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- -प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की नियमित सप्लाई करने का किया आग्रह-पिछले एक-दो माह से छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल की कम हो रही है आपूर्ति-कई जिलों के पेट्रोल पम्पों और पेट्रोलियम कम्पनियों के डिपो ड्राई हो रहे हैं-पेट्रोल-डीजल की कमी से किसानों और आम जनता को करना पड़ रहा है कठिनाईयों का सामना-अति आवश्यक एम्बुलेंस सेवा हो रही प्रभावित, खेती-किसानी का कार्य पिछड़ रहा हैरायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के किसानों और नागरिकों को पेट्रोल-डीजल की कमी से हो रही समस्याओं से अवगत कराते हुए छत्तीसगढ़ में स्थित सभी पेट्रोलियम कंपनियों के डिपो में पेट्रोल-डीजल की नियमित सप्लाई करने का आग्रह किया है।मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि विगत 1-2 महीने से छत्तीसगढ़ राज्य में पेट्रोल, डीजल की आपूर्ति कम हो गयी है, जिससे कई जिलों के पेट्रोल पम्प ड्राई हो जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा भी अवगत कराया गया है कि मेसर्स हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पाेरेशन लिमिटेड के छत्तीसगढ़ में 750 रिटेल आउटलेट हैं, जिसमें पेट्रोल, डीजल की नियमित सप्लाई नहीं होने से कई दिन बंद की स्थिति रहती है।पेट्रोलियम कम्पनियों की समीक्षा में पाया गया कि पूर्व में बफर स्टॉक 4-5 दिन के लिये रहता था, विगत 1-2 माह से बफर स्टॉक केवल 1 दिन के लिये बच रहा है, जो कि कई बार खत्म हो जा रहा है और डिपो भी ड्राई हो जाता है।मुख्यमंत्री ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है, मानसून के आने से कृषि कार्य प्रगति पर है, किसानों को डीजल नहीं मिल पाने से खेती के कार्याें में दिक्कत हो रही है। साथ ही ग्रामीण अचलों में डीजल नहीं मिल पाने से अति आवश्यक सेवा एम्बुलेंस परिवहन एवं आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डीजल एवं पेट्रोल नियमित रूप से नहीं मिलने से कृषि कार्य पिछड़ जायेगी, जिससे आम जनता को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ग्रामीण अंचलों के रिटेल आउटलेट को एडवांस भुगतान के बाद भी डीजल पेट्रोल की सप्लाई नहीं की जा रही है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने केन्द्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी से आग्रह किया है कि मेसर्स हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पाेरेशन लिमिटेड, मेसर्स भारत पेट्रोलियम एवं मेसर्स इंण्डियन ऑयल कार्पाेरेशन लिमिटेड के छत्तीसगढ़ में स्थित डिपो में पेट्रोल और डीजल की नियमित सप्लाई कराने का कष्ट करें ताकि कृषकों एवं आम जनता को कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इस समस्या का सहृदयतापूर्वक विचार कर उचित समाधान करेंगे।
- -गौ-पालक महिला समूह एवं किसान पहुंचे मुख्यमंत्री निवास-गांव, गरीब, किसान और महिलाओं की आर्थिक समृद्धि के स्त्रोत ‘गोधन न्याय योजना‘ से 2 लाख से अधिक लोग लाभान्वितरायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे प्र्रभावी ग्रामीण आर्थिक नीतियों में से एक ‘गोधन न्याय योजना‘ के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा रिकॉर्ड 144 करोड़ रुपये से अधिक की गोबर खरीदी करने पर, आज गौ-पालक महिलाओं और किसानों ने मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का हृदय से आभार व्यक्त किया और एक सुंदर ‘गाय-बछड़ा‘ आशीर्वाद स्वरुप मुख्यमंत्री को भेंट किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भावुक हो गये और उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के गांव, गरीब, किसानों और महिलाओं के जीवन में आर्थिक समृद्धि और ख़ुशी ही ‘छत्तीसगढ़ मॉडल‘ का मूल उद्देश्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वो तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों के परिवार के सदस्य हैं और परिवार की ख़ुशी में ही उनकी ख़ुशी है।छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य श्री विनोद तिवारी की अगुवाई में हुए इस कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के लाभार्थी मुख्यमंत्री से मिलने आये थे। छत्तीसगढ़ ‘गोधन न्याय योजना‘ से अब तक प्रदेश के लगभग 2 लाख से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए हैं। वही प्रदेश में गौपालकों की संख्या में 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है, केवल एक वर्ष के अंदर योजना से लाभान्वित लोगों की संख्या 1,68,531 से बढ़कर 2,11,540 हुई है। गौपालकों की संख्या में वृद्धि, ग्रामीण स्तर पर निरंतर हो रही आर्थिक उन्नति का प्रमाण है। राज्य में 8408 गौठान स्थापित किये गए हैं ताकि लोगों को उनके गांव में ही गोबर बेचने में आसानी हो।संतोषी यादव ने कहा की छत्तीसगढ़ के किसानों और महिलाओं के आर्थिक विकास पर भूपेश सरकार की ‘गोधन न्याय योजना‘ का व्यापक असर हुआ है। सरकार ने योजना के अंतर्गत गौ-पालकों से दो रुपये किलो में गोबर ख़रीदा, महिला समूहों से जुड़ी लाखों बहनों को रोजगार और आय का जरिया मिला। साथ ही इस योजना से किसानों का दोहरा लाभ हुआ। गोबर के खाद के इस्तेमाल से खेतों की उर्वरक शक्ति बढ़ी और गौ-पालकों द्वारा गायों को घर में रखने के कारण, आवारा पशुओं द्वारा फसल को किये जाने वाले नुकसान की समस्या से भी छुटकारा मिला।इस अवसर पर किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गोबर को आर्थिक समृद्धि का परिचायक बना दिया है। यह उनकी दूरदृष्टि और उनके ग्रामीण परिवेश का परिणाम है कि मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने सर्वप्रथम गांव और गरीबों के आर्थिक विकास के लिये ‘गोधन न्याय योजना‘ तैयार की। आज देश-विदेश में छत्तीसगढ़ की ‘गोधन न्याय योजना‘ एक रोल मॉडल के रूप में पढ़ी और सिखाई जा रही है। कई अन्य राज्य इस योजना को अपनाने मुख्यमंत्री से सलाह ले रहे हैं। किसान मोहित राम ने कहा कि मुख्यमंत्री की ‘गोधन न्याय योजना‘ केवल एक योजना नहीं है बल्कि यह छत्तीसगढ़ की अस्मिता की पहचान है। मानव और गौ के धार्मिक और कृषि गठबंधन को गांव की सामाजिक और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक बनाकर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने देश को दिशा दिखाने का काम किया है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में प्रदेश को पहला ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जो स्वयं छत्तीसगढ़ का प्रतीक है- किसान के घर जन्मा, मिट्टी में खेला, खेतों में बड़ा हुआ और मुख्यमंत्री बनकर ऐसी नीतियाँ लागू की जो जमीनी स्तर पर ग्रामीण आर्थिक समृद्धि के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।महिला समूह की बहनों ने गौठान में उगाई हुई सब्जी-भाजी, अगरबत्ती, पापड़, मसाले भी मुख्यमंत्री को भेंट किए। श्री विनोद तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री और लाभान्वित गौ-पालक महिला समूह और किसानों की बीच हुई भेंट के दौरान जो भावुकता और आत्मीयता देखने को मिली, वही ‘गोधन न्याय योजना‘ की सफलता का परिचायक है।आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमती रुक्मणि धीवर, श्रीमती संतोषी यादव, श्रीमती दुलारी यादव, श्रीमती राजेश्वरी साहू, श्रीमती फुलेश्वरी यादव, श्रीमती उषा मानिकपुरी, श्रीमती बिसाहिन धीवर, श्रीमती अपराजित तिवारी, सर्वश्री सेवक राम साहू, संतराम साहू, बैसाखू राम साहू, पर्यटन साहू, वतन चन्द्राकर, नागेन्द्र चन्द्राकर, डुमेंद्र साहू, बिशहत राम साहू, मोहित राम, बबलू चन्द्राकर, लखन कुम्भकार, लखन निर्मलकर, राजकुमार, तेजराम साहू, खेमराज यादव, महावीर चन्द्राकर, योगेश कुमार, वीरेन्द्र यादव, घनाराम यादव, सहदेव यादव, बेनु निषाद, अर्जुन यादव, पप्पू पुरैना, सूरज खुटे, उमेंद्र छत्रिय, शामिल थे।
