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- - कृषि विभाग की आत्मा योजना राज्य के बाहर शैक्षणिक भ्रमण कर किसान एकांत चंद्राकर एवं विवेक वैष्णव ने अपनाई उन्नत कृषि तकनीक-राजनांदगांव जिले के किसानों में नवीनतम तकनीक एवं उन्नत कृषि की ओर बढ़ा रूझान- मशीन-बेड प्लांटर कम सीडर मशीन एवं हैरो मशीन जैसे नवीनतम कृषि यंत्रों से कृषि कार्य हुआ आसानराजनांदगांव । जिले के किसानों में नवीनतम तकनीक एवं उन्नत कृषि की ओर रूझान बढ़ा है। छुरिया विकासखण्ड के ग्राम अछोली एवं चांदो के किसान श्री एकांत चन्द्राकर एवं श्री विवेक वैष्णव ने टीवी पर हाईटेक कृषि यंत्रों से खेती करते हुए इजराईल और अन्य देशों के किसानों को देखकर अपने खेतों में भी ऐसे कृषि यंत्रो से उन्नत खेती करने का सपना देखा था, लेकिन बाजार में केवल मांग के अनुसार ही उपलब्ध यंत्रों से उनकी जिज्ञासा शांत नहीं हो रही थी। अपने इसी जिज्ञासा और उन्नत कृषि के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने नवम्बर 2025 में कृषि विभाग से संपर्क किया। जिसके बाद विभाग के केन्द्र प्रवर्तित एग्रीकल्चर एक्सटेंशन रिफॉम्र्स (आत्मा) योजना के तहत जिसमें न केवल किसानों को उन्नत कृषि तकनीक का प्रशिक्षण व तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है, बल्कि प्रगतिशील किसानों को देश के अन्य स्थानों में भेजकर नवाचारी कृषि तकनीक से अवगत भी कराया जाता है। इस योजना के तहत ग्राम अछोली एवं चांदो के किसान श्री एकांत चन्द्राकर एवं श्री विवेक वैष्णव को राज्य के बाहर शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजा गया। यह उनके जीवन के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। उप संचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर ने बताया कि जैसे ही किसानों का आवेदन उन्हें प्राप्त हुआ वैसे ही विभागीय अधिकारियों को राज्य के बाहर आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय कृषि मेला फार्म-टेक इंडिया प्रदर्शनी में किसानों को भेजने का कार्यक्रम बनाया गया। जिसके बाद जिले के 6 किसानों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर इंदौर मध्यप्रदेश लाभगंगा एक्जीबिशन सेन्टर में आयोजित मेले में प्रतिभागी बनाकर भेजा गया।तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मेले में देश-विदेश के उन्नत कृषि यंत्रो का निर्माण करने वाले मल्टीनेशनल कंपनियां अपने यंत्रों की प्रदर्शनी और विशेषज्ञों के साथ उपलब्ध थे। इस मेले में किसान एकांत चंद्राकर एवं विवेक वैष्णव यंत्रों के प्रत्यक्ष अवलोकन एवं विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर किसानों का आत्मविश्वास एवं उत्साह बढ़ा और वे उन्नत कृषि की ओर प्रेरित हुए। शैक्षणिक भ्रमण से वापस आकर किसान श्री एकांत चंन्द्राकर एवं श्री विवेक वैष्णव द्वारा 1 लाख 70 हजार के मशीन-बेड प्लांटर कम सीडर मशीन एवं 1 लाख 50 हजार के हैरो मशीन क्रय किया, जिसके माध्यम से किसानों ने 15 एकड़ में मक्का, 10 एकड़ में गेहूं तथा 17 एकड़ में सरसों की बोआई की है। किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मशीन से बोआई करने से अनावश्यक खर्च से छुटकारा मिला है, साथ ही बीजों के साथ खाद्य को मिलाकर उचित दूरी पर बोआई करने से खरपतवारों का प्रकोप कम हुआ है। किसानों ने बताया कि एक्सटेंशन रिफॉम्र्स (आत्मा) योजना का उनके लिए पुरानी परम्परागत खेती को छोड़कर नवीन उन्नत खेती से जुडऩे तथा उन्नत किसान बनने के उनके सपने के लिए सबसे महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
- - विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 5वीं छत्तीसगढ़ हॉकी लीग अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता का किया शुभारंभ- राजनांदगांव के खिलाड़ी देश-प्रदेश एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे नाम रोशन- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हॉकी किट रखने के लिए 5 लाख रूपए तथा जिम सामग्री क्रय करने 5 लाख रूपए की घोषणा कीराजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने रूद्राक्षम् वेलफेयर सोसायटी द्वारा पटरी पार चिखली स्कूल मैदान राजनांदगांव में आयोजित 5वीं छत्तीसगढ़ हॉकी लीग अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। 5वीं छत्तीसगढ़ हॉकी लीग अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता 21 दिसम्बर से 28 दिसम्बर 2025 तक आयोजित की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हॉकी खिलाडिय़ों के लिए हॉकी किट रखने के लिए 5 लाख रूपए तथा जिम सामग्री क्रय करने के लिए 5 लाख रूपए की घोषणा की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि हॉकी का खेल राजनांदगांव की खेल चेतना, सामाजिक सहभागिता और युवा ऊर्जा के सजीव उत्सव है। उन्होंने रूद्राक्षम वेलफेयर सोसायटी द्वारा निरंतर 5 वर्षों तक सफलतापूर्वक प्रतियोगिता आयोजन करने के लिए हार्दिक बधाई दी। छत्तीसगढ़ हॉकी लीग अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता को अधिक भव्य, अनुशासित, उद्देश्यपूर्ण बनाने की दिशा में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव की एक विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान, हमारी खेल परंपरा और हॉकी का गौरवशाली स्थान रहा है।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव की मिट्टी में हॉकी का बीज छुपा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज यहां बीज का रोपण हुआ है। आने वाले समय में यहां के खिलाड़ी देश के हॉकी जगत में कहीं ना कहीं, किसी न किसी स्थान में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए भी दिखेंगे। राजनांदगांव से अधिक से अधिक बच्चे अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे जैसे खिलाड़ी निकलेंगे और आगे बढ़ेंगे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश-प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यों से श्रेष्ठ टीम यहां आई है, राजनांदगांव को अच्छा हॉकी देखने और बच्चों को सीखने के लिए मिलेगा। उन्होंने कहा कि मार्चपास्ट के दौरान बच्चों में उत्साह, ऊर्जा और ताकत दिखाई दी है। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खिलाडिय़ों को खेल भावना से खेलने के लिए शपथ दिलाई। कार्यक्रम में पार्षद श्री शिव वर्मा और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री मृणाल चौबे ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर श्री कोमल सिंह राजपूत, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ हॉकी संघ श्री फिरोज अंसारी, श्री ऋषि चौधरी, श्री सुमित भाटिया, श्री विष्णु नंद, श्री प्रिंस भाटिया, श्री सुनील साहू, ऋतु जैन, श्री विजय शर्मा, श्री प्रेम रजक सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, नगरवासी और खिलाड़ी उपस्थित थे।
- -धर्म और राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान की अमर गाथा को नमनरायपुर । धर्म, सत्य और राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने सर्वस्व का बलिदान देने वाले सिख गुरुओं की अमर परंपरा को स्मरण करते हुए चार साहिबजादों की शहादत सप्ताह के अवसर पर छत्तीसगढ़ सिख समाज द्वारा गरम दूध का लंगर लगाकर मानव सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया गया। यह लंगर केवल सेवा नहीं, बल्कि उन महान बलिदानों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने भारत की आत्मा को अक्षुण्ण रखने के लिए हँसते-हँसते प्राण न्यौछावर कर दिए।छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने बताया कि शहादत सप्ताह के अंतर्गत लगाए गए इस गरम दूध के लंगर का लाभ हजारों नागरिकों ने लिया। लंगर वितरण के दौरान समाज के सेवादारों ने उपस्थित लोगों को सिख इतिहास की उस करुण, परंतु गौरवशाली गाथा से अवगत कराया, जब धर्म की रक्षा के लिए नन्हे साहिबजादों ने मृत्यु को भी पराजित कर दिया।सेवादारों ने बताया कि दसवें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादे—साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी—जब सरहिंद की ठंडी हवाओं में अपनी दादी माता गुजरी जी के साथ किले में बंद थे, तब मोतीराम मेहरा ने मानवता और देश-प्रेम की अद्वितीय मिसाल प्रस्तुत की। भारी ठंड में तीन दिनों तक पहरेदारों को रिश्वत देकर वह चोरी-छिपे बच्चों को गरम दूध पिलाते रहे। जब यह बात नवाब वजीर खान को ज्ञात हुई, तो मोतीराम मेहरा सहित उनके पूरे परिवार को कोल्हू में पिसवाकर निर्मम मृत्यु दे दी गई। यह इतिहास का ऐसा स्वर्णिम अध्याय है, जहाँ दूध पिलाने के अपराध में पूरे परिवार ने धर्म और मानवता के लिए बलिदान दे दिया।इसी पावन स्मृति में सिख समाज द्वारा हर वर्ष शहादत सप्ताह के दौरान देश-विदेश में गरम दूध का लंगर लगाया जाता है, ताकि उन बलिदानों को नमन किया जा सके, जिन्होंने हमें धर्म, स्वाभिमान और देश-प्रेम का अर्थ सिखाया।छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों और माता गुजरी जी का बलिदान केवल सिख समाज ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारतवर्ष के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर 1704 को चमकौर के मैदान में असंख्य मुगल सेना के सामने साहिबजादा अजीत सिंह जी और साहिबजादा जुझार सिंह जी ने धर्म और मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। वहीं 27 दिसंबर 1704 को सरहिंद में छोटे साहिबजादों को इस्लाम स्वीकार न करने पर दीवार में जीवित चुनवा दिया गया, पर उन्होंने अपने धर्म और देश की अस्मिता से समझौता नहीं किया।शहादत सप्ताह के इस आयोजन में छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, संरक्षक देवेंद्र सिंह सिब्बल सहित नरेंद्र सिंह हरगोत्रा, स्वर्ण सिंह चावला, कुलवंत सिंह खालसा, मनजीत सिंह भाटिया, जागीर सिंह बावा, देवेंद्र सिंह चावला, रणजीत सिंह खनूजा, अमृत सिंह सूर, जसप्रीत सिंह चावला, इंदर पाल सिंह गांधी, गुरमीत सिंह छाबड़ा, जसबीर सिंह, रोशनदीप सिंह भाटिया एवं जसरीत कौर भाटिया सहित अनेक सेवादारों ने गरम दूध के लंगर की सेवा कर चार साहिबजादों की शहादत की अमर गाथा जन-जन तक पहुँचाई।यह आयोजन न केवल सेवा का माध्यम बना, बल्कि धर्म की रक्षा, राष्ट्र-प्रेम और बलिदान की उस ज्योति को प्रज्वलित करता रहा, जो सिख गुरुओं ने अपने रक्त से प्रज्वलित की थी।चार साहिबजादों को शत-शत नमन।धर्म और देश के लिए दिया गया यह बलिदान युगों-युगों तक भारत को प्रेरणा देता रहेगा।
