- Home
- विदेश
- बार्सीलोना. स्पेन के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में मंगलवार को अचानक आयी बाढ़ के कारण कई कारें बह गयीं और रेल सेवा बाधित हो गयी तथा प्राधिकारियों ने कई लोगों के लापता होने की सूचना दी है। अचानक आयी बाढ़ ने दक्षिण में मलागा प्रांत से लेकर पूर्व में वेलेंशिया तक तबाही मचा दी है। स्पेन के राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता ‘आरटीवीई' द्वारा प्रसारित फुटेज में पानी के तेज बहाव के कारण कारें बहती दिखायी दीं और निचले इलाकों में स्थित घरों में कई फुट तक पानी भरा दिखायी दिया। रेल प्राधिकारियों ने बताया कि मलागा के समीप एक रेलगाड़ी पटरी से उतर गई जिसमें 300 लोग सवार थे। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ है। वेलेंशिया शहर और मैड्रिड के बीच हाई-स्पीड रेल सेवा बाधित है। पुलिस और बचाव सेवाओं ने लोगों को घरों तथा कारों से बाहर निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। स्पेन की राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, देश में बृहस्पतिवार तक तूफान का असर बरकरार रहने का पूर्वानुमान है।
- कैली (कोलंबिया). संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने वैश्विक जैव विविधता के संरक्षण के लिए देशों से नए संकल्प लेने का आग्रह किया और निजी क्षेत्र से भी इसमें शामिल होने का आह्वान किया। कोलंबिया के कैली में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता शिखर सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान गुतारेस ने कहा, ‘‘प्रकृति ही जीवन है और फिर भी हम इसके खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। यह एक ऐसा युद्ध जिसमें कोई विजेता नहीं हो सकता।'' उन्होंने कहा, ‘‘हर दिन, हम कई प्रजातियों को खो रहे हैं। हर मिनट हम अपने समुद्रों, नदियों और झीलों में प्लास्टिक कचरे से भरा एक ट्रक उड़ेल रहे हैं। यह अस्तित्व के संकट जैसा है।'' कनाडा के मॉन्ट्रियल में 2022 में तय किए गए प्रस्तावों पर आगे की कार्यवाही के लिए कैली में यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जो कि दो सप्ताह तक जारी रहेगा। मॉन्ट्रियल में तय किए गए प्रस्तावों में धरती पर पौधों और पशु के जीवन को बचाने के लिए 23 उपायों पर काम करना शामिल है। गुतारेस ने कहा कि कोई भी देश चाहे वह अमीर हो या गरीब, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और प्रदूषण से होने वाली तबाही से अछूता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कैली में शिखर सम्मेलन के समापन से पहले हमें नए संकल्प लेने होंगे और हमें निजी क्षेत्र को भी इसमें शामिल करना चाहिए। लोग प्रकृति को मुफ्त, अनंत संसाधन नहीं मान सकते।''
-
जोहानिसबर्ग. दक्षिण अफ्रीका ने विशेष रूप से भारत और चीन से पर्यटकों की आमद बढ़ाने के मकसद से एक नयी योजना शुरू की तथा इन दोनों देशों के ‘टूर ऑपरेटरों' को इस योजना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। गृह मंत्री डॉ. लियोन श्रेबर द्वारा इस योजना की परिकल्पना किए जाने के दो महीने बाद उनके विभाग ने मंगलवार को ‘ट्रस्टेड टूर ऑपरेटर स्कीम' (टीटीओएस) की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य पर्यटन में वृद्धि से रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। इसके बाद पर्यटन मंत्रालय और देश के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ वीजा प्राप्त करने में अक्षमता तथा लालफीताशाही को दूर करने के तरीके खोजने के मकसद से चर्चा की गई। इन समस्याओं के कारण दक्षिण अफ्रीका इन दोनों देशों से बहुत अधिक संख्या में पर्यटक आकर्षित नहीं कर पा रहा है। विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘बाधाओं को दूर करने और गृह मंत्रालय को एक आर्थिक सक्षमकर्ता के रूप में पुनः स्थापित करने के लिए, विभाग ने आज दक्षिण अफ्रीका तथा विदेशों के स्थापित ‘टूर ऑपरेटरों' को रुचि व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया है, जो चीन और भारत से हमारे देश में अधिक पर्यटकों को लाने के लिए इस योजना पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं।'' इसमें दिए गए आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में चीनी पर्यटकों ने 10 करोड़ से अधिक विदेश यात्राएं कीं, जिनमें से दक्षिण अफ्रीका में केवल 93 हजार पर्यटक ही पहुंचे। विभाग ने कहा, ‘‘फिलहाल दक्षिण अफ्रीका आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में भारतीय पर्यटकों की हिस्सेदारी केवल 3.9 प्रतिशत है - और चीन के केवल 1.8 प्रतिशत पर्यटक है। अध्ययन से पता चलता है कि प्रति वर्ष केवल 10 प्रतिशत पर्यटकों की आमद में वृद्धि हो जाने से वार्षिक आर्थिक वृद्धि में 0.6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है।
-
दीर अल-बला (गाजा पट्टी) . उत्तरी गाजा पट्टी में मंगलवार को इजराइल के दो हवाई हमलों में कई महिलाओं तथा बच्चों समेत कम से कम 88 लोगों की मौत हो गयी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अस्पताल के निदेशक ने बताया कि जानलेवा चोटों से पीड़ित मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है क्योंकि सप्ताहांत में इजराइली बलों की छापेमारी के दौरान कई चिकित्सकों को हिरासत में ले लिया गया। इजराइल ने हाल के हफ्तों में उत्तरी गाजा में हवाई हमले तेज कर दिए और एक बड़ा जमीनी अभियान शुरू किया। उसने कहा कि यह हमास के उन आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए है जो युद्ध के एक साल से अधिक समय बाद फिर से संगठित हो गए हैं। इस भीषण लड़ाई ने उत्तरी गाजा में हजारों फलस्तीनियों की बिगड़ती मानवीय स्थिति को लेकर चिंता पैदा कर दी है। गाजा तक पर्याप्त सहायता न पहुंचने को लेकर चिंताएं सोमवार को बढ़ गयीं जब इजराइल की संसद ने दो विधेयक पारित किए जो फलस्तीनी शरणार्थियों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को गाजा में सहायता प्रदान करने से रोक सकते हैं। इजराइल का गाजा और कब्जे वाले वेस्ट बैंक, दोनों पर नियंत्रण है, और यह स्पष्ट नहीं है कि एजेंसी वहां कैसे काम करेगी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की आपातकालीन सेवा ने बताया कि उत्तरी गाजा के बेत लाहिया शहर में मंगलवार को दो हमले हुए। पहले हमले में एक पांच मंजिला इमारत को निशाना बनाया गया जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गयी और 23 लापता हैं। मंत्रालय ने बताया कि मारे गए लोगों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बेत लाहिया पर मंगलवार शाम को दूसरे हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी।
