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वाशिंगटन. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि पिछले कई साल से मुश्किल दौर का सामना कर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग' कर संभावना बढ़ रही है। अर्थव्यवस्था में ‘साफ्ट लैंडिंग' का तात्पर्य आर्थिक विकास के दौरान आने वाली ऐसी एक चक्रीय मंदी है जो पूर्ण मंदी की स्थिति आए बिना समाप्त हो जाती है। वित्त मंत्री ने कहा कि विभिन्न देशों और बहुपक्षीय वित्तीय संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने से अच्छे दिन आने वाले हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही चेताया कि अर्थव्यवस्थाएं अभी उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ रही हैं। सीतारमण ने वाशिंगटन-डीसी के एक ‘ग्लोबल थिंक टैंक' से कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक में दो दिवसीय वार्ता के दौरान यही संभावना नजर आई कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग' होगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, केंद्रीय बैंकों और सभी संस्थानों एवं सरकारों के प्रयासों ने कुछ अवधि के लिए मुद्रास्फीति में कम बनाए रखा है इसलिए वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग' की संभावना बढ़ रही है।
- नई दिल्ली। टेलीकॉम कंपनियों ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के नए निर्देश को लेकर अपनी चिंता जताई है, जिससे जरूरी ट्रांजेक्शनल और सर्विस मैसेज की डिलीवरी में बाधा आ सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह नियम 1 नवंबर से लागू होगा, जिसके तहत बैंकों, ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और वित्तीय संस्थानों जैसे प्रमुख संस्थानों (PEs) द्वारा भेजे गए मैसेज की ट्रेसबिलिटी अनिवार्य होगी।अगस्त में ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया कि बैंकों और अन्य संस्थानों द्वारा भेजे गए मैसेज का ट्रैक रखना जरूरी है। अगर मैसेज भेजने की प्रक्रिया में शामिल टेलीमार्केटर्स की पूरी चेन ठीक से तय नहीं है या सही क्रम में नहीं है, तो ऐसे मैसेज को रोक दिया जाएगा। इसका मतलब है कि यदि मैसेज भेजने वाली चेन स्पष्ट नहीं है, तो वह मैसेज ग्राहकों तक नहीं पहुंचेगा और ब्लॉक कर दिया जाएगा।टेलीकॉम कंपनियों ने चेतावनी दी है कि नए नियमों के चलते वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और अन्य जरूरी मैसेज ग्राहकों तक नहीं पहुंच सकते। इसकी वजह यह है कि कई टेलीमार्केटर्स और प्रमुख संस्थान (PEs) अभी तक इन नियमों का पालन करने के लिए जरूरी तकनीकी बदलाव नहीं कर पाए हैं।टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि अगर टेलीमार्केटर्स और PEs नए निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो OTP जैसे महत्वपूर्ण मैसेज डिलीवर नहीं हो पाएंगे।उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, भारत में रोजाना करीब 1.5-1.7 अरब कमर्शियल मैसेज भेजे जाते हैं। अगर इन नियमों के कारण मैसेज ब्लॉक या डिले होते हैं, तो इसका व्यापक प्रभाव हो सकता है।नियमों के लिए समय सीमा बढ़ाने की मांगटेलीकॉम कंपनियों ने रेगुलेटर को जानकारी दी है कि उनके सिस्टम 1 नवंबर से लागू होने वाले नए नियमों का पालन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन कई टेलीमार्केटर्स और प्रमुख संस्थानों (PEs) को जरूरी तकनीकी अपडेट्स के लिए और समय चाहिए। इसके चलते PEs ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए दो महीने की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है।टेलीकॉम कंपनियां चरणबद्ध तरीके से नियमों को लागू करने का प्रस्ताव दे रही हैं, जिसमें 1 नवंबर से ‘लॉगर मोड’ में इन नियमों को लागू करने की बात कही गई है। इसका मतलब है कि अगर किसी मैसेज में हैश मिसमैच या रजिस्ट्रेशन की समस्या होती है, तो उस मैसेज को ब्लॉक नहीं किया जाएगा, ताकि कम से कम बाधा हो और इस दौरान सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें। टेलीकॉम कंपनियों ने वादा किया है कि वे 1 दिसंबर तक ‘ब्लॉकिंग मोड’ में पूरी तरह से शिफ्ट हो जाएंगी।टेलीकॉम कंपनियों ने दी जल्दी पालन की गारंटीसंभावित रुकावटों को कम करने के लिए, टेलीकॉम कंपनियों ने टेलीमार्केटर्स और PEs को प्रतिदिन रिपोर्ट भेजने का वादा किया है, जिसमें किसी भी समस्या का विवरण होगा ताकि तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई की जा सके। इस दृष्टिकोण का उद्देश्य है कि इस बदलाव के दौरान मैसेजिंग ट्रैफिक पर न्यूनतम प्रभाव पड़े।यह दूसरी बार है जब टेलीकॉम सेक्टर ने TRAI के कमर्शियल मैसेज से जुड़े नियमों को पूरा करने के लिए समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। इससे पहले, TRAI ने URLs, OTT लिंक और इसी तरह के कंटेंट वाले मैसेज व्हाइटलिस्ट करने की समय सीमा टेलीकॉम कंपनियों की मांग पर सितंबर से बढ़ाकर 1 अक्टूबर कर दी थी। तब से अधिकांश PEs और टेलीमार्केटर्स ने नियमों का पालन किया है, और सिस्टम सुचारू रूप से काम कर रहा है।व्हाइटलिस्टिंग कैसे काम करती है?व्हाइटलिस्टिंग सिस्टम के तहत, जो संस्थान कमर्शियल मैसेज भेजते हैं, उन्हें अपने मैसेज में उपयोग किए जाने वाले URLs, कॉलबैक नंबर और अन्य जरूरी जानकारी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को देनी होती है। यह जानकारी ऑपरेटर्स के ब्लॉकचेन आधारित डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) प्लेटफार्म में दर्ज की जाती है। अगर मैसेज की जानकारी ऑपरेटर्स के सिस्टम से मेल खाती है, तो ही वह मैसेज डिलीवर किया जाता है; अन्यथा, उसे ब्लॉक कर दिया जाता है।TRAI ने मैसेज हेडर और कंटेंट टेम्पलेट्स के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि टेलीकॉम सेक्टर को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाया जा सके। रेगुलेटर ने मई 2023 में टेलीकॉम कंपनियों को व्हाइटलिस्टिंग सिस्टम लागू करने की सलाह दी थी। 1 अक्टूबर से TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मैसेज टेम्पलेट्स में केवल व्हाइटलिस्ट किए गए URLs, APKs, OTT लिंक और कॉलबैक नंबर ही शामिल हों। इसके साथ ही टेलीकॉम कंपनियों को 45 दिनों के भीतर अनुपालन रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
