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- नयी दिल्ली । दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने के मद्देनजर सोमवार को सावधानी की जरूरत पर बल दिया और लोगों से होली के दौरान एहतियात बरतने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में सरकारी अस्पताल कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर ओपीडी मरीजों के लिए अलग अलग पालियों पर विचार कर रहे हैं। जैन ने संवाददताओं से कहा, ‘‘ सावधान रहने और हर समय मास्क लगाए रखने की जरूरत है। जिन्हें बिना मास्क के पाया जा रहा है और जो एक दूसरे के बीच दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है।'' उन्होंने लोगों से होली के दौरान कोविड-19 उपयुक्त आचरण करने की भी अपील की।मंत्री ने रविवार को कहा था कि दिल्ली सरकार आक्रामक तरीके से जांच कर रही है और संक्रमितों के संपर्क में आये व्यक्तियों की पहचान कर रही है तथा हाल में हुई कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि पर शीघ्र ही काबू पा लिया जाएगा। दिल्ली में रविवार को लगातार दूसरे दिन संक्रमण के 800 से अधिक मामले सामने आये।स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार शहर में 3,618 उपचाराधीन मरीज हैं और संक्रमण दर लगातार दूसरे दिन एक फीसद से अधिक रही। कोविड-19 के 823 नये मरीज सामने आने से शहर में इस महामारी के मामले बढ़कर 6,47,984 हो गये जिनमें से 6.32 लाख मरीज संक्रमणुक्त हो चुके हैं। शनिवार को इस संक्रमण के 813 नये मरीजों का पता चला था।
- नयी दिल्ली। केंद्र ने सोमवार को कोविशील्ड टीके की दूसरी खुराक लेने के समय अंतराल को संशोधित किया और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इसे 4-6 सप्ताह के बीच देने के बजाय 4-8 सप्ताह के बीच देने के लिए कहा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘‘उभरते वैज्ञानिक साक्ष्यों के मद्देनजर विशिष्ट कोविड-19 टीका यानी कोविशील्ड की दो खुराक के बीच के समय अंतराल को टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) और उसके बाद एनईजीवीएसी द्वारा उसकी 20वीं बैठक में पुनरीक्षित किया गया है जिसके तहत पहली खुराक के बाद कोविशील्ड की दूसरी खुराक 4-6 सप्ताह के अंतराल की बजाय 4-8 सप्ताह के अंतराल पर देने की सिफारिश की गई है।'' केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा कि मंत्रालय ने एनटीएजीआई और एनईजीवीएसी की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘... और इसके बाद राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी है कि पहली खुराक के 4-8 सप्ताह के समय अंतराल के भीतर लाभार्थियों को कोविशील्ड की दूसरी खुराक देना सुनिश्चित किया जाए।'' मंत्रालय ने कहा कि दो खुराक के बीच संशोधित समय अंतराल का यह फैसला केवल कोविशिल्ड टीके पर लागू है और कोवैक्सीन टीके पर नहीं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आग्रह किया है कि वे संबंधित अधिकारियों को तदनुसार आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दें।-File photo
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को विश्व जल दिवस पर ‘‘जल शक्ति अभियान : कैच द रेन'' की शुरुआत की और कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) का एक-एक पैसा बारिश आने तक वर्षा का जल संचयन करने के काम में लगाया जाए। देश में वर्षा का अधिकतर जल बर्बाद होने पर अपनी चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बारिश का पानी जितना बचाया जाएगा, भूजल पर निर्भरता उतनी ही कम होगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की आत्म-निर्भरता जल संसाधनों तथा जल संपर्क पर निर्भर है और जल के प्रभावी संरक्षण के बिना भारत का तीव्र गति से विकास संभव नहीं है। ‘‘कैच द रेन'' अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जल संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जाने और ऐसे प्रयासों में आम जन की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पूर्वज हमारे लिये जल छोड़कर गए। हमारी जिम्मेदारी है कि हम भविष्य की पीढ़ियों के लिये इसका संरक्षण करें। चिंता की बात है कि भारत में अधिकतर वर्षा जल बर्बाद हो जाता है। बारिश का पानी हम जितना बचाएंगे, भूजल पर निर्भरता उतनी ही कम हो जाएगी। इसलिए कैच द रेन अभियान का सफल होना बहुत जरूरी है।'' उन्होंने प्रत्येक गांव में आगामी सौ दिन वर्षा जल संरक्षण की तैयारियों को समर्पित किये जाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार जल शक्ति अभियान में विशेष रूप से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून आने में अभी कुछ हफ्तों का समय है इसलिए इसके लिए अभी से पानी को बचाने की तैयारी जोरों पर करनी है। उन्होंने कहा, ‘‘मानसून के आने से पहले ही टैंकों, तालाबों, कुओं की सफाई कर पानी संग्रह की उनकी क्षमता को बढ़ाना है। इसमें कोई बहुत बड़े इंजीनियरिंग की जरूरत नहीं है। गांव के लोगों को ये चीजें मालूम हैं। वो बड़ी आसानी से कर लेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं तो चाहूंगा अब मनरेगा का एक-एक पैसा, एक-एक पाई बारिश आने तक सिर्फ-सिर्फ इसी काम के लिए लगे। मनरेगा का पैसा अब कहीं और नहीं जाना चाहिए और मैं चाहूंगा इस अभियान को सफल बनाने में सभी देशवासियों का सहयोग आवश्यक है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहली बार सरकार जल परीक्षण पर गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौरान 4.5 लाख महिलाओं को जल के परीक्षण के लिये प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के बाद पहली बार पानी की जांच को लेकर किसी सरकार द्वारा इतनी गंभीरता से काम किया जा रहा है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि पानी के परीक्षण के इस अभियान में हमारे गांव में रहने वाली बहनों-बेटियों को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ डेढ़ साल पहले देश में 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से सिर्फ 3.5 करोड़ परिवारों के घर नल से जल आता था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद इतने कम समय में ही लगभग 4 करोड़ नए परिवारों को नल का कनेक्शन मिल चुका है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्षा जल से संरक्षण के साथ ही देश में नदी जल के प्रबंधन पर भी दशकों से चर्चा होती रही है लेकिन अब देश को पानी के संकट से बचाने के लिए इस दिशा में तेजी से कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने केन-बेतवा संपर्क परियोजना को इसी दूर-दृष्टि का हिस्सा बताया।
- श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने देर रात जिले के मनिहाल इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने के बाद वहां मुठभेड़ शुरू हो गई। बल ने भी इसका मुहंतोड़ जवाब दिया। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने को भी कहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए।--file phtp
- इंदौर (मध्यप्रदेश) ।राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने यहां तस्करी के जरिये लाया गया 3.18 करोड़ रुपये मूल्य का सोना पकड़ा है और इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। डीआरआई की सोमवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर धार-इंदौर रोड पर 20 मार्च (शनिवार) को एक कार को रोककर तलाशी ली गई, तो इसमें सोने के 100-100 ग्राम के कुल 69 बिस्किट मिले। विज्ञप्ति के मुताबिक सोने की इस अवैध खेप को कार की सीट के नीचे खास जगह बना कर छिपाया गया था।विज्ञप्ति में बताया गया कि इस मामले में तीन लोगों को सीमा शुल्क (कस्टम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनमें तस्करी के सोने की अवैध खरीद-फरोख्त करने वाले दो लोग शामिल हैं। मामले में डीआरआई की विस्तृत जांच जारी है। सोने की तस्करी में इस्तेमाल कार को जब्त कर लिया गया है
- भिवानी (हरियाणा)। चरखी दादरी जिले के पैंतावास कलां गांव में सोमवार दोपहर खेत में पेड़ के नीचे खाना खा रहे प्रवासी श्रमिकों पर बिजली गिरने से एक की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। घायलों को दादरी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने बताया कि पैंतावास कलां गांव निवासी आजाद सिंह की खेत में चार प्रवासी श्रमिक मशीन से सरसों की कटाई कर रहे थे। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे श्रमिक खाना खाने के लिए पेड़ के नीचे बैठे थे तभी उनपर बिजली गिरी। उन्होंने बताया कि आजाद सिंह ने चारों को तुरंत दादरी के सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने बिहार के दरभंगा जिला निवासी उदगार सदा (45) को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि घटना में बिहार के दरभंगा जिला निवासी लक्ष्मण सदा (16), अरुण सदा (24) और विमलेश सदा (26) घायल हो गए। तीनों का सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
- गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) । गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर इलाके में एक जेसीबी (भार वाहन) की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार दो युवकों की मौत हो गई तथा एक अन्य घायल हो गया। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि धर्मागतपुर के पापेराह गांव के निवासी प्रदीप चौहान (17), प्रभु चौहान (16) तथा दिलीप चौहान एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर रविवार को खरीदारी करने दुल्लहपुर बाजार जा रहे थे। वह बिथरिया मोड़ से जैसे ही आगे निकले, वहां से गुजर रही जेसीबी की चपेट में आ गये। उन्होंने बताया कि इस हादसे में प्रदीप और प्रमोद की मौत हो गयी। घायल दिलीप का इलाज चल रहा है। पुलिस उपाधीक्षक महमूद अली ने बताया कि जेसीबी चालक को गिरफ्तार कर वाहन को कब्जे में ले लिया गया है। दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है।
- नयी दिल्ली ।मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली में गरज के साथ बहुत ही मामूली बारिश होने का अनुमान जताया है। सोमवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 61 प्रतिशत दर्ज किया गया। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता ''मध्यम'' श्रेणी में दर्ज की गई है। 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 199 रहा है। उल्लेखनीय है कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है
- कोयंबटूर । तिरूपुर जिले में सोमवार तड़के एक मोटरसाइकिल की सड़क किनारे खड़ी लौरी से टक्कर हो गई। इस हादसे में मोटरसाइकिल पर सवार चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, तड़के करीब साढ़े तीन बजे ये लोग काम से लौट रहे थे और चारों एक ही मोटरसाइकिल पर सवार थे। हादसा एतेविरामपलायम में बायपास पर हुआ। उन्होंने बताया कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य दो ने अवंशी के सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की जांच जारी है।
- फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश)। फिरोजाबाद जिले के नारखी क्षेत्र में बारात के दौरान छज्जा गिरने से एक युवक की मौत हो गई तथा 12 से अधिक घायल हो गए। पुलिस अधीक्षक (नगर) एमसी मिश्रा ने सोमवार को बताया कि रविवार रात नारखी थाना क्षेत्र के कुतुबपुर में साबिर अली नामक व्यक्ति की बहन की शादी थी। उसकी बारात देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पड़ोस में रहने वाले जाकिर हुसैन के मकान के छज्जे पर चढ़ गए। उन्होंने बताया कि इस दौरान छज्जे पर दबाव ज्यादा पड़ने पर वह ढह गया और उसका मलबा नीचे खड़े 35 वर्षीय युवक बादशाह पर पड़ा। इस हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई तथा 12 से ज्यादा अन्य लोग घायल हुए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
- रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में सोमवार सुबह तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी। इससे कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में कार सवार महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हुए हैं। हादसा लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाइवे पर हुआ। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को कार से निकालकर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हादसा जिले के भदोखर थाना क्षेत्र के कुचरिया स्थित एसजेएस स्कूल के पास की है। यहां तेज रफ्तार ट्रक ने प्रयागराज से लखनऊ जा रही कार को टक्कर मार दिया। हादसे में सवार कार सवार 5 लोगों में से 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई, तीन घायलों को जिला अस्पताल इलाज चल रहा है।मृतकों की पहचान प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र के चाका निवासी निर्मला साहू (46 साल) पत्नी महेंद्र साहू, मध्य प्रदेश के कटनी के सिविल लाइन निवासी अमन जयसवाल (22 साल) पुत्र अनिल जायसवाल के रूप में हुई है। वहीं, घायलों की पहचान चाका गांव निवासी वंश साहू (17 साल) पुत्र शीतला प्रसाद साहू, काजल साहू (21 साल) पति स्व. महेंद्र साहू, कमलेश साहू (36 साल) पुत्र रामनाथ साहू के रुप में हुई है। घटना के बाद ट्रक ड्राइवर मय वाहन मौके से फरार हो गया। पुलिस मामले की विधिक कार्रवाई में जुटी है।
- रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। मामला सिविल लाइन थाना इलाके के पसियापुरा के पास का है। यहां तेज रफ्तार बोलेरो और पिकअप में जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। बोलेरो ड्राइवर समेत 10 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में 14 माह की बच्ची व दो महिलाएं भी शामिल हैं। हादसे में घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। तीन की हालत नाजुक है, जिन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पिकअप वाहन गाजियाबाद से शाहजहांपुर जा रहा था।पुलिस के अनुसार पिकअप सवार लोग गाजियाबाद में मजदूरी करते हैं, लेकिन आज सभी होली के पर्व के मद्देनजर घर जा रहे थे। लेकिन एनएच-24 पर सुबह सात बजे के करीब पसियापुर के पास अचानक बरेली की ओर से आ रही बोलेरो ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बोलेरो सड़क पर पलट गई। पिकअप में 14 लोग सवार थे। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया। कुछ देर में सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई।पुलिस ने गाड़ी में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने शाहजहांपुर के भंडेरी गांव निवासी आशीष (25 साल) पुत्र राजवीर, इसी जिले के जलालाबाद थाना क्षेत्र के गुलेरिया गांव निवासी राहुल (30 साल) पुत्र राम प्रकाश, मुन्नी देवी (40 साल) पत्नी राम प्रकाश, पूनम (30 साल) पत्नी धनपाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं हादसे में घायल गुनगुन (14 माह) पुत्र धनपाल की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक राहुल, पूनम व मुन्नी एक परिवार के हैं।
- भोपाल। भोपाल के एक प्रेमी जोड़े ने ट्रेन से कट कर जान दे दी। शव शहर से 40 किलोमीटर दूर भीमबेटका के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। घटना 3 दिन पहले की है। दो थानों की पुलिस 3 दिन से दोनों की तलाश कर रही थी।पुलिस ने बताया कि ट्रेन के ड्राइवर के मुताबिक घटना के समय दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़कर ट्रैक पर खड़े थे। उसने हॉर्न बजाया और चिल्लाकर हटने के लिए कहा। लेकिन दोनों नहीं हटे। पुलिस ने बताया कि लड़की की सगाई कहीं और हो गई थी, जिससे वह नाराज थी। पुलिस को आशंका है कि उसने इसी कारण अपने प्रेमी के साथ यह कदम उठाया। हालांकि दोनों के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।छोला मंदिर पुलिस के अनुसार एक दिन पहले शिव नगर में रहने वाले एक परिवार ने 17 साल की नाबालिग की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिजनों ने बताया था कि उनकी बेटी 19 मार्च को घर से बिना बताए कहीं चली गई। उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला। इससे एक दिन पहले निशातपुरा पुलिस ने 19 साल के असलम की गुमशुदगी दर्ज की थी।