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- -चेरवापारा गौठान में फेंसिंग पोल निर्माण कार्य से जुड़कर सपने साकार कर रहीं मां अम्बे समूह की महिलाएं, 9 लाख रुपए का हुआ शुद्ध लाभरायपुर ।कोरिया जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत चेरवापारा में समूह की महिलाओं के जीवन में अब सकारात्मक बदलाव आया है। शासन की नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजना से जुड़कर इन्हें गांव में ही काम मिला और आत्मनिर्भर जीवन की शुरुआत हुई। आज ये महिलाएं बहुत सी आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन कर अपने सपने साकार कर रहीं हैं। ग्राम गौठान चेरवापारा के मल्टीएक्टिविटी सेंटर में मां अम्बे समूह की पांच महिलाएं फेंसिंग पोल बनाने का काम कर रही हैं।बीते 3 वर्षों में महिलाओं ने 8 हज़ार से भी अधिक फेंसिंग पोल का निर्माण किया है, महिलाएं सिर्फ पोल बना ही नहीं रही, बड़े ही कुशल व्यवसायी की तरह उनका विक्रय भी कर रही हैं। समूह की दीदियों ने बताया कि उन्होंने अब तक 8 हज़ार 600 पोल का विक्रय किया है, जिससे उन्हें 26 लाख रुपये की आय हुई। जिससे समूह को 9 लाख रुपए का शुद्ध लाभ हुआ। महिलाओं ने बताया कि 1 दिन में वे लगभग 60 पोल बना लेती हैं। एक पोल की लागत 210 रुपये तक रहती है और विक्रय में 270 से 300 रुपये तक में एक पोल बेचते हैं। एक पोल पर 80-90 रुपये मुनाफा रहता है।विमला दीदी ने धूमधाम से की बेटे की शादी, स्वयं के इलाज में भी मिली मददसमूह की सदस्य विमला राजवाड़े शासन का धन्यवाद देते हुए बताती हैं कि इस आजीविका से उन्हें जो राशि मिली उससे उन्होंने अपने बेटे की शादी बड़े ही धूमधाम से की तथा स्वयं के इलाज में भी उन्हें सहारा मिला। इसी प्रकार समूह की अन्य महिलाओं ने भी अपने परिवार को आर्थिक सहारा दिया। समूह की सदस्य राजकुमारी, फुलेश्वरी, किस्मत बाई और लीलावती ने फेंसिंग पोल निर्माण से अपनी घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ कई सपनों को पूरा किया है।
- -रूरल इंडस्ट्रियल पार्क पुहपुटरा में महिला उद्यमी चला रहीं बेकरी यूनिट, टसर रेशम धागाकरण का काम भी जारीरायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा रोजगार के नए अवसर सृजन और लघु उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में रीपा यानी महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की शुरुआत की गई है। गांव में ही महिलाओं और युवाओं को रोजगार मिलने से लोगों के पलायन में कमी आ रही है। सरगुजा जिले में प्रत्येक विकासखंड में 2-2 रीपा की स्थापना की गई है जहां लघु उद्यम के रूप में गतिविधियां शुरू की गई हैं।इसी क्रम में सरगुजा जिले के विकासखंड लखनपुर अंतर्गत पुहपुटरा रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में जया महिला समूह बेकरी यूनिट का संचालन कर रहा है। यहां महिलाएं ब्रेड, टोस्ट और क्रीम रोल बना रही है, जिनकी आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों तक की जा रही है। इस योजना से ग्रामीण महिला समूह आर्थिक लाभ कमा रहे हैं। जया महिला स्व सहायता समूह की सदस्य सुमित्रा राजवाड़े ने बताया कि इस समूह में 10 महिलाएं काम कर रही हैं। हमने रीपा में बेकरी यूनिट के संचालन की शुरुआत की है जिसमें जिला प्रशासन का सहयोग मिला है।उन्होंने बताया कि काम शुरू करने से पहले उन्हें जिला प्रशासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण ब्रेड निर्माण की विशेष ट्रेनिंग दी गई थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद औद्योगिक पार्क में ब्रेड बनाने की मशीन लगाई गई है जहां उत्पादन जारी है। आपूर्ति और विक्रय की चैन को समझ रहे हैं जिससे बेहतर तरीके उद्यम चला सकें। शासन ने हम ग्रामीण महिलाओं पर भरोसा जताया है और रोजगार देने का नवाचार शुरू किया। सभी महिलाएं पूरी मेहनत से काम कर रही हैं जिससे इस उद्यम को सफल बनाया जाए। सुमित्रा ने छत्तीसगढ़ शासन की योजना की सराहना करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की दूरदर्शिता ही है जो महिलाओं को उद्यमी बनाने का काम किया जा रहा है। सुमित्रा ने काम मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की।रीपा के अंतर्गत महिलाएं कर रही टसर धागाकरण का काममहात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के तहत पुहपुटरा में रेशम विभाग के सहयोग से टसर धागाकरण की गतिविधि भी शुरू की गई है। जिसमें 20 महिलाओं के द्वारा बुनियाद मशीन से टसर धागाकरण कार्य किया जा रहा है जिसके प्रथम चरण में 10 महिलाओं का समूह तैयार कर प्रशिक्षण शुरु किया गया है। प्रशिक्षण के प्रथम चरण में ही इन महिलाओं द्वारा गुणवत्तायुक्त धागा तैयार किया जा रहा है। रेशम धागाकरण से वर्षभर लाभ लिया जा सकता है। रेशम धागाकरण के काम में न्यूनतम 2-2.5 किलोग्राम का धागा उत्पादन करने पर प्रति हितग्राही 5000-6500 रुपये की आमदनी हो सकती है। रीपा के माध्यम से धागाकरण की गतिविधि से स्थायी रोजगार सृजन करने की दिशा में सशक्त कदम लिया गया है।
- -बरही एवं जेवतरला गोठानों में ग्रामीणों एवं स्वसहायता समूह की महिलाओं को मिला रोजगार का बेहतर स्त्रोत-गोमूत्र की खरीदी एवं कीटनाशक दवाईयों का निर्माण तथा उसकी बिक्री कर स्वसहायता समूह ने अर्जित की कुल 70 हजार 444 रुपये का शुद्ध लाभबालोद । छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा पशुधन के समूचित देखभाल के साथ-साथ उसके संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित करने के अलावा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु शुरू की गई राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वाले नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना कई मायने में बहुपयोगी साबित हो रहा है। राज्य में इस योजना के फलस्वरूप धरातल पर इसका प्रत्यक्ष लाभ भी देखने को मिल रहा है। इसके अंतर्गत राज्य शासन द्वारा शुरू की गई गोधन न्याय योजना गौ माता की भाँति शुरू से लेकर अंत तक राज्य के लोगों, कृषकों एवं पशुपालकों के लिए संजीवनी साबित होकर निरंतर लाभ एवं उन्नति का द्वार खोल रहा है। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के आदर्श गोठान जेवरतला एवं बालोद विकासखण्ड के आदर्श गोठान बरही में गोमूत्र की खरीदी एवं गोमूत्र से विभिन्न प्रकार के कीटनाशक दवाईयों एवं वृद्धिवर्धक का निर्माण कार्य के फलस्वरूप पशुपालकों एवं कृषकों के लिए आमदनी का कारगर स्त्रोत बन गया है।