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- नयी दिल्ली । मुल्तानी फार्मास्युटिकल्स के अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (पीएचडीसीसीआई) के नए अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है। पीएचडी चैंबर ने सोमवार को यह जानकारी दी। उद्योग मंडल ने कहा कि मुल्तानी को आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा क्षेत्र में 40 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने पैरामाउंट केबल्स समूह के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय अग्रवाल का स्थान लिया है। पीएचडी चैंबर के अनुसार पीजी इंडस्ट्री लिमिटेड के प्रबंध निदेशक साकेत डालमिया को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एमएमजी ग्रुप के चेयरमैन संजीव अग्रवाल को उपाध्यक्ष चुना गया है।
- नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने सोमवार को अपनी सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी पंच के अनावरण के साथ देश में अपनी उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया। कंपनी 20 अक्टूबर को यह मॉडल पेश करने की योजना बना रही है, और 21,000 रुपये के साथ देश भर में उसकी वेबसाइट और बिक्री नेटवर्क पर बुकिंग शुरू कर दी गयी है।
पंच 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ मैनुअल और स्वचालित ट्रांसमिशन दोनों ही विकल्पों में मिलेगी। पंच कार एसयूवी वाली विशेषताओं के साथ आती है जैसे लंबी सीटिंग, हाई ग्राउंड क्लीयरेंस, 370 मिमी वाटर वेडिंग क्षमता आदि। टाटा मोटर्स के यात्री वाहन कारोबार इकाई के उपाध्यक्ष (बिक्री, विपणन एवं ग्राहक सेवा) राजन अंबा ने कहा, "जैसा कि हमने बीते कुछ वर्षों में देखा है, आज एसयूवी का मतलब केवल आकार से नहीं है बल्कि रवैये एवं अभिव्यक्ति से है। लोग अपेक्षाकृत ज्यादा चौड़ाई के साथ एक छोटी एसयूवी या सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी तलाश रहे हैं। पंच को ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।"
प्री-बुकिंग में खास बात ये है कि अगर आपका प्लान बदल रहा है तो आप इस बुकिंग को कैंसिल करा सकते हैं और कंपनी आपका पूरा पैसा वापस कर देगी। Tata Punch Micro टाटा मोटर्स की पहली एसयूवी होगी, जो ALFA आर्किटेक्चर (Agile Light Flexible Advanced Architecture) पर तैयार की गई है । कार में एलईडी डीआरएल के साथ प्रोजेक्टर हेडलैंप, एलईडी टेललैंप और बेहतरीन लुक वाले बीफी बंपर दिया हुआ है।. इसमें आपको अंडरबॉडी और साइड क्लैडिंग, फॉक्स रूफ रेल और स्पोर्टी अलॉय व्हील जैसे फीचर्स मिलेंगे।.इंजन के बारे में दावा किया जा रहा है कि कार का इंजन भी दमदार होगा। कीमत की बात करें तो कंपनी ने अभी कीमतों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन बताया जा रहा है कि कार की कीमत आम आदमी के बजट में ध्यान रखते हुए निर्धारित की जाएगी।
- नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 37 रुपये की गिरावट के साथ 45 हजार 539 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45 हजार 576 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 137 रुपये की हानि के साथ 59 हजार 203 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 59 हजार 340 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हानि के साथ 1,753 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 22.42 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''जिंस बाजार में सोमवार को सोने की हाजिर कीमत 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,753 डॉलर प्रति औंस रह गयी।
- मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर सोमवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 534 अंक उछलकर बंद हुआ। निवेशकों की ऊर्जा, वित्त और आईटी शेयरों की लिवाली से बाजार में जोरदार तेजी आयी।कारोबारियों के अनुसार बाजार ने वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख और रुपये की विनिमय दर में गिरावट को तरजीह नहीं दी। निवेशकों की नजर कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणाम और आर्थिक गतिविधियों में तेजी पर है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 533.74 अंक यानी 0.91 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,299.32 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 159.20 अंक यानी 0.91 प्रतिशत उछलकर 17,691.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 4.08 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एनटीपीसी रहा। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, डॉ. रेड्डीज और टाटा स्टील में भी मुख्य रूप से तेजी रही।दूसरी तरफ, सेंसेक्स में शामिल शेयरों में केवल छह... बजाज ऑटो, एचयूएल, नेस्ले इंडिया, कोटक बैंक, टाइटन और पावरग्रिड 0.75 प्रतिशत तक नुकसान में रहें। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''पिछले सप्ताह गिरावट के बाद वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल रुख के बावजूद बाजार में फिर से तेजी लौटी। इसका कारण आर्थिक गतिविधियों में तेजी के साथ कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणाम बेहतर रहने की उम्मीद है। महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव उतना व्यापक नहीं रहा और त्योहारों के दौरान बेहतर परिदृश्य की संभावना से भी बाजार में तेजी लौटी।'' उन्होंने कहा, ''तिमाही परिणाम से पहले आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गयी थी। इन कंपनियों के तिमाही परिणाम आने शुरू होने से पहले, इनमें हल्की तेजी देखी गयी। परिणाम मजबूत परिदृश्य के अनुकूल रहें तो यह यह एक अवसर हो सकता है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर भी बाजार की नजर है जो नीतिगत दर में बदलाव की उम्मीद नहीं कर रहा है।''एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ''कंपनियों के दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम की घोषणा का समय करीब आने के साथ धातु और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की अगुवाई में बाजार में तेजी लौटी। छोटी एवं मझोली कंपनियों (स्मॉल और मिडकैप) के शेयरों में सकारात्मक रुख रहा। उन्होंने कहा कि कुछ औषधि कंपनियों और विशेष रसायन वाली कंपनियों के शेयरों में अच्छी लिवाली देखी गयी। वैश्विक स्तर पर बाजार में मुद्रास्फीति चिंता और चीन की प्रमुख कंपनी एवरग्रांड के कर्ज संकट से दबाव रहा। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, टोक्यो भारी नुकसान में बंद हुए जबकि शंघाई और सोल अवकाश के कारण बंद रहें। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में स्थिर रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.13 प्रतिशत घटकर 79.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 19 पैसे टूटकर 74.31 पर पहुंच गयी।
- नई दिल्ली। रोल्स-रॉयस ने आधिकारिक तौर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की दुनिया में एंट्री कर ली है। कंपनी ने अपनी पहली ऑल-इलेक्ट्रिक लग्जरी कार Rolls-Rouce Spectre की एक टीजर तस्वीर जारी की और इसकी पहली झलक दिखाई है। रोल्स-रॉयस मोटर कार्स के सीईओ टॉस्टन मुलर-ओटवोस ने सोशल मीडिया लिंक्डइन पर इसकी घोषणा की।कंपनी ने फिलहाल रोल्स-रॉयस स्पेक्टर इलेक्ट्रिक कार के बारे में किसी टेक्निकल डिटेल्स का खुलासा नहीं किया है। लेकिन इलेक्ट्रिक लग्जरी वाहनों के एक विशेष क्लब में इसकी एक मजबूत पहचान दर्ज किए जाने की संभावना है। यह कंपनी अपनी कारों के जरिए दुनिया भर के अमीर और मशहूर हस्तियों की जरूरतों को पूरा करती है।रिपोर्ट के मुताबिक Rolls-Rouce Spectre साल 2023 तक चुनिंदा बाजारों में लॉन्च की जा सकती है। बता दें कि रोल्स-रॉयस ने साल 2011 में फैंटम पर आधारित पहली इलेक्ट्रिक कॉन्सेप्ट पेश किया था। 2016 में, रोल्स-रॉयस ने विजन नेक्स्ट 100 नामक एक कॉन्सेप्ट कार प्रदर्शित किया था, जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक थी और यह ऑटोनॉमस फीचर्स से लैस थी।इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दुनिया में एक बड़े एंट्री की योजना के साथ, रोल्स-रॉयस स्पेक्टर ई-कार लगभग 115 वर्षीय ब्रिटिश ऑटोमोबाइल दिग्गज के लिए एक नए युग की शुरुआत करने में केंद्रीय भूमिका निभाएगा। मुलर-ओटवोस ने कहा, "मैंने रिकॉर्ड पर एक सार्वजनिक वादा किया था कि हम मौजूदा दशक के भीतर पहली पूरी तरह से इलेक्ट्रिक रोल्स-रॉयस को बाजार में लाएंगे। और, अभी, हमारी कंपनी अपने प्रकार की पहली, सुपर-लक्जरी कार बनाने के लिए एक ऐतिहासिक उपक्रम शुरू कर रही है।"उन्होंने कहा, "इस नए उत्पाद के साथ हमने 2030 तक अपने पूरे उत्पाद पोर्टफोलियो के फुल इलेक्ट्रिफिकेशन का मन बनाया है। तब, रोल्स-रॉयस किसी भी इंटनल कम्बशन इंजन वाले उत्पादन बनाने या बेचने के व्यवसाय में नहीं होगा।" मुलर-ओटवोस ने इस बात पर खास रौशनी डाली कि क्यों रोल्स-रॉयस इलेक्ट्रिक वाहनों की पेशकश करने के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा, "हम एक बड़े लाभ के साथ इस साहसिक नए भविष्य की शुरुआत कर रहे हैं। किसी भी अन्य ऑटोमोटिव ब्रांड की तुलना में, इलेक्ट्रिक ड्राइव रोल्स-रॉयस की मोटर कारों के लिए ज्यादा विशिष्ट और पूरी तरह से अनुकूल है। यह बिना आवाज के, बेहतर तरीके से तुरंत टॉर्क जेनरेट करता है, जबरदस्त पावर पैदा करता है। रोल्स-रॉयस में हम इसे 'वेफ्टेबिलिटी' कहते हैं"।
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नयी दिल्ली। ''ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट और अमेजन इंडिया ने रविवार को कहा कि इस साल उनकी त्योहारी बिक्री की मजबूत शुरुआत हुई है और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों की मांग में खासतौर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने रविवार को कहा कि उसके ‘फ्लिपकार्ट प्लस' कार्यक्रम (लॉयल्टी प्रोग्राम) के लिए पिछले साल की तुलना में इस साल 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि ग्राहकों की लगभग 45 प्रतिशत मांग टियर-3 शहरों और उससे बाद के शहरों से है। एक अलग बयान में अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष मनीष तिवारी ने कहा कि ‘अमेजन डॉट इन' पर सालाना आधार पर सर्वाधिक एकल दिवस बिक्री हासिल करने वाले विक्रेताओं की संख्या में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि हमारे महीने भर चलने वाले उत्सव ‘अमेजन ग्रेट इंडियन फेस्टिवल 2021' की मजबूत शुरुआत हुई है, जिसमें लाखों ग्राहक अमेजन पर पंजीकृत छोटे विक्रेताओं से खरीदारी कर रहे हैं। इन दुकानदारों में स्थानीय दुकानें, स्टार्ट-अप और ब्रांड, कारीगर और बुनकर शामिल हैं। तिवारी ने कहा, ‘‘दो अक्टूबर को प्राइम ग्राहकों के लिए शीघ्र पहुंच के दौरान पिछले साल की तुलना में इस साल आयोजन में शामिल होने वाले स्थानीय दुकानदारों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई।'' उन्होंने कहा कि प्राइम सब्सक्रिप्शन पूरे भारत में ग्राहकों की पसंद बना हुआ है, तीन में से दो नए प्राइम ग्राहक टियर-2 और टियर-3 शहरों से आते हैं। फ्लिपकार्ट की द बिग बिलियन डेज (टीबीबीडी) बिक्री आठ दिनों तक चलने वाला आयोजन है, जो 10 अक्टूबर को खत्म होगा, वहीं अमेजन इंडिया का जीआईएफ एक महीने तक चलेगा। इसके अलावा मिंत्रा, स्नैपडील और अन्य ई-कॉमर्स मंच भी इसी तरह के बिक्री आयोजित कर रहे हैं।फ्लिपकार्ट ने अपने बयान में कहा कि उसके टीबीबीडी के आठवें संस्करण की शुरुआत सकारात्मक रही।