इस दौरान भोपाल पुलिस ने जब पड़ताल की तो औबेदुल्लागंज पुलिस ने उनसे इस संबंध में संपर्क किया। उन्होंने बताया कि 19 मार्च को एक लड़का-लड़की ने भीमबेटका के पास रेलवे ट्रैक पर जन शताब्दी ट्रेन के सामने आकर जान दे दी थी। मृतकों के पास शिनाख्ती के नाम पर कुछ नहीं मिला था। इधर, औबेदुल्लागंज पुलिस की सूचना पर छोला मंदिर के साथ ही निशातपुरा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। छोला मंदिर पुलिस के साथ पहुंचे परिजनों ने लड़की और निशातपुरा पुलिस के साथ पहुंचे परिजनों ने लड़के की पहचान 19 साल के असलम के रूप में की।पुलिस ने बताया कि दोनों ने 19 मार्च को ही ट्रेन के सामने आकर जान दे दी थी। जन शताब्दी के ड्राइवर ने पुलिस को घटना की सूचना दी थी। उसने बताया था कि उसने काफी हॉर्न बजाया और दोनों को ट्रैक से हटने के लिए चिल्लाया भी। लेकिन वे एक दूसरे का हाथ पकड़े रहे और ट्रैक से नहीं हटे।पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़की और असलम एक दूसरे को प्यार करते थे। लड़की की सगाई कहीं और पक्की हो गई थी। 19 मार्च की दोनों घर से बिना बताए निकल गए थे। उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं था। परिजन उनकी तलाश कर रहे थे। लेकिन उन्हें अहसास भी नहीं था कि दोनों ने खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया होगा।पुलिस के अनुसार पड़ताल में पता चला कि दोनों भोपाल से एक टैक्सी लेकर भीमबेटका पहुंचे थे। जिसके लिए दोनों ने 1600 रुपए भी टैक्सी ड्राइवर को दिए थे। पुलिस उसी टैक्सी ड्राइवर की मदद से औबेदुल्लागंज तक पहुंच पाई और उसने ही पुलिस को दोनों को रेलवे ट्रैक के पास छोड़े जाने की जानकारी भी दी थी।
- -खेल-खेल में पांच बच्चे अनाज की टंकी में घुसे, दम घुटने से सभी की मौतबीकानेर। राजस्थान में बिकानेर में रविवार को दम घुटने से पांच बच्चों की जान चली गई। मृतकों में 4 सगे भाई-बहन हैं। सभी की उम्र 8 साल से कम है। हादसा बच्चों के लुका-छिपी खेलने के दौरान हुआ। बच्चे छिपने के लिए घर में रखी अनाज की कोठरी (टंकी) में बंद हो गए। इसके बाद कोठरी का ढक्कन अचानक बंद हो गया। दम घुटने से सभी की मौत हो गई। 4 बच्चों की मां बच्चों को तलाशते हुए कोठरी में पहुंची तो पांच बच्चों की लाश देखकर बेसुध हो गई।पुलिस के अनुसार घटना नापासर के हिम्मतासर गांव की है। यहां किसान भीयाराम का परिवार खेत में गया हुआ था। इसी दौरान पांच बच्चे घर पर थे। इसमें चार भीयाराम के बेटे-बेटियां थे जबकि पड़ोसी की भांजी थी। भीयाराम का बेटा सेवाराम (4 साल) के अलावा तीन बेटियां रविना (7 साल) राधा (5 साल) और टींकू उर्फ पूनम (8 साल) के साथ ही भीयाराम की भांजी माली पुत्री मघाराम घर पर खेल रहे थे।इस दौरान सभी बच्चे लोहे की चादर से बनी अनाज की कोठरी में घुस गए। बच्चों के कोठरी के अंदर घुसने के बाद उसका ढक्कन नीचे आ गया और खुद ही बंद हो गया। टंकी की गहराई 5 फीट और चौड़ाई करीब 3 फीट है। यह इतनी भारी है कि बच्चे चाहकर भी इसे नहीं खोल सकते थे।नापासर पुलिस ने मौके पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया। इस टीम के सदस्यों ने अनाज की कोठरी को देखा। उसको नाप लिया। उसमें बच्चे कैसे गिर सकते हैं, उसे भी देखा। स्थानीय लोगों से भी इस बारे में जानकारी ली। एफएसएल की टीम इस बारे में रिपोर्ट देगी कि घटना के क्या क्या कारण हो सकते हैं।पुलिस ने बताया कि भीयाराम की पत्नी दो बजे बाद खेत से घर लौटी थी। बच्चों को देखा तो वह नजर नहीं आए। थोड़ी देर तो इधर-उधर ढूंढा लेकिन कोई नहीं मिला। बाद में अनाज की कोठरी को देखा। इसमें एक-दो नहीं बल्कि भीयाराम के चार बच्चों सहित पांच बच्चे बेसुध पड़े थे। मां ने चिल्लाकर लोगों को बुलाया। उन्हें बाहर निकाला गया ,लेकिन तब तक पांचों बच्चों की मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। नापासर थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
- खुद को पति-पत्नी बताकर बुक कराया था कमरा, रिश्ते में युवक की मौसी है युवतीभरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में रविवार सुबह एक होटल में युवक-युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई। वारदात शहर के हीरादास चौराहा स्थित होटल एप्पल की चौथी मंजिल की है। कमरे में दोनों के शव एक ही बिस्तर पर पड़े मिले हैं। हालांकि, दोनों ने आत्महत्या कैसे की यह स्पष्ट नहीं है। जांच में मौके पर किसी तरह के जहरीला पदार्थ खाने के सबूत नहीं मिले हैं। दोनों की मौत की जानकारी रविवार को पता चली। पुलिस ने बताया कि युवती रिश्ते में युवक की मौसी बताई जा रही है।पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, मृतक युवती का नाम नेहा (23) पुत्री हाकिम सिंह हैं। वह उत्तरप्रदेश के मथुरा की रहने वाली है। कल यानी शनिवार को सुबह 11:00 बजे अपने घर से दुकान से कुछ सामान लाने की बात कहकर निकली थी। वहीं, मृतक युवक का नाम (21) पुत्र राजवीर है। वह डींग का रहने वाला है। भरतपुर में अपने ताऊ जगपाल सिंह के यहां रहकर बीएड परीक्षा की तैयारी कर रहा था।दोनों ने शनिवार दोपहर 2:30 बजे कमरा बुक किया था। जहां अमित ने अपने आईडी दिखाकर कमरा बुक किया था। लड़की को अपनी पत्नी बताया था। सुबह जब 11 बजे तक दोनों कमरे से बाहर नहीं निकले तो होटल के मैनेजर ने कमरे में जाकर देखा। इसके बाद घटना की जानकारी मिली।आशंका है कि दोनों ने शनिवार-रविवार की दरमियानी रात कमरे में आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंचे मृतका के भाई ने बताया कि मृतक अमित उनका भांजा था। यानी युवती रिश्ते में युवक की मौसी लगती थी। पुलिस ने दोनों के परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया है। पुलिस ने जांच के लिए एफएसएल टीम भी मौके पर बुलाई। जहां जरूरी साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने दोनों शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं। युवक ने 1200 रुपए प्रति दिन के हिसाब से कमरा बुक किया था।
- अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद से उड़कर राजस्थान के जैसलमेर आने वाली स्पाइसजेट उड़ान में बैठे यात्रियों की सांसें उस वक्त अटक गईं, जब विमान तकनीकी कारणों से जैसलमेर हवाई अड्डे के रन वे पर लैंडिंग नहीं कर पाया। पायलट के तीन बार कोशिश करने बावजूद लैंडिंग में सफल नहीं रहने और करीब 1 घंटे तक विमान के हवा में रहने से यात्रियों में घबराहट फैल गई। खुद की जान पर खतरा आता देख कुछ ने भगवान को याद किया, तो कुछ ने रोना शुरू कर दिया। हालांकि, बाद में विमान को वापस अहमदाबाद ले जाकर सुरक्षित उतारा गया।जानकारी के मुताबिक, स्पाइसजेट की उड़ान सेवा एसजी 3012 ने अहमदाबाद से जैसलमेर के लिए शनिवार को करीब 12:05 पर उड़ान भरी थी। करीब एक बजे यह विमान जैसलमेर के हवाई अड्डे के निकट पहुंच गया। विमान चालक ने विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया। इसके बाद विमान को फिर से ऊंचाई पर ले जाया गया और दो अलग-अलग दिशाओं से विमान की लैंडिंग कराने की कोशिश की गई, लेकिन तीन बार में से एक बार लैंडिंग नहीं हो पाई।एक घंटे तक हवा में चक्कर लगाता रहा विमानइस तरह विमान करीब एक घंटे तक आकाश में चक्कर लगाता रहा। उसके बाद करीब दो बजे विमान चालक विमान को वापस अहमदाबाद ले गया। वहां पर 02:40 पर सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। करीब दो घंटे बाद विमान ने दोबारा जैसलमेर के लिए उड़ान भरी तथा वापस जैसलमेर करीब 5:15 पर पहुंचा, जिसके बाद विमान की सुरक्षित लैंडिंग हो सकी।बुरी तरह घबरा गए थे यात्रीविमान में मौजूद यात्री मयंक भाटिया ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अहमदाबाद से स्पाइसजेट की नियमित उड़ान सेवा एसजी 3014 ने नियत समय के लिए जैसलमेर के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से जैसलमेर हवाई अड्डे के रनवे पर पायलट लैंडिंग नहीं करवा पाए। हालांकि पायलट ने तीन बार कोशिश की। करीब एक घंटे तक हवा में उड़ते रहे, जिससे कई यात्रियों में घबराहट होने लगी। खासकर महिला यात्रियों का बुरा हाल था। जैसलमेर एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर बीएस मीणा ने भी इस घटना की पुष्टि की।(फाइल फोटो)
- जयपुर। राजस्थान की राजधानी के नार्थ जिले में विद्याधर नगर इलाके में रविवार को आरोपी पति ने अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी पति फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने महज तीन घंटे के भीतर आरोपी हरकेश को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी हरकेश ने पत्नी की हत्या के बाद अपने बेटे को फोन पर कहा, 'तेरी मां का काम तमाम कर दिया है अब मैं घर से जा रहा हूं 'पुलिस के अनुसार मामला डबल स्टोरी पुराना विद्याधर नगर का है। यहां मूल रुप से आगरा का रहने वाला आरोपी हरकेश ठाकरे अपनी पत्नी रेखा ठाकरे (48) व 16 वर्षीय बेटी के साथ किराए का कमरा लेकर रहता है। आरोपी हरकेश दिव्यांग है। वह टैक्सी चलाता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी हरकेश अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। रविवार को आरोपी हरकेश की पत्नी रेखा से कहासुनी हो गई। इससे गुस्साए आरोपी हरकेश ने कपड़े से पत्नी रेखा का गला घोंट दिया। इससे वह निढाल होकर जमीन पर गिर पड़ी। उसके कानों से खून बहने लगा। तब आरोपी हरकेश पत्नी को कमरे में लावारिस हालत में छोड़कर घर से बाहर निकल गया।शाम करीब साढ़े चार बजे 16 वर्षीया बेटी प्रिया घर पहुंची। तब मां घर में अचेत हालत में पड़ी थी। उसके गले में कपड़ा बंधा हुआ था। प्रिया ने अपने शहर में ही रह रहे बड़े भाई को फोन कर सूचना दी। फिर मां को अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने रेखा को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर, एसीपी अतुल साहु और थानाप्रभारी वीरेंद्र कुरील मौके पर पहुंचे।पुलिस के मुताबिक आरोपी हरकेश का बड़ा बेटा उनसे अलग रहता था। छोटा बेटा राहुल भी घर में आपसी कलह की वजह से करीब 20 दिन पहले ही अलग रहने लगा था। इसके बाद घर में आरोपी हरकेश, उसकी पत्नी और बेटी ही रह रहे थे। यह भी सामने आया कि आरोपी हरकेश ने पत्नी की हत्या के बाद उसके बेटे को जानकारी दी थी कि उन्होंने उसकी मां का काम तमाम कर दिया है और वह घर से जा रहा है।
