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- दुर्ग / कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आबकारी विभाग की बैठक आयोजित की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, सहायक आयुक्त आबकारी श्री सी.बी. साहू तथा दुर्ग जिला के समस्त आबकारी वृत्त प्रभारी अधिकारी एवं आरक्षक, सिक्योरिटी एजेंसी एसआईएस, प्लेसमेंट एजेंसी भी आईएस, कैश कलेक्शन एजेंसी हिताची के प्रतिनिधि उपस्थित थे।बैठक में सभी दुकान कर्मचारियों को निर्धारित यूनिफार्म एवं आईडी नियमित रूप से धारण करने, सेवा सुविधा एप के माध्यम से वेतन भुगतान की पारदर्शी प्रक्रिया का पालन करने, दुकानों में ओवररेट, मिलावट ना होने, गार्ड को दुकान में वर्दी में सजग रूप से कार्य करने, कैश कलेक्शन सुरक्षा के साथ करने, दुकान कर्मचारियों एवं सुरक्षा गार्ड का पुलिस जाँच कराये जाने, वृत्त प्रभारियों द्वारा होटल, ढाबे, बारों की नियमित जाँच करने, मदिरा दुकानों का बेहतर एवं प्रभावी संचालन करने, अन्य प्रांत की मदिरा पर प्रभावी नियंत्रण रखने तथा कलेक्टर न्यायालय से संबंधित प्रकरणों में नोटिस तामील कराया जाकर प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण करने के निर्देश दिए गए।
- -17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक मनाया जाएगा आदि सेवा पर्वबालोद। आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले वन, पंचायत, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी, महिला एवं बाल विकास , शिक्षा एवं आदिवासी विकास विभाग के चयनित अधिकारी कर्मचारी को डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स के रूप में डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब का आयोजन कर जिला संसाधन केंद्र पाकुरभाट , बालोद में 03 सितंबर से 05 सितंबर 2025 तक प्रशिक्षण किया गया। जिसमें डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जिले के 05 विकासखंडों से चयनित 35 ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स एवं 04 एनजीओ के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया। डीपीएल के संपन्न होने के उपरांत जिले के प्रत्येक विकासखंड मुख्यालय में 09 सितम्बर से 12 सितंबर 2025 तक विभिन्न तिथियों में ब्लॉक प्रोसेस लैब का आयोजन किया गया। जिसमे जिले के लगभग 930 प्रतिभागी विलेज मास्टर ट्रेनर्स के रूप में एनजीओ के प्रतिनिधि आदि सहयोगी के रूप में शामिल हुये। डौंडी एवं डौंडी लोहारा विकासखंड में ब्लॉक प्रोसेस लैब का आयोजन 09 सितम्बर से 11 सितंबर 2025 तक आयोजित किया गया जिसमें प्रत्येक ग्राम से 5-5 लोगों (कर्मचारी व जनप्रतिनिधि) को चयनित कर विलेज मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित किया गया। इसी प्रकार बालोद और गुंडरदेही विकासखंड में बीपीएल का आयोजन 10 सितंबर को व गुरुर विकासखंड में 12 सितम्बर 2025 को सम्पन्न हुआ। ये सभी प्रशिक्षित बीएमटी, वीएमटी, एनजीओ के प्रतिनिधि , विलेज वालेंटियर एवं स्थानीय आदिवासी जिले के चयनित 186 ग्रामों में 15 व 16 सितंबर को उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित कर, 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक आदि सेवा पर्व/सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएँगे। आदि सेवा पर्व के दौरान आईईसी कैंपेन भी स्थानीय स्तर पर चलाये जाएंगे। इसके साथ ही विलेज वोलेंटियर्स , बीएमटी, वीएमटी, एनजीओ के प्रतिनिधि (आदि सहयोगी) तथा स्थानीय आदिवासी समुदाय की सहभागिता से ग्राम का भ्रमण कर समस्याओं की जानकारी ली जाएगी। गाँव की जरूरतों पर चर्चा एवं विलेज विजनिंग एक्सरसाइज के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में क्रिटिकल गैप की पहचान कर उसके आधार पर गांव के लोगों से चर्चा तथा सहमति के आधार पर सहभागी रूप से विलेज एक्शन प्लान तैयार करने की कार्यवाही की जाएगी, जिसमे गांव के युवाओं एवं महिलाओं की भी सक्रिय भूमिका होगी। 02 अक्टूबर 2025 को गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष ग्राम सभा में प्रत्येक ग्राम में तैयार किये गए विलेज एक्शन प्लान पर चर्चा एवं अनुमोदन की कार्यवाही की जाएगी। साथ ही विशेष ग्राम सभा मे माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा आदि कर्मयोगी अभियान पर सभी 6650 ग्रामों को प्रेषित की जाने वाली पाती का वाचन किया जाएगा। इसके साथ ही आदि साथी/आदि सहयोगी एवं ग्राम सभा के सभी सदस्यों एवं अन्य सहभागियों को अपने ग्राम को विकसित करने हेतु आदि शपथ दिलाई जाएगी।उल्लेखनीय है कि जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 10 जुलाई 2025 को आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया है। जिसकी परिकल्पना विश्व के सबसे बड़े जनजाति नेतृत्व आंदोलन के रूप में की गई है। यह अभियान कैडर आधारित मॉडल एवं अंतर विभागीय अभिसरण पर आधारित है, जो कि उत्तरदायी शासन एवं योजना निर्माण को संस्थागत रूप देने तथा आदिवासी क्षेत्र में अंतिम छोर तक सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने हेतु लक्षित है। यह अभियान राज्य के 28 जिलों के 128 विकासखण्डों एवं 6650 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अभियान अंतर्गत देश के विभिन्न भागों में रीजनल प्रोसेस लैब का आयोजन किया गया, जिसमें हमारे राज्य से भी 07 लाइन विभाग के अधिकारियों को स्टेट मास्टर ट्रेनर्स के रूप में चयनित कर 07 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण हेतु भेजा गया था। इसके उपरांत स्टेट प्रेसस लैब का आयोजन 11 अगस्त से 14 अगस्त 2025 तक व 18 अगस्त से 21 अगस्त 2025 तक (04 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण) दो चरणों में राज्य की राजधानी रायपुर में किया गया, जिसमें राज्य के 28 जिलों से चयनित डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स ने भाग लिया।
- दुर्ग, / दुर्ग शहर (विधानसभा क्षेत्र 64) के समस्त बूथ लेवल ऑफिसर्स, सुपरवाइजरों की बैठक साइंस कॉलेज सभागार में आयोजित की गई। सभी बीएलओ और सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण दिया गया। बैठक में सभी बूथ लेवल ऑफिसर्स एवं सुपरवाइजर्स को कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह का भी मार्गदर्शन मिला। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्वाचक नामावली मिलान किए जाने के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी एवं शंकाओं का समाधान भी किया। प्रशिक्षण के बाद निर्वाचक नामावली का मिलान कार्य भी बीएलओ से करवाया गया। आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर कलेक्टर एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी दुर्ग शहर श्री अभिषेक अग्रवाल, तहसीलदार दुर्ग एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी प्रफुल्ल गुप्ता, अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती क्षमा यदु, नायब तहसीलदार श्री वासुमित्र दीवान, श्री शिवचरण मरकाम उपस्थित थे।
