टीकों की पहली खुराक दी गयी है जबकि 43,72,202 लोगों को दूसरी खुराक दी गयी है। मंत्रालय ने बताया कि आठ राज्यों – उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र – ने 18-44 साल के आयु वर्ग में 50 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दी है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, केरल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में 18-44 साल के आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लोगों को पहली खुराक दी गयी है।-file photo
- नई दिल्ली। भारत में 41 हजार 806 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 9 लाख 87 हजार 880 पर पहुंच गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4 लाख 32 हजार 41 हो गयी है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गुरुवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, इस संक्रमण से 581 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4 लाख 11 हजार 989 हो गयी। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,095 मामलों की वृद्धि हुई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों की 1.39 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.28 प्रतिशत है।मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को कोविड-19 के लिए 19 लाख 43 हजार 488 नमूनों की जांच की गयी जिससे अभी तक देश में इस महामारी का पता लगाने के लिए किए गए नमूनों की जांच की संख्या 43,80,11,985 हो गयी है जबकि दैनिक संक्रमण दर 2.15 प्रतिशत दर्ज की गयी। यह लगातार 24 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.21 प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ एक लाख 43 हजार 850 हो गयी है जबकि मृत्यु दर बढ़कर 1.39 प्रतिशत हो गयी है। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 39.13 करोड़ खुराक लगायी गयी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
- मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के सदर थाना अंतर्गत भगवानपुर रोड स्थित धर्म कांटा के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार दो अपराधी बुधवार को एक ठेकेदार के वाहन से आठ लाख रुपये लेकर फरार हो गए। पुलिस उपाधीक्षक (नगर) राम नरेश पासवान ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़ित ठेकेदार अशोक सिंह जिन्होंने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी है, ने बताया कि वह सड़क निर्माण का काम करा रहे हैं, इसके लिए उनकी पत्नी ने रेड क्रॉस स्थित एसबीआई की एक शाखा से आठ लाख रूपये निकाले थे। उन्होंने बताया कि वे बोलेरो वाहन से अपने गांव लौट रहे थे इसी बीच भगवानपुर रोड स्थित एक धर्म कांटा के पास वाहन रोककर अपने चालक को आम खरीदने के लिए भेजा। अशोक ने बताया कि एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक उनके वाहन के समीप पहुंचे और उन्हें एक मोहल्ले का पता पूछने के दौरान उनके वाहन जिसकी खिड़की खुली थी, से राशि भरा थैला निकाल कर फरार हो गए।
- नयी दिल्ली। भारत में 1990 से 2019 तक कुल रोग भार में गैर-संचारी और चोट से संबंधित तंत्रिका विकारों की संख्या दुगुनी से अधिक हो गयी है वहीं संचारी तंत्रिका संबंधी विकारों में तीन-चौथाई की कमी आई है। यह जानकारी ‘इंडिया स्टेट-लेवल डिजीज बर्डन इनीशिएटिव' के एक अध्ययन के निष्कर्षों में सामने आयी है। 1990 से भारत के हर राज्य में तंत्रिका संबंधी विकारों और उनकी प्रवत्ति के कारण बीमारी के भार का पहला व्यापक अनुमान बुधवार को ‘द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ' में प्रकाशित हुआ। सामने आए तथ्यों के अनुसार भारत में गैर-संचारी तंत्रिका संबंधी विकारों का भार मुख्य रूप से आबादी की उम्र बढ़ने के कारण बढ़ रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों में संचारी रोगों की कुल तंत्रिका संबंधी विकारों के भार में हिस्सेदारी रही वहीं अन्य सभी आयु वर्गों में गैर-संचारी तंत्रिका संबंधी विकारों की सबसे ज्यादा संख्या रही। इसमें कहा गया है कि ‘स्ट्रोक', सिरदर्द विकार और मिर्गी भारत में तंत्रिका विकारों की कुल भारत में प्रमुख हिससेदारी है। विज्ञप्ति के अनुसार 2019 में, ‘स्ट्रोक' से 6,99,000 मौतें हुईं जो देश में हुई कुल मौतों का 7.4 प्रतिशत है। तंत्रिका संबंधी कई का भार राज्यों में भिन्न है जिससे इस भार को कम करने के लिए नीतियों और कार्यक्रमों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। तंत्रिका संबंधी विकारों के लिए ज्ञात वजहों में उच्च रक्तचाप, वायु प्रदूषण, आहार शैली, जोखिम, प्लाज्मा ग्लूकोज और उच्च ‘बॉडी मास इंडेक्स' प्रमुख हैं। यह अध्ययन ‘इंडिया स्टेट-लेवल डिजीज बर्डन इनीशिएटिव' द्वारा किया गया था। यह आईसीएमआर सहित देश के कई अन्य पक्षों का सहयोगी प्रयास है जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के तत्वावधान में अकादमिक विशेषज्ञ, विभिन्न सरकारी एजेंसियां और अन्य संगठन शामिल हैं।
- मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के अरोडडा गांव में कुछ अज्ञात बदमाशों ने गांव के पूर्व सरपंच की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि गांव वालों ने दावा किया है कि मांगे राम की कुछ अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी और बाद में उनका शव जलाने की भी कोशिश की ताकि उनकी पहचान ना हो पाए।पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अतुल कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच जारी है। एहतियातन गांव में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। file photo
- नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को मंत्रालयों और सीपीएसई द्वारा जारी वैश्विक निविदाओं में सरकारी माल के आयात के लिए भारतीय जहाजरानी कंपनियों को पांच वर्षों के दौरान 1,624 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने की योजना को मंजूरी दी। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ जहाजों के पंजीयन की तरह 72 घंटों के भीतर ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा और इससे भारत में जहाजों का पंजीकरण आसान और आकर्षक हो जाएगा। बयान में आगे कहा गया, ‘‘इसके अलावा ताजा पहल का मकसद किसी भी ध्वजवाहक पोत को भारतीय चालक दल के साथ चालक दल को बदलने के लिए 30 दिन का समय देना है।'' भारतीय ध्वजवाहक जहाजों को होने वाले लागत नुकसान को दूर करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने आम बजट 2021-22 के भाषण में पांच वर्षों में 1,624 करोड़ रुपये की सब्सिडी सहायता देने की घोषणा की थी। बयान में कहा गया है कि जहाजों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ जोड़कर उन पर कार्मिक आवश्यकताओं को युक्तिसंगत बनाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
- नोएडा। नोएडा में थाना ईकोटेक-3 पुलिस ने बुधवार को एक युवक को गिरफ्तार किया जो स्वयं को उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही बताकर कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिए युवतियों से दोस्ती करता था। थाना ईकोटेक-3 के प्रभारी निरीक्षक भुवनेश कुमार ने बताया कि एक सूचना के आधार पर पुलिस ने बुधवार को आरोपी कृष्णवीर निवासी ग्राम मगोर्रा थाना मगोर्रा जनपद मथुरा को गिरफ्तार किया जब वह पुलिस की वर्दी पहनकर मोटरसाइकिल पर जा रहा था। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी युवक के पास से पुलिस की एक वर्दी, एक गोल टोपी जिस पर उत्तर प्रदेश पुलिस का ताज लगा है, एक बेल्ट, उत्तर प्रदेश पुलिस के 2 बैज, पुलिस का फर्जी आई कार्ड, एक मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल जिस पर उत्तर प्रदेश पुलिस लिखा बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है और अपने आप को पुलिसकर्मी बताकर युवतियों से सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती करता है।
- नोएडा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद डीपी यादव ने ऐसे 60 बच्चों की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है जिन्होंने कोरोना वायरस के कहर के दौरान अपने अभिभावकों को खो दिया। उन्होंने इन बच्चों की उच्च शिक्षा में मदद करने का भी आश्वासन दिया है। सर्फाबाद गांव स्थित यदु पब्लिक स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यादव ने 60 बच्चों की फीस स्कूल की प्राचार्य मृणालिनी सिंह को सौंपी। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा के बाद भी अगर उच्च शिक्षा के लिए इन बच्चों को मदद की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए भी वह तत्पर रहेंगे। यादव ने कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई भी बच्चा शिक्षा के लिए संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि अगर किसी बच्चे की शिक्षा आर्थिक तंगी के कारण रुक रही है तो ऐसे बच्चों की मदद के लिए वह हमेशा तैयार हैं।
- फतेहपुर (उप्र)) । जिले के कल्यानपुर थाना क्षेत्र में अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से मोटरसाइकिल सवार दो युवकों की मौत हो गई। कल्यानपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) केशव वर्मा ने बताया कि मंगलवार की रात करीब सवा नौ बजे रेवाड़ी चौराहे के पास एक अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि मृतकों में एक की पहचान कानपुर देहात जिले के रहने वाले अनूप यादव (35) के रूप में हुई है, जबकि दूसरे युवक की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। वर्मा ने बताया कि दोनों शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिए गए हैं और इस सिलसिले में मामला दर्ज कर अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है।
- नयी दिल्ली । केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को बुधवार को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया। गोयल के लिए यह एक पदोन्नति है जो उन्हें उच्च सदन में सरकार के चेहरे के रूप में पेश करेगी। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है। ऐसे में गोयल को सरकार के विधायी कार्य एजेंडे को आगे बढ़ाते समय सदन में विभिन्न राजनीतिक चुनौतियों से निपटना होगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गोयल की नियुक्ति की घोषणा करते हुए उन्हें बधाई दी। जोशी ने कहा, ‘‘उन्हें (गोयल) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महत्वपूर्ण दायित्व प्रदान किया है। उन्हें शुभकामना देता हूं कि वह निरंतर उत्साह के साथ राष्ट्र की सेवा करें।'' राज्यसभा के दो बार के सदस्य गोयल (57) उच्च सदन में उप-नेता थे और अब सदन के नेता के रूप में वह पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत की जगह लेंगे जिन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। गोयल केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य भी हैं। उनके पास वाणिज्य और उद्योग, खाद्य एवं उपभोक्ता तथा कपड़ा मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों का दायित्व है। उनकी नियुक्ति को भाजपा में राजनीतिक पदोन्नति के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि वह उस पद पर होंगे जिसपर कभी जसवंत सिंह और अरुण जेटली जैसे दिग्गज हुआ करते थे। गोयल को बधाई देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे विश्वास है कि पीयूष भाई अपने समर्पण, क्षमता और ऊर्जा से राज्यसभा में भाजपा की एक बुलंद आवाज बनेंगे'' और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गरीबों के कल्याण के लिए काम करने के संकल्प को मजबूत करेंगे। पूर्व में गोयल रेलवे और कोयला मंत्री (2017-19) थे। वर्ष 2018 और 2019 में उनके पास दो बार वित्त एवं कॉरपोरेट मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी रहा। वर्ष 2014 में वह मोदी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), बिजली, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (2014-2017) तथा खान मामलों के मंत्री (2016-17) भी रहे। सरकार में शामिल होने से पहले गोयल चार साल तक भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे। पार्टी 1991 से आम चुनावों तथा 2004 से सभी चुनावों में उनकी सेवाओं का इस्तेमाल करती रही है। वर्ष 2019 के चुनाव में गोयल भाजपा की संकल्प पत्र और प्रचार समितियों के भी सदस्य थे।