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- *- जिले भर में केवल 93 प्रकरण समय सीमा के बाहर लंबित*दुर्ग |राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि सीमांकन के प्रकरण समय सीमा पर निपटाए जाएं और जल्द से जल्द तिथि देकर सीमांकन के प्रकरणों पर कार्रवाई की जाए। दुर्ग जिले में इसके अनुपालन में युद्ध स्तर पर कार्य किए गए और 90 प्रतिशत से अधिक प्रकरणों को समय सीमा पर निपटा लिया गया। जनवरी माह से जून माह में अब तक की प्रगति देखें तो 3116 मामले सीमांकन के लगाए गए। इन मामलों में 2811 मामले समय सीमा पर निराकृत कर दिए गए। केवल 93 मामले ही समय सीमा से बाहर लंबित हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई ने बताया कि कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर सभी न्यायालयों से सीमांकन प्रकरणों की सूची मंगाई गई। इन प्रकरणों को जल्द हल करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई। इसके बाद निराकरण के विषय में लगातार मॉनिटरिंग की गई। इसके अलावा नोडल अधिकारी भी लगातार राजस्व न्यायालयों में जाकर सीमांकन संबंधी कार्यों की प्रगति देखते रहे। इसका अच्छा नतीजा सामने आया और सीमांकन संबंधी प्रकरण तेजी से निराकृत हो गए। श्रीमती भोई ने बताया कि कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में 15 जून तक सीमांकन के प्रकरणों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद हर सप्ताह राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गई। हर राजस्व न्यायालय की मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए। सभी न्यायालयों में सीमांकन संबंधी प्रकरणों की समीक्षा की जाती रही। जिन न्यायालयों में प्रगति अपेक्षित प्रगति नहीं दिखाई गई थी उन पर गंभीर रूप से ध्यान दिया गया और तेजी से प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिए गए। इसका अच्छा असर हुआ और सीमांकन संबंधी अधिकांश मामले समय पर निराकृत हो गए।*कितने आवेदन हुए निराकृत -* दुर्ग ब्लॉक में 1739 आवेदन सीमांकन के आए जिनमें 1578 आवेदन निराकृत हो गए। धमधा ब्लाक में 580 आवेदन सीमा जिनमें 543 निराकृत हो गए। पाटन ब्लाक में 797 आवेदन सीमांकन के आए, इनमें 690 आवेदन निराकृत हो गए। आवेदनों के निराकरण का प्रतिशत दुर्ग में 90.74, धमधा में 93.62 तथा पाटन में 86.57 प्रतिशत रहा।
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शिक्षकों की कमी के साथ टेकारी स्कूल में मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव
* हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य सहित रसायन , भौतिकी व हिंदी के व्याख्याता नहीं* मिडिल स्कूल में अंग्रेजी , हिन्दी व सामाजिक विज्ञान के शिक्षक नहीं* प्राथमिक शाला में 3 शिक्षकों की कमीरायपुर । विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आरंग के अधीन आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में उच्चतर , उच्च , पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक शाला में शिक्षकों की कमी के साथ शासन के निर्देश पर शाला प्रवेशोत्सव मनाया गया । इस अवसर पर नवप्रवेशी विद्यार्थियों का तिलक लगा स्वागत करने व मुंह मीठा कराने के साथ पाठ्य पुस्तक वितरित किया गया ।कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना व पूजा पश्चात राष्ट्रीय गान व राजगीत के साथ प्रारंभ हुआ । आसंदी पर मौजूद शाला विकास समिति के अध्यक्ष हुलास राम वर्मा ने स्वामी विवेकानंद के जीवन प्रसंग साझा करते हुये विद्यार्थियों को इससे प्रेरणा ले भविष्य संवारने की सीख दी । ग्रामीण सभा अध्यक्ष रामानंद पटेल ने अध्ययनरत विद्यार्थियों के हित में शिक्षकों की कमी दूर करने बीते कई वर्षों से ग्रामीण सभा के आर्थिक सहयोग की याद दिलाते हुये विद्यार्थियों से शिक्षा के प्रति गंभीर रह ग्रामीण योगदान का सम्मान रखने का आग्रह किया । सरपंच नंदकुमार यादव ने पंचायत द्वारा हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हुये विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की । ग्राम के ही निवासी किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने विद्यालय में हर कीमत पर अनुशासन बनाये रखने के लिये प्रतिबद्धता दिखलाने का आग्रह करते हुये विद्यार्थियों व उनके पालकों से दो टूक कहा कि अनुशासन बनाये रखने की मंशा न रखने वाले विद्यार्थी अभी से स्कूल छोड़ दे तो बेहतर होगा । इस अवसर पर आसंदी द्वारा समस्याओं की जानकारी लेने पर बतलाया गया कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य सहित स्वीकृत रसायन , भौतिकी व हिंदी के व्याख्याता व चपरासी के 3 पद रिक्त है व शासन द्वारा सलग्नीकरण न करने संबंधी स्पष्ट आदेश के बावजूद भी यहां पदस्थ अंग्रेजी के एक व्याख्याता को आरंग के अरूंधति देवी उच्चतर माध्यमिक शाला में कुछ दिनों पूर्व ही संलग्न कर दिया गया है । इसी तरह पूर्व माध्यमिक शाला में स्वीकृत पदों में से 3 शिक्षकों के पद रिक्त होने की जानकारी देते हुये बतलाया गया कि हिंदी , अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान के शिक्षक नहीं है । प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों के दर्ज संख्या के मान से 3 शिक्षकों की आवश्यकता ठहराते हुये बतलाया गया कि इस विद्यालय में पदस्थ एक सहायक शिक्षक एल बी को संकुल समन्वयक बना दिया गया है जिसकी वजह से वह विद्यार्थियों को पढ़ाई करवा पाने में असमर्थ है । पूर्ववत् ग्रामीण सहयोग से ग्रामीण व्यवस्था के तहत शिक्षक की व्यवस्था की मांग किये जाने पर इस संबध में ग्रामीण सभा की बैठक में निर्णय लिये जाने व इसके पहले शासन - प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने व आवश्यकता पड़ने पर तालाबंदी सहित आंदोलनात्मक कदय उठाने से भी परहेज नहीं करने की मंशा उपस्थित कई ग्राम प्रमुखों ने की पर इस संबध में अंतिम निर्णय ग्रामीण सभा की बैठक में ही लिये जाने की बात कही । धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी प्राचार्य नितेश पाण्डेय ने की व कार्यक्रम का संचालन तथा मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन व्याख्याता सोहित वर्मा ने किया । इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक नाथूराम वर्मा व प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक रामावतार शर्मा सहित शाला परिवार के सदस्य तथा ग्रामवासी मौजूद थे । - दुर्ग | खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई, बिलासपुर में एथलेटिक्स (बालक/बालिका) खिलाड़ियो के लिए खेल अकादमी (आवासीय) आरंभ किया गया है। यह सेन्टर एक आवासीय खेल अकादमी होगा, जिसमें एथलेटिक्स के खिलाड़ियो को वहां नियमित रूप से खेल का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिलासपुर की खेल अकादमी में जिन खिलाड़ियो को प्रवेश मिलेगा, उन्हें आवास, भोजन, शैक्षणिक व्यय, खेल परिधान, दुर्धटना बीमा, खेल प्रशिक्षण सुविधाएं शासन द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।