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- - राज्य में बायो इथेनॉल निर्माण के लिए अनुकूल वातावरण-शशांक रस्तोगी
- -चावल के साथ गन्ने से भी बायो इथनोल बनाने पर विचार-सुमित सरकार
रायपुर। पी एच डी चेम्बर छत्तीसगढ़ चैप्टर तथा सीएसआईडीसी (छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम), के संयुक्त तत्वाधान में छत्तीसगढ़ राज्य में बायो एथेनॉल क्षेत्र में संभावनाएं विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।पीएचडी चैम्बर छत्तीसगढ़ चैप्टर के चेयरमैन शशांक रस्तोगी ने अपने स्वागत भाषण में मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों का परिचय कराया। अपने उद्बोधन में श्री रस्तोगी ने बताया कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, क्योंकि राज्य की 80 प्रतिशत जनता खेती करती है एवं राज्य का मुख्य उत्पादन चावल है। राज्य में बायो इथेनॉल निर्माण के लिए अनुकूल वातावरण है, तथा सरकार द्वारा निवेशकों के लिए अनुकूल सुविधाएँ दी जा रही हैं। चंद्रशेखर रेड्डी प्रबंध संचालक वेनिका बायो सी एन जी प्राइवेट लिमिटेड ने राज्य सरकार के इस कदम का स्वागत किया।छत्तीसगढ़ बायो फ्यूल डेवलपमेंट ऑथोरिटी के परियोजना अधिकारी सुमित सरकार ने अपने उद्बोधन में बताया कि राज्य सरकार हमेशा से हरित पेट्रोलियम के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार द्वारा निवेशकों से प्रस्ताव आमंत्रित किया गया है तथा चावल के साथ गन्ने से भी बायो इथनोल बनाने पर विचार कर रही है।। श्री सरकार ने सभी उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया। श्री सरकार ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का जवाब दिया।पी एच डी चैम्बर के प्रिंसिपल डायरेक्ट नवीन सेठ ने चैम्बर द्वारा पहली बार आयोजित ऑनलाइन प्रदर्शनी के सम्बन्ध में बताया जहां विभिन्न क्षेत्रों के अलावा ऑटोमोबाइल सेक्टर्स की भी प्रदर्शनी होगी एवं वैकल्पिक ईंधन के सम्बन्ध में चर्चा होगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन को इस आयोजन में स्टेट पार्टनर बनने हेतु आमंत्रित किया। उदय कुलकर्णी अस्सिस्टेंट वाईस प्रेसिडेंट प्राज इंडिया लिमिटेड ने अपने उद्बोधन में प्राज इंडिया द्वारा ग्रीन ईंधन उत्पादन क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।छत्तीसगढ़ शासन की ओर से अरुण प्रसाद, प्रबंध संचालक सीएसआईडीसी ने अपने संक्षिप्त भाषण में राज्य शासन की ओर से सभी निवेशकों का स्वागत किया। श्री प्रसाद ने राज्य सरकार के बायो इथेनॉल उत्पादन के लिए किये जा रहे प्रयासों तथा योजनाओं के सम्बन्ध में संक्षिप्त में बताया।वेबिनार के अंत में पी एच डी चैम्बर के डॉ रंजीत मेहता जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए वेबिनार आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का सञ्चालन पी एच डी चैम्बर के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ. योगेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में 60 प्रतिभागी उपस्थित थे। -
नई दिल्ली। फार्मा कंपनी डिविस लैबोरेट्रीज का चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 80.61 प्रतिशत बढ़कर 492.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 272.44 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 1,747.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,193.20 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि उसके परिचालन पर कोविड-19 महामारी बहुत मामूली प्रभाव पड़ा है। तिमाही के दौरान उसका परिचालन काफी हद तक सामान्य रहा।
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नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वित्तीय संकट से जूझ रही गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) के लिये विशेष तरलता योजना के तहत 6,399 करोड़ रुपये के 15 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी है।
अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस महामारी के असर से उबारने के लिये हाल ही में घोषित 20.97 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज में ही वित्तीय संकटों में घिरे एनबीएफसी व एचएफसी के लिये विशेष तरलता योजना को भी पेश किया गया था। यह योजना एक जुलाई से शुरू हुई है। इसके तहत एनबीएफसी और एचएफसी के तरलता के अल्पकालिक संकट को दूर करने के लिये ऋणपत्रों की प्राथमिक व माध्यमिक बाजार दोनों से खरीद करने की मंजूरी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक ट्वीट में कहा, एनबीएफसी और एचएफसी के लिये तरलता की स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से आत्मनिर्भर भारत राहत पैकेज के एक हिस्से के रूप में 30 हजार करोड़ रुपये की विशेष तरलता योजना की घोषणा की गयी थी। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि सात अगस्त तक 6 हजार 399 करोड़ रुपये की कुल स्वीकृत राशि के साथ 15 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गयी है। इनके अलावा 11,037 करोड़ रुपये के वित्तपोषण के लिये 37 अन्य आवेदन विचाराधीन हैं। आईएलएंडएफएस समूह की कंपनियों द्वारा सितंबर 2018 में भुगतान में चूक (डिफॉल्ट) करने के बाद एनबीएफसी और एचएफसी के समक्ष वित्तीय संकट खड़ा हो गया था। इसके बाद कोरोना वासरस महामारी ने इनकी चुनौतियों को और बढ़ा दिया। विशेष तरलता योजना के लिये भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड द्वारा गठित एक न्यास एसएलएस ट्रस्ट द्वारा जारी सरकारी गारंटी वाली विशेष प्रतिभूतियों को खरीद कर धन उपलब्ध करा रहा है। योजना का क्रियान्वयन भी एसएलएस ट्रस्ट के द्वारा किया जा रहा है। यह योजना तीन महीने के लिये खुली है।
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- -एनटीपीसी के सीपत सहित पांच अन्य प्रमुख विद्युत संयंत्र पीएलएफ प्रदर्शन के आधार पर देश के शीर्ष दस विद्युत संयंत्रों में शामिल
- - कोरबा एनटीपीसी भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले ताप विद्युत संयंत्र के रूप में उभरा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) लिमिटेड द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एनटीपीसी समूह ने चालू वित्त वर्ष में 100 बिलियन यूनिट (बीयू) से अधिक का सकल उत्पादन हासिल किया है, जिससे संयंत्रों के संचालन में उत्कृष्टता के लिए समूह की प्रतिबद्धता को मजबूती मिली है।केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ स्थित एनटीपीसी कोरबा (2600 मेगावाट) अप्रैल से जुलाई 2020 के दौरान 97.42 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) के साथ भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले ताप विद्युत संयंत्र के रूप में उभरा है।इसके साथ ही एनटीपीसी के पांच अन्य प्रमुख विद्युत संयंत्रों द्वारा अनुकरणीय प्रदर्शन किया गया है। छत्तीसगढ़ स्थित एनटीपीसी सीपत (2980 मेगावाट), उत्तर प्रदेश स्थित एनटीपीसी रिहंद (3000 मेगावाट) , मध्यप्रदेश में एनटीपीसी विंध्याचल (4760 मेगावाट), ओडिशा स्थित एनटीपीसी तलचर कनिहा (3000 मेगावाट) और एनटीपीसी तलचर थर्मल (460 मेगावाट) पीएलएफ प्रदर्शन के आधार पर देश के शीर्ष दस विद्युत संयंत्रों में शामिल हो गए हैं।इसके अलावा, उत्तर प्रदेश स्थित एनटीपीसी सिंगरौली की 200 मेगावाट क्षमता वाली दो ईकाई, ईकाई 4 और 1, (जिन्हें क्रमश: जनवरी 1984 और जून 1982 में शुरू किया गया था) ने अप्रैल से जुलाई 2020 के दौरान क्रमश: 99.90 प्रतिशत और 99.87 प्रतिशत के साथ देश में उच्चतम पीएलएफ हासिल किया। इन विद्युत संयंत्रों ने संचालन और रखरखाव में एनटीपीसी की विशेषज्ञता और परिचालन उत्कृष्टता के उच्च स्तर का प्रदर्शन किया है।62.9 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह में 70 विद्युत स्टेशन हैं जिनमें 24 कोयला, 7 संयुक्त चक्र गैस / तरल ईंधन, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरणीय के साथ-साथ 25 सहायक और जेवी विद्युत स्टेशन शामिल हैं। समूह के पास निर्माणाधीन 20 गीगावाट क्षमता है, जिसमें 5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की परियोजनाएं शामिल हैं।
- -एनटीपीसी के सीपत सहित पांच अन्य प्रमुख विद्युत संयंत्र पीएलएफ प्रदर्शन के आधार पर देश के शीर्ष दस विद्युत संयंत्रों में शामिल