उल्लेखनीय है कि गोमूत्र खरीदी एवं फसलों में होने वाले रोकथाम हेतु कीटनाशक दवाईयों एवं वृद्धिवर्धक के निर्माण की जिम्मेदारी आदर्श ग्राम गोठान में माधव कृष्ण स्वसहायता समूह को एवं आदर्श गोठान जेवरतला में शक्ति स्वसहायता समूह को दी गई है। इसके अंतर्गत आदर्श गोठान बरही में माधव कृष्ण स्वसहायता समूह के द्वारा 04 रुपये लीटर की दर से अब तक कुल 05 हजार 09 लीटर गोमूत्र की खरीदी की जा चूकी है। इससे स्वसहायता समूह के द्वारा 02 हजार 544 लीटर कीट नियंत्रक एवं वृद्धिवर्धक का निर्माण कर किसानों को कुल 01 लाख 21 हजार 830 रुपये में इसकी बिक्री भी की गई है। जिससे माधव कृष्ण स्वसहायता समूह बरही को कुल 49 हजार 194 रुपये की शुद्ध आमदनी भी हुई है। इसी तरह आदर्श ग्राम जेवरतला में शक्ति महिला स्वसहायता समूह के द्वारा अब तक 03 हजार 106 लीटर गोमूत्र की खरीदी कर 01 हजार 627 लीटर कीट नियंत्रक एवं वृद्धिवर्धक का निर्माण किया गया है। स्वसहायता समूह के द्वारा इस कीट नियंत्रक को 68 हजार 170 रुपये में किसानों को बिक्री कर 21 हजार 250 रुपये की आमदनी प्राप्त की गई है। इसके अलावा आदर्श ग्राम जेवरतला में महिला स्वसहायता समूह के द्वारा डेयरी पालन का भी कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने आदर्श गोठान जेवरतला में पशुपालन व्यवसाय से 10 हजार लीटर दुध का बिक्री भी देवभोग सोसायटी को की गई है। जिले के आदर्श ग्राम बरही एवं जेवरतला में निर्मित की गई जैविक कीट नियंत्रक एवं वृद्धिवर्धक खेती में लागत को कम करने तथा रासायनिक खाद एवं दवाईयों के उपयोग से प्रकृति एवं मानव शरीर पर पड़ने वाली प्रभाव को कम कर जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इस प्रकार से गोधन न्याय योजना राज्य के किसानों, पशुपालकों सहित सभी वर्गों के लोगों के लिए हर तरह से उपयोगी बनकर कल्पतरू साबित हो रहा है।राज्य शासन के गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोमूत्र की खरीदी एवं इसके माध्यम से कीटनाशक दवाईयों के निर्माण शुरू करने पर शक्ति सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती भगवती साहू, सचिव श्रीमती अनिता साहू एवं समूह की सदस्य कुमारी ललिता कौर ने भूरी-भूरी सराहना की है। उन्होंने कहा कि गोमूत्र की खरीदी प्रारंभ कर राज्य सरकार के द्वारा गोबर के अलावा गोमूत्र के माध्यम से भी हमें स्व रोजगार प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है, वह वास्तव में सराहनीय है। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से हम पशुपालकों एवं कृषकों को हर दृष्टि से लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।
- -वर्मी कम्पोस्ट निर्माण से गोठान समिति को 68 हजार 573 रुपये एवं महिला स्वसहायता समूह को हुआ 03 लाख 86 हजार 612 रुपये का लाभ-गांव के आर्थिक सशक्तिकरण एवं समृद्धि का बना आधारबालोद । राज्य शासन की गोधन न्याय योजना कई दृष्टि से उपयोगी साबित होकर ग्रामीणों एवं पशुपालन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए कामधेनू साबित हो रहा है। यह योजना ग्रामीणों को गोबर की उचित मूल्य दिलाने के साथ-साथ इसके माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट निर्माण तथा इसकी बिक्री आदि से रोजगार की सृजन होने से ग्रामीणों के लिए रोजगार की वृहद अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। इस योजना के फलस्वरूप जिले के डौण्डी विकासखण्ड के अवारी गोठान में गोबर खरीदी के कार्य की बेहतर क्रियान्वयन होने से इस योजना से अवारी में रोजगार के सुगम एवं बेहतर द्वार खुल गए हैं। गोधन न्याय योजना के कारण ग्राम अवारी में खुले रोजगार की बेहतर अवसर के संबंध में जानकारी देते हुए गोठान प्रबंधन समिति अवारी के अध्यक्ष श्री हीरामन ठाकुर ने बताया कि हमारा गांव मूलतः कृषि प्रधान गांव है। ग्रामवासी अपने पैतृक जमीन में खेती किसानी के अलावा मेहनत मजदूरी कर जीविकोपार्जन करते हैं। गोधन न्याय योजना के शुरू होने के पूर्व गांव में रोजगार के उचित साधन के अभाव मंे हमारे गांव के युवाओं को मजदूरी हेतु आसपास के अन्य गांवों में जाना पड़ता था। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राज्य में गोधन न्याय योजना प्रारंभ करने के तुरंत पश्चात् हमारे ग्रामवासियों ने गोबर इकट्ठा कर गोठान में इसकी बिक्री शुरू कर दी थी। जिससे समय पर पशुपालकों और कृषकों को गोबर बिक्री की राशि मिलने से अच्छी खासी आमदनी हो रही है और हम ग्रामीणों के आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है। इसके अलावा इस योजना के शुरू होने के बाद गांव के युवकों को रोजगार की तलाश में गांव से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। प्रतिदिन गोबर इकट्ठा कर बेचने के अलावा स्वसहायता समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोेस्ट के निर्माण कार्य में भी अच्छी खासी आमदनी हो रही है। श्री हीरामन ठाकुर ने बताया कि ग्राम अवारी के गोठान समिति के वर्मी कम्पोस्ट निर्माण से 68 हजार 573 रुपये एवं महिला स्वसहायता समूह को 03 लाख 86 हजार 612 रुपये की आमदनी हुई है। इस तरह से राज्य सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना ग्रामीणों एवं पशुपालकों के लिए बहु उपयोगी साबित होकर स्वरोजगार के स्थायी द्वार खोल दिया है। यह योजना वास्तव में ग्रामीणों को मुश्किल वक्त में आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें संबल प्रदान करने का कार्य कर रहा है। गोठान प्रंबधन समिति के अध्यक्ष श्री हीरामन ठाकुर ने कहा कि गोधन न्याय योजना से हम ग्रामीणों को रोजगार के कारगार साधन प्राप्त होने के साथ ही हमारे आर्थिक समृद्धि का भी आधार बन गया है। श्री ठाकुर ने राज्य सरकार की इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना लागू कर हम किसानों एवं पशुपालकों के मेहनत को उचित सम्मान करने का कार्य किया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति विनम्र आभार माना हैै।