बिलासपुर की अकादमी में प्रवेश हेतु 01 अप्रैल 2022 की स्थिति में 13 से 17 वर्ष तक आयु सीमा रखा गया है।जिले में चयन ट्रायल 28 जून एवं 29 जून 2022 को होगा। जिला स्तरीय सलेक्शन एथलेटिक्स के लिए रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में प्रातः 9ः30 बजे से सायं 5.00 बजे तक होगा। चयन ट्रायल के समय भी इच्छुक खिलाड़ी मैदान में ही अपना पंजीयन करा सकते है। विस्तृत जानकारी हेतु एथलेटिक्स के लिए श्री ताजुद्दीन मोबाइल नं. 96853-34597 एवं जिला कार्यालय सहायक संचालक, खेल एवं युवा कल्याण विभाग में संपर्क कर सकते है।
- दुर्ग |भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्म श्री पुरस्कार वर्ष 2023 के लिए समाज सेवा, कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, नागरिक सेवा, व्यापार और उद्योग आदि में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों, सेवा के लियेके क्षेत्र में ‘‘उत्कृष्ठ कार्य’’ करने वाले जिले के नागरिकों से www.padmaawards.gov.in में आनलाईन आवेदन 25 जुलाई 2022 तक आमंत्रित किया गया है। आवेदन पत्र की प्रति समाज कल्याण विभाग में जमा करना अनिवार्य है। विस्तृत जानकारी हेतु समाज कल्याण विभाग दुर्ग में संपर्क किया जा सकता है।
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पमशाला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने (फरसाबहार, पमशाला) में 67 स्थानों पर देवगुड़ी के सौंदर्यीकरण के लिए दो करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की। पमशाला में स्थित हाई स्कूल का हायर सेकेंडरी स्कूल में उन्नयन करने की घोषणा।
फरसाबहार में सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा। *ग्राम कोल्हेजहारिया में प्री और पोस्ट मैट्रिक छात्रावास तथा पुलिस चौकी की स्थापना करने की घोषणा। तपकरा में नायब तहसीलदार कोर्ट खोलने की घोषणा। फरसाबहार हाथी प्रभावित क्षेत्र में हाई मास्क लाइट लगाने के निर्देश जारी। -
राहुल की स्पीच थैरेपी कराई जाएगी
राहुल के पिता श्री रामकुमार ने मुख्यमंत्री और पूरी रेस्क्यू टीम के प्रति जताया आभार
रायपुर/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखण्ड के पिहरीद गांव में बोरवेल में सकुशल निकाले गए बालक राहुल साहू के आज इलाज के बाद बिलासपुर के अपोलो अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सबकी दुआओं और मेहनत से राहुल स्वस्थ होकर आज अस्पताल से डिस्चार्ज हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल को 104 घंटे के लगातार मैराथन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बोरवेल से सुरक्षित निकाला गया, इसके बाद उनकी जो मेडिकल समस्याएं थी, उनका डॉक्टरों ने तत्परता से और गंभीरता से इलाज किया और आज राहुल अस्पताल से डिस्चार्ज हो गया हैै, इससे ज्यादा संतोष की बात दूसरी नहीं हो सकती। श्री बघेल ने कहा कि राहुल की स्पीच थैरेपी कराई जाएगी, जिससे वे बोल सकंे।
राहुल के पिता श्री रामकुमार साहू ने अस्पताल से स्वस्थ होकर राहुल के डिस्चार्ज होने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, जांजगीर-चांपा कलेक्टर सहित पूरी रेस्क्यू टीम को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल को बचाने के लिये जिला प्रशासन, एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ., सेना सहित अन्य सभी टीम ने बहुत मेहनत की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी भी लगातार उनसे बात कर राहुल को सकुशल निकालने और हरसंभव मदद की बात कहते रहे हैं। आज मुख्यमंत्री श्री बघेल के ही कारण राहुल बोरवेल से बाहर निकला और उनके ही निर्देश पर राहुल का बहुत बढ़िया इलाज हो पाया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री सहित कलेक्टर और अन्य सभी को धन्यवाद देता हूं।
अपोलो अस्पताल से राहुल के डिस्चार्ज होने के समय जांजगीर-चांपा के कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला और पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल भी उपस्थित थे। -
बिलासपुर। बिलासपुर में प्रशिक्षु आईपीएस व उनकी टीम ने डीजल चोरी करने वाले बड़े गिरोह को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। गिरोह के आठ आरोपी सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ ही दो हजार लीटर डीजल बरामद किया गया है।
प्रशिक्षु आईपीएस व सीपत थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात गश्त पर थे। इस दौरान वे आसपास के इलाकों में गश्त करते हुए हींडाडीह तरफ पहुंच गए। तभी तड़के चार बजे उन्होंने हींडाडीह मोड़ के पास सड़क किनारे खड़ी बोलेरो को देखा और अपनी गाड़ी रुकवाई। पुलिस की गाड़ी को देखकर बोलेरो चालक टक्कर मारते हुए तेजी से सीपत की ओर भाग निकले। पुलिस की टीम के साथ आईपीएस विकास कुमार ने उनका पीछा किया। लेकिन, बोलेरो सवार नहीं मिले।
इस घटना के बाद सीपत पुलिस की टीम के साथ आईपीएस विकास कुमार आसपास के इलाकों में बोलेरो की तलाश करते रहे। इसके साथ ही सरकंडा थाने को भी नाकेबंदी करने के लिए पाइंट दिया गया। करीब दो घंटे के बाद पता चला कि संदिग्ध बोलेरो दर्राभाठा में है। खबर मिलते ही अपनी टीम के साथ विकास कुमार वहां पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने आरोपी ड्राइवर दिनेश सोनवानी को पकड़कर बोलेरो की तलाशी ली। तब बोलेरो के पीछे ड्रम में 35 लीटर डीजल मिला। आरोपी से पूछताछ में पता चला कि दो बोलेरो में डीजल चोरों का गिरोह सक्रिय है। गिरोह में जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा के बगडबरी निवासी आरोपी धनसिंह (24 साल), आरोपी उमेंद राम (29 साल), आरोपी जनकराम (47 साल) शामिल हैं। पूछताछ में यह भी पता चला चोरी के डीजल को कुकदा में रहने वाले आरोपी राजू के मकान में रखते हैं। जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने आरोपी राजू के घर दबिश देकर दो हजार लीटर डीजल बरामद किया। वहीं मामले में दो आरोपी खरीदार राधेश्याम पटेल और आरोपी सुंदरलाल पटेल को भी गिरफ्तार किया गया है। -
तालाब में पत्थर से बंधा मिला शव; नहाने गए लोगों ने देखा, तब खुला मामला
जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिले में एक युवती की निर्मम हत्या कर दी गई है। आरोपियों ने उसे पहले तो मार दिया। फिर पन्नी में भरकर उसके शव को तालाब में फेंक दिया था। लोगों को पता न चले इसलिए आरोपियों ने युवती के शव को पत्थर से बांध दिया था। इसके बावजूद उसका शव पानी में ऊपर आ गया और नहाने गए लोगों की नजर पड़ गई। जिसके बाद यह पूरा मामला सामने आया है। मामला बिर्रा थाना क्षेत्र का है।
एसपी विजय अग्रवाल के मुताबिक तालदेवरी निवासी सुमन यादव (21) पिता मोहन यादव 21 जून को दिन के समय से लापता थी। पिछले 4 दिन से उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। इसके बाद शुक्रवार को उसके परिजनों ने उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस भी युवती की तलाश में थी, पर सुमन का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। सुमन ने 12वीं तक पढ़ाई की थी। 12वीं के पढ़ाई के बाद से वह घर पर ही रहती थी।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार शाम को तालदेवरी गांव में शाम के वक्त लोग बैमन तालाब में नहाने गए थे। इसी दौरान उन्होंने तालाब में तैरता हुआ कुछ देखा था। पास जाने पर पता चला ये शव है। इसके बाद इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई थी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को तालाब से बाहर निकाला गया। शव निकालने पर पता चला कि यह शव सुमन यादव का है। उसकी लाश आधी सड़ चुकी थी। लाश को पन्नी में भरा गया था। उसके शरीर से पत्थर बांध दिए गए थे। एक नहीं बल्कि 2 पत्थरों को लाश से बांधा गया था। इस पर पुलिस ने सुमन के परिजनों को भी इस बात की जानकारी दी। फिर शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में ह्त्या का केस दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश शुरू की गई है।
एसपी विजय अग्रवाल का कहना है कि युवती 21 जून से लापता थी। उसके परिजनों से पूछताछ की जा रही है। मामले में जांच जारी है। -
दुर्ग जिला स्तरीय सर्तकता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक 29 जून को
दुर्ग /जिला स्तरीय सर्तकता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक आगामी 29 जून को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई है। यह बैठक 11 बजे से शुरू होगी। -
*जिला पंचायत की बैठक 30 जून को*
दुर्ग /जिला पंचायत की बैठक आगामी 30 जून को जिला पंचायके सभाकक्ष में आयोजित की गई है। यह बैठक 01 बजे से शुरू होगी। -
छत्तीसगढ़ अग्निकुल क्षत्रिय समाज का चुनाव कल
*टी सहदेवभिलाई नगर। छत्तीसगढ़ अग्निकुल क्षत्रिय समाज के लिए हो रहे चुनाव में मां कामाक्षी पैनल ने अपना मैनिफेस्टो जारी कर दिया है। पैनल की ओर से कृष्णाराव अध्यक्ष, ए श्रीनिवास राव एवं वाई पापाराव उपाध्यक्ष, पापाराव महासचिव, आर वासुदेव कोषाध्यक्ष तथा टी कृष्णाराव सचिव पद के लिए चुनाव मैदान में हैं। इनके अतिरिक्त पैनल ने कार्यकारिणी में जगह बनाने के लिए बी रामाराव, सीएच बालकृष्णा, डी श्रीनिवास, ई कामेश्वर राव, के प्रकाश राव, एन वेंकटरमणा, पी संन्यासी राव, पी शंकरराव, आर जनकराम, टी भास्कर राव, टी चिरंजीवी तथा वाई उपेंद्रराव पर दांव लगाया है।मतदाताओं को लुभाने वादों की झड़ीमतदान रविवार को होने वाला है। ऐसे में मतदान के ऐन पहले आए घोषणापत्र में मतदाताओं को लुभाने के लिए वादों की झड़ी लगाने में पैनल ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। कामाक्षी पैनल ने अपने घोषणा पत्र में वादे किए हैं कि यदि उसके उम्मीदवार चुनाव में जीत दर्ज करते हैं तो वह मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए उद्यान बनाने के साथ-साथ एक फव्वारे का निर्माण भी कराएगा। इसके अलावा वह बाउंड्रीवॉल, सांस्कृतिक मंच, डोमशेड, मंदिर का मुख्यद्वार, पुजारी के लिए अतिरिक्त कमरा बनाने को अपनी प्राथमिकता में रखेगा। पैनल ने मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क के चौड़ीकरण के साथ ही मंदिर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजनाओं पर शीघ्र अमल करने का वादा भी किया है। -
रायपु/ जिला विकास समन्वय एवं निगरानी (दिशा) समिति , रायपुर की बैठक 14 जुलाई को दोपहर 12 बजे से कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में आयोजित की गई है। बैठक की अध्यक्षता लोकसभा सांसद एवं जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति रायपुर के अध्यक्ष श्री सुनील सोनी करेंगें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, श्री रवि मित्तल ने सभी संबंधितों को बैठक मे उपस्थित होने का आग्रह किया है।
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रायपुर /पीठासीन अधिकारी जिला योजना समिति निर्वाचन रायपुर,श्री देवेंद्र पटेल ने छत्तीसगढ़ जिला योजना समिति निर्वाचन अधिनियम 1995 के नियम 4 के तहत जिला योजना समिति के एक सदस्य का निर्वाचन के लिए सम्मिलन आयोजन करने की सूचना प्रसारित की है। यह निर्वाचन 30 जून को सबेरे 11 बजे नगर पालिका निगम बीरगांव के सभाकक्ष में किया जाएगा।
- रायपुर/अपेक्स बैंक द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ सहकारी प्रशिक्षण संस्थान तथा बैंकर्स ग्रामीण विकास संस्थान (बर्ड) कोलकाता के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। इस बीच 23 जून 2022 को अपेक्स बैंक एवं बैंकर्स ग्रामीण विकास संस्थान (बर्ड) के मध्य प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एमओयू हुआ। इससे नाबार्ड के साथ मिलकर बर्ड के माध्यम से छत्तीसगढ़ के प्राथमिक सोसाइटी पैक्स, जिला सहकारी बैंक तथा अपेक्स बैंक के सहकारी जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारीगण सही ढंग से प्रशिक्षण ले सकेंगे। इससे उन्हें एक्ट तथा नये प्रोविजन तथा बैंकिंग टेक्नालॉजी की पूरी तरह से जानकारी मिलेगी और वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही तरीके से कर पाएंगे।एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ की सहकारिता क्षेत्र का पहला अवसर है जब राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण संस्थान से एमओयू हुआ है। एमओयू के तहत छत्तीसगढ़ में सतत् रूप से संकाय सदस्यों तथा विषय-विशेषज्ञों के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसका लाभ छत्तीसगढ़ की सहकारिता आंदोलन को अधिक सक्षम और सुदृढ़ बनाने में मिलेगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी अधिकारियों का विजिट कार्यक्रम उन्नत तथा आधुनिक खेती के प्रसिद्व एकेएफ नर्सरी चौहान हाई-टेक फार्म गिरहोला (अहिवारा) जिला दुर्ग तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का अध्ययन भ्रमण किया गया।इस अवसर पर संयुक्त संचालक बर्ड कोलकाता श्रीमती अर्चना सिंग, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चंद्राकर, नाबार्ड महाप्रबंधक श्री महेश गोयल, अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री के.एन. कान्डे, तेलंगाना स्टेट को-आपरेटिव्ह बैंक के प्रोफेशनल डायरेक्टर श्री पी. मोहनीह, बर्ड कोलकाता की विषय-विशेषज्ञ श्रीमती भावना पाल, अपेक्स बैंक डीजीएम एवं प्राचार्य श्री भूपेश चन्द्रवंशी, अपेक्स बैंक एजीएम श्री एल.के. चौधरी, श्री अजय भगत एजीएम व शाखा प्रबंधक पंडरी, प्रबंधक श्री जी एस ठाकुर, प्रबंधक श्री अभिषेक तिवारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के सीईओ रायपुर श्री एस. के. जोशी, दुर्ग सीईओ श्रीमति अपेक्षा व्यास, जगदलपुर श्री आर.ए. खान, अंबिकापुर श्री एस.के.वर्मा, बिलासपुर श्री प्रभात मिश्रा तथा अपेक्स बैंक व जिला सहकारी बैंकों के शाखा प्रबंधक उपथित थे।