- सिरसा। हरियाणा सिरसा जिले के गांव चकेरियां में बाइक और कार की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई। घटना शनिवार देर रात उस वक्त घटी, जब ओढ़ा का एक दंपती बाइक पर पंजाब में अपने एक रिश्तेदार से मिलकर वापस लौट रहा था। रास्ते में कार से टक्कर के बाद दोनों घायल हो गए। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया तो वहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान ओढां के दर्शन सिंह और उसकी पत्नी के रूप में हुई है। पुलिस को दिए बयान में मृतक दर्शन सिंह के भाई जसपाल सिंह ने बताया कि उसका भाई और भाभी पंजाब में अपने एक रिश्तेदार से मिलने गए थे। वहां से घर वापस लौट रहे थे तो रास्ते में कालांवाली के पास चकेरियां गांव में उनकी बाइक की कार के साथ टक्कर हो गई। हादसे में दोनों को गंभीर चोटें आई। दोनों को ओढां के सरकारी अस्पताल लाया गया।अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने दर्शन सिंह को मृत घोषित कर दिया, वहीं उसकी पत्नी को सिरसा रेफर कर दिया। इसके बाद जब उसे सिरसा ले जाया जा रहा था तो रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। सूचना के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सिरसा के नागरिक अस्पताल भिजवाया। कार के ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
- अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में आरोपी युवती ने शनिवार रात बकरी बांधने वाली रस्सी से अपने पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी। पिता का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपनी आरोपी बेटी के संबंधों का विरोध करता था। सनसनीखेज हत्या की इस वारदात में लड़की का साथ उसके आरोपी प्रेमी ने भी दिया। पुलिस ने आरोपी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया है।सीओ रूदौली धर्मेंद्र यादव ने बताया कि पटरंगा थाना क्षेत्र के मजरा चक के सरैठा गांव निवासी दरबारी लाल की चार बेटियां हैं। जिसमें तीन की शादी हो गई है। जबकि, छोटी लड़की आरोपी रंजू उनके साथ रहती थी। इस बीच, लड़की का संबंध गांव के ही आरोपी रवि नाम के युवक से हो गया। जिसे उसका पिता नापसंद कर उस पर सख्ती बरत रहा था। वह बेटी को उसके प्रेमी से मिलने नहीं देता था। उसके घर के बाहर जाने पर भी पाबंदी लगा रखी थी।इससे नाराज उसकी आरोपी पुत्री ने अपने आरोपी प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और शनिवार रात उसे अंजाम भी दे दिया। शनिवार रात जब पिता खाना खाने के बाहर घर के बाहर रखे छप्पर में सो गया तो आरोपी रंजू ने अपने प्रेमी आरोपी रवि के साथ मिलकर बकरी बांधने वाली रस्सी से गला घाेंट दिया।सीओ ने बताया कि आरोपी बेटी और उसके आरोपी प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी बेटी ने हत्या का गुनाह स्वीकार कर लिया है। मृतक दरबारी के शव को पीएम के लिए भेजा गया।
- नयी दिल्ली। सरकार ने पेंशन लेने वाले बुजुर्गों के लिये डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र पाने के संबंध में नये नियम अधिसूचित किये हैं। अब पेंशनरों को डिजिटल तौर पर जीवन प्रमाण पत्र लेने के लिये आधार को स्वैच्छिक बना दिया गया है। सरकार ने बेहतर प्रशासन संचालन (सामाजिक कल्याण, नवोनमेष, ज्ञान) निमय 2020 मे तहत अपनी त्वरित संदेश समाधान वाली एप ‘संदेश' और सार्वजनिक कार्यालयों में हाजिरी लगाने के लिये आधार प्रमाणीकरण को स्वैच्छिक कर दिया गया है। इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा 18 मार्च को जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘जीवन प्रमाण के लिये आधार की प्रामाणिकता स्वैच्छिक आधार पर होगी और इसका इस्तेमाल करने वाले संगठनों को जीवन प्रमाणपत्र देने के लिये वैकल्पिक तरीके निकालने चाहिये। इस मामले में एनआईसी को आधार कानून 2016, आधार नियमन 2016 और कार्यालय ज्ञापन तथा यूआईडीएआई द्वारा समय समय पर जारी सकुर्लर और दिशानिर्देशों का अनुपालन करना होगा।'' पेंशनरों के लिये जीवन प्रमाण पत्र की शुरुआत तब की गई जब कई बुजुर्गों को पेंशन लेने के लिये अपनी जीवित होने की सत्यता के लिये लंबी यात्रा कर पेंशन वितरित करने वाली एजेंसी के समक्ष उपस्थित होना पड़ता था। या फिर वह जहां नौकरी करते रहे हैं वहां से उन्हें जीवन प्रमाणपत्र लाना होता था और उसे पेंशन वितरण एजेंसी के पास जमा काराना होता था। डिजिटल तरीके से जीवन प्रमाणपत्र जारी करने की सुविधा मिलने के बाद पेंशनरों को खुद लंबी यात्रा कर संबंधित संगठन अथवा एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने की अनिवार्यता से निजात मिल गई। लेकिन कई पेंशनरों ने अब इस मामले में शिकायत की है कि आधार कार्ड नहीं होने की वजह से उन्हें पेंशन मिलने में कठिनाई उठानी पड़ रही है अथवा उनके अंगूठे का निशान मेल नहीं खा रहा है। इसके लिये कुछ सरकारी संगठनों ने जहां 2018 में वैकल्पिक रास्ता निकाला था वहीं अब जारी अधिसूचना के जरिये आधार को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जारी करने के लिये स्वैच्छिक बना दिया गया है।--File photo
