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- नयी दिल्ली ।भारत में कोविड-19 का पता लगाने के लिए प्रति दिन 18 से 20 लाख जांच की जा रही है। यह जानकारी मंगलवार को आईसीएमआर के प्रमुख ने दी। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला कर्मियों के संक्रमित होने के बावजूद जांच का काम जारी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण की दर करीब 21 फीसदी है और करीब 42 फीसदी जिलों (734 में 310) में संक्रमण की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। भार्गव ने कहा कि संचरण पर नियंत्रण के लिए जल्द जांच, पृथक-वास और घर में देखभाल जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन आरटी-पीसीआर की जांच क्षमता करीब 16 लाख है और आरएटी क्षमता करीब 17 लाख प्रतिदिन है।'' उन्होंने कहा, ‘‘बढ़ी हुई जांच की मांग को पूरा करने के लिए प्रयोगशालाएं सातों दिन चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। प्रयोगशाला कर्मियों में संक्रमण के बावजूद जांच का काम जारी है।'' भार्गव ने बताया कि अप्रैल और मई में वे प्रतिदिन संयुक्त रूप से 16 से 20 लाख आरटी-पीसीआर और आरएटी जांच कर रहे थे। वर्तमान में कोविड-19 के 2520 सरकारी और निजी जांच प्रयोगशालाएं हैं, सात हजार से अधिक आरटी-पीसीआर मशीन हैं और 3800 से अधिक ट्रूनैट एवं सीबीनैट मशीन हैं। भारत में सात मई तक कुल 30,04,10,043 जांच की जा चुकी थी।
- नोएडा ।उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर के थाना बिसरख क्षेत्र के चिपयाना बुजुर्ग रेलवे स्टेशन के पास दो लोगों की ट्रेन से कटने से मौत हो गई। पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रभारी ने बताया कि चिपयाना गांव में रहने वाले आशु उर्फ आशीष का बीती रात को उनके घर वालों से झगड़ा हो गया था जिसके बाद उसने गुस्से में आकर ट्रेन के सामने कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि थाना बिसरख क्षेत्र के ही चिपयाना रेलवे स्टेशन के पास सोमवार दोपहर को एक अज्ञात व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।मीडिया प्रभारी ने बताया कि आसपास के लोगों की सहायता से पुलिस शव की शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है।
- नयी दिल्ली। रेलवे ने 390 से अधिक टैंकरों से लगभग 5,735 टन ऑक्सीजन विभिन्न राज्यों में पहुँचाया है। राष्ट्रीय परिवहन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोमवार को ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने पूरे देश में 755 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाया।90 से अधिक ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने अब तक अपनी यात्रा पूरी कर ली है। 19 अप्रैल से महाराष्ट्र में 293 टन एलएमओ उतारा गया है, जबकि उत्तर प्रदेश में लगभग 1,630 टन, मध्य प्रदेश में 340 टन, हरियाणा में 812 टन, तेलंगाना में 123 टन, राजस्थान में 40 टन, कर्नाटक में 120 टन और दिल्ली में 2,383 टन से अधिक चिकित्सा ऑक्सीजन पहुंचाया गया है। देहरादून (उत्तराखंड) और पुणे (महाराष्ट्र) के निकट स्टेशनों पर भी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें पहुंचने वाली हैं। रेलवे ने कहा कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के तेजी से आवागमन के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया है।
- कानपुर । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के सहायक कुलसचिव ने मंगलवार को आईआईटी परिसर में अपने आवास पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने मंगलवार को बताया कि आईआईटी में सहायक कुलसचिव के पद पर तैनात सुरजीत दास (40) को उनके आवास के अंदर एक कमरे में छत के हुक के साथ लटका पाया गया। जांच में यह मुख्य रूप से आत्महत्या का मामला लगता है लेकिन पुलिस ने सभी बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) संजीव सुमन ने बताया कि सुरजीत दास मूल रूप से असम के रहने वाले थे और लंबे समय से अवसाद में थे और पिछले एक दशक से दवाइयां ले रहे थे। उन्होंने बताया कि डेढ़ वर्ष के अपने सबसे छोटे बेटे के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद दास गंभीर रूप से अवसाद में चले गये थे। उनकी पत्नी बुलबुल दास मंगलवार को सुबह जब उन्हें जगाने के लिए गई तो फांसी पर लटका पाया और उनकी चीख सुनकर पड़ोसी पहुंचे। परिसर के सुरक्षाकर्मियों ने दास को नीचे उतारा और अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
