संजना ठाकुर की लघु कथा ऐश्वर्या राय ने जीता कॉमनवेल्थ पुरस्कार
लंदन. मुंबई की रहने वाली 26 वर्षीय लेखिका संजना ठाकुर ने दुनियाभर के 7,359 अन्य प्रतियोगियों को पछाड़कर कॉमनवेल्थ लघु कथा पुरस्कार 2024 अपने नाम किया। संजना को बृहस्पतिवार को लंदन में पांच हजार पौंड राशि के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संजना की कहानी का शीर्षक 'एश्वर्या राय' बॉलीवुड की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री के नाम पर है, जो कहानी गढ़ने की पारपंरिक कल्पना से बिल्कुल परे है। साहित्य पत्रिका 'ग्रांता' ने 2024 कॉमनवेल्थ लघु कथा पुरस्कार जीतने वाली सभी क्षेत्रीय कहानियों को प्रकाशित किया है। संजना ने कहा, ''मैं बता नहीं सकती कि इस अद्भुत पुरस्कार को जीतकर कितना सम्मानित महसूस कर रही हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं ऐसी कहानियां लिखती रहूंगी, जिन्हें पढ़ना लोगों को पसंद है।'' उन्होंने कहा, ''मां-बेटी, बाहरी खूबसूरती, खूबसूरती के पैमाने और मुंबई की सड़कों के खान-पान से जुड़ी मेरी अजीबो-गरीब कहानी को इस तरह के वैश्विक पाठक मिलना वाकई में बहुत दिलचस्प है। बहुत, बहुत, बहुत धन्यावद।'' संजना की कहानी अवनी नाम की एक युवती के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक आम से घर में रहने वाली मांओं के जीवन को चुनती है। अवनी को साफ-सुथरा रहना पसंद है जबकि दूसरा किरदार असल जिंदगी की ऐश्वर्या राय जैसी दिखता है, जो बहुत सुंदर है। मुंबई के एक छोटे से फ्लैट में रहने वाली अवनी अपनी छोटी सी बालकनी में खड़े होकर, मशीन में कपड़े धोते वक्त, सफेद लिमोजिन से उतरने के सपने देखती है और दूसरे फ्लैटों में रहने वाली अलग-अलग महिलाओं की तरह बनने के सपने संजोती है। निर्णायक मंडल की अध्यक्ष और युगांडा मूल की ब्रिटिश उपन्यासकार जेनिफर नानसुबुगा माकुम्बी ने कहा, ''लघुकथा का स्वरूप साहसी लेखकों के लिए अनुकूल है। संजना ठाकुर ने 'ऐश्वर्या राय' में कठोर व्यंग्य और हास्य संवादों का इस्तेमाल करते हुए आधुनिक शहरी जीवन के परिणामस्वरूप परिवार और खुद के भीतर की टूटन से हमारा सामना कराया है।
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