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- बरसात में उफनते नदी-नाले अब नहीं रोकेंगे ग्रामीणों का रास्ता : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी करोड़ों की सौगात
रायपुर । 130 करोड़ की लागत से जशपुर जिले में बनेंगे 237 पुल-पुलिया जशपुर जिले में बरसात के दिनों में ग्रामीणों के आवागन की बाधा को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर 237 पुल-पुलियों के निर्माण के लिए 130 करोड़ रूपए से अधिक की राशि स्वीकृत हुई है, जिससे नदियों पर उच्च स्तरीय पुलों के निर्माण के साथ ही नालों पर पुल-पुलिया का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है, इससे विकास को नई गति मिलेगी। बरसात के दिनों में उफनते नदी-नाले अब ग्रामीणों का रास्ता नहीं रोक पाएंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले में 22 उच्चस्तरीय पुलों के निर्माण के लिए 109 करोड़ 09 लाख रुपये की मंजूरी दी है। ये पुल जिले के प्रमुख मार्गों और नदियों-नालों पर बनाए जा रहे हैं, जिससे वर्षभर निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा। इसके साथ ही गांव-टोला और पारा को जोड़ने के उद्देश्य से 215 छोटे पुल-पुलिया निर्माण हेतु 20 करोड़ 93 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।गौरतलब है कि जशपुर जिले में बरसात के दिनों में कई गांवों का संपर्क पूरी तरह कट जाता था, जिससे किसानों, छात्रों, मरीजों और आम नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। पुल-पुलिया निर्माण से न केवल आवागमन सुरक्षित होगा, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और कृषि गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी। साथ ही, दूरी और समय की बचत से लोगों के दैनिक जीवन में बदलाव आएगा।जिले को मिली इस ऐतिहासिक सौगात पर क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जशपुर अब विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और दो वर्षों का सुशासन सड़कों व पुलों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। - मोहला । मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकीजिले के मानपुर ब्लॉक के सीतागांव में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम और ग्रामीणों के बीच रविवार को जमकर झड़प हो गई। इस दौरान पुलिस जवानों और ग्रामीणों के बीच धक्कामुक्की भी हुई, जिससे गांव में भारी तनाव का माहौल बन गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीतागांव में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।दरअसल राजस्व और वन विभाग की संयुक्त टीम पूर्व में जारी नोटिस के आधार पर सीतागांव में वन भूमि पर बने मकानों और झोपड़ियों को तोड़ने पहुंची। वन विभाग की ओर से करीब एक दर्जन मकानों को हटाने का नोटिस पहले ही जारी किया जा चुका था। जैसे ही प्रशासनिक अमला कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचा यहां बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया, जो देखते ही देखते झड़प में बदल गया। इस बीच पुलिस जवानों और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। वहीं कब्जा तोड़ रहे जेसीबी को भी लोगों ने मौके से खदेड़ दिया। करीब घंटे भर से अधिक समय तक स्थिति भारी तनावपूर्ण रही।ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन और विरोध के मद्देनजर पुलिस जवान व प्रशासनिक टीम सीतागांव थाना वापस लौट गई। इस बीच जिले के वन मंडलाधिकारी दिनेश पटेल भी सीतागांव पहुंचे। थाने में मसले को लेकर आला अफसरों के बीच रायसुमारी हुई। प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों व अफसरों के बीच चर्चा हुई जिसमें सहमति बनी कि मुख्य मकानों को छोड़कर अतिरिक्त कब्जों को तोड़ा जाएगा।सहमति बनने के बाद दोबारा पुलिस बल के साथ डी एफ ओ दिनेश पटेल की अगुवाई में वन अमला व प्रशासनिक टीम अतिक्रमण स्थल पर पहुंची। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी यहां मौजूद रहे। हालांकि पुलिस की रोकथाम और बनी सहमती के चलते आगे विरोध प्रदर्शन नहीं हो सका। इस दरमियान हल्की गहमागहमी के बीच वन महकमे ने जेसीबी की मदद से कब्जाधारियों के मुख्य मकानों को छोड़कर अतिरिक्त कब्जों को तोड़वाया। कार्यवाही उपरांत डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों से सहमति बनाकर कब्जाधारियों के मुख्य मकानों जहां वे रह रहे हैं उसे फिलहाल नहीं तोड़ा गया है जो अतिरिक्त कब्जे फैलाए गए थे उन्हें तोड़ा गया है वहीं खेत घेरकर बनाई गई बाड़ियों को हटाया गया है। हालांकि डीएफओ ने ये भी कहा है मकान बनाने वाले कब्जाधारियों को मकाने खाली करने की अतिरिक्त समय की मोहलत दी गई है। निकट भविष्य में यथासंभव वन भूमि को संपूर्ण कब्जे से मुक्त कराया जाएगा। बहरहाल शाम को हुई कार्यवाही के बाद स्थिति नियंत्रित है। प्रशासनिक टीम व ग्रामीण भी मौके से लौट गए हैं। हालांकि तमाम संभावित हालातों पर प्रशासन की नजरें टिकी हुई है।
- भिलाई। प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर ने छत्तीसगढ़ के लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय और उनके समूह की प्रस्तुति को खूब सराहा। अभिनेता अनुपम खेर ने इस प्रस्तुति की न सिर्फ खुल कर तारीफ की बल्कि अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर भी किया। मौका था छतरपुर (मध्य प्रदेश) में आयोजित 11वें खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का। रिखी क्षत्रिय व उनके समूह को इस प्रतिष्ठित फेस्टिवल में दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से भेजा गया था। जहां रिखी क्षत्रिय ने अपने समूह के साथ छत्तीसगढ़ लोक बैंड के तहत 101 पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों की अनूठी जुगलबंदी पेश की, जिसमें पारंपरिक धुनों एवं देशभक्त गीतों की प्रस्तुति समूह ने दी। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के शिल्पग्राम परिसर में आयोजित यह समारोह दिवंगत प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता धर्मेन्द्र और असरानी को समर्पित था।यहां देश-विदेश के मेहमानों के बीच रिखी क्षत्रिय व उनके समूह ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रस्तुति समाप्त होने के बाद अनुपम खेर ने रिखी व उनके समूह के साथ मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दी। मुख्य आयोजक राजा बुंदेला और उनकी पत्नी व अभिनेत्री सुष्मिता मुखर्जी ने भी छत्तीसगढ़ के इस समूह की प्रस्तुति को सराहा। खजुराहो महोत्सव में छत्तीसगढ़िया लोक रंग का जादू जगाने वाले कलाकारों में रामकुमार पाटिल, डोरेलाल साहू, रामकुमार निषाद, कुलदीप सार्वा, प्रदीप ठाकुर, सुनील कुमार,सुशील कुमार, जय कुमार सेन, एनेश्वर विश्वकर्मा, मोहेंद्र निषाद ,भोज राम,प्रमोद और सागर शामिल थे।
- -किसान पिंकू कुजूर ने की धान खरीदी व्यवस्था की सराहनाअंबिकापुर ।सरगुजा जिले में संचालित धान उपार्जन केन्द्रों की पारदर्शी एवं किसान-हितैषी व्यवस्था का लाभ अब किसानों को मिल रहा है। टोकन प्रणाली, समयबद्ध खरीदी, त्वरित नमी परीक्षण तथा मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के चलते धान विक्रय की प्रक्रिया पहले की तुलना में कहीं अधिक सरल और सहज हो गई है। किसानों को अब धान बेचने के लिए अनावश्यक प्रतीक्षा या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।अम्बिकापुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत श्रीगढ़ निवासी किसान श्री पिंकू केरकेट्टा ने बताया कि इस वर्ष उनकी धान की फसल अच्छी हुई है। उन्होंने कुल 59.60 क्विंटल धान का रकबा है, जिसे उन्होंने खैरबार धान उपार्जन केन्द्र में विक्रय किया है। किसान श्री केरकेट्टा ने बताया कि टोकन कटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से व्यवस्थित रही और इसमें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई।उन्होंने बताया कि खैरबार उपार्जन केन्द्र पहुंचते ही गेट पास जारी किया गया, इसके बाद धान की नमी परीक्षण कर तत्काल बारदाना उपलब्ध कराया गया। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और तेज रही, जिससे कम समय में धान की तौल और खरीदी पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि उन्हें धान विक्रय के दौरान किसी भी स्तर पर दिक्कत नहीं हुई।