- मुंबई. टाटा टी अगले कुछ महीनों में अपने ब्रांड पोर्टफोलियो में कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। कंपनी का इरादा अपने लाभ मार्जिन का विस्तार करना है, जो आदान लागत कीमतों में उछाल के कारण प्रभावित हुआ है। बुधवार को एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी के के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक सुनील ए डिसूजा ने कहा कि मूल कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को कुल मात्रा में वृद्धि की उम्मीद है, जो शहरी क्षेत्रों में बाढ़, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुस्ती और विकास में सामान्य मंदी जैसे कारणों से प्रभावित हुई थी। राजस्व में 11 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद जुलाई-सितंबर तिमाही में मुनाफे में एक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने वाली कंपनी को लगता है कि आपूर्ति में व्यवधान के कारण इस साल चाय की कीमतों में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। टाटा टी, देश में चाय खुदरा बाजार में लगभग 28 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रखती है और इस श्रेणी में हिंदुस्तान यूनिलीवर के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। चाय की कीमतों में वृद्धि के बारे में विस्तार से बताते हुए, डिसूजा ने कहा कि कुल चाय उत्पादन में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है, और इसके अलावा, निर्यात में वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, चाय बोर्ड ने सामान्य रूप से दिसंबर के मध्य के बजाय नवंबर के अंत में चाय की पत्तियों को तोड़ने का काम बंद करने का फैसला किया है, जिससे आपूर्ति पर अधिक प्रभाव पड़ेगा।
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नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमतें आज बुधवार यानी 23 अक्टूबर को पहली बार 2,750 डॉलर प्रति औंस के ऊपर चली गई। घरेलू मार्केट में भी सोना फिलहाल रिकॉर्ड लेवल पर है। फ्यूचर मार्केट यानी एमसीएक्स (MCX) पर कीमतें आज 78,919 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर तक पहुंच गई। स्पॉट यानी हाजिर बाजार में भी सोना इस मामले में पीछे नहीं रहा। आईबीजेए (IBJA) के मुताबिक स्पॉट मार्केट में आज सोना 78,703 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर दर्ज किया गया।
गोल्ड का इस साल अब तक का प्रदर्शन पिछले 45 साल में सबसे बेहतर रहा है। ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की बेंचमार्क कीमतों में इस साल अभी तक 33 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखी गई है। गोल्ड की कीमतों में इससे पहले सालाना 133 फीसदी से ज्यादा की तेजी 1979 में दर्ज की गई थी।घरेलू फ्यूचर मार्केट एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट बुधवार को इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान 78,919 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई लेवल तक पहुंच गया। 25 जुलाई के निचले स्तर से यह 17 फीसदी यानी तकरीबन 11,519 रुपये प्रति 10 ग्राम ज्यादा है। इससे पहले 23 जुलाई को केंद्रीय बजट 2024 में इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती किए जाने के बाद सोने की कीमतों में 7 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट देखने को मिली थी। बजट के बाद 25 जुलाई को एमसीएक्स (MCX) पर कीमतें गिरकर 67,400 रुपये के निचले स्तर तक चली गई थी। जबकि इसके ठीक एक हफ्ते पहले यानी 17 जुलाई को 74,731 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई थी। 23 जुलाई को पेश किए गए आम बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया।ठीक इसी तरह की की चाल सोने की हाजिर कीमतों में भी आज बुधवार यानी 23 अक्टूबर को दर्ज की गई। Indian Bullion and Jewellers Association (IBJA) के मुताबिक सोना 24 कैरेट (999) आज कारोबार की शुरुआत में 78,703 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई ऊंचाई पर देखा गया। IBJA के अनुसार घरेलू हाजिर बाजार में सोना 24 कैरेट (999) 18 जुलाई 2024 को शुरुआती कारोबार में 74,065 रुपये प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 26 जुलाई को शुरुआती कारोबार में 68,069 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर तक चला गया था।ग्लोबल मार्केट में सोने (gold) की कीमतों में देखी जा रही रिकॉर्ड तेजी से घरेलू कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। ग्लोबल मार्केट में बुधवार यानी 23 अक्टूबर 2024 को स्पॉट गोल्ड (spot gold) 2,758.90 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह बेंचमार्क यूएस दिसंबर गोल्ड फ्यूचर्स (Gold COMEX DEC′24) भी बुधवार को कारोबार के दौरान 2,772.60 डॉलर प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर पर देखा गया। - नई दिल्ली। अरबपति मुकेश अंबानी की जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने एलियांज Allianz SE के साथ भारत में एक बीमा साझेदारी स्थापित करने के लिए बातचीत की है। खबरों के अनुसार, जर्मन कंपनी अपने दो मौजूदा संयुक्त उद्यमों को समाप्त करने की योजना बना रही है।