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- भिलाई नगर। कलेक्टर अभिजीत सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए तारामंडल बाल उद्यान में वूमेन फॉर ट्री योजना के अंतर्गत वृक्षारोपण किये हैं। साथ ही महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त राजीव कुमार पांडेय द्वारा भी पौधों का रोपण किया गया है। कलेक्टर द्वारा इस योजना के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई । यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना से नगरपालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 8000 से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है । 40 उद्यानों व स्थलों में कुल 12500 पौधों का रोपण किया जाना स्वीकृत है। महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से वृक्षारोपण सह संरक्षण की योजना से बेरोजगार महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। वूमेन फॉर ट्री स्कीम शहर की हरियाली बढ़ाते हुए पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ महिलाओं को रोजगार प्रदान करते हुए सशक्त करने की भी योजना है ।तत्पश्चात कलेक्टर नेहरू नगर पूर्व में निर्मित तारामंडल (प्लैनोटेरियम) का अवलोकन कर संचालन के संबंध में बारीकी से चर्चा किये। स्कूली बच्चों को तारामंडल में शैक्षणिक भ्रमण कराए जाने हेतु चर्चा किया गया है। साथ ही आम नागरिकों के भ्रमण हेतु प्रचार प्रसार की आवश्यकता के बारे में चर्चा किया गया है। जिला कलेक्टर द्वारा भिलाई में चल रहे हैं निर्माण कार्य सहित विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण भी किये हैं । वृक्षारोपण एवं अटल परिसर के निरीक्षण के दौरान आदरणीय महापौर नीरज पाल जी आयुक्त महोदय के साथ उपस्थित रहे ।नेहरू नगर पूर्व स्थित नेहरू प्लेनेटोरियम का निरीक्षण किए। वूमेन फॉर ट्री योजना अंतर्गत उद्यान में पौधारोपण किये । समीपस्थ अटल परिसर के निर्माणाधीन कार्य का अवलोकन किये । खुर्सीपार आई टी आई समीप गारमेंट फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है जिसका अवलोकन किया गया है। खुर्सीपार SLRM सेंटर का निरीक्षण कर खाद निर्माण व पृथकीकरण के कार्य की जानकारी प्राप्त किये । उसके बाद हुडको अंतर्गत निर्माणाधीन मंगल भवन का बारीकी से अवलोकन किए। निरीक्षण का सिलसिला इसके बाद भी आगे चलता रहा और इस कड़ी मेंग्राम सेमरिया स्थित निगम स्वामित्व की भूमि का अवलोकन किये और सीमांकन हेतु तहसीलदार को निर्देशित किये हैं। आगामी समय में सेमरिया में नगर निगम संबंधित बड़े योजना की तैयारी चल रही है । जिला कलेक्टर के द्वारा विभिन्न कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।भिलाई शहर को ग्रीन सिटी और क्लीन सिटी के नाम से जाना जाता है केंद्र सरकार की वूमेन फॉर ट्री योजना के तहत किए जा रहे हैं वृक्षारोपण और विशेष तौर पर महिलाओं के लिए चल रहे विकास कार्यों को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की बहुत जल्द भिलाई की तस्वीर एक नए रूप में देखने को मिलेगी।
- -मुख्यमंत्री श्री साय ने सीएम हाउस में गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाकर प्रदेशवासियों के कल्याण की प्रार्थना कीरायपुर / मुख्यमंत्री श्री साय ने आज चन्द्रग्रहण से पूर्व मुख्यमंत्री निवास में गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गौ-सेवा करने से उन्हें आत्मिक संतोष और नई ऊर्जा का अनुभव मिलता है।
- -कार्य की प्रगति देखी, अधिकारियों को शीघ्र पूर्ण करने दिए निर्देशरायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं भटगांव विधायक श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने भैयाथान विकासखंड की जीवनरेखा कही जाने वाली गोबरी नदी पर निर्माणाधीन अस्थायी रपटा पुल का आज स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य की प्रगति का विस्तार से जायजा लेते हुए लोक निर्माण सेतु विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण में तेजी लाई जाए और कार्य को हर हाल में शीघ्र पूरा किया जाए।निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने पुल निर्माण में लगे तकनीकी अमले और जिम्मेदार अधिकारियों से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि यह कार्य जनहित से जुड़ा हुआ है और इसकी प्राथमिकता सर्वोच्च स्तर पर है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।गौरतलब है कि भारी वर्षा के कारण दो माह पूर्व गोबरी नाला का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके चलते खुटरापारा, डबरीपारा, गंगोटी, बांसापारा सहित 10 से अधिक ग्राम पंचायतों के हजारों ग्रामीण आवागमन में कठिनाई का सामना कर रहे थे। रोजमर्रा की जरूरतें, बच्चों की शिक्षा और मरीजों की चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। ग्रामीणों को 20 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा था।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से भी चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया कि अस्थायी रपटा निर्माण शीघ्र ही पूर्ण होगा, जिससे आवागमन सामान्य हो जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि कार्य की गुणवत्ता और गति दोनों पर बराबर ध्यान दिया जाए।अस्थायी रपटा पुल के शीघ्र तैयार हो जाने से डुमरिया से गंगोटी मार्ग पर यातायात बहाल होगा और हजारों ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी।
- -बलौदाबाजार में महतारी सदन निर्माण का भूमिपूजन-24 लाख 70 हजार रूपये की लागत से बनेगा भवनरायपुर।, बलौदाबाजार जिले के ग्राम पंचायत रवान में महतारी सदन निर्माण कार्य का भूमिपूजन आज हर्षाेल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस भवन का निर्माण 24 लाख 70 हजार रूपए की लागत से किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार गांव-गांव में विकास की रोशनी फैला रही है और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी सदन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आकांक्षा जायसवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुमन योगेश वर्मा, उपाध्यक्ष श्रीमती शीतल घनश्याम वर्मा, रवान की सरपंच श्रीमती निकिता अक्षय भारती सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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कोरबा/ जिले में एक मेडिकल कॉलेज के छात्र ने फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हिमांशु कश्यप (24) का शव फंदे से लटका मिला। उन्होंने बताया कि आज सुबह जब हिमांशु परीक्षा में शामिल नहीं हुआ, तब उसके मित्रों ने उसकी खोजबीन शुरू की। उन्होंने कहा, ‘जब मित्रों ने कश्यप के कमरे का दरवाजा भीतर से बंद पाया, तो उन्होंने अन्य छात्रों को इसकी सूचना दी और बाद में कमरे का दरवाजा तोड़ा।'' अधिकारियों ने बताया कि अंदर हिमांशु फंदे से लटका मिला। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने तुरंत इसकी सूचना छात्रावास के अधिकारियों और अन्य लोगों को दी। बाद में पुलिस को भी सूचित किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिमांशु बिलासपुर का निवासी था और मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र था। वह वर्ष 2024 में प्रथम वर्ष की परीक्षा में असफल रहा था और इस वर्ष फिर से प्रथम वर्ष की परीक्षा दे रहा था। कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. के.के. सहारे ने बताया कि आशंका है कि परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के कारण हिमांशु ने यह कदम उठाया होगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में एक पत्र बरामद हुआ है, जिसमें लिखा था, ‘‘मुझसे नहीं हो पाया। ‘आई एम सॉरी' पापा।'' अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