किसान श्री केरकेट्टा ने बताया कि उपार्जन केन्द्र में किसानों के लिए बैठने एवं पीने के स्वच्छ पानी की पर्याप्त व्यवस्था है, उन्होंने कहा कि पहले धान बेचने में पूरा दिन लग जाता था, लेकिन अब सीमित समय में कार्य पूर्ण हो जाता है, जिससे समय और श्रम दोनों की बचत हो रही है।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा धान का सर्वाधिक मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है, जिससे किसानों को फसल का उचित दाम मिला है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।फसल विक्रय से प्राप्त राशि का उपयोग किसान श्री केरकेट्टा रबी सीजन में गेहूं, सरसों एवं विभिन्न सब्जी फसलों की खेती में कर रहे हैं। इससे बहुफसली खेती को बढ़ावा मिल रहा है और किसानों की आय के स्रोत भी बढ़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि समय पर भुगतान और बेहतर व्यवस्था के कारण किसान अब अपनी आगे की खेती की योजना आसानी से बना पा रहे हैं।किसान श्री केरकेट्टा ने धान खरीदी व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान व्यवस्था किसानों के हित में है उन्होंने किसानों के लिए की गई धान खरीदीव्यवस्थाओं हेतु मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब तक लगभग 1.65 करोड़ लोगों की सिकल सेल रोग की जांच की जा चुकी है और उनके विवरण केंद्र सरकार के पोर्टल पर दर्ज कर लिए गए हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों की जांच की गयी उनमें से 3.35 लाख से अधिक के सिकल सेल वाहक होने की पुष्टि हुई जबकि 27,135 लोगों में सिकल सेल रोग का निदान हुआ। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, राज्य सरकार द्वारा इन सभी को मुफ्त दवाएं, परामर्श और निरंतर उपचार सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। बयान में बताया गया, “यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक जुलाई, 2023 को शुरू किए गए ‘सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन' का हिस्सा है। इस मिशन का उद्देश्य 2047 तक इसे एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त करना है। इस लक्ष्य के अनुरूप, छत्तीसगढ़ में नवजात से 40 वर्ष आयु वर्ग के नागरिकों की व्यापक जांच की जा रही है और सिकल सेल कार्ड वितरित किये जा रहे हैं। ”राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इस बीमारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण तैयारियां की हैं। बयान में बताया गया, “पिछले दो वर्ष में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सिकल सेल के इलाज में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख दवा ‘हाइड्रोक्सीयूरिया' की खपत एक लाख कैप्सूल से बढ़कर पांच लाख कैप्सूल हो गई है, जो बेहतर पहुंच और निरंतर देखभाल को दर्शाती है।” बयान के मुताबिक, पिछले एक वर्ष में ही 5,232 सिकल सेल रोगियों की निगरानी की गई है, जिससे सिकल सेल संकट और रक्त आधान की आवश्यकता में कमी आई है। अधिकारियों ने बताया कि विभाग सभी सिकल सेल रोगियों को हर तीन महीने में मुफ्त रक्त, यकृत और गुर्दे की जांच की सुविधा प्रदान कर रहा है। बयान में बताया गया कि गौरतलब है कि जशपुर जिला (मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का गृह जिला) देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसने अपनी लक्षित आबादी की 100 प्रतिशत सिकल सेल जांच पूरी कर ली है। रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एम्स) में सिकल सेल रोग निवारण केंद्र विकसित किया जा रहा है, जहां निकट भविष्य में अस्थि मज्जा (बोन मैरो) प्रत्यारोपण, आनुवंशिक विश्लेषण और सीवीएस (क्रोनिक विलस सैंपलिंग, सिकल सेल एनीमिया जैसी आनुवंशिक स्थितियों का पता लगाने के लिए एक प्रसवपूर्व निदान परीक्षण) जैसी उन्नत सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। एक अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के ये प्रयास सिकल सेल रोग के उन्मूलन की दिशा में एक ठोस कदम हैं और 2047 तक स्वस्थ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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रायपुर। बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दावा किया है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन होगा और वहां भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवादी सरकार बनेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल में ‘महाजंगलराज’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय शर्मा ने रायपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बंगाल में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है। वहां जंगलराज है और आप स्वयं देख सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है। घुसपैठियों को खुलेआम प्रवेश करने दिया जा रहा है और उनके दस्तावेज सिस्टमैटिक तरीके से तैयार किए जा रहे हैं।विजय शर्मा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के नाम पर जिस तरह से हत्याएं और अपराध होते हैं, वह बेहद चिंताजनक है। यदि यह अराजकता नहीं है, तो फिर और क्या है? इसे ठीक किया जाना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले चुनावों में वहां की सभी नकारात्मक ताकतों का अंत होगा और भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवादी सरकार बनेगी। साथ ही बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ भी बंद होगी।डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने राहुल गांधी के विदेशी दौरे को लेकर कहा कि जब भी देश अपनी ताकत दिखाता है- चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक हो या किसी अन्य क्षेत्र में देश का बेहतर प्रदर्शन- तो उसकी सराहना होनी चाहिए। इसकी आलोचना करना, जनता के बीच भ्रम फैलाना या विदेश जाकर अपने ही देश के संस्थानों को बदनाम करना पूरी तरह गलत है।उन्होंने कहा कि जब वहां सभी लोग एक ही भावना रखते हैं, तो आप जाकर विवाद कैसे खड़ा कर सकते हैं।‘जी राम जी’ बिल पर विपक्ष के हंगामे को लेकर विजय शर्मा ने कहा कि यदि गरीबों की मजदूरी के लिए कार्यदिवसों की संख्या 100 से बढ़ाकर 125 कर दी गई है, तो इसमें विरोध की क्या बात है? उन्होंने सवाल किया कि गांवों में इससे किसी एक व्यक्ति को क्या नुकसान हुआ है? सरकार के अंदरूनी कामकाज से जुड़ी दिक्कतों का गांवों पर क्या प्रभाव पड़ा है? गांवों में सिर्फ इतना बदलाव हुआ है कि 100 दिन की जगह अब 125 दिन का काम मिल रहा है। इसमें लड़ने जैसी कोई बात नहीं है।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के बाद वे आ रहे हैं। इस दौरान सरकार के दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। -
भिलाई। कोहका पुरानी बस्ती निवासी श्रीमती रत्ना शुक्ला का 65 वर्ष की आयु में रविवार 21 दिसंबर को निधन हो गया। वे डॉ श्रवण शुक्ला की पत्नी , यामिनी शर्मा रायपुर, स्वेता मिश्रा दुर्ग और देव मोनू शुक्ला की माता थीं। उनकी अंतिम यात्रा सोमवार 22 दिसंबर को सुबह 10 बजे कोहका, पुरानी बस्ती निवास से रामनगर मुक्तिधाम के लिए निकलेगी ।
- रायपुर - प्रदेश की राजधानी रायपुर शहर में शीतलहर से आमजनों को सुरक्षा और त्वरित राहत देने नगर पालिक निगम के जोन कार्यालयों के माध्यम से जयस्तम्भ चौक के समीप, रेल्वे स्टेशन के पास, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी, महोबा बाजार हॉट बाजार, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर, बड़ा अशोक नगर, रोटरी नगर, टाटीबंध चौक के समीप, शंकर नगर, अवन्ति विहार कॉलोनी सहित राजधानी शहर में लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. नगर निगम रायपुर द्वारा विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिदिन नियमित अलाव जलाने की व्यवस्था देने से इससे शहर के निवासी प्रतिदिन सैकड़ों आमजनों को लगातार बढ़ती शीतलहर से सहज बचाव सहित त्वरित राहत मिल रही है.रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर जोन कमिश्नरों द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से महादेवघाट रायपुरा श्री हनुमान मन्दिर के समीप और महोबा बाजार हॉट बाजार, मेकाहारा परिसर, पुराना बस स्टेण्ड पंडरी चंगोराभाठा बाजार, ब्रम्हदेईपारा,शिक्षक कॉलोनी डंगनिया, खमतराई चौक के पास, जयस्तम्भ चौक के पास, रायपुर जिलाधीश परिसर के सामने डॉ भीम राव अम्बेडकर प्रतिमा स्थल चौक के पास, नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर के पास, मोतीबाग, डंगनिया पानी टंकी स्कूल के समीप, शंकर नगर चौपाटी, तेलीबाँधा तालाब मरीन ड्राइव, अंतर राज्यीय बस स्टैण्ड भाठागांव, भाठागांव चौक के समीप, कुकरीपारा, दूधाधारी मठ मार्ग, सरोना, चंदनीडीह, कबीर नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी फेस-2, हीरापुर चौक सुलभ शौचालय काम्प्लेक्स के समीप , कबीर चौक रामनगर, गीतांजलि नगर शंकर नगर, जगन्नाथ चौक रामनगर, कोटा, प्रियदर्शिनी नगर, भाठागांव, नगर पालिक निगम जोन 9 कार्यालय परिसर के समीप मोवा, नगर निगम जोन 10 कार्यालय और अन्य लगभग 30 से भी अधिक विभिन्न प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में आमजनों को शीतलहर से रायपुर शहर क्षेत्र में सुरक्षा और त्वरित राहत देने सार्वजनिक अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है. शीतलहर की सम्पूर्ण अवधि के दौरान आमजनों को राहत देने जोन कार्यालयों के माध्यम से प्रतिदिन नियमित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की प्रतिदिन नियमित व्यवस्था दी जा रही है.