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में सोमवार को क्रेडा से आए ट्रेनर ने निगम के अभियंताओं को एनर्जी कंजर्वेशन को लेकर प्रशिक्षण दिया। दो दिवसीय प्रशिक्षण में एनर्जी सेविंग के बारे में निगम के अभियंताओं को जानकारी दी जाएगी। आज प्रशिक्षण के प्रथम दिन ट्रेनर प्रीति गुप्ता एवं साउमेन जाएन ने अभियंताओं को प्रशिक्षण में बताया कि पहले रौशनी के लिए बल्ब का उपयोग किया जाता था, फिर इसके स्थान पर एलईडी लाइट का उपयोग किया जाने लगा, इस प्रकार धीरे-धीरे परिवर्तन आने लगा है और एनर्जी कंजर्वेशन की ओर आगे बढ़ोतरी हो रही है। इसी प्रकार बिल्डिंग के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण में जानकारी दी गई। सूर्य की दिशा के हिसाब से इसका आउटसाइड की दीवार की मोटाई कितनी होनी चाहिए, छत की मोटाई कितनी होनी चाहिए, घरों में खिड़की होना कितना आवश्यक है और इसकी साइज क्या होनी चाहिए, बिल्डिंग में सिंगल ग्लास एवं डबल ग्लास का क्या महत्व है तथा डबल ग्लास क्यो होना चाहिए। इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदाय की गई। प्रशिक्षण में ट्रेनर ने बताया की भवन में जितना ही हिट कम होगा उतना ही एनर्जी सेविंग की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा, जैसे की हिट कम होने पर एयर कंडीशनर का उपयोग कम होगा। सर्वप्रथम ट्रेनिंग में छत्तीसगढ़ के जलवायु के बारे में जानकारी दी गई इसके मुताबिक एनर्जी सेविंग को विस्तार से समझाया गया। उल्लेखनीय है कि निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम भिलाई निगम के सभागार में रखा गया है जिसमें एनर्जी कंजर्वेशन के बारे में अभियंताओं को जानकारी दी जा रही है। आज के प्रशिक्षण में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी सहित निगम के उप अभियंता, सहायक अभियंता आदि मौजूद रहे।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत स्वविवरणी की औचक जांच की जा रही है। खुर्सीपार जोन क्षेत्र के अधिकारियों ने आरएसएस मार्केट एवं टी मार्केट के क्षेत्रों में करदाताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए स्वविवरणी के आधार पर मौके पर जांच की। खुर्सीपार जोन के अधिकारियों की टीम ने पावर हाउस चौक के समीप स्थित ईस्टर्न हाईवे पेट्रोल पंप तथा दुकानों की जांच की। यह देखा गया कि प्रस्तुत की गई स्वविवरणी के आधार पर टैक्स जमा किया जा रहा है या नहीं, स्वविवरणी कहीं गलत तो भरकर नहीं दी गई है, मौके पर क्षेत्रफल की नाप जोक कर एरिया भी देखा गया तथा कितने क्षेत्र में कंट्रक्शन का कार्य किया गया है इसकी भी जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि प्रस्तुत स्वविवरणी के आधार पर ही टैक्स जमा किया जा रहा है। बता दें कि करदाता के द्वारा टैक्स जमा करने के पूर्व स्वयं के द्वारा अपनी संपत्ति से संबंधित विवरणी प्रस्तुत की जाती है और इसी आधार पर टैक्स जमा किया जाता है। अगर प्रस्तुत की गई स्वविवरणी जिसके आधार पर करदाता के द्वारा टैक्स जमा किया जा रहा है यह गलत पाए जाने पर शास्ती की राशि करदाता को देनी होगी। जांच में गलती पाई जाती है और 10% से अधिक का अंतर आता है तो टैक्सपेयर को अंतर की राशि का 5 गुना शास्ति निगम में जमा करना होगा। इसलिए करदाता के द्वारा विवरणी सही दी गई है या नहीं इसकी जांच आवश्यक है। गौरतलब है कि निगम आयुक्त रोहित व्यास ने संपत्तिकर की समीक्षा बैठक के दौरान असेसमेंट की रेंडम जांच के निर्देश सभी जोन आयुक्त को दिए हैं। इसी तारतम्य में खुर्सीपार जोन क्षेत्र के अधिकारियों ने टीम बनाकर रैंडम जांच की है। जांच के दौरान जोन आयुक्त पूजा पिल्ले, प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी बालकृष्ण नायडू तथा निगम के अन्य अधिकारी/कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे।
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-पादुका पूजन कर ग्रहण किया आशीर्वाद
रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सोमवार को यहां अपने निवास में पधारे शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज और ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का सपरिवार विधि विधान से पादुका पूजन कर आशीर्वाद ग्रहण किया और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की।इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े व श्री चन्द्रदेव राय, विधायक श्री खेल साय सिंह, श्री रामपुकार सिंह, श्री विनय जायसवाल, श्री गुलाब कमरो, श्री विनय भगत, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री प्रदीप शर्मा व श्री विनोद वर्मा उपस्थित रहे। - -ईवीएम से संबंधित प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकियाओं के बारे में भी दी गई जानकारी-भारत निर्वाचन आयोग और ईसीआईएल के अधिकारियों ने राज्य स्तरीय कार्यशाला में दिया प्रशिक्षणरायपुर। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, छत्तीसगढ़ द्वारा सोमवार को रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और एफएलसी सुपरवाइजर्स को ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी (First Level Checking) के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में उन्हें कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपीएटी से संबंधित प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली और ईसीआईएल, हैदराबाद के अधिकारियों ने ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी के साथ ही ईवीएम की हैंडलिंग और जरूरी प्रक्रियाओं के बारे में बताया। जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और एफएलसी सुपरवाइजर्स को ईवीएम व वीवीपीएटी के साथ इनका व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। भारत निर्वाचन आयोग के सचिव श्री बी.सी. पात्रा के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं ईवीएम नोडल अधिकारी श्री मस्तु दास तथा भारत निर्वाचन आयोग के अनुभाग अधिकारी श्री विभोर अग्रवाल ने ईवीएम एवं वीवीपैट के तकनीकी एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। ईसीआईएल (Electronics Corporation of India Limited) के उप वरिष्ठ निदेशक श्री पी.सी. मंडल ने ईवीएम के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एफएलसी के लिए उपयोग में आने वाले जरूरी उपकरणों और कनेक्टर्स (Connectors) के बारे में भी बताया।छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने कार्यशाला में बताया कि राज्य में उपलब्ध कुल एक लाख 27 हजार 444 ईवीएम एवं वीवीपीएटी की प्रथम स्तरीय जांच का कार्य प्रत्येक जिला मुख्यालय में आगामी 10 जून से 27 जून तक किया जाएगा। आज हुई कार्यशाला में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं एफएलसी पर्यवेक्षकों को एफएलसी की प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है, ताकि वे अपना कार्य जिला स्तर पर उत्कृष्ट तरीके से संपादित कर सकें। छत्तीसगढ़ की अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री बिपिन माझी और डॉ. के.