- - स्थानीय उत्पादों को डिजिटल मंचों से जोड़कर राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर दिलाई जा सकती है पहचानराजनांदगांव । रेजिंग एण्ड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (आरएएमपी) योजना अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र राजनांदगांव द्वारा निजी होटल में ''एमएसएमई को ई-मार्केटप्लेस एवं डिजिटल मार्केटिंग से जोडऩे संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री सानू व्ही वर्गीस ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि उद्योग संचालनालय और सीएसआईडीसी रायपुर की पहल से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), महिला उद्यमियों, स्वसहायता समूहों (एसएचजी) एवं पारंपरिक कारीगरों को डिजिटल माध्यम से बाजार से जोडऩे के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों को डिजिटल मंचों से जोड़कर राष्ट्रीय एवं वैश्विक पहचान दिलाई जा सकती है।कार्यशाला में ई-कॉमर्स प्लेटफार्म (ओएनडीसी पार्टनर) से श्री अभिजीत रथ ने बी2सी हेतु विक्रेता पंजीकरण, उत्पाद सूचीकरण, प्रचार-प्रसार एवं डिलीवरी व्यवस्था की जानकारी दी। समहिता ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (ओएनडीसी पार्टनर) से श्री मोहित शर्मा ने उद्यमियों को बी2बी व बी2सी हेतु विक्रेता पंजीकरण से लेकर डिलीवरी व्यवस्था प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी। डिजीटल मार्केटिंग सत्र में इन्टेलीग्रेटर टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड रायपुर के निदेशक श्री मीमो प्रसाद ने इंडियामार्ट ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर विक्रेता पंजीकरण के साथ-साथ सोशल मीडिया एवं मोबाइल एप के माध्यम से कम लागत में उत्पादों की ब्रांडिंग व बिक्री बढ़ाने के सरल उपाय बताएं। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण तस्वीरें, आकर्षक विवरण एवं ग्राहकों से नियमित संवाद स्थानीय उत्पादों को वैश्विक ब्रांड बनाने में सहायक है। राज्य परियोजना कार्यान्वयन इकाई (एसपीआईयू) आरएएमपी योजना- सीएसआईडीसी रायपुर से डॉ. योगेश शर्मा ने राज्य में संचालित आरएएमपी योजना अंतर्गत उद्यमिता जागरूकता, निर्यात प्रशिक्षण, डिजिटल विपणन एवं वित्तीय पहुंच पर विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में महिला उद्यमी, समूह सदस्य, पारंपरिक कारीगर, स्थानीय एमएसएमई प्रतिनिधि शामिल हुए।
- राजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय राजनांदगांव परिसर में 12 करोड़ 5 लाख 92 हजार 500 रूपए की लागत के सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया। उल्लेखनीय है कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव परिसर में सीटी स्कैन मशीन लगने से जनसामान्य के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी। इस मशीन से मरीजों को त्वरित एवं सटीक जांच सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एवं स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए मॉडल का अवलोकन किया। जिसमें तुरंत ओपीडी के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन के संबंध में जानकारी दी गई। इसके साथ ही सीटी स्कैन मशीन, एक्स-रे मशीन, सोनोग्राफी मशीन, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं अन्य विभाग द्वारा रूचिकर मॉडल के माध्यम से नागरिकों को जानकारी प्रदान की गई।इस दौरान महापौर श्री मधुसूदन यादव, अध्यक्ष सीजीएमएससी श्री दीपक मस्के, पूर्व सांसद श्री अभिषेक सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक श्री सचिन बघेल, अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण साहू, श्री कोमल सिंह राजपूत, श्री खूबचंद पारख, श्री रमेश पटेल, पार्षद श्री कुलेश्वर धु्रव, पद्मश्री पुखराज बाफना, श्री भावेश बैद, संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, आईजी श्री अभिषेक शाण्डिल्य, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, डीन मेडिकल कॉलेज श्री डॉ. पंकज लुका, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल डॉ. अतुल देशकर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, चिकित्सा महाविद्यालय के डॉक्टर्स एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
- - 2 करोड़ 69 लाख 74 हजार रूपए की लागत से ट्रॉमा सेंटर का होगा निर्माण
- 28 लाख 22 हजार रूपए की लागत से भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 7 फीट आदमकद प्रतिमा की जाएगी स्थापित
राजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय राजनांदगांव परिसर में 2 करोड़ 69 लाख 74 हजार रूपए की लागत के ट्रॉमा सेंटर एवं 28 लाख 22 हजार रूपए की लागत से भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आदमकद प्रतिमा स्थापना के लिए भूमिपूजन किया। उल्लेखनीय है कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव परिसर में 28 लाख 22 हजार रूपए की लागत की भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 7 फीट आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय परिसर राजनांदगांव में 2 करोड़ 69 लाख 74 हजार की लागत से ट्रॉमा सेन्टर का निर्माण किया जाएगा। ट्रॉमा सेन्टर का निर्माण कार्य (दो तल) भू-तल एवं प्रथम तल में बनाया जाएगा। ट्रॉमा सेन्टर में 22 बिस्तर के वार्ड प्रावधानिक हैं। इस ट्रामा सेन्टर के भूतल में माईनर ओटी, आईसीयू, ईसीजी, यूसीजी एवं 2 ओपीडी कक्ष रहेगा। प्रथम तल में 2 ओटी, पोस्ट ऑपरेटिव एवं प्री-ऑपरेटिव कक्ष भी होगा। भूतल से प्रथम तल जाने के लिए लिफ्ट एवं रैम्प बनाया जाएगा।
इस दौरान महापौर श्री मधुसूदन यादव, अध्यक्ष सीजीएमएससी श्री दीपक मस्के, पूर्व सांसद श्री अभिषेक सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक श्री सचिन बघेल, अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण साहू, श्री कोमल सिंह राजपूत, श्री खूबचंद पारख, श्री रमेश पटेल, पार्षद श्री कुलेश्वर धु्रव, पद्मश्री पुखराज बाफना, श्री भावेश बैद, संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, आईजी श्री अभिषेक शाण्डिल्य, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, डीन मेडिकल कॉलेज श्री डॉ. पंकज लुका, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल डॉ. अतुल देशकर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, चिकित्सा महाविद्यालय के डॉक्टर्स एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
- विधानसभा अध्यक्ष ने सीटी स्कैन मशीन का किया लोकार्पण
- पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा एवं ट्रॉमा सेंटर स्थापना के लिए किया गया भूमिपूजन
-17 सितम्बर 2025 को एक दिवसीय मेगा स्वास्थ्य शिविर का होगा आयोजन
- विशेषज्ञ चिकित्सक जनसामान्य को देंगे चिकित्सा सेवाएं
- विधानसभा अध्यक्ष ने एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में लोगों को अधिक से अधिक शामिल होकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने की अपील की
- छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सुविधाओं का बनेगा हब, मेडिकल टूरिज्म के रूप में होगा विकसित
राजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय राजनांदगांव में सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण तथा पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आदमकद प्रतिमा एवं ट्रॉमा सेंटर स्थापना हेतु भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महापौर श्री मधुसूदन यादव एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि शासकीय मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव के लिए आज का दिन गौरवपूर्ण है तथा सीटी स्कैन मशीन मिलने से महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज को 30 करोड़ रूपए की लागत की एमआरआई मशीन मिलेगी, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी। वही 2 करोड़ 69 लाख रूपए के ट्रामा सेंटर का आज भूमिपूजन एवं पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आदमकद प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमिपूजन किया गया है। उन्होंने इसके लिए सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि निर्णय एवं क्रियान्वयन के लिए सभी के संयुक्त प्रयासों से यह सौगात मिली। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव में 17 सितम्बर 2025 को एक दिवसीय मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शासकीय एवं निजी हॅस्पिटल के रायपुर, दुर्ग, भिलाई से आए विशेषज्ञ चिकित्सक जनसामान्य को चिकित्सा सेवाएं देंगे। उन्होंने इस एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में लोगों को अधिक से अधिक शामिल होकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने की अपील की।
उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि राजनांदगांव जिले को एक अच्छी सौगात मिली है। सीटी स्कैन मशीन लगने के साथ ही ट्रामा सेंटर का शुभारंभ होने से जनसामान्य को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए उन्होंने सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कार्य करने का जुनून हो तो अच्छे कार्य होते है। उन्होंने बताया कि कबीरधाम जिले में भी मेडिकल कालेज का निर्माण किया जा रहा है।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हुई। उन्होंने राजनांदगांव मेडिकल कालेज को एम्स की तर्ज पर अपने मार्गदर्शन में निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में विशेष तौर पर कार्य कर रहे है। मुख्यमंत्री ने पांच मेडिकल कॉलेज कबीरधाम, जांजगीर-चापा, दन्तेवाड़ा एवं जशपुर में स्वीकृत किए है। जिसका शीघ्र ही शुभारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुपर मल्टीस्पेशिलिटी हास्टिल प्रारंभ किए जा रहे है तथा 17 जिलों में सीटी स्कैन मशीन एवं एमआरआई मशीन लगाई गई है। उन्होंने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव में 30 करोड़ रूपए की लागत से एमआरआई मशीन लगाया जाएगा। बस्तर क्षेत्र के दूरस्थ अंचलों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच रही है। नक्सलवाद की लड़ाई में घायल जवानों को त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है। नक्सलगढ़ में अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को आने वाले पीढ़ी मानस पटल में स्मरण रख सके इसके लिए आदमकद प्रतिमा का भूमिपूजन किया गया है। इसके साथ ही कैजुएल्टी को ध्यान में रखते हुए 2 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों के लिए 2 साल का बांड एक वर्ष कर दिया गया है। बांड के एग्रीमेंट की राशि 25 लाख रूपए है, जिसे कम करने या समाप्त करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिना मंत्री एवं समिति के अनुमोदन के मेडिकल कालेज के डीन 20 लाख रूपए तक की राशि स्वास्थ्य के लिए खर्च कर सकेंगे। वहीं संभागायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 2 करोड़ रूपए तक की राशि व्यय कर सकेंगे। मेडिकल कालेज की स्वायत्ता की दृष्टिकोण से यह निर्णय मील का पत्थर है। भारतरत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय में 1300 ओपीडी बढ़कर 2400 पहुंच गया है। जिसके दृष्टिगत 100 बिस्तर के हास्पिटल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योग एवं नेचुरोपैथी के 100 बिस्तर के हास्पिटल रायपुर में बनाया जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सकारात्मक दिशा में निरंतर मेहनत की जा रही है। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनेगा तथा मेडिकल टूरिज्म के रूप में विकसित होगा।
महापौर श्री मधुसूदन यादव ने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव को सीटी स्कैन मशीन की एक बड़ी सौगात मिली है। विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से 370 करोड़ रूपए की लागत से शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव का निर्माण हुआ है। अन्य जिलों के मरीजों को भी यहां स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी। विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से जिला चिकित्सालय में भी सीटी स्कैन मशीन का मिलना स्वास्थ्य के प्रति उनके समर्पण की भावना को दर्शाता है। सभी के संयुक्त प्रयासों से जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जा रहा है। सीजीएमएससी के अध्यक्ष श्री दीपक मस्के ने कहा कि शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव को सीटी स्कैन मशीन का मिलना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। चिकित्सा प्रणाली आधुनिक हुई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने चिकित्सा सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया है। निजी चिकित्सालयों से अधिक चिकित्सा सुविधाएं शासकीय क्षेत्र में होनी चाहिए, इस दृष्टिकोण से लगातार कार्य किया जा रहा है। डीन मेडिकल कालेज डॉ. पीएम लुका ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूरदर्शिता एवं प्रेरणादायी पहल के लिए सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित श्री सचिन बघेल, अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण साहू, श्री कोमल सिंह राजपूत, श्री रमेश पटेल, पद्मश्री पुखराज बाफना, पार्षद वार्ड नंंबर 20 श्री कुलेश्वर धु्रव, श्री भरत वर्मा, श्री सुमीत उपाध्याय, श्री भावेश बैद, सहित अन्य जनप्रतिनिधि, संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, आईजी श्री अभिषेक शांडिल्य, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रकाश टंडन, उप अधीक्षक डॉ. पवन जेठानी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन अधीक्षक शासकीय मेडिकल कालेज डॉ. अतुल देशकर ने किया। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष रेडियोलॉजी डॉ. अराधना टोप्पो ने किया। - - चंद्र ग्रहण में लाल रंग भी प्राकृतिक है ,खतरा नहीं,खगोलीय घटना के साक्षी बनें-अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना हैरायपुर । जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ और अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा है कि - प्रारंभ में यह माना जा रहा था कि चंद्रग्रहण राहू-केतू के चंद्रमा को निगलने से होता है, जिससे धीरे-धीरे विभिन्न अंधविश्वास व मान्यताएँ जुड़ती चली गईं, लेकिन बाद में विज्ञान ने यह सिद्ध किया कि चंद्रग्रहण पृथ्वी की छाया के कारण होता है। जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है तब उसका एक किनारा जिस पर छाया पडऩे लगती है काला होना शुरू हो जाता है जिसे स्पर्श कहते हैं। जब पूरा चंद्रमा छाया में आ जाता है तब पूर्णग्रहण हो जाता है। जब चंद्रमा का पहला किनारा दूसरी ओर छाया से बाहर निकलना शुरू होता है तो ग्रहण छूटना शुरू हो जाता है। जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया से बाहर आ जाता है तो ग्रहण समाप्त हो जाता है जिसे ग्रहण का मोक्ष कहते हैं।कुछ लोगों ने इस चंद्र ग्रहण के रंग को लेकर इसे खूनी चंद्र ग्रहण खा है और इसके दुष्प्रभाव की आशंका जाहिर की है पर यह सब आशंकाएं और भविष्यवाणियां सही नहीं हैं. वास्तव मेंचंद्र ग्रहण में पूर्णता के दौरान चंद्रमा का लाल रंग पृथ्वी के किनारे के चारों ओर वायुमंडल से होकर गुजरने वाले सूर्य के प्रकाश के कारण होता है। हमारा वायुमंडल सूर्य के प्रकाश की नीली किरणों को दूर कर देता है, और प्रकाश की लाल तरंगदैर्ध्य पृथ्वी की छाया में चली जाती है। आप सूर्यास्त से ठीक पहले भी इस प्रभाव को देख सकते हैं: उस समय, सूर्य का प्रकाश बहुत सारी हवा से होकर गुजर रहा होता है, नीली तरंगदैर्ध्य को बिखेर रहा होता है और लाल तरंगदैर्ध्य को छोड़ रहा होता है। चंद्र ग्रहण के बारे में सोचें, जो आपको उसी क्षण पृथ्वी के पूरे किनारे पर होने वाले सामूहिक सूर्योदय और सूर्यास्त का रंग दिखाता है।पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा का रंग एक चंद्रग्रहण से दूसरे चंद्रग्रहण में भिन्न हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि सूर्य की रोशनी जिस हवा से गुजर रही है वह धूल भरी, साफ या बादल वाली है। कभी-कभी पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान, चंद्रमा हल्का या गहरा लाल, नारंगी या यहां तक कि गहरा भूरा दिखाई दे सकता है। यह पूर्ण चंद्रग्रहण का अदभुत हिस्सा है . नवंबर 2021 और नवंबर 2022 में चंद्रग्रहण दोनों गहरे, ईंट जैसे लाल रंग के थे।