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नई दिल्ली। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का आज एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। साइरस 2012 से 2016 तक टाटा संस के चेयरमैन रहे थे। घटनास्थल पर 54 साल के मिस्त्री की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त पाई गई। कार में एयरबैग भी खुले हुए पाए गए। गाड़ी में चार लोग सवार थे। इस एक्सीडेंट में मिस्त्री समेत दो लोगों की मौत हुई है। दुर्घटना के बाद मिस्त्री को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब मिस्त्री की कार मुंबई से सटे पालघर जिले में एक डिवाइडर से टकरा गई। उस समय मिस्त्री मर्सिडीज कार में अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी साइरस मिस्त्री के असमय निधन पर शोक व्यक्त किया है।
बिजनेस की दुनिया में भले ही साइरस किसी परिचय के मोहताज ना हो लेकिन आम लोगों के बीच साइरस मिस्त्री उस समय चर्चा में आए जब वह टाटा संस के चेयरमैन बने थे। साइरस मिस्त्री टाटा संस के छठे अध्यक्ष थे। उन्होंने 2012 में रतन टाटा के बाद पदभार संभाला था। हालांकि, मिस्त्री को 24 अक्टूबर 2016 को टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। इसके बाद 6 फरवरी, 2017 को होल्डिंग कंपनी के बोर्ड में निदेशक के रूप में भी हटा दिया गया था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। साइरस मिस्त्री मशहूर बिजनसमैन पलोनजी के बेटे थे। पलोनजी की कंपनी शापूरजी पलोनजी ग्रुप टाटा समूह में सबसे बड़ी हिस्सेदार है।
टाटा संस का चेयरमैन बनने से पहले साइरस मिस्त्री अपने परिवार के कंस्ट्रक्शन बिजनेस को संभाल रहे थे। साइरस ने लंदन के प्रतिष्ठित इंपीरियल कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। वे फोब्र्स गोकक, यूनाइटेड मोटर्स (इंडिया) और शापूरजी पल्लोनजी एंड कंपनी जैसी कई अन्य कंपनियों के निदेशक भी रहे। टाटा के साथ मिस्त्री परिवार का जुड़ाव 1930 में तब शुरू हुआ जब शापूरजी पल्लोनजी मिस्त्री ने टाटा संस में एफई दिनशॉ एस्टेट से 12.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। मिस्त्री ने बाद में टाटा परिवार से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली। इसके बाद शपूरजी पलोनजी ग्रुप की हिस्सेदारी लगभग 16.5 प्रतिशत हो गई। मिस्त्री ने टाटा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए 90 के दशक में टाटा संस के राइट्स इश्यू में 60 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था।
साइरस मिस्त्री की मां भारतीय मूल की आयरिश नागरिक थी। साइरस मिस्त्री के पास आयरिश पासपोर्ट था। साइरस मिस्त्री की बहनों में से एक ने रतन टाटा के सौतेले भाई और टाटा समूह के एक प्रमुख कार्यकारी नोएल टाटा से शादी की। 1992 में साइरस मिस्त्री ने भारत के सबसे प्रमुख वकीलों में से एक इकबाल छागला की बेटी से शादी की।
- नयी दिल्ली। एयर इंडिया उड़ान समयसारणी में बदलाव या देरी के बारे में यात्रियों को पहले से जानकारी उपलब्ध करने के लिये नई व्यवस्था स्थापित करेगी। साथ ही कंपनी हवाईअड्डे से संबंधित मुद्दों के समाधान को समन्वय टीम भी स्थापित करेगी। कंपनी द्वारा आंतरिक तौर पर जारी सूचना में यह कहा गया है। विभिन्न कार्यों की समीक्षा के बाद टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिये सुधार वाले क्षेत्रों की पहचान की है।एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने आंतरिक स्तर पर जारी सूचना में कहा कि एयरलाइन सुधार करने के लिये हवाईअड्डा ‘स्लॉट’ मांगेगी।उन्होंने कहा कि एयरलाइन ‘स्लॉट’ के स्तर पर जो बदलाव चाहती है, उसमें सभी इस सत्र में मिलना मुश्किल है लेकिन हम जानते हैं, हमें क्या करना है। हम सत्र-दर-सत्र इस मामले में आगे बढ़ेंगे।जुलाई महीने में घरेलू बाजार में 8.4 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली एयरलाइन हवाईअड्डे से संबंधित मुद्दों को बेहतर तरीके से समझने के लिये एक हवाईअड्डा/केंद्र नियंत्रण/क्षेत्रीय नियंत्रण समन्वय टीम भी स्थापित करेगी।सूचना के अनुसार, एयरलाइन की हवाईअड्डा संचालन टीम कामकाज और प्रदर्शन में सुधार के लिये रखरखाव कार्यों से जुड़े भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रही है।इसमें कहा गया है, ‘‘...हम अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के लिये व्यवस्था बना रहे हैं। इसमें यात्रियों को उड़ान समयसारणी में बदलाव या देरी के बारे में पहले ही सूचना देना शामिल है। साथ ही जहां भी उपयुक्त हो, उड़ानों में स्वयं से बदलाव की सुविधा भी दी जाएगी।’’ टाटा ने एयर इंडिया का इस साल जनवरी में अधिग्रहण किया था।