- नई दिल्ली। भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) ने भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (स्वैच्छिक परिसमापन प्रक्रिया) (दूसरा संशोधन) नियम, 2020को आज अधिसूचित किया।भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 एक कॉर्पोरेट व्यक्ति को स्वैच्छिक परिसमापन प्रक्रिया शुरू करने में सक्षम बनाती है, यदि उसपर कोई ऋण नहीं है या वह परिसंपत्तियों की आय से अपने ऋण का पूरी तरह से भुगतान करने में सक्षम है। कॉरपोरेट व्यक्ति सदस्यों या भागीदारों, या योगदानकर्ताओं (मामले के अनुसार) के प्रस्तावके द्वारा स्वैच्छिक परिसमापन प्रक्रिया का संचालन करने के लिए एक दिवाला पेशेवर (इन्सॉल्वेंसी प्रोफेशनल)नियुक्त कर सकता है। हालांकि, ऐसी परिस्थितियां हो सकती हैं, जिनमेंपरिसमापक (लिक्वीडेटर) के रूप में एक और प्रस्तावित पेशेवर की नियुक्ति की आवश्यकता हो सकती है। नियमों में आज किए गए संशोधन में यह प्रावधान है कि कॉरपोरेट व्यक्ति लिक्विडेटर के स्थान पर किसी अन्य दिवाला पेशेवर (इन्सॉल्वेंसी प्रोफेशनल) को सदस्यों या साझेदारों या योगदानकर्ताओं (मामले के अनुसार) के एक प्रस्ताव के द्वारा लिक्विडेटर के रूप में नियुक्त कर सकता है। संशोधित नियम आज से प्रभावी हो गए हैं।---
- रायपुर । राष्ट्र की प्रगति में आत्मनिर्भरता का मंत्र देने वाले अग्रणी उद्योगपति एवं समाजसेवी श्री ओपी जिन्दल जी को आज उनकी 90वीं जयंती पर याद किया गया। जेएसपीएल मशीनरी डिवीजन, रायपुर में कोविड19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए पूरी सतर्कता बरती गई और सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों का अनुपालन करते हुए श्री ओपी जिन्दल की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। रायपुर के वृद्धाश्रम में इस अवसर पर फल और राशन का वितरण किया गया।रायगढ़ में भी श्री ओ.पी जिन्दल जी की 90वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया। जेएसपीएल के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल ने उनकी प्रतिमा का माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।श्रद्धांजलि कार्यक्रम में वक्ताओं ने राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री ओपी जिन्दल जी ने देश की आत्मनिर्भरता का सपना देखा था और उन्होंने स्वदेशी संसाधनों एवं स्वदेशी तकनीक के बल पर ओपी जिन्दल ग्रुप के रूप में एक ऐसी संस्था राष्ट्र को दी, जो आज इस्पात, ऊर्जा, खनन, मूलभूत ढांचा, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है।7 मार्च 1930 को हरियाणा के हिसार जिले में स्थित नलवा गांव के एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेने वाले श्री ओपी जिन्दल ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचाइयों को छुआ। वे सफल उद्योगपति, समर्पित समाजसेवी के साथ-साथ सांसद और हरियाणा के ऊर्जा मंत्री भी रहे। उन्हें मैन ऑफ स्टील की उपाधि से भी सम्मानित किया गया। देश के बारे में उनकी सोच थी, भारत को अग्रणी राष्ट्र बनाना है तो औद्योगिक रूप से हमें आत्मनिर्भर बनना होगा और टेक्नोलॉजी में भी विकसित राष्ट्रों के बराबर रहना होगा। कारीगरों के प्रति भी उनके मन में बड़ा सम्मान था, वे कहा करते थे- मैं कारीगर, जो हाथ से काम करने वाला कारीगर है, उसकी राय ज्यादा मानता हूं, इंजीनियर की कम ।इस अवसर पर उपस्थित मुख्य लोगों में जेएसपीएल के प्रेसिडेंट प्रदीप टण्डन, प्लांट हेड अरविंद तगई, प्रशासनिक प्रमुख अधिकारी राकेश गुप्ता आदि प्रमुख थे।
- नई दिल्ली। किआ मोटर्स ने भारत में अपनी बहुप्रतीक्षित सॉनेट कार का कान्सेप्ट वर्जन पेश कर दिया । दावा किया जा रहा है कि इसमें काफी दमदार आधुनिक फीचर्स हैं। किआ ने अभी सॉनेट की कीमत का फिलहाल खुलासा नहीं किया है। अनुमान है कि इसकी प्राइस 7 लाख रुपए से 11 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच रखी जा सकती है।यह कार खास तौर से भारत के लिए उतारी गई है। कंपनी ने इसे सब 4 मीटर कैटिगरी में पेश किया है। सबसे अच्छी बात ये है कि इसका निर्माण भारत में ही किया गया है।भारत में यह किआ द्वारा उतारा गया तीसरा मॉडल है। इससे पहले कंपनी किआ सेलटोज, और किआ कॉर्निवेल भारतीय बाजार में पेश कर चुकी है। इन दोनों मॉडलों को भारत में काफी पसंद किया गया।किआ सॉनेट का निर्माण आंध्र प्रदेश के अनंतपुर प्लांट में बनाया गया है। यहीं से इसे दुनिया के अन्य देशों में बिक्री के लिए भेजा जाएगा। ।क्या है खासियतकिआ की कार पसंद करने वालों को इसमें कॉम्पैक्ट एसयूवी 10.25 इंच टचस्क्रीन इंफोटेंटमेंट के साथ मिलेगी। इसके अलावा म्यूजिक के शौकीनों को इस कार में बॉस कंपनी का पावरफुल 7 स्पीकर सिस्टम भी मिलेगा। इसके अलावा इलेक्ट्रिक सनरूफ, फ्रंट वेंटिलेटेड सीट्स की सुविधा भी इसमें है। इस कार को स्मार्टवॉच से भी कनेक्ट किया जा सकता है।इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसके 3 इंजन ऑप्शन। इसके अलावा इस कार के साथ 5 स्पीड मैनुअल, सिक्स स्पीड मैनुअल, 6 स्पीड एटी और 6 स्पीड आईएमटी का ऑप्शन मिलता है। किआ सॉनेट जीटीलाइन को 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन और 1.5 लीटर टर्बो डीजल इंजन वेरियंट्स मिलेंगे। इसके सेफ्टी फीचर्स में 6 एयरबैग, एपीएसी के ईबीडी, फं्रटच और रियर पार्किंग सिस्टम, टायर प्रेशन मानिटरिंग सिस्टम आदि आधुनिक फीचर्स हैं। अब देखना ये है कि कंपनी इसे शोरूम में कब पेश करती है।---
- मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गैर-कृषि कार्यों के लिए सोने के आभूषणों के बदले दिये जाने वाले कर्ज की सीमा को 75 प्रतिशत से बढ़ाकर 90 प्रतिशत कर दिया। बढ़ी हुई यह सीमा 31 मार्च 2021 तक उपलब्ध होगी।आरबीआई ने विकासात्मक तथा नियामकीय नीतियों पर अपने बयान में कहा, घरों, उद्यमियों और छोटे व्यवसायों पर कोविड-19 महामारी के आर्थिक प्रभाव को आगे और कम करने के मकसद से गैर-कृषि उद्देश्यों के लिए सोने के आभूषणों और अन्य अलंकारों को गिरवी रखकर लिए जाने वाले कर्ज के संबंध में स्वीकार्य मूल्य पर आधारित ऋण अनुपात को 75 प्रतिशत से बढ़कर 90 प्रतिशत करने का निर्णय किया गया है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह छूट 31 मार्च 2021 तक मिलेगी।---
- नई दिल्ली। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने एसबीआई कार्ड के पूर्व प्रमुख रहे हरदयाल प्रसाद को अपना नया प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। प्रसाद ने पिछले महीने ही एसबीआई कार्ड को छोड़ा था।आवास वित्त कंपनी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। फिलहाल नीरज व्यास पंजाब नेशनल बैंक प्रवर्तित इस कंपनी के अंतरिम प्रमुख का कार्यभार देख रहे हैं। आवास वित्त कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा, व्यापक स्तर पर खोज के बाद उसके निदेशक मंडल ने हरदयाल प्रसाद को पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड का प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है। प्रसाद 10 अगस्त को कार्यभार संभालेंगे। प्रसाद के पास बैंक क्षेत्र में काम करने का अच्छा-खासा अनुभव है। पहले वह एसबीआई में अंतरराष्ट्रीय परिचालन देख रहे थे, बाद में वह एसबीआई की प्रवर्तक कंपनी एसबीआई कार्ड में गये। एसबीआई से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद पिछले महीने उन्होंने प्रबंध निदेशक और सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया।
- नई दिल्ली। ऑनलाइन रिटेलर अमेजन और डी-मार्ट उपभोक्ता अनुभव सर्वे में विजेता बनी हैं। यह सर्वे डेटा और परामर्शक कंपनी कन्तार ने किया है। कन्तार सीएक्स प्लस 2020 रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेजन सामान्य खुदरा तथा फैशन खुदरा खंड में पहले स्थान पर रही है।डी-मार्ट ने ग्राहकों को हुए अनुभव के हिसाब से किराना श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया है। सामान्य खुदरा तथा फैशन खुदरा खंड दोनों में अमेजन के बाद फ्लिपकार्ट दूसरे स्थान पर रही है। सामान्य खुदरा तथा फैशन खुदरा खंड में तीसरा स्थान क्रमश: डी-मार्ट और मिन्त्रा का रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन में दो क्षेत्रों में अमेजन शीर्ष रिटेलर कंपनी रही है। डी-मार्ट किराना खंड में विजेता रही है। वहीं फ्लिपकार्ट तीनों क्षेत्रों में शीर्ष तीन स्थानों पर रही है।--
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि चेक से लेनदेन में धोखाधड़ी रोकने के लिए बैकिंग प्रणाली में पॉजिटिव प फीचर उपलब्ध कराया जाएगा। पॉजिटिव पे फीचर के तहत चेक जारी करने वाला व्यक्ति किसी और को चेक सौंपने से पहले चेक की फोटो खींचता है और उसे बैंक की मोबाइल ऐप पर अपलोड करता है।मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा के बाद दास ने कहा, ''चेक भुगतान की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए 50,000 रुपये या उससे अधिक मूल्य के सभी चेक के लिए पॉजिटिव पे का फीचर लाने का निर्णय किया गया है। उन्होंने कहा कि 50 हजार रुपये की इस सीमा के तहत संख्या की दृष्टि से करीब 20 प्रतिशत और भुगतान मूल्य के हिसाब से 80 प्रतिशत लेनदेन आ जाएगा। इस संबंध में अन्य दिशानिर्देश जल्द जारी किए जाएंगे।देश का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक बिना किसी सीमा के 2016 से अपने ग्राहकों को इस तरह की सुविधा दे रहा है। इस सुविधा से बैंक को किसी लाभार्थी के चेक जमा करने से पहले पता होता है कि उसके ग्राहक ने चेक जारी किया है। इससे चेक पर भुगतान देने से पहले बैंक कर्मचारी इसका मिलान उसके पास पहले से उपलब्ध सूचना से कर सकता है।---