-
ह्यूस्टन (अमेरिका). अमेरिका में टेक्सास राज्य की हैरिस काउंटी में दिवाली आधिकारिक रूप से बड़ा उत्सव बन गयी है क्योंकि पहली बार निवासी 31 अक्टूबर को इस त्योहार के मद्देनजर कानूनी तौर पर पटाखे खरीद सकते हैं। हैरिस काउंटी कमिशनर्स कोर्ट ने सितंबर में इस बदलाव को मंजूरी दे दी थी। इससे पहले 2023 में राज्य में एक कानून पारित कर दिवाली को आतिशबाजी के लिए उपयुक्त अवकाश घोषित कर दिया गया था। बहरहाल, अब भी यहां कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं है लेकिन अमेरिका भर के समुदाय उत्साह के साथ दिवाली मना रहे हैं। पिछले सप्ताहांत, श्री सीता राम फाउंडेशन ने टेक्सास के रोसेनबर्ग में फोर्ट बेंड एपीसेंटर में 13वां दिवाली-दशहरा अंतरराष्ट्रीय उत्सव आयोजित किया था जिसमें तकरीबन 12,000 लोग शामिल हुए थे। फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अरुण वर्मा ने कहा, ‘‘दिवाली हमारे लिए एक उत्सव से कहीं अधिक बढ़कर है। यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम' को अपनाती है और हम अपनी साझा मानवता का जश्न मनाने में हर किसी का स्वागत करते हैं।'' इस वर्ष के उत्सव में वैश्विक एकता पर जोर दिया गया, जिसमें 200 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडे प्रदर्शित किए गए और यहूदी, सिख और ईसाई समूहों सहित विभिन्न समुदायों ने सक्रिय रूप से इसमें भाग लिया। दिवाली से पहले ही ह्यूस्टन में आभूषण की दुकानों में धनतेरस पर सोना खरीदने के इच्छुक ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। इलाके में भारतीय मिठाई की कई दुकानों पर लड्डू से लेकर बर्फी तक पारंपरिक मिठाइयों के बड़े-बड़े डिब्बों की बिक्री की जा रही है।
- वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय और आवास) में दिवाली समारोह का आयोजन किया जिसमें देश भर के सांसदों, अधिकारियों और कॉर्पोरेट जगत के दिग्गजों समेत 600 से अधिक प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी शामिल हुए। बाइडन ने ‘व्हाइट हाउस' के ‘ईस्ट रूम' में कहा, ‘‘राष्ट्रपति के तौर पर मुझे ‘व्हाइट हाउस' में अब तक के सबसे बड़े दिवाली समारोह की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है। मेरे लिए इसका बहुत महत्व है। सीनेटर, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के तौर पर दक्षिण एशियाई अमेरिकी मेरे स्टाफ के प्रमुख सदस्य रहे हैं।'' चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और बाइडन की पत्नी डॉ. जिल बाइडन इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं। बाइडन के भाषण से पहले अमेरिकी सर्जन जनरल वाइस एडमिरल विवेक एच. मूर्ति, सेवानिवृत्त नौसैन्य अधिकारी एवं नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और ‘इंडियन-अमेरिका यूथ एक्टिविस्ट' श्रुति अमूला ने भी समारोह को संबोधित किया। इस दौरान सुनीता ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रिकॉर्ड किया गया वीडियो संदेश भेजा। व्हाइट हाउस के ‘ब्लू रूम' में औपचारिक रूप से दीया जलाते हुए बाइडन ने कहा कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी समुदाय ने अमेरिकी जीवन के हर हिस्से को समृद्ध किया है।
-
बीजिंग, चीन ने बच्चे पैदा होने पर सब्सिडी देने और अभिभावकों की कर देनदारी में कटौती सहित कई नीतियों को घोषणा की है ताकि दंपतियों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और जनसांख्यिकी संकट को और गहराने से रोका जा सके। स्टेट काउंसिल या केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा सोमवार को जारी निर्देश में प्रसव सहायता सेवाओं को बढ़ाने, बाल देखभाल प्रणालियों का विस्तार करने, शिक्षा, आवास और रोजगार में सहायता को मजबूत करने तथा प्रसव के अनुकूल सामाजिक माहौल बनाने के लिए 13 लक्षित उपायों की रूपरेखा तैयार की गई है। जन्म दर में गिरावट के कारण पिछले वर्ष चीन विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश के मामले में भारत से पिछड़ गया। सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नवीनतम पहल में प्रसव पर सब्सिडी देने की व्यवस्था में सुधार और प्रसव से संबंधित व्यक्तिगत आयकर राहत भी शामिल है। प्रमुख प्रावधानों में मातृत्व बीमा योजना का लाभ लचीले रोजगार वाले व्यक्तियों और ग्रामीण प्रवासी श्रमिकों को भी प्रदान करना शामिल है, जो पहले से ही बुनियादी चिकित्सा बीमा योजना का हिस्सा हैं। सरकारी सीजीटीएन की खबर के मुताबिक उपयुक्त प्रसव पीड़ा निवारण और सहायक प्रजनन तकनीक सेवाओं को बीमा प्रतिपूर्ति के लिए पात्र चिकित्सा सेवाओं की सूची में जोड़ा जाएगा। हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के मुताबिक नए उपायों पर जनता ने ठंडी प्रतिक्रिया दी है। माइक्रोब्लॉगिंग मंच वेइबो पर एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की कि ये उपाय ऐसे हैं जैसे कि ‘‘आप फरारी खरीद रहे हैं, और सरकार आपको 100 युआन का कूपन दे रही है''। चीनइ की 1.4 अरब की आबादी में तेजी से वृद्धों की संख्या बढ़ रही है। इस समय देश की कुल आबादी में 14 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक चीन की 60 वर्ष और उससे अधिक आयु की आबादी 2023 के अंत तक 30 करोड़ तक पहुंच गई। यह संख्या 2035 तक 40 करोड़ से अधिक हो जाएगी और 2050 तक 50 करोड़ तक पहुंच जाएगी। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन में जन्म दर में गिरावट एवं बच्चों के नामांकन में कमी के मद्देनजर हजारों नामी किंडरगार्टन बंद हो गए हैं। विद्यालयों को वृद्धाश्रम में बदला जा रहा है और वहां के कर्मचारियों को बुजुर्गों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार द्वारा दशकों से लागू एक बच्चा की नीति के कारण देश गंभीर जनसांख्यिकी संकट से गुजर रहा है।
- वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार शाम को व्हाइट हाउस में देशभर से बड़ी संख्या में आए भारतीय अमेरिकियों के साथ दिवाली मनाएंगे। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘पिछले वर्षों की परंपरा को जारी रखते हुए राष्ट्रपति अपने भाषण से पहले ब्लू रूम में दीया जलाएंगे।'' इसके बाद वह भारतीय अमेरिकियों की एक सभा के समक्ष भाषण देंगे जिनके लिए वह एक स्वागत समारोह की मेजबानी कर रहे हैं। यह व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडन का आखिरी दिवाली समारोह होगा क्योंकि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘“राष्ट्रपति के भाषण में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा' की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री और नौसेना की सेवानिवृत्त कप्तान सुनीता ‘सुनी' विलियम्स का एक वीडियो संदेश होगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से एक अभिवादन वीडियो रिकॉर्ड किया, जहां उन्होंने सितंबर में कमांडर के रूप में पदभार संभाला था।'' बयान में कहा गया है, ‘‘सुनी हिंदू धर्म को मानने वाली हैं और उन्होंने पहले भी आईएसएस से दुनिया भर के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं। वह अपनी विरासत का जश्न मनाने के लिए अपने साथ कई भारतीय/हिंदू सांस्कृतिक वस्तुओं और प्रतीक के साथ आईएसएस में हैं जिनमें समोसा से लेकर उपनिषद और भगवद गीता की प्रति शामिल हैं।''
- इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने चीन से अतिरिक्त 10 अरब युआन (1.4 अरब डॉलर) का कर्ज देने का अनुरोध किया है। रविवार को जारी एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। नकदी संकट से जूझ रहा यह देश पहले ही मौजूदा 30 अरब युआन (4.3 अरब डॉलर) की चीनी व्यापार सुविधा का उपयोग कर चुका है। वित्त मंत्रालय द्वारा शनिवार देर रात जारी बयान में कहा गया कि वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान चीन के वित्त उप मंत्री लियाओ मिन से मुलाकात की और उनसे मुद्रा अदला-बदली करार के तहत सीमा को बढ़ाकर 40 अरब युआन करने का अनुरोध किया। समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, यदि चीन इसे स्वीकार कर लेता है, तो कुल सुविधा लगभग 5.7 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऋण सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। हालांकि, चीन ने पिछले सभी ऐसे अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया है। यह नवीनतम अनुरोध चीन द्वारा मौजूदा 4.3 अरब डॉलर (30 अरब युआन) की सुविधा को अगले तीन वर्षों के लिए बढ़ाए जाने के दो सप्ताह से भी कम समय बाद आया है। पाकिस्तान और चीन ने चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग की हालिया यात्रा के दौरान एक मुद्रा अदला-बदली समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे पाकिस्तान की ऋण भुगतान अवधि 2027 तक बढ़ गई थी।
-
वाशिंगटन. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय स्थिरता और मौद्रिक स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है, जहां केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा। दास ने कहा, ''मेरा मानना है कि यह ऐसी चीज है, जिसे वित्तीय प्रणाली पर हावी होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इसमें वित्तीय स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। इसमें मौद्रिक स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। यह बैंकिंग प्रणाली के लिए भी जोखिम पैदा करता है।'' उन्होंने प्रमुख थिंक-टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में कहा कि यह ऐसी स्थिति भी पैदा कर सकता है, जहां केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा। दास ने कहा कि यदि केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा है, तो प्रणाली में उपलब्ध नकदी की जांच कैसे होगी। उन्होंने आगे कहा कि संकट के समय मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित कर केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करता है। इसलिए, हम क्रिप्टो को एक बड़े जोखिम के रूप में देखते हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस पर अंतरराष्ट्रीय समझ बननी चाहिए, क्योंकि इसका सीमापार लेनदेन होता है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, ''क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बड़े जोखिमों के बारे में पूरी तरह सचेत रहना चाहिए। मुझे लगता है कि इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। यह राय बहुत लोकप्रिय नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि वित्तीय स्थिरता के संरक्षक के रूप में यह दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।'' दास ने कहा कि सरकारें भी क्रिप्टोकरेंसी में संभावित नकारात्मक जोखिमों के बारे में तेजी से जागरूक हो रही हैं।
-
दुबई. अमेरिका ने कहा है कि ईरान पर इजराइल के हमलों से हिसाब बराबर हो चुका है और अब दोनों शत्रु देशों के बीच प्रत्यक्ष सैन्य हमले बंद होने चाहिए। अमेरिका ने ईरान को अब इजराइल पर जवाबी हमले करने पर ‘‘अंजाम'' भुगतने की चेतावनी दी। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके प्रशासन को लगता है कि इजराइली (सैन्य) अभियान के उपरांत अब दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य हमले ‘‘बंद होने'' चाहिए और उसने कहा कि अन्य सहयोगी देश भी इससे सहमत हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने शुक्रवार को पूरे दिन अभियान के बारे में जानकारी दी। व्हाइट हाउस के नियमों के अनुसार नाम न उजागर करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि इजराइली अभियान ‘‘व्यापक, सटीक और लक्षित'' था। उन्होंने कहा कि अमेरिका की इस हमले में कोई संलिप्तता नहीं है।
-