- -सांसद कला महोत्सव शुरू करने किया ऐलान-फिट रहने हर कोई अपनाये एक खेल : तोखन साहू-विजेता खिलाड़ियों को केन्द्रीय मंत्री ने बांटे पुरस्कार-महोत्सव में 12 हजार खिलाड़ियों ने की भागीदारीबिलासपुर, /केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने आज स्थानीय बहतराई खेल स्टेडियम में आयोजित समारोह में सांसद खेल महोत्सव का रंगारंग समापन किया। उन्होंने पहली बार आयोजित सांसद खेल महोत्सव की सफलता से उत्साहित होकर इसी तर्ज पर सांसद कला महोत्सव जल्द शुरू करने की घोषणा की। लगभग डेढ़ महीने तक चले इस महोत्सव में बिलासपुर एवं मुंगेली जिले की ग्राम पंचायत से जनपद एवं जिला स्तर पर 12 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। फाइनल प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री तोखन साहू ने स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र और नगद राशि देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक बेलतरा श्री सुशांत शुक्ला ने की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता संतोष कश्यप, पूर्व विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी, कलेक्टर संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में युवा खिलाड़ी और खेल प्रेमी नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।मुख्य अतिथि श्री तोखन साहू ने समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। यह तभी संभव होगा जब हर आदमी स्वस्थ एवं फिट रहे। इसके लिए हर आदमी को अपनी रूचि के अनुरूप कोई न कोई खेल में हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद खेल महोत्सव में स्थानीय स्तर पर प्रचलित खेलों को शामिल किया गया ताकि अधिकाधिक लोग इसमें भाग लेकर अपनी प्रतिभा को निखार सकें। कबड्डी,खो-खो, रस्साकसी, नीबू दौड़, बोरा दौड़ जैसे एक दर्जन खेल प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया। इन खेलों को हमें भूलना नहीं है। हम अपने जीवन में मोबाईल का उपयोग कम करने इन खेलों की ओर ध्यान लगाना है ताकि शारीरिक रूप से हम मजबूत रह सकें। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। यहां तक कि भगवान श्रीकृष्ण भी खेल कला में माहिर थे। खेल से हमारो तन एवं मन स्वस्थ रहने के साथ जीवन में अनुशासन की पाठ भी सिखाता है। इससे आपसी सहयोग, संयम एवं योजना बनाने के गुण इससे विकसित होते हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गीता के कर्मयोग का परीक्षण शाला हैं हमारे खेल मैदान। इसमें हार और जीत मायने नहीं रखता है। कोई हारता है तभी तो कोई जीत पाता है। हारने वालों को निराश होने की जरूरत नहीं हैं, बल्कि इससे मिले सबक का इस्तेमाल कर आगे जीत सकते हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा भविष्य में सांसद खेल महोत्सव का दायरा और बढ़ाकर व्यापक रूप में आयोजित किया जायेगा। श्री साहू ने बताया कि आगामी 25 दिसम्बर को माननीय प्रधानमंत्री जी सांसद खेल महोत्सव में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को वचुअल सम्बोधित करेंगे। प्रधानमंत्री जी का सम्बोधन सुनने खिलाड़ियों का आह्वान किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप सांसद खेल महोत्सव आयोजित किये गए। मैं स्वयं ग्रामीण स्तर के कई आयोजन में शामिल हुआ। खेल के प्रति लोगों में अपार उत्साह देखा गया। एक प्रकार से हमारी प्राचीन और परम्परागत खेलों को एक बार फिर मंच मिल पाया है। खेलों से हमारी एकाग्रता और सामूहिकता की भावना बढ़ती है। उन्होंने युवाओं को मोबाईल से जरा ध्यान हटाकर खेलों की ओर लगाने का अनुरोध किया। तकनीकी का उपयोग हमें अपनी उन्नति के लिए करना है, न कि यह हमारे विकास में बाधा बनें। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने कहा खेल हमारे लिए शारीरिक व्यायाम का अच्छा माध्यम हैं। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि सरकार गांवों की खेल प्रतिभाओं को निखारकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अच्छा प्रयास किया है। पूर्व विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी ने खेल प्रतियोगिताएं सामाजिक समरसता के प्रतीक हैं। समाज में ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। प्रतिभागी कुछ खिलाड़ियों ने भी इस अवसर पर अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने सफल आयोजन के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू एवं जिला प्रशासन को बधाई दी। इतनी बड़ी एवं प्यापक स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिता को सफल बनाने मंे बिलासपुर एवं मुंगेली जिले की ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायतों, खेल विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग का महत्वपूर्ण योगदान रहा।फाइनल प्रतियोगिता के परिणाम -कबड्डी बालक वर्ग में प्रथम स्थान मुंगेली, द्वितीय पथरिया, तृतीय बिल्हा, कबड्डी बालिका वर्ग में प्रथम स्थान मस्तुरी, द्वितीय पथरिया, तृतीय स्थान बिल्हा, रस्साकसी पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान मस्तुरी, द्वितीय तखतपुर, तृतीय बिल्हा, रस्साकसी महिला वर्ग में प्रथम स्थान तखतपुर, द्वितीय बिल्हा, तृतीय पथरिया, फुटबॉल के पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान कोटा, द्वितीय कोटा नगर पंचायत, तृतीय बिल्हा, फुटबॉल महिला वर्ग में प्रथम स्थान बिल्हा, द्वितीय कोटा, वॉलीबॉल पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान तखतपुर, द्वितीय मस्तुरी, तृतीय लोरमी, वॉलीबॉल महिला वर्ग में प्रथम स्थान मस्तुरी, द्वितीय कोटा, तृतीय लोरमी, 100×4 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान नगर पालिक निगम बिलासपुर, द्वितीय कोटा एवं तृतीय स्थान लोरमी को मिला। चैम्पियन ट्रॉफी में प्रथम एवं द्वितीय स्थान जनपद पंचायत कोटा को दिया गया। बिलासपुर जिले की मस्तुरी, बिल्हा, तखतपुर, कोटा एवं मुंगेली जिले की लोरमी, पथरिया एवं मुंगेली जिले के 12 हजार से ज्यादा खिलाड़ी प्रतियोगिता में शािमल हुए। कबड़डी, 4 सौ मीटर दौड़, बोरा दौड़, पैदल दौड़, रस्साकशी, 100 मीटर रिले दौड़, फूटबाल, नीबू दौड़, लगोरी, बालीबाल और तीरंदाजी प्रतियोगिता महोत्सव में शामिल थे। कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल के मार्गदर्शन में खेल अधिकारी ए एक्का,बिल्हा सीईओ कुमार लहरे, मस्तुरी सीईओ जेआर भगत, कोटा सीईओ युवराज सिन्हा, तखतपुर सीईओ श्री तिवारी एवं पूरी टीम का सक्रिय योगदान रहा है।
- बिलासपुर /जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान में जिले के 2 लाख 62 हजार 816 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। जिले ने निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 94.49 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला और महापौर श्रीमती पूजा विधानी ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, राजकिशोर नगर में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। जिला स्तरीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का शुभारंभ मातृ एवं शिशु अस्पताल, जिला चिकित्सालय बिलासपुर महापौर श्रीमती पूजा विधानी एवं कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल द्वारा बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर किया गया।जिला अस्पताल में इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. शुभा गरेवाल,डॉ. अनिल गुप्ता सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. गायत्री बांधी, डॉ. रक्षित जोगी जिला सर्विलेंस अधिकारी/शहरी खण्ड चिकित्सा अधिकारी,सुश्री प्यूली मजूमदार (डीपीएम) एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।कार्यक्रम के प्रथम दिवस 21 दिसंबर 2025 को जिले में 1520 बूथों तथा ट्रांजिट दल/मोबाइल टीमों के माध्यम से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। शेष बच्चों को कवर करने के लिए अभियान के दूसरे एवं तीसरे दिन 22 व 23 दिसंबर 2025 को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिनों द्वारा घर-घर भ्रमण कर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी।कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जिले के समस्त पालकों एवं अभिभावकों से अपील की है कि 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के कोई भी बच्चे पोलियो खुराक से वंचित न रहें। घर-घर भ्रमण के दौरान आने वाली स्वास्थ्य टीमों को सहयोग प्रदान कर अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने में सहभागिता करें।
- रायपुर। गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर राजधानी रायपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर में आयोजित मेगा हेल्थ कैंप–2025 ने जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में एक सशक्त और संवेदनशील पहल के रूप में अपनी पहचान बनाई है। महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने शिविर में सहभागिता करते हुए इसकी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और नागरिकों से संवाद किया।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए चिकित्सा स्टॉलों का अवलोकन किया तथा उपचार हेतु आए लोगों से बातचीत कर उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि एक ही स्थान पर निःशुल्क जांच, उपचार और विशेषज्ञ चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराना शासन की जनहितकारी सोच को दर्शाता है। ऐसे शिविर विशेष रूप से गरीब, श्रमिक एवं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आए नागरिकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं।इस अवसर पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने स्वयं भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया और कहा कि नियमित स्वास्थ्य जांच को जीवनशैली का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का लक्ष्य केवल उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना भी उतना ही आवश्यक है।मेगा हेल्थ कैंप–2025 का आयोजन 18 से 22 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। शिविर में देश के विभिन्न हिस्सों से आए अनुभवी चिकित्सकों द्वारा सामान्य एवं गंभीर रोगों की जांच, परामर्श तथा आवश्यक दवाइयों की सुविधा निःशुल्क प्रदान की जा रही है, जिससे बड़ी संख्या में नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं।मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आयोजकों एवं चिकित्सा दल के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी और प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस मेगा हेल्थ कैंप का अधिक से अधिक लाभ उठाएं तथा स्वस्थ छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहभागी बनें।