आर.आर सिंह, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री विनय अग्रवाल तथा सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री रूपेश वर्मा और श्रीमती शारदा अग्रवाल भी कार्यशाला में उपस्थित थीं। केरल के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनीस टी., बिहार के उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री धीरज कुमार और झारखंड की विशेष कार्य पदाधिकारी श्रीमती गीता चौबे ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया।10 जून से 27 जून तक राज्य के सभी 33 जिलों में होगी ईवीएम/वीवीपीएटी के एफएलसीछत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा राज्य के सभी जिलों में ईवीएम/वीवीपीएटी की प्रथम स्तरीय जांच के लिए कार्यक्रम जारी किया गया है। इसके लिए इंजीनियरों के 26 दलों का गठन किया गया है। ये दल निर्धारित तिथियों में संबंधित जिलों का भ्रमण कर जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और एफएलसी सुपरवाइजर्स के सहयोग से एफएलसी की प्रक्रिया पूर्ण करेंगी।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार बालोद, बलौदाबाजार-भाटापारा, बलरामपुर-रामनुजगंज, बस्तर, बेमेतरा, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जशपुर, कबीरधाम, कोंडागांव, कोरबा, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव, सूरजपुर, सरगुजा, कांकेर, जांजगीर-चांपा और महासमुंद जिले में 10 जून से 27 जून के बीच ईवीएम/वीवीपीएटी की एफएलसी की जाएगी। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 10 जून से 15 जून, मुंगेली में 16 जून से 23 जून, सक्ती में 10 जून से 17 जून, सांरगढ़-बिलाईगढ़ में 18 जून से 24 जून, कोरिया में 10 जून से 14 जून, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 15 जून से 23 जून, नारायणपुर में 10 जून से 13 जून, सुकमा में 14 जून से 17 जून, दंतेवाड़ा में 18 जून से 22 जून, बीजापुर में 23 जून से 26 जून, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 10 जून से 17 जून तथा मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में 18 जून से 23 जून तक एफएलसी की प्रकिया संपादित की जाएगी।
- -पर्यावरण संरक्षण के महाअभियान में जनभागीदारी की अपील-वॉट्सएप नम्बर 7415781776, 9109028361, 7415796619 में भेजें शपथ लेकर फोटो एवं वीडियोरायपुर / छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में 01 जून को पर्यावरण संरक्षण के लिये शपथ का कार्यक्रम रखा गया है। इसके तहत शपथ हिन्दी या अंग्रेजी में समूह या व्यक्तिगत रूप से लेकर उसका वीडियो व फोटो वॉट्सएप नम्बर 7415781776, 9109028361, 7415796619 पर 01 जून को प्रातः 8 बजे से भेजी जा सकेगी।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 01 जून को एक दिन में पांच लाख लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ लेंगे। प्रदेश में मिशन लाईफ कार्यक्रम के अंतर्गत लाईफ स्टाईल फॉर इन्वायरमेंट कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। लाईफ प्लेज के अंतर्गत पूरे राज्य में एक साथ पांच लाख लोगों द्वारा प्लेज लिये जाने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि व्यापक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता लायी जा सके।
- -सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के वृक्षों का रोपणरायपुर, / छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज का विकास कर रही है।मात्र में एक वर्ष में ही इन कृष्ण कुंजो ने हरे-भरे वृक्षों के रूप में अपना आकार लेना शुरू कर दिया है। योजना के तहत प्रदेश में अब-तक 169 नगरीय निकायों में लगभग 224 एकड़ रकबा में 55 हजार 781 पौधों का रोपण किया गया हैं।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर राजधानी रायपुर के तेलीबांधा स्थित कृष्ण कुंज में स्वयं वृक्षारोपण कर कृष्ण कुंज की महत्वाकांक्षी योजना की पूरे प्रदेश में शुरूआत की थी। इसी दिन प्रदेश के नगरीय निकायों में बनाए गए कृष्ण कुंज में जनभागीदारी से वृक्षारोपण किया गया।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप कृष्ण कुंज में वृक्षारोपण से जन-जन को जोड़ना और सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के वृक्षों के रोपण करने का कार्य किया जा रहा है। जहां पर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने वाले और भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन देने वाले चंदन, रूद्राक्ष, बरगद, पीपल, कदम्ब जैसे वृक्षों का रोपण शामिल है। कृष्ण कुंज में आम, ईमली, बेर, गंगा ईमली, जामुन, शहतुत, तेंदू, चिरौंजी, अनार, कैथा, नीम, पलाश, बेल, आंवला जैसे फलदार वृक्ष भी लगाएं जा रहे हैं।
- भिलाईनगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत नालों की सफाई कराई जा रही है ताकि बारिश होने पर जल का प्रवाह तीव्र गति से बना रहे एवं जलजमाव व जलभराव की स्थिति न बने। कई बड़े नालों की सफाई हो चुकी है और कुछ नालों की सफाई की जा रही है। महापौर नीरज पाल एवं निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर छोटे, बड़े सभी प्रकार के नालों की सफाई निगम क्षेत्र में हो रही है। बड़े नाले की सफाई के लिए चैन माउंटेन तथा जेसीबी का उपयोग किया जा रहा है, तो वही छोटे नालों की सफाई स्वच्छता कर्मचारी नाली से सभी प्रकार के कचड़े व मलबे को निकाल रहे हैं। सर्वप्रथम नेहरूनगर के कोसानाला के सामने से गुजरने वाले नाले की सफाई से शुरुआत की गई थी, इसके बाद वैशाली नगर क्षेत्र के बड़े नालों की सफाई की जा रही है, इस क्षेत्र में छोटे-बड़े बहुत से नाले हैं, इसमें से अधिकतर नालों की सफाई की जा चुकी है, शेष नालों की सफाई भी अति शीघ्र हो जाएगी। ऐसे क्षेत्र जहां पर जलजमाव की स्थिति बन सकती है उन इलाकों के छोटे नालियों को व्यवस्थित करने का कार्य किया जा रहा है। जहां आवश्यकता पड़ रही है वहां पर चैन माउंटेन एवं जेसीबी के जरिये बड़े नाला के किनारे पटे हुए मलबे को निकालकर साफ किया जा रहा है, सकरी नालों की अच्छी से सफाई की जा रही है, जिससे बारिश के समय में पानी बिना कोई अवरोध के प्रवाहित हो सकेगा और जलभराव की स्थिति निर्मित नहीं होगी। नाला की सफाई के दौरान मलबा निकालने का कार्य किया जा रहा है। नाला में कंटीली झाड़ियों व मलबे की सफाई की जा रही है। इसी प्रकार जोन में छोटे, बड़े नालियों की सफाई का कार्य जारी है, जहां निगम के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कंटीली झाड़ियां, झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरे को निकाल कर सफाई कर रहे है। नालों की सफाई के लिए निगम युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों में नालों की सफाई किया जा रहा है। छोटे नालों के अलावा बड़े नालों का वृहद सफाई हो रहा है।
