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- नयी दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वैश्विक सहायता के तौर पर मिले कुल 10935 ऑक्सीजन सांद्रक, 13169 ऑक्सीजन सिलेंडर, 19 ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्र और 4.9 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की शीशियों की 27 अप्रैल से 13 मई के बीच या तो विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को आपूर्ति हो चुकी है या उनके लिये रवाना की जा चुकी हैं। मंत्रालय के मुताबिक 13-14 मई को अमेरिका, इटली, कनाडा, दक्षिण कोरिया, ओमान, ब्रिटन और जापान से अहम खेप मिलीं जिनमें 157 ऑक्सीजन सांद्रक, 900 ऑक्सीजन सिलेंडर और 338 वेंटिलेटर/बाइपेप/सीपेप शामिल थे। मंत्रालय के मुताबिक इन देशों से इस खेप में रेमडेसिविर की 68810 शीशीयों के साथ ही टोसिलिजुमैब की 1000 यूनिट भी प्राप्त हुईं। मंत्रालय ने कहा कि कुल मिलाकर 10953 ऑक्सीजन सांद्रक, 13169 ऑक्सीजन सिलेंडर, 19 ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्र, 6835 वेंटिलेटर और बाइपेप तथा 4.9 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की शीशियां 27 अप्रैल से 13 मई के बीच सड़क व वायु मार्ग से राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिये भेजी जा चुकी हैं। मंत्रालय ने कहा, “प्राप्तकर्ता राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों व संस्थानों के लिये प्रभावी तत्काल आवंटन और सुव्यवस्थित वितरण एक सतत चलने वाली कवायद है।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित आधार पर इसकी व्यापक निगरानी कर रहा है।मंत्रालय ने विदेशों से अनुदान, सहायता और दान के तौर पर प्राप्त हुई कोविड राहत सामग्री के आवंटन के लिये एक समर्पित समन्वय प्रकोष्ठ बनाया है। यह प्रकोष्ठ 26 अप्रैल से काम कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दो मई 2021 को मानक संचालन प्रक्रिया बनाई गई और उसे कार्यान्वित किया गया।
- पीलीभीत। पीलीभीत के बिलसंडा थाने में पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) 112 सेवा में तैनात सिपाही जितेंद्र कुमार ने शनिवार अपरान्ह कथित रूप से आत्महत्या कर ली। यह कदम उठाने से पहले सिपाही कुछ देर के लिए फेसबुक पर लाइव हुआ था। पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक किरीट कुमार ने पत्रकारों से कहा कि वह पूरे मामले की जानकारी जुटा रहे हैं।सूत्रों के अनुसार मुख्यालय से वापस लौटते समय अज्ञात कारणों से सिपाही ने अपने सिर में गोली मार ली और जिला अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सिपाही की मौत की सूचना आयी। वीडियो में रोते हुए विभाग से परेशान होकर उसने आत्महत्या करने की बात कही है। किरीट कुमार ने बताया कि मृतक सिपाही जितेंद्र की पत्नी से भी जानकारी जुटाई जा रही है और सभी बिंदुओं पर जानकारी के बाद ही इस प्रकरण में कुछ कहा जा सकता है। पुलिस ने बताया कि यह घटना बीसलपुर क्षेत्र की जिरौनिया पुलिस चौकी के पास की है। शामली जिले का रहने वाला जितेंद्र 2016 बैच का सिपाही है जो बिलसंडा थाने में पीआरवी 112 सेवा की बाइक पर तैनात था।
- शहडोल। जिले में एक पुराने कुएं की सफाई के दौरान मिट्टी धंसने से दो लोगों की मलबे में दब कर मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति को करीब 10 घंटे के बचाव अभियान के बाद जीवित बाहर निकालने में कामयाबी मिली। घटना शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के पपरेडी गांव में शुक्रवार की है। ब्यौहारी थाना प्रभारी अनिल कुमार पटेल ने शनिवार को बताया कि क्षेत्र के ग्राम पपरेडी में रमेश सेन (45) अपने मकान के पिछले हिस्से में बने पुराने कुएं की गांव के ही मोतीलाल कोल (60) एवं राजेश गोंड (25) को बुलाकर शुक्रवार सुबह सफाई करा रहे थे। तभी अचानक कुएं की मिट्टी धंसने लगी और देखते ही देखते दोनों कुएं में मिट्टी के नीचे दब गए। उन्होंने कहा कि दोनों को बचाने के लिए रमेश सेन भी कुएं में उतर गए और वह भी मलबे में दब गए।पटेल ने बताया कि इस बात की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची ब्यौहारी पुलिस ने बचाव अभियान चलाया और जेसीबी मशीन सहित अन्य उपकरणों की मदद से तीनों को शुक्रवार की रात आठ बजे तक बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि बाहर निकाले जाने तक राजेश गोंड़ एवं मोतीलाल कोल की मौत हो चुकी थी, जबकि रमेश सेन की सांस चल रही थी। पटेल ने बताया कि सेन की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तत्काल शहडोल जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया गया, जहां उसका इलाज जारी है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान लगभग 10 घंटे तक चला।शहडोल के कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने दोनों मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी) 6 (4) के तहत स्वीकृत की है। साथ ही संकटापन्न मद से 10-10 हजार रुपए एवं राष्ट्रीय परिवार सहायता मद से 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। इसके साथ ही घायल रमेश सेन को जिला चिकित्सालय शहडोल भिजवाकर त्वरित एवं निःशुल्क इलाज की भी व्यवस्था कराई है।
- नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘‘तौकते'' से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और संबंधित अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवाओं का प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने चक्रवात से जिन स्थानों के प्रभावित होने की संभावना है वहां के अस्पतालों में कोविड प्रबंधन, टीकाकरण, बिजली की कमी न हो, इसके उपाय और आवश्यक दवाओं के भंडारण के लिए विशेष तैयारियों की आवश्यकता पर बल दिया। इस उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, केबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन, संचार, पोत परिवहन मंत्रालयों के सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के शीर्ष अधिकारी, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री कार्यालय तथा गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे कार्यरत रखने का निर्देश दिया। उन्होंने जामनगर से होने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति पर कम से कम प्रभाव पड़ना सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने समय रहते बचाव व राहत अभियान में स्थानीय लोगों को शामिल करने के बारे में भी बात की।'' बयान के मुताबिक भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि तौकते चक्रवात 18 मई की दोपहर या शाम को पोरबंदर और नलिया के बीच गुजरात तट पर पहुंच सकता है और इस दौरान हवाओं की रफ्तार बीच-बीच में 175 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है। इस वजह से गुजरात के तटीय जिलों जूनागढ़, गिर सोमनाथ में अत्यंत भीषण बारिश हो सकती है जबकि जूनागढ़, पोरबंदर, द्वारका, अमरेली, राजकोट और जामनगर सहित कुछ अन्य स्थानों पर बहुत भारी से भारी बारिश की संभावना है। तूफान को ‘तौकते' नाम म्यांमा ने दिया है जिसका मतलब ‘छिपकली' होता है। इस साल भारतीय तट पर यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। बैठक में चर्चा हुई कि केबिनेट सचिव सभी तटीय राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ ही एजेंसियों के लगातार संपर्क में रहेंगे।
- ठाणे। जिले के उल्हासनगर में शनिवार को एक इमारत का छज्जा ढह जाने से चार लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 11 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।ठाणे नगर निगम के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने कहा कि इमारत में रहने वाली एक महिला लापता है, जिसकी तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि यह घटना अपराह्न करीब 1:40 बजे कैंप नंबर-1 में स्थित पांच मंजिला 'मनोरमा' इमारत में हुई। कदम ने कहा कि चौथी मंजिल का छज्जा टूटा, जिससे बाकी मंजिलों के छज्जे भी छतिग्रस्त हुए और मलबा जमीन पर गिरा। इसकी चपेट में कई लोग आ गए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर बचाव कार्य में जुट गई है।अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन दल की स्थानीय टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और 11 निवासियों को निकाला गया। इन सभी को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि ठाणे आपदा प्रतिक्रिया बल की एक टीम भी मलबा हटाने और इसमें फंसे पांच लोगों को निकालने के अभियान में अग्निशमन दल के कर्मचारियों की मदद कर रही है। इस घटना में जान गंवाने वालों की पहचान मोंटी मिलिंद पार्शे (12), ऐश्वर्या हरीश डोडवाल (23), हरीश डोडवाल (40) और सावित्री पार्शे (60) के रूप में हुई है। संध्या डोडवाल नाम की महिला लापता है और मलबे में उनकी तलाश की जा रही है।
- नयी दिल्ली । भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने शनिवार को कहा कि किसी भी व्यक्ति को टीका लगाने, दवा देने, अस्पताल में भर्ती करने या उपचार उपलब्ध कराने से सिर्फ इस वजह से इनकार नहीं किया जा सकता कि उसके पास आधार कार्ड नहीं है। इसने स्पष्ट किया कि कोई भी आवश्यक सेवा उपलब्ध कराने से इनकार करने के लिए आधार कार्ड का बहाना नहीं किया जाना चाहिए। देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच यूआईडीएआई का बयान का काफी मायने रखता है।यूआईडीएआई ने एक बयान में कहा कि आधार के मामले में भली-भांति स्थापित एक अपवाद है जिसका 12 अंकों के बायोमीट्रिक आईडी की अनुपस्थिति में सेवा और लाभ प्रदायगी सुनिश्चित करने के लिए पालन किया जाना चाहिए। इसने कहा कि यदि किसी नागरिक के पास किसी कारण से आधार कार्ड नहीं है तो आधार अधिनियम के तहत उसे सेवा प्रदान करने से इनकार नहीं किया जा सकता। इन खबरों के बीच कि आधार कार्ड न होने की वजह से कई लोगों को अस्पताल में भर्ती होने जैसी आवश्यक सेवाओं से वंचित होना पड़ रहा है, यूआईडीएआई ने स्पष्ट किया कि आधार न होने की वजह से किसी भी व्यक्ति को टीका, दवा उपलब्ध कराने, अस्पताल में भर्ती करने या उपचार उपलब्ध कराने से इनकार नहीं किया जा सकता।
- कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के छोटे भाई असीम बनर्जी का कोरोना वायरस संक्रमण के कारण यहां एक अस्पताल में शनिवार सुबह निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे। उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि कालीघाट के स्थानीय लोगों में ‘कालीदा' के नाम से लोकप्रिय असीम बनर्जी ने निजी अस्पताल में सुबह करीब नौ बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। चिकित्सा संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि असीम बनर्जी करीब एक महीने पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे और तभी से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने कहा, '' असीम बनर्जी उच्च रक्तचाप जैसी कुछ बीमारियों से ग्रसित थे जोकि उपचार के दौरान हमारे लिए चिंता का विषय बना रहा। बीच में उनकी सेहत में सुधर हुआ था। हालांकि, आज सुबह उनका निधन हो गया।'' परिवार के सूत्रों ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के साथ उत्तरी कोलकाता के नीमतला शवदाह गृह में असीम बनर्जी का अंतिम संस्कार किया गया। परिवार के सदस्यों के अलावा राज्य सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम भी अंत्येष्टि के दौरान उपस्थित रहे।उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ममता बनर्जी के भाई के निधन पर शोक जताया। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर चौधरी ने भी शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- नई दिल्ली। कोविड मरीजों के लिए तैयार की गई नई दवा 2-डीओक्सी-डी-ग्लूकोज की पहली खेप अगले सप्ताह तक जारी हो जाने की संभावना है। इस दवा को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने विकसित किया है और भारत के औषध महानियंत्रक ने हाल ही में इसके आपात इस्तेमाल की अनुमति दी है।अगले महीने से इस दवा का बड़ी मात्रा में उत्पादन डॉ. रेड्डी लैब कंपनी द्वारा किया जाएगा। यह दवा पाउडर के रूप में छोटे-छोटे पैकेट में उपलब्ध होगी जिसे पानी में मिलाकर लिया जा सकेगा। यह दवा वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में एकत्र हो जाती है और फिर इस वायरस के फैलने को रोकती है तथा मरीज की ऊर्जा भी बढ़ाती है। यह अपने तरह की अनूठी दवा है। इस दवा का विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के नाभिकीय औषधि एवं संबद्ध विकास संस्थान ने डॉ. रेड्डी लैब कंपनी के साथ मिलकर किया है। इस दवा के प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण से पता चला है कि इससे कोविड के मरीजों को जल्द ठीक होने में मदद मिलती है और ऑक्सीजन की निर्भरता भी कम होती है। इस दवा का देश में आसानी से उत्पादन और वितरण किया जा सकता है।
- नई दिल्ली। कोरोना कहर के बीच फंगल इन्फेक्शन के मामले में सामने आते जा रहे हैं। फंगल इंफेक्शन कोरोना मरीजों में ज्यादा पाया जा रहा है। एम्स दिल्ली के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि फंगस इन्फेक्शन पहले बहुत रेयर था। यह उन लोगों में दिखता था जिनका शुगर बहुत ज्यादा हो, डायबिटीज अनकंट्रोल है, इम्युनिटी बहुत कम है या कैंसर के ऐसे पेशंट्स हैं जो कीमोथैरपी पर हैं। लेकिन आज इसके ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही डॉ गुलेरिया ने कहा कि स्टेरॉयड्स का ज्यादा इस्तेमाल करने से ब्लैक फंगल के मामले आ रहे हैं।डॉ गुलेरिया ने कहा कि आम लोगों में आम तौर पर फंगल इंफेक्शन नहीं पाया जाता था लेकिन कोरोना की वजह से इसके केस काफी आ रहे हैं। एम्स में ही फंगल इन्फेक्शन के 23 मामले हैं। इनमें से 20 अभी भी कोरोना पॉजिटिव हैं और 3 कोरोना नेगेटिव हैं। कई राज्य ऐसे हैं जहां फंगल इन्फेक्शन से 400-500 केस हैं। उन्होंने बताया कि फंगल इंफेक्शन आंख, नाक, गला, फेफड़े पर हो सकता है। इससे आंखों की रोशनी, नाक से ब्लड और अगर फेफड़े में पहुंच गया तो सीने में दर्द फीवर जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।स्टेरॉयड्स से ज्यादा खतराडॉ गुलेरिया ने कहा कि स्टेरॉयड्स का दुरुपयोग फंगल इन्फेक्शन के प्रमुख कारणों में है। डायबिटीज के साथ कोरोना इन्फेक्शन वालों को अगर स्टेरॉयड दिया जा रहा है तो फंगल इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा रहेगा। इसलिए स्टेरॉयड का मिस यूज कम करना होगा। माइल्ड इन्फेक्शन वाले मरीजों और ऐसे लोगों को जिनका ऑक्सीजन लेवल कम नहीं है, उन्हें स्टेरॉयड देने से फायदा कम नुकसान ज्यादा है।एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ सुरेश कुमार ने भी डॉ रणदीप गुलेरिया की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि स्टेरॉयड का उपयोग कम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि ऑक्सीजन लेवल 90 से अधिक है और मरीज को स्टेरॉड्स दिया गया है तो मरीज में ब्लैक फंगस का खतरा हो सकता है। ब्लैंक फंगस में तुरंत ध्यान देना चाहिए। चेहरे के सीटी स्कैन से इस संक्रमण का पता लगेगा। इलाज के लिए एंटिफंगल दवा एम्फोटेरिसिन का इस्तेमाल किया जा रहा हैकहां-कहां अटैक करता है ब्लैक फंगस?विशेषज्ञों ने बताया कि कोविड के बाद ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस लोगों को घेर रहा है। इस रोग में काले रंग की फंगस नाक, साइनस, आंख और दिमाग में फैलकर उन्हें नष्ट कर रही है और मरीजों की जान पर बन रही है।किसे हो सकता है ब्लैक फंगस?