- नयी दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोविड-19 महामारी के प्रसार के मद्देनजर सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों से कोविड कार्य बल एवं हेल्पलाइन गठित करने, कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवहार को बढ़ावा देने, मनोचिकित्सा-सामाजिक सहायता के लिये परामर्शदाता की व्यवस्था करने के सुझाव दिये हैं। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. धीरेन्द्र पाल सिंह ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड-19 महामारी का प्रसार निरंतर हो रहा है, इससे व्यक्तियों एवं संस्थाओं का दैनिक जीवन एवं कार्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है । महामारी की वजह से हमारी शैक्षणिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली भी बाधित हो रही है । उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनौतीपूर्ण समय की मांग है कि हम सभी हितधारकों की समस्याओं एवं जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहें और इस तरह की स्थिति को दूर करने के लिये हर संभव सहयोग प्रदान करें एवं शैक्षणिक परिसर को सुरक्षित रखें ।'' सिंह ने अपने पत्र में लिखा कि यूजीसी समय समय पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल/ दिशानिर्देशों के उचित पालन एवं संक्रमण के प्रसार की रोकथाम संबंधित गतिविधियों के प्रबंधन हेतु सलाह जारी करता है । पत्र में कहा गया है कि सभी उच्च शिक्षण संस्थान वर्तमान परिस्थितियों से उबरने के लिये विभिन्न उपाए कर सकते हैं जिनमें कोविड कार्य बल एवं हेल्पलाइन का गठन, कोविड काल में स्वच्छता, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाना, हाथ धोना, परीक्षण कराना सहित वांछनीय व्यवहार को बढ़ावा देना शामिल हैं । इसमें मानसिक स्वास्थ्य, मनोचिकित्सा-सामाजिक सहायता एवं कल्याण के लिये परामर्शदाता की व्यवस्था करने का सुझाव भी दिया गया है । इसके अलावा घर में रहते हुए सभी को शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिये गतिविधियों में शामिल होने के लिये प्रेरित करना, दोस्तों एवं परिवार की सुरक्षा के लिये टीकाकरण अभियान में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करना, जरूरतमंदों की सहायता करना आदि सुझाव दिये गये हैं ।
- नयी दिल्ली । केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में कोविड-19 के नए मामलों और संक्रमण से होने वाली मौतों में कमी आने के शुरुआती रुझान दिखने लगे हैं। सरकार के अनुसार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश और तेलंगाना उन 18 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में शामिल हैं जहां कोविड-19 के रोजाना आ रहे नए मामलों में कमी आ रही है। संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पंजाब, असम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, मेघालय और त्रिपुरा उन 16 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में से हैं जहां जहां रोजाना आ रहे कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि हो रही है। पिछले दो सप्ताह से जिन जिलों में नए मामलों में कमी आयी है, उनमें महाराष्ट्र के पुणे, नागपुर, पालघर और नासिक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी और कानपुर नगर, मध्य प्रदेश के भोपाल और ग्वालियर, गुजरात में सूरत, बिहार में पटना, झारखंड में रांची, छत्तीसगढ़ में दुर्ग और राजस्थान में कोटा शामिल हैं। वहीं पिछले दो सप्ताह में जिन जिलों में कोविड-19 के नए मामले बढ़े हैं, उनमें कर्नाटक के बेंगलुरु शहर और मैसूरु, तमिलनाडु में चेन्नई, चेंगलापट्टु और तिरुवल्लुर, केरल में एर्नाकुलम और मलप्पुरम, पश्चिम बंगाल में 24 उत्तर परगना और कोलकाता, राजस्थान में जयपुर, उत्तराखंड में देहरादून, आंध्र प्रदेश में पूर्वी गोदावरी और विशाखापत्तनम, महाराष्ट्र में सतारा और ओडिशा में खोरधा शामिल हैं। सरकार ने बताया कि 13 राज्य ऐसे हैं जहां कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक-एक लाख से ज्यादा है और 26 राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण की दर 15 प्रतिशत से ज्यादा है। पुणे का उदाहरण देते हुए अग्रवाल ने कहा कि जमावड़ों पर पाबंदी के बगैर सिर्फ रात्रि कर्फ्यू से रोज आने वाले संक्रमण के नए मामलों को नियंत्रित करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के जमावड़े और गैर-आवश्यक गतिविधियों पर 15 दिनों की सख्त पाबंदी ने भी संक्रमण की दर को कम करने में मदद की है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने विकराल रूप ले लिया है, हालांकि रोजाना आने वाले नए मामलों और संक्रमण से होने वाली मौतों में कमी आ रही है।