- -रायपुर जिले में प्राकृतिक पेंट से हो रही सरकारी भवनो की पुताई-दीवारों को गर्म होने बचाती है और तापमान भी नियंत्रित करती है प्राकृतिक पेंटरायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप गौठानों में गोबर से विभिन्न उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्राकृतिक पेंट एवं पुट्टी निर्माण की इकाईयां तेजी से स्थापित की जा रही हैं। जिससे आत्मनिर्भर गांव की कल्पना साकार हो रही हैं साथ ही गौठानों से गांव के लोगों को रोजगार के साथ ही उनकी तरक्की के लिए नए-नए अवसरों का निर्माण हो रहा है। जिले के जरवाय गौठान में डिस्टेंपर, इमल्शन पेंट के साथ ही पुट्टी का भी निर्माण हो रहा है।बाजार में उपलब्ध रासायनिक पेंट लोगों के जेब के साथ साथ पर्यावरण और स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। गोबर पेंट की उपयोगिता और गुणवत्ता को जन जन तक पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी शासकीय विभाग, निगम, मंडल एवं स्थानीय निकायों में भवनों के रंग रोगन के लिए गोबर पेंट का उपयोग अनिवार्यतः करने के निर्देश दिए है। उनके निर्देश का पालन करते हुए रायपुर नगर निगम भवनों की पुताई भी प्राकृतिक पेंट से की गई है। इस पेंट की खास बात यह है की इसकी कीमत बाजार में उपलब्ध रासायनिक पेंट से कम है साथ ही गोबर से निर्मित होने के कारण रासायनिक पेंट की तुलना में इसमें महक भी नहीं की आती जिससे यह पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए अनुकूल है।गुणवत्तापूर्ण और सस्ता है प्राकृतिक पेंटयह पेंट भारत सरकार की संस्था राष्ट्रीय प्रशिक्षण शाला के द्वारा प्रमाणित भी किया गया है। साथ ही यह एन्टी बैक्टीरिया, एंटीफंगल, इको-फ्रेंडली, नॉन टॉक्सिक है। इस पेंट में हैवी मेटल्स का उपयोग नहीं किया गया है साथ ही गोबर से निर्मित होने की वजह से यह नेचुरल थर्मल इन्सुलेटर की तरह कार्य करता है। यह पेंट पर्यावरण के अनुकूल है साथ ही इसकी कीमत बाजार में उपलब्ध प्रीमियम क्वालिटी के पेंट की तुलना में 30 से 40 फीसदी कम है। यह बड़ी मल्टीनेशनल कम्पनियों के पेंट की तरह लगभग 4 हजार रंगों में भी उपलब्ध है।रायपुर के जरवाय गौठान में तैयार किया जा रहा प्राकृतिक पेंटरायपुर के जरवार गौठान में गोवर्धन स्व सहायता समूह की महिलाएं गोबर से प्राकृतिक पेंट बना रही हैं। यहां के गोबर से बने पेंट का उपयोग सबसे पहले रायपुर नगर निगम के भवन की पुताई के लिए किया गया था। सरकारी भवनों के अलावा आम लोगों के द्वारा भी यह पेंट पसंद किया जा रहा है। रायपुर के अलावा 0अन्य जिलों में भी स्थानीय लोगों ने इस पेंट का उपयोग किया है वहीं राजधानी में भी बहुत से लोग इस पेंट से अपने घरों की पुताई कर चुके है।जरवाय गौठान की स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती धनेश्वरी रात्रे बताती है की उनके समूह में 22 महिलाएं काम करती है। कुछ नया करने की सोच से उन्होंने गोबर से पेंट बनाने का काम शुरू किया। गोबर से पेंट बनाने के लिए महिलाओं ने विधिवत प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। पेंट बनाने की शुरुआत अप्रैल 2022 से हुई और अब तक गौठान में 25 हजार लीटर का निर्माण किया जा चुका है जिसमे से 20 हजार लीटर पेंट बेच चुकी है। जिससे लगभग 8 लाख का मुनाफा समूह को हुआ है। गोबर से निर्मित पेंट आधा लीटर, एक, चार, और दस लीटर के डिब्बों में उपलब्ध है।ऐसे तैयार होता है गोबर से प्राकृतिक पेंटप्राकृतिक पेंट बनाने के लिये गोबर को पहले मशीन में पानी के साथ अच्छे से मिलाया जाता है फिर इस मिले हुए घोल से गोबर के फाइबर और तरल को डी-वाटरिंग मशीन के मदद से अलग किया जाता है। इस तरल को 100 डिग्री तापमान में गरम करने से बने अर्क को पेंट के बेस की तरह इस्तेमाल किया जाता है। जिसके बाद इसे प्रोसेस कर पेंट तैयार होता है। गोबर से प्राकृतिक पेंट के निर्माण का मुख्य घटक कार्बाेक्सी मिथाइल सेल्यूलोज (सीएमसी) होता है। सौ किलो गोबर से लगभग 10 किलो सूखा सीएमसी तैयार होता है। कुल निर्मित पेंट में 30 प्रतिशत मात्रा सीएमसी की होती है। गोवर्धन स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित यह पेंट महिलाओं की आय का जरिया तो है ही साथ ही महिलाओं की अलग पहचान बना रहा है।बाजार में मिलने वाले अधिकतर पेंट में ऐसे पदार्थ और हैवी मेटल्स मिले होते है जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं गोबर से निर्मित पेंट प्राकृतिक पदार्थों से मिलकर बनता है इसलिए इसे प्राकृतिक पेंट भी कहते है। केमिकल युक्त पेंट की कीमत 350 रुपए प्रति लीटर से शुरू होती है पर गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट की कीमत 150 रुपए से शुरू है। गोबर से बने होने के कारण इसे बहुत से फायदे भी है जैसे यह पेंट एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल है साथ ही घर के दीवारों को गर्मी में गर्म होने से भी बचाती है और तापमान नियंत्रित करती है।
- रायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे के मार्गदर्शन में नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में जिले के नागरिकों से उनकी समस्याएं सुनी। श्री चतुर्वेदी ने जन चौपाल में पहुंचे आमजनों से उनकी समस्यों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए एवं नियमानुसार त्वरित निराकरण के लिए आधिकारियों को निर्देशित किया। जन चौपाल में आज लगभग 60 आवेदन प्राप्त हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री आकाश छिकारा, सहायक कलेक्टर श्री जयंत नहाटा, अपर कलेक्टर बी.सी. साहू सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।जन चौपाल में आज ग्राम धरमपुरा निवासी महेश साहू ने उच्च शिक्षा के लिए अनुदान राशि हेतु, उरकुरा निवासी मलीन कुमार डे ने निशक्तजन पेंशन राशि का लाभ दिलाने, ग्राम निमोरा निवासी नेतराम ने अपने पैतृक भूमि के नक्शे में त्रुटि सुधार कराने, आरंग निवासी सरिता तिवारी ने पेंशन प्रदान करने, जनपद पंचायत तिल्दा की सभापति तोषी सुनील मनहरे ने ग्राम पाथराकुंडी के प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराने और शाला में समतलीकरण का कार्य कराने आवेदन दिया।