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एक ही परिवार के नौ लोगों की हत्या
पेशावर. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने एक घर में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी कर बुधवार को एक परिवार के नौ सदस्यों की हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मलाकंड जिले की बटखेला तहसील में अज्ञात हमलावरों ने तीन महिलाओं और छह पुरुषों समेत एक ही परिवार के नौ सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर स्थानीय ‘लेवीज़' बल मौका-ए-वारदात पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए बटखेला अस्पताल भेजा। पुलिस के मुताबिक, हत्या के कारण का फिलहाल पता नहीं है और मामले की जांच की जा रही है। - बर्लिन । जर्मनी उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्वी मोर्चे को मजबूत बनाने के लिए स्थायी आधार पर लगभग चार हजार सैनिक लिथुआनिया भेजना चाहता है। जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने सोमवार को लिथुआनिया की राजधानी विलनियस की यात्रा के दौरान यह बात कही। पिस्टोरियस ने कहा, “जर्मनी लिथुआनिया में स्थायी रूप से एक मजबूत ब्रिगेड तैनात करने के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा कि सैनिकों और उनके परिवारों के लिए बुनियादी ढांचे तथा सुविधाओं की व्यवस्था करने की जरूरत है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध पर जर्मनी की सरकार ने पिछले साल जून में कहा था कि लिथुआनिया पर हमला होने की स्थिति में एक लड़ाकू ब्रिगेड उसकी रक्षा करने के लिए तैयार है। तब से लेकर अब तक इस बात को लेकर मतभेद रहे हैं कि क्या लिथुआनिया में स्थायी रूप से सैनिकों को तैनात किया जाए या फिर अस्थायी रूप से उन्हें वहां भेजा जाए। लिथुआनिया सरकार स्थायी रूप से सैनिकों की तैनाती की मांग कर रही है जबकि जर्मन सरकार लंबे समय तक ऐसा करने से इनकार करती रही है। पिस्टोरियस ने कहा कि जर्मन सरकार ने केवल यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के चलते लिथुआनिया में ब्रिगेड तैनात करने का फैसला नहीं लिया, बल्कि इसके पीछे उसका खुद का इतिहास भी है। उन्होंने कहा कि शीतयुद्ध का अंत होने तक जर्मनी नाटो का पूर्वी मोर्चा हुआ करता था।
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काहिरा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को तय कार्यक्रम से हटकर दुनिया के सात अजूबों में शामिल गीजा के पिरामिड देखने पहुंचे, जिसका निर्माण 4000 साल से भी पहले हुआ था। मिस्र के पिरामिड, ताजमहल या पेरिस में एफिल टावर जैसे दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में शामिल हैं। तीन पिरामिड में से सबसे बड़ा काहिरा के ठीक बाहर एक चट्टान पर बना ‘ग्रेट पिरामिड' है, जिसकी ऊंचाई 146.5 मीटर है। इसका निर्माण उस समय मिस्र के फराओ खुफू ने करवाया था। नयी दिल्ली में 13वीं सदी की शुरुआत में बनी कुतुब मीनार 72.5 मीटर ऊंची है। तीनों पिरामिड का निर्माण 2600 ईसा पूर्व और 2500 ईसा पूर्व के बीच प्राचीन साम्राज्य के चौथे राजवंश के शासन के दौरान किया गया था। प्राचीन मिस्र के इतिहास को तीन मुख्य काल प्राचीन साम्राज्य (लगभग 2700 से 2200 ईसा पूर्व), मध्य साम्राज्य (2050 से 1800 ईसा पूर्व) और नया साम्राज्य (1550 से 1100 ईसा पूर्व) में विभाजित किया गया है। प्राचीन मिस्र के साम्राज्यों पर सर्वशक्तिमान फराओ या राजाओं का शासन था, जिन्हें दैवीय शख्सियतों के रूप में देखा जाता था। वे अपने शासन और विरासत को अमर बनाने के लिए, मंदिरों सहित शानदार निर्माण परियोजनाओं में शामिल रहे। खुफू के पूर्ववर्तियों ने भी छोटे पिरामिड बनवाए, लेकिन वे अपूर्ण संरचनाएं थीं, जो अब खंडहर हो चुकी हैं। खुफू का ‘ग्रेट पिरामिड' अपनी कलात्मकता, आकार और रूपरेखा के लिए उल्लेखनीय है। फराओ द्वारा पिरामिड का निर्माण अपने मकबरे के रूप में किया जाता था, जिसमें उन्हें सोने के आभूषणों और सजावट की अनगिनत संपत्ति के साथ इस विश्वास के साथ दफनाया जाता था कि उन्हें बाद के जीवन में उनकी आवश्यकता होगी। आधुनिक इमारतों के बनने से पहले ‘ग्रेट पिरामिड' 4,000 से अधिक वर्षों तक दुनिया की सबसे ऊंची संरचना थी। अन्य दो पिरामिड 136.4 मीटर ऊंचे और 65 मीटर ऊंचे हैं, जो क्रमश: फराओ खफरे और फराओ मेक्योर के हैं। लगभग तीन टन वजन वाले विशाल पत्थर के खंड से बने पिरामिड, एकमात्र प्राचीन आश्चर्य हैं, जो काफी हद तक मूल स्वरूप में बरकरार हैं। काहिरा शहर के ठीक बाहर, गीजा नेक्रोपोलिस या कब्रिस्तान में स्थित, पिरामिड मानव सभ्यता में एक गौरवशाली समय का प्रतीक हैं। गीजा के पिरामिड और आधे मानव-आधे शेर की आकृति वाले स्फिंक्स समेत मेम्फिस क्षेत्र के प्राचीन खंडहर को सामूहिक रूप से 1979 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। हर साल दुनिया भर से लाखों पर्यटक पिरामिड देखने आते हैं। अमेरिका की सफल राजकीय यात्रा के बाद, मोदी मिस्र की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के दूसरे दिन पिरामिड को देखने पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली पिरामिड की यात्रा के दौरान मोदी के साथ थे। प्रधानमंत्री ने यात्रा के बाद ट्वीट किया, ‘‘मैं पिरामिड की यात्रा पर मेरे साथ आने के लिए प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली को धन्यवाद देता हूं। हमने अपने राष्ट्रों के सांस्कृतिक इतिहास और आने वाले समय में इन संबंधों को कैसे गहरा किया जाए, इस पर गहन चर्चा की।'
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो यात्री बसों की भिड़ंत में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि 42 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बेनजीराबाद के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीजीआईपी) मोहम्मद यूनुस चांडियो ने कहा कि दुर्घटना तड़के करीब चार बजे नवाबशाह के निकट मेहरान राजमार्ग पर हुई जब कराची और पेशावर जा रहीं दो यात्री बसें एक-दूसरे से भिड़ गईं। ‘डॉन न्यूज' ने उनके हवाले से कहा कि घायलों का पीपुल्स मेडिकल एवं साइंस विश्वविद्यालय में इलाज किया जा रहा है। डीजीआईपी के अनुसार वाहनों की तेज रफ्तार के कारण भिड़ंत हुई।
