अमरूद को हल्का भूनकर क्यों खाना चाहिए?
सर्दियों के सीजन में आने वाला अमरूद किसी सुपरफूड से कम नहीं है। इसमें संतरे से चार गुना ज्यादा विटामिन सी मौजूद होता है। साथ ही लाइकोपीन और फ्लेवनॉयड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो आपकी इम्यूनिटी, हार्ट हेल्थ, स्किन हेल्थ और गट हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। वैसे तो अमरूद को कच्चा खाना भी बेनिफिशियल होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं आयुर्वेद में भुना हुआ अमरूद खाने के और भी ज्यादा फायदे बताए गए हैं। हल्का सा रोस्ट करने के बाद अमरूद किसी दवा की तरह काम करता है और हीलिंग सुपरफूड बन जाता है। डॉ रविन्द्र कौशिक ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए भुना हुआ अमरूद खाने के फायदे शेयर किए हैं, आइए जानते हैं।
भूनने से कई गुना बढ़ जाते हैं अमरूद के गुण
डॉ रविन्द्र बताते हैं कि जब आप अमरूद को भूनकर खाते हैं, तो इसके गुण और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। ये एक तरह की दवा बन जाता है, जो आपके गट, मेटाबॉलिज्म, शुगर और गले के लिए बहुत फायदा करता है। हल्का भूनने से अमरूद के फाइबर सॉफ्ट हो जाते हैं, जिससे इसे पचाना भी आसान हो जाता है और आपका शरीर इसे बेहतर ढंग से एब्जॉर्ब कर पाता है।
भुना अमरूद खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं?
डॉक्टर कहते हैं भुना हुआ अमरूद खाना एक पुरानी आयुर्वेदिक रेमेडी है। इसे खाने से डायरिया में तुरंत आराम मिलता है और गले का दर्द और खांसी भी दूर होती है। इतना ही नहीं ये ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। अगर आपको एसिडिटी, गैस बनी रहती है तो ये इवनिंग के लिए परफेक्ट वॉर्म स्नैक का काम कर सकता है।
दो तरह से भूनकर खा सकते हैं
अमरूद को भूनने के लिए आप दो आयुर्वेदिक तरीके अपना सकते हैं। पहला तो इसे सीधा आंच पर भून लें, फिर इसे छिलकर खा लें। दूसरा आप इसे तवे पर 2-3 मिनट के लिए रोस्ट कर सकते हैं। इससे ये बहुत ही खुशबूदार और सॉफ्ट बनता है। अब अगर आपको पाचन में दिक्कत है, तो काले नमक के साथ इसे खाएं। गले से जुड़ी समस्या है, तो काली मिर्च बुरक लें, वहीं एसिडिटी है तो 2-3 बूंद देसी घी की डालकर इसका सेवन करें।
ये लोग खाने से परहेज करें
डॉ रविन्द्र कौशिक आगे बताते हैं कि यूं तो ज्यादातर लोगों के लिए भुना हुआ अमरूद खाना बहुत फायदेमंद है, लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने से परहेज करना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपको ज्यादा कब्ज की शिकायत है तो इसे अवॉइड करें। वहीं अगर आप ड्राई वात बॉडी टाइप वाले हैं या एनल फिशर (गुदा विदर) की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह के बिना खाना अवॉइड करें।



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