- -26 अग्निवीरों ने की सौजन्य मुलाकात-प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी आपकी सफलता : मुख्यमंत्री श्री सायरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज बलरामपुर जिले के चयनित 26 अग्निवीरों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सभी युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, गांव और जिले के लिए गौरव की बात है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गर्व का विषय है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अग्निवीर योजना युवाओं को सेना में शामिल होकर देशसेवा का सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने चयनित युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा और देशप्रेम की भावना से ही सफलता की नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकती हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सेना में शामिल होकर ये युवा सीमाओं की रक्षा करेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।इस अवसर पर बलरामपुर जिले के चयनित अग्निवीरों में पिंकू पैकरा, जिन्दल, विकाश पैकरा, प्रकाश सिंह, खेल साय, आर्यन, देव नंन्दन पन्ना, नरेन्द्र यादव, रंजीत केरकेट्टा, रमेश पैकरा, प्रियांशु, सनोज, निकिता नरसिंह, शशि किरण, सोहन लाल, महेन्द्र पैकरा, मिथलेश पैकरा, छोंटू, बज्जू पैकरा, पंकज, विवेक पैकरा, विधायक पैकरा, किशुन पैकरा, सोभनाथ पैकरा, अमित कुजूर और एंजेल लकड़ा शामिल रहे।मुख्यमंत्री ने अतिथि शिक्षक श्री सुदर्शन यादव और उनकी टीम के निःशुल्क सेना भर्ती प्रशिक्षण के उल्लेखनीय प्रयासों की भी सराहना की। उनके प्रशिक्षण से लाभान्वित 30 युवाओं में से 26 युवा अग्निवीर भर्ती में चयनित हुए हैं।
- -मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय बगिया में ’जशपुर पर्यटन एवं कृषि क्रांति’ का किया शुभारंभ-जशपुर जम्बूरी से जिले के पर्यटन को मिल रही नयी पहचान, नए सीजन का आयोजन 06 से 09 नवंबर तकरायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में पर्यटन एवं कृषि क्रांति का शुभारंभ किया। जशपुर पर्यटन एवं कृषि क्रांति इको टूरिज्म और होमस्टे से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम जशपुर के स्व सहायता समूह और किसानों को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इस अवसर पर झारखंड सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा, सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनि भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, एस एस पी श्री शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, सुनील गुप्ता, मुकेश शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय बगिया में ’जशपुर पर्यटन एवं कृषि क्रांति’ का किया शुभारंभमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय जशपुर में आयोजित कार्यकम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विकास के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर सबका साथ सबका विकास को चरितार्थ किया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले में पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने वाले स्व सहायता समूह और युवाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया।मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय बगिया में ’जशपुर पर्यटन एवं कृषि क्रांति’ का किया शुभारंभमुख्यमंत्री ने कहा कि नए दायित्वों और जिम्मेदारियों की वजह से अब ज्यादातर समय मुझे जशपुर से बाहर रहना पड़ता है, लेकिन जशपुर निरंतर आता रहूंगा और विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्य करते रहेंगे।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद जशपुर जम्बूरी के जरिए जशपुर को पर्यटन के नक्शे पर नयी पहचान दिलाने की पहल की गई है। वर्ष 2024 में हुए जशपुर जम्बूरी में हमारे पड़ोसी राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेने और उस अवसर का गवाह बनने पहुँचे। जशपुर जम्बूरी में न सिर्फ ईको-टूरिज्म और एडवेंचर स्पोर्ट के लिए लोगों ने नया महौल दिया, बल्कि जनजातीय परम्पराओं से भी रूबरू कराया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सांस्कृतिक प्रदर्शन, स्थानीय व्यंजनों का मेला और जनजातीय नृत्यों ने पर्यटकों को आकर्षित किया, जिससे स्थानीय कारीगरों और गाइड्स को रोजगार मिला।मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार फिर जशपुर जम्बूरी के नए सीजन का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें आगामी 6 से 9 नवम्बर तक देश, दुनिया के लोग यहाँ पहुँचकर रोमांच, कला और सामुदायिक अनुभवों से परिचित हो पाएँगे। जशपुर की मिट्टी की खुशबू को जीवंत करने के लिए कर्मा, सरहुल जैसे जनजातीय नृत्य के साथ गोदना कला, काष्ट शिल्प और लौह शिल्प जैसे हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और लोकनाट्य पर आधारित सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी। इससे न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और प्रसार होगा, बल्कि स्थानीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक पहचान भी मिलेगी। जशपुर जम्बूरी एक ऐसा उत्सव है जो प्रकृति, संस्कृति और विकास को एक सूत्र में पिरोता है। यह आयोजन जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता, जनजातीय विरासत और आधुनिक विकास को एक साथ पेश करता है। जशपुर जंबूरी केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आर्थिक सशक्तीकरण का माध्यम भी है।उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत मयाली नेचर कैंप में बोटिंग, कैक्टस गार्डन और टेंट सुविधाएँ जोड़ी गई हैं। यहाँ के पर्यटक स्थल अब बेहतर सुविधाओं से सजे हैं, मयाली में सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है जो जशपुर को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम टूरिज्म सेक्टर को एक उद्योग के रूप में देख रहे हैं, जिससे स्थानीय उद्यमशीलता बढ़ेगी। राज्य में होम-स्टे नीति लागू की है ताकि पर्यटक जनजातीय संस्कृति को जानना-समझना चाहते हैं। उनके भीतर आदिवासी संस्कृति, परम्पराओं, उनके खान-पान, रहन-सहन को लेकर एक जिज्ञासा और उत्सुकता रहती है। ऐसे में होम-स्टे छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में विकास की नयी अवधारणा है, जिसमें स्थानीय समुदायों को रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहा है। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जशपुर जम्बूरी जैसे उत्सव से स्थानीय होम-स्टे, गाइड्स और शिल्पकारों को सीधा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि जशपुर जम्बूरी को एक वार्षिक महोत्सव के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, जिसमें अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए भी जशपुर आकर्षण का बड़ा केन्द्र बन पाए। जीआईएस (GIS) मैपिंग और डिजिटल मार्केटिंग से जशपुर की पहुँच बढ़ेगी। यहाँ युवाओं और पर्यटन से जुड़े सभी लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे वैश्विक मानकों पर खरे उतर सकें।कार्यकम में सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनि भगत और जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय ने भी संबोधित किया और जशपुर के विकास, पर्यटन के क्षेत्र और कृषि क्रांति की विस्तार से जानकारी दी।दूसरी जम्बूरी 6 से 9 नवम्बर तक, पहली 2024 में हुईजशपुर जम्बूरी जशपुर की वादियों और झरनों के बीच हर साल एक ऐसा उत्सव मनाया जाता है, जो केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि इस जिले की आत्मा का अनुभव है। जशपुर जम्बूरी ने 2024 में अपनी शानदार शुरुआत की और अब 2025 में एक और भव्य रूप में लौट रहा है।