- कोविड के दौरान जिन्हें स्टेरॉयड्स- मसलन डेक्सामिथाजोन, मिथाइल, प्रेडनिसोलोन आदि दी गई हों।- कोविड मरीज को ऑक्सीजन सपॉर्ट पर या आईसीयू में रखना पड़ा हो।- कैंसर, किडनी, ट्रांसप्लांट आदि की दवाएं चल रही हों।ब्लैक फंगस के लक्षण- बुखार आ रहा हो, सर दर्द हो रहा हो, खांसी हो या सांस फूल रही हो।- नाक बंद हो। नाक में म्यूकस के साथ खून आ रहा हो।- आंख में दर्द हो। आंख फूल जाए, एक चीज दो दिख रही हो या दिखना बंद हो जाए।- चेहरे में एक तरफ दर्द हो, सूजन हो या सुन्न हो।- दांत में दर्द हो, दांत हिलने लगें, चबाने में दांत दर्द करे।- उल्टी में या खांसने पर बलगम में खून आए।ब्लैक फंगस के कोई लक्षण नजर आए तो तत्काल सरकारी अस्पताल में या किसी अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं। नाक, कान, गले, आंख, मेडिसिन, चेस्ट या प्लास्टिक सर्जन विशेषज्ञ को तुरंत दिखाएं ताकि जल्दी इलाज शुरू हो सके।
- ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले की 37 वर्षीय ताशी यांगजोम एवरेस्ट पर्वत पर चढ़ाई कर उन चुनिंदा महिलाओं की सूची में शामिल हो गयीं हैं जिन्होंने यह अनूठा कारनामा करने का कीर्तिमान अपने नाम किया है।यांगजोम राष्ट्रीय पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान (एनआईएमएएस) में एक प्रशिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने 11 मई की सुबह छह बजे विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर पर चढ़कर एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया। एनआईएमएएस के निदेशक कर्नल सरफराज सिंह ने बताया कि यांगजोम पिछले तीन वर्षों के संस्थान की नौवीं ऐसी प्रशिक्षक हैं जिन्होंने यह कारनामा कर दिखाया है।एवरेस्ट शिखर पर पहुंचने वाले अरुणाचल के अन्य पर्वतारोहियों में तापी म्रा (2009), टाइन मेना (2011), अंशु जामसेनपा (2011), नीमा लामा और कलडेन पालजोर (2011), तमे बगांग (2013), किशन तेकसेंग और ताक तामुत (2018) शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बी डी मिश्रा और मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने यांगजोम को बधाई दी है।---
- नई दिल्ली। देश में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी की पहली डोज दीपक सपरा हो लगी है। दीपक डॉ रेड्डीज लैब में कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड हैं। उन्हें हैदराबाद में वैक्सीन की पहली डोज दी गई।रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल देमेत्रीव ने बताया है कि स्पूतनिक वी का ज्यादातर उत्पादन भारत में होगा। इस साल वैक्सीन की 85 करोड़ डोज तैयार किए जाने की उम्मीद है। जल्द ही स्पूतनिक वी को भारत में लॉन्च किया जाएगा। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल देमेत्रीव ने यह जानकारी दी। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के ऊपर ही इस वैक्सीन की मार्केटिंग का जिम्मा है। यह देश में उपलब्?ध होने वाली कोरोना की तीसरी वैक्सीन होगी। अभी देशवासियों को कोवैक्सीन और कोविशील्ड दी जा रही है।स्पूतनिक वी वैक्सीन के ट्रायल पर 'द लैंसेट' में एक रिपोर्ट छपी है। इसके अनुसार, वैक्सीन के मामूली साइड इफेक्ट्स हैं। यह वैक्सीन 91.6 फीसदी कारगर है। इससे कोविड-19 के गंभीर इन्फेक्शन से पूरी सुरक्षा का दावा है। स्पूतनिक वी की दो डोज इंजेक्शन के जरिए 21 दिन के गैप पर लगाई जाती हैं।नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल के अनुसार, यह वैक्सीन अगले हफ्ते से भारतीय बाजार में उपलब्ध हो सकती है। डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के अनुसार, आयातित वैक्सीन की एक डोज 948 रुपये+5 प्रतिशत जीएसटी यानी कुल 995.40 रुपये की पड़ेगी। इसमें इंजेक्शन लगाने का खर्च शामिल नहीं है।
- नई दिल्ली। केन्द्र सरकार अगले 15 दिनों में राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को एक करोड़ 90 लाख टीके नि:शुल्क भेजेगी। इसमें एक करोड़ 62 लाख 50 हजार कोविशील्ड और 29 लाख 49 हजार कोवैक्सीन के टीके शामिल हैं। ये टीके 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों, स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को लगाये जाएंगे। इससे पहले केन्द्र सरकार ने राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को एक करोड 70 लाख टीके भेजे थे।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सस्ते और मध्यम आय वर्ग के लोगों वाली परियोजनाओं के लिए कर्ज की विशेष सुविधा (एसडब्ल्यूएएमआईएच) से उन 1.16 लाख मकान खरीदरों को लाभ होगा, जिनकी आवास परियोजनाएं अंतिम चरण में कर्ज के अभाव में अटकी पड़ी हैं। इस कोष के जरिये पहली आवासीय परियोजना पूरी होने के मौके पर उन्होंने यह बात कही।