इसी प्रकार माना निवासी बसंत कुमार शर्मा ने अपने मकान से अवैध कब्जा हटाकर आधिपत्य दिलाने, ग्राम बेंद्री के महेंद्र सिंह ठाकुर ने गांव की शासकीय भूमि से अवैध कब्जा हटाने, ग्राम खोरसी निवासी भानसिंग साहु, भगतु राम, देवकी यादव और शहीद चूडामणि नायक वार्ड-38 के निवासियों, ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश दीवान ने चरौदा से दोंदेकला मार्ग पर वृक्षारोपण कराने, ग्राम अकोली के शा.पूर्व मा. शाला में प्रधानपाठक कक्ष एवं शौचालय का निर्माण कराने आवेदन दिया। इसी तरह अन्य आवेदकों ने जनचौपाल में राजस्व प्रकरणों के निराकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, पट्टा, नक्शा-खसरा, आदि से संबंधित आवेदन दिया।श्री चतुर्वेदी ने जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों का समय-सीमा के भीतर निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी शासकीय योजनाओं का उचित क्रियान्वयन कर योजनाओं का लाभ आम लोगों को समय पर दिलाना सुनिश्चित करें।
- – ग्रामीण स्वरोजगार अंतर्गत युवक एवं युवतियों के लिए निःशुल्क प्रशिक्षणदुर्ग / बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, दुर्ग भारत सरकार द्वारा संचालित एक प्रशिक्षण संस्थान है जो ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करता है। आरसेटी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार विकास को सुगम बनाना है। आरसेटी द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम आत्म-उत्पादकता, सशक्तिकरण, कौशल विकास, उद्यमिता, बैकिंग और वित्तीय सेवाओं के बारे में शिक्षण प्रदान करते हैं। आरसेटी द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से, ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में मदद मिलती है।इसी उद्देश्य से संस्थान द्वारा आगामी दिनों में ग्रामीण क्षेत्र के युवक एवं युवतियों हेतु 31 मई 2023 से मोबाइल फोन रिपेयरिंग (30 दिन), आर्टिफिशियल ज्वेलरी (13 दिन) एवं फास्ट फूड स्टॉल (10 दिन) का प्रशिक्षण संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण हेतु इच्छुक आवेदक के लिए आवश्यक दस्तावेज चार पासपोर्ट फोटो, आधार कार्ड, राशन कार्ड, नरेगा जॉब कार्ड एवं मार्कशीट की छाया प्रति अनिवार्य है। जानकारी के लिए 0788-2961973, शंकराचार्य हॉस्पिटल के पास, जुनवानी, भिलाई में संपर्क कर सकते हैं।
- दुर्ग / मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना वर्ष 2022-23 के अंतर्गत दुर्ग विकासखण्ड के ग्राम गनियारी में 2 लाख 60 हजार रूपए की सी.सी. रोड़ निर्माण (मेन रोड से अशोक घर तक) पार्ट –2 अधोसंरचना निर्माण कार्य की अनुशंसा प्राप्त हुई है। अनुशंसित कार्य को संपादित कराए जाने हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। कार्यो का संपादन कार्यकारी एजेंसी संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा की जाएगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत गनियारी में सी.सी. रोड़ निर्माण (मेन रोड से अशोक घर तक) पार्ट –2 हेतु 2 लाख 60 हजार रूपए स्वीकृत किया गया है।
- बालोद । राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार कलेक्टोरेट बालोद में रिक्त पदों की पूर्ति सीधी भर्ती के माध्यम से की जाएगी। उक्त पदों पर भर्ती के लिए निर्धारित योग्यता रखने वाले पात्र अभ्यर्थी 12 जून 2023 शाम 05.30 बजे तक ऑनलाइन माध्यम से जिले के वेबसाइट बालोद डाॅट जीओवी डाॅट इन के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत सहायक ग्रेड 03, स्टेनाटायपिस्ट, वाहन चालक, भृत्य, अर्दली, चौकीदार, फर्राश एवं प्रोसेस सर्वर के रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। भर्ती हेतु निर्धारित योग्यता एवं शत्र्तो की जानकारी बालोद जिले की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।
- बालोद । बालोद जिले में जल संग्रहण समिति भिरई, देवकोट, कंवर, पेरपार, सांगली, बोहरा, पलारी, पेंडरवानी, सनौद, तितुरगहन में सचिव माईक्रोवाटरशेड (संविदा) पद पर भर्ती हेतु 12 जून 2023 तक आवेदन आमंत्रित किए गए है। चयनित अभ्यर्थियों को परियोजना अवधि तक 5000 रुपये मासिक मानदेय में संविदा नियुक्ति प्रदान की जाएगी। इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थी माईक्रोवाटरशेड समिति के सचिव पद हेतु अपना आवेदन पत्र बंद लिफाफे में पंजीकृत डाक एवं स्पीड पोस्ट के माध्यम से कार्यालय उप संचालक कृषि सह परियोजना प्रबंधक डबल्यूसीडीसी जिला बालोद में आवेदन कर सकते हंै। इस संबंध में विस्तृत जानकारी बालोद जिले के वेबसाइट बालोद डाॅट जीओवी डाॅट इन अथवा कृषि विभाग के उपसंचालक कार्यालय में उपस्थित होकर प्राप्त की जा सकती है।
- बालोद । शिक्षा सत्र 2022-23 के अंतर्गत राजीव गांधी प्रयास विद्यालय में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए आयोजित प्राक्चयन परीक्षा के परिणाम घोषित होने के उपरांत विद्यार्थियों की काउंसलिंग की तिथि निर्धारित कर दी गई है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया कि प्रवेश के लिए चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग वर्गवार 05 से 9 जून 2023 तक प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय गुढियारी रायपुर में सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक की जाएगी। इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के बालक एवं बालिकाओं का काउंसलिंग 05 जून 2023 को, अनुसूचित जनजाति तथा विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बालकों का काउंसलिंग 06 जून 2023 को, अनुसूचित जनजाति तथा विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के बालिकाओं का काउंसलिंग 07 जून 2023 को, अन्य पिछड़ा वर्ग के बालक एवं कन्या का काउंसलिंग 08 जून 2023 को तथा सामान्य वर्ग के बालक एवं बालिकाओं का काउंसलिंग 09 जून 2023 को आयोजित की गई है। काउंसलिंग हेतु चयनित विद्यार्थियों के प्रवेश से संबंधित किसी भी प्रकार की दावा-आपत्ति निर्धारित तिथि को सुबह 10 बजे से सुबह 11 बजे तक प्राप्त किए जाएंगे तथा दोपहर 12 बजे तक निराकरण पश्चात काउंसलिंग की कार्रवाई की जाएगी।