- नयी दिल्ली। फसल और खाद्य सुरक्षा से जुड़े उत्पाद बनाने वाली बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड ने सीटीपीआर-आधारित दो कीटनाशक पेश किये हैं। कंपनी का कहना है कि ये कीटनाशक मिट्टी को उपजाऊ बनाये रखने के साथ ‘बॉलवर्म' जैसे कीटों औैर तना को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करने में कारगर हैं। बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विमल अलावधी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सीटीपीआर (क्लोरान्त्रानिलीप्रोल) एक अनूठा कीटनाशक है जो कीट प्रबंधन में काफी असरदार है। यह मृदा में पोषक तत्वों के वितरण में मददगार अर्थ्रोपोड्स को नुकसान पहुंचाए बगैर फसल को हानि पहुंचाने वाले कीटों की एक विस्तृत श्रृंखला को खत्म कर सकता है। अलावधी ने कहा, ‘‘सीटीपीआर आधारित कीटनाशक उत्पादों का उपयोग काफी व्यापक है और इसका बाजार वर्तमान में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का है। यह कीटनाशक बाजार में कुल आठ प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। हालांकि अब तक हम सीटीपीआर के लिए दूसरे देशों पर निर्भर थे लेकिन सिटीजन और विस्तारा जैसे उत्पाद इस निर्भरता को कम कर करने में मददगार होंगे।'' कंपनी के अनुसार, सिटीजन कीटनाशक गन्ना और चावल के अलावा गोभी, कपास, टमाटर, मिर्च, सोयाबीन, बैगन, अरहर, चने, काला चना, करेला, भिंडी, मक्का और मूंगफली की फसल के कीटों को नियंत्रित करने में कारगर है। यह बॉलवर्म, तना और फल को नुकसान पहुंचाने कीटों, तना मक्खी आदि को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है। वहीं विस्तारा नाम का कीटनाशक धान और गन्ने में ‘शूट बोरर' और ‘स्टेम बोरर' जैसे कीड़ों को बढ़ने से रोकता है और फसल की कम उपज से होने वाले नुकसान से उत्पादकों को बचाता है। इस तरह उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है।
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नई दिल्ली। भारत वर्ष 2029 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा वृद्धि दर पर भारत 2027 में जर्मनी और संभवतः 2029 में जापान से आगे निकल जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2014 के बाद से काफी ढांचागत बदलाव हुए हैं और इस समय वह ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। यह रिपोर्ट भारतीय स्टेट बैंक के ग्रुप मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने तैयार की है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमानों से पता चलता है कि भारत इस वर्ष वार्षिक आधार पर डॉलर के संदर्भ में ब्रिटेन से आगे निकल गया है। अब भारत, अमरीका, चीन, जापान और जर्मनी से ही पीछे रह गया है। श्रीमती सीतारामन ने कहा कि एक दशक पहले भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें स्थान और ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था। आकाशवाणी से बातचीत में आर्थिक विश्लेषक ए.के. भट्टाचार्य ने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था में ऐसी ही तेज वृद्धि होती रही तो भारत कुछ ही वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
सरकार ने कहा है कि इस साल देश का कुल निर्यात 750 अरब अमरीकी डॉलर को पार कर जाएगा। पिछले वर्ष यह 676 अरब अमरीकी डॉलर था। वाणिज्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि इस साल निर्यात 450 अरब अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है जबकि सेवा क्षेत्र में निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। निर्यात आंकड़ों की जानकारी देते हुए श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि इस साल अगस्त में निर्यात 33 अरब अमेरिकी डॉलर पर स्थिर रहा, जबकि अप्रैल से अगस्त के दौरान निर्यात पिछले साल की तुलना में 192 अरब अमरीकी डॉलर रहा जो पिछले वर्ष की तुलना में 17 दशमलव एक प्रतिशत अधिक है। श्री सुब्रह्मण्यम ने कहा कि अगस्त 2022 तक आयात 61 दशमलव 88 अरब रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 37 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष के पांच महीनों में, भारत के आयात में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढकर 318 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। उन्होंने कहा कि कोयला और पेट्रोलियम के आयात में वृद्धि हुई है और यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि देश का 25% आयात उपभोक्ता वस्तुओं के लिए है, जबकि 75 प्रतिशत आयात कच्चे माल के लिए है। - नयी दिल्ली। मांग कमजोर होने के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को सभी तेल-तिलहन की कीमतें औंधे मुंह गिर गईं।बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में खाद्यतेलों के भाव टूटने से खाद्यतेल उद्योग, आयातक और किसान काफी परेशान हैं, खासकर आयातकों के सामने बर्बादी का खतरा मंडरा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में जिस कच्चा पामतेल का आयात भाव लगभग 2,007 डॉलर प्रति टन था, उसका कांडला बंदरगाह पर मौजूदा भाव सिर्फ 990 डॉलर प्रति टन रह गया है। ऐसे में बाकी तेल तिलहन कीमतों पर भी भारी दबाव है।सूत्रों ने कहा कि थोड़ी-बहुत पूंजी रखने वाले कारोबारियों ने अब तेल कारोबार छोड़ने का मन बना लिया है और बैंकों में अपना साख पत्र (लेटर आफ क्रेडिट) देने वाले कारोबारी ही खाद्यतेल कारोबार में अटके हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस गिरावट के बावजूद उपभोक्ताओं को गिरावट का यथोचित लाभ नहीं मिल पा रहा है क्योंकि खुदरा कारोबार में अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पहले से ही थोक भाव के मुकाबले 40-50 रुपये अधिक रखे जाने से खुदरा व्यापारी और मॉल वाले ग्राहकों से अधिक कीमत वसूल रहे हैं।