बयान में कहा गया, ‘‘फ्लिपकार्ट प्लस के जरिए ग्राहकों के लिए शुरुआती पहुंच में पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत वृद्धि देखी गई। दिलचस्प बात यह है कि ग्राहकों की लगभग 45 प्रतिशत मांग टियर-3 शहरों से आ रही है। - नयी दिल्ली। देश के आठ प्रमुख शहरों में जनवरी-जून, 2021 के दौरान 1.4 करोड़ वर्गफुट औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स स्थल पट्टे या लीज पर दिया गया। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पिछले कैलेंडर साल 2020 की दूसरी छमाही की तुलना में यह आंकड़ा 13 प्रतिशत अधिक है। सीबीआरई, दक्षिण एशिया ने इंडिया इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स मार्केट मॉनिटर (सीबीआरई) रिपोर्ट में कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही में नयी आपूर्ति पांच प्रतिशत बढ़कर 1.1 करोड़ वर्ग फुट हो गई। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘किराये पर दिया जाने वाला औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पहली छमाही में 13 प्रतिशत बढ़कर 1.4 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गया। छमाही आधार पर इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।'' रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में पट्टे पर दी जाने वाली जगह के मामले सबसे अधिक गतिविधियां हुईं और इन दो शहरों का पहली छमाही में हुई कुल गतिविधियों में पचास प्रतिशत हिस्सा रहा। इस साल की पहली छमाही के दौरान किराये पर दी वाली जगह के मामले में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी 50 हजार वर्गफुट से अधिक क्षेत्रफल वाले स्थानों की रही। इनका योगदान 62 प्रतिशत रहा। वही पहली छमाही के दौरान हुई कुल आपूर्ति में चेन्नई का योगदान सबसे अधिक लगभग एक-तिहाई रहा। दिल्ली-एनसीआर की 19 प्रतिशत और मुंबई की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। संपत्ति सलाहकार कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जनवरी-जून की अवधि के दौरान अहमदाबाद, हैदराबाद और चेन्नई में छमाही आधार पर किराये में दो से 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- नयी दिल्ली। दुनिया के सबसे अमीर उद्यमियों में से एक एलन मस्क की अगुवाई वाली सैटेलाइट कंपनी स्टारलिंक इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए देश के दस ग्रामीण लोकसभा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी इस संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों में बदलते जीवन में ब्रॉडबैंड इंटरनेट संपर्क के महत्व पर सांसदों, मंत्रियों और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत भी करेगी। स्पेसएक्स की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड इकाई का लक्ष्य सरकार की अनुमति से दो लाख सक्रिय टर्मिनलों के साथ दिसंबर, 2022 से भारत में ब्रॉडबैंड सेवा शुरू करने का है। भारत में स्टारलिंक के कंट्री निदेशक संजय भार्गव ने रविवार को कहा, ‘‘मैं अक्टूबर में सांसदों, मंत्रियों, सचिवों के साथ 30 मिनट की आभासी बातचीत करने का भी इच्छुक हूं। भारत को भेजे गए 80 प्रतिशत स्टारलिंक टर्मिनलों के लिए हम संभवत दस ग्रामीण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।'' इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि भारत से ऑर्डर की संख्या 5,000 को पार कर गई है और कंपनी ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने की इच्छुक है। कंपनी ग्राहकों से 99 डॉलर या 7,350 रुपये प्रति ग्राहक का शुल्क ले रही है। कंपनी ने ग्राहकों को 50 मेगाबिट से 150 मेगाबिट प्रति सेकंड की इंटरनेट गति प्रदान करने का वादा किया है।कंपनी की सेवाएं ब्रॉडबैंड में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगी और इसका भारती समूह समर्थित वनवेब से सीधा मुकाबला होगा।
- नई दिल्ली। जर्मनी की लक्जरी वाहन कंपनी ऑडी को उम्मीद है कि पूर्णतया नयी क्यू 5 एसयूवी भारत में उसकी वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस वाहन को अगले महीने पेश किया जाना है।कंपनी आगामी क्यू5 की बुकिंग अगले एकाध सप्ताह में शुरू करेगी। देश के भारत चरण-छह उत्सर्जन दौर में प्रवेश के बाद पिछले साल कंपनी ने अपनी लोकप्रिय एसयूवी क्यू3, क्यू5 और क्यू7 की बिक्री को बंद कर दिया था। इसके अलावा कंपनी ने भारत में इंजन विकल्पों की पेशकश को बंद कर दिया है।ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लो ने कहा, हमारी नवंबर में स्थानीय स्तर पर उत्पादित क्यू5 पेश करेंगे। हमें लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, हमारे कई ऊंची बिक्री वाले मॉडल क्यू श्रृंखला पूरी तरह उपलब्ध नहीं है, इसके बावजूद हम काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ढिल्लो ने कहा, अगले महीने क्यू5 को उतारे जाने के बाद हम अगले चरण की वृद्धि की ओर रुख करेंगे। मुझे भरोसा है कि हम देर-सवेर इसे हासिल करेंगे। हम भारत में जबसे हैं क्यू5 हमारे सफल मॉडलों में से हैं। ऑडी इंडिया अपने सिर्फ सालाना बिक्री के आंकड़ों को साझा करती है। कंपनी ने 2020 में 1,639 वाहन बेचे थे। 2021 के पहले आठ माह में कंपनी की बिक्री में पहले ही 115 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हो चुकी है। ढिल्लो ने कहा कि इस साल हम बिक्री में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि क्यू5 और बाद में अन्य मॉडलों के जरिये हम बिक्री को और बढ़ा सकेंगे।
- नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रविवार को फिर वृद्धि हुई। इससे देशभर में वाहन ईंधन के दाम नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। हालांकि, शीर्ष सरकारी अधिकारियों का कहना है कि पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने उपभोक्ताओं को राहत के लिए कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का पूरा बोझ उनपर नहीं डाला है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल और गैस के दाम तीन साल के उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि भारत में ब्रिटेन जैसी स्थिति नहीं बनने दी गई है जहां पेट्रोल पंपों पर ईंधन की कमी की वजह से लंबी कतारें लगी हैं। पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, रविवार को लगातार तीसरे दिन पेट्रोल का दाम 25 पैसे लीटर और बढ़ाया गया है। वहीं डीजल कीमतों में 30 पैसे प्रति लीटर की और वृद्धि हुई है। इससे दिल्ली में पेट्रोल 102.39 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया है। मुंबई में यह 108.43 रुपये प्रति लीटर है।दिल्ली में डीजल भी 90.77 रुपये प्रति लीटर की नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। मुंबई में डीजल 98.48 रुपये प्रति लीटर है। स्थानीय करों की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन कीमतों में भिन्नता होती है।पेट्रोलियम सचिव तरुण कपूर ने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियां लागत के साथ खुदरा दरों के तालमेल के लिए खुद निर्णय ले रही हैं। लेकिन साथ ही वे सुनिश्चित कर रही हैं कि बाजार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव की स्थिति नहीं बने। उन्होंने कहा, हमारी स्थिति पर निगाह है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वैश्विक उतार-चढ़ाव का यहां प्रभाव सीमित रहे। पिछले कुछ दिन में भारत द्वारा आयातित कच्चे तेल का औसत दाम करीब तीन साल के उच्चस्तर 76.71 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में अचानक आई तेजी और वैश्विक स्तर पर उत्पादन में बाधा से खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी हो गई है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई कीमतों में बढ़ोतरी का पूरा बोझ उपभोक्ता पर नहीं डाला गया है। उन्होंने कहा, एलपीजी दरों पर गौर करें। एक महीने में इसकी कीमत 665 डॉलर से 797 डॉलर हो गई है, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने इसका पूरा बोझ ग्राहकों पर नहीं डाला है। एक सप्ताह से कम समय में पेट्रोल कीमतों में यह पांचवीं वृद्धि है। इससे देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है।इसी तरह 10 दिन में डीजल के दाम आठ बार बढ़ाए गए हैं। इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के कई शहरों में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक के दाम पर बिक रहा है।सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों....इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर से वाहन ईंधन कीमतों में फिर से संशोधन का सिलसिला शुरू किया है। 24 सितंबर से आठ बार में डीजल 2.15 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है। वहीं इस सप्ताह पांच किस्तों में पेट्रोल के दाम 1.25 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं। जुलाई और अगस्त में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 65 पैसे प्रति लीटर और डीजल 1.25 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ था।
- नयी दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शनिवार को फिर वृद्धि हुई। इससे देश में वाहन ईंधन के दाम नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, शनिवार को पेट्रोल का दाम 25 पैसे लीटर और बढ़ाया गया है। वहीं डीजल कीमतों में 30 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। इससे दिल्ली में पेट्रोल 102.14 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया है। मुंबई में यह 108.19 रुपये प्रति लीटर है। दिल्ली में डीजल भी 90.47 रुपये प्रति लीटर की नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। मुंबई में डीजल 98.16 रुपये प्रति लीटर है। स्थानीय करों की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन कीमतों में भिन्नता होती है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने की वजह से देश में वाहन ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ दिन में भारत द्वारा आयातित कच्चे तेल का औसत दाम 78 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इस सप्ताह पेट्रोल कीमतों में चौथी बार बढ़ोतरी हुई है। इसे देश के कई प्रमुख शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है। इसी तरह नौ दिन में डीजल के दाम सात बार बढ़ाए गए हैं। इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के कई शहरों में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक के दाम पर बिक रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों....इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर से वाहन ईंधन कीमतों में फिर से संशोधन का सिलसिला शुरू किया है। 24 सितंबर से सात बार में डीजल 1.85 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल एक रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है। जुलाई और अगस्त में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 65 पैसे प्रति लीटर और डीजल 1.25 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ था।
- नयी दिल्ली। वाहन कंपनी होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लि. ने शनिवार को बताया कि सितंबर, 2021 में उसकी कुल बिक्री आठ प्रतिशत घटकर 4,82,756 इकाई रही। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इससे पिछले वर्ष के इसी महीने में उसकी कुल बिक्री 5,26,866 इकाई रही थी। वही सितंबर, 2021 में कंपनी की घरेलू बिक्री 4,63,679 इकाई रही, जो सितंबर, 2020 में 5,00,888 इकाई की थी। कंपनी ने पिछले साल सितंबर में 25,978 इकाइयों का निर्यात किया था। इस साल सितंबर में यह संख्या 19,077 इकाई की रही। कंपनी के इस प्रदर्शन पर होंडा मोटरसाइकल के खरीद एवं विपणन निदेशक यादविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, ‘‘हम हर गुजरते महीने के साथ ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देख रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन की वजह से आगामी महीने कंपनी के वृद्धि अनुमान की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे।
- भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की मांग में इजाफा हो रहा है। इसकी वजह पेट्रोल की आसमान छूती कीमतें तो हैं ही, साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषण भी नहीं फैलता। लेकिन दोपहिया वाहनों को सड़क पर चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) की जरूरत होती है। देश में ऐसे कई वाहन हैं जिन्हें बिना ड्राइविंग लाइसेंस, व्हीकल रजिस्ट्रेशन और बीमा के भी चलाया जा सकता है। आइये जानते हैं ऐसी बाइक्स के बारे में...Hero Electric Flash LXदेश की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक कई इलेक्ट्रिक वाहन पेश करती है। बता दें कि हीरो इलेक्ट्रिक का दोपहिया वाहन कंपनी हीरो मोटोकॉर्प से कोई संबंध नहीं है। इलेक्ट्रिक स्कूटर की बात करें तो हीरो इलेक्ट्रिक की फ्लैश एलएक्स ई-स्कटूर का बेहतर ऑप्शन है। इस ई-स्कूटर का टॉप स्पीड 25 किलोमीटर प्रतिघंटा है। स्कूटर फुल चार्जिंग पर 85 किमी तक की दूरी तय कर सकता है। इसकी बैटरी को फुल चार्ज करने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है। इसकी कीमत करीब 56 हजार 940 रुपये है।Lohia Oma Star Liलोहिया ऑटो की इलेक्ट्रिक स्कूटर ओमा स्टार ली एक आरामदायक सवारी और स्थिरता के लिए एर्गोनॉमिक्स सीटों और स्टाइलिश अलॉय व्हील्स से लैस है। इस ई-स्कूटर का टॉप स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घंटा है, लिहाजा इसे चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेजों की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें 250 डब्ल्यू का बीएलडीसी इलेक्ट्रिक मोटर और 20 एएच का बैटरी पैक मिलता है। कंपनी के मुताबिक यह ई-स्कूटर एक बार फुल चार्जिंग पर अधिकतम 60 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है। इसकी बैटरी को 3 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। इसमें ड्रम ब्रेक के साथ हाइड्रोलिक टेलेस्कोपिक सस्पेंशन मिलता है। इसकी कीमत तकरीबन 51,750 रुपये है।Okinawa Liteओकिनावा लाइट इलेक्ट्रिक स्कूटर को काफी आकर्षक डिजाइन के साथ पेश किया जाता है। इस ई-स्कूटर का टॉप स्पीड 25 किमी प्रति घंटा है। इस स्कूटर में 250 डब्ल्यू इलेक्ट्रिक मोटर और 1.25 एएच डिटेचेबल लिथियम-आयन बैटरी मिलता है। इस ई-स्कूटर को एक बार फुल चार्ज करने पर 60 किमी तक की दूरी तय की जा सकती है। ओकिनावा लाइट को फुल चार्ज होने में 4-5 घंटे तक का समय लगता है। इसकी कीमत करीब 64 हजार 110 रुपये है।Detel Easy Plusसबसे किफायती इलेक्ट्रिक स्कूटरों में यह सबसे सस्ती है। डिटेल ने हाल ही में किफायती इलेक्ट्रिक मोपेड इजी प्लस को लॉन्च किया था। इस इलेक्ट्रिक मोपेड को खरीदने के इच्छुक ग्राहक इसे कंपनी के आधिकारिक वेबसाइट के जरिए 1,999 रुपये की टोकन राशि का भुगतान कर बुक कर सकते हैं। इसमें 48 वी और 20 एएच का बैटरी पैक मिलता है। बैटरी को सीट के नीचे लगाया गया है। कंपनी का कहना है कि इस इलेक्ट्रिक मोपेड में सबसे बेहतर 170 एमएम का ग्राउंड क्लीयरेंस मिलता है। कंपनी का दावा है कि यह वाहन फुल चार्जिंग पर 60 किमी तक की दूरी तय कर सकता है। इसकी कीमत करीब 39 हजार 999 रुपये है।Ampere Reo Eliteएम्पीयर व्हीकल्स मूल रूप से ग्रीव्स का ब्रांड है और कंपनी घरेलू बाजार में काफी समय से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री कर रही है। कंपनी ने हाल ही में रियो एलीट को लॉन्च किया था। एम्पीयर रियो एलीट एक पारंपरिक लुक वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर है। इसमें एक एप्रन माउंटेड हेडलैंप है जो होंडा डियो की तरह दिखता है। इसमें प्रीमियम लुक वाला एलईडी हेडलैंप, टेललाइट, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल, फ्रंट एप्रन पॉकेट और यूएसबी चार्जिंग पोर्ट मिलता है। ई-स्कूटर लीड-एसिड और लिथियम-आयन बैटरी कॉन्फिगरेशन दोनों में उपलब्ध है। लिथियम-आयन बैटरी पैक से लैस वेरिएंट फुल चार्जिंग पर 60 किमी तक चलता है। इसकी बैटरी को फुल चार्ज होने में 8 से 10 घंटे तक का समय लगता है। कंपनी इसकी बैटरी पर 1 साल की वारंटी देती है। यह स्कूटर 4 कलर ऑप्शंस के साथ आता है, जिसमें ग्लॉसी ब्लैक, ग्लॉसी व्हाइट, ग्लॉसी रेड, ग्लॉसी ब्लू रंग शामिल हैं। इसकी कीमत करीब 43 हजार रुपये है।
- नई दिल्ली। भारत में सबसे ज्यादा कारें बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी जल्द ही भारत में अपने कई पॉपुलर कारों के नेक्स्ट जेनरेशन मॉडल पेश करने वाली हैं, जिनमें मिनी हैचबैक, नेक्स्ट मारुति सुजुकी ऑल्टो के साथ ही न्यू जनरेशन मारुति सिलेरियो भी है। अब मीडिया रिपोट्र्स में खबर आ रही है कि नई मारुति सिलेरियो को भारत में फेस्टिवल सीजन में लॉन्च किया जा सकता है और लॉन्च डेट संभवत: 10 नवंबर है। बेहतर लुक और फीचर्स वाली इस नेक्स्ट जेनरेशन हैचबैक कार का लोगों को लंबे समय से इंतजार है।न्यू जेन मारुति सिलेरियो की हाल ही में ऑफिशल टीवीसी शूट के दौरान झलक दिखी है। खबर है कि सिलेरियो में बेहतर डिजाइन तो दिखेंगे ही, साथ ही यह साइज में भी बड़ी होगी और इसमें केबिन स्पेस भी ज्यादा होगा। माना जा रहा है कि यह मारुति बलेनो से काफी इंस्पायर्ड हो सकती है। न्यू सिलेरियो को हार्टटेक प्लैटफॉर्म पर डिवेलप किया जाएगा, जिसपर एस- प्रेसो और वेगेनॉर जैसी कारें बनी हैं। इसमें हनीकंब पैटर्न में नई ओवल ग्रिल, क्रोम स्लैट, बड़ा हेडलैंप, नया बंपर, बड़ा फॉगलैंप, नया टेललैंप दिखेंगे।ज्यादातर संभावना है कि नई सिलेरियो का सीएनजी वेरिएंट भी लॉन्च हो। वहीं फीचर्स की बात करें तो अपकमिंग सिलेरियो में डैशबोर्ड में इंटिग्रेटेड 7 इंच का टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम होगा, जो कि एप्पल कार प्ले और एंड्रॉइड ऑटो सपोर्ट वाला होगा। इसमें मल्टी फंक्शनल स्टीयरिंग व्हील्ज के साथ ही नई अपहॉल्स्ट्री भी देखने को मिलेगी।इस समय मारुति सिलेरियो की कीमत 4 लाख 66 हजार रुपए से शुरू होकर 6 लाख तक जाती है।