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काहिरा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को काहिरा के हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और फलस्तीन में बहादुरी से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कब्रिस्तान में शहीद भारतीय सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की और वहां रखी आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। इस कब्रिस्तान में हेलियोपोलिस (पोर्ट तौफीक) स्मारक और हेलियोपोलिस (अदन) स्मारक शामिल हैं। हेलियोपोलिस (पोर्ट तौफीक) स्मारक उन लगभग 4,000 भारतीय सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और फलस्तीन में लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी। वहीं, हेलियोपोलिस (अदन) स्मारक राष्ट्रमंडल देशों के उन 600 से अधिक जवानों की याद में बनाया गया है, जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अदन में लड़ते हुए शहीद हो गए थे। हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान के रखरखाव का जिम्मा ‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' के हाथों में है। ‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' की वेबसाइट के मुताबिक, इस कब्रिस्तान में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए राष्ट्रमंडल देशों के 1,700 जवानों को भी दफनाया गया है। कब्रिस्तान में कई अन्य देशों के शहीद सैनिकों की कब्रें भी मौजूद हैं। स्वेज नहर के दक्षिणी छोर पर स्थित मूल पोर्ट तौफीक स्मारक का उद्घाटन 1926 में किया गया था।
‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' की वेबसाइट के अनुसार, सर जॉन बर्नेट द्वारा डिजाइन किया गया मूल स्मारक 1967-1973 के इज़राइल-मिस्र संघर्ष के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था और इसे अंततः ध्वस्त कर दिया गया था। अक्टूबर 1980 में मिस्र में भारत के तत्कालीन राजदूत ने हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान में शहीद भारतीय सैनिकों के नाम वाले ‘पैनल' से युक्त एक नये स्मारक का उद्घाटन किया था। पिछले साल अक्टूबर में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान में श्रद्धांजलि अर्पित की थी। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मिस्र यात्रा है। -
काहिरा. मिस्र में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भरपूर प्रशंसा की और उन्हें “भारत का नायक” बताया। वह 26 वर्षों में रणनीतिक रूप से स्थित पश्चिम एशियाई देश की द्विपक्षीय यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की राजकीय यात्रा के समापन के बाद शनिवार को यहां पहुंचे मोदी का रिट्ज कार्लटन होटल में जोरदार स्वागत किया गया, जहां उन्होंने अलग-अलग समूहों में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत की। अधिकांश सदस्यों ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में मोदी के ऐतिहासिक संबोधन और उनके नेतृत्व में देश की आर्थिक प्रगति की सराहना की। मोदी बृहस्पतिवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय नेता बन गये। अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को उन्होंने 2016 में पहली बार संबोधित किया था। भारतीय समुदाय के एक सदस्य ने मोदी से कहा, “आप भारत के नायक हैं”, इसके जवाब में मोदी ने कहा कि विदेश में रह रहे लोगों समेत प्रत्येक भारतीय ने देश की सफलता में योगदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सारा हिंदुस्तान सबका हीरो है। देश के लोग मेहनत करते हैं, देश की तरक्की होती है।” उन्होंने कहा, “यह आपकी मेहनत का नतीजा है। आपकी तपस्या काम कर रही है।” मोदी ने बोहरा समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात की, जिनका उनके गृह राज्य गुजरात से गहरा नाता है। इससे पहले, जब प्रधानमंत्री यहां होटल पहुंचे, तो भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भारतीय तिरंगा लहराते हुए ‘मोदी, मोदी', ‘वंदे मातरम' के नारों से उनका स्वागत किया। साड़ी पहने मिस्र की एक महिला जेना ने फिल्म ‘शोले' के लोकप्रिय गीत ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे' गाकर मोदी का स्वागत किया। फिल्म ‘शोले' में यह गीत किशोर कुमार और मन्ना डे ने गाया है। इस गीत की प्रस्तुति से प्रभावित होकर, प्रधानमंत्री ने उस समय आश्चर्य व्यक्त किया, जब जेना ने कहा कि वह बहुत कम हिंदी जानती हैं और कभी भारत नहीं गईं। मोदी ने कहा, “किसी को पता नहीं चलेगा कि आप मिस्र की बेटी हो या हिंदुस्तान की बेटी।”
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “मिस्र में भारतीय प्रवासियों के गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं बहुत प्रभावित हुआ। उनका समर्थन और स्नेह वास्तव में हमारे राष्ट्रों के शाश्वत बंधन का प्रतीक है। यह भी उल्लेखनीय है कि मिस्र के लोग भारतीय पोशाक पहनते थे। सचमुच, यह हमारे साझा सांस्कृतिक संबंधों का उत्सव है।” मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के प्रयासों के तहत इस देश का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के यहां हवाई अड्डा पर पहुंचने पर मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया था। मिस्र पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का परंपरागत स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया था। -
काहिरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिस्र में ‘इंडिया यूनिट' के साथ पहली बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। ‘इंडिया यूनिट' मिस्र के शीर्ष मंत्रियों का एक समूह है जिसके प्रमुख मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के बाद मिस्र पहुंचे।
मैडबौली की अगुवाई में मिस्र मंत्रिमंडल के सात सदस्य मोदी के साथ हुई बैठक में मौजूद रहे। मोदी ने समर्पित उच्चस्तरीय इंडिया यूनिट के गठन के लिए मिस्र का आभार व्यक्त किया और साथ ही सरकार के रुख की प्रशंसा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘व्यापार एवं निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल लेनदेन मंच, दवा तथा लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई। गौरतलब है कि मिस्र अफ्रीकी महाद्वीप में भारत का सबसे अहम कारोबारी साझेदार है। - वाशिंगटन । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमरीका की साझेदारी से 21वीं सदी में विश्व समुदाय की स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की भागीदारी केवल लाभ-आधारित नहीं है, बल्कि विश्वास, करूणा और दोनों देशों की समान भावना पर आधारित है।राजधानी वाशिंगटन डी.सी. में रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय समुदाय के साथ चर्चा में श्री मोदी ने कहा कि भारत की सफलता की सबसे बड़ी प्रेरणा स्वयं भारतवासी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बेहतर भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, घनिष्ठ विनिर्माण सहयोग और औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखला में सहयोग बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।भारत और अमरीका के बीच रक्षा सहयोग की संभावना के संबंध में श्री मोदी ने कहा कि जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा लड़ाकू जेट इंजन के निर्माण का फैसला भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि भारत और अमरीका के बीच हुई आर्टमिस संधि से अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए कई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। श्री मोदी ने कहा कि गूगल, माइक्रोन, अल्पाईड मैटेरियल्स जैसी कई अमरीकी कंपनियों ने भारत में बड़े निवेश की घोषणा की है जिससे भारत में रोजगार के कई अवसर सृजित होंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु और अहमदाबाद में अमरीका अपने वाणिज्य दूतावास खोलेगा। यह निर्णय भी लिया गया है कि एच1 बी वीजा का नवीकरण अमरीका में ही करने का निर्णय लिया गया है। श्री मोदी ने कहा कि अब एच1 बी वीजा के नवीकरण के लिए भारतीयों को अमरीका से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी जिससे सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों को काफी सहायता मिलेगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर तेज है और इससे लोगों के जीवन में बदलाव आ रहा हैं। उन्होंने कहा कि सशक्त और विकसित भारत विश्व समुदाय के लिए भी अच्छा है। श्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में अभूतपूर्व डिजिटल क्रांति हुई है। उन्होंने कहा कि एक सौ 40 करोड़ लोगों के आत्मविश्वास से देश की आर्थिक प्रगति हुई है और नये भारत को अपनी दिशा पता है। श्री मोदी ने कहा कि नया भारत अब अपनी क्षमता को कार्यरूप दे रहा है।भारत-अमरीका संबंधों को बेहतर बनाने में भारतीय समुदाय की भूमिका की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में बने उत्पादों को अमरीका में देखना और भारतीय प्रतिभाओं को वैश्विक कंपनियों का नेृतत्व करते देखना, भारत के लिए गर्व की बात है।
- वाशिंगटन । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका मिलकर विश्व को बेहतर भविष्य प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत-अमरीकी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ है। उन्होंने कहा कि अमरीका सबसे पुराना और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसकी संस्कृति ही विचार और अभिव्यक्ति आगे बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारी रगों में है और हम अमेरिका के साथ खास रिश्ता साझा करते हैं। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज आधुनिक भारत में महिलाएं हमें बेहतर भविष्य की ओर ले जा रही हैं। भारत का दृष्टिकोण सिर्फ महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाला विकास नहीं है। यह महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है जहां महिलाएं प्रगति की यात्रा का नेतृत्व करती हैं। एक साधारण आदिवासी पृष्ठभूमि से निकलकर एक महिला हमारी राष्ट्रप्रमुख बनी हैं। लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता की भावना हमें परिभाषित करती है। भारत अपने ग्रह के लिए जिम्मेदार होते हुए भी विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पृथ्वी हमारी माता है और हम उसकी संतान हैं। भारतीय संस्कृति पर्यावरण और हमारे ग्रह का गहरा सम्मान करती है।श्री मोदी ने कहा कि दुनिया में परिवर्तन के साथ हमारी संस्थाओं को भी बदलना होगा। श्री मोदी ने कहा कि दो शताब्दियों में महान अमरीकी और भारतीय शख्सियतों के जीवन ने दोनों देशों को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर और महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्तियों के जीवन से भारत और अमरीका दोनों ही प्रेरित हुए हैं जिससे दोनों देशों के बीच संबंध गहरे बने हैं।इससे पहले, उन्होंने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई ।संबोधन के बाद प्रधानमंत्री राजकीय भोज के लिए व्हाइट हाउस पहुंचें। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पत्नी जिल बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रि भोज का आयोजन किया। इस आयोजन के लिए दोनों को धन्यवाद देते हुए श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों की उपस्थिति ने इस शाम को और विशेष बना दिया है।अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छा समय बिताया और आज का यह आयोजन भारत और अमरीका के बीच मैत्री के अटूट बंधन का जश्न मनाने का अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी 23 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे।
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत की किफायती विमानन कंपनी इंडिगो की ओर से एयरबस को दिए गए 500 विमानों के अरबों डॉलर के ऑर्डर का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे ब्रिटेन में हजारों नौकरियों के साथ आर्थिक वृद्धि को समर्थन मिलेगा। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो और ब्रिटेन की सबसे बड़ी विमानन विनिर्माता कंपनियों में से एक एयरबस ने 500 ए320 विमानों की खरीद संबंधी समझौते की घोषणा की है। यह दुनिया में नागर विमानन के क्षेत्र में विमान खरीद के सबसे बड़े सौदों में से एक है। इसके बाद इंडिगो की ओर से एयरबस को ऑर्डर किए गए कुल विमानों की संख्या बढ़कर 1,330 हो गई है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, “यह समझौता हमारे विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ी जीत है। इंडिगो के साथ एयरबस का समझौता ब्रिटेन के लिए अरबों डॉलर मूल्य का है और इससे देश भर में हजारों नौकरियों को समर्थन मिलेगा जो अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाने में मदद करेगा।” यह विमान खरीद समझौता इसी सप्ताह पेरिश एयर शो में दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ था। -
काठमांडू. नेपाल में कारोबारियों ने भारत से प्याज का आयात दो सप्ताह के बाद फिर से शुरू कर दिया है। नेपाल सरकार की ओर से पिछले महीने आयातित सब्जियों एवं फलों पर 13 प्रतिशत वैट लगाने के फैसले के बाद व्यापारियों ने भारत से प्याज खरीदना बंद कर दिया था। सब्जी विक्रेता सोमवार से ही काठमांडू की मुख्य सब्जी मंडी कालीमाटी फल एवं सब्जी मंडी में प्याज लाने लगे। इसके बाद मंगलवार व बुधवार को प्याज की सबसे बड़ी खेप मंडी में पहुंची। मंडी विकास समिति के उप कार्यकारी निदेशक अर्जुन प्रसाद आर्यल ने कहा, “कालीमाटी सब्जी मंडी में भारत से प्याज आने लगा है। मंगलवार और बुधवार को काठमांडू में थोक की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में कुल 145 टन प्याज पहुंचा है।” उन्होंने कहा कि मंडी में सब्जी की सुचारू आपूर्ति है क्योंकि व्यापारियों ने मूल्य-वर्द्धित कर (वैट) चुकाकर प्याज लाना शुरू कर दिया है। नेपाल की संसद में गत 29 मई को पेश वित्त विधेयक के अनुसार, आयातित प्याज, आलू और अन्य सब्जियों और फलों पर 13 प्रतिशत की दर से वैट लगेगा। थोक बाजार में 48 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकने वाला प्याज खुदरा बाजारों में 70 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कालीमाटी बाजार में एक सब्जी विक्रेता भरत उप्रेती ने कहा, “हम तीन-चार दिनों से भारत से प्याज लाने लगे हैं। आयातित सब्जियों पर 13 प्रतिशत वैट चुकाने से पहले हमें नौ प्रतिशत सब्जी आयात शुल्क और पांच प्रतिशत अग्रिम कर भी चुकाना होता है।” उन्होंने कहा, “वैट हटाने की हमारी मांग अब भी कायम है, लेकिन हमने ग्राहकों के हित में प्याज आयात करना शुरू कर दिया है।” -
न्यूयॉर्क (अमेरिका). दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला इंक भारत में उल्लेखनीय निवेश की तैयारी कर रही है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने यह बात कही है। मस्क का मानना है कि दुनिया के किसी अन्य बड़े देश की तुलना में भारत में अधिक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद मस्क ने कहा कि उनकी अगले साल भारत जाने की योजना है। यह पूछे जाने पर कि क्या टेस्ला (वाहन कंपनी) भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी, मस्क ने कहा कि वह अगले साल देश की यात्रा की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में होगी।'' भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। चीन और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच भारत खुद को अमेरिकी कंपनियों के लिए वैकल्पिक निवेश गंतव्य के रूप में पेश कर रहा है। मस्क टेस्ला के अगले कारखाने के लिए स्थान की तलाश कर रहे हैं। वह फ्रांस, दक्षिण कोरिया और इंडोनेशिया में संभावित गंतव्य की तलाश में हैं। उन्होंने कहा कि भारत में सौर सहित हरित ऊर्जा के लिए मजबूत संभावनाएं हैं। मस्क ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री का उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में साथ काम करने में सक्षम होंगे।'' एक अलग वीडियो बयान में मस्क ने मोदी की सराहना करते हुए कहा, ‘‘वह वास्तव में भारत की परवाह करते हैं क्योंकि वह भारत में उल्लेखनीय निवेश करने के लिए हमसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं मोदी का प्रशंसक हूं।
मस्क ने प्रधानमंत्री के साथ अपनी बातचीत को बेहतरीन बताते हुए कहा कि भारत सौर ऊर्जा निवेश के मामले में बेहतरीन काम कर रहा है। मस्क के साथ मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा एलन मस्क। हमने ऊर्जा से लेकर आध्यात्मिकता तक के कई मुद्दों पर व्यापक बातचीत की।'' इसपर मस्क ने जवाब दिया, ‘‘आपसे एक बार फिर मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। -
नई दिल्ली। भारत आने वाले दशकों में अमरीका के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार होगा। अमरीका ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे और निकटतम साझेदारी को मजबूत बनाएगी।श्री मोदी, राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमरीका दौरे पर हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन ने श्री मोदी के लिए 22 जून को रात्रि भोज का आयोजन किया है। 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
श्री मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन के विशेष निमंत्रण पर अमरीका का यह दौरा दोनों लोकतंत्रों की साझेदारी की शक्ति और उत्साह को दिखाता है।राष्ट्रीय कूटनीतिक संपर्कों की सुरक्षा परिषद के समन्वयक- एनएससीसीएससी जॉन किर्बी ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आने वाले दशकों में भारत अमरीका के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार होगा। उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्वाड सहित एक अधिक सक्रिय अंतर्राष्ट्रीय भूमिका निभाने की भारत की प्रतिबद्धता दिखती है। यह प्रतिबद्धता एक स्वतंत्र, उनमुक्त और नियम आधारित वैश्विक व्यवस्था के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और उसकी रक्षा करने के लिए अमरीका के साथ जुड़ने की बढ़ती इच्छा दर्शाती है।श्री किर्बी ने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी के लिए लचीली आपूर्ति श्रृंखला वर्धन, सेमीकंडक्टर्स, जलवायु परिवर्तन, हमारे कार्यबलों के भविष्य और वैश्विक स्वास्थ्य, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा के भविष्य को लेकर सोचते हैं। ऐसे में भारत से ज्यादा उपयुक्त साझेदार कोई नहीं दिखता है।श्री किर्बी ने कहा कि दोनों नेता शैक्षणिक आदान-प्रदान और लोगों से लोगों के संपर्कों को बढ़ाने तथा जलवायु परिवर्तन से लेकर कार्यबल का विकास तथा स्वास्थ्य सुरक्षा की साझा चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़़े लोकतंत्र हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। श्री किर्बी ने कहा कि हम एक स्वतंत्र और उन्मुक्त हिन्द-प्रशांत कायम रखने के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने की आशा करते है। उन्होंने कहा कि हम नवाचार को बढ़ावा देने के साथ कोविड महामारी जैसी वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटेंगे। - वाशिंगटन। अमेरिका में नियुक्त भारत के राजदूत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की अगले हफ्ते होने वाली बैठक में पांच व्यापक महत्व के क्षेत्रों--स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा--पर चर्चा होने की उम्मीद है, जो संयुक्त बयान में प्रदर्शित होगा। भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा से एक दिन पहले आई है। मोदी 20 जून को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे और 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री वाशिंगटन डीसी जाएंगे, जहां उनकी अगवानी राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला (उनकी पत्नी) जिल बाइडन करेंगी। वहां मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और ऐतिहासिक रात्रिभोज में शामिल होंगे। संधू ने कहा, ‘‘इस साल की शुरूआत में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों--अजीत डोभाल और जेक सुविलन--ने महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों पर एक पहल की शुरूआत की। सुविलन, डोभाल के साथ वार्ता के लिए भारत आये थे। भारतीय राजदूत ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी का न केवल एक वाणिज्यिक पहलू है बल्कि यह एक बहुत मजबूत रणनीतिक पक्ष भी है। प्रौद्योगिकी साझा करने के लिए विश्वास महत्वपूर्ण आधार है।''प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान चर्चा किये जाने वाले पांच बड़े मुद्दों में स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वहनीय स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, वहनीय दवाइयां, वहनीय टीके, और प्रशिक्षण, शोध आदि इसका हिस्सा होंगे। दूसरे स्थान पर प्रौद्योगिकी है जो आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी), डिजिटल स्टार्टअप नवाचार है।ये सभी एक समूह में हैं।'' संधू ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इसके बाद नवीकरणीय समूह है, जिसमें सौर और हाइड्रोजन (ऊर्जा) शामिल है।'' उन्होंने शिक्षा के विषय पर कहा, ‘‘भारत में, हमारी एक नयी शिक्षा नीति है। बेशक, यहां मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि अभी दो लाख भारतीय छात्र (अमेरिका में) हैं...यह एक महत्वपूर्ण संबंध है। लेकिन नयी शिक्षा नीति के तहत संयुक्त डिग्री और शोध कार्य के लिए दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच संबंध स्थापित करने की दिशा में बढ़ा जा रहा।'' संधू ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अमेरिका के कई कुलपतियों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से बात की है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में अमेरिका एक प्रौद्योगिकी महाशक्ति है और भारत उभरती प्रौद्योगिकी वाला देश है। इसलिए, यह समन्वय संपर्क स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि संबंध अब नयी ऊंचाइयों को छूने जा रहे हैं और यात्रा के कई पहलू हैं, जो उस ओर इंगित करते हैं। संधू ने कहा, ‘‘...यह (यात्रा) दोनों नेताओं को एकसाथ समय बिताने और परस्पर हित के कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप कई क्षेत्रों में यह देखेंगे कि काफी सहयोग हो रहा है, साथ मिल कर काम किया जा रहा, और इसका ना सिर्फ अमेरिका और भारत पर, बल्कि कई तीसरे देशों पर भी प्रभाव पड़ेगा।'' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दोनों नेताओं के बीच एक मजबूत संबंध है और इस दौरान वे कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। संधू ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में अमेरिका और भारत साझेदारी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए कोरबेवैक्स नाम का एक टीका है, जिसे बेयलर कॉलेज ने विकसित किया है लेकिन इसका भारी मात्रा में उत्पादन भारतीय जैवप्रौद्योगिकी एवं बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी बीआईओई कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कई बार अमेरिका का दौरा किया है और उनकी हर यात्रा एक अलग तरह की यात्रा रही है। प्रत्येक यात्रा में हमेशा कुछ न कुछ नया पहलू रहा है। लेकिन यह एक (आधिकारिक) राजकीय यात्रा है और इसके अपने विशेष मायने हैं।'
- इस्लामाबाद/ लाहौर ।पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में शनिवार को एक राजमार्ग पर एक बस के पलट जाने से पांच महिलाओं और तीन बच्चों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। बस लाहौर से रावलपिंडी जा रही थी और यह कल्लार कहार साल्ट रेंज के पास राजमार्ग पर पलट गई।अधिकारियों ने कहा, ‘‘पांच महिलाओं और तीन बच्चों सहित कम से कम 13 यात्रियों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए।'' ‘नेशनल हाईवे एंड मोटरवे पुलिस' ने बताया कि दुर्घटना संभवत: बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुई। अधिकारियों ने कहा कि मृतक संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि बस में 34 यात्री थे।