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नई दिल्ली। वित्तीय प्रोद्योगिकी एवं सेवा कंपनी पेटीएम ने भावेश गुप्ता को अपने ऋण कारोबार का मुख्य अधिशासी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बताया कि गुप्ता पेटीएम के अध्यक्ष अमित नायर के प्रति जवाबदेह होंगे। पेटीएम ने कहा कि गुप्ता के नेतृत्व में कंपनी भारत के लोगों और यहां की सूक्ष्म एवं मझोली इकाइयों के लिए नये नये वित्तीय उत्पाद व सुविधाएं प्रस्तुत करने के लिए नवप्रवर्तन व सरलीकरण का काम जारी रखेगी। गुप्ता हाल में क्लिक्स कैपिटल के संस्थापक सदस्य और सीईओ के तौर पर काम कर चुके हैं। क्लिक्स कैपिटल पहले जीई कैपिटल इंडिया के नाम से जानी जाती थी। वह आईडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से भी जुड रहे हैं। -
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स अपने एसयूवी मॉडल नेक्सॉन के इलेक्ट्रिक संस्करण को ग्राहकों को 41,900 रुपए के तय मासिक किराये पर उपलब्ध कराएगी। कंपनी ने बृहस्पतिवार को इसके सब्सक्रिप्शन मॉडल की पेशकश की। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन तक लोगों की अधिक पहुंच बनाने और भविष्य के प्रति जागरुक ग्राहकों तक कंपनी का आधार बनाने के लिए उसने यह योजना पेश की है। बयान के मुताबिक ग्राहक न्यूनतम 18 महीने की किराया योजना से लेकर 24 और 36 माह के विकल्प में से कोई भी चुन सकते हैं। इस तरह 18 माहे लिए किराये पर गाड़ी लेने वाले ग्राहक को 47,900 रुपये का मासिक किराया देना होगा, जबकि 24 माह की अवधि में 44,900 रुपये और 36 माह के लिए 41,100 रुपये मासिक किराया देना होगा। -
मुंबई। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को पायलट आधार पर ऑफलाइन यानी बिना इंटरनेट के कार्ड और मोबाइल के जरिये खुदरा भुगतान योजना की घोषणा की। इस पहल का मकसद उन जगहों पर भी डिजिटल लेन-देन के लिये ग्राहकों को प्रोत्साहित करना है, जहां इंटरनेट कनेक्टविवटी कमी है। रिजर्व बैंक ने विकासात्मक और नियामकीय नीतियों पर बयान में कहा, केंद्रीय बैंक इकाइयों को ऑफलाइन भुगतान समाधान विकसित करने के लिये प्रोत्साहित करता रहा है। इसीलिए पायलट योजना के तहत उपयोगकर्ताओं के हितों, देनदारी सुरक्षा आदि का ध्यान रखते हुए ऑफलाइन माध्यम से अंतर्निहित सुविधाओं के साथ छोटी राशि के भुगतान की अनुमति देने का प्रस्ताव है। इसमें कहा गया है कि इस संदर्भ में जल्दी ही निर्देश जारी किये जाएंगे।
- नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर 4 प्रतिशत बनाए रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि विकास को बनाए रखने और कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए बैंक, मौद्रिक नीति में फेर-बदल जारी रखेगा।आज मौद्रिक समिति की तीन दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मार्जिनल स्टेंडिंग फेसेलिटी दर और बैंक दर 4.25 प्रतिशत पर बनी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि रिवर्स रेपो दर भी 3.35 पर बनी रहेगी। श्री दास ने कहा कि मौद्रिक समिति का आकलन है कि वैश्विक आर्थिक गतिविधि नाजुक बनी हुई है। समिति का यह भी मानना है कि इस वर्ष जुलाई में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में कोविड-19 संक्रमणों में नए सिरे से वृद्धि ने अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार के उन शुरुआती संकेतों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है, जो मई और जून में दिखाई दिए थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि उपभोक्ता सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर जो मार्च 2020 में 5.8 थी, वह जून में अंतरिम अनुमानों के अनुसार छह दशमलव एक प्रतिशत हो गई थी।---