काठमांडू. भारत द्वारा दी गई 2.50 करोड़ रुपये की सहायता से नेपाल के गलयांग सिटी में स्थापित अस्पताल का उद्घाटन किया गया। यह अस्पताल राजधानी काठमांडू से करीब 250 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। स्यांग्जा जिले के गलयांग शहर में निर्मित अस्पताल भवन का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य जिला समन्वयक प्रसाद गौतम और भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव अविनाश कुमार ने किया। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नेपाल भारत विकास सहयोग के तहत 4.013 करोड़ नेपाली रुपये (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) की लागत से अस्पताल भवन का निर्माण किया गया है। इस अस्पताल की स्थापना 2010 में स्थानीय लोगों द्वारा दूरदराज के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से एक छोटे से किराये के भवन में की गई थी।
-
वाशिंगटन. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और देश की वृहद आर्थिक बुनियाद अच्छी है। आईएमएफ में एशिया प्रशांत विभाग के निदेशक कृष्णा श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। हम वित्त वर्ष 2024-25 में सात प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाते हैं, जिसे ग्रामीण खपत में सुधार से समर्थन मिलेगा क्योंकि फसलें अनुकूल रही हैं। खाद्य कीमतों के सामान्य होने से कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद वित्त वर्ष 2024-25 में मुद्रास्फीति घटकर 4.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।'' अन्य बुनियादी बातों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘ चुनाव के बावजूद राजकोषीय समेकन पटरी पर है। ‘रिजर्व' की स्थिति काफी अच्छी है। भारत के लिए सामान्य तौर पर वृहद बुनियादी बातें अच्छी हैं।'' उन्होंने सुझाव दिया कि चुनाव के बाद देश की सुधार संबंधी प्राथमिकताएं तीन क्षेत्रों में होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ पहली तो यह कि भारत में रोजगार सृजन को लेकर कई सवाल खड़े हैं। इस संदर्भ में मुझे लगता है कि 2019-20 में स्वीकृत श्रम संहिताओं को लागू करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करते हुए श्रम बाजारों को मजबूत बनाने का मौका देगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ दूसरी बात यह है कि यदि आप प्रतिस्पर्धी बनना चाहते हैं, तो आपको कुछ व्यापार पाबंदियों को हटाना होगा... क्योंकि जब आप व्यापार को उदार बनाते हैं, तो आप उत्पादक कंपनियों को जीवित रहने की अनुमति देते हैं। वहां अधिक प्रतिस्पर्धा है और यह नौकरियां सृजन कर सकता है। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि अधिक व्यापार पाबंदियां हटाई जाएं।'' श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ और अंतत: मैं कहूंगा कि सुधारों को जारी रखें... बुनियादी ढांचे को मजबूत करें, चाहे वह भौतिक बुनियादी ढांचा हो या डिजिटल बुनियादी ढांचा। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह इसी के साथ जारी रहेगा। हालांकि मैं कहूंगा कि इससे आगे बढ़कर आपको कृषि तथा भूमि सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। आपको शिक्षा और कौशल को मजबूत करने के बारे में सोचना होगा।'' कार्यबल के कौशल में निवेश की आवश्यकता पर बल देते हुए श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ एक ऐसी अर्थव्यवस्था... जो सेवा क्षेत्र में काफी अधिक नौकरियों का सृजन कर सकती है, सही कौशल होना महत्वपूर्ण है। इसलिए, शिक्षा में निवेश करना, श्रम बलों को कुशल बनाना बहुत महत्वपूर्ण है।'' श्रीनिवासन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ सामाजिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना एक और सुधार है। अंत में, मैं कहूंगा कि लोगों से बात करने पर आपको अब भी बहुत सारी लालफीताशाही वगैरह देखने को मिलेगी। कारोबारी माहौल में सुधार करना महत्वपूर्ण पहलू होगा। ये कुछ ऐसे सुधार हैं जिन्हें मैं प्राथमिकता दूंगा।'' उन्होंने देश की श्रम शक्ति में महिलाओं की कम भागीदारी तथा युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी पर भी चिंता व्यक्त की। एशिया प्रशांत विभाग के निदेशक ने कहा, ‘‘ इस संदर्भ में कई आंकड़े मौजूद हैं, लेकिन हम सभी इस बात पर सहमत होंगे कि श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी कम है और युवाओं में बेरोजगारी काफी अधिक है। इसलिए रोजगार सृजन के लिए माहौल को बेहतर बनाने पर जोर दिया जाना चाहिए।'' - न्यूयॉर्क. न्यूयॉर्क में भारतीय प्रवासियों ने दिवाली का जश्न शुरू कर दिया है और वे यहां के लोगों के बीच रोशनी के इस त्योहार का संदेश फैला रहे हैं। मैनहट्टन के मध्य स्थित टाइम्स स्क्वायर से लेकर पेंसिल्वेनिया तक, भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने दिवाली मनाने के लिए जश्न मनाना शुरू कर दिया है। दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भारतीय अमेरिकी समुदाय और अमेरिकी मित्र दिवाली मनाने के लिए टाइम्स स्क्वायर में एकत्रित हुए।'' पोस्ट में कहा गया है कि न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत बिनय प्रधान टाइम्स स्क्वायर पर "भारतीय-अमेरिकी समुदाय और अमेरिकी मित्रों के साथ दिवाली मनाने" में शामिल हुए। सीनेट के बहुमत नेता चक शूमर, न्यूयॉर्क शहर मेयर एरिक एडम्स, सदस्य जेनिफर राजकुमार भी नीता भसीन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उप महावाणिज्यदूत वरुण जेफ, भारतीय प्रवासी और एशियाई अमेरिकी समुदाय के सदस्यों के साथ अपर डार्बी, पेंसिल्वेनिया में खालसा एशियन अमेरिकन एसोसिएशन द्वारा आयोजित दिवाली समारोह में शामिल हुए।
- लंदन. लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के कलाकार अमित शर्मा ने वैक्सीन लेने में लोगों की हिचकिचाहट और इसे लेकर फैली भ्रांतियों को रंगमंच के जरिये जीवंत करके लंदन के किल्न थिएटर के कलात्मक निदेशक के रूप में अपनी पारी का आगाज किया। नाटक ‘पिन्स एंड नीडल्स' का प्रदर्शन हाल ही में पूरी दुनिया में किया गया है और इसका प्रदर्शन अगले सप्ताहांत तक होगा। रॉब ड्रमंड द्वारा लिखित इस नाटक के जरिये कोविड के टीके और दुनिया भर में बच्चों से जुड़े अन्य टीकों को लेकर हुई राजनीति और फैलाई गई भ्रांतियों को दिखाने का प्रयास किया गया है। इसमें भारतीय मूल के ब्रिटिश अभिनेता गवी सिंह चेरा मुख्य किरदार रॉब की भूमिका में हैं।शर्मा का कहना है, इस नाटक से निश्चित रूप से (टीकों के पक्ष और विपक्ष में) बहस को बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ से इससे एक दर्शक के लिए अपने से विपरीत विचारों वाले व्यक्ति के प्रति सहानुभूति रखने और उसे समझने में मदद मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘दर्शकों के लिए मेरा जुनून है कि वे खुद को और अपनी आवाज को प्रतिबिंबित होते देखें। यह उन लोगों को भी समझाने में मदद कर सकता है, जो समान पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं, लेकिन हमारे अभिनय से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।'' ब्रिटेन की राजधानी स्थित किल्न थिएटर में अपनी नयी पारी को लेकर शर्मा को उम्मीद है कि वह इस तरह के और भी नाटक पेश करेंगे।