- नयी दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि 70,000 आयुष्मान भारत- हेल्थ एंड वेल्नेस सेंटर (एबी-एचडब्ल्यूसी) निर्धारित वक्त से काफी पहले 31 मार्च तक संचालित करने का लक्ष्य रखने के साथ ही भारत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को सार्वभौमिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव तक पहुंच गया है। मंत्रालय ने कहा कि आज की तारीख तक एबी-एचडब्ल्यूसी तक करीब 41.35 करोड़ लोगों की पहुंच है, जिनमें से 54 प्रतिशत महिलाएं हैं। उसने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद इस गति से प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने की उपलब्धि केंद्र और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के बीच उच्च स्तरीय समन्वय की बदौलत हासिल हुई है। मंत्रालय ने कहा कि यह प्रभावी विकेंद्रीकरण और सहयोगात्मक संघवाद की प्रक्रिया का साक्ष्य है।मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अप्रैल 2018 में आयुष्मान भारत- हेल्थ एंड वेल्नेस सेंटर को शुरू करना भारत के सार्वजनिक स्वास्थ्य के इतिहास में एक ऐतिहासिक पल था। उसने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में 1.5 लाख उप स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को दिसंबर 2022 तक एबी-एचडब्ल्यूसी में परिवर्तित करने और व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल देने का लक्ष्य रखा गया है। उसने कहा कि मौजूदा प्रजनन संबंधी एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओं और संचारी रोग सेवा को बढ़ाने और मजबूत करने के साथ ही एबी-एचडब्ल्यूसी गैर संचारी रोगों से संबंधित सेवाएं भी उपलब्ध कराएंगे और इसमें धीरे-धीरे मानसिक स्वास्थ्य, नाक-कान-गला, नेत्र संबंधी, मुंह संबंधी, वृद्ध-परिचर्या से संबंधित अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को भी शामिल किया जा रहा है। मंत्रालय ने बताया कि महिलाओं में अबतक रक्तचाप की 9.1 करोड़, मधुमेह की 7.4 करोड़, मुंह के कैंसर की 4.7 करोड़, स्तन कैंसर की 2.4 करोड़, सर्वाइकल कैंसर की 1.7 करोड़ जांच की गई हैं। उसने बताया कि एचडब्ल्यूसी का अन्य अहम घटक टेली-परामर्श है यानी फोन पर परामर्श देना है। एचडब्ल्यूसी में 9.45 से अधिक टेली परामर्श दिए जा चुके हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान एबी-एचडब्ल्यूसी ने कोरोना वायरस की रोकथाम और गैर कोविड-19 जरूरी स्वास्थ्य सेवा को जारी रखने में अहम भूमिका निभाई है।--File photo
- शाहजहांपुर । जिस तरह उत्तर प्रदेश के मथुरा के बरसाना और नंदगांव की 'लट्ठमार होली' (लाठी के साथ होली का जश्न) दुनिया भर में प्रसिद्ध है, उसी तरह शाहजहांपुर जिले में हर वर्ष होली के दिन खेली जाने वाली "जूता मार होली'' की भी एक अलग पहचान है। इसकी तैयारी में पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुट गया है। आयोजकों के मुताबिक इस बार 'लाट साहब' दिल्ली से आएंगे जबकि पिछली बार 'लाट साहब' रामपुर से लाए गए थे। होली के दिन भैंसा गाड़ी पर निकलने वाले जुलूस में 'लाट साहब' मुख्य आकर्षण होते हैं। अपर पुलिस महानिदेशक अविनाश चन्द ने बुधवार रात जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ 'लाट साहब' के जुलूस के मार्ग पर फ्लैग मार्च किया तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए। स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ विकास खुराना ने बताया कि ''यहां होली वाले दिन 'लाट साहब' का जुलूस निकलता है और उन्हें भैंसा गाड़ी पर तख्त डालकर बिठाया जाता है। लाट साहब का जुलूस बड़े ही गाजे-बाजे के साथ निकलता है और इस दौरान लाट साहब की जय बोलते हुए होरियारे उन्हें जूतों से मारते हैं।'' डॉ खुराना ने बताया, ‘‘शाहजहांपुर शहर की स्थापना करने वाले नवाब बहादुर खान के वंश के आखिरी शासक नवाब अब्दुल्ला खान पारिवारिक लड़ाई के चलते फर्रुखाबाद चले गए और 1729 में 21 वर्ष की आयु में वापस शाहजहांपुर आए। वह हिंदू-मुसलमानों के बड़े प्रिय थे और इसी बीच होली का त्यौहार आ गया और तब दोनों समुदाय के लोग उनसे मिलने के लिए घर के बाहर खड़े हो गए। जब नवाब साहब बाहर आए तो लोगों ने होली खेली। बाद में उन्हें ऊंट पर बैठाकर शहर का एक चक्कर लगाया गया इसके बाद से यह परंपरा बन गई।'' उन्होंने बताया कि 1857 तक हिंदू- मुस्लिम दोनों मिलकर यहां होली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाते थे तथा नवाब साहब को हाथी या फिर घोड़े पर बैठा के शहर में घुमाया जाता था परंतु हिंदू मुस्लिम का यह सौहार्द प्यार अंग्रेजों को रास नहीं आया। डॉक्टर खुराना ने बताया, ‘‘इसके बाद 1858 में बरेली के सैन्य शासक खान बहादुर खान के सैन्य कमांडर मरदान अली खान ने एक टुकड़ी के साथ शाहजहांपुर में हिंदुओं पर हमला कर दिया जिसमें तमाम हिंदू मुसलमान मारे गए थे। तब शहर में सांप्रदायिक तनाव हो गया क्योंकि विद्रोह के बाद अंग्रेजों की नीति थी फूट डालो और राज करो।'' डॉक्टर खुराना के मुताबिक 1947 के बाद नवाब साहब के जुलूस का नाम बदल कर प्रशासन ने 'लाट साहब' कर दिया और तब से यह लाट साहब के नाम से जाना जाने लगा। इसी दौरान अंग्रेज यहां से चले गए और फिर अंग्रेजों के प्रति लोगों में जो आक्रोश था उससे ही इस नवाब के जुलूस का रूप विकृत हो गया। लाट साहब का यह जुलूस चौक कोतवाली स्थित फूलमती देवी मंदिर से निकलता है और वहां लाट साहब मंदिर में मत्था टेकते हैं तथा पूजा अर्चना करते हैं। इसके बाद कोतवाली में सलामी लेते हुए बाबा विश्वनाथ मंदिर में पहुंचते हैं और पुनः यह जुलूस चौक में ही आकर समाप्त हो जाता है। इसी तरह छोटे लाट साहब का जुलूस थाना राम चंद्र मिशन के सराय से शुरू होकर छोटे राउंड में घूम कर वहीं समाप्त होता है जबकि एक जुलूस जलाल नगर से शुरू होकर रेलवे स्टेशन पर खत्म होता है। इतिहासकार डॉ खुराना ने यह भी दावा किया कि सिविल सर्विस के प्रशिक्षण के दौरान लाट साहब का यह जुलूस पाठ्यक्रम का हिस्सा है तथा कई बार इस जुलूस के समय प्रशिक्षु आईएएस को मौके पर भेजा गया था। पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि होली पर निकलने वाले छोटे तथा बड़े लाट साहब के जुलूस के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से पांच पुलिस क्षेत्राधिकारी, 30 थाना प्रभारी तथा 150 उपनिरीक्षक, 900 सिपाही के अलावा दो कंपनी पीएसी तथा दो कंपनी आरपीएफ तथा दो ड्रोन कैमरों की मांग की गई है जो संभवत 25 मार्च तक यहां आ जाएंगे।