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रायपुर। राजधानी के लाभांडी इलाके में अवैध गैस रिफिलिंग प्लांट फूटा है। घनी आबादी के बीच खाली जमीन पर गैस की रिफिलिंग की जा रही थी। पुलिस ने बताया कि घरेलू सिलेंडर से गैस निकालकर कमर्शियल सिलेंडर में भरा जा रहा था। फिर उसे मार्केट से कम कीमत पर बेचा जा रहा था। वहां पर कमर्शियल सिलेंडर खरीदने वालों की लाइन लगी थी। आसपास वालों की शिकायत पर पुलिस ने छापा मारकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे 72 सिलेंडर जब्त किए गए हैं। इसमें 40 कमर्शियल सिलेंडर हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि लाभांडी में खाली जमीन है। वहां बाउंड्रीवाल खड़ी करके आरोपी अपने एक अन्य आरोपी साथी के साथ रिफिलिंग प्लांट चला रहा था। अलग-अलग एजेंसियों से सांठगांठ करके 800 रुपए में घरेलू सिलेंडर खरीदते थे। उसमें से गैस निकालकर कमर्शियल सिलेंडर में भरा जाता था। फिर उसे 1800-1900 रुपए में बेचते थे। कमर्शियल सिलेंडर मार्केट में 2400 रुपए तक मिलता है। आरोपी पिछले कई सालों से वहां पर रिफिलिंग प्लांट चला रहा था। आरोपियों के पास इसका लाइसेंस नहीं है। वहां पर सुरक्षा के भी पर्याप्त उपाय भी नहीं हैं। चोरी छिपे आरोपी वहां काम कर रहे थे। पुलिस ने अवैध प्लांट को सील कर दिया है। इसमें जुड़े लोगों की तलाश की जा रही है। -
दुर्ग। दुर्ग शहर की रहने वाली जूही व्यास मिसेज इंडिया की फस्र्ट रनर अप बनी हैं। यह खिताब उन्होंने मुंबई में हुई आईएनसी मिसेज इंडिया कॉम्पिटिशन में जीता। अब जल्द ही वह अमेरिका में होने वाले मिसेज ग्लोबल कांटेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। जूही कहती हैं कि जमाना बदल चुका है। महिलाओं के खून में दो तरह के जींस होते हैं। पहला केयर टेकर और दूसरा मैनेजरल। खिताब अपने नाम करने के बाद जूही घर लौटी।
जूही दुर्ग के एक उच्च मध्यमवर्गीय परिवार से हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पढ़ाई पूरी कर उन्होंने अपनी मां का व्यवसाय संभाला। यहीं से उन्होंने मिसेज इंडिया कांटेस्ट में जाने का मन बनाया। जूही कहती हैं कि आज की औरत न सिर्फ घर संभाल रही हैं बल्कि वो बोर्ड रूम भी संभाल रही है। वह कहती हैं कि मल्टीटास्किंग औरतों के खून में होता है, बस उन्हें इसे पहचानने की जरूरत है।
जूही ने कोरोना काल में इस कॉम्पिटिशन के लिए फार्म भरा। कोविड के चलते सभी एक्टिविटी बंद होने से उन्हें इसके लिए तैयारी करने का काफी अच्छा समय मिल गया। जूही ने घर पर ही इस कॉम्पिटिशन की तैयारी की। इसके बाद अपने आपको अपग्रेड करने के लिए मुंबई जाकर एक एकेडमी से कोर्स किया। जब जूही मुंबई में मिसेज इंडिया के कॉन्टेस्ट में गईं तो देखा कि वहां देशभर से 51 महिलाओं ने भाग लिया। -
भिलाई। भाजपा के वरिष्ठ नेता और रिटायर्ड बीएसपी कर्मी रामकृपाल साहू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। 70 वर्षीय साहू रोज की तरह रूआबांधा स्थित अपने घर से ईर्वनिंग वाक के लिए निकले थे। इसी दौरान दो बाइक आपस में टकरा गईं और साहू उसकी चपेट में आ गए। बुरी तरह जख्मी साहू को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों के विदेश से आने के बाद 20 जून को रिसाली मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
भिलाई नगर पुलिस के मुताबिक शुक्रवार शाम भाजपा के वरिष्ठ नेता और रिटायर्ड बीएसपी कर्मी रामकृपाल साहू टहलने निकले थे। शाम 7 बजे के आसपास जैसे ही वे रूआबांधा सेक्टर के क्वार्टर नम्बर-148/ए के पास पहुंचे थे कि अचानक दो बाइक आपस में टकरा गईं। इस हादसे में रामकृपाल साहू बुरी तरह घायल हो गए। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत गंभीर हालत में पास के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। वहां खून बहने व कूल्हे की हड्डी टूटने के कारण इलाज के दौरान उन्होंने देर रात दम तोड़ दिया। रामकृपाल साहू की बेटी अनुराधा साहू और बेटा रवि साहू अमेरिका में व दूसरा बेटा वीरेंद्र साहू लंदन में जॉब करते हैं। परिजनों ने उन्हें दुर्घटना की सूचना दे दी है। वह लोग वहां से भारत के लिए निकल चुके हैं। फिलहाल उनके आने तक रामकृपाल साहू का शव मॉर्चुरी सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई में रखवाया गया है। परिजनों के विदेश से आने के बाद 20 जून को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। -
बालोद। बालोद डुडिया व मटिया में शैक्षिक एवं प्रायोगिक अनुंसधान केंद्र बनने के बाद स्टूडेंट्स प्रयोगात्मक, प्रायोगिक, रिसर्च से संबंधित गतिविधि में शामिल होंगे। उद्यानिकी कॉलेज के रिसर्च सेंटर में फल, सब्जी को लेकर अध्ययन, शोध किया जाता है। हर साल प्रदेश के हजारों स्टूडेंट पीएटी प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर उद्यानिकी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं। जिले के एकमात्र उद्यानिकी कॉलेज अर्जुन्दा में इस सत्र फस्र्ट ईयर की 24 सीटों पुर प्रवेश मिलेगा। पीएटी परीक्षा में चयनित होने के बाद काउंसिलिंग होगी फिर मेरिट लिस्ट के आधार पर सूची जारी की जाएगी। फिलहाल दो साल से संचालित कॉलेज में फस्र्ट ईयर में 26 और सेकंड ईयर में 21 स्टूडेंटस अध्ययनरत हैं।
कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेशभर के 36-37 कॉलेजों में काउंसिलिंग होती है। जिसके बाद मेरिट के आधार पर कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है। हर साल निर्धारित सीट में बढ़ोत्तरी होगी। एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़कर 120 तक पहुंचेगी। पहले सत्र 24 स्टूडेंट्स का एडमिशन हुआ था। कोरोना की वजह से कभी ऑफलाइन तो कभी ऑनलाइन पढ़ाई हुई थी। इस बार स्थिति अनुसार निर्णय लेंगे।
उद्यानिकी कॉलेज के डीन डॉ. सिंह ने बताया कि ग्राम मटिया व डुडिया में अनुंसधान केंद्र (रिसर्च सेंटर) खुलेगा। जहां पहुंचकर उद्यानिकी कॉलेज के स्टूडेंट्स प्रायोगिक कार्य करेंगे। केंद्र खोलने शासन से सहमति मिलने के बाद जमीन फाइनल कर ली गई है। वहीं भालूकोन्हा में उद्यानिकी कॉलेज का भवन व हॉस्टल निर्माण होगा। इसके लिए शासन की ओर से साढ़े 9 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। हालांकि काम की शुरुआत नहीं हो पाई है। भालूकोन्हा में 43.9 एकड़ जमीन है। जो भवन व हॉस्टल के लिए पर्याप्त है। वहीं मटिया में 27.5 एकड़ और डुडिया में 20.03 एकड़ जमीन है, जहां पेड़ लगे हैं। जिसकी कटाई न कर प्रायोगिक कार्य के लिए उपयोग किया जाएगा।
उद्यानिकी कॉलेज के डीन डॉ. सिंह ने बताया कि तीनों गांव में निर्माण कार्य व अन्य गतिविधियों के लिए 91.7 एकड़ जमीन है। जमीन फाइनल होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराने टेंडर व अन्य प्रक्रिया जारी है। प्लानिंग अनुसार जिले की नई तहसील अर्जुन्दा मुख्यालय से 4 किमी दूर ग्राम भालूकोन्हा में उद्यानिकी कॉलेज खुलना प्रस्तावित है। -
रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में दुर्ग जिला साहू संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारीयों ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू भी मौजूद थे। पदाधिकारीयों ने मुख्यमंत्री को साल, श्रीफल देकर सम्मानित किया और एक प्रतीक चिन्ह भेंट की। मुख्यमंत्री ने सभी पदाधिकारियों को बधाई एवं सुभकामनाएं दी। मुलाकात करने वालों में दुर्ग जिला साहू संघ के अध्यक्ष श्री नन्दलाल साहू, उपाध्यक्ष श्री कृष्णा साहू, महिला अध्यक्ष श्रीमती दिव्या साहू, मंडी अध्यक्ष श्री अश्वनि साहू, श्री राजेंद्र साहू, श्री रमेश साहू, श्री भीखम साहू, श्री यतीश साहू, श्री पूरन साहू, तहसील पाटन अध्यक्ष श्री दिनेश साहू, श्री गंगादीन साहू सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
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रायपुर/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से शाम यहां उनके निवास कार्यालय में सदगुरु कबीर विश्व शांति मिशन छत्तीसगढ़ विरक्त संत संगठन के संतों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को सद्गुरु कबीर साहेब की 624 वीं जयंती के अवसर पर अयोजित होने वाले सदगुरु कबीर स्मृति महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का न्योता दिया और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। मुलाकात करने वालों में सदगुरु कबीर विश्व शांति मिशन छत्तीसगढ़ विरक्त संत संगठन के अध्यक्ष संत श्री रविकर साहेब, सचिव संत श्री घनश्याम साहेब, संत श्री हेमेंद्र साहेब, संत श्री सोधकर साहेब तथा संत श्री चिरंजीवी साहेब मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री ने पंडित माधवराव सप्रे की जयंती पर उन्हें किया याद
रायपुर/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक और साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे की जयंती 19 जून पर उन्हें याद करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय और साहित्यिक चेतना को विकसित करने में भी सप्रे जी का अमूल्य योगदान रहा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी लेखनी ने सैकड़ों सत्याग्रहियों का मार्गदर्शन किया और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा दी। सप्रे जी के रचनात्मक और मूल्यपरक लेखन ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता को एक नई दिशा दी है। उनके द्वारा रखी गई नींव पर ही आज छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता समृद्ध हो रही है।
श्री बघेल ने कहा कि अपनी लेखनी से सप्रे जी जीवन भर देश और साहित्य की सेवा में लगे रहे। उनके कई लेख और कृतियां प्रकाशित हुई। उन्होंने अनेक संस्थाओं को जन्म दिया जिनके माध्यम से लोग देश और जन सेवा के लिए आगे आए। सन् 1900 में जब प्रकाशन के लिए पर्याप्त सुविधाएं और आधुनिक तकनीकी नहीं थी, उन्होंने वामनराव लाखे जी और रामराव चिंचोलकर जी के सहयोग से पेण्ड्रा में मासिक हिन्दी पत्रिका ‘छत्तीसगढ़ मित्र‘ का सम्पादन और प्रकाशन शुरू किया। सप्रे जी द्वारा रचित कहानी ‘टोकरी भर मिट्टी‘ को भारतीय साहित्य में हिन्दी की पहली मौलिक कहानी का गौरव प्राप्त है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्रे जी का व्यक्तित्व और कृतित्व साहित्यकारों और पत्रकारों सहित आम जनता के लिए भी प्रेरणादायक है। -
सामान्य प्रशासन विभाग ने कलेक्टरों को जारी किया पत्र
रायपुर /अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को जिला स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए जिलों में मुख्य अतिथि के लिए नाम की घोषणा कर दिया गया है। इस आशय का पत्र मंत्रालय महानदी भवन स्थित सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टरो को जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि राज्य शासन द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा मंत्रीगणों, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संसदीय सचिवों, विधायकों और योग आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में मुख्य अतिथि नामांकित किया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों के लिए योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा रायपुर जिला, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत कोरबा जिला, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे बेमेतरा जिला, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सूरजपुर जिला, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया महासमुंद जिला, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत गरियाबंद जिला, गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू दुर्ग जिला, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया बालोद जिला, वन एवं परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर कबीरधाम जिला, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल रायगढ़ जिला, ग्रामोद्योग मंत्री श्री गुरु रूद्रकुमार मुंगेली जिला, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंह देव सरगुजा जिला और राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल कोरिया जिला के लिए मुख्य अतिथि नामांकित किया गया है।
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री मनोज मंडावी कांकेर जिला, संसदीय सचिव डॉ. रश्मि आशीष सिंह बिलासपुर जिला, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय जांजगीर-चांपा जिला, संसदीय सचिव श्री चिन्तामणी महाराज बलरामपुर जिला, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी सुकमा जिला, मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी धु्रव धमतरी जिला, छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य श्री गणेश योगी बलौदाबाजार-भाटापारा जिला, मध्य क्षेत्र आदिवासी प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजीत सिंह राठिया जशपुर जिला, छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य श्री राजेश नारा बस्तर जिला, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम कोण्डागांव जिला, छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य श्री रविन्द्र सिंह राजनांदगांव जिला, विधायक श्री चंदन कश्यप नारायणपुर जिला, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी बीजापुर जिला, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल दंतेवाड़ा जिला और विधायक डॉ. के.के. धु्रव को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के लिए मुख्य अतिथि नामांकित किया गया है। -
सप्रे जी के आदर्शों को अपने जीवन में सार्थक बनाने का प्रयास करें- विधायक
उद्घाटन सत्र में आधार वक्तव्य में दी गई सप्रे जी के ऐतिहासिक घटनाक्रमों की सिलसिलेवार जानकारी
बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध साहित्यकार पंडित माधव राव सप्रे की 151 वी जयंती पर आज गौरेला पेंड्रा मारवाही जिले के ईको हिल रिजॉर्ट कबीर चबूतरा में भव्य कार्यक्रम हो रहा है। दो दिवसीय सप्रे स्मृति महोत्सव के उद्घाटन सत्र में आधार वक्तव्य में अतिथियों ने सप्रे जी के ऐतिहासिक घटनाक्रमों की सिलसिलेवार जानकारी दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मरवाही विधायक डॉक्टर के के ध्रुव ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया। विधायक डॉक्टर ध्रुव ने कहा कि सप्रे जी का ऐतिहासिक विरासत बहुत विशाल है। उनके बारे में कहना सूर्य को दीया दिखाने के समान है। उन्होंने कहा कि सप्रे जी के आदर्शों को अपने जीवन में सार्थक बनाने का प्रयास करें। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे संभागायुक्त डॉ संजय अलंग ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कलात्मक साहित्यिक और रचनात्मक विकास के लिए अथक प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सप्रे जी से जुड़े ऐतिहासिक घटनाओं मालवा, कोंकण, नागपुर और पेंड्रा का जिक्र किया उन्होंने छत्रसाल बाजीराव पेशवा से जुड़े साहित्यिक घटनाओं की जानकारी दी और पेंड्रा में सप्रे जी के द्वारा साहित्यिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा पेंड्रा में कबीर चबूतरा को उनकी जयंती पर समारोह आयोजित करने से साहित्यिक विकास होगा। उन्होंने जिला प्रशासन के प्रयास से इको हिल रिजॉर्ट कबीर चबूतरा को कार्य शालाओं के रूप में विकसित करने की बात कही। उद्घाटन सत्र में पुरातत्व और संस्कृति अध्येता श्री राहुल कुमार सिंह ने माधव राव सप्रे के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सप्रे जी की सोच 1901 में शिक्षा, समाज सुधार, जात पात और स्त्रियों की दशा को लेकर उत्तम थी। उन्होंने कहा कि माधव राव सप्रे हिंदी के पहले पत्रकार थे । उन्होंने सप्रे के चरित्र निर्माण, दृढ़ संकल्प, साहसिक पारदर्शिता, उनके दुर्लभ कृतियों और बालबोधिनी में स्त्रियों की स्थिति पर समालोचना की है। उन्होंने सप्रे जी की प्रमुख कृतियों स्वदेशी आंदोलन और बाइकाट, एक टोकरी भर मिट्टी सहित अनेक साहित्यिक संदर्भ की जानकारी दी।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में साहित्यिक विरासत बहुत बड़ा है। कबीर चबूतरा में सप्रे स्मृति महोत्सव के आयोजन से एक नये ऊर्जा का संचार होगा। सप्रे स्मृति महोत्सव के विभिन्न सत्रों में देश-प्रदेश से आए जाने माने साहित्यकारों द्वारा सप्रे जी की स्मृति पर विचार प्रकट किया जा रहा है। -
- पीएचई मंत्री श्री गुरु रूद्र कुमार ने खपरी एवं पहरा में आयोजित लोकार्पण शिलान्यास समारोह के दौरान आम जनता को किया संबोधित
- ग्राम पंचायतों में की लोकहित में अनेक घोषणाएं
दुर्ग / पीएचई मंत्री श्री गुरु रूद्र कुमार आज ग्राम खपरी एवं पहरा के दौरे पर रहे। वहां उन्होंने अनेक लोकार्पण शिलान्यास किए। इसके साथ ही जनहित में अनेक घोषणाएं भी की। इस मौके पर अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि साढ़े 3 साल में सरकार ने जनता से जो वायदे किए थे, उन्हें पूरा किया है। किसानों से किए गए वादे पूरे किए गए हैं। उन्हें फसल का पूरा दाम मिल रहा है। आम जनता से सरकार ने बिजली बिल हाफ का वादा किया था। यह वादा पूरा किया। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए संग्रहण राशि बढ़ाने का वायदा किया था जिस पर काम हुआ। स्वामी आत्मानंद स्कूलों के माध्यम से इंग्लिश मीडियम स्कूल स्थापित किए गए। सरकार ने सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई हैं। मैं लगातार आप सभी के बीच आता रहता हूं और आप लोगों से जो फीडबैक मिलते हैं आप लोग जनहित की जो बातें सामने रखते हैं उन पर कार्यान्वयन के निर्णय लिए जाते हैं। भविष्य में भी जनहित से जुड़े कार्य प्राथमिकता से किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि अपने क्षेत्र में आम जनता से जो भी बुनियादी सुविधाएं संबंधित मांगे रखी जाती है। उन्हें पूरा करने की दिशा में कार्य किया जाता है लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना तथा आजीविका मुल्क गतिविधियों को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि सरकार लगातार आम जनता के बीच जा रही है। भेंट मुलाकातों के माध्यम से लोगों की समस्या जान रही है। जमीनी स्तर पर हुए कार्य का परीक्षण कर रही है।अब तक हुए अभियान से पता लगता है कि लोगों को विकास कार्यों का लाभ मिला है तथा इससे उनके आर्थिक स्तर में तेजी से सुधार हुआ है। प्रशासनिक स्तर पर अच्छा काम हो रहा है, जिसका लाभ आम जनता को मिल रहा है। इस मौके पर ग्राम खपरी के आश्रित ग्राम घटियाखुर्द में बाबा जी के मंदिर के जीर्णोद्धार की घोषणा भी मंत्री ने की। इसके साथ ही उन्होंने यहां प्रतिक्षालय तथा मंगल भवन बनाने की घोषणा भी की। नल जल योजना के क्रियान्वयन के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में सीसी रोड की घोषणाएं भी मंत्री ने की। ग्राम पाहरा में श्री राम मंदिर के लिए 5 लाख रुपये की घोषणा, गौठान समतलीकरण के कार्य की घोषणा भी मंत्री ने की। -
दुर्ग /प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन दिनांक 21 जून को जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू होंगे। जिले में वृहद रूप से इसे आयोजित किये जाने हेतु दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे द्वारा योग दिवस कार्यक्रम की तैयारी एवं सम्पन्न कराये जाने हेतु जिला अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है। कलेक्टर महोदय जी के निर्देशानुसार योग दिवस कार्यक्रम इस वर्ष धार्मिक / ऐतिहासिक / पर्यटक स्थलों में किया जाना है, जिसके तहत ऐतिहासिक भवन कलेक्टोरेट परिसर के सामने शताब्दी गार्डन पर माननीय मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, लोक निर्माण गृह, जेल, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, छ.ग. शासन के मुख्य आतिथ्य में जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारी एवं कर्मचारियों की गरिमामय उपस्थिति में प्रातः 07:00 बजे से 08:00 बजे तक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। बारिश होने की स्थिति में यह कार्यक्रम खालसा पब्लिक स्कूल, मालवीय नगर चौक, जिला- दुर्ग में आयोजित किये जावेंगे। उक्त कार्यक्रम योग प्रशिक्षकों (मास्टर ट्रेनर) के द्वारा योगाभ्यास कराया जायेगा ।
गौरतलब है कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय, नई दिल्ली के पत्रानुसार इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन धार्मिक / ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों पर किया जाना है। इसी उद्देश्य को लेकर जिला स्तरीय कार्यक्रम के अतिरिक्त विकासखण्ड पाटन के ग्राम पंचायत "कौही" (धार्मिक स्थल) व विकासखण्ड धमधा के ग्राम पंचायत "सगनी" (धार्मिक / ऐतिहासिक स्थल) में भी योगाभ्यास कार्यक्रम 21 जून को आयोजित किया जा रहा है, साथ ही स्थानीय स्तर पर सभी नगरीय निकायों, जनपद पंचायतों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी यह कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा। कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार जिला स्तरीय कार्यक्रम एवं ग्राम पंचायत कौही (पाटन) तथा ग्राम पंचायत सगनी (धमधा) में योगाभ्यास कार्यक्रम हेतु आयुष विभाग से दो-दो योग प्रशिक्षक (मास्टर्स ट्रेनर) उपलब्ध कराया जा रहा है।
दुर्ग शहर के आम नागरिकों से अपील है कि दिनांक 21 जून (मंगलवार) को प्रातः 07:00 बजे से 08:00 बजे तक आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में प्रातः 06:30 बजे तक स्थान- शताब्दी गार्डन, (कलेक्टोरेट परिसर) में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर योगाभ्यास कार्यक्रम का लाभ उठावें। - *लाइसेंसीकृत ब्लड-बैकों से निःशुल्क रक्त भी उपलब्ध कराया जाता है**19 जून को विश्व सिकलसेल दिवस, प्रदेश की एक प्रतिशत आबादी इससे पीड़ित**गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सिकलसेल जांच जरूर कराएं*रायपुर| |छत्तीसगढ़ की करीब एक प्रतिशत आबादी रक्त से संबंधित अनुवांशिक रोग सिकलसेल से पीड़ित है। प्रदेश के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इसकी निःशुल्क जांच, दवाईयों एवं परामर्श की सुविधा है। सिकलसेल के मरीजों को जरुरत पड़ने पर लाइसेंसीकृत ब्लड-बैकों से निःशुल्क रक्त भी उपलब्ध कराया जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने 19 जून को विश्व सिकलसेल दिवस के मौके पर सभी गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सिकलसेल जांच कराने की अपील की है। समय पर इसकी पहचान हो जाने से गर्भवती महिलाओं और बच्चों की जान बचाई जा सकती है।रायपुर में राज्य सिकलसेल संस्थान भी संचालित है जहां इसके मरीजों के टर्शरी केयर (Tertiary Care) की व्यवस्था है। संस्थान में इस बीमारी के बारे में अनुसंधान भी किया जा रहा है। प्रदेश भर के चिकित्सा अधिकारियों और लैब तकनीशियनों को यहां सिकलसेल के बारे में प्रशिक्षण भी दिया जाता है।सिकलसेल एक अनुवांशिक रोग है। यह रक्त चढ़ाने या कुपोषण के कारण नहीं होता है। यह रोग दो प्रकार का होता है - सिकलसेल रोग एसएस (SS) और सिकलसेल वाहक एएस (AS)। सिकलसेल रोग एसएस में मरीज को गंभीर दर्द और तकलीफ हो सकती है और बार-बार खून चढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है। डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लेने से मरीज लंबा जीवन जी सकता है और गंभीर तकलीफ से बच सकता है।सिकलसेल वाहक एएस वाहक होता है। यह कोई रोग नहीं है। इसमें व्यक्ति को कोई शारीरिक कष्ट नहीं होता है और न ही उसे किसी इलाज की आवश्यकता होती है। किन्तु माता-पिता दोनों वाहक हो तो उनके बच्चे में सिकलसेल रोग की संभावना हो सकती है। अगली पीढ़ी में इसके प्रसार को रोकने के लिए विवाह पूर्व जांच करा लेना चाहिए। सिकलसेल वाहक अथवा रोग वाले व्यक्तियों को आपस में विवाह नहीं करना चाहिए।*क्यों जरूरी है गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सिकलसेल जांच?*गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सिकलसेल जांच से समय पर इसकी पहचान हो जाती है। इससे सिकलसेल गुण वाले व्यक्ति विवाह के समय जरूरी सावधानी बरत सकते हैं। साथ ही जिन व्यक्तियों में सिकलसेल रोग का पता चलता है उनका सही इलाज समय पर शुरू हो जाता है, जिससे वे तकलीफ से बच जाते हैं। बचपन में ही सिकलसेल की पहचान हो जाने से जरूरी सलाह व इलाज तत्काल शुरू किया जा सकता है। गर्भवती और उनके पति की जांच करना विशेष रूप से जरूरी है। इससे उनके साथ-साथ उनकी आने वाली संतान को भी सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।सिकलसेल की पहली जांच सॉल्यूबिलिटी विधि से की जाती है। यह जांच आसानी से ए.एन.एम. व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा उप स्वास्थ्य केन्द्र या शालाओं में की जा सकती है। इसके लिए कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं है। इसकी पुष्टि इलेक्ट्रोफोरेसिस जांच या एचपीएलसी (HPLC) जांच या प्वाइंट ऑफ केयर टेस्ट (POC) के माध्यम से की जाती है।
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-यह ऑपरेशन डॉ. कृष्णकांत साहू (विभागाध्यक्ष) एवं टीम द्वारा किया गया
-सिंकलिंग के मरीज को ओपन हार्ट के समय हार्ट लंग मशीन के द्वारा जिंदा रखना बहुत ही चुनौती भरा होता है
-एब्स्टीन नाम बीमारी में मरीज सामान्यत: 18 से 20 वर्ष तक ही जिंदा रह पाते हैं
-सिंकलिंग बीमारी के साथ-साथ दिल की एब्स्टीन बीमारी के ऑपरेशन का यह छत्तीसगढ़ में प्रथम केस है
रायपुर। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ.भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के अंतंर्गत स्थित हार्ट, चेस्ट एवं वैस्कुलर सर्जरी विभाग ने एक बार फिर से सिंकलिंग के मरीज में हृदय की दुर्लभ एवं अत्यंत जटिल ऑपरेशन करके हार्ट सर्जरी के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विभागाध्यक्ष हार्ट,चेस्ट एवं वैस्कुलर सर्जरी, डाॅ. कृष्णकांत साहू के नेतृत्व में 23 वर्षीय महिला के हृदय के एब्स्टीन एनामली का सफल आॅपरेशन करके मरीज की जान बचायी गई। 06 माह पूर्व भी इसी प्रकार की सर्जरी की गयी थी जो कि प्रदेश में प्रथम बार इसी संस्थान में किया गया था। परंतु यह आॅपरेशन इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योकि सामान्य मरीज के हृदय के आॅपरेशन के दौरान जब हृदय एवं फेफडों के कार्य को कुछ समय के लिय रोक दिया जाता है, एवं उसको हार्ट लंग मशीन पर रखा जाता है, उस समय सामान्यतः मरीज के शरीर को 28 से 30℃ तापमान तक ठंडा कर दिया जाता है, जिससे मरीज के सारे अंग जैसे- मस्तिष्क, ह्रदय, लिवर, किडनी, इत्यादि खराब न हो। पंरतु सिंकलिंग के मरीज में शरीर के तापमान को कम नही किया जा सकता क्योकि कम तापमान में मरीज की रक्त कोशिकाएं पूर्णतः छतिग्रस्त (Permanently Damage) हो जाता, एवं जिस अंग में यह ब्लड का थक्का बन जाता है, तो वह अंग पूर्ण रूप से खराब हो जाता है। ऐसी स्थिति में मरीज के रक्त को बिना ठंडा किये ओपन हार्ट सर्जरी करना बहुत ही चुनौती पूर्ण होता है एवं बहुत की कम समय में हृदय का संपूर्ण आॅपरेशन करना होता हैं आॅपरेशन के पहले मरीज का ऑक्सिजन सेचुरेशन 80 से 85% रहता था। अब वह 98% हो गया। इस प्रकार के आॅपरेशन में मरीज को पेसमेकर लगने की 50% संभावना होती है। पंरतु इस मरीज के आॅपरेशन को विशेष तकनीक द्वारा किया गया जिससे कि मरीज को स्थायी पेसमेकर की आवश्यकता नहीं पड़ी। हालाकि मरीज को 03 दिन तक पेसमेकर मशीन का सहारा देना पडा़ था। इस मरीज को विश्व का सबसे बेहतरीन टिश्यू वाल्व, बोवाईन टिश्यू वाल्व (Bovine tissue valve) लगाया गया है। इसके लगने के बाद मरीज को खून पतला करने की दवाई जैसे एसीट्राम(Acitrom & Warf) की आवश्यकता नहीं होती, क्योकि इस वाल्व की बनावट मनुष्य के हृदय के वाल्व जैसे होती है। पूर्ण रूप से स्वस्थ हो कर यह मरीज अपने घर जाने को तैयार है। यह ऑपरेशन आयुष्मान एवं खूबचन्द्र बघेल योजना के अंतर्गत पूर्णतः निःशुल्क हुुआ है।