देश में कई रियल एस्टेट परियोजनाएं कोष की कमी के कारण अटकी पड़ी हैं। इस मुद्दे के समाधान के लिये सरकार ने नवंबर 2019 में 25,000 करोड़ रुपये के एसडब्ल्यूएएमआईएच कोष की घोषणा की। इस पहल का मकसद 4.58 लाख आवासीय इकाई वाली अटकी पड़ी 1,500 से अधिक आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने में मदद करना है। सीतारमण ने कहा कि 2019 रियल एस्टेट क्षेत्र के लिये कठिन वर्ष था और उद्योग नकदी संकट से जूझ रहा था जबकि बैंक फंसे कर्ज के दबाव में उन्हें ऋण देने से बच रहे थे। उन्होंने कहा कि कई परियोजनाएं पूरी होने के करीब थी लेकिन अंतिम चरण के वित्त पोषण के अभाव में अटकी पड़ी थी। सीतारमण ने ‘ऑनलाइन' आयोजित कार्यक्रम में मुंबई के रिवाली पार्क के 600 से अधिक मकान खरीदारों को घर की चाबियां देते हुए कहा कि सरकारी विभागों और एसबीआई कैपिटल ने कोविड-19 संकट के बावजूद योजनाओं को पूरा करने के लिये अथक कार्य किये और आवास ऋण ले रखे खरीदारों को फ्लैट सौंप रहे हैं। यह पहली अटकी परियोजना है, जो एसडब्ल्यूएएमआईएच कोष के जरिये पूरी हुई है। कोष का प्रबंधन एसबीआई कैपिटल के जिम्मे था जबकि वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाला आर्थिक मामलों का विभाग योजना के लिये प्रशासक की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘एसडब्ल्यूएएमआईएच कोष के तहत आज 640 लोगों को मकान मिले। इस कोष से 1.16 लाख भारतीय परिवार को लाभ होगा। उन सभी को मकान मिलेंगे जो विभिन्न कारणों और बाधाओं से अटके पड़े हैं।'' वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘और यह सब महामारी के दौरान हो रहा है। इससे ज्यादा खुशी परिवारों को क्या मिल सकती है जो कई साल से अपना घर पाने का इंतजार कर रहे थे।'' कुल 44,115 इकाइयों से जुड़ी 72 परियोजनाओं को एसडब्ल्यूएएमआईएच कोष I के तहत 6,995 करोड़ रुपये का वित्त पोषण मिला है। वहीं 11,581 करोड़ रुपये के निवेश से 132 परियोजनाओं को शुरूआती मंजूरी दी गयी है। इन परियाजनाओं में मकानों की संख्या 72,457 इकाई है। इन अटकी पड़ी परियोजनाओं की कुल लागत 54,520 करोड़ रुपये है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार दबाव वाले सस्ते और मध्यम आय वाली आवास परियोजनाओं को वित्त पोषण की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये कदम बढ़ायी। इससे मकान खरीदारों को राहत मिली जिन्होंने गाढ़ी मेहनत की कमाई अपने सपने के घरों में लगायी हुई थी। सीतारमण के अनुसार सरकार का मानना है कि ये मकान बनकर पूरा होने जाने के साथ फंसी हुई बड़ी पूंजी बाहर निकलेगी। साथ ही इससे निर्माण क्षेत्र में रोजगार मिलेगा एवं स्टील तथा सीमेंट जैसे संबद्ध क्षेत्रों को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बैंकों तथा एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) को राहत मिलने के साथ आर्थिक धारणा बेहतर होगी। इस मौके पर आवास और शहरी मामलों के विभाग के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि 2019-20 में क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में 200 अरब डॉलर का योगदान था जो 2030 तक बढ़कर 1,000 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंकों और भागीदारों के समक्ष रखी गयी उम्मीदों को पूरा करने के लिये एसडब्ल्यूएएमआईएच कोष का प्रबंधन किया गया। केंद्र सरकार ने इस कोष में 10,000 करोड़ रुपये का योगदान दिया जबकि शेष राशि एलआईसी जैसे संस्थागत निवेशकों और देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई तथा निजी निवेशकों से आये।
- मुंबई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों(आईआईटी)के पूर्व छात्र/छात्राओं की परिषद द्वारा स्थापित मेगालैब ने आयुर्वेद कोविड19-वैक्सीन विकसित करने के लिए 300 करोड़ रुपये का शुरुआती कोष जुटाया है। उसका कहना है कि यह वैक्सीन दो खुराक में दी जाएगी और इससे पहली खुराक के कुछ दिनों के भीतर संक्रमण के प्रतिरोध की क्षमता पैदा हो सकती है।आईआईटी पूर्व-छत्र परिषद के अध्यक्ष रवि शर्मा ने कहा कि मुंबई की मेगालैब को परिषद ने पिछले वर्ष अप्रैल में स्थापित किया गया था ताकि कोविड19 महामारी का सामना करने के उपायों और धन की व्यवस्था की जा सके। मेगालैब पश्चिमी जगत में उपलब्ध वैक्सीनों का आयात भी कर रही है। उन्हें मुंबई और बाद में अन्य जगहों पर वितरित किया जायेगा। शर्मा ने कहा कि 300 करोड़ रुपये की सीड (प्रारंभिक पूंजी) सोसल फंड के पास जमा पूंजीका हिस्सा है, जो परिषद की वित्तपोषण शाखा है। परिषद ने महामारी की पहली लहर के चरम के समय पिछले साल अप्रैल में 21,000 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने की योजना घोषित की थी। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टीका छह महीनों में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। यह एक सहायक आयुर्वेदिक वैक्सीन है जिसमें इंजेक्शन और नाक में टपका कर दिया जा सकेगा। इस टीके से प्रभावोत्पादकता में सुधार लाने, साइड इफेक्ट्स को कम करने और सभी पर असरदार ढंग से काम करने की उम्मीद है। यह इस वायरस (कोविड-19) के हर तरह के संस्करण पर काम करेगा जिनसे देश में 2.6 लाख से अधिक मौत हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टीका पहला एंटीजन-मुक्त, नई वैक्सीन है जो और स्थानीय रूप से निर्मित किया जाएगा। जिसके लिए चर्चा पहले से ही दवा कंपनियों के साथ चल रही है और यह स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। शर्मा ने कहा कि अंतिम लक्ष्य, एक निरंतर उन्नत किये जाने योग्य वैक्सीन लाना है जो वायरस को हरा सकता है और इस प्रकार महामारी को खत्म करने में मदद कर सकता है। आयातित टीकों की शुरुआत में एक अमेरिकी समकक्ष मूल्य बिंदु पर कीमत होगी ।
