पेट की हर समस्या में रामबाण अमरूद के पत्तों का पानी
आज की व्यस्त जीवन शैली में पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे डायरिया, सूजन, कब्ज, गैस अपच और अनियंत्रित ब्लड शुगर होना काफी आम बात हो चुकी है। प्रोसैस्ड फूड, गलत खान-पान, अनियमित दिनचर्या और तनाव इन समस्याओं को और भी बढ़ा देते हैं।
आयुर्वेद में ऐसे कई सरल घरेलू उपाय बताए गए हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के पेट की समस्याओं को सुधारने में मदद करते हैं। सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने अमरूद के पत्तों का पानी पीना बहुत ही प्रभावशाली बताया है।
सद्गुरु के अनुसार (Ref) , अमरूद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और इसके एंटीमाइक्रोबियल गुण पेट के कई समस्या को भीतर से ठीक करने में सक्षम है। यह कब्ज दूर करने के साथ-साथ डायरिया में भी तुरंत राहत देता है। (Photo Credit): iStock
कैसे बनाएं अमरूद के पत्तों का पानी
अमरूद के पत्तों का पानी बनाना बहुत ही आसान है। सद्गुरु के अनुसार, इसे बनाने के लिए आपको ताजा और साफ अमरूद के 7 से 10 हरे पत्ते लेकर इन्हें अच्छी तरह धोकर धूल मिट्टी हटा लेना है। एक छोटे बर्तन में दो कप पानी लें और उसमें अमरूद के पत्तों को डालकर 8 से 10 मिनट तक उबालें। पानी का रंग हल्का भूरा होते ही गैस बंद कर दें। अब इसे थोड़ा ठंडा होने दें और छानकर पी लें। आप चाहे तो इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं लेकिन डायबिटिक लोगों को इसे बिना मिठास के ही पीना चाहिए।
कब्ज में तुरंत राहत
आजकल हर उम्र के लोगों को कब्ज की समस्या हो रही है। अमरूद के पत्तों में मौजूद फाइबर, डिटॉक्सिफाइंग एजेंट और नेचुरल एंजाइम्स आंतों को सक्रिय बनाते हैं। अमरूद का पानी पेट में जमे हुए सुखे मल को नरम बनाता है और आंतों को लुब्रिकेट भी करता है। इससे मल त्यागने में आसानी होती है। अमरूद के पत्तों में क्वरसिटिन मौजूद होता है। यह आंतों की सूजन को कम करता है और गट माइक्रोबायोम को संतुलित बनाता है।
फूड इन्फेक्शन और डायरिया में राहत
अगर किसी को अचानक डायरिया या फूड इंफेक्शन हो जाए तो अमरूद के पत्तों का पानी पीने से तुरंत आराम मिलता है। अमरूद के पत्तों में पाए जाने वाले एंटीमाइक्रोबियल गुण हमारे पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। यह आंतों की सूजन को कम करता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस करने में भी मदद करता है। अमरूद के पत्ते का पानी पीने से पेट के इंफेक्शन और बैक्टीरियल ग्रोथ को नियंत्रित करने में आसानी होती है।
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक
सद्गुरु के अनुसार, अमरूद के पत्तों का पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल संतुलित होता है। अमरूद के पत्तों में मौजूद कंपाउंड ग्लूकोज के अब्जॉर्प्शन को स्लो करता हैं, जिससे भोजन के बाद शुगर स्पाइक तेजी से नहीं होता। टाइप टू डायबिटीज वाले लोगों के लिए यह फायदेमंद है। इसके सेवन से शुगर लेवल स्थिर रहता है और भूख भी संतुलित होती है।
एसिडिटी, गैस और पेट फूलने में आराम
अमरूद के पत्तों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे पेट फूलना, भारीपन, गैस या एसिडिटी जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। इस पानी को पीने से पेट की गर्मी शांत होती है और एसिड का निर्माण कम होता है। जो लोग ज्यादा तेल मसाला खाते हैं उनके लिए इसे पीना फायदेमंद है। सद्गुरु कहते हैं कि अमरूद के पत्तों का पानी पीने से पाचन तंत्र बेहतर होता है।
गट हेल्थ बनती है मजबूत
अमरूद के पत्तों में विटामिन सी, नेचुरल एंटीबैक्टीरियल तत्व और भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसका सेवन करने से गट हेल्थ बेहतर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। इसका पानी पीने से आंतों में लाभदायक बैक्टीरिया बढ़ते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया कम होते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं। यह एक नेचुरल प्रोबायोटिक की तरह काम करता है।



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