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- कोलंबो । जांघ की चोट के कारण लगभग चार महीने बाहर रहने के दौरान रिहैबिलिटेशन से गुजरते समय भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल के लिए सबसे बड़ी चुनौती मानसिक अड़चनों से निपटना थी। राहुल को इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान चोट लगी थी जिसके लिए बाद में उन्हें लंदन में सर्जरी भी करानी पड़ी। यह 31 वर्षीय बल्लेबाज इसके बाद बेंगलुरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन से गुजरा और अब एशिया कप में खेलने के लिए फिट हो गया। वह हालांकि हल्की चोट के कारण श्रीलंका में चल रहे इस टूर्नामेंट के शुरुआती दो मैच में नहीं खेल पाए। राहुल का हालांकि चार सितंबर को दोबारा आकलन किया गया और उन्हें इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए कैंडी में भारतीय टीम से जुड़ने की स्वीकृति मिल गई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा रविवार को पोस्ट किए गए वीडियो में राहुल ने कहा, ‘‘कई बार आप मानसिक लड़ाई भी लड़ते हो जहां आप हमेशा सोचते हो कि मुझे दर्द हो सकता है। और जब आप इस मानसिकता में होते हो तो कौशल पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए सबसे बड़ी चुनौती चीजों से जुड़े इस डर और दर्द से पार पाना होती है।''राहुल ने कहा कि विकेट कीपिंग के लिए जांघ में काफी मजबूती की जरूरत होती है और रिहैबिलिटेशन से गुजरते समय उनके मन में सबसे बड़ा सवाल यह था कि इतनी बड़ी सर्जरी के बाद वह दोबारा इस भूमिका के लिए खुद को कैसे समझाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘बड़ी बात यह थी कि मैं अपने शरीर को लेकर आत्मविश्वास महसूस करूं और उन मूवमेंट में दर्द से मुक्त रहूं जिनमें बहुत अधिक जोर लगाने की आवश्यकता होती है। विशेषकर, मुझे पता था कि वापस आकर मुझे विकेटकीपिंग भी करनी होगी।'' राहुल ने कहा, ‘‘और यह फिजियो और मेरे लिए सबसे बड़ी चिंताओं में से एक था, मेरे दिमाग में एक बड़ा सवालिया निशान था कि जांघ की चोट के कारण वापसी करते हुए मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती विकेटकीपिंग होगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब आप विकेटकीपिंग करते हैं तो हर गेंद पर आपको झुककर बैठना होता है। तो आपको अपनी जांघ में बहुत अधिक ताकत की आवश्यकता होती है। जरूरत होती है कि आपका शरीर आपका समर्थन करे और आप दर्द मुक्त रहें।'' राहुल ने उन फिजियो के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने कठिन दौर में उनका मार्गदर्शन किया।उन्होंने कहा, ‘‘और एक बार जब आप इससे गुजरते हैं (दर्द मुक्त हो जाते हैं), यह तभी हो सकता है जब आप कदम दर कदम उठाते हैं। और जैसा कि मैंने कहा, मैं एनसीए में कुछ बहुत अच्छे फिजियो और ट्रेनर के मार्गदर्शन में था। उन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और वे जानते थे कि कब मुझे जोर लगाना है और कब पीछे हटना है।''इस क्रिकेटर ने कहा कि वह बिना किसी समस्या के आराम से गेंद के पीछे भाग रहे थे लेकिन चोट लग गई है और शुरुआत में उन्हें लगा कि यह कुछ हफ्तों में ठीक को जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं गेंद को पकड़ने का प्रयास कर रहा था और मेरे टेंडन में चोट लग गई। मुझे काफी अधिक चोट लगी और मेरी जांघ में टेंडन फट गया। इसलिए जब यह हुआ तो बेशक मैं, मेरा परिवार, फ्रेंचाइजी, टीम, सभी दुआ कर रहे थे कि यह बड़ी चोट नहीं हो... यह छोटा-मोटा खिंचाव हो या मैं कुछ हफ्तों में ठीक हो जाऊं।'' राहुल ने कहा, ‘‘लेकिन जब हमने कुछ दिनों में स्कैन किया तो हमें पता चला कि यह पूरी तरह से फट गया था और यह बिल्कुल स्पष्ट था कि इससे उबरने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘फिजियो को तुरंत पता चल गया था कि सर्जरी ही एकमात्र रास्ता है और हमें यही रास्ता अपनाना था। यह सब बहुत जल्दी हुआ।'' राहुल ने कहा कि एक बार मानसिक बाधा पार हो जाने के बाद वह अपने क्रिकेट कौशल पर ध्यान केंद्रित कर सकते थे और एशिया कप की कठिनाइयों के लिए तैयार हो सकते थे। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार ऐसा हुआ तो फिर कौशल पर ध्यान दिया। मैंने दौड़ना और बाकी चीजें करना शुरू किया। लेकिन फिर दुर्भाग्य से ऐसा करने की प्रक्रिया में, टीम में वापस आने से ठीक पहले मुझे एक छोटी सी चोट लगी।'' राहुल ने कहा, ‘‘मुझे लगा था कि मैं एशिया कप से काफी पहले वापसी कर सकता हूं और खुद को काफी समय दे सकता हूं और खुद को वास्तव में अच्छी तरह से तैयार कर सकता हूं। लेकिन दुर्भाग्य से, एक और समस्या ने मुझे कुछ हफ्ते पीछे कर दिया।'' इस क्रिकेटर ने कहा कि वह मैदान पर वापसी करने में सफल रहे क्योंकि उन्होंने अपने शरीर को ‘ठीक होने के लिए पर्याप्त समय' दिया। राहुल ने कहा, ‘‘बेशक मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। टीम के साथ वापस आकर अच्छा लग रहा है। मैं काफी समय तक खेल से दूर रहा लेकिन लेकिन हां, मैं वापस आकर खुश हूं... सब कुछ सही समय पर हुआ।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब आपकी सर्जरी होती है तो आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप इस बात का सम्मान करें कि आपने अपने शरीर को किसी बहुत बड़ी चीज से गुजारा है, आपकी किसी बड़ी चीज को ठीक किया गया है इसलिए आपको इसका सम्मान करना होगा और अपने शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त समय देना होगा।'' राहुल ने कहा कि वह 100 ओवर के मैच की कठिनाइयों के लिए तैयार हैं और अपनी क्षमताओं को लेकर ‘आश्वस्त' महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उसे (एशिया कप और विश्व कप) लेकर बहुत उत्साहित हूं और आशा करता हूं कि यह सब अच्छा होगा। मैंने वास्तव में अच्छी तैयारी की है, मैं अपने बारे में आश्वस्त हूं।''