- -पहले दिन शण्मुख प्रिया, शरद शर्मा, दूसरे दिन बाबा हंसराज, लखबीर सिंह लक्खा, तीसरे दिन कुमार विश्वास और मैथिली ठाकुर देंगे प्रस्तुति-कंबोडिया और इंडोनेशिया के दल भी देंगे प्रस्तुति-हर दिन हनुमान चालीसा का होगा सामूहिक पाठरायपुर, / राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का शुभारंभ एक जून को होगा। इस दिन की शुरूआत हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ से होगी। इस मौके पर विदेशी एवं अंतरराज्यीय कलाकारों द्वारा मार्च पास्ट भी किया जाएगा। पहले दिन इंडियन आइडल की राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार शण्मुख प्रिया तथा राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार शरद शर्मा द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। दूसरे दिन राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार बाबा हंसराज रघुवंशी तथा लखबीर सिंह लक्खा द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति की जाएगी। तीसरे दिन राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार कुमार विश्वास द्वारा अपने अपने राम म्यूजिक नाइट की प्रस्तुति की जाएगी। साथ ही राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार मैथिली ठाकुर भी भजन संध्या की प्रस्तुति करेंगी।पहले दिन होगा यह- समारोह दोपहर तीन बजे से आरंभ होगा। समारोह के मुख्य अतिथि द्वारा औपचारिक आरंभ के पश्चात सामूहिक हनुमान चालीसा की प्रस्तुति होगी। इसके पश्चात आमंत्रित विदेशी एवं अंतरराज्यीय कलाकारों द्वारा मार्च पास्ट किया जाएगा। इसके बाद कंबोडिया के दल की प्रस्तुति होगी। उत्तराखंड, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ की रामायण मंडलियों के मध्य अरण्यकांड पर आधारित अंतरराज्यीय प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके पश्चात शण्मुख प्रिया तथा शरद शर्मा भजनसंध्या की प्रस्तुति देंगे।दूसरे दिन होगा यह- दूसरे दिन समारोह का आरंभ दोपहर 2 बजे से होगा। दूसरे दिन भी हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ होगा। इसके पश्चात अंतरराज्यीय रामायण मंडलियों के मध्य अरण्यकांड पर आधारित प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इसमें झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, असम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, गोवा और छत्तीसगढ़ की टीम हिस्सा लेगी। इसके पश्चात बाबा हंसराज रघुवंशी और लखबीर सिंह लक्खा भजन संध्या की प्रस्तुति देंगे।तीसरे दिन समापन समारोह पर होगा यह- तीसरे दिन समारोह दोपहर 2 बजे से आरंभ होगा। अंतरराज्यीय रामायण मंडलियों के मध्य अरण्य कांड पर आधारित प्रतियोगिता होगी। इसमें केरला, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की टीम हिस्सा लेगी। इसके पश्चात कंबोडिया के दल की प्रस्तुति होगी। इसके पश्चात केलो महाआरती तथा दीपदान का कार्यक्रम होगा। यह दीये स्व-सहायता समूहों द्वारा गोबर से निर्मित किये गये हैं। इसके पश्चात हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ होगा। इसके पश्चात समापन समारोह आयोजित होगा। इसमें अतिथिगण विजेता दलों को पुरस्कृत करेंगे तथा कलाकारों को सम्मानित करेंगे। इसके पश्चात इंडोनिशिया से आये दल की प्रस्तुति होगी। फिर मैथिली ठाकुर भजन संध्या प्रस्तुत करेंगी। इसके पश्चात कुमार विश्वास अपने अपने राम म्यूजिक नाइट प्रस्तुत करेंगे।
- -बड़े तरिया के रूप में नगरवासियों को कुम्हारी के हृदय स्थल पर मिलेगा भव्य मनोरंजन स्थलदुर्ग / नगर पालिका परिषद् कुम्हारी क्षेत्रान्तर्गत 30 मई 2023 को बड़े तरिया एवं विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित होना है। जिसमें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नगरवासियों को 174 करोड़ 45 लाख के विकास कार्याे की सौगात देंगे। जिसके अंतर्गत 45 करोड़ 44 लाख 66 हजार के विकास कार्याे का लोकार्पण व 129 करोड़ से अधिक लागत के कार्याे का भूमिपूजन शामिल है।कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरीय प्रशासन, विकास एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम में परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर जी, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, नगर पालिका परिषद कुम्हारी अध्यक्ष श्री राजेश्वर सोनकर एवं उपाध्यक्ष श्री के. रवि कुमार, लोक निर्माण विभाग प्रभारी श्री मनहरण यादव, नगर पालिका परिषद् कुम्हारी के समस्त पार्षद एवं एल्डरमेन तथा अन्य जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में अपनी गरिमामय उपस्थिति देंगे।
- दुर्ग / महिला एवं बाल विकास विभाग एवं यूनिसेफ के सहयोग से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। माहवारी स्वच्छता विषय पर जानकारी देने हेतु यूनिसेफ से डॉक्टर नेहा सिंह किशोर किशोरी सशक्तिकरण एवं बाल विवाह, बाल संरक्षण विशेषज्ञ (राज्य सलाहकार) एवं शशांक शर्मा जिला समन्वय किशोर किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम जिला दुर्ग की भूमिका रही है। कार्यक्रम में डॉ. नेहा सिंह के व्दारा किशोरावस्था और माहवारी यौवन के दौरान होने वाले भावनात्मक परिवर्तन लड़कियों में यौवनवस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तन, लड़को में यौवनवस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तन, माहवारी के समय पोषण प्रजनन प्रणाली, माहवारी के प्रति मिथक, माहवारी स्वच्छता महत्व माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, शोशक सामाग्री जैसे पैड, सूती कपडा, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन योजनाएं, माहवारी अपशिष्ट प्रबंधन, किशोरावस्था और लिंग विभाजन के आधार लिंग के विभाजन आदि की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में माहवारी स्वच्छता से संबंधी खेल का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में यूनिसेफ के सहयोग माहवारी स्वच्छता विषय पर एनिमेशन विडियों का निर्माण किया गया है। जिसको आगनबाड़ी केन्द्र के द्वारा सभी गर्भवती शिशुवती, किशोरियों को दिखाया जाऐगा। जिससे कि उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके। माहवारी स्वच्छता एवं महिला समुदाय के सम्मान हेतु जिले में रेड डॉट चौलेंज का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अधिकारीगण, सामाजिक कार्यकर्ता भी इसमें भागीदारी ले रहे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन द्वारा आज की कार्यशाला से संबंधित विषय पर चर्चा की गई एवं कार्य योजना बनाकर जिले में इसका क्रियान्वयन किया जाएगा की जानकारी दी गई एवं यूनिसेफ टीम का इस आयोजन को सफल बनाने हेतु आभार व्यक्त किया गया।