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*मुख्यमंत्री 25 जून को कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र में करेंगे आमजनता से भेंट-मुलाकात
रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात अभियान के तहत 25 जून को जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र में आम जनता से सीधे रूबरू होंगे। मुख्यमंत्री कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लोगों से भेंट-मुलाकात करने के साथ ही शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा और फीडबैक लेंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल कुनकुरी में विभिन्न समाज एवं संगठनों के पदाधिकारियों से भेंट-मुलाकात, मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा तथा विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन रात्रि विश्राम भी करेंगे।जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 25 जून को पूर्वान्ह 11 बजे रायपुर से हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर 12.30 बजे जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पगुराबहार (पमशाला) पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री पमशाला में लोगों से भेंट-मुलाकात करने के बाद पतराटोली जाएंगे और वहां 2.55 बजे से आम जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सलियाटोली में 4.35 बजे से 5.50 बजे तक आम जनता से भेंट-मुलाकात के बाद अपरान्ह 6 बजे कुनकुरी पहुंचेंगे। कुनकुरी में रात्रि 7 बजे से 9बजे तक विभिन्न समाज एवं संगठनों के पदाधिकारियों से भेंट करेंगे। मुख्यमंत्री कुनकुरी में ही रात्रि विश्राम करेंगे।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में आमजनता से भेंट-मुलाकात अभियान की शुरुआत 4 मई से की है। मुख्यमंत्री अब तक भेंट-मुलाकात अभियान के तहत सरगुजा एवं बस्तर संभाग के 11 जिलों के 20 विधानसभा क्षेत्रों में जनता के बीच पहुंचकर शासकीय योजनाओं को क्रियान्वयन और जनता को मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी ली थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने संपर्क-संवाद-समाधान के ध्येय के साथ जहां आम जनता से सीधी बात की और उनकी समस्याओं को जानकर उनका त्वरित निराकरण भी किया, वहीं जनता की मांग पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विकास एवं निर्माण कार्यों की सौगातें भी दीं। भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान मुख्यमंत्री संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में रात्रि विश्राम करने के साथ ही विभिन्न समाज एवं संगठनों के लोगों से भी मुलाकात कर रहे हैं। -
-*नये स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रवेश एक जुलाई से*
-कलेक्टरों को नवीन स्कूलों के लिए शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक पदों की पूर्ति एवं आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश*रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के परिपालन में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में 76 नये स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किए जा रहे है। इन नये स्कूलों में विद्यार्थियों को एक जुलाई से प्रवेश दिया जाएगा। कलेक्टरों को नवीन स्कूलों में आवश्यकतानुसार शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक पदों की पूर्ति के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। 76 नये स्कूलों के खुल जाने से राज्य में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की संख्या 171 से बढ़कर 247 हो जाएगी। राज्य में 32 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय संचालित है।स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि सभी 76 नये स्कूलों को शुरू किए जाने को लेकर शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अधोसंरचना की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जिसके चलते इन स्कूलों का क्रेज बढ़ा है और मुख्यमंत्री के भ्रमण एवं भेंट-मुलाकात के दौरान बड़ी संख्या में पालक और बच्चे अंग्रेजी माध्यम स्कूल की मांग अपने इलाकों में करते रहे है। पालकों और बच्चों के आग्रह पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य में 50 और नवीन अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा करने के साथ ही अपने ट्वीटर हैण्डल से भी इसकी जानकारी दी थी। विधानसभा क्षेत्रों के भेंट-मुलाकात के दौरान लोगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने 26 और नवीन अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की मंशा और उनकी घोषणा के अनुरूप 76 नये स्कूल खोले जा रहे है।मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि रायपुर में सर्वाधिक 12 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय और शुरू किए जा रहे है, जो मोवा, लालपुर, शांतिनगर, गुरूनानक चौक, मोहबा बाजार, सरोना, मदिर-हासौद, समोदा, गोबरानावापारा, सारागांव, तिलकनगर गुढ़यारी, बीरगांव रायपुर में खुलेंगे। इसी तरह बिलासपुर में लाल बहादुर हायर सेकेण्डरी स्कूल, अंबेडकर स्कूल एवं तिलकनगर बिलासपुर में, कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत पसान एवं कोरबी तथा बालको कोरबा में, कोरिया जिले में नवापारा पोड़ी, पिपरडांड बैकुण्ठपुर एवं केलहारी, कोण्डागांव जिले में कोण्डागांव, मरदापाल एवं कोनगुड़, कांकेर जिले में सरोना, कबीरधाम जिले में कचहरी पारा कवर्धा, बलौदाबाजार जिले में सरसींवा, सुहेला, भंटगांव, लवन, रायगढ़ जिले में कोड़ातराई, राजनांदगांव जिले में साल्हेवारा, धमतरी जिले में गोकुलपुर एवं चर्रा (कुरूद), बीजापुर जिले में कुटरू एवं मद्देड़, बलौद जिले में नयापारा राजहरा, गुण्डरदेही, देवरीबंगला, बस्तर जिले में करन्दोला (भानपुरी), धरमपुरा, बकावण्ड एवं नानगुर, बेमेतरा जिले में सिंघौरी, साजा, थानखम्हरिया एवं देवरबीजा तथा बलरामपुर जिले में रामचंदपुर, डौरा एवं चलगली में नवीन स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ किए जा रहे हैं। मंत्री डॉ. टेकाम ने इन विद्यालयों में हिन्दी माध्यम पूर्व की भांति यथावत संचालित रहेंगे तथा हिन्दी माध्यम के शिक्षकों का पूर्व से स्वीकृत सेटअप भी यथावत रहेगा। हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु निश्चित संख्या निर्धारित नहीं की गई है। विद्यालय अपनी आवश्यकता एवं क्षमता अनुसार प्रवेश दे सकेंगे। विद्यालयों का संचालन आवश्यकतानुसार दो पालियों में किए जा सकेंगे। file photo - रायपुर । मंदिरहसौद पुलिस ने अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में ग्राम डिघारी के दो कोचियों को पकड़ा है। इनके पास से से 5 लीटर से कम शराब जप्त होने के कारण आबकारी अधिनियम में जमानतीय अपराध होने के चलते इन्हें जमानत की सुविधा तो दे दी गयी , लेकिन शराब की वजह से डिघारी सहित नजदीकी ग्रामों का वातावरण अशांत होने व ग्रामीण आक्रोश को देखते हुये जनशांति भंग होने की आशंका के मद्देनजर इनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्यवाही की गई। दोनों आरोपियों को आरंग के अनुविभागीय दंडाधिकारी के अदालत में पेश किया गया जहां से इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया ।लगभग 1500 की आबादी वाले डिघारी ग्राम में अवैध शराब बिक्री की शिकायत काफी अरसे से है , लेकिन बीते कुछ दिनों से आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों की शिकायत पर इन ग्रामों में कथित शराब कोचियों के खिलाफ थाना प्रभारी विरेन्द्र चंद्रा के निर्देश पर पुलिसिया कार्यवाही किये जाने से इन ग्रामों में काफी हद तक अवैध शराब बिक्री पर फिलहाल अंकुश तो लग गया है पर इसका खामियाजा डिघारी के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है । आसपास के ग्रामों के शराबियों का जमावड़ा इस ग्राम में लगने लगा है जिसके चलते खासकर शाम के समय तो यहां के निवासियों सहित नहर नाली पार से आवागमन करने वाले आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है । ग्रामीणों के अनुसार विशेषकर इस नहर नाली पार पर अधिकांश कथित कोचिये शराब बेचते हैं और तकरीबन 5 - 6 शराब कथित कोचिये इस ग्राम में सक्रिय हैं ।लगातार मिल रही शिकायतों के परिप्रेक्ष्य में गुरुवार को दी गई दबिश में आरोपी 32 वर्षीय नितेश उर्फ गोलू धीवर व आरोपी 28 वर्षीय अनिल कन्नौजे को मंदिरहसौद थाना अमला ने शराब सहित धर पकडऩे में सफलता हासिल की थी । इन दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्यवाही कर एस. डी. एम. अतुल विश्वकर्मा की अदालत में पेश किया गया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है।मिली जानकारी के अनुसार अन्य शराब कोचियों पर भी थाना अमला की नजर है और इनमें से दो आरोपियों को दबिश में मिलने पर थाना अमला ने समझाईश दकर छोड़ दिया है । इधर इस नहर- नाली पार से रोजाना आने जाने वाले ग्राम खम्हरिया , कुंडा , टेकारी आदि ग्रामों के ग्रामीणों का कहना है कि इस पुलिसिया कार्यवाही के बाद फिलहाल अवैध शराब विक्रेता नजर नहीं आ रहे हैं और शराबियों की भीड़ नदारत है ।
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-महापौर परिषद ने दी सैद्धांतिक स्वीकृति
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा जी.ई. रोड के किनारे संजय नगर सुपेला में वर्क नियर होम के उद्देश्य को लेकर भव्य भिलाई बिजनेस टॉवर का निर्माण करने की महापौर परिषद द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर शहर के विकास में एक नये अध्याय कि शुरूवात की है।महापौर परिषद की बैठक महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी एवं परिषद के सदस्यों की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में अधीक्षण अभियंता, दीपक जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि जोन एक के संजय नगर वार्ड नौ जी.ई.रोड के किनारे रिक्त तीन एकड़ की भूमि मे से 30 हजार वर्गफीट भूमि पर निगम द्वारा स्टील्डि पार्किगं सहित 6 तलों का भव्य वाणिज्यिक भवन के रूप में भिलाई बिजनेस टॉवर के निर्माण का प्रस्ताव एम.आई.सी के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत किया गया। महापौर नीरज पाल के द्वारा सदस्यों को योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने के निर्देश पर श्री जोशी ने बताया कि प्रस्तावित भवन में मिटिंग हॉल, ऑफिस, सी.ए., आई.टी. प्रोफेशनल, अधिवक्ता, पेशेवर डिजाईनर, लाईब्रेरी, व्यायम शाला, कैफे एरिया, डाटा सेंटर, लॅच रूम, कैन्टीन, सेन्ट्रल स्टोर, हाउस किपिंग, शौचालय, सहित शहर की आवश्यकतानुसार अन्य सुविधाएॅ उपलब्ध रहेंगी। भवन का निर्माण 160.68 करोड़ की कुल लागत से होगा। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने भवन की विशेषताओ को समझने के उपरांत परिषद द्वारा प्रस्ताव पर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई। प्रस्ताव को सामान्य सभा एवं राज्य शासन को भी प्रेषित किया जायेगा। बैठक में कुल 10 प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये, जिनमें से विकास कार्य हेतु प्राप्त प्रस्तावों पर पुनः निविदा आमंत्रित किये जाने की अनुमति प्रदान की गई। वहीं सुरक्षा गार्ड की भर्ती के संबंध में प्रस्तुत प्रस्ताव पर औचित्य के साथ प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश प्रदान किये गये है। बैठक में महापौर परिषद के प्रभारी सदस्य लक्ष्मीपति राजू, एकांश बंछोर, सी.जू एन्थोनी, केशव चौबे, संदीप निरंकारी, साकेत चंद्राकर, लाभचंद वर्मा, चन्द्रशेखर गंवई, श्रीमती मालती ठाकुर, रीता गेरा, नेहा साहू, मिरा बंजारे सहित उपायुक्त रमाकांत साहू, जोन आयुक्त ऐशा लहरे, एन.आर.रत्नेश, कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा, टी.पी. रणंदिवे, संजय बागड़े, परियोजना के अजय गौर, निगम सचिव जीवन वर्मा उपस्थित थे। -
-*बांधों और भू-जल संरचनाओं में अनिवार्य रूप से हो डिसिल्टिंग