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नयी दिल्ली। मल्टीप्लेक्स श्रृंखला का परिचालन करने वाली कंपनी आईनॉक्स लेजर लिमिटेड ने बुधवार को बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण सिनेमा हॉल में फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक के चलते जून 2020 तिमाही के दौरान उसे 73.64 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा हुआ। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि अप्रैल-जून 2019 में उसे 27.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। आईनॉक्स लेजर ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय 99.94 प्रतिशत घटकर 0.25 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 493.01 करोड़ रुपये थी। -
नयी दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन अजय त्यागी के कार्यकाल को बुधवार को 18 महीने बढ़ा कर फरवरी, 2022 तक कर दिया गया। कार्मिक मंत्रालय के आदेश में यह कहा गया है। त्यागी को यह दूसरा सेवा विस्तार मिला है। उन्हें सेवा विस्तार ऐसे समय दिया गया है जब कोविड-19 संकट के कारण अर्थव्यवस्था और पूंजी बाजार प्रभावित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने त्यागी का कार्यकाल 18 महीने के लिये बढ़ाये जाने को मंजूरी दे दी। उनका कार्यकाल एक सितंबर 2020 से 28 फरवरी 2022 तक के लिये बढ़ाया गया है। त्यागी हिमाचल प्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी (सेवानिवृत्त) हैं। उन्हें तीन साल के लिये एक मार्च 2017 में सेबी चेयरमैन नियुक्त किया गया था। उन्हें इस साल मार्च में छह महीने अगस्त तक के लिये सेवा विस्तार दिया गया था। बाजार नियामक के प्रमुख बनने से पहले त्यागी वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव थे। उस समय उनके पास पूंजी बाजार, निवेश, बुनियादी ढांचा और मुद्रा जैसे विभागों की जिम्मेदारी थी। त्यागी ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने हार्वर्ड विश्विविद्यालय से लोग प्रशासन में मास्टर डिग्री हासिल की है।
- नई दिल्ली। भारत ने मालदीव इंडस्ट्रियल फिशिरीज़ कम्पनी - एम आई एफ सी ओ में मत्स्य पालन सुविधाओं के विस्तार के लिए मालदीव सरकार को एक करोड़ 80 लाख अमरीकी डॉलर का ऋण दिया है। इस परियोजना में मछलियों को जमा करने और उनके भंडारण की सुविधाओं और टूना मछली पकाने तथा मछली के चारे की तैयारी के लिए संयंत्रों की स्थापना में इस राशि का इस्तेमाल किया जाएगा। ये ऋण, भारत सरकार द्वारा 80 करोड़ अमरीकी डॉलर ऋण की पेशकाश का एक हिस्सा है।इस ऋण को 20 साल में अदा करना है जिसमें पांच वर्ष के लिए छूट भी दी जाएगी। माले में भारतीय उच्चायोग ने बताया है कि मालदीव के लोगों के जीवन में मछली का बहुत महत्व है और इसके निर्यात के माध्यम से देश की आर्थिक व्यवस्था भी ठीक रहती है। इस परियोजना से मालदीव वासियों को लाभ पहुंचेगा। नए बाजार मिलेंगे। मछली पकडऩे और उनके भंडारण की क्षमता बढ़ेगी और ये आमदनी का एक स्त्रोत भी होगा। उच्चायोग का कहना है कि इस परियोजना से भारत और मालदीव की पुरानी मित्रता और भागीदारी और सशक्त होगी।----
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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने कहा कि उसने एस-क्रॉस मॉडल के पेट्रोल इंजन संस्करण की पेशकश की है। इसकी दिल्ली में शोरूम कीमत 8.39 लाख रुपये से 12.39 लाख रुपये के बीच है।
एस-क्रॉस अभी तक केवल डीजल इंजन में उपलब्ध था, अब 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध होगा। इसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक? ट्रांसमिशन का विकल्प मिलेगा। एस-क्रॉस पेट्रोल के मैनुअल संस्करण की शोरूम कीमत 8.39 लाख रुपये से 11.15 लाख रुपये के बीच है, जबकि 4-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रिम्स की कीमत 10.83 लाख रुपये से 12.39 लाख रुपये के बीच है। एमएसआई के एमडी और सीईओ केनिची अयुकावा ने संवाददाताओं से कहा, ''उन्नत स्मार्ट हाइब्रिट तकनीक के साथ 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन वाले नए एस-क्रॉस को पेश करने की मुझे खुशी है।'' उन्होंने कहा कि कंपनी के शोध में पता चला है कि उपभोक्ता ऑटोमैटिक संस्करण को तरजीह दे रहे हैं, इसलिए नए एस-क्रॉस को भी ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ पेश किया जा रहा है।-- -
नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों और युवाओं को सहकारिता का लाभ उठाने को प्रोत्साहित करने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के यूट्यूब चैनल, सहकार कोपट्यूब एनसीडीसी इंडिया की शुरुआत की। उन्होंने हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में 18 राज्यों के लिए सहकारी समितियों के गठन और पंजीकरण के बारे में वीडियो भी जारी किए। वीडियो नए चैनल पर प्रसारित किए जाएंगे। तोमर ने इसे जारी करने के बाद कहा, सहकारिता हमारी संस्कृति का हिस्सा है। इस चैनल के माध्यम से हमारा प्रयास सहकारी आंदोलन में युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई सहकारी समितियों का गठन सहकारी आंदोलन के दायरे में नए जीवन और समर्पण लाने की एक शर्त है। उन्होंने एक बयान में कहा, 18 राज्यों को अपने दायरे में लेने वाली विभिन्न भाषाओं में मार्गदर्शन वीडियो 10,000 किसान-उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को बढ़ावा देने और बनाने के लिए हमारी सरकार की प्रमुख पहल को मजबूत और गहरा करेगा। तोमर ने कहा कि सहकारी प्रारूप में एफपीओ के निर्माण में एनसीडीसी की प्रमुख भूमिका है, उन्होंने कहा कि समय के साथ यूट्यूब पर सहकार कॉपट्यूब एनसीडीसी इंडिया चैनल पर मार्गदर्शन वीडियो के संग्रह में आने वाले समय में और अधिक राज्यों को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि एनसीडीसी ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत एक शीर्ष-स्तरीय वैधानिक संस्था के रूप में सहकारी समितियों को 1,54,000 करोड़ रुपये की संचयी वित्तीय सहायता के साथ जबरदस्त सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1963 में 2.36 करोड़ रुपये के संवितरण के साथ शुरुआत करने के बाद एनसीडीसी ने वर्ष 2019-20 के दौरान लगभग 28,000 करोड़ रुपये का वितरण किया है। सरकार के अनुसार, भारत में सहकारी समितियों ने एक लंबा सफर तय किया है और किसानों की दशा सुधारने और आर्थिक विकास में अपनी सफलता साबित की है। मोटे तौर पर छोटे और सीमांत किसानों और ग्रामीण गरीबों के संघों के रूप में, सहकारी समितियों ने 8.50 लाख से अधिक संगठनों और 29 करोड़ सदस्यों का एक बड़ा नेटवर्क हासिल कर लिया है। सहकारी समितियों ने कृषि और संबद्ध क्षेत्र में जोखिम को कम करने में किसानों का समर्थन किया है और शोषण के खिलाफ ढाल के रूप में कार्य किया है। -
नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि बैंकों ने एमएसएमई क्षेत्र के लिए तीन लाख करोड़ रुपये की आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत लगभग 1,37,586 करोड़ रुपए के कर्ज मंजूर किए हैं। कोविड-19 महामारी के चलते आई आर्थिक मंदी के दौरान एमएसएमई क्षेत्र की मदद के लिए सरकार की तरफ से इस योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को तीन अगस्त तक 92,090.24 करोड़ रुपये का कर्ज वितरित भी किया जा चुका है। यह योजना सरकार द्वारा कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए घोषित 20.97 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एक अहम हिस्सा है। वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा, तीन अगस्त 2020 तक, 100 प्रतिशत आपातकालीन ऋण गारंटी योजना के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी बैंकों द्वारा कुल 1,37,586.54 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए है, जिसमें से 92,090.24 करोड़ रुपये वितरित भी किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस आपात रिण सुविधा गारंटी योजना के तहत तीन अगस्त तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा स्वीकृत ऋण राशि 72,820.26 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 52,013.73 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं। निजी क्षेत्र के बैंकों ने तीन अगस्त तक 64,766 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी गई जिसमें से 40,076 करोड़ रुपये की राशि वितरित कर दी गई। इससे पहले सरकार ने बीते शनिवार को इस योजना के दायरे को बढ़ाते हुए इसके दायरे में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए चिकित्सकों, वकीलों और चार्टर्ड एकाउंटेंट जैसे पेशेवरों को दिए व्यक्तिगत ऋणों को इसमें शामिल किया है। योजना के तहत अब 250 करोड़ रुपये कारोबार करने वाली कंपनियां भी आयेंगी।