2024 में आयोजित पहली जशपुर जम्बूरी ने रोमांच, संस्कृति और समुदाय का ऐसा संगम पेश किया, जिसने देशभर से प्रतिभागियों को आकर्षित किया। झारखंड, ओडिशा, रायपुर और छत्तीसगढ़ के कई जिलों से आए लोगों ने इस उत्सव में हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने रानी दाह, टी-गार्डन और जशपुर संग्रहालय जैसे स्थलों की सैर कर इतिहास और संस्कृति को करीब से महसूस किया। फ़ूड लैब ने स्थानीय व्यंजनों को आधुनिक रूप में प्रस्तुत कर सबका दिल जीता। सरहुल और कर्मा नृत्य की प्रस्तुतियों ने जनजातीय परंपराओं की गहराई दिखाई। चार दिन रोमांचक गतिविधियों, सांस्कृतिक रंग और सामुदायिक मेलजोल के नाम रहे। इस आयोजन ने जशपुर को ईको-टूरिज़्म और एडवेंचर स्पोर्ट्स का नया गंतव्य बना दिया।दूसरी जशपुर जम्बूरी 2025 नये अनुभवों की ओर अब यह उत्सव और बड़े स्वरूप में वापस आ रहा है। 6 नवम्बर से 9 नवम्बर 2025 तक आयोजित होने वाला जशपुर जम्बूरी 2025 रोमांच, कला और सामुदायिक अनुभवों को और भी समृद्ध करेगा। रोमांचक-रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, ज़िपलाइन, ट्रेकिंग, मयाली डैम पर वॉटर स्पोर्ट्स, पैरामोटर और हॉट एयर बलून से माधेश्वर पहाड़ों के दृश्य देखे जा सकेंगे। जनजातीय नृत्य (कर्मा, सरहुल), लोक संगीत, हस्तशिल्प कार्यशालाएँ (मिट्टी, बाँस, गोंदना कला, लकड़ी व लोहे की कारीगरी), लोकनाट्य और स्थानीय व्यंजन का भी अनुभव मिलेगा। उन्होंने बताया कि पारंपरिक खेल, टीम-बिल्डिंग गतिविधियाँ और तारों भरे आसमान के नीचे अलाव की गर्माहट से लोगों के मन में आनंद की अनुभूति होगी। जशपुर जम्बूरी 2025 का उद्देश्य है प्रतिभागियों को प्रकृति, परंपरा और समुदाय की उस धारा से जोड़ना, जहाँ हर पल एक नई कहानी कहता है। कार्यकम में आभार व्यक्त डिप्टी कलेक्टर श्री समीर बड़ा ने किया।
- -जशपुर के पाँच ग्रामों में होम-स्टे की शुरुआत, स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को मिलेगा वैश्विक मंचरायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले में सामुदायिक पर्यटन की एक नई पहल की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कैंप कार्यालय से जशपुर के पाँच ग्रामों-देओबोरा, केरे, दनगरी, छिछली और घोघरा में होम-स्टे योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन क्षेत्र को एक उद्योग के रूप में विकसित करने के लिए कृत संकल्पित है। होम-स्टे नीति न केवल पर्यटन को नई पहचान देगी, बल्कि स्थानीय युवाओं और समुदायों के लिए रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर भी प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि आदिवासी संस्कृति, परंपराएँ, खान-पान और जीवन शैली को लेकर अन्य प्रदेशों और देशों के लोगों में गहरी जिज्ञासा रहती है। होम-स्टे के माध्यम से पर्यटकों को सीधे गाँवों में रहकर स्थानीय संस्कृति, पूजन पद्धति और सादगी का अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जो उनके लिए अविस्मरणीय साबित होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह पहल जशपुर को न केवल पर्यटन के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाएगी, बल्कि स्थानीय संस्कृति और समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण प्राप्त पर्यटन मित्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए। यह प्रशिक्षण सामुदायिक पर्यटन और होम-स्टे विकास पर आधारित था, जिससे संबंधित ग्रामों को इको-टूरिज्म गंतव्य के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।कार्यक्रम में विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने कहा कि जशपुर का मकरभंजा जलप्रपात छत्तीसगढ़ का सबसे ऊँचें जलप्रपात में से एक है, और इसके साथ जिले के अनेक झरने व दर्शनीय स्थल जशपुर को पर्यटन की दृष्टि से अनोखा बनाते हैं। विधायक श्रीमती गोमती साय ने कहा कि जशपुर प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है और यहाँ आने वाले पर्यटक जीवनभर इस जगह की यादों को संजोए रखते हैं।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, डिप्टी कलेक्टर श्री समीर बड़ा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे।
- बिलासपुर/जिले में 22 सितंबर से नवरात्रि पर्व, 2 अक्टूबर को दशहरा, 3 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के अवसर पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा अन्य प्रशासनिक व्यवस्था के संबंध में विचार-विमर्श हेतु शांति समिति की बैठक 15 सितंबर को शाम 5 बजे जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित की गई है।
- बिलासपुर/जिले के बिल्हा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत बाम्हु में मनरेगा योजना के तहत अनावश्यक बहने वाले जल को संचय करने के लिए सोक पीट या सोखता गड्ढा (सामुदायिक रिचार्ज पिट) का निर्माण किया गया है। इस कार्य की स्वीकृत राशि 0.34 लाख एवं व्यय राशि 0.32 लाख रही। ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर तकनीकी सहायकों के निरीक्षण और जिला कार्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद कार्य प्रारंभ हुआ और इसे निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण कर लिया गया।गांव में हैंडपंप, कुआं और बोरवेल जैसे जलस्रोतों का जल स्तर लगातार घट रहा था तथा बरसात के दिनों में बहने वाला पानी व्यर्थ चला जाता था। इस समस्या के समाधान के लिए सामुदायिक रिचार्ज पिट का निर्माण किया गया। इससे न केवल पानी का बहाव नियंत्रित हुआ बल्कि गंदे पानी को सोखकर भू-गर्भ में भेजने से जल स्तर में वृद्धि हुई और जमीन की उत्पादकता भी सुधरी। निर्माण कार्य के दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच, रोजगार सहायक, तकनीकी सहायकों तथा ग्रामीणों का विशेष योगदान रहा। इस कार्य से मनरेगा जॉबकार्ड धारक मजदूरों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिला, जिससे उनकी आजीविका में स्थिरता आई।गांव में कार्य के पहले भू-जल स्तर कम था, पानी अनावश्यक रूप से बह जाता था और गंदगी फैलती थी। कार्य पूर्ण होने के बाद अब भू-जल स्तर बढ़ा है, पानी का उचित प्रबंधन हो रहा है और गंदगी से मुक्ति मिली है। ग्रामीणों ने इसे अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि इस प्रयास से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इस सफलता से प्रेरित होकर अन्य पंचायतों में भी रिचार्ज पिट का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे जल स्तर सुधार और जल संचय की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
- रायपुर/ रायपुर नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देशानुसार नगर निगम जोन 8 नगर निवेश विभाग द्वारा जोन 8 अंतर्गत शहीद भगत सिंह वार्ड क्रमांक 21 क्षेत्र के अंतर्गत टाटीबंध क्षेत्र में स्वीकृति के विपरीत लगभग 1746 वर्गफुट पर किये गए अवैध निर्माण को हटाए जाने की कार्यवाही अभियान चलाकर की गयी.नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल के निर्देश पर स्थल में नगर निवेश विभाग के उप अभियंता श्री लोचन प्रसाद चौहान की उपस्थिति में स्वीकृति विपरीत अवैध निर्माण को स्थल पर तत्काल तोड़ा गया एवं भविष्य में नियमानुसार निर्माण करवाने की कड़ी हिदायत सम्बंधित निर्माणकर्ता को नगर निगम जोन 8 नगर निवेश विभाग द्वारा दी गयी.
