भारत के नागरिकों व सेना के साथ छेड़खानी करने पर नतीजे भुगतने पड़ते हैं: अमित शाह
जयपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय सशस्त्र बलों के ‘ऑपरेशन सिंदूर' की ओर इशारा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इसने पूरी दुनिया को यह मजबूत संदेश दिया कि किसी को भी भारत के नागरिक, उसकी सीमा या उसकी सेना से छेड़खानी नहीं करनी चाहिए वरना नतीजे भुगतने पड़ते हैं। शाह ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को सुरक्षित करने का सबसे बड़ा काम किया है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के राज में देश आए दिन आतंकवादी हमलों से त्रस्त था," लेकिन अब ऐसा नहीं होता। शाह ने कहा, ‘‘पहले उरी में हमला हुआ तो मोदी ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक' की। पुलवामा में हमला हुआ ‘एयर स्ट्राइक' की और पहलगाम में हमला किया गया तो ‘ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से पाकिस्तान के घर में जाकर आतंकवादियों के परखच्चे उड़ा दिए और एक मजबूत संदेश पूरी दुनिया को भेजा कि भारत के नागरिक, भारत की सेना और भारत की सीमा... इनके साथ छेड़खानी नहीं करनी, वरना नतीजे भुगतने पड़ते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने यह संदेश देकर एक समृद्ध, सुरक्षित और विकसित भारत के स्वप्न को सच्चाई में बदलने का, जमीन पर उतारने का काम किया है।'' गृह मंत्रालय के साथ-साथ सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल रहे शाह अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अवसर पर जयपुर के दादिया गांव में ‘सहकार एवं रोजगार उत्सव' को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत, दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और 27 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया गया है। राजस्थान में भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार की प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा कि इस सरकार ने कम समय में ढेर सारे काम किए हैं। उन्होंने कहा, "राजस्थान पेपर लीक से त्रस्त था, लेकिन भजनलाल सरकार ने एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन करके पेपर लीक माफिया को कठोर संदेश दिया है।" शाह ने कहा कि राज्य निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान 35 लाख करोड़ रुपये के करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए और तीन लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर काम शुरू हो चुका है। गृह मंत्री ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया और कई अन्य पहल कीं।
उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए भी राज्य सरकार की प्रशंसा की। शाह ने देश के विकास में सहकारिता आंदोलन के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि विगत सौ साल के अंदर सहकारिता ने देश के विकास में बड़ा योगदान दिया मगर आने वाले 100 साल सहकारिता के हैं। उनके मुताबिक, हर गांव, हर गरीब, हर किसान तक सहकारिता को पहुंचाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार में एक स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने पिछले चार साल में इस क्षेत्र को मजबूत करने के लिए 61 पहल की हैं।
शाह ने कहा, " दो लाख नई पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण समितियां) बनाने का काम शुरू हो चुका है, जिनमें से 40,000 पैक्स बना ली गई हैं।” उन्होंने राजस्थान के कृषि योगदान का भी जिक्र किया।
मंत्री ने कहा, “हमने सहकारिता का उपयोग करके ऊंटों की नस्ल संरक्षण और ऊंटनी के दूध के औषधीय गुणों के परीक्षण पर शोध शुरू किया है, जिससे आने वाले दिनों में ऊंटों के अस्तित्व पर कोई खतरा नहीं आएगा।” इससे पहले मुख्यमंत्री शर्मा ने अपनी सरकार के कार्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि सहकारी समितियों का लाभ कतार में खड़े अंतिम लोगों तक पहुंचे।" इस दौरान शाह ने 24 खाद्यान्न भंडारण गोदामों और 64 बाजरा दुकानों का ऑनलाइन उद्घाटन किया और सहकारी उत्पादों की एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा एवं दीया कुमारी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य नेता भी मौजूद थे।
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