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और सामान्य कारोबारी गतिविधियों में पेश आ रही दिक्कतों को देखते हुए बीमा नियामक इरडा ने जीवन बीमा कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से बीमा पॉलिसी यानी ई-पॉलिसी जारी करने की मंगलवार को अनुमति दे दी। भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने एक परिपत्र जारी कर जीवन बीमा कंपनियों को पॉलिसी दस्तावेज को प्रकाशित कर बीमाधारक के पास भेजने के नियम से छूट प्रदान कर दी। हालांकि, यह छूट सशर्त दी गयी है। इरडा ने कहा कि यह छूट 2020-21 के दौरान जारी की जाने वाली सभी बीमा पॉलिसियों के लिए मान्य रहेगी। विभिन्न बीमा कंपनियों के ग्राहकों तक पॉलिसी भेजने में आ रही दिक्कतों को लेकर चिंता व्यक्त करने के बाद इरडा ने यह निर्णय किया है। कंपनियों को ई-पॉलिसी को देखने-समझने के लिए ग्राहक को 30 दिन का समय देना होगा। साथ ही ग्राहकों से ई-पॉलिसी लेने को लेकर सहमति हासिल करनी होगी। यदि ग्राहक उसके बाद भी हार्ड कॉपी या दस्तावेज की मांग करता है तो कंपनियों को उसे वह भेजना होगा।
- नई दिल्ली। मासिक स्तर पर एनटीपीसी समूह का बिजली उत्पादन जून 2020 के 23.5 बिलियन यूनिट की तुलना में जुलाई महीने में 13.3 प्रतिशत की जोरदार बढ़त के साथ 26.73 बिलियन यूनिट हो गया।एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा जारी बयान के अनुसार उसकी कोयला संचालित बिजली इकाइयों ने जुलाई 2019 के 20.74 बिलियन यूनिट की तुलना में जुलाई 2020 में 21.89 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन कर वार्षिक आधार 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। छत्तीसगढ़ के कोरबा में स्थित एनटीपीसी की इकाई (2600 मेगावाट) ने जुलाई 2020 के दौरान अपनी अधिकतम क्षमता का 100 प्रतिशत औसत उत्पादन हासिल किया।62 हजार 910 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ एनटीपीसी समूह के पास 24 कोयला, 7 गैस / तरल ईंधन, 1 हाइड्रो और 13 नवीकरणीय उूर्जा से संचालित स्टेशनों के अलावा 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन हैं। कुल मिलाकर इनकी संख्या 70 है।---
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नई दिल्ली। एनटीपीसी के मध्यप्रदेश के खरगौन स्थित बिजली संयंत्र की सुरक्षा कमान मंगलवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अपने हाथ में ले ली। देश के इस पहले अल्ट्रा सुपर तापीय विद्युत संयंत्र की सुरक्षा में सीआईएसएफ के 130 सशस्त्र जवान तैनात किए गए हैं। राज्य की राजधानी भोपाल से करीब 320 किलोमीटर दूर सेल्दा गांव में स्थित इस संयंत्र को सीआईएसएफ की ओर से आतंकी गतिविधियों से निपटने में सक्षम सुरक्षा प्रदान की जायेगी। एनटीपीसी के इस संयंत्र ने पिछले साल अगस्त में ही काम करना शुरू किया है। सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, सीआईएसएफ के 130 जवानों की टुकड़ी को संयंत्र की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। डिप्टी कमांडेंट स्तर का एक अधिकारी इनकी कमान सभालेगा। सुरक्षा अपने हाथ में लेने की औपचारिकता मंगलवार को संयंत्र पर पूरी की गयी। एनटीपीसी के मुताबिक यह देश का पहला अल्ट्रा सुपर तापीय विद्युत संयंत्र है। इसकी क्षमता 660 मेगावाट है। संयंत्र 41.5 प्रतिशत की परिचालन क्षमता पर काम करता है जो परंपरागत सुपर क्रिटीकल संयंत्रों की तुलना में 3.3 प्रतिशत अधिक है। मध्यप्रदेश में यह पांचवा बिजली संयंत्र है जिसकी सुरक्षा सीआईएसएफ के सुपुर्द की गई है।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि शत प्रतिशत आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना- ई सी एल जी के तहत सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों ने कल तक 92 हजार करोड़ रूपए से अधिक के ऋण वितरित किए।सरकार ने कुल एक लाख 37 हजार 586 करोड़ रूपए मंजूर किए हैं। यह योजना 23 मार्च से 31 अक्टूबर 2020 की अवधि या तीन लाख करोड़ रूपए की स्वीकृत राशि के खत्म होने तक ई सी एल जी के तहत स्वीकृत सभी ऋणों पर लागू होगी। कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण आर्थिक संकट को कम करने तथा सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यमों को अतिरिक्?त ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस स्कीम की घोषणा की गई थी। इसका उद्देश्य उद्यमियों को अपनी देनदारियां पूरी करने और कारोबार को फिर से शुरू करने में मदद करना भी है।---