- जींद। हरियाणा के जींद में स्थित नागरिक अस्पताल के बाथरूम में बुधवार की रात एक नवजात बच्ची मिली । घटना की सूचना पाकर पुलिस तथा चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी मौके पर पहुंच गई और नवजात को शिशु नर्सरी में भर्ती करवाया। पुलिस ने बताया कि सामान्य अस्पताल के फ्लू कॉर्नर के निकट बीती देर रात बाथरूम में नवजात बच्ची को कपड़े में लिपटा पड़ा देखा गया। सूचना मिलने पर इमरजैंसी में तैनात नर्सिंग स्टाफ और गार्ड मौके पर पहुंच गए तथा नवजात को कब्जे में लेकर शिशु नर्सरी में पहुंचाया। घटना की सूचना पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस तथा चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी के पदाधिकारी सामान्य अस्पताल पहुंचे और हालातों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि नवजात का जन्म लगभग तीन दिन पहले हुआ है। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में एक महिला नवजात बालिका को बाथरूम में छोडकर जाती दिख रही है और महिला के साथ दो व्यक्ति भी थे, एक बाहर बाइक के साथ खड़ा हुआ था तो दूसरा महिला पर नजर बनाए हुए था। उन्होंने बताया कि नवजात बालिका को बाथरूम में छोडऩे की घटना वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है और फिलहाल सिविल लाइन थाना पुलिस ने स्टाफ नर्स की शिकायत पर एक महिला समेत तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ।
- कोलकाता। कोलकाता में कोरोना वायरस से पीडि़त एक मां की अंतिम समय में बेटे के साथ हुई वीडियो कॉल ने हर किसी को भावुक कर दिया है। ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर ने ट्वीटर पर यह वाकया पोस्ट किया है जिसे पढऩे के बाद हर कोई भावुक हो गया है। देखते ही देखते हजारों लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किया है और अपनी प्रतिक्रिया दी है।यह पोस्ट एक बेटे के बारे में था, जिसकी मां अस्पताल में काफी गंभीर अवस्था में थी। डॉक्टरों ने उनके बचने की उम्मीद खो दी थी। बेटे को भी पता था कि मां नहीं बच पाएंगी। अपोलो ग्लेनीगल्स की क्रिटिकल केयर की डॉक्टर दीपशिखा घोष ने बताया कि वे इस कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों को उनके अपनों से जोडऩे के लिए वीडियो कॉल पर बात कराती हैं। अपनों से दूर अस्पताल में अकेले कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे लोगों को जब वीडियो कॉल पर अपने लोग नजर आते हैं तो वे बहुत खुश होते हैं। बुधवार को भी उन्होंने ऐसी ही एक वीडियो कॉल की, लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यह वीडियो कॉल उनके लिए बहुत भावुक होने वाली है। आईसीयू में जो हुआ उसके लिए वह बिल्कुल तैयार नहीं थीं।डॉ. दीपशिखा ने बताया कि 47 वर्षीय महिला संघमित्रा चटर्जी ने अपने 25 वर्षीय बेटे सोहम चटर्जी के साथ वीडियो कॉल की। बेटे ने अपनी मां का हालचाल पूछा और मुझसे मेरे कुछ मिनट मांगे। उसके बाद बेटे ने 1973 की 'आ गले लग जा' फिल्म का किशोर कुमार का गाना गाया तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। यह गाना था, 'तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई...।'डॉक्टर ने ट्वीटर पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'आज, मेरी शिफ्ट खत्म होने से बाद एक मां ने अपने बच्चे के बात करने की इच्छा जाहिर की। मैंने वीडियो कॉल पर दोनों को जोड़ा। मैं अपने हाथ में मोबाइल लेकर खड़ी थी। बेटा गाना गा रहा था... तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई...यू हीं नहीं दिल लुभाता कोई...। मैं इस दौरान बेटे और मां दोनों के चेहरे के भाव बारी-बारी से देख रही थी। नर्से पास आकर चुपचाप खड़ी हो गईं। वह गाते हुए बीच में रो भी पड़ा, पर उसने गीत पूरा किया। उसने मुझे मां के बारे में पूछा। थैंक्स कहा और फिर कॉल काट दी। फिर अचानक उन्होंने अंतिम सांस ली।'डॉ. ने आगे लिखा- मैं और नर्स वहीं खड़े रहे। हमने अपना सिर हिलाया, हमारी आंखें नम हो गई थीं। इसके बाद नर्से एक-एक कर अपने मरीजों के पास चली गईं. इस गीत ने हम सभी को हमेशा के लिए बदल दिया, मेरे लिए यह गीत हमेशा उनका रहेगा।
- भोपाल । प्रदेश में कोविड-19 महामारी के इलाज में उपयोग किये जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त 75 लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को दी है। मध्य प्रदेश गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजोरा ने कहा, ‘‘रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी के लिये 75 लोगों को रासुका के तहत गिरफ्तार कर जिला कलेक्टरों के माध्यम से जेल भेज दिया गया है।'' राजोरा ने बताया कि इनके अलावा, रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के लिए प्रदेश में छह लोगों को चोरबाजारी निवारण और अत्यावश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इन छह लोगों में से पांच को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए जबलपुर, उज्जैन एवं सागर में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि एक व्यक्ति को चिकित्सीय ऑक्सीजन की कालाबाजारी के मामले में सतना में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गृह विभाग द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन, चिकित्सकीय ऑक्सीजन और अन्य आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर रासुका अंतर्गत सख्त और त्वरित कार्रवाई के निर्देश जिला मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षकों को दिए गए हैं। राजोरा ने बताया कि ये सभी लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के लिए 20 अप्रैल से 10 मई तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पकड़े गये थे।-File photo