-नरवा विकास कार्यो में स्थानीय ग्रामीणों का हो जुड़ाव-नरवा विकास से पर्यावरण, वन्य प्राणियों के संरक्षण और वनों के विकास को मिला बढ़ावा-छोटे बांधों के रख-रखाव और राजीव गांधी जल ग्रहण मिशन के पुराने कार्यो का भी समुचित रख-रखाव के निर्देश-वन क्षेत्रों में 1290 करोड़ की लागत से 6395 नालों का हो रहा उपचार-अब तक 2800 नालों के उपचार का कार्य पूर्ण-मुख्यमंत्री ने की नरवा विकास योजना की समीक्षारायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नरवा विकास योजना के अंतर्गत नालों में जल संरक्षण एवं संवर्धन के किए जा रहे कार्यों को वैज्ञानिक पद्धति से किया जाए। नरवा विकास के कार्यों के फलस्वरुप जल स्तर में होने वाले सुधार का आंकलन भी वैज्ञानिक पद्धति से रिमोट सेंसिंग सैटलाइट के जरिए किया जाए। प्रदेश में जिन नालों का उपचार किया गया है, उन्हें दर्शाने वाले नक्शा भी तैयार किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में नरवा विकास योजना के अंतर्गत वन क्षेत्रों में कैंपा मद से विभिन्न नालों के उपचार के किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।श्री बघेल ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ का सैटेलाइट नक्शा उपलब्ध है, इसमें जहां-जहां फ्रैक्चर है, वहां पर भू जल संवर्धन संरचनाएं तैयार की जानी चाहिए, जिससे जल का भूमि में अच्छे ढंग से रिसाव हो सकेगा। उन्होंने नरवा उपचार के कार्यों से मिट्टी के क्षरण में आ रही कमी का आंकलन करने के भी निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बैठक में समीक्षा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी से गांव-गांव में रोजगार सहित आर्थिक गतिविधियांें को अच्छी गति मिली है। इनमें खासकर जल संचयन तथा जैव और पर्यावरण सुधार में नरवा विकास योजना एक कारगर माध्यम साबित हो रहा है। राज्य में नरवा विकास के चलते नाला के आसपास के इलाको में भूजल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हो रही है। इसके तहत मैदानी क्षेत्रों से भी अधिक वनांचल में नरवा विकास योजना से भू-जल स्तर में 20 से 30 सेंटीमीटर की वृद्धि के साथ उत्साहजनक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। इससे वनांचल में वन्य प्राणियों के रहवास में सुधार सहित निस्तारी तथा सिंचाई आदि सुविधाओं का भी लोगों को भरपूर लाभ मिलने लगा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि नरवा विकास के कार्यों से वन क्षेत्रों में भूमिगत जल के स्तर में 20 से 30 सेंटीमीटर और मैदानी क्षेत्रों में 7 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। उन्होंने नालों में भू जल संवर्धन संरचनाओं के निर्माण के दौरान वहां की भूमि की किस्म का विशेष रूप से ध्यान रखने के भी निर्देश दिए। श्री बघेल ने कहा कि रेतीली जगहों में डाइक वाल काफी उपयोगी हो सकती है। उन्होंने भेंट मुलाकात अभियान के दौरान सूरजपुर जिले के भ्रमण का उल्लेख करते हुए कहा कि सूरजपुर में भूमिगत जल का स्तर काफी नीचे है वहां नरवा विकास के कार्य करने की जरूरत है।मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रों में नरवा विकास के कार्य किए जा रहे हैं, वहां ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम से जोड़कर उन्हें इन कार्यों की उपयोगिता की जानकारी दी जाए। हर 2 वर्ष में भू-जल संवर्धन स्ट्रक्चर, स्टॉप डेम, चेक डैम बांधों में डिसिल्टिंग का कार्य कराया जाए, इससे पानी का भराव अच्छा होगा और उनकी सिंचाई क्षमता भी बढ़ेगी। उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत भी नालों के ट्रीटमेंट का कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी जल ग्रहण क्षेत्र विकास मिशन के तहत पूर्व में कराए गए भू जल संवर्धन और संरक्षण के कार्यों में यदि मरम्मत और जीर्णाेद्धार के कार्य कराने की जरूरत है, तो उन्हें भी प्राथमिकता के तौर पर किया जाना चाहिए इससे कम लागत में भू जल संवर्धन का काम हो सकेगा। इसी तरह जल संसाधन विभाग के बांधों में डिसिल्टिंग और छोटे बांधों के रख-रखाव पर ध्यान दिया जाए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य में लगभग 30 हजार बरसाती नालों को चिन्हांकित किया गया है, जिसमें से 8000 नाले राज्य के वन क्षेत्रों में स्थित हैं। वन क्षेत्रों में स्थित 6 हजार 395 नालों का उपचार 01 हजार 290 करोड़ रूपए की लागत राशि से कराया जा रहा है, जिसमें से अब तक लगभग 2 हजार 800 नालों का उपचार पूरा हो चुका है।इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, आयुक्त मनरेगा श्री मोहम्मद अब्दुल केसर हक, नोडल अधिकारी नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी डॉ. अय्याज फकीर भाई तम्बोली, मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैम्पा श्री व्ही.श्रीनिवास राव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरूण पाण्डेय, अपर प्रबंध संचालक श्री व्ही. आनंद बाबू सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। -
-*मुख्यमंत्री ने कहा- घर-घर में शिल्प कलाओं की पहुंच बनाने, तैयार किया जाए दैनिक उपयोग के उत्पाद*
-छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद के 127 आयोजनों के लिए 4.93 करोड़ रूपए स्वीकृत*-मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद् की बैठक सम्पन्न*-*रायगढ़ में संगीत एवं नृत्य महाविद्यालय प्रारंभ करने प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश*रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद् की द्वितीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद की आगामी कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक परिषद् को साहित्य अकादमी, कला अकादमी, आदिवासी एवं लोक कला अकादमी, छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग और छत्तीसगढ़ सिन्धी अकादमी के 127 आयोजनों के लिए 4 करोड़ 93 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बैठक में चर्चा के दौरान कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम और कार्यशाला राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों में आयोजित की जाएं। लोक कला, संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम केवल राजधानी तक ही सीमित न रहें, राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए ऐसे आयोजनों का विकेंद्रीकरण किया जाना चाहिए। उन्होंने इंदिरा संगीत एवं कला विश्वविद्यालय खैरागढ़ के अंतर्गत रायगढ़ में भी संगीत एवं नृत्य महाविद्यालय खोलने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने शिल्प कलाओं की चर्चा के दौरान कहा कि लौह और बेल मेटल शिल्प कला की ऐसी उपयोगी कलात्मक वस्तुएं तैयार की जाएं, जिनका घर-घर में उपयोग हो सके। इससे ऐसी वस्तुओं को अच्छा बाजार मिलेगा, व्यवसायिक विस्तार होगा और इन कलाओं में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। संस्कृति परिषद् के सदस्यों ने कार्यक्रमों के आयोजनों के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार और छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद् के सदस्य श्री विनोद वर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, संस्कृति विभाग के सचिव श्री अंनबलगन पी., संचालक श्री विवेक आचार्य सहित परिषद् के सदस्य श्री भूपेश तिवारी (आदिवासी-लोककला), सुश्री सुनीता वर्मा (चित्रकला-मूर्तिकला), श्री भूपेन्द्र साहू (नाटक), श्री कालीचरण यादव (नृत्य), सुश्री वासंती वैष्णव (नृत्य), श्री ईश्वर सिंह दोस्त (साहित्य अकादमी के अध्यक्ष), श्री ललित कुमार (पदुमलाल-पुन्नालाल बख्शी पीठ), श्री रामकुमार तिवारी (श्रीकांत वर्मा पीठ), श्री नवल शुक्ल (आदिवासी एवं लोक कला अकादमी के अध्यक्ष), श्री योगेन्द्र त्रिपाठी (कला अकादमी के अध्यक्ष) उपस्थित थे। -