- पुणे । महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में मिसाल कायम करते हुये स्थानीय निकाय विभाग के एक कर्मचारी ने महामारी के नियमों का उल्लंघन कर ठेले पर बेच रही अपनी मां की सब्जी जब्त कर ली । निकाय कर्मचारी राशिद शेख का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह पाथर्डी कस्बे में स्थित अपने घर के पास खड़े ठेला पर रखी सब्जी को जब्त कर उसे नगर निगम की गाड़ी में रखते हुये दिख रहा है । पाथर्डी नगरपालिका परिषद के कर्मचारी शेख ने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण प्रतिबंध लगाया गया है। सब्जी वेंडरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूम-घूम कर बेचना है। उन्हें एक स्थान पर दुकान नहीं लगाना है या बाजार में नहीं बैठना है । शेख ने कहा कि उन्होंने अपनी मां को चेताया था ।उन्होंने कहा, मैंने अपनी मां को सावधान किया था और बताया था कि सब्जी वालों को घूम-घूम कर बेचना है । हमारे अभियान के दौरान मैने पाया कि मेरी मां ने मुख्य बाजार इलाके में हमारे घर के बाहर ठेला खड़ा किया । नियमों का उल्लंघन करने वालों बख्शा नहीं जाएगा इस बारे में सख्त संदेश देने के लिये मैंने कार्रवाई की और सब्जियां जब्त कर लीं।'' शेख (36) उस उड़नदस्ते में शामिल हैं, जिसे नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यवसायियों एवं विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये अधिकृत किया गया है। पाथर्डी नगर परिषद के मुख्य अधिकारी धनंजय कोलेकर ने शेख की इस कार्रवाई सराहना की है।
- पटन। । बिहार सरकार ने मंगलवार को कहा कि बक्सर जिले में गंगा से अबतक कुल 73 शव निकाले गए हैं। जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मंगलवार को अपने ट्वीट में बक्सर जिले में चैसा गांव के पास इन शवों के गंगा नदी में मिलने की चर्चा करते हुए कहा कि 4-5 दिन पुराने क्षत-विक्षत ये शव पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार आए हैं । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इतनी संख्या में शव बरामद होने और नदी में उन्हें प्रवाहित किए जाने से तकलीफ पहुंची है क्योंकि वह गंगा नदी की स्वच्छता और निर्बाध प्रवाह को लेकर हमेशा चिंतित रहे हैं और उन्होंने जिला प्रशासन को नदी किनारे गश्ति बढाने को कहा है ताकि इसकी पुनरावृत्ति न हो। झा ने ट्वीट किया, उत्तरप्रदेश और बिहार के सीमावर्ती रानीघाट में गंगा में जाल लगाया गया है। हमने उत्तरप्रदेश प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी है। हमारा प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है। '' इसबीच बक्सर के अनुमंडल अधिकारी के के उपाध्याय ने बताया कि सीमा पर लगाए गए जाल के समीप उत्तरप्रदेश की ओर से मंगलवार को दो अन्य शव नदी में बहते हुए आए हैं जिनके अंतिम संस्कार का प्रबंध सीमा पर ही किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को बक्सर जिले के चौसा में बड़ी संख्या में शव गंगा नदी में देखे गए थे । चौसा के प्रखंड विकास अधिकारी अशोक कुमार ने सोमवार को मृतक में से किसी के भी बक्सर जिला का निवासी होने से इनकार किया था ।-
- -राज्यों से ग्राम स्तर पर राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए उपलब्ध आईटी अवसंरचना और विभिन्न योजनाओं के उपयोग को कहा गयानई दिल्ली। केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय ने ग्रामीण भारत में कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से बचाव के कदम उठाने के लिए सभी राज्य सरकारों को लिखा है। मंत्रालय ने अपने पत्र में कोविड-19 से लड़ाई के लिए राज्यों को चुनौती से पार पाने की दिशा में पंचायतों/ स्थानीय निकायों को संवेदनशील बनाने और सुविधाएं देने व नेतृत्व उपलब्ध कराने का सुझाव दिया है।मंत्रालय ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू), चिकित्सकों और चिकित्सा संस्थानों आदि की सलाह के क्रम में कोविड संक्रमण की प्रकृति और रोकथाम व कमी के उपायों पर ग्रामीण समुदायों की जागरूकता के लिए व्यापक संचार अभियान चलाने की सलाह दी है। साथ ही इस दौरान गलत धारणाओं और मान्यता को दूर करने का विशेष रूप से ध्यान रखने के लिए कहा है।मंत्रालय ने राज्य सरकार से इस अभियान के साथ निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों, शिक्षकों, आशा कार्यकर्ताओं आदि जैसे स्थानीय समुदाय से जुड़े अग्रणी स्वयंसेवकों को जोडऩे के लिए कहा है और उन्हें फिंगर ऑक्सीमीटर, एन-95 मास्क, इन्फ्रेअर्ड थर्मल स्कैनिंग उपकरणों, सैनिटाइजर्स आदि जैसे आवश्यक सुरक्षात्मक उपकरण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सकती है।