इस गणेश चतुर्थी पर भोग के लिए पान और गुलकंद से बनाएं स्पेशल मोदक
कल से पूरे दस दिनों तक देशभर में गणेश उत्सव की धूम रहेगी। कल गणेश चतुर्थी से घर-घर और चौक-चौराहों के पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। माना जाता है कि गणपति बप्पा को मोदक और लड्ड्ू बहुत प्रिय है। इसलिए उन्हें इनका भोग लगाया जाता है। इस बार हम पान और गुलकंद से बने स्पेशल मोदक की रेसिपी बता रहे हैं।
सामग्री-
मिक्स ड्राई फ्रूट्स का पाउडर- 1 बड़ा चम्मच
सौंफ का पाउडर- आधा चम्मच
टूटी फ्रूटी- 1-2 चम्मच
गुलकंद- 6-7 चम्मच
मोदक को कवर करने के लिए जरूर सामग्री:
देसी घी- 2-3 चम्मच
कंडेंस्ड मिल्क- 1 कप के आसपास
पान के पत्ते- 6-7
हरा फूड कलर
नारियल का बुरादा - 1-2 चम्मच
विधि
सबसे पहले आधे पान के पत्तों को पीसकर कंडेंस्ड मिल्क के साथ मिला लें। बाकी बचे पान के पत्तों को बारीक छोटा-छोटा काटकर बाद में इस मिश्रण में मिलाना है। उसके बाद आपको गैस पर पैन रखा है और उसमें घी डालकर गर्म कर लेना है। अब इसमें नारियल का बुरादा डालकर कुछ मिनटों के लिए भून लें। उसके बाद आपको इसमें पान और कंडेंस्ड मिल्क मिल्क का मिश्रण डालकर पकाते हुए मिक्स करें। अगर आप मोदक को गहरा हरा रंग देना चाहते हैं तो इसमें चुटकी भर फूड कलर मिला सकते हैं। जब आपका मिश्रण पक जाए और थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तो इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
अब आप इसमें गुलकंद, टूटी फ्रूटी, ड्राई फ्रूट्स और सौंफ के पाउडर का मिश्रण तैयार करके मोदक के लिए फिलिंग तैयार कर लें। हथेलियों पर घी लगातर मोदक के सांचे की मदद से अब मोदक तैयार कर लें। अच्छी तरह फिलिंग करना न भूलें।
पान और गुलकंद के मोदक खाने के फायदे
पान और गुलकंद दोनों ही सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। वहीं, इनमें मौजूद बाकी सामग्रियां भी बहुत स्वास्थ्यवर्धक हैं। यह मोदक न सिर्फ खाने में बहुत स्वादिष्ट हैं, बल्कि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद भी हैं जैसे,
-यह शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं।
-मीठे की क्रेविंग को कंट्रोल करते हैं।
-पाचन दुरुस्त रहता है।
-इम्यूनिटी मजबूत होती है।
-कब्ज की समस्या से बचाव होता है।
-मुंह की दुर्गंध से भी राहत प्रदान करता है।
-शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
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