जानकारी के अनुसार, एलियांज और जियो फाइनेंशियल सामान्य बीमा और जीवन बीमा कंपनी स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। ये चर्चाएं शुरुआती चरण में हैं और दोनों पक्ष योजना को आगे न बढ़ाने का निर्णय भी ले सकते हैं।म्यूनिख स्थित एलियांज ने अपने मौजूदा साझेदार बजाज फिनसर्व लिमिटेड को बताया है कि वह इन संयुक्त उद्यमों से “निकलने पर गंभीरता से विचार कर रही है।” बजाज ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि Allianz “भारतीय बीमा बाजार के प्रति प्रतिबद्ध है।”यह अलगाव साझेदारी की दिशा को लेकर विवाद के कारण हो रहा है।जियो फाइनेंशियल, जिसकी अध्यक्षता अनुभवी बैंकर के.वी. कामथ कर रहे हैं, पहले से ही एक छायाबैंक और बीमा ब्रोकर चला रहा है। इसके अलावा, उसने एसेट प्रबंधन व्यवसाय शुरू करने के लिए ब्लैकरॉक इंक के साथ साझेदारी की है। बीमा संचालन शुरू करने से अंबानी की इस इकाई को वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा प्लेयर बनने में मदद मिलेगी। (
- मुंबई. कारखानों और निर्माण स्थलों पर काम करने वाले 40 प्रतिशत ब्लू-कॉलर कर्मचारी बेसब्री से नौकरी बदलने की तलाश में हैं। ऐसे कर्मचारियों से संबंधित भर्ती मंच वर्कइंडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। ब्लू-कॉलर कर्मचारी कारखानों, मशीनरी इकाइयों और निर्माण स्थलों आदि में मुश्किल और श्रम-साध्य काम करने के लिए जिम्मेदार हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि 22 प्रतिशत कामगार बेहतर वेतन की तलाश में नौकरी बदलना चाह रहे हैं।इसके अलावा 20 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने करियर विकास के अवसरों को नौकरी बदलने की वजह बताया जबकि 20 प्रतिशत लोगों ने व्यक्तिगत कारणों को इसकी वजह बताया। इन कारणों में स्थानांतरण, शिक्षा पूरी करना या पारिवारिक परिस्थितियों में बदलाव शामिल हैं। वर्कइंडिया के मंच पर 1,100 उत्तरदाताओं से मिली जानकारी के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है।रिपोर्ट कहती है कि वर्तमान नियोक्ताओं द्वारा छंटनी या वित्तीय अस्थिरता की चिंता के कारण भी नयी नौकरी की तलाश की जाती है। लगभग 48 प्रतिशत उम्मीदवारों ने कहा कि वे नौकरी पाने के बाद भी नौकरी की तलाश से जुड़े ऐप का इस्तेमाल करते हैं।
- मुंबई. भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मोहंती ने मंगलवार को कहा कि देश में दूरदराज क्षेत्रों तक बीमा का दायरा बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स और दूरसंचार नेटवर्क का उपयोग करने की जरूरत है। मोहंती ने यहां उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के कार्यक्रम में कहा, ‘‘चूंकि हम ‘सभी के लिए बीमा' के बारे में गंभीर हैं, ऐसे में हमें इस बात पर विचार करना करना चाहिए कि बीमा उत्पादों का वितरण और विपणन कैसे किया जाए।'' उन्होंने कहा कि एजेंट, ब्रोकर और बैंक-एश्योरेंस यानी बैंक और बीमा कंपनियों के बीच की व्यवस्था सहित मौजूदा माध्यम प्रभावी तो रहे हैं, लेकिन देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बीमा लेने की चुनौती को देखते हुए इसकी अपनी सीमाएं हैं। मोहंती ने कहा कि मौजूदा मॉडल में विशेष रूप से, दूरदराज और सेवा से पूरी तरह से वंचित गांवों में बीमा ले जाने की ‘सीमाएं' हैं। ऐसे में यह समय गैर-पारंपरागत माध्यमों पर ध्यान देने का है ताकि हम अपने लक्ष्य में कामयाब हो पाएं। उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार कंपनियों, वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों और ई-कॉमर्स मंच जैसी गैर-पारंपरिक इकाइयों के साथ सहयोग कर हम अपनी पहुंच को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं।'' मोहंती ने कहा, ‘‘इन इकाइयों की दूरदराज और बैंक सुविधा से वंचित लोगों तक अच्छी पहुंच है। उनके साथ भागीदार कर हम सभी के लिए सस्ता और सुलभ बीमा कवर सुनिश्चित कर सकते हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी ग्रामीण और निम्न-आय वाले समूहों तक पहुंचने मददगार हैं। उन्होंने किसी भी नवोन्मेष को ‘उचित रूप से बढ़ावा देने' के लिए नियामकीय समर्थन की जरूरत बतायी। मोहंती ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई), मशीन लर्निंग और स्वचालन जैसी प्रौद्योगिकियां और मंच पूरे बीमा क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं और इसे ग्राहकों के लिए अधिक अनुकूल बना रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर सेवानिवृत्ति समाधानों की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग सम्मान के साथ सेवानिवृत्त हों। उन्होंने इसके लिए सार्वजनिक और निजी इकाइयों के बीच साझेदारी की वकालत की।
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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 350 रुपये की तेजी के साथ 81,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं चांदी की कीमत 1,500 रुपये के उछाल के साथ एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम के भाव को पार कर गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। चांदी की कीमतों में लगातार पांचवे दिन बढ़त जारी रही और यह 1,500 रुपये के उछाल के साथ 1.01 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। शुक्रवार को चांदी की कीमत 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थीं। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और पूर्णकालिक निदेशक अरुण मिश्रा ने कहा कि चांदी में जारी तेजी का मुख्य कारण औद्योगिक मांग है। इसके अलावा आभूषण और चांदी के बर्तन खंड के कारण भी तेजी आई है। इसके अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 350 रुपये चढ़कर 80,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सर्राफा कारोबारियों ने सोने की कीमतों में उछाल की वजह त्योहारी और शादी-विवाह के मौसम में बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की खरीदारी में आई तेजी को बताया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के वायदा कारोबार में दिसंबर डिलिवरी वाला सोने का अनुबंध 208 रुपये बढ़कर 78,247 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। दिसंबर डिलिवरी वाले चांदी के अनुबंध का भाव 882 रुपये या 0.91 प्रतिशत उछलकर 98,330 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर पहुंच गया।