मंत्रालय ने अपने पत्र में सुझाव दिया है, "पंचायतों को अपने संबंधित क्षेत्रों को सेवाएं देने के लिए आवश्यक संस्थागत ग्राम स्तर का सहयोग उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय किया जा सकता है। जहां भी संभव हो, वे घरों को होम क्वारंटीन लोकेशन के रूप में विकसित कर सकते हैं, जहां अधिकतम स्पर्शोन्मुख कोविड पॉजिटिव मामलों का प्रबंधन किया जा सकता है। इसके अलावा, वे जरूरतमंदों और वापस लौटने वाले प्रवासी कामगारों के लिए विशेष क्वारंटीन/ आइसोलेशन केन्द्र भी स्थापित कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ परामर्श में, पात्र आबादी का अधिकतम कवरेज सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों को टीकाकरण अभियान चलाने के लिए नामित किया जा सकता है।" पंचायती राज मंत्रालय ने राज्यों से ग्राम स्तर पर जरूरतमंदों को राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए राशन, पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता, मनरेगा रोजगार आदि के प्रावधान वाली केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के उपयोग के लिए कहा है।आपात स्थिति से निपटने के लिए, मंत्रालय ने राज्य सरकारों से जिले और तहसीलों के आसपास चिकित्सा सुविधाओं को उपयुक्त संपर्क स्थापित करने के लिए कहा है, जिससे एम्बुलेंस, उन्नत परीक्षण, उपचार सुविधाओं, मल्टी स्पेशियल्टी केयर आदि जैसी आपात सेवाएं जरूरतमंद लोगों को बिना समय गंवाए उपलब्ध कराई जा सकें।पंचायती राज मंत्रालय में सचिव सुनील कुमार ने राज्यों से कोविड महामारी और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े संबंधित मुद्दों से पार पाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायतों और उनकी समितियों के कामकाज की नियमित निगरानी के लिए विकासखंड, जिला और राज्य स्तर पर पंचायती राज, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, राजस्व, महिला एवं बाल विकास, अधिकारियों की भागीदारी वाली एक उपयुक्त अंतर विभागीय निगरानी व्यवस्था स्थापित करने का अनुरोध किया है।
- नयी दिल्ली । देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए केंद्र ने कई कदम उठाए हैं जिनमें खाली टैंकरों को हवाई मार्ग से ढोने और 500 चालकों को प्रशिक्षण देने का काम शामिल है। यह जानकारी मंगलवार को गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए विदेशों से 5805 एमटी तरल मेडिकल ऑक्सीजन का आयात किया जा रहा है। अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इनमें से 3440 मीट्रिक टन (एमटी) संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से, 1505 एमटी कुवैत से, 600 एमटी फ्रांस से, 200 एमटी सिंगापुर से और 60 एमटी बहरीन से मंगाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में देश में ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडार है। गोयल ने कहा कि जहां भी ऑक्सीजन मौजूद है वहां से इसके आयात के लिए फास्ट ट्रैक व्यवस्था की गई है।उन्होंने कहा कि आपूर्ति में कम समय लगे, इसके लिए रेलवे और वायुसेना की सेवाएं ली जा रही हैं।गोयल ने कहा कि चूंकि वायुसेना भरे हुए टैंकर का परिवहन नहीं कर सकती है इसलिए निर्माण स्थलों तक खाली टैंकर वायु मार्ग से पहुंचाए जा रहे हैं ताकि एक तरफ से यात्रा में लगने वाले समय को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश के अंदर 7049 मीट्रिक टन (एमटी) के 374 खाली टैंकर का परिवहन वायु मार्ग से किया गया, जबकि भारतीय वायुसेना के मार्फत 1407 एमटी क्षमता के 81 कंटेनर आयात किए गए। अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा 1252 ऑक्सीजन सिलेंडर, तीन ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र और 835 ऑक्सीजन सांद्रक भी आयात किए गए हैं। गोयल ने बताया कि 157 ऑक्सीजन विशेष रेलगाड़ियों ने देश भर में 637 टैंकर भी ढोए हैं।गृह मंत्रालय ने भी एक ट्वीट में बताया कि ऑक्सीजन टैंकरों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन परिवहन में चुनौतियों का समाधान करने का ब्यौरा देते हुए मंत्रालय ने कहा कि 1408 आर्गन एवं नाइट्रोजन टैंकर को ऑक्सीजन टैंकर में परविर्तित किया गया है जबकि ‘‘101 टैंकरों का आयात किया गया है और 150 टैंकर आने वाले हैं।'' गृह मंत्रालय ने बताया कि 100 टैंकर का देश में निर्माण किया जा रहा है और 1407 एमटी की क्षमता वाले 81 टैंकरों का आयात किया गया है। इसने कहा कि रिफाइनरी, ऊर्जा संयंत्र और स्टील संयंत्र भी 12,400 बिस्तरों वाले बड़े अस्पतालों का निर्माण कर रहे हैं। इसने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘स्टील सेक्टर 630 एमटी ऑक्सीजन प्रतिदिन उत्पाद की तैयारी कर रहे हैं। पीएम केयर्स कोष से एक लाख ऑक्सीजन सांद्रक खरीदे गए हैं। मंत्रालय ने बताया कि ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता अगस्त में 6817 एमटी प्रतिदिन से बढ़कर वर्तमान में 7314 एमटी प्रतिदिन हो गई है। इसने ट्वीट किया, उत्पादन 5700 से बढ़कर वर्तमान में 9524 एमटी प्रतिदिन हो गया है। क्षमता का उपयोग 84 फीसदी से बढ़कर 130 फीसदी हो गया है।-File photo
- नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जिन लोगों ने कोविड टीके की पहली डोज ले ली है उन्हें दूसरी डोज के लिए प्राथमिकता दी जाए।केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और कोविड से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी तथा डाटा प्रबंधन पर अधिकार प्राप्त समूह के अध्यक्ष और टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ दल के सदस्य डॉक्टर आर एस शर्मा ने आज राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड टीकों की स्थिति की समीक्षा की।श्री भूषण ने बताया कि राज्य, केन्द्र सरकार की ओर से उपलब्ध करायी गई वैक्सीन का कम से कम 70 प्रतिशत दूसरी खुराक के लिए और शेष तीस प्रतिशत पहली खुराक के लिए रख सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को छूट है कि वे इसे शत प्रतिशत भी कर सकते हैं। राज्यों से कहा गया है कि वे वैक्सीन की दोनों डोज लेने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। श्री भूषण ने यह भी बताया कि राज्यों को केन्द्र सरकार से दिए जाने वाले वैक्सीन के बारे में पहले से ही पारदर्शी तरीके से जानकारी दी जा चुकी है। इस महीने की 15 से 31 तारीख तक के लिए किए जाने वाले अगले आवंटन के बारे में उन्हें 14 तारीख को बता दिया जाएगा। राज्यों से वैक्सीन की बर्बादी कम से कम करने का आग्रह किया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कई राज्यों को अब भी वैक्सीन की बर्बादी काफी कम करने की जरूरत है। डॉक्टर आर एस शर्मा ने कहा कि दूसरी डोज के लिए समय निर्धारण के वास्ते कोविन पर जल्द ही फ्लेक्सबिलटी फीचर भी उपलब्ध कराया जाएगा।
- नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले 14 दिन बाद गिरकर 3.29 लाख हो गए और इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2 करोड़ 29 लाख 92 हजार 517 हो गए।स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 3 लाख 29 हजार 942 नए मामले सामने आए तथा 3,876 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2 लाख 49 हजार 992 हो गई। दो महीने तक लगातार वृद्धि के बाद, उपचाराधीन मामले कम होकर 37 लाख 15 हजार 221 हो गए, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.16 प्रतिशत है, जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 82.75 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, अब तक 1 करोड़ 90 लाख 27 हजार 304 लोग संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं, जबकि मृत्युदर 1.09 प्रतिशत है।भारत में कोविड-19 के मामले पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।वैश्विक महामारी के मामले पिछले साल 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारत में महामारी के मामले चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, 10 मई तक 30 करोड़ 56 लाख 187 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 18 लाख 50 हजार 110 नमूनों की जांच सोमवार को की गई।संक्रमण से पिछले 24 घंटे में जिन 3,876 और लोगों की मौत हुई है, उनमें से कर्नाटक में 596, महाराष्ट्र में 549, दिल्ली में 319, उत्तर प्रदेश में 278, तमिलनाडु में 232, पंजाब में 198, छत्तीसगढ़ में 172, उत्तराखंड में 168, हरियाणा में 161, राजस्थान में 160, पश्चिम बंगाल में 134, झारखंड में 129 और गुजरात में 117 लोगों की मौत हुई है।देश में अब तक 2 लाख 49 हजार 992 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 76 हजार 398, दिल्ली में 19 हजार 663, कर्नाटक में 19 हजार 372, तमिलनाडु में 15 हजार 880, उत्तर प्रदेश में 15 हजार 742, पश्चिम बंगाल में 12 हजार 461, छत्तीसगढ़ में 10 हजार 742 और पंजाब में 10 हजार 704 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीज अन्य बीमारियों से भी पीडि़त थे।
- हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा में सिविल लाइन पुलिस थाने से करीब 500 मीटर दूर एक मकान में कथित तौर पर अवैध पटाखे बनाये जाते समय अचानक विस्फोट हो गया, जिससे एक ही परिवार की तीन महिलाओं की मौत हो गयी। सिविल लाइन पुलिस थाना प्रभारी हिमलेंद्र पटेल ने मंगलवार को बताया कि यह घटना सोमवार देर शाम हरदा शहर के मगरधा रोड स्थित बैरागढ़ के एक मकान में घटी। उन्होंने कहा कि मृतकों की पहचान विमला बाई (60), शांता बाई (80) एवं पप्पी (16) के रूप में की गई है। तीनों पटाखे बना रही थीं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पटेल ने बताया कि इस हादसे में घर के दूसरे कमरे में मौजूद दो अन्य लोग घायल हो गए, जिनका हरदा अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट से घर में आग लग गई।पटेल ने बताया कि आग लगने के बाद बहुत देर तक पटाखों में विस्फोट की आवाज गूंजती रही। बाद में दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच जारी है।इसी बीच, हरदा जिले के अपर कलेक्टर जे पी सय्याम ने बताया कि इस घर में अवैध रूप से पटाखे बनाये जा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस बात की जांच की जा रही है कि इस परिवार को पटाखे बनाने के लिए विस्फोटक पदार्थ सहित कच्चा माल कहां से उपलब्ध कराया गया था।-file photo