- -पल्स पोलियो अभियान- प्रथम दिवस 98.22 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्तरायपुर । कोरबा में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ श्री लखन लाल देवांगन, केबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन (वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री) तथा श्रीमती संजू देवी राजपूत, महापौर नगर पालिक निगम के मुख्य आतिथ्य में नन्हें बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाकर किया गया। कार्यक्रम का आयोजन रानी धनराज कुवंर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कोरबा में किया गया।इस अवसर पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी. के. सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेश, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री पद्माकर शिन्दे, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक राज, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. यामिनी बोडे एवं डॉ. अन्नपूर्णा बोडे, श्री प्रफुल्ल तिवारी, श्री नरेन्द्र पाटनवार सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।इसके अतिरिक्त जिले के समस्त विकासखण्डों में भी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया।मंत्री श्री देवांगन ने पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चरण के शुभारंभ पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए आमजन एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं तथा 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाने में सहयोग करें।जिले में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हेतु सुदृढ़ कार्ययोजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत जिले में कुल 1578 टीकाकरण बूथ स्थापित कर टीकाकरण कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। साथ ही प्रत्येक पारा-मोहल्ला, चौक-चौराहा, बाजार एवं हॉट में भी 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाने की व्यवस्था की गई। अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सुपरवाइजरों की तैनाती की गई है।पल्स पोलियो अभियान के प्रथम दिवस जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर लक्षित 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के कुल 1,72,423 शिशुओं के विरुद्ध 1,69,355 शिशुओं को पल्स पोलियो की दवा पिलाई गई, जिससे जिले की उपलब्धि 98.22 प्रतिशत रही। शेष छूटे हुए बच्चों को 22 एवं 23 दिसम्बर 2025 को कार्यकर्ता दल द्वारा गृह भ्रमण कर पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाई जाएगी।
- -उपमुख्यमंत्री ने आरक्षक भर्ती के संबंध में अभ्यर्थियों की समस्याओं का किया समाधान-पहली बार भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों की समस्याओं पर सीधे उपमुख्यमंत्री ने किया संवादरायपुर। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज अपने सिविल लाइन रायपुर स्थित निज निवास में अपनी पूर्व घोषणा अनुरूप छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से रूबरू होकर उनसे सीधा संवाद किया। अपने वादे के अनुसार वे ठीक 10 बजे अभ्यर्थियों के बीच भर्ती प्रक्रिया के प्रमुख एडीजी श्री एसपीआर कल्लूरी, आईजी श्री बद्री नारायण मीना के साथ उपस्थित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और विश्वसनीय तरीके से सम्पादित की गई है। शासन अपनी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया के संबंध में अभ्यर्थियों की सभी मांगों और समस्याओं पर सभी के बीच जमीन में बैठकर हर समस्या पर बिंदुवार बात की।उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्राप्तांक की जानकारी को लेकर मांग होते ही तुरंत पूरा करते हुए सभी अभ्यर्थियों के प्राप्तांक सार्वजनिक कर दिए थे। सभी के परिणाम पोर्टल में भी उपलब्ध कराए गए हैं, पूर्ण रूप से खुली प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करते हुए युवाओं का चयन प्रावीण्यता सूची के अनुसार ही किया जा रहा है।इस अवसर पर उन्होंने बताया कि तथ्यों के आधार पर जहां गड़बड़ी मिली वहां तत्काल कार्रवाई की गयी है। कुछ लोगों द्वारा एक केंद्र में शारीरिक परीक्षा के संबंध में शंका व्यक्त किये जाने पर उन्होंने स्वयं विभाग से सभी दस्तावेज मंगाकर एक एक कर प्रकरणों की जांच की। जिसमें किसी भी अभ्यर्थी के चयन में कोई समस्या प्राप्त नहीं हुई, जिसकी जानकारी उप मुख्यमंत्री द्वारा सभी को सार्वजनिक रूप से दी गयी। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि शासन द्वारा युवाओं की भलाई के लिए जल्द से जल्द प्रतीक्षा सूची को क्लियर करने का कार्य किया जाएगा और प्रथम वेटिंग लिस्ट की संख्या को बढ़ाने के लिए भी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का मार्गदर्शन लिया जाएगा। उन्होंने पीएचक्यूआईडी के कारण कुछ अभ्यर्थियों का मोबाइल नम्बर अलग हो जाने से आयी समस्या पर भी विचार करने का आश्वासन दिया।उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों के द्वारा भर्ती में आयु सीमा में छूट की मांग पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से चर्चा कर हर सम्भव निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने बस्तर संभाग में स्थानीय युवाओं का चयन किए जाने की मांग पर बताया कि आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में न्यायालय के निर्णय अनुसार क्षेत्रीय आरक्षण संभव नहीं था पर जल्द ही बस्तर फाइटर की भर्ती द्वारा स्थानीय युवाओं को अवसर प्रदान किए जाएंगे।इस अवसर पर गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं सभी भर्ती केंद्रों के अधिकारी अपने केंद्र में भर्ती की पूरी विस्तृत जानकारी के साथ उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री ने सभी से उनकी समस्याओं को सुना और किसी भी समस्या पर तुरन्त निराकरण किया गया। जहां कोई शंका दिखी पूरे दस्तावेजों को देख कर निदान किया गया। यह ऐतिहासिक पल है जब एक भर्ती प्रक्रिया के संबंध में समस्या का निवारण कई स्तरों पर किया जा रहा है, जहां पहले स्तर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों द्वारा 12 से 14 दिसम्बर तक अपने कार्यालयों में शिकायतों का निदान किया गया, उसके बाद भी भर्ती से संबंधित किसी समस्या को सीधे अपनी बात रखने के लिए खुला मंच उपलब्ध कराते हुए विभाग के एडीजी श्री एसआरपी एसपी कल्लूरी ने पुलिस मुख्यालय रायपुर में 19 एवं 20 दिसंबर को मुलाकात कर निराकरण किया गया।उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने भी आज अपने निवास में सभी की समस्याओं को संवेदनदशीलता पूर्वक सुना। यह पहली बार था कि युवाओं के हित के लिए किसी मंत्री ने अपने निवास पर भर्ती प्रक्रिया की समस्याओं का समाधान किया है। इसके साथ ही ऐसे अभ्यर्थी जो आने में असक्षम थे, ऐसे लोगों से उपमुख्यमंत्री ने जिले में संबंधित पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भी संपर्क की व्यवस्था की गई थी। उन्होंने युवाओं को आश्वश्त किया कि भर्ती प्रक्रिया में कोई भी गड़बड़ी न हो विभाग द्वारा सुनिश्चित किया गया है।
- -छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष की उपलब्धियों की प्रदर्शनी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजनरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 22 दिसम्बर को जांजगीर में जनादेश परब का आयोजन किया जा रहा है। जनादेश परब में जनता-जनार्दन के समक्ष छत्तीसगढ़ सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों तथा राज्य के एकीकृत विकास के लिए लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी। जनकल्याणकारी योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया जाएगा।जनादेश परब के अवसर पर जांजगीर के पुलिस लाईन में आयोजित की जा रही विशाल आमसभा को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे. पी. नड्डा सम्बोधित करेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय करेंगे। इस मौके पर सुप्रसिद्ध लोक कलाकार एवं पद्मश्री श्री अनुज शर्मा तथा अन्य कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर पिछले दो वर्षों विभिन्न विभागों की उपलब्धियों पर आधारित विकास प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल, कृषि विभाग, स्कूल शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, जल संसाधन, मत्स्य पालन और सहकारिता विभाग सहित विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए जा रहे हैं।कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव एवं उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा अति विशिष्ट अतिथि होंगे एवं कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री गुरु खुशवंत साहेब, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े व विधायक श्री ब्यास कश्यप विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।राज्य के समग्र विकास पर केंद्रित प्रदर्शनीजनादेश परब में सरकार के दो वर्षों की निरंतर सेवा और निरंतर विकास की झलक विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए आकर्षक प्रदर्शनी में देखने को मिलेगी एवं प्रदर्शनी में पीएम सूर्यघर योजना तथा योजनाओं की जानकारी आमजन को दी जाएगी। इसी तरह किसान सम्मान निधि, हितग्राही मूलक योजनाओं एवं आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाएगी, जिससे किसान सीधे लाभ और प्रक्रियाओं को समझ सकें। डिजिटल और नवाचारी शिक्षा, आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लास और पीएम एवं विद्या जैसी योजनाओं के माध्यम से स्मार्ट स्कूल-सशक्त छात्र-उज्ज्वल भविष्य” की अवधारणा गुणवत्तापूर्ण और तकनीक आधारित शिक्षा की झलक देखने को मिलेगी।इसके अलावा प्रदर्शनी में महिला सशक्तिकरण, महतारी वंदन, सुपोषण अभियान एवं बाल कल्याण योजनाओं, सिंचाई योजनाओं और जल प्रबंधन, मत्स्य उत्पादन, रोजगार और स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की संपूर्ण प्रक्रिया को समझाने हेतु एक मॉडल देखने को मिलेगा। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा भी स्टॉल लगाया जाएगा, जिसमें योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। file photo
- बालोद। छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी, बिलासपुर के तत्वावधान में दुर्ग संभाग के समस्त न्यायिक अधिकारियों के लिए कम्प्यूटर कौशल संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन 20 दिसम्बर को नवीन कॉन्फ्रेंस हॉल, जिला न्यायालय, दुर्ग में किया गया। कार्यक्रम में दुर्ग संभाग के अंतर्गत जिला बालोद, बेमेतरा, दुर्ग, कबीरधाम एवं राजनांदगांव के सभी न्यायिक अधिकारियों की सहभागिता रही। कार्यक्रम का उद्देश्य न्यायिक अधिकारियों की सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी दक्षताओं को सुदृढ़ करना तथा न्यायालयीन कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं तकनीक सक्षम बनाना था।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 10.30 बजे उद्घाटन सत्र से हुआ। उद्घाटन सत्र में न्यायालयीन अभिलेखों का डिजिटलीकरण, पेपरलेस कोर्ट की अवधारणा, न्यायालयीन कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग, ई-साक्ष्य (डिजिटल साक्ष्य प्रबंधन), ई-कॉपींग, हाईकोर्ट फास्टर मेल सेवा, ई-एससीआर पर जजमेंट सर्च, सीसीटीएनएस, आईसीजेएस एवं मेरी पहचान, साथ ही सीआईएस 4.0 का अवलोकन एवं हँड्स-ऑन प्रशिक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान की गयी। यह सत्र मास्टर ट्रेनर प्रतीक टेम्भुरकर, व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी, रायगढ़ एवं मास्टर ट्रेनर सुश्री सतप्रीत कौर छाबड़ा, व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी, बालोद (डौंडीलोहारा) द्वारा गया। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों का स्वागत पर्यावरण अनुकूल पौधे देकर किया गया। इसके अतिरिक्त मुख्य अतिथियों को जिला न्यायालय के मध्यस्थता केन्द्र दुर्ग द्वारा मध्यस्थता पर आधारित एवं प्रकाशित पुस्तक ष्सद्भाव एवं समाधान की यात्राष् की प्रति प्रदान की गयी। इसके साथ ही जिला बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम एवं राजनांदगांव से उपस्थित मुख्य अतिथियों को उनके जिले के अपराध के संबंध में केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध बंदियों द्वारा बनायी गयी पेंटिग्स भी भेंट स्वरूप प्रदान की गयी। साथ ही न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा मुख्य न्यायाधिपति छग उच्च न्यायालय बिलासपुर के संदेश से प्रेरित होकर दुर्ग जिले में बच्चों की सुरक्षा के संबंध में की जा रही नवीनतम पहल बाल सुरक्षा ब्रिगेड से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से टेक्नोलॉजी से संबंधित आकर्षक रंगोली बनायी गयी। इसके साथ ही उक्त कार्यक्रम में केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध बंदियों, पैरालीगल वालेंटियर्स तथा लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के कर्मचारियों द्वारा बनायी गयी पेंटिग्स की प्रदर्शनी भी रखी गयी थी।
- - 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 85 प्रतिशत बच्चाें को पोलियो ड्राप पिलाई गई-जिले के शहरी क्षेत्रों में मंत्री, विधायक, कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने बच्चों को संरक्षित करने सक्रिय भागीदारी की-- जिला अस्पताल में आज ही जन्में 09 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई-- पल्स पोलियो की दवा पिलाने में पालकों में स्वस्फूर्त्त उत्साह देखा गयादुर्ग / राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चक्र के प्रथम दिवस 21 दिसम्बर 2025 को नगर निगम क्षेत्र दुर्ग अंतर्गत स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, नगर निगम दुर्ग महापौर श्रीमती अलका बाघमार, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह द्वारा जिला चिकित्सालय दुर्ग में पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ किया गया।मुख्यालय के शहरी क्षेत्र भिलाई अंतर्गत लाल बहादुर शास्त्री सिविल अस्पताल सुपेला भिलाई में विधायक वैशालीनगर श्री रिकेश सेन, विकासखंड पाटन अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पोलियो बुथ में अध्यक्ष नगर पंचायत पाटन श्री योगेश (निक्की) भाले, विकासखंड धमधा अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पोलियो बुथ में उपाध्यक्ष नगर पंचायत धमधा श्री बृजेन्द्र दानी, विकासखंड निकुम दुर्ग अंतर्गत पुरानी बस्ती जी.डी. नगर निकुम में जनपद सदस्य श्रीमती लीलावति देशमुख, सरपंच एवं विधायक प्रतिनिधि श्री भागवत पटेल द्वारा टीकाकरण बूथों में उपस्थित होकर पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया।पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चरण में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं अधिकारी डॉ. मनोज दानी व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में दुर्ग जिले में 21 दिसम्बर को निर्धारित आयु वर्ग के लगभग 85 प्रतिशत बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर प्रतिरक्षित किया गया।कलेक्टर श्री सिंह द्वारा समय-समय पर अभियान की जानकारी एवं उपलब्धि के विषय में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जानकारी लेते हुए सम्पूर्ण सफलता हेतु आवश्यक निर्देश देते रहे। जिला स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा 21 दिसम्बर 2025 को प्रातः 08ः00 बजे से शहरी क्षेत्र नगर निगम दुर्ग/भिलाई एवं विभिन्न विकासखण्डों के ग्रामों के टीकाकरण बुथों में मॉनिटरिेंग की। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला टीकाकरण अधिकारी दुर्ग नगरीय क्षेत्र, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव ग्लैड विकासखंड पाटन, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ सी.बी.एस. बंजारे विकासखंड निकुम क्षेत्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अर्चना चौहान ने नगर निगम भिलाई, चरोदा, रिसाली व टाउनशिप क्षेत्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अभिषेक श्रीवास्तव ने विकासखंड धमधा एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं का भ्रमण कर मॉनिटरिंग की। विकासखंड क्षेत्रों में खण्ड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा डॉ. देवेन्द्र बेलचंदन शहरी दुर्ग, डॉ. बीआर कठौतिया पाटन एवं डॉ. डी.पी. ठाकुर ने धमधा में भ्रमण कर मानिटरिंग की।जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि अभियान के द्वितीय व तृतीय दिवस 22 व 23 दिसंबर 2025 को टीकाकरण दलों जिनमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, आंगनबाडी कार्यकर्ता, मितानिन, कोटवार आदि द्वारा जिले के कुल 3.45 लाख घरों का भ्रमण कर अभियान के प्रथम दिवस को निर्धारित बुथ में न आने वाले छुटे हुए बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाया जायेगा। साथ ही 21 दिसम्बर 2025 को सिविल सर्जन डॉ. आशीषन कुमार मिंज द्वारा बताया गया कि जिला अस्पताल दुर्ग में आज ही जन्म लिए 09 नवजात शिशुओं को पोलियो ड्राप पिलाया गया तथा सेक्टर 9 बी.एस.पी. अस्पताल, निजी नर्सिंग होम में नवजात बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाया गया। इसके अलावा शहरी क्षेत्र दुर्ग व भिलाई के रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, टेम्पो स्टैण्ड में ट्रांजिट टीम व ओवरब्रिज के आस-पास के झुग्गी झोपड़ी में मोबाईल टीम नें विशेष रूप से भ्रमण किया। ग्रामीण क्षेत्रों के मेलें एवं मड़ई स्थलों, प्रवचन स्थलों, ईट भट्टी व फैक्ट्री क्षेत्र के आसपास, बाड़ी, नदी के किनारे की बसाहट में टीकाकरण दल द्वारा भ्रमण कर पोलियो खुराक पिलाई गई तथा 22 एवं 23 दिसंबर 2025 को भी इन क्षेत्रों में पिलाई गई।
- बालोद। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुनील चंद्रवंशी ने आज जिला अस्पताल बालोद में 2 साल के बच्चे सारांश को दो बूंद पोलियो ड्राप पिलाकर राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जे.एल. उइके ने बताया इस अभियान के अंतर्गत आज प्रथम दिवस 21 दिसम्बर को बुथ स्तर पर शून्य से 05 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। इसके साथ द्वितीय व तृतीय दिवस 22 व 23 दिसम्बर 2025 को कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर शेष रह गए बच्चों को पोलियो की दवा पिलायी जायेगी। इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. श्रीमाली, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. जितेन्द्र कुमार सिंह, खण्ड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी श्री रमेश कुमार सोनबोईर, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक श्री प्रवीण नायक, जिला वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर श्री रविकान्त साहू, जिला वैक्सीन स्टोर मैनेजर श्री राजेन्द्र कुमार सहारे, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व जिला अस्पताल में भर्ती बच्चे एवं उनके परिजन उपस्थित थे। file photo