- रायपुर/ भारत सरकार की एडिप एवं राष्ट्रीय वयोश्री योजना वर्ष 2025-26 दिव्यांगजनों एवं वरिष्ठ नागरिकों हेतु प्रोजेक्ट सहारा अंतर्गत परीक्षण एवं मूल्यांकन शिविर का आयोजन रायपुर जिला प्रशासन समाज कल्याण विभाग द्वारा रायपुर नगर पालिक निगम के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में रखा गया. आयोजन में रायपुर दक्षिण विधायक श्री सुनील सोनी सम्मिलित होने पहुँचे, तो उनका मंच पर नगर निगम जोन 4 जोन अध्यक्ष श्री मुरली शर्मा, जोन 5 जोन अध्यक्ष श्री अम्बर अग्रवाल, जोन 6 जोन अध्यक्ष श्री बद्री प्रसाद गुप्ता की उपस्थिति में नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप ने बुके प्रदत्त कर आत्मीय स्वागत किया. इंडोर स्टेडियम के शिविर में दिव्यांगजनों हेतु कृत्रिम अंग और उपकरण का चिन्हाँकन और वरिष्ठ नागरिकों हेतु जीवन यापन के लिए उपकरण का चिन्हाँकन, यूडीआईडी पंजीयन एवं वितरण, आयुष्मान कार्ड पंजीयन और राशन कार्ड से सम्बंधित कार्य किये गए.रायपुर दक्षिण विधायक श्री सुनील सोनी ने मूल्यांकन शिविर का निगम आयुक्त सहित प्रत्यक्ष अवलोकन किया और सम्बंधित अधिकारियो को निर्देशित किया कि कोई भी पात्र दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिक भारत सरकार की एडिप योजना और राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत सहारा प्रोजेक्ट में मूल्यांकन से वंचित ना रहे और सभी पत्रों को शासन की अभिनव समाजहितकारी योजना का पूर्ण वांछित लाभ भारत गणराज्य के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार की मंशा अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदान किया जाना सुनिश्चित किया जाये.
- - बीएलओ एवं पर्यवेक्षकों के प्रशिक्षण में कलेक्टर हुए शामिलदुर्ग / कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अभिजीत सिंह, भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देश के परिपालन में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण के पूर्व आवश्यक तैयारी के संबंध में 13 सितम्बर 2025 को साइंस कालेज दुर्ग के सर्वपल्ली राधाकृष्णन हाल में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 63 दुर्ग ग्रामीण के बीएलओ एवं पर्यवेक्षकों की बैठक सह प्रशिक्षण में शामिल हुए।कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिंह ने उक्त बैठक सह प्रशिक्षण में सभी बीएलओ को संबोधित करते हुए निर्देशित किया गया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के पूर्व वर्ष 2003 एवं वर्ष 2025 के मतदाता सूची का मिलान कर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वर्ष 2003 एवं वर्ष 2025 के मतदाता सूची में किसी मतदाता का नाम प्रविष्ट पाए जाने पर ए श्रेणी एवं उनके वारिसानों का नाम वर्ष 2025 की मतदाता सूची में प्रविष्ट पाए जाने पर बी श्रेणी में वर्गीकृत करते हुए मिलान किया जाए। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य में सहयोग राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बीएलए, बुजुर्ग निवासी एवं अन्य जानकार लोगों के सहयोग लिया जाए। कलेक्टर ने कार्य 20 सितम्बर 2025 तक अनिवार्य रूप पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। प्रशिक्षण में ईआरओ श्री हरवंश सिंह मिरी एसडीएम दुर्ग एवं डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम ध्रुव, तहसीलदार श्री प्रफुल्ल गुप्ता, अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती क्षमा यदु एवं एईआरओ उपस्थित रहे।
- -जांजगीर-नैला में 4.37 करोड़ की लागत से सेंट्रल लाइब्रेरी, 10.84 करोड़ की लागत से एसटीपी एवं 1.97 करोड़ की लागत से पाइपलाइन विस्तार व सम्पवेल का होगा निर्माण-श्री साव ने नवनिर्मित अटल परिसर और चौपाटी को जनता को किया समर्पित-चांपा में 48.56 लाख की लागत से पानी टंकी और 29.98 लाख की लागत से बनेगा कर्मचारी आवास-उप मुख्यमंत्री ने जांजगीर-नैला नगर पालिका भवन और विकास कार्यों के लिए ढाई-ढाई करोड़ तथा चांपा नगर पालिका में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार व विकास कार्याें के लिए 3 करोड़ देने की घोषणा कीबिलासपुर ।उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने शनिवार को जांजगीर-नैला नगर पालिका और चांपा नगर पालिका में 19 करोड़ 53 लाख रुपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने इस दौरान जांजगीर-नैला में नगर पालिका के कार्यालय भवन के लिए 2.5 करोड़ रुपए, विकास कार्याें के लिए 2.5 करोड़ रुपए तथा चांपा नगर पालिका में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार एवं विकास कार्याें के लिए 3 करोड़ रुपए देने की घोषणा की।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने जिला मुख्यालय जांजगीर में 4 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत से जांजगीर के वार्ड क्रमांक 21 में नालंदा परिसर (सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन), 10.84 करोड़ रुपए की लागत से एसटीपी निर्माण कार्य एवं 1.97 करोड़ रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 1 एवं 2 में पाइपलाइन विस्तार एवं सम्पवेल निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने इनके साथ ही 30 लाख रुपए की लागत से अटल परिसर और 20 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित चौपाटी का लोकार्पण भी किया।श्री साव ने चांपा नगर पालिका में कुल एक करोड़ 8 लाख 54 हजार रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने इस दौरान चांपा नगर पालिका के घोघरानाला में 48 लाख 56 हजार रुपए की लागत से पानी टंकी निर्माण, 29 लाख 98 हजार रुपए की लागत से नगर पालिका के कर्मचारियों के लिए आवास का शिलान्यास एवं 30 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित अटल परिसर का लोकार्पण किया। सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, विधायक श्री ब्यास कश्यप और छत्तीसगढ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री सौरभ सिंह भी कार्यक्रम में शामिल हुए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में लगातार विकास कार्यों को मंजूरी दी जा रही है, जनसुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नालंदा परिसर स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने का सशक्त माध्यम बनेगा। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी के सम्मान में सभी नगरीय निकायों में अटल परिसर विकसित किए जा रहे हैं। ये अटल परिसर अटल जी की राष्ट्रसेवा, विकास दृष्टि और आदर्श मूल्यों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का प्रभावशाली माध्यम बनेंगे।लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम को सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, विधायक श्री ब्यास कश्यप और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल ने भी संबोधित किया। पूर्व संसदीय सचिव श्री अंबेश जांगड़े, पूर्व सांसद श्रीमती कमला देवी पाटले, पूर्व विधायक श्री चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी, जांजगीर-नैला नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती रेखा देवा गढेवाल और चांपा नगर पालिका के अध्यक्ष श्री प्रदीप नामदेव सहित दोनों नगर पालिकाओं के पार्षद, जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी तथा गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) बिलासपुर में अज्ञात अवस्था में मिला एक नवजात शिशु उपचार और देखभाल के उपरांत आज चाइल्ड लाइन बिलासपुर को विधिवत रूप से सौंपा गया।