बिजली बिल से मिली राहत, अब घर रोशन कर रहा सूरज — पीएम सूर्यघर योजना बनी वरदान
*भारी भरकम बिजली बिल के तनाव से मिली मुक्ति-श्री अजय देवांगन*
रायपुर. गर्मियों का मौसम आते ही बिजली के बिल आमजनों पर भारी पड़ते हैं। एसी, कूलर और पंखों के लगातार उपयोग से बिजली का खर्च आसमान छूने लगता है। लेकिन अब यही गर्मी कुछ लोगों के लिए राहत और संतोष लेकर आई है — और इसके पीछे है प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, जिसने आम उपभोक्ताओं को बिजली उपभोक्ता से बिजली उत्पादक बना दिया है।
रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर के निवासी श्री अजय देवांगन इस योजना के सफल उदाहरण हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर 5-5 किलोवॉट के दो सोलर पैनल लगवाए हैं। इस सोलर सिस्टम पर उन्हें सरकार से ₹78,000 की सब्सिडी मिली, जिससे लागत भी काफी कम हो गई।
श्री देवांगन बताते हैं, "पहले गर्मियों में हमारा बिजली बिल 35,000 से 40,000 रूपये तक आता था। लेकिन सोलर पैनल लगवाने के बाद अब यह बिल घटकर 8,000-9,000 हजार के बीच ही आ रहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी साझा किया कि जनवरी 2025 में उनका बिजली बिल शून्य से भी कम आया। इसका मतलब था कि उनके सोलर सिस्टम ने इतनी बिजली उत्पन्न की, जो न केवल उनके घर की ज़रूरतों को पूरा कर पाई, बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड में देकर बिल में से पैसे की कटौती भी हो गई।
"पहले हर महीने बिल देखकर तनाव होता था, कभी-कभी तो कहीं और से पैसे एडजस्ट करने पड़ते थे। लेकिन अब वह चिंता खत्म हो गई है," श्री देवांगन ने मुस्कुराते हुए कहा।
अजय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की इस दूरदर्शी योजना और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज उनका परिवार ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है।
श्री देवांगन ने अन्य लोगों से भी अपील की कि वे इस योजना का लाभ लें और न सिर्फ बिजली के बिल से राहत पाएं, बल्कि हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा दें।
पीएम सूर्यघर योजना आम नागरिकों को उनकी छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकारी सब्सिडी के साथ प्रोत्साहित करती है। जिसके तहत भारी बिजली बिल से छुटकारा, अतिरिक्त बिजली बेचकर आमदनी, पर्यावरण के लिए मददगार साबित हो रही है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों की भागीदारी से यह योजना आर्थिक रूप से किफायती और तकनीकी रूप से प्रभावी साबित हो रही है।
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