डॉ दिनेश मिश्र ने कहा चंद्रग्रहण का कहीं कोई दुष्प्रभाव नहीं है, इसे लेकर तरह-तरह के भ्रम व अंधविश्वास हैं। लेकिन लोगों को इन अंधविश्वासों में नहीं पडऩा चाहिए तथा ग्रहण को देखा जा सकता है तथा वैज्ञानिक इसका अध्ययन भी करते हैं।भारत के महान खगोलविद् आर्यभट्ट ने आज से करीब 1500 वर्ष पहले 499 ईस्वी में यह सिद्ध कर दिया था कि चन्द्रग्रहण सिर्फ एक खगोलीय घटना है जो कि चन्द्रमा पर पृथ्वी की छाया पडऩे से होती है। उन्होंने अपने ग्रंथ आर्यभट्टीय के गोलाध्याय में इस बात का वर्णन किया है। इसके बाद भी चन्द्रग्रहण की प्रक्रिया को लेकर विभिन्न भ्रम एवं अंधविश्वास कायम है।डॉ. मिश्र ने कहा यह एक खगोलीय घटना है। सभी नागरिकों को इसे बिना किसी डर या संशय के देखना चाहिए। चंद्रग्रहण देखना पूर्णत: सुरक्षित है।डॉ. मिश्र ने कहा जब चंद्रग्रहण होने वाला होता है तब विभिन्न भविष्यवाणियाँ सामने आने लगती हैं जिससे आम लोग संशय में पड़ जाते हैं जबकि चंद्रग्रहण में खाने-पीने, बाहर निकलने की बंदिशों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ग्रहण से खाद्य वस्तुएँ अशुद्ध नहीं होती तथा उनका सेवन करना उतना ही सुरक्षित है जितना किसी सामान्य दिन या रात में भोजन करना। इस धारणा का भी कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे शिशु के लिए चंद्रग्रहण हानिकारक होता है तथा ग्रहण की वजह से स्नान करना कोई जरूरी नहीं है अर्थात् इस प्रकार की आवश्यकता का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है तथा ग्रहण का अलग-अलग व्यक्तियों पर भिन्न प्रभाव पडऩे की मान्यता भी काल्पनिक है। यह सब बातें केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी पुस्तिका में भी दर्शायी गयी है।डॉ. दिनेश मिश्रनेत्र विशेषज्ञअध्यक्ष, अंधश्रद्धा निर्मूलन समितिनयापारा, फूल चौक, रायपुर (छत्तीसगढ़)
- -केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव सहित अनेक मंत्रीगण अंतिम यात्रा में हुए शामिलरायपुर। मदकू द्वीप क्षेत्र के विकास के शिल्पी और छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांत प्रचारक स्वर्गीय श्री शांताराम को केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव सहित अनेक मंत्रीगणों एवं जनप्रतिनिधियों ने मदकू द्वीप पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शांताराम जी का निधन न केवल श्री मदकू द्वीप बल्कि पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी स्मृतियाँ और आदर्श, भावी पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरू खुशवंत साहेब, पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, छ.ग. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सलीम राज, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, पूर्व विधायक श्री गौरी शंकर अग्रवाल, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, क्रेडा के अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सवन्नी, पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा, प्रांतीय संघ संचालक श्री टोपलाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और अंतिम यात्रा में शामिल हुए।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांत प्रचारक 94 वर्षीय स्वर्गीय श्री शांताराम भारतीय स्टेट बैंक में प्रबंधक के पद को त्याग कर हिंदू समाज के उत्थान हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बने। संघ में रहते हुए उन्होंने जिला, विभाग, प्रांत प्रचारक और क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 1990 में उन्होंने श्री हरिहर क्षेत्र मदकू द्वीप को विकसित करने का मिशन अपने हाथ में लिया। उनके अथक प्रयासों से मदकू द्वीप धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से पुनर्जीवित हुआ तथा श्रद्धालुओं और शोधकर्ताओं का प्रमुख केंद्र बना।उन्होंने बैतलपुर की कुष्ठ बस्ती चंदरपुर में शिव मंदिर निर्माण, चिकित्सा सेवाएँ और सामाजिक कार्यों के साथ-साथ नवागढ़ के शमी गणेश मंदिर के पुनर्निर्माण में भी योगदान दिया। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार आज प्रातः 08 से 10 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रायपुर स्थित जागृति मंडल में अंतिम दर्शन हेतु रखा गया। तत्पश्चात मध्याह्न 01 बजे श्री हरिहर क्षेत्र मदकू में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
- -श्रद्धेय शांताराम जी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर किया नमनरायपुर // मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित जागृति मंडल, पंडरी पहुँचकर छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांत प्रचारक श्रद्धेय श्री शांताराम जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री साय ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्रद्धेय शांताराम जी संघ के वरिष्ठ प्रचारक थे और उनका मेरे साथ गहरा आत्मीय संबंध रहा है। वे सदैव अभिभावक के समान स्नेह और मार्गदर्शन प्रदान करते रहे। उनका निधन संघ परिवार, समाज और प्रदेश के लिए ही नहीं, बल्कि मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। मुख्यमंत्री श्री साय ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा सभी शुभचिंतकों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने श्रद्धेय शांताराम जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे हमारे लिए पिता तुल्य थे। उन्होंने मदकूदीप को पुनर्जीवित कर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपनी विनम्रता तथा जीवन मूल्यों से सभी के आदर्श बने। संघ के वरिष्ठ प्रचारक के रूप में उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता और स्वयंसेवकों को परिवार मानकर निरंतर मार्गदर्शन किया। मुख्यमंत्री रहते हुए भी मुझे उनका स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा। उनके निधन से पूरा प्रदेश शोकाकुल है।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री टंकराम वर्मा, श्री गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, राजनांदगांव सांसद श्री संतोष पांडे, विधायक सर्वश्री अनुज शर्मा एवं मोतीलाल साहू, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत छाबड़ा, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा, कृषि कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं आमजन उपस्थित थे।
- -छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर में 65 करोड़ की लागत से बनेगा छात्रावास : मुख्यमंत्री श्री साय-बस्तर–सरगुजा सहित दूरस्थ अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर सरकार का फोकस-कैंसर के शोध, रोकथाम और इलाज में उपयोगी साबित होगी एरोकॉन 2025 संगोष्ठीरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता का स्वास्थ्य राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में वित्तीय संसाधन कभी बाधा नहीं बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सभागार में ‘एरोकॉन 2025’ छत्तीसगढ़–मध्यप्रदेश चैप्टर के दो दिवसीय आयोजन का शुभारंभ कर विशेषज्ञों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज रायपुर के छात्रों के लिए 65 करोड़ रुपये की लागत से नए छात्रावास निर्माण की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हजारों मरीज आज विशेषज्ञ चिकित्सकों के परिश्रम और नवीनतम चिकित्सा पद्धतियों के कारण संजीवनी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो दशकों में कैंसर की प्रारंभिक पहचान और उपचार के क्षेत्र में हुए शोध से भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रत्येक जिले में कैंसर डे-केयर सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं और छत्तीसगढ़ भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत प्रदेश में अनेक मरीजों का इलाज संभव हुआ है। जीएसटी में कैंसर की दवाइयों और उपकरणों को सस्ता किए जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। श्री साय ने बताया कि राज्य के अस्पतालों में कैंसर उपचार के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं और आज ही एम्स रायपुर में रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का शुभारंभ किया जा रहा है, जो यह प्रमाणित करता है कि सरकारी अस्पताल नवीनतम तकनीक अपनाने में अग्रणी हैं। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कैंसर की पहचान में बेहद उपयोगी सिद्ध हो रही है और राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में इसे तेजी से शामिल कर रही है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार लगातार स्वास्थ्य बजट में वृद्धि कर रही है और नये मेडिकल कॉलेज खोल रही है। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की क्षमता वाली मेडिसिटी का निर्माण किया जा रहा है। बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार हर विकल्प पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि सरगुजा, धरमजयगढ़ और बस्तर में नये अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एरोकॉन 2025 संगोष्ठी कैंसर की रोकथाम और उपचार की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एरोकॉन 2025 के सातवें आयोजन में कैंसर उपचार से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एक मंच पर आए हैं। इससे इस बीमारी के इलाज में नये आयाम खुलेंगे। उन्होंने कहा कि रायपुर स्थित मेकाहारा अस्पताल न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि मध्यभारत के अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भी प्रमुख उपचार केंद्र है। भविष्य में अत्याधुनिक तकनीकों और मशीनों के माध्यम से यहां चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज रायपुर राज्य का सबसे बड़ा कैंसर सेंटर है, जहाँ आधुनिकतम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि आने वाले समय में प्रदेश में छह फिजियोथेरेपी कॉलेज स्थापित होंगे, बस्तर और सरगुजा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रारंभ होंगे, मानसिक रोगियों के लिए पृथक चिकित्सालय और नेचुरोपैथी कॉलेज खोले जाएंगे। मेकाहारा में 232 करोड़ रुपये की लागत से 700 बिस्तरों की वृद्धि की जाएगी तथा रोबोटिक सर्जरी और आईवीएफ सेंटर जैसी नवीनतम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, मेडिकल कॉलेज रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. पात्रा, विशेषज्ञ चिकित्सकगण, विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- -प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना से रोशनी और राहतरायपुर / प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को प्रदेश सरकार के प्रत्यक्ष सहयोग से दोगुना लाभ मिल रहा है। डबल सब्सिडी और हाफ बिजली से मुफ्त बिजली की ओर छत्तीसगढ़ का संकल्प अब साकार होने लगा है। इस योजना से न केवल बिजली का खर्च कम होगा, बल्कि आम नागरिकों के लिए अतिरिक्त आय का साधन भी उपलब्ध होगा।आवासीय मकानों की छतों पर सौर पैनल स्थापित कर स्वच्छ, किफायती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराना इस योजना का उद्देश्य है। वर्ष 2024 में घोषणा के बाद यह योजना देशभर में लागू की गई और अब छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इसमें अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित की है। पूर्व में केंद्र सरकार द्वारा 60 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही थी। राज्य सरकार की भागीदारी से यह राहत और बढ़ गई है। उदाहरणस्वरूप, 3 किलोवाट क्षमता के सौर पैनल की कुल लागत लगभग 1.50 लाख रुपये होती है। डबल सब्सिडी के पश्चात उपभोक्ताओं को अब केवल 30 से 40 हजार रुपये का व्यय करना होगा।योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को बैंकों से 6.5 प्रतिशत ब्याज दर पर 10 वर्षों के लिए ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे मासिक ईएमआई इतनी किफायती होगी कि यह मौजूदा बिजली बिल से भी कम साबित होगी। कुछ वर्षों पश्चात उपभोक्ता को जीवनभर मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। घर में आवश्यकता से अधिक उत्पादित बिजली राज्य की वितरण कंपनियों को ग्रिड के माध्यम से बेची जा सकेगी। यह व्यवस्था विशेषकर ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त आय एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता का साधन बन रही है।यह योजना केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी लाभकारी है। प्रत्येक घर “ग्रीन एनर्जी हब” के रूप में विकसित हो रहा है तथा कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है, वहां सौर ऊर्जा के माध्यम से निर्बाध एवं स्वच्छ बिजली उपलब्ध होगी। साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए तकनीकी, इंस्टॉलेशन एवं रखरखाव कार्यों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।प्रदेश सरकार का नारा है -हाफ बिजली से मुफ्त बिजली की ओर छत्तीसगढ़। इसका आशय यह है कि पहले जितनी राशि बिजली बिल के रूप में चुकानी पड़ती थी, अब उसी राशि से सौर पैनल स्थापित कर जीवनभर मुफ्त बिजली प्राप्त की जा सकती है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए नागरिक https://pmsuryaghar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। निरीक्षण एवं इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात सब्सिडी की राशि सीधे उपभोक्ता के खाते में जमा कर दी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी जानकारी की कमी, डिजिटल आवेदन की जटिलता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु पंचायत स्तर पर सहायता केंद्र एवं फील्ड सपोर्ट टीम गठित करने की तैयारी की जा रही है।डबल सब्सिडी, किफायती ऋण, अतिरिक्त आय और पर्यावरण संरक्षण जैसे बहुआयामी लाभों के साथ यह योजना छत्तीसगढ़ को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जागरूकता और जनभागीदारी से ही हर घर सौर -हर घर रोशन का सपना पूर्ण रूप से साकार हो सकेगा।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर के टाटीबंध स्थित एम्स रायपुर में भर्ती सुरजपुर जिले के श्री विशंभर यादव से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री श्री साय ने चिकित्सकों से श्री विशंभर यादव के स्वास्थ्य की जानकारी ली और बेहतर इलाज के लिए आवश्यक दिशानिर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने एम्स रायपुर में श्री नीलू गुप्ता का भी हाल-चाल जाना। मुख्यमंत्री श्री साय को श्री नीलू गुप्ता ने बताया कि वे और श्री विशंभर यादव एक साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री विशंभर यादव और श्री नीलू गुप्ता को इलाज के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने श्री विशंभर यादव की धर्मपत्नी श्रीमती उषा यादव से भी बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि इलाज के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल उपस्थित थे।