दिनांक 15 अगस्त 2025 को सिम्स के महिला एवं प्रसूति विभाग में कविता (20 वर्ष), पति ओमप्रकाश, निवासी भरनीपरसदा सकरी को प्रसव हेतु भर्ती किया गया था। 15अगस्त को प्रसव उपरांत पुत्र जन्म हुआ। 16 अगस्त को ही प्रसूता को छुट्टी दे दी गई। परिजन 24 अगस्त तक शिशु को देखने आते रहे, किंतु 25 अगस्त से आना बंद कर दिया। संपर्क हेतु उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर भी गलत पाए गए।इसके पश्चात शिशु को शिशु रोग विभाग में भर्ती कर NICU वार्ड में रखा गया, जहाँ विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश नाहरेल, डॉ. समीर कुमार जैन, डॉ. सलीम खलखो, डॉ. मीनाक्षी ठाकुर, डॉ. जायकिशोर तथा सिस्टर इंचार्ज विभा श्रीवास, सरोजिनी, कमलेश, मीरा देवांगन और आया भावना सिदार एवं पुष्पा सहित टीम द्वारा समुचित देखभाल की गई।संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. लखन सिंह के आदेशानुसार 11 सितम्बर 2025 से शिशु के पुनर्वास हेतु प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। आज औपचारिक रूप से शिशु को चाइल्ड लाइन को सौंपा गया। इस अवसर पर चाइल्ड हेल्प लाइन प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी, सुपरवाइजर आस्था सिंह व चंद्रप्रकाश श्रीवास तथा समाजिक कार्यकर्ता विकास साहू (सेवा भारती मातृछाया, बिलासपुर) उपस्थित रहे।सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा कि “नवजात को समुचित उपचार और सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। अब उसके उज्ज्वल भविष्य और पुनर्वास हेतु उसे चाइल्ड लाइन को सौंपा गया है, जहाँ उसकी उचित देखभाल और पालन-पोषण सुनिश्चित किया जाएगा।”
- रायपुर। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमंडल के हाथी मित्रदल और वनकर्मियों ने अपनी बहादुरी और तत्परता से एक युवक की जान बचाई, जो जंगली हाथियों के झुंड के सामने फंस गया था। घटना 12 सितम्बर की रात की है। हाथी मित्रदल और वनकर्मी एडूकला गांव की ओर गश्त कर रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि घरघोड़ा परिक्षेत्र से 48 हाथियों का दल देउरमार गांव की ओर बढ़ रहा है। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि ग्रामीण शोर मचाकर हाथियों को भगाने की कोशिश कर रहे थे। तभी अचानक एक नर हाथी उग्र होकर ग्रामीणों की ओर दौड़ा। इस दौरान 21 वर्षीय पवन कुमार राठिया गिर पड़े और हाथी उनके पास पहुंच गया।स्थिति को देखते हुए हाथी मित्रदल और वनकर्मियों ने तुरंत अपने वाहन का हूटर बजाया। आवाज सुनकर हाथी युवक को छोड़कर जंगल की ओर चला गया। इसके बाद घायल युवक को शासकीय वाहन से पीएचसी छाल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें खरसिया अस्पताल रेफर किया गया। वन विभाग ने बताया कि हाथी मित्रदल की सतर्कता और साहस से ही युवक की जान बच पाई। विभाग लगातार ग्रामीणों को समझाइश दे रहा है कि हाथियों के पास न जाएं और उन्हें भगाने की कोशिश न करें।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की गरिमामयी उपस्थिति में आज जशपुर जिला प्रशासन एवं विज्ञान भारती के मध्य एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य जिले के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना तथा उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जोड़ना है।इस पहल के अंतर्गत विद्यालयों में विज्ञान शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न अभिनव कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। इसके माध्यम से बच्चों में विज्ञान के प्रति उत्सुकता और जिज्ञासा को नए आयाम मिलेंगे तथा शिक्षा का स्वरूप अधिक व्यावहारिक और प्रयोगशील बनेगा।उल्लेखनीय है कि विज्ञान भारती पूर्व से ही जिले में कई गतिविधियों में सहयोग कर रही है। इनमें “स्पेस ऑन व्हील” कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान का अनुभव कराना, विज्ञान क्लबों की स्थापना द्वारा विद्यार्थियों की जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ावा देना तथा विद्यार्थी विज्ञान मंथन जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी की ओर प्रेरित करना शामिल है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह समझौता जिले के विद्यार्थियों के लिए नए अवसर खोलेगा। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस नई पीढ़ी ही आत्मनिर्भर भारत और विज्ञाननिष्ठ समाज की नींव रखेगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और विज्ञान को समाज में परिवर्तन का सबसे बड़ा साधन मानती है और इस दिशा में सभी प्रयासों को प्रोत्साहन देती रहेगी। जशपुर जिला प्रशासन एवं विज्ञान भारती का यह संयुक्त प्रयास न केवल विद्यालयीन शिक्षा को सुदृढ़ करेगा, बल्कि विद्यार्थियों को विज्ञान एवं नवाचार की दुनिया में नई उड़ान भी देगा। इस साझेदारी से जशपुर जिले में शिक्षा का स्तर और ऊँचा होगा तथा आने वाली पीढ़ी विज्ञान और प्रौद्योगिकी की रोशनी से अपने भविष्य को और अधिक सशक्त बना सकेगी।
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"ब्राह्मण समाज के 6 पार्षद भी हुए सम्मानित"रायपुर / सरयूपारीण ब्राम्हण सभा रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा प्रथम बार आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में 154 ब्राम्हण समाज के शिक्षकों का सम्मान करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती मीनल चौबे महापौर ने शिक्षकों को समाज का निर्माता बताया उन्होंने कहा की जिसके जीवन में अच्छे शिक्षक आते हैं उस शिष्य का जीवन धन्य हो जाता हैं ।कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि राजेश्री महंत रामसुंदर दास ने कहा की शिक्षा की जीवन भर सम्मान पाता हैं अन्य लोगों का सेवा निवृत लोग सम्मान करना भूल जाते हैं वही दूसरी ओर एक शिक्षक के पढ़ाए हुए शिक्षा के उस उस शिक्षक का सामान करते हैं ।इस अवसर पर ब्राम्हण समाज के निर्वाचित सर्व श्री बद्री प्रदास गुप्ता जी, श्री मुरली शर्मा, श्रीमती सरिता दुबे ,श्रीमती स्वप्निल मिश्रा,श्रीमती ममता तिवारी श्री देवदत्त द्विवेदी, श्रीमती सुमन पाण्डेय, का समाज के द्वारा सम्मान किया गया साथ ही ब्राम्हण समाज के शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े सेवा निर , प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक एवं डिग्री धारो का महापौर श्रीमती मीनल चौबे , महंत जी , महेंद्र अग्रवाल , सुरेश शुक्ला जी द्वारा सम्मानित किएय गया ।सरयूपारीण ब्राम्हण सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला ने कहा की यह पहला प्रयश हैं जब ब्राम्हण समाज के शिक्षिकों का सम्मान ब्राम्हण सभा के द्वारा किया जा रहा है जैतू साव मठ के सचिव महेंद्र अग्रवाल ने सभी सम्मानित शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा की आप सभी गुरुजन हैं आपके शिक्षित अनेकों शिष्य प्रदेश एवं देश के विभिन्न स्थानों पर समाज सेवा करते हुए आपका नाम रौशन कर रहे हैं आप सभी बधाई के पात्र हैंइस अवसर पर समाज के प्रमुख श्री रमाकांत शुक्ला, अवध बिहारी दुबे , आर.एल द्विवेदी, व्ही के मिश्रा, आदि के साथ 154 शिक्षक शिक्षक सम्मानित किए इस अवसर पर मुख्य रूप से डी एस परोहा,रमाकांत शुक्ला, अवध विहारीदुबे ,राम मूरत तिवारी, केलास तिवारी, आर एल द्विवेदी,राजेन्द्र शर्मा, व्ही के मिश्रा, शिव प्रसाद मिश्रा,प्रमोद शर्मा, उमाकांत तिवारी, सत्यनारायण शर्मा, शैलेस शर्मा, संगमलाल त्रिपाठी,अभय तिवारी, के एन तिवारी,शिवम त्रिपाठी, उमाकांत पान्डेय,रमाकांत द्विवेदी बैजनाथ मिश्रा, अंकुश शुक्ला, राजीव मिश्रा, मित्रेशदुबे, प्रवीण चौबे, कुसुम त्रिपाठी, बृजेश त्रिपाठी, अपर्णा तिवारी, शशि मिश्रा, प्रमिला शुक्ला, मिनाक्षी त्रिपाठी, सुसुम शुक्ला, सीमा पान्डेय, चन्द्र शेखर द्विवेदी, निशाकान्त त्रिपाठी, आदि उपस्थित थे - रायपुर। महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुजा संभाग के प्रवास के दौरान आज अंबिकापुर सर्किट हाउस में विभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण विभाग से संबंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को समय पर मिलना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक के दौरान उन्होंने बालक-बालिका गृह, आंगनबाड़ी केंद्रों, विशेष विद्यालयों और समाज कल्याण से संबंधित संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर भी विशेष जोर देते हुए पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