- बालोद ।राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रदर्शन एवं मूल्यांकन पर द्वितीय राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन 18 दिसम्बर, 2025 को छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सभागार में अत्यंत गरिमामय रूप से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ के सहयोग से किया गया, जिसका उद्देश्य राज्य में राष्ट्रीय लोक अदालत प्रणाली को सुदृढ़ बनाने हेतु उपलब्धियों की समीक्षा एवं प्रदर्शन का मूल्यांकन करना था। इस राज्य स्तरीय सम्मेलन की अध्यक्षता माननीय श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं मुख्य संरक्षक, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई। सम्मेलन की सह-अध्यक्षता माननीय न्यायमूर्ति श्री संजय के. अग्रवाल, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं कार्यपालक अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा माननीय न्यायमूर्ति श्री पार्थ प्रतीम साहू, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं अध्यक्ष, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति द्वारा की गई।माननीय न्यायमूर्ति श्री रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं मुख्य संरक्षक, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने अभिभाषण में इस बात पर विशेष बल दिया कि राष्ट्रीय लोक अदालतें भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39-क में निहित समान न्याय की परिकल्पना को साकार करने का एक अत्यंत प्रभावी माध्यम बनकर उभरी हैं। उन्होंने व्यक्त किया कि विगत नौ राष्ट्रीय लोक अदालतों के दौरान कुल 2,27,18,454 मामलों का अभूतपूर्व निपटारा किया गया है तथा कुल प्रकरणों के निस्तारण के संदर्भ में छत्तीसगढ़ निरंतर राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष पाँच राज्यों में स्थान प्राप्त करता रहा है। उन्होंने इन उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों, समस्त न्यायिक अधिकारियों एवं पैरा लीगल वॉलंटियर्स के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर माननीय श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं मुख्य संरक्षक, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के करकमलों द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालतों की सफलता में उत्कृष्ट योगदान के लिए समस्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों, परिवार न्यायालयों के न्यायाधीशों तथा पैरा लीगल वॉलंटियर्स को प्रशंसा प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। साथ ही, राष्ट्रीय लोक अदालत दिनांक 16 दिसम्बर, 2023 तथा वर्ष 2024 की में आयोजित चार राष्ट्रीय लोक अदालत एवं वर्ष 2025 में आयोजित चार राष्ट्रीय लोक अदालत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों एवं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले परिवार न्यायालयों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। माननीय श्री न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल, न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ एवं कार्यपालक अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सदस्य सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में माननीय श्री न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार व्यास, माननीय श्री न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत, माननीय श्री न्यायमूर्ति राकेश मोहन पांडेय, माननीय श्री न्यायमूर्ति संजय कुमार जायसवाल, माननीय श्री न्यायमूर्ति रविंद्र कुमार अग्रवाल, माननीय श्री न्यायमूर्ति अरविंद कुमार वर्मा, माननीय श्री न्यायमूर्ति बिभु दत्ता गुरु एवं माननीय श्री न्यायमूर्ति अमितेंद्र किशोर प्रसाद की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यकम में रजिस्ट्रार जनरल एवं रजिस्ट्री के अधिकारीगण, छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी के निदेशक एवं अधिकारीगण, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं अधिकारीगण, समस्त जिलों के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं परिवार न्यायालयों के न्यायाधीश, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के सचिव तथा समस्त जिलों से नामित पैरा लीगल वॉलंटियर्स भी उपस्थित रहे। द्वितीय राज्य स्तरीय सम्मेलन का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय लोक अदालत प्रणाली को और अधिक सशक्त किया जाएगा तथा त्वरित, सुलभ एवं किफायती न्याय उपलब्ध कराने हेतु न्यायपालिका एवं विधिक सेवा संस्थाओं की प्रतिबद्धता निरंतर बनी रहेगी।
- - महाराष्ट्र मंडल के फूड स्टाल में मराठी व्यंजनों का लोगों ने उठाया लुत्फ- आध्यात्मिक- योग व समाजसेवी कार्यों के लिए मंडल की आस्था काले व सृष्टि दंडवते सम्मानितरायपुर। साइंस कॉलेज मैदान पर स्वदेशी मेले में महाराष्ट्र मंडल की एक से एक प्रस्तुतियों ने सामाजिक कार्यों का शानदार आगाज किया। अभिज्ञा शुक्ला ने गणेश वंदना पर आकर्षक डांस कर दर्शक दीर्घा को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में लावणी, गोंधल और पिंगा नृत्यों में मराठी संस्कृति नजर आई। वहीं आध्यात्मिक और समाजसेवी कार्यों के लिए मंडल की आध्यात्मिक व योग समिति प्रभारी आस्था काले व सृष्टि दंडवते को शाल- श्रीफल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। वहीं मेला परिसर में लगे मराठी व्यंजनों के स्टॉल पर लोगों ने महाराष्ट्र के व्यंजनों का लुत्फ उठाया।उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल ने बताया कि स्वदेशी मेले में शुक्रवार को मराठी समाज की ओर से महाराष्ट्र मंडल की ओर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। गणेश वंदना के साथ अभिज्ञा शुक्ला ने खूब तालियां बटोरी। मंडल के संत ज्ञानेश्वर विद्यालय के 12वीं की छात्रा कनक, आनंदिता, युक्ता, जान्हवी, यशिका, डिंपल और तनिशा ने आकर्षक गोंधल नृत्य से मां भवानी की स्तुति की। जिसका दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। 11वीं की छात्राएं हिमांशी, रचना, कामना, समृद्धि, रिया, उमा, दीपिका, भावना, नुपूर और पूर्वी ने ‘नवराई मांझी नवसाची तो’ पर पारंपरिक नृत्य कर मंत्रमुग्ध किया।पवना लायसा ने जोशीली लावणी पेश कर दर्शकों में भी जोश भर दिया। वहीं देवश्री, जयश्री और लायसा ने पिंगा नृत्य प्रस्तुत किया। पिंगा नृत्य मुख्य रूप से मंगळागौरी त्योहार के दौरान नवविवाहित महिलाएं करती हैं। हमारे नन्हें कलाकार पार्थ शेष ने संभाजी महाराज के ओजस्वी संवादों के साथ खूब तालियां बटोरीं। वहीं अंजलि काले, सृष्टि दंडवते, सुमिता रायजादा और रचना ठेंगड़ी ने समूह नृत्य प्रस्तुत किया। अंतिम प्रस्तुति के रूप में पूनम जतकर, लक्ष्मी जिल्हारे, आरुषी कुबलकर ने भी मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ मेले में समाजसेवा, योग और आध्यात्म की दिशा में काम करने वाली मंडल की सदस्य आस्था काले और सृष्टि दंडवते सम्मानित की गई। इस मौके पर मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने कार्यक्रम को संबोधित किया। स्वदेशी मेले में महाराष्ट्र मंडल के मराठी व्यंजनों के विशेष स्टॉल कई घंटे तक लोगों की जबरदस्त भीड़ जुटी रही।
- -शैक्षणिक अध्ययन के साथ रचनात्मक गतिविधियों, अनुशासन और व्यक्तित्व विकास पर जोर-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर प्रारंभ की गई है प्रोजेक्ट संकल्परायपुर। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रदेश में प्रारंभ किए गए ‘प्रोजेक्ट संकल्प‘ के माध्यम से आश्रम छात्रावासों में रहकर अध्ययन कर रहे बच्चों का भविष्य संवर रहा है। विभाग की इस नई पहल से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शैक्षणिक के साथ नैतिक, सामाजिक एवं जीवन कौशल से भी सशक्त बनाया जा रहा है।आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश एवं विभागीय मंत्री श्री रामविचार नेताम के मार्गदर्शन में छात्रावासी बच्चों के भविष्य को नई उड़ान देने के उद्देश्य से यह अभिनव पहल की गई हैै।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कहा कि जिस प्रकार छोटा बीज बड़े वृक्ष का आधार बनता है उसी प्रकार एक छोटी सकारात्मक पहल समाज में क्रांति ला सकती है। यदि विद्यार्थी को प्रारंभ से ही उच्च आदर्शों पर आधारित शिक्षा प्राप्त होगी तो वह आगे चलकर समाज एवं राष्ट्र में अपना सकारात्मक योगदान देने में सक्षम होगा। प्रोजेक्ट संकल्प’’ इसी कड़ी में ‘‘ एक महत्वपूर्ण प्रयास है।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने बताया कि इस पहल के अंतर्गत छात्रावासों में अध्ययनरत बच्चों के शैक्षणिक अध्ययन के साथ-साथ रचनात्मक गतिविधियों, अनुशासन, जीवन कौशल एवं व्यक्तित्व विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। छात्र-छात्राओं को सुरक्षित वातावरण, गुणवत्तापूर्ण भोजन, नियमित शैक्षणिक सहयोग तथा खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसमें हैदराबाद के सुप्रसिद्ध प्रेरक वक्ता श्री नंद जी द्वारा निस्वार्थ भाव से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।