- रायपुर । छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा अपनी रजत जयंती समारोह के उपलक्ष्य में उच्च न्यायालय के बेंच और बार के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंधों को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से आज 6 सितम्बर को एक मैत्रीपूर्ण टेनिस बॉल क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। यह मुकाबला माननीय न्यायाधीशगण इलेवन और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों के बीच शनिवार को बहतराई इंडोर स्टेडियम बिलासपुर में आयोजित किया गया।मुख्य न्यायाधीश छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के माननीय श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा सकारात्मक एवं दूरदर्शिता पूर्ण दृष्टिकोण के साथ बार एवं बेंच के रिश्ते को और मजबूत एवं बेहतर बनाने के उद्देश्य से उपरोक्त मैच के आयोजन हेतु निर्देशित किया गया था। मैच के दौरान सर्वप्रथम माननीय श्री मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा के द्वारा उभय पक्ष के खिलाड़ियों से औपचारिक परिचय लिया गया। न्यायाधीश इलेवन के द्वारा टॉस जीतने के पश्चात् पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया तथा पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 215 रन बनाकर जीत के लिये 216 रन का लक्ष्य उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ को दिया। जिसके जवाब में उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ कुल 111 रन बनाकर आउट हो गए। इस प्रकार मैच की विजेता टीम न्यायाधीश इलेवन रही ।न्यायाधीश इलेवन की ओर से बैटिंग करते हुए माननीय श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा मुख्य न्यायाधीश छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने अपनी पारी में 08 बॉल में 28 रन बनाकर रंग जमा दिए तथा बॉलिंग के दौरान भी उच्च स्तरीय खेल का प्रदर्शन करते हुए 06 विकेट प्राप्त किए। माननीय मुख्य न्यायाधीश के हरफनमौला प्रदर्शन के आधार पर उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। इसी प्रकार 16 बॉल में 49 रन बनाने पर माननीय श्री न्यायाधीश राकेश मोहन पाण्डेय को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ के खिताब से नवाजा गया। बेस्ट फील्डर का खिताब, माननीय श्री न्यायाधीश रविन्द्र अग्रवाल को दिया गया, जिन्होंने विकेटकीपिंग करते हुए दो कैच पकड़े थे। बेस्ट बॉलर का खिताब माननीय श्री न्यायाधीश सचिन सिंह राजपूत एवं माननीय श्री न्यायाधीश अरविन्द वर्मा को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त न्यायाधीश इलेवन की ओर से माननीय श्री न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार व्यास, माननीय श्री न्यायाधीश नरेश कुमार चन्द्रवंशी, माननीय श्री न्यायाधीश दीपक कुमार तिवारी, माननीय श्री न्यायाधीश संजय कुमार जायसवाल, माननीय श्री न्यायाधीश वी.डी. गुरु, माननीय श्री न्यायाधीश अमितेन्द्र किशोर प्रसाद के द्वारा शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया गया। न्यायाधीश इलेवन को विजेता ट्राफी माननीय श्रीमती न्यायाधीश रजनी दूबे के द्वारा प्रदान किया गया एवं मैन ऑफ दी मैच ट्राफी माननीय श्री न्यायाधीश संजय के. अग्रवाल एवं माननीय श्री न्यायाधीश पार्थ प्रतीम साहू के द्वारा प्रदान किया गया।इसी प्रकार अधिवक्ता इलेवन की ओर से बेहतरीन प्रदर्शन कर 02 विकेट प्राप्त कर एवं अच्छा क्षेत्र रक्षण करने पर कप्तान श्री वरूण मिश्रा को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त अधिवक्ता इलेवन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सुनील ओटवानी एवं श्री मतीन सिद्दकी, श्री गौतम खेत्रपाल एवं अन्य के द्वारा मैत्री मैच में उत्कृष्ट खेल भावना प्रकट करते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया गया।मैच के समापन समारोह में माननीय श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा मुख्य न्यायाधीश के द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि मैत्री मैच में जीत-हार का कोई मायने नहीं होता है। दोनों ही पक्ष विजेता होते हैं। मैत्री मैच का आयोजन बार एवं बेंच के संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ बेहतर तालमेल एवं आपसी समझ स्थापित करता है। मैत्री मैच मनोरंजन एवं आनंद का एक अच्छा स्रोत है जिससे शरीर व मन दोनो को लाभ प्राप्त होता है। मैच सद्भावनापूर्ण एवं रोमांचक रहा, जिसके लिए दोनों ही पक्ष बधाई के पात्र हैं।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के समस्त माननीय न्यायाधीशगण एवं उनके पारिवारिक सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, रजिस्ट्रार जनरल एवं रजिस्ट्री के अधिकारीगण, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारीगण, उच्च न्यायालय के कर्मचारीगण की उपस्थिति रही।
- छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर में 65 करोड़ की लागत से बनेगा छात्रावास : मुख्यमंत्री श्री सायबस्तर–सरगुजा सहित दूरस्थ अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर सरकार का फोकसकैंसर के शोध, रोकथाम और इलाज में उपयोगी साबित होगी एरोकॉन 2025 संगोष्ठीरायपुर/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता का स्वास्थ्य राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में वित्तीय संसाधन कभी बाधा नहीं बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सभागार में ‘एरोकॉन 2025’ छत्तीसगढ़–मध्यप्रदेश चैप्टर के दो दिवसीय आयोजन का शुभारंभ कर विशेषज्ञों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज रायपुर के छात्रों के लिए 65 करोड़ रुपये की लागत से नए छात्रावास निर्माण की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हजारों मरीज आज विशेषज्ञ चिकित्सकों के परिश्रम और नवीनतम चिकित्सा पद्धतियों के कारण संजीवनी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो दशकों में कैंसर की प्रारंभिक पहचान और उपचार के क्षेत्र में हुए शोध से भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रत्येक जिले में कैंसर डे-केयर सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं और छत्तीसगढ़ भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत प्रदेश में अनेक मरीजों का इलाज संभव हुआ है। जीएसटी में कैंसर की दवाइयों और उपकरणों को सस्ता किए जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। श्री साय ने बताया कि राज्य के अस्पतालों में कैंसर उपचार के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं और आज ही एम्स रायपुर में रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का शुभारंभ किया जा रहा है, जो यह प्रमाणित करता है कि सरकारी अस्पताल नवीनतम तकनीक अपनाने में अग्रणी हैं। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कैंसर की पहचान में बेहद उपयोगी सिद्ध हो रही है और राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में इसे तेजी से शामिल कर रही है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार लगातार स्वास्थ्य बजट में वृद्धि कर रही है और नये मेडिकल कॉलेज खोल रही है। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की क्षमता वाली मेडिसिटी का निर्माण किया जा रहा है। बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार हर विकल्प पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि सरगुजा, धरमजयगढ़ और बस्तर में नये अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एरोकॉन 2025 संगोष्ठी कैंसर की रोकथाम और उपचार की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एरोकॉन 2025 के सातवें आयोजन में कैंसर उपचार से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एक मंच पर आए हैं। इससे इस बीमारी के इलाज में नये आयाम खुलेंगे। उन्होंने कहा कि रायपुर स्थित मेकाहारा अस्पताल न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि मध्यभारत के अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भी प्रमुख उपचार केंद्र है। भविष्य में अत्याधुनिक तकनीकों और मशीनों के माध्यम से यहां चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज रायपुर राज्य का सबसे बड़ा कैंसर सेंटर है, जहाँ आधुनिकतम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि आने वाले समय में प्रदेश में छह फिजियोथेरेपी कॉलेज स्थापित होंगे, बस्तर और सरगुजा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रारंभ होंगे, मानसिक रोगियों के लिए पृथक चिकित्सालय और नेचुरोपैथी कॉलेज खोले जाएंगे। मेकाहारा में 232 करोड़ रुपये की लागत से 700 बिस्तरों की वृद्धि की जाएगी तथा रोबोटिक सर्जरी और आईवीएफ सेंटर जैसी नवीनतम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, मेडिकल कॉलेज रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. पात्रा, विशेषज्ञ चिकित्सकगण, विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