-
अल्जीयर्स (अल्जीरिया) .राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारतीय समाज ने हमेशा विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान को बढ़ाने में भारतीय समुदाय की भूमिका को महत्व दिया है। मुर्मू तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में रविवार शाम अल्जीयर्स पहुंचीं। यह भारतीय राष्ट्रपति द्वारा अफ्रीका के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए किया गया पहला दौरा है। राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने से मुलाकात करेंगी।
मुर्म भारतीय कंपनी शापूरजी पलोंजी द्वारा निर्मित किंग अब्दुल्ला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र का दौरा भी कर सकती हैं। इससे पहले रविवार शाम को राजधानी अल्जीयर्स पहुंचने के तुरंत बाद उन्होंने भारतीय समुदाय से बातचीत की। राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में कहा गया, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति ने कहा कि अल्जीरिया में भारतीय समुदाय भारत के हितों को आगे बढा रहा है।" मुर्मू ने अपने भाषण में कहा, "1.4 अरब भारतीयों के सामूहिक प्रयासों से हम आशाओं और आकांक्षाओं की एक नई यात्रा पर चल रहे हैं, भारत तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, अल्जीरिया और विदेशों में हमारे भारतीय समुदाय की सद्भावना और समर्थन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।" उन्होंने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि भारत का विकास और अल्जीरिया की शक्ति हमारे रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।" आरंभ में मुर्मू ने याद किया कि किस प्रकार भारत ने शुरू से ही उपनिवेशवाद का विरोध करते हुए अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया था और किस प्रकार भारतीय नेताओं के अल्जीरिया के नेताओं के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1950 के दशक के अंत और 1960 के दशक के प्रारंभ में 'नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ अल्जीरिया' के प्रमुख भारत में मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा, "जब 1962 में अल्जीरिया स्वतंत्र हुआ, तो भारत अल्जीरिया का समर्थन करने के लिए वहां मौजूद था और हमने तुरंत नए राष्ट्र के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए।" उन्होंने कहा कि तब से राजनयिक संबंध कई गुना बढ़ गए हैं और भौगोलिक दूरी के बावजूद दोनों देशों के बीच सदैव घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। मुर्मू ने अल्जीरिया में अरबी भाषा में देखी जाने वाली भारतीय फिल्मों और टीवी धारावाहिकों की लोकप्रियता की ओर ध्यान दिलाया। राष्ट्रपति को बताया गया कि बुजुर्ग अल्जीरियाई लोग 70 और 80 के दशक के भारतीय शिक्षकों और डॉक्टरों को कितने स्नेह से याद करते हैं। राष्ट्रपति नेकहा कि उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि अल्जीरियाई दुल्हनें अपने तीन दिवसीय विवाह समारोह के दौरान भारतीय साड़ी पहनती हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 4,000 भारतीय नागरिक अल्जीरिया में रह रहे हैं और विभिन्न परियोजनाओं और प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमारे कुशल श्रमिक और तकनीशियन दूरदराज के क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि अल्जीरिया में कई सार्वजनिक और निजी भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे भारत अमृत काल के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, हम दक्षिण.दक्षिण सहयोग की भावना को बनाए रखते हुए अल्जीरिया जैसे देशों के साथ संबंध बनाए रखेंगे।" राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अल्जीरिया में मेहनतकश भारतीय एक तरह से इस देश में भारत के वास्तविक राजदूत हैं। उन्होंने कहा, "भारत सरकार और भारतीय समाज ने विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को सदैव महत्व दिया है और उसकी सराहना की है।" राष्ट्रपति बाद में मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा करेंगी। -
यरुशलम. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें दोनों देशों के बीच मित्रता का समर्थक बताया। टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष का बुधवार शाम 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
नेतन्याहू ने ‘एक्स' पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पोस्ट में इजराइल-भारत संबंधों को बढ़ावा देने में रतन टाटा के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने शनिवार को एक पोस्ट में लिखा, “मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी। मैं और इजराइल के असंख्य लोग भारत के महान सपूत और दोनों देशों के बीच मित्रता के हिमायती रतन नवल टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं।” नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी से रतन टाटा के शोकाकुल परिवार के प्रति उनकी संवेदना व्यक्त करने को कहा। उन्होंने अपने पोस्ट के अंत में कहा, “(शोकाकुल परिवार के प्रति) संवेदनाओं के साथ, बेंजामिन नेतन्याहू।” सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने भी बृहस्पतिवार को रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें अपने देश का सच्चा मित्र बताया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया था तथा नवाचार और विनिर्माण में उनके योगदान की प्रशंसा की थी तथा भारत एवं फ्रांस में उद्योगों को मजबूत बनाने में उनकी भूमिका को स्वीकार किया था। - वाशिंगटन. ।