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दुबई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जुलाई में वेस्टइंडीज और भारत के बीच डोमिनिका के रोसेऊ में खेले गये शुरुआती टेस्ट की विंडसर पार्क पिच को ‘औसत' रेटिंग दी है। इस टेस्ट के मैच रैफरी जेफ क्रो ने शुरु में इस पिच को ‘औसत से कम' रेटिंग दी थी जिसके कारण पिच को एक ‘डिमैरिट' अंक मिल जाता। ऐसा होता तो वेस्टइंडीज क्रिकेट के पास क्रो के फैसले के खिलाफ अपील का विकल्प होता लेकिन तब उसे पिच के खराब स्तर के संबंध में आईसीसी को स्पष्टीकरण भी देना होता। इस पिच पर पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम 150 रन पर सिमट गयी थी जिसमें अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पांच विकेट झटके थे जबकि लेग स्पिनर रविंद्र जडेजा ने तीन विकेट प्राप्त किये थे। मेहमान टीम ने यशस्वी जायसवाल के 171 रन और रोहित शर्मा के 103 रन की बदौलत पांच विकेट गंवाकर 421 रन बनाये थे। इसके बाद फिर भारतीय टीम ने दूसरी पारी में गेंद से कोहराम मचाया और अश्विन ने 71 रन देकर सात विकेट चटकाये। इससे भारत ने टेस्ट में पारी और 141 रन से जीत हासिल की जो तीन दिन के अंदर ही खत्म हो गया। दूसरे टेस्ट के लिए त्रिनिदाद एवं टोबैगो के पोर्ट ऑफ स्पेन में क्वींस पार्क ओवल की पिच को भी ‘औसत' रेटिंग मिली है जो बारिश से प्रभावित रहने के बाद ड्रा रहा था। -
दुबई. भारत के नितिन मेनन और श्रीलंका के कुमार धर्मसेना पांच अक्टूबर को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले वनडे विश्व कप के पहले मैच में मैदानी अंपायर की भूमिका निभाएंगे जबकि एंडी पाइक्रॉफ्ट मैच रेफरी होंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को यह घोषणा की। आईसीसी के अनुसार अहमदाबाद में होने वाले टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में पॉल विल्सन टीवी अंपायर और शरफुद्दौला इब्ने शैद चौथे अंपायर की भूमिका निभाएंगे। विश्व कप में कुल 16 अंपायर अपनी सेवाएं देंगे। इनमें आईसीसी के एमिरेट्स एलीट पैनल के सभी 12 अंपायर और आईसीसी इमर्जिंग अंपायर पैनल के चार सदस्य शामिल हैं। लॉर्ड्स में विश्वकप 2019 के फाइनल के लिए नियुक्त किए गए चार अंपायरों में से तीन - धर्मसेना, मराइस इरास्मस और रॉड टकर इस सूची में शामिल हैं। केवल अलीम दार इस सूची में शामिल नहीं है। उन्होंने इस साल मार्च में एलीट पैनल से इस्तीफा दे दिया था। आईसीसी एलीट पैनल के चार मैच रेफरी जेफ क्रो, एंडी पाइक्रॉफ्ट, रिची रिचर्डसन और श्रीनाथ विश्व कप में अपनी सेवाएं देंगे। लीग चरण के सभी मैचों के लिए अंपायर और मैच रेफरी की घोषणा कर दी गई है। सेमीफाइनल और फाइनल के लिए मैच अधिकारियों की घोषणा बाद में की जाएगी। विश्व कप के लिए नियुक्त किए गए अंपायर इस प्रकार हैं- क्रिस ब्राउन, कुमार धर्मसेना, मराइस इरास्मस, क्रिस गैफ़नी, माइकल गॉ, एड्रियन होल्डस्टॉक, रिचर्ड इलिंगवर्थ, रिचर्ड केटलबोरो, नितिन मेनन, अहसान रज़ा, पॉल रिफ़ेल, शरफुद्दौला इब्ने शैद, रॉड टकर, एलेक्स व्हार्फ, जोएल विल्सन और पॉल विल्सन।
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मुंबई. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सभी पदाधिकारी अपने पदों पर बने रहेंगे क्योंकि देश में क्रिकेट की संचालन संस्था एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप से पहले 25 सितंबर को गोवा में वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन करेगी। बीसीसीआई की पिछली एजीएम 22 अक्टूबर 2022 को होगी। इस साल 27 मई को विशेष आम सभा (एसजीएम) का आयोजन किया गया था। एजीएम के एजेंडा में पहला बिंदू बैठक में लिए फैसलों को अंतिम रूप देना है। आगामी बैठक के एजेंडे में कुल 18 बिंदु हैं जिसमें लोकपाल और आचरण अधिकारी की नियुक्ति के साथ-साथ पांच अक्टूबर से शुरू होने वाले विश्व कप की तैयारियों को अंतिम रूप देना भी शामिल है। इसके अलावा एजेंडे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) में बीसीसीआई के प्रतिनिधि की नियुक्ति, क्रिकेट समितियों, स्थायी समितियों और अंपायर समिति की नियुक्तियां भी शामिल हैं। बीसीसीआई एजीएम में आम सभा के दो प्रतिनिधियों का चुनाव और उन्हें शामिल किया जाएगा। साथ ही आईपीएल की संचालन परिषद में भारतीय क्रिकेटर्स संघ (आईसीए) के एक प्रतिनिधि को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा एजेंडे में 2022-23 के लिए कोषाध्यक्ष की रिपोर्ट और ऑडिट खातों तथा 2023-24 के लिए वार्षिक बजट को स्वीकार करना भी शामिल है।
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तिरुवनंतपुरम. निदा अंजुम चेलट शनिवार को फ्रांस के कैस्टेलसग्राट में जूनियर और युवा घुड़सवारों के लिए कठिन घुड़सवारी विश्व एंड्योरेंस चैम्पियनशिप को पूरा करने वाली पहली भारतीय बनीं। इक्कीस साल की निदा ने ‘एप्सिलॉन सलू' पर सवार होकर कुल 120 किमी की चार लूप सात घंटे और 29 मिनट में पूरी की। चैंपियनशिप का लक्ष्य घोड़े को कोई नुकसान पहुंचाए बिना दूरी को पूरा करना है।
निदा ने औसत गति बनाए रखते हुए सभी चार चरणों को सफलतापूर्वक पूरा किया, पहले चरण में 23वें (28.6 किमी), दूसरे में 26वें (29.2 किमी), तीसरे में 24वें (33.8 किमी) और अंतिम चरण (28.6 किमी) में 21वें स्थान पर रही। रविवार को प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक इस दौरान उनकी औसत गति 16.7 किमी प्रति घंटा रही।
चैंपियनशिप में 25 देशों के कुल 70 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और उनमें से 33 दौड़ पूरी नहीं कर सके। यूएई ने घुड़सवारों के व्यक्तिगत स्वर्ण और रजत पदक हासिल किए, जबकि बहरीन और फ्रांस टीम वर्ग में विजेता बने। - नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हॉकी 5एस एशिया कप का खिताब जीतने पर रविवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम की सराहना करते हुए कहा कि खिलाड़ियों का धैर्य और दृढ़ संकल्प देश को प्रेरित करता रहेगा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को ओमान के सलालाह में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को शूटआउट में 2-0 से हराकर खिताब जीता था। दोनों टीम निर्धारित समय में 4-4 से बराबरी पर थी जिसके बाद शूटआउट का सहारा लिया गया। मोदी ने एक्स पर की गई पोस्ट में कहा,‘‘हॉकी 5एस एशिया कप में चैंपियन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को इस शानदार जीत के लिए बधाई। यह हमारे खिलाड़ियों के अटूट समर्पण का प्रमाण है और इस जीत से हमने अगले साल ओमान में होने वाले हॉकी 5एस विश्व कप में भी अपनी जगह सुरक्षित कर ली है।'' उन्होंने कहा,‘‘ हमारे खिलाड़ियों का धैर्य और दृढ़ संकल्प हमारे राष्ट्र को आगे भी प्रेरित करता रहेगा।'' भारत के लिये मोहम्मद राहील (19वां और 26वां), जुगराज सिंह (सातवां) और मनिंदर सिंह (10वां मिनट) ने निर्धारित समय में गोल दागे । वहीं गुरजोत सिंह और मनिंदर सिंह ने शूटआउट में गोल किये ।
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नई दिल्ली। ओमान के सलालाह में फाइव-एस पुरूष हॉकी एशिया कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पैनल्टी शूटआउट में हराकर खिताब जीत लिया है। इसके साथ ही भारतीय टीम ने अगले वर्ष ओमान में होने वाले एफआईएच फाइव-एस पुरूष हॉकी विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। हॉकी के फाइव-एस संस्करण में भारत ने तीन मुकाबलों में पहली बार पाकिस्तान को हराया है। शूट आउट में पाकिस्तान कोई गोल नहीं कर सका जबकि भारत की ओर से मनिन्दर सिंह ने गोल दागा। हॉकी इंडिया ने टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को दो लाख और सहयोगी स्टाफ को एक लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिरकी ने भारतीय टीम को शुभकामनाएं दी हैं।
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-मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो के महान वैज्ञानिकों को समर्पित किया मेडल
-श्रीमंत ने इस जीत के लिए जिंदल स्टील एंड पावर के अध्यक्ष नवीन जिंदल का आभार व्यक्त कियारायपुर। भिलाई में रहने वाले के खिलाड़ी श्रीमंत झा कजाकिस्तान में हो रहे वर्ल्ड पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है। श्रीमंत झा ने कजाकिस्तान की निकिता चेबाकोव, जॉर्जिया की रति अराबुली को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है। श्रीमंत झा ने अपने जीते हुए ब्रॉन्ज मेडल को चंद्रयान 3 के वैज्ञानिकों को समर्पित किया है।पीआईयूएच वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए श्रीमंत झा कजाकिस्तान की निकिता चेबाकोव, जॉर्जिया की रति अराबुली को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह आयोजन कजाकिस्तान में 24 अगस्त से 2 सितंबर के बीच आयोजित किया गया है। उन्होंने इस जीत के लिए अपने माता-पिता, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और जिंदल स्टील एंड पावर के अध्यक्ष नवीन जिंदल का आभार जताया है।बता दें कि श्रीमंत का ये 42वां अंतर्राष्ट्रीय पदक हैं । श्रीमंत अब वल्र्ड नंबर 3 और एशिया नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर बन गए हैं। इस जीत पर उन्होंने कहा कि यह पदक देश की जनता का है, लेकिन मैं इसे मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो के महान वैज्ञानिकों को भी समर्पित करना चाहता हूं। मैं पदक जीतने का सारा श्रेय अपने माता-पिता और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन श्री नवीन जिंदल को देता हूं। उनके आशीर्वाद और समर्थन के कारण ही मैं आज इस मुकाम पर हूं। -
सालालाह (ओमान). मनिंदर सिंह की अगुवाई में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई हॉकी 5एस विश्व कप क्वालीफायर के अपने अंतिम लीग मैच में गोल वर्षा का अद्भुत नजारा पेश करके जापान को 35-1 से करारी शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। भारतीय टीम के सामने जापान असहाय नजर आया। उसने पहले पांच मिनट के अंदर ही सात गोल कर दिए थे और इसके बाद भी जापानी टीम पर किसी तरह का रहम नहीं दिखाया। भारत की तरफ से मनिंदर सिंह ने 10 गोल दागे। उनके अलावा मोहम्मद राहिल ने सात, पवन राजभर और गुरजोत सिंह ने पांच-पांच, सुखविंदर ने चार, कप्तान मनदीप मोर ने तीन और जुगराज सिंह ने एक गोल किया। जापान की तरफ से एकमात्र गोल मसाताका कोबोरी ने किया। भारतीय टीम ने इससे पहले खेले गए मैच में मलेशिया को 7-5 से हराया था। इस मैच में भारत की तरफ से गुरजोत ने पांच जबकि मनिंदर और राहिल ने एक-एक गोल किया था। मलेशिया की तरफ से आरिफ इशाक, कप्तान इस्माइल अबू, मोहम्मद दीन, कमरुलजमां कमरुद्दीन और स्यारमन मत ने गोल किए। दिन की इन दो बड़ी जीत से भारत एलीट पूल तालिका में 12 अंक लेकर पाकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर रहा जिससे वह सेमीफाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई कर गया। भारत शनिवार को टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मैच खेलेगा।
- चेन्नई। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) के उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेगी। सीजीएफ ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और खेल समिति के सदस्यों के पदों के लिए बुधवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की। उषा के अलावा कुक आइलैंड्स के ह्यू ग्राहम, बैरी हेंड्रिक्स (दक्षिण अफ्रीका), सैंड्रा ओसबोर्न (बारबाडोस), रिचर्ड पॉवर्स (कनाडा), इयान रीड (स्कॉटलैंड) और डॉ डोनाल्ड रुकेरे (युगांडा) भी उपाध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। उषा को पिछले साल दिसंबर में आईओए का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था।सीजीएफ के अध्यक्ष पद के लिए क्रिस जेनकिंस (वेल्स) और केरेन स्मिथ (न्यूजीलैंड) दो उम्मीदवार मैदान में हैं। क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पदों के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार इस प्रकार हैं - अफ्रीका: कर्नल बोत्सांग त्शेनेगो (बोत्सवाना); अमेरिका: जूडी सिमंस (बरमूडा); एशिया: क्रिस्टोफर चान (सिंगापुर), मैक्सवेल डीसिल्वा (श्रीलंका), डॉ. पी टी उषा (भारत); कैरेबियन: एफ़्रैम पेन (ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह); यूरोप: लुईस मैकी (इंग्लैंड), हैरी मर्फी (जिब्राल्टर), हेलेन फिलिप्स (वेल्स); ओशिनिया: क्रेग फिलिप्स (ऑस्ट्रेलिया)। सीजीएफ की 14 और 15 नवंबर को सिंगापुर में होने वाली आम सभा में चुनाव कराए जाएंगे।
- न्यूयॉर्क।अमरीकी ओपन टेनिस में विश्व की पहले नंबर के खिलाड़ी और वर्तमान चैंपियन, पोलेंड की इगा स्वियातेक महिला सिंगल्स के तीसरे दौर में पहुंच गई हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की डारिया सैविल को 6-3, 6-4 से हराया। अमरीकी ओपन टेनिस में विश्व की पहले नम्बर के खिलाडी और वर्तमान चैंपियन, पोलेंड की इगा स्वियातेक महिला सिंगल्स के तीसरे दौर में पहुंच गई हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की डारिया सैविल को 6-3, 6-4 से हराया। पुरुषों के सिंगल्स में दूसरी वरीयता प्राप्त और तीन बार के विजेता, सर्बिया के नोवाक दिज्कोविक ने स्पेन के बेर्नाबे जाप्टा मिरालेस को हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया।
- नयी दिल्ली । फिडे विश्व कप के फाइनल तक पहुंचने वाले युवा भारतीय शतरंज खिलाड़ी आर प्रज्ञाननंदा के माता-पिता के सपने को पूरा करते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अपनी कंपनी का इलेक्ट्रिक वाहन एक्सयूवी 400 उपहार में देने की घोषणा की है। महिंद्रा ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर प्रज्ञाननंदा के परिवार को यह इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी की तरफ से भेंट किए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी कार विनिर्माता का असली लक्ष्य लोगों के सपने को पूरा करना होता है।प्रज्ञाननंदा महज 18 साल की उम्र में पिछले हफ्ते विश्व शतरंज चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचने में सफल रहे थे। हालांकि वह खिताबी मुकाबले में विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन से हार गए लेकिन उन्होंने अपने शानदार खेल से सबको अपना मुरीद बना लिया। उत्साहित समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले महिंद्रा से प्रज्ञाननंदा को 'थार' वाहन उपहार में देने का सुझाव दिया था। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिंद्रा ने कहा कि वह प्रज्ञाननंदा के माता-पिता को उन्हें शतरंज के दिमागी खेल की तरफ प्रोत्साहित करने के लिए नए दौर का वाहन 'एक्सयूवी 400' भेंट करना चाहते हैं। महिंद्रा ने कहा, "मैं चाहूंगा कि माता-पिता अपने बच्चों को शतरंज की तरफ आकर्षित करने की कोशिश करें और दिमागी कसरत वाले इस खेल को बढ़ावा दें। यह इलेक्ट्रिक वाहन की तरह हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए एक निवेश है। मुझे लगता है कि हमें प्रज्ञाननंदा के माता-पिता को एक्सयूवी 400 भेंट करना चाहिए।" महिंद्रा समूह के चेयरमैन ने अपने इस सुझाव पर कंपनी के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (वाहन एवं कृषि खंड) राजेश जेजुरीकर से भी राय मांगी। जेजुरीकर ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "इलेक्ट्रिक एसयूवी के रूप में विकसित एक्सयूवी 400 प्रज्ञाननंदा के माता-पिता के लिए उपयुक्त उपहार होगा। हमारी टीम उन्हें विशेष संस्करण वाले वाहन की आपूर्ति के लिए उनसे संपर्क करेगी।" प्रज्ञाननंदा ने इस उपहार के लिए आनंद महिंद्रा और जेजुरीकर का आभार जताते हुए कहा, "इलेक्ट्रिक वाहन लेना मेरे माता-पिता का सपना था और इसे हकीकत में तब्दील करने के लिए आपका शुक्रिया।
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सालालाह. मनिंदर सिंह और मोहम्मद राहील के क्रमश: चार और तीन गोल की मदद से भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने एशियाई हॉकी 5 विश्व कप क्वालीफायर के पहले मैच में बांग्लादेश को 15 . 1 से हराया । मनिंदर ने 10वें, 18वें, 28वें और 30वें मिनट में गोल दागे । वहीं राहील ने दूसरे, 15वें और 24वें मिनट में गोल किया । सुखविंदर ने 13वें और 22वें, गुरजोत सिंह ने 13वें और 23वें, पवन राजभर ने 19वें और 26वें मिनट में गोल किये । मनदीप मोर ने आठवें और दिप्सन टिर्की ने नौवे मिनट में गोल दागा । बांग्लादेश के लिये एकमात्र गोल सावन सरोवर ने दूसरे मिनट में किया ।
भारत ने आक्रामक शुरूआत की और पवन ने विरोधी सर्कल में प्रवेश किया लेकिन बांग्लादेश ने उन्हें गोल नहीं करने दिया । जवाबी हमले में बांग्लादेश के लिये सरोवर ने गोल दाग दिया । इसके बाद भारतीय कप्तान मनदीप ने आठवें मिनट में गोल दागकर शुरूआत की और फिर भारतीय खिलाड़ियों ने मुड़कर नहीं देखा ।
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नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने देश में एक वर्ष के भीतर एक हजार खेलो इंडिया केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। राष्ट्रीय खेल दिवस पर कल नई दिल्ली में श्री ठाकुर ने कहा कि खेलो इंडिया केंद्र से पूर्व एथलीटों को रोजगार के अवसर के साथ ही उभरते खिलाड़ियों को दिग्गज खिलाड़ियों से मार्गदर्शन का मौका मिलेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी को अपने केंद्र के लिए उपकरण खरीदने के लिए पांच लाख रुपये और संचालन के लिए प्रति वर्ष पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।
खेल मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर देश भर में 3500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। उन्होंने देश के एथलीटों की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने इस बार वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में साठ साल की तुलना में अधिक पदक जीते है। श्री ठाकुर ने हाल में शतरंज विश्व कप में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए 18 वर्षीय प्रगनानंद की भी सराहना की।खेल मंत्री ने इस अवसर पर तीसरे फिट इंडिया क्विज़ का शुभारंभ किया। उन्होंने खेलो इंडिया योजना के तहत स्वीकृत खेल अवसंरचना परियोजनाओं पर एक सूचना पुस्तिका जारी की और राष्ट्रीय खेल महासंघ पोर्टल आरंभ किया। -
नयी दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच 14 अक्टूबर को अहमदाबाद में होने वाले विश्व कप मैच के टिकटों की पहली खेप एक घंटे के अंदर ही बिक गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टिकटिंग साझेदार ‘बुक माय शो' ने इन टिकटों को बिक्री के लिए रखा था। भारत और पाकिस्तान के बीच इस मैच के टिकटों की दूसरी खेप तीन सितंबर को बिक्री के लिए रखी जाएगी और पूरी संभावना है कुछ घंटे के अंदर ही ये टिकट बिक जाएंगे। यह पुष्टि नहीं हो पाई कि भारत के मैचों और अभ्यास मैचों के ऑनलाइन बिक्री के लिए कितने टिकट रखे गए थे लेकिन यह पता चला है कि बिक्री भारतीय समयानुसार शाम छह बजे शुरू हुई और एक घंटे के अंदर सभी टिकट बिक गए। बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार,‘‘ आज केवल उन प्रशंसकों के लिए टिकट बिक्री पर रखे गए थे जिनके पास मास्टरकार्ड है। एक व्यक्ति केवल दो टिकट खरीद सकता था और बिक्री शुरू होने के एक घंटे के अंदर सभी टिकट बिक गए। टिकटों की बिक्री का अगला दौर तीन सितंबर को होने की संभावना है।''
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अलूर. चोट से उबरने और रिहैबिलिटेशन के लिए यहां राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में मौजूद विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत एशिया कप से पहले भारतीय टीम के ट्रेनिंग शिविर में पहुंचे। पिछले साल दिसंबर में कार दुर्घटना में चोटिल हुए पंत चोटों से उबर रहे हैं लेकिन अभी उनकी वापसी की कोई समय-सीमा तय नहीं की गई है। सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में 25 साल के पंत को मैदान में प्रवेश करते हुए कुलदीप यादव और शारदुल ठाकुर से मिलते समय मुस्कुराते हुए और फिर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत करते हुए देखा जा सकता है। हाल ही में इस विस्फोटक बल्लेबाज को स्वतंत्रता दिवस के दौरान यहां एक मनोरंजक कार्यक्रम में बल्लेबाजी करते देखा गया था। दुर्घटना में सबसे अधिक चोट पंत के घुटनों पर लगी।
बीसीसीआई ने टीम के ट्रेनिंग शिविर का एक अन्य वीडियो भी साझा किया। भारतीय टीम मंगलवार को श्रीलंका के लिए रवाना होगी। भारत एशिया कप के अपने पहले मैच में दो सितंबर को पाल्लेकल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगा। इस मुकाबले में विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल नहीं खेलेंगे। राहुल एनसीए में ही रहेंगे और उनके सुपर चार चरण के लिए टीम से जुड़ने की संभावना है। उनके टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर फैसला चार सितंबर को किए जाने की संभावना है जिस दिन भारत नेपाल के खिलाफ एशिया कप का अपना दूसरा मैच खेलेगा। - मुंबई । सूर्यकुमार यादव भारत की वनडे टीम के बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर पर भले ही अपना दावा मजबूत नहीं कर पाए लेकिन यह विस्फोटक बल्लेबाज खेल के ‘सबसे चुनौतीपूर्ण' प्रारूप में सफलता हासिल करने का तरीका ढूंढकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है। सूर्यकुमार टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विश्व के नंबर एक बल्लेबाज हैं लेकिन वह वनडे क्रिकेट में इस प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे हैं। वह फरवरी 2022 से अगस्त 2023 के बीच वनडे क्रिकेट में 20 मैचों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए। वेस्टइंडीज के पिछले दौरे में सूर्यकुमार को छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। अब जबकि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले श्रेयस अय्यर की वापसी हो गई है तब सूर्यकुमार को अपनी नई भूमिका में ही उतरना पड़ेगा। वह एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल हैं।सूर्यकुमार ने कहा,‘‘ मैं चाहता हूं कि मुझे जो भी भूमिका सौंपी जाए मैं उस पर खरा उतरूं। निश्चित तौर पर यह एक ऐसा प्रारूप है जिसमें मैं अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब हूं।'' उन्होंने कहा,‘‘ प्रत्येक यह कह रहा है कि टी20 में मेरा प्रदर्शन अच्छा चल रहा है और जबकि दोनों प्रारूपों में सफेद गेंद का उपयोग किया जाता है तो फिर मैं 50 ओवरों के प्रारूप में सफलता हासिल क्यों नहीं कर पा रहा हूं। लेकिन में अच्छी तरह से अभ्यास कर रहा हूं क्योंकि मेरे अनुसार यह प्रारूप सबसे चुनौतीपूर्ण है।'' सूर्यकुमार ने कहा,‘‘ इस प्रारूप में संतुलन स्थापित करना बेहद महत्वपूर्ण होता है और इस कारण मैं काफी अभ्यास कर रहा हूं और इसको लेकर राहुल (द्रविड़) सर, रोहित (शर्मा) भाई और विराट (कोहली) भाई से बात करता हूं। उम्मीद है कि टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ मैं इस प्रारूप में सफल होने का तरीका ढूंढ लूंगा।''
- बेंगलुरू। विराट कोहली ने अपने शानदार करियर के दौरान कई बाधाओं को पार किया लेकिन भारत के पूर्व कप्तान ने सोमवार को कहा कि आगामी आईसीसी विश्व कप 2023 उनके सामने नई चुनौती लेकर आएगा जिसका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेढ़ दशक के बाद वह अब भी लुत्फ उठाते हैं। विश्व कप का आयोजन भारत में अक्टूबर-नवंबर में किया जाएगा और कोहली ने कहा कि वह स्वदेश में विश्व कप में खेलने की चुनौती के लिए कमर कस रहे हैं। कोहली ने यहां एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘आपके सामने कोई भी चुनौती हो, आपको उसे लेकर उत्सुक रहना चाहिए। जब कठिनाई सामने आती है तो आप उत्साहित हो जाते हैं। आप इससे कतराते नहीं हैं। 15 वर्षों के बाद भी मुझे मुकाबले पसंद हैं और विश्व कप 2023 उनमें से एक (चुनौती) है। यह मुझे उत्साहित करता है, मुझे कुछ नया चाहिए जो मुझे अगले स्तर पर ले जाए।'' कोहली ने इससे इनकार नहीं किया कि उन पर और टीम पर अपेक्षाओं का दबाव होगा लेकिन उन्होंने सभी को याद दिलाया कि खिलाड़ियों से अधिक कोई भी विश्व कप जीतना नहीं चाहता।उन्होंने कहा, ‘‘दबाव हमेशा रहता है। प्रशंसक हमेशा कहते हैं कि हम चाहते हैं कि (टीम) विश्व कप जीते। मैं कहूंगा कि वे मुझसे अधिक नहीं चाहते। ईमानदारी से कहूं तो मुझे पता है कि उम्मीदें और लोगों की भावनाएं हैं। लेकिन कृपया जान लें कि खिलाड़ियों से ज्यादा कोई भी जीतना नहीं चाहता।'' कोहली को पता है कि विश्व कप जीतने के लिए क्या करना होता है। उनकी अगुआई में भारत ने 2008 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीता और वह 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में स्वदेश में 50 ओवर का विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे करियर का मुख्य आकर्षण स्पष्ट रूप से 2011 में विश्व कप जीतना है। मैं उस समय 23 वर्ष का था और शायद मुझे इसका महत्व समझ में नहीं आया। लेकिन अब 34 साल की उम्र में कई और विश्व कप खेलने के बाद, जिन्हें हम जीत नहीं पाए हैं, इसलिए मैं सभी सीनियर खिलाड़ियों (2011 में) की भावनाओं को समझता हूं।'' कोहली ने कहा, ‘‘सचिन तेंदुलकर के लिए और भी अधिक क्योंकि यह उनका आखिरी विश्व कप था। वह तब तक कई विश्व कप खेल चुके थे और अपने गृहनगर मुंबई में इसे जीतना उनके लिए बहुत खास था। मेरा मतलब है, यह सपना सच होने की तरह था।''
- पटियाला ।खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को यहां उम्मीद जताई कि चीन के हांगझोउ में 23 सितंबर से शुरू होने वाले एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ी अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। एशियाई खेलों में भारत के 634 खिलाड़ी भाग लेंगे जो कि इन खेलों के इतिहास में उसका अब तक का सबसे बड़ा दल होगा। ठाकुर ने यहां राष्ट्रीय खेल संस्थान में कहा,‘‘ पिछले कुछ वर्षों से भारतीय खिलाड़ी सभी खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और विश्व स्तर पर भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी एशियाई खेलों में भी भारत उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगा।'' खेल मंत्री ने एशियाई खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और कोच से मुलाकात करके उनसे उनकी तैयारियों की जानकारी ली। इस दौरान ठाकुर ने राष्ट्रीय खेल संस्थान में कई खेल विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
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नयी दिल्ली. अपना वजन कम करने के लिये खेलना शुरू करने वाले नीरज चोपड़ा का हरियाणा के एक गांव से भारत के महानतम खिलाड़ियों में नाम दर्ज कराने तक का सफर इतना गौरवमयी रहा है कि हर कदम पर एक नयी विजयगाथा वह लिखते चले जा रहे हैं । दो साल पहले तोक्यो में उन्होंने ओलंपिक ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में भारत की झोली में पहला पीला तमगा डाला । उस समय उनकी उम्र सिर्फ 23 साल थी और महान निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले वह दूसरे भारतीय बने। खेलों के महासमर में एथलेटिक्स में लंबे समय से पदक का सपना संजोये बैठे भारत को रातोंरात मानों एक चमकता हुआ सितारा मिल गया। पूरा देश उसकी कामयाबी की चकाचौंध में डूब गया और यह सिलसिला बदस्तूर जारी है । बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में दस मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने भारत की झोली में आठ स्वर्ण डाले थे। अब रविवार को बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतकर चोपड़ा ने भारतीयों को गौरवान्वित होने का एक और मौका दिया है। चंद्रयान 3 की कामयाबी , फिडे शतरंज विश्व कप में उपविजेता रहे आर प्रज्ञानानंदा की सफलता के बाद चोपड़ा के विश्व चैम्पियन बनने के साथ भारत के लिये बीता सप्ताह ऐतिहासिक रहा । एक ही समय में ओलंपिक और विश्व खिताब जीतने वाले चोपड़ा अब बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए । बिंद्रा ने 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था । फिटनेस का स्तर बनाये रखने पर चोपड़ा अभी कई नये आयाम छू सकते हैं । वह कम से कम दो ओलंपिक और दो विश्व चैम्पियनशिप और खेल सकते हैं । विश्व जूनियर चैम्पियनशिप 2016 जीतकर पहली बार विश्व स्तर पर चमके चोपड़ा ने तोक्यो में स्वर्ण जीतकर भारतीय खेलों के इतिहास में नाम दर्ज करा लिया था । पूरे देश ने जिस तरह उन पर स्नेह बरसाया, वह अभूतपूर्व था । ऐसा तो अब तक क्रिकेटरों के लिये ही देखने को मिला था । तोक्यो के बाद उन्हें अनगिनत सम्मान समारोहों में भाग लेना पड़ा जिससे उनका वजन बढ गया और वह इतने आयोजनों के कारण अभ्यास नहीं कर सके । लेकिन फिर उन्होंने इसे नहीं दोहराने का प्रण लिया । तोक्यो ओलंपिक के बाद चोपड़ा आनलाइन सबसे ज्यादा सर्च किये जाने वाली भारतीय हस्ती बने । विराट कोहली और रोहित शर्मा से भी ऊपर । प्रायोजकों की मानों उनके दरवाजे पर कतार लग गई । ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उनके फालोअर बढते चले गए । पिछले साल दिसंबर में वह फर्राटा धावक उसेन बोल्ट को पछाड़कर दुनिया के ऐसे एथलीट बन गए जिनके बारे में सबसे ज्यादा लिखा गया है । उनके नाम से 812 लेख छपे हैं । तोक्यो ओलंपिक के बाद से प्रदर्शन में निरंतरता उनकी सफलता की कुंजी रही है । पिछले दो साल में हर टूर्नामेंट में उन्होंने 86 मीटर से ऊपर का थ्रो फेंका है । पिछले साल जून में स्टॉकहोम डायमंड लीग में उन्होंने 89 . 94 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया था । चोपड़ा भले ही बिंद्रा की तरह वाकपटु नहीं हो लेकिन अपनी विनम्रता से हर किसी का मन मोह लेते हैं । भारत में और विदेश में भी सेल्फी या आटोग्राफ मांगने वालों को निराश नहीं करते । वह दिल से बोलते हैं और अपने हिन्दी भाषी होने में उन्हें कोई हिचक नहीं होती । बचपन में बेहद शरारती चोपड़ा संयुक्त परिवार में पले और लाड़ प्यार में वजन बढ गया । परिवार के जोर देने पर वजन कम करने के लिये उन्होंने खेलना शुरू किया । उनके चाचा उन्हें पानीपत के शिवाजी स्टेडियम ले जाते । उन्हें दौड़ने में मजा नहीं आता लेकिन भाला फेंक से उन्हें प्यार हो गया । उन्होंने इसमें हाथ आजमाने की सोची और बाकी इतिहास है जिसे शायद स्कूल की किताबों में बच्चे भविष्य में पढेंगे ।
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नयी दिल्ली. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के विश्व कप विजेता बेटे अशोक ध्यानचंद का मानना है कि विश्व चैम्पियनशिप और ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा भी उनके पिता की तरह भारतीय खेलों के ‘युगपुरूष' बनने की राह पर हैं । भारतीय खेलों के इतिहास में महानतम खिलाड़ियों में मेजर ध्यानचंद का जिक्र सबसे पहले आता है जिन्होंने एम्सटर्डम (1928), लॉस एंजीलिस (1932) और बर्लिन (1936) ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते और माना जाता है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हॉकी में एक हजार से अधिक गोल दागे । उनके जन्मदिन 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है । तोक्यो ओलंपिक 2021 स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए ।उन्होंने बुडापेस्ट में हुई चैम्पियनशिप में 88 . 17 मीटर दूर भाला फेंककर यह उपलब्धि हासिल की । इससे पहले वह तोक्यो ओलंपिक स्वर्ण, एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल (2018) स्वर्ण, चार डायमंड लीग व्यक्तिगत मीटिंग खिताब और पिछले साल डायमंड लीग चैम्पियंस ट्रॉफी जीत चुके हैं । वह 2016 में जूनियर विश्व चैम्पियन और 2017 में एशियाई चैम्पियन भी रहे । विश्व कप 1975 विजेता टीम के सदस्य रहे अशोक ने कहा ,‘‘ कल पूरा देश जिस तरह टकटकी लगाये एथलेटिक्स देखता रहा । मैं भी आधी रात तक जागा था । इसका श्रेय नीरज को जाता है जिसने भारतीय एथलेटिक्स का कायाकल्प कर दिया। उसने एक पूरी पीढी को प्रेरित किया है और भालाफेंक फाइनल में शीर्ष छह में तीन भारतीय होना गर्व की बात है । उन्होंने कहा ,‘‘ ध्यानचंद जी तो मील के पत्थर थे और आज के दौर में व्यक्तिगत खेलों में नीरज नयी बुलंदियों को छू रहा है ।हम चाहते हैं और और भी खिलाड़ी आगे आयें और लगातार भारत का नाम रोशन करे । मुझे लगता है कि उनकी तरह भारतीय खेलों के युगपुरूष बनने की राह पर कोई है तो वह नीरज चोपड़ा है ।'' अशोक ने कहा कि भालाफेंक में भारत के बढते दबदबे ने उन्हें भारतीय हॉकी के सुनहरे दिनों की याद दिला दी जब भारत ने आठ बार ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने कहा, दद्दा ध्यानचंद के अलावा हमारे यहां लेज्ली क्लाउडियस (तीन ओलंपिक स्वर्ण , एक रजत),उधम सिंह (तीन ओलंपिक स्वर्ण, एक रजत) , बलबीर सिंह सीनियर (तीन ओलंपिक स्वर्ण) जैसे महान हॉकी खिलाड़ी हुए जिनकी अलग ही विरासत थी । मुझे उन दिनों की याद कल ताजा हो गई। हॉकी की तरह भालाफेंक में भी भारत की तूती बोल रही है ।'' भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण मॉस्को में 1980 में जीता था। तोक्यो ओलंपिक 2021 में भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने 41 साल का इंतजार खत्म करके कांस्य पदक हासिल किया ।
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श्रीनगर. भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने रविवार को कहा कि पुरुष टीम के पास इस साल के अंत में घरेलू परिस्थितियों में आईसीसी विश्व कप जीतने का एक बड़ा मौका होगा। इस वैश्विक प्रतियोगिता का आगाज पांच अक्टूबर से होगा। भारतीय टीम 1983 और 2011 के बाद तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने के मकसद से टूर्नामेंट में उतरेगी। महिला प्रीमियर लीग फाइनल के लिए यहां पहुंची मिताली ने कहा, ‘‘ एक भारतीय क्रिकेट प्रशंसक के रूप में, मैं चाहूंगी कि भारत फाइनल खेले। यह एक बड़ा अवसर है. हम मेजबान देश हैं और परिस्थितियाँ हमारे पक्ष में हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ टीम अगर अच्छा प्रदर्शन करती है तो हमें विश्व कप जीतने का एक और मौका मिलेगा।''
महिला एकदिवसीय में सबसे ज्यादा 7805 रन बनाने वाली इस पूर्व दिग्गज ने कहा कि घाटी में क्रिकेट के विकास की काफी संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो-तीन वर्षों से बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) महिलाओं के खेल और महिला खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रहा है।'' भारत की इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘इस साल डब्ल्यूआईपीएल (महिला इंडियन प्रीमियर लीग) भी अच्छा रहा है और यह खेल के विकास के लिए अच्छा है। हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन वर्षों में राज्य से कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायेंगे।
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नयी दिल्ली. एएफसी अंडर-23 चैंपियनशिप क्वालीफायर से पहले भुवनेश्वर में लगाए गए राष्ट्रीय शिविर में 28 में से केवल 12 फुटबॉलर ही पहुंचे हैं तथा इससे चिंतित मुख्य कोच क्लिफोर्ड मिरांडा ने क्लबों से खिलाड़ियों को छोड़ने की अपील की है। टूर्नामेंट छह सितंबर से चीन के डालियान में शुरू होगा। भारतीय टीम को चार सितंबर को रवाना होना है। भारत को ग्रुप जी में यूएई, मालदीव और चीन के साथ रखा गया है। उसका पहला मैच छह सितंबर को मालदीव से होगा। उसके बाद भारतीय टीम नौ सितंबर को मेजबान चीन और 12 सितंबर को यूएई से भिड़ेगी। मिरांडा ने कहा,‘‘मेरे पास अभ्यास शिविर के लिए केवल 12 खिलाड़ी पहुंचे हैं। बाकी खिलाड़ियों को उनके क्लबों ने नहीं छोड़ा है। मैं असमंजस की स्थिति में हूं।'' उन्होंने कहा,‘‘केवल पांच (छह) क्लब ने अपने खिलाड़ियों को शिविर में भाग लेने की अनुमति दी है। अन्य क्लबों का कहना है कि वे ऐसा केवल फीफा विंडो (4-12 सितंबर) के दौरान करेंगे। तकनीकी तौर पर वे सही हो सकते हैं लेकिन मैं उनसे बड़ी तस्वीर पर गौर करने का आग्रह कर रहा हूं।'' मिरांडा ने कहा,‘‘ यह राष्ट्रीय टीम और राष्ट्रीय सम्मान से जुड़ा है। यह बेहद महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने से जुड़ा है।'' मोहन बागान सुपर जाइंट के सभी चार खिलाड़ी, एफसी गोवा के तीन, बेंगलुरु एफसी के दो खिलाड़ी तथा गोकुलम केरल, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड और हैदराबाद एफसी के एक-एक खिलाड़ी शिविर में शामिल हुए हैं। ईस्ट बंगाल, केरल ब्लास्टर्स, मुंबई सिटी एफसी, जमशेदपुर एफसी, ओडिशा एफसी और पंजाब एफसी ने अभी तक अपने खिलाड़ियों को शिविर में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है।
- - सालालाह (ओमान)। कप्तान नवजोत कौर की हैट्रिक की बदौलत भारत ने यहां महिला एशियाई हॉकी 5 विश्व कप क्वालीफायर में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए मलेशिया को 9-5 से शिकस्त दी और टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने के साथ अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई करने में सफल रहा। नवजोत (सातवें, 10वें और 17वें मिनट) ने हैट्रिक लगायी जबकि मारियाना कुजुर (नौवें, 12वें मिनट) और ज्योति (21वें और 26वें मिनट) ने दो दो गोल दागे। वहीं मोनिक्का दिपी टोप्पो (22वें मिनट) और महिमा चौधरी (14वें मिनट) ने एक एक गोल किये।मलेशिया के लिए जैती मोहम्मद (चौथे और पांचवें मिनट), डियान नजेरी (10वें और 20वें मिनट) और अजीज जाफिराह (16वें मिनट) में गोल किये।हॉकी फाइव्स विश्व कप का शुरुआती चरण अगले साल 24 से 27 जनवरी तक मस्कट में खेला जायेगा।भारत ने मैच में तेज शुरुआत की लेकिन मलेशिया ने जैती मोहम्मद के जरिये बढ़त बना ली। एक मिनट बाद इसी खिलाड़ी ने मैदानी गोल से इसे दोगुना कर दिया।भारत ने दो मिनट बाद नवजोत के गोल से अंतर कम किया और फॉर्म में चल रही कुजुर ने फिर भारत को 2-2 से बराबरी दिलायी।दोनों टीमें लगातार हमले कर रही थीं, मलेशिया ने नाजेरी के जरिये बढ़त बनायी।भारत ने तुंरत जवाबी हमले किये और तेजी से दो गोल कर स्कोर 4-3 कर दिया। नवजोत और कुजुर ने भारत के लिए गोल किये।पहले हाफ में एक मिनट का समय बचा था और महिमा चौधरी ने बढ़त 5-3 करने में मदद की।दूसरे हाफ में दोनों टीमें आक्रामक थीं और खतरनाक दिख रही थीं। मलेशिया ने मौके का फायदा उठाकर जाफिराह की बदौलत गोल कर अंतर कम किया।पर इसके बाद भारत ने नवजोत, ज्योति और टोप्पों के गोल की मदद से 8-5 की बढ़त बना ली थी। चार मिनट बचे थे, ज्योति ने भारत के लिए नौवां गोल कर दियां।अब फाइनल में भारत का सामना थाईलैंड और इंडोनेशिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
- चंडीगढ़ ।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पुरुष भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के लिए सोमवार को नीरज चोपड़ा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने एक बार फिर से इतिहास रच कर हम सभी को गौरवान्वित किया है।चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय बनकर रविवार को एक बार फिर इतिहास रच दिया। उन्होंने बुडापेस्ट में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ यह उपलब्धि हासिल की।खट्टर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ”भारत के चमकते सितारे नीरज चोपड़ा को मेरी हार्दिक बधाई, जिन्होंने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय एथलीट बनकर एक बार फिर इतिहास रच दिया है। नीरज ने 88.17 मीटर के शानदार भाला फेंक के साथ रिकॉर्ड तोड़ दिया! हम सभी को आप पर बेहद गर्व है।”नीरज के स्वर्ण पदक जीतने पर पानीपत में उनके गांव खंडरा में जश्न का माहौल है।नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने कहा कि परिवार इस बात को लेकर आश्वस्त था कि वह स्वर्ण पदक जीतेंगे।नीरज के करियर को आकार देने में अहम भूमिका निभाने वाले भीम चोपड़ा ने बताया, ”उन्होंने इस प्रतियोगिता में अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने का सपना पूरा किया है।”नीरज के चाचा ने कहा, ”परिवार के सभी सदस्य जश्न मना रहे हैं। ग्रामीण पूरी रात जागते रहे और अब वे हमारे घर पर इकट्ठा हुए हैं और अन्य हिस्सों से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं।” उन्होंने कहा कि नीरज के माता-पिता भी उसकी उपलब्धि पर बहुत खुश हैं और गर्व महसूस कर रहे हैं।खंडरा के कई ग्रामीणों ने कहा कि नीरज चोपड़ा की कड़ी मेहनत ने उन्हें यह परिणाम दिया है।पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी स्वर्ण पदक जीतने के लिए नीरज चोपड़ा की सराहना की।मान ने एक्स पर कहा, ”भारत के नीरज चोपड़ा ने बुडापेस्ट में चल रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। नीरज ने 88.17 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। देश को नीरज पर हमेशा गर्व है। चक दे इंडिया।”25 वर्षीय चोपड़ा ने पहला प्रयास फाउल रहने के बाद दूसरे में सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका । इसके बाद उन्होंने 88.17 मीटर, 86.32 मीटर, 84.64 मीटर, 87.73 मीटर और 83.98 मीटर के थ्रो फेंके।पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 87.82 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत और चेक गणराज्य के याकूब वालेश ने कांस्य पदक जीता जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.67 मीटर का था ।चोपड़ा ने फाउल के साथ शुरू किया लेकिन दूसरे प्रयास में बढत बनाई जो अंत तक कायम रही । पाकिस्तान के नदीम भी तीसरे दौर के बाद दूसरे स्थान पर आ गए और आखिर में पहले दो स्थान इन्हीं दोनों को मिले । निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले चोपड़ा दूसरे भारतीय बन गए । बिंद्रा ने 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 वर्ष की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था ।