- तिरुवनंतपुरम । प्रशासन ने 14 मई को केरल के तीन जिलों और 15 मई को पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और इन जिलों में अरब सागर पर निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में भारी वर्षा होने की संभावना का संकेत किया है। मुख्यमंत्री पिनराई वियजन ने अधिकारियों एवं लोगों से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के दिशानिर्देशों का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ रेड अलर्ट! 14 मई --तिरुवनंतपुरम, कोल्लाम, पठनमथिट्टा, 15 मई--मल्लपुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर, कसारगोड। केरल एसडीएमए के निर्देशों का पालन कीजिए।'' उससे कुछ घंटे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि अरब सागर में बना निम्न दबाव का क्षेत्र सशक्त होकर 16 मई तक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है और केरल के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा हो सकती है । प्रशासन ने स्थिति सामान्य होने तक समुद्र में मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है।केरल राज्य आपदा प्रबंधन ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों एवं तटीय इलाकों में रह रहे लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की है।
- नयी दिल्ली ।ऐसे में जब राज्य कोरोना वायरस के टीकों की कमी से जूझ रहे हैं, केंद्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगस्त से दिसंबर के बीच पांच महीनों में देश में दो अरब से अधिक खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी, जो पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त हैं। केंद्र ने यह भी कहा कि रूस का कोविड-19 रोधी टीका स्पुतनिक V अगले सप्ताह तक उपलब्ध होने की संभावना है। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘‘भारत और देश के लोगों के लिए देश में पांच महीनों में दो अरब खुराक (216 करोड़) बनाई जाएंगी। टीका सभी के लिए उपलब्ध होगा।'' उन्होंने कहा कि अगले साल की प्रथम तिमाही तक यह संख्या तीन अरब होने की संभावना है।उन्होंने कहा कि अगस्त से दिसंबर के बीच कोविशील्ड की 75 करोड़ खुराक का उत्पादन अनुमानित है, जबकि कोवैक्सीन की 55 करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, बायोलॉजिकल ई द्वारा 30 करोड़ खुराक, ज़ायडस कैडिला 5 करोड़, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा नोवावैक्स की 20 करोड़ खुराक और भारत बायोटेक द्वारा उसकी नेजल वैक्सीन की 10 करोड़ खुराकें जबकि जेनोवा 6 करोड़ खुराक और स्पुतनिक V 15.6 करोड़ खुराक उपलब्ध कराएगी।-file photo
- गुवाहाटी । असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने आईओटी आधारित पोर्टेबल वेंटिलेटर का डिजाइन तैयार किया है जो श्वसन संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे लोगों की आसानी से सांस लेने में मदद करेगा तथा कोविड-19 की दूसरी लहर में जीवनरक्षक उपकरण की कमी की समस्या को दूर करेगा। यह जानकारी बृहस्पतिवार को एक अधिकारी ने दी।उन्होंने कहा कि कोविड-19 संबंधी मौजूदा स्थिति से निपटने के प्रयास के तहत विश्वविद्यालय के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग ने ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स' (आईओटी) आधारित पोर्टेबल वेंटिलेटर विकसित करने की पहल की है। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि छात्रों का एक समूह पूर्व अतिथि संकाय सदस्य चिरनजीत अधिकारी और अतिथि संकाय सदस्य फिरदौस अहमद के दिशा-निर्देशन में परियोजना पर काम कर रहा है तथा विभाग प्रमुख सौमिक रॉय परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। बयान में कहा गया कि पोर्टेबल वेंटिलेटर एक किफायती उपकरण होगा और यह विशेषताओं के आधार पर 8,000 से 15,000 रुपये तक के मूल्य पर उपलब्ध होगा।
- कौशांबी (उप्र)। जिले के मंझनपुर थाना क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल तेज गति से जा रहे ट्रक की चपेट में आ गई जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल कौशांबी में भर्ती कराया गया है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, बुधवार को थाना क्षेत्र के देवरा गांव के पास एक मोटरसाइकिल तेज गति से जा रहे ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में बाइक सवार छोटू (15) तथा अभिषेक (20) की मौके पर ही मौत हो गई तथा बाइक सवार एक अन्य व्यक्ति रमेश गंभीर रूप से घायल हो गया। सभी लोग गांव ग्राम निजामपुर थाना हंडिया जनपद प्रयागराज के रहने वाले हैं। थानाध्यक्ष मनीष कुमार पांडे ने बताया कि घायल को उपचार हेतु जिला अस्पताल कौशांबी में भर्ती कराया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम हेतु भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्रक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया है।