अमेरिका ने इजराइल पर ईरान द्वारा एक अक्टूबर को करीब 180 मिसाइलें दागे जाने के जवाब में शुक्रवार को उसके (ईरान के) ऊर्जा क्षेत्र पर नयी पाबंदियों की घोषणा की। ईरान ने कहा था कि इजराइल ने हाल के सप्ताह में लेबनान में हिजबुल्ला पर जो एक के बाद एक भीषण हमले किये, उसी के जवाब में उसने उसपर मिसाइलें दागीं। हिजबुल्ला को ईरान का समर्थन प्राप्त है। हिजबुल्ला तब से इजराइल पर रॉकेट दाग रहा है जब गाजा में लड़ाई शुरू हुई थी। अमेरिका ने शुक्रवार को जिन पाबंदियों की घोषणा की है उनमें ईरान के तथाकथित जहाजों के ‘गुप्त बेड़े' तथा संबंधित कंपनियों पर प्रतिबंध शामिल है। ये जहाज और कंपनियां संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, हांगकांग और अन्य भूभागों में फैली हैं तथा वे कथित रूप से एशिया में खरीददारों के वास्ते ईरानी तेल की ढुलाई में लगी हैं। इसके अलावा अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरान से पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री और ढुलाई का इंतजाम करने के आरोप में सूरीनाम, भारत, मलेशिया और हांगकांग स्थित कंपनियों का एक नेटवर्क भी नामित किया है। वर्तमान अमेरिकी कानून ईरान के ऊर्जा क्षेत्र के साथ-साथ ईरानी तेल खरीदने, बेचने और ढुलाई करने वाली विदेशी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है। लेकिन ऊर्जा प्रतिबंध अक्सर एक नाजुक मुद्दा रहा है क्योंकि आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने से उन वैश्विक वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं जिनकी अमेरिका और उसके सहयोगियों को ज़रूरत है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि नए प्रतिबंध ‘ईरान को उन वित्तीय संसाधनों से और वंचित करेंगे जिसका उपयोग वह अपने मिसाइल कार्यक्रमों के वास्ते तथा आतंकवादी संगठनों का सहयोग करने के लिए करता है क्योंकि ये आतंकवादी संगठन अमेरिका, उसके मित्रों एवं सहयोगियों के लिए खतरा पैदा करते हैं।'' इन दंडात्मक कदमों का लक्ष्य उन्हें (ईरानियों या ईरान समर्थित लोगों को) अमेरिकी वित्तीय तंत्र का इस्तेमाल करने तथा अमेरिकी नागरिकों को उनके साथ कारोबारी संबंध बनाने से रोकना है।
-
वाशिंगटन. अमेरिका ने इजराइल पर ईरान द्वारा एक अक्टूबर को करीब 180 मिसाइलें दागे जाने के जवाब में शुक्रवार को उसके (ईरान के) ऊर्जा क्षेत्र पर नयी पाबंदियों की घोषणा की। ईरान ने कहा था कि इजराइल ने हाल के सप्ताह में लेबनान में हिजबुल्ला पर जो एक के बाद एक भीषण हमले किये, उसी के जवाब में उसने उसपर मिसाइलें दागीं। हिजबुल्ला को ईरान का समर्थन प्राप्त है। हिजबुल्ला तब से इजराइल पर रॉकेट दाग रहा है जब गाजा में लड़ाई शुरू हुई थी। अमेरिका ने शुक्रवार को जिन पाबंदियों की घोषणा की है उनमें ईरान के तथाकथित जहाजों के ‘गुप्त बेड़े' तथा संबंधित कंपनियों पर प्रतिबंध शामिल है। ये जहाज और कंपनियां संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, हांगकांग और अन्य भूभागों में फैली हैं तथा वे कथित रूप से एशिया में खरीददारों के वास्ते ईरानी तेल की ढुलाई में लगी हैं। इसके अलावा अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरान से पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री और ढुलाई का इंतजाम करने के आरोप में सूरीनाम, भारत, मलेशिया और हांगकांग स्थित कंपनियों का एक नेटवर्क भी नामित किया है। वर्तमान अमेरिकी कानून ईरान के ऊर्जा क्षेत्र के साथ-साथ ईरानी तेल खरीदने, बेचने और ढुलाई करने वाली विदेशी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है। लेकिन ऊर्जा प्रतिबंध अक्सर एक नाजुक मुद्दा रहा है क्योंकि आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने से उन वैश्विक वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं जिनकी अमेरिका और उसके सहयोगियों को ज़रूरत है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि नए प्रतिबंध ‘ईरान को उन वित्तीय संसाधनों से और वंचित करेंगे जिसका उपयोग वह अपने मिसाइल कार्यक्रमों के वास्ते तथा आतंकवादी संगठनों का सहयोग करने के लिए करता है क्योंकि ये आतंकवादी संगठन अमेरिका, उसके मित्रों एवं सहयोगियों के लिए खतरा पैदा करते हैं।'' इन दंडात्मक कदमों का लक्ष्य उन्हें (ईरानियों या ईरान समर्थित लोगों को) अमेरिकी वित्तीय तंत्र का इस्तेमाल करने तथा अमेरिकी नागरिकों को उनके साथ कारोबारी संबंध बनाने से रोकना है।
-
स्टॉकहोम । हर साल नोबेल पुरस्कार देने वाली रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने आज बुधवार को ऐलान किया कि 2024 के रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार डेविड बेकर (David Baker) को दिया जाएगा। उनके अलावा, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार संयुक्त रूप से डेमिस हस्साबिस (Demis Hassabis) और जॉन एम. जंपर (John M. Jumper) को भी दिया गया है।
बेकर को प्रोटीन डिजाइन में अपने योगदान के लिए और हस्साबिस और जंपर को कल्पनाशील प्रोटीन स्ट्रक्चर (protein structure prediction) में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। एकेडमी ने विजेताओं की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा, ‘2024 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्रोटीन से जुड़ा है, जो जीवन के सरल रासायनिक उपकरणों के बारे में है।’नोबेल कमेटी ने कहा कि 2003 में बेकर ने एक नया प्रोटीन डिजाइन किया था और तब से उनके रिसर्च ग्रुप ने एक के बाद एक कल्पनाशील प्रोटीन का निर्माण किया है, जिसमें ऐसे प्रोटीन शामिल हैं जिनका उपयोग फार्मास्यूटिकल्स, टीकों, नैनोमैटेरियल और छोटे सेंसर के रूप में किया जा सकता है।समिति ने कहा कि हस्साबिस और जंपर ने एक ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल तैयार किया जो लगभग उन सभी 20 करोड़ प्रोटीन की संरचना का पूर्वानुमान व्यक्त करने में सक्षम है जिनकी पहचान रिसर्चर्स ने की है।एकेडमी ने कहा, अल्फाफोल्ड2 के रूप में जाना जाने वाला हस्साबिस और जंपर का AI मॉडल लगभग 20 करोड़ प्रोटीन के स्ट्रक्चर की भविष्यवाणी करने में सक्षम है। इसके निर्माण के बाद से, इस मॉडल का उपयोग 190 देशों के 20 लाख से अधिक लोग कर चुके हैं।