- -02 जून को किया जाएगा निर्वाचन की सूचना का प्रकाशनरायपुर, / छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश के नगरीय निकायों के उप निर्वाचन के लिए कार्यक्रम जारी किया गया है। उप निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही नगर पालिका के ऐसे क्षेत्र जहां निर्वाचन संपन्न होना है वहाँ निर्वाचन संपन्न होने तक आदर्श आचरण संहिता लागू रहेगी। आयोग से इस संबंध में संबंधित कलेक्टर और ज़िला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) को आदेश जारी कर कार्यक्रम की जानकारी दी गयी है। नगर पालिकाओं के उप निर्वाचन जून 2023 के तहत नगरीय निकायों के पार्षद पदों का निर्वाचन होगा।आयुक्त छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग श्री ठाकुर राम सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रदेश के आठ ज़िलों के नौ नगरीय निकाय के नौ वार्ड में पार्षद का चुनाव किया जाना है। इसमें नगरपालिका परिषद् चांपा जिला-जांजगीर-चांपा, नगर पंचायत खोंगापानी जिला-मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, नगर पंचायत खरोरा जिला-रायपुर, नगर पंचायत तुमगांव जिला-महासमुंद, नगर पालिक निगम दुर्ग और नगरपालिका परिषद अहिवारा जिला-दुर्ग, नगरपालिका परिषद बेमेतरा जिला-बेमेतरा, नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी जिला-मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, नगरपालिका परिषद कोण्डागांव जिला-कोण्डागांव शामिल हैं।राज्य निर्वाचन आयुक्त ने यह भी बताया है कि जारी निर्वाचन कार्यक्रम अनुसार 02 जून 2023 को संबंधित ज़िले के ज़िला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्वाचन तथा स्थानों के आरक्षण के संबंध में सूचना का प्रकाशन किया जाएगा। उसी दिन रिटर्निंग अधिकारी द्वारा मतदान केन्द्रों की सूची का प्रकाशन तथा नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करना प्रारंभ होगा। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा नाम निर्देशन पत्र नौ जून तक लिया जाएगा। उनके द्वारा नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 10 जून को की जाएगी। अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की आखरी तारीख 12 जून है। साथ ही उसी दिन रिटर्निंग अधिकारी द्वारा अभ्यर्थिता वापसी के बाद निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर प्रकाशन तथा निर्वाचन प्रतीकों का आबंटन किया जाएगा। आवश्यकता होने पर मतदान 27 जून को होगा तथा मतगणना और निर्वाचन परिणामों की घोषणा (रिटर्निंग अधिकारी द्वारा) 30 जून 2023 को की जाएगी।
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रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सुराजी ग्राम योजना ग्रामीण अंचलों में निवास करने वालों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हुई है। नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजनांतर्गत बाड़ी विकास योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। जिससे ग्रामीण परिवारों को आय का आसान रास्ता मिला है, कोरिया जिले में भी ऐसे कई परिवार हैं जो अपनी सफलता की कहानी स्वयं बयां करते हैं। जिले के विकासखण्ड सोनहत के कुशहा गौठान में बाड़ी विकास योजना के तहत लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गौठान में मक्का,टमाटर लगाया है। समूह की सदस्य अनिता बताती हैं कि पिछले सीजन में उन्होंने मात्र एक हजार की लागत लगाकर टमाटर उगाया था, जिससे उन्हें 7 हजार तक का मुनाफा हुआ। उन्होंने बताया कि पहले वे घर पर ही घरेलू आवश्यकतानुसार सब्जियां लगाती थीं, परन्तु आज समूह के साथ जुड़कर गौठान में बड़े स्तर पर बाड़ी का कार्य करने से उन्हें रोजगार का अवसर मिल गया है।
इसी प्रकार विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के मझगंवा गौठान की प्रगति महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं बाड़ी का कार्य कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ कर रहीं हैं। समूह की अध्यक्ष शमशुन निशा बताती हैं कि समूह के गठन के साथ ही वे गौठान में विभिन्न गतिविधियों से जुड़कर कार्य कर रहीं हैं। समूह की सचिव अंजुलता ने बताया कि लगभग 10 महीनों से हम बाड़ी विकास का कार्य कर रहें हैं। वर्तमान में यहां बैगन, मिर्च,टमाटर के साथ-साथ एलोवेरा तथा लेमनग्रास भी लगा है। जिसका विक्रय कर महिलाओं ने कुल 70 हजार रुपए की आय की है और लगातार मुनाफा बढ़ रहा है। स्थानीय बाज़ारों में ही सब्जियों की खपत हो जाती है। महिलाएं कहती हैं कि जब से हम यह कार्य कर रहीं हैं अच्छी आमदनी से आर्थिक रूप से सशक्त होकर घर-परिवार की ज़रूरतों को पूरा कर पा रहीं हैं। उन्होंने ऐसी फायदेमंद योजना शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है। -
कोरिया । विकासखण्ड सोनहत के कटकोना गौठान में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें से एक है बकरी पालन। ग्रामीण आजीविका के लिए पशुपालन पारंपरिक व्यवसाय है, जो आज गौठानो में बड़े स्तर पर आय का माध्यम बन गया है। यहां मां गौरी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा समूह से जुड़कर जनवरी 2022 से बकरी पालन का कार्य किया जा रहा है। समूह की सदस्य कीर्तिबृजभान रजवाड़े बताती हैं कि हम पहले ही अपने-अपने घरों में पशुपालन का कार्य करते थे, अब यहां गौठान में बड़े स्तर पर कार्य करने का मौका मिल रहा है और फायदा भी अधिक हो रहा है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा 10 बकरी और 2 बकरे से कार्य प्रारंभ किया गया था। इस कार्य के लिए उन्हें सीआईएफ राशि से 35 हजार रुपए आजीविका संवर्धन हेतु प्रदान किए गए थे। अभी तक समूह के द्वारा कुल 22 बकरे तथा बकरी विक्रय जा चुके हैं, जिससे समूह को कुल 67 हजार रुपए का शुध्द लाभ हुआ। वर्तमान में उनके पास कुल 60 बकरे-बकरी है। -
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डाॅ श्रीमती किरणमयी नायक और सदस्यों द्वारा बस्तर जिले के महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में 05 जून को प्रातः 11 से 5 बजे तक आयोजित की गई है। आयोग द्वारा 21 प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी।