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मेलबर्न. रोहन बोपन्ना ने शनिवार को यहां मैथ्यू इबडेन के साथ मिलकर सिमोन बोलेली और आंद्रिया वावासोरी की जोड़ी पर शानदार जीत से आस्ट्रेलियाई ओपन पुरुष युगल खिताब अपने नाम किया। इससे वह ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बन गये। दूसरी वरीय बोपन्ना-इबडेन की जोड़ी ने एक घंटे 39 मिनट तक चले फाइनल में इटली की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी पर 7-6(0) 7-5 से जीत दर्ज की। इससे पहले लिएंडर पेस और महेश भूपति ही भारत के लिए पुरुष टेनिस में मेजर खिताब जीत पाये हैं जबकि सानिया मिर्जा ने महिला टेनिस में यह उपलब्धि हासिल की है। बोपन्ना का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है। उन्होंने 2017 में कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता था। बोपन्ना 43 साल की उम्र में पुरुष टेनिस में ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गये। उन्होंने जीन जूलियन रोजर का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2022 में मार्सेलो अरेवोला के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन पुरुष युगल ट्राफी जीती थी। बोपन्ना अपना तीसरा पुरुष युगल फाइनल खेल रहे थे। वह अमेरिकी ओपन में दो बार (2013, 2023) में उप विजेता रहे थे। बोपन्ना ने कहा, ‘‘दो साल पहले मैंने एक वीडियो संदेश में कहा था कि मैं संन्यास लेने जा रहा हूं क्योंकि मैं मैच नहीं जीत रहा था। मैंने पांच महीने तक एक भी मैच नहीं जीता था। मैंने सोचा कि मेरे सफर का अंत हो गया है लेकिन मेरी अंदर की भूख और दृढ़ संकल्प ने मुझे जारी रखा। '' उन्होंने कहा, ‘‘इससे वास्तव में काफी चीजें बदल गयीं और मुझे एक शानदार जोड़ीदार मिला जिससे मैं यह उपलब्धि हासिल कर पाया। ''
बोपन्ना सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी बन जायेंगे। 43 की उम्र में वह शीर्ष रैंकिंग पर पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन जायेंगे। बोपन्ना ने अपनी सफलता के लिए अपने आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार इबडेन और अमेरिकी कोच स्कॉट डेविडोफ के योगदान का धन्यवाद करते हुए कहा, ‘‘अगर मेरे साथ यह शानदार आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार नहीं होता तो यह संभव नहीं हो पाता। मैटी तुम्हें धन्यवाद। पिछला साल शानदार रहा और मेरे लिए मेरा पहला पुरुष ग्रैंडस्लैम पुरुष युगल खिताब जीतना विशेष है। '' उन्होंने कहा, ‘‘स्कॉट एक दशक से मेरे शानदार कोच रहे हैं। यह मुश्किल यात्रा थी और इस जीत के आप भी उतने ही हकदार हूं जितना मैं हूं। '' बोपन्ना ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘मेरे सास ससुर भी यहां पर हैं। पिछली बार जब वे मेरा मैच देखने आये थे तो मैंने अपना पहला मिश्रित युगल खिताब जीता था। पता नहीं वे अकसर मेरे मैच देखने क्यों नहीं आते हैं। '' इबडेन ने भी भारतीय खिलाड़ी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘इस खिलाड़ी के लिए उम्र वास्तव में कोई संख्या ही नहीं है। वह चैम्पियन है, वह योद्धा है। मैं हमेशा तुम्हारा और तुम्हारी शानदार टीम का शुक्रगुजार रहूंगा। '' रॉड लीवर अरीना में यह इतना कड़ा मुकाबला था कि इसमें बस एक बार सर्विस ब्रेक हुई जब वावासोरी ने दूसरे सेट के 11वें गेम में अपनी सर्विस गिराई। इसमें ज्यादा ब्रेक प्वाइंट भी नहीं थे। दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को मुकाबले के शुरू में लगातार गेम में ब्रेक प्वाइंट मिले। लेकिन इटली के खिलाड़ियों ने दोनों को बचा लिया। दूसरे गेम में बोलेली की सर्विस पर वावासोरी ने 30-30 पर वॉली लगायी लेकिन बोपन्ना ने लंबा रिटर्न लगा दिया। चौथे गेम में इटली के खिलाड़ी फिर एक ब्रेक प्वाइंट से पिछड़ गये जब 30-30 पर बोपन्ना का रिटर्न शॉट ‘नेट कोर्ड' से उछलकर नीचे गिर गया जिससे दूसरी वरीय जोड़ी को किस्मत के सहारे अंक मिल गया। लेकिन वावासोरी ने अच्छी सर्विस से इस प्वाइंट को भी बचा लिया।
बोलेली 4-5 पर सर्विस करते हुए ‘30-ऑल' पर दबाव में दिख रहे थे। लेकिन उन्होंने ताकतवर क्रॉस कोर्ट फोरहैंड शॉट मारा जो बोपन्ना की पहुंच से दूर निकल गया और फिर स्कोर 5-5 से बराबर हो गया। 11वें गेम में इबडेन पर दबाव बन गया जिसमें उन्हें ब्रेकप्वाइंट का सामना करना पड़ा लेकिन ड्यूस प्वाइंट खेलने के बाद आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने ऐस लगाकर यह गेम खत्म किया। फिर टाई ब्रेकर में बोलेली की सर्विस दो बार टूटी और बोपन्ना-इबडेन की जोड़ी ने अपनी सर्विस पर एक भी अंक गंवाये बिना 5-0 से बढ़त बना ली। वावासोरी छह सेट प्वाइंट पर अपनी सर्विस गंवा बैठे। उन्होंने पहली को अंक में बदला लेकिन इबडेन ने लाइन के नीचे फोरहैंड शॉट से जीत हासिल की। बोलेली ने 2015 में फैबियो फोगनिनी के साथ मिलकर आस्ट्रेलयाई ओपन पुरुष युगल खिताब जीता था। -
मोहाली. कप्तान हिम्मत सिंह ने आक्रामक शतकीय पारी (नाबाद 109) खेल कर उत्तराखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी ग्रुप डी मैच के दूसरे दिन शनिवार को यहां दूसरी पारी में दिल्ली को शर्मसार होने से बचा लिया जिसके शीर्ष छह में से पांच बल्लेबाज खाता खोले बगैर पवेलियन लौटे। हिम्मत ने 91 गेंद की नाबाद पारी में 16 चौके और एक छक्का जड़ने के अलावा छठे विकेट के लिए लक्ष्य थरेजा (नाबाद 36) के साथ नाबाद 134 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 145 रन बनाकर 53 रन की बढ़त हासिल की। हिम्मत जब क्रीज पर आये तो टीम ने बिना खाता खेले तीन विकेट गंवा दिया था जबकि 11 रन तक आधी टीम पवेलियन में थी। उत्तराखंड के लिए दीपक धपोला ने 43 रन देकर चार विकेट लिये।
दिल्ली की पहली पारी में 147 रन के जवाब में उत्तराखंड ने 239 रन बनाये थे। ग्रुप के अन्य मैचों में कटक में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ ओडिशा ने संदीप पटनायक के 78 रन के दम पर अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट पर 157 रन बनाये। इससे पहले ओडिशा के 138 रन के जवाब में हिमाचल प्रदेश की पहली पारी 176 रन पर सिमट गयी थी। मध्यप्रदेश ने सारांश जैन (22 रन पर पांच विकेट) और कुमार कार्तिकेय (32 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी से पुडुचेरी की पहली पारी को 100 रन पर समेट दिया। पहली पारी में 238 रन बनाने वाले मध्यप्रदेश ने दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 49 रन बनाकर मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। वडोदरा में जम्मू कश्मीर के 457 रन के जवाब में बड़ौदा ने 177 रन पर चार विकेट गंवा दिये हैं। - मस्कट। भारतीय महिला हॉकी टीम ने गुरुवार को यहां हॉकी 5 महिला विश्व कप में नामीबिया को 7-2 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। यह भारतीय टीम की पूल सी में लगातार तीसरी जीत थी। टीम अब सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए पूल डी में दूसरे स्थान पर काबिज न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। भारतीय टीम ने पहले पोलैंड को 5-4 से और फिर अगले मैच में अमेरिका को 7-3 से मात दी।भारतीय खिलाड़ियों ने शुरू में ही दो गोल कर नामीबिया को बिना समय लगाये ‘बैकफुट' में पहुंचा दिया।उप कप्तान महिमा चौधरी ने तीसरे मिनट में गोल दागा और एक मिनट बाद ही दीपिका सोरेंग ने बढ़त दोगुनी कर दी। पहले हाफ में और कोई गोल नहीं हुआ लेकिन यह साफ था कि भारतीयों ने मैच में दबदबा बनाया हुआ था।नामीबिया ने मैच का पहला गोल दूसरे हाफ में जिवांका क्रुगर (18वें) की बदौलत किया। लेकिन भारत ने महिमा चौधरी (19वें) के दूसरे गोल से बढ़त 3-1 कर दी। इसके बाद दो मिनट के अंदर रूताजा दादासो पिसाल (22वें) और अक्षता अबासो ढेकाले (23वें) ने गोल दाग दिये। दीपिका ने भी 26वें मिनट में दूसरा गोल कर स्कोर 6-1 कर दिया।अजमिना कुजुर (28वें) ने भी भारत के लिए एक गोल किया। जिसके बाद अंथिया कोएत्जी (30वें) ने नामीबिया के लिए दूसरा गोल किया लेकिन यह काफी नहीं था। इससे पहले मरियाना कुजूर और दीपिका सोरेंग के दो दो गोल की मदद से भारत ने पूल सी के दूसरे मैच में अमेरिका को 7 . 3 से हराया । भारत के लिये महिमा चौधरी (17वां मिनट), मरियाना कुजूर (20वां और 22वां), दीपिका सोरेंग (23वां और 25वां), मुमताज खान (27वां) और अजमिना कुजूर (29वां) ने गोल दागे । अमेरिका के लिये जैकलीन समफेस्ट (चौथा , 18वां) और कप्तान लिनीया गोंजालेस (14वां) ने गोल किया ।समफेस्ट ने रिवर्स शॉट पर अमेरिका को बढत दिलाई जबकि कप्तान लिनीया ने दूसरा गोल करके भारतीय खेमे में खलबली बचा दी । दूसरे हाफ में भारतीयों ने जवाबी हमले बोलकर दबाव बनाया और महिला ने 17वें मिनट में पहला गोल कर दिया । अमेरिका के लिये अगले ही मिनट समफेस्ट ने दूसरा गोल किया । इसके बाद से भारतीयों ने लगातार गोल दागे । मरियाना ने 20वें और 22वें मिनट में गोल करके भारत को बराबरी दिलाई । इसके बाद दीपिका के गोल से भारत ने बढत बना ली । दीपिका ने 25वें मिनट में एक और गोल किया । मुमताज और अजमिना ने एक एक गोल करके अमेरिका की हार तय कर दी ।
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नयी दिल्ली. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की तकनीकी समिति ने गुरुवार को सीनियर राष्ट्रीय महिला टीम के मुख्य कोच पद के लिए पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी लैंगम चाओबा देवी के नाम की सिफारिश की। चाओबा दो एएफसी महिला चैम्पियनशिप और 1998 एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वह पहले सीनियर महिला टीम की सहायक कोच भी थीं। अभी वह किकस्टार्ट एफसी की मुख्य कोच हैं।
एआईएफएफ की 2023 में साल की सर्वश्रेष्ठ महिला कोच चुनी गयी प्रिया पीवी के नाम की सिफारिश सहायक कोच के लिए की गयी है। पिछले साल वह भारत की अंडर-17 टीम की मुख्य कोच थीं जिसने पहली बार एएफसी अंडर-17 महिला एशियाई कप क्वालीफायर के दूसरे दौर में जगह बनायी थी। समिति ने सिफारिश की कि लौरेमबाब रोनीबाला चानू को भारतीय सीनियर महिला टीम की गोलकीपिंग कोच की भूमिका में बरकरार रहना चाहिए। फीफा महिला अंतरराष्ट्रीय मैच विंडो के दौरान भारत की सीनियर महिला टीम के तुर्की में 19 से 18 फरवरी तक 2024 तुर्किश महिला कप में भाग लने की उम्मीद है। -
हैदराबाद. भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इस बात से हैरान हैं कि अपना पांचवां टेस्ट खेल रहे यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ 76 रन की पारी के दौरान एक भी गलती नहीं की और पांच दिवसीय प्रारूप के अनुरूप प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरुआती दिन जायसवाल 70 गेंद में नौ चौके और तीन छक्के लगाकर नाबाद हैं। कप्तान रोहित शर्मा (24) के साथ उन्होंने पहले विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी की जिससे इंग्लैंड के 246 रन के जवाब में भारत ने स्टंप तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 119 रन बना लिये। शुभमन गिल दूसरे छोर पर 14 रन बनाकर खेल रहे हैं।
अश्विन ने मैच खत्म होने के बाद कहा, ‘‘उसने (जायसवाल) आईपीएल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार शुरुआत की। मैं उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं। मैं वहां पर ऋषभ पंत को देख रहा हूं। उनका निर्भिक क्रिकेट उनके लिए कारगर हो रहा है। '' इस सीनियर स्पिनर ने कहा, यशस्वी ने कोई गलती नहीं की है। उसने टेस्ट क्रिकेट की परिस्थितियों के अनुरूप बल्लेबाजी की। अश्विन ने कहा, ‘‘पहले सत्र का खेल काफी दिलचस्प था। पिच पर शायद थोड़ी नमी थी। शुरुआती नमी के कारण काफी रफ्तार भी थी। लेकिन फिर पिच धीमी हो गयी। -
मेलबर्न. रोहन बोपन्ना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम करने से अब बस एक जीत दूर है जिन्होंने आस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन के साथ यहां आस्ट्रेलियाई ओपन पुरूष युगल फाइनल में प्रवेश कर लिया । दूसरी वरीयता प्राप्त बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने थॉमस माचाक और झांग झिंझेन की जोड़ी को बृहस्पतिवार को तनावपूर्ण सेमीफाइनल में 6 . 3, 3 . 6, 7 . 6 (10 . 7) से हराया । करीब दो घंटे तक चले मैच में सुपर टाइ ब्रेकर्स में उनका अनुभव काम आया । झांग विश्व रैंकिंग में 54वें और माचाक 75वें स्थान पर हैं । दोनों एकल रैंकिंग में शीर्ष 100 में होने के साथ बेहद शानदार खिलाड़ी है और उन्होंने बोपन्ना तथा एबडेन को कड़ी चुनौती दी । एक दिन पहले ही बोपन्ना ने विश्व युगल रैंकिंग में शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया था । उन्होंने मैच में दमदार सर्विस और स्ट्रोक्स का प्रदर्शन किया । वह 2013 और 2023 में अमेरिकी ओपन फाइनल में पहुंचे हैं लेकिन ग्रैंडस्लैम खिताब नहीं जीत सके । अब 43 वर्ष की उम्र में वह अपना यह सपना पूरा करने से एक जीत दूर हैं । मैच के बाद बोपन्ना ने कहा ,‘‘ सर्किट पर हमने कई सुपर टाइब्रेकर खेले हें । हमारे प्रतिद्वंद्वियों का रिटर्न बेहतरीन था जिससे हमें सर्विस मजबूत रखनी थी । एबडेन के साथ मेरा तालमेल अच्छा रहा है ।'' इस उम्र में भी सफलता के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ पर्दे के पीछे काफी तैयारियां चलती रहती है । मेरे साथ एक बड़ी टीम है । मैने अपना फोकस बनाये रखा और फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया । मैं सिर्फ योग करता हूं और मुझे लगता है कि मानसिक मजबूती से मदद मिली ।'' एबडेन ने कहा कि घरेलू दर्शकों के सामने जीतना खास है । उन्होंने कहा ,‘‘ मैं बहुत खुश हूं । घरेलू दर्शकों के सामने जीतना खास रहा । प्रतिद्वंद्वी काफी खतरनाक थे । युगल विशेषज्ञों का सामना एकल विशेषज्ञों से था और दर्शकों को मजा आया होगा । हम काफी मेहनत कर रहे हैं और अब एक मैच बाकी है ।'' पहले दो सेट में बराबरी के बाद तीसरे सेट के पहले गेम में बोपन्ना और एबडेन 0 . 30 से पीछे थे लेकिन बोपन्ना ने अपनी दमदार सर्विस बरकरार रखी । झांग और माचाक के बीच से क्रॉसकोर्ट पर उनका शानदार विनर देखने लायक था । उन्होंने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़कर बढत बना ली । बोपन्ना की खेल भावना एक बार फिर देखने को मिली जब सातवें गेम में उन्होंने नेट छूने के बाद खुद बताया कि एक अंक गंवा दिया है । बोपन्ना का बैकहैंड शॉट लंगा जाने के बाद वे 15 . 30 से पीछे हो गए और झांग ने क्रॉसकोर्ट पर फोरहैंड विनर लगाया जिससे बोपन्ना को दो ब्रेक प्वाइंट का सामना करना पड़ा । उनका बैकहैंड शॉट बाहर चला गया जिससे विरोधी टीम ने वापसी की । अगले गेम में बोपन्ना और एबडेन को तीन मैच प्वाइंट मिले जो उन्होंने बचाये । चीनी खिलाड़ियों ने हालांकि वापसी करते हुए एक समय स्कोर 5 . 5 कर लिया । 11वें गेम में करीबी मुकाबले के बाद एबडेन ने सर्विस बरकरार रखते हुए 6 . 5 की बढत दिलाई जिसके बाद एक और ब्रेक प्वाइंट से वे मैच जीत जाते लेकिन तीसरा सेट टाई रहने पर सुपर टाइब्रेकर हुआ । सुपर टाइब्रेकर में एबडेन ने रिटर्न विनर लगाकर बढत बनाई और बोपन्ना ने झांग के रिटर्न पर जबर्दस्त वॉली विनर लगाकर स्कोर 7 . 5 कर दिया । बोपन्ना ने ऐस के साथ मैच खत्म किया ।
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बेंगलुरू. भारतीय पुरूष हॉकी टीम मस्कट में पहले एफआईएच हॉकी 5 विश्व कप में पूल बी में रविवार को स्विटजरलैंड के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी । सिमरनजीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम का सामना रविवार को ही मिस्र से होगा । आखिरी ग्रुप मैच में टीम सोमवार को जमैका से खेलेगी । पूल ए में नीदरलैंड, नाइजीरिया, पाकिस्तान और पोलैंड की टीमें हैं । पूल सी में आस्ट्रेलिया, कीनिया, न्यूजीलैंड और त्रिनिदाद एवं टोबैगो हैं जबकि पूल डी में फीजी, मलेशिया, ओमान और अमेरिका हैं । हर पूल से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी । सेमीफाइनल भी उसी दिन होगा और फाइनल बुधवार को खेला जायेगा । भारत ने 2023 पुरूष एशियाई हॉकी 5 विश्व कप क्वालीफायर के फाइनल में पाकिस्तान को शूटआउट में हराया था । भारतीय टीम के कप्तान तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता टीम में रहे सिमरनजीत सिंह हैं जबकि मनदीप मोर उपकप्तान हैं । सूरज करकेरा और प्रशांत कुमार गोलकीपर हैं । डिफेंस में मनदीप और मनजीत रहेंगे जबकि मिडफील्ड में मोहम्मद राहील मौसीन और मनिंदर सिंह जिम्मा संभालेंगे । फॉरवर्ड पंक्ति में सिमरनजीत, पवन राजभर, गुरजोत सिंह और उत्तम सिंह होंगे ।
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मेलबर्न. भारत के रोहन बोपन्ना अपने जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं और पुरूष युगल रैंकिग में नंबर एक पर काबिज होने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी होंगे । 43 वर्ष के बोपन्ना टूर्नामेंट से पहले विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर थे । उन्होंने आस्ट्रेलिया के एबडेन के साथ छठी वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेस और आंद्रेस मोल्तेनी को करीब पौने दो घंटे तक चले क्वार्टर फाइनल में 6 . 4, 7 . 6 से हराया । अब उनका सामना थॉमस माचाक और झिंझेन झांग की गैर वरीय जोड़ी से होगा ।
टूर्नामेंट के आखिर में सोमवार को बोपन्ना युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच जायेंगे । इससे पहले अमेरिका के राजीव राम अक्टूबर 2022 में 38 वर्ष की उम्र में शीर्ष रैंकिंग पर पहुंचे थे । एबडेन रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचेंगे । बोपन्ना 2013 में पहली बार विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंचे थे । वह युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा के बाद तीसरे भारतीय होंगे । वह अमेरिका के आस्टिन क्राइजेक से शीर्ष स्थान लेंगे जो क्रोएशिया के इवान डोडिज के साथ दूसरे दौर में हार गए थे । बोपन्ना ने 2017 में कनाडा की गैब्रियला डाब्रोवस्की के साथ फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता । वह पुरूष युगल में 2010 अमेरिकी ओपन में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ और 2023 में एबडेन के साथ उपविजेता रहे थे । बोपन्ना मास्टर्स 1000 टूर्नामेंट में पुरूष युगल खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी रहे । उन्होंने पिछले साल एबडेन के साथ इंडियन वेल्स टूर्नामेंट जीता था । -
दुबई. भारत के आक्रामक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को लगातार दूसरे साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने वर्ष का सर्वश्रेष्ठ टी20 क्रिकेटर चुना है ।आईसीसी ने उन्हें इस प्रारूप में भारत के मध्यक्रम की रीढ कहा है । यादव ने 2023 में 50 के करीब औसत और 150 से अधिक की स्ट्राइक रेट से टी20 क्रिकेट में रन बनाये । वह फिलहाल जर्मनी में ग्रोइन की सर्जरी के बाद रिहैबलिटेशन में हैं । वह मार्च में आईपीएल में वापसी कर सकते हैं जिसमें वह मुंबई इंडियंस के लिये खेलेंगे । आईसीसी ने कहा ,‘‘ भारतीय मध्यक्रम की रीढ इस बल्लेबाज ने कई मैच जिताये हैं । लगातार दूसरी बार उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है ।'' यादव ने साल की शुरूआत श्रीलंका के खिलाफ सात रन बनाकर की लेकिन उसके बाद लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है । आईसीसी ने कहा ,‘‘ वह लगातार 20 . 40 में रन बनाते रहे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 44 गेंद में 83 रन बनाये । उन्होंने फ्लोरिडा में वेस्टइंडीज के खिलाफ 45 गेंद में 61 रन बनाये ।साल के आखिर में कप्तानी का बोझ होने पर भी उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की ।'' उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 42 गेंद में 80 और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 36 गेंद में 56 रन बनाये । इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टी20 में 56 गेंद में 100 रन की पारी खेली । उन्होंने जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंद में 112 रन बनाये । यह टी20 क्रिकेट में किसी भारतीय बल्लेबाज का दूसरा सबसे तेज शतक था । रोहित शर्मा ने 2017 में श्रीलंका के खिलाफ 35 गेंद में शतक जड़ा था ।
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नई दिल्ली। लक्ष्य सेन और किरण जॉर्ज ने बुधवार को यहां इंडोनेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनायी लेकिन स्टार खिलाड़ी एच एस प्रणय और किदाम्बी श्रीकांत शुरूआती दौर में हारकर बाहर हो गये।
पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश में जुटे दुनिया के 19वें नंबर के खिलाड़ी सेन ने चीन के वेंग होंग यांग से मलेशिया ओपन के पहले दौर में मिली हार का बदला चुकता किया। उन्होंने चीन के खिलाड़ी पर 24-22 21-15 से जीत हासिल की।2022 ओडिशा ओपन और 2023 डेनमार्क मास्टर्स में सुपर 100 खिताब जीतने वाले 23 साल के जॉर्ज ने पहले दौर में एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव को 18-21 21-16 21-19 से हरा दिया। प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी के जॉर्ज ने मंगलवार को दो जीत दर्ज करने के बाद मुख्य ड्रा में प्रवेश किया। अब जॉर्ज की भिड़ंत चीन के लु गुआंग जू से होगी।सेन का सामना अगले दौर में डेनमार्क के मलेशिया ओपन चैम्पियन एंडर्स एंटोनसेन या इंडोनेशिया के चिको औरा ड्वी वारडोयो के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय को पहले दौर में सिंगापुर के पूर्व विश्व चैम्पियन लोह कीन यिऊ से 18-21 21-19 10-21 से हार गये।इस महीने के शुरू में इंडिया ओपन सुपर 750 के सेमीफाइनल में पहुंचे प्रणय मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के भी पहले दौर में हार गये थे। प्रणय (31 वर्ष) ने पिछले साल एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत ने मलेशिया के 10वीं रैंकिंग के ली जि जिया को कड़ी चुनौती दी लेकिन वह 54 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19 14-21 11-21 से हार गये। वह सत्र में लगातार दूसरी दफा पहले दौर से बाहर हुए। -
नयी दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर का मानना है कि अर्शदीप सिंह के आने से भारत की बाएं हाथ के विश्वसनीय तेज गेंदबाज की लंबे समय से चली आ रही तलाश खत्म हो सकती है। भारतीय चयनकर्ताओं ने पिछले कुछ वर्षों में कई बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों को आजमाया है। इसमें से ज्यादातर गेंदबाज हालांकि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहने के कारण टीम में जगह पक्की नहीं कर सके। आमिर ने ‘इंटरनेशनल लीग टी20' के इतर दुबई में कहा, ‘‘ अर्शदीप के पास बायें हाथ का बेहतरीन गेंदबाज बनने की क्षमता है। भारत को ऐसे तेज गेंदबाज की जरूरत है जो नियमित तौर पर 135-140 की गति से गेंदबाजी कर सके।'' आमिर ने कहा कि वह पिछले कुछ समय में भारत के तेज गेंदबाजों की प्रगति से प्रभावित हैं। इसमें मोहम्मद सिराज ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। इस पूर्व गेंदबाज ने कहा, ‘‘ पिछले दो-तीन वर्षों में मोहम्मद सिराज ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। सफेद गेंद की क्रिकेट (सीमित ओवरों के प्रारूप) में जिस तरह से उन्होंने सुधार किया है वह भारतीय क्रिकेट के लिए शानदार है। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह चोट से वापसी के बाद अच्छा कर रहे है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट का हर दिन विकास हो रहा है। उनकी प्रणाली, उनका नेतृत्व काफी अच्छा है। जब भी वे एक युवा खिलाड़ी को लाते हैं, तो वे उसे पूरा समय देते हैं जो बहुत अच्छा है।'' आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की जरूरत के मुताबिक अपने तेज गेंदबाजों को तरोताजा रखने के लिए भारतीय टीम द्वारा अपनाई गई ‘रोटेशन' नीति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा एक सुलझी हुई टीम है क्योंकि वे एक प्रक्रिया का पालन करते हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘भारत इस बात को समझता है कि अपने तेज गेंदबाजों को तरोताजा कैसे रखना है। हर श्रृंखला में, उनकी ‘रोटेशन' नीति होती है। (जसप्रीत) बुमराह, (मोहम्मद) शमी, (मोहम्मद) सिराज हर मैच या हर श्रृंखला में नहीं खेलते। मुझे लगता है भारतीय तेज गेंदबाजी का भविष्य अच्छा है।'' अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए आमिर ने कहा, ‘‘ मेरी खेल में वापस आने की अभी कोई योजना नहीं है।'' पाकिस्तान के मौजूदा गेंदबाजों के बारे में पूछे जाने पर आमिर ने कहा कि युवा नसीम शाह पूर्ण गेंदबाज है। उन्होंने कहा कि अगर नसीम विश्व कप टीम का हिस्सा होते तो भारत में खेले गये विश्व में पाकिस्तान बेहतर प्रदर्शन करता। नसीम कंधे की चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ व्यक्तिगत तौर पर मैं नसीम शाह को पसंद करता हूं। मेरे लिए वह संपूर्ण गेंदबाज है। पाकिस्तान का यह दुर्भाग्य था कि वह विश्व कप से पहले चोटिल हो गये। वह अगर विश्व कप टीम में होते तो कुछ अंतर पैदा कर सकते थे।'' -
दुबई. रोहित शर्मा को मंगलवार को आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम का कप्तान चुना गया जिसमें स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और मोहम्मद शमी तथा मोहम्मद सिराज की तेज गेंदबाजी जोड़ी के अलावा दो और भारतीयों को जगह मिली है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बयान के अनुसार टीम में जगह बनाने वाले अधिकतर खिलाड़ी फाइनल में पहुंचे भारत (उप विजेता) और ऑस्ट्रेलिया (विजेता) के अलावा सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका से हैं। साल की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम में भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को जगह मिली है। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस को टीम का कप्तान चुना गया है। अश्विन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चार मैच में 25 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज थे। जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करते हुए चार विकेट चटकाने के अलावा 48 रन भी बनाए थे। भारत हालांकि यह मुकाबला हार गया था। आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में यशस्वी जायसवाल, सूर्यकुमार यादव और अर्शदीप सिंह को जगह मिली है। सूर्यकुमार को टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम का कप्तान भी बनाया गया है। उन्होंने 18 मैच में 155.95 के स्ट्राइक रेट से 733 रन बनाकर दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की। एकदिवसीय टीम में पारी का आगाज करने का मौका रोहित और शुभमन गिल को दिया गया है। भारतीय कप्तान ने पिछले साल एकदिवसीय प्रारूप में 52 के औसत से 1255 रन बनाए। गिल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 208 रन की पारी खेली और 1584 रन के साथ इस प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। तीसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड को जगह मिली है जिन्होंने पिछले साल लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और भारत के खिलाफ फाइनल में 137 रन की पारी खेली। मध्य क्रम में कोहली, न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल के अलावा दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन और मार्को यानसेन शामिल हैं। कोहली एकदिवसीय प्रारूप में 1337 रन बनाकर दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने पिछले साल छह शतक लगाए। उन्होंने एकदिवसीय प्रारूप में सर्वाधिक शतक के सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा और विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए। मिचेल ने पांच शतक की मदद से 52.34 के औसत और 100.24 के स्ट्राइक रेट से 1204 रन बनाए।
क्लासेन ने भी पूरे साल बल्ले से दबदबा बनाया। उन्होंने सेंचुरियन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 174 रन की मैच विजयी पारी भी खेली। गेंदबाजी आक्रमण में सिराज, शमी और कुलदीप यादव की भारतीय तिकड़ी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के एडम जंपा को जगह मिली है। जंपा ने 26.31 के औसत से 38 विकेट चटकाए और विश्व कप के लगातार तीन मुकाबलों में चार विकेट चटकाए। वह प्रतियोगिता में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर रहे। सिराज ने पिछले साल 44 विकेट चटकाए जिसमें श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप फाइनल में 21 रन देकर छह विकेट भी शामिल रहे। भारत ने एशिया कप फाइनल में श्रीलंका पर एकतरफा जीत दर्ज की। कुलदीप ने पिछले साल 49 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किए। पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के सुपर चार चरण में 25 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। शमी ने पूरे साल शानदार प्रदर्शन करते हुए चार बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मुंबई में विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 57 रन पर सात विकेट रहा। किसी भी भारतीय खिलाड़ी को आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ महिला एकदिवसीय टीम में जगह नहीं मिली। -
केपटाउन. कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल की मदद से भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने सोमवार को यहां फ्रांस को 4-0 से हराकर चार देशों के टूर्नामेंट में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। भारतीय रक्षापंक्ति ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। फ्रांस की टीम भारतीय गोल पोस्ट पर अनुभवी पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक को चकमा देने में नाकाम रही। हरमनप्रीत (13वें, 26वें मिनट) ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला जबकि ललित उपाध्याय (42वें) और उप-कप्तान हार्दिक सिंह (49) भारत के लिए अन्य गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। भारतीय कप्तान ने मैच के 13वें मिनट में अपने दमदार ड्रैग फ्लिक से फ्रांस के गोलकीपर को छकाकर भारत का खाता खोला। उन्होंने दूसरे क्वार्टर में एक और पेनल्टी को गोल में बदल कर टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया। मध्यांतर के बाद छोर बदला लेकिन मैच पर भारतीय दबदबा जारी रहा। ललित ने पेनल्टी कॉर्नर में विविधता का इस्तेमाल करते हुए भारत को 3-0 से आगे कर दिया। मैच के आखिरी क्वार्टर में हार्दिक के मैदानी गोल से भारत ने 4-0 की बढ़त बनाकर मैच को फ्रांस की पहुंच से दूर कर दिया। एक सप्ताह तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में भारत और फ्रांस के अलावा मेजबान दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड की टीमें भाग ले रही है।
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नयी दिल्ली. महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने कहा कि 25 जनवरी से हैदराबाद में शुरू होने वाली पांच मैच की टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड की ‘बैजबॉल' का सामना करने के लिए भारत के पास ‘विराटबॉल' मौजूद है। इंग्लैंड के बल्लेबाज अब बहुत ही आक्रामक शैली में खेलते हैं जो उनके मुख्य कोच ब्रैंडन मैकुलम के खेलने के तरीके से जुड़ा है। गावस्कर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स' से कहा, ‘‘विराट कोहली जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं, उनका मूवमेंट अच्छा है। वह जिस फॉर्म में हैं, उसे देखते हुए ‘बैजबॉल' का सामना करने के लिए हमारे पास ‘विराटबॉल' मौजूद है। '' कोहली टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन बनाने वाले खिलाड़ियों के क्लब में जुड़ने से महज 152 रन दूर हैं। वह इस आगामी श्रृंखला में भारत की मुख्य कड़ी होंगे। उनके नाम 113 मैच में 29 अर्धशतक और 30 शतक हैं। गावस्कर ने कहा, ‘‘हां, पारी को बढ़ाने का मतलब अर्धशतक से ज्यादा शतक होना है। कोहली के पास शतक और अर्धशतक समान ही हैं, इसका मतलब है कि उनकी अर्धशतक को शतक में तब्दील करने की गति काफी अच्छी है। '' उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड ने पिछले एक दो साल में टेस्ट क्रिकेट में नया रवैया (बैजबॉल) अपनाया है। यह काफी आक्रामक रवैया है जिसमें बल्लेबाज हमेशाा तेजी से रन जुटाने की कोशिश करता है। परिस्थितियां भले ही कैसी भी हों, वे हमेशा आक्रामक क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय स्पिनरों के खिलाफ यह रवैया कारगर होता है या नहीं।
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कराची. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शोएब मलिक ने भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से तलाक के बाद पाकिस्तान की मशहूर अभिनेत्री सना जावेद से निकाह कर लिया । शोएब और सानिया का पांच साल का एक बेटा भी है जो सानिया के साथ रहता है । शोएब ने सोशल मीडिया पर अपनी नयी पत्नी के साथ तस्वीरें डाली हैं । सानिया के पिता इमरान मिर्जा ने बताया ,‘‘ यह ‘खुला' था जिसमें मुस्लिम महिला अपने पति से एकतरफा तलाक ले सकती है ।' शोएब और सानिया के संबंधों में दरार की खबरें 2022 से आ रही थी और पिछले दो साल में दोनों को साथ नहीं देखा गया । कुछ समय पहले ही शोएब ने इंस्टाग्राम पर सानिया को अनफॉलो किया था । सानिया और शोएब ने हैदराबाद में अप्रैल 2010 में निकाह किया था और दोनों दुबई में रहते थे ।
सना जावेद ने पाकिस्तान के कई ड्रामा सीरियल और फिल्मों में काम किया है । उसने 2020 में गायक उमेर जैसवाल से शादी की थी लेकिन दो महीने बाद ही उनका तलाक हो गया । सानिया ने पिछले साल पेशेवर टेनिस को अलविदा कहा । अपने 20 बरस के कैरियर में उन्होंने 43 डब्ल्यूटीए युगल खिताब और एक एकल खिताब जीता है । उन्हें भारतीय महिला टेनिस की पुरोधा कहा जाता है । -
कुवैत सिटी. युवा निशानेबाज रेजा ढिल्लों ने शनिवार को यहां शॉटगन के लिए एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन में महिलाओं की स्कीट स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत के लिए पेरिस खेलों का 18वां कोटा हासिल किया। ढिल्लों (19 वर्ष) छह महिलाओं के फाइनल में आगे चल रही थीं लेकिन फिर वह दो-तीन निशाने चूककर चीन की जिनमेई गाओ से पिछड़ गयीं। गाओ ने 60 शॉट के फाइनल में 56 निशाने लगाकर पहला स्थान हासिल किया जबकि ढिल्लों 52 हिट के साथ रजत पदक जीतने में सफल रहीं। गाओ और ढिल्लों दोनों ने पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया।
ढिल्लों के साथ हमवतन निशानेबाज महेश्वरी चौहान ने 43 निशाने लगाकर कांस्य पदक जीता।
वहीं भारतीय निशानेबाज गनेमत सेखों 30 अंक से चौथे स्थान पर रहीं।
ढिल्लों छह में से छह निशाने के साथ शीर्ष पर थीं। उन्होंने फाइनल में 14 हिट तक बढ़त बनाये रखी और दो अंक से गाओ से आगे रहीं। लेकिन ढिल्लों दो निशाने चूक गयीं और गाओ ने बढ़त बना ली। भारतीय निशानेबाज फिर चूक गयीं और चीनी खिलाड़ी ने अपनी बढ़त बरकरार रखी। फिर दो भारतीय निशानेबाज ढिल्लों और चौहान के बीच रजत पदक के लिए कशमकश चल रही थी। लेकिन ढिल्लों बाजी मारकर चौहान से आगे निकलकर स्वर्ण पदक के लिए कोशिश कर रही थीं। और चौहान ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
स्वर्ण पदक के मुकाबले में ढिल्लों दो बार चूकीं और गाओ ने तीन अंक की बढ़त से पहला स्थान प्राप्त किया। इससे पहले सेखों ने क्वालीफिकेशन में 117 के स्कोर से दूसरे स्थान से, चौहान 115 अंक के साथ तीसरे स्थान से और ढिल्लों ने छठे स्थान से फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। -
दुबई. इंग्लैंड की सू रेडफर्न आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच आगामी महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा नियुक्त पहली महिला तटस्थ अंपायर होंगी। सभी आईसीसी महिला चैम्पियनशिप श्रृंखला और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिये आईसीसी के एक तटस्थ अंपायर नियुक्त करने के फैसले के बाद रेडफर्न की नियुक्ति की गयी है। इससे महिलाओं के विकास के साथ मैच के संचालन में कुछ तटस्थता सुनिश्चित की जा सकेगी। आईसीसी महिला चैम्पियनशिप के दौरान सात तटस्थ महिला अंपायर होंगी जिनका मैच के दिन का भुगतान आईसीसी के एलीट पैनल अंपायरों के समान ही होगा। आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक वसीम खान इसे बड़ा विकास मानते हैं क्योंकि इससे महिला अंपायरों के लिये अधिक मौके उपलब्ध होंगे। रेडफर्न ने अपनी नियुक्ति पर कहा, ‘‘यह महिला क्रिकेट और महिला क्रिकेट अधिकारियों दोनों के लिए निर्णायक क्षण है। मैं आईसीसी और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी और ऐसी ही और नियुक्तियों की उम्मीद करती हूं। '' रेडफर्न ने 1995 से 1999 के बीच इंग्लैंड के लिए छह टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले हैं। इसमें भारत में 1997 विश्व कप के चार मैच शामिल थे। वह 2016 से अंपायरों के आईसीसी डेवलपमेंट पैनल में हैं। वह आईसीसी के दो महिला क्रिकेट विश्व कप (2017,2022) और तीन आईसीसी महिला टी20 विश्व कप (2018, 2022, 2024) में अंपायरिंग कर चुकी हैं। आईसीसी ने कहा कि वह आईसीसी महिला चैम्पियनशिप श्रृंखला में तटस्थ अंपायरों की भूमिका के लिए महिला अधिकारियों को प्राथमिकता देगा।
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बेंगलुरु। भारत ने बुधवार को यहां कप्तान रोहित शर्मा के नाबाद शतक के बावजूद दूसरे सुपर ओवर के रोमांच तक पहुंचे तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में अफगानिस्तान को हराकर तीन मैच की श्रृंखला में 3-0 से सूपड़ा साफ किया। कप्तान रोहित शर्मा ने संकटमोचक की भूमिका निभाते हुए नाबाद शतक जमाया जिसकी मदद से भारत ने शीर्षक्रम की नाकामी से उबरते हुए चार विकेट पर 212 रन बनाये । जवाब में अफगानिस्तान ने रहमनुल्लाह गुरबाज (50), कप्तान इब्राहिम जदरान (50) और गुलबदीन नईब (नाबाद 55 रन) के अर्धशतकों से निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 212 रन बनाये जिससे स्कोर टाई हुआ और मुकाबला सुपर ओवर में पहुंचा। पहले सुपर ओवर में मुकेश कुमार गेंदबाजी करने आये जिसमें अफगानिस्तान ने एक विकेट पर 16 रन बनाये। भारत ने रोहित के दो छक्कों से एक विकेट गंवाकर 16 रन बना लिये और स्कोर फिर टाई हो गया। इससे फिर दूसरा सुपर ओवर खेला गया। इसमें रोहित पांचवीं गेंद पर रिटायर्ड हो गये थे। दूसरे सुपर ओवर में भारतीय टीम ने रोहित के एक छक्के और एक चौके से पांच गेंद में दो विकेट गंवाकर 11 रन बनाये। इसमें रोहित रन आउट हुए और फरीद अहमद ने रिंकू सिंह को आउट किया। रवि बिश्नोई दूसरा सुपर करने उतरे और उनकी तीन गेंद में अफगानिस्तान ने एक रन पर दो विकेट गंवा दिये जिससे भारत मैच जीत गया। इससे पहले रोहित ने 69 गेंद में 11 चौकों और आठ छक्कों की मदद से नाबाद 121 रन बनाये । वहीं रिंकू ने 39 गेंद में 69 रन की नाबाद पारी खेली जिसमें दो चौके और छह छक्के शामिल थे । दोनों ने पांचवें विकेट की अटूट साझेदारी में 190 रन बनाये । भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एक समय पर चार विकेट 22 रन पर गंवा दिये थे । इसके बाद रोहित और रिंकू ने शुरूआत में संभलकर खेलते हुए पारी को संभाला और फिर हाथ खोलने शुरू किये । रोहित ने अफगानिस्तान के स्पिनरों को रिवर्स स्वीप भी लगाई जो आम तौर पर उनके बल्ले से देखने को नहीं मिलती । लेग स्पिनर कैस अहमद को रिवर्स स्वीप लगाकर ही उन्होंने टी20 क्रिकेट में अक्टूबर 2022 के बाद पहला अर्धशतक पूरा किया । उन्होंने अपनी पारी में दर्शनीय पूल शॉट भी लगाये । रोहित ने अपना शतक 63 गेंद में पूरा किया जो 2018 में लखनऊ में वेस्टइंडीज के खिलाफ 111 रन के बाद उनका पहला टी20 शतक है । रोहित ने टी20 में अपना सर्वोच्च स्कोर भी बनाया । इससे पहले उनका सर्वोच्च स्कोर 118 रन था जो श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 2017 में इंदौर में लगाया था । दूसरे छोर से रिंकू ने उनका बखूबी साथ निभाया । उन्होंने सलीम को स्क्वेयर लेग पर फ्लिक के साथ छक्का जड़ा और टी20 में दूसरा अर्धशतक पूरा किया । पहली गेंद से ही आक्रामक खेलने के इरादे से उतरने वाली भारतीय टीम को इस रणनीति का कभी कभी खामियाजा भी भुगतना पड़ता है । यशस्वी जायसवाल आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे जिन्हें बायें हाथ के तेज गेंदबाज फरीद अहमद ने पवेलियन भेजा । डीप में मोहम्मद नबी ने उनका कैच लपका । विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के घरेलू मैदान पर उतरे तो दर्शकों ने जबर्दस्त तालियों के साथ उनका स्वागत किया । वह हालांकि एक ही गेंद खेल पाये और अहमद ने उन्हें इब्राहिम जदरान के हाथों लपकवाया । विकेटकीपर जितेश शर्मा की जगह आये संजू सैमसन भी खाता नहीं खोल सके । वह अजमतुल्लाह उमरजई की गेंद पर नबी को कैच देकर लौटे । फॉर्म में चल रहे शिवम दुबे ने विकेट के पीछे रहमानुल्लाह गुरबाज को कैच थमाया । अहमद ने पहले स्पैल में तीन ओवर में दस रन देकर तीन विकेट लिये। पावरप्ले में भारत ने 30 रन बनाकर चार विकेट गंवा दिये । पहले दो मैचों में नाकाम रहे रोहित सही समय पर फॉर्म में लौटे और भारत ने बाकी 14 ओवर में 182 रन जोड़े जिनमें से 93 आखिरी पांच ओवर में बने ।
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नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने से केवल एक जीत दूर खड़ी भारतीय महिला हॉकी टीम को एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर्स में अपने से अधिक रैंकिंग के जर्मनी के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले सेमीफाइनल में सफलता हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।भारतीय टीम टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में अमेरिका से 0-1 से हार गई थी लेकिन इसके बाद उसने न्यूजीलैंड और इटली को हराकर पूल बी में दूसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारत ने पिछले दो मैच में खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया और सविता पूनिया की अगुवाई वाली टीम जर्मनी के खिलाफ भी इसी तरह का खेल जारी रखने की कोशिश करेगी। इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर रहने वाली तीन टीम इस साल होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगी।इस तरह से गुरुवार को जीत दर्ज करने पर भारतीय टीम का पेरिस का टिकट पक्का हो जाएगा। अगर भारतीय टीम इस मैच को जीतने में नाकाम रहती है तो उसे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का एक और मौका मिलेगा।सेमीफाइनल में हारने वाली टीमों के बीच तीसरे और चौथे स्थान के लिए शुक्रवार को मैच खेला जाएगा जिसमें जीत दर्ज करने वाली टीम ओलंपिक में जगह बनाएगी। भारतीय टीम को हालांकि जर्मनी के खिलाफ सकारात्मक सोच के साथ मैदान पर उतरना होगा। पिछले दो मैच में भारतीय रक्षापंक्ति ने शानदार प्रदर्शन किया।भारतीय रक्षापंक्ति में कप्तान सविता के अलावा उदिता, मोनिका और निक्की प्रधान ने अच्छा खेल दिखाया है। मध्य पंक्ति ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। सलीमा टेटे अपनी तेज दौड़ से विरोधी टीमों को परेशान करती रही हैं जबकि नेहा गोयल ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों ने अग्रिम पंक्ति के लिए अच्छे मौके बनाए हैंजर्मनी अभी विश्व रैंकिंग में पांचवें जबकि भारत छठे नंबर परअग्रिम पंक्ति में लालरेम्सियामी, संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंग डुंग और नवनीत कौर भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से टीम की उम्मीदों पर खरी उतरी हैं। भारत के लिए पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलना बड़ा मसला रहा है लेकिन इटली के खिलाफ पिछले मैच में उदिता ने पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल किए। लेकिन जर्मनी की मजबूत टीम के खिलाफ केवल उदिता का प्रयास ही पर्याप्त नहीं होगा।जहां तक जर्मनी का सवाल है तो वह पूल ए में सात अंक लेकर शीर्ष पर रहा। जापान के भी इतने ही अंक थे लेकिन जर्मनी का गोल अंतर बेहतर था। जर्मनी अभी विश्व रैंकिंग में पांचवें जबकि भारत छठे नंबर पर है।भारतीय टीम ने 2006 के बाद जर्मनी से सात मैच खेले हैं जिनमें से दो में उसे जीत मिली जबकि पांच मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा। लेकिन वर्तमान समय में हॉकी में रैंकिंग और अतीत के परिणाम केवल संख्या हैं और दोनों टीम एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने में सक्षम हैं।भारतीय कोच यानिक शोपमैन ने कहा,‘‘हम जर्मनी की टीम को अच्छी तरह से जानते हैं। हमने पिछली गर्मियों में और हाल में स्पेन में उनसे मैच खेले थे। उसके पास कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन अगर हम अपने खेल पर ध्यान देते हैं तो उन्हें हरा सकते हैं।’’ एक अन्य सेमीफाइनल में अमेरिका का सामना जापान से होगा। -
नयी दिल्ली. भारतीय खिलाड़ी घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाकर मंगलवार से यहां शुरू हो रहे इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में चमक बिखेरने की कोशिश करेंगे जिसमें सभी की निगाहें सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर टिकी रहेंगी। सात्विक और चिराग ने 2023 में छह खिताब जीते थे जबकि हाल में वह मलेशिया सुपर 1000 टूर्नामेंट में उपविजेता रहे थे। इससे उनसे अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। भारतीय बैडमिंटन संघ का यह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट पिछले साल सुपर 750 वर्ग में रखा गया था लेकिन तब भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था और कोई भी दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाया था। इससे पहले 2022 में सात्विक और चिराग ने पुरुष युगल जबकि लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल का खिताब जीता था। भारतीय खिलाड़ी अब पिछले साल के लचर प्रदर्शन को भूल कर उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। सात्विक और चिराग मलेशिया ओपन के फाइनल के संघर्षपूर्ण मुकाबले में हार गए थे लेकिन वह घरेलू धरती पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सात्विक ने कहा,‘‘हम अपने देश में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। इस टूर्नामेंट के बाद हमारी जीत दर्ज करने की भूख बढ़ी है और हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं।'' पिछले साल सात्विक के चोटिल होने के कारण भारतीय जोड़ी को दूसरे दौर के मैच से पहले हटना पड़ा था, लेकिन इस बार वे पूरी तरह से फिट हैं। पहले दौर में उनका मुकाबला दुनिया के 25वें नंबर के फैंग जेन ली और फैंग चिह ली से होगा। सात्विक और चिराग जहां खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे वहीं पुरुष एकल में एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत पर निगाहें टिकी रहेंगी विशेषकर तब जबकि ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू घुटने की चोट के कारण इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रही हैं। मलेशिया में खराब प्रदर्शन करने वाले प्रणय और लक्ष्य को जल्द लय हासिल करनी होगी जबकि पिछले सप्ताह पहले दौर में जोनाथन क्रिस्टी को हराने वाले श्रीकांत उस जीत से प्रेरणा लेने की कोशिश करेंगे। प्रणय और लक्ष्य मलेशिया ओपन के पहले दौर में हार गए थे। इंडिया ओपन में वह क्रमशः चीनी ताइपे के चोउ टीएन चेन और प्रियांशु राजावत के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। श्रीकांत ओलंपिक क्वालीफिकेशन को ध्यान में रखते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। पहले दौर में उनका सामना हांगकांग के ली चेउक यियू से होगा। प्रणय अभी विश्व रैंकिंग में आठवें नंबर पर हैं और ओलंपिक क्वालीफिकेशन की दौड़ में सबसे आगे हैं। दूसरे स्थान की दौड़ में श्रीकांत और लक्ष्य हैं जिनकी विश्व रैंकिंग अभी क्रमशः 24 और 17 है। महिला युगल में भी ओलंपिक में जगह बनाने की दौड़ काफी कड़ी हो गई है। इसके लिए अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रैस्टो तथा राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली दौड़ में हैं। अश्विनी और तनीषा पहले दौर में थाईलैंड की राविंडा प्राजोंगजई और जोंगकोलफान कितिथाराकुल से भिड़ेंगी जबकि त्रीसा और गायत्री का सामना जापान की चौथी वरीयता प्राप्त नामी मत्सुयामा और चिहारू शिदा से होगा। महिला युगल में भारत की दो ओर जोड़ियां नजर आएंगी। अश्विनी भट के और शिखा गौतम तथा श्वेतपर्णा पांडा और रुतापर्णा पांडा को रिजर्व खिलाड़ियों के बीच से ड्रॉ में जगह दी गई है। पुरुष युगल में भी एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला तथा कृष्ण प्रसाद गारगा और साई प्रतीक की जोड़ियों को टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला है। कुछ खिलाड़ियों के हटने से ओडिशा सुपर 100 चैंपियन सतीश कुमार करुणाकरन और आकर्षी कश्यप को भी क्रमश: पुरुष और महिला एकल में खेलने का मौका मिल रहा है। सतीश पहले दौर में जापान के ताकुमा ओबायाशी से भिड़ेंगे जबकि आकर्षी को पहले दौर में चीन की ओलंपिक चैंपियन चेन यू फेई का सामना करना है।
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जकार्ता. भारतीय निशानेबाजों ने रविवार को यहां एशिया ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतना जारी रखा जिसमें योगेश सिंह ने अमित कुमार और ओम प्रकाश के साथ मिलकर टीम स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल करने से पहले पुरुष 25 मीटर व्यक्तिगत स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में भी सोने का पदक जीता। कुवैत सिटी में शॉटगन के ओलंपिक क्वालीफायर में कम से कम दो महिला ट्रैप निशानेबाज पहले दिन के क्वालीफिकेशन के बाद सोमवार को शीर्ष छह फाइनल्स में जगह बनाने के लिए अच्छी स्थिति में थीं। योगेश ने 572 अंक से स्टैंडर्ड पिस्टल स्वर्ण पदक जीता और फिर अमित (565) और प्रकाश (553) के साथ जोड़ी बनाकर टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक भी जीत लिया। इससे भारत के 14 स्वर्ण और 10 रजत से कुल 32 पदक हो गये हैं। इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में यह देश का सबसे शानदार प्रदर्शन है।
शॉटगन क्वालीफिकेशन में श्रेयसी सिंह दो राउंड के बाद दूसरे और भाव्या त्रिपाठी तीन राउंड के बाद शीर्ष छह में शामिल थीं। मनीषा कीर 11वें स्थान पर थीं। सोमवार को ट्रैप क्वालीफिकेशन राउंड और फाइनल होगा जिसमें दो दो पेरिस ओलंपिक कोटे दांव पर लगे होंगे। भारत के पास प्रत्येक स्पर्धा में एक एक कोटा हासिल करने का मौका होगा। -
कराची। पाकिस्तान के पूर्व टीम निदेशक मिकी आर्थर ने स्वीकार किया कि पिछले साल वनडे विश्व कप के दौरान अहमदाबाद में भारत के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान माहौल बेहद पर प्रतिकूल था और यह उनके कार्यकाल के सबसे कठिन क्षणों में से एक था। पाकिस्तान विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रहा था जिसके बाद आर्थर अपने पद से हट गए थे और उनकी जगह पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज को टीम निदेशक नियुक्त किया गया। आर्थर ने ‘विजडन' से कहा,‘‘पाकिस्तान को किसी तरह का समर्थन नहीं मिल रहा था और यह बेहद मुश्किल था। पाकिस्तान की टीम अगर वास्तव में किसी चीज से प्रेरित होती है तो वह मैदानों और होटलों में मिलने वाला अविश्वसनीय समर्थन है। '' उन्होंने कहा,‘‘लेकिन यहां ऐसा कतई नहीं था और विश्व कप जैसी प्रतियोगिता में यह विशेषकर खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल था। जैसी कि आप कल्पना कर सकते हैं अहमदाबाद में परिस्थितियां बेहद प्रतिकूल थी। हमें इसकी उम्मीद थी और इसका श्रेय हमारे खिलाड़ियों को जाता है कि उन्होंने कभी इसको लेकर शिकायत नहीं की।'' आर्थर ने कहा,‘‘उन्होंने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन आखिर में प्रेरणा भी अपनी भूमिका निभाती है जबकि आपको कहीं से भी समर्थन नहीं मिल रहा हो।'' विश्व कप में पाकिस्तान का अभियान मैदान के बाहर से जुड़े विवादों से भी घिरा रहा जिसमें तत्कालीन कप्तान बाबर आजम की व्हाट्सएप पर की गई बातचीत लीक होना भी शामिल है। आर्थर ने हालांकि कहा कि टीम बाहर की बातों से कभी प्रभावित नहीं हुई। उन्होंने कहा,‘‘पाकिस्तान को लेकर बाहर जितनी बातें की जा रही थी वह अविश्वसनीय थी। आपको केवल अपना ट्विटर देखने की जरूरत थी जिससे पता चल जाता है की टीम को लेकर बाहर कितनी बातें की जा रही है जबकि इनमें कुछ भी सच्चाई नहीं थी।
- नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज शॉन मार्श ने क्रिकेट करियर पर विराम लगाने की घोषणा कर दी है. इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके इस धुरंधर ने सभी फॉर्मेट से को छोड़ने का फैसला लिया है. ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग बिग बैश में टीम के प्लेऑफ में जगह ना बना पाने के बाद उन्होंने यह घोषणा की. मार्श बिग बैश लीग में मेलबर्न रेनेगेड्स का हिस्सा हैं.ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एरोन फिंच के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद शॉन मार्श ने भी अब अपने शानदार करियर पर विराम लगाने का फैसला लिया है. 40 साल के इस बैटर ने साथी खिलाड़ी फिंच की विदाई वाले मुकाबले में 64 रन की पारी खेली थी. टीम ने मेलबर्न स्टार्स के खिलाफ इस मुकाबले में 6 विकेट की जीत दर्ज की थी. मार्श की टीम इस बिग बैश लीग के सीजन में अच्छा खेल नहीं दिखा पाई और अंक तालिका में इस वक्त 8 टीमों में से 7वें नंबर है. प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के बाद मार्श ने अपने संन्यास की घोषणा कीमेलबर्न रेनेगेड्स की टीम ने बिग बैश लीग के इस सीजन में 9 मैच खेलकर महज 2 जीत ही दर्ज की है. 6 में टीम को हार मिली है जबकि उसका एक मुकाबला बेनतीजा रहा. 5 अंकों के साथ इस वक्त टीम 8 टीमों में 7वें स्थान पर है. इस सीजन में टीम का एक मुकाबला बाकी है. हालांकि 17 जनवरी के मुकाबले से अंक तालिका पर ज्यादा कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला.शॉन मार्श का इस सीजन प्रदर्शनमौजूदा बिग बैश सीजन की बात करें तो पांच मुकाबले खेलकर मार्श ने 45.25 की औसत के साथ कुल 181 रन बनाए. इसमें उनके नाम तीन अर्धशतकीय पारी शामिल रही. आखिरी मुकाबले में उनके बल्ले से 64 रन की पारी देखने को मिली. कुछ दिन पहले ही उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को भी अलविदा कहा था. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मार्श ने जनवरी 2019 में भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर आखिरी मैच खेला था.आईपीएल में जीता था ऑरेंज कैपऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज बल्लेबाज ने आईपीएल में भी अपनी छाप छोड़ी. साल 2008 में जब पहली बार टूर्नामेंट खेला गया था तो उन्होंने ऑरेंज कैप पर कब्जा जमाया था. आईपीएल के इस सीजन में मार्श ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे. पंजाब किंग्स (तब किंग्स इलेवन पंजाब) की टीम के लिए इस बैटर ने 616 रन बनाए थे.मार्श का इंटरनेशनल करियरशॉन मार्श ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के दौरे पर टी20 और वनडे सीरीज से किया था. इस बैटर ने अपनी टीम के लिए कुल 38 टेस्ट, 73 वनडे और 15 टी20 मुकाबले खेले. मार्श ने टेस्ट में 2265, वनडे में 2773 जबकि टी20 इंटरनेशनल में कुल 255 रन बनाए. 40 साल के शॉन मार्श ने कुल 13 शतक और 25 अर्धशतक हैं.
- मैनचेस्टर (इंग्लैंड), ।स्टार स्ट्राइकर अर्लिंग हॉलैंड पांव की चोट के कारण मैनचेस्टर सिटी की तरफ से इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबॉल प्रतियोगिता में न्यूकैसल के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाएंगे और उनके जनवरी के आखिर तक बाहर रहने की संभावना है। नार्वे का यह स्ट्राइकर चोटिल होने के कारण सभी प्रतियोगिताओं में पिछले आठ मैच में नहीं खेल पाया है। इसके बावजूद वह प्रीमियर लीग में 14 गोल करके सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों में संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। हॉलैंड ने मैनचेस्टर सिटी की 6 दिसंबर को एस्टन विला के हाथों 1-0 से हार के बाद कोई मैच नहीं खेला है। मैनचेस्टर सिटी के मुख्य कोच पेप गार्डियोला ने कहा,‘‘उम्मीद है कि वह इस महीने के आखिर तक खेलने के लिए फिट हो जाएगा। उसकी हड्डी में चोट लगी है और इसे ठीक होने में समय लगता है। किसी भी चोट के लिए आप अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर सकते हैं लेकिन इनमें समय लगता है।'' तेईस वर्षीय हॉलैंड ने अभ्यास शुरू कर दिया है। उन्होंने चैंपियंस लीग में भी पांच गोल किए थे।
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कुआलालंपुर। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शनिवार को कोरिया की विश्व चैंपियन सेओ सेउंग जे और कांग मिन ह्युकडिश की जोड़ी को को सीधे गेम में हराकर मलेशिया ओपन सुपर 1000 पुरुष युगल फाइनल में प्रवेश किया। विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी ने सत्र के अपने पहले टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में दूसरे गेम में शानदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने इस करीबी मुकाबले का पहला गेम 21-18 से जीता । दूसरे गेम में कोरिया की जोड़ी के पास छह गेम प्वाइंट लेकिन भारतीय जोड़ी ने लगातार आठ अंक जुटा कर इस गेम को 22-20 से जीतने के साथ फाइनल का टिकट पक्का किया। सात्विक और चिराग इस तरह अपने दूसरे सुपर 1000 खिताब से केवल एक कदम दूर है। उन्होंने इस स्तर का अपना पहला खिताब पिछले साल जून में इंडोनेशियाई ओपन में जीता था। भारतीय जोड़ी ने इंडोनेशिया ओपन में भी इसी कोरियाई जोड़ी को हराया था। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज कांग मिन और सेओ सेउंग के खिलाफ चार मैचों की भारतीय सात्विक और चिराग की जोड़ी की यह तीसरी जीत है। क्वार्टर फाइनल में एकतरफा जीत से उत्साहित भारतीय जोड़ी ने इस मुकाबले में भी 9-5 की बढ़त के साथ अच्छी शुरुआत की। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद शटल को दो बार कोर्ट के बाहर खेल दिया और कोरियाई की जोड़ी ने कुछ चतुराई भरी खेल से लगातार चार अंक बनाये। चिराग ने इसके बाद हैरतअंगेज शॉट खेलकर कोरिया के खिलाड़ियों को चौंका दिया। भारतीय जोड़ी एक बार फिर से चार अंक (17-13) की बढ़त बनाने में सफल रही। भारतीय जोड़ी के पास इसके बाद चार गेम प्वाइंट थे और सेओ तथा कांग की जोड़ी ने अपने रक्षण के स्तर को ऊंचा किया। सात्विक और चिराग की जोड़ी तीसरे प्रयास में अंक हासिल कर पहला गेम जीत लिया। सेओ और कांग ने दूसरे गेम में सतर्क शुरुआत करने के बाद अपना दबदबा बनाना शुरू किया। इस जोड़ी ने 9-4 और फिर कुछ शानदार रैली के दम पर 11-6 की बढ़त के साथ भारतीय जोड़ी को परेशान किया। पहले गेम में सेओ बेहतर खिलाड़ी लगे तो वही दूसरे गे में कांग ने ज्यादा प्रभावित किया। कोरिया की टीम 17-11 से आगे थी और सात्विक तथा चिराग इस गेम में वापसी का की कोशिश कर रहे थे। सात्विक और चिराग ने 14-20 से पिछड़ने के बाद शानदार मानसिक माजबूती दिखाई जिससे कोरियाई जोड़ी ने कई बार शटल को नेट पर खेल दिया। उन्होंने सही समय पर लय हासिल कर लगातार आठ अंक जुटा कर कोरिया की जोड़ी को हैरत में डालते हुए मैच जीत लिया। सात्विक और चिराग सबसे सफल भारत की पुरुष युगल जोड़ी है। इस जोड़ी ने एशियाई खेलों के बैडमिंटन में अपना और देश का पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा एशियाई चैंपियनशिप और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब भी जीता है।