- एटा (उप्र। जनपद के मिरहची थाना क्षेत्र के ग्राम हिम्मतनगर बझेड़ा में मंगलवार सुबह मिट्टी का टीला गिरने से गांव बझेड़ा की एक युवती की मौत हो गयी जबकि चार महिलाएं घायल हो गयीं। महिलाएं गांव के बाहर मिट्टी लेने गयी थीं। सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मंगाकर राहत कार्य शुरू कराया। मिट्टी में दबने के कारण 20 वर्षीय विनीता पुत्री महाराज सिंह की मौत हो गयी जबकि सावित्री, कामता देवी सहित चार महिलाएं घायल हो गईं। घायलों में से एक को अलीगढ़ भेजा गया तथा तीन को जिला चिकित्सालय एटा में भर्ती कराया गया है। प्रभारी निरीक्षक मिरहची अखिलेश कुमार तिवारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है।
- तिनसुकिया। असम के तिनसुकिया जिले में ग्रेनेड विस्फोट के कारण 12 वर्षीय लड़के की मंगलवार को मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले के जागुन पुलिस थाना इलाके के हाजोंग गांव में सुजॉय हाजोंग साइकिल चला रहा था, तभी उसे सड़क पर एक ग्रेनेड पड़ा मिला। अधिकारी ने कहा, लड़के ने जैसे ही ग्रेनेड उठाया, उसमें विस्फोट हो गया, जिससे लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया।'' उन्होंने बताया कि हाजोंग को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अधिकारी ने कहा, हमें अभी यह नहीं पता कि ग्रेनेड वहां कैसे गिरा। हमने जांच शुरू कर दी है और हमें जल्द ही इस बारे में पता चल जाएगा। हम अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ लेंगे।_File photo
- नयी दिल्ली। सरकार ने चिप आयात निगरानी प्रणाली (चिम्स) के तहत इलेक्ट्रॉनिक इंटीग्रेटेड सर्किट के आयात के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है। इस फैसले से इस तरह के सामानों के आयात में कमी आ सकती है और उनका स्थानीय विनिर्माण बढ़ सकता है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की एक अधिसूचना के अनुसार आयात निगरानी प्रणाली के तहत आयातकों को इन उत्पादों की आने वाली खेप के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली में अग्रिम सूचना डालनी होगी और एक निर्दिष्ट शुल्क देकर स्वचालित पंजीकरण हासिल करना होगा। डीजीएफटी वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली इकाई है जो आयात और निर्यात के मामले देखती है। सरकार ने सोमवार को बताया कि आयातक आयात की खेप आने की प्रत्याशित तारीख के 60 दिन के भीतर पंजीकरण करा सकते हैं और खेप के आने की तारीख तक आवेदन दे सकते हैं। अधिसूचना के अनुसार, "सूचीबद्ध किए गए सामानों की आयात नीति इस साल एक अगस्त से चिम्स के अधीन होगी।" इन चीजों में इलेक्ट्रॉनिक इंटीग्रेटेड सर्किट - प्रोसेसर एवं कंट्रोलर; इलेक्ट्रॉनिक इंटीग्रेटेड सर्किट - मेमोरी; और इलेक्ट्रॉनिक इंटीग्रेटेड सर्किट - एम्प्लीफायर शामिल हैं।
- मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विभिन्न मंदिरों के संचालकों ने स्वयं ही भक्तजनों के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट फिलहाल अलग अलग समय तक के लिए बंद कर दिए हैं। मंदिर संचालन समिति के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । मथुरा के विश्व प्रसिद्ध कृष्ण जन्म स्थान परिसर के सभी मंदिर आगामी 24 मई तक बंद रहेंगे, तो यमुना किनारे राजाधिराज बाजार में स्थित ठा. द्वारिकाधीश मंदिर भी अब 20 मई तक बंद रहेगा और कमोबेश यही स्थिति वृन्दावन के ठा. बांके बिहारी एवं अन्य मंदिरों की भी है। गौरतलब है कि गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान जहां सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से लगातार मंदिरों को बंद रखने की हिदायतें दी जाती रही थीं, वहीं इस बार मंदिर के प्रबंधक एवं सेवायत पुजारी आदि स्वयं ही मंदिर में बढ़ती संक्रमण की संभावना के मद्देनजर सरकार के समान ही मंदिर बंदी के दिन बढ़ाते जा रहे हैं। मंदिरों के संचालन समिति के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कृष्ण जन्मस्थान के संभी मंदिर अब 24 मई तक बंद रहेंगे । वहीं ठा. द्वारिकाधीश मंदिर आगामी 20 मई तक बंद रहेगा। इसी प्रकार प्राचीन केशवदेव मंदिर भी 21 मई तक बंद रहेगा ।