प्रशिक्षण सत्र के दौरान श्री नंदा जी ने छात्रावास अधीक्षकों को छात्रावास-आश्रमों में सकारात्मक सोच विकसित करने के सामान्य, परंतु प्रभावी तरीके बताएं। उन्होंने बच्चों को अनुशासन में रखने, उनमें अच्छी आदतें विकसित करने, अपने कार्य पर पूर्ण फोकस करने, समय का महत्व समझने, अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने, नियमित व्यायाम करने, स्वयं भी खुश रहने एवं अपने सहपाठियों को भी खुश रखने तथा सबके साथ अच्छे मधुर संबंध बनाने के गुर बताएं।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने बताया कि प्रोजेक्ट संकल्प के प्रथम चरण के अंतर्गत 16 से 18 अक्टूबर 2025 को रायपुर में सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास के साथ एक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। छात्रावास-आश्रमों से जुड़ी सामान्य एवं व्यवहारिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई एवं उनके सकारात्मक सरल एवं प्रभावी निदान श्री नंद जी द्वारा बताए गए। प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों के मानसिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक विकास को लेकर उपयोगी सुझाव साझा किए गए। इसी कड़ी में आज पोस्ट मैट्रिक छात्रावास-आश्रमों के अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर श्री बोरा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि “एक छोटी-सी सकारात्मक पहल भी बच्चों के जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकती है।’’उल्लेखनीय है कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित छात्रावास-आश्रमों में अध्ययनरत बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विभाग द्वारा समय-समय पर अनेक प्रयास किए जाते रहे हैं। विभागीय मंत्री जी एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर छात्रावास-आश्रमों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाती है, ताकि बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी न रहे।प्रोजेक्ट संकल्प के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों से अब छात्रावासों में रह रहे बच्चों में नया उत्साह एवं आत्मविश्वास पैदा हुआ है। अब वे आगे बढ़ते हुए न केवल शैक्षणिक उपलब्धियाँ हासिल कर रहे हैं, बल्कि जीवन के रंग और खुशियाँ भी सीख रहे हैं। शिक्षक एवं छात्रावास अधीक्षक बच्चों को सीखने-सिखाने की संस्कृति से जोड़ते हुए उन्हें समाज का जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।आदिम जाति विकास विभाग का यह प्रयास विशेष रूप से दूरस्थ और आदिवासी अंचलों के बच्चों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल रहा है। इस अभिनव पहल से शिक्षा को संवेदनशीलता और सकारात्मक सोच के साथ जोड़ने से छात्रावास भी बच्चों के खुशहाल जीवन की मजबूत नींव बन रहा हैं।
- रायपुर ।महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा है कि दिव्यांगजन समाज की मुख्यधारा का अभिन्न अंग हैं और उनके प्रति संवेदनशील सोच व सम्मानजनक भाषा का उपयोग अत्यंत आवश्यक है। वे अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद (छत्तीसगढ़ प्रांत) के तत्वावधान में आशीर्वाद भवन, बैरन बाजार, रायपुर में आयोजित 16वें राज्य स्तरीय विवाह योग्य युवक–युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े दिव्यांग युवक–युवती परिचय सम्मेलन में हुई शामिल मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े दिव्यांग युवक–युवती परिचय सम्मेलन में हुई शामिल मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े दिव्यांग युवक–युवती परिचय सम्मेलन में हुई शामिलमंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अपने संबोधन में कहा कि यह सम्मेलन केवल परिचय का मंच नहीं, बल्कि दिव्यांग युवक–युवतियों को गरिमापूर्ण वैवाहिक जीवन की ओर अग्रसर करने का सार्थक प्रयास है। उन्होंने जानकारी दी कि सम्मेलन में सहमति बनने वाले जोड़ों का सामूहिक विवाह 28 फरवरी 2026 एवं 01 मार्च 2026 को आयोजित किया जाएगा।उन्होंने बताया कि सम्मेलन की एक विशेष उपलब्धि यह रही कि इसमें सामान्य युवक–युवतियाँ भी शामिल हुए, जो दिव्यांगजनों से विवाह के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे आए। यह सामाजिक समावेशन और समानता की दिशा में प्रेरक पहल है।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कार्यक्रम के दौरान एक महत्वपूर्ण सामाजिक अपील करते हुए कहा कि “विकलांग” के स्थान पर “दिव्यांगजन” शब्द का प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मान और आत्मबल को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से “दिव्यांगजन” शब्द के प्रयोग का आग्रह किया है। शब्द हमारी सोच और संवेदना को दर्शाते हैं, इसलिए समाज को सम्मानजनक भाषा अपनानी चाहिए।कार्यक्रम में विधायक माननीय श्री पुरंदर मिश्रा, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. विनय पाठक, चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. विनोद पाण्डेय, अग्रवाल समाज अध्यक्ष श्री विजय अग्रवाल, कार्यक्रम संयोजक श्री विरेंद्र पाण्डेय, श्री राजेश अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक, बड़ी संख्या में दिव्यांगजन एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार दिव्यांगजनों के अधिकार, सम्मान और सामाजिक समावेशन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक परिवर्तन की मजबूत नींव रखते हैं।
- -छत्तीसगढ़ी सिनेमा के संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकार संकल्पित – मुख्यमंत्री-मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रजत जयंती पर ‘छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सफर’ कार्यक्रम में हुए शामिल : वरिष्ठ कलाकार एवं निर्माता हुए सम्मानितरायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम द्वारा आयोजित “छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ी फिल्मों का सफर” कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा की विकास यात्रा, उपलब्धियों और उज्ज्वल भविष्य पर विस्तार से अपने विचार साझा किए।मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम के गठन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि छालीवुड की सशक्त नींव रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने निगम के प्रथम अध्यक्ष स्वर्गीय श्री राजेश अवस्थी का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि उनका असामयिक निधन न केवल छत्तीसगढ़ी सिनेमा, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ी सिनेमा आज एक नए दौर में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने निगम की वर्तमान अध्यक्ष सुश्री मोना सेन को एक अनुभवी, कर्मठ और समर्पित कलाकार बताते हुए विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में छालीवुड का चहुंमुखी विकास सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ी फिल्में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की संस्कृति, कला और पहचान को और अधिक सशक्त रूप में स्थापित करेंगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में फिल्म निर्माण की ऐतिहासिक यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 1957 से प्रदेश में फिल्मों के निर्माण का सिलसिला प्रारंभ हुआ। उन्होंने भूलन कांदा उपन्यास पर आधारित फिल्म “भूलन द मेज” को प्राप्त राष्ट्रीय पुरस्कार को पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय बताया।मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ी सिनेमा की जड़ें लोक संस्कृति, लोककथाओं और सामाजिक सरोकारों से गहराई से जुड़ी हैं, जो इसे विशिष्ट पहचान प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी सिनेमा हमारी लोकसंस्कृति और अस्मिता का जीवंत दस्तावेज है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी फिल्मों के विकास को लेकर पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी क्रम में चित्रोत्पला फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए 150 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश में छालीवुड का भविष्य स्वर्णिम है और फिल्म उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक वर्ष प्रदेश के चहुंमुखी विकास की नई इबारत लिख रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ी फिल्म विकास की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले निर्माताओं और वरिष्ठ कलाकारों श्री मोहन सुंदरानी, श्री सतीश जैन, श्री संतोष जैन, श्री मनोज वर्मा, श्री अनुज शर्मा और श्री प्रेम चंद्राकर को सम्मानित भी किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन ने मुख्यमंत्री श्री साय का अभिनंदन करते हुए निगम के पुनर्गठन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्म “मोर छइंहा भुइंया” के निर्माता श्री सतीश जैन को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस फिल्म ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा को नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के समग्र और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब, विधायकगण श्री सुनील सोनी, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री दीपक म्हस्के, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा, छत्तीसगढ़ तेलघानी विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री जितेंद्र साहू, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य सहित बड़ी संख्या में कलाकार, निर्माता एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।








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