राष्ट्रपति 17 जुलाई को नई दिल्ली में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार करेंगी प्रदान
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रतिष्ठित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार प्रदान करेंगी। इस वर्ष 4 श्रेणियों में कुल 78 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में 10 सुपरिभाषित मापदंडों का उपयोग करते हुए शहरी स्वच्छता और सेवा वितरण का आकलन करने के लिए एक स्मार्ट, संरचित दृष्टिकोण अपनाया गया। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा इस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू उपस्थिति रहेंगे।
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 विश्व के सबसे बड़े शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण का 9वां संस्करण है। यह ऐतिहासिक आयोजन स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) को आगे बढ़ाने वाले शहरों के अथक प्रयासों को मान्यता देते हुए शहरी भारत के सबसे स्वच्छ शहरों को पुरस्कृत करेगा।
इस वर्ष सुपर स्वच्छ लीग शहर, 5 जनसंख्या श्रेणियों में शीर्ष, स्वच्छ शहर, विशेष श्रेणी: गंगा शहर, छावनी बोर्ड, सफाई मित्र सुरक्षा, महाकुंभ, राज्य स्तरीय पुरस्कार – राज्य/केंद्र शासित प्रदेश का होनहार स्वच्छ शहर आदि चार श्रेणियों में कुल 78 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण (एसएस), स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के अंतर्गत एक ऐतिहासिक पहल है जो पिछले नौ वर्षों से शहरी भारत की स्वच्छता की यात्रा में एक निर्णायक शक्ति बन गई है और जन समर्थन से साथ लोगों की सोच को आकार देकर स्वच्छता के लिए प्रेरित कर रही है। वर्ष 2016 में 73 शहरी स्थानीय निकायों से शुरू होकर, इसका नवीनतम संस्करण अब 4,500 से अधिक शहरों तक पहुंच गया है। इस वर्ष के पुरस्कार न केवल सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहरों को सम्मानित करते हैं, बल्कि प्रगति की मजबूत संभावनाओं वाले छोटे शहरों को भी मान्यता और प्रोत्साहन देते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार “रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल” की थीम पर केंद्रित हैं। 3,000 से ज़्यादा मूल्यांकनकर्ताओं ने 45 दिनों की अवधि में देश भर के हर वार्ड में गहन निरीक्षण किया। समावेशिता और पारदर्शिता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, इस पहल में 11 लाख से ज़्यादा घरों का मूल्यांकन शामिल था – जो राष्ट्रीय स्तर पर शहरी जीवन और स्वच्छता को समझने के लिए एक व्यापक और दूरगामी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
आपको बता दें, स्वच्छ सर्वेक्षण में पहली बार, शहरों को जनसंख्या के आधार पर पांच श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है जिनमें (1) बहुत छोटे शहर: 20,000 जनसंख्या (2) छोटे शहर: 20,000 – 50,000 जनसंख्या (3) मध्यम शहर : 50,000 – 3 लाख जनसंख्या (4) बड़े शहर: 3 – 10 लाख जनसंख्या और (5) दस लाख से अधिक आबादी वाले शहर (10 लाख जनसंख्या) शामिल हैं ।मंत्रालय ने बताया कि प्रत्येक श्रेणी का मूल्यांकन उसके आकार और विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप मानकों के आधार पर किया गया है। सबसे स्वच्छ शहरों को प्रत्येक श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा। यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि छोटे शहरों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिले और वे हमेशा की तरह आगे रहने वाले शहरों के साथ समान स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
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