- -वृद्धाश्रम पहुंचकर जाना कुशलक्षेम, गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वास्थ्य जांच एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने दिए निर्देशरायपुर। मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुज़ा प्रवास के दौरान विभिन्न संस्थाओं का किया निरीक्षणमहिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शनिवार को सरगुज़ा जिले के प्रवास पर रहीं। इस दौरान उन्होंने जिले में संचालित विभिन्न संस्थाओं का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने सबसे पहले अजीरमा स्थित वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने वृद्धजनों से आत्मीय संवाद कर उनका कुशलक्षेम जाना तथा उनकी समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी को वृद्धाश्रम परिसर में एमरजेंसी लाइट की व्यवस्था करने तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि वृद्धजनों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वास्थ्य जांच एवं समय पर उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि समय-समय पर जिला स्तरीय अधिकारी वृद्धाश्रम का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करें।मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुज़ा प्रवास के दौरान विभिन्न संस्थाओं का किया निरीक्षणमंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुज़ा प्रवास के दौरान विभिन्न संस्थाओं का किया निरीक्षणइसके पश्चात मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने होलीक्रॉस आशा निकुंज विशेष विद्यालय का निरीक्षण किया। इस अवसर पर बच्चों ने आत्मीय स्वागत कर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। मंत्री ने विद्यालय में शिक्षकों की उपलब्धता, आवासीय व्यवस्थाओं, ऑडियोमैट्री कक्ष, अध्ययन कक्षों एवं शयनकक्ष का निरीक्षण किया। बच्चों से बातचीत कर उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।मंत्री श्रीमती राजवाड़े दर्रीपारा स्थित बालिका बालगृह पहुंचीं। यहां उन्होंने बच्चियों से मिलकर उनकी सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने भोजनकक्ष, शयनकक्ष, मनोरंजन कक्ष, स्टाफरूम एवं भंडार कक्ष का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को बालिकाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और संस्थान में आने-जाने वालों की अनिवार्य एंट्री दर्ज करने के निर्देश दिए।मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुज़ा प्रवास के दौरान विभिन्न संस्थाओं का किया निरीक्षणमंत्री ने परिसर में संचालित शक्ति सदन का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने श्रवणबधिर तीन बालिकाओं को आशा निकुंज विशेष विद्यालय में शिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चियों को केवल आश्रय ही नहीं बल्कि नई-नई बातें सिखाकर उन्हें भविष्य में स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में भी कार्य होना चाहिए।इसके अलावा मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने नारी निकेतन का निरीक्षण कर वहां रह रही महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को शयनकक्ष व शौचालय की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।अपने प्रवास के दौरान मंत्री ने बालिका एवं बालक संप्रेषण गृह, प्लेस ऑफ सेफ्टी बालक तथा बौद्धिक मंदता विद्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संस्थाओं की व्यवस्थाओं का अवलोकन कर अधिकारियों को पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य समाज के हर वर्ग तक योजनाओं और सेवाओं का लाभ पहुंचाना है। वृद्धजन, बच्चों, दिव्यांग और महिलाओं को सम्मान जनक और सुरक्षित जीवन मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है।
- -ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में होगा महत्वपूर्ण सुधाररायपुर,। राज्य शासन द्वारा चिकित्सा स्नातकोत्तर (एम.डी./एम.एस./डिप्लोमा) पाठ्यक्रम में प्रवेशित एवं वर्ष 2025 की विश्वविद्यालय परीक्षा में सम्मिलित हुए पीजी बॉन्डेड चिकित्सकों को उनके अनुबंध की शर्तों के अनुरूप संविदा आधार पर नियुक्त किया गया है। इस संबंध में कुल 155 चिकित्सकों के नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं, जिनकी सेवाएं आगामी आदेश तक प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में ली जाएंगी। इन नियुक्तियों के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में महत्वपूर्ण सुधार होगा। विशेष रूप से जिला अस्पतालों को इन नियुक्तियों का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा और रोगियों को समय पर आवश्यक उपचार उपलब्ध हो सकेगा। जारी आदेशानुसार, प्रथम चरण की काउंसलिंग में 133 तथा द्वितीय चरण में 22, इस प्रकार कुल 155 पीजी बॉन्डेड चिकित्सकों की संविदा नियुक्ति की गई है। इन्हें राज्य के जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित किया गया है।
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-यूरिया वितरण में अनियमितता उजागर
अम्बिकापुर। किसानों को शासन द्वारा निर्धारित दर एवं गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए जिले में कृषि विभाग की कड़ी निगरानी जारी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार संचालक कृषि श्री राहुल देव (आई.ए.एस.), संयुक्त संचालक कृषि सरगुजा संभाग श्री यशवंत केराम, कलेक्टर श्री विलास भोस्कर एवं उपसंचालक कृषि अम्बिकापुर श्री पिताम्बर सिंह दीवान के मार्गदर्शन में जिले के निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रों से 40 बोरी से अधिक यूरिया लेने वाले कृषकों का सत्यापन किया जा रहा है।उर्वरक निरीक्षक श्री सोहन लाल भगत एवं अन्य निरीक्षकों द्वारा टॉप 20 खरीदारों के सत्यापन में यह स्पष्ट हुआ कि अम्बिकापुर स्थित मेसर्स विजय ट्रेडिंग कम्पनी द्वारा उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 सहित उर्वरक मूवमेंट नियंत्रण आदेश 1973 के प्रावधानों का उल्लंघन किया जा रहा है।कृषकों के बयान एवं निरीक्षकों की अनुशंसा के आधार पर उपसंचालक कृषि एवं अधिसूचित प्राधिकारी (उर्वरक) श्री पिताम्बर सिंह दीवान ने कम्पनी की खुदरा उर्वरक विक्रय अनुज्ञप्ति क्रमांक B/R-249 दिनांक 02 मई 2022, वैधता तिथि 31 मार्च 2027 को आगामी आदेश तक निलंबित कर दिया।