- नई दिल्ली। शुक्रवार को सोने और चांदी की हाजिर बाजार में कीमतों में तेजी दर्ज की गई। वायदा कारोबार में सोने की कीमत में गिरावट आई, वहीं दूसरी ओर चांदी में उछाल दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 555 रुपये की तेजी के साथ 45 हजार 472 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने में तगड़े उछाले की वजह रुपये की विनिमय दर में गिरावट आना रहा। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 44 हजार 917 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 975 रुपये के उछाल के साथ 58 हजार 400 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 57 हजार 425 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई थी।अंतरराष्ट्रीय बाजार में हुआ सस्ताअंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली गिरावट के साथ 1,752 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी 22.16 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, जिंस बाजार में सोने की कीमतों में स्थिरता रही, जबकि यहां इसका हाजिर भाव 1,752 डॉलर प्रति औंस पर मामूली रूप से नीचे चल रहा था। अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में आरंभिक कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 74.35 रुपये प्रति डॉलर रह गया।वायदा बाजार में सोने और चांदी का हालशुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर अक्टूबर अनुबंध वाला सोना 133 रुपये गिरकर 46 हजार 388 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। ऐसा कम मांग की वजह से सौदों में की गई कटौती के चलते हुआ। इस दौरान 1,340 लॉट्स के लिए कारोबार हुआ। वहीं दूसरी ओर हाजिर बाजार में मजबूत मांग के कारण वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 73 रुपये बढ़कर 59,690 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इस दौरान 13,054 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
- नयी दिल्ली। दूरसंचार विभाग (डॉट) ने नियामक ट्राई की पांच साल पुरानी सिफारिश के आधार पर वोडाफोन आइडिया पर 2,000 करोड़ रुपये और भारती एयरटेल पर 1,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। बताया जा रहा है कि दूरसंचार विभाग ने जुर्माना देने के लिए दूरसंचार परिचालकों को तीन सप्ताह का समय दिया है।इस बारे में भारती एयरटेल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम एक नए परिचालक को पॉइंट ऑफ इंटरकनेक्ट के प्रावधानों से संबंधित 2016 की ट्राई की सिफारिशों के आधार पर मनमानी और अनुचित मांग से बहुत निराश हैं। ये आरोप बेबुनियाद हैं।’’उन्होने कहा, ‘‘भारती एयरटेल अनुपालन के उच्च मानकों को बनाए रखने में गर्व महसूस करती है और हमेशा देश के कानून का पालन करती है। हम मांग को चुनौती देंगे और हमारे पास उपलब्ध कानूनी विकल्पों को आगे बढ़ाएंगे।’’भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अक्टूबर 2016 में रिलायंस जियो को इंटर-कनेक्टिविटी से इनकार करने के लिए एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया पर कुल 3,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की सिफारिश की थी।नियामक ने उस समय यह कहते हुए दूरसंचार लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश नहीं की थी, क्योंकि इससे उपभोक्ता को काफी असुविधा हो सकती है।ट्राई की सिफारिश रिलायंस जियो की शिकायत पर आई थी। जियो ने कहा था कि उसके नेटवर्क पर 75 प्रतिशत से अधिक कॉल नहीं लग रही थीं, क्योंकि पर्याप्त संख्या में इंटरफेस (पीओआई) जारी नहीं किए जा रहे थे। दूरसंचार विभाग की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था डिजिटल संचार आयोग ने जुलाई 2019 में इस जुर्माने को मंजूरी दी थी।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत में वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह सितंबर में 1.17 लाख करोड़ रुपये रहा, जो लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2021 का राजस्व संग्रह सितंबर 2020 के संग्रह से 23 प्रतिशत अधिक है।वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सितंबर 2021 में जमा सकल जीएसटी राजस्व 1,17,010 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 20,578 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 26,767 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 60,911 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 29,555 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 8,754 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा 623 करोड़ रुपये सहित) है।’’सीजीएसटी का अर्थ केंद्रीय वस्तु और सेवा कर, एसजीएसटी का अर्थ राज्य वस्तु और सेवा कर तथा आईजीएसटी का अर्थ एकीकृत वस्तु और सेवा कर है।सितंबर के दौरान वस्तुओं के आयात से राजस्व 30 प्रतिशत अधिक रहा और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक था।एक आधिकारिक बयान के मुताबिक सितम्बर 2021 में नियमित निपटान के बाद केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 49,390 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 50,907 करोड़ रुपये है।चालू वर्ष की दूसरी तिमाही में औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.15 लाख करोड़ रुपये र हा है जो इसी वर्ष की पहली तिमाही में हुए औसत मासिक संग्रह 1.10 लाख करोड़ की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक है, जो अर्थव्यवस्था में सुधार को दर्शाता है। बयान में कहा गया कि आर्थिक वृद्धि और कर चोरी रोकने के लिए किए गए उपायों, विशेष रूप से फर्जी बिल बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई से जीएसटी संग्रह बढ़ा।वित्त मंत्रालय ने कहा कि राजस्व में यह सकारात्मक रुझान आगे जारी रहेंगे और चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अधिक राजस्व मिलेगा।शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी के पार्टनर रजत बोस ने कहा कि जीएसटी संग्रह में उछाल आर्थिक सुधार का एक अच्छा संकेतक है। उन्होंने कहा कि त्योहारी सत्र के शुरू होते ही जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि 22,000 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा उपकर जारी करने से राज्यों के नकदी प्रवाह की स्थिति में सुधार होगा।