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कंपाला (युगांडा). युगांडा-कांगो सीमा के पास एक माध्यमिक विद्यालय पर संदिग्ध विद्रोहियों के हमले के बाद अधिकारियों ने 38 छात्रों सहित कुल 41 लोगों के शव बरामद किए हैं। इन सभी की जलाकर, गोली मारकर या चाकू से गोदकर मारा गया था। स्थानीय महापौर ने शनिवार को यह जानकारी दी। युगांडा की सेना के अनुसार, शुक्रवार रात विद्रोहियों ने छापामारी कर कम से कम छह लोगों को अगवा किया और बाद में झरझरा सीमा पार कर कांगो भाग गये। मपोंडवे-लुबिरिहा के महापौर सेलेवेस्ट मापोज ने एसीसिएटेड प्रेस को बताया कि मारे गये लोगों में एक गार्ड और दो स्थानीय लोग शामिल थे। उन्होंने बताया कि विद्रोहियों ने एक छात्रावास में आग लगा दी जिसमें कुछ छात्र गंभीर रूप से झुलस गये, जबकि अन्य को गोली मार दी गई या उन्हें चाकू से गोदा गया था। युगांडा की सेना ने बताया कि रात करीब साढ़े ग्यारह बजे बोले किए गए हमले में पांच हमलावर शामिल थे।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर फेलिक्स कुलयिगे ने एक बयान में कहा था कि पास के एक ब्रिगेड के सैनिकों ने हमले का जवाब दिया। स्कूल में आग लगी हुई थी और छात्रों के शव परिसर में पड़े हुए थे। हालांकि प्रवक्ता ने अपने बयान में 47 शवों का हवाला दिया गया था, जिसमें आठ अन्य लोग घायल हुए थे और स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। अधिकारियों ने बताया कि अशांत पूर्वी कांगों में स्थित अपने ठिकानों से कई वर्षों से हमला कर रहे चरमपंथी समूह "एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस" के विद्रोहियों ने सीमावर्ती कस्बे मपोंडवे के लुबिरिहा माध्यमिक विद्यालय पर शुक्रवार को छापा मारा था। वहीं, युगांडा के एक प्रभावशाली राजनीतिक नेता और क्षेत्र के पूर्व विधायक विनी किजा ने ट्विटर पर "कायरतापूर्ण हमले" की निंदा की। उन्होंने कहा, "स्कूलों पर हमले अस्वीकार्य हैं और यह बच्चों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है, स्कूलों को हमेशा "हर छात्र के लिए एक सुरक्षित स्थान" होना चाहिए। -
वाशिंगटन.अमेरिका में नियुक्त भारत के राजदूत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की अगले हफ्ते होने वाली बैठक में पांच व्यापक महत्व के क्षेत्रों--स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा--पर चर्चा होने की उम्मीद है, जो संयुक्त बयान में प्रदर्शित होगा। भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा से एक दिन पहले आई है। मोदी 20 जून को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे और 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री वाशिंगटन डीसी जाएंगे, जहां उनकी अगवानी राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला (उनकी पत्नी) जिल बाइडन करेंगी। वहां मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और ऐतिहासिक रात्रिभोज में शामिल होंगे। संधू ने कहा, ‘‘इस साल की शुरूआत में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों--अजीत डोभाल और जेक सुविलन--ने महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों पर एक पहल की शुरूआत की। सुविलन, डोभाल के साथ वार्ता के लिए भारत आये थे। भारतीय राजदूत ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी का न केवल एक वाणिज्यिक पहलू है बल्कि यह एक बहुत मजबूत रणनीतिक पक्ष भी है। प्रौद्योगिकी साझा करने के लिए विश्वास महत्वपूर्ण आधार है।'' प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान चर्चा किये जाने वाले पांच बड़े मुद्दों में स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वहनीय स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, वहनीय दवाइयां, वहनीय टीके, और प्रशिक्षण, शोध आदि इसका हिस्सा होंगे। दूसरे स्थान पर प्रौद्योगिकी है जो आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी), डिजिटल स्टार्टअप नवाचार है।ये सभी एक समूह में हैं।'' संधू ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इसके बाद नवीकरणीय समूह है, जिसमें सौर और हाइड्रोजन (ऊर्जा) शामिल है।'' उन्होंने शिक्षा के विषय पर कहा, ‘‘भारत में, हमारी एक नयी शिक्षा नीति है। बेशक, यहां मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि अभी दो लाख भारतीय छात्र (अमेरिका में) हैं...यह एक महत्वपूर्ण संबंध है। लेकिन नयी शिक्षा नीति के तहत संयुक्त डिग्री और शोध कार्य के लिए दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच संबंध स्थापित करने की दिशा में बढ़ा जा रहा।'' संधू ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अमेरिका के कई कुलपतियों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से बात की है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में अमेरिका एक प्रौद्योगिकी महाशक्ति है और भारत उभरती प्रौद्योगिकी वाला देश है। इसलिए, यह समन्वय संपर्क स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि संबंध अब नयी ऊंचाइयों को छूने जा रहे हैं और यात्रा के कई पहलू हैं, जो उस ओर इंगित करते हैं। संधू ने कहा, ‘‘...यह (यात्रा) दोनों नेताओं को एकसाथ समय बिताने और परस्पर हित के कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप कई क्षेत्रों में यह देखेंगे कि काफी सहयोग हो रहा है, साथ मिल कर काम किया जा रहा, और इसका ना सिर्फ अमेरिका और भारत पर, बल्कि कई तीसरे देशों पर भी प्रभाव पड़ेगा।'' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दोनों नेताओं के बीच एक मजबूत संबंध है और इस दौरान वे कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। संधू ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में अमेरिका और भारत साझेदारी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए कोरबेवैक्स नाम का एक टीका है, जिसे बेयलर कॉलेज ने विकसित किया है लेकिन इसका भारी मात्रा में उत्पादन भारतीय जैवप्रौद्योगिकी एवं बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी बीआईओई कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कई बार अमेरिका का दौरा किया है और उनकी हर यात्रा एक अलग तरह की यात्रा रही है। प्रत्येक यात्रा में हमेशा कुछ न कुछ नया पहलू रहा है। लेकिन यह एक (आधिकारिक) राजकीय यात्रा है और इसके अपने विशेष मायने हैं।