लाइसेंस निलंबन के बाद कृषि विभाग की टीम ने कम्पनी के दुकान एवं गोदाम में उपलब्ध सभी उर्वरकों पर विक्रय प्रतिबंध लगाते हुए जब्ती की कार्रवाई की। प्रोपराइटर श्री सुमित अग्रवाल की मौजूदगी में दुकान एवं गोदाम को सील कर दिया गया।इस कार्यवाही के दौरान अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री अम्ब्रोस टोप्पो, उर्वरक निरीक्षक श्री सोहन लाल भगत, श्रीमती श्वेता पटेल एवं श्री अजय बड़ा उपस्थित रहे। किसानों को शासन द्वारा निर्धारित दर एवं गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए जिले में कृषि विभाग की कड़ी निगरानी जारी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार संचालक कृषि श्री राहुल देव (आई.ए.एस.), संयुक्त संचालक कृषि सरगुजा संभाग श्री यशवंत केराम, कलेक्टर श्री विलास भोस्कर एवं उपसंचालक कृषि अम्बिकापुर श्री पिताम्बर सिंह दीवान के मार्गदर्शन में जिले के निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रों से 40 बोरी से अधिक यूरिया लेने वाले कृषकों का सत्यापन किया जा रहा है।उर्वरक निरीक्षक श्री सोहन लाल भगत एवं अन्य निरीक्षकों द्वारा टॉप 20 खरीदारों के सत्यापन में यह स्पष्ट हुआ कि अम्बिकापुर स्थित मेसर्स विजय ट्रेडिंग कम्पनी द्वारा उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 सहित उर्वरक मूवमेंट नियंत्रण आदेश 1973 के प्रावधानों का उल्लंघन किया जा रहा हैcकृषकों के बयान एवं निरीक्षकों की अनुशंसा के आधार पर उपसंचालक कृषि एवं अधिसूचित प्राधिकारी (उर्वरक) श्री पिताम्बर सिंह दीवान ने कम्पनी की खुदरा उर्वरक विक्रय अनुज्ञप्ति क्रमांक B/R-249 दिनांक 02 मई 2022, वैधता तिथि 31 मार्च 2027 को आगामी आदेश तक निलंबित कर दिया।लाइसेंस निलंबन के बाद कृषि विभाग की टीम ने कम्पनी के दुकान एवं गोदाम में उपलब्ध सभी उर्वरकों पर विक्रय प्रतिबंध लगाते हुए जब्ती की कार्रवाई की। प्रोपराइटर श्री सुमित अग्रवाल की मौजूदगी में दुकान एवं गोदाम को सील कर दिया गया।इस कार्यवाही के दौरान अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री अम्ब्रोस टोप्पो, उर्वरक निरीक्षक श्री सोहन लाल भगत, श्रीमती श्वेता पटेल एवं श्री अजय बड़ा उपस्थित रहे। -
-20 वर्षीय युवती के ब्रेस्ट के बेनाइन फाइब्रो एपिथीलियल ट्यूमर की सफल सर्जरी
-ईस्ट अफ़्रीका के देश रवांडा की रहने वाली है मरीज-इससे पहले लाइटलेम्बा, क्रिसेंट (दक्षिण अफ्रीका) की युवती का हो चुका है सफल उपचाररायपुर । प्रदेश का सबसे बड़ा पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं इससे संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय लगातार अपनी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाओं से न केवल प्रदेश और देश बल्कि विदेशों से आए मरीजों का भी भरोसा जीत रहा है। अनुभवी डॉक्टरों की टीम एवं उपचार प्राप्त करने की सरलतम प्रक्रिया के कारण यह अस्पताल सर्वाधिक विश्वसनीय संस्थान के रूप में अपनी पहचान व्यापक स्तर पर दर्ज कर चुका है। इसी क्रम में हाल ही में अस्पताल के जनरल सर्जरी विभाग में रवांडा (ईस्ट अफ़्रीका) की 20 वर्षीय युवती के लेफ्ट ब्रेस्ट के बेनाइन फाइब्रो एपिथीलियल ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया गया। जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह के नेतृत्व में हुए इस ऑपरेशन की विशेषता यह रही कि ब्रेस्ट के ट्यूमर को निकालने के बाद मरीज के भावी जीवन, विशेषकर मातृत्व अवस्था पर इस सर्जरी का कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा।डॉ. मंजू सिंह के अनुसार वर्तमान में युवती पूरी तरह ठीक है और उसे अस्पताल से छुट्टी भी दी जा रही है। ऑपरेशन के संदर्भ में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि एक 20 वर्षीय विदेशी युवती लेफ्ट ब्रेस्ट में दर्द की समस्या के साथ अस्पताल के ब्रेस्ट क्लिनिक में आई थी। जहां पर जांच के बाद पता चला कि उसके ब्रेस्ट में बेनाइन फाइब्रो एपिथेलियल ट्यूमर है। मरीज की बायोप्सी हुई। उसके बाद ब्रेस्ट की कॉस्मेसिस (Cosmesis) मेंटेन करते हुए ऑपरेशन किया गया ।ब्रेस्ट के ट्यूमर एवं उसके आसपास के टिश्यू को हटाते हुए वाईड लोकल एक्सीजन किया गया। इस बात का ध्यान रखा गया कि ब्रेस्ट के शेप और साइज में कोई अंतर नहीं आये। साथ ही साथ सर्जरी के बाद निशान (scar) भी दिखाई नहीं दे।पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी के कहा है कि चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के लिए यह गर्व की बात है कि यहाँ न केवल देश बल्कि विदेश से भी मरीज उपचार हेतु आ रहे हैं और स्वस्थ होकर लौट रहे हैं। जनरल सर्जरी विभाग द्वारा युवती का सफल उपचार हमारी चिकित्सा टीम की दक्षता, निष्ठा और समर्पण का प्रमाण है। मैं पूरी टीम को इस सफलता के लिए बधाई देता हूँ और विश्वास दिलाता हूँ कि हमारा संस्थान आगे भी इसी तरह उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करता रहेगा।अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग की इन उपलब्धियों ने यह साबित कर दिया है कि सरकारी अस्पतालों की सेवाएँ न केवल सुलभ और किफायती हैं बल्कि उच्चस्तरीय गुणवत्तापरक भी हैं। यही कारण है कि अब विदेशी मरीज भी यहाँ उपचार के लिए आ रहे हैं।अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने जानकारी देते हुए कहा है कि अम्बेडकर अस्पताल के जनरल सर्जरी विभाग की ओपीडी में ब्रेस्ट क्लीनिक का संचालन नियमित तौर पर किया जा रहा है। यहां पर प्रतिमाह 300 से 400 ब्रेस्ट से संबंधित समस्याओं के केस महिला डॉक्टरों के द्वारा देखे जाते हैं। आवश्यकतानुसार जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन भी किया जाता है। वर्तमान में यहां जनरल सर्जरी विभाग में ब्रेस्ट की रीडक्शन सर्जरी भी की जा रही है जिसमें स्तनों के असामान्य आकार को ऑपरेशन के जरिए सामान्य स्थिति में लाया जाता है।मरीज का ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. मंजू सिंह के साथ डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. मनीष साहू, डॉ. कृतिका एवं डाॅ. तपिश, एनेस्थीसिया से डॉ. प्रतिभा शाह एवं डॉ. मंजुलता टंडन एवं अन्य शामिल रहे।गौरतलब है कि इससे पहले भी जनरल सर्जरी विभाग में दक्षिण अफ्रीका की एक युवती का सफल उपचार किया जा चुका है। - खरसिया के 29 एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन शालाओं में हुई शिक्षकों की व्यवस्थारायपुर/ वर्षों से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे रायगढ़ जिले के खरसिया विकासखंड की विद्यालयों में अब नई उम्मीद दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया ने न केवल एकल शिक्षकीय व शिक्षकविहीन विद्यालयों की दशा सुधरी है, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में ठोस पहल भी साबित हो रही है। प्राथमिक शाला धांगरपारा सरवानी, जहाँ लंबे समय से शिक्षक नहीं थे, अब दो शिक्षकों की तैनाती से बच्चों की पढ़ाई नए उत्साह के साथ शुरू हो चुकी है। इसी प्रकार खरसिया विकासखंड के 29 एकल शिक्षकीय शालाओं में भी शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है, जिससे इन स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था मजबूत हुई है।