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नयी दिल्ली. सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने मंगलवार को कई नई सेवाएं पेश कीं। इनमें ‘स्पैम ब्लॉकर्स' से लेकर स्वचालित सिम कियोस्क और डायरेक्ट-टू-डिवाइस सेवाएं शामिल हैं। बीएसएनएल ने सीडैक के साथ साझेदारी में खनन कार्यों के लिए कम विलंबता वाली 5जी संपर्क सेवा भी शुरू की है। इसमें भारत में निर्मित उपकरणों और बीएसएनएल की प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया गया है। संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुल सात नई सेवाओं की शुरुआत की।
बीएसएनएल की नई सेवाओं का अनावरण करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘ बीएसएनएल सरकार का एक प्रमुख उद्यम है। एक प्रमुख उद्यम जो हमारे देश के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं, सपनों तथा अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है।'' सिंधिया ने कहा कि बीएसएनएल वर्षों से विभिन्न उपलब्धियां हासिल करते हुए लोगों की सेवा कर रही है।
उन्होंने भरोसा जताया, ‘‘परिदृश्य प्रतिस्पर्धी तथा समेकित होने पर बीएसएनएल नई चुनौतियों से पार पा लेगी।'' सिंधिया ने इसे भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि बीएसएनएल ने अपना स्वयं का 4जी दूरसंचार ढांचा तैयार किया है, जिसे 5जी में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि बीएसएनएल प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण में सदैव अग्रणी रहेगी।''
मंत्री ने कहा कि अगले साल के मध्य तक बीएसएनएल के पास 1,00,000 4जी ‘साइट' होंगी। उस समय कुछ ‘साइट' पर 5जी सेवा होगी। -
नयी दिल्ली. डेलॉयट इंडिया ने मजबूत सरकारी व्यय तथा उच्च विनिर्माण निवेश से भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष 2024-25 में सात से 7.2 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया है। हालांकि, उसने कहा कि वैश्विक वृद्धि में नरमी से अगले वित्त वर्ष की संभावना प्रभावित होगी। डेलॉयट ने अपने ‘अक्टूबर 2024 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था परिदृश्य' में कहा, संपन्न विनिर्माण क्षेत्र, स्थिर तेल कीमतें और चुनाव के बाद संभावित अमेरिकी मौद्रिक सहजता से भारत में पूंजी प्रवाह को बढ़ावा मिल सकता है, उत्पादन लागत कम हो सकती है तथा दीर्घकालिक निवेश व रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में सालाना अधार पर 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि यह पांच तिमाहियों में सबसे धीमी वृद्धि है, लेकिन भारत वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है। डेलॉयट इंडिया ने बयान में कहा, उसने वित्त वर्ष 2024-25 में वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को सात प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत के बीच और उसके अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए इसे 6.5 से 6.8 प्रतिशत के बीच बरकरार रखा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस महीने की शुरुआत में अनुमान लगाया था कि मजबूत घरेलू गतिविधि से चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। डेलॉयट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा, ‘‘ घरेलू कारक जैसे कि मुद्रास्फीति में नरमी, खासकर खाद्य पदार्थों में, बेहतर बारिश तथा रिकॉर्ड खरीफ उत्पादन, वर्ष की दूसरी छमाही में मजबूत सरकारी व्यय और विनिर्माण में बढ़ता निवेश इस वर्ष भारत की वृद्धि में सहायक होंगे।'' मजूमदार ने कहा, ‘‘ अमेरिकी फेडरल द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद उच्च पूंजी प्रवाह दीर्घकालिक निवेश व रोजगार के अवसरों में तब्दील हो सकता है, क्योंकि दुनिया भर में बहुराष्ट्रीय कंपनियां परिचालन लागत को और कम करने की कोशिश कर रही हैं।''
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नयी दिल्ली. जिंदल समूह ने ओडिशा में 15 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता की सीमेंट ‘ग्राइंडिंग' इकाई चालू करने की मंगलवार को घोषणा की। यह उसकी 2,200 करोड़ रुपये की विस्तार योजना का हिस्सा है। समूह ने बयान में कहा, उसकी शाखा जिंदल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) ने 15 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाली पहली सीमेंट ‘ग्राइंडिंग' इकाई चालू की है। यह समूह की सीमेंट उत्पादन में कम कार्बन उत्सर्जन की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है...'इसमें कहा गया, जेपीसी की योजना अंगुल तथा रायगढ़ दोनों स्थानों पर अपनी उत्पादन क्षमता को वर्तमान 10 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 70 लाख टन प्रति वर्ष करने की है, जिसके लिए वह 2,160 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। जेपीसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोहित वोहरा ने कहा, ‘‘ अंगुल में हमारी ‘ग्राइंडिंग'(सीमेंट पीसने की) इकाई का चालू होना टिकाऊ भविष्य की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम अपनी हरित सीमेंट प्रतिबद्धताओं के साथ मध्य तथा पूर्वी भारत की बढ़ती मांग को पूरा करना चाहते हैं।