सूत्रों ने कहा कि जब कांडला बंदरगाह पर सीपीओ 88 रुपये किलो बिकेगा तो उसके सामने अगले मार्च के लगभग आने वाली सरसों किस तरह टिक पाएगी। आगामी रबी फसल के लिए सरकार द्वारा सरसों की नई फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बढ़ाने की संभावना को देखते हुए सरसों तेल का लागत मूल्य 125-130 रुपये लीटर होने की उम्मीद है। सस्ते आयात के सामने देशी तेल-तिलहन टिक नहीं पायेंगे। सरकार अधिकतम 20-30 लाख टन ही सरसों की खरीद कर पायेगी तो सरसों की बाकी उपज के निपटान को लेकर आशंका रहेगी।शनिवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:सरसों तिलहन - 6,900-6,950 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।मूंगफली - 7070-7235 रुपये प्रति क्विंटल।मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 16,250 रुपये प्रति क्विंटल।मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,715 - 2,905 रुपये प्रति टिन।सरसों तेल दादरी- 13,550 रुपये प्रति क्विंटल।सरसों पक्की घानी- 2,150-2,240 रुपये प्रति टिन।सरसों कच्ची घानी- 2,180-2,295 रुपये प्रति टिन।तिल तेल मिल डिलिवरी - 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल।सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,750 रुपये प्रति क्विंटल।सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,580 रुपये प्रति क्विंटल।सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,240 रुपये प्रति क्विंटल।सीपीओ एक्स-कांडला- 8,800 रुपये प्रति क्विंटल।बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल।पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,800 रुपये प्रति क्विंटल।पामोलिन एक्स- कांडला- 9,680 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।सोयाबीन दाना - 5,275-5,375 रुपये प्रति क्विंटल।सोयाबीन लूज 5,225- 5,325 रुपये प्रति क्विंटल।मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।
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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक शीघ्र ही किसान क्रेडिट कार्ड के पूर्ण डिजिटीकरण की प्रायोगिक परियोजना शुरू करेगा। इसे केसीसी लैंडिंग भी कहा जाता है। रिजर्व बैंक के बयान में कहा गया है कि ग्रामीण वित्त का डिजिटीकरण रिजर्व बैंक के फिनटेक प्रयासों का मुख्य उद्देश्य है। यह प्रायोगिक परियोजना मध्य प्रदेश यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और तमिलनाडु में फेडरल बैंक के साथ चुनिंदा जिलों में शुरू की जाएगी।
रिजर्व बैंक नवाचार केंद्र ने केसीसी लैंडिंग को विकसित किया है। प्रस्तावित डिजिटीकरण से किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेने की प्रक्रिया अधिक दक्षता पूर्ण बनाने में मदद मिलेगी। इससे ऋण लेने वालों के लिए लागत घटेगी और यह प्रक्रिया तीव्र गति से सुलभ होगी और आवेदन करने से लेकर ऋण लेने तक की समय अवधि कम होगी।इस समय ग्राहकों को भू-स्वामित्व के प्रमाण और अन्य दस्तावेज के साथ व्यक्तिगत रूप से बैंक शाखा में जाना पड़ता है। इससे ऋण के आवेदन से ऋण मिलने की प्रक्रिया तक दो से चार सप्ताह का समय लगता है।प्रायोगिक परियोजना से मिली सीख के आधार पर धीरे धीरे किसान क्रेडिट कार्ड की डिजिटीकरण प्रक्रिया का विस्तार देशभर में किया जाएगा। -
अगस्त में जीएसटी संग्रह 1.43 लाख करोड़ रुपये, लगातार छठे महीने 1.40 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार
नयी दिल्ली. मांग में सुधार, ऊंची दरों और अनुपालन बेहतर रहने से अगस्त में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 28 प्रतिशत बढ़कर 1.43 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अगस्त लगातार छठा महीना है जब जीएसटी संग्रह 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। आगामी त्योहारों को देखते हुए यह तेजी जारी रहने का अनुमान है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘बेहतर अनुपालन और आर्थिक पुनरुद्धार का जीएसटी राजस्व पर लगातार सकारात्मक प्रभाव बना हुआ है।'' मंत्रालय ने बताया कि अगस्त, 2022 में सकल जीएसटी राजस्व 1,43,612 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के 1,12,020 करोड़ रुपये के संग्रह से 28 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘जीएसटी राजस्व में अगस्त, 2022 तक हुई वृद्धि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक है। बेहतर अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जीएसटी परिषद ने जो कदम उठाए हैं उनका असर स्पष्ट दिख रहा है।'' हालांकि, जीएसटी संग्रह जुलाई के 1.49 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से कम है। अप्रैल में यह 1.67 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर था। अगस्त, 2022 में सकल जीएसटी राजस्व 1,43,612 करोड़ रुपये था जिसमें केंद्रीय जीएसटी 24,710 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 30,951 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 77,782 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 42,067 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 10,168 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र किए गए 1,018 करोड़ रुपये सहित) है। केपीएमजी में भारतीय भागीदार (अप्रत्यक्ष कर) अभिषेक जैन ने कहा, ‘‘संग्रह लगातार अधिक बना हुआ है जो कोविड के मामलों में उतार-चढ़ाव के बावजूद अर्थव्यवस्था में तेजी दिखाता है। इसकी वजह कुछ हद तक मुद्रास्फीति और बेहतर अनुपालन भी है।'' एन ए शाह एसोसिएट्स में भागीदार (अप्रत्यक्ष कर) पराग मेहता ने कहा कि आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए अगले दो से तीन महीने में संग्रह में वृद्धि जारी रहेगी। -
मुंबई. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.5 प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसका कारण पहली तिमाही में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़ा अनुमान के मुकाबले नीचे रहना है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत रही। वृद्धि दर के उम्मीद से कम रहने का कारण विनिर्माण क्षेत्र का कमजोर प्रदर्शन है। इस क्षेत्र में पहली तिमाही में केवल 4.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से वृद्धि को समर्थन मिला। विशेषज्ञों ने पहली तिमाही में 15 से 16.7 प्रतिशत वृद्धि दर रहने की संभावना जतायी थी। इसमें भारतीय रिजर्व बैंक ने सबसे अधिक 16.7 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान रखा था। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 15.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद व्यक्त की थी। घोष ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में कहा कि 13.5 प्रतिशत पर वृद्धि दर के साथ वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में तिमाही आधार पर 9.6 प्रतिशत की कमी आई है। लेकिन मौसमी रूप से समायोजित वास्तविक जीडीपी वृद्धि श्रृंखला आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत देती है। इसके तहत पहली तिमाही में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी जबकि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में यह 4.1 प्रतिशत और 2021-22 की चौथी तिमाही में 1.9 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि जीडीपी के आंकड़े बातों को सामने लाने से ज्यादा छिपाते हैं। यह औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) के माप में शामिल वस्तुओं के समूह पर गौर करने का समय है। इसकी समीक्षा पिछली बार 2012 में की गयी थी। घोष ने कहा कि हालांकि जीडीपी में दहाई अंक में वृद्धि हुई है लेकिन यह बाजार उम्मीद से कम है। इसका प्रमुख कारण विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि है जो पहली तिमाही में महज 4.8 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए पूरे वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
घोष ने कहा कि उन्हें चालू वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.1 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.0 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके आधार पर हम अब 2022-23 के लिये सालाना जीडीपी वृद्धि अनुमान को संशोधित कर 6.8 प्रतिशत कर रहे हैं। यह सांख्यिकी समायोजन है। हालांकि उन्होंने कहा कि दूसरी छमाही में वृद्धि गति में तेजी आने की उम्मीद है।'' घोष ने पूर्व में पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 15.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था।उन्होंने कहा कि सबसे निराश करने वाली बात मौजूदा मूल्य पर जीडीपी वृद्धि दर 26.7 प्रतिशत रहना है जो 2021-22 की पहली तिमाही में 32.4 प्रतिशत तथा 2021-22 की चौथी तिमाही में 14.9 प्रतिशत थी। वास्तविक संदर्भ में निजी अंतिम खपत व्यय में सुधार हुआ और यह 10 प्रतिशत रहा जो महामारी-पूर्व स्तर से अधिक है। - नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी के चलते होटल, रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में इस्तेमाल होने वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में गुरुवार को 91.5 रुपये की कमी की गई। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार 19 किलोग्राम के वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब दिल्ली में 1,885 रुपये है। यह कीमत पहले पहले 1,976.50 रुपये थी। हालांकि, घरेलू रसोई गैस के दाम 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर के लिए 1,053 रुपये ही हैं और इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। विमान ईंधन या एटीएफ की कीमत में 0.7 फीसदी की मामूली कटौती की गई है। इसकी दर 874.13 रुपये प्रति किलोलीटर या 0.7 फीसदी कम कर दी गई और राष्ट्रीय राजधानी में यह 1,21,041.44 रुपये प्रति किलोलीटर है।
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नयी दिल्ली. एनटीपीसी को निजी नियोजन के आधार पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करके 12,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी शेयरधारकों से मिल गई है। मंगलवार को हुई सालाना आम सभा (एजीएम) में इस समाधान को मंजूरी मिली।
एजीएम के नोटिस में बताया गया कि एक या अधिक किश्तों में जुटाई जाने वाली धनराशि का उपयोग पूंजीगत व्यय, कार्यशील पूंजी और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। कंपनी के निदेशक मंडल ने प्रस्ताव को मंजूरी 29 जुलाई 2022 को दी थी। - नयी दिल्ली। सरकार ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई की अवधि के दौरान 3.7 करोड़ आभूषणों की हॉलमार्किंग की गई। सोने के गहनों की अनिवार्य हॉलमार्किंग करने का कानून पिछले साल 16 जून से लागू हुआ था। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने एक बयान में कहा, ‘‘वर्ष 2021-2022 में 8.68 करोड़ आभूषणों की हॉलमार्किंग की गई, जबकि एक अप्रैल, 2022 से 31 जुलाई 2022 तक 3.7 करोड़ गहनों की हॉलमार्किंग की गई।'' ब्यूरो ने 16 जून, 2021 को अनिवार्य हॉलमार्किंग जारी होने के बाद से कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया है। जौहरियों का पंजीकरण निःशुल्क और आजीवन वैध बना दिया गया। हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (एचयूआईडी) आधारित हॉलमार्किंग पोर्टल एक जुलाई 2021 को शुरु किया गया था। परख एवं हॉलमार्किंग केंद्र में संपूर्ण कामकाज को स्वचालित और ऑनलाइन किया गया है। ब्यूरो ने कहा, ‘‘बीआईएस पंजीकृत जौहरियों की संख्या एक जुलाई 2021 को 43,153 से बढ़कर एक अगस्त 2022 को 1,43,497 हो गई है। मान्यता प्राप्त परख एवं हॉलमार्किंग केंद्रों की संख्या भी एक जुलाई 2021 को 948 से बढ़कर 31 जुलाई 2022 को 1,220 हो गई है।'' अनिवार्य हॉलमार्किंग का कार्यान्वयन दो चरणों में किया गया था। पहले चरण में, अनिवार्य हॉलमार्किंग आदेश के तहत सोने की तीन श्रेणियों की वस्तुओं अर्थात 14 कैरेट (585 विशुद्धता), 18 कैरेट (750 विशुद्धता) और 22 कैरेट (916 विशुद्धता) को दायरे में लिया गया था। इस चरण में कम से कम एक परख और हॉलमार्किंग केंद्र वाले 256 जिलों में इस आदेश लागू किया गया था। बीआईएस ने कहा कि अनिवार्य हॉलमार्किंग का दूसरा चरण एक जून 2022 से लागू किया गया था। अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण में सोने के आभूषणों/ कलाकृतियों के तीन अतिरिक्त कैरेट- 20 कैरेट (833 विशुद्धता), 23 कैरेट (958 विशुद्धता) और 24 कैरेट (995 विशुद्धता) शामिल हैं।
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नयी दिल्ली । दूरसंचार विभाग ने क्षेत्र के नियामक ट्राई से इंटरनेट के जरिये कॉल और व्हॉट्सएप, सिग्नल और गूगल मीट जैसे संदेश भेजने की सुविधा देने वाले ऐप के नियमन को लेकर रूपरेखा तैयार करने के लिये विचार मांगे हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। दूरसंचार विभाग ने पिछले हफ्ते 2008 में जारी इंटरनेट के जरिये टेलीफोन करने की सुविधा पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की एक सिफारिश को समीक्षा के लिए वापस भेज दिया। और नियामक से नई प्रौद्योगिकी आने के साथ तकनीकी परिवेश में जो बदलाव आया है, उसके परिप्रेक्ष्य में एक व्यापक सुझाव देने को कहा है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘दूरसंचार विभाग को ‘इंटरनेट टेलीफोनी' के बारे में ट्राई की सिफारिश स्वीकार्य नहीं है। विभाग ने अब इंटरनेट के जरिये फोन और ‘ओवर-द-टॉप' कंपनियों को लेकर एक व्यापक सुझाव देने को कहा है।'' दूरसंचार कंपनियां सरकार से समान सेवा, समान नियम के सिद्धांत को लागू करने की मांग कर रही हैं।
उनका कहना है कि कि इंटरनेट कॉल की सुविधा देने वाले और मैसेजिंग ऐप को वही लाइसेंस शुल्क का भुगतान करना चाहिए, जो दूरसंचार कंपनियों और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं पर लागू हैं। साथ ही समान रूप से नियमों, सेवा की गुणवत्ता आदि के विनियमन का पालन करना चाहिए। ट्राई ने 2008 में सिफारिश की थी कि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को सामान्य टेलीफोन नेटवर्क पर कॉल सहित ‘इंटरनेट टेलीफोनी' प्रदान करने की अनुमति दी जाएगी लेकिन उन्हें ‘इंटरकनेक्शन' शुल्क का भुगतान करना होगा, सुरक्षा एजेंसियों आदि की आवश्यकता के अनुसार कॉल का पता लगाने को लेकर वैध उपकरण स्थापित करने होंगे। - नयी दिल्ली। हवाई किराये की सीमा को हटाने से एयरलाइन कंपनियों को रियायती किराये की पेशकश करने और अपने यात्रियों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने बुधवार को यह बात कही। सरकार ने करीब दो साल से अधिक समय के बाद हवाई किराये की सीमा को खत्म करने का फैसला किया है। इसके साथ यात्रा कारोबार से जुड़े लोगों को भरोसा है कि आने वाले महीनों में टिकट की कीमतें कम हो सकती हैं। खासकर आगामी त्योहारी सत्र में ऐसा होने की उम्मीद है। देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन विस्तारा ने कहा कि वह एक संतुलित मूल्य निर्धारण रणनीति जारी रखेगी।उड़ान की अवधि के आधार पर हवाई किराये की ऊपरी और निचली सीमा मई, 2020 में तय की गई थी। इससे पहले कोविड-19 महामारी के कारण दो महीनों के लिए विमान सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। नागरिक विमानन मंत्रालय ने 10 अगस्त को घोषणा की थी कि घरेलू हवाई यातायात में सुधार हो रहा है और साथ ही विमान ईंधन की कीमत घटने के साथ 31 अगस्त से विमान किराये की सीमा को हटा दिया जाएगा। इंडिगो के एक प्रवक्ता ने कहा कि हवाई किराये की सीमा को खत्म करने का सरकार का निर्णय एक स्वागतयोग्य कदम है। इससे एयरलाइन को हवाई किराये को बेहतर तरीके से तय करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि इसके तहत रियायती किराये की पेशकश करके यात्रियों की संख्या को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से यात्रियों को भी लाभ होगा। हवाई यात्रा के लिए किराये की सीमा हटाने के बारे में ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) की अध्यक्ष ज्योति मायल ने कहा कि आने वाले महीनों में हवाई किराये में कमी आने की उम्मीद है, खासकर त्योहारी सत्र के दौरान। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है लोग कहीं अधिक संख्या में यात्रा करेंगे।
- नयी दिल्ली। शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर अप्रैल-जून, 2022 के दौरान सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत से घटकर 7.6 प्रतिशत रह गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने बुधवार को यह जानकारी दी।बेरोजगारी दर को श्रमबल के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।देश में अप्रैल-जून, 2021 में कोविड-19 महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण बेरोजगारी दर अधिक थी।इस तरह बेरोजगारी दर में गिरावट को रेखांकित करने वाले 15वें आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण पर आधारित नवीनतम आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि महामारी की छाया से निकलकर अर्थव्यवस्था अब सुधार की ओर बढ़ रही है। आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में जनवरी-मार्च, 2022 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर 8.2 प्रतिशत थी। सर्वेक्षण में पाया गया कि शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (15 वर्ष और उससे अधिक आयु की) में बेरोजगारी दर अप्रैल-जून, 2022 में घटकर 9.5 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 14.3 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा जनवरी-मार्च, 2022 में 10.1 प्रतिशत थी। शहरी क्षेत्रों में पुरुषों में बेरोजगारी दर एक साल पहले के 12.2 प्रतिशत की तुलना में अप्रैल-जून, 2022 में घटकर 7.1 प्रतिशत रह गई। यह आंकड़ा जनवरी-मार्च, 2022 में 7.7 प्रतिशत थी।
- नयी दिल्ली। सरकार ने पुणे के वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (वैमनीकॉम) में एक सहकारी शहद परियोजना स्थापित करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अभिलक्ष लिखी ने शहद की निर्यात क्षमता को मजबूत करने पर आयोजित एक कार्यशाला में यह बात कही। उन्होंने कहा कि छोटे और सीमांत मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को सशक्त बनाने और उन्हें लाभकारी फायदा दिलाने में मदद करने के लिए सभी अंशधारकों को शामिल करते हुए राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (एनबीएचएम) के तहत प्रयास किए जाने चाहिए। सरकार की तरफ से जारी के अनुसार, लिखी ने कार्यशाला के दौरान किसान उत्पादकों के संगठन (एफपीओ) द्वारा तैयार मधुमक्खी मोम के उत्पादों को भी पेश किया। उन्होंने पुणे में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के पुष्प कृषि अनुसंधान निदेशालय के विभिन्न कार्यों की भी समीक्षा के साथ राज्य सरकारों के सहयोग से फूलों की खेती के रकबे को बढ़ाने और इसकी खेती के विस्तार के लिए पंचवर्षीय कार्य योजना पर भी चर्चा की। file photo
- नयी दिल्ली । टाटा स्टील ने तरजीही आधार पर अतिरिक्त शेयरों के अधिग्रहण के माध्यम से अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली खनन इकाई टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड (टीएसएमएल) में करीब 54 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। टाटा स्टील ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि टीएसएमएल कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस निवेश का इस्तेमाल करेगी। टाटा स्टील ने टीएसएमएल के 10 रुपये के 2,81,98,433 इक्विटी शेयर 9.15 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर खरीदे हैं। टीएसएमएल दुनिया भर में स्टेनलेस स्टील, अलॉय स्टील और रिफ्रैक्टरी विनिर्माताओं को कच्चा माल उपलब्ध कराती है।
- नयी दिल्ली। सोशल मीडिया मंच ट्विटर ने एक नया फीचर ‘ट्विटर सर्किल' पेश किया है। इसके जरिये उपयोगकर्ता 150 लोगों तक के छोटे समूह के साथ अपने विचार साझा कर सकते हैं। ट्विटर ने मई, 2022 में आईओएस, एंड्रॉयड और वेब पर सीमित संख्या में लोगों के साथ ट्विटर सर्किल सुविधा का परीक्षण शुरू किया था। ट्विटर ने मंगलवार को बयान में कहा कि सफल परीक्षण के बाद इस सुविधा को वैश्विक स्तर पर शुरू कर दिया गया है। कंपनी ने कहा, ‘‘यह नयी सुविधा उपयोगकर्ताओं को अपनी ‘टाइमलाइन' पर सभी से बात करने का विकल्प छोड़े बिना अपने ‘फॉलोअर्स' के साथ गहरे संबंध बनाने में मदद करेगी।''