केमिस्ट्री के लिए नोबल विजेताओं के बारे में:बेकर का जन्म 1962 में वाशिंगटन के सिएटल में हुआ था। वर्तमान में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उन्होंने 1989 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की और उनकी रिसर्च का विभिन्न साइंटिफिक फील्ड में इनोवेटिव प्रयोग है।हस्साबिस का जन्म 1976 में यूनाइटेड किंगडम के लंदन में हुआ था। वे गूगल डीपमाइंड के सीईओ हैं। उन्होंने 2009 में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की और गूगल डीपमाइंड में AI रिसर्च का नेतृत्व करते हैं।जंपर का जन्म 1985 में हुआ। वे लंदन स्थित गूगल डीपमाइंड में एक सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट हैं। उन्होंने 2017 में शिकागो यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।इन प्रतिष्ठित सम्मानों के अतिरिक्त, तीनों विजेताओं को 11 मिलियन यानी 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर की पुरस्कार राशि मिलेगी। इसे दो भागों में बांटा जाएगा: आधा बेकर को और बाकी बचा आधा हस्साबिस और जंपर को संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा। - स्टॉकहोम. कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विशेषज्ञों जॉन हॉपफील्ड और ज्योफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोजों के लिए भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मंगलवार को उनके नाम की घोषणा की गई। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के ‘गॉडफादर' कहे जाने वाले हिंटन कनाडा और ब्रिटेन के नागरिक हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में काम करते हैं। होपफील्ड अमेरिकी हैं और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में कार्यरत हैं। नोबेल समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भौतिकी के लिए इस साल का नोबेल पुरस्कार पाने वाले वैज्ञानिकों ने आज की शक्तिशाली मशीन लर्निंग की बुनियाद समझे जाने वाले तरीके विकसित करने के लिए भौतिकी के साधनों का इस्तेमाल किया।'' रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस में नोबेल समिति की सदस्य एलेन मून्स ने कहा कि दोनों वैज्ञानिकों ने “कृत्रिम न्यूरोन के नेटवर्क को डिजाइन करने के लिए सांख्यिकीय भौतिकी की मौलिक अवधारणाओं का उपयोग किया जो सहयोगात्मक स्मृतियों के रूप में कार्य करती हैं और बड़े डेटा सेट में पैटर्न खोजती हैं।” उन्होंने कहा कि इस तरह के नेटवर्क का इस्तेमाल भौतिकी में आधुनिक अनुसंधान के लिए किया गया है और ये हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन गए हैं। इनमें चेहरे की पहचान करना और भाषा अनुवाद जैसे रोजमर्रा के काम शामिल हैं। हिंटन के मुताबिक उन्होंने गूगल की नौकरी छोड़ दी थी ताकि प्रौद्योगिकी के खतरों के बारे में खुलकर बोल सकें। उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि वह सम्मान की सूचना पाकर अचरज में पड़ गए। उन्होंने कहा, ‘‘जब नोबेल समिति ने फोन पर मुझसे संपर्क किया तो मैं चौंक गया। मुझे इस बारे में कोई अनुमान नहीं था।'' हिंटन ने कहा कि एआई से सभ्यता पर बड़ा असर पड़ेगा, वहीं उत्पादकता और स्वास्थ्य देखभाल में सुधार होंगे। उन्होंने संवाददाताओं और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस के अधिकारियों से बातचीत में कहा, ‘‘इसकी तुलना औद्योगिक क्रांति से की जा सकती है।'' हिंटन ने कहा, ‘‘लोगों की शारीरिक शक्ति बढ़ाने के बजाय यह बौद्धिक क्षमता बढ़ाएगा। यह कई मायनों में आश्चर्य चकित करने वाला है। लेकिन हमें कुछ संभावित बुरे परिणामों के बारे में चिंता करनी होगी, खासतौर पर इन चीजों के नियंत्रण से बाहर हो रहे खतरों को ध्यान में रखना होगा।'' नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) की नकद राशि प्रदान की जाती है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर सम्मानित किया जाएगा।माइक्रो आरएनए की खोज के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा सोमवार को की गई। बुधवार को रसायन विज्ञान और बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की जाएगी। शांति के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए यह घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी।
- रबात। मोरक्को में सहारा रेगिस्तान में अचानक बाढ़ आ गई और ताड़ के पेड़ों तथा रेत के टीलों के बीच नीले पानी की झीलें सी बन गई जो कि अपने आप में एक दुर्लभ नजारा था। दक्षिणपूर्वी मोरक्को का रेगिस्तान दुनिया के सबसे शुष्क स्थानों में से एक है और गर्मियों के अंत में शायद ही कभी बारिश होती है। मोरक्को सरकार ने कहा कि सितंबर में कई क्षेत्रों में दो दिन के भीतर ही वार्षिक औसत से अधिक बारिश हो गई जबकि यहां सालाना औसतन 250 मिलीमीटर से कम बारिश होती है। इसमें टाटा भी शामिल है, जो सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। राजधानी रबात से लगभग 450 किलोमीटर दक्षिण में स्थित एक गांव टैगौनाइट में 24 घंटे की अवधि में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। सहारा के रेगिस्तानी समुदायों को देखने के लिए मोटरगाड़ियों में आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक अद्भुत नजारा था और रेत के टीलों तथा ताड़ के पेड़ों के आसपास बनी झीलों को देखकर उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था। मोरक्को के मौसम विज्ञान महानिदेशालय के हाउसिन यूआबेब ने कहा, "पिछले 30-50 सालों में पहली बार इतने कम समय में इतनी अधिक बारिश हुई है।" यूएबेब ने कहा कि ऐसी बारिश, जिसे मौसम विज्ञानी एक अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय तूफान कह रहे हैं, वास्तव में आने वाले महीनों और वर्षों में क्षेत्र के मौसम की दिशा बदल सकती है क्योंकि हवा अधिक नमी बरकरार रखती है, जिससे अधिक वाष्पीकरण होता है और अधिक तूफान आते हैं। लगातार छह वर्षों के सूखे ने मोरक्को के अधिकांश हिस्सों के लिए चुनौतियाँ पैदा कर दी हैं जिससे किसानों को खेत खाली छोड़ने और शहरों और गाँवों को पानी की खपत सीमित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस भारी बारिश से संभवतः रेगिस्तान के नीचे स्थित बड़े भूजल भंडारों को फिर से भरने में मदद मिलेगी जिन पर रेगिस्तानी समुदाय पानी की आपूर्ति के लिए निर्भर रहते हैं । क्षेत्र के जलाशयों ने पूरे सितंबर में रिकॉर्ड दर पर फिर से भरने की सूचना दी। हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि सितंबर की बारिश सूखे से राहत दिलाने में कितनी मदद करेगी। हालांकि रेत और मरूद्यानों से बहते पानी ने मोरक्को और अल्जीरिया में 20 से अधिक लोगों की जान ले ली और किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया। इससे सरकार को आपातकालीन राहत राशि आवंटित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। नासा के उपग्रहों ने दिखाया कि ज़गोरा और टाटा के बीच एक प्रसिद्ध झील इरिकि झील में तेजी से पानी भर रहा है जो 50 वर्षों से सूखी पड़ी थी।