- -ओडिशा के अंगुल में सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट शुरू, जेपीसी डिकार्बोनाइजेशन के लिए प्रतिबद्ध- सीमेंट उत्पादन के लिए अंगुल स्टील प्लांट स्थित ब्लास्ट फर्नेस से निकलने वाले 10 लाख टन स्लैग का इस्तेमाल किया जाएगा-जेएसपी की स्टील मार्केटिंग टीम के साथ मिलकर बाजार में सीमेंट वितरण की योजना- एक ही स्थान पर समस्त निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने की सराहनीय पहलरायपुर । जिन्दल समूह के एक अभिन्न अंग, जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) ने ओडिशा के अंगुल में अपनी पहली सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट शुरू कर एक बड़ी छलांग लगाई है।15 लाख टन प्रतिवर्ष (1.5 एम.टी.पी.ए.) क्षमता की यह अत्याधुनिक यूनिट श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के अंगुल इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट से निकलने वाले लगभग 10 लाख टन (1 एम.टी.पी.ए.) ब्लास्ट फर्नेस स्लैग का इस्तेमाल सीमेंट बनाने में करेगी। बड़ी बात यह है कि पूरे सीमेंट उद्योग जगत में सबसे कम क्लिंकर का उपयोग कर यह यूनिट न्यूनतम कार्बन डाईऑक्साइडउत्सर्जन की दिशा में आगे बढ़ेगी, जो जिन्दल समूह की एक बड़ी योजना का हिस्सा और उसकी प्रतिबद्धता है।ग्रीन सीमेंट की दिशा में अग्रसरजिन्दल पैंथर सीमेंट की अंगुल ग्राइंडिंग यूनिट का उद्देश्य मध्य और पूर्वी भारत के उपभोक्ताओं के लिए न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करते हुए उच्च गुणवत्ता वाला पोर्टलैंड स्लैग और कंपोजिट सीमेंट बनाना है। खास बात यह है कि जेएसपी में स्टील उत्पादन प्रक्रिया से निकले अपशिष्ट (वेस्टेज) का पुनः उपयोग करके जिन्दल पैंथर सीमेंट कार्बन फुटप्रिंट घटाने और दीर्घकालिक औद्योगिक प्रथाओं को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण काम कर रहा है। आने वाले समय की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जेपीसी जिस तरह आगे बढ़ रहा है, वह जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) के बड़े पैमाने पर कार्बन फुटप्रिट घटाने के उद्देश्यों से मेल खाता है, जो पूरे समूह को एक हरित एवं स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में अग्रसर करेगा।भविष्य की योजनाएंजिन्दल पैंथर सीमेंट ने अब अंगुल और रायगढ़ यूनिटों में उत्पादन क्षमता को 70 लाख टन प्रतिवर्ष (7 एम.टी.पी.ए.) तक बढ़ाने की योजना बनाई है, जिसमें 2160 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह विस्तार क्षेत्र में बुनियादी ढांचा निर्माण के लिए बढ़ती विश्वसनीय सामग्रियों की आसान उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ-साथ सीमेंट उद्योग में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत करेगा । पूर्वी भारत का पहला वन-स्टॉप शॉप (एक ही स्थान पर समस्त निर्माण सामग्री) बनने की दिशा में अग्रसर जेपीसी का सीमेंट और जेएसपी का रीबार (सरिया) प्रसिद्ध “ जिंदल पैंथर ब्रांड“ के अंतर्गत संयुक्त रूप से उपलब्ध कराया जाएगा। इसका उद्देश्य अपना घर बनाने का सपना देख रहे एक-एक व्यक्ति को एक ही स्थान पर स्टील और सीमेंट उपलब्ध कराकर एक सरल समाधान प्रदान करना है। इस सुव्यवस्थित प्रक्रिया से ग्राहकों को गुणवत्ता, सुविधा और प्रतिस्पर्धी दरों का लाभ मिलेगा। इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, जेपीसी के सीईओ श्री रोहित वोहरा ने कहा, “ अंगुल ग्राइंडिंग यूनिट शुरू होना एक बेहतरीन भविष्य निर्माण की दिशा में हमारा एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लो-कार्बन सीमेंट और बाजार का हमारा नया मॉडल पूर्वी भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करेगा ही, एक हरित धरती के निर्माण के सपने साकार करने में भी हमारा मददगार साबित होगा।”जिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी) के बारे मेंजिन्दल पैंथर सीमेंट (जेपीसी), जिन्दल समूह का एक अंग है, जो उच्च गुणवत्ता वाले, लो-कार्बन सीमेंट का उत्पादन कर रहा है। यह अंगुल और रायगढ़ में ग्राइंडिंग यूनिटों का सुव्यवस्थितसंचालन कर देश की निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिएपर्यावरण अनुकूल पोर्टलैंड स्लैग और मिश्रित सीमेंट का उत्पादन कर रहा है।जिन्दल पैंथर सीमेंट सस्टेनेबिलिटी, इनोवेशन और देश के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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नई दिल्ली। गौतम अदाणी की पावर सेक्टर की कंपनी ने 22 अक्टूबर को जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ (Adani Energy Solutions Q2FY25 net profit) तीन गुना से ज्यादा बढ़कर 773 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 284 करोड़ रुपये रहा था। सालाना आधार पर (YoY) अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के नेट प्रॉफिट में 172.2% का इजाफा हुआ है। जबकि, वित्त वर्ष की पहली छमाही (H1FY25) में कंपनी का नेट मुनाफा 133.4% बढ़कर 1,088 करोड़ रुपये हो गया, जो H1FY24 में 466 करोड़ रुपये रहा था।
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नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने मंगलवार को कई नई सेवाएं पेश कीं। इनमें ‘स्पैम ब्लॉकर्स’ से लेकर स्वचालित सिम कियोस्क और डायरेक्ट-टू-डिवाइस सेवाएं शामिल हैं। BSNL ने सीडैक के साथ साझेदारी में खनन कार्यों के लिए कम विलंबता वाली 5G संपर्क सेवा भी शुरू की है। इसमें भारत में निर्मित उपकरणों और BSNL की प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया गया है।
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुल सात नई सेवाओं की शुरुआत की। BSNL की नई सेवाओं का अनावरण करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘BSNL सरकार का एक प्रमुख उद्यम है। एक प्रमुख उद्यम जो हमारे देश के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं, सपनों तथा अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है।’’सिंधिया ने कहा कि BSNL वर्षों से विभिन्न उपलब्धियां हासिल करते हुए लोगों की सेवा कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया, ‘‘परिदृश्य प्रतिस्पर्धी तथा समेकित होने पर BSNL नई चुनौतियों से पार पा लेगी।’’सिंधिया ने इसे भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि BSNL ने अपना स्वयं का 4G दूरसंचार ढांचा तैयार किया है, जिसे 5G में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि BSNL प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण में सदैव अग्रणी रहेगी।’’ मंत्री ने कहा कि अगले साल के मध्य तक BSNL के पास 1,00,000 4G ‘साइट’ होंगी। उस समय कुछ ‘साइट’ पर 5G सेवा होगी। - नयी दिल्ली. नागर विमानन मंत्रालय ने रविवार को कहा कि आठ साल पहले शुरू की गई क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना उड़ान के तहत 601 मार्ग और 71 हवाई अड्डे चालू हो गए हैं। उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) का उद्देश्य क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाना और हवाई यात्रा को अधिक किफायती बनाना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हेलीकॉप्टर मार्गों सहित 601 मार्गों को चालू कर दिया गया है और इनमें से लगभग 28 प्रतिशत मार्ग सबसे दूरदराज के स्थानों के लिए सेवा देते हैं। बयान के मुताबिक, ''कुल 86 एयरोड्रोम - जिसमें 71 हवाई अड्डे, 13 हेलीपोर्ट और दो जल एयरोड्रोम शामिल हैं - चालू हो गए हैं। इससे 2.8 लाख से अधिक उड़ानों के जरिये 1.44 करोड़ से अधिक यात्रियों को लाभ हुआ।'' इस बीच, देश में चालू हवाई अड्डों की संख्या 2014 में 74 से दोगुनी होकर 2024 में 157 हो गई है। सरकार का लक्ष्य 2047 तक इनकी संख्या को बढ़ाकर 350-400 तक करना है।
- नयी दिल्ली. बड़ी संख्या में कंपनियों का मानना है कि आज कृत्रिम मेधा (एआई) प्रतिस्पर्धात्मक लाभ की कुंजी है। एक नयी रिपोर्ट के अनुसार, इन संगठनों ने एआई एकीकरण के जरिये उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया है। बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय की ‘उद्योग 5.0 और एआई रिपोर्ट' के अनुसार, 44 प्रतिशत संगठनों ने एआई एकीकरण के जरिये उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इसके अलावा 21 प्रतिशत ने बताया कि एआई नवोन्मेषण को आगे बढ़ाने, नए उत्पादों, सेवाओं और कारोबारी मॉडल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, खासकर वित्त, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण और विपणन जैसे क्षेत्रों में ऐसा देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि लगभग 33 प्रतिशत संगठन उत्पाद विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि 29 प्रतिशत चैटबॉट और रोबोटिक प्रक्रिया स्वचालन (आरपीए) के जरिये ग्राहक सेवा के लिए एआई का लाभ उठा रहे हैं। करीब 19 प्रतिशत व्यवसाय रुझानों का विश्लेषण के लिए एआई का उपयोग करते हैं, जबकि 13 प्रतिशत आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में सुधार के लिए एआई की मदद ले रहे हैं। रिपोर्ट 1,000 पेशेवरों की प्रतिक्रियाओं और 50 उद्योग विशेषज्ञों के साथ गहन बातचीत पर आधारित है।
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नयी दिल्ली.अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए घरेलू जिंदल समूह चेक कंपनी विटकोवाइस की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रहा है। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि समूह अपनी इकाई जिंदल स्टील इंटरनेशनल के जरिये इस वित्त वर्ष के अंत तक यह अधिग्रहण पूरा कर सकता है। यह यूरोप में जिंदल समूह का पहला अधिग्रहण होगा। नवीन जिंदल के स्वामित्व वाले कारोबारी घराने की पहले से ही ऑस्ट्रेलिया, मोजाम्बिक और ओमान जैसे देशों में इस्पात, बिजली और खनन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है। उद्योग सूत्रों ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों का प्रबंधन इस सौदे के लिए सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है। सौदे के हिस्से के रूप में जिंदल समूह विटकोवाइस स्टील में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगा। सूत्रों के अनुसार, सौदे का आकार लगभग 15 करोड़ यूरो (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) हो सकता है। विटकोवाइस स्टील के अधिग्रहण से जिंदल समूह को यूरोपीय बाजार में पैठ जमाने में मदद मिलेगी। समूह ओमान में अपनी इकाई वल्कन ग्रीन स्टील (वीजीएस) के माध्यम से हाइड्रोजन आधारित स्टील विनिर्माण इकाई भी स्थापित कर रहा है।
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नयी दिल्ली. सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से चार के बाजार मूल्यांकन (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह कुल मिलाकर 81,151.31 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक को हुआ। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 156.61 अंक या 0.19 प्रतिशत नीचे आया।
समीक्षाधीन सप्ताह में एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। वहीं दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की बाजार हैसियत सामूहिक रूप से 76,622.05 करोड़ रुपये घट गई। सप्ताह के दौरान आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 28,495.14 करोड़ रुपये बढ़कर 8,90,191.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 23,579.11 करोड़ रुपये बढ़कर 12,82,848.30 करोड़ रुपये हो गया। एसबीआई का बाजार मूल्यांकन 17,804.61 करोड़ रुपये बढ़कर 7,31,773.56 करोड़ रुपये पर और भारती एयरटेल का 11,272.45 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 9,71,707.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस रुख के उलट इन्फोसिस की बाजार हैसियत 23,314.31 करोड़ रुपये घटकर 7,80,126.10 करोड़ रुपये रह गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 16,645.39 करोड़ रुपये घटकर 18,38,721.14 करोड़ रुपये पर आ गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 15,248.85 करोड़ रुपये घटकर 6,38,066.75 करोड़ रुपये पर और टीसीएस का 10,402.01 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ 14,91,321.40 करोड़ रुपये पर आ गया। एलआईसी के मूल्यांकन में 8,760.12 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 5,91,418.91 करोड़ रुपये रह गया। आईटीसी की बाजार हैसियत 2,251.37 करोड़ रुपये घटकर 6,08,682.29 करोड़ रुपये रह गई। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, एसबीआई, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और एलआईसी का स्थान रहा। -
नई दिल्ली। जेएसडब्ल्यू एनर्जी की दो इकाइयों ने महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी को 1,200 मेगावाट बिजली आपूर्ति के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।कंपनी बयान के अनुसार, जेएसडब्ल्यू एनर्जी की अनुषंगी कंपनियों जेएसडब्ल्यू रिन्यू एनर्जी सिक्स लिमिटेड और जेएसडब्ल्यू रिन्यू एनर्जी थर्टी लिमिटेड ने राज्य ट्रांसमिशन यूटिलिटी (एसटीयू) से जुड़ी सौर-पवन हाइब्रिड क्षमता के लिए महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के साथ बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौतों पर हस्ताक्षर दो हाइब्रिड परियोजनाओं के लिए किए गए हैं। इनमें से प्रत्येक की क्षमता 600 मेगावाट है, जिससे कुल 1,200 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। इन परियोजनाओं के 24 महीने के भीतर शुरू होने की उम्मीद है। ये समझौते 3.60 रुपये प्रति किलोवाट घंटे की दर पर 25 साल की अवधि के लिए तय किए गए हैं।
- नयी दिल्ली .आभूषण विक्रेताओं की सतत लिवाली के कारण बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 250 रुपये की तेजी के साथ 78,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। मंगलवार को पिछले सत्र में सोना 78,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ताजा लिवाली के कारण चांदी भी 1,000 रुपये उछलकर 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। मंगलवार को यह 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। इस बीच, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 250 रुपये उछलकर 78,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि पिछला बंद भाव 78,250 रुपये प्रति 10 ग्राम था। व्यापारियों ने सोने की कीमतों में तेजी की वजह स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मजबूत मांग को बताया। इसके अलावा, शेयर बाजारों में गिरावट से भी सोने में तेजी को बल मिला क्योंकि निवेशकों ने सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों की ओर रुख किया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के वायदा कारोबार में दिसंबर डिलिवरी वाले सोने का अनुबंध 268 रुपये या 0.35 प्रतिशत बढ़कर 76,628 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एक्सचेंज में दिसंबर डिलिवरी वाले चांदी के अनुबंध का भाव 580 रुपये या 0.63 प्रतिशत बढ़कर 92,203 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष - जिंस एंड मुद्रा जतीन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘एमसीएक्स में तेजी के साथ सोने की कीमतें ऊंची रहीं, जबकि कॉमेक्स सोना 2,675 डॉलर से ऊपर कारोबार कर रहा था।'' वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा 0.51 प्रतिशत बढ़कर 2,692.50 डॉलर प्रति औंस हो गया।एशियाई बाजार में चांदी 0.91 प्रतिशत बढ़कर 32.05 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
- नयी दिल्ली. खाने का सामान महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर महीने में बढ़कर 5.49 प्रतिशत पर पहुंच गयी। इससे पिछले महीने यह 3.65 प्रतिशत पर थी। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बीते वर्ष के सितंबर माह में 5.02 प्रतिशत थी।राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई सितंबर महीने में उछलकर 9.24 प्रतिशत हो गयी जो इससे पिछले महीने अगस्त में 5.66 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने में 6.62 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है। केंद्रीय बैंक ने महंगाई को लक्ष्य के अनुरूप लाने के मकसद से पिछले सप्ताह पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया था।
- नयी दिल्ली. भारत ने पिछले दशक में पेट्रोल में जैव ईंधन मिलाकर 1.06 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा बचाई है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है।उन्होंने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) जैव ऊर्जा शिखर सम्मेलन में कहा कि गन्ने और अन्य बायोमास से निकाले गए एथनॉल का पेट्रोल में मिश्रण 2014 के 1.53 प्रतिशत से बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि इन परिणामों से उत्साहित होकर सरकार ने 2025 के लिए अपने मिश्रण लक्ष्य को आगे बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। पुरी ने कहा, ''2014 से अगस्त 2024 तक पेट्रोल में एथनॉल मिलाने से 1,06,072 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, और कार्बन उत्सर्जन में 544 लाख टन की कमी आई है।'' उन्होंने बताया कि सरकार ने टिकाऊ विमानन ईंधन (एसएएफ) के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इसके तहत 2027 में एक प्रतिशत और 2028 में दो प्रतिशत मिश्रण करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि देश अगले दो दशकों में वैश्विक ऊर्जा मांग का 25 प्रतिशत पूरा करेगा और इसमें जैव ऊर्जा महत्वपूर्ण होगी।
- नयी दिल्ली. सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल अगले साल मई तक एक लाख बेस स्टेशनों के जरिए देश में विकसित 4जी तकनीक को लागू करने का काम पूरा कर लेगी। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी इसके बाद जून 2025 तक 5जी नेटवर्क पर चली जाएगी। उन्होंने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच में कहा कि भारत 4जी में दुनिया के नक्शेकदम पर चला, 5जी में दुनिया के साथ चल रहा है और 6जी तकनीक में दुनिया का नेतृत्व करेगा। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि सरकारी कंपनी किसी और के उपकरण का इस्तेमाल नहीं करेगी। सिंधिया ने कहा, ''अब हमारे पास एक प्रमुख और एक रेडियो एक्सेस नेटवर्क है, जो पूरी तरह से काम कर रहा है। हमारे पास अगले साल अप्रैल-मई तक एक लाख साइट की योजना है। हमने कल तक 38,300 साइट शुरू कर दी हैं।'' उन्होंने कहा, ''हम अपना खुद का 4जी नेटवर्क शुरू करने जा रहे हैं, जो जून 2025 तक 5जी पर चला जाएगा। हम ऐसा करने वाले दुनिया के छठे देश होंगे।'' बीएसएनएल सरकारी कंपनी सी-डॉट और घरेलू आईटी कंपनी टीसीएस के गठजोड़ द्वारा विकसित 4जी तकनीक का उपयोग कर रही है। सिंधिया ने कहा कि भारत ने 22 महीनों में 4.5 लाख टावरों की स्थापना के साथ दुनिया में सबसे तेजी से 5जी तकनीक को लागू किया और देश की 80 प्रतिशत आबादी के लिए ये सेवा उपलब्ध है।
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नयी दिल्ली. स्टॉकिस्टों और व्यापारियों की सतत लिवाली के कारण सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 200 रुपये बढ़कर 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई। हालांकि, वैश्विक स्तर पर सोने में गिरावट आई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को सोना 78,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
ताजा औद्योगिक मांग के कारण चांदी 500 रुपये बढ़कर 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले बंद भाव में यह 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। इसके अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 600 रुपये बढ़कर 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। इससे पहले यह 78,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इससे पहले सात अक्टूबर को सोने की कीमत रिकॉर्ड 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी।
व्यापारियों ने कहा कि विदेशों में कमजोर रुख के बावजूद घरेलू बाजार में कीमती धातु में तेजी आई, जिसका मुख्य कारण आभूषण विक्रेताओं की मांग बढ़ना है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के वायदा कारोबार में दिसंबर डिलिवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 207 रुपये की गिरावट के साथ 76,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। एमसीएक्स में दिसंबर डिलिवरी वाले चांदी के अनुबंध की कीमत 929 रुपये की गिरावट के साथ 90,761 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा 0.25 प्रतिशत घटकर 2,669.50 डॉलर प्रति औंस रह गया।
एशियाई बाजारों में चांदी 1.17 प्रतिशत घटकर 31.39 डॉलर प्रति औंस रह गयी। -
नयी दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) एमएसएमई क्षेत्र को आसानी से पर्याप्त कर्ज उपलब्ध कराने के लिए तत्काल ऋण योजना के तहत कर्ज सीमा को मौजूदा पांच करोड़ रुपये से बढ़ाने की योजना बना रहा है। 'एमएसएमई सहज' ‘डिजिटल इनवॉयस' वित्त पोषण योजना है। इसके तहत बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के 15 मिनट के भीतर ऋण के लिए आवेदन करने, दस्तावेज उपलब्ध कराने और स्वीकृत ऋण को जारी करने की सुविधा दी जाती है। एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा, ''हमने पिछले साल पांच करोड़ रुपये तक की ऋण सीमा के लिए एक डेटा आधारित मूल्यांकन शुरू किया था। हमारी एमएसएमई शाखा में आने वाले किसी भी व्यक्ति को केवल अपना पैन और जीएसटी आंकड़ों तक पहुंच की अनुमति देनी होगी। हम 15-45 मिनट में मंजूरी दे सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि बैंक एमएसएमई ऋण के सरलीकरण पर जोर दे रहा है। इससे गिरवी रखने की जरूरत कम हो जाती है, और बहुत से लोग संगठित एमएसएमई उधार प्रणाली में आ सकेंगे। शेट्टी ने कहा, ''अभी भी बड़ी संख्या में एमएसएमई ग्राहक हैं, जो असंगठित क्षेत्र से ऋण ले रहे हैं। हम उन्हें बैंक के दायरे में लाना चाहेंगे।'' नेटवर्क विस्तार के सवाल पर शेट्टी ने कहा कि एसबीआई चालू वित्त वर्ष में देश भर में 600 शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है। मार्च 2024 तक एसबीआई के पास देश भर में 22,542 शाखाओं का नेटवर्क था। उन्होंने कहा, ''हमारे पास शाखा विस्तार की मजबूत योजनाएं हैं... यह मुख्य रूप से उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। बहुत सी आवासीय कॉलोनियों तक हम नहीं पहुंचे हैं। हम चालू वर्ष में लगभग 600 शाखाएं खोलने की योजना बना रहे हैं।'' एक विशाल शाखा नेटवर्क के अलावा, एसबीआई 65,000 एटीएम और 85,000 बैंक प्रतिनिधि के जरिये अपने ग्राहकों को सेवाएं देता है। उन्होंने कहा, ''हम लगभग 50 करोड़ ग्राहकों की सेवा करते हैं और हमें यह कहते हुए गर्व है कि हम हर भारतीय और हर भारतीय परिवार के बैंकर हैं।'' शेट्टी ने कहा कि उनका प्रयास एसबीआई को न केवल शेयरधारकों के लिए, बल्कि प्रत्येक संबंधित पक्षों के लिए सर्वश्रेष्ठ और सबसे मूल्यवान बैंक में बदलने का है।