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लंदन.अभिनय के लिए दो बार एकेडमी (ऑस्कर) पुरस्कार प्राप्त करने वाली और राजनीति में भी किस्मत आजमाने वाली ग्लेंडा जैक्सन का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 87 साल की थीं। जैक्सन के प्रतिनिधि लियोनेल लार्नर ने कहा कि उनका बृहस्पतिवार को लंदन स्थित आवास पर कुछ दिन की बीमारी के बाद निधन हो गया। लार्नर ने कहा, ‘‘उन्होंने हाल में ‘द ग्रेट एस्केपर' की शूटिंग समाप्त की थी जिसमें उन्होंने माइकल केन के साथ काम किया।'' जैक्सन 1960 और 70 के दशकों के सबसे मशहूर ब्रिटिश अदाकारों में शामिल थीं। उन्हें ‘वुमेन इन लव' और ‘ए टच ऑफ क्लास' फिल्मों के लिए ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा गया था। अभिनय के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और लेबर पार्टी की सांसद के तौर पर 23 साल तक इस क्षेत्र में काम किया। -
एथेंस. दक्षिणी यूनान के एक तट के निकट मछली पकड़ने वाली नौका के डूब जाने से कम से कम 78 प्रवासियों की मौत हो गई। घटना में दर्जनों लोगों के लापता होने की आशंका है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर तलाशी एवं बचाव अभियान शुरू किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि देश के दक्षिणी पेलोपोनिसे क्षेत्र से लगभग 75 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में रात के समय हुई इस घटना के बाद अब तक 104 लोगों को बचाया गया है। यूनान तटरक्षक बल ने कहा कि समुद्र से 78 लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकी कि नौका पर सवार कितने यात्री लापता हैं। तलाशी एवं बचाव अभियान में तटरक्षक बल के छह पोत, नौसेना का एक जहाज, सेना का एक परिवहन विमान और वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर समेत ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। घटना में बचाए गए दर्जनों प्रवासियों को एम्बुलेंस सेवा द्वारा स्थापित शिविरों में उपचार के लिए ले जाया गया है। माना जा रहा है कि इटली जा रही यह नौका पूर्वी लीबिया के टोब्रुक इलाके से रवाना हुई थी।
गौरतलब है कि स्थानीय तट रक्षक गश्ती दलों से बचने के लिए तस्करों द्वारा बड़ी नौकाओं के जरिये अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र को पार करने के प्रयास की घटनाएं बढ़ रही हैं। लीबिया के अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लीबिया में प्रवासियों पर बड़ी कार्रवाई शुरू की है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा है कि मिस्र, सीरिया, सूडान और पाकिस्तानी नागरिकों सहित कई हजार प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। -
काठमांडू। नेपाल के व्यापारियों ने भारत से प्याज, आलू और अन्य सब्जियों का आयात बंद कर दिया है। नेपाल के व्यापारियों ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने पिछले महीने इन उत्पादों पर 13 प्रतिशत का मूल्य वर्धित कर (वैट) लगा दिया है, जिसके बाद उन्होंने इनका आयात बंद कर दिया है। विपक्षी सांसदों ने नेपाल सरकार के कदम की आलोचना करते हुए तर्क दिया है कि यह कम आय वाले परिवारों को खाद्य असुरक्षा के प्रति संवेदनशील बना देगा और उन लोगों की पीड़ा को बढ़ा देगा जो पहले से ही आसमान छूती महंगाई से बुरी तरह प्रभावित हैं। 29 मई को संसद में पेश किए गए वित्त विधेयक के अनुसार, आयातित प्याज, आलू और अन्य सब्जियों और फलों पर अब 13 प्रतिशत वैट लगेगा। वित्त मंत्री प्रकाश शरण महत ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य स्थानीय किसानों की रक्षा करना और आयात में कटौती करना है। नेपाल अपने जरूरत का लगभग सारा का सारा प्याज पड़ोसी देश भारत से आयात करता है।पिछले साल उसने भारत से 1,73,829 टन प्याज का आयात किया था।
नेपाल आलू उगाता है जो लगभग 60 प्रतिशत स्थानीय मांग को पूरा करता है, जबकि शेष आलू का भारत से भी आयात किया जाता है। विपक्षी सांसदों ने वित्त मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि उनका यह तर्क कि वैट को स्थानीय किसानों की सुरक्षा के लिए लागू किया गया है, में कोई दम नहीं है क्योंकि नेपाल अपने प्याज के लिए लगभग पूरी तरह से भारत पर निर्भर है। कालीमाटी फ्रूट्स एंड वेजिटेबल मार्केट के एक थोक व्यापारी केशव उप्रेती ने कहा, ‘‘सरकार द्वारा वैट लागू करने से पहले काठमांडू घाटी भारत से रोजाना 700 से 1,000 टन प्याज का आयात करती थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 दिन में भारत से प्याज आना बंद हो गया है।''उप्रेती ने कहा कि वैट का भुगतान करके भारत से सब्जियां आयात करते समय कानूनी परेशानी भी थी।इसके चलते सब्जियों के दाम चढ़ गए हैं।प्याज की कीमत जो पिछले महीने तक 50 रुपये प्रति किलो थी, अब भारी कमी के कारण लगभग दोगुनी हो गई है।काठमांडू के स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, आलू की कीमतों में भी लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।व्यापारी संघ के महासचिव प्रकाश गजुरेल ने कहा कि नेपाल सरकार वर्तमान में नौ प्रतिशत कृषि सेवा कर और पांच प्रतिशत अग्रिम आयकर वसूलती है। ‘द काठमांडू पोस्ट' अखबार ने गजुरेल के हवाले से कहा, ‘‘इन करों के ऊपर 13 प्रतिशत वैट जोड़ने से रसोई के सामान बहुत महंगे हो जाएंगे।'' प्याज और आलू के अलावा, नेपाल भारत से बैंगन, मटर, लहसुन, बींस और पालक भी आयात करता है।इसी तरह, यह भारत से एवोकैडो, सेब, खुबानी, चेरी, रसभरी, क्रैनबेरी, कीवी और आम जैसे फलों का भी आयात होता है। नेपाल के केंद्रीय बैंक के अनुसार, साल-दर-साल महंगाई दर मई में 7.41 प्रतिशत पर पहुंच गई। -