-
रोम. पोप फ्रांसिस ने रविवार को 21 नए कार्डिनल की घोषणा की जिससे कार्डिनल्स कॉलेज का आकार काफी बढ़ गया है तथा धर्माध्यक्षों के समूह पर उनकी पकड़ और मजबूत हो गई है, जो एक दिन उनके उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे। इतिहास के पहले लैटिन अमेरिकी पोप द्वारा नामित लोगों में दक्षिण अमेरिका के कई प्रमुख धर्मप्रांतों (डायोसिस) और महाधर्मप्रांतों (आर्चडायोसिस) के प्रमुख शामिल हैं। इनमें अर्जेंटीना के सैंटियागो डेल एस्टेरो, ब्राजील के पोर्टो एलेग्रे, चिली के सैंटियागो, इक्वाडोर के गुआयाकिल और पेरू के लीमा के कैथोलिक चर्च के प्रमुख शामिल हैं। नये कार्डिनल को आठ दिसंबर को एक समारोह में लाल टोपियां प्रदान की जाएंगी। यह समारोह अपने आप में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसके साथ रोम में क्रिसमस की आधिकारिक रूप से शुरुआत होती है।
-
लाहौर. पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस्लामाबाद दौरे को ‘सकारात्मक कदम' करार देते हुए कहा कि इससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव कम करने में मदद मिल सकती है। भारत ने 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई जयशंकर द्वारा किये जाने की शुक्रवार को घोषणा की। जयशंकर ने हालांकि पाकिस्तान के अपने दौरे के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की संभावनाओं से इनकार किया। डॉन समाचार पत्र ने रविवार को कसूरी के हवाले से एक खबर में बताया, “जयशंकर का दौरा बहुपक्षीय है लेकिन इससे दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव कम करने में मदद मिल सकती है।” जनरल परवेज मुशर्रफ की सरकार में 2002 से 2007 तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री रहे कसूरी ने कहा कि दोनों देशों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, “बातचीत फिर से शुरू करने से लोगों के बीच संपर्क बहाल करने में मदद मिलेगी और सड़क, रेल तथा हवाई संपर्क बहाल करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।” समाचार पत्र की खबर के मुताबिक, कसूरी ने सुझाव दिया कि पश्चिमी एशिया में भारी तनाव के समय पाकिस्तान और भारत को तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता था। पश्चिमी एशिया में इजरायल, गाजा और लेबनान के लोगों को निशाना बना रहा है।
उन्होंने कहा, “अतीत में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के समय यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के राजदूत ने भूमिका निभाने का दावा किया था।” कसूरी ने कहा कि दोनों देश परमाणु शक्ति संपन्न हैं और उनके पास शक्तिशाली सेनाएं है, इसलिए क्षेत्र में तनाव कम करना उनके आपसी हित में है। समाचार पत्र ने पूर्व मंत्री के हवाले से कहा, “इस स्थिति में दोनों देशों को जिम्मेदारी और समझदारी से काम करने की जरूरत है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसमें क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत है।” कसूरी ने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव को देखते हुए भारत एक निम्न स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेज सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान-भारत संबंधों का अनुमान लगाना मुश्किल है और ये कभी भी बदल सकते हैं जैसा कि अतीत में कई मौकों पर हुआ है। - काठमांडू. विजयादशमी या नेपाल में दसईं नाम से लोकप्रिय प्रमुख हिंदू त्योहार बृहस्पतिवार को भूस्खलन और बाढ़ के बीच शुरू हुआ। भूस्खलन और बाढ़ से त्योहार से पहले वस्तुओं का आयात भी प्रभावित हुआ है। नेपाल के हिंदू और बौद्ध समुदाय अपने-अपने तरीके से इस त्योहार को मनाते हैं जिसे राष्ट्रीय त्योहार के रूप में जाना जाता है। ‘दसईं' के पहले दिन, जौ के बीज जिन्हें जमारा कहा जाता है, मिट्टी के एक बर्तन में बोए जाते हैं, जबकि एक धातु के बर्तन 'कलश' में पानी भरकर उसके पास रखा जाता है, जिसे घटस्थापना के रूप में जाना जाता है। काठमांडू में बृहस्पतिवार सुबह विशेष वैदिक अनुष्ठान करके शुभ मुहूर्त में जौ को सदियों पुराने शाही महल हनुमान ढोका के 'दशईं घर' में लगाया गया। घटस्थापना के साथ ही काठमांडू घाटी सहित देश भर के सभी शक्तिपीठों या धार्मिक शक्ति केंद्रों में उत्सव और पूजा-अर्चना होती है। जौ के बीज 10वें दिन, विजयादशमी के दिन जौ के अंकुर के रूप में उगते हैं तथा उन्हें चावल और दही के साथ मिश्रित सिंदूर पाउडर के साथ छोटों के माथे पर विजयादशमी उत्सव मनाते हुए लगाया जाता है। दशमी के बाद भी, लोग अगले कुछ दिनों तक अपने बुजुर्गों के माथे पर टीका लगाने के लिए जाते हैं, जिससे उत्सव 15 दिनों तक चलता है। इस साल त्यौहारों का जश्न कई दिनों तक लगातार बारिश के कारण फीका रहा, जिसके कारण बड़े पैमाने पर बाढ़ और भूस्खलन हुआ है। इससे हिमालयी राष्ट्र में 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। बुधवार को गृहमंत्री रमेश लेखक ने अधिकारियों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया, क्योंकि मौसम विभाग ने कोशी और बागमती प्रांतों के साथ-साथ काठमांडू घाटी में भारी बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है। बुधवार तक बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से 17,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।




















.jpg)
.jpg)





.jpg)