- बिलासपुर/एकीकृत बाल विकास परियोजना बिलासपुर शहरी अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 258 वायरलेस कॉलोनी तारबहार, 225 सोनकर मोहल्ला दयालबंद, 170 नयापारा गणेशनगर, 154 संजय नगर चांटीडीह में सहायिका पद के लिए प्राप्त आवेदनों के जांच उपरांत अनंतिम मूल्यांकन पत्रक तैयार कर जारी कर दिये गये। जिसके विरूद्ध दावा आपत्ति 8 सितंबर से 17 सितम्बर 2025 तक एकीकृत बाल विकास परियोजना बिलासपुर शहरी में कार्यालयीन समय में प्रस्तुत किये जा सकते है। निर्धारित तिथि व समय उपरांत प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
- रायपुर/ छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 952.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1329.0 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 461.7 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 810.7 मि.मी., बलौदाबाजार में 702.0 मि.मी., गरियाबंद में 786.0 मि.मी., महासमुंद में 695.9 मि.मी. और धमतरी में 839.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 988.5 मि.मी., मुंगेली में 966.2 मि.मी., रायगढ़ में 1165.8 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 809.9 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1156.2 मि.मी., सक्ती में 1049.8 मि.मी., कोरबा में 1003.4 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 908.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 742.9 मि.मी., कबीरधाम में 672.0 मि.मी., राजनांदगांव में 830.8 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1170.9 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 690.0 मि.मी. और बालोद में 1013.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 679.8 मि.मी., सूरजपुर में 1006.0 मि.मी., जशपुर में 930.1 मि.मी., कोरिया में 1059.2 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 956.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1317.4 मि.मी., कोंडागांव जिले में 868.9 मि.मी., कांकेर में 1078.9 मि.मी., नारायणपुर में 1143.6 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1286.0 मि.मी., सुकमा में 1021.8 मि.मी. और बीजापुर में 1288.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- 0- पर्यटन केन्द्र बनने से क्षेत्र के स्व-सहायता समूह के महिलाओं को मिलेगा स्वरोजगार0- बाईक एवं पैदल चलकर वनमंत्री पहुंचे कच्चापाल के जलप्रपातरायपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने शुक्रवार को नारायणपुर जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान बाईक एवं पैदल चलकर कच्चापाल के जलप्रपात पहुंचकर अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के जंगल, पहाड़ और झरने यहां की पहचान हैं। यदि इन्हें सुनियोजित ढंग से विकसित किया जाए तो नारायणपुर जिले का नाम पर्यटन के मानचित्र पर और अधिक रोशन होगा। कच्चापाल जलप्रपात को हम प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की श्रेणी में शामिल करने की दिशा में कार्य करेंगे।अबूझमाड़ की गोद में बसा प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर कच्चापाल जलप्रपात अब जिले के पर्यटन मानचित्र पर नया आकर्षण का केन्द्र बनने जा रहा है। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ शासन के वन मंत्री ने यहां पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कच्चापाल वाटरफॉल का मनोहारी दृश्य, पहाड़, नदी-नाले और चारों ओर फैली हरियाली पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्थानीय ग्रामसभा को शामिल करते हुए पर्यटन विकास की ठोस रूपरेखा तैयार की जाए। साथ ही, आसपास के क्षेत्रों में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार की पहल की जाए, जिससे विशेषकर महिलाओं को आजीविका का नया अवसर मिल सकें।विवेकान्द आश्रम कच्चापाल में पहुंचकर वन मंत्री ने शिक्षक दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। बच्चों के द्वारा संगीतमय स्वागत गीत के साथ वन मंत्री श्री कश्यप का स्वागत किया गया। इस अवसर उन्होंने बच्चों से कहा की अपने प्रथम गुरू माता-पिता के बताए रास्ते पर चलकर अपने भविष्य को गढ़ने का कार्य करें, जिससे भविष्य में अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता है। गुरूजन मोमबत्ती के समान होते है जो जल कर दुसरे को प्रकाश देते है। इस प्रकार गुरूजनों से विद्यार्जन ग्रहण कर अपने भविष्य को सुखमय बनाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। गुरूजनों की मांग पर वादयंत्र एवं माईक सेट प्रदाय करने का घोषणा किया।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, एसडीएम अभयजीत मंडावी सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन मौजूद थे।
- 0- कारीगरों को मिलेगा नया बाजार, प्रदेश में बनेगा शिल्प ग्राम और शिल्प नगरी0- ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक : छोटे उद्योगों से बड़े रोजगार की ओर कदमरायपुर। ग्रामोद्योग, स्कूल शिक्षा एवं विधि विधायी विभाग के मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने शुक्रवार को यहां न्यू सर्किट हाउस रायपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल में ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभाग के अंतर्गत रेशम, हथकरघा, खादी, हस्तशिल्प एवं माटीकला बोर्ड की कार्यप्रगति का विस्तार से आकलन किया गया। मंत्री श्री यादव ने बताया कि राज्य में लगभग 3.15 लाख हितग्राही ग्रामोद्योग के विभिन्न कुटीर उद्योगों से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों और विकासखंडों में रीपा (RIPA) भवनों में ग्रामोद्योग की गतिविधियाँ संचालित कर अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए।बैठक में निर्णय लिया गया कि दोना–पत्तल, कांसा, गोबर से जैविक खाद, पपीता से गुलकंद, फर्नीचर जैसे छोटे उद्योगों की स्थापना कर हितग्राहियों को वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।इसके अलावा राज्य शासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि शासकीय विभागों में केवल राज्य के बुनकरों और कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्री की ही आपूर्ति हो। साथ ही रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में शिल्प ग्राम एवं शिल्प नगरी के निर्माण की कार्ययोजना बनाई जाएगी, ताकि कारीगरों को बेहतर विपणन सुविधा मिले और राज्य की शिल्पकला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा सके।बैठक में सचिव सह संचालक ग्रामोद्योग श्री श्याम धावड़े, प्रबंध संचालक हस्तशिल्प एवं माटीकला बोर्ड श्री जे. पी. मौर्य, उप सचिव श्री अर्न मरकाम, अपर संचालक रेशम डॉ. राजेश बघेल, संयुक्त संचालक हथकरघा श्री अ. अयाज़ सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
- रायपुर. सीजीएमएससीएल क्वालिटी कन्ट्रोल के प्रति जीरो टॉलरेंस के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है I इसके तहत दवा गोदामों से स्वास्थ्य संस्थानों को दवा प्रदाय करने के पूर्व सप्लायर द्वारा आपूर्ति की गयी सभी बैचेस के रैंडम सैंपल को NABL मान्यता प्राप्त लैब्स से गुणवत्ता परीक्षण कराया जाता हैI जिससे स्वास्थ्य संस्थानों में केवल टेस्ट में पास होने वाली दवाओं का वितरण सुनिश्चित होIउपरोक्त प्रक्रिया के तहत मेसर्स एफ़ी पैरेंटेरल्स द्वारा वेयर हाउस में सप्लाई किये गए अल्बेंडाजोल टेबलेट्स IP 400 mg (ड्रग कोड – D12) के बैचेस PGT25451, PGT25450, PGT25480, PGT25229 को अस्पतालों में भेजने से पहले राज्य औषधि परीक्षण एवं अनुसंधान प्रयोगशाला, रायपुर में जांच कराई गयी । जांच में यह बैचेस फेल पाए गए I अतः क्वालिटी के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए सम्बंधित फर्म को ब्लैकलिस्ट किये जाने हेतु शो कॉज नोटिस जारी किया गया है I साथ ही सम्बंधित फर्म को दवा गोदामों से ही टेस्ट में फैल बैचेस की सम्पूर्ण दवा को वापस लेने का निर्देश दिया गया है ।इन बैचेस के अतिरकित इस फर्म द्वारा पूर्व में अल्बेंडाजोल टेबलेट्स IP 400 mg के 14 बैचेस की आपूर्ति की गयी थी जिन्हे NABL टेस्ट रिपोर्ट्स में पास होने के उपरांत स्वास्थ्य संस्थाओं को वितरित किया गया थाIनागरिकों को सर्वोच्च क्वालिटी दवाएं ही उपलब्ध हो इसको सुनिश्चित करने के लिए पूर्व में वितरित बैचेस से भी एक बार पुनः रैंडम सैंपलिंग कर परीक्षण किये जाने का भी निर्णय लिया गया है I इस हेतु उन बैचेस को टेम्पोरेरी होल्ड पर रखने का निर्देश दिया गया है I CGMSC द्वारा दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आगे भी लगातार कार्यवाहियां की जाएँगी