युक्तियुक्तकरण से सिर्फ प्राथमिक ही नहीं, बल्कि उच्च स्तरीय शिक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ हुई है। हाईस्कूल पामगढ़, छोटे मूड़पार और नगरपालिका कन्या हायर सेकेंडरी विद्यालय जो वर्षों से विषयवार शिक्षकों की कमी से जूझ रहे थे, अब व्याख्याता शिक्षकों की पदस्थापना से लाभान्वित हो रहे हैं। इससे विद्यालय के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ हो रही है। शासन की इस महत्वपूर्ण पहल से ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों के सैकड़ों विद्यालयों में आवश्यकता अनुरूप शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। इससे छात्र-शिक्षक अनुपात संतुलित हुआ है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और प्रत्येक विद्यार्थी को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इस पहल से दूरस्थ, आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता और शिक्षा की गुणवत्ता का नया संतुलन कायम हो रहा है। यह पहल न केवल खरसिया, बल्कि पूरे रायगढ़ जिले की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।युक्तियुक्तकरण के लिए पालकों एवं छात्रों ने शासन-प्रशासन के प्रति जताया आभारयुक्तियुक्तकरण से पालकों और विद्यार्थियों में उत्साह का माहौल। ग्राम कोलम चितवाही के पालकों का कहना है कि लंबे समय से जिस बदलाव की प्रतीक्षा थी, वह अब पूरी हो गई है। इससे बच्चों को न केवल नियमित शिक्षा मिल रही है, बल्कि बेहतर वातावरण और सुविधाएँ भी उपलब्ध हो रही है। पालक श्री महेश अगरिया ने बताया कि उनकी दो बालिकाएं है, वे दोनों ग्राम के शासकीय स्कूल में अध्ययन के लिए जाती है। पहले शिक्षक के कमी के कारण उनके दोनों बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही थी, लेकिन युक्तियुक्तकरण से स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना के फलस्वरूप उनकी बच्चियों की पढ़ाई में काफी सुधार आया है। वहीं बालिकाओं ने बताया कि स्कूल में शिक्षक के आ जाने से सभी कक्षाएं नियमित रूप से लग रही है और उन्हें विषयवार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है। उन्होंने स्कूल में बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए शासन-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
- रायपुर/ रायगढ़ निवासी बाबा साहू की कहानी सिर्फ एक घर को रोशन करने की नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जरिए आत्मनिर्भरता और हरित भविष्य की एक मिसाल है। अगस्त 2025 में बाबा साहू ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित करके इसकी शुरुआत की। बाबा साहू ने बताया कि सरकारी बैंक से उन्हें लोन की सुविधा आसानी से मिल गई और छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने कुछ ही दिनों में प्लांट का संचालन शुरू कर दिया। इस सरल और पारदर्शी प्रक्रिया ने योजना पर उनका भरोसा और भी मजबूत किया। आज उनके सोलर प्लांट से प्रतिदिन 20-25 यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जिससे उनके मासिक बिजली बिल में 80-90 प्रतिशत तक की भारी कमी आई है। बाबा साहू ने बताया कि सोलर प्लांट रख-रखाव बहुत कम है। वे बताते हैं कि यह योजना सिर्फ बिजली बिल कम करने का साधन नहीं है, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का एक सशक्त माध्यम भी है। बाबा साहू शहरवासियों से कहते हैं कि हर परिवार को अपनी छत को ऊर्जा उत्पादन का साधन बनाना चाहिए, ताकि वे न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बनें, बल्कि एक हरित और सशक्त भविष्य के निर्माण में भी योगदान दे सकें।
- रायपुर/ऊर्जा आत्मनिर्भरता और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई “पीएम सूर्य घर योजना” से प्रदेश के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। योजना के अंतर्गत घरों की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगने से अब लोग न केवल अपनी बिजली की जरूरतें पूरी कर रहे हैं, बल्कि ऊर्जा उत्पादक भी बन रहे हैं।मुंगेली जिले के विकासखण्ड पथरिया के सरगॉव ग्राम निवासी श्री लक्की पाड़े इसका उदाहरण बने हैं। उन्होंने योजना का लाभ उठाकर अपने घर पर 3 किलोवॉट का सोलर पैनल स्थापित किया। इससे उनका बिजली बिल शून्य हो गया। श्री पाड़े ने बताया कि पहले हर माह बिजली बिल की चिंता रहती थी, लेकिन अब सूरज की रोशनी से घर रोशन हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और प्रशासन का आभार व्यक्त किया।विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि योजना में उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार की ओर से 78 हजार रुपये और राज्य सरकार की ओर से 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके अलावा आसान किश्तों में बैंक फाइनेंस और कम ब्याज दर पर ऋण की सुविधा भी उपलब्ध है।योजना से न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत मिल रही है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिल रहा है। प्रदेश में इस योजना का तेजी से विस्तार हो रहा है और लोग ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
- राज्य सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी से उपभोक्ताओं को मिल रहा दोगुना फायदा, बिजली बिल में राहत और पर्यावरण संरक्षण की सौगातरायपुर/ पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से छत्तीसगढ़ के हितग्राही हो रहे लाभान्वितप्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल साबित हो रही है। इस योजना के अंतर्गत न केवल बिजली बिल में भारी बचत हो रही है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सब्सिडी के साथ अब राज्य सरकार द्वारा भी अतिरिक्त सब्सिडी दिए जाने से यह योजना आम उपभोक्ताओं के लिए और भी लाभप्रद सिद्ध हो रही है।योजना के अंतर्गत 5 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र सरकार द्वारा 78 हजार रुपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। इस पहल से आमजन के बिजली बिल लगभग शून्य हो रहे हैं और अतिरिक्त बिजली उत्पादन से आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो रहा है।सक्ती जिले के ग्राम पोरथा निवासी श्री कुलदीप कुमार राठौर ने अपने घर की छत पर 2 किलोवाट का सोलर पैनल स्थापित कराया। इसकी कुल लागत लगभग 1 लाख 40 हजार रुपए रही, जिसमें उन्हें केंद्र सरकार से 60 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई। श्री राठौर का कहना है कि राज्य सरकार की सब्सिडी मिलना उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत लाभप्रद है। अब उनके घर का बिजली बिल पहले की तुलना में काफी कम हो गया है, जिससे आर्थिक बोझ घटा है और वे बचत की राशि अन्य जरूरी कार्यों में उपयोग कर पा रहे हैं।इसी तरह महासमुंद जिले के पीटियाझर निवासी श्री महेश पाल, जो राज्य पुलिस विभाग में कार्यरत हैं, ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया। पिछले दो माह से उनका बिजली बिल शून्य हो गया है और उन्हें क्रेडिट यूनिट का भी लाभ मिल रहा है। श्री पाल का कहना है कि यह योजना न केवल आर्थिक रूप से राहत दे रही है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान करने का अवसर प्रदान कर रही है।प्रदेश में अब तक हजारों उपभोक्ता इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं। केवल महासमुंद जिले में ही 583 उपभोक्ता योजना का लाभ ले रहे हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना छत्तीसगढ़ में तेजी से लोकप्रिय हो रही है और बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़ रहे हैं।


























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