- नयी दिल्ली। सिविल इंजीनियरिंग कंपनी जेएमसी प्रोजेक्ट्स को 1,849 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले हैं। कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि प्रमुख जेएमसी प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड (जेएमसी) को 1,849 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले हैं। बयान के अनुसार, इन परियोजनाओं में, भारत में 857 करोड़ रुपये की बिल्डिंग और फैक्टरी की नयी परियोजनाएं और मालदीव में 992 करोड़ रुपये की सामाजिक आवास परियोजनाएं शामिल हैं। जेएमसी प्रोजेक्ट्स के सीईओ और प्रबंध निदेशक एसके त्रिपाठी ने कहा, हम बी एंड एफ (बिल्डिंग एवं फैक्टरी) व्यवसाय में नए ऑर्डर मिलने से खुश हैं क्योंकि हम अपने ग्राहक आधार का अधिक विस्तार करेंगे और भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति में विविधता लायेंगे।
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कोलकाता। भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि स्टार्ट अप कंपनियों को ऋण देने के तरीके पर काम कर रहा है, क्योंकि मौजूदा नियम बैंकों को सिर्फ मुनाफे वाले कंपनियों को कर्ज देने की अनुमति देते हैं। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि स्टार्ट अप इकाइयों को अपने कारोबार के संचालन के लिए इक्विटी कोष जुटाना पड़ता है और प्रवर्तकों को अपनी हिस्सेदारी बेचनी पड़ती है। इस क्षेत्र के लिए ऋण कोष उपलबध नहीं होता, क्योंकि शुरुआती वर्षों में ये कंपनियां घाटे में रहती हैं। एसबीआई के प्रबंध निदेशक (अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग, प्रौद्योगिकी और अनुषंगी) अश्विनी कुमार तिवारी ने द बंगाल चैंबर की सालाना आम बैठक में कहा, ‘‘हमें स्टार्ट अप के वित्तपोषण के लिए संघर्ष करना पड़ता है। नियम सिर्फ मुनाफे वाली कंपनियों को कर्ज की अनुमति देते हैं।'' उन्होंने कहा कि बैंक अनुषंगी एसबीआई वेंचर्स के जरिये इक्विटी वित्तपोषण कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्ट अप इंडिया पहल का शुभारंभ जनवरी, 2016 में किया था। उसके बाद से सरकार से मान्यता प्राप्त स्टार्ट अप की संख्या 85 गुना बढ़ी है। 2016 में यह संख्या 504 थी जो 2020 में 42,733 पर पहुंच गई। अर्थव्यवस्था पर तिवारी ने कहा कि देश की वृद्धि में मजबूत सुधार के बावजूद महामारी की वजह से यह 2019 से नीचे रहेगी। -
नयी दिल्ली। मैक्स हेल्थकेयर इंस्टिट्यूट लिमिटेड की प्रवर्तक इकाइयों में से एक कयाक इन्वेस्टमेंट्स होल्डिंग ने बुधवार को खुले बाजार के सौदे के जरिये कंपनी के 8.44 करोड़ शेयर 2,956 करोड़ रुपये में बेचे। शेयरों को वेरिटास फंड्स पीएलसी, एसबीआई म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने खरीदा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के पास उपलब्ध थोक सौदे के आंकड़ों के अनुसार, निजी इक्विटी कंपनी केकेआर से संबद्ध कयाक इन्वेस्टमेंट्स ने मैक्स हेल्थकेयर के 8.44 करोड़ शेयरों की बिक्री की। 350 रुपये की औसत कीमत पर 6.02 करोड़ शेयर बेचे गए, जबकि 2.42 करोड़ शेयर 350.13 रुपये पर बेचे गए। इन कीमतों पर, लेनदेन का मूल्य 2,955.74 करोड़ रुपये बैठता है। जून 2021 तक, कयाक इन्वेस्टमेंट्स के पास मैक्स हेल्थकेयर में 47.24 प्रतिशत हिस्सेदारी या 45.63 करोड़ शेयर थे। एनएसई में मैक्स हेल्थकेयर का शेयर 3.77 प्रतिशत टूटकर 355.75 रुपये पर बंद हुआ। - नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी को बांड या डिबेंचर जारी कर 18,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि उसकी 28 सितंबर को हुई सालाना आम बैठक में सूचीबद्ध सभी प्रस्ताव बहुमत के साथ पारित हो गए। एनटीपीसी ने निजी नियोजन के आधार पर बांड/डिबेंचर जारी कर 18,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव किया था। कंपनी ने सालाना आम बैठक के नोटिस में कहा था कि पूंजीगत व्यय की जरूरतों के अलावा कंपनी को कार्यशील पूंजी की जरूरत तथा अन्य सामान्य कंपनी कामकाज के लिए भी कर्ज लेने की जरूरत होगी। इस जरूरत के एक हिस्से को गैर-परिवर्तनीय बांड जारी कर पूरा किया जाएगा। इसके अलावा एनटीपीसी ने कंपनी के कर्ज लेने के अधिकार को दो लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2,25,000 करोड़ रुपये करने के लिए भी शेयरधारकों की अनुमति मांगी थी। कंपनी ने कहा था कि भविष्य की निवेश जरूरतों तथा नए कारोबारी क्षेत्र में उतरने की संभावनाओं या किसी अप्रत्याशित निवेश की जरूरत के लिए मौजूदा कर्ज सीमा को बढ़ाने की जरूरत है। इसके अलावा एनटीपीसी ने गुरदीप सिंह को 31 जुलाई, 2025 तक पुन: चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त करने के लिए भी शेयरधारकों की मंजूरी मांगी थी। सिंह को 28 जनवरी, 2016 को पांच साल के लिए कंपनी का सीएमडी नियुक्त किया गया था। 20 सितंबर, 2016 को शेयरधारकों की 40वीं आम बैठक में उनकी नियुक्ति को मंजूरी मिली थी। बिजली मंत्रालय ने चार फरवरी, 2021 से 31 जुलाई, 2025 तक (उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख) उनका कार्यकाल बढ़ा दिया था। निदेशक मंडल की दो नवंबर, 2020 को हुई बैठक में उनका कार्यकाल बढ़ाने को मंजूरी दी गई थी।
- मुंबई। विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने ‘हॉलिडे बुकिंग' के लिए ऑनलाइन यात्रा मंच ईजमाईट्रिप से हाथ मिलाया है। बुधवार को एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी। विज्ञप्ति के अनुसार इस विशेष साझेदारी के तहत ईजमाईट्रिप स्पाइसजेट के लिए एक हॉलिडे बुकिंग मंच विकसित करेगी, जिससे एयरलाइन के ग्राहकों को हॉलिडे पैकेज बुक करने में मदद मिलेगी। ईजमाईट्रिप ने एक अलग विज्ञप्ति में एक नयी सुविधा शुरू करने की भी घोषणा की, जिसके तहत प्रतीक्षा सूची के ट्रेन टिकट वाले उपयोगकर्ताओं को रियायती हवाई टिकट दिए जाएंगे। इसमें कहा गया कि यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को उनके ट्रेन के टिकट कंफर्म ना होने की स्थिति में आखिरी समय में वैकल्पिक यात्रा विकल्प ढूंढने में मदद करेगी और यह कदम कंपनी द्वारा इस साल यात्रा क्षेत्र के पुनरुद्धार के लिए शुरू की गयी कई पेशकशों के अनुरूप है।
