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- नयी दिल्ली। सशस्त्र बल झंडा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सैन्य बलों के अतुलनीय योगदानों की सराहना की और कहा कि उनमें उत्कृष्ट दृढ़ता और साहस है। वर्ष 1949 से, 7 दिसंबर को पूरे देश में सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है ताकि शहीदों और वर्दी में उन लोगों को सम्मानित किया जा सके, जिन्होंने देश के सम्मान की रक्षा में देश की सीमाओं पर बहादुरी से दुश्मनों का मुकाबला किया और अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सशस्त्र बल झंडा दिवस के अवसर पर मैं एक बार फिर सैन्य बलों के अतुलनीय योगदानों को रेखांकित करना चाहूंगा। उनकी दृढ़ता और साहस उत्कृष्ट है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप भी हमारी सेना के कल्याण में योगदान दें।=
- बरेली । बरेली शहर के सीबीगंज इलाके स्थित बीएल एग्रो की जौहरपुर इकाई में मंगलवार को जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर बेहोश हो गया। यूनिट में यह हादसा टैंक की सफाई के दौरान हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बरेली के अपर जिलाधिकारी (नगर) राम दुलारे पांडे ने बताया कि बीएल एग्रो की जौहरपुर यूनिट स्थित टैंक की सफाई करने के लिए तीन मजदूर टैंक में उतरे। लेकिन काफी समय बाद भी बाहर नहीं आने पर एक अन्य मजदूर को उन्हें देखने के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि बाद में किसी तरह से चारों मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला गया और उन्हें तत्काल इलाज के लिए एसआरएम एस मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने विजय(32), नीरज(22)और यासीन(26) को मृत घोषित कर दिया जबकि एक अन्य मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई है। जिलाधिकारी के आदेश पर अधिकारियों की टीम मौके पर जांच के लिये भेजी गयी हैं।-file photo-
- नयी दिल्ली।नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने देश भर के हवाई अड्डों पर भीड़ प्रबंधन बेहतर करने के लिए एक कार्य योजना जारी की है जिसमें आरटी-पीसीआर जांच सेवाओं का विस्तार करना और विदेशी मुद्रा काउंटर को तैयार करना शामिल है। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को लेकर चिंताओं के बीच एक दिसंबर से यात्रा संबंधी नए नियमों के लागू होने के बाद से यात्री सोशल मीडिया पर देश के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ बढ़ने और अव्यवस्था की शिकायत कर रहे हैं। सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘‘निजी और एएआई, दोनों हवाई अड्डों पर भीड़ प्रबंधन के संबंध में तैयारियों, जांच क्षमताओं और जमीनी स्थिति का जायजा लिया।'' भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के पास देश भर में 100 से अधिक हवाई अड्डों का नियंत्रण है। हालांकि, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे प्रमुख हवाई अड्डों का संचालन निजी कंपनियों द्वारा किया जाता है। नागर विमानन मंत्री ने कहा कि उन्होंने ‘‘आव्रजन कतार, आरटी-पीसीआर सेवा प्रदाताओं का विस्तार, हेल्प डेस्क और विदेशी मुद्रा काउंटर को बेहतर बनाने के साथ-साथ सुगम आवाजाही के संबंध में आठ निर्देशों के साथ एक कार्य योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि निश्चिंत रहें, विमानन मंत्रालय हर दिन स्थिति की निगरानी कर रहा है और यात्रियों को हवाई अड्डों पर किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक दिसंबर से लागू दिशा-निर्देशों के मुताबिक ‘जोखिम वाले' देशों से आने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होगा और दूसरे देशों से आने वाले दो फीसदी यात्रियों को भी औचक आधार पर जांच करानी होगी। दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्रियों को हवाईअड्डे से निकलने या आगे की उड़ान लेने से पहले नतीजों का इंतजार करना होगा। ब्रिटेन सहित यूरोपीय देशों और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर और इजराइल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ‘‘जोखिम'' वाली श्रेणी में रखा गया है।-
- नयी दिल्ली। असमिया साहित्यकार नीलमणि फूकन को वर्ष 2021 के लिए और कोंकणी के साहित्यकार दामोदर मौउजो को वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित ‘ज्ञानपीठ' पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। भारतीय ज्ञानपीठ ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया, “ ज्ञानपीठ पुरस्कार चयन समिति ने वर्ष 2021 व 2022 के लिए क्रमश: 56वें और 57वें ज्ञानपीठ पुरस्कार की घोषणा कर दी है।” विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रसिद्ध कथाकार व ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रतिभा राय की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है। उसमें बताया गया है कि 1933 में जन्में फूकन का असमिया साहित्य में विशेष स्थान है और उन्होंने कविता की 13 पुस्तकें लिखी हैं। फूकन को पद्मश्री, साहित्य अकादमी, असम वैली अवॉर्ड व साहित्य अकादमी फैलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि 2022 के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले मौउजो कोंकणी साहित्यिक परिदृश्य में चर्चित चेहरा हैं। 1944 में जन्में मौउजो ने करीब 50 साल के अपने लेखन करियर में छह कहानी संग्रह, चार उपन्यास, दो आत्मकथात्मक कृतियां और बाल साहित्य को कलमबद्ध किया है। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, गोवा कला अकादमी साहित्य पुरस्कार, कोंकणी भाषा मंडल साहित्य पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है।
- अखनूर (जम्मू) । युद्ध में भागीदारी निभाने वाले 80 वर्षीय एक पूर्व सैनिक ने अपनी पुरानी ‘मोपेड' पर पंजाब स्थित अपने गृह नगर से जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर तक 230 किलोमीटर की यात्रा की और 1971 के भारत-पाक युद्ध के अपने साथियों को श्रद्धांजलि दी। होशियारपुर जिले के मुकेरियां क्षेत्र के दूसरी पीढ़ी के सेना के सूबेदार जय सिंह ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्धों में भाग लिया था और अखनूर सेक्टर में अपने साथियों के साथ बहादुरी से लड़े थे। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपरा निभाते हुए 80 वर्षीय पूर्व सैनिक ने नियंत्रण रेखा के अखनूर-जौरियां सीमा में छंब की लड़ाई के दौरान वीरता के साथ लड़ने वाले 1971 के युद्ध के अपने साथियों को एक शानदार श्रद्धांजलि देने का फैसला किया।" रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध में शामिल रहे एक सैनिक के बेटे सिंह 6 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे और 1965 तथा 1971 दोनों युद्धों में भाग लिया। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा कि 1965 के युद्ध के दौरान सिंह एक आक्रमण टीम का हिस्सा थे और हाजीपीर सेक्टर में गितियां पर कब्जा करने के दौरान वह घायल हो गए थे। उन्होंने कहा कि सूबेदार ने 1971 में अखनूर के छपरियाल इलाके में 216 फील्ड रेजिमेंट के साथ युद्ध में भाग लिया था, जो वहां बहादुरी से लड़ी थी। उन्होंने कहा कि दो अधिकारियों, दो जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) और सीओ, लेफ्टिनेंट कर्नल एमएल सेठी सहित रेजिमेंट के 64 अन्य सैन्यकर्मियों ने अभियान के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया था। जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर सिंह ने अपने आवास से 1971 के युद्ध स्थल क्षेत्र और पहाड़ीवाला में 216 फील्ड रेजीमेंट स्मारक तक अपनी पुरानी मोपेड से खुद 230 किलोमीटर की यात्रा की। उन्होंने कहा कि वयोवृद्ध सैनिक ने वीरगति को प्राप्त हुए अपने साथियों और अधिकारियों को आंखों में आंसू लिए गर्व के साथ याद किया। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा, "उनकी देशभक्ति और भावना ने पुष्पांजलि समारोह में उपस्थित सभी लोगों के लिए प्रेरणा का काम किया।
- नयी दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई ने मंगलवार को दूरसंचार परिचालकों को सभी मोबाइल ग्राहकों के लिये नंबर समान रखते हुए कंपनी बदलने (पोर्टेबिलिटी) को लेकर एसएमएस सुविधा तत्काल प्रभाव से लागू करने को कहा है। यह सुविधा सभी मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के लिये देने को कहा गया है, भले ही उन्होंने कितनी भी राशि का रिचार्ज क्यों नहीं कराया हो। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) का नेटवर्क पोर्टेबिलिटी को लेकर यह कड़ा संदेश महत्वपूर्ण है। रिलायंस जियो ने हाल ही में नियामक को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि वोडाफोन आइडिया का नया शुल्क ढांचा कथित रूप से कम राशि के रिचार्ज कराने वाले ग्राहकों को अपने नेटवर्क से मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा प्रतिबंधित कर रहा है। ट्राई ने कुछ ‘प्रीपेड वाउचर' में ‘आउटगोइंग एसएमएस' सुविधा प्रदान नहीं करने वाली दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनियों के रुख पर पर कड़ा ऐतराज जताया। ट्राई के अनुसार, हाल के दिनों में ग्राहकों से शिकायतें मिली हैं कि वे अपने प्रीपेड खातों में पर्याप्त राशि होने के बावजूद ‘मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी' सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूपीसी (यूनिक पोर्टिंग कोड) सृजित करने के लिए निर्धारित नंबर 1900 पर एसएमएस भेजने में असमर्थ हैं। नियामक ने अपने निर्देश में कहा, ‘‘....अत: सभी सेवाप्रदाताओं को निर्देश दिया जाता है कि वे दूरसंचार मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी नियमन, 2009 के तहत प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों श्रेणी के मोबाइल फोन ग्राहकों को मोबाइल फोन पोर्टेबिलिटी की सुविधा के लिये 1900 पर यूपीसी को लेकर एसएमएसए भेजने की सुविधा दें। यह सुविधा सभी ग्राहकों को मिलनी चाहिए, भले ही वे कितने भी मूल्य का वाउचर क्यों नहीं इस्तेमाल कर रहे हों।'' ट्राई ने कहा कि कुछ प्रीपेड वाउचर/प्लान में मोबाइल नंबर पार्टेबिलिटी से संबंधित एसएमएस भेजने की सुविधा का प्रावधान न करने की गतिविधियां नियमन के प्रावधानों का ‘उल्लंघन' हैं। सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस जियो ने ट्राई से शिकायत की थी कि वोडाफोन आइडिया का नया शुल्क ढांचा कम मूल्य की योजनाओं को चुनने वाले ग्राहकों को अपना मोबाइल नंबर ‘पोर्ट' करने से रोकता है क्योंकि कंपनी की शुरुआती स्तर की योजनाओं में ‘आउटगोइंग एसएमएस' सुविधा उपलब्ध नहीं है। उल्लेखनीय है कि वोडाफोन आइडिया ने नवंबर में मोबाइल सेवाओं और इंटरनेट दरों में 18-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। नए शुल्क ढांचे के तहत, कंपनी ने 28 दिनों की वैधता के साथ शुरुआती स्तर के ‘प्लान' को 75 रुपये से बढ़ाकर 99 रुपये कर दिया, लेकिन इसमें एसएमएस सेवा जुड़ी नहीं है। जियो की शिकायत के अनुसार, वोडाफोन आइडिया 179 और उससे ऊपर की योजनाओं में एसएमएस सेवा दे रही है।
- आरा (बिहार) ।भोजपुर ज़िला में जगदीशपुर थाना अंतर्गत कितापुर गांव के समीप मंगलवार को एक ऑटोरिक्शा और जीप में टक्कर हो गई। इस हादसे में ऑटोरिक्शा में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चालक समेत छः अन्य घायल हुए हैं। पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने बताया की उक्त ऑटोरिक्शा में एक ही परिवार के लोग सवार थे, जो कि बभनीयावां गांव से भोजपुर जिला मुख्यालय आरा आ रहे थे। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान हीरा लाल भगत, उनके दामाद ललन भगत एवम् पांच वर्षीय नाती पुरुषोत्तम के तौर पर की गई है। तिवारी ने बताया कि इस हादसे में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर आरा-मोहनिया राष्ट्रीय राजमार्ग को घंटों जाम किए रखा और प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शन समाप्त किया।-
- नीमच (मध्य प्रदेश) । नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक ट्रक से 662 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने मंगलवार को दी है। नारकोटिक्स उपायुक्त संजय कुमार ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एनसीबी की टीम ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात ग्वालियर-आगरा मार्ग पर ट्रक को रोका और जांच के दौरान उसमें से बरामद 662.5 किलोग्राम गांजे को जब्त किया। उन्होंने कहा कि हालांकि, ट्रक का चालक और हेल्पर वाहन से कूद कर भाग गए।कुमार ने बताया कि मादक पदार्थ को 135 पैकेटों में चालक के कैबिन के पीछे विशेष रूप से डिजाइन की गई जगह में छुपा कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि ट्रक की तलाशी के दौरान उसमें एक फर्जी नंबर प्लेट भी मिला है। कुमार ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस कानून) के तहत मामला दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश जारी है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाणपत्र देने की तिथि को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से यह फैसला किया गया है।अभी पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाणपत्र देने की अंतिम तिथि 30 नवंबर थी। पेंशन पाने के लिए पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र देना होता है। सिंह ने बताया कि पेंशनभोगी विस्तारित अवधि के दौरान खुद शाखाओं में जाकर या डिजिटल रूप से ऑनलाइन प्रणाली के जरिये यह प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि पेंशन का वितरण करने वाले बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी शाखा में भीड़भाड़ से बचने के लिए पर्याप्त कदम उठाए और सामाजिक दूरी उपायों का अनुपालन सुनिश्चित करें।
- मेरठ।मेरठ जिले के थाना परतापुर क्षेत्र के एक गांव में नौवीं कक्षा के छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। छात्र का शव गांव के बाहर झाड़ियों में पड़ा मिला। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार घोपला मोड़ निवासी आदित्य शर्मा (14) महेंद्र सिंह स्मारक इंटर कॉलेज में नौंवी कक्षा का छात्र था। उन्होंने बताया कि हर रोज की तरह आदित्य सोमवार की शाम घर से ट्यूशन के लिए निकला था लेकिन वापस नहीं आया जिसके बाद पहले तो परिजनों ने खुद उसकी तलाश की, लेकिन जब छात्र का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि आदित्य के सहपाठियों से पूछताछ की गई, जिन्होंने बताया कि आदित्य गांव के बाहर झाड़ियों के पास है। परिजनों ने झाड़ियों के आसपास बताई गई जगह पर तलाश की तो वहां आदित्य का लहूलुहान शव मिला। उन्होंने बताया कि उसके शरीर पर चोट के कई निशान हैं। उसका स्कूल बैग भी पास में पड़ा मिला। पुलिस ने जब खोजबीन की तो मृतक छात्र के मोबाइल से काफी नंबर भी डिलीट किए गए थे। आशंका है कि छात्र की पीट-पीटकर हत्या की गई है। सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी), ब्रह्मपुरी विवेक यादव ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से हत्या के आरोपी का पता लगाया जा रहा है।
- केंद्रपाड़ा (ओडिशा) ।ओडिशा के तटीय जिले केंद्रपाड़ा में पांच फुट लंबे मगरमच्छ को मछली पकड़ने के जाल से सुरक्षित निकाला गया। अधिकारियों ने बताया कि मगरमच्छ भितरकनिका नदी से लुना नदी में आ गया था और महाकालपाड़ा थाना क्षेत्र के ओराटाघाट गांव के पास एक मछुआरे के जाल में फंस गया था। मछुआरे ने उसे फंसा देख पुलिस और वन कर्मियों को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने उसे जाल में से निकाला। वन अधिकारियों ने बताया कि मगरमच्छ सुरक्षित है और उसे कोई चोट नहीं आई है। उसे वापस भितरकनिका नदी में छोड़ दिया गया है। मगरमच्छ के वहां पहुंचने से स्थानीय मछुआरों में तनाव उत्पन्न हो गया था। भितरकनिका में खारे पानी के मगरमच्छ (क्रोकोडाइलस पोरोसस) की संख्या 1975 में 96 थी, जो अब बढ़कर 1,768 हो गई है।
- औरंगाबाद | महाराष्ट्र के औरंगाबाद में, झूठी शान के लिए की गई हत्या के एक संदिग्ध मामले में, एक आरोपी नाबालिग लड़के ने अपनी आरोपी मां के साथ मिलकर अपनी बहन का सिर काट दिया और फिर कटे हुए सिर के साथ सेल्फी ली। पुलिस ने सोमवार को बताया कि लड़की ने परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी इसलिए उसके आरोपी भाई और आरोपी मां ने यह जघन्य अपराध किया। एक अधिकारी ने कहा कि घटना यहां वैजापुर तहसील के लडगांव में रविवार दोपहर को हुई। सब डिविजनल पुलिस अधिकारी कैलाश प्रजापति ने कहा, “कीर्ति (21) ने वैजापुर में अविनाश थोरे से 21 जून को विवाह किया था और गयागांव गांव में रहती थी। इससे परिवार में गुस्सा था। कीर्ति के आरोपी नाबालिग भाई और उसकी आरोपी मां उसके घर पहुंचे और उस वक्त उसका सिर काट दिया जब वह चाय बना रही थी।” एक अन्य अधिकारी ने कहा, आरोपी “नाबालिग लड़का और उसकी आरोपी मां ने कीर्ति के सिर के साथ सेल्फी भी ली। अविनाश को उसकी पत्नी की सिर कटी लाश किचन में मिली। अपराध करने के बाद दोनों आरोपी वैजापुर पुलिस थाने पहुंचे।
- देहरादून | उत्तराखंड के चारों हिमालयी धामों सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सोमवार को भारी बर्फबारी तथा निचले इलाकों में बारिश होने से प्रदेश में ठंड बढ गयी है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, औली, मुनस्यारी जैसे ऊंचाई वाले हिस्से बर्फ से लकदक भर गए जबकि चमोली, रूद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जैसे जिलों में कई स्थानों पर रविवार शाम शुरू हुई बारिश सोमवार पूरे दिन जारी रही। चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने 'भाषा' को बताया कि बदरीनाथ में एक फुट बर्फ जम चुकी है जबकि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क, फूलों की घाटी और केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य का बड़ा इलाका ताजी बर्फ से ढक गया है। उत्तरकाशी जिले में भी कई पर्यटक स्थल जैसे खरसाली, राडी टॉप, जानकीचट्टी, हरसिल और मुखबा में भी बर्फबारी हुई है। इस बीच, देहरादून तथा अन्य मैदानी इलाकों में दिन भर आकाश बादलों से ढका रहा और धूप तथा बारिश की आंख मिचौली के बीच ठंडी हवाएं चलती रहीं जिससे ठंड बढ गयी। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, देहरादून में सोमवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो रविवार के 25.1 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले लगभग चार डिग्री कम था। इसी प्रकार टिहरी और मुक्तेश्वर में भी पारा सोमवार को रविवार के मुकाबले चार डिग्री लुढक गया।
- नयी दिल्ली | केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि ‘लेटरल एंट्री' का दोहरा उद्देश्य, केंद्र सरकार में खास स्तरों पर नयी प्रतिभा को लाना और मानव संसाधन बढ़ाना है। लेटरल एंट्री के जरिए निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों को सरकारी विभागों में नियुक्त किया जाता है।सिंह ने कहा कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने 10 संयुक्त सचिव सहित 38 उम्मीदवारों की नियुक्ति को मंजूरी दी है। संघ लोग सेवा आयोग ने उनकी नियुक्ति अनुबंध या प्रतिनियुक्ति आधार पर करने के लिए की थी। कार्मिक राज्य मंत्री ने कहा कि लेटरल एंट्री प्रक्रिया के दोहरे उद्देश्य हैं, केंद्र सरकार में कुछ खास स्तर पर नयी प्रतिभा को लाना और मानव संसाधन बढ़ाना।=
- नयी दिल्ली | नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने सोमवार को स्टार्टअप के वित्तपोषण के के लिए एक ‘रियल्टी शो' की शुरुआत की। इस पहल का मकसद स्टार्टअप को अलग विचारों को लेकर आगे आने और कोष प्राप्त करने के लिये प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम ‘हॉर्सेस स्टैबल-जो जीता वही सिकंदर' एचपीपीएल संस्थापक प्रशांत अग्रवाल और अभिनेता सुनील शेट्टी का संयुक्त प्रयास है। इस पहल को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत एमएसएच (एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब) का भी समर्थन प्राप्त है। विज्ञप्ति के अनुसार, यह ‘शो' देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जहां स्टार्टअप और एसएमई (लघु एवं मझोले उद्यम) पूंजी प्राप्त करने के लिए अपनी सोच और विचार को रख सकते हैं। इसका उद्देश्य स्टार्टअप को अलग विचारों के साथ कोष प्राप्त करने के लिये आगे आने को प्रोत्साहित करना है। कांत ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि उद्योग के विशेषज्ञ स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए आगे आ रहे हैं। इस प्रयास से नए स्टार्टअप को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने 10 महीनों में 44 यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर के मूल्यांकन वाले स्टार्टअप) बनाए हैं। समावेश आज की स्टार्टअप पीढ़ी की कुंजी है।'' यह कार्यक्रम भारतीय उद्यमियों के लिए डिजाइन किया गया एक रियलिटी शो है। इसे कांत ने अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक चिंतन वैष्णव, सुनील शेट्टी, एफटीसी टैलेंट एंड एंटरटेनमेंट और प्रशांत अग्रवाल के साथ पेश किया।
- नयी दिल्ली । स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती लागत के बीच भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने उसे अस्पतालों के नियमन की अनुमति देने की मांग उठाई है। इरडा ने कहा है कि बढ़ती लागत के बीच अस्पतालों के नियमन के लिए या तो उसे अनुमति दी जानी चाहिए या एक एक अलग नियामक बनाया जाना चाहिए। इरडा की एक सदस्य ने सोमवार को यह बात उठाई। इरडा की सदस्य टी एल अलामेलु ने कहा कि एक बीमा नियामक के रूप में हम आम लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम में लगातार हो रही वृद्धि से बचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बीमा नियामक के रूप में हमें स्वास्थ्य परिवेश को विनियमित करना बहुत मुश्किल नहीं लगता। हम इसके केवल एक हिस्से का नियमन कर रहे है, जो बीमा कंपनियां हैं। बीमा कंपनियों से संबंधित तीसरा पक्ष प्रशासक यानी टीपीए है, हम अप्रत्यक्ष रूप से अस्पतालों के नियमन की कोशिश कर सकते हैं।'' अलामेलु ने कहा, ‘‘हमारी बीमा कंपनियों पर नजर रहती है कि वे कैसे प्रीमियम बढ़ाती हैं। लेकिन दूसरी ओर सेवाप्रदाताओं के लिए कोई नियामक नहीं है। उन्हें खुला हाथ मिला हुआ है। कई ऐसे मामले रहे हैं जिसमें हमें हस्तक्षेप करना पड़ा है और राज्य सरकारों से बात करनी पड़ी है।
- नयी दिल्ली | खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत अमूल, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, पारले एग्रो, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और नेस्ले इंडिया सहित पैकेटबंद खाद्य सामान बेचने वाली 60 कंपनियों के निवेश आवेदनों को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस साल मार्च में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,900 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना को मंजूरी दी थी। यह योजना 2.5 लाख रोजगार के अवसरों के सृजन, निर्यात को बढ़ावा देने और उपभोक्ताओं के लिए मूल्यवर्धित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद करेगी। मंत्रालय ने 10,900 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना के तहत लाभ पाने की इच्छुक खाद्य प्रसंस्करण कंपनियों से रुचि पत्र (ईओआई) मांगे थे। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 24 जून, 2021 थी। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर डाले बयान में कहा, ‘‘ईओआई के जवाब में मंत्रालय को श्रेणी 1 के तहत कुल 91 आवेदन प्राप्त हुए। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री की अध्यक्षता वाली मंजूरी समिति ने श्रेणी 1 के तहत तहत 60 आवेदकों को मंजूरी दी है। मंत्रालय द्वारा दी गई सूची के अनुसार रेडी-टू-ईट और रेडी-टू-कुक खंड में 12 आवेदनों को मंजूरी दी गई है। इनमें ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड, गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (अमूल), पारले बिस्कुट, बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल, आईटीसी, हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल, बीकानेरवाला फूड्स और बालाजी वेफर्स शामिल हैं। इसके अलावा फल एवं सब्जी खंड में 18 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। इनमें पारले एग्रो, एवरेस्ट फूड प्रोडक्ट्स, एमटीआर फूड्स, मैकेन फूड्स इंडिया, टेस्टी बाइट ईटेबल्स आदि शामिल हैं। समुद्री उत्पाद खंड में 11 और मोजरेला चीज खंड में चार प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है।-
- नयी दिल्ली | हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इंडियन ऑर्डनेंस फैक्टरी 2020 में शीर्ष 100 वैश्विक हथियार उत्पादक और सैन्य सेवा कंपनियों में शामिल थीं। यह बात स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने सोमवार को कही। उसने एक बयान में उल्लेख किया कि इनकी 2020 में 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर की कुल हथियार बिक्री 2019 की तुलना में 1.7 प्रतिशत अधिक थी और शीर्ष 100 कंपनियों की कुल बिक्री का 1.2 प्रतिशत है। सिपरी के बयान में कहा गया है कि एचएएल (42वां स्थान) और बीईएल (66वें स्थान) की हथियारों की बिक्री में क्रमश: 1.5 प्रतिशत और 4.0 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अनुसार, ‘‘इंडियन ऑर्डनेंस फैक्टरी (60वें स्थान पर) की हथियारों की बिक्री में मामूली (0.2 प्रतिशत की) वृद्धि हुई।'' सिपरी के बयान में कहा गया है कि घरेलू खरीद ने भारतीय कंपनियों को महामारी के नकारात्मक आर्थिक परिणामों से बचाने में मदद की। दुनिया की शीर्ष पांच हथियार निर्माता अमेरिकी कंपनियां हैं: लॉकहीड मार्टिन, रेथियॉन टेक्नोलॉजीज, बोइंग, नॉर्थ्रोप ग्रुम्मन और जनरल डायनेमिक्स।
- बाड़मेर (राजस्थान)| शहर के बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने सोमवार शाम कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है। ग्रामीण थानाधिकारी परबतसिंह ने बताया कि शव को मुर्दाघर में रखवाया गया है।उन्होंने बताया कि मृतका की शिनाख्त सुनीता मीणा निवासी खेतड़ी, झुंझुनूं के रूप में कई गयी है। सिंह ने बताया कि एक सुसाइड नोट मिला है लेकिन उसमें आत्महत्या के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। सिंह ने बताया कि छात्रा के परिवार को सूचित कर दिया गया है।
- नयी दिल्ली | भारत और रूस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर वार्ता के दौरान आतंकवाद से खतरा एवं अफगानिस्तान में उभरती स्थिति जैसी बड़ी चुनौतियों से निपटने में सहयोग व समन्वय बढ़ाने का संकल्प लिया। साथ ही दोनों पक्षों ने आपसी साझेदारी और अधिक विस्तार देने के लिए 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिसमें उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थित फैक्टरी में छह लाख से अधिक एके-203 असाल्ट राइफलों के संयुक्त रूप से निर्माण के लिए किया गया समझौता भी शामिल है। वहीं, पुतिन ने भारत को एक बहुत बड़ी शक्ति और वक्त की कसौटी पर खरा उतरा दोस्त बताते हुए कहा कि आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध साझा चुनौतियां हैं, जिनका दोनों देश सामना कर रहे हैं। उन्होंने यहां प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी वार्ता के दौरान शुरूआती टिप्पणी में अफगानिस्तान में घटनाक्रमों पर भी चिंता प्रकट की और कहा कि भारत एवं रूस क्षेत्र के समक्ष आने वाली बड़ी चुनौतियों पर समन्वय जारी रखेंगे। उन्होंने अपनी शुरूआती टिप्पणी में कहा, ‘‘हम भारत को एक बहुत बड़ी शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और वक्त की कसौटी पर खरा उतरा दोस्त मानते हैं। दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं।'' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पुतिन की दूसरी विदेश यात्रा भारत-रूस संबंधों के प्रति उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है तथा दोनों पक्षों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी प्रगाढ़ हो रही है। मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में, विश्व ने कई मूलभूत परिवर्तन और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक बदलाव देखे हैं लेकिन भारत एवं रूस की मित्रता पहले जैसी बनी रही। संयुक्त रूप से जारी बयान के मुताबिक, मोदी और पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआईएस और अलकायदा समेत किसी भी तरह के आतंकी समूहों के प्रशिक्षण, वित्त पोषण और आश्रय के लिए नहीं किया जाना चाहिए। दोनों पक्षों ने सीमा-पार आतंकवाद से लड़ने की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिसे साफतौर पर पाकिस्तान के परिपेक्ष्य में देखा गया। बयान के मुताबिक, दोनों पक्षों ने पर्यावरण, व्यापार और निवेश तथा उच्च प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का भी उल्लेख किया। रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर व्यापक चर्चा करने के लक्ष्य से भारत और रूस के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की पहली ‘टू प्लस टू' वार्ता के कुछ घंटों बाद यह शिखर वार्ता हुई। दिन की शुरूआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उनके रूसी समकक्ष सर्गेई शोयगु के साथ वार्ता के साथ हुई। इससे इतर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता की। इसके बाद दोनों देशों के रक्षा एवं विदेश मंत्रियों ने ‘टू प्लस टू' वार्ता की। रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता के समापन पर दोनों पक्षों ने उत्तर प्रदेश के अमेठी स्थित एक विनिर्माण प्रतिष्ठान में छह लाख से अधिक एके-203 राइफलों का संयुक्त उत्पादन करने के समझौते पर हस्ताक्षर किया। इसके अलावा, सैन्य सहयोग पर समझौते को 10 साल (2021-31) के लिए बढ़ा दिया। राइफलों का निर्माण भारतीय सशस्त्र बलों के लिए लगभग 5000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। सैन्य सहयोग पर 10 साल का समझौता मौजूदा ढांचे का नवीनीकरण है। माना जाता है कि भारतीय पक्ष ने पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध का भी मुद्दा उठाया और एस-400 मिसाइल रक्षा समझौते पर भी चर्चा की गई। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत और रूस के बीच एस-400 मिसाइल रक्षा सौदा भारतीय रक्षा क्षमता के लिए खासा मायने रखता है तथा सहयोग को कमजोर करने की अमेरिकी कोशिश के बावजूद इसे क्रियान्वित किया जा रहा है। लावरोव ने कहा कि भारत ने स्पष्ट रूप से और ढृढ़ता से कहा है कि वह एक संप्रभु देश है तथा रक्षा खरीद पर खुद अपना फैसला लेता है। संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी की स्थिति पर विचारों का आदान प्रदान किया और विशेष रूप से ‘स्पुतनिक-वी' टीके के संबंध में जारी द्विपक्षीय सहयोग की सराहना की। दोनों नेताओं ने महामारी के दौरान समय पर सहायता करने के लिए एक-दूसरे के देशों का आभार व्यक्त किया। दोनों पक्षों ने विश्वास जताया कि कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र के शीघ्र परस्पर स्वीकार्यता से दोनों देशों के लोगों को आवाजाही में सुविधा होगी। इसके साथ ही दोनों देश इसके लिए तेज गति से औपचारिकताएं पूरी करने पर सहमत हुए। वहीं, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर वार्ता को ''काफी फलदायी'' करार दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच कई क्षेत्रों में संधि समेत 28 समझौते किए गए। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध का मुद्दा उठाया या नहीं? इस पर विदेश सचिव ने कहा कि भारत की सुरक्षा संबंधी सभी चिंताओं पर चर्चा हुई। श्रृंगला ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि मोदी और पुतिन ने अफगानिस्तान पर भारत और रूस के बीच करीबी सहयोग व विचार-विमर्श जारी रखने का निर्णय लिया। विदेश सचिव ने कहा कि वार्ता के दौरान ऊर्जा के क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद से निपटने पर भी जोर दिया गया और दोनों पक्षों ने इसे साझा हितों वाला क्षेत्र करार दिया।
- ऑटो पर सवार मां-बेटी और ड्राइवर सहित 6 घायलआरा। आरा-मोहनिया नेशनल हाईवे पर मंगलवार सुबह बोलेरो और ऑटो में सीधी भिड़ंत हो गई। हादसे में ऑटो पर सवार ससुर, दामाद और नाती की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि, मां-बेटी और ऑटो चालक समेत 6 लोग घायल हो गए।जगदीशपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि हादसा जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कितापुर गांव के पास हुआ। मृतकों में जगदीशपुर थाना क्षेत्र के बभनियांव गांव निवासी स्व.नगीना भगत के पुत्र हीरालाल भगत, रोहतास जिला के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के घुसियां गांव के ललन भगत (हीरालाल का दामाद) और उनके 5 वर्षीय पुत्र पुरुषोत्तम कुमार शामिल है। घायलों में रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के घुसियां गांव निवासी और मृतक ललन भगत की पत्नी पूनम देवी, 11 वर्षीय पुत्री पम्मी कुमारी, जगदीशपुर थाना क्षेत्र के बभनियांव गांव निवासी ऑटो चालक महेंद्र राम का पुत्र रविंदर राम, पटना जिले के खगौल थाना क्षेत्र के दानापुर लखनी बीगहा गांव निवासी तेतरी देवी, उसकी पुत्री नैना कुमारी एवं देवर पंकज कुमार शामिल हैं।
- बरेली। बरेली के सीबीगंज में बीएल एग्रो तेल कंपनी में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। टैंक में सफाई करते समय तीन सफाई कर्मचारी दम घुटने से बेहोश हो गए। आनन-फानन उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां तीनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने बताया कि सीबीगंज के परसाखेड़ा स्थित एक प्लांट में विजय, नीरज और यासीन काम करते थे। मंगलवार सुबह तीनों टैंक की सफाई के लिए अंदर घुसे। काफी देर बाद वापस नहीं आए तो साथी कर्मचारियों ने खोज शुरू की। विजय, नीरज और यासीन टैंक में बेहोश पड़े थे। जिन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां तीनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।-file photo
- प्रयागराज। दो सगे भाइयों की ट्रेन छूट गई तो उनके दिमाग में खुराफात सूझ गई। 112 नंबर पर डायल कर आरोपी भाइयों ने नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस में बम होने की फर्जी सूचना दे दी। ट्रेन में बम रखने की सूचना से जीआरपी में हड़कंप मच गया। ट्रेन में सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन कहीं बम नहीं मिला। डाग स्क्वायड की टीम भी इसमें लगी। बाद में जिस नंबर से फोन किया गया था उसको ट्रेस किया गया तो उसकी लोकेशन मध्यप्रदेश में मिली। फोन करने वाले आरोपी सगे भाई निकले। उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो पता चला कि ट्रेन छूट जाने से नाराज आरोपी सगे भाइयों ने फर्जी सूचना दी थी। जीआरपी ने मध्य प्रदेश से आरोपी अख्तर और उसके भाई आरोपी अहमद को गिरफ्तार कर लिया है।जीआरपी पुलिस ने बताया कि जब आरोपी अख्तर से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे अपने आरोपी भाई के साथ प्रयागराज से दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस में सफर करना था। उसकी ट्रेन छूट गई थी। इसके बाद उसके दिमाग में खुराफात सूझी और 112 नंबर डायल कर ट्रेन में बम होने की सूचना दे दी। आरोपी अख्तर ने बताया कि उसे इस बात का अंदाजा नहीं था इसका परिणाम क्या होगा। आरोपी अख्तर ने सोचा कि जब इस ट्रेन में बम होने की सूचना मिलेगी तो ट्रेन को खड़ा कर दिया जाएगा। ट्रेन निरस्त भी हो सकती है, जिससे उनके टिकट का पैसा वापस हो जाएगा। फिलहाल जीआरपी पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
- नयी दिल्ली। भारी बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित होने की वजह से दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 140 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। देश के अधिकांश खुदरा बाजारों में सितंबर के अंत से टमाटर की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण दक्षिणी राज्यों में कीमतों में भारी तेजी आई है। उत्तरी क्षेत्र में टमाटर की खुदरा कीमतें सोमवार को 30-83 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में चल रही थीं, जबकि पश्चिमी क्षेत्र में कीमतें 30-85 रुपये प्रति किलोग्राम और पूर्वी क्षेत्र में 39-80 रुपये प्रति किलोग्राम थी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा रखे जाने वाले आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। पिछले कुछ हफ्तों से टमाटर का अखिल भारतीय औसत मूल्य 60 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर बना हुआ है। टमाटर की खुदरा कीमतें मायाबंदर में 140 रुपये प्रति किलोग्राम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 127 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही थीं। केरल के तिरुवनंतपुरम में टमाटर 125 रुपये प्रति किलोग्राम, पलक्कड़ और वायनाड में 105 रुपये प्रति किलोग्राम, त्रिशूर में 94 रुपये प्रति किलोग्राम, कोझीकोड में 91 रुपये प्रति किलोग्राम और कोट्टायम में 83 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। कर्नाटक में इसकी खुदरा कीमत मेंगलूर और तुमकुरु में 100 रुपये प्रति किलो, धारवाड़ में 75 रुपये प्रति किलो, मैसूर में 74 रुपये प्रति किलो, शिवमोगा में 67 रुपये प्रति किलो, दावणगेरे में 64 रुपये प्रति किलो थी और बेंगलुरु में 57 रुपये प्रति किलो चल रही थी। तमिलनाडु में भी टमाटर रामनाथपुरम में 102 रुपये प्रति किलो, तिरुनेलवेली में 92 रुपये प्रति किलो, कुड्डालोर में 87 रुपये प्रति किलो, चेन्नई में 83 रुपये प्रति किलो और धर्मपुरी में 75 रुपये प्रति किलो था। आंध्र प्रदेश में, विशाखापत्तनम में टमाटर 77 रुपये प्रति किलो और तिरुपति में 72 रुपये प्रति किलो पर बेचा गया, जबकि तेलंगाना में, वारंगल में टमाटर 85 रुपये प्रति किलो था। पुडुचेरी में सोमवार को टमाटर का खुदरा भाव 85 रुपये प्रति किलो था। महानगरों में सोमवार को मुंबई में टमाटर 55 रुपये प्रति किलो, दिल्ली में 56 रुपये किलो, कोलकाता में 78 रुपये किलो और चेन्नई में 83 रुपये किलो बिका। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने 26 नवंबर को कहा था कि उत्तरी राज्यों से ताजा फसल आने से दिसंबर से टमाटर की कीमतों में नरमी आने की संभावना है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में बेमौसम बारिश के कारण सितंबर के अंत से खुदरा टमाटर की कीमतों में तेजी आई है। बारिश के कारण टमाटर की फसल को नुकसान हुआ और इन राज्यों से आवक में देरी हुई। उत्तर भारत के राज्यों से देरी से आवक के बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में भारी बारिश हुई, जिससे आपूर्ति बाधित हुई और फसल को भी नुकसान हुआ। इसमें कहा गया है कि टमाटर की कीमतें अत्यधिक अस्थिर हैं और आपूर्ति श्रृंखला में किसी भी तरह की बाधा या भारी बारिश के कारण कीमतों में तेजी आती है। कृषि मंत्रालय के अनुसार, चालू वर्ष में टमाटर का खरीफ (गर्मी) उत्पादन 69.52 लाख टन है, जबकि पिछले साल 70.12 लाख टन टमाटर का उत्पादन हुआ था।
- नयी दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमण ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश मोहन एम शांतनगौदर को श्रद्धांजलि दी तथा कहा कि उनके आकस्मिक निधन से सर्वोच्च न्यायपालिका का बहुत बड़ा नुकसान" हुआ। न्यायमूर्ति शांतनगौदर की सेवानिवृत्ति से करीब तीन साल पहले गत अप्रैल में यहां एक अस्पताल में निधन हो गया था। उन्हें 17 फरवरी, 2017 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और उनका कार्यकाल पांच मई, 2023 तक था। उनकी मृत्यु 62 वर्ष की उम्र में 24 अप्रैल की देर रात गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में हुई थी। सीजेआई ने दिवंगत न्यायाधीश की स्मृति में शीर्ष अदालत में हाइब्रिड मोड में आयोजित ‘फुल कोर्ट रिफ्रेंस' में कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे अपने सबसे मूल्यवान सहयोगियों में से एक की मृत्यु पर शोक व्यक्त करना होगा। उनका आकस्मिक निधन शीर्ष अदालत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से देश ने ‘आम आदमी का जज' खो दिया है। मैंने व्यक्तिगत रूप से एक सबसे प्रिय मित्र और एक मूल्यवान सहयोगी खो दिया है।” सीजेआई ने उनके कुछ प्रमुख फैसलों को याद करते हुए कहा कि देश के न्यायशास्त्र में उनका योगदान निर्विवाद है। उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी उनके फैसलों से पहले से ही भलीभांति परिचित हैं और मैं इनके बारे में विस्तार से चर्चा करना नहीं चाहता।'' न्यायमूर्ति रमण ने कहा कि न्यायमूर्ति शांतनगौदर के फैसले उनकी विचार प्रक्रिया, उनके वर्षों के अनुभव, ज्ञान और अनंत बुद्धिमता में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। उन्होंने न्यायमूर्ति शांतनगौदर के साथ करीब डेढ साल तक पीठ साझा किये जाने के अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा, "उनके निर्णयों ने सादगी, प्रचुर सामान्य ज्ञान और एक व्यावहारिक दृष्टिकोण दिखाया। वह हमेशा सामाजिक समानता, और लोगों के अधिकारों एवं स्वतंत्रता के बारे में चिंतित रहते थे।” बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि दिवंगत न्यायाधीश का व्यक्तित्व सरल था। वह आपराधिक कानून में सबसे प्रतिभाशाली कानूनी विशेषज्ञों में से एक थे। शीर्ष विधि अधिकारी ने न्यायमूर्ति शांतनगौदर के अंतिम फैसलों में से एक को याद करते हुए कहा कि उन्होंने लॉकरों के संबंध में बैंकों की जवाबदेही की ओर इशारा करके सार्वजनिक आय बढ़ाने की कोशिश की थी और आरबीआई को ग्राहकों को लॉकर सुविधा देने के संबंध में कदमों को लागू करने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने भी दिवंगत न्यायाधीश को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह कभी भी निडर निर्णय लेने से नहीं कतराते थे।-