- कुडलूर । तमिलनाडु के कुडलूर में रसायन के एक संयंत्र में बृहस्पतिवार को ब्वायलर फटने और उसके बाद अमोनिया गैस का रिसाव होने के कारण एक महिला समेत चार कर्मचारियों की मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजन को तीन-तीन लाख रूपये का मुआवजा तथा घायलों को एक-एक लाख रूपये का मुआवजा देने के आदेश दिए हैं। एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि ब्वायलर में विस्फोट के बाद अमोनिया गैस का रिसाव हुआ जिसके चलते चार लोगों की मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि संयंत्र में फसलों की सुरक्षा में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का उत्पादन किया जाता है। आज सुबह जब घटना घटी तब सभी कर्मचारी काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विस्फोट के बाद गैस रिसाव होने पर एक महिला और तीन पुरूषों की दम घुटने से मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए। कुडलूर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘उन लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई। वे झुलसे नहीं थे।'' उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।श्रम मंत्री सीवी गणेशन ने कहा कि हादसे की जांच करवाई जाएगी। घायलों को कुडलूर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
- सूरत। गुजरात के सूरत शहर में 13 साल के एक लड़के की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब वह अपने घर में कथित तौर पर एक स्टंट कर रहा था और एक रस्सी उसकी गर्दन के आसपास फंस गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि लड़के के माता-पिता के अनुसार आठवीं कक्षा का छात्र स्टंट की वीडियो बनाता था और उन्हें सोशल मीडिया तथा वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक पर डालता था। सरथाना पुलिस थाने के इंस्पेक्टर एम के गुर्जर ने बताया कि यह घटना बुधवार शाम की है जब लड़का शहर के सरथाना इलाके में अपने घर के बरामदे में एक दीवार के बड़े खूंटे से बंधी रस्सी से लटका पाया गया। अधिकारी ने बताया, ‘हमारा मानना है कि यह घटना शाम पांच बजे के आसपास की है जब परिवार के अन्य लोग घर पर नहीं थे। लड़के को शाम करीब साढ़े छह बजे रस्सी से लटके पाया गया जिसके बाद उसे नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।'' उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है और लड़के के माता-पिता ने भी पुष्टि की है लड़के की मौत स्टंट करने के कारण हुई है। पुलिस आत्महत्या के पहलू से भी जांच कर रही है क्योंकि उसके माता-पिता ने हाल ही में उसे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से रोक दिया था। मृतक के दोस्तों और माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उसे गाना गाने, नाचने और स्टंट करने का शौक था। अधिकारी ने कहा, ऐसा हो सकता है कि रस्सी से कोई स्टंट करते हुए लड़के की मौत हुई। कुछ दिन पहले उसकी मां ने उसका मोबाइल फोन ले लिया था तो ऐसा भी हो सकता है कि उसने गुस्से में आकर आत्महत्या कर ली हो।
- मुंबई । महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में बृहस्पतिवार की सुबह सुरक्षा बलों के साथ मठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ सुबह करीब छह बजे धानोरा तालुका के तहत मोरचुल गांव के जंगल में हुई जब गढ़चिरौली पुलिस की विशेष लड़ाकू इकाई सी-60 कमांडों की टीम और अन्य सुरक्षाकर्मी इलाके की गश्त कर रहे थे। गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने बताया कि पुलिस को विशिष्ट सूचना मिली थी कि 25 नक्सलियों का समूह मोरचुल में जंगल में एकत्र हुआ है। उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम को देखकर, नक्सलियों ने उनपर गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ के बाद, विद्रोही घने जंगल में भाग गए। गोयल ने बताया कि बाद में इलाके की तलाश के दौरान पुलिस को दो नक्सलियों के शव मिले जिसमें एक महिला थी और अन्य नक्सल संबंधित सामग्रियां मिली। साथ ही बताया कि दो विद्रोहियों की पहचान अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम अब अपने अड्डे पर लौट रही है।-file photo
- फिरोजपुर (पंजाब)। फिरोजपुर रेल संभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कोविड-19 महामारी के कारण कम यात्रियों के चलते 16 अनारक्षित एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी उन्होंने बताया कि रद्द की गयी ट्रेनों में अमृतसर-पठानकोट एक्सप्रेस, फजिल्का-बठिंडा डेमू, फिरोजपुर कैंट-फजिल्का एक्सप्रेस एवं जालंधर सिटी-फिरोजपुर कैंट शामिल हैं। संभागीय रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ट्रेनों में कम यात्री हो गये हैं। फिरोजपुर रेल संभाग पंजाब, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के एक हिस्से में ट्रेन सेवाएं प्रदान करता है।_file photo