- मुंबई।मुंबई के घाटकोपर में पुलिस ने एक हुक्का पार्लर पर छापा मारा और कोरोना वायरस नियमों के कथित उल्लंघन के लिए छह लोगों को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात छापेमारी की गई।तिलक नगर थाने के अधिकारी ने बताया, "एक गुप्त सूचना के आधार पर हुक्का पार्लर के खिलाफ कार्रवाई की गई। कई लोग निर्देश के बावजूद मास्क पहने नहीं पाए गए। उसके प्रबंधक और ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपियों पर आईपीसी की धारा 285, 188 और 269 के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है।--File photo
- भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ रहे नये मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि 23 मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे प्रदेश के सभी शहरों में सायरन बजाकर कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क लगाने और दो गज की दूरी बनाने का संकल्प लिया जाएगा। चौहान ने यहां संवाददाताओं से कहा, 23 मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे मध्य प्रदेश के सभी शहरों में सायरन बजेगा। जो जहाँ है, वहीं दो मिनट खड़े रहकर मास्क लगाने और एकदूसरे से दूरी बनाये रखने का संकल्प लेगा।'' उन्होंने कहा कि 23 मार्च को शाम को 7 बजे भी दो मिनट के लिए सायरन बजेगा और हम पुनः यह सुनिश्चित करेंगे कि हमने और हमारे आसपास के लोगों ने मास्क लगाया है या नहीं। चौहान ने कहा, ‘‘मास्क लगाना बहुत ज़रूरी है। इसलिए यह संकल्प अभियान हम शुरू कर रहे हैं। स्थिति हाथों से बाहर निकले, इसके पहले ही हम संभल जाएँ।'' उन्होंने कहा कि प्रदेश में इन्दौर एवं भोपाल सहित अन्य स्थानों से पूर्व माह की तुलना में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। चौहान ने कहा कि आमजन को इस संक्रमण से बचाने के लिए राज्य सरकार अपना दायित्व निर्वहन करेगी। उन्होंने कहा कि साथ ही आमजन भी अच्छी तरह सावधानी बरतें और कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी उपाय अपनाएं। उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तियों की बीच परस्पर दूरी रखने के लिए पहले भी उपाय किए गए थे। इसका आम जनता ने पालन भी किया था। अब फिर से ऐसी आवश्यकता महसूस की जा रही है। एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के लिए दुकानों के सामने ग्राहक के खड़े होने के लिए गोले बनाए जाएंगे।'' चौहान ने कहा कि उन्होंने भोपाल के न्यूमार्केट में शनिवार शाम आमजनता में मास्क बांटे और पहनाए। उन्होंने कहा कि मास्क उपयोग के लिए हर किसी को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि वे खुद भी इस कार्य को देखेंगे, आवश्यक हुआ तो वे खुद भी गोले बनाएंगें। उन्होंने कहा कि संकल्प अभियान में सायरन बजने पर लोग निर्धारित समय पर अपने स्थान पर रूक जाएंगे और मास्क लगाने का एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने का संकल्प लेंगे ताकि संक्रमण रोका जा सके। चौहान ने कहा कि 'मेरी होली-मेरे घर' के नारे को त्यौहार पर दिनचर्या में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि त्यौहार पारिवारिक स्तर पर पूरी सावधानियों के साथ मनाए जाएँ। उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकना हम सभी के हाथ में हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के वायरस से बचने के लिए मास्क एक अचूक उपाय है।
- नयी दिल्ली । कुंभ मेले के दौरान कोविड-19 के मामलों में वृद्धि होने की आशंका के मद्देनजर केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखा है जिसमें महामारी को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित करने वाले एक उच्च स्तरीय केंद्रीय दल की चिंताओं का उल्लेख किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक वक्तव्य में बताया गया कि हरिद्वार में कुंभ मेले में चिकित्सा तथा जन स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक के नेतृत्व में केंद्र सरकार के एक दल ने 16-17 मार्च के बीच उत्तराखंड का दौरा किया था। उत्तराखंड के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में भारत में 12 से अधिक राज्यों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि आई है और हरिद्वार कुंभ मेले में इन राज्यों से भी तीर्थयात्री आ सकते हैं। मंत्रालय ने कहा, “कुंभ मेले के दौरान पवित्र शाही स्नान के बाद स्थानीय लोगों में संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका है।” सचिव ने यह भी कहा कि केंद्रीय दल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन 10-20 तीर्थयात्रियों और 10-20 स्थानीय लोगों के संक्रमित होने की जानकारी मिल रही है। वक्तव्य में कहा गया, “संक्रमण की यह दर मामलों में वृद्धि होने की आशंका को बढ़ाती है क्योंकि कुंभ के दौरान अधिक संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है।” राज्य को बताया गया कि हरिद्वार में प्रतिदिन हो रही 50 हजार रेपिड एंटीजेन जांच और पांच हजार आरटीपीसीआर जांच तीर्थयात्रियों की संभावित संख्या को देखते हुए पर्याप्त नहीं है।