- नयी दिल्ली। वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) के शेयरधारकों ने कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अक्षय मूंदड़ा को पदोन्नत कर नया मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बनाने की मंजूरी दे दी है। कंपनी की सालाना आमसभा के मतदान के नतीजों की मंगलवार को जानकारी दी गई। कंपनी की सालाना आम बैठक सोमवार को हुई थी। इस बैठक में 99.75 प्रतिशत शेयरधारकों ने मूंदड़ा को अगला सीईओ नियुक्त करने संबंधी विशेष प्रस्ताव के पक्ष में मत दिया। मूंदड़ा की नियुक्ति ऐसे समय हुई है जबकि वोडाफोन आइडिया पर दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके साथ ही कंपनी को लगातार घाटा भी हो रहा है। मूंदड़ा सीईओ के तौर पर रविंदर टक्कर की जगह लेंगे जिनका कंपनी के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। टक्कर को 19 अगस्त, 2019 को तीन साल के लिए कंपनी का प्रबंध निदेशक एवं सीईओ नियुक्त किया गया था। इसके अलावा शेयरधारकों ने टक्कर को गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने संबंधी विशेष प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है।
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नई दिल्ली।ऑडी इंडिया में अपनी नई ऑडी क्यू3 (New Audi Q3) एसयूवी भारत में लॉन्च कर दी है, जिसकी कीमत 44.89 लाख रुपये से शुरू होती है। पुरानी ऑडी क्यू3 के मुकाबले नई ऑडी क्यू में बेहतर लुक और फीचर्स के साथ ही लंबाई और चौड़ाई भी ज्यादा है। फॉक्सवैगन ग्रुप के MQB प्लैटफॉर्म पर बेस्ड नई ऑडी क्यू3 को आप ऑडी इंडिया की वेबसाइट www.audi.in के साथ ही और माई ऑडी कनेक्ट (My Audi Connect) ऐप पर ऑनलाइन बुक करा सकते हैं।
लुक और फीचर्स की बात करें तो इस एसयूवी में लंबा व्हीलबेस, पतली एलईडी हेडलैंप, बड़ा ऑक्टागोनल ग्रिल और एंगुलर बंपर क्रीजेज के साथ ही 18 इंच के व्हील देखने को मिलेंगे। नई ऑडी क्यू3 को पल्स ऑरेंज, ग्लेसियर वाइट, क्रोनोस ग्रे, मायथोस ब्लैक और नवैरा ब्लू जैसे 5 कलर ऑप्शन में पेश किया गया है। वहीं, इसके फीचर्स की बात करें तो इसमें पैनारोमिक ग्लास सनरूफ, जेस्चर-कंट्रोल्ड टेलगेट, ऑडी वर्चुअल कॉकपिट प्लस, एमएमआई टच के साथ एमएमआई नैविगेशन प्लस, ऑडी ड्राइव सेलेक्ट, वायरलेस चार्जिंग, ऑडी फोन बॉक्स, 30 कलर एंबियंट लाइटिंग पैकेज प्लस, लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री, पावर एडजस्टेबल फ्रंट सीट्स और 10 स्पीकर्स के साथ ऑडी साउंड सिस्टम जैसी खूबियां हैं।
इंजन और पावर की बात करें तो इसमें 2.0 लीटर टीएफएसआई इंजन है, जो कि 190 एचपी की पावर और 320 एमएन टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है। यह एसयूवी क्वॉट्रो ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम से लैस है। ऑडी क्यू महज 7.3 सेकंड में 0-100 kmph की स्पीड पकड़ लेती है। सेफ्टी फीचर्स की बात करें तो इस एसयूवी के फ्रंट और रियर में कुल 6 एयरबैग्स, पार्क असिस्ट समेत कई अन्य खूबिया हैं। भारत में Mercedes-Benz GLA, Mini Countryman, और Volvo XC40 के साथ ही BMW X1 जैसी पॉपुलर कारों से मुकाबले को आई नई ऑडी क्यू3 की डिलीवरी इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगी। -
नई दिल्ली। नया स्मार्टफोन फोन खरीदने का सोच रहे हैं तो आपके लिए कुछ कंपनियां अगले महीने यानी सितंबर में अपने नए मॉडल पेश करने जा रही हैं। इस साल Apple iPhone 14 लाइनअप लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है। सितंबर सिर्फ Apple iPhone 14 लॉन्च की वजह से ही नहीं, बल्कि प्रीमियम और बजट सेगमेंट में लॉन्च होने वाला स्मार्टफोन्स के लिए भी काफी रोमांचक रहने वाला है। इस महीने आईफोन के अलावा Moto X30 Pro, iQOO Neo 7, Samsung Galaxy A23 5G फोन्स को भी लॉन्च किया जाएगा।
Moto X30 Pro: मोटोरोला एज सीरीज मोटोरोला 8 सितंबर को भारत में एक नहीं बल्कि तीन नए स्मार्टफोन लॉन्च करने के लिए तैयार है। हालांकि, मोटोरोला द्वारा जारी किए गए टीजर में यह नहीं बताया गया है कि इस दौरान कौन-कौन से मॉडल्स लॉन्च किए जाएंगे। लेकिन संभावना है कि Moto X30 Pro को भारत में लॉन्च किया जाएगा। इसमें क्वालकॉम फ्लैगशिप स्नैपड्रैगन 8+ जेन 1 प्रोसेसर दिया जा सकता है। वहीं, 6.73 इंच का पोलेड डिस्प्ले और 200 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर दिए जाने की उम्मीद है।
iQOO Neo 7: iQOO के अगले महीने भारत में अपना नया फोन लॉन्च करेगी। यह फोन MediaTek डाइमेंसिटी 9000+ से लैस है। iQOO Neo 7 में 120 Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले दिया जा सकता है। वहीं, 50MP का प्राइमरी कैमरा और 120W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट दिया जा सकता है।Samsung Galaxy A23 5G: इस फोन को 16 सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। इसमें 6.6 इंच का आईपीएस एलसीडी पैनल दिया जा सकता है। वहीं, इसमें वाटर-ड्रॉप नॉच दी जा सकती है। इसे ब्लू और व्हाइट कलर में खरीदा जा सकेगा। इसमें स्नैपड्रैगन 695 चिपसेट दिया जा सकता है। -
मुंबई. वित्त उद्योग के दिग्गज दीपक पारेख ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आठ साल के दौरान ‘शानदार' काम किया है। आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी के चेयरमैन पारेख ने कहा कि देश की तस्वीर बदलने के लिए मोदी को कम-से-कम दो कार्यकाल और मिलने चाहिए। पारेख ने एक पत्रिका द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, प्रधानमंत्री ने शानदार काम किया है। उनके जीवन का एक ही उद्देश्य है कि देश आगे बढ़े, प्रगति करे और वह अपना सारा समय अपने इसी उद्देश्य पर खर्च करते हैं।" एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ''सोचने का सवाल ही नहीं। यह एकदम साफ है। - बेंगलुरु। इंजीनियरिंग सेवा कंपनी एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) ने सोमवार को कहा कि उसे लग्जरी कार निर्माता बीएमडब्ल्यू ग्रुप को हाइब्रिड वाहनों के लिए उन्नत इंजीनियरिंग सेवाएं देने का पांच साल का अनुबंध मिला है। एलटीटीएस ने एक बयान में इस सौदे की घोषणा करते हुए कहा कि कई लाख डॉलर मूल्य वाले इस अनुबंध के तहत वह बीएमडब्ल्यू के हाइब्रिड वाहनों में लगने वाले इंफोटेनमेंट खंड के लिए इंजीनियरिंग सेवाएं देगी। उसके इंजीनियरों की टीम बीएमडब्ल्यू के साथ पांच साल तक काम करेगी। कंपनी ने कहा, "एलटीटीएस को परिवहन प्रौद्योगिकी में हासिल महारत और इंजीनियरिंग दक्षता को देखते हुए यह बड़ा सौदा मिला है।" एलटीटीएस ने कहा कि उसका एक केंद्र बीएमडब्ल्यू ग्रुप के परिसर के पास ही स्थित होने से उसके लिए काफी सहूलियत होगी।
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नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने देश के प्रमुख शहरों में दीपावली तक 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और इंटेल जैसे विश्व प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ समझौता किया है। जियो ने मार्क ज़करबर्ग की अगुवाई वाली मेटा के साथ तकनीक और गूगल के साथ किफायती 5जी स्मार्ट फोन विकसित करने का समझौता किया है। क्लाउड सेवाओं के लिए जियो ने गूगल क्लाउड के साथ सहयोग करने का निर्णय लिया है।
जियो ने क्लाउड आधारित डेटा केन्द्रों के लिए चिप निर्माता कंपनी इंटेल के समझौता किया है। कंपनी के एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और सिस्को जैसी प्रमुख वैश्विक नेटवर्क प्रौद्योगिकी सेवाएं देने वाली कंपनियों के साथ बेहतर संबंध हैं। जियो ने भारत में 5जी सेवाओं से जुड़े उपकरणों के स्थानीय स्तर पर निर्माण के लिए क्वालकॉम के साथ समझौता किया है।मेटा और जियो ने वॉट्स्ऐप के माध्यम से खरीदारी करने से जुड़े समझौते की भी घोषणा की गई है। इसमें ग्राहक वॉट्स्ऐप चैट के माध्यम से जियो मार्ट से खरीददारी कर सकेंगे।जियो चार प्रमुख शहरो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में दीपावली तक 5जी सेवाओं की शुरूआत करेगा। दिसम्बर 2023 तक पूरे देश में विभिन्न चरणों में अन्य शहरों और कस्बों तक इनका विस्तार किया जाएगा। - नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट तथा रुपये में कमजोर रुख के बीच सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 365 रुपये टूटकर 51,385 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।सोने के अनुरूप चांदी भी 1,027 रुपये के नुकसान के साथ 55,301 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 31 पैसे टूटकर 80.15 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,721 डॉलर प्रति औंस पर कमजोर था। चांदी 18.62 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख तथा डॉलर में मजबूती से सोने की कीमतों में गिरावट आई।'
- मुंबई। रिलायंस समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी द्वारा सोमवार को अपनी पुत्री ईशा का परिचय समूह के खुदरा कारोबार के मुखिया के तौर पर कराए जाने के साथ ही उत्तराधिकार योजना के पुख्ता संकेत मिल गए हैं। अंबानी इसके पहले अपने बेटे आकाश को समूह की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो का चेयरमैन नामित कर चुके हैं।रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की 45वीं सालाना आमसभा (एजीएम) में अंबानी ने ईशा का परिचय खुदरा कारोबार के अगुवा के तौर पर कराया। उन्होंने ईशा को खुदरा कारोबार के बारे में बोलने के लिए बुलाते समय इसका मुखिया बताया।ईशा ने व्हॉट्सएप का इस्तेमाल कर ऑनलाइन किराना ऑर्डर करने और ऑनलाइन भुगतान करने से संबंधित एक प्रस्तुति भी दी। 65 वर्षीय मुकेश अंबानी की तीन संतानें हैं। ईशा और आकाश दोनों जुड़वां भाई-बहन हैं जबकि सबसे छोटे अनंत हैं। ईशा की शादी पीरामल समूह के आनंद पीरामल से हुई है।रिलायंस समूह के मुख्यतः तीन व्यवसाय हैं जो तेल शोधन एवं पेट्रो-रसायन, खुदरा कारोबार और डिजिटल कारोबार (दूरसंचार शामिल) हैं। इनमें से खुदरा और डिजिटल कारोबार पूर्ण-स्वामित्व वाली इकाइयों के अधीन हैं वहीं तेल-से-रसायन या ओ2सीकारोबार रिलायंस के तहत आता है। नवीन ऊर्जा कारोबार भी मूल कंपनी का ही हिस्सा है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत को तेल एवं ऊर्जा कारोबार का जिम्मा सौंप सकते हैं।