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नयी दिल्ली। टाटा प्रोजेक्ट्स और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड सहित चार कंपनियों ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत साझा केंद्रीय सचिवालय के तीन भवनों के निर्माण की खातिर तकनीकी निविदा सौंपी है। यह जानकारी मंगलवार को एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि दो अन्य कंपनियां हैं एलएंडटी कंस्ट्रक्शंस और एनसीसी लिमिटेड।
उन्होंने बताया कि इन कंपनियों की वित्तीय निविदा में हिस्सा लेने की योग्यता की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन चारों कंपनियों द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों की जांच प्रक्रिया पूरी होते ही वित्तीय निविदा जारी की जाएगी। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का कामकाज देख रहे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने साझा केंद्रीय सचिवालय के तीन भवनों के निर्माण एवं देखरेख की प्राक्कलित राशि में इसी महीने संशोधन किया था। तीनों भवनों के निर्माण एवं देखरेख की प्राक्कलित राशि को 3408 करोड़ रुपये से संशोधित कर 3254 करोड़ रुपये किया गया है। तीनों भवन उस भूभाग पर बनाए जाएंगे जहां वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र स्थित है।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड जहां नए संसद भवन को बना रहा है वहीं शपूरजी पैलोनजी एंड कंपनी लिमिटेड सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास का काम कर रहा है जो राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैला है। -
मुंबई। बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को प्रतिभूति बाजार से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुधारों को मंजूरी दी। इसमें सोने के लिये और सामाजिक क्षेत्र की कंपनियों के लिये अलग शेयर बाजार बनाने, निवेशकों के हितों की रक्षा के लिये निवेशक अधिकार पत्र तथा विलय एवं अधिग्रहण को और अधिक तार्किक बनाने के लिये सूचीबद्धता नियमों में बदलाव शामिल हैं। इन तमाम पहलों का मकसद प्रतिभूति बाजार को मजबूत बनाना है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निदेशक मंडल ने सामाजिक क्षेत्र से जुड़े उपक्रमों के लिये कोष जुटाने का मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुये सामाजिक शेयर बाजार (सोशल स्टॉक एक्सचेंज) के ढांचे को मंजूरी दी। निदेशक मंडल की बैठक के बाद भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा कि मौजूदा शेयर बाजारों में सामाजिक शेयर बाजार अलग खंड होगा। सामाजिक सेवाओं से जुड़ी कंपनियां इस बाजार में भाग ले सकेंगी। इस श्रेणी में गैर-लाभकारी संगठन (एनपीओ) और लाभ के साथ समाज के स्तर पर भलाई का काम करने वाली कंपनियां आती हैं। सेबी निदेशक मंडल ने स्वर्ण बाजार के गठन की रूपरेखा संबंधी प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। इस बाजार में सोने की खरीद-बिक्री इलेक्ट्रॉनिक स्वर्ण रसीद के रूप में की जा सकेगी। शेयर बाजार की तरह काम करने वाले इस एक्सचेंज से मूल्यवान धातु के लिये पारदर्शी घरेलू हाजिर मूल्य तलाशने की व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
श्री त्यागी ने कहा कि सोने का प्रतिनिधित्व करने वाला साधन इलेक्ट्रॉनिक स्वर्ण रसीद (ईजीआर) कहलाएगा और इसे प्रतिभूतियों के रूप में अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य प्रतिभूति की तरह ईजीआर में कारोबार करने, समाशोधन और निपटान जैसी व्यवस्थायें होंगी। सेबी के बयान के अनुसार कोई भी मान्यता प्राप्त, मौजूदा और नया एक्सचेंज ईजीआर में कारोबार शुरू कर सकता है। ईजीआर के कारोबार को लेकर राशि और इलेक्ट्रॉनिक स्वर्ण रसीद को सोने में तब्दील करने के बारे में निर्णय शेयर बाजार सेबी की मंजूरी से कर सकता है। एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में सेबी ने अधिक और प्रभावी मतदान के अधिकार से जुड़े शेयरों (एस आर शेयर) के मामले में पात्रता जरूरतों में ढील देने का निर्णय किया। -
नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने मंगलवार को कहा कि डिजिटल धोखाधड़ी रोकने में वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। कोविड महामारी के दौरान डिजिटल धोखाधड़ी बढ़ी हैं। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा आयोजित वैश्विक फिनटेक फेस्ट 2021 में शंकर ने कहा कि डिजिटल व्यवस्था की पहुंच काफी हद तक शहरी और महानगरों में सीमित हैं। इसे पूरे देश में आगे बढ़ाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘आबादी के एक बड़े हिस्से तक अभी भी बैंक सुविधाओं और स्मार्टफोन की पहुंच नहीं हैं। हमें इन तक पहुंच बढ़ाने के लिए तकनीकी समाधान की जरूरत है।'' उन्होंने कहा कि आरबीआई ने ‘सैंडबॉक्स' व्यवस्था (सीमित दायरे में उत्पादों का वास्तविक तौर पर परीक्षण) के जरिये कई विकल्पों को चिन्हित किया है। डिप्टी गवर्नर ने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियां डिजिटल धोखाधड़ी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान डिजिटल धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि धोखाधड़ी करने वाले वित्तीय सेवा उद्योग में सेंध लगाने को लेकर अपने प्रयास तेज कर रहे हैं। शंकर ने कहा, ‘‘...हमें डिजिटल धोखाधड़ी और साइबर अपराध रोकने पर ध्यान देने की जरूरत है।''
उन्होंने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवप्रवर्तन आर्थिक वृद्धि को गति देने में मदद करें। इसके लिये जरूरी है कि नियामक और अन्य संबंधित पक्ष अपनी-अपनी भूमिका प्रभावी तरीके से निभाएं।