*क्या होता है,एब्स्टीन एनोमली बीमारी*यह हृदय की जन्मजात बीमारी है। जब बच्चा मां के पेट के अंदर होता है, उस समय प्रथम 06 हफ्तो में बच्चे के हृदय का विकास होता है। इसी हृदय के विकास में बाधा आने पर बच्चे का हृदय असामान्य हो जाता है। इस बीमारी में मरीज के हृदय का ट्राइकस्पिड वाल्व ठीक से नही बन पाता एवं दायां निलय (Rt Ventricle) ठीक से विकसित नहीं हो पाता एवं हृदय के उपर वाले चैम्बर में छेद (ASD/PFO) रहता है, जिसके कारण मरीज के फेफड़े में शुद्व (ऑक्सीजेनेशन) होने के लिए पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुच पाता जिससे मरीज का शरीर नीला पड़ जाता है। इस बीमारी को क्रिटिकल काॅम्प्लेक्स जन्मजात हृदय रोग ( critical complex cyanotic congenital heart disease)कहा जाता है।यह बीमारी 02 लाख बच्चों में से किसी एक को होता हैं। 13% बच्चें जन्म लेते ही मर जाते है, एवं 18% बच्चें 10 साल की उम्र तक मर जाते हैं। 20 साल की उम्र तक इस बीमारी से ग्रस्त लगभग सारे मरीज मर जाते है। इस बीमारी में बच्चों के मरने का कारण हार्ट का फेल हो जाना एवं हृदय का अनियंत्रित धड़कन होता है। इस बीमारी का कारण गर्भावस्था के दौरान मां के द्वारा लिया गया लिथियम एवं बेजोडाईजेपाम, जिसका उपयोग मानसिक बीमारियों के उपचार में होता है, इसके अलावा अनुवांशिक भी एक कारण हो सकता है।इस मरीज को एक साथ दो-दो बिमारियां थीं। पहला सिकल सेल डिजीज एवं दूसरा एब्स्टीन एनामली। सिंकलिंग के कारण मरीज का हीमोग्लोबिन 06 या 07 ग्राम तक हो जाता था एवं खून चढ़ने की नौबत आ जाती थी। हृदय के इस बिमारी के कारण मरीज का शरीर नीला पड़ रहा था। मरीज को बहुत की ज्यादा थकान एवं सांस फुलने की शिकायत हो रही थी।इस मरीज के रिश्तेदार इस मरीज को लेकर डाॅ. कृष्णकांत साहू के पास आये तो डाॅ. साहू ने मरीज के रिश्तेदार (पति) को जब यह बताया कि यह हृदय की बहुत ही दुर्लभ बिमारी है, आॅपरेशन की सफलता 10% से भी कम होती है एवं ऑपरेशन के बाद भी पेसमेकर (जो ह्रदय की गति को नियंत्रित करता है।) मशीन की आवश्यकता पड़ सकती है, तो मरीज के रिश्तेदार घबरा गये। लेकिन उनको समझाया गया कि आॅपरेशन नही करवाने से मरने की संभावना 100% है, तो फिर आनन-फानन में मरीज एवं रिश्तेदार ऑपरेशन के लिए मान गये।*विशेष तकनीक से किया गया ऑपरेशनइस ऑपरेशन में सबसे ज्यादा चुनौती पूर्ण था मरीज का सिंकलिंग होना। इसके लिए दक्ष परफ्यूजनिस्ट एवं अनुभवी हार्ट सर्जन की आवश्यकता होती है। क्योकि सिंकलिंग के मरीज को 28 डिग्री तापमान तक ठंडा नही किया जा सकता। ऐसे में मरीज के हार्ट को ज्यादा देर तक बंद नही किया जा सकता है एवं ट्राइकस्पिड वाल्व लगाते समय विशेष तकनीक का उपयोग किया गया जिससे मरीज के हृदय का कंडक्सन सिस्टम (electric pathway) को कोई नुकसान नहीं हो। एवं ह्रदय की धड़कन सामान्य रहे। जिससे की मरीज को कृत्रिम पेसमेकर की आवश्यकता न पड़े।हालाकि मरीज को ऑपरेशन के बाद 03 दिनो तक कृत्रिम पेसमेकर मे रखा गया था। इस ऑपरेशन को मेडिकल भाषा में ट्राइकस्पिड वाल्व रिप्लेसमेंट विद 29mm बोवाइन टिशू वाल्य +पीएफओ क्लोजर + आर वी ओटी आबस्ट्रक्सन रिलीज अंडर नार्मोथमिकि सीपीबी कहते है।(tricuspid valve replacement with 29mm bovine tissue valve+ RVOT obustruction release under normothermic cardiopulmonary bypass)ऑपरेशन के बाद मरीज को सघन आई.सी.यू. की आवश्यकता होती है क्योकि ऐसेबमरीजों की राइट वेन्ट्रीकल बहुत ही कमजोर होती है। डाॅ. तान्या छौडा जो कि एक कार्डियक एनेस्थेटिस्ट है, उन्होंने ने यह काम बखूबी से निभाया ।*इस ऑपरेशन में शामिल टीम*हार्ट सर्जन - डाॅ. कृष्णकांत साहू विभागाध्यक्ष, डाॅ.निशांत सिंह चंदेलकार्डियक एनेस्थेटिस्ट - डाॅ. तान्या छौडापरफ्युजनिस्ट - चंदन, डिगेश्वरनर्सिंग - राजेन्द्र साहू, मुनेश, चैवाराम,टेक्नीशियन - भूपेन्द्र, हरी--00-- -
-ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए गए निर्देश*
-रोका-छेका’’ के लिए ग्राम स्तर पर आयोजित की जाएंगी बैठकें*-गौठानों में पशुओं के प्रबंधन और रख-रखाव व्यवस्था के निर्देश*-पशुओं को गौठानों में लाने मुनादी कराने के निर्देश*रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की शुरूआत के बाद पूरे प्रदेश में निर्धारित तिथि को रोका-छेका का आयोजन किया जाएगा। रोका-छेका छत्तीसगढ़ की खेती-किसानी से जुड़ी एक प्राचीन परंपरा है, जिसका मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर एक अभियान के रूप में पिछले तीन वर्षाें से आयोजन किया जा रहा है। आगामी फसल बुआई के पूर्व खुले में चराई करने वाले पशुओं से फसलों को बचाने के लिए इस वर्ष भी ‘‘रोका-छेका’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सभी कलेक्टरों को प्रदेश में बारिश शुरू होने पर पूरे प्रदेश में एक साथ रोका-छेका कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। रोका-छेका की तिथि का निर्धारण बारिश की स्थिति को देखते हुए विभिन्न जिलों के समन्वय से की जाएगी।गौरतलब है कि रोका-छेका के माध्यम से किसान और पशुपालक अपने पशुओं को खुले में चराई के लिए नहीं छोड़ने का संकल्प लेते हैं, ताकि फसलों को नुकसान न पहुंचे। पशुओं को घरों, बाड़ों और गौठानों में रखा जाता है और उनके चारे-पानी का प्रबंध भी किया जाता है। गांवों में गौठानों के बनने से रोका-छेका का काम अब और भी ज्यादा आसान हो गया है। गौठानों में पशुओं की देखभाल और उनके चारे-पानी की प्रबंध की चिन्ता अब किसानों और पशुपालकों को नहीं है। गौठानों में इसका प्रबंध पहले ही किया गया है।कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को रोका-छेका कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा जारी किए गए हैं। प्रदेश के सभी कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को छत्तीसगढ़ की रोका-छेका प्रथा के अनुरूप गौठानों में पशुओं के प्रबंधन व रख-रखाव की उचित व्यवस्था करने, पशुपालकों और किसानों को अपने पशुओं को घरों में बांधकर रखने के लिए प्रोत्साहित करने तथा गांवों में पहटिया (चरवाहा) की व्यवस्था करने के संबंध में 20 जून तक ग्राम स्तर पर बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।‘‘रोका-छेका’’ होने से कृषक शीघ्र बुआई कार्य संपादित कर पाते हैं, साथ ही दूसरी फसल लेने के लिए प्रेरित होते है। कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि 20 जून तक ग्राम स्तर पर ग्राम सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणजन की बैठक आयोजित कर पशुओं के नियंत्रण से फसल बचाव का निर्णय ग्राम सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों के द्वारा लिया जाए। फसल को चराई से बचाने हेतु पशुओं को गौठान में नियमित रूप से लाये जाने के संबंध में प्रत्येक गौठान ग्राम में मुनादी करायी जाये।निर्देशों में यह भी कहा गया है कि ‘‘रोका-छेका’’ प्रथा अंतर्गत गौठानों में पशुओं के प्रबंधन व रखरखाव की उचित व्यवस्था हेतु गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की जाए। ऐसे गौठान जो सकिय परिलक्षित नहीं हो रहे है, वहां आवश्यकतानुसार जिले के प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से समिति में संशोधन कर सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही साथ पहटिया (चरवाहे) की व्यवस्था से पशुओं का गौठानों में व्यवस्थापन सुनिश्चित करायें। गौठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कराया जाए तथा वर्षा के मौसम में गौठानों में पशुओं के सुरक्षा हेतु व्यापक प्रबंध किया जाए। वर्षा से जल भराव की समस्या दूर करने के लिये गौठानों में जल निकास की समुचित व्यवस्था की जाए तथा गौठान परिसर में पशुओं के बैठने हेतु कीचड़ आदि से मुक्त स्थान की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।