नई दिल्ली। श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 17 से 21 जून तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। कोलंबो स्थित स्वतंत्रता चौक पर एक विशाल सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर कोलंबो बंदरगाह पर भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
इसके अलावा, दुनिया के अन्य देशों में भी योग उत्साही 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे। इस वैश्विक कार्यक्रम के अंतर्गत दुनिया भर के चुनिंदा बंदरगाहों पर योग करते हुए एक 'ग्लोबल ओशन रिंग' बनाया जाएगा। इन आयोजनों का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों के बीच कल्याण की भावना और एकजुटता को बढ़ावा देना है। भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान वसुधैव कुटुम्बकम के विचार के साथ इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विभिन्न देशों के नागरिकों के बीच आपसी सहयोग एवं सदभाव को भी बढ़ावा देना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2014 में एक प्रस्ताव पारित करके प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की थी। -
नयी दिल्ली. आपात प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 112 द्वारा अब तक लगभग 29 करोड़ कॉल को सुना गया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। निर्भया कोष के तहत एक पहल ‘ईआरएसएस' पिछले साल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थापित आपात स्थितियों में नागरिकों के लिए एक अखिल भारतीय एकल नंबर है। महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) अधिकारियों के अनुसार, हेल्पलाइन नंबर देश के सभी लोगों के लिए उपलब्ध है और अब तक 29 करोड़ कॉल का निस्तारण किया जा चुका है। वर्ष 2012 में राष्ट्रीय राजधानी में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद निर्भया कोष स्थापित किया गया था।
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काठमांडू. नेपाल के प्यूथान जिले में सोमवार को एक सड़क दुर्घटना में तीन बच्चों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि अब तक सात पीड़ितों की पहचान की गई है, जिसमें तीन महिलाएं, एक पुरुष और तीन बच्चे शामिल हैं। सभी पीड़ित तीर्थयात्री थे और जिले के प्रसिद्ध पहाड़ी चोटी स्वर्गद्वारी मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि जिस कार में वे यात्रा कर रहे थे, वह भिंगरी के पास सड़क से नीचे गिर गई।
पुलिस ने बताया यात्री वाहन के अंदर फंस गए थे और अधिकारियों ने उन्हें निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया। प्यूथन जिला अस्पताल की कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक प्रमिला खनाल ने बताया कि अस्पताल लाए गए सभी आठ पीड़ितों को मृत घोषित कर दिया गया। -
कैनबरा. ऑस्ट्रेलिया के ग्रेटा शहर में वाइन इलाके में एक बस के पलट जाने से 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 अन्य लोग घायल हुए हैं। घायलों में से एक की हालत गंभीर है। पुलिस ने यह जानकारी दी। सहायक पुलिस आयुक्त ट्रेसी चैपमैन ने बताया कि बस चालक (58) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे सेसनॉक थाने ले जाया गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने चालक के खिलाफ लगाए जाने वाले आरोपों की विस्तृत जानकारी नहीं दी। हालांकि उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ आरोप दर्ज करने के लिए हमारे पास पर्याप्त जानकारी है।'' सिडनी के उत्तर में ग्रेटा शहर में वाइन कंट्री ड्राइव पर गोल चक्कर पर रात करीब साढ़े 11 बजे के बाद हादसा हुआ। बस में सवार लोग एक शादी समारोह में शिरकत करके लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि 25 लोग हादसे में घायल हुए जिनमें से 21 लोग सोमवार सुबह तक अस्पताल में भर्ती थे। इनमें से एक की हालत गंभीर है। अन्य की हालत स्थिर बतायी जा रही है। बस में सवार अन्य 18 लोग सुरक्षित हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मौके पर पहुंचे बचाव कर्मियों का शुक्रिया अदा किया और पीड़ितों तथा उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। सेस्नॉक के मेयर जय सुवाल ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है।
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जोहानिसबर्ग. दिल्ली की नृत्यांगना वल्लभी चेल्लम अन्नामलाई ने इस सप्ताह पीटरमारित्ज़बर्ग में आयोजित गांधी-किंग-मंडेला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2023 के उद्घाटन की संध्या पर अपनी अनूठी भरतनाट्यम प्रस्तुति से 400 से अधिक दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के निदेशक अलागन अन्नामलाई की बेटी वल्लभी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन ‘वैष्णव जन तो...' पर भरतनाट्यम प्रस्तुति दी। वल्लभी ने कहा कि उनके लिए इस भजन पर नृत्य तैयार करना मुश्किल नहीं था, क्योंकि उनके माता-पिता गांधीवादी विचारधारा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध से हैं और वह उनकी विचारधाराओं के साथ पली-बढ़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘गांधीवादी विचारधारा बहुत कम समय में मेरे भीतर घर कर गई थी। मैं पिछले दो दशक से प्रशिक्षित भरतनाट्यम नृत्यांगना हूं और बीते 15 साल से बड़े स्तर पर प्रस्तुतियां दे रही हूं।'' वल्लभी ने कहा, ‘‘मुझे जब यहां प्रस्तुति देने का निमंत्रण मिला, तब मैंने सोचा कि यदि मैं दोनों कला प्रारूपों को मिलाकर पेश करूं, तो यह बहुत प्रासंगिक रहेगा। इसलिए मैंने इस गीत पर प्रस्तुति तैयार की।'' युवा वकील मोहनदास गांधी को 1893 में पीटरमारित्जबर्ग स्टेशन पर एक ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था, क्योंकि वह केवल श्वेत यात्रियों के लिए आरक्षित डिब्बे में बैठे थे। इस घटना के 130 साल पूरे होने पर गांधी-किंग-मंडेला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। ट्रेन से बाहर फेंके जाने की घटना के बाद गांधी ने सत्याग्रह शुरू किया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका एवं भारत में दमन के खिलाफ संघर्ष किया और अंतत: महात्मा का दर्जा हासिल किया।