- 0- शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित0- 1 करोड़ 25 लाख रुपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजनरायपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप शुक्रवार को नारायणपुर जिले में आयोजित मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह एवं छत्तीसगढ़ रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। वन मंत्री श्री कश्यप ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एजी आडोटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षकों को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा की डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस 5 सितम्बर के अवसर पर पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। गुरूजनों के आदर्शाे का सम्मान करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलकर भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए हमें कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाने के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिससे अपने भविष्य को सफल एवं उज्जवल बनाने के लिए प्राथमिक शालाओं के गुरूजनों के द्वारा बच्चों के भविष्य को बनाने के शिक्षा दी जाती है।उनके शिक्षा को जो बच्चे ग्रहण करते है वे अपने जीवन में सफलता हासिल करते है और अपने मंजील तक पहुंचने में कमयाब होते है। उन्होंने ने कहा कि जिला बने 18 वर्ष हो चुका है अभी और कार्य करने की आवश्यकता है, जिससे हमारे जिले को विकसित जिला बनाने में जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की सहयोगार्थ भावना से कार्य करने की आवश्यकता है। हमारे देश में गुरू परमपरा का देश है, शिक्षक बिना स्वार्थ अपने दयित्वो का निर्वहन करते हुए बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर समाज को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते है गुरू के बिना जीवन ही अधूरे होती है। उन्होंने ताइक्वाण्डो, मलखम्ब एवं स्केटिंग के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने जिले के प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के 04 विद्यालय जो विभिन्न कारणों से बंद थे, इनका नियद नेल्लनार योजना के तहत् इस वर्ष से पुनः संचालन प्रारंभ किया गया है। जिले मे युक्तियुक्तकरण के पश्चात् 66 शासकीय शालाओ में विषयवार शिक्षको की कमी को पूर्ण करने हेतु 140 अतिथि शिक्षको की स्वीकृति डी.एम.एफ. मद से प्रदान की गई है। जिले में शिक्षा की मुख्य धारा से वंचित बच्चों के लिए ’’स्कूल केइन्ता अभियान’’ के तहत् 24 हजार 701 परिवारों का सर्वे कराया गया है, जिसमें 1 हजार 47 शाला त्यागी एवं 1 हजार 295 शाला अप्रवेषी बच्चों को पुनः शाला में प्रवेश दिलाकर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा हैं। जिले के 84 विद्युत विहिन शालाओं में विद्युतिकरण कराया जा रहा है। जिले के मेधावी बच्चों को जेईई और नीट एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने हेतु जिला मुख्यालय में परियना निःशुल्क आवासीय कोचिंग संस्थान चलाया जा रहा हैं, जिसमें शिक्षा सत्र 2025-26 में 16 विद्यार्थीयों का चयन, जेईई की परीक्षा के माध्यम से विभिन्न प्रतिष्ठित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में हुआ है। इसी तरह 07 विद्यार्थी नीट परीक्षा के माध्यम से कांऊसलिंग में उत्तीर्ण हुए, इनमें से एक विद्यार्थी शासकीय मेडिकल कॉलेज रायपुर में एमबीबीएस के लिये चयनित हुआ है। जिले में विशेष अभियान चलाकर 26 हजार 101 जाति प्रमाण पत्र, 13 हजार 418 निवास प्रमाण पत्र 11 हजार 806 आय प्रमाण पत्र एवं 5 हजार 222 जन्म प्रमाण पत्र तैयार कर विद्यार्थियों को वितरण किया गया है।वनमंत्री श्री कश्यप ने जिले के विभिन्न शालाओं में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 1 करोड़ 25 लाख 18 हजार रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। वर्ष 2025 के वार्षिक परीक्षा में कस्तुरबा विद्यालय के छात्रा सुमन सलाम के द्वारा 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए उन्हें स्कूटी प्रदाय कर समानित किया गया। एमबीबीएम में चयन होने पर शब्बीर वड्डे को स्मृतिचिन्ह भेंटकर समानित किया गया।कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम एवं छोटेडोंगर सरपंच श्रीमती संध्या पवार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, जनपद पंचायत नारायणपुर के अध्यक्ष पिंकी उसेण्डी, जनपद पंचायत ओरछा के अध्यक्ष नरेश कोर्राम जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
- 0- स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा एवं ट्रॉमा सेंटर स्थापना के भूमिपूजन कार्यक्रम में होंगे शामिलराजनांदगांव। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह 6 सितम्बर 2025 को शाम 4 बजे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय राजनांदगांव में सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा एवं ट्रॉमा सेंटर स्थापना हेतु भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद श्री संतोष पाण्डेय, महापौर श्री मधुसूदन यादव, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित श्री सचिन बघेल, अध्यक्ष सीजीएमएससी श्री दीपक मस्के, अध्यक्ष पर्यटन मंडल श्री नीलू शर्मा, अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव, पूर्व विधायक श्री रामजी भारती, श्री रमेश पटेल, श्रीमती गीता साहू, पद्मश्री पुखराज बाफना, पार्षद वार्ड नंंबर 20 श्री कुलेश्वर धु्रव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
- 0- समाज सेवी एवं सामाजिक संस्थाओं की रही सक्रिय सहभागिताराजनांदगांव। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत जिले में वृहद पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत 407 ग्राम पंचायतों एवं विभिन्न शैक्षणिक, सामाजिक, औद्योगिक, एनजीओ एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से लगभग 54 हजार 549 पौधों का रोपण किया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि हरियाली को समर्पित और मातृ-प्रेम की भावना से ओतप्रोत एक पेड़ मां के नाम अभियान में जिले की विभिन्न अग्रणी संस्थाओं ने भाग भाग लिया। इनमें उदयाचल, गायत्री परिवार, समता मंच, आस्था मूकबधिर शाला, अभिलाषा संस्थान, कॉपेडियन विलेजर्स वेलफेयर फाउंडेशन, हरियाली बहन अभियान, मां बम्लेश्वरी ग्रुप, चौम्बर ऑफ कॉमर्स, एबिस एक्सपट्र्स, हाईटेक मेटल पावड्र्स, सनटेक जियो, कमल सॉल्वेंट, मोहन एग्रो, जनकल्याण सामाजिक संस्थान, साइट सेवर्स इंडिया, दीपिका विद्यालय, वैसलीयन स्कूल, नेहरू विद्यालय सिंघोला, आदर्श विद्या मंदिर लखोली, सृजन हायर सेकेंडरी स्कूल सुरगी, सरस्वती शिशु मंदिर पटेवा एवं अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार रक्षक संगठन छत्तीसगढ़ सहित अन्य संगठनों की सक्रिय सहभागिता से वृहद पैमाने पर पौधरोपण किया गया।उल्लेखनीय है कि हरेली, रक्षाबंधन एवं तीज के अवसर पर दीदियों द्वारा विशेष रूप से पौधों का रोपण कर त्यौहार की खुशियां बाटी गई। उदयाचल द्वारा 22000 सीड्स बॉल तैयार कर प्रदान किया गया, जिसे जिले में निर्मित स्ट्रीगर ट्रेंच में फैलाया गया है। महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत 82888 रोपणी व नर्सरी कार्य की स्वीकृति दी गई है। अभियान अंतर्गत चरागाह क्षेत्रों में आम, कटहल, नींबू, मुनगा सहित अन्य फलदार पौधों का रोपण किया गया। वहीं सड़कों के दोनों ओर करंज सहित अन्य छायादार पौधों का रोपण किया गया। जिससे आने वाले वर्षों में फल और छाया के रूप में लाभ प्राप्त कर पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।