- Home
- विदेश
-
गाबोरोने (बोत्सवाना). बोत्सवाना ने दावा किया है कि अब तक का सबसे बड़ा हीरा उसकी एक खदान से प्राप्त हुआ है और बृहस्पतिवार को इसे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। बोत्सवाना की सरकार का मानना है कि 2,492 कैरेट का यह विशाल रत्न देश में खोजा गया सबसे बड़ा प्राकृतिक हीरा और किसी खदान से निकाला गया दूसरा सबसे बड़ा रत्न है। कनाडा की खनन कंपनी लुकारा डायमंड कॉर्प ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने पश्चिमी बोत्सवाना में अपनी कारोवे खदान से ‘असाधारण' हीरा बरामद किया है। लुकारा ने बताया कि यह ‘उच्च गुणवत्ता वाला' हीरा है और इसे एक्स-रे तकनीक की मदद से खोजा गया। वजन के लिहाज से यह गत 100 से अधिक वर्षों में पाया गया सबसे बड़ा हीरा है, तथा 1905 में दक्षिण अफ्रीका में खोजे गए कलिनन हीरे के बाद यह खदान से निकाला गया दूसरा सबसे बड़ा हीरा है। कलिनन हीरा 3,106 कैरेट का था और इसे कई टुकड़ें कर तराशा गया जिनमें से कुछ ब्रिटिश शाही आभूषणों का हिस्सा हैं। ब्राजील में 1800 के दशक के अंत में एक बड़ा काला हीरा खोजा गया था, लेकिन यह सतह पर पाया गया था और माना जाता था कि यह उल्कापिंड का हिस्सा था। बोत्सवाना हीरे का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और हाल के वर्षों में दुनिया के सभी सबसे बड़े हीरों की खोज यहीं हुई है।
-
नई दिल्ली। एक स्वस्थ और भरपूर जीवन जीने के बाद दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला मारिया ब्रान्यास का 117 साल की उम्र में स्पेन के एक नर्सिंग होम में शांतिपूर्वक निधन हो गया। यह जानकारी उनके एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट और नर्सिंग होम के एक प्रवक्ता ने दी। उनके आधिकारिक एक्स अकाउंट पर कहा गया, "मारिया ब्रान्यास हमें छोड़कर चली गईं। . उनका निधन वैसे ही हुआ जैसा वे चाहती थीं: नींद में, शांति से और बिना किसी दर्द के.। " नर्सिंग होम के प्रवक्ता ने इस खबर की पुष्टि की, हालांकि अधिक जानकारी नहीं दी गई।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी एक बयान जारी कर उनके 117 साल 168 दिन की उम्र में निधन की पुष्टि की, जिससे वह इतिहास में सबसे उम्रदराज व्यक्तियों में से आठवीं बन गईं, जिनकी उम्र प्रमाणित की जा सकी है। .उनके परिवार ने बताया कि मोरेरा ने अपनी मृत्यु से ठीक पहले उनसे कहा था: “मुझे नहीं पता कब, लेकिन बहुत जल्द यह लंबी यात्रा समाप्त हो जाएगी। . मृत्यु मुझे इस लंबी जिंदगी के बाद थका हुआ पाएगी, लेकिन मैं चाहती हूं कि वह मुझे मुस्कुराते हुए, स्वतंत्र और संतुष्ट पाए। ”सोमवार को, ब्रान्यास ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था, "मुझे कमजोरी महसूस हो रही है. समय करीब आ गया है। मत रोना, मुझे आंसू पसंद नहीं हैं... आप मुझे जानते हैं, मैं जहां भी जाऊंगी, खुश रहूंगी." उनके एक्स अकाउंट को उनकी बेटी संभालती है।गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, ब्रान्यास का जन्म 4 मार्च 1907 को सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में हुआ था। वह जनवरी 2023 में दुनिया की सबसे उम्रदराज व्यक्ति बनी थीं। वे 7 साल की उम्र में अपने स्पेनिश परिवार के साथ कैटालोनिया के उत्तरपूर्वी क्षेत्र में आ गई थीं और वहीं अपनी बाकी जिंदगी बिताई। .उन्होंने 1936-39 के गृह युद्ध और दो महामारियों - 1918 की स्पेनिश फ्लू महामारी और 2020-2021 की कोविड-19 महामारी - का सामना किया. विशेष रूप से। , उन्होंने 113 साल की उम्र में कोविड-19 को हराकर दुनिया की सबसे उम्रदराज कोविड-19 सर्वाइवर का खिताब भी जीता था।उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके बायो में लिखा है, "मैं बूढ़ी हूं, बहुत बूढ़ी, लेकिन मूर्ख नहीं हूं.। " मारिया का मानना था कि उनकी लंबी उम्र का राज उनके अच्छे जीन, जीवन में व्यवस्था, शांति, परिवार और दोस्तों के साथ अच्छे संबंध, प्रकृति के संपर्क, भावनात्मक स्थिरता और सकारात्मक सोच में छिपा है।मारिया पिछले 23 साल से ओलोट, कैटालोनिया के सांत मारिया डेल टूरा नर्सिंग होम में रह रही थीं। हाल के महीनों में उनकी स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ रही थी, लेकिन वह किसी भी बीमारी से पीड़ित नहीं थीं।अब किसके पास रिकॉर्ड117 साल की उम्र में भी, मारिया का दिमाग पूरी तरह से सक्रिय था। उन्होंने वैज्ञानिकों को अपने जीन का अध्ययन करने की अनुमति दी, ताकि उम्र से संबंधित बीमारियों से लड़ने के लिए उपचार विकसित किए जा सकें। मारिया ब्रान्यास मोरेरा के निधन के बाद, अब दुनिया की सबसे उम्रदराज जीवित महिला का खिताब जापान की तोमिको इतोका के पास है। जेरोंटोलॉजी रिसर्च ग्रुप एक वैज्ञानिक संगठन है जो 110 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों की उम्र की पुष्टि करता है। उसके मुताबिक अब दुनिया की सबसे उम्रदराज जीवित महिला जापान की 116 वर्षीय महिला तोमिको इतोका हैं।इतोका ने इस साल जापान के अशिया शहर में अपना 117वां जन्मदिन मनाया था.। उन्होंने एक सक्रिय जीवन बिताया है, जिसमें उन्होंने चार बच्चों की परवरिश की और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने पति की कपड़ा मिल को भी संभाला। अपनी उम्र के बावजूद, इतोका अभी भी हर सुबह अपने पसंदीदा पेय, कैलपिस का आनंद लेती हैं.। -
लंदन. ब्रिटेन में मंगलवार से महाराजा चार्ल्स तृतीय के चित्र तथा मधुमक्खियों के डिजाइन वाले एक पाउंड के पहले सिक्के प्रचलन में आ गए हैं। देश भर के डाकघरों और बैंकों के माध्यम से कुल 29.75 लाख सिक्के नकदी प्रचलन में आएंगे। ब्रिटेन की टकसाल ‘रॉयल मिंट' के अनुसार, मधुमक्खियों के डिजाइन वाला पाउंड आठ नए डिजाइन में से एक है जो एक पेंस से दो पाउंड मूल्यवर्ग में सिक्कों पर दिखाई देंगे। इनमें हेजल डोरमाउस, पफिन और अटलांटिक सैल्मन जैसे जीव-जंतु भी शामिल हैं। ये सभी प्रजातियां संरक्षण कार्यक्रमों में शामिल हैं, जो चार्ल्स तृतीय (75) की पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दर्शाता है। ‘रॉयल मिंट' में स्मृति सिक्का निदेशक रेबेका मॉर्गन ने कहा, ‘‘रॉयल मिंट ने (पूर्ववर्ती सम्राट) अल्फ्रेड द ग्रेट के बाद से ब्रिटेन के प्रत्येक महाराजा-महारानी के सिक्के बनाए हैं और यह बताते हुए हमें गर्व हो रहा है कि चार्ल्स तृतीय का एक पाउंड का सिक्का अब प्रचलन में है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता है कि एतिहासिक सिक्के को पाने के लिए संग्रहकर्ताओं और आम लोगों में उत्साह की लहर पैदा होगी। हमें उम्मीद है कि सभी सिक्कों के डिजाइन इन महत्वपूर्ण प्रजातियों के संरक्षण के बारे में गहन संवाद को बढ़ावा देंगे।'' यह डिजाइन ब्रिटेन में पाई जाने वाली भौंरा, राजमिस्त्री मधुमक्खियां और श्रमिक मधुमक्खियां समेत मधुमक्खियों की 250 से अधिक प्रजातियों का प्रतीक है। ‘रॉयल मिंट' के विवरण में लिखा है, ‘‘ये मेहनती कीट-पतंग कई पौधों और फलदार पेड़ों के परागण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे पूरे देश में आम तौर पर बगीचों, पार्क, जंगलों, घास के मैदानों में पाए जा सकते हैं, और अब ब्रिटेन के एक पाउंड के सिक्के के पीछे भी पाए जाते हैं।'' पिछले साल अक्टूबर में पहली बार सामने आए इस सिक्के के बारे में मिंट ने कहा कि नए डिजाइन में चार्ल्स तृतीय के संरक्षण के प्रति जुनून को दर्शाया गया है। सिक्के पर अंकित संख्या प्रत्येक सिक्के के मूल्य को दर्शाती है, साथ ही इसे बड़ा किया गया है, ताकि बच्चों को मुद्रा का मूल्य समझने में मदद मिल सके। ‘रॉयल मिंट' द्वारा आयोजित एक सर्वेक्षण में, एक-पाउंड के सिक्के को सभी आठ सिक्कों के डिजाइनों में से सबसे पसंदीदा माना गया तथा लाल गिलहरी को दर्शाने वाला दो-पेंस का सिक्का दूसरे स्थान पर रहा। करीब 3,000 लोगों ने अपने पसंदीदा डिजाइन के लिए वोट दिया, जिसमें एक पाउंड का डिजाइन करीब 30 प्रतिशत वोट के साथ शीर्ष पर रहा।
-
नयी दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा के साथ व्यापक वार्ता के बाद कहा कि नेपाल भारत को करीब 1,000 मेगावाट बिजली निर्यात करेगा। जयशंकर ने भारत को बिजली निर्यात करने के नेपाल के फैसले को महत्वपूर्ण बताया। बातचीत में दोनों मंत्रियों ने व्यापार, संपर्क और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया। देउबा ने पदभार संभालने के बाद अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के तहत रविवार को भारत की पांच दिवसीय यात्रा शुरू की। जयशंकर ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘ऊर्जा, व्यापार, संपर्क और बुनियादी ढांचे के विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-नेपाल सहयोग पर चर्चा हुई।'' उन्होंने कहा, "यह जानकर खुशी हुई कि नेपाल भारत को करीब 1000 मेगावाट बिजली निर्यात करेगा, जो एक महत्वपूर्ण कदम है।'' जयशंकर ने कहा, ‘‘हमारी ‘पड़ोस प्रथम' नीति और लोगों के बीच विशिष्ट एवं सांस्कृतिक संपर्क हमारे संबंधों को आगे बढ़ाता है।'' देउबा ने वार्ता को ‘‘सार्थक'' बताया। उन्होंने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘नयी दिल्ली में एस जयशंकर के साथ सार्थक बैठक हुई। हमने द्विपक्षीय हितों, नेपाल-भारत संबंधों के विभिन्न पहलुओं और आपसी सहयोग पर चर्चा की।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह यात्रा नेपाल तथा भारत के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मजबूत करेगी।'' नेपाल की विदेश मंत्री की यह यात्रा विदेश सचिव विक्रम मिस्री की काठमांडू यात्रा के एक सप्ताह बाद हो रही है। - शिकागो। डेमोक्रेटिक पार्टी के एक शीर्ष नेता ने रविवार को कहा कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के राष्ट्रपति पद के लिए पार्टी की उम्मीदवार चुने जाने से इस चुनाव में जबरदस्त ऊर्जा और उत्साह भर गया है। उन्होंने कहा कि हैरिस बहुत सारी उम्मीदें और खुशियां लेकर आई हैं। डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के अध्यक्ष जेम हैरिसन ने कहा, "डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के रूप में मैडम उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने राष्ट्रपति चुनाव में जबरदस्त ऊर्जा और उत्साह भर दिया है। वह चुनाव प्रचार अभियान के दौरान बहुत से युवाओं और विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों से मिल रही हैं। ये लोग वास्तव में हैरिस में रुचि रखते हैं।" हैरिसन ने कहा, "हैरिस इस चुनाव में बहुत सारी उम्मीदें और खुशियां लाई हैं, जो बहुत जरूरी है, खासकर तब जब आप डोनाल्ड ट्रंप जैसे किसी व्यक्ति के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हों, जो डराने और देश को विभाजित करने की सोच रखते हैं, हमें साथ लाने की नहीं। और इसलिए, कमला हैरिस एक जबरदस्त शख्सियत हैं और वह अब तक का सबसे शानदार चुनाव प्रचार अभियान चला रही हैं।” डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के अध्यक्ष के रूप में, हैरिसन पर हर चार साल में एक बार होने वाले डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के सफल संचालन की जिम्मेदारी है, जो इस साल शिकागो में आयोजित किया जा रहा है।
- टेक्सास । 18 अगस्त को अमेरिका के ह्यूस्टन, टेक्सास में एक भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया, जिसमें 90 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा का उद्घाटन हुआ. यह प्रतिमा अमेरिका की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसे "स्टैचू ऑफ यूनियन" अभय हनुमान के नाम से जाना जाता है.इस प्रतिमा की स्थापना श्री अश्टलक्ष्मी मंदिर, शुगर लैंड, टेक्सास में की गई है. इस ऐतिहासिक परियोजना के पीछे का विचारक श्री चिन्नाजीयार स्वामीजी हैं. यह प्रतिमा भगवान हनुमान के उस महत्वपूर्ण भूमिका की यादगार है, जिसमें उन्होंने श्रीराम और सीता को मिलाने में मदद की थी.इस आयोजन ने भारतीय समुदाय के बीच एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया है. प्रतिमा का उद्घाटन समारोह ह्यूस्टन में एक ऐतिहासिक घटना के रूप में देखा जा रहा है.
-
काठमांडू. नेपाल की नवनियुक्त विदेश मंत्री आरजू देउबा राणा ने रविवार को भारत की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू की और इस दौरान वह द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने तथा सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि जयशंकर के निमंत्रण पर राणा भारत की यात्रा कर रही हैं। यह पदभार संभालने के बाद राणा की विदेश की पहली आधिकारिक यात्रा है। इसमें कहा गया है, ‘‘इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री राणा भारत के अपने समकक्ष जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने तथा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए परस्पर हित के मामलों पर चर्चा करेंगी।'' बयान में कहा गया है कि नेपाल और भारत के बीच आए दिन उच्च स्तरीय यात्राओं के तहत राणा की यात्रा से दोनों पड़ोसी देशों के बीच दशकों पुराने, गहरे तथा बहुआयामी संबंध और मजबूत होंगे। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत की ‘पड़ोसी प्रथम' नीति के तहत नेपाल उसका एक प्राथमिक साझेदार है। आगामी यात्रा से दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने तथा उसमें प्रगति की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा तथा हमारे संबंधों को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।'' नेपाल के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने पहले बताया था कि नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा की पत्नी राणा की यात्रा प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद हो रही है जिसमें विदेश मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा का समर्थन किया गया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री की नेपाल यात्रा के एक सप्ताह बाद राणा की भारत यात्रा हो रही है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि राणा (62) इस यात्रा के दौरान दिल्ली में स्वास्थ्य जांच भी कराएंगी। उनका 22 अगस्त को नेपाल लौटने का कार्यक्रम है। -
वाशिंगटन. अमेरिका की एक अदालत ने मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में संलिप्तता के आरोपी एवं पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा को बड़ा झटका देते हुए फैसला सुनाया है कि उसे प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत को प्रत्यर्पित किया जा सकता है। ‘यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर नाइंथ सर्किट' ने 15 अगस्त को सुनाए अपने फैसले में कहा, ‘‘(भारत अमेरिका प्रत्यर्पण) संधि राणा के प्रत्यर्पण की अनुमति देती है।'' राणा ने कैलिफोर्निया में अमेरिकी ‘डिस्ट्रिक्ट कोर्ट' के आदेश के खिलाफ ‘यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर नाइंथ सर्किट' में याचिका दायर की थी। कैलिफोर्निया की अदालत ने उसकी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को अस्वीकार कर दिया था। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में मुंबई में आतंकवादी हमलों में राणा की कथित संलिप्तता के लिए उसे भारत प्रत्यर्पित किए जाने के मजिस्ट्रेट न्यायाधीश के आदेश को चुनौती दी गई थी। ‘यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर नाइंथ सर्किट' के न्यायाधीशों के पैनल ने ‘डिस्ट्रिक्ट कोर्ट' के फैसले की पुष्टि की। प्रत्यर्पण आदेश की बंदी प्रत्यक्षीकरण समीक्षा के सीमित दायरे के तहत, पैनल ने माना कि राणा पर लगाए गए आरोप अमेरिका और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि की शर्तों के अंतर्गत आते हैं। इस संधि में प्रत्यर्पण के लिए ‘नॉन बिस इन आइडेम' (किसी व्यक्ति को एक अपराध के लिए दो बार दंडित नहीं किए जाने का सिद्धांत) अपवाद शामिल है। जिस देश से प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया हो, यदि ‘‘वांछित व्यक्ति को उस देश में उन अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया हो या दोषमुक्त कर दिया गया हो, जिनके लिए प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया है'', तो ऐसी स्थिति में यह अपवाद लागू होता है। पैनल ने संधि की विषय वस्तु, विदेश मंत्रालय के तकनीकी विश्लेषण और अन्य सर्किट अदालतों में इस प्रकार के मामलों पर गौर करते हुए माना कि ‘‘अपराध'' शब्द अंतर्निहित कृत्यों के बजाय आरोपों को संदर्भित करता है तथा इसके लिए प्रत्येक अपराध के तत्वों का विश्लेषण आवश्यक है। तीन न्यायाधीशों के पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि सह-साजिशकर्ता की दलीलों के आधार पर किया गया समझौता किसी अलग नतीजे पर पहुंचने के लिए बाध्य नहीं करता। पैनल ने माना कि ‘नॉन बिस इन आइडेम' अपवाद इस मामले पर लागू नहीं होता, क्योंकि भारतीय आरोपों में उन आरोपों से भिन्न तत्व शामिल हैं, जिनके लिए राणा को अमेरिका में बरी कर दिया गया था। पैनल ने अपने फैसले में यह भी माना कि भारत ने मजिस्ट्रेट जज के इस निष्कर्ष का समर्थन करने के लिए पर्याप्त सक्षम सबूत पेश किए हैं कि राणा ने वे अपराध किए हैं, जिनका उस पर आरोप लगाया गया है। पैनल के तीन न्यायाधीशों में मिलन डी स्मिथ, ब्रिजेट एस बेड और सिडनी ए फिट्जवाटर शामिल थे। पाकिस्तानी नागरिक राणा पर अमेरिका की एक जिला अदालत में मुंबई में बड़े पैमाने पर आतंकवादी हमले करने वाले एक आतंकवादी संगठन को समर्थन देने के आरोप में मुकदमा चलाया गया था। जूरी ने राणा को एक विदेशी आतंकवादी संगठन को सहायता प्रदान करने और डेनमार्क में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की नाकाम साजिश में सहायता प्रदान करने की साजिश रचने का दोषी ठहराया था। हालांकि, इस जूरी ने भारत में हमलों से संबंधित आतंकवादी कृत्यों में सहायता प्रदान करने की साजिश रचने के आरोप से राणा को बरी कर दिया था। राणा को जिन आरोपों के तहत दोषी ठहराया गया था, उसने उनके लिए सात साल जेल में काटे और उसकी रिहाई के बाद भारत ने मुंबई हमलों में उसकी संलिप्तता के मामले में उस पर मुकदमा चलाने के लिए उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। राणा को प्रत्यर्पित किए जा सकने का सबसे पहले फैसला सुनाने वाले मजिस्ट्रेट न्यायाधीश के समक्ष उसने दलील दी थी कि भारत के साथ अमेरिका की प्रत्यर्पण संधि उसे ‘नॉन बिस इन आइडेम' प्रावधान के कारण प्रत्यर्पण से संरक्षण प्रदान करती है। उन्होंने यह भी दलील दी थी कि भारत ने यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिए कि अपराध उसने ही किए हैं। अदालत ने राणा की इन दलीलों को खारिज करने के बाद उसे प्रत्यर्पित किए जा सकने का प्रमाणपत्र जारी किया था। अमेरिका की जेल में बंद राणा मुंबई हमलों में संलिप्तता के आरोपों का सामना कर रहा है। उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का साथी माना जाता है, जो 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। इन आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों समेत कुल 166 लोगों की मौत हो गई थी।
-
बीजिंग. स्कूली छात्रा लेई मुजी ने चीन में भरतनाट्यम “अरंगेत्रम” की प्रस्तुति दे कर इतिहास रच दिया। इसे पड़ोसी देश में लोकप्रियता हासिल कर रही प्राचीन भारतीय नृत्य शैली की यात्रा में एक मील के पत्थर के तौर पर देखा जा रहा है। लेई (13) ने रविवार को यहां प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना लीला सैमसन, भारतीय राजनयिकों और बड़ी संख्या में चीनी प्रशंसकों के समक्ष अपनी नृत्य प्रस्तुति दी। भारतीय शास्त्रीय कला और नृत्य शैलियों को सीखने और उनके प्रदर्शन के लिये दशकों तक अपना जीवन समर्पित करने वाले उत्साही चीनी प्रशंसकों के लिए मंच पर उनका पदार्पण एक ऐतिहासिक क्षण और मील का पत्थर था, क्योंकि यह चीन में पहली बार “अरंगेत्रम” - भरतनाट्यम का दीक्षांत समारोह - था। दक्षिण भारत के प्राचीन नृत्य, अरंगेत्रम (जैसा कि इसे तमिल में कहा जाता है) के कलाकार, दर्शकों के अलावा शिक्षकों और विशेषज्ञों के सामने मंच पर अपनी पहली प्रस्तुति देते हैं। केवल ‘अरंगेत्रम' के बाद ही छात्रों को स्वयं प्रदर्शन करने या महत्वाकांक्षी नर्तकों को प्रशिक्षित करने की अनुमति दी जाती है। कार्यक्रम में शामिल भारतीय दूतावास के संस्कृति मामलों के प्रभारी प्रथम सचिव टी.एस. विवेकानंद ने कहा, “यह चीन में पूर्ण रूप से प्रशिक्षित और चीन में प्रस्तुत किया गया पहला अरंगेत्रम है।” उन्होंने बताया कि यह बहुत ही पारंपरिक तरीके से किया गया ‘अरंगेत्रम' था।
लेई को प्रशिक्षित करने वाली प्रसिद्ध चीनी भरतनाट्यम नृत्यांगना जिन शान शान ने कहा, “लेई का अरंगेत्रम ऐसा प्रशिक्षण है जिसे एक चीनी शिक्षक द्वारा प्रशिक्षित चीनी छात्रों ने चीन में पूरा किया है, जो भरतनाट्यम विरासत के इतिहास में एक मील का पत्थर है।” भारतीय राजदूत प्रदीप रावत की पत्नी श्रुति रावत लेई के अरंगेत्रम में मुख्य अतिथि थीं।
लीला सैमसन के अलावा चेन्नई से आए संगीतकारों की एक टीम ने लेई के लिए शास्त्रीय गीत गाए।
लेई इस महीने के अंत में चेन्नई में प्रस्तुति देने वाली हैं। लेई को डुडू के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि 2014 में जिन के स्कूल में शामिल होने के बाद से ही उन्हें भरतनाट्यम से प्यार हो गया था। उन्होंने कहा, “मुझे इससे पूरी तरह से प्यार हो गया। मैं अब तक नृत्य करती रही हूं। मेरे लिए भरतनाट्यम न केवल एक सुंदर कला और नृत्य रूप है, बल्कि भारतीय संस्कृति का प्रतीक भी है। - काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नेपाल आने का रविवार को निमंत्रण दिया। नेपाल के प्रधानमंत्री सचिवालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार ओली ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को यात्रा के लिए निमंत्रण दिया। मिस्री ने नेपाली प्रधानमंत्री से एक शिष्टाचार भेंट की। ओली ने पिछले महीने चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' के नेतृत्व वाली सरकार के प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाने के बाद उन्होंने पदभार संभाला था। मिस्री ने पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा से काठमांडू के बाहरी इलाके बुधनीलकांठा में उनके आवास पर मुलाकात की। देउबा के कार्यालय के अनुसार बैठक के दौरान उन्होंने आपसी हित से संबंधित विभिन्न मामलों पर चर्चा की।
- विन्हेडो। ब्राजील के साओ पाउलो प्रांत में शुक्रवार को हुए विमान हादसे में मारे गए सभी 62 लोगों के अवशेष बरामद होने के साथ ही बचाव अभियान समाप्त कर दिया गया। मृतकों के परिजन अपने प्रियजनों की शिनाख्त करने और उन्हें दफनाने के लिए साओ पाउलो पहुंच रहे हैं। विमानन कंपनी वेपास ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त ‘एटीआर72' विमान में 58 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। उसने बताया कि विमान ग्वारूलोस में साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर जा रहा था, तभी यह विन्हेडो में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कंपनी ने पहले बताया था कि उसके विमान में 62 यात्री सवार थे, लेकिन बाद में उसने संख्या को संशोधित कर 61 कर दिया और शनिवार सुबह एक बार फिर संख्या बढ़ा दी, जब उसने पाया कि कॉन्स्टेंटिनो माइया नामक यात्री का नाम उसकी मूल सूची में नहीं था। साओ पाउलो सरकार ने एक बयान में कहा कि बचाव अभियान शनिवार को स्थानीय समयानुसार शाम 6.30 बजे समाप्त हो गया। उसने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने विमान के पायलट और सह-पायलट के शवों की पहचान कर ली है तथा मलबे से 34 पुरुषों व 28 महिलाओं के शव बरामद किए गए हैं। ब्राजील के अधिकारियों ने शुक्रवार को सभी शव मुर्दाघर में स्थानांतरित कर दिए और परिजनों से मृतकों की पहचान करने में मदद के लिए किसी भी चिकित्सकीय जांच, एक्स-रे या दंत परीक्षण की रिपोर्ट लाने को कहा। शवों की पहचान करने के लिए खून की जांच भी की गई। विन्हेडो में पत्रकारों से बात करते हुए साओ पाउलो के सार्वजनिक सुरक्षा सचिव गिलहर्मे डेर्राइट ने कहा कि विमान का ‘ब्लैक बॉक्स' बरामद कर लिया गया है, जो स्पष्टतः संरक्षित अवस्था में है। ब्राजील की वायुसेना ने बताया कि विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स राजधानी ब्रासीलिया स्थित विश्लेषण प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं। उसने कहा कि हमें उम्मीद है कि 30 दिनों के भीतर जांच के नतीजे सामने आ जाएंगे।
-
विन्हेडो . ब्राजील के साओ पाउलो प्रांत में एक यात्री विमान के रिहायशी इलाके में शुक्रवार रात दुर्घटनाग्रस्त होने से विमान में सवार सभी 61 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों और विमानन कंपनी ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि यह विमान साओ पाउलो से 80 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित विन्हेडो में रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ लेकिन यह जानकारी नहीं है कि इस दुर्घटना में कोई स्थानीय नागरिक भी मारा गया है अथवा नहीं। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इस हादसे में किसी स्थानीय नागरिक की जान नहीं गई है।
विमानन कंपनी वेपास ने बताया कि 'एटीआर72' विमान में 57 यात्री और चालक दल के चार सदस्य मौजूद थे। उसने बताया कि विमान साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ग्वारूलोस की ओर जा रहा था तभी यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कंपनी ने यात्रियों के नाम की सूची जारी की है, लेकिन इसमें उनकी राष्ट्रीयता नहीं बताई गई है। उसने पहले एक बयान में कहा था कि विमान में 58 यात्री सवार थे। विमानन कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘ कंपनी को यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि उड़ान संख्या 2283 में सवार सभी 61 लोगों की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस समय, पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराना वेपास की प्राथमिकता है। कंपनी हादसे की वजहों का पता लगाने के लिए अधिकारियों के साथ प्रभावी ढंग से सहयोग कर रही है।'' राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला डी सिल्वा ने दक्षिण ब्राजील में एक समारोह के दौरान वहां मौजूद लोगों से इस घटना में मारे गए लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखने का आग्रह किया और उन्होंने तीन दिन के शोक की घोषणा की। घटनास्थल पर अग्निशमन विभाग की कर्मी, पुलिस और नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण की टीम मौजूद है। साओ पाउलो के जन सुरक्षा सचिव गिलहर्मे डेर्रिटे ने पत्रकरों से बातचीत करते हुए इस बात की पुष्टि की कि इस घटना में कोई भी व्यक्ति नहीं बच पाया है। उन्होंने यह भी कहा कि विमान का 'फ्लाइट रिकॉर्ड' भी बरामद कर लिया गया है। दुर्घटनास्थल के पास एक प्रत्यक्षदर्शी एना लूसिया डी लीमा ने संवाददाताओं को बताया, ''मुझे लगा कि विमान हमारे घर के आंगन में गिरेगा।यह डरावना था, लेकिन ईश्वर का शुक्र है कि इस घटना में किसी भी स्थानीय व्यक्ति की मौत नहीं हुई है, हालांकि विमान में सवार सभ लोगों की मौत हो गई है।'' ‘एसोसिएटेड प्रेस' को एक प्रत्यक्षदर्शी से वीडियो मिला है जिसमें कम से कम दो शव जलते हुए मलबे के टुकड़ों के बीच पड़े हुए नजर आ रहे हैं। ब्राजील के टेलीविजन नेटवर्क 'ग्लोबो' ने मौसम विज्ञान केंद्र की एक रिपोर्ट प्रसारित की, जिसमें बताया गया कि विन्हेडो में बर्फ जमी हुई है। वहीं, स्थानीय मीडिया ने विश्लेषकों के हवाले से बताया कि संभवत: बर्फ जमने के कारण ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। वहीं ब्राजील की वायुसेना के हवाई दुर्घटनाओं की जांच एवं रोकथाम केंद्र के लेफ्टिनेंट कर्नल कार्लोस हेनरिक बाल्दी ने संवाददाताओं से कहा कि यह पुष्टि करना अभी जल्दबाजी होगी कि दुर्घटना बर्फ जमी होने के कारण हुई। केंद्र ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि विमान चालकों ने मदद के लिए कोई फोन नहीं किया और न ही यह बताया कि वे प्रतिकूल मौसम में उड़ान भर रहे थे। ब्राजील की पुलिस ने एक बयान में कहा कि उसने इस घटना की जांच शुरू कर दी है तथा मृतकों की पहचान के लिए विशेषज्ञों को घटनास्थल पर भेज दिया है। - ढाका: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में देश की कमान संभाल ली है. बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ले ली है. यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए गुरुवार को पेरिस से ढाका पहुंचे. मोहम्मद यूनुस के सामने सबसे पहली चुनौती देश में शांति और कानून व्यवस्था कायम करने की है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रुप में शपथ दिलाई.मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार बनाया गया है. इसका दर्जा प्रधानमंत्री के बराबर होगा. इस शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के राजदूत, शीर्ष कारोबारी और नागरिक संगठनों के सदस्यों के साथ ही मुख्य विपक्षी दल के नेता भी मौजूद थे. यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में हुआ.पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी का कोई सदस्य शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुआ. नई सरकार चलाने के लिए मोहम्मद यूनुस के अलावा कैबिनेट में 16 और सदस्यों को शामिल किया गया है. 83 साल के मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख सलाहकार बनाने की मांग बांग्लादेश में आंदोलन कर रहे छात्रों ने रखी थी. पिछले एक महीने से आंदोलन कर रहे छात्रों के दबाव के आगे आखिरकार 15 साल से देश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को इस्तीफा दे कर देश छोड़ना पड़ा. इसके बाद से देश में अशांति और अव्यवस्था है. देश की सेना फिलहाल व्यवस्था संभालने की कोशिश कर रही है.
-
ढाका. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने मंगलवार रात को यह जानकारी दी। यह निर्णय राष्ट्रपति शहाबुद्दीन और ‘भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' के समन्वयकों के बीच हुई बैठक में लिया गया। इस बैठक में तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख भी मौजूद थे। प्रेस सचिव ने कहा कि अंतरिम सरकार के अन्य सदस्यों के नाम विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद तय किए जाएंगे।‘डेली स्टार' समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक नाहिद इस्लाम ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा कि प्रोफेसर यूनुस छात्र समुदाय के आह्वान पर देश को बचाने की खातिर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो गए हैं। नाहिद ने कहा, ‘‘अंतरिम सरकार के लिए रूपरेखा की घोषणा करने में हमने 24 घंटे लिए। हालांकि, आपातकालीन स्थिति को देखते हुए हम इसकी घोषणा अब कर रहे हैं।'' नाहिद के साथ दो अन्य समन्वयक थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने निर्णय लिया है कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस मुख्य सलाहकार होंगे। उनकी स्वीकार्यता व्यापक है।'' इस घोषणा के कुछ ही घंटों पहले बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने घोषणा की थी कि संसद को भंग करने के बाद जल्द से जल्द अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। शहाबुद्दीन ने सोमवार देर रात टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया है, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद हैं। नाहिद ने राष्ट्रपति से डॉ. यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार के अन्य सदस्यों के नाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी। उन्होंने व्यापक पैमाने पर हो रही हिंसा के बारे में कहा कि यह हिंसा ‘‘अपदस्थ फासीवादियों और उनके सहयोगियों'' द्वारा क्रांति को विफल करने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि देश में अराजकता है और लोगों के जीवन को खतरा है, इसलिए हम राष्ट्रपति से आग्रह करते हैं कि वह देश में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाएं तथा स्वतंत्रता चाहने वाले छात्र भी कानून प्रवर्तन बलों की सहायता के लिए सड़कों पर उतरेंगे।'' नाहिद ने कहा, ‘‘छात्रों द्वारा प्रस्तावित सरकार के अलावा किसी अन्य सरकार को स्वीकार नहीं किया जाएगा। जैसा कि हमने कहा है, कोई भी सैन्य सरकार या सेना द्वारा समर्थित सरकार या फासीवादियों की सरकार स्वीकार नहीं की जाएगी।'' बांग्लादेश में सोमवार को उस समय अराजकता फैल
-
वाशिंगटन. अमेरिका ने कहा है कि बांग्लादेश में लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए अंतरिम सरकार का गठन किया जाना चाहिए। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को वाशिंगटन में अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम बांग्लादेश के लोगों को बांग्लादेश की सरकार का भविष्य निर्धारित करते हुए देखना चाहते हैं।” बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने से अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। ढाका में बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा है कि एक अंतरिम सरकार कार्यभार संभालने जा रही है और सेना देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का जिम्मा उठाएगी। हसीना के देश छोड़ने की खबर आते ही हजारों प्रदर्शनकारी उनके आवास में घुस गए और तोड़फोड़ व लूटपाट की। बाद में हसीना लंदन जाने की अपनी योजना के तहत भारत में गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरीं। मिलर ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका बांग्लादेश के हालात पर करीबी नजर रख रहा है और वह देश में हिंसा समाप्त करने तथा पिछले कुछ हफ्तों में हुई मौतों के लिए जवाबदेही तय करने का आह्वान करता है। उन्होंने कहा, “अंतरिम सरकार के संबंध में सभी फैसले लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए किए जाने चाहिए।” मिलर ने कहा, “अब, जवाबदेही कैसी होनी चाहिए, यह बांग्लादेशी कानून के तहत तय किया जाना चाहिए। जाहिर है, हिंसा के कृत्यों, कानून का उल्लंघन करने वाले कृत्यों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” एक सवाल के जवाब में मिलर ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री हसीना ने अमेरिका से शरण मांगी है या नहीं। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों में हुई हिंसा और मौतों के मद्देनजर यह जरूरी है कि हम इन मौतों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण एवं पारदर्शी जांच कराएं। जहां तक अंतरिम सरकार का सवाल है, हमारा मानना है कि यह महत्वपूर्ण है कि हम बांग्लादेशी लोगों की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करें और लोकतांत्रिक शासन की संभावनाएं तलाशें।” मिलर ने जोर देकर कहा कि अमेरिका बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने रिश्ते को काफी महत्व देता है। उन्होंने कहा, “हम इसे जारी रखना चाहते हैं। भविष्य में क्या हो सकता है, इसके बारे में जानने का अनुरोध करने वालों और सवाल पूछने वालों से मैं यह आग्रह करूंगा कि प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे को अभी 12 घंटे भी नहीं बीते हैं।” मिलर ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश की स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रख रहा है। उन्होंने कहा, “अमेरिका बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है। हम सभी पक्षों से और हिंसा से बचने का आग्रह करते हैं। पिछले कई हफ्तों के दौरान बहुत सारी जानें गई हैं और हम आने वाले दिनों में शांति एवं संयम बरतने का आग्रह करते हैं।” मिलर ने कहा, “हम अंतरिम सरकार के गठन संबंधी घोषणा का स्वागत करते हैं और आग्रह करते हैं कि कोई भी सत्ता परिवर्तन बांग्लादेश के कानूनों के अनुसार किया जाए। हम पिछले कुछ हफ्तों में देश में मानवाधिकारों के हनन, लोगों की जान जाने और उनके घायल होने की खबरों से बहुत दुखी हैं। हम उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो हिंसा का दंश झेल रहे हैं।” पिछले दो दिनों में, हसीना सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं।
बांग्लादेश में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन पिछले महीने विवादास्पद नौकरी आरक्षण योजना के खिलाफ शुरू हुआ था। यह प्रदर्शन बाद में सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया। वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण का प्रावधान इस विवादास्पद आरक्षण व्यवस्था के तहत किया गया था। -
नई दिल्ली। आज से 50 वर्ष पहले यानी 1975 की तारीख 15 अगस्त को शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान, उनकी माता और उनके तीन भाइयों समेत 18 सदस्यों की सैन्य अधिकारियों ने उनके घर में ही हत्या कर दी थी। बांग्लादेश को 1971 में पाकिस्तान से स्वतंत्रता मिलने के बाद उनके पिता मुजीबुर रहमान देश के राष्ट्रपति और फिर प्रधानमंत्री बने थे।
शेख हसीना की जान इसलिए बच पाई क्योंकि, वह अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ विदेश में थीं। शेख हसीना के पति न्यूक्लियर साइंटिस्ट थे और वे जर्मनी में थे। पिता की हत्या के 15 दिन पहले ही शेख हसीना बांग्लादेश से जर्मनी गईं थीं। यानी 30 जुलाई 1975 को शेख हसीना और शेख रेहाना ने अपने पिता-माता और 3 भाइयों को अंतिम बार देखा था। जब वे जर्मनी जा रही थीं तो शायद इतना भी नहीं भांप पाईं होंगी कि महज 15 दिन के भीतर पूरा परिवार नष्ट होने वाला है।कैसे इंदिरा गांधी ने शेख हसीना को जर्मनी से बुलाया था भारतउस समय भारत की आयरन लेडी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को मुजीबुर रहमान की बेटी और आयरन लेडी कही जाने वाली शेख हसीना और उनकी बहन की चिंता हुई और उन्होंने हसीना को भारत में शरण देने का फैसला लिया। उन्होंने जर्मनी में अपने राजदूत हुमायूं राशिद चौधरी को हसीना के पास भेजा और दोनों बहनों को भारत बुला लिया। वह ऐसा दौर था, जब हसीना के ऊपर असुरक्षा की तलवार लटक रही थी। हालांकि, प्लान बनाया गया और 24 अगस्त 1975 को दोपहर में शेख हसीना अपने पति के साथ जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से एयर इंडिया के विमान से उड़ान भरीं और 25 अगस्त, 1975 की सुबह भारत में कदम रखा। हसीना को उस समय 56 रिंग रोड स्थित एक सेफ हाउस में रखा गया। इंदिरा गांधी को उनकी सुरक्षा की काफी चिंता थी और इसलिए यहां तक कि उनकी असली पहचान भी छिपाई गई। उन्हें मिस्टर और मिसेज मजूमदार के नाम से बुलाया जाता था। कुछ दिनों बाद शेख हसीना को रहने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच पंडारा पार्क के सी ब्लॉक स्थित तीन कमरों के एक मकान दिया गया।1981 में अपने वतन लौंट गईं थी शेख हसीनाहसीना ने भारत में छह साल निर्वासन में बिताए, बाद में उन्हें उनके पिता द्वारा स्थापित पार्टी अवामी लीग का नेता चुना गया। हसीना 17 मई, 1981 में अपने देश बांग्लादेश लौट आईं और सेना द्वारा शासित देश में लोकतंत्र की मुखर आवाज बनीं, जिसके कारण उन्हें कई बार नजरबंद रखा गया। हसीना को एक समय सैन्य शासित बांग्लादेश को स्थिरता प्रदान करने के लिए जाना जाता है, लेकिन साथ ही उनके विरोधियों द्वारा उन्हें एक ‘निरंकुश’ नेता बताकर उनकी आलोचना भी की जाती है। 76 साल की शेख हसीना सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली दुनिया की कुछ चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं।1996 में पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनी शेख हसीनाबांग्लादेश में 1991 के आम चुनाव में हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग बहुमत हासिल करने में विफल रही। उनकी प्रतिद्वंद्वी बीएनपी की खालिदा जिया प्रधानमंत्री बनीं। पांच साल बाद, 1996 के आम चुनाव में हसीना प्रधानमंत्री चुनी गईं। हसीना को 2001 के चुनाव में सत्ता से बाहर कर दिया गया था, लेकिन 2008 के चुनाव में वह भारी जीत के साथ सत्ता में लौट आईं। तब से खालिदा जिया के नेतृत्व वाली BNP मुश्किल में फंसी हुई है।2004 में हुई थी शेख हसीना की हत्या की कोशिशवर्ष 2004 में हसीना की हत्या की कोशिश की गई थी, जब उनकी रैली में एक ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। हसीना ने 2009 में सत्ता में आने के तुरंत बाद 1971 के युद्ध अपराधों के मामलों की सुनवाई के लिए एक न्यायाधिकरण की स्थापना की। न्यायाधिकरण ने विपक्ष के कुछ वरिष्ठ नेताओं को दोषी ठहराया, जिसके कारण हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए।इस्लामिस्ट पार्टी और BNP की प्रमुख सहयोगी जमात-ए-इस्लामी को 2013 में चुनाव में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था। BNP प्रमुख खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के आरोप में 17 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। BNP ने 2014 के चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन 2018 में इसमें शामिल हुई।उस चुनाव के बारे में बाद में पार्टी नेताओं ने कहा कि यह एक गलती थी, और आरोप लगाया कि मतदान में व्यापक धांधली और धमकी दी गई थी। हसीना ने पिछले 15 सालों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक का नेतृत्व किया और दक्षिण एशियाई राष्ट्र के जीवन स्तर में सुधार किया।शेख हसीना 2009 से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस दक्षिण एशियाई देश की बागडोर संभाल रही थीं। उन्हें जनवरी में हुए 12वें आम चुनाव में लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री चुना गया। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और उसके सहयोगियों ने चुनाव का बहिष्कार किया था।1960 में हुआ था शेख हसीना का पूर्वी पाकिस्तान में जन्मसितंबर 1947 में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में जन्मीं हसीना 1960 के दशक के अंत में ढाका विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान राजनीति में सक्रिय हो गईं। पाकिस्तानी सरकार द्वारा अपने पिता की कैद के दौरान उन्होंने उनके राजनीतिक संपर्क सूत्र के रूप में कार्य किया।आयरन लेडी कही जाती हैं शेख हसीनाएक समाचार वेबसाइट ने कई साल पहले उन्हें ‘‘आयरन लेडी’’ का टाइटल दिया था और तब से पश्चिमी मीडिया द्वारा उन्हें संदर्भित करने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। हसीना ने दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी संकट से निपटने के लिए तारीफ बटोरी। यह वह दौर था जब 2017 में अपने देश में सेना की कार्रवाई के बाद उत्पीड़न से बचने के लिए पड़ोसी देश म्यांमा से भागकर आए दस लाख से अधिक रोहिंग्याओं ने बांग्लादेश में शरण ली थी।हसीना को भारत और चीन के प्रतिद्वंद्वी हितों के बीच कुशलतापूर्वक बातचीत करने का श्रेय भी दिया जाता है। चुनावों से पहले उन्हें दोनों प्रमुख पड़ोसियों और रूस का समर्थन प्राप्त हुआ। उनके करीबी लोग कहते थे कि प्रधानमंत्री एक “काम में डूबी रहने वाली” महिला हैं और वह रोजाना इस्लाम के नियमों का पालन करती हैं। राजनीतिक विरोधियों ने हसीना की सरकार को एक “निरंकुश” और भ्रष्ट शासन बताया, जबकि नागरिक संस्थाओं से जुड़े लोगों और अधिकार समूहों ने उस पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया। -
ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन के बीच आज इस्तीफा दे दिया और देश से बाहर चली गईं। राजनयिक सूत्रों के अनुसार हसीना को भारत से लंदन जाना है। इस बीच बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमां ने अंतरिम तौर पर शासन की बागडोर संभाल ली है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा है कि उन्होंने राजनीतिक दलों के नेताओं से बात की है और उन्हें बताया कि सेना कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी।सूत्रों के अनुसार विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पड़ोसी देश में बदलते हालात से अवगत कराया है और मंगलवार को सदन को इसकी जानकारी दी जा सकती है। बांग्लादेश में उथल-पुथल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति की बैठक में हालात पर चर्चा की गई।इस बीच खबर है कि लंदन जाने के क्रम में हसीना का विमान दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने उनसे मुलाकात की है। हसीना के अपनी बेटी साइमा वाजिद से मिलने की संभावना है, जो दिल्ली में रहती हैं। साइमा विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय निदेशक हैं। हसीना के हिंडन में रुकने के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और न ही इसकी पुष्टि हुई है। भारत सरकार के सूत्रों ने कहा कि ढाका में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम पर भारत करीबी नजर रखे हुए है।सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर क्षेत्र में सभी यूनिट को ‘हाई अलर्ट’ कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के महानिदेशक (कार्यवाहक) दलजीत सिंह चौधरी और वरिष्ठ अधिकारी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की समीक्षा के लिए कोलकाता पहुंचे हैं। बांग्लादेश में उथल-पुथल के बीच मेघालय ने अपनी सीमा पर रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। भारत और बांग्लादेश के बीच सभी रेल सेवाएं अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई हैं। दिल्ली में भी बांग्लादेश के दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एयर इंडिया और इंडिगो ने भी सोमवार को तत्काल प्रभाव से ढाका के लिए अपनी निर्धारित उड़ानें रद्द कर दी हैं। भारत-बांग्लादेश व्यापार सोमवार दोपहर से रोक दिया गया।
क्यों शेख हसीना को छोड़ना पड़ा बांग्लादेश1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले दिग्गजों के रिश्तेदारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली विवादास्पद कोटा प्रणाली पर उनकी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ जिसके बाद हसीना को प्रधान मंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। बांग्लादेश में छात्रों का यह प्रदर्शन जुलाई से ही चल रहा था। छात्रों का कहना था कि सिविल सेवा नौकरी कोटा खत्म किया जाए।बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 21 जुलाई को ज्यादातर कोटा रद्द कर दिया गया। जिसके बाद विरोध प्रदर्शन रुक गए। हालांकि, पिछले हफ्ते फिर से दंगे शुरू हो गए क्योंकि जनता ने हिंसा के लिए शेख हसीना से माफी की मांग की।300 लोगों की हो चुकी है मौतरिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों के इस विरोध में रविवार यानी कल कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कुल मृत लोगों की संख्या 300 पहुंच गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जतराबारी और ढाका मेडिकल कॉलेज इलाकों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के कारण आज ताजा हिंसा में कम से कम छह लोग मारे गए। -
काठमांडू. नेपाल के सरलाही जिले में रविवार को भारत से लौट रहे हिंदू तीर्थयात्रियों को ले जा रहा एक ट्रैक्टर नहर में गिर गया, जिससे एक महिला की मौत हो गई और उसकी 11 वर्षीय बेटी सहित चार अन्य घायल हो गए। दुर्घटना मलंगावा इलाके में हुई और इस दौरान ट्रैक्टर पर 25 तीर्थयात्री सवार थे।
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना चालक के ट्रैक्टर से नियंत्रण खो देने के कारण हुई। तीर्थयात्री बिहार के मधिया में एक मंदिर में पवित्र जल चढ़ाने के बाद घर वापस आ रहे थे। बाकी तीर्थयात्री सुरक्षित बताए जाते हैं। ट्रैक्टर चालक फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। -
वाशिंगटन. पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के मद्देनजर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने वहां लड़ाकू विमानों का दस्ता और विमान वाहक पोत तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने यह जानकारी दी। पेंटागन ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान और उसके सहयोगियों के संभावित हमलों से इजराइल की रक्षा करने और अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पश्चिम एशिया में सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का निर्णय लिया है। पेंटागन ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने यूरोप और पश्चिम एशिया के क्षेत्रों में अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल से लैस जहाज और विध्वंसक पोत तैनात करने का भी आदेश दिया है। इसके अलावा, ऑस्टिन वहां जमीन से वार करने वाली अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल भेजने की दिशा में भी कदम उठा रहे हैं। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का फैसला ऐसे समय में किया है, जब अमेरिकी नेताओं ने यह चिंता जताई है कि इजराइल के हालिया हमलों में हमास और हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडरों के मारे जाने के कारण क्षेत्र में हिंसा बढ़ सकती है, क्योंकि दोनों उग्रवादी समूहों के अलावा ईरान ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। व्हाइट हाउस के अनुसार, बाइडन ने बृहस्पतिवार दोपहर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर इजराइल को बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन के संभावित हमलों से बचाने के लिए क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य उपस्थिति बढ़ाने पर चर्चा की। अप्रैल में अमेरिकी बलों ने ईरान द्वारा इजराइल की तरफ दागी गई दर्जनों मिसाइल और ड्रोन का पता लगाकर उनके हमलों को नाकाम किया था। बुधवार को तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनिया और मंगलवार को बेरूत में हिजबुल्लाह कमांडर फौद शुकुर की हत्या के बाद क्षेत्र में जारी तनाव के युद्ध में तब्दील होने का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि ईरान ने अपने क्षेत्र में हुए हमले का करारा जवाब देने की धमकी दी है। इजराइल ने पिछले साल सात अक्टूबर को हमास द्वारा उसके क्षेत्र में किए गए अप्रत्याशित हमले के बाद समूह के नेताओं को मार गिराने का संकल्प लिया है। ऑस्टिन ने यूएसएस अब्राहम लिंकन विमानवाहक पोत को पश्चिम एशिया में तैनात करने का फैसला लिया है। यह पोत ओमान की खाड़ी में मौजूद यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेगा। पेंटागन ने यह नहीं बताया कि लड़ाकू विमानों का दस्ता कहां से आएगा और इसे पश्चिम एशिया के किस हिस्से में तैनात किया जाएगा।
-
बीजिंग. चीन में दो सप्ताह पहले उत्तर-पश्चिमी शांक्सी प्रांत में एक राजमार्ग पुल के आंशिक रूप से ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़ 38 हो गई है और करीब दो दर्जन लोग अभी भी लापता हैं। सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने शुक्रवार शाम को यह जानकारी देते हुए बताया कि 19 जुलाई को हुई इस दुर्घटना में दो दर्जन वाहन तेज बहाव वाली नदी में गिर गए थे। सीसीटीवी की खबर के अनुसार, एक व्यक्ति को बचा लिया गया था। शांक्सी प्रांत में जिस क्षेत्र में डैनिंग राजमार्ग पर पुल ध्वस्त हुआ, वहां पिछले दिनों भारी बारिश हुई थी। सीसीटीवी की खबर के मुताबिक, पुल ध्वस्त होने पर कम से कम 25 कार नदी में गिर गईं। बचाव दलों ने पीड़ितों की तलाश में कई किलोमीटर नीचे तक खोज की है। घटना के तुरंत बाद सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में पुल का एक हिस्सा टूटा हुआ और लगभग 90 डिग्री के कोण पर नीचे बहते भूरे पानी में मुड़ा हुआ दिखाई दे रहा था। सीसीटीवी की खबर में कहा गया है कि नदी एक पहाड़ी घाटी से होकर गुजरती है और मई में गुआंगदोंग प्रांत में इसी तरह की एक घटना में 36 लोगों की मौत हो गई थी। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के कारण हुई बारिश ने पूरे एशिया में भूस्खलन और बाढ़ की एक शृंखला को जन्म दिया है। इसी सप्ताह चीन में, गेमी चक्रवात के कारण 48 लोगों की मौत हो गई। हुनान में पहुंचने पर यह चक्रवात एक उष्णकटिबंधीय तूफान में तब्दील होकर कमजोर हो गया था।
-
वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने भारत को एक महान शक्ति बताते हुए सांसदों से कहा कि नयी दिल्ली विश्व स्तर पर एक जिम्मेदार भूमिका निभाना चाहती है। उप विदेश मंत्री कर्ट कैम्पबेल ने मंगलवार को हिंद-प्रशांत से परे अमेरिका-चीन प्रतिस्पर्धा पर एक सुनवाई के दौरान ये टिप्पणियां कीं। उन्होंने उन खबरों के बीच ये टिप्पणियां की है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन पर रूस के युद्ध को खत्म करवाने के नवीन वैश्विक प्रयासों की पृष्ठभूमि में इस महीने कीव की यात्रा कर सकते हैं। कैम्पबेल ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के सदस्यों से कहा, ‘‘यह ध्यान रखना होगा कि भारत भी एक महान शक्ति है। उसका अपना दृष्टिकोण तथा अपने हित हैं। वे कभी अमेरिका के औपचारिक सहयोगी या साझेदार नहीं होंगे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वैश्विक मंच पर सहयोगी देशों के रूप में हमारे रिश्ते मजबूत नहीं हो सकते।'' वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एक द्विपक्षीय बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी की हाल की मॉस्को यात्रा के बारे में सीनेटर जेम्स रिच के एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘आपने रूस के संबंध में जो भी प्रभावी ढंग से कहा है, मैं उसमें सीधे तौर पर कुछ और नहीं कहने जा रहा हूं। मुझे लगता है कि हम यूक्रेन से भारत के और प्रत्यक्ष तौर पर बातचीत करने की खबरें सुन सकते हैं। मैं उसके लिए आभारी हूं। मुझे लगता है कि भारत विश्व स्तर पर जिम्मेदार भूमिका निभाना चाहता है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को तेहरान में ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लिया, जो देनों देशों के करीबी संबंधों को प्रतिबिंबित करता है। सुधारवादी पेजेश्कियन ने कट्टरपंथी सईद जलीली को दूसरे दौर के चुनाव में हराने के करीब तीन सप्ताह के भीतर ईरान के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मई में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मृत्यु के बाद राष्ट्रपति चुनाव आवश्यक हो गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि गडकरी ने राष्ट्रपति पेजेश्कियन को पदभार ग्रहण करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘ईरान में मंत्री नितिन गडकरी की वार्ताओं के दौरान, दोनों पक्षों ने चाबहार बंदरगाह के विकास पर सहयोग समेत द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति पर विचार-विमर्श किया।'' गडकरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, भारत सरकार और भारत की जनता की ओर से महामहिम डॉ. पेजेश्कियन को हार्दिक बधाई।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम निरंतर सहयोग और पारस्परिक विकास की आशा करते हैं तथा दोनों देशों की समृद्धि और विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ईरान संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।'' विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि चाबहार बंदरगाह द्विपक्षीय और क्षेत्रीय व्यापार को मजबूत करने में योगदान देगा। बयान के मुताबिक, ‘‘यह भूमि से घिरे अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों को क्षेत्रीय और वैश्विक बाजारों तक पहुंच प्रदान करेगा।'' ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह का विकास भारत और ईरान द्वारा संपर्क और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मिलकर किया जा रहा है।
- फ्रैंकफर्ट (जर्मनी),। यूरो क्षेत्र के 20 देशों की आर्थिक वृद्धि दर चालू वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 0.3 प्रतिशत रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यूरो क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) एक निश्चित अवधि में देश की भौगोलिक सीमा में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को बताता है। यूरोपीय संघ की सांख्यिकी एजेंसी यूरोस्टेट ने मंगलवार को बयान में कहा कि यूरो क्षेत्र के 20 देशों की आर्थिक वृद्धि दर इस साल की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में 0.3 प्रतिशत रही। ये वे देश हैं, जो यूरो मुद्रा का उपयोग करते हैं। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय देशों की वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में भी 0.3 प्रतिशत रही थी। इससे पहले एक साल से अधिक समय तक वृद्धि दर या तो स्थिर रही थी या फिर उसमें गिरावट आई थी। इसके विपरीत, अमेरिका की वृद्धि दर तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में 0.7 प्रतिशत रही। वहीं सालाना आधार पर यह 2.8 प्रतिशत बढ़ी। अमेरिका में जहां उपभोक्ता खर्च कर रहे हैं, वहीं बुनियादी ढांचे समेत अन्य क्षेत्रों में सरकारी व्यय में वृद्धि हुई है। दूसरी तरफ, यूरोप में उपभोक्ता रिकॉर्ड स्तर पर बचत कर रहे हैं और सरकारों ने भी बजट घाटे को कम करने के लिए खर्च को सीमित करना शुरू कर दिया है। इसका असर आर्थिक वृद्धि पर पड़ रहा है।
-
वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप पर करीब दो सप्ताह पहले हुए हमले को लेकर लगाई जा रही तमाम तरह की अटकलों को विराम देते हुए संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने इस बात की पुष्टि की कि पेनसिल्वेनिया में रैली के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के कान में वास्तव में गोली लगी थी। एफबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘हमलावर की रायफल से चली पूरी गोली या छर्रा पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के कान में लगा था।'' एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने इस सप्ताह की शुरुआत में हमले को लेकर कुछ अस्पष्ट टिप्पणियां की थीं, जिससे इस बात को लेकर अटकलें लगने लगी थीं कि क्या ट्रंप को वास्तव में गोली लगी थी। इस टिप्पणी को लेकर ट्रंप और उनके सहयोगियों ने नाराजगी जताई थी। एफबीआई और ‘सीक्रेट सर्विस' समेत जांच में शामिल कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया था कि ट्रंप किस वजह से घायल हुए थे। ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने भी उस अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने से इनकार कर दिया था, जहां पूर्व राष्ट्रपति का घायल होने के बाद इलाज किया गया था। ट्रंप के स्वास्थ्य के संबंध में हर जानकारी या तो खुद ट्रंप से या फिर ‘व्हाइट हाउस' में उनके पूर्व चिकित्सक रॉनी जैक्सन से मिली। एफबीआई ने बाद में एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की कि गोलीबारी ‘‘पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या का प्रयास थी, जिसके परिणामस्वरूप वह घायल हुए और एक वीर पिता की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए।''
- वाशिंगटन. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से वापस आने में एक महीने से अधिक की पहले ही देरी हो चुकी है और उनके बोइंग ‘कैप्सूल' में आई दिक्कतों को इंजीनियर के दूर करने तक वे आईएसएस पर ही रहेंगे। यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी। टेस्ट पायलट बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष प्रयोगशाला में लगभग एक सप्ताह रहना था और जून के मध्य में वापस लौटना था, लेकिन बोइंग के नये स्टारलाइनर कैप्सूल में ‘थ्रस्टर' में गड़बड़ी आने और हीलियम के रिसाव के कारण नासा और बोइंग को उन्हें अधिक समय तक वहां रोकना पड़ा। नासा के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा कि मिशन प्रबंधक वापसी की तारीख की घोषणा करने के लिए तैयार नहीं हैं। इंजीनियरों ने पिछले सप्ताह न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान में एक स्पेयर थ्रस्टर पर परीक्षण पूरा किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि ‘डॉकिंग' के दौरान क्या गलत हुआ और पृथ्वी पर वापसी की यात्रा की तैयारी की जा सके। रवानगी के एक दिन बाद छह जून को ‘कैप्सूल' के अंतरिक्ष स्टेशन के पास पहुंचने पर पांच थ्रस्टर में गड़बड़ी आ गई। तब से चार को फिर से चालू किया जा चुका है। स्पेस शटल के सेवा से हटने के बाद, नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की अंतरिक्ष स्टेशन पर आवाजाही के लिए निजी कंपनियों को काम पर रखा है, जिसके लिए बोइंग और स्पेसएक्स को अरबों डॉलर का भुगतान किया गया है। यह बोइंग की पहली परीक्षण उड़ान थी जिसमें चालक दल सवार था। स्पेसएक्स 2020 से मानव को अंतरिक्ष में ले जा रहा है।


.jpg)


.jpg)





.jpg)




.jpg)
.jpg)




.jpg)
.jpg)

.jpeg)

.jpg)