रायपुर। बस्तर प्रकृति और आदिवासी संस्कृति से समृद्ध क्षेत्र है। यहां की संस्कृति, रीति-रिवाजों और लोक परम्परा की चर्चा देश दुनिया तक होती है। समय के साथ लोग अपनी संस्कृति, रीति-रिवाज़ो को भूलते जा रहे हैं, विलुप्त हो रही इसी संस्कृति और कलाओं को सहेजने और संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बस्तर एकेडमी ऑफ डांस आर्ट एण्ड लिटरेचर (बादल) का निर्माण किया गया। बादल का मुख्य उद्देश्य बस्तर की समृद्ध, सांस्कृतिक विरासत से लोगों को परिचित कराना है जिसके तहत देश में कला संस्कृति से जुड़े विद्वानों, कला विशेषज्ञों को शामिल कर स्थानीय लोगों से जोड़कर उनके नृत्य, गीत, लोक भाषा आदि को प्रशिक्षण के माध्यम से उत्कृष्ट रूप प्रदान करते हुए राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाया जा सके। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा थी कि बादल के माध्यम से बस्तर की विलुप्त हो रही संस्कृति का सरंक्षण और संवर्धन हो। इसके लिए बस्तर के समाजों के प्रमुखों के साथ मिलकर उनके परंपरा, रीति रिवाज, लोकगीत, लोकनृत्य, लोक भाषा का अभिलेकीकरण किया गया है, ताकि इन्हें आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके। बस्तर की कला को मंच देने के लिए बादल में समय-समय पर रुचिकर कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। लोक नृत्य कार्यक्रम में बस्तर के स्थानीय नर्तक दलों को बुलाया जाता है। बादल में बस्तर के लोकगीतों, नृत्यों और लोक बोलियों का डिजीटलकरण भी किया जा रहा है। इसी प्रयास में बस्तर के सुदूर अंचलों में जाकर लोक गीतों और लोक नृत्यों की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी की जा रही है। बादल में लोक भाषा कार्यशाला का कोर्स बनकर तैयार हो गया है, इस कोर्स में विशेषज्ञ हल्बी, गोंडी की बोलियां की कक्षाएं देंगे, यहां 40 विभागीय कर्मचारियों को हल्बी की ट्रेनिंग भी दी गई है ताकि वे गांवों में जाकर ग्रामीणों से जमीनी स्तर पर संवाद स्थापित कर सके। ग्रामीणों की बातें समझ पाए और उनकी समस्या का समाधान कर सके।
*स्थानीय बोलियों का डिप्लोमा कोर्सेस*बादल में अलग अलग विषयों के डिप्लोमा कोर्सेस शुरू किए जा रहे हैं। भाषा संकाय के तहत बस्तर की स्थानीय बोलियां जैसे हल्बी, गोंडी, धुरवी और भतरी का स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लोगों को इन बोलियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हल्बी और गोंडी स्पीकिंग कोर्स प्रशिक्षण प्रारंभ भी हो चुका है। बादल में स्थानीय कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए समय-समय पर तरह -तरह के आयोजन, वर्कशॉप भी किए जाते हैं।*लोकनृत्य, भाषा एवं हस्तशिल्प प्रभाग*बस्तर एकेडमी ऑफ डांस आर्ट एण्ड लिटरेचर यानी बादल में फ़िलहाल तीन प्रभाग हैं, जिनमें लोकगीत एवं लोकनृत्य प्रभाग, लोकसाहित्य एवं भाषा प्रभाग और हस्तशिल्प कला प्रभाग जिसका नाम करण आदिवासी शहीदों के नाम पर रखा गया है। लोकगीत एवं लोकनृत्य प्रभाग में बस्तर के लोकगीतों, लोक नृत्य गीतों का संकलन, ध्वन्यांकन, फिल्मांकन आदि का कार्य जारी है, इनमें प्रदर्शन एवं नई पीढ़ी को प्रशिक्षित दिया जा रहा है, जिसमें गंवर सींग नाचा, डंडारी नाचा, धुरवा नाचा, परब नाचा,लेजागीत मारी रोसोना, जगार गीत आदि की ट्रेनिंग देने की तैयारी है। लोक साहित्य प्रभाग में बस्तर के सभी समाज के धार्मिक रीति-रिवाज, सामाजिक ताना-बाना, त्यौहार, कविता, मुहावरों, कहानियों आदि को संकलित एवं लिपिबद्ध कर जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। -
बिलासपुर। स्कूल बस एवं उनके चालक-परिचालकों के लिए रविवार 26 जून को सवेरे 11 बजे से स्थानीय पुलिस परेड मैदान में जांच शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में परिवहन विभाग के साथ-साथ यातायात पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर उपस्थित रहेंगे। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री बेक ने जिले की सभी शैक्षणिक संस्थाओं के प्रबंधक एवं प्राचार्यों को पत्र जारी कर शिविर में अनिवार्य रूप से वाहन सहित उपस्थित होने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि शिविर में स्कूल बसों की मेकेनिकल एवं जरूरी दस्तावेजों की जांच की जायेगी। चालक एवं परिचालकों की नेत्र एवं अन्य जरूरी स्वास्थ्य जांच भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जायेगी।
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-अब तक 1 लाख 69 हजार 488 मरीज हुए लाभान्वित
- बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने से लोगो के चेहरे पर आई मुस्कान
बिलासपुर । छत्तीसगढ़ देश का एक ऐसा राज्य है, जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित एक बड़े वर्ग को उनके घरों तक पहंुचकर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य में शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई। उन्हांेने यह योजना प्रारंभ कर निम्न आय वर्ग के लोगों की सुध ली है। इस जनकल्याणकारी योजना से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है। इस योजना के धरातल पर उतरने से स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के माथे से चिंता की एक बड़ी लकीर मिट गई है। पहले लोगों को अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे। पैसे के अभाव में इन्हें अच्छा इलाज भी नहीं मिल पाता था पर अब परिस्थितियां बदल गई है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से शहरों के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगोें को बेहतर इलाज तो मिल रहा है साथ में निःशुल्क लैब टेस्ट की सुविधा और दवाई भी मिल रही है। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में बिलासपुर जिले में अब तक इस योजना के तहत 1 हजार 907 कैंप लगाये गये हैं। इनके माध्यम से 1 लाख 69 हजार 488 लोग लाभान्वित हो चुके हैं। 1 लाख 62 हजार 953 मरीजों को दवा वितरण किया गया। लोगों के द्वार तक पहुंचने वाली मेडिकल मोबाईल यूनिट स्वयं में पूरा अस्पताल है जिसमें डाक्टरों समेत मेडिकल स्टॉफ, मेडिकल उपकरण सहित सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद है। इसके अलावा मरीजों के निःशुल्क लैब टेस्ट की भी सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। मोबाईल यूनिट में ईसीजी, ब्लड प्रेशर, प्लस ऑक्सीमीटर जैसे स्वास्थ्य उपकरण भी उपलब्ध है। -
*- 85 साल के हैं घर में कोई नहीं, घर के समीप मोबाइल मेडिकल टीम के पहुंचने पर नहीं रही दिक्कत*
*- बुजुर्गों के लिए वरदान बनकर आई मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना*
*- खुर्सीपार के फकीर मल्हा ने साझा किया अपना अनुभव*
दुर्ग /मेरी उम्र 85 साल हो गई है। घर में अकेले ही रहता हूँ। अस्पताल तक पहुंचने का कोई साधन नहीं। तबियत खराब हो तो किसे कहता। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार आई और बड़ी चिंता से मुक्ति मिल गई। उन्होंने एक बस शुरू कर दी है। इस बस में पूरा अस्पताल चलता है। बस के अंदर घुसो तो ऐसा लगता है कि अस्पताल में आ गये हैं। डाक्टर बिठाते हैं और विस्तार से जानकारी लेते हैं। फिर जरूरी पड़ने पर टेस्ट कराते हैं और दवा दे देते हैं। किसी तरह की तकलीफ हो तो दवा निःशुल्क मिल जाती है। यह कहना है कि खुर्सीपार के चंद्रशेखर आजाद नगर निवासी फकीर लम्हा का। श्री लम्हा ने बताया कि दो बातें बहुत अच्छी हुई हैं इस बस के आने से। पहला तो ये कि अस्पताल जाने का झंझट नहीं, लाइन लगने का भी झंझट नहीं। घर के पास दो कदम चलो और अस्पताल की सुविधा मिल गई। दूसरा दवाइयों का खर्च बच गया। उन्होंने बताया कि एक बात और भी अच्छी हुई जिसे मैं कहना भूल रहा था वो ये कि जांच करने लैब नहीं जाना पड़ता। पहले टेस्टिंग के लिए लैब जाना पड़ता था। डाक्टर बहुत सारे टेस्ट लिख देते थे जितना डाक्टर की फीस नहीं और दवाओं का खर्चा नहीं, उससे ज्यादा पैसा तो टेस्ट में लग जाता था।
भिलाई निगम आयुक्त श्री प्रकाश सर्वे ने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट इलाके के लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इसके दो लाभ हुए हैं लोगों को घर के पास ही इलाज की सुविधा हो गई है। सामान्यतः देखा गया है कि छोटी-छोटी मेडिकल दिक्कत आने पर लोग अस्पताल नहीं जाना चाहते क्योंकि दूरी काफी होती है ओपीडी में लाइन लगना पड़ता है। घर के पास ही मोबाइल वैन आ जाती है तो वे चेकअप करा लेते हैं। इसका लाभ यह होता है कि समस्या आरंभिक रूप से ही चिन्हांकित हो जाती है और इसका जल्द इलाज आरंभ होने से समस्या विकराल रूप नहीं ले पाती। इसकी वजह से अस्पतालों में ओपीडी में जाने वाले कुछ लोग इधर डायवर्ट हुए हैं इसके चलते वहां भी चिकित्सकों को अपने मरीजों के लिए पर्याप्त समय है और वे काफी ध्यान से और बारीकी से उनका परीक्षण कर सकते हैं।
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*मुख्यमंत्री ने श्री बघेल ने राज्य वन विकास निगम के नवनिर्मित आवासीय परिसर का किया लोकार्पण*
*नवा रायपुर के सेक्टर 26 में 6 करोड़ रूपए की राशि से निर्मित है पांच मंजिला भवन**मुख्यमंत्री श्री बघेल को राज्य वन विकास निगम की ओर से 2.10 करोड़ रूपए के लाभांश तथा लीज रेंट की राशि का सौपा गया चेक*रायपुर/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर स्थित सेक्टर 26 में छत्तीसगढ़ राज्य वन निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए 5.96 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित पांच मंजिला भवन का वर्चुअल रूप से लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने की।आज यहां राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल को छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम की ओर से वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर तथा राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं विधायक बसना श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा वर्ष 2020-21 के लाभांश एवं लीज रेंट 2.10 करोड़ रूपए का चेक भी सौपा गया। इनमें निगम के लाभांश के रूप में एक करोड़ 11 लाख रूपए का लीज रेंट के रूप में 99 लाख रूपए की राशि शामिल है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य वन विकास निगम के नवनिर्मित आवासीय परिसर का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस भवन के बन जाने से विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के गठन के 21 वर्षों के बाद निगम द्वारा अपने स्वयं की आय से विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए पांच मंजिला भवन बनाया गया है। इसके लिए उन्होंने निगम को विशेष रूप से बधाई और शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गो के सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति केे सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में वनांचल के लोगों के सामाजिक तथा आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में वन विकास निगम की भी अहम भागीदारी रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार वनवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। हमने वनवासियों के आय के स्त्रोत में वृद्धि तथा वनो की सुरक्षा के मद्देनजर सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र देने की शुरूआत की है। इस तरह हमारी सरकार के विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीतियों के चलते राज्य के वनांचल के लोगों में भी एक नया बदलाव और उत्साह दिखाई देने लगा है।कार्यक्रम को वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सागौन वृक्षारोपण के विरलन से प्राप्त वनोपज का विक्रय वन विकास निगम के आय का मुख्य स्त्रोत है। उन्होंने बताया कि इससे वित्तीय वर्ष 2020-21 में निगम को 57 करोड़ 70 लाख रूपए की आय तथा विभिन्न कार्यो पर 45 करोड़ 31 लाख रूपए के व्यय उपरांत 11 करोड़ 58 लाख रूपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ हुआ है। उन्होंने इस दौरान बताया कि निगम के नवनिर्मित भवन में कुल 16 प्रकोष्ठ हैं, जिसमें 3 बेडरूम के 6 प्रकोष्ठ तथा 2 बेडरूम के 10 प्रकोष्ठ और चौथे मंजिल पर टंªाजिट हॉस्टल तथा कम्यूनिटी हॉल निर्मित है।इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, राज्य वन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री पी.सी.पाण्डेय सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।