कलेक्टरों और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को गौठान में पर्याप्त चारा, पैरा आदि की व्यवस्था करने, ग्रीष्मकालीन धान की फसल के पैरादान हेतु कृषको को प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही साथ समस्त निर्मित गौठानों में 30 जुलाई से पहले चारागाह की स्थापना करने तथा कलेक्टरों से रोका-छेका कार्यक्रम का स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कर ग्रामीणजनों की सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा गया है। - - आज विधि छात्रों तथा पैरालीगल वालेन्टियर ने निकाली जागरूकता बाईक रैलीरायपुर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर बाल श्रमिकों की समस्याओं एवं उनके उन्मूलन हेतु 12 से 20 जून 2022 तक “बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह" मनाया जा रहा है। जिसके छठवें दिवस आज 18 जून को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायालय परिसर रायपुर और जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, रायपुर के रेसक्यू टीम के संयुक्त तत्वाधान में जिला न्यायाधीश एवम अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर श्री संतोष शर्मा के मार्गदर्शन में जनमानस में जागरूकता लाने, बाल श्रमिकों का बचाव कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कराये जाने जिला न्यायालय परिसर रायपुर से सुबह11बजे विधि छात्रों एवं पैरालीगल वालेन्टियर्स के सहयोग से बाईक रैली का आयोजन किया गया।उक्त बाईक रैली को जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री नवनीत स्वर्णकार एवं जिला न्यायालय परिसर रायपुर स्थित प्रबंध कार्यालय के प्रतिधारक अधिवक्ता श्रीविनोद कुमार सैनी द्वारा न्यायालय परिसर रायपुर से हरी झण्डी दिखाते हुए रवाना किया गया । बाईक रैली शहर में कचहरी चौक से मेकाहारा चौक, केनाल रोड, मरीन ड्राईव, घड़ी चौक, फाफाडीह चौक, से यूटर्न होकर जेल रोड होते हुए वापस कचहरी चौक में आकर समाप्त हुई।"बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह" के अवसर पर आयोजित उक्त बाईक रैली में बाल श्रम (प्रतिनिषेध और विनियमन) अधिनियम 1986, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2000 बच्चों का निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 तथा नालसा (बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाऐं और उनके संरक्षण के लिए विधिक सेवाऐ) योजना 2015 के साथ साथ इससे संबंधित विधिक सेवा की विभिन्न योजनाओं के बारे में संदेश दिया गया। संबंधित जागरूकता बाईक रैली कार्यक्रम के आयोजन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग रायपुर के अलावा कार्यालय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर विधि छात्र-छात्राऐं रायपुर व पैरालीगल वालेन्टियर्स जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर का विशेष सहयोग रहा। उक्त जानकारी श्री प्रवीण मिश्रा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायपुर के द्वारा प्रदान की गयी।इनके द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग,भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित "बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह" में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, रायपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के संयुक्त रेसक्यू टीम द्वारा अभी तक लगभग 20 बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है। जहां इन बच्चों के पुनर्वास पढ़ाई शिक्षा एवं इनके उज्जवल भविष्य को लेकर आगे की कार्यवाही की जा रही है। प्राधिकरण के सचिव ने आम नागरिकों से यह भी अपील की है कि इनके आसपास के क्षेत्र में किसी संस्थान, दुकान में कोई बच्चा बाल श्रमिक के रूप में श्रम करते हुए पाए जाते हैं तो उसकी जानकारी टोल फ्री नं. 15100 में प्रदान कर सहयोग करें, जिससे कि इन बच्चों को बचाया जा सकें और इनकी देख-रेख, ख्याल, शिक्षा, प्रशिक्षण, विकास एवं पुनर्वास किया जाना संभव हो सके।
- भिलाई नगर/ नाली सफाई अभियान के तहत निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे मॉर्निंग विजिट में लगातार सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। वर्षों पुरानी नालियों की सफाई कर बड़े नालों में कनेक्टिविटी दी जा रही है। आज निगम आयुक्त ने कैंप क्षेत्र तथा बैकुंठधाम क्षेत्र एवं गौरव पथ के समीपस्थ क्षेत्रों का निरीक्षण सफाई को लेकर किया। सफाई करवाने के लिए उन्होंने तत्काल सफाई एजेंसी पीवी रमन को मौके पर तलब किया। उन्होंने निर्देश दिए कि नालियों की अच्छी तरीके से सफाई हो जाए और इसकी कनेक्टिविटी बड़े नालो तक पहुंचे। निगमायुक्त ने कई घंटों तक स्वयं खड़े होकर नाली सफाई करवाई। महापौर नीरज पाल के निर्देश पर मानसून आने के पूर्व नालियों एवं नालों का सफाई बृहद रूप से भिलाई निगम क्षेत्र अंतर्गत किया जा रहा है इस वर्ष 2 माह पूर्व से नालों की सफाई का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। नालियों से सफाई करने के बाद निकले मलबा को तत्काल स्वच्छता कर्मी हटा रहे हैं। जिन क्षेत्रों में कभी स्वच्छता कर्मी नहीं पहुंचे उन क्षेत्रों में भी पहुंचकर नाली की सफाई की जा रही है। जहां पर पानी निकलने का स्रोत नहीं है वहां पर अस्थाई रूप से नालियों का निर्माण किया जा रहा है और पानी निकासी की व्यवस्था अभी से बनाई जा रही है। डुबान क्षेत्र एवं निचली बस्तियों पर खासा ध्यान रखा जा रहा है और इन क्षेत्रों के नालियों को हाईटेक मशीन के माध्यम से सफाई की जा रही है। स्वच्छता की सभी संसाधन नालियों की सफाई के लिए झोंक दिए गए है, ताकि बारिश के दिनों में जलभराव की स्थिति निर्मित ना हो। आज निगमायुक्त ने नाला सफाई के साथ-साथ सड़कों की सफाई और डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का जायजा भी लिया।
- -यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के 3 सदस्यी दल ने किया आधार सेंटर का भ्रमणरायपुर।छत्तीसगढ़ द्वारा राज्य के आम लोगों के लिए आधार सेवा के लिए किये जा रहे कार्य प्रशंसनीय है। यह बात नई दिल्ली से आये यू.आई.डी.ए.आई. के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. सौरभ गर्ग ने राजधानी स्थित नगर निगम आधार केंद्र के भ्रमण के दौरान कही। इस अवसर पर डॉ. सौरभ गर्ग के साथ उप महानिदेशक श्रीमती संगीता पी. और छत्तीसगढ़ राज्य आधार संचालक श्री श्रीनिवास नाइक भी उपस्थित रहे।उल्लेखनीय है कि यू.आई.डी.ए.आई. के दल ने आज यहां नगर निगम आधार सेंटर के अलावा जोन सात के आधार सेंटर का भी भ्रमण किया। नगर निगम के आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि चिप्स के साथ समन्वय कर नगर निगम की अधिकांश नागरिक सेवाएं सुविधाजनक रूप से आम नागरिकों को प्रदान की जा रही हैं। चिप्स के संयुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश सोनी ने नई दिल्ली से आये दल को राज्य में आधार सेवाओं के संचालन की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की। उक्त जानकारी देते हुए श्री नीलेश सोनी ने बताया कि राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप नागरिक सेवाओं की प्रदायगी में पारदर्शिता और विश्वनीयता बढ़ने के लिए चिप्स निरंतर कार्यरत है, जिसमें आधार सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ यू.आई.डी.ए.आई. के परियोजना प्रमुख श्री अनित तिवारी और सहायक प्रबन्धक श्री सौरभ रामटेके के साथ नगर निगम के अधिकारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। गौरतलब है कि आधार केन्द्रों में नए आधार कार्ड के लिए पंजीयन, पता, फोटो, बायो मेट्रिक जानकारी अपडेट करने का कार्य किया जा रहा है। डायरेक्ट बेनेफीट ट्रांसफर वाली अनेक योजनाओं में आधार ऑथेंटिकेशन जरूरी होता है।
- -सभी शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को दिया जाएगा प्रमुखता से स्थानरायपुर । छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सभी शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुखता से स्थान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने ट्वीट में कहा है कि छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है। हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की पहल पर शासकीय कार्यक्रमों की शुरूआत राज्यगीत ‘अरपा पैरी के धार‘...... के साथ की जा रही है।
- भिलाई नगर/ विधायक देवेंद्र यादव एवं महापौर नीरज पाल ने आज सेक्टर 2 तालाब एवं खुर्सीपार में निर्माणाधीन इंडोर स्टेडियम का जायजा लिया। इंडोर स्टेडियम के निर्माण को गुणवत्ता पूर्वक करते हुए शीघ्र अति शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को दिए है। इंदौर स्टेडियम के निर्माण से खिलाड़ियों को चाहे गर्मी हो या बारिश हो दिन हो या रात उन्हें अपने खेल अभ्यास को निखारने का मौका मिलेगा और एक बेहतर प्लेटफार्म खिलाड़ियों को मिलेगा। भिलाई में ज्यादातर खेल मैदान खुले स्थानों पर निर्मित है, बारिश के दिनों में खेल अभ्यास करने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है, इसीलिए विधायक देवेंद्र यादव एवं महापौर नीरज पाल ने इंडोर स्टेडियम बनाने की परिकल्पना की, जहां सर्व सुविधा युक्त खेल भवन खिलाड़ियों को मिल पाएगा और नियमित रूप से खिलाड़ी खेल अभ्यास कर पाएंगे। निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के प्रभारी एवं एमआईसी सदस्य एकांश बंछोर, एमआईसी सदस्य मीरा बंजारे एवं जोन आयुक्त येशा लहरे, कार्यपालन अभियंता टी के रणदिवे, सहायक अभियंता अनिल सिंह एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे, प्रिया खैरवार सहित अन्य मौजूद रहे।सेक्टर 2 तालाब का होगा कायाकल्प,विधायक और महापौर ने देखी ड्राइंग डिजाइनसेक्टर 2 तालाब में सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा। विधायक देवेंद्र यादव और महापौर नीरज पाल की मंशा अनुरूप सेक्टर 2 तालाब का सौंदर्यीकरण करने का कार्य किया गया है, जो कार्य शेष रह गए है उन्हे भी पूरा किया जाएगा। विधायक और महापौर ने आज तालाब पहुंचकर होने वाले विकास कार्यों के लिए ड्राइंग डिजाइन का अवलोकन कर कार्ययोजना को मूर्त रूप देने के निर्देश दिए। सेक्टर 2 तालाब में छठ पर्व पर भक्तों का ताता लगता है, आस्था के इस पर्व में जन सैलाब उमड़ पड़ता है। इस तालाब का सौंदर्यीकरण का कार्य किए जाने की आवश्यकता को देखते हुए महापौर परिषद ने इसकी स्वीकृति प्रदान की है। सौंदर्यीकरण के तहत हाई मास्क लाइट, पेवर ब्लॉक, कुंड निर्माण, प्लांटेशन, बोरिंग एवं ब्यूटीफिकेशन के कार्य सहित अन्य काम किए जाएंगे।
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बालोद। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में से तांदुला नदी में हीरापुर एनीकट के समीप से सफाई अभियान शुरू हुआ। तांदुला नदी की सफाई में भिलाई इस्पात संयंत्र दल्लीराजहरा, नगर पालिका परिषद बालोद, जल संसाधन विभाग सहित जन सहयोग द्वारा सहभागिता निभाई जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि जनसहभागिता से ही तांदुला नदी की सफाई हो पाएगी। उन्होंने सभी वर्ग के लोगों से तांदुला नदी की सफाई हेतु सतत् रूप से अपनी सहभागिता निभाने की अपील की है। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद बालोद के अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा, गणमान्य नागरिक श्री कृष्णा दुबे, भिलाई इस्पात संयंत्र दल्लीराजहरा के अधिकारी, रेडक्रास के वालिंटियर्स, संयुक्त कलेक्टर श्री अभिषेक दीवान, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमंत ठाकुर, एस.डी.एम. श्री जी.डी.वाहिले, नगर पालिका परिषद बालोद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री रोहित साहू, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री टी.सी.वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिकगण व ग्रामीणजन मौजूद थे।-file photo tandula dame
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रायपुर। नगरीय प्रशासन, विकास एवं श्रम मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया एक दिवसीय प्रवास पर जशपुर पहुंचे। उन्होंने मनोरा विकासखंड के सोगडा आश्रम पहुंचकर मां सर्वेश्वरी के दर्शन करके पूजा अर्चना की और छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि जशपुर जिले में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं यहां के किसान चाय, काजू, मिर्च, टमाटर एवं अन्य फसलों की अच्छी पैदावार कर रहे हैं। किसानों को धान के अतिरिक्त अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने नगरीय निकाय के अधिकारियों को शहरों की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा है और शहरों की नालियों की अच्छे से सफाई हो जिससे जल भराव की स्थिति नहीं हो। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर पूर्व राज्य सभा सांसद श्री पी.एल. पुनिया, संसदीय सचिव और कुनकुरी विधायक श्री यूडी मिंज, विधायक जशपुर श्री विनय भगत, जशपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कल्पना लकड़ा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री हीरूराम निकुंज, कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल, श्री अजय गुप्ता, श्री सूरज चौरसिया, श्री मनमोहन भगत और श्री निलेश सिंह उपस्थित थे।
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रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनकी वीरता, साहस और देशभक्ति को नमन किया। उन्होंने कहा कि झांसी की रानी सच्चे अर्थों में वीरांगना थी, जिन्होंने मातृ भूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई शौर्य और नारी शक्ति की मिसाल हैं, उनका व्यक्तित्व केवल महिलाओं के लिए ही नहीं पूरे समाज तथा देश के लिए प्रेरणा स्रोत है। -
रायपुर। महाराष्ट्र कराड स्थित मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे रायपुर के मेडिकल छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दो दिनों तक युवक ने किसी का फोन नहीं रिसीव किया, तब परिजनों को शक हुआ है। उन्होंने युवक के दोस्तों और मकान मालिक से संपर्क किया। जब दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो युवक फंदे पर लटका हुआ था। महाराष्ट्र पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। उसमें कुछ दिनों से परेशान रहने की बात लिखी है।
पुलिस ने बताया कि न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश जैन और डॉ. विनीता जैन का बेटा अरिहंत जैन महाराष्ट्र में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। वह इस साल चौथे वर्ष में था। उसने आखिरी बार 15 जून को दोपहर परिजनों से बात की थी। दूसरे दिन उसकी छोटी बहन का जन्मदिन था, लेकिन उसने सुबह फोन नहीं किया। बहन ने खुद ही भाई को फोन किया। अरिहंत ने फोन नहीं उठाया। उसके बाद परिजनों ने दोपहर में फोन किया। इस समय भी युवक ने फोन रिसीव नहीं किया। फिर रात में फोन किया। इस बार जब फोन नहीं उठाया तब परिजनों को शंका हुई। उन्होंने उसके दोस्तों से संपर्क किया और दोस्त को घर भेजा गया। दोस्त ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। तब मकान मालिक फिर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर गए। अरिहंत कमरे में फंदे में लटका हुआ था।