संगीतकार एस. मोहिंदर का निधन, लता मंगेशकर ने जताया दुख
मुंबई। जाने-माने संगीतकार एस मोहिंदर का रविवार को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ओशिवारा में अपने घर पर 95 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। एस मोहिंदर को साल 1956 में आई फिल्म शीरीं फरहाद के लोकप्रिय गाने गुजरा हुआ जमाना आता नहीं दोबारा.... के लिए जाना जाता है।
उनके निधन पर स्वर कोकिरा लता मंगेशकर ने दुख जताया है। लता मगेंशकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, आज बहुत अच्छे संगीतकार एस मोहिंदर जी का स्वर्गवास हुआ ये सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। वो बहुत शरीफ और नेक इंसान थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
एस मोहिंदर ने साल 1948 में आई फिल्म सेहरा से अपने कॅरिअर की शुरुआत की थी। उनकी बतौर म्यूजिक डायरेक्टर आखिरी फिल्म 1981 में आई फिल्म दहेज थी। 1969 में उन्हें फिल्म नानक नाम जहाज है में म्यूजिक डायरेक्शन के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था।
एस मोहिंदर का पूरा नाम मोहिंदर सिंह सरना था। उनका जन्म आजादी से पहले वाले भारत में हुआ था। वे पंजाब के मोंटगोमरी जिले के सिल्लियांवाला गांव में 8 सितम्बर 1925 को एक सिख परिवार में पैदा हुए थे। उनका जन्म मोंटोगोमेरी जिले (अब साहिवाल, पाकिस्तान) में हुआ। विभाजन के दंगों से किसी तरह जान बचाकर वे मुंबई आ गए । वे दादर के एक गुरुद्वारे में रहे और उन्होंने बाद में एक गुरुद्वारे में रागी के रूप में भी काम किया। उन्हें प्रति सप्ताह 10 रुपये का भुगतान किया जाता था। लाहौर रेडियो स्टेशन में काम करने के दौरान एस. मोहिंदर की मुलाकात सुरैया से हुई थी। सुरैया ने ही उन्हें मुंबई बुलाया था।
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