- नयी दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के पास एक करोड़ से अधिक कोविड-19 रोधी टीकों की खुराक मौजूद है और अगले तीन दिनों में उन्हें अतिरिक्त नौ लाख से अधिक खुराके दी जाएंगी। मंत्रालय ने बताया कि केन्द्र ने अभी तक राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 रोधी टीकों की 17,93,57,860 खुराकें मुफ्त में दी है। इनमें से बर्बाद हुई खुराकों सहित कुल 16,89,27,797 को इस्तेमाल किया जा चुका है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के पास अब भी एक करोड़ से अधिक (1,04,30,063) खुराकें लगाने के लिए मौजूद हैं। इसके अलावा, जिन राज्यों का कहना है कि खपत की तुलना में आपूर्ति कम है, उन्होंने सशस्त्र बलों को मुहैया कराए गए टीकों को आंकड़ों में शामिल नहीं किया है।'' उसने कहा, ‘‘ इसके अलावा, टीकों की नौ लाख से अधिक (9,24,910) अतिरिक्त खुराके अगले तीन दिनों में राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को मुहैया कराई जाएगी।'' मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार के वैश्विक महामारी के नियंत्रण एवं प्रबंधन की पांच सूत्रीय रणनीति का टीकाकरण एक अभिन्न हिस्सा है। इसमें जांच, संक्रमितों का पता लगाना, उपचार और कोविड से निपटने के दिशा-निर्देशों का पालन करना शामिल है।-File photo
- पुणे। महाराष्ट्र में 38 वर्षीय एक बेरोजगार व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बेटे की कथित रूप से हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।यह घटना पुणे के लोनीकांड पुलिस थाना क्षेत्र के तहत कदमवक बस्ती इलाके में रविवार को हुई। सहायक पुलिस आयुक्त कल्याण विधाते ने बताया कि हनुमंत शिंदे अपनी पत्नी (28), 14 महीने के बच्चे, पिता एवं भाई के साथ अपने फ्लैट में रहता था। रविवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे से उसका शयनकक्ष अंदर से बंद था। उन्होंने बताया कि जब शिंदे और उनकी पत्नी ने शाम तक दरवाजा नहीं खोला, तो उसके पिता ने अपने रिश्तेदारों को बुलाया और पुलिस को इसकी जानकारी दी। विधाते ने बताया कि बाद में दरवाजा तोड़कर पुलिस जब कमरे में गई, तो उसने पाया कि शिंदे फांसी के फंदे पर लटका हुआ था तथा उसकी पत्नी और बच्चा भी मृत पड़े थे। पत्नी का गला दबाया गया था और बच्चे का गला काटा गया था। अधिकारी ने कहा, ‘‘घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन परिजन का कहना है कि शिंदे बेरोजगार था और वित्तीय परेशानियों से जूझ रहा था, जिसके कारण वह तनाव में था और पिछले कुछ दिनों से चुप सा रहता था।'' उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- इंदौर। कोविड-19 की दूसरी लहर के घातक प्रकोप के बीच पश्चिमी मध्य प्रदेश के इंदौर संभाग में प्रशासन ने निजी अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी की अधिकतम दर 11,000 रुपये के स्तर पर तय कर दी है। इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन शर्मा ने निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक के बाद सोमवार को संवाददाताओं को बताया, "हमें पता चला है कि निजी अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी के लिए मरीजों से 15,000 रुपये से 25,000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। यह राशि अधिक है। इसलिए हमने तय किया है कि इन अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी के बदले 11,000 रुपये से ज्यादा नहीं वसूले जा सकेंगे।" संभागायुक्त ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी की निर्धारित दर इंदौर संभाग के सभी आठ जिलों में लागू होगी। इस संभाग में इंदौर के साथ ही धार, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, खंडवा और बुरहानपुर जिले आते हैं। शर्मा ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बिना किसी शुल्क के प्लाज्मा थेरेपी दी जा रही है। संभागायुक्त ने यह भी बताया कि प्रशासन ने सरकारी ब्लड बैंक से दिए जाने वाले प्लाज्मा की एक इकाई की दर 9,500 रुपये से घटाकर 7,500 रुपये कर दी है । जानकारों ने बताया कि कोविड-19 से उबर चुके लोगों के खून में "एंटीबॉडीज" बन जाती हैं जो भविष्य में इस बीमारी से लड़ने में उनकी मदद करती हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हुए व्यक्ति के खून से प्लाज्मा अलग किया जाता है। फिर इस स्वस्थ व्यक्ति के प्लाज्मा को महामारी से जूझ रहे मरीज के शरीर में डाला जाता है ताकि उसे संक्रमणमुक्त होने में मदद मिल सके।-
- लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले में पुलिस ने सोमवार को पांकी मोड़ से तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी टीएसपीसी) नामक नक्सली संगठन के फरार चल रहे एक लाख रुपये के इनामी एरिया कमांडर राकेश साव को धर-दबोचा। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। बालूमाथ क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक अजित कुमार ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि राकेश साव नामक इस नक्सल कमांडर को एक सूचना के आधार पर छापा मारकर आज गिरफ्तार किया गया। राकेश साव हेरहंज थाना क्षेत्र के घुर्रे गांव का रहने वाला है और उसके विरुद्ध बालूमाथ, हेरहंज और पतरातू थानों में कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तारी की यह कार्रवाई की गई।
- नयी दिल्ली। व्हाट्सऐप ने आज कहा कि उसके नए निजता अपडेट को स्वीकार न करने के लिए कोई भी खाता डिलीट नहीं किया जाएगा लेकिन "कई हफ्तों" के बाद इन विवादित शर्तों को स्वीकार न करने वाले उपयोगकर्ता अपनी चैट सूची नहीं देख पाएंगे और आखिरकार उनकी ऐप पर आने वाले फोन कॉल या वीडियो कॉल का जवाब देने की सुविधा के इस्तेमाल पर रोक लग जाएगी। पिछले हफ्ते फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने कहा था कि 15 मई तक की उसकी समयसीमा तक उसकी निजता नीति अपडेट को स्वीकार न करने वाले उपयोगकर्ताओं के खाते डिलीट नहीं किए जाएंगे। व्हाट्सऐप ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि जिन लोगों को शर्तों को पढ़ने या स्वीकार करने का मौका नहीं मिला है, वह उन्हें इन शर्तों के बारे में याद दिला रहा है और कई हफ्तों के बाद "लोगों को मिलने वाला यह रिमाइंडर सख्त हो जाएगा।" हालांकि कंपनी ने इन रिमाइंडर के लिए तय की गयी समयसीमा के बारे में नहीं बताया।
- चीख सुनकर गांव वाले मौके पर पहुंचेदौसा। राजस्थान में दौसा जिले के मंडावर थाना इलाके में सोमवार सुबह एक महिला अपनी तीन बेटियों के साथ ट्रेन के सामने कूद गई। हादसे में चारों की मौत हो गई। वह अपनी 5 बेटियों के साथ खुदकुशी करने पहुंची थी, लेकिन ऐन मौके पर दो बेटियों ने हाथ छुड़ाकर अपनी जान बचा ली।पुलिस ने बताया कि खुदकुशी करने वाली महिला का नाम विनीता है। उसकी उम्र 34 साल है। वह बावड़ीखेड़ा की रहने वाली है। उसका पति खेमराज मीणा मंडावर इलाके में ही रेलवे गेटमैन है।बताया जा रहा है कि विनीता अपनी बेटियों कोमल (10), अमनी (8), पायल (2), परी और कोयल के साथ पटरी पर जान देने पहुंची थी। आगरा से बांदीकुई की ओर जा रही ट्रेन के सामने वह छलांग लगाती उससे पहले ही परी और कोयल ने मां से हाथ छुड़ा लिया। इसमें विनीता, कोमल, अमनी और पायल की मौत हो गई। जबकि परी और कोयल बच गईं। बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। हादसे से पूर्व मां का हाथ छुड़ाकर ट्रेन की चपेट में आने से बची दो बच्ची परी और कोयल घटना के बाद गुमसुम हैं। पुलिस थाने में बैठी दोनों मासूम रो रही थीं, बेहद भावुक चेहरा बनाए ये बेटियां काल के गाल में समाने से तो बच गईं, लेकिन इनके सिर से मां का साया हमेशा के लिए उठ गया है। मदर्स डे के एक दिन बाद हुई इस घटना ने सब को झकझोर कर रख दिया है। दबी जुबान लोगों के मुंह पर चर्चा है कि आखिरकार एक मां इतनी निष्ठुर कैसे हो सकती है, जो अपने ही बच्चों को काल के गाल में समा दे।
- लेह। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों को लेकर जागरुकता पैदा करने के लिए लद्दाख में आठ दिन में साइकिल से कई यात्राएं करके 900 किलोमीटर की दूरी तय की। यह समारोह आजादी का अमृत महोत्सव'' के तहत और बीआरओ के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया। बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन रोमांच, खेल की भावना और भाईचारे की भावना पैदा करते हैं और स्थानीय लोगों से जुड़ने का मौका देते हैं। अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के सदस्यों हिमांक और विनायक ने 30 अप्रैल से सात मई तक लद्दाख में साइकिल से यात्राएं कीं और आठ दिन में 900 किलोमीटर की दूरी तय की। एक अधिकारी ने बताया कि बीआरओ अधिकारियों ने ऊंचे दर्रों, बर्फ से ढके पर्वतों, लद्दाख के कस्बों और दूरस्थ रिहाइशी इलाकों में यात्रा की तथा कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों और सड़क सुरक्षा उपायों को लेकर जागरुकता फैलाई।
- जालौन (उप्र)। उत्तर प्रदेश के जालौन जिला कोतवाली एवं कस्बा रामपुरा में पत्नी के चरित्र के बारे में संदेह होने पर पति ने कथित तौर पर धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी । पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।मरने वाली महिला के भाई की तहरीर पर पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है । प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामपुरा जे पी पाल ने बताया आरोपी शिवराज नामक व्यक्ति ने सोमवार की सुबह लगभग पांच बजे पत्नी गीता (33) की कथित रूप से धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी । उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ मरने वाली महिला के भाई ने हत्या का मामला दर्ज कराया है जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी के पड़ोसियों का कहना है आरोपी शिवराज पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था जिसको लेकर आए दिन आपस में